जशपुरनगर : जिले में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत रोका-छेका कार्यक्रम की शुरूआत
पोरतेेंगा के आदर्ष गौठान में विधायक श्री विनय भगत ने रोका-छेका कार्यक्रम का किया षुभांरभ
रोका-छेका कार्यक्रम में मवेषियों के उचित प्रबंधन के लिए गौठान में उपस्थित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, गणमान्य नागरिक द्वारा लिया गया संकल्प
किसानों के फसल को मवेषियों से बचाने एवं ग्रामीणों के मवेषियों का गौठान में उचित देखभाल के लिए किया गया रोका-छेका का षुरूआत- श्री भगत
गौठानों में रोजगार मूलक एवं आजीविका संवर्धन के लिए जिला प्रषासन द्वारा किया जा रहा है प्रयास - कलेक्टर
किसान की फसलों को सुरक्षित बचाने के ग्रामवासियों को अपने पशुओं को गोठान तक लाने के लिए किया गया प्रोत्साहित
जशपुरनगर 19 जून : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत आज जशपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत पोरतेंगा के आर्दश गौठान में जशपुर विधायक श्री विनय भगत द्वारा रोका-छेका कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य जशपुर श्री लालदेव भगत जनपद पंचायत अध्यक्ष जशपुर श्रीमती कल्पना लकड़ा, कलेक्टर श्री महादेव कावरे जिला पंचायत सीईओ श्री क.े एस. मंडावी, जषपुर एसडीएम श्री योगेन्द्र श्रीवास जनपद सीईओ जषपुर श्री प्रेमसिंह मरकाम, मनोरा जनपद उपाध्यक्ष श्री संजीव भगत, सरपंच पोरतेंगा, जनप्रतिनिधि सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थिति रहे।



विधायक श्री विनय भगत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना जिले के सभी ग्रामवासियों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि खेती बाड़ी के दिनों में किसानों की फसलों को मवेषियों से बचाने के लिए शासन द्वारा रोका-छेका कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। ताकि ग्रामवासियों के लिए गांव में बनाए गए गौठान में पशुओं को एकत्रित किया जा सके और गांव में खेतों किसानों द्वारा लगाए गए फसलों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो पाए। उन्होंने कहा कि रोका-छेका कार्यक्रम प्रारंभ करने के पीछे शासन की मंशा यह है कि मवेषियों का उचित प्रबंधन के साथ ही किसानों की फसल भी सुरक्षित रहे और पशुओं को गोठान में चारे-पानी के साथ उनकी सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके। श्री भगत ने कहा कि ग्रामवासियों को किसी भी प्रकार समस्या हो तो प्राथमिकता से उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा, उन्होंने सभी से शासन की योजनाओं का लाभ उठाने की आग्रह किया।
कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने रोका-छेका कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गौठान में पशुओं को सुरक्षित रखने और किसानों की फसल को बचाने के लिए रोका-छेका कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। इन गौठानों में पषुओं के लिए चारे-पानी की उचित व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि गौठान में स्व-सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं और ग्रामवासियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला प्रषासन द्वारा मुर्गी पालन, बकरी पालन, और मछली पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। श्री कावरे ने बताया कि रोका-छेका का उद्देश्य किसानों की फसल को पशुओं से सुरक्षित रखना और चारवाहों के माध्यम से गौठान में पशुओं को एकत्रित करना है।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री कावरे ने कहा कि गौठान निर्माण के प्रथम चरण में जिले में 64 गौठान का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं एवं द्वितीय चरण में जिले में 155 गौठान का निर्माण किया जा रहा हैै। जिसमें 50 गौठान में कार्य प्राथमिकता से किए जा रहे हैं। इन गौठानो में मनरेगा के तहत लगभग 70 करोड़ का मजदूरी भुगतान किया गया है। गौठान समिति के माध्यम से गौठान की निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन गौठानों में जून-जुलाई के माह में लगभग 17 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। आंगनबाड़ी और स्कूलों में भी उद्यान विभाग एवं वन विभाग के सहायता से पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिला पंचायत सीईओ श्री के एस मंडावी ने रोका-छेका कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि खेती बाड़ी के दिनों में किसानों द्वारा अपने खेतों में फसल लगाया जाता हैं। जिले में खेती के दौरान फसलों को सुरक्षित रखने के लिए रोका-छेका किया जाना गांवों की पुरानी व्यवस्था है। यह परम्परा आज भी बहुत उपयोगी है। इससे खुले में चरने वाले पशुओं पर रोक लगाने का काम किया जाता है। गौठानों में जिला प्रषासन, कृषि, उद्यान, पषुपालन, मत्सय, एवं अन्य विभागोें द्वारा हितग्राहियों को सामग्री का वितरण भी किया गया है। इस अवसर पर गौठान में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी पंच-सरपंच, गणमान्य नागरिको द्वारा मवेषियों के उचित प्रबंधन के लिए रोका-छेका व्यवस्था को अपनाने की संकल्प लिया गया है।
Leave A Comment