- बलरामपुर: कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है। लाकॅडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य बंद होने के कारण श्रमिकों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। राज्य शासन द्वारा लॉकडाउन में दी गई छूट के अनुसार इस समस्या से निपटने और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य प्रारंभ किया गया है। मनरेगा के कार्य में मजदूरों के बीच कोरोना वायरस के संक्रमण एवं बचाव के लिए सावधानी बरतने, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने तथा सेनेटाईजर व साबुन का प्रयोग अनिवार्य किया गया है।शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना के अध्ययनरत छात्र-छा़त्राओं द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के नियंत्रण एवं बचाव के लिए वाल पेंटिंग एवं स्वयं द्वारा निर्मित मास्क निःशुल्क वितरित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी छात्र-छा़त्राओं द्वारा विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम पंचायत सारंगपुर के आश्रित ग्राम रजबंधा में मनरेगा के तहत् चल रहे तालाब निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों को कोरोना महामारी से बचाव और नियंत्रण की जानकारी दी तथा स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं द्वारा मास्क निःशुल्क वितरित कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्य करने हेतु प्रेरित किया। महाविद्यालय के प्राचार्य श्री एन.के. देवांगन एवं कार्यक्रम अधिकारी श्री एन.के. सिंह के मार्गदर्शन में शासन के निर्देशानुसार कोविड-19 के रोकथाम के लिए जनजागरूता अभियान चलाया जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक स्वस्फूर्त ही इस बचाव अभियान में जुड़कर लोगों में अनावश्यक भय न हो तथा भ्रामक जानकारी न फैले इसलिए कोरोना से जुड़ी सही जानकारी ग्रामीण स्तर तक पहुंचाने में महेन्द्र रजक, सवच्छ रजक, मुनेन्द्र प्रजापति, उपेन्द्र रजक सहित अन्य छात्र-छात्राएं भूमिका निभा रहे हैं।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति के तहत् संदेही की सूचना मिलने पर तत्काल आवश्यक कार्यवाही, कोरोना स्क्रेनिंग प्वाइंट एवं कन्टेन्मेंट प्लान की सतत् निगरानी एवं नियंत्रण तथा शासन को उक्ताशय की जानकारी प्रेषित किये जाने हेतु जिला स्तर पर पूर्व में जारी आदेश में आंशिक संशोधन किया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा के द्वारा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. मोबाईल नम्बर 097877-89074 को नोडल तथा डिप्टी कलेक्टर श्रीमती ज्योति बी. बैरागी मोबाईल नम्बर 062680-38318 को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार कलेक्टर ने नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी के सहायक के रूप में उप पुलिस अधीक्षक श्री एन.एल. धृतलहरे मोबाईल नम्बर 079877-98911, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैकरा मोबाईल नम्बर 062680-38318, चिकित्सा अधिकारी डॉ. रविलिंकन बड़ा मोबाईल नम्बर 078795-15393, विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ. एच.एस. मिश्रा मोबाईल नम्बर 098261-71019, डी.पी.एम. कु. स्मृति एक्का मोबाईल नम्बर 082252-76016, एडीपीओ आर.एम.एस.ए. श्री विनोद गुप्ता मोबाईल नम्बर 079996-03053 एवं सहायक प्रोग्रामर जिला निर्वाचन कार्यालय श्री आशिष द्विवेदी मोबाईल नम्बर 099266-26062 की ड्यूटी लगाई है।
- बलरामपुर : कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने जिला मुख्यालय में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर श्री विशाल कुमार महाराणा को आगामी आदेश पर्यन्त तक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व वाड्रफनगर का कार्यभार सौंपा है। इसके साथ ही वे अपने अनुभाग में भू-अर्जन अधिकारी, पंजीयन लोक न्यास(रजिस्ट्रार पब्लिक ट्रस्ट), सक्षम प्राधिकारी छ0ग0 लोक परिसर बेदखली अधिनियम 1974 तथा सहायक सत्कार अधिकारी का कार्य भी संभालेंगे। साथ ही डिप्टी कलेक्टर श्री विशाल कुमार महाराणा के विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण होने तक राजस्व प्रकरणों में जांच पारित होने वाले आदेशों में अनुविभागीय अधिकारी रामानुजगंज श्री अभिषेक गुप्ता के प्रतिहस्ताक्षर प्राप्त करेंगे।
- छात्र-छात्राओं को घर बैठे मिल रहा शिक्षा का लाभबलरामपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के कारण लॉकडाउन लागू किया गया है। लॉकडाउन के दौरान राज्य के समस्त स्कूलों को बन्द कर दिया गया है। बच्चों को शिक्षा से जोड़ कर रखना शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती थी। इस चुनौती का समाधान निकालने के लिए राज्य शासन द्वारा अभिनव पहल करते हुए “पढ़ई तुंअर दुआर” ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल की शुरूआत की गई। इसके माध्यम से बच्चों तक पढ़ाई की वे सभी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं जो कक्षा में पढ़ाई के समय उपलब्ध रहती हैं। जिला बलरामपुर-रामानुजगंज के कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ई तुंअर दुआर पोर्टल पर विद्यार्थियों का पंजीयन कर ऑनलाईन शिक्षा दिया जा रहा है।राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् रायपुर के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एक्का के कुशल नेतृत्व में शासन की महत्वकांक्षी योजना ’’पढ़ई तुंअर दुआर’’ ऑनलाईन कक्षा के तहत् जिले के सभी शिक्षकों के द्वारा कक्षाएं संचालित की जा रही है। परिषद् के द्वारा ऑनलाईन कक्षाएं संचालित करने के निर्णय से बच्चों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है तथा बच्चे ऑनलाईन कक्षा का लाभ ले रहे हैं। जिले में कक्षाओं को बेहतर पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने में प्राथमिक शाला पुटसू के श्री अनुप कच्छप द्वारा ’’आम की टोकरी’’ “टेन लिटिल फिंगर”, श्री अनुराग सिंह प्राथमिक शाला बठौरा के द्वारा ’’पार्ट्स ऑफ बॉडी’’, श्री कन्हैया लाल द्वारा ’’नानी तेरी मोरनी’’ ’’हाथी और चींटी’’, प्राथमिक शाला तुरीर्डीह की श्रीमती राखी सरकार ने ’’द बैलून मैन’’, अंग्रेजी के फलों का नाम ’’चार चने’’ श्री संतोष गुप्ता प्राथमिक शाला जाबरखाड़, श्री अखिलेश सिंह यादव द्वारा अंग्रेजी के फलों के नाम ’’सत्तु गोज शॉपिंग’’ अपलोड किया गया। इस पाठ्य सामग्रियों को यू-ट्यूब के माध्यम से बच्चे आनन्द से ज्ञान अर्जित कर रहे हैं। ’’पढ़ई तुंहर दुआर’’ कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिला नोडल श्री बंधेश सिंह सहायक संचालक, श्री मोहन प्रजापति सहायक प्रोग्रामर, विकाससखण्ड स्तर पर सभी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी तथा संकुल स्तर पर समस्त जनशिक्षक संकुल नोडल के रूप में बच्चों तक ऑनलाईन कक्षा संचालन का मानिटरिंग कर रहे हैं।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन ने जनजीवन को प्रभावित किया है। सार्वजनिक परिवहनों के बंद होने से कुछ लोग अपने घरों से दूर है तथा वापस नहीं जा पा रहे हैं। जिले के विकासखण्ड शंकरगढ़ में बिलासपुर से आए घुमंतू सपेरों का परिवार रूका हुआ था। सपेरों ने घर जाने की इच्छा प्रशासन को बताई। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने तत्काल इनके जाने की व्यवस्था करते हुए उनके सकुशल घर पहुंचने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संकट के दौरान प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य अमला नागरिको की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है।छत्तीसगढ़ में प्राचीन समय से जनजातीय समुदाय के लोग घूम-घूमकर सांप का खेल दिखाते है। सांप का खेल दिखाकर अपना जीविकोपार्जन करते है। आजीविका की तलाश में सपेरों का परिवार शंकरगढ़ में रुककर आसपास के क्षेत्रों में घूमकर अपना कार्य कर रहे थे। इसी दौरान कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लॉकडाउन किया गया था। लॉकडाउन के कारण इनके सामने जीवनयापन का महत्वपूर्ण संकट खड़ा हो गया। इसकी जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने इन परिवारों की सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन को दी और उन्हें सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। इन परिवारों को राशन, जरूरी वस्तुएं तथा स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थी। किन्तु लंबे समय से रुके होने के कारण इन लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई।छत्तीसगढ़ में कोरोना के नियंत्रित होने के साथ ही महत्वपूर्ण सेवाओं में छूट प्रदान की गई है। स्थिति से अवगत होने पर कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने सवेंदनशीलता का परिचय देते हुए इनको घर पहुंचाने की व्यवस्था की। इनका स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत इनको अतिरिक्त राशन देकर बस के माध्यम से बिलासपुर के लिए रवाना किया गया। सपेरों का परिवार बिलासपुर अपने घर सकुशल पहुंच गया है। बिलासपुर पहुंचने पर इन लोगों ने कलेक्टर एवं जिला प्रशासन का हृदय से धन्यवाद दिया है ।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस एक संक्रामक बीमारी जो विश्व के विभिन्न देशों में महामारी का रूप ले रही है। संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति के कारण पूरे देश में केन्द्र सरकार द्वारा लॉकडाउन किया गया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के अन्तर्गत कुसमी अनुविभाग के सामरी क्षेत्र में हिण्डाल्को कंपनी द्वारा बाक्साईड खनिज का उत्खन्न एवं परिवहन किया जा रहा है। अन्तरप्रान्त में भी वर्तमान कोरोना का संक्रमण तीब्रता से बढ़ता जा रहा है। स्थिति परिस्थिति को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा के द्वारा संक्रमण से बचाव हेतु जिला से खनिज का अन्तरप्रान्तीय परिवहन आगामी आदेश पर्यन्त तक तत्काल प्रतिबंधित किया गया है।
- बलरामपुर: कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए समस्त राज्यों में लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन की अवधि में अत्यावश्यक सेवाओं के संचालन हेतु भारत सरकार द्वारा निर्देश प्रसारित किये गये हैं। उक्ताशय के संबंध में कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा द्वारा पूर्व में जारी आदेश को संशोधित करते हुए अतिरिक्त प्रतिष्ठिन/संस्थान को खुली रखने हेतु आदेश जारी किया गया है। जारी संशोधित आदेशानुसार सीमेंट, सरिया की दुकानें, मुर्गा, मछली, मीट एवं अण्डा की दुकानें प्रातः 8.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक खुली रहेंगी। इन प्रतिष्ठानों/संस्थानों के संचालक केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण एवं बचाव के लिए दिये गये दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करेंगे।
- बलरामपुर : लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर में ही फल और सब्जी मिल जाए इसके लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ऑनलाइन पोर्टल सीजीहाट की शुरूआत की गई है। इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही फल और सब्जी प्राप्त कर सकता है। लोगों को घर में ही सुरक्षित रहने एवं कोरोना वायरस से बचाव तथा सोशल डिस्टेंसिंग को प्रोत्साहित करने के लिए यह एक अभिनव प्रयास किया गया है। इस ऑनलाइन पोर्टल का लिंक ीजजचरूध्ध्बहींजण्पद है। पोर्टल के माध्यम से फल एवं सब्जी दुकानदार तथा ग्राहक अपना पंजीयन कर सकते हैं।इच्छुक ग्राहक इस पोर्टल के माध्यम से फल एवं सब्जी ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। वर्तमान में इस पोर्टल के माध्यम से डिलीवरी की सुविधा बलरामपुर शहर में प्रारम्भ कर दी गयी है। जो वेंडर इस पोर्टल के माध्यम से सेवा देना चाहते हैं, वे इस पर ऑनलाइन पंजीयन करें। पंजीयन के पश्चात् इस पोर्टल के माध्यम से ऑर्डर प्राप्त करना तथा घर पहुंच सेवा देना प्रांरभ कर सकते हैं। फल सब्जी खरीदने के इच्छुक ग्राहक इस पोर्टल पर पंजीयन करके अपने पंसद के वेंडर को ऑनलाईन ऑर्डर दे सकते हैं। फल एवं सब्जी का मूल्य ग्राहकों को ऑनलाईन दिखाई देगा। वेबसाईट में एसएमएस नोटिफिकेशन तथा ऑर्डर ट्रेकिंग की भी व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर ग्राहक ऑनलाईन शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है और लॉकडाउन की इस अवधि में यह ऑनलाइन सेवा लोगों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
- प्रतिष्ठान/संस्थानों को शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संचालन करने के निर्देशबलरामपुर : कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के अवधि में अत्यावश्यक सेवाओं के संचालन हेतु भारत सरकार द्वारा निर्देश प्राप्त हुये हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा ने जिला में कुछ प्रतिष्ठान/संस्थानों को शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये खोलने का का आदेश दिया है। प्राप्त निर्देशानुसार मेडिकल स्टोर, सभी प्रकार के हॉस्पीटल, कृषि यंत्रों की दुकानें, खाद-बीज, पेस्टीसाईज की दुकानें, अनाज-सब्जी मंडी, आटा-तेल मिल्स, चावल की फैक्ट्रीयां, ईंट भट्टा, आटा चक्की मिल्स, पेट्रोल पम्प, हाईवे पर टायर पंचर की दुकानें, हरा चारा टाल, सब्जी फल की दुकाने, ऑप्टीशिंयस की दुकाने, सुविधा सेंटर (सी.एस.सी.), गैस एजेंसी, सभी प्रकार की प्रचून की दुकानें, दूध, पनीर की दुकाने, बैंक, एटीएम, वाटर कैंपर की दुकानें, आयुष की दुकानें, पशु आहार की दुकानें, डेयरी, गोदाम, वेयर हाउस, हाईवे पर ढाबे व ऑटो रिपेयरिंग शॉप (पुलिस अधीक्षक द्वारा चिन्हांकित), कोरियर सर्विस, बेकरी की दुकानें (होम डिलीवरी), मिस्त्री मार्केट, कृषि यंत्रों स्पेयर पार्ट्स की दुकानें एवं गैराज, ट्रांसपोर्ट कंपनी, बीजली पंखें की दुकान, मुर्गा-अण्डा की दुकान, विद्यार्थियों के किताब दुकान तथा प्रीपैड मोबाईल रिचार्ज दुकान खुली रहेंगी। उक्त दुकान के संचालकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शासन द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। इस आदेश के संबंध में किसी प्रकार की दुविधा अथवा संशय की स्थिति में संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से सम्पर्क कर सकते हैं।
- बलरामपुर : 22 अप्रैल 2020/ जिले के समस्त मदिरा की दुकानें 28 अप्रैल तक के लिए बंद रहेंगी। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 22 अप्रैल से 28 अप्रैल 2020 तक जिले के समस्त देशी-विदेशी मंदिरा की दुकानें और जिले मे स्थित देशी मदिरा के मद्य भंडारगारों को बंद करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने नोवेल कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए दुकानों को बंद रखने के आदेश दिये हैं। कलेक्टर ने जिले की पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों को जारी आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
- लॉकलाउन के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के 1 लाख 13 हजार 801 हितग्राही लाभान्वितबलरामपुर : कोरोना वायरस से बचाव और संक्रमण की रोकथाम के लिये शासन ने अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं पर रोक लगायी है। इन सेवाओं के बंद होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, लेकिन शासन की कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं ऐसी है जिनके अवरूद्ध होने से व्यापक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। शासन ने ऐसी महत्वपूर्ण और अतिआवश्यक योजनाओं को जारी रखने का निर्णय लिया है, इसी क्रम में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 06 माह से 6 वर्ष के कुपोषित एवं एनीमिक बच्चे तथा 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग एनीमिक महिलाओं को दिए जाने वाले पूरक पोषण आहार का वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संबंध हमारे नौनिहालों के स्वास्थ्य से है, इसलिए उनके लिए पोषण आहार का वितरण प्रारम्भ किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से इन बच्चों को तय मानक के अनुसार निर्धारित मात्रा में सूखा अनाज उनके घर पहुंचाया जा रहा है।जिला महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी ने जानकारी दी है कि पूरक पोषण आहार वितरण के दौरान कार्यकर्ताओं को सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोरोना वायरस से बचाव के सभी मानकों का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया है। ज्ञातव्य है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के माध्यम से बच्चों के लिए आवश्यक पूरक पोषण आहार प्रदान किया जा रहा था, किन्तु कोरोना वायरस से बचाव के लिए आंगनबाड़ियों को बंद किया गया, ताकि इसके सामुदायिक प्रसार को रोका जा सके। आंगनबाड़ियों के बंद होने से हितग्राहियों का शारीरिक विकास एवं एनीमिया से मुक्ति दिलाने उनको जरूरी पोषण मिलता रहे, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर हितग्राहियों को चावल, गेंहू, दाल, पौष्टिक आहार की सूखा अनाज का पैकेट पहुंचा रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ही अनाज का पैकेट तैयार किया जा रहा है, जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों के जरूरत का भी ख्याल रखा जा रहा है।लॉकडाउन के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के 06 से 36 माह के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 52 हजार 604 बच्चों, 03 से 06 वर्ष आयु के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 39 हजार 515 बच्चों एवं महतारी जतन योजनाजतन अन्तर्गत् 10 हजार 516 गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सूखा खाद्यान्न सामग्री घर-घर जाकर प्रदान किया गया है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अन्तर्गत 10 हजार 202 शिशुवती माताओं एवं 15 से 49 वर्ष आयु के एनीमिया पीड़ित 854 महिला हितग्राहियों को सूखा खाद्यान्न सामग्री चावल, मिक्स दाल, रस्सेदार सब्जी, आलू, सोयाबीन बड़ी एवं चना का पैकेट बनाकर प्रदान किया गया है। साथ ही सबला पोषण आहार योजनान्तर्गत 110 हितग्राहियों को वितरण किया गया।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति के कारण पूरे देश में लाॅकडाउन लागू किया गया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कई छात्र-छात्राएं कोटा (राजस्थान) के शिक्षण संस्थानों में अध्ययन हेतु गये थे। लाॅकडाउन लागू होने के कारण वहां फंस गये हैं। उनके आवास/भोजन एवं अन्य समस्याओं को पालकों द्वारा जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कोटा (राजस्थान) अध्ययन हेतु रूके छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की सहायता के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीस एस. को नोडल अधिकारी नियुक्त है। इनका मोबाईल सम्पर्क नम्बर 097877-89074 है।
- बलरामपुर : विकाखसण्ड राजपुर के ग्राम पंचायत कोटागहना में संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान में बी.पी.एल. राशन कार्ड धारियों द्वारा निर्धारित मात्रा से कम राशन दिये जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर के प्रतिवेदन अनुसार खाद्य निरीक्षक से जांच कराया गया। खाद्य निरीक्षक ने स्थल पंचनामा तथा हितग्राहियों के कथन सहित यह पाया कि शासकीय उचित मूल्य दुकान कोटागहना का संचालन ग्राम पंचायत कोटागहना के सरपंच अगस्टिन खलखो द्वारा किया जा रहा था। सरपंच द्वारा माह अप्रैल एवं मई 2020 के राशन वितरण कम खाद्यान्न वितरण किया जाना पाया गया। जो छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण की कण्डिका 11(5) एवं 16(1)(3)(4)(5) का स्पस्ट उल्लघंन है। जो आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा-3/7 के तहत् दण्डनीय है। खाद्य निरीक्षक से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा द्वारा उक्त दुकान को निलंबित कर ग्राम पंचायत पहाड़खडुआ में संलग्न कर दिया गया है तथा दुकान संचालक अगस्टिन खलखो के विरूद्ध विधिसम्मत कार्यवाही करने हेतु थाना प्रभारी राजपुर को प्रथम सूचना दर्ज करने निर्देशित किया गया है।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस के प्रभावी रोकथाम तथा नियंत्रण के लिए प्रशासन सक्रियता के साथ जुटा हुआ है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा तथा पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा लगातार विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे है। अंतरराज्यीय सरहदी क्षेत्रो, आश्रय स्थलों तथा स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों का हौसला बढ़ाने के साथ ही व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश भी दे रहे हैं। इसी क्रम में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक रामानुजगंज स्थित जिला जेल तथा कन्हर के निकट सीमावर्ती क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राजस्व तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को लॉकडाउन का पालन करवाने के निर्देश भी दिए।कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने रामानुजगंज स्थित जिला जेल पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। जेल में भी कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने तथा इससे बचाव के उपायों के अपनाने हेतु शासन द्वारा निर्देश जारी किए गए थे। कलेक्टर ने जेल अधिकारियों के साथ परिसर का भ्रमण कर कैदियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कैदियों के रहने की व्यवस्थाओं का अवलोकन करने के साथ ही स्वच्छ्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। कलेक्टर ने कैदियों को कोरोना से बचाव के सभी उपाय अपनाने को कहा। कैदी सामाजिक दूरी का पालन करे, हाथों को अच्छी तरह धोएं तथा मास्क का प्रयोग करें। उन्होंने जेल अधिकारी से कैदियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण तथा मिल रही चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने बताया कैदियों को जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है तथा एहतियात के तौर पर कैदियों के रैंडम सैम्पल लेकर जांच की जाएगी। उन्होंने कैदियों से चर्चा कर उनको मिल रहे भोजन तथा सुविधाओं के बारे में भी पूछा। इसके पश्चात कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कन्हर के तटीय सीमावर्ती क्षेत्रों का निरीक्षण किया और आवागमन के सभी संभव रास्तों की सतत निगरानी करते हुए प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा ने पुलिस अधिकारियों को महत्वपूर्ण रास्तों के अतिरिक्त वैकल्पिक रास्तों पर कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए।इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज श्री अभिषेक गुप्ता, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्री नितेश गौतम, तहसीलदार भरत कौशिक, मुख्य नगरपालिका अधिकारी रामानुजगंज श्री सुमित मेहता सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे ।
- बलरामपुर: वर्तमान कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण का वैश्विक प्रभाव देखा जा रहा है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने हेतु लागू लॉकडाउन के दौरान कृषि कार्य भी प्रभावित हुए है। वर्तमान में खेतों में रबी की फसल तैयार हो चुकी है। कृषि कार्य तथा कृषिगत् गतिविधियों के समयबद्ध होने से फसलों की कटाई तथा विपणन के कार्य को नहीं टाला जा सकता है क्योंकि कृषि कार्यों में देरी से नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। किन्तु वर्तमान में कोरोना वायरस के प्रभाव तथा प्रसार को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। शासन ने इस दिशा में पहल करते हुए कृषि कार्यों की सशर्त अनुमति प्रदान की है।कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि रबी की फसल तैयार हो चुकी है और कृषक इस मौसम में तैयार फसलों की कटाई करते हैं। कोरोना वायरस से बचाव के उपायों का पालन करते हुए कृषक अपने फसलों की कटाई कर सकते है। कृषि विज्ञान केन्द्र बलरामपुर द्वारा फसल कटाई के दौरान कोरोना वायरस से बचाव हेतु अपनाएं जाने वाले उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई है, इनका पालन कृषकों को करना होगा। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक श्री पांडु राम पैंकरा ने बताया कि कुछ सामान्य बातों को ध्यान में रखकर कोरोना वायरस के खतरे को टाला जा सकता है। इन उपायों में प्रमुख रूप से सामाजिक दूरी, हाथों को बार-बार धोना, व्यक्तिगत् स्वच्छता, चेहरे पर मास्क, औजारों की सफाई शामिल है।कृषकों एवं श्रमिकों को कृषि कार्यों के दौरान सामाजिक दूरी और सुरक्षा उपायों को अपनाना जरूरी है। फसल कटाई के दौरान भीड़ न हो एवं फसल कटाई का कार्य सीमित लोग ही करें, साथ ही मास्क या गमछा का उपयोग करें और समुचित अंतराल पर साबुन से हाथ धोएं। बार-बार नाक, आंख और मुँह को छूने से बचें। खेत में फसल काटने एवं खाना खाते वक्त एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच कम से कम 1.5 से 2 मीटर की दूरी बनाएं रखें एवं पानी पीने हेतु अलग-अलग पानी बोतल की व्यवस्था करें। फसल कटाई की अवधि में पहले दिन इस्तेमाल किए हुए कपड़ों को दूसरे दिन काम में न लें, साथ ही कार्य के दौरान पहने कपड़ों को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखाने के पश्चात ही पुनः उपयोग मंे लें। कटाई में प्रयुक्त औजारों की नियमित अंतराल पर सफाई करें। यदि किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम, बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द आदि के लक्षण हो तो उसे कटाई कार्य से अलग रखें और तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य कर्मी को सूचित करें।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति में जिला स्तरीय कन्टेन्मेंट प्लान एवं प्रारंभिक तैयारी करने हेतु कलेक्टर एवं दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा द्वारा टीम गठित की गई है। कलेक्टर ने कन्टेन्मेंट प्लान के लिए डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैंकरा मोबाईल नम्बर 099714-13400 को नोडल अधिकारी एवं सहायक परियोजना अधिकारी आर.एम.एस.ए. श्री विनोद गुप्ता मोबाईल नम्बर 097541-30614 को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं आपातकालीन स्थिति में जिला स्तरीय कन्टेन्मेंट प्लान में कार्य करने हेतु हायर सेकेण्डरी स्कूल बरदर के व्याख्याता एल.बी. श्री आकाश गुप्ता, शिक्षा विभाग के प्रोग्रामर श्री आशीष गुप्ता एवं डाटा एन्ट्री आॅपरेटर श्री रायसिंह, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बलरामपुर के डाटा एन्ट्री आॅपरेटर श्री प्रकाश रजक व श्री अंकित गुप्ता, कार्यालय आर.एम.एस.ए. बलरामपुर के सहायक ग्रेड-03 श्री अमृत राम, जिला आबकारी कार्यालय के सहायक ग्रेड-03 श्री रंजीत तथा जल संसाधन विभाग के श्री उमेश गुप्ता की ड्यूटी लगाई है।
- राष्ट्रीय सेवा योजना की मूल भावना मानवता सेवा - नीतू, वंशिकाबलरामपुर: कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रभाव तथा प्रसार ने जहां वैश्विक चिंताओं को बढ़ाया है वहीं लॉकडाउन के दौरान समाज के हर वर्ग ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए अपने स्तर पर सहयोग दिया है। कोई घर के अंदर रहकर तो कोई घर से बाहर आकर अपनी भूमिका निभा रहे हैं। कुछ ऐसा ही काम राष्ट्रीय सेवा योजना के बलरामपुर इकाई के युवाओं ने किया है। ये युवा स्वस्फूर्तः कोरोना से बचाव की इस मुहिम में जुड़ गए है। एक ओर जहां गांव-गांव जाकर युवा वाल पेंटिंग के माध्यम से कोरोना से बचाव का संदेश देते हैं, तो वहीं स्वयं के द्वारा घर पर कपड़े का मास्क तैयार कर जरूरतमंदो को उपलब्ध करा रहे हैं।शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के प्राचार्य तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक प्रो. एन.के. देवांगन ने बताया कि जिले के 9 महाविद्यालयों तथा 10 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यरत है। उन्होंने बताया कि युवा पेंट-ब्रश के साथ निकल पड़ते हैं तथा गांव-गांव घूमकर दीवार लेखन के माध्यम से ग्रामीणों को कोरोना से बचाव का संदेश दे रहें हैं। इसके साथ ही अपने घरों पर मास्क निर्माण का कार्य भी कर रहे है, जिन्हें जरूरतमंदो तक पहुंचाया जा रहा है।इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर ग्रामीणों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु जागरूक कर रहें। घर पर मास्क बना रही नीतू और वंशिका का कहना है कि राष्ट्रीय सेवा योजना की मूल भावना मानवता की सेवा है। इस कठिन समय मे जहां शासन-प्रशासन एवं देशवासी एकजुटता के साथ कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं तो हमने भी इसमें अपना छोटा सा योगदान दिया है ताकि लोग मास्क का हमेशा प्रयोग करें। वहीं वाल पेंटिग कर रहे उदय और महेंद्र का कहना है कि कोरोना के विषय में लोगों को सही जानकारी प्राप्त हो यही हमारा उद्देश्य है। लोगों में अनावश्यक भय न हो तथा भ्रामक जानकारी न फैले इसलिए कोरोना से जुड़ी सही जानकारी ग्रामीण स्तर तक पहुंचाई जा रही है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुधीर बताते है कि अभी जब स्कूल,कॉलेज बन्द है, ऐसे में युवाओं का इन कार्यों से जुड़ने की पहल हमारे लिए प्रेरणादायी है।
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बलरामपुर 19 अप्रैल 2020/ किसी व्यक्ति के नॉवेल कोरोना वायरस से संक्रमित होने की स्थिति में उसका समुचित ईलाज सुनिश्चित करने जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत वाड्रफनगर के वार्ड क्रमांक-03 कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमित क्षेत्र मानते हुए मॉकड्रील किया गया।
कोरोना वायरस के संक्रमण को जिले में फैलने से रोका जा सके इसके जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत वाड्रफनगर में कर्फ्यू लगाकर कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पूर्वाभ्यास किया गया। मॉकड्रील में वार्ड क्रमांक-03 को कोरोना संक्रमण क्षेत्र मानने के साथ ही वार्ड क्रमांक 1, 2, 4, 10 एवं 11 में पूर्ण कर्फ्यू लगाया गया था। नगर पंचायत के वासियों को पूर्व में सूचना देकर दोपहर 12 बजे से रात्रि 12 बजे तक कर्फ्यू लगाकर मॉकड्रील किया गया। नगर पंचायत द्वारा सम्पूर्ण इलाको को सेनेटाईज किया गया। अधिकारियों द्वारा मॉकड्रीक के दौरान एक्टीव सर्विलेंस, एम्बुलेंस आदि सभी जरूरी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया। इस दौरान कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा एवं पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा ने राजीव गांधी चौक से ड्रोन कैमरे के मदद से वार्डों का निरीक्षण किये। साथ ही क्वॉरेंटीन एवं आइसोलेशन सेंटर का निरीक्षण कर सभी आवश्यक व्यवस्था पूर्ण करने के निर्देश दिये।मॉकड्रील के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कतलम, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती ज्योति बी. बैरागी, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी श्री ध्रुवेश कुमार जायसवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्ञानेश चौबे, स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत, पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। -
बलरामपुर 19 अप्रैल 2020/ नॉवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश मे लॉक डॉउन किया गया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में भी इसका कड़ाई से किया जा रहा है, लेकिन लॉक डॉउन के कारण गांव और शहर का सम्पर्क टूट गया है, जिससे गांव में रहने वाले ग्रामीण और मजदूर बैंक आने में असमर्थ है। जिसके कारण उनके दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए पैसों की दिक्कत न हो, इसलिए अब जिले में राष्ट्रीय आजीविका मिशन की महिला बैंक सखी गांव में घर-घर जाकर ग्रामीण और मजदूरों को बैंकिंग सेवा दे रही है, जिससे ग्रामीणो की आर्थिक समस्या दूर हो रही है।
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि जिले में संचालित राष्ट्रीय आजीविका मिशन शाखा की महिला बैंक सखी ग्रामीणों के घर-घर जाकर जनधन खाते की राशि, मनरेगा मजदूरी, पेंशन राशि ग्रामीणों तक पहुंचा रहीं उन्होंने बताया कि महिला हितग्राहियों के जनधन खाते में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत् 500-500 रूपये की राशि दी गई है तथा पूरे देश मे सबसे ज्यादा जनधन के खाता जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में है। जिले में 5 लाख खाते बैंकों में खोले गए हैं, जिनमें 1 लाख 58 हजार 510 खाते जनधन योजना के खाते हैं तथा इसमें 60 हजार बैंक खाते महिलाओं के हैं। जिला मुख्यालय में स्थित पंजाब नेशनल बैंक में केन्द्र शासन द्वारा 08 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली थी, जो अब हितग्राहियो के बैंक खाते में आ चुकी है। ग्रामीणों का मनरेगा मजदूरी, गैस सब्सिडी, बृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन को घर-घर पहुंचाने के लिए बैंक सखी काम कर रही है। कलेक्टर ने कहा कि बैंक सखी योजना का शुभारंभ जिले में एक वर्ष पहले की गई थी जो अब इस संकट की घड़ी में ग्रामीणों के लिए एक बरदान साबित हो रही है।बैंक सखी श्रीमती सरोज ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से ग्रामीणजन घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उन्हें बैंक जाने में काफी परेशानी हो रही है, इस वजह से वह ग्रामीणों के घर पहुंच कर उनकी जनधन खाते की राशि, मनरेगा मजदूरी, पेंशन राशि का भुगतान कर रही हैं। ग्रामीण महिला श्रीमती शिवकुमारी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि लॉकडाउन लागू होने से हम बैंक जाने में असमर्थ हैं। बैंक सखी द्वारा हमरा पैसा हमारे घर पर पहुंचाया जा रहा हैं, जिसके कारण उनकी जरूरतों के लिए पैसा घर पर ही मिल रहा है। घर-घर बैंक सेवा पाकर हम सभी ग्रामीण खुश हैं। -
विभिन्न वनोपजों की खरीदी कर संग्राहकों को 06 लाख 24 हजार का भुगतान
बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ के सूदूर उत्तरपूर्वी क्षेत्र में पाट प्रदेश तथा सेमरसोत अभ्यारण्य के बीच स्थित जिला बलरामपुर वनीय सघनता तथा उपादेयता के लिए भी प्रसिद्ध है। वन संसाधनों की प्रचुरता के कारण यहां वनांचलों के लोग बड़ी मात्रा में वनोपजों का संग्रहण करते है। इस मौसम में वनोपजों का संग्रहण तथा विक्रय इनका प्रमुख व्यवसाय एवं आजीविका का स्रोत भी है।
राज्य में कोरोना वायरस के नियंत्रण तथा प्रसार में आई कमी को देखते हुए शासन ने वनोपजों के संग्रहण की सशर्त अनुमति प्रदान की है। वनांचलों के लोगों ने इस फैसले के प्रति आभार जताते हुए शासन को सहृदय धन्यवाद दिया है। जिले में निवासरत जनजातीय समुदाय वनोपज संग्रहण का कार्य करते हैं, जिनमें महिलाएं प्रमुख भूमिका निभाती हैं। ऐसे कठिन समय में वनोपजों के संग्रहण की अनुमति लाखों वनवासियों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है। शासन का यह निर्णय मानवीय मूल्यों की रक्षा के प्रति संवेदनशीलता तथा गंभीरता का सशक्त उदाहरण है।
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि वनधन योजना के अंतर्गत वनोपज संग्रहणकर्ता सामाजिक दूरी तथा कोरोना से बचाव का उपाय अपनाते हुए वनोपजों का संग्रहण कर रहे हैं। इस कठिन समय में संग्राहकों की सुविधा के लिए वनोपज समितियों के सहयोग से स्व-सहायता समूह की महिलाएं घर-घर जाकर वनोपज क्रय कर उन्हें नगद राशि का भुगतान भी कर रही हैं। संग्रहणकर्ता अपने नजदीकी वन-धन केन्द्र से भी संपर्क कर वनोपजों का विक्रय कर सकते हैं। पूर्व में लघु वनोपजों के विक्रय में कोचिए एवं बिचैलियों की सक्रियता से संग्राहकों को बहुत नुकसान होता था, किंतु प्रशासन के प्रयास से अब इनका हस्तक्षेप शून्य है। समूह के लोग शासन द्वारा निर्धारित दरों पर ही वनोपजों को खरीद रहे हैं और शत-प्रतिशत राशि का समय पर भुगतान भी किया जा रहा है। वनमंडलाधिकारी बलरामपुर श्री प्रणय मिश्रा के निर्देश में विभाग की पूरी टीम वनोपजों की खरीदी प्रक्रिया को गति दे रहे हैं, साथ ही कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
बलरामपुर के वनों से वनोपज संग्रहणकर्ता मुख्य रूप से हर्रा-बहेड़ा, नागरमोथा, धवई फूल, बहेड़ा कचरिया, महुआ, कुसमी लाख जैसे वनोपजों का संग्रहण करते हैं। इनमें से कई वनोपज अपने औषधीय गुणों के कारण बहुत महत्वपूर्ण हैं तथा इनकी बाजार में मांग भी अधिक है। वनमण्डलाधिकारी बलरामपुर श्री प्रणय मिश्रा ने बताया है कि बलरामपुर वनमण्डल के अन्तर्गत 44 लघु वनोपज समितियां हैं तथा संग्रहण करने वाली लघु वनोपज समितियों की संख्या 39 है। ग्राम स्तर पर 30 संग्रहण केन्द्र, 30 हाट-बाजार संग्रहण केन्द्र और 08 वनधन केन्द्र हैं। स्थितियां सामान्य होने पर आगामी दिवस में इन समितियों एवं संग्रहण केन्द्रों से वृहद रूप से वनोपज की खरीदी की जावेगी। बलरामपुर वनमंडल में अब तक 302.05 क्विंटल विभिन्न वनोपजों की खरीदी कर संग्राहकों को 624272 रुपए का भुगतान किया गया है ।
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बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने गए राज्य के छात्रों को वापस लाने के लिए प्रयासरत है। इसी उद्देश्य से समस्त जिलों से कोटा, राजस्थान में अध्यनरत छात्रों की जानकारी मंगवाई जा रही है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया है कि जिले से जो भी छात्र कोटा में अध्यनरत हैं, उनके अभिभावक उनकी जानकारी संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को उपलब्ध करवाएं।
ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं राजस्थान स्थित कोटा में मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी हेतु जाते हैं। कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से छात्र-छात्राएं कोटा में फंसे हुये है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शासन कुछ महत्वपूर्ण निर्णय इस संबंध में ले सकती है। इसीलिए अभिभावकों से आग्रह है कि वे जल्द से जल्द अपने बच्चों की जानकारी संबंधित जनपद पंचायत कार्यालय को दें, ताकि जानकारी आगे भेजी जा सके। -
बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण लाॅक डाउन किये जाने के उपरांत जिले में कार्यरत अधिकारी/कर्मचारी बिना सक्षम स्वीकृति के मुख्यालय से बाहर आना-जाना कर रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण यह स्थिति अत्यंत गंभीर है। उन्होंने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को आदेशित किया है कि वे मेरे सक्षम स्वीकृति के किसी भी स्थिति में मुख्यालय से बाहर प्रस्थान नहीं करेंगे। आदेश के उल्लंघन की दशा में कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।
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बलरामपुर 18 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति के तहत् जिले के समस्त क्षेत्रों को लाॅक डाउन किया गया है। लाॅक डाउन की स्थिति में जिला स्तर पर कोरोना कन्ट्रोल रूम स्थापित की गई है, जिसका सम्पर्क नम्बर 07831-273012 एवं 07831-273177 है। कन्ट्रोल रूम में कोरोना महामारी से संबंधित सूचना या किसी भी व्यक्ति के द्वारा राशन, दवाई, स्वास्थ्य सुविधाएं अथवा अन्य किसी भी प्रकार की आवश्यकता के संबंध में सम्पर्क किया जा सकता है। उक्त कार्य के निर्वहन हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें प्रातः 08 बजे से शाम 04 बजे तक श्री नीरज गुप्ता सहायक ग्रेड 02 संलग्न भू-अभिलेख शाखा, श्री मुख्तार अहमद, अर्दली, कलेक्टर कार्यालय, शाम 04 बजे से रात्रि 12 बजे तक श्री विजय बहादुर सिंह सहायक ग्रेड 03 संलग्न अभिलेख कोष्ठ एवं श्री प्रमोद कुजूर, भृत्य, आदिवासी विकास तथा रात्रि 12 बजे से प्रातः 08 बजे तक श्री अनूप बड़ा, सहायक ग्रेड 03, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं श्री विजय बहादुर, चैकीदार, जिला कार्यालय बलरामपुर की ड्यूटी लगाई है।
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बलरामपुर 17 अप्रैल 2020/ प्रयास बालक-बालिका आवासीय विद्यालय रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर, अम्बिकापुर, कोरबा, जशपुर, कांकेर शैक्षणिक सत्र 2020-21 की कक्षा 9वीं में विद्यार्थियों को प्रवेश हेतु प्राक्चयन परीक्षा 26 अप्रैल 2020 को प्रातः 10.30 बजे आयोजित की जानी थी। उक्त परीक्षा तिथि में आंशिक संशोधन करते हुए प्राक्चयन परीक्षा का आयोजन 25 मई 2020 को आयोजित की जावेगी।
परीक्षा में सम्मिलित होने वाले इच्छुक छात्र/छात्रा अपना आवेदन पत्र 15 मई 2020 तक कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग बलरामपुर/विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी/मंडल संयोजक में जमा कर सकते हैं। आवेदन का प्रारूप कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग बलरामपुर व खण्ड शिक्षा अधिकारी/मण्डल संयोजक कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। निर्धारित तिथि के पश्चात आवेदन स्वीकार नहीं किया जावेगा। -
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कराये जा रहे कार्य
बलरामपुर 17 अप्रैल 2020/ महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था के आधारभूत संगठको में से एक महत्वपूर्ण घटक है। लॉकडाउन की स्थिति में मनरेगा के कार्य कुछ समय के लिए बंद कर दिये गय थे, जिसके कारण ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिल पा रहा था। जिससे कई परिवारों में आर्थिक संकट की स्थिति उपन्न हो रही थी। जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत सभी विकासखण्डों में विभिन्न निर्माण कार्यों को शुरू की गई है। जिससे जिले के कुल 15 हजार 762 मजदूरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना से बचाव के मानकों का पालन करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए गए है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशन में मनरेगा चिन्हित कार्य संपादित हो रहे है। मनरेगा के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना, डबरी, कूप तथा तालाब निर्माण, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, नर्सरी में पौधरोपण, गेबियन एवं बोल्डर चेक निर्माण जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। मनरेगा के अंतर्गत कार्यरत् मजदूरों को स्वच्छता बरतने के साथ ही मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। साथ ही मजदूरों को सेनेटाईज भी किया जा रहा है तथा हाथ धोने के लिए साबुन एवं पानी की व्यवस्था की गई है। मनरेगा के कार्यों में संलग्न मजदूरों की आजीविका पूर्ण रूप से इसी पर निर्भर है तथा सभी कार्य महत्वपूर्ण आधारभूत सरंचना से जुड़े है, इसीलिए इसमे छूट दी गई है। जिले के 06 विकासखण्डों के 292 ग्राम पंचायतों में 1593 निर्माण कार्य वर्तमान में प्रगतिरत् है जिसमें कुल 15 हजार 762 मजदूर कार्य कर रहे है। विकासखण्ड बलरामपुर के 33 ग्राम पंचायतों में 149 निर्माण कार्यों में 2965 मजदूरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। इसी प्रकार विकासखण्ड राजपुर के 46 ग्राम पंचायतों में 267 निर्माण कार्यों में 1589 मजदूर, शंकरगढ़ के 42 ग्राम पंचायतों में 270 निर्माण कार्य में 3826 मजदूर, कुसमी के 46 ग्राम पंचायतों में 200 निर्माण कार्यों में 2004 मजदूर, राचन्द्रपुर के 57 ग्राम पंचायतों में 320 निर्माण कार्यों में 3073 मजदूर एवं वाड्रफनगर के 68 ग्राम पंचायतों में 387 निर्माण कार्यों में 2305 मजदरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। मनरेगा के मजदूरों का कहना है कि शासन का यह निर्णय स्वागतयोग्य है, निश्चित रूप से कोरोना का डर तो है लेकिन कुछ सामान्य उपाय अपनाकर इससे बचाव संभव है। हम सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं तथा स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। साथ ही जिला प्रशासन का भी पूरा सहयोग हमे मिल रहा है।