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  जशपुरनगर : पशु नस्ल सुधार के आकांक्षी  जिलों में शामिल है जशपुर
जशपुरनगर : कृषि कल्याण अभियान के अंतर्गत पशुओं के नस्ल सुधार का कार्यक्रम जशपुर जिले में संचालित है। जशपुर जिला इस कार्यक्रम के लिए देश के आकांक्षी जिलों में शामिल है। जिले में पशु नस्ल सुधार हेतु कुल 300 गांवों का चयन किया गया है। इन सभी गांवों को 100 सेक्टर में विभाजित कर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। सभी सेक्टर में कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्राधिकारी एवं नीजि कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता की ड्यूटी लगाई गई है।

उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ. जी.एस.एस.तंवर ने बताया कि जिले के बगीचा ब्लाॅक में 17, दुलदुला में 8, जशपुर में 15, फरसाबहार में 17, मनोरा में 1, कुनकुरी में 10, कांसाबेल में 10 तथा पत्थलगांव में 22 सेक्टर बनाए गए हैं। उन्हांेने बताया कि सभी सेक्टरों में 500 ज्यादा ब्रिडेबल गाय उपलब्ध हैं। जिनमें से कम से कम प्रत्येक सेक्टर में 200 गायों का कृत्रिम गर्भाधान किए जाने का लक्ष्य लेकर यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। उन्होंने पशु पालकों से पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान कराए जाने की अपील की है। ताकी इसके जरिए उन्नत नस्ल के बछड़े-बछिया प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि कृत्रिम गर्भाधान पूरी तरह से सुरक्षित होता है। इससे गायों को किसी भी तरीके की हानि होती है। इसके माध्यम से जन्म लेने वाले बछड़े-बछिया शारीरिक रूप से हृष्ट-पुष्ट होते हैं। कृत्रिम गर्भाधान वाली बछिया गाय के रूप में अधिक दूध देती है एवं बछड़ा कृषि कार्य के लिए ज्यादा उपयुक्त होता है।

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