ब्रेकिंग न्यूज़

सूरजपुर :  ग्रामीण क्षेत्रों में वृहद डोर टू डोर सर्वे, एक्टिव सर्विलेंस मास्टर ट्रेनरो की निगरानी में टीम कर रही कोविड-19 के रोकथाम

सूरजपुर 18 मई : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव व नियंत्रण के लिए कोरोना मास्टर टेनरों की सहायता से प्रशिक्षण प्राप्त कर जिला प्रशासन की टीम जिले के सभी विकासखण्डो के ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में वृहद डोर टू डोर एक्टिव सर्विलेंस कार्य कर रही है। मास्टर ट्रेनर षिक्षकोें की निगरानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानीनों, कोटवार, रोजगार सहायकों के माध्यम से प्रत्येक ग्राम में डोर टू डोर एक्टिव सर्विलेंस के तहत् कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा बाहर से आने वाले लोंगो की जानकारियों को भी अद्यतन कर इसकी सूचना दी जा रही है। डोर टू डोर सामुदायिक एक्टिव सर्विलेंस कार्य के दौरान समुचित स्वास्थ्य जांच, मास्क, सेनिटाईजर, हेण्डवाॅष का उपयोग सोषल डिस्टेंसिंग का पालन सहित सुरक्षा मानको के पालन से संबंधित जानकारी देकर समझाईस दी जा रही है।

जिसमें मास्टर ट्रेनरो के द्वारा डोर टू डोर सर्वे करते हुए सक्रीय सर्विलेंस के उद्देश्य के संबंध में बताया जा रहा है कि समुदाय में कोरोना वायरस से बचाव व नियंत्रण के लिए किस तरह से लक्षण वाले व्यक्तियों का पता करना, आगे की जांच प्रक्रिया व उपचार से संबंधित जानकारी भी दी जा रही है। सक्रीय सर्विलेंस कहां व कैसे करना है इसके अलावा कांटेन्मेंट जोन यानि कोरोना संक्रमित पाये गये मरीजों को घर के 1 किलोमीटर के दायरे में हर घर में सुरक्षित तौर पर सर्वे करने से संबंधित सभी चरणों के संबंध में जानकारी दी गई है। मास्टर ट्रेनर ने सर्वे के दौरान बताया सक्रीय सर्विलेंस हेतु सर्वे दल में आवष्यकतानुसार 3 से 4 सदस्यीय दल  हैं दल के सदस्य संबंधित क्षेत्र के आंगनवाड़ी कायकर्ता व शिक्षक हैं। ग्रामीण क्षेत्रों मे कोटवार एवं नगरीय क्षेत्रों में नगरीय निकाय के कर्मी भी दल में सदस्य हैं।

अबतक किए गए सर्वे की यह रही है सर्वे रिपोर्ट -  

प्राप्त जानकारी अनुसार निरंतर जारी सर्वे में अबतक किए गए सर्वे कार्य में 135467 परिवार के कुल सदस्य संख्या 679495 के सर्वे किया गया है जिनका सैंपल लेकर उचित जांच कराया जा रहा है साथ ही कलेक्टर के निर्देष पर आयुर्वेद विभाग के द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए त्रिकटू चूर्ण का वितरण और काढ़ा बनाकर सेवन करने संबंधित जानकारी दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त टीम द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन करने समझाईश भी दिया गया है।

कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने सक्रीय सर्विलेंस के लिए सर्वे करते समय दल को विशेष सावधानियां बरतने को कहा है जिसमें दल के सभी सदस्यों को अनिवार्यतः मास्क लगाकर सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करने, इसके अलावा संक्रमित परिवार से बात करते समय दल के सदस्य फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए कम से कम 2 मीटर की दूरी बनाकर सर्वे करेंगे, इसके अलावा  नियमित तौर पर हाथ को साबुन, सेनिटाईजर या हैण्डवाॅष से धोने जैसी सुरक्षा मानको को प्राथमिकता के साथ पालन करने के लिए निर्देषित किया है।

उन्होने बताया कि सर्वे कर रहे दलों को एक निर्धारित फार्मेट उपलब्ध कराया गया है,  उसी के आधार पर जानकारी भरनेे के लिए निर्देषित किया है। जैसे घर के सभी सदस्यों में बुखार, सुखी खांसी, सांस की गति तेज, पसली धंसना, हाफना, सांस लेने में तकलीफ होना आदि लक्षणों के बारे में पूछ कर लक्षण जानने के निर्देष दिये। उन्होेंने कहा कि सर्वे प्रपत्र में केवल उन्हीं व्यक्तियों को सूचीबद्ध करेंगे जिनमें एक या अधिक लक्षण मिले हों। उपरोक्त व्यक्तियों में लंबी बीमारी जैसे हृदय रोग , शुगर आदि की जानकारी भी लेंगे। लक्षण वाले व्यक्ति द्वारा विगत 14 दिनों में की गई यात्रा की जानकारी भी भरने के लिए निर्देष दिये। लक्षण वाले व्यक्तियों की सूचना देना, दल प्रमुख लक्षण वाले व्यक्तियों की सूची को दैनिक संबंधित खंड चिकित्सा अधिकारी ( ग्रामीण क्षेत्र में ) शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रबंधक ( शहरी क्षेत्र में ) को सूचित करेंगे। जिनके द्वारा उपरोक्त चिन्हांकित व्यक्तियों की जांच, चिकित्सा की व्यवस्था की जाएगी। दल प्रमुख सर्वे में कव्हर की गई जनसंख्या की जानकारी रखेंगे।

एक्टिव सर्विलेंस टीम द्वारा आवष्यक निगरानी रखकर कार्य किया जा रहा है तथा निचले स्तर पर एहतीयातन बरतते हुए डोर टू डोर दो या चार समूह बनाकर सर्वे करते हुए व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस महामारी के फैलने से रोकना है इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए आम नागरिकों जागरुक करने के निर्देष दिये तथा जो व्यक्ति क्वारंटाईन में है उनका बर्तन अलग-अलग रखने की समझाईस देने तथा डिस्पोजल, थाली का प्रयोग कराने के निर्देष दिये तथा उन्हें 14 दिन तक अनिवार्य रुप से क्वारंटाईन करने को कहा तथा सही समय में ईलाज होने पर कुछ नहीं होगा, घबराने की आवष्यकता नही है। इसके लिए साबुन से बार-बार हाथ धोनेग्लब्स आदि सभी सेंटरों में उपलब्ध कराने के साथ ही षिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, रोजगार सहायक, कोतवार आदि का आवष्यकतानुसार 3 से 4 सदस्यीय दल बनाकर कार्य किया जा रहा है।

Related Post

Leave A Comment

छत्तीसगढ़

Facebook