- Home
- छत्तीसगढ़
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पीएम मातृ वंदना योजना की धीमी प्रगति, एनआरसी व एचआरपी में लापरवाही पर बाल विकास परियोजना अधिकारी पर जताई नाराजगी
कोरिया : जिला स्वास्थ्य मिशन एवं स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
बाल विकास परियोजना अधिकारी को कड़ी फटकार
बैठक में एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र) की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को पोषण और चिकित्सा सुविधा देकर सामान्य श्रेणी में लाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एनआरसी में बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता को भी पोषण शिक्षा और परामर्श दिया जाना चाहिए। कलेक्टर ने उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) के मामलों की नियमित निगरानी, विशेष रूप से हर माह 9 तारीख को होने वाली जांच में प्राथमिकता से चिन्हांकन व उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की उपेक्षा से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा की, धीमी प्रगति पर बैकुंठपुर के बाल विकास परियोजना अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई गई। कलेक्टर ने कहा कि कुपोषण और उच्च जोखिम गर्भावस्था के मामलों में सुधार हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन विभागीय निष्क्रियता चिंता का विषय है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सुधार नहीं हुआ तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाएं
कलेक्टर ने आयुष्मान भारत और वय वंदन कार्ड की प्रगति की समीक्षा करते हुए सोनहत, पटना, बचरा-पोड़ी और बैकुंठपुर के ब्लॉक प्रोग्राम प्रबंधकों को 30 जुलाई तक शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। साथ ही, धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत आयोजित आधार शिविरों में लाभार्थियों को पहुंचाकर कार्ड बनवाने की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने को कहा।कार्यालय समय पर पहुंचे
बैठक के दौरान कलेक्टर ने सभी सामुदायिक, प्राथमिक व उप-स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत कर्मियों की आधार आधारित उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और स्पष्ट कहा कि समय पर स्वास्थ्य केंद्रों में उपस्थित न होने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।संयुक्त बैठक जरूरी
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग को आपसी समन्वय मजबूत करने के निर्देश दिए और कहा कि अगली बैठक भी दोनों विभागों की संयुक्त उपस्थिति में की जाएगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह, जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. आयुष जायसवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एनएस रावटे सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पहला पंजीकरण प्रपत्र कक्षा 1 हेतु आज हुआ जमा
बेमेतरा : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन मे केन्द्रीय विद्यालय बेमेतरा में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 1 से 5 तक के नवीन प्रवेश हेतु पंजीकरण प्रक्रिया आज से विधिवत रूप से प्रारंभ हो गई है। पंजीकरण के पहले ही दिन कक्षा 1 में प्रवेश हेतु एक अभिभावक द्वारा पहला पंजीकरण फॉर्म सफलतापूर्वक जमा किया गया, जिससे विद्यालय परिसर में एक सकारात्मक और उत्साही वातावरण देखने को मिला।
विद्यालय प्रशासन ने अभिभावकों की सुविधा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को डिजिटल रूप में भी सुलभ बनाया है। अब अभिभावक विद्यालय से निःशुल्क पंजीकरण फॉर्म प्राप्त करने के साथ-साथ QR कोड स्कैन कर फॉर्म और आवश्यक दस्तावेजों की सूची भी अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर डाउनलोड कर सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से उन अभिभावकों के लिए सहायक है जो किसी कारणवश विद्यालय नहीं पहुंच सकते या घर से ही तैयारी करना चाहते हैं। QR कोड विद्यालय परिसर के सूचना पट्ट के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एवं प्रचार सामग्री पर भी उपलब्ध है, जिससे व्यापक स्तर पर पहुँच सुनिश्चित की गई है।
विद्यालय द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पंजीकरण 06 अगस्त 2025 (बुधवार) को दोपहर 2.00 बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। पंजीकरण का समय प्रत्येक कार्य दिवस पर सुबह 9ः00 बजे से दोपहर 2ः00 बजे तक निर्धारित किया गया है।
विद्यालय प्रशासन ने सभी पात्र अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे इस डिजिटल सुविधा का लाभ उठाते हुए समय पर पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण करें और अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य हेतु एक महत्वपूर्ण कदम उठाएं। प्रवेश से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए अभिभावक विद्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
परीक्षा में पारदर्शिता और सुरक्षा सर्वोपरि: केंद्रों में जैमर, पुलिस बल और सख्त ड्रेस कोड लागू
समय पालन और अनुशासन सुनिश्चित करें किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं चलेगी - कलेक्टर
बेमेतरा : 27 जुलाई दिन रविवार को व्यापम द्वारा आयोजित आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा 2025 के सफल आयोजन हेतु आज कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्टरेट के दिशा सभाकक्ष में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस परीक्षा में प्रदेश भर से लगभग 2 लाख 70 हजार अभ्यर्थी सम्मिलित हो रहे हैं, जिसमे बेमेतरा जिले से लगभग 5000 अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके लिए जिले मे 20 परीक्षा केंद्र बनाये गए हैं। जिसके सुचारू संचालन हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में संबंधित विभागों, पुलिस प्रशासन एवं तकनीकी एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
परीक्षा समय और प्रवेश व्यवस्था सख्त
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि परीक्षा 27 जुलाई को प्रातः 11.00 बजे से दोपहर 1.15 बजे तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा के दिन अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के दो घंटे पूर्व केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य होगा ताकि समय पर उनकी फ्रिस्किंग एवं दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया संपन्न की जा सके। मुख्य द्वार प्रातः 10.30 बजे के बाद बंद कर दिया जाएगा, जिससे किसी भी परिस्थिति में देरी से आए हुए अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
जैमर व तकनीकी निगरानी की पुख्ता व्यवस्था
प्रत्येक परीक्षा केंद्र में संचार विहीन वातावरण सुनिश्चित करने हेतु भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड द्वारा जैमर लगाए जाएंगे। इन जैमरों की निगरानी हेतु प्रशिक्षित कर्मचारी की ड्यूटी निर्धारित की गई है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कर्मचारियों के प्रशिक्षण एवं संचालन की संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित एजेंसी सुनिश्चित करे, ताकि परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के गलत इस्तेमाल की कोई संभावना न रहे।
पुलिस बल की तैनाती व फ्रिस्किंग की निगरानी
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र में पुरुष एवं महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की जाएगी, जो परीक्षा प्रारंभ होने से 2 घंटे 30 मिनट पूर्व केंद्र पर उपस्थित होंगे। अभ्यर्थियों की फ्रिस्किंग मेटल डिटेक्टर व मैनुअल तलाशी के माध्यम से की जाएगी। महिला अभ्यर्थियों की तलाशी केवल महिला पुलिसकर्मियों से ही कराई जाएगी।
परीक्षा केंद्रों में सुविधाएं और अनुशासन पर विशेष जोरकलेक्टर श्री शर्मा ने निर्देश दिए कि जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु उप पुलिस अधीक्षक या उच्च अधिकारी को पुलिस नोडल अधिकारी नियुक्त किये जाने निर्देशित किये है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी परीक्षा कक्षों में कार्यशील दीवाल घड़ी अनिवार्य रूप से लगाई जाए, जिससे समय पालन में कोई भ्रम न हो। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रों में पीने के पानी, टॉयलेट आदि की सुविधा समयपूर्व जांची जाए और किसी भी अभ्यर्थी को असुविधा न हो।
अभ्यर्थियों के लिए ड्रेस कोड और निषेधाज्ञा का पालन अनिवार्यअभ्यर्थियों के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए बताया गया कि वे हल्के रंग के आधी बांह के कपड़े पहनें एवं फुटवियर के रूप में चप्पल ही पहनें। किसी भी प्रकार का कान का आभूषण, बेल्ट, टोपी, स्कार्फ, पर्स, घड़ी, मोबाइल फोन या अन्य संचार उपकरण परीक्षा केंद्र में लाना पूर्णतः वर्जित होगा। धार्मिक या सांस्कृतिक पोशाक पहनने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर अन्य से पहले रिपोर्ट करना होगा, ताकि आवश्यक सुरक्षा जांच की जा सके। परीक्षा में अनुचित साधनों के प्रयोग पर कठोर कार्रवाई होगी एवं संबंधित की अभ्यर्थिता तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी जाएगी।
कलेक्टर ने की सख्त अनुशासन और पारदर्शिता की अपील
कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने बैठक के समापन पर सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि परीक्षा निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही, अनुशासनहीनता या असंगति को गंभीरता से लिया जाएगा। समन्वय की भूमिका में सभी विभागों को सजग रहकर कार्य करना होगा, जिससे कि यह परीक्षा प्रशासनिक दृष्टिकोण से एक सफल उदाहरण बन सके। इस अवसर पर एडीएम अनिल वाजपेयी, डिप्टी कलेक्टर पिंकी मनहर, सभी केंद्राध्यक्ष, नोडल, उड़नदस्ता दल एवं ऑब्जर्वर उपस्थित थे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जनदर्शन में सुनी लोगों की समस्याएं
समयबद्ध निराकरण के लिए अधिकारियों को किया निर्देशित
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज बगिया स्थित अपने निवास कार्यालय में जनदर्शन लेकर लोगों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना और प्राप्त आवेदनों को संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध समाधान के लिए निर्देशित भी किया। जनदर्शन के दौरान ग्राम जामबहार, तहसील फरसाबहार की फूलमती बाई उम्र 55 साल की एक दुर्घटना में गिरने की वजह से चलने फिरने में काफी दिक्कत हो रही थी। मुख्यमंत्री के समक्ष फूलमती ने अपनी परेशानियों का उल्लेख किया और ट्राई साइकिल की मांग की। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर उन्हें तत्काल ट्राई साइकिल प्रदान किया गया। ट्राई साइकिल मिलने पर फूलमती ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। शासन की योजनाओं का लाभ आम लोगों को मिले इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है। दूरस्थ क्षेत्रों के विकास के लिए हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है। जनदर्शन के माध्यम से जमीनी स्तर पर ग्रामीण जनों को हो रही समस्याओं की जानकारी मिलती है। उन्होंने अधिकारियों को आवेदनों को संवेदनशीलता के साथ निराकरण करने के निर्देश भी दिए। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : जशपुर जिले में 01 जून से अब तक 6329.9 मिमी वर्षा हो चुकी है। जिले में बीते 10 वर्षों की तुलना में 25 जुलाई तक की स्थिति में 4384.9 मिमी औसत वर्षा हुई है। बीते दिवस जिले में 388.5 मिमी वर्षा हुई है। भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 01 जून से अब तक तहसील जशपुर में 663.0 मिमी, मनोरा में 818.6 मिमी, कुनकुरी में 902.2 मिमी, दुलदुला में 390.6 मिमी, फरसाबहार में 530.6 मिमी, बगीचा में 668.7 मिमी, कांसाबेल में 613.5 मिमी, पत्थलगांव में 522.3 मिमी, सन्ना में 760.8 मिमी एवं बागबहार में 459.6 मिमी वर्षा हो चुकी है। सर्वाधिक वर्षा कुनकुरी में दर्ज की गई है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वच्छता दीदियों को किया सम्मानित, कहा दृ देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में निभा रही हैं अहम भूमिका
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं, बल्कि हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में हमारी स्वच्छता दीदियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है, जिन्होंने निष्ठा, परिश्रम और सेवा-भावना के साथ समाज को नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज जशपुर जिले के ग्राम बगिया में आयोजित सम्मान समारोह में स्वच्छता दीदियों को साड़ी, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जशपुर एक प्राकृतिक रूप से समृद्ध और सुंदर जिला है, लेकिन पहले जब वे गांवों का दौरा करते थे, तो सड़कों के किनारे फैला कचरा गांवों और नगरों की सुंदरता को धूमिल कर देता था। इस स्थिति को बदलने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत कर इसे राष्ट्रीय जनआंदोलन में परिवर्तित किया। उन्होंने स्वयं झाड़ू उठाकर लोगों को प्रेरित किया और गांव-गांव, शहर-शहर स्वच्छता की अलख जगाई। उन्होंने हर नागरिक को स्वच्छ और सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार दिलाने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान में हमारी स्वच्छता दीदियों की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। उनके अथक परिश्रम और समर्पण का ही परिणाम है कि आज जशपुर जिले ने स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। वे वास्तव में सम्मान की पात्र हैं, क्योंकि उन्होंने हमें स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने में अमूल्य योगदान दिया है। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे अपने घर, मोहल्ले, चौराहे, मंदिर और सार्वजनिक स्थलों की सफाई को अपना कर्तव्य मानें और स्वच्छता को अपनी आदत में शामिल करें।
उल्लेखनीय है कि आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा शहरी स्वच्छता सुधारों के मूल्यांकन और प्रोत्साहन हेतु स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (SBM-U) के अंतर्गत 4,589 शहरों को शामिल किया गया था। इस राष्ट्रीय सर्वेक्षण में जशपुर जिले के नगरीय निकायों ने अभूतपूर्व प्रदर्शन कर देश भर में अपना परचम लहराया है।इसमें जशपुरनगर ने 20,000 से 50,000 की जनसंख्या वर्ग में पूरे देश में 10वां स्थान प्राप्त किया है, जो कि 2023 की 505 वीं रैंकिंग से एक लंबी छलांग है। इसी वर्ग में नगर पंचायत कुनकुरी ने 13वां रैंक, नगर पंचायत पत्थलगांव ने 30 वां रैंक, नगर पंचायत बगीचा ने 51वां रैंक, और नगर पंचायत कोतबा ने 64 वां रैंक हासिल किया है। यह असाधारण उपलब्धि स्वच्छता दीदियों के परिश्रम और प्रशासनिक टीम के समन्वित प्रयास का प्रतिफल है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में जिले को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए नगरीय निकायों द्वारा योजनाबद्ध रूप से कई कार्य किए जा रहे हैं, जिनमें बी.टी. रोड निर्माण, रोड मार्किंग, सामुदायिक शौचालयों का उन्नयन, चौक-चौराहों का सौंदर्यीकरण, वॉल पेंटिंग, वेस्ट मैटेरियल से पार्कों का निर्माण, कम्पोस्टिंग शेड और रीसाइक्लिंग सेंटर की स्थापना, फुटपाथों पर पेवर ब्लॉक लगाना, साइनेज आदि प्रमुख हैं। लेकिन इन प्रयासों की आत्मा बनी है वे स्वच्छता दीदियाँ, जो हर गली, मोहल्ले में जाकर डोर टू डोर कचरा संग्रहण जैसे श्रमसाध्य कार्यों को अंजाम देती हैं।
इस अवसर पर जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत ने सभी स्वच्छता दीदियों, नगरीय निकायों के अधिकारियों और नागरिकों को इस उपलब्धि पर बधाई दी। सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय ने कहा कि स्वच्छता दीदियाँ वह कार्य कर रही हैं जो पहले समाज में उपेक्षित था। उन्होंने कहा कि कभी स्वच्छता के प्रति लोगों में चेतना नहीं थी, लेकिन स्वच्छ भारत अभियान के तहत दीदियों ने लोगों को न केवल जागरूक किया, बल्कि व्यवहार परिवर्तन भी सुनिश्चित किया, जिससे जशपुर को यह गौरव प्राप्त हुआ है।कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविंद भगत, उपाध्यक्ष श्री यश प्रताप सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एम्बुलेंस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं कराई जाएंगी मुहैयाजशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज बगिया स्थित कैंप कार्यालय से आधुनिक सुविधाओं से युक्त एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा सीएसआर निधी से प्रदत्त इस एम्बुलेंस में बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम के साथ अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी हैं। यह एम्बुलेंस मनोरा में लोगों की सुविधा के लिए रखी जायेगी। इसकी सेवाएं पूरे जिले में ली जा सकेंगी। एम्बुलेंस के माध्यम से समय सीमा के अंदर आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा उपलब्ध होने से मरीजों को काफी सहूलियत होगी। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटनाग्रस्त मरीजों की इससे तत्काल स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध हो सकेगी। मुख्यमंत्री श्री से की पहल पर ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। शासन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और उन्नत बनाने के लिए कृत संकल्पित होकर कुनकुरी में मेडिकल कॉलेज तथा 50 बिस्तर के मातृ एवं शिशु अस्पताल, जशपुर में प्राकृतिक चिकित्सा एवं फिजियोथेरेपी केंद्र, शासकीय नर्सिंग कॉलेज, शासकीय फिजियोथेरेपी कॉलेज स्थापित करने की प्रक्रिया की जा रही है। इस अवसर पर सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय, जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविंद भगत, उपाध्यक्ष श्री यश प्रताप सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कैंप कार्यालय में मुख्यमंत्री ने एयर एनसीसी के छात्रों से मुलाकात कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की
जशपुरनगर : जिले के युवाओं के लिए आसमान की ऊंचाइयों में अपना करियर बनाने का अवसर अब जशपुर में भी उपलब्ध हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के विशेष प्रयासों के परिणामस्वरूप जशपुर स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय को 3 सीजी एनसीसी एयर स्क्वाड्रन की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। यह जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जो स्थानीय युवाओं के भविष्य को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने विद्यालय के एयर एनसीसी के लिए चयनित 25 मेधावी विद्यार्थियों को एनसीसी कैडेट्स का बैच लगाकर पंजीयन की शुरुआत की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इनमें 13 बालिकाएं और 12 बालक शामिल हैं। इस अवसर पर विंग कमांडर श्री विवेक कुमार साहू ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान विधायक श्रीमती गोमती साय और श्रीमती रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविंद भगत, उपाध्यक्ष श्री यश प्रताप सिंह जूदेव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने एनसीसी दिवस समारोह के दौरान इच्छा व्यक्त की थी कि छत्तीसगढ़ में केवल रायपुर में ही एयर एनसीसी और उड़ान का प्रशिक्षण दिया जाता है, जबकि जगदलपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर और जशपुर जैसे स्थानों पर भी हवाई पट्टियों की सुविधा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री की इस पहल के सकारात्मक परिणामस्वरूप मार्च माह में जशपुर आगडीह हवाई पट्टी को 3 सीजी एयर एनसीसी स्क्वाड्रन के लिए स्वीकृति प्रदान की गई और एक माइक्रोलाइट विमान को प्रशिक्षण हेतु जशपुर भेजा गया। इस दौरान लगभग 100 कैडेट्स को उड़ान का वास्तविक अनुभव प्रदान किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वयं हवाई पट्टी पहुंचकर प्रशिक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया और कैडेट्स से संवाद किया। कैडेट्स ने उन्हें विमान से संबंधित तकनीकी जानकारियाँ भी साझा कीं।
प्रशिक्षण प्राप्त कैडेट को मिलते हैं रोजगार के बेहतर अवसर
वर्तमान में 3 सीजी एयर एनसीसी एयर स्क्वाड्रन, पूरे देश में एकमात्र एयर स्क्वाड्रन है जिसमें एम्स, एमबीबीएस और नर्सिंग के छात्र कैडेट के रूप में जुड़े हुए हैं। कैडेटों को यूपीएससी और एसएसबी साक्षात्कार के माध्यम से सेना में 25 वैकेन्सी /पाठ्यक्रम के अवसर मिलते हैं, एसएससी के माध्यम से ऑफिसर्स ट्रेनिग अकादमी के लिए 50 वैकेंसी /पाठ्यक्रम के अवसर मिलते हैं जिसमें यूपीएससी परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती है और केवल एसएसबी साक्षात्कार के माध्यम से चयन के अवसर मिलते है। 20 सीटें लडकियों के लिए आरक्षित होती हैं। वायु सेना के उड़ान प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों सहित सभी पाठ्यक्रमों में 10 प्रतिशत वेकेंसी होती है। जिसके लिए एएफसीएटी, यूपीएससी परीक्षा की आवश्यकता नहीं होती है। इसी तरह से पैरामिलिट्री फोर्स भर्ती में 2 से 10 बोनस अंक दिया जाता है।कई उद्योगों में भी एनसीसी सी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरियों में प्राथमिकता दी जाती है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने कैम्प कार्यालय बगिया में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जशपुर के आजीवन सदस्यों को प्रमाण पत्र किया वितरित
मुख्यमंत्री ने रक्त मित्र पुस्तिका का विमोचन कियाजशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कैम्प कार्यालय बगिया में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जशपुर के आजीवन सदस्यों को प्रमाण पत्र वितरित किया और रक्त मित्र पुस्तिका का भी विमोचन किया।पुस्तिका में जिला प्रशासन ने अभिनव पहल करते हुए 480 रक्त दाताओं का नाम और मोबाइल नम्बर का उल्लेख किया गया है। जिन मरीजों को रक्त की आवश्यकता पड़ेगी वे दिए गए सम्पर्क नम्बर में फोन करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं।मुख्यमंत्री ने नीरज शर्मा, अजय कुमार कुशवाहा, शिव नारायण सोनी को प्रमाण पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी और रक्त मित्र नव पहल के लिए धन्यवाद दिया। रक्त मित्र डायरेक्ट्री बनाकर एक पुनीत कार्य किया है। यह एक ऐतिहासिक कदम है। अब इस डायरेक्ट्री के माध्यम से हर जरूरतमंद तत्काल रक्तदाताओं से संपर्क स्थापित कर पाएँगे।
मुख्यमंत्री ने कहा मुझे खुशी हो रही है कि हमारे जशपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में हर वर्ग के लोग स्वैच्छिक रक्तदान करने समेत स्वास्थ्य जागरुकता कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी देकर जीवन रक्षा और समाज सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज यहाँ रक्तदाता सदस्यों को प्रमाण पत्र देते हुए मैं स्वयं भी गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ, क्योंकि कहा जाता है कि जीवन दान देने वाला ईश्वर के समकक्ष होता है। आपने रक्तदान कर किसी को जीवनदान देने का काम किया है। हम सभी जानते हैं कि रक्त का हमारे जीवन में कितना महत्व है। सही समय पर सही रक्त समूह का रक्त मिलने से किसी के प्राणों की रक्षा हो सकती है। इसलिए रक्तदान को महादान कहा गया है। हम देखते हैं कि छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक रूप से रक्तदान शिविरों का आयोजन रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से ही किया जाता है। आज इस मंच से मैं लोगों से यह आह्वान करना चाहता हूँ कि आप यथासंभव रक्तदान कर जीवनरक्षा का पुनीत कार्य करें।
उन्होंने कहा कि हमने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए एम्बुलेंस को हरी झंडी भी दिखाई। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूँ कि हमारी सरकार सभी नागरिकों को त्वरित और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ देने के लिए संकल्पित है। हम छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर, समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी प्राथमिकता रही है कि हर नागरिक को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा मिले। इस अवसर सरगुजा विकाश प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनि भगत जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जुदेव नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविन्द भगत ,उपाध्यक्ष श्री यश प्रताप सिंह जुदेव,सुनील गुप्ता कलेक्टर श्री रोहित व्यास एस एस पी श्री शशि मोहन सिंह, डिप्टी कलेक्टर श्री हरि ओम द्विवेदी, डिप्टी कलेक्टर प्रशांत कुशवाहा , रेडक्रास सोसायटी के रूपेश प्राणी ग्राही और जनप्रतिनिधिगण, आम नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है की ष्रक्त-मित्रष् डायरेक्ट्री, जिला प्रशासन एवं भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जिला जशपुर की अभिनव पहल है, इसमें स्वैच्छि रक्तदाताओं के समूह का एक डायरेक्ट्री बनाई गई है, जिसमें सभी रक्त समूह के रक्तदाताओं के नाम एवं मोबाईल नंबर दिया गया है। इस ष्रक्त-मित्रष् डायरेक्ट्री के माध्यम से किसी भी व्यक्ति या मरीज को रक्त की आवश्यकता होगी तो वे इस डायरेक्ट्री के माध्यम से उनके मोबाईल नंबर में सीधे संपर्क कर तत्काल रक्त देने का आग्रह कर सकते है, जिससे तत्काल रक्त मित्र उन्हे रक्त देकर या रक्त की व्यवस्था कर सकते है, इससे मरीज को तत्काल रक्त मिल जाएगी इस हेतु उन्हे यहाँ-वहाँ भटकना नही पड़ेगा, डायरेक्ट्री उनकी मदद करेगी। यदि किसी व्यक्ति या समाज सेवी को रक्त मित्र बनना है तो वे सीधे डायरेट्री में दी गई फत् को स्कैन कर गूगल फार्म भरकर तत्काल रक्त-मित्र बन सकते है। इसके अलावा कार्यालय कलेक्टर एवं अध्यक्ष भारतीय रेडक्रॉस मुख्यालय जिला जशपुर कलेक्ट्रेट परिसर कक्ष क्र.122 में आकर रक्त मित्र बन सकते है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में किसानों को फसल बीमा की दी जा रही जानकारी
जशपुरनगर : अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में जशपुर के किसानों को फसल बीमा एवं उसकी उपयोगिता के संबंध में जानकारी देने के लिए जिले के 24 आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों में कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत कलेक्टर रोहित व्यास के मार्गदर्शन में कैलेंडर बना कर आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों में फसल बीमा के संबंध में कार्यशाला का आयोजन जा रहा है। इन कार्यशालाओं में समिति के किसानों को फसल बीमा कराने से होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से चर्चा कर समझाया गया। जिसमें सभी किसानों द्वारा फसल बीमा कराने हेतु उत्साह दिखाया गया। इस कार्यशाला में सहकारिता विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ समिति के कर्मचारी एवं क्षेत्र के किसान उपस्थित रहे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : छत्तीसगढ़ सरकार की महती योजना महतारी वंदन योजना ने महासमुंद नयापारा की पुष्पा प्रजापति के जीवन में खुशियों की नई किरण लाई है। इस योजना के तहत हर महीने एक हजार रुपये उनके खाते में जमा हो रहे हैं, जिससे उनके जीवन में आत्मनिर्भरता और खुशहाली आई है।
पुष्पा ने बताया कि पहले परिवार के लिए रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए बेटे और पति से पैसे मांगना पड़ता था। लेकिन अब इस योजना की मदद से न सिर्फ बच्चों के लिए ये चीजें खरीद पा रही हूं, बल्कि अपने लिए श्रृंगार सामग्री भी ले रही हूं। उन्होंने यह भी बताया कि अब बच्चों की पढ़ाई के लिए कुछ पैसे इस योजना से मिल रही राशि से जमा हो जाता है। पुष्पा ने कहा यह योजना हर विवाहित महिला के जीवन में रौनक लाने का काम कर रही है। सरकार ने हमारी तकलीफों और जरूरतों को समझकर यह योजना लागू की है, जिसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का दिल से आभार व्यक्त करती हूं।
निश्चित ही यह योजना गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना और उनके परिवार की खुशहाली सुनिश्चित करना है। छत्तीसगढ़ सरकार की इस पहल से न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिल रहा है, बल्कि उनके परिवारों में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : एग्रीस्टेक पोर्टल फॉर्मर रजिस्ट्री के तहत किसान अपना पंजीयन स्वयं कर सकते है। पंजीयन करने के लिए स्मार्ट फोन या कम्प्यूटर सेट, आधार नंबर लिंक मोबाईल, आधार कार्ड, भूमि का खसरा बी-1 की आवश्यकता होगी। कंप्यूटर से पंजीयन करने के लिए वेबसाईट ूूण्बहतिण्ंहतपेजंबाण्हवअण्पद पर जाना होगा। मोबाईल से पंजीयन करने के लिए गूगल प्ले स्टोर से फॉर्मर रजिस्ट्री सीजी एप डाऊनलोड करना होगा। उपसंचालक कृषि ने बताया कि साइट या एप पर जाकर पेज में नीचे क्रिएट न्यू यूजर अकाउंट पर जाये, अपना आधार नंबर बॉक्स में भरें, आधार ओटीपी से आधार नंबर वेरीफाई करें, आपकी डिटेल अपने आप आ जायेगी, पेज में सबसे नीचे जाएं, मोबाईल नंबर भरें, ओटीपी से मोबाईल नंबर वेरीफाई करें, अपना स्वयं का पासवर्ड बनाये। अब वापस लॉगिन पेज पर जाकर अपने मोबाईल व पासवर्ड से लॉगिन करें, लॉगिन करने पर आपकी डिटेल पेज पर दिखाई देगी व रजिस्टर पर क्लिक करें, पोर्टल आपसे पूछेगा कि आप मोबाईल नंबर बदलना चाहते है? नहीं कर आगे बढ़े। किसान को अपनी डिटेल हिन्दी में भरना होगा (या गुगल ट्रांसलेट से कर सकते है)। आपके विवरण को अंग्रेजी से मिलाकर प्रतिशत में कितना मिल रहा है, बताएगा ध्यान में रखे जानकारी 80 प्रतिशत से ज्यादा मिले। इसी प्रकार आपका पता, जिला, अनुभाग, आदि भरें, अब रजिस्ट्रेशन जमीन की जानकारी में आगे जाये। जमीन में मालिक या किरायेदार पूछेगा आपको कृषि और लैंड ओवनिंग का दो विकल्प दिखाई देगा दोनों को सेलेक्ट करें। फेच लैंड डिटेल पर क्लिक करें। सर्वे नंबर पर मूल खसरा नंबर एवं सर्वे नंबर पर भरें जो संख्या हो उसे भरें, जैसे-110/5 है तो पहले खाने में 110 एवं दूसरे खाने में 5 भरें। अपना नाम किसान की सूची में सेलेक्ट करें, पहचानकर्ता के नाम का मिलान कर सबमिट करें। किसान के नाम जितनी भूमि है, सब दिखाई देगी फिर भी बी-1 से मिलाकर उन खसरा का चयन करें जो आपकी है। अब वेरीफाई ऑल लैण्ड पर जो की लिस्ट में ऊपर है उसे क्लिक करें। बाक्स में सहमति के लिए चेक बॉक्स में क्लिक करें, ई साईन का विकल्प खुलने पर ई साइन ओटीपी के माध्यम से पूर्ण करें। ई साईन होने के लिए आधार की साईट पर जो अपने आप खुलेगी आधार नंबर डालकर ओटीपी के माध्यम से ई साइन करें। ई-साईन करने पर आपका रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण होकर नामांकन नंबर मिलेगा। यदि आपके द्वारा 80 प्रतिशत से अधिक मिलान हो रहा है तो यह स्वचालित प्रक्रिया के तहत 48 घंटे में आपकी फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण हो जाएगी और यदि 80 प्रतिशत से कम मिलान है तो पटवारी और तहसीलदार द्वारा वेरीफिकेशन पूर्ण होने पर आईडी जारी होगी।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल-ऑयल पॉम योजना के तहत विविध सहायता प्रावधान
महासमुंद : केन्द्र सरकार द्वारा तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल-ऑयल पॉम योजना संचालित की जा रही है। राज्य में ऑयल पॉम की व्यावसायिक खेती की संभावनाओं को देखते हुए इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस दिशा में महासमुंद जिले में विशेष पहल की गई है, जिससे कृषकों को आर्थिक सहायता के साथ तकनीकी मार्गदर्शन भी प्राप्त हो रहा है।
सहायक संचालक उद्यान श्रीमती पायल साव ने बताया कि ऑयल पॉम पौध रोपण के चतुर्थ वर्ष में फलन प्रारंभ हो जाता है तथा इसके फलों की खरीदी संबंधित कंपनी द्वारा की जाती है। जिले में वर्ष 2025-26 हेतु योजना अंतर्गत किसानों को विविध लाभ प्रदान किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 143 पौध प्रति हेक्टेयर पर 100 प्रतिशत विभागीय अनुदान पर प्रदाय किए जाने का प्रावधान है, इस सत्र में कुल 600 हेक्टेयर लक्ष्य है। बाग का रखरखाव के लिए प्रथम से चतुर्थ वर्ष तक प्रति हेक्टेयर 5250 रुपए का अनुदान खाद, दवा एवं उर्वरक, गैप फिलिंग, सिंचाई कार्य हेतु दिए जाएंगे। अंतरवर्ती फसल जैसे तिल/अन्य तिलहन हेतु अनुदान 5250/हेक्टेयर प्रत्येक वर्ष, ड्रिप इरिगेशन हेतु 31,399 रुपए/हेक्टेयर का अनुदान दिया जाएगा।
इसी तरह 2 हेक्टेयर या उससे अधिक ऑयल पॉम रोपित करने वाले कृषकों को प्रति बोरवेल 50 हजार या 50 प्रतिशत (जो कम हो) अनुदान दिया जाएगा, कुल 124 बोरवेल का लक्ष्य है। पम्पसेट हेतु सामान्य कृषकों को 22,500 प्रति पम्प व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सीमांत, महिला कृषकों को 27 हजार रुपए तक अनुदान अधिकतम 15 एचपी तक का डीजल, इलेक्ट्रिक पम्प पर दिया जाएगा। कुल 124 पम्प सेट का लक्ष्य है। वॉटर हार्वेस्टिंग यूनिट पर 1 लाख 50 हजार/यूनिट अनुदान का प्रावधान, 1 यूनिट लक्ष्य है। वर्मी कम्पोस्ट के लिए निर्माण लागत का 50 प्रतिशत अथवा 15 हजार रुपए प्रति यूनिट अनुदान का प्रावधान व कुल 3 यूनिट लक्ष्य रखा गया है।
इसके अलावा हाई रीच ऑयल पॉम कटर पर 2500 रुपए प्रति यूनिट अनुदान, लक्ष्य 2 पॉम कटर का है, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सीमांत, महिला कृषकों को चाप कटर पर 5000 रुपए प्रति यूनिट अनुदान, 2 यूनिट का लक्ष्य है। मोटराइज्ड चिस्ल के लिए किसानों को प्रति यूनिट 15 हजार रुपए अनुदान, एक यूनिट का लक्ष्य है, वायर मेश के लिए प्रति यूनिट 20 हजार रुपए अनुदान, 85 वायर मेश का लक्ष्य है। 3 हेक्टेयर अथवा उससे अधिक ऑयल पॉम उत्पादक कृषकों को प्रति ट्रैक्टर 20 एचपी तक ट्रॉली सहित 2 लाख अनुदान देय है, लक्ष्य एक है। कृषकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु 30 कृषकों के दो दिवसीय प्रशिक्षण हेतु 30 हजार रुपए प्रति प्रशिक्षण व्यय का प्रावधान है। उपरोक्त अनुदानों के अतिरिक्त राज्य शासन द्वारा रखरखाव, अंतरवर्तीय फसल, बोरवेल, पम्प सेट, फेंसिंग एवं ड्रिप स्थापना पर टॉप अप अनुदान भी दिया जाएगा।
सहायक संचालक उद्यान ने कृषकों से अपील की है कि वे इस योजना का अधिकतम लाभ लेने हेतु अपने विकासखंड के ग्रामीण उद्यान/उद्यान विकास अधिकारियों से संपर्क कर सकते है। महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत श्री नोहर सिंह निषाद (7067155003) एवं श्री रेवतीरमन पटेल (8815880337), बागबाहरा अंतर्गत श्री साखुराम प्रियपाल (9617232320) एवं सुश्री धनिता पटेल (6265427233), पिथौरा अंतर्गत श्री कैलाश नायक (8839031173), बसना अंतर्गत श्री दिलीप कुमार राठिया (7694095884) एवं श्री उपेन्द्र कुमार नाग (9131833408) तथा विकासखण्ड सरायपाली अंतर्गत श्री गुरुदत्त यदु (9131833408) एवं श्री लाभेन्द्र सिंह (7999800645) के मोबाईल नम्बर पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त ऑयल पॉम कंपनी प्रतिनिधि श्री आशीष (मो. 7489096992) से भी संपर्क किया जा सकता है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल-ऑयल पॉम योजना के तहत विविध सहायता प्रावधान
महासमुंद : केन्द्र सरकार द्वारा तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नेशनल मिशन ऑन एडीबल ऑयल-ऑयल पॉम योजना संचालित की जा रही है। राज्य में ऑयल पॉम की व्यावसायिक खेती की संभावनाओं को देखते हुए इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस दिशा में महासमुंद जिले में विशेष पहल की गई है, जिससे कृषकों को आर्थिक सहायता के साथ तकनीकी मार्गदर्शन भी प्राप्त हो रहा है।
सहायक संचालक उद्यान श्रीमती पायल साव ने बताया कि ऑयल पॉम पौध रोपण के चतुर्थ वर्ष में फलन प्रारंभ हो जाता है तथा इसके फलों की खरीदी संबंधित कंपनी द्वारा की जाती है। जिले में वर्ष 2025-26 हेतु योजना अंतर्गत किसानों को विविध लाभ प्रदान किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 143 पौध प्रति हेक्टेयर पर 100 प्रतिशत विभागीय अनुदान पर प्रदाय किए जाने का प्रावधान है, इस सत्र में कुल 600 हेक्टेयर लक्ष्य है। बाग का रखरखाव के लिए प्रथम से चतुर्थ वर्ष तक प्रति हेक्टेयर 5250 रुपए का अनुदान खाद, दवा एवं उर्वरक, गैप फिलिंग, सिंचाई कार्य हेतु दिए जाएंगे। अंतरवर्ती फसल जैसे तिल/अन्य तिलहन हेतु अनुदान 5250/हेक्टेयर प्रत्येक वर्ष, ड्रिप इरिगेशन हेतु 31,399 रुपए/हेक्टेयर का अनुदान दिया जाएगा।
इसी तरह 2 हेक्टेयर या उससे अधिक ऑयल पॉम रोपित करने वाले कृषकों को प्रति बोरवेल 50 हजार या 50 प्रतिशत (जो कम हो) अनुदान दिया जाएगा, कुल 124 बोरवेल का लक्ष्य है। पम्पसेट हेतु सामान्य कृषकों को 22,500 प्रति पम्प व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सीमांत, महिला कृषकों को 27 हजार रुपए तक अनुदान अधिकतम 15 एचपी तक का डीजल, इलेक्ट्रिक पम्प पर दिया जाएगा। कुल 124 पम्प सेट का लक्ष्य है। वॉटर हार्वेस्टिंग यूनिट पर 1 लाख 50 हजार/यूनिट अनुदान का प्रावधान, 1 यूनिट लक्ष्य है। वर्मी कम्पोस्ट के लिए निर्माण लागत का 50 प्रतिशत अथवा 15 हजार रुपए प्रति यूनिट अनुदान का प्रावधान व कुल 3 यूनिट लक्ष्य रखा गया है।
इसके अलावा हाई रीच ऑयल पॉम कटर पर 2500 रुपए प्रति यूनिट अनुदान, लक्ष्य 2 पॉम कटर का है, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, सीमांत, महिला कृषकों को चाप कटर पर 5000 रुपए प्रति यूनिट अनुदान, 2 यूनिट का लक्ष्य है। मोटराइज्ड चिस्ल के लिए किसानों को प्रति यूनिट 15 हजार रुपए अनुदान, एक यूनिट का लक्ष्य है, वायर मेश के लिए प्रति यूनिट 20 हजार रुपए अनुदान, 85 वायर मेश का लक्ष्य है। 3 हेक्टेयर अथवा उससे अधिक ऑयल पॉम उत्पादक कृषकों को प्रति ट्रैक्टर 20 एचपी तक ट्रॉली सहित 2 लाख अनुदान देय है, लक्ष्य एक है। कृषकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु 30 कृषकों के दो दिवसीय प्रशिक्षण हेतु 30 हजार रुपए प्रति प्रशिक्षण व्यय का प्रावधान है। उपरोक्त अनुदानों के अतिरिक्त राज्य शासन द्वारा रखरखाव, अंतरवर्तीय फसल, बोरवेल, पम्प सेट, फेंसिंग एवं ड्रिप स्थापना पर टॉप अप अनुदान भी दिया जाएगा।
सहायक संचालक उद्यान ने कृषकों से अपील की है कि वे इस योजना का अधिकतम लाभ लेने हेतु अपने विकासखंड के ग्रामीण उद्यान/उद्यान विकास अधिकारियों से संपर्क कर सकते है। महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत श्री नोहर सिंह निषाद (7067155003) एवं श्री रेवतीरमन पटेल (8815880337), बागबाहरा अंतर्गत श्री साखुराम प्रियपाल (9617232320) एवं सुश्री धनिता पटेल (6265427233), पिथौरा अंतर्गत श्री कैलाश नायक (8839031173), बसना अंतर्गत श्री दिलीप कुमार राठिया (7694095884) एवं श्री उपेन्द्र कुमार नाग (9131833408) तथा विकासखण्ड सरायपाली अंतर्गत श्री गुरुदत्त यदु (9131833408) एवं श्री लाभेन्द्र सिंह (7999800645) के मोबाईल नम्बर पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त ऑयल पॉम कंपनी प्रतिनिधि श्री आशीष (मो. 7489096992) से भी संपर्क किया जा सकता है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अंतिम तिथि 06 अगस्त निर्धारित
बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ विकासखंड में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेश और बुनियादी जैसे कार्यों को बढ़ावा देने और योजना का सुचारू रूप से संचालन हेतु आकांक्षी ब्लॉक फेलो के 1 पद आउटसोर्सिंग प्रक्रिया के माध्यम से ऐजेंसी/कंपनी/फर्म/एनजीओ के चयन के लिए निर्धारित प्रारूप में रूची की अभिव्यक्ति 23 जुलाई 2025 तक कार्यालय जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज में आमंत्रित की गई थी। अब उक्त तिथि में वृद्धि करते हुए 06 अगस्त 2025 तक इच्छुक अभ्यर्थी अपना आवेदन निर्धारित प्रारूप में सीलबंद लिफाफे में कार्यालय जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज में दोपहर 03 बजे तक जमा कर सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए जिले के वेबसाइट का अवलोकन एवं जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज से संपर्क किया जा सकता है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
घर-घर जाकर छूटे हुए कृषकों का किया जा रहा पंजीयन
बलरामपुर : जिले में एग्रीस्टेक पोर्टल फॉर्मर रजिस्ट्री के तहत किसानों का पंजीयन कराया जा रहा है। कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को किसानों का एग्रीस्टेक पोर्टल फॉर्मर रजिस्ट्री अंतर्गत अधिक से अधिक पंजीयन कराने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले में किसानों के पंजीयन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग को सक्रियता के साथ कृषकों का पंजीयन कराने के लिए निर्देश दिए। कृषि विभाग द्वारा जिले में पंजीकृत 65401 कृषकों में से 60834 कृषकों का एग्रीस्टेक पोर्टल फार्मर रजिस्ट्री कराया जा चुका है। शेष 4567 कृषकों का 01 अगस्त 2025 तक शिविरों के माध्यम से पंजीयन कराया जा रहा है। कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग तथा पंचायत सचिव के संयुक्त टीम द्वारा घर-घर जाकर पंजीयन के लिए छूटे हुए कृषकों का चिन्हांकन कर पंजीयन की कार्यवाही की जा रही है। उप संचालक कृषि श्री रामचन्द्र भगत ने बताया कि जिले में एग्रीस्टेक पोर्टल फॉर्मर रजिस्ट्री के तहत कृषक पंजीयन के लिए डोर टू डोर विशेष अभियान संचालन कर लगातार कृषकों का पंजीयन कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छूटे हुए किसानों का पंजीयन कराने के लिए ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा क्षेत्रों में भ्रमण कर पंजीयन की कार्यवाही की जा रही है। कृषि विभाग की टीम ग्रामों में लगातार दौरा कर किसानों के पंजीयन के संबंध में आने वाली तकनीकी एवं अन्य समस्याओं का समाधान कर रही है।
उल्लेखनीय है कि एग्रीस्टेक पोर्टल फॉर्मर रजिस्ट्री के तहत वेबसाइट सीजीएफआर डॉट एग्रीस्टेक डॉट जीओव्ही डॉट इन एवं मोबाइल एप्लीकेशन फार्मर रजिस्ट्री सीजी के माध्यम से किसान अपना पंजीयन सी.एस.सी. के माध्यम व स्वयं अपना पंजीयन कर सकते है। पंजीयन करने के लिए स्मार्ट फोन या कम्प्यूटर सेट, आधार नंबर लिंक मोबाईल, आधार कार्ड, भूमि का खसरा बी-1 की आवश्यकता होगी।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उपस्थित होकर प्रस्तुत करें अपना स्पष्टीकरण
बलरामपुर : कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया है कि जिले में कृषि विभाग के अंतर्गत तीन कर्मचारी अपने कर्तव्य से लंबे समय से अनुपस्थित हैं। जिनमें विकासखण्ड शंकरगढ़ के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री मिथलेश कुमार सिंह 20 फरवरी 2023 से, कुसमी के ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी रवि प्रकाश मिंज 05 अप्रैल 2023 तथा कृषि विभाग उप संचालक कार्यालय के भृत्य श्री जीवन दास 27 मई 2016 से आज दिनांक तक अनुपस्थित है। उन्होंने बताया कि संबंधित कर्मचारियों को पत्र के माध्यम से कार्य पर उपस्थित होने एवं स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने निर्देशित किया जा चुका है। परंतु आज पर्यन्त तक उक्त कर्मचारी कार्य पर उपस्थित नहीं हुए हैं। उप संचालक कृषि ने कहा है कि संबंधित कार्यालय में उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें, अन्यथा एक तरफा कार्यवाही करते हुए सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने जानकारी दी है कि जिले के अंतर्गत संचालित एकलव्य आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए अस्थायी रूप से शाला संचालन हेतु निर्धारित मानदेय पर विभिन्न विषयों के अतिथि शिक्षकों एवं गैर शिक्षकीय पदों की पूर्ति वॉक ईन इंटरव्यू से की जानी है। वॉक ईन इंटरव्यू जिला पंचायत बलरामपुर में 31 जुलाई 2025 को प्रातः 11 बजे से आयोजित की गई है। इस संबंध में पदों की विस्तृत जानकारी के लिए जिले के वेबसाइट का अवलोकन किया जा सकता है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : कार्यालय भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 01 जून 2025 से अब तक 836.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। 25 जुलाई 2025 को तहसील बलरामपुर में 85.2 मि.मी., डौरा-कोचली में 98.7 मि.मी., कुसमी में 20.6 मि.मी, सामरी में 48.3 मि.मी., चांदो में 41.8 मि.मी., शंकरगढ़ में 9.0 मि.मी., रामानुजगंज में 15.4 मि.मी., रामचंद्रपुर में 4.5 मि.मी., राजपुर में 12.5 मि.मी., वाड्रफनगर में 104.4 मि.मी., रघुनाथनगर में 152 मि.मी. तथा चलगली में 45.1 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। इस प्रकार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में प्रतिवेदित तिथि को कुल 53.1 मि.मी. वर्षा हुई है।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 01 जून से अब तक तहसील बलरामपुर में 1038 मि.मी., डौरा-कोचली में 1155 मि.मी., कुसमी में 1297 मि.मी., सामरी में 865 मि.मी., चांदो में 924.8 मि.मी. शंकरगढ़ में 797.4 मि.मी., रामानुजगंज में 768.6 मि.मी., रामचंद्रपुर में 641.6 मि.मी., राजपुर में 466.6 मि.मी., वाड्रफनगर में 877.8 मि.मी., रघुनाथनगर में 626.8 मि.मी. एवं चलगली में 579.3 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : जिला रोजगार अधिकारी ने जानकारी दी है कि भारतीय वायु सेना में अग्निवीर भर्ती हेतु अविवाहित युवक एवं युवतियों से ऑनलाइन आवेदन वेबसाइट ‘‘अग्निपथवायु.सीडीएसी.ईन पर आमंत्रित किया गया है। अग्निवीर वायु भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन की अंतिम 31 जुलाई 2025 तक निर्धारित है। इच्छुक अभ्यर्थी जिनकी आयु सीमा 17.5 से 21 वर्ष है तथा ऊंचाई 152 सेमी. है तथा जिनका का जन्म 02 जुलाई 2005 से 02 जनवरी 2009 के बीच हुआ हो। साथ ही 12वीं कक्षा न्यूनतम 50 अंको तथा अंग्रेजी विषय में 50 अंक के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इंजीनियरिंग (मैकेनिकल, इलेक्ट्रीकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, सीएस, आईटी, इंस्टूमेंटेशन) में तीन वर्षीय डिप्लोमा 50 प्रतिशत अंक एवं अंग्रेजी विषय में कम से कम 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। गैर विज्ञान विषय के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12 वीं में 50 प्रतिशत अंक और अंग्रेजी में 50 प्रतिशत अंक, दो साल का वोकेशनल कोर्स 50 प्रतिशत अंक के साथ उर्त्तीण एवं अंग्रेजी में कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त किया हो वे आवेदन कर सकते हैं। विज्ञान विषय के छात्र अन्य विषय परीक्षा के लिए भी योग्य हैं और दोनों के लिए एक साथ परीक्षा दे सकते हैं। चयन परीक्षा 25 सितंबर 2025 से शुरू की जाएगी। चयन प्रक्रिया तीन चरण में आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रथम चरण में कम्प्यूटर आधारित ऑनलाइन परीक्षा, द्वितीय चरण
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने जानकारी दी है कि जिले के अंतर्गत शिक्षण सत्र 2025-26 के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के कक्षा 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थी जो ड्राप लेकर इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं। ऐसे इच्छुक पात्र विद्यार्थी जिन्होंने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में जीव विज्ञान एवं गणित विषय में 70 प्रतिशत अंकों से उर्त्तीण की हो तथा जिनके पालक आय 04 लाख रुपये से कम हों वे 11 अगस्त 2025 सायं 04 बजे तक अपना आवेदन कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी बलरामपुर-रामानुजगंज में जमा कर सकते हैं। आवेदक विस्तृत जानकारी के लिए विभाग की वेबसाईट ट्राईबल डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन से अवलोकन एवं डाउनलोड कर सकते हैं।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
परीक्षा के नवीनतम दिशा-निर्देशों से कराया गया अवगत
सभी परीक्षा केंद्र में लगेगा जैमर
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा 27 जुलाई 2025 को आयोजित होने वाली परीक्षा की निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं सफल संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन में संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में पर्यवेक्षकों, केन्द्राध्यक्षों एवं सहायक केन्द्राध्यक्षों, उड़नदस्ता दल के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
परीक्षा नोडल अधिकारी एवं अपर कलेक्टर श्री आर.एन. पाण्डेय एवं जिला समन्वयक श्री एन.के.देवांगन के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी कार्मिकों को परीक्षा के नवीनतम दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया। मुख्य रूप से परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग प्रक्रिया (हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर एवं मैन्युअल पैड-डाउन), महिला परीक्षार्थियों की अलग व्यवस्था, परीक्षा कक्ष में प्रवेश के समय, निषिद्ध वस्तुएं, पहचान पत्र की अनिवार्यता, तथा प्रवेश पत्र संबंधी नियमों की विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रवेश से पहले सभी अभ्यर्थियों की हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर व मैन्युअल पैड डाउन द्वारा जांच की जाएगी। महिला अभ्यर्थियों की जांच महिला पुलिस कर्मियों द्वारा पृथक अस्थायी कक्ष में की जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र में एक-एक महिला व पुरुष पुलिसकर्मी की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगाई जाएगी।
व्यापम द्वारा जारी निर्देश में परीक्षार्थियों को हल्के रंग के आधी बाँह वाले कपड़े पहनना अनिवार्य है। जूते, मोजे की अनुमति नहीं होगी, केवल चप्पल पहनकर ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश मिलेगा। कानों में किसी भी प्रकार के आभूषण (झुमके, बालियाँ, आदि) वर्जित रहेंगे। परीक्षा केन्द्र में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, वॉच, ब्लूटूथ डिवाइस, मेटल वॉटर बोतल कोई भी संचार या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पर्स, बेल्ट, टोपी, स्कार्फ, पाउच, धातु से बने किसी भी प्रकार के उपकरण प्रतिबंधित है।
जिला समन्वयक श्री एन.के. देवांगन ने जानकारी दी है कि सभी परीक्षा केन्द्रों में जैमर की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही उन्होंने व्यापम द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के संबंध में बताया कि पहचान पत्र एवं प्रवेश पत्र संबंधी दिशा-निर्देश परीक्षार्थी को परीक्षा केन्द्र में मूल फोटोयुक्त पहचान पत्र लाना अनिवार्य है। मान्य पहचान पत्र में आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस (जिसमें अभ्यर्थी की फोटो हो) शामिल हैं। इंटरनेट से प्राप्त प्रवेश पत्र पर यदि फोटो स्पष्ट नहीं है तो अभ्यर्थी को दो रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो साथ लाना होगा। प्रवेश पत्र के सभी पृष्ठों का केवल एक ओर से प्रिंटेड प्रिंटआउट अनिवार्य रूप से लाना होगा, जिसे परीक्षा केन्द्र में जमा करना होगा। परीक्षा लेखन हेतु केवल ब्लू या ब्लैक बॉल पॉइंट पेन का उपयोग उत्तर पुस्तिका व्डत् में केवल नीले या काले बॉल पेन से ही उत्तर अंकित किए जा सकेंगे। किसी अन्य रंग के पेन या पेंसिल का उपयोग वर्जित रहेगा। उन्होंने बताया कि तीन-सदस्यीय उड़नदस्ता दल की निगरानी में परीक्षा केन्द्रों की निगरानी हेतु विशेष तीन-सदस्यीय उड़नदस्ता दल गठित किया गया है। यह दल केन्द्र के भीतर, परिसर और गेट के बाहर संदिग्ध गतिविधियों पर सतत निगरानी रखेगा। सभी उड़नदस्ता सदस्यों को नवीन निर्देशों से अवगत कराया गया है।
जिला समन्वयक श्री एन. के. देवांगन ने बताया कि यदि कोई परीक्षार्थी व्यापम द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है तो उसे परीक्षा में सम्मिलित होने से वंचित किया जा सकता है और इसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। उन्होंने सभी परीक्षार्थियों से अपील की कि अपने प्रवेश पत्र में दिए गए निर्देशों को भली-भांति पढ़कर ही परीक्षा केन्द्र आएँ और अपने प्रवेश पत्र को परीक्षा के बाद सुरक्षित रखें, क्योंकि चयन प्रक्रिया में इसकी आवश्यकता हो सकती है। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर एन के सिंह, योगेश राठौर एवं जय प्रकाश यादव के द्वारा विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा करते हुए सफलतापूर्वक परीक्षा संपन्न करने प्रशिक्षित किया गया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) रायपुर द्वारा आयोजित आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन 27 जुलाई 2025 रविवार को किया जाएगा। यह परीक्षा सुबह पाली में प्रातः 11ः00 बजे से दोपहर 1ः15 बजे तक संपन्न होगी। जिले में परीक्षा के लिए कुल 07 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं, जहां 2253 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
इसके तहत परीक्षा केन्द्र क्रमांक 36001 शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर, केन्द्र क्रमांक 36002 सेजेस (स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम हायर सेकेंडरी स्कूल) बलरामपुर, केन्द्र क्रमांक 36003 शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल बलरामपुर, केन्द्र क्रमांक 36004 शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल महाराजगंज, केन्द्र क्रमांक 36005 सरस्वती शिशु मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल बलरामपुर, केन्द्र क्रमांक 36006 संत जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल दर्रीडीह बलरामपुर, केन्द्र क्रमांक 36007 एकलव्य आदर्श माध्यमिक विद्यालय भेलवाडीह बलरामपुर को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
परीक्षा प्रारंभ होने के दो घण्टे पहले केन्द्र में पहुंचना अनिवार्य
हल्के रंग एवं आधी बांह वाले कपड़े पहनकर ही पहुंचे परीक्षा केन्द्र
कान में किसी भी प्रकार का आभूषण हो वर्जित
पर्स, पाउच, स्काफ, बेल्ट, टोपी पूर्णतः प्रतिबंधित
निर्देशों का पालन नहीं करने पर परीक्षा से हो सकते है वंचित
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल रायपुर द्वारा आयोजित परीक्षाओं के निष्पक्ष, पारदर्शितापूर्ण एवं सफलतापूर्वक आयोजन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया गया है। निर्देशों का पालन नहीं करने पर अभ्यर्थिता समाप्त कर दी जाएगी और आवश्यकतानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभ्यर्थी परीक्षा से पूर्व इन दिशा-निर्देशों का भली-भांति अध्ययन कर लें और निर्धारित समय पर सभी आवश्यक दस्तावेजों व समुचित पहनावे के साथ परीक्षा केंद्र पहुंचें। कलेक्टर श्री राजेंद्र कटारा ने छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल (व्यापम) द्वारा आगामी अयोजित परीक्षाओं में सभी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
हैण्डहेल्ड मेटल डिटेक्टर तथा मैन्युअल पैड डाउन फ्रिस्किंग से होगी जांच
व्यापम द्वारा आयोजित आगामी सभी परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में परीक्षा शुरू होने के कम से कम 02 घण्टे पहले परीक्षा केन्द्र में पहुंचने के निर्देश दिए गए है। ताकि प्रवेश के पूर्व सभी अभ्यर्थियों का अनिवार्य रूप से हैण्डहेल्ड मेटल डिटेक्टर तथा मैन्युअल पैड डाउन फ्रिस्किंग समय पर किया जा सके। इसके लिए प्रत्येक परीक्षा केन्द्रों में 01-01 महिला एवं पुरूष पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। जारी किए गए दिशा-निर्देशों के आधार पर महिला अभ्यर्थियों की फ्रिस्किंग महिला पुलिस कर्मी द्वारा परीक्षा केन्द्र में बनाए गये अस्थायी कक्ष में किया जायेगा।
परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट पूर्व बंद हो जाएगी परीक्षा केन्द्र का मुख्य द्वार
परीक्षा केन्द्र का मुख्य द्वार परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट पहले बंद कर दिया जाएगा। अतः समय का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। इसके लिए परीक्षार्थी समय का विशेष ध्यान रखेंगे। परीक्षा में शामिल होने परीक्षार्थियों को हल्के रंग के आधी बांह वाले कपड़े तथा फुटवियर के रूप में चप्पल पहनना अनिवार्य होगा। कान में किसी भी प्रकार का आभूषण वर्जित है। परीक्षा कक्ष में किसी भी प्रकार का संचार उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, पर्स, पाउच, स्कार्फ, बेल्ट, टोपी आदि ले जाना पूर्णतः वर्जित है। धार्मिक एवं सांस्कृतिक पोशाक वाले अभियर्थियों को अतिरिक्त सुरक्षा जांच से गुजरना होगा इसके लिए ऐसे पोषाक वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र में समान्य समय से पहले पहुंचना अनिवार्य होगा। परीक्षा प्रारंभ के आधा घण्टा और समाप्ति के आधा घण्टा के भीतर परीक्षा कक्ष से बाहर जाना प्रतिबंधित है।
मूल पहचान पत्र के बिना नहीं मिलेगी प्रवेश की अनुमति
प्रवेश पत्र के सभी पृष्ठों का प्रिंट आउट (सिर्फ एक तरफ प्रिंट किया हुआ) लाना अनिवार्य होगा, क्योंकि हर परीक्षा की प्रति परीक्षा केंद्र में जमा होगी। परीक्षार्थियांे को परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र के साथ पहचान पत्र के रूप में मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पेन कार्ड, आधार कार्ड जिसमें अभ्यर्थी का फोटो हो, उसका एक मूल पहचान पत्र परीक्षा केन्द्र में लाना अनिवार्य होगा। मूल पहचान पत्र प्रस्तुत नहीं करने पर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा जिसके लिए अभ्यर्थी स्वयं जिम्मेदार होंगे। यदि इंटरनेट से प्राप्त प्रवेश पत्र पर फोटो नहीं आता है तो अभ्यर्थी अपने साथ दो रंगीन पासपोर्ट साईज फोटो लेकर परीक्षा केन्द्र में आयें। परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष में केवल काले या नीले बॉल पॉईंट पेन को ही उत्तर अंकित करने के लिए उपयोग में लायें। परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रवेश या चयन के समय प्रवेश पत्र आवश्यकता होती है, इसे सुरक्षित रखें। व्यापम द्वारा दोबारा प्रवेश पत्र जारी नहीं किया जायेगा। अभ्यर्थी द्वारा निर्देशों का पालन नहीं करने, अनुचित साधनों का प्रयोग करने पर परीक्षा से वंचित किया जाएगा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल रायपुर द्वारा 27 जुलाई 2025 को होने वाले आबकारी आरक्षक प्रवेश परीक्षा सुबह 11ः00 बजे से 1ः15 तक किया जाएगा। जिसमें जिले के कुल 07 परीक्षा केन्द्रों में आयोजित होगी। जहां 2253 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने परीक्षा की समुचित तैयारी सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। व्यापम द्वारा परीक्षा केंद्रों पर कड़े दिशा-निर्देश लागू किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या अनियमितता से बचा जा सके। कलेक्टर श्री कटारा ने व्यापम की सभी परीक्षाओं के लिए निर्धारित दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त
परीक्षा के सफल संचालन एवं आवश्यक व्यवस्था किए जाने हेतु नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर श्री रामेश्वर नाथ पाण्डेय एवं सहायक नोडल अधिकारी नायब तहसीलदार श्री गजराज सिंह को नियुक्त किया गया है।केन्द्राध्यक्ष एवं आबजर्वर के लिए दिया गया दायित्व
परीक्षा केन्द्र शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के केन्द्राध्यक्ष सहायक प्राध्यापक श्री नंद किशोर सिंह मो.न.-88782-32659, ए.पी.सी. शिक्षा विभाग बलरामपुर श्री आनन्द प्रकाश गुप्ता मो.न.-62669-64372 को आब्जर्वर बनाया गया है। सेजेस (स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम हायर सेकेण्डरी स्कूल) बलरामपुर के केन्द्राध्यक्ष प्राचार्य श्री चन्दशेखर प्रसाद गुप्ता, मो.नं-97544-62129, सहायक जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी बलरामपुर-रामानुजगंज श्री महिपाल कुजूर, मो.न.-80855-81140 को आब्जर्वर, शासकीय कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल बलरामपुर के लिए केन्द्राध्यक्ष श्री सुनिल कुमार एक्का, मो.न.-97543-74969, क्षेत्रीय संयोजक आदिवासी विभाग बलरामपुर श्री जय शंकर चौहान, मो.न.-91310-67751 को आब्जर्वर, शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल महाराजगंज के लिए केन्द्राध्यक्ष प्रार्चाय श्री शीतल तिर्की, मो.न.-89650-71142, कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्यावसायी बलरामपुर श्री ओ.पी. साहू, मो.न.-91311-74609 को आब्जर्वर, सरस्वती शिशु मंदिर हायर सेकेण्डरी स्कूल बलरामपुर के लिए केन्द्राध्यक्ष प्राचार्य श्री संजू कनौजिया, मो.न.-79874-74566, सहायक जिला परियोजना अधिकारी श्री मनोहर लाल जायसवाल मो.न.- 96176-08166 को आर्ब्जवर, संत जोसेफ हायर सेकेण्डरी स्कूल दर्रीडीह बलरामपुर के लिए केन्द्राध्यक्ष व्याख्यता श्री बालेश्वर खलखो, मो.न.-62612-46982, पशु चिकित्सा सहायक, संलग्न बलरामपुर श्री अनिश कुमार सोनवानी, मो.न.- 70005-93513 को आब्जर्वर, एकलव्य आदर्श माध्यमिक विद्यालय भेलवाडीह बलरामपुर के लिए केन्द्रााध्यक्ष प्राचार्य श्री धनेश्वर राम, मो.न. 79875-37498, सहायक खाद्य अधिकारी श्री मुकेश अग्रवाल को आब्जर्वर बनया गया है।उड़नदस्ता टीम गठित
परीक्षा के सफल संचालन के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों के लिए उड़नदस्ता टीम का गठन किया गया है जिसमें सहायक अधीक्षक, भू-अभिलेख शाखा श्री राहुल केशरी, मो.नं.-70003-81762 को दल प्रभारी तथा सहायक परियोना अधिकारी जिला पंचायत श्री रणबीर साय मो.नं.-74895-21507, सहायक उपनिरीक्षक, पुलिस विभाग श्री अभिमन्यु सिंह मो.नं.-88398-60441 को सदस्य बनाया गया है।