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 महासमुंद : आज है विश्व रेडक्रॉस दिवस, कोरोना वाॅलेंटियर्स के आदर में पुनः बजेंगी तालियां

रेडक्रॉस के संस्थापक जीन हेनरी डयूनेंट के जन्म दिवस, 8 मई को रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है।

रेडक्रॉस एक ऐसा गैर सरकारी संगठन है जो दुनिया भर में पीड़ितों की सहायता करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। कोई भी प्राकृतिक विपदा आये तो रेडक्रॉस की टीम बिना किसी भेदभाव के सहायता के लिए तत्पर रहती है, इस बार कोविड को डिगाने की तैयारी है

महासमुंद 07 मई : हर साल दुनिया भर में 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है। इसके संस्थापक जीन हेनरी डयूनेंट हैं। जीन हेनरी युद्ध में घायल सैनिकों की दशा को देखकर दुखी हो गए और 9 फरवरी 1863 को स्विटजरलैंड के जेनेवा में पाँच लोगों की एक कमेटी बनाई। बाद में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन हुआ और 1864 से रेडक्रॉस को अमली जामा पहनाने के साथ सफेद पट्टी में लाल रंग के क्रॉस को महाविनाश के बीच फंसे लोगों को चिकित्सकीय सेवा देने की जिम्मेदारी मिलती गई। 

इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण एवं कोविड19 की बीमारी से समूचा विश्व जूझ रहा है। जिसे देखते हुए शुक्रवार यानी 08 मई को विश्व रेडक्राॅ दिवस पर कोरोना वायरस की थीम पर काम होगा। जिले भर के रेडर्काॅससोसायटी के अधिकांश जागरूक सदस्यों सहित स्वास्थ्य विभाग के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन तमाम लोगों की हौसला-अफजाई करेंगे जो बतौर कोरोना वाॅरियर्स डंटे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे के हवाले से जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि इस दौरान संक्रमण फैलाव की आशंका को ध्यान में रखते हुए सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल के मार्गदर्शन में नियमावली के अनुरूप विभिन्न आयोजन किए जाएंगे, जिसमें जिला रेडक्राॅस इकाई के पदाधिकारियों सहित स्वस्थ्य महकमा कोविड 19 की महामारी की रोकथाम में सेवारत अग्रिम पंक्ति के स्वयं सेवकों को धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए ”कीप क्लैपिंग फाॅर वाॅलेंटियर्स” के विषय पर प्रस्तुति देते हुए शुभकामनाएं व्यक्त करेगा।

विदित हो कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्वयं सेवक के रूप में मनाया जाता है। वर्तमान में विश्व के अधिकांश देशों में रेडक्रॉस सोसायटी काम कर रही है। इस समय भारत में भारत में भी रेडक्रॉस की तकरीबन 412 जिलों में 750 से अधिक शाखाओं में सफल संचालन हो रहा है। इसके अलावा रेडक्रॉस ने ब्लड बैंक पर भी महत्वपूर्ण काम किया। रेडक्रॉस द्वारा चलाए गए रक्तदान जागरूकता अभियान के कारण ही थैलीसिया, कैंसर, एनीमिया जैसी कई जानलेवा बीमारियों से हजारों लोगों को छुटकारा मिलने की सूचनाएं मिलती रही हैं। इस प्रकार रेडक्रॉस एक अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था है। विश्व के कई भागों में प्राकृतिक या मानवीय आपदा के शिकार लोगों को बचाने और राहत पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके स्वयंसेवकों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
क्रमांक/32/32/एस शुक्ल/हेमनाथ
 

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