दुर्ग : डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण के तहत महापौर देवेंद्र यादव, कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने संतोषी पारा वार्ड का किया दौरा
डेंगू के रोकथाम एवं नियंत्रण के तहत महापौर देवेंद्र यादव, कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं निगमायुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने वार्ड 25 संतोषी पारा का किया दौरा, घरों में पहुंचकर बताएं टेमीफास् की उपयोगिता
दुर्ग 14 मई : डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम के तहत आज महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव, दुर्ग जिले के कलेक्टर श्री अंकित आनंद, निगमायुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने वार्ड 25 संतोषी पारा क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस क्षेत्र में डेंगू के मरीज पाए गए थे जिसमें से दो ठीक हो कर घर वापस आ चुके हैं, इन मरीजों और परिजनों का हालचाल जानने के लिए महापौर सहित कलेक्टर एवं निगम कमिश्नर क्षेत्र में पहुंचे। वार्ड क्षेत्र में पहुंचकर सभी ने आसपास के रहवासियों से चर्चा किए तथा आस-पास में कोई और परिवार का सदस्य बीमार तो नहीं है की जानकारी लिए लोगों को बताया गया कि डेंगू का लार्वा नष्ट करने के लिए निगम द्वारा वितरण किए जा रहे टेमीफास् का उपयोग कैसे करना है तथा कितनी मात्रा में इसका उपयोग करना है! क्षेत्र का भ्रमण करते हुए टेमीफास् वितरण की जानकारी घरों से प्राप्त किए। इस दौरान लोगों को बताया गया कि अपने घर के कूलर की नियमित रूप से सफाई कर पानी को प्रतिदिन परिवर्तन करते रहे, पुराने जमा हुए पानी में टेमीफास् का उपयोग कर डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के पश्चात ही उसे खाली करें, पुराने पात्र, अनुपयोगी पात्र, टायर, गमला इत्यादि में पानी जमा न होने दें जिससे डेंगू के लार्वा को पनपने का अवसर न मिले। पुराने जमा पानी में डेंगू के लार्वा को नष्ट किए गए बगैर पानी को न बहाए। वार्ड के रहवासियों को बताया गया कि टेमीफास् का दो बूंद ही कूलर एवं विभिन्न पात्रों में जहां पानी जमा है लार्वा को नष्ट करने के लिए उपयोग करें, प्रतिदिन इसका उपयोग करना आवश्यक नहीं है 2 से 3 दिनों के अंतराल में इसका उपयोग कर सकते हैं।


घर-घर किया जा रहा है सर्वे अब तक संतोषीपारा में 2194 से अधिक घरों का सर्वे किया जा चुका है। सर्वे के दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम की टीम घर-घर जाकर, डेंगू से संबंधित लक्षण की जानकारी, कूलर की जांच, अनुपयोगी पात्रों की जांच कर उसमें यदि पानी भरा हो तो टेमीफास् का उपयोग करके उसे हटा देना या फिर उलट कर रख देने का कार्य भी कर रहे हैं।
1080 घरों के कूलर का निरीक्षण घर-घर जाने के दौरान 1080 घरों के कूलर का निरीक्षण स्वास्थ्य एवं निगम की टीम द्वारा किया जा चुका है, यह कार्य आगे भी जारी है। यह देखा जा रहा है कि कूलर में पुराना पानी तो जमा नहीं है और ऐसे जमे हुए पानी में टेमीफास् का उपयोग डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान कई लोग कूलर का उपयोग नहीं करते पाए गए परंतु उन्हें भी अनुपयोगी पात्रों में जलजमाव होने नहीं देने जानकारी दी जा रही है और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने समझाइश दी जा रही है।


सर्दी, खांसी, बुखार आदि से पीड़ितों की जांच जिला स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया अधिकारी डॉक्टर एस के मंडल ने बताया कि 16 टीम के द्वारा सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित या प्रभावित लोगों की जानकारी प्राप्त की जा रही है और आवश्यक होने पर रक्त नमूना भी एकत्रित कर परीक्षण किया जा रहा है।
नियमित रूप किया जा रहा है टेमीफास् का वितरण एवं फागिंग डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए घर-घर टेमीफास् का वितरण किया जा रहा है अब तक संतोषी पारा क्षेत्र के 12 सौ से अधिक घरों में इसका वितरण किया जा चुका है। साथ ही मच्छर उन्मूलन के तहत प्रतिदिन सघन रूप से फागिंग कराई जा रही है! इसके लिए निगम द्वारा स्पेशल गैंग लगाई है।
निगम प्रशासन आमजन से अपील करता है कि डेंगू से संबंधित किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो तत्काल अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर चिकित्सीय जांच कराएं। घर एवं आसपास जलजमाव न होने दें, अनुपयोगी पात्रों को हटा ले या फिर उलट कर रख दें जिससे जलजमाव की स्थिति न बने। साफ पानी में पनपने वाले डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए टेमीफास् का उपयोग करें और इसे बच्चों से काफी दूर रखें। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त तरुण पाल लहरें, जोन आयुक्त जोन क्रमांक 3 महेंद्र पाठक, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, कार्यपालन अभियंता डीके वर्मा, उप अभियंता श्वेता वर्मा, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली सहित अन्य मौजूद रहे।
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