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 महासमुंद : शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने बागबाहरा विकासखण्ड के स्कूलों का किया निरीक्षण
जिले में चल रहे आॅनलाईन अध्यापन गतिविधियों का लिया जायजा
बच्चों की प्रतिभा को देखकर अभिभूत हुए शिक्षा सचिव

महासमुंद : स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डाॅ. आलोक शुक्ला रविवार को जिले के दौरे पर थे। उन्होंने बागबाहरा विकासखण्ड में संचालित स्कूलों का निरीक्षण करते हुए आॅनलाईन और आॅफलाईन शिक्षण गतिविधियों का बारीकि से जायजा लिया। प्रमुख सचिव डाॅ. शुक्ला ने बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम धरमपुर एवं घोयनाबाहरा और कोमाखान में संचालित आॅफलाईन कक्षा का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों को कोविड-19 के कारण सोशल डिस्टेंसिंग, माॅस्क, सेनेटाईजर का उपयोग कर पढ़ाई करते देखकर प्रसन्नता जाहिर की। साथ ही शिक्षकों से चर्चा कर शिक्षण एवं अध्यापन कार्यों की जानकारी ली और वहां उपस्थित समुदाय से चर्चा कर उनकी शिक्षण कार्यों के योगदान के लिए  सहभागिता पर खुशी जाहिर की। उल्लेखनीय है कि जिले में पढ़ाई तुंहर दुवार के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए वैकल्पिक कक्षाएॅ लगाई जा रही हैं। इनमें 221 पढ़ाई तुंहर पारा मोहल्ला क्लास एवं 44 लाऊड स्पीकर क्लास लगाई जा रही हैं।

डाॅ. शुक्ला को धरमपुर के शिक्षकों एवं ग्रामीणों ने बताया कि यहां तीन मोहल्लें में कक्षाएॅ संचालित की जा रही हैं। जहां शिक्षकों एवं समुदाय के लोगों द्वारा भी बच्चों को पढ़ाया जाता हैं। गाॅव में बच्चों के लिए सामुदायिक भवन में  संग्रहालय एवं बाल पुस्तकालय भी बनाए गए हैं। जिसमें विभिन्न प्रकार की पुस्तकों के अलावा अन्य गतिविधियों की सामग्रियाॅ रखी गई हैं। जिसका उपयोग कर बच्चों एवं पालकों के मानसिक एवं बौद्धिक स्तर में वृद्धि हो सकें। गाँव की गलियों व दीवारों पर बच्चों के लिए सेल्फी जोन हिन्दी के वर्णमाला, गिनती, अंग्रेजी के अल्फाबेट, बारहखड़ी, गणित हल करने की आसान विधियाॅ, गुणा-भाग सहित पढ़ाई के अन्य आसान तरीकें भी दीवारों पर अंकित किए गए हैं।
 
ग्रामीणों एवं पालकों की सहभागिता से स्कूली बच्चों के लिए कम्प्यूटर एवं टेबलेट की भी व्यवस्था की गई हैं। जिससे बच्चें पढ़ाई के साथ-साथ कम्प्यूटर का ज्ञान भी प्राप्त कर रहें हैं। इसके अलावा खेलगढ़िया के अंतर्गत खेल मैदान में बच्चों को तीरंदाजी, बेडमिंटन, खो-खो, कबड्डी, लम्बी कूद, फुटबाल, बाॅलीबाल सहित अन्य खेलों का प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाता हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गाॅव को स्वच्छ रखने के लिए प्रत्येक घरों के सामने डस्टबिन लगाया गया हैं। डाॅ. शुक्ला ने खेल मैदान पहुॅचकर तीरंदाजी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्र वरूण पटेल की सराहना की तथा उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ खेल में भी आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। ग्रामीणों ने बताया कि यहां के स्कूल शिक्षकों द्वारा नियमित कक्षाएॅ लेने और बच्चों को सहज सरल तरीके के पढ़ाई से प्रभावित होकर कोई भी पालक अपने बच्चों को प्राईवेट स्कूल में अध्ययन के लिए नहीं भेजते।

इसके उपरांत डाॅ. शुक्ला ने घोयनाबाहरा के गौरा-चैरा पारा के मोहल्ला क्लास एवं कोमाखान के पंचायत भवन से संचालित किए जा रहे है लाउडस्पीकर क्लास व पढ़ाई तुंहर पारा मोहल्ला क्लास का भी अवलोकन किया। उन्होंने इसके माध्यम से बच्चें कितना समझ पा रहे हैं व अनुकरण कर पा रहे हैं इसकी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बच्चों के नोट बुक का अवलोकन कर उनकी हैंड राईटिंग की सराहना की।
 
कोमाखान के शिक्षक श्री विजय शर्मा ने बताया कि बच्चों के पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए लगभग 200 दिनों से भी अधिक समय से बच्चों को लाऊड स्पीकर के माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही हैं। पंचायत द्वारा बच्चों के पढ़ाई के लिए लाऊड स्पीकर की व्यवस्था गलियों पर की गई हैं। डाॅ. शुक्ला ने पढ़ाई तुंहर पारा मोहल्ला क्लास को आगे भी जारी रखने के आवश्यक दिशा-निर्देश शिक्षा अधिकारी को दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री जोगेन्दर नायक, जिला शिक्षा अधिकारी श्री राॅबर्ट मिंज, शिक्षा विभाग के सहायक संचालक श्री हिमांशु भारतीय, श्री एम.जे. सतीश नायक, शिक्षक श्री गौरव शर्मा, श्री रिंकल बग्गा, श्री वीरेन्द्र चंद्राकर, श्री नंदलाल यादव एवं श्री विजय शर्मा सहित संबंधित शिक्षक उपस्थित थे।

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