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महासमुंद (विशेष लेख) : जिले में तीन हजार 154 कार्यांे के लिए 87 करोड़ 80 लाख 18 हजार रूपए की राशि स्वीकृत

 


मनरेगा के तहत् 524 ग्राम पंचायतों में एक लाख 34 हजार 67 जाॅब कार्डधारी मजदूर कर रहे है कार्य
मनरेगा के तहत् जिले में बनाए जा रहे है 374 धान संग्रहण केन्द्र (चबुतरा) निर्माण
महासमुन्द जिला प्रदेश में समयबद्ध मजदूरी भुगतान में अव्वल

महासमुंद 12 जून : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत जिले में 374 धान संग्रहण केन्द्र (चबुतरा) निर्माण किया जा रहा है। महात्मा गांधी नरेगा एवं प्राथमिक कृषि साख समिति के अभिसरण से धान संग्रहण केन्द्र (चबुतरा) बनाए जा रहे है, जिससे वर्षा ऋतु में भी धान को रखने की उचित व्यवस्था हो सके और धान को सुरक्षित रखा जा सके। धान संग्रहण केन्द्रों में चबुतरा निर्माण होने से धान को पाॅलीथीन में ढंककर रखा जा सकता है, जिसेे धान को अंकुरित होने से बचाया जा सकता है।  

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत जिले के 551 ग्राम पंचायतों में से 524 ग्राम पंचायतों में कार्य चल रहे है। जिसमें एक लाख 34 हजार 67 जाॅब कार्डधारी मजदूर कार्य कर रहे है, जो कि राज्य में दूसरे स्थान पर है। जिले में वित्तीय वर्ष 2020-21 में तीन हजार 154 कार्यांे के लिए 87 करोड़ 80 लाख 18 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें निजी डबरी निर्माण के 383 कार्य, मत्स्य पालन हेतु निजी डबरी के 44 कार्य, भूमि सुधार के 911 कार्य, बकरी शेड के 106 कार्य, मुर्गी शेड के 28 कार्य, पशु शेड के 44 कार्य, नया तालाब निर्माण के 27 कार्य, तालाब गहरीकरण के 491 कार्य, जल संवर्धन के 170 कार्य, सोक पिट के 210 कार्य, रिचार्ज पिट के 104 कार्य, वर्मी टेंक के 25 कार्य एवं नाडेप टेंक के 58 कार्य स्वीकृत किया गया है। इसी प्रकार स्टाॅपडेम 23, चेकडेम 05, नहर लाईनिंग कार्य 01, नवीन पंचायत भवन के 07, आंगनबाड़ी भवन निर्माण के 93 कार्य स्वीकृत किया गया है। ठोस तरल एवं अपशिष्ट प्रबंधन के 109 कार्य स्वीकृत किए गए है।

  इसके अलावा मजदूरों के लिए छः हजार से अधिक नए जाॅब कार्ड बनाये गए है। क्वारेन्टाईन अवधि पूर्ण कर चुके मजदूरों को चार हजार से अधिक मानव दिवस रोजगार प्रदाय किया जा रहा है। जिले में अब तक लगभग 60 करोड़ रूपए राशि के कार्य कराए जा चुके है। जिले में रोजगार गारंटी के कार्य चालू होने के कारण लाॅकडाउन की अवधि में भी मजदूरों को जीवकोपार्जन के लिए राशि की कमी नहीं हो रही है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में अब तक 34 लाख 33 हजार 43 मानव दिवस सृजित किया गया है, जो कि माह मई 2020 के लक्ष्य का 150 प्रतिशत से अधिक है।

सुराजी गांव योजना ‘‘नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी’’ के तहत गरूवा अंतर्गत 241 गौठान एवं 80 चारागाह स्वीकृत किए गए है। जिसमें से 87 गौठान एवं 61 चारागाह पूर्ण हो चुके है तथा 72 गौठान एवं 19 चारागाह प्रगतिरत है। पशुओं के पीने के लिए पानी की व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा बोर खनन का कार्य करवाया गया है। गौठान में पशुओं की स्वास्थ्य एवं देखरेख का कार्य पशु चिकित्सा विभाग द्वारा किया जा रहा है। सोलर पंप लगाने के लिए क्रेडा विभाग को 163 का लक्ष्य प्रदाय किया गया है, जिसमें उसके द्वारा कार्य कराया जा जा रहा है। पशुओं के चारे की समुचित व्यवस्था हेतु कृषि विभाग एवं ग्राम पंचायत द्वारा पैरा एकत्रीकरण का कार्य करवाया जा रहा है। गौठान एवं चारागाह में वृक्षारोपण का कार्य वन विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में गौठान ग्राम प्रबंधन समिति को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा गौठानों के सुचारू रूप से संचालन एवं क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश दिए गए है।  

नरवा अंतर्गत जिले में एक हजार 641 कार्य स्वीकृत किए गए है, जिसमें से 977 कार्य में एजेन्सी वन विभाग है। 976 कार्य पूर्ण हो चुके है एवं 395 कार्य प्रगतिरत है। नरवा कार्यक्रम के अंतर्गत कंटूर ट्रेंच, अंडरग्राउण्ड डाईक, चेक डेम, स्टाॅपडेम, लूज बोल्डर चेक, परकोलेशन टेंक आदि कार्य स्वीकृत किए गए है। नरवा अंतर्गत कार्य स्वीकृत होने से कृषकों के खेतों में सिंचाई के लिए सुविधा उपलब्ध होगी तथा जलस्तर में बढ़ोत्तरी होगी।  
घुरूवा अंतर्गत कम्पोस्ट पिट, भू-नाडेप के 12, नाडेप टांका 185, वर्मी टांका 307 एवं वर्मी बेड के 231 कार्य स्वीकृत किए गए है, जिसमें कार्य एजेन्सी कृषि विभाग है। गौठान में अब तक 1036.55 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद उत्पादित किया जा चुका है। स्व-सहायता समूहों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा रहा है।

बाड़ी अंतर्गत 4000 कार्य उद्यानिकी विभाग द्वारा स्वीकृत किए गए है। जिले में चार हजार बाड़ी कृषकों को भिण्डी बीज-800 किग्रा., बरबट्टी बीज सौ किलोग्राम तथा मिर्च बीज 5 किलोग्राम. एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद 79.80 क्विंटल वितरण किया गया है। इसके साथ ही 983 हितग्राही कृषकों को नौ हजार 526 पपीता, मुनगा, कटहल, अमरूद एवं सीताफल फलदार पौधे बाड़ियों में रोपण हेतु निःशुल्क प्रदाय किया गया है।

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