जल शक्ति अभियान के अंतर्गत अंतरविभागीय समीक्षा बैठक की
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जल संकट एक दिन की समस्या नहीं है”, इसे हल करने सतत प्रयास आवश्यक - निदेशक श्री अग्रवाल
बेमेतरा : भारत सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के निदेशक (CNO) श्री अमित कुमार अग्रवाल तीन दिवसीय दौरे पर आज बेमेतरा पहुंचे। उनके साथ जल शक्ति अभियान से जुड़े वैज्ञानिक श्री सर्वाेदय बारीक भी उपस्थित रहे। दौरे के पहले दिन श्री अग्रवाल ने जल शक्ति अभियान के अंतर्गत जिला जल शक्ति केंद्र में अंतरविभागीय समीक्षा बैठक ली।
’बैठक का शुभारंभ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री टेकचंद अग्रवाल द्वारा स्वागत भाषण से हुआ। विभिन्न विभागों द्वारा जल संरक्षण एवं भूजल स्तर सुधार हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी गई।
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री चंद्रशेखर शिवहरे ने छोटे-बड़े जलाशयों, चेक डैम, कुओं और अन्य संरचनाओं की विस्तृत जानकारी दी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) के श्री गौड़ ने शुद्ध पेयजल और वर्षा जल संचयन कार्यों की जानकारी साझा की।’
’नगर पालिका अधिकारी ने बताया कि नये प्राइवेट निर्माणों में वर्षा जल संचयन प्रणाली (Rainwater Harvesting) अनिवार्य की जा रही है। कृषि उप संचालक श्री मोरध्वज डड़सेना ने बताया कि पिछले वर्ष औसत से कम वर्षा हुई, जिससे जल संकट उत्पन्न हुआ है। किसानों को कम पानी वाली फसलें जैसे गेहूं, चना, दलहन-तिलहन अपनाने प्रेरित किया गया है।
संचालक श्री अमित कुमार अग्रवाल ने कहा कि जल संकट एक दिन की समस्या नहीं है”, इसे हल करने सतत प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि जन सहभागिता ही समाधान है- अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें, जागरूकता अभियान चलाएं।’हर शासकीय कार्यालय, पंचायत भवन व आवासीय निर्माणों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य किया जाए। वृक्षारोपण एक आवश्यक पूरक है। जल संरक्षण के साथ बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण हो। उन्होंने कहा कि किसानों को माइक्रो-इरिगेशन प्रणाली अपनाने व जल प्रबंधन में प्रशिक्षित करें। श्री अग्रवाल ने विद्यालयों, कॉलेजों, संस्थाओं में जल जागरूकता कार्यक्रम चलाने पर बल दिया।
उन्होंने इस वर्ष की थीम “जल संचय, जन भागीदारी रू जन जागरूकता की ओर” को दोहराते हुए कहा कि यह केवल प्रशासनिक नहीं, जनांदोलन का विषय बनना चाहिए।
प्रचार अभियान की जानकारी देते हुए श्री डड़सेना ने बताया कि “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के तहत प्रचार रथों के माध्यम से जिले के सभी चार विकासखण्डों की 78 ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण जागरूकता फैलाई जा रही है।
अंत में श्री अग्रवाल ने कहा कि यह अभियान कागजों तक सीमित न रहे, इसे हर नागरिक की जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। तभी हम आने वाली पीढ़ियों को जल संकट से बचा सकेंगे। जल है तो कल है।
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