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 जशपुरनगर : किसानों ने कहा सौर सुजला सिंचाई पंप से समृद्ध हुई खेती, क्रेडा के अधीक्षण अभियंता ने  सौर-सुजला पंपों का किया मुआयना
जशपुरनगर 07 मार्च : क्रेडा के अधीक्षण अभियंता श्री अभय नारायण सिंह ने कल जिले के बगीचा एवं मनोरा ब्लाॅक के कई गांवों का औचक दौरा कर सौर सुजला योजना के अंतर्गत स्थापित सिंचाई पंपों की गुणवत्ता का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने हितग्राही कृषकों से भी मुलाकात की और पंप लगने के बाद खेती किसानी की स्थिति में आए बदलावा के बारे में भी उनसे जानकारी ली। इस दौरान कार्यपालन अभियंता श्री विजय कुमार, सहायक अभियंता श्री संदीप कुमार बंजारे उनके साथ थे।

अधीक्षक अभियंता श्री सिंह ने मनोरा ब्लाॅक के टेम्पू गांव पहुंचकर वहां सुरेश राम के खेत में लगे सौर सुजला सिंचाई पंप का मुआयना किया। श्री सिंह ने विभाग द्वारा स्थापित पंप के मापदण्ड एवं क्वालिटी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कृषक सुरेश राम से पंप लगने बाद खेती किसानी में हुई सहूलियत के बारे में भी जानकारी ली। कृषक सुरेशराम ने बताया कि सिंचाई पंप से खेती आसान हुई है। साग-सब्जी, मटर, दलहन आदि के खेती से आर्थिक लाभ भी होने लगा। इसके बाद अधीक्षक अभियंता ने मनोरा, हर्राडीपा, तलोरा, आस्ता गांव में क्रेडा स्थापित सौर सिंचाई पंप का मुआयना किया। हर्राडीपा की कृषक कुमारी बाई, तलोरा के रामेशवर, आस्ता के जोहन ने बताया कि सौर सिंचाई पंप छोटे किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है। इससे बारहमासी ख्ेाती होने लगी है। परंम्परागत फसलों के साथ ही साग-सब्जी और नगदी फसलों की खेती से जीवन स्तर में सुधार आया है।

सहायक अभियंता श्री बंजारे ने बताया कि जशपुर जिले में सौर सुजला योजना के तहत् इस  साल 2200 सिंचाई पंप  स्थापित करने का लक्ष्य मिला है। जिसके एवज में अब तक 1700 कृषकों के खेतों में सिंचाई पंप लगाए जाने की स्वीकृति दिए जाने के साथ ही पंप स्थापना का कार्य भी शुरू करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि योजना अंतर्गत जिले के पाठ इलाकों में प्राथमिकता से सोलरपंप लगाए जाएंगें। जिले  के बगीचा ब्लाॅक में लगभग 800 कृषकों को इस योजना के तहत् लाभांवित किया जाएगा। श्री बंजारे ने बताया कि सौर सुजला योजना में 5 एचपी का पंप लगाने के लिए सामान्य वर्ग के कृषक को 25 हजार, पिछड़ा वर्ग के कृषक को 20 हजार तथा अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के कृषक को मात्र 15 हजार रुपए का अंशदान देना होता हैं जबकि 5 एचपी के पंप स्थापन पर 2 लाख 70 हजार रुपए का खर्च आता है जो विभाग वहन करता है। इसी तहर 3 एचपी का पंप लगाने पर अंशदान क्रमशः 20 हजार, 15 हजार एवं 10 हजार रुपए देना पड़ता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान के खेत में नलकूप, कुुंआ, खेत के समीप नदी, नाला, तालाब होना जरूरी है। पानी का स्त्रोत होने पर ही किसानों को इस योजना का लाभ दिया जाता है।  

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