महासमुंद : आंगनबाड़ी केंद्रों पर भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व मनाया गया
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
- नन्हें-मुन्ने बच्चें अपनी माताओं के साथ सजधज कर पहुंचे और राखी की परंपराओं का निवर्हन किया
- कलेक्टर ने सुरक्षित आयोजन के लिए महिला बाल विकास एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तारीफ़ की
- पर्व समाज को बहन के सम्मान व सुरक्षा का संदेश देता है :कलेक्टर श्री सिंह
महासमुंद : ज़िले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व आज शनिवार 21 अगस्त को एक दिन पहले हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया गया। चूंकि रक्षाबंधन कल रविवार 22 अगस्त को है। ज़िला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री समीर पांडे ने रक्षाबंधन पर्व के विशेष अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुए आयोजन के लिए बच्चों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी ।

महासमुंद के वार्ड 26 के आंगनबाड़ी केंद्र पर नन्हें-मुन्ने बच्चों व उनकी माताओं ने रक्षाबंधन पर्व के विशेष अवसर पर हुए आयोजन में भागीदारी की। आयोजन में 12 माह की कुमारी वर्तिका सिदार ने सभी बच्चों को राखी बांधी। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत बच्चें अपनी माताओं के साथ सजधज कर पहुंचे और राखी की परंपराओं का निर्वहन किया। वैसे भी ज़िले की बेटियों का नाम आज गर्व से लिया जाता है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पर्व का आयोजन करना समाज में नारी के सम्मान के नए संस्कार पैदा करने के लिए एक शुरुआत है। बचपन में ही बच्चों के मन में सम्मान व सुरक्षा के संस्कार डाले जाए तो समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में कमी आएगी तथा बेटियों को खुलकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। साथ ही कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराईयों पर अपने आप रोक लग जाएगी। जिला प्रशासन का भी यहीं प्रयास रहता है कि बेटियों को आगे बढ़ने के सभी अवसर मिले।आयोजन पर कोविड गाइड लाइन का पालन किया गया।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने इस सुरक्षित आयोजन के लिए ज़िला महिला एवं बाल विकास और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तारीफ़ करते हुए कहा कि भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का प्रतीक राखी पर्व समाज को बहन के सम्मान व सुरक्षा का संदेश देता है। सम्मान व सुरक्षा की यह भावना महिला के सभी स्वरूपों के प्रति होनी चाहिए। भारतीय संस्कृति में नवरात्रों के दौरान होने वाले कन्या पूजन व भाई दूज पर बहनों द्वारा भाई की कलाई पर बांधा जाने वाला रक्षा सूत्र सहित अनेक ऐसे अवसर आते है जब महिला के विभिन्न स्वरूपों के प्रति हम अपना आदर भाव प्रदर्शित करते हैं।
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