सूरजपुर : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई का शिक्षक ने उठाया बीड़ा
घर-घर जाकर अभिभावकों को कर रहे प्रोत्साहित
सूरजपुर 15 जून : वैश्विक स्तर की इस आपदा के मध्य जहां फरवरी से ही पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। इस लॉकडाउन की वजह से सारे स्कूल बंद है और बच्चो की पढाई पर असर पड़ रहा है। ऐसे में बच्चो की पढाई प्रभावित न हो इसके लिए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा जारी ऑनलाइन पोर्टल पढ़ई तुहंर दुआर शुरू किया गया है, जो कि बच्चों के पढ़ाई के लिए अत्यंत ही लाभकर सिद्ध होता प्रतीत हो रहा है। परंतु ग्रामीण अंचल के अभिभावकों को ऑनलाइन पढ़ाई की जानकारी का अभाव एवं प्रत्येक बच्चों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्धता की कमी को देखते हुए, इस महत्वपूर्ण योजना को धरातल स्तर पर उपयोगी सिद्ध करने का कार्य जिले के शिक्षक कर रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं सूरजपुर जिले के एक छोटे से विद्यालय शासकीय प्राथमिक शाला सुंदरगंज में पदस्थ प्रभारी प्रधान पाठक श्री दिनेश कुमार साहू के बारे में। दिनेश साहू बच्चों के पढ़ाई के प्रति हमेशा से ही सजग रहे हैं। ऑनलाइन पोर्टल पढ़ई तुंहर दुआरलांच होने के पश्चात से ही दिनेश साहू अपने विद्यालय के बच्चों को पोर्टल पर उपलब्ध ई-क्लासरूम, स्टडी मटेरियल, वीडियो लेसन, शैक्षणिक खेल, होमवर्क करने जैसी सुविधाओं के बारे में बताते आ रहे हैं।



सुंदरगंज गांव जंगलों से घिरा हुआ हाथी प्रभावित क्षेत्र है, जिस कारण प्रत्येक दिन गांव में जाकर बच्चों को मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई के लिए प्रेरित करना भी एक प्रकार की चुनौती थी। साथ ही छोटे बच्चों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्ध ना होने के कारण उनके अभिभावकों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जागरूक करने हेतु दिनेश साहू प्रतिदिन एक लंबा सफर तय कर सुंदरगंज पहुंचते थे, चूंकि यह गांव कृषि प्रधान है। इसलिए अधिकांशतः अभिभावक दिन के वक्त घर में उपलब्ध ना होकर अपने खेतों में कार्य करते थे। जिस कारण दिनेश साहू ने कई बार रात में भी अभिभावकों के पास जाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन्हें इस ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जागरूक करते हुए जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
दिनेश साहू प्रतिदिन विद्यालय के प्रत्येक बच्चों के घर में जाकर उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई के बारे में बताते हैं। पढ़ई तुहंर दुवार में स्वयं रोचक वीडियो बनाकर अपलोड करते एवं होमवर्क प्रदान करते हैं। इसके साथ ही जिन अभिभावकों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्ध नहीं है उनके बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग में रहकर स्वयं अध्ययन करवा रहे हैं।
जिले में पदस्थ प्रभारी प्रधान पाठक अपना कुछ समय निकालकर विद्यालय पहुंचते हैं। जहां उनके द्वारा विद्यालय में ही की गई बागवानी का देखरेख भी करते हैं। गर्मी के दौरान पेड़ पौधों को पानी देना, गार्डन में लगे फूलों की रखवाली एवं फलदार वृक्षों की देखरेख का कार्य भी उन्होंने स्वयं ही किया। फलस्वरूप संपूर्ण विद्यालय के आसपास हरा भरा वातावरण निर्मित है। बगीचे में विभिन्न प्रकार के सुगंधित फूल खिले रहते हैं। विभिन्न प्रकार के फलदार वृक्ष जैसे अमरुद, नींबू, आम, कटहल, काजू, सीताफल आदि भी लगे हुए हैं। जिसका सेवन विद्यालय के बच्चे विद्यालयीन दिवस में करते हैं।
इसके अतिरिक्त दिनेश साहू की पहचान एक खेल शिक्षक के रूप में भी है। वे वॉलीबॉल में राष्ट्रीय स्तर के रेफरी भी है। सामान्य दिनों में वे प्रतिदिन विद्यालय एवं गांव के बच्चों को वॉलीबॉल खेल का निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। उनके मार्गदर्शन में गांव के बालिका खिलाड़ी राज्य स्तर में जिले का प्रतिनिधित्व एवं साईं रायपुर में ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं। उनकी पदस्थापना शासकीय प्राथमिक शाला सुंदरगंज में होने के पश्चात से ही अपने उत्कृष्ट एवं हरफनमौला कार्यों के माध्यम से विद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं ग्रामवासी के मध्य पसंदीदा शिक्षक व विशिष्ट व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। दिनेश साहू ने बताया कि इन कार्यों में विद्यालय के अन्य शिक्षक गण मनोज कुमार, शैलेंद्र सिंह, पूजा सिंह, संकुल प्रभारी चंद्र देव पांडे, भूतपूर्व छात्र छात्राएं एवं ग्रामवासियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है।
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