जिला गठन से अब तक सिंचाई क्षेत्र में हुआ व्यापक विस्तार
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
05 हेक्टेयर से बढ़कर 325 हेक्टेयर हुआ ड्रीप सिंचाई का क्षेत्रफल
प्रधानमंत्री सुक्ष्म सिंचाई योजना से जिले के किसान हो रहे समृद्ध
ड्रीप और स्प्रींकलर तकनीक से बढ़ी पैदावार
बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में प्रधानमंत्री सुक्ष्म कृषि सिंचाई योजना के तहत व्यापक रूप से किसानों द्वारा खेती की जा रही है। जिले के गठन के समय जहां ड्रीप एवं स्प्रींकलर विधि का उपयोग लगभग 05 हेक्टेयर था। लेकिन शासन के सतत प्रयासों और प्रधानमंत्री सुक्ष्म सिंचाई योजना के तहत ड्रीप सिंचाई का क्षेत्रफल बढ़कर 325 हेक्टेयर हो गया है। जिले में सूक्ष्म सिंचाई कृषि योजना के तहत 419 किसान लाभान्वित हुए हैं। विकासखंड वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत शारदापुर निवासी श्री दीपक पटवा भी प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत ड्रीप एवं स्प्रिंकलर विधि से खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि पहले वे वर्षा ऋतु में ही धान की खेती करते थे, जिससे उन्हें सिर्फ धान की फसल का ही लाभ मिल पाता था और आमदनी भी एक ही सीजन की होती थी। परन्तु उद्यान विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सुक्ष्म सिंचाई योजना के बारे में पता चलने पर उन्होंने विभाग सें संपर्क किया। उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग के सहयोग से उनके खेतों में 55 प्रतिशत सब्सिडी से ड्रीप लगा। आगे श्री दीपक पटवा बताते हैं कि ड्रीप विधि से खेती करने पर पैदावार में वृद्धि होने के साथ-साथ आमदनी में भी बढ़ोतरी हुई। उन्होंने बताया कि ड्रीप विधि से खेती करने में लागत कम लगता है और पैदावार अधिक होती है। साथ ही पौधों को खाद देने के लिए अलग से मजदूर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। खाद को पानी में ही घोलकर ड्रीप की सहायता से पौधों तक पहुंचाया जाता है। श्री पटवा ने बताया कि उन्होंने 02 एकड़ खेत में उद्यान विभाग के मार्गदर्शन में ड्रीप लगवाया है। वे बताते हैं कि 01 एकड़ खेत में ड्रीप लगाने का खर्च लगभग 66 हजार रुपये का खर्च आता है, जिसमें उद्यान विभाग द्वारा 55 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि ड्रीप के माध्यम से खेती करने के लिए तैयार किये गए खेत में तीन फसल लिया जा सकता है। वे भी तीन फसल का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे उन्हें हर साल लगभग प्रति एकड़ 03 लाख रुपये की आमदनी हो रही है।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना, जिसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लागू किया गया है, का उद्देश्य ड्रीप और स्प्रिंकलर जैसी तकनीकों को बढ़ावा देकर कृषि में जल उपयोग दक्षता में सुधार करना है। यह योजना किसानों को पानी और उर्वरक की बचत करने, फसल की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करती है, और इसके लिए सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री सुक्ष्म कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत ड्रीप स्प्रींकलर विधि खेती में किसानों के लिए पानी की समस्या का एक ऐसा समाधान है जो पानी की बचत करने के साथ-साथ पौधों की वृद्धि में भी मदद करता है। इस विधि से पानी को सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाया जाता है, जिससे पानी का वाष्पीकरण नही होती है और पौधों को आवश्यकता अनुसार पानी मिल जाता है। योजना अंतर्गत जिले के किसान भी लाभ लेकर समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहे हैं।





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