ट्रक में 15 भैंस भरकर ले जा रहे वाहन को पुलिस ने पकड़ा
सूरजपुर सुभाष गुप्ता ।
रामानुजनगर से तेज रफ्तार से जा रहे ट्रक क्रमांक एमपी 53 जेए 2803 वाहन को रामानुजनगर पुलिस ने रुकवाने की कोशिश किया गया लेकिन संदिग्ध वाहन रुकने की बजाये तेज गति से दौडाने पर पुलिस ने वाहन पीछा कर रोकने की कोशिश के दौरान वाहन खेत में घुस गया और ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया उक्त वाहन 2 नग भैंसी और 13 नग भैंसा थे जिसमें से एक की मृत्यु हो चुका था जबकि तीन भैंसों गंभीर रूप से घायल हुये। कोतवाली पुिलस ने पशु अधिनियम की कार्यवाही करते हुये वाहन जप्त कर पशुओ को गौशाला भेज दिया गया है। बरहाल पुरा मामला पशु तस्करी से जोडकर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि सूरजपुर जिला अब गौ तस्करी का केन्द्र बनता जा रहा है ,गौ तस्करों के लिए सूरजपुर से कई मार्ग के अलावा स्थानीय लोंगो के साथ मिलने के साथ पुलिस प्रशासन की मिली भगत की आरोप लग रहे है ।सूरजपुर जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायतों से गौ तस्करों की ट्रक पिकप वाहन रोजाना रात्रि में दौड़ रहै है। सुत्रो के अनुसार पशु तस्करी मे पुलिस के हाथ रंग होने की बाते सामने आ रह है तभी तो पुलिस अब तक पशु तस्करी के मामले मे कोई बड़ा कार्यवाही या दबिश नही देखको को मिल रही है। पुलिस की ठोस कार्यवाही नही करने की वजह से ग्रामिण अब खुद सामने आ कर पशु तस्करी को रोकने का कार्य कर रहे है।

गौ -तस्करी के रास्ते
ग्रामीणे से प्राप्त जानकारी के अनुसार गौ तस्कर बडी संख्या मे एकत्रित किये गये गाय और बैलों को ग्राम पंचायत भंवराही ,तरका ,जुर के आसपास से बंद ट्रंकों और पिकप वाहनों में उनके पैरों को मोड़कर बाँध कर लोड कर बसदेई , भैयाथान ,ओड़गी,मोहरसोप बेरियर सहित ,बिहारपुर के रास्ते बैढ़न होते हुऐ उत्तर प्रदेश भेजा जाता हैं,इसी तरह ग्राम सूरता से तस्कर रामानुजनगर, सूरजपुर ,बसदेई से भैयाथान ,भैसामुंडा ,प्रतापपुर ,होते हुए अन्य प्रदेशों को निकल जाते हैं ।आखिर तस्करों को बिना मदद इतने पुलिस के नाक के नीचे से गौवंशों की तस्करी समझ से परे है

जप्त गौवंश बदलने के मामले जानकारी देने से बच रही पुलिस।
गोंगपा अध्यक्ष जयनाथ केराम ने पुलिस पर आरोप लगाते हुये बताया कि पिछले दिनो हुई कार्यवाही मे जप्त मवेशियों के बदलने की बात सामने आने पर ,थाना प्रभारी से गौशाला जाकर भौतिक सत्यापन कराने को कहा गया तो टाल-मटौल किया गया।सुपुर्द नामे और मवेशियों की हुलिया से संबंधित दस्तावेज और फोटो मांगा गया तो संबंधित विभाग के द्वारा घुमाया जा रहा है।
जप्त मवेशियों के बदलने का आरोप भी
विगत 5 नवंबर को जनप्रतिनिधियो ,नागरिको के द्वारा ओड़गी से बिहारपुर रोड में रात्रि 11 बजे पूर्व सूचना पर दो पिकप वाहनों से 11नग मवेशियों को छुड़ाकर ओड़गी पुलिस के हवाले किया गया था । पुलिस पर आरोप है कि तस्करों से मोटी रकम लेकर उन मवेशियों के बदले कमजोर मवेशियों को गौशाला भेज दिया और जप्त सभी मवेशियों को तस्करों के हवाले कर दिया गया ,गौरतलब है कि मवेशी जप्ती के दौरान गोंगपा नेता जयनाथ सिंह केराम ,गौ रक्षा समिति के प्रमुख मनोज पांडेय ,जनपद सदस्य राजेश तिवारी के अलावा दर्जनों लोग उपस्थित थे ,और उस दौरान मवेशियों का फोटो ग्राफी और विडियो बनाया गया था
Leave A Comment