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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
शत-प्रतिशत मतदान के लिए रैली के साथ किया जा रहा घर-घर संपर्कसुंदर एवं आकर्षक रंग संयोजन के साथ चित्रण कर महिलाओं को किया गया प्रेरितबलरामपुर : नगरीय निकाय एवं पंचायत आम चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए जिले में कलेक्टर श्री रिमिजियुस एक्का के मार्गदर्षन में जाबो (जागव बोटर) कार्यक्रम अंतर्गत व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन की ओर से चुनाव के लिए गांव-गांव में मतदाता जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में जमीनी स्तर पर ग्रामीणों, आमनागरिकों, नवमतदाताओं को मतदाता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों से लेकर नगरीय क्षेत्रों तक अभियान चला कर लोगों को मतदान के लिए सब काम छोड़ मतदान करो की सीख दी जा रही है।
शिक्षा विभाग द्वारा रैली, मानव श्रृंखला, निबंध, लेखन, रंगोली एवं चित्रकला के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। मतदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए स्कूल के सभी छात्र-छात्राएँ अपने घर मुहल्लों में मतदान करने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे है। जिसमें बालिकाओं की भागीदारी प्रमुखता से देखी जा रही है। रैली के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियों द्वारा युवा, बुजुर्ग और महिलाओं को मतदान करने की अपील की जा रही है। साथ ही मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को अपने अमूल्य मत का प्रयोग करने जागरूक कर रहें हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि चाहे वो 80 वर्ष से उपर के व्यक्ति हो या दिव्यांग हो या फिर 18 वर्ष पूर्ण कर चुकेे हो वे मतदान का उपयोग अवष्य करें।
विद्यार्थियों ने पेंटिंग के माध्यम से संदेश दिया कि लोकतंत्र में मतदान मतदाता का सबसे बड़ा अधिकार है। मतदाता को इस अधिकार का उपयोग अवश्य करना चाहिए। इससे लोकतांत्रिक व्यवस्था की जड़ें और अधिक मजबूत होती हैं। बच्चों ने मतदाता जागरूकता बैनर, पोस्टर बनाने में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया और जागरूक करने नये-नये तरिकों के माध्यम से मतदाताओं को लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी के संदेष को रचनात्मकता के साथ प्रदर्षित भी किया। रंगोली प्रतियोगिता में छात्र छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए मतदान के प्रति जागरूक किया।छात्र-छात्राओं ने विषयानुकूल सुंदर एवं आकर्षक रंग संयोजन के साथ अपनी कला का प्रदर्शन किया। जिसमें मतदाताओं को जागरूक करने अनिवार्य रूप से वोटिंग करने, मतदान द्वारा जिले, राज्य देश को सशक्त बनाने आदि विषयों पर केंद्रित रंगोली बनाई गई। साथ ही ग्रामीण अंचल का चित्रण कर घर में बैठे महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करते हुए दिखाया गया। जबकि कुछ में ईवीएम, वीवीपैट का चित्रण कर मताधिकार का प्रयोग करने का संदेश दिया गया।
ग्राम पंचायतों में ग्रामीण स्तर पर दीवार लेखन के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न पारा, मोहल्ले में दीवारों पर नारों, स्लोगन के जरिए मतदान के विभिन्न आयाम एवं फायदे के बारे में बताया जा रहा है। विभिन्न प्रकार की दीवार लेखन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। मतदाता जागरूकता के लिए प्रशासन द्वारा जगह जगह पर चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। ताकि शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य को सार्थक किया जा सके। -
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76 लोगों को मिला लर्निंग लाइसेंस सर्टिफिकेटसूरजपुर : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के दिशानिर्देशन में जिला एवं सत्र न्यायालय सूरजपुर, कुटुम्ब न्यायालय सूरजपुर, तालुका न्यायालय प्रतापपुर एवं जिले के समस्त राजस्व न्यायालयों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायालय के कोर्ट कक्ष से श्री अमितेन्द्र किशोर प्रसाद, उच्च न्यायालय बिलासपुर, गोविन्द नारायण जांगड़े, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री संतोषा शर्मा न्यायाधीश कुटूम्ब न्यायालय, न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण एवं बैंक अधिकारीयों द्वारा द्वीप प्रज्वलन कर किया गया।
नेशनल लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एव जिला परिवहन विभाग के समन्वय से जिला न्यायालय परिसर में लर्निंग लायसेंस बनवाने हेतु कैम्प का आयोजन किया गया। कैम्प में कुल 76 लोगों ने लर्निंग लाइसेंस सर्टिफिकेट प्राप्त किया। लोक अदालत में न्यायालय में लंबित आपसी विवाद के मामले, व्यवहारवाद, मोटर दुर्घटना दावा पारिवारिक विवाद, जिला न्यायालय में वर्षों से लंबित राजस्व प्रकरणों एवं बैंक ऋण विद्युत, जल के बकाया देयकों का प्री लिटिगेशन प्रकरण नेशनल लोक अदालत में रखे गये थे।प्रकरणों के निराकरण हेतु जिले में कुल 32 खंडपीठ गठित किये गये थे। नेशनल लोक अदालत में समस्त न्यायालयों से 5064 लंबित प्रकरण एवं 5645 प्री-लिटिगेशन प्रकरण विचारार्थ में रखे गये थे। जिसमें कुल 4185 प्रकरण के पक्षकारों में आपसी समझौते के आधार पर सफलता पूर्वक निराकरण कर फुल 3 करोड़ 96 लाख 14 हजार 139 रूपये का जिला सूरजपुर द्वारा अवार्ड पारित किया गया। लोक अदालत में कुल 4185 प्रकरणों से संबंधित पक्षकारगण लाभान्वित हुये। -
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कोरिया : अनुसूचित जाति, ”जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम-1989, नियम-1995 तथा संशोधित नियम-2018 के उपनियम-17 एवं आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के निर्देशानुसार कलेक्टर द्वारा पूर्व में गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति को निरस्त करते हुए उक्त समिति का निम्नानुसार पुनर्गठन किया गया है। गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानीटरिंग समिति में कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट पदेन अध्यक्ष, सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास पदेन सचिव होंगे।समिति में पुलिस अधीक्षक, लोक सभा सदस्य श्रीमती ज्योत्सना महंत सांसद सदस्य लो0स0क्षेत्र कोरबा, विधानसभा सदस्य श्री भईयालाल राजवाड़े विधायक वैकुण्ठपुर एवं श्रीमती रेणुका सिंह, विधायक भरतपुर-सोनहत पदेन सदस्य बनाया गया है। इसी प्रकार एस.डी.एम. बैकुण्ठपुर श्रीमती दीपिका नेताम, सी.ई.ओ. जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर श्री अलेक्जेंडर पन्ना, प्रभारी प्राचार्य, डाइट बैकुण्ठपुर श्री एस.एल. सोनवानी को अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से संबंधित राजपत्रित अधिकारी को सदस्य बनाया गया है।अनु०जाति,/जनजाति संवर्ग से संबंधित अशासकीय सदस्य में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेणुका आयाम, सदस्य श्रीमती उषा सिंह करयाम, श्रीमती सुनीता देवी कुर्र, जनपद पंचायत अध्यक्ष, श्रीमती सौभाग्यवती सिंह कुसरो को सदस्य तथा विभिन्न वर्ग के अशासकीय सदस्यों में नगर पालिका अध्यक्ष बैकुण्ठपुर, श्रीमती नविता शिवहरे, अधिवक्ता बैकुण्ठपुर, श्री बी0ंएल0कश्यप एवं बैकुण्ठपुर के पत्रकार श्री दिनेश बड़ेरिया सदस्य बनाए गए हैं।उपरोक्त जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति का कार्य अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 नियम 1995 एवं संशोधित नियम 2014 में दिये गये मे प्रावधान अनुसार होगा। -
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परखा भोजन की गुणवत्तापरिसर की नियमित साफ-सफाई के दिए निर्देशकोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने बालक आश्रम काशीपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों के शयनकक्ष, शौचालय, किचन, स्टोर रूम तथा परिसर की साफ-सफाई का जायजा लिया। उन्होंने आश्रम के अधीक्षक से परिसर की नियमित साफ-सफाई करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने किचन कक्ष में जाकर भोजन की गुणवत्ता की जांच पर भोजन का स्तर ठीक पाया। उन्होंने आश्रम के अधीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि बच्चों को मेन्यू के अनुरूप भोजन व नाश्ता समय पर उपलब्ध कराये।
उन्होंने आश्रम के बच्चो से मुलाकात कर आश्रम में होने वाले पढ़ाई और उनके खाने के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने हेतु लक्ष्य लेकर अच्छी पढ़ाई करने को कहा। आश्रम के अध्यापक द्वारा आश्रम में पानी की उचित व्यवस्था कराने मांग किया गया। कलेक्टर ने क्रेडा के अधिकारी से सोलर पैनल और सोलर पंप तत्काल दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। बता दें कि कलेक्टर के निर्देशानुसार जिला अधिकारियों द्वारा आश्रम/छात्रावास में रात्रिकालीन दौरा कर निरीक्षण किया जा रहा है। -
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सर्वाधिक वर्षा पिथौरा तहसील में 1224.7 मिलीमीटरमहासमुंद : महासमुंद जिले में चालू मानसून के दौरान 01 जून 2024 से अब तक 873.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। भू-अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार जिले में सर्वाधिक औसत वर्षा पिथौरा तहसील में 1224.7 मिलीमीटर, बसना में 981.7 मिलीमीटर, बागबाहरा में 829.9 मिलीमीटर, महासमुंद में 792.3 मिलीमीटर, सरायपाली में 727.6 मिलीमीटर और सबसे कम वर्षा 685.0 मिलीमीटर कोमाखान तहसील में दर्ज की गई। आज 23 सितम्बर को 9.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जिले के तहसीलवार वर्षा में महासमुंद एवं पिथौरा तहसील में 18.0 मिलीमीटर, सरायपाली में 8.1 मिलीमीटर, बागबाहरा में 7.2 मिलीमीटर, पिथौरा में 3.7 एवं कोमाखान तहसील में 1.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। -
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खनिज विभाग की कार्रवाईमहासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर अवैध उतखनन और परिवाहन पर खनिज सहित राजस्व विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। खनिज विभाग द्वारा शनिवार को औचक जांच के दौरान मुरूम का अवैध परिवहन करते 02 हाइवा वाहन को जप्त किया गया। ग्राम घोड़ारी में रेत का अवैध भंडारण से लोडिंग करते क जेसीबी मशीन को जप्त किया गया। खनिज अधिकारी श्री सनत साहू ने बताया कि शनिवार की मध्य रात्रि में वाहनों की जांच के दौरान ग्राम पिथौरा से रेत का अवैध परिवहन करते हाइवा वाहन तथा ग्राम बल्दाकछार ( बलौदाबाजार) की ओर से रेत लोड कर आते 02 हाइवा को जप्त किया गया। इस प्रकार अवैध परिवहन करते कुल 05 हाईवा एवं अवैध भंडारण में 01 जेसीबी मशीन जप्त किया गया। जप्त सभी वाहनों को थाना तुमगांव की अभिरक्षा में सुपुर्द किया गया है।
लंगेह के निर्देश पर अवैध उतखनन और परिवाहन पर खनिज सहित राजस्व विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है।खनिज विभाग द्वारा 21.09.2024 को औचक जांच के दौरान मुरूम का अवैध परिवहन करते 02 हाइवा वाहन को जप्त किया गया।ग्राम घोड़ारी में रेत का अवैध भंडारण से लोडिंग करते एक जेसीबी मशीन को जप्त किया गया। खनिज अधिकारी सनत साहू ने बताया कि 21.09.2024 की मध्य रात्रि में वाहनों की जांच के दौरान ग्राम पिथौरा से रेत का अवैध परिवहन करते हाइवा वाहन तथा ग्राम बल्दाकछार ( बलौदाबाजार) की ओर से रेत लोड कर आते 02 हाइवा को जप्त किया गया। इस प्रकार अवैध परिवहन करते कुल 05 हाईवा एवं अवैध भंडारण में 01 जेसीबी मशीन जप्त किया गया।जप्त सभी वाहनों को थाना तुमगांव की अभिरक्षा में सुपुर्द किया गया है। -
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महासमुंद : अवैध रूप से आसवित कच्ची शराब के सेवन से संभावित जनहानि को रोकने तथा आबकारी राजस्व की सुरक्षा के लिए कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी सरायपाली तथा जिला आबकारी अधिकारी महासमुंद के मार्गदर्शन में आबकारी विभाग सरायपाली द्वारा अवैध शराब के विरुद्ध सतत कार्रवाई की जा रही है। इसी तारतम्य में रविवार को मुखबीर से आबकारी नियंत्रण कक्ष सराईपाली में सूचना मिलने पर सूचना के आधार पर थाना बलोदा अंतर्गत ग्राम गेर्रा परसापाली के पटेल चट्टान में पहाड़ी के किनारे आबकारी टीम द्वारा दबिश दी गई। आबकारी टीम को देख आरोपीगण जंगल की ओर भागने लगे, जिनका पीछा किया गया, परंतु जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
पहाड़ी के पास स्थित झोपड़ी की तलाशी ली जाने पर पांच नग चढ़ी भट्टीयों से मदिरा निर्माण कार्य जारी होना पाया गया। मौक़े पर पांच पॉलिथीन में 100 लीटर हाथ भट्टी महुआ शराब, एक सफ़ेद पानी टंकी में भरी हुई 350 लीटर हाथ भट्टी महुआ शराब, एक नीले प्लास्टिक ड्रम के अंदर भरी हुई 100 लीटर हाथ भट्टी महुआ शराब, दो प्लास्टिक बोरियों के अंदर पॉलिथीन में भरी हुई 100 लीटर हाथभट्टी महुआ शराब, एक एल्युमीनियम की गंजी में 25 लीटर हाथ भट्टी महुआ शराब एवं दो सौ लीटर क्षमता वाली एक नीले प्लास्टिक ड्रम में भरी हुई 150 लीटर हाथ भट्टी महुआ शराब, इस प्रकार कुल 825 लीटर हाथ भट्टी महुआ शराब कीमत 165000 रुपए तथा 132 प्लास्टिक बोरियों में भरी हुई कुल 6600 किलोग्राम महुआ लाहन कीमत 330000 रूपए व पांच सेट मदिरा निर्माण सामग्री बरामद हुई, जिसे मौके पर जांच बाद लाहन का सेम्पल लेकर कब्जे आबकारी लिया गया।
आरोपियों की पतासाजी किया गया। कोई पता नहीं चलने पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 34 (1)क, च, इ एवं 34(2) आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उपरोक्त कार्रवाई दरसराम सोनी आबकारी उपनिरीक्षक वृत्त सरायपाली एवं नितेश सिंह बैस आबकारी उपनिरीक्षक वृत्त बसना की संयुक्त टीम द्वारा की गयी, जिसमें आबकारी स्टाफ उपस्थित थे। -
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कोरिया : रोटी, कपड़ा और मकान, ये तीनों हर इंसान की बुनियादी जरूरत हैं और समाज के विकास के मजबूत आधार भी। जब इन आवश्यकताओं की पूर्ति होती है, तो व्यक्ति को जीवन में स्थायित्व, सुरक्षा और सुकून का अनुभव होता है। इस सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के लाखों ‘बेघर‘ परिवारों को पक्का आवास दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसका असर कोरिया जिले के आदिवासी बाहुल्य इलाकों में भी दिखने लगा है, जहां कई परिवारों के सपनों को नए पंख मिल गए हैं।
इसी कड़ी में सोनहत विकासखंड के ग्राम मधौरा और कटगोड़ी निवासी कैलाश, पिता श्री हरिराम और हंसलाल, पिता श्री देवनारायण, अब प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत पक्के मकान में रहने लगे हैं। इन दोनों परिश्रमी व्यक्तियों ने कभी कल्पना नहीं की थी कि उनके सिर पर पक्की छत होगी, लेकिन मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार के सुशासन और जिला प्रशासन के प्रयासों के कारण यह सपना साकार हुआ।
कैलाश और हंसलाल पहले कच्चे मकानों में रहकर मजदूरी का काम करते थे। बारिश, धूप और ठंड से असुरक्षित यह मकान उनके लिए बड़ी चुनौती थे। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दोनों हितग्राहियों को मिले 2 लाख 60 हजार रुपए की सहायता और मनरेगा के तहत 95-95 दिवस की मजदूरी से उन्होंने अपने लिए पक्का मकान बनवाया। अब उनके परिवार सुरक्षित, स्थिर और सुकून भरे आशियाने में जीवन बिता रहे हैं।
यह परिवर्तन केवल एक मकान का निर्माण नहीं है, बल्कि यह उनके जीवन की दिशा बदलने वाली घटना है। पक्के मकान के साथ उन्हें अब सुरक्षित जीवन की गारंटी और बेहतर भविष्य की उम्मीद मिली है। दोनों परिवारों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है, जिनकी पहल से उनका जीवन स्थायित्व की ओर बढ़ा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाली यह सुविधा न केवल उनके सपनों को साकार कर रही है, बल्कि समाज के अन्य जरूरतमंद परिवारों को भी प्रेरित कर रही है।इस योजना का लाभ उन लाखों लोगों तक पहुंचाया जा रहा है, जो अब-तक कच्चे मकानों में असुरक्षित और कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहे थे। इस तरह कैलाश और हंसलाल के परिवार आज पक्के मकान में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनके लिए यह न केवल एक छत है, बल्कि एक नई शुरुआत है, जहां से वे अपने बच्चों के भविष्य के सपने देख सकते हैं। -
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प्रतियोगिता में 5 जोन से 360 खिलाड़ी भाग लें रहे हैंकबड्डी, खो-खो एवं रग्बी खेल का होगा आयोजनखेल से जिंदगी में अनुशासन आता है - सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरीमशाल जलाकर व ध्वजारोहण कर किया गया प्रतियोगिता का शुभारम्भमहासमुंद : जिले में 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का रंगारंग शुभारम्भ आज सासंद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी के मुख्य आतिथ्य एवं विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मशाल जलाकर एवं ध्वजारोहरण के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर रंग बिरंगे जर्सी में खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया। सासंद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने शपथ दिलाई। यहां शिक्षा विभाग, खेल विभाग एवं प्रतियोगिता से सम्बंधित अधिकारी एवं खेल प्रेमी जनता बड़ी संख्या में मौजूद थे।कार्यक्रम का समापन 26 सितम्बर 2024 को मिनी स्टेडियम में होगा। प्रतियोगिता का शुभारम्भ के पूर्व अतिथियों ने खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर हौसला अफजाई की। इस दौरान स्कूली छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि महिलांग, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह मौजूद थे।
सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित होकर अत्यंत गर्व और खुशी महसूस कर रही हूँ। यह प्रतियोगिता न केवल हमारी शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन है, बल्कि यह हमारे मानसिक और नैतिक विकास का भी प्रतीक है। खेल जीवन में अनुशासन, समर्पण और टीम भावना जैसे महत्वपूर्ण गुणों को विकसित करने में सहायक होते हैं, जो भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में मददगार होते हैं।प्रतियोगिता में भाग लेना, चाहे परिणाम जो भी हो, सबसे महत्वपूर्ण होता है। खेलों में हार-जीत से बढ़कर हमारे अंदर की क्षमता, मेहनत और आत्मविश्वास मायने रखता है। जो खिलाड़ी मैदान में उतरते हैं, वे पहले से ही विजेता होते हैं, क्योंकि उन्होंने अपने डर और कमजोरियों पर विजय प्राप्त की होती है। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी अपनी प्रतिभा और कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे और राज्य को गौरवान्वित करेंगे।
विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि आज के खिलाड़ी ही भविष्य के सफल इंसान बनेंगे। आज आप मैदान पर है कल किसी और बड़े स्थान में आपकी जगह होगी। उन्होंने कहा कि हार और जीत से ज्यादा आवश्यक मैदान में उतरकर खेलना है। ये आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाते है। आप सभी खेल भावना को बनाए रखते हुए पूरे जोश और उत्साह के साथ इस प्रतियोगिता में हिस्सा लें। अनुशासन और समर्पण के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करें। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने सह-खिलाड़ियों के साथ मिलकर एक सच्चे खिलाड़ी की तरह खेलें।उन्हांने सभी खिलाड़ियों और प्रतियोगिता से जुड़े से सभी अधिकारी-कर्मचारी, कोच को इस आयोजन के लिए बधाई दी। प्रतियोगिता के शुभारम्भ अवसर पर स्काउट गाइड संघ के अध्यक्ष श्री ऐतराम साहू, श्री प्रदीप चंद्राकर, श्री संदीप दीवान, पार्षदगण श्री महेन्द्र जैन, श्री देवीचंद राठी, श्रीमती मीना वर्मा, श्री मुन्ना देवार, श्री मनीष शर्मा, राहुल चंद्राकर एवं श्रीमती कौशिल्या बंसल, श्री आनंद साहू, श्री प्रकाश शर्मा, श्रीमती निरंजना शर्मा, अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू, जिला शिक्षा अधिकारी श्री मोहन राव सावंत एवं स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, खेल से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी, खिलाड़ी और खेल प्रेमी जन मौजूद थे।
विदित है कि प्रतियोगिता में बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, सरगुजा सहित कुल 5 जोन से कुल 360 खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं। जिसमें से प्रत्येक जोन से 72 खिलाड़ी एवं 5 जोन से कुल 100 कोच व मैनेजर रहेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मोहन राव सावंत ने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु प्रभारी अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति, यातायात व्यवस्था, पेयजल आदि की व्यवस्था के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।ज्यूरी मेंबर प्रतिदिन सायंकाल आयोजन की समीक्षा करेगी। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में कुल 03 खेल शामिल किए गए है। जिसमें कबड्डी में 19 वर्ष बालक/बालिका, खो-खो में 14 वर्ष बालक/बालिका एवं रग्बी में 17 वर्ष बालक/बालिका कुल 180-180 बालक/बालिका खिलाड़ी भाग लेंगे। -
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सोहर गीत और पोषण गान के माध्यम से दी गई संगीतमय जानकारीशहरी परियोजना सेक्टर 1 में पोषण माह और वजन त्यौहार का आयोजनमहासमुंद : राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत 1 से 30 सितंबर तक महासमुंद जिले के कुल 1790 आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। पोषण माह के अंतिम सप्ताह में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। आज शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों द्वारा रैली निकालकर जागरूकता संदेश दिया गया। इस रैली का उद्देश्य बच्चों और ग्रामीणों में संतुलित आहार के साथ साथ पोषण आहार की निरंतरता, मात्रा और खाने के तरीके पर लोगो तक जन जागरूकता लाना है। सही मात्रा में पौष्टिकता युक्त भोजन लेने पर ही हम शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते है ।महासमुंद शहरी परियोजना अंतर्गत सेक्टर 1 के ईमली भाठा यतियतन लाल वार्ड के सेन भवन में पोषण माह अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में संतुलित आहार एवं खानपान की जानकारी दी गई।
विभिन्न व्यंजनों का प्रदर्शन कर गर्भवती और शिशुवती माताओं को खानपान के बारे में समझाया गया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री समीर पांडेय ने कहा कि गर्भवती माताओं के लिए जीवन के सुनहरे एक हजार दिन विशेष होते हैं। बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य या मस्तिष्क 90 प्रतिशत विकास हो जाता है। इस अवधि में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। उन्होंने महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतने और अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की समझाईश देते हुए कहा कि समय पर पौष्टिक आहार लेवें। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं की जानकारी का भी लाभ उठाएं। इस दौरान बच्चों का वजन लिया गया एवं रैली निकालकर जागरूकता का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम में स्थानीय भजन मंडली द्वारा सोहर गीत और पोषण गान गाकर बच्चों के आशीष और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की गई। पोषण गीत के माध्यम से भी उनके स्वास्थ्य और मानसिक, शारीरिक विकास हेतु प्रेरित किया गया। परियोजना अधिकारी श्रीमती शैल नाविक ने बताया कि महिला को स्वस्थ रहने के लिए 20 मिलीग्राम आयरन प्रतिदिन चाहिए। यदि लंबे समय तक शरीर में पोषण की कमी बनी रहती है तो वही धीरे-धीरे कुपोषण के रूप में दिखाई देता है।18 से 35 वर्ष की महिलाओं में उनके बैलेंस डाइट पर कार्य करने की जरूरत है महिला जैसे विवाहित होती है उसकी लगातार काउंसलिंग करने से उसके शरीर में खून की मात्रा का पता कर शरीर में खून की कमी ना हो इसके लिए लगातार परामर्श देना प्रारंभ करना अति उत्तम समय होता है। कार्यक्रम में पर्यवेक्षक शीला प्रधान, कुंती यादव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हाजरा निशा खान, जानकी आर्य, राखी शर्मा, कुंती साहू सहित महिलाएं एवं बच्चे मौजूद थे।
ज्ञातव्य है कि 23 सितम्बर से 29 सितम्बर तक जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। जिसमें 24 सितंबर को शाम को कुपोषण मुक्ति हेतु मशाल रैली, 25 सितंबर को बाजार हाट में पोषण जागरूकता, 26 सितंबर को समस्त कार्यकर्ता की पोषण भी पढ़ाई भी पर कार्यशाला, 27 सितंबर को पंचायतों में विशेष पोषण सभा (जनप्रतिनिधि की उपस्थिति में ), 28 सितंबर को स्वच्छता ही सेवा ( आंगनवाड़ी और पोषण वाटिका, हितग्राही के पोषण बाड़ी की साफ-सफाई ) एवं 29 सितंबर को व्यंजन, रंगोली, मेहंदी और पोषण खेलकूद का आयोजन किया जाएगा। -
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विजेता प्रतिभागियों किया गया सम्मानितजशपुर : स्वच्छता ही सेवा 2024 के तहत् विकास खंड मनोरा के ग्राम पंचायत जरिया से बमटेल ग्राम पंचायत भवन तक स्वच्छता मैराथन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति शांति भगत जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमति शशिकला मिंज क्षेत्र के बी डी सी एवं चार ग्राम पंचायत के सरपंच की उपस्थिति में आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप राठिया और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे स्वच्छता अभियान में लगभग 200 बालक बालिका प्रतिभागी शामिल हुए। जिसमे बालक वर्ग प्रथम द्वितीय तृतीय को क्रमशः पांच हजार, तीन हजार, दो हजार रुपये व शील्ड मुख्य अतिथि के हाथो से प्रदान किया गया। बालिका वर्ग को भी पुरस्कार प्रदान किया गया।स्वच्छता शपथ के माध्यम से लोगो को जागरूक किया गया। -
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वजन त्यौहार में शामिल गर्भवती महिला की गोद भराई की गईजशपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय पोषण अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं। जशपुर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में वजन त्यौहार उत्साह से मनाया जा रहा है। पालक भी अपने बच्चों के वजन, लंबाई , उम्र के हिसाब से कितना है। पोषण अभियान के दौरान बच्चों के पालकों में भी जागरूकता देखा जा रहा है। महिला बाल विकास विभाग के कार्यकर्ताओं द्वारा पौष्टिक आहार के संबंध में जानकारी दी जा रही है। साथ गर्भवती माताओं की गोद भराई भी की जा रही है। फरसाबहार विकासखंड तपकरा सेक्टर 2 केरसई परियोजना में वजन त्यौहार में शामिल होने आई गर्भवती महिला की गोद भराई की गई और पौष्टिक आहार लेने के लिए बताया गया। -
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जशपुर : स्कूलों में बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। विगत दिवस शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिमड़ा में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा विघार्थियों को हाथ धुलाई के साथ साफ सफाई के बारे में जानकारी दी गई। इसी कड़ी में रेड क्रॉस के छात्रों ने स्वच्छता अभियान के तहत बगीचा विकास खंड के संस्कृति महाविद्यालय में प्लास्टिक एकत्रीकरण और परिसर की साफ सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया गया।स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कुछ प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। स्कूलों और कॉलेजों में स्वच्छता प्रति जागरूक लाना, सामुदायिक अभियान के तहत स्थानीय स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को सफाई के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है।
सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग कर लोगों में स्वच्छता से संबंधित वीडियो, पोस्ट और लेख साझा किया जा सकता है। स्कूलों और कालेजों में स्वच्छता पर आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। स्वच्छता संदेशः सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता से संबंधित पोस्टर और बैनर लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इन उपायों से लोग स्वच्छता के महत्व को समझेंगे और इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। -
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जशपुर : जशपुर जिला, और मुंबई स्थित अर्पण संस्था ने बाल लैंगिक शोषण को रोकने के लिए कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल जिला शिक्षा अधिकारी की सहायता से अर्पण संस्था प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम शुरू करने के लिए शिक्षकों की क्षमता निर्माण‘ प्रशिक्षण 18 सितम्बर 2024 आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण विकास खंड शिक्षा अधिकारी मनोरा श्री संजय कुमार पटेल, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री तरुण कुमार पटेल की गरिमामय उपस्थिति में प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया।प्रशिक्षण के साथ, शिक्षक माता-पिता तथा वयस्क भागीदारों के लिए इस विषय पर जागरूकता सत्र आयोजित करेंगे। तथा बच्चों को उनकी आयु अनुसार जानकारी देने में सक्षम होंगे। बच्चों को, इस अभियान से एक सुरक्षित माहौल तैयार करने में मदद मिलेगी।
अर्पण‘ एक पुरस्कार विजेता गैर-सरकारी संस्था (एनजीओ) है। यह मुबई सहित विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है। यह संस्था भारत की बाल लैंगिक शोषण से मुक्त करने की दिशा में काम कर रही है। ‘अर्पण‘ भारत की सबसे बडी गैर-सरकारी संस्था है, जो बच्चों सहित वयस्कों के लिए बाल लैंगिक शोषण पर रोकथाम एवं प्रशिक्षण सेवाएं उपलब्ध कराती है। सन 2007 से ‘अर्पण‘ के कार्यों का प्रभाव 20 लाख बच्चों और वयस्कों पर हुआ है।अभियान के इस चरण में जशपुर जिले के बगीचा जशपुर, मनोरा और कुनकुरी के शिक्षकों के लिए आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण बुधवार 18 सितम्बर से 24 सितम्बर 24 तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित किया गया है।
प्रशिक्षण के विषयः
बाल लैंगिक शोषण का परिचयः
सत्र में बच्चों और बच्चों के अधिकार, बाल शोषण और बाल लैंगिक शोषण के प्रकार, इनके आँकड़े, बाल लैंगिक शोषण के अल्पकालीन और दीर्घकालीन प्रभाव, पॉक्सो अधिनियम और इसके प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। मीडिया के लिए लैंगिक शोषण को रोकने के लिए रोकथाम कार्यक्रम व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा 6 से 16 साल के बच्चों के लिए कहानी पर आधारित व्यक्तिगत सुरक्षा शिक्षा कार्यक्रम, ऑनलाइन ई-लर्निंग कोर्स का परिचय, रोकथाम के पाठों और जीवन कौशल पर आधारित जानकारी देकर बच्चों को सशक्त बनाने के तरीके पर एक प्रस्तुति दी जाएगी।
बच्चे के खुलासे के मामले को कैसे संभालें?
खुलासे के प्रकार और बाल लैंगिक शोषण के मामले को संभालते समय शिक्षकों की किन कौशलों का इस्तेमाल करना चाहिए, इस पर नवीनतम जानकारी की प्रस्तुति दी जाएगी। प्रशिक्षण की सफलता हेतु नव उल्लास साक्षरता के प्रभारी श्री विपिन विकास खरे, संकुल समनपक श्री प्रेम लाल बर्मन एवं लेखपाल समय शिक्षा श्री नरेन्द्र बघेल श्री जगेश्वर भगत जी प्रशिक्षण में सहयोग प्रदान कर रहे हैं।इस प्रशिक्षण की संचालित करने में अर्पण संस्था के अनुभवी प्रशिक्षक, आशा खडकर, दिनेश रेग्मी, नंदिनी मजुमदार, अनुष्का कुंडू, नुपुर लांडगे, सयाली जाधव, मिलिंद मुरुडकर, शंकर गवस, प्रशांत गीते और निलय अमृतवे मार्गदर्शन देंगे। इस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने में एस. सी. ई. आर. टी. छ. ग. रायपुर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। -
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बच्चों को साफ सफाई और गर्म पानी का ही उपयोग करने की सलाह दी गईजशपुर : सराईटोला पत्थलगांव के एकलव्य आवासीय विद्यालय के छात्रावास का खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेम्स मिंज, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शेखरपुर के चिकित्सक डॉ. शशिकांत साहू एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा निरीक्षण किया गया जिसमें 16 सामान्य पेचिश से प्रभावित बच्चों को दवाई देकर इलाज किया गया।साथ ही बच्चों को स्वास्थ्य शिक्षा दी गई एवं हाथ धोने के तरीके, पानी उबालकर पीने एवं मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई। इस दौरान सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास विभाग, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं नायब तहसीलदार भी छात्रावास का निरीक्षण के लिए पहुंचे एवं छात्रावास की साफ सफाई तथा बच्चों के लिए अच्छे भोजन की व्यवस्था करने व बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने हेतु छात्रावास अधीक्षक को निर्देशित किया। -
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बेमेतरा : जिले के वयोवृद्ध जनों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बेमेतरा जिला चिकित्सालय सहित ज़िले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों बेरला, साजा, नवागढ़, और खंडसरा में कल 23 सितंबर को नि:शुल्क चिकित्सकीय जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस शिविर का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्रदान करना और उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच कर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।शिविर के दौरान वयोवृद्ध व्यक्तियों का संपूर्ण चिकित्सकीय परीक्षण किया जाएगा। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार की जांचें, परीक्षण, और स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं का निदान किया जाएगा। साथ ही, जिन्हें आवश्यकता होगी उन्हें उपचार प्रदान किया जाएगा। शिविर में जांच के बाद सभी योग्य वयोवृद्ध व्यक्तियों के लिए आभा आईडी (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) और आयुष्मान कार्ड भी बनाए जाएंगे। यह कार्ड उन्हें सरकारी योजनाओं के तहत चिकित्सा लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा।
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. यशवंत कुमार ध्रुव और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. भेखराम साहू ने बताया कि जिले के सभी वयोवृद्ध नागरिकों को इस शिविर का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने ज़िले के सभी वृद्ध जनों से अपील की है कि वे संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला चिकित्सालय में समय पर पहुंचकर इस नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में भाग लें और अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं।इस नि:शुल्क शिविर में विभिन्न प्रकार के रोगों की पहचान और रोकथाम के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी, जो वृद्धावस्था से जुड़े सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं जैसे रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, ऑर्थोपेडिक आदि अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। -
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बेमेतरा : बेमेतरा जिला के नवागढ़ एवं सम्बलपुर के कन्या आश्राम का डिप्टी कलेक्टर दिव्या पोटाई ने औचक निरीक्षण किया तथा वहाँ रहकर पढ़ाई करने वाले छात्राओं से बातचीत की । इस दौरान श्रीमती पोटाई ने उपस्थिती पंजी एवं आवश्यक अभिलेखों की संधारण की जानकारी भी ली। छात्रावास का निरीक्षण करते हुए उन्होंने छात्रावास के अधीक्षको से छात्रावास के संबंध में चर्चा करते हुए वहा के साफ सफाई और छात्रों को दिए जाने वाले भोजन के विषय में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।उन्होने स्पष्ट रूप से कहा की छात्रावास में छात्राओ के बीमारी होने की दशा में किसी भी प्रकार की कोई कोताही ना बरती जाए उनके निर्देश पर, निरायु जी टीम नवागढ़ महिला छात्रावास में आकर छात्राओं का स्वस्थ निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्रावास के प्रभारी से वहाँ की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली ।निरीक्षण के दौरान बालिकाओं के लिए संचालित विद्यालय में रीडिंग जोन बनाने के साथ-साथ सभी खिड़कियों में जाली लगाने, परिसर में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान साथ मे तहसीलदार, छात्रावास अधीक्षक रेनू साहु, चित्रा डहरे , संध्या साहू उपस्थित थे। -
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उनके के आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ायाबेमेतरा : ग्राम चमारी, बेमेतरा के निवासी श्री लोकेश साहू का और उनके माता-पिता का वर्षों से सपना था कि उनका अपना एक घर हो, जिसमें वे अपने परिवार के साथ सुरक्षित और सुकून भरा जीवन बिता सकें। आर्थिक कठिनाइयों और सीमित आय के कारण यह सपना दूर की बात लग रहा था। परंतु प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) ने उनके इस सपने को हकीकत में बदलने का अवसर प्रदान किया। यह योजना उनके लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हुई, जिसने उनके परिवार की जीवनशैली में अभूतपूर्व बदलाव लाए।माता कौशल्या के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत हुआ। अचानक उनका देहांत हो जाने से सरकार की और से नॉमिनीत उनके बेटे लोकेश साहू के नाम से मकान स्वीकृत किया गया।
संघर्षपूर्ण जीवन की शुरुआत
लोकेश साहू बताते है उनका परिवार एक साधारण परिवार था। उनकी आय का मुख्य स्रोत मकान, निर्माण की छत सेंट्रिंग आदि का काम करते थे, जो कभी-कभी मौसम और अन्य कारणों से अनिश्चित हो जाती थी। परिवार के पास अपनी जीविका चलाने के लिए पर्याप्त संसाधन तो थे, लेकिन अपने खुद के घर के निर्माण के लिए पैसे जोड़ पाना मुश्किल था। उन्होंने 10 वीं तक पढ़ाई की है। पहले वे मिट्टी के पुराने घर में रह रहे थे, जो समय के साथ कमजोर हो गया था। बरसात के दिनों में घर में पानी टपकना, दीवारों का टूटना जैसी समस्याएं आम हो गई थीं। इस स्थिति में रहना उनके परिवार के लिए असुरक्षित और कष्ट दायक था।
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ
साल 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना ने लोकेश साहू जैसे लाखों लोगों को अपने घर का सपना पूरा करने का एक सुनहरा अवसर दिया। इस योजना के तहत, उन परिवारों को सहायता प्रदान की जाती है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं और जिनके पास अपना घर नहीं होता। लोकेश की माता ने भी इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया। उनके आवेदन की जांच के बाद, उन्हें योजना के तहत घर बनाने के लिए वित्तीय सहायता दी गई। किंतु उनका एक किश्त मिलने के बाद आकस्मिक निधन हो गया।उनके बेटे लोकेश को यह आवास मिला।
निर्माण की शुरुआत
श्री लोकेश साहू ने योजना के तहत मिले पैसों का सही इस्तेमाल करते हुए अपने सपनों का घर बनाना शुरू किया। सरकार द्वारा प्रदान की गई राशि से उन्हें न केवल घर के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री मिली, बल्कि मजदूरी का खर्च भी उठाया गया। मकान बनाने का अनुभव तो था । स्वयं उन्होंने और उनके पिता श्री अर्जुन ने भी अपनी मेहनत से घर बनाया। इस योजना में उन्हें घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई। इसके अलावा, मनरेगा के तहत मजदूरी के रूप में अतिरिक्त सहायता भी मिली, जिससे निर्माण कार्य में तेजी आई।*
घर का स्वरूप और सुविधाएँ
श्री लोकेश साहू का नया घर एक मजबूत और आधुनिक संरचना है। यह घर सीमेंट से बना हुआ है, जिसमें छत पक्की है और दीवारें मजबूत हैं। घर में दो कमरे, एक रसोईघर, और शौचालय की सुविधा है। पहले के मुकाबले अब उनका परिवार और पिता बारिश, गर्मी, और ठंड जैसी प्राकृतिक विपत्तियों से सुरक्षित महसूस करता है। शौचालय की सुविधा से स्वच्छता में भी सुधार हुआ है, जिससे परिवार का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है।
जीवन में सकारात्मक बदलाव
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले इस घर ने लोकेश साहू और उनके परिवार की जिंदगी में कई सकारात्मक बदलाव लाए। सबसे पहला बदलाव यह था कि अब वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। अब उन्हें मौसम की मार से डरने की जरूरत नहीं है। उनके एक दो साल का बेटा है। पहले के असुरक्षित घर के मुकाबले, अब यह घर उनके लिए स्थिरता और सुरक्षा का प्रतीक बन चुका है। इसके अलावा, स्वच्छता की सुविधा ने उनके परिवार के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया है। पहले जहां उन्हें खुले में शौच के लिए जाना पड़ता था, अब घर में शौचालय होने से न केवल स्वास्थ्य में सुधार हुआ है, बल्कि समाज में भी उनकी प्रतिष्ठा बढ़ी है। उनके बच्चे को भी अब एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिल पाया है, जिससे वह आगे बढ़ सकेगा।
आर्थिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मिले घर ने लोकेश साहू के आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ाया है। अब वे खुद को एक जिम्मेदार और आत्मनिर्भर व्यक्ति महसूस करते हैं, जो अपने परिवार के लिए एक स्थायी और सुरक्षित आशियाना प्रदान कर सका है। इस घर ने न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को स्थिर किया है, बल्कि उनके मनोबल को भी ऊंचा किया है। अब वे अपने भविष्य को लेकर अधिक सकारात्मक और आत्मविश्वासी महसूस करते हैं।
समाज में प्रेरणा
श्री लोकेश साहू का यह सफलता का सफर ग्राम चमारी के अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया है। उनके गांव के अन्य लोगों ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन करना शुरू किया और उन्हें भी अपने घर बनाने के लिए सहायता प्राप्त हो रही है। इस तरह, यह योजना न केवल व्यक्तिगत रूप से लोकेश साहू के जीवन में बदलाव लाई है, बल्कि पूरे समाज में सकारात्मक प्रभाव डाल रही है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री आवास योजना ने श्री लोकेश साहू और उनके परिवार के जीवन में अभूतपूर्व बदलाव लाए हैं। यह योजना उन लाखों गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है, जो अपने घर का सपना देखते हैं। यह योजना न केवल घर बनाने में सहायता करती है, बल्कि लोगों के जीवन में स्थिरता, सुरक्षा, और स्वाभिमान भी लाती है। श्री लोकेश साहू की यह कहानी इस बात का साक्षात उदाहरण है कि कैसे एक सरकारी योजना लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। -
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बेमेतरा : राष्ट्रीय पोषण माह 2024 कार्यक्रम पूरे देश-प्रदेश में 01 सितंबर से 30 सितंबर 2024 तक विशेष पोषण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें जिला बेमेतरा के जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग श्री चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया द्वारा अभिनव पहल करते हुए जिले के समस्त ऑगनबाड़ी केन्द्रों एवं हितग्राहियों (गर्भवती महिला, शिशुवती महिला एवं कुपोषित बच्चे) और महतारी वंदन तथा सुकन्या समृद्धि योजनांतर्गत खाता खुलवाने वाली समस्त हितग्राहियों के घरों में हर घर मुनगा, घर-घर मुनगा' अभियान के तहत् "सुपोषण वृक्ष" मुनगा (सहजन) के बीज, डालियों और पौधे वितरित किये गए तथा रोपण किया गया।
ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा सहजन पौधे (मुनगा) की पत्तियों का उपयोग खिचड़ी, पराठा, रोटी, दाल, सब्जी आदि गर्म भोजन के रूप में हितग्राहियों को दिया जाता है। जिला बेमेतरा के समस्त परियोजनाओं के अंतर्गत ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता, कुपोषित बच्चों, एनीमिक / गर्भवती महिला तथा महतारी वंदन एवं सुकन्या समृद्धि योजन अंतर्गत हितग्राहियों द्वारा 37948 मुनगा (सहजन) पौधे का रोपण किया गया। राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का सफल क्रियान्वयन हेतु सर्व संबंधित विभाग प्रमुख,छात्रावास / आश्रम अधीक्षक, उद्यानिकी विभाग, खाद्य विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्यविभाग एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभागों से समन्वय कर राष्ट्रीय पोषण माह 2024 जन आंदोलन पोर्टल में दैनिक गतिविधियों का एंट्री किया जा रहा है। जिसमें समस्त छात्रावास, स्कूल शिक्षा विभाग से सुपोषित आहार, कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन्स, स्वच्छता अंतर्गत हाथ धोएं 5 सूत्र के बारे बच्चों को जानकारी प्रदान कर प्रश्नोत्तरी आयोजित किया गया। खाद्य विभाग जिले में संचालित समस्त शास. उचित मूल्य की दुकानों से प्राप्त पोषक तत्वों से युक्त फोर्टिफाइड चावल (आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी-12) के लाभ के संबंध में हितग्राहियों को जानकारी दी गई। -
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सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से विकास के पथ पर अग्रसर हो रहे पहाड़ी कोरवापक्के आवास के सपने को हकीकत में बदलने अहम भूमिका निभा रही, प्रधानमंत्री जनमन आवास योजनाबलरामपुर : केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जनहित में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचलित की जा रही है, इसके सुचारू रूप से संचालन की कुछ तस्वीरें आपसे साझा करने जा रहे हैं। ये तस्वीरें हैं बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ऐसे क्षेत्रों की जहां विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के पहाड़ी कोरवा निवास करते हैं, जो अछूते रह गए हैं जहां समुचित विकास की संभावनाएं शेष हैं। इन्हीं अंचलों के विकास के लिए प्रधानमंत्री ने पहाड़ी कोरवाओं की जिम्मेदारी लेते हुए कई महत्पूर्ण योजनाआं के साथ उनके लिए पीएम जनमन आवास योजना लागू की है और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में इस व्यापक पहल का व्यापक असर भी हुआ है।शासन-प्रशासन के प्रयासों का नतीजा सबके सामने है कि कई पहाड़ी कोरवाओं के घर अब बन कर तैयार होने लगे है और पीएम जनमन आवास योजना से इन वर्गों को बड़ी राहत मिली है। बलरामपुर के ग्राम पंचायत गोविंदपुर निवासी श्री चैतु कोरवा और श्री धनेश कोरवा जिनका रिश्ता पिता और पुत्र का है। जिनकी कई पीढ़ियों ने अपना जीवन कच्चे मकान में गुजार दिया। चैतु कोरवा बताते हैं कि हम लोग मजदूरी कर अपना घर चलाते हैं।
ऐसे में पक्के का मकान बनाना एक सपने की तरह था लेकीन प्रधानमंत्री जी ने पहाड़ी कोरवाओं के हित में पीएम जनमन आवास योजना लागू की है। जिसके बदौलत आज हमारा पक्का मकान बन रहा है। उनके पुत्र धनेश कोरवा बताते हैं कि उनको भी पीएम जनमन अंतर्गत घर की स्वीकृति मिली है। वे दोनों पिता-पुत्र स्वयं अपने घर में मजदूरी कर घर को आकार दे रहे हैं। जिसका उन्हें मजदूरी भुगतान भी मिलेगा। धनेश कोरवा ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम जैसे अनेकों पहाड़ी कोरवाओं के लिए पक्के के मकान का सपना धीरे-धीरे हकीकत बन रहा है। ऐसे ही प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के प्रयासों से कई पहाड़ी कोरवाओं के सपने को सार्थक रुप देने का कार्य जारी है। जिसमें बलरामपुर जिले में प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना अंतर्गत 3515 आवास बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिसमे से 2958 घरों की स्वीकृति मिली है जिसमे से 122 हितग्राहियों का आवास बन कर तैयार हो चुका है। इस योजना के तहत सरकार पहाड़ी कोरवा परिवारों को गुणवत्ता युक्त आवास प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिससे पहाड़ी कोरवा परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो और उन्हें बेहतर जीवन मिल सके।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से शत-प्रतिशत लाभान्वित करने के लिये प्रधानमंत्री जनमन योजना की शुरूआत की है। इसके तहत विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को प्रधानमंत्री आवास सहित आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य योजनाओं से प्राथमिकता से लाभान्वित किया जा रहा है। -
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सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से विकास के पथ पर अग्रसर हो रहे पहाड़ी कोरवापक्के आवास के सपने को हकीकत में बदलने अहम भूमिका निभा रही, प्रधानमंत्री जनमन आवास योजनाबलरामपुर : केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जनहित में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचलित की जा रही है, इसके सुचारू रूप से संचालन की कुछ तस्वीरें आपसे साझा करने जा रहे हैं। ये तस्वीरें हैं बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ऐसे क्षेत्रों की जहां विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के पहाड़ी कोरवा निवास करते हैं, जो अछूते रह गए हैं जहां समुचित विकास की संभावनाएं शेष हैं। इन्हीं अंचलों के विकास के लिए प्रधानमंत्री ने पहाड़ी कोरवाओं की जिम्मेदारी लेते हुए कई महत्पूर्ण योजनाआं के साथ उनके लिए पीएम जनमन आवास योजना लागू की है और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में इस व्यापक पहल का व्यापक असर भी हुआ है।शासन-प्रशासन के प्रयासों का नतीजा सबके सामने है कि कई पहाड़ी कोरवाओं के घर अब बन कर तैयार होने लगे है और पीएम जनमन आवास योजना से इन वर्गों को बड़ी राहत मिली है। बलरामपुर के ग्राम पंचायत गोविंदपुर निवासी श्री चैतु कोरवा और श्री धनेश कोरवा जिनका रिश्ता पिता और पुत्र का है। जिनकी कई पीढ़ियों ने अपना जीवन कच्चे मकान में गुजार दिया। चैतु कोरवा बताते हैं कि हम लोग मजदूरी कर अपना घर चलाते हैं।
ऐसे में पक्के का मकान बनाना एक सपने की तरह था लेकीन प्रधानमंत्री जी ने पहाड़ी कोरवाओं के हित में पीएम जनमन आवास योजना लागू की है। जिसके बदौलत आज हमारा पक्का मकान बन रहा है। उनके पुत्र धनेश कोरवा बताते हैं कि उनको भी पीएम जनमन अंतर्गत घर की स्वीकृति मिली है। वे दोनों पिता-पुत्र स्वयं अपने घर में मजदूरी कर घर को आकार दे रहे हैं। जिसका उन्हें मजदूरी भुगतान भी मिलेगा। धनेश कोरवा ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम जैसे अनेकों पहाड़ी कोरवाओं के लिए पक्के के मकान का सपना धीरे-धीरे हकीकत बन रहा है। ऐसे ही प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के प्रयासों से कई पहाड़ी कोरवाओं के सपने को सार्थक रुप देने का कार्य जारी है। जिसमें बलरामपुर जिले में प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना अंतर्गत 3515 आवास बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
जिसमे से 2958 घरों की स्वीकृति मिली है जिसमे से 122 हितग्राहियों का आवास बन कर तैयार हो चुका है। इस योजना के तहत सरकार पहाड़ी कोरवा परिवारों को गुणवत्ता युक्त आवास प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिससे पहाड़ी कोरवा परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो और उन्हें बेहतर जीवन मिल सके।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से शत-प्रतिशत लाभान्वित करने के लिये प्रधानमंत्री जनमन योजना की शुरूआत की है। इसके तहत विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों को प्रधानमंत्री आवास सहित आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य योजनाओं से प्राथमिकता से लाभान्वित किया जा रहा है। -
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30 सितंबर तक मनाया जायेगा आयुष्मान पखवाड़ा दिवसबलरामपुर : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्या योजना एवं शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के अन्तर्गत जिले में 20 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़ा दिवस का आयोजन किया जा रहा है।पखवाडे में जिले के छुटे हुये समस्त पात्र हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड पंजीयन किया जायेगा।साथ ही जिले के समस्त विकासखण्डो में विशेष शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है साथ ही समस्त जिले उत्कृष्ट कार्य कर रहे चिन्हांकित शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों को जिला स्तर पर सम्मानित भी किया जायेगा।इसी क्रम में प्रत्येक विकासखण्ड के चिन्हांकित शासकीय विद्यालयों में 23 सितम्बर 2024 को सायकल रैली एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु समस्त शासकीय चिकित्सालयों में योजना के तहत फ्लेक्स, बैनर, होर्डिंग आदि भी लगवाया गया है।जिसके माध्यम से सूचना जन जन तक पहुंच सके। -
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23 सितम्बर 2024 तक मनाया जाएगा वजन त्यौहारबलरामपुर : जिले में बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य एवं सुपोषण के लिए पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान बच्चों के सुपोषण, माताओं को पोषण आहार प्रदान करने के साथ ही उनके अभिभावकों को पौष्टिक आहार के प्रति जागरूक किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का वजन त्यौहार 23 सितम्बर 2024 आयोजित किया जाएगा।जिले में बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और सुपोषण को सुनिश्चित करने के लिए ष्पोषण माहष् का आयोजन हो रहा है।इस पोषण माह के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कई जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इनमें पोषण से जुड़ी जानकारी, संतुलित आहार के लाभ, स्वच्छता के महत्व और विटामिन और खनिज तत्वों से भरपूर भोजन के बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से पोषण जागरूता कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा हैं। डीपीओ श्री बसंत मिंज ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत् आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण माह अंतर्गत जनसमुदाय को पोषण संबंधी परामर्श दिया जा रहा है।इस दौरान, बच्चों के वजन और ऊंचाई की नियमित जांच की जा रही है और जो बच्चे कुपोषित पाए जाते हैं, उन्हें आवश्यक पोषण सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।जिले के आगनवाड़ी केंद्रों में इस अभियान के तहत् कार्यशाला भी आयोजित की जा रही हैं, ताकि समाज के हर वर्ग तक पोषण संबंधी जानकारी पहुंचाई जा सके। -
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ठेकेदारों को समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देशमहासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने शुक्रवार शाम जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जो एजेंसी कार्य कर रहे हैं वह अपने कार्य समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण तरीके से करें तथा तृतीय पक्ष परीक्षण कराएं। उन्होंने कहा कि रेट्रो फिटिंग और हर घर जल पहुंच योजना को समय सीमा पर पूर्ण करें, पहले जल स्रोत की जांच करें उसके पश्चात ही टंकी और पाइपलाइन बिछाने का कार्य पूर्ण करें।उन्होंने कहा कि पाइपलाइन और टोंटी की टूट के लिए ग्राम पंचायत के साथ मिलकर समन्वय बनाएं और निगरानी करें। श्री लंगेह ने कहा कि शासन की प्राथमिकता में हर घर जल पहुंचना जरूरी है, सभी को स्वच्छ जल पहुंचाना शासन की प्राथमिकता में शामिल है। बैठक में सभी क्रियान्वयन एजेंसी शामिल थे।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता श्री वर्मा ने जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि आगामी तीन-तीन माह में जल जीवन योजना की समीक्षा कार्य योजना बनाकर प्रगति की जानकारी दें साथ ही कहा कि प्रत्येक माह जल जीवन के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि तृतीय पक्ष निरीक्षण कार्य के गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए अति महत्वपूर्ण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करें इसमें किसी प्रकार के लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।इस एजेंसी के द्वारा ग्रामवार कार्य की प्रगति निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत करने के पश्चात ही समय वृद्धि प्रदान किए जाने की निर्देश दिए गए। उन्होंने सभी ठेकेदारों को तृतीय पक्ष निरीक्षण एजेंसी, आई एस ए जिम्मेदारी के साथ गुणवत्ता पूर्ण कार्य करते हुए ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के घरों तक पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने रिट्रोफिटिंग, सोलर आधारित योजना एवं जल स्त्रोत की उपलब्धता व खनन की समीक्षा की।
कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जिले में अभी तक 59 ग्राम पंचायत में पूर्ण रूप से हर घर जल सेवा पहुंच चुका है तथा शेष कार्य अभी जारी है। उन्होंने बताया कि हर घर जल प्रमाणित ग्राम की संख्या 59 है। कार्य पूर्ण ग्राम 194 है क्रेडा के माध्यम से 43 में से 37 कार्य पूर्ण हो गए हैं। एक समूह जल योजना में कार्य जारी है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री एस आलोक, सभी क्रियांवायन एजेंसी सहित पी एच ई के अधिकारी मौजूद थे। -
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सूरजपुर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशानुसार आज जिला स्तरीय दिव्यांग शिविर एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन जनपद पंचायत ओड़गी के मंगल भवन में किया गया। जिसमें दिव्यांगजनो के चिन्हांकन व परीक्षण कर दिव्यांगता प्रमाण पत्र एव यूडीआईडी कार्ड बनाया गया साथ ही स्वास्थ्य शिविर में एनसीडी स्क्रीनिंग, सिकलेल, टीवी ,कुष्ठ तथा मोतियाबिंद सहित आयुष्मान नवीन कार्ड, मानशिक रोगी का पहचान किया गया। शिविर में कुल 252 हितग्राही का पंजीयन किया गया।जिसमें से दिव्यांगता प्रमाण पत्र 96, यूडीआईडी कार्ड 24, एनसीडी स्क्रीनिंग-15, मानसिक रोगी-35, मोतियाबिंद मरीजो की संख्या-09, नाक, कान, गला-13, चर्म रोग-2, टीवी जाँच-15, सामान्य मरीजों की उपचार एवं निदान -47 का किया गया। इस दौरान जिला मेडिकल बोर्ड एवं मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों, अधिकारियों, समाज कल्याण के उप संचालक, सीईओ जनपद पंचायत ओड़गी, बीएमओ, एडीओ बीपीएम व ड्यूटी में लगाये गए चिकित्सक अधिकारी, कर्मचारी मितानिन कार्यक्रम के बीसी/एमटी सहित स्वास्थ्य विभाग एवं पंचायत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सभी उपस्थित रहे।