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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रारंभिक प्रकाशन की अधिसूचना के संबंध में दावा आपत्ति 04 नवम्बर तकमहासमुंद : त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत जनपद पंचायतों के निर्वाचन क्षेत्रों के निर्धारण के लिए प्रारंभिक प्रकाशन की अधिसूचना 28 अक्टूबर 2024 को कलेक्टर कार्यालय, जिला पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसील एवं जनपद पंचायत पर चस्पा कर प्रकाशित किया गया है। निर्वाचन क्षेत्र के किसी भी वयस्क निवासियों को इस संबंध में आपत्ति होने पर 04 नवम्बर 2024 तक कलेक्टर को लिखित में दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित समय-सीमा में प्राप्त आपत्तियों, सुझावों पर विचार कर अंतिम विनिश्चय 06 नवम्बर 2024 को प्रकाशित किया जाएगा। नियत तिथि एवं समय के पश्चात प्राप्त होने वाले दावा आपत्तियों पर विचार नहीं किया जाएगा। -
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महासमुंद : आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा शिक्षा सत्र 2024-25 के लिए जिले में संचालित समस्त शैक्षणिक शासकीय व अशासकीय महाविद्यालय, मेडिकल, कृषि, वेटनरी, पॉलीटेक्निक कॉलेज, आई.टी.आई., नर्सिंग, डी.एड. एवं बी.एड. में अध्ययन कर रहें अनुसूचित, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थी ऑनलाइन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु पात्र होंगे। ऑनलाइन आवेदन https://postmatric-scholarsip.cg.nic.in वेबसाइट पर कर सकते हैं। आदिवासी विकास के सहायक आयुक्त ने बताया कि ऑनलाइन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए नवीन एवं नवीनीकरण ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2024 तक निर्धारित है।
ड्राफ्ट प्रपोजल लॉक करने के लिए 15 जनवरी 2025 तक एवं सैंक्शन ऑर्डर लॉक करने के लिए 31 जनवरी 2025 तक का समय रहेगा। निर्धारित तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर यदि संबंधित विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते है, तो इसके लिए संस्था जिम्मेदार होंगे। पीएफएमएस के माध्यम से आधार आधारित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा। सभी विद्यार्थी आवेदन करते समय ध्यान रखें कि उनका बचत खाता एक्टिव हो एवं आधार सीडेड बैंक खाता नम्बर की प्रविष्टि कराएं।पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु किए गए आवेदन का सत्यापन आधार से लिंक मोबाईल नम्बर पर ओ.टी.पी. के माध्यम से किया जाएगा। विद्यार्थी आवेदन करते समय आधार नम्बर पर पंजीकृत मोबाइल नम्बर की प्रविष्टि कराएं। वर्ष 2024-25 से अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप ओटीआर की प्रविष्टि ऑनलाइन आवेदन करते समय की जानी है। इस संबंध में संबंधित संस्थाओं द्वारा जानकारी प्रदाय की जाएगी। -
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अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं दंडाधिकारी बागबाहरा द्वारापंचायती राज अधिनियम की धारा 40 के तहत कार्यवाहीमहासमुंद : ग्राम पंचायत बागबाहराकला की सरपंच ’’श्रीमती प्रीति सोनवानी’’ को छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम 1993 की धारा 40 के अंतर्गत उनके कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में पद से हटा दिया गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं दंडाधिकारी बागबाहरा श्री उमेश साहू द्वारा दिए गए आदेशानुसार उन्हें अगले ’’6 वर्षों के लिए किसी भी निर्वाचन में भाग लेने से भी निरर्हित’’ कर दिया गया है। जारी आदेश में ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत बागबाहरा के रिपोर्ट के अनुसार, 17 जुलाई 2024 से प्रीति सोनवानी ग्राम पंचायत कार्यालय से लगातार अनुपस्थित थीं। ग्राम पंचायत की महत्वपूर्ण बैठकों 29 जुलाई, 13 अगस्त और 9 सितंबर 2024 में उनकी गैरमौजूदगी ने पंचायत के कार्यों को बाधित किया।पंचायत की ओर से बताया गया कि सरपंच और उनके पति बिना किसी पूर्व सूचना के अपने बच्चों को रिश्तेदार के घर छोड़कर कहीं चले गए। उनके मोबाइल फोन बंद होने के कारण उनसे संपर्क करना भी संभव नहीं हो पाया। इस अनुपस्थिति के चलते पेंशन, राशन कार्ड, आय/जाति/निवास प्रमाण पत्र और निर्माण कार्य जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य ठप हो गए। सरपंच प्रीति सोनवानी को उनकी अनुपस्थिति पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। लेकिन उनके निवास पर भी अनुपस्थित पाए जाने पर ग्राम कोटवार के माध्यम से चस्पा नोटिस तामील करवाई गई। नोटिस के जवाब न देने और पक्ष प्रस्तुत न करने के कारण एकपक्षीय कार्यवाही की गई।
जनपद पंचायत बागबाहरा की जांच रिपोर्ट के आधार पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं दंडाधिकारी ने निर्णय दिया कि सरपंच द्वारा अपने कर्तव्यों में गंभीर लापरवाही और पंचायत कार्यों में उदासीनता बरती गई। यह छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम 1993 और नियम 1994 के तहत ’’स्थायी समिति के सदस्यों की पदावधि और कार्य संचालन की प्रक्रिया का उल्लंघन है। धारा 40(1) के तहत उन्हें सरपंच पद से पृथक कर दिया गया है और धारा 40(2) के तहत 6 वर्षों के लिए निर्वाचन लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह कार्रवाई 24 अक्टूबर 2024 को न्यायालयीन हस्ताक्षर और मुहर के साथ जारी की गई। -
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14 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर होगी धान खरीदीअवैध धान की आवक को रोकने के लिए जांच दल गठितधान खरीदी केंद्रों में तैयारियों, व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिए बनाए गए 42 नोडल अधिकारी35 बिंदुओं पर जांच प्रतिवेदन देना होगाकोरिया : छत्तीसगढ़ शासन ने खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 14 नवम्बर से प्रारंभ करने का निर्णय लिया है।
एकीकृत किसान पोर्टल में किसान पंजीयन 31 अक्टूबर 2024 तक
छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के आदेशानुसार एकीकृत किसान पोर्टल में खरीफ वर्ष 2024 के लिए किसान पंजीयन तथा पंजीकृत किसानों द्वारा अपने भूमि पर लिए गए फसल का नाम तथा रकबा को अद्यतन करने की कार्यवाही 31 अक्टूबर 2024 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
भुइयां साफ्टवेयर में धान की शत-प्रतिशत त्रुटि रहित प्रविष्टि आवश्यक
एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीकृत धान उत्पादक कृषकों से वर्तमान खरीफ विपणन वर्ष में फसल गिरादावरी के आधार पर भूईयां साफ्टवेयर में प्रविष्ट धान के रकबे के आधार पर खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान उपार्जन का कार्य किया जाएगा।फसल गिरादावरी का कार्य सही तरीके से नहीं करने, भुइयां साफ्टवेयर में धान फसल के रकबे की त्रुटिपूर्ण प्रविष्टि करने, धान फसल की रकबा को बढ़ाकर प्रविष्टि करने से न केवल धान उपार्जन की प्रक्रिया प्रभावित होगी बल्कि धान उपार्जन में धान की रिसाइक्लिंग की भी संभावना होगी। अतः एकीकृत किसान पोर्टल में किसान पंजीयन तथा भुइयां सॉफ्टवेयर में फसल धान की शत-प्रतिशत त्रुटि रहित प्रविष्टि अति आवश्यक है।
गलत तरीके से धान का विक्रय करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध होगी कार्यवाही
धान उपार्जन प्रारंभ होने के पूर्व ग्राम वार ऐसे कृषकों की सूची तैयार करना होगा, पूर्व वर्षों में धान विक्रय नहीं किए हैं या उनके नाम के भूमि के विरुद्ध अन्य व्यक्ति द्वारा गलत तरीके से धान का विक्रय किया गया है, ऐसी सूची समिति में उपलब्ध कराना होगा साथ ही समिति यदि ऐसे व्यक्ति के भूमि के विरुद्ध धान विक्रय हेतु टोकन लिया जाता है तो तत्काल एसडीएम को बताना होगा ताकि जांच निष्कर्ष अनुसार ही धान उपार्जन का कार्य सुनिश्चित हो।
एक प्रतिशत से ज्यादा कमी वाले खरीदी केन्द्रों में विशेष निगरानी
एक प्रतिशत से ज्यादा कमी वाले खरीदी केन्द्रों में विशेष निगरानी रखी जाएगी, उनके पर्यवेक्षण / निगरानी में धान खरीदी का कार्य किया जाएगा। धान के सुरक्षित रखरखाव हेतु उपलब्ध चबूतरे का समुचित उपयोग किया जाएगा एवं डनेज तथा तारपोलीन की पर्याप्त व्यवस्था किया जाएगा। उक्त खरीदी केन्द्रों से धान का निराकरण एवं परिवहन का कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराया जाएगा।
अवैध धान की आवक पर रोक के लिए जांच दल गठित
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन अवधि के दौरान धान खरीदी केंद्रों में अवांछित व्यक्तियो द्वारा अन्य सीमावर्ती राज्यों से अवैध धान लाकर जिले के धान खरीदी केंद्रों में खपाने के प्रयास किए जाने से धान खरीदी व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका बनी रहती हैं। इसके अतिरिक्त गांव/शहरी इलाकों में कोचियों/ बिचौलियों के द्वारा चिल्हर रूप से धान की खरीदी कर समिति में पंजीकृत किसान के रकबे में बेचने का प्रयास किया जा सकता है, इस समस्त गतिविधियों से अवैध धान की आवक पर रोकथाम एवं सघन जांच हेतु जांच दल गठित किया गया है। इस जांच दल में अनुभाग बैकुंठपुर एवं सोनहत मंडी सचिव श्री अंजली सिंह, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्रीमती वंदना सिंह श्याम एवं पटवारी श्री आशीष पाल तथा सोनहत में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी श्री जयंत पैकरा एवं पटवारी सोनहत श्री देव नारायण सिंह को दल में शामिल किया गया है। गठित विशेष चेकिंग दल के द्वारा नियमित रूप से निरीक्षण कर अन्य राज्यों से अवैध धान की आवक की निगरानी एवं अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी द्वारा दिए गए हैं।
धान खरीदी की आरंभिक तैयारी: 35 बिंदुओं के चेक लिस्ट में देना होगा जानकारी
कलेक्टर ने जिले के सभी धान उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी की आरंभिक तैयारी के निरीक्षण एवं समुचित व्यवस्था हेतु 21 धान उपार्जन केंद्रों का भौतिक सत्यापन कर 42 अधिकारियों-कर्मचारियों को 35 बिंदुओं के चेक लिस्ट में जानकारी भरकर 2 नवम्बर तक जिले के खाद्य विभाग में प्रतिवेदन देने के निर्देश दिए हैं। -
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महासमुंद : महासमुंद विकासखंड के ग्रामीण अंचल की महिलाएं स्वसहायता समूह से जुड़कर सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान की मिसाल कायम कर रही है। बिहान योजना से जुड़ी महिलायें विभिन्न आजीविका को अपने रोजगार का साधन बना रही है। ग्राम पंचायत शेर की सुआ महिला स्वसहायता समूह की महिलायें तार जाली का निर्माण कर खेत-खलिहानों व बागड़ काम में आने वाली विभिन्न प्रकार की लोहे के तार की जाली का निर्माण कर रही।बिहान योजना से जुड़ी महिलायें विभिन्न आजीविका को अपने रोजगार का साधन बना रही है। स्व सहायता समूह की महिलाओं के जज्बे के आगे अब लोहा भी नतमस्तक होता प्रतीत होता है। जब महिलाएं अपने कोमल हाथों से अपनी और परिवार की अच्छी परवरिश आजीविका के रूप में फेंसिंग तार जाली का निर्माण कर रही है। इस समूह के द्वारा अब तक 3000 बंडल तार जाली का निर्माण कर लिया गया है, जिसको सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में विक्रय कर लगभग 6 लाख का आय प्राप्त कर चुकी है।
समूह की अध्यक्ष श्रीमती दिव्या नायक बताती है कि समूह में जुड़ने से पहले किसी दूसरे के यहां तार जाली बनाने का कार्य करने जाती थी। तक़रीबन तीन साल पहले बिहान अंतर्गत समूह से जुड़ने हेतु प्रेरित किया गया और समूह से जुड़ कर महिलाएं कैसे आत्मनिर्भर बन सकती है कैसे खुद का स्वयं व्यवसाय कर सकती है सबकी जानकारी मिली। हम सब 11 महिलाएं मिलकर, सुआ महिला स्व सहायता समूह का गठन किया।गठन उपरांत समूह को आरएफ की राशि 15000 रुपये अनुदान के रूप में प्रदाय किया गया साथ ही 2 लाख का ऋण भी समूह को प्रदाय किया गया। अन्य के यहां से तारजाली कार्य सीखने के बाद स्वयं का तार जाली बनाने का काम शुरू किया। प्राप्त ऋण से मशीन और संबंधित सामग्री खरीदी और उत्पादन करना शुरू किया। बिहान योजना से मिले सहयोग की वजह से आज हम सब बहने आत्मनिर्भर बने है।
मालूम हो कि स्व सहायता समूह की महिलाएं अक्सर सामुदायिक आर्थिक विकास के लिए साथ मिलकर काम करती हैं। समूह के माध्यम से महिलाएं संयुक्त रूप से धन जुटा सकती हैं, लोन ले सकती हैं, और व्यापारिक क्रियाओं में शामिल हो सकती हैं। इसके अलावा, इन समूहों में महिलाएं आपस में ज्ञान और अनुभव साझा कर सकती हैं, जिससे उनका विकास होता है और उन्हें सामाजिक समरसता की दिशा में भी मदद मिलती है।ये महिलाएं विभिन्न काम करके अपने परिवारों को पालने और अपने जीवनस्तर में सुधार करने का संघर्ष कर अपनी क़िस्मत बदल रही है और समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस तरह के महिला समूहों की साहस, संघर्ष, और सफलता को प्रकट करती हैं, और अन्य महिलाओं को समृद्धि की ओर बढ़ने में मदद करती हैं। इन समूहों में महिलाएं साथियों के साथ आर्थिक संगठन और विकास के लिए आगे आ रही है। -
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महासमुंद : ग्राम पंचायत कोमा में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी कुदेसिया द्वारा बैठक कर समीक्षा एवं ग्राम कोमा में फैले उल्टी दस्त के रोगियों की निगरानी सहित घर-घर जाकर सर्वे करने हेतु निर्देशित किया गया। जिसमें प्रभावित मरीजों का उपचार सहित बचाव एवं रोकथाम करना तथा सर्वे की रिपोर्ट प्रति दिवस दो बार सर्वेकर सर्वे टीम चिकित्सा दल द्वारा घर घर भ्रमण कर उच्च कार्यालय को प्रेषित करना संबंधित निर्देश दिए गए एवं गंभीर मरीज को तत्काल रेफर कर अस्पताल में भर्ती कराकर उपचार चालू कराना साथ ही अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री उमेश कुमार साहू एवं सीईओ श्री फकीर चरण पटेल द्वारा प्रभावित ग्राम का दौरा कर सर्वे टीम एवं स्वास्थ्य शिविर मे जाकर चिकित्सक से जानकारी लिया गया एवं दिशा-निर्देश दिए।
साथ ही ग्राम सरपंच श्रीमती सविता गोस्वामी एवं आमजन से स्वच्छता तथा संक्रमित जल स्रोत को बंद कर टैंकर से शुद्ध पेयजल पेय हेतु अनुरोध किया गया एवं ग्राम पंचायत कोमा में लगे स्वास्थ्य शिविर में प्राथमिक उपचार करने हेतु निर्देश दिया गया है एवं गंभीर मरीजों को तत्काल अस्पताल में भर्ती करने हेतु चिकित्सा दल को निर्देश दिया गया चिकित्सीय टीम को दिन एवं रात मे शिविर लगाकर उपचार करने सहित प्रति दिवस जानकारी प्रदान करने हेतु निर्देशित किया गया है बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी कुदेशिया एवं जिला नोडल अधिकारी आईडीएसपी डॉ छत्रपाल चंद्राकर सहित खंण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएस बडई एवं खंण्ड विस्तार अधिकारी मीनकेतन चौधरी तथा बीपीएम हेम कुमार सोनकर सहित डॉ दिलीप सतपति, बी एल मिश्रा सेक्टर प्रभारी एवं सेक्टर पर्यवेक्षक श्रीमती मीना चन्द्राकर एवं धनंजय साहू सेक्टर सुपरवाइजर सहित सेक्टर खल्लारी के समस्त कर्मचारी सी एच ओ, आर एच सी महिला एवं पुरुष व ग्राम की मितानिन, कोटवार एवं जनप्रतिनिधि आदि बैठक में उपस्थित रहे। -
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अच्छे स्वास्थ्य से बढ़ती है उत्पादकता और रचनात्मकता : राष्ट्रपति
मानव सेवा मार्ग का यह उत्कृष्ट शुरुआत है: राज्यपाल श्री डेकाछत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से किया जा रहा है विस्तार: मुख्यमंत्री श्री सायपंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की मिली उपाधिरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु आज अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में विकसित छत्तीसगढ़ का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा। समग्र विकास के लिए नागरिकों का अच्छा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। अच्छा स्वास्थ्य लोगों की उत्पादकता और रचनात्मकता को बढ़ाने में सहायक होता है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह शामिल होकर संस्थान के 25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की उपाधि प्रदान की।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के आदेशानुसार एवं 'माननीय अध्यक्ष प्रधान न्यायाधीश श्रीमान ब्रजेंद्र कुमार शास्त्री जी के मार्गदर्शन में "श्रीमान देवेंद्र कुमार प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश व 'श्रीमती निधि शर्मा प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा" की उपस्थिति में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन सृजन आई. टी. आई. बेमेतरा में किया गया। शिविर में माननीय अपर सत्र न्यायाधीश द्वारा छात्र-छात्राओं को मोटरयान दुर्घटना अधिनियम के अंतर्गत ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता, हेलमेट का उपयोग तथा वाहन बीमा कराने हेतु प्रोत्साहित किया।साथ ही पॉक्सो एक्ट अधिनियम की जानकारी बताते हुए छात्र-छात्राओं को पॉक्सो अपराध से बचने की सलाह बताई गई। उक्त शिविर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा दवारा छात्र-छात्राओं को हिट एंड रन स्कीम की जानकारी, साइबर क्राइम से संबंधित जानकारी व सोशल मीडिया के दुष्परिणाम एवं निः शुल्क कानूनी विधिक सहायता की जानकारी देते हुए वर्ष के अंतिम नेशनल लोक अदालत 14 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा।नेशनल लोक अदालत में लंबित राजीनामा योग्य प्रकरणों के निराकरण के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। शिविर में सृजन आईटीआई के प्राचार्य श्री सी. राम वर्मा एवं सूजन पब्लिक स्कूल प्राचार्य नशीम खान व अन्य शिक्षकगण सहित पैरालीगल वॉलिंटियर्स पंकज घृतलहरे, धरम् बारले, पवन साहू, संजीव शर्मा, सोनिया राजपूत, स्वाति कुजांम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उपस्थित रहे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : कलेक्टर रणबीर शर्मा ने पहले घोषित स्थानीय अवकाश में परिवर्तन करते हुए 01 नवंबर (गोवर्धन पूजा) को 12 नवंबर 2024 (देवउठनी एकादशी) मंगलवार को स्थानीय अवकाश घोषित किया है। कलेक्टर ने सामान्य पुस्तक परिपत्र के तहत यह निर्णय लिया है। यह अवकाश कोषालय/उप कोषालय एवम बैंकों के लिए लागू नहीं होगा । बता दें कि 1 नवंबर को प्रदेश में छुट्टी का ऐलान किया है। इस आदेश के तहत छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी दफ्तर और संस्थाएं बंद रहेगी।1 नवंबर को छुट्टी के आदेश की वजह स्थानीय अवकाशों में परिवर्तन करना पड़ा है। कलेक्टर ने इस आशय के आदेश जारी कर दिए है । जानकारी अनुसार दिवाली का यह त्योहार 29 अक्टूबर से 2 नवंबर तक मनाया जाएगा, जिसमें 29 अक्टूबर को धनतेरस, 30 अक्टूबर को नरक चौदस, 31 अक्टूबर को दिवाली या लक्ष्मी पूजा, 1 नवंबर को गोवर्धन पूजा और 2 नवंबर को भाई दूज मनाई जाएगी।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर में 40 लाइका घर किया जा रहा संचालित80 केयर टेकर बच्चों की देखभाल कर रहे हैजशपुर : जिले की पोषण महिला कार्यकर्ता ललिता नाग एवं किनकेल सरपंच सुंदर लाल साय को शुक्रवार को दिल्ली में फोर्सेस द्वारा अंतरराष्ट्रीय देखभाल और सहायता दिवस 2024 के अवसर में भारत के बाल देखभाल श्रमिकों का जश्न मनानेश् के अवसर पर चाइल्ड केयर चौंपियंस अवॉर्ड 2024 से सम्मानित किया गया स जिला प्रशासन और एकजुट संस्था के माध्यम से जशपुर जिले में लइका घर का बेहतर संचालन किया जा रहा है। जिले के जशपुर विकासखंड में 40 लइका घर संचालित किया जा रहा है। और 80 केयर टेकर बच्चों की देखभाल कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि एकजुट भारत में एक गैर- लाभकारी/सरकारी स्वैच्छिक संगठन है जो छत्तीसगढ़ में जशपुर एवं धरमजयगढ़ प्रखंड में बच्चों के कुपोषण की रोकथाम पर कार्य कर रहा है। दोनों को एकजुट संगठन द्वारा नामित किया गया था। वर्तमान में यह संगठन कई राज्यों छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश,उड़ीसा,बिहार,राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में 500 से अधिक क्रेच / लाइका घर चला रहा है, जिसमें लगभग 10,000 छोटे बच्चे शामिल हैं। जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले,विभिन्न राज्यों से नामांकित व्यक्ति थे, जिनमें पंचायतीराज संस्थाओं के सदस्य भी शामिल थे, जिन्होंने बच्चों के लिए कुछ अच्छे काम किए हैं और पूरे भारत में सभी नामित कार्यकर्ता थे।8 पुरस्कार विजेताओं में से 4 विजेता एकजुट से थे। एकजुट के क्रेच मॉडल में संपूर्ण डे केयर सेवाओं का संग्रह है, जिसमें संरक्षित वातावरण, स्वच्छ पेयजल, गर्म पका हुआ भोजन और हस्तनिर्मित खिलौनों का उपयोग करके इंटरैक्टिव गेम जैसी सुविधाएं शामिल हैं। काम का यह व्यापक चक्र प्रारंभिक बाल्यावस्था विकास एवं देखभाल, वृद्धि निगरानी, बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और महिलाओं के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करता है। एकजुट 22 वर्षों से काम के लिए प्रतिबद्ध है।बच्चों की देखभाल में दोनों की भूमिका सराहनीयललिता नाग जशपुर से नीमगांव के लाइका घर में कार्यरत है और एकजुट संस्था से जुड़कर 6 महीनों से तीन साल के बीच के छोटे बच्चों की देखभाल और सहायता में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। सुंदरलाल साय किनकेल सरपंच जशपुर से है जो उनके पंचायत अंतर्गत चल रहे लाइका घर केरे और किनकेल गांव में महत्पूर्ण योगदान प्रदान करते आ रहे हैं ।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर : जशपुर जिले में मोतियाबिंद मुक्त अभियान अंतर्गत 25 एवं 26 अक्टूबर 2024 को कुल 72 मरीजों का ऑपरेशन किया गया। जिसमें 57 मोतियाबिंद मरीजों में से जिला चिकित्सालय में 32 तथा सिविल अस्पताल पत्थलगांव में 25 मोतियाबिंद तथा 15 अन्य आँख विकार जैसे टेरिजियम, डरमोइड व सिस्ट का सफल ऑपरेशन की शुरुआत की गई। जिसका जिला चिकित्सालय में सफलतम सर्जरी विजिटिंग सर्जन डॉ. बलवंत सिंह जिला कोरिया, डॉ. रजत टोप्पो जिला चिकित्सालय अंबिकापुर एवं स्थानीय नेत्र सर्जन डॉक्टर अनिता मिंज सिविल अस्पताल पत्थलगांव के द्वारा किया गया।कलेक्टर के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मार्गदर्शन मे मोतियाबिंद सर्जरी का आयोजन प्रत्येक सप्ताह विजिटिंग एवं स्थानीय सर्जन द्वारा ऑपरेशन का संपादन किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया की इस अभियान के तहत जिला चिकित्सालय एवं सिविल अस्पताल पत्थलगांव मे मोतियाबिंद सर्जरी हो रहा है। जिसमें पात्र मरीजों का सफल सर्जरी किया जा रहा है।
इस अभियान में अब तक इस वित्तीय वर्ष में 1164 मरीजों का निशुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। जिसमें मरीजों को निःशुल्क परिवहन,भोजन तथा सर्जरी की सुविधा प्रदाय किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने आमजन मानस से अपील कर इस निर्धारित दिवसों मे अधिक से अधिक लाभ उठाने का अपील किया है तथा मोतियाबिंद सर्जरी संबंधित जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग का का हेल्प लाइन नम्बर 9131318933, 9340797400 जारी कर शिविर की तिथि आदि की जानकारी हेतु सम्पर्क करने का भी अपील किया है। इसके अतिरिक्त विकासखंड चिकित्सा अधिकारी तथा नेत्र सहायक अधिकारियों से भी सम्पर्क किया जा सकता है।जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि इस अभियान में लोगों के द्वारा स्वयं जागरूकता दिखाई जा रही है एवं मोतियाबिंद तथा अन्य आँख विकार ऑपरेशन का पहल किया जा रहा है। जिसमें जिला चिकित्सालय में ऑपरेशन के दौरान अन्य सभी सुविधाएं मरीजों को प्रदाय किया जा रहा है एवं जरूरतमंद लोगों को परिवहन,भोजन ,रहने की सुविधा दी जा रही है । इस सफल शिविर हेतु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों, नेत्र सहायक अधिकारियों एवं जिले के मितानिनों का अहम योगदान रहा है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : कलेक्टर एवं ज़िला दंडाधिकारी श्री शर्मा ने जारी संदेश मैं कहा कि बेमेतरा ज़िले में आयातित पटाखे बेचना एवं उनका उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। ऐसा करने पर “एक्सप्लोसिव एक्ट” की संबंधित धारा के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ज़िले की जनता से अपील की है कि स्थानीय उत्पादों को खरीदा जाए। दीपावली के दौरान मिट्टी के दिये खरीदें, जिससे स्थानीय कुम्हारों को रोजगार मिले। छत्तीसगढ़ में दिवाली, छठ, गुरूपर्व पर दो घंटे पटाखे फोड़े जा सकेंगे. इसके साथ ही ऑनलाइन पटाखों के बिक्री पर बैन लगा दिया है. सरकार ने ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा जारी आदेशों का कड़ाई से पालन का निर्देश दिया है।
कलेक्टर ने ज़िले के सभी पटाखों के विक्रेताओं से भी आग्रह किया कि वे कम उम्र के बच्चों को सीधे पटाखे न बेचे । बच्चों को अभिभावक की उपस्थिति में ही पटाखे दें। छोटे पटाखे जैसे फुलझड़ी, चकरी, अनार भी दुकानदार अभिभावक के सामने ही बच्चों को विक्रय करें ताकि किसी प्रकार की घटना, दुर्घटना न हो सके । किसी पटाखा दुकान पर 18 साल से कम उम्र के बच्चों को काम पर रखने वालों के खिलाफ भी प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाएगी। नए निर्देशों के तहत प्रशासन और संबंधित थाना पुलिस पटाखा दुकान पर नजर रखेगी। जो विक्रेता नियमों का उल्लंघन करते मिलेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आयातित पटाखों से ध्वनि प्रदूषण अधिक होने के साथ सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि विस्फोटक अधिनियम के अंतर्गत अवैध पटाखों के भंडारण,वितरण तथा विक्रय एवं उपयोग पर 2 साल की सजा का प्रावधान है। अत: कोई भी पटाखों का भंडारण, वितरण, विक्रय अथवा उपयोग न करें। पटाखों के विक्रय के संबंध में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा भी जारी गाईड लाइन के उपयोग किए जाने के संबंध में ज़ोर दिया गया है। जो कि न केवल अवैधानिक आयातित पटाखों के संबंध में, बल्कि देश में निर्मित पटाखों के उपयोग के संबंध में है ।इसके तहत आयातित आतिशबाजी को बेचना या भंडारण करना गैरकानूनी है।यह आतिशबाजी संवदेनशील कैमिकल से बनी होती है और ध्वनि मानक के अनुरूप नहीं होती। ऐसी आतिशबाजी का उपयोग व्यक्ति की सेहत को खतरे में डाल सकता है। केमिकल्स इंसानों के लिए खतरनाक होने के साथ पर्यावरण के लिए भी हानिकारक हैं। अनाधिकृत आतिशबाजी क्रय-विक्रय करने पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध विस्फोटक नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
दीपावली पर्व सुरक्षित और सुखद मनाने हेतु जिला प्रशासन प्रतिबद्धकोरिया : दीपावली के त्योहार के मद्देनजर जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी करते हुए फायर ब्रिगेड, चिकित्सा व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए संबंधित विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
पटाखा विक्रय स्थलों पर फायर ब्रिगेड की तैनाती अनिवार्य
आगजनी जैसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए सभी स्थायी और अस्थायी पटाखा दुकानों के पास फायर ब्रिगेड तैनात करने का निर्देश दिया गया है। जिला सेनानी को इसका जिम्मा सौंपा गया है, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
चिकित्सा सुविधा 24 घंटे उपलब्ध
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 24 घंटे चिकित्सकीय स्टाफ उपलब्ध रहें। दीपावली के दौरान आकस्मिक चिकित्सा सेवाओं को पूरी तरह मुस्तैद रखा जाएगा।
विद्युत विभाग सतर्क, निरंतर आपूर्ति की जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल ने पटाखा दुकानों के आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। 24 घंटे का एक दल तैनात रहेगा, जो विद्युत आपूर्ति में किसी भी समस्या को तुरंत हल करेगा। इसके साथ ही, पटाखा विक्रय क्षेत्रों में विद्युत तारों को व्यवस्थित किया जाएगा।
नगर पालिका द्वारा सफाई और पानी की व्यवस्था
मुख्य नगरपालिका अधिकारी, बैकुंठपुर व सोनहत को निर्देश दिया गया है कि साफ-सफाई के लिए विशेष प्रबंध, पटाखा दुकानों के पास पानी के टैंकर और सफाई कर्मचारियों की तैनाती करने के निर्देश दिए गए हैं। दुकानों का लेआउट ऐसा होगा कि अग्निशमन वाहनों को आने-जाने में कोई बाधा न हो और दुकानों के सामने वाहन पार्किंग पर प्रतिबंध रहेगा। जिला प्रशासन के इन इंतजामों का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि सभी, दीपावली का त्योहार सुरक्षित और सुखद वातावरण में मना सकें।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
73 अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी, कलेक्टर ने दिए निर्देशकोरिया : जिले के सभी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है। कलेक्टर त्रिपाठी ने जिले के सभी स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए 73 अधिकारियों की टीम का गठन किया है। इन अधिकारियों में एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, जो हर माह स्कूलों का निरीक्षण करेंगे।
इस निरीक्षण प्रक्रिया के तहत अधिकारियों को स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति, पढ़ाई की गुणवत्ता, स्वच्छता, मध्यान्ह भोजन, पेयजल, शौचालय, बिजली, खेल सुविधा जैसी बुनियादी सुविधाओं का जायजा लेना होगा। साथ ही, विद्यार्थियों को मुहैया कराई जाने वाली सुविधाओं और शिक्षा व्यवस्था में आने वाली समस्याओं की पहचान कर, उनके समाधान हेतु सुझाव देने होंगे।
73 अधिकारी करेंगे निरीक्षण
बैकुंठपुर और सोनहत विकासखंडों के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में, 52 अधिकारी बैकुंठपुर में और 21 अधिकारी सोनहत में निरीक्षण कार्य करेंगे। हर माह का निरीक्षण पूरा करने के बाद सभी अधिकारी अपने संकुल अंतर्गत आने वाले स्कूलों की स्थिति की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपेंगे। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्कूलों में बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा और सभी आवश्यक सुविधाएं मिलें।
शिक्षा गुणवत्ता सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम जिला कलेक्टर की इस पहल को शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। श्रीमती चंदन त्रिपाठी का मानना है कि नियमित निरीक्षण से शिक्षा में सुधार के प्रयासों को गति मिलेगी और विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर खनिज विभाग द्वारा आज सिरपुर क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन परिवहन की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए ग्राम खड़सा में रेत के अवैध उत्खनन में लिप्त चैन माउंटेन मशीन टाटा हिताची को नदी क्षेत्र से जप्त किया गया। वहीं सिरपुर क्षेत्र में खनिज विभाग की टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए ग्राम केडियाडीही के नदी क्षेत्र से एक चैन माउंटेन लोडर मशीन को जप्त किया गया।अवैध उत्खनन कर्ताओं द्वारा मशीन को नदी क्षेत्र में उत्खनन के पश्चात उत्खनन क्षेत्र से दूर छुपाया गया था जिसमें जांच दल द्वारा चैन मुंडे के निशान को देख कर मशीनों का पता लगाया गया। सभी मशीनों को जप्त कर थाना तुमगांव की अभिरक्षा में सुपुर्द किया गया। ज्ञात हो कि रेत के अवैध उत्खनन तथा परिवहन की शिकायत पर खनिज विभाग एवं राजस्व विभाग के दल ने 23 से 25 अक्टूबर तक रात्रि गश्त करते हुए सिरपुर क्षेत्र से 09 हाईवा वाहनों के विरुद्ध अवैध परिवहन का प्रकरण दर्ज किया गया था।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के द्वारा जिला मुख्यालय में संचालित प्री मेट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास महासमुंद में छात्रावासी बच्चों के दिवाली त्यौहार के पूर्व अधीक्षक के द्वारा ट्रैक शूट और जूता का वितरण किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग के द्वारा संचालित प्री मेट्रिक छात्रावास और आश्रमों में प्रतिवर्ष छात्रावासी बच्चों को शिष्यवृत्ति की बच्चा राशि के कॉपी, किताब, पेन, स्कूल बैग, जूता, मोजा, ट्रैकशूट आदि आवश्यक चीजें प्रदाय करने का पिछले वर्ष से प्रावधान है, जिसके अंतर्गत पूरे सत्र के दौरान बीच में बीच में बचत राशि के अनुसार सामग्री का वितरण किया जाना होता है।शासन की इस निर्देश के पालन में प्री मेट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास महासमुंद के बच्चों को संस्था के अधीक्षक मदन कुमार चौधरी के द्वारा दीवाली के पूर्व जूता मोजा और ट्रैक शूट का वितरण किया गया। छात्रावासी में दूरस्थ पिछड़े अंचलों के बच्चे आकर निवास करते है और यही रहकर आसपास की स्कूलों में अपना शिक्षा प्राप्त करते है, ऐसे में बच्चों को छात्रावास में रहने खाने के साथ ही साथ इस तरह आवश्यकता की सामग्री भी मिलने से आजकल सभी छात्रावासी बच्चों में सकारात्मक विचार बने रहते है साथ ही छात्रावास में रहकर अच्छी पढ़ाई करने की प्रेरणा भी प्राप्त होती है। प्री मेट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास महासमुंद के अधीक्षक के द्वारा प्रतिदिन शाम को बच्चों की सामान्य ज्ञान संबंधी जानकारी भी दी जाती है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना सत्र 2024-25 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीजी बोर्ड) की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं में मेरिट सूची में आने वाले छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान किया जाएगा। सभी पात्र छात्र 24 अक्टूबर से 21 नवंबर 2024 तक अपने आवेदन जमा कर सकते हैं। शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार पंजीयन, सत्यापन, और दावा/आपत्ति सहित पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। छात्रों को योजना की आधिकारिक वेबसाइट स्कॉलरशिप डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट ईन पर जाकर अपना पंजीयन करना होगा।
इसके लिए छात्रों को अपनी जन्मतिथि, जाति प्रमाण पत्र, अंकसूची, और बैंक खाता जानकारी जैसे आवश्यक दस्तावेज़ पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। आवेदन के लिए प्रस्तावित समय-सारणी के अनुसार पंजीयन 24 अक्टूबर से 21 नवंबर 2024, सत्यापन 21 से 27 नवंबर तक किया जाएगा। दावा-आपत्ति 28 नवंबर से 2 दिसंबर और अंतिम सूची का प्रकाशन 9 दिसंबर 2024 को किया जाएगा। मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य राज्य के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन प्रदान करना और उनकी उच्च शिक्षा में सहायता करना है। इस योजना से छात्रों को आर्थिक सहायता मिलेगी, जिससे उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को बल मिलेगा। शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों व स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि वे अपने क्षेत्र के सभी पात्र छात्रों को योजना के बारे में जागरूक करें और उन्हें आवेदन प्रक्रिया में मदद करें। यह योजना उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जो शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल कर जिलें का गौरव बढ़ा रहे हैं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : जनजातीय गौरव माह के अवसर पर शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर एवं नवीन शासकीय महाविद्यालय रनहत के संयुक्त तत्वावधान में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत-ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान के विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। चार सत्रों में आयोजित संगोष्ठी के माध्यम से जनजातीय समाज के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित किया गया।संगोष्ठी का शुभारंभ अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के कुलपति प्रो. अरुण दिवाकरनाथ बाजपेयी ने मां सरस्वती, छत्तीसगढ़ महतारी, भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीर नारायण सिंह व रानी दुर्गावती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. बाजपेयी ने अपने वक्तव्य में जनजातीय समाज को प्रकृति का संरक्षक बताया और उनके न्याय पद्धति, जीवन शैली एवं संस्कृति को अनुकरणीय बताया। उन्होंने जनजातीय नायकों बिरसा मुंडा, वीर नारायण सिंह, और रानी दुर्गावती के योगदान पर विस्तार से चर्चा की, विशेष रूप से रानी दुर्गावती की युद्ध नीति की तुलना कारगिल युद्ध से की। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज के योगदान की सराहना की और कहा कि जनजातीय समाज का पर्यावरण और न्याय पद्धति में योगदान उल्लेखनीय है।
कार्यक्रम के पहले सत्र में शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के प्राचार्य श्री एन. के. देवांगन और प्रो. एन. के. सिंह ने जनजातीय समाज को प्रकृति का रक्षक बताते हुए उनके ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित किया। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. शारदा प्रसाद त्रिपाठी ने तिलका मांझी जैसे अनजान जनजातीय नायकों की चर्चा की, जिनका उल्लेख इतिहास में दुर्लभ है। दूसरे सत्र की अध्यक्षता गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर के डॉ. के. एन. सिंह ने की।उन्होंने जनजातीय भाषा, संस्कृति और उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान पर प्रकाश डाला। डॉ. चन्द्रशेखर सिंह और डॉ. पुनीत कुमार राय ने छत्तीसगढ़ के जनजातीय विद्रोह और भारतीय ज्ञान परंपरा पर विचार साझा किए। मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के डॉ. सचिन कुमार मंडिलवार ने संथाल विद्रोह और कोल आंदोलन जैसे जनजातीय आंदोलनों का उल्लेख करते हुए वीर सेनानी झलकारी बाई, बिरसा मुंडा, और लागुड़ बिगुड़ को भी याद किया।
तीसरे सत्र में ऑनलाइन मोड में आयोजित समानांतर सत्र में 23 शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर के सहायक प्राध्यापक श्री ओम शरण शर्मा ने इस सत्र का संचालन किया। अंतिम सत्र में शासकीय नवीन महाविद्यालय चांदनी बिहारपुर के प्राचार्य श्री जीतन राम पैंकरा ने जनजातीय समाज के इतिहास, कला, संस्कृति और आध्यात्मिक योगदान को रेखांकित किया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बलरामपुर श्री रणबीर साय ने जनजातीय संस्कृति के विकासक्रम पर व्याख्यान दिया साथ ही डॉ. यू. के. पाण्डेय और डॉ. पीयूष कुमार टांडे ने जनजातीय समाज के सह अस्तित्व और उनके दर्शन और मूल्य पर चर्चा की।संगोष्ठी का समापन शासकीय नवीन महाविद्यालय लखनपुर के प्राचार्य डॉ. डी. पी. साहू के प्रतिवेदन वाचन से हुआ। संगोष्ठी में विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं, अधिकारी-कर्मचारी, और देशभर के विद्वान और शोधार्थी उपस्थित रहे, जिन्होंने जनजातीय समाज की महानता और उनके योगदान की गहनता से सराहना की। जनजातीय समाज की संस्कृति और इतिहास के महत्व को समझने और समाज में उनके योगदान को उजागर करने में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2024-25 के लिए फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार/पुनरीक्षण हेतु आयोग द्वारा दो चरणों में कार्यक्रम एवं तिथियां निर्धारित की गई है। निर्देशानुसार द्वितीय चरण में दिनांक 24.10.2024 निर्वाचक नामावली का प्रारंभिक प्रकाशन एवं दावे आपत्तियां प्राप्त करने से लेकर दिनांक 29.11.2024 को निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा ।राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार दिनांक 26 एवं 27 अक्टूबर 2024 को ग्रामसभा का आयोजन किया जाकर निर्वाचक नामावली का वाचन कराकर, इसकी शुद्धता की गहन जांच / परीक्षण कराया जाएगा तथा निर्वाचक नामावली को त्रुटि रहित बनाया जावे। निर्वाचक नामावली वाचन के संबंध में ग्राम सभा का कार्यवाही विवरण तैयार कराया जाएगा ।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राज्य की 70 लाख महिलाओं को दी जा चुकी है अब तक 5878 करोड़ 37 लाख की राशिरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना की 9वीं किश्त का अंतरण किया। इस योजना के तहत दीवाली से पहले राज्य की 69 लाख 68 हजार लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में एक-एक हजार रूपए के मान से कुल 651 करोड़ 37 लाख रुपए की राशि ऑनलाईन अंतरित की गई। योजना के तहत अब तक राज्य की महिलाओं को कुल 5878 करोड़ 37 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने इस मौके पर महतारी वंदन योजना के हितग्राही श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती ध्रुव से इस योजना के लाभ के बारे में चर्चा की। महतारी वंदन योजना के राशि वितरण के इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों जैसे रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, बस्तर और सरगुजा से पारंपरिक वेशभूषा में लगभग 120 महिलाएं आयी थीं।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु से बातचीत के दौरान श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती धु्रव ने बताया कि महतारी वंदन योजना से मिली राशि से वो अपने बच्चों को लिए राशन खरीदने के साथ ही उनकी जरूरत का अन्य सामान खरीदने के लिए उपयोग करती है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने उन्हें शासन की ओर से मिलने वाली मदद का लाभ उठाकर अपने बच्चों को खूब पढ़ाने-लिखाने और उन्हें अफसर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब बच्चे पढ़ेंगे, तभी परिवार और समाज आगे बढ़ेगा।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना का शुभारंभ एक मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था, जिसका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक स्वावलंबन और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
राष्ट्रपति से संवाद कर अभिभूत हुई ममता
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से बात करना मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है। मुझे देश की प्रथम महिला से बात करने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य है। ये कहना है बस्तर से पहुंची श्रीमती ममता कश्यप का। ममता बस्तर क्षेत्र की एक आदिवासी महिला है और महतारी वंदन योजना की हितग्राही है। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना से मुझे आर्थिक सुरक्षा का अहसास होता है। हर महीने मुझे मोबाइल में नोटिफिकेशन का इंतजार रहता है।इस बार मिली राशि से मैं दीवाली में बच्चों के लिए कपड़े और मिठाई खरीदूँगी। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा कक्षा नवमी मे पढता है। मैं इस राशि का उपयोग उसकी ट्यूशन फीस देने मे करती हूँ। उन्होंने बताया कि मेरे परिवार मे कुल पांच लोग है। दो एकड़ खेती है। रोजी मजदूरी के साथ जीवन चल रहा है। ऐसे मे महतारी वंदन योजना से हर महीने एक हजार रूपए मिलना, बहुत ही सुखद और राहत देने वाला होता है। उन्होंने महतारी वंदन योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक मदद देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग श्री सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राज्य की 70 लाख महिलाओं को दी जा चुकी है अब तक 5878 करोड़ 37 लाख की राशिरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना की 9वीं किश्त का अंतरण किया। इस योजना के तहत दीवाली से पहले राज्य की 69 लाख 68 हजार लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में एक-एक हजार रूपए के मान से कुल 651 करोड़ 37 लाख रुपए की राशि ऑनलाईन अंतरित की गई। योजना के तहत अब तक राज्य की महिलाओं को कुल 5878 करोड़ 37 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने इस मौके पर महतारी वंदन योजना के हितग्राही श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती ध्रुव से इस योजना के लाभ के बारे में चर्चा की। महतारी वंदन योजना के राशि वितरण के इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों जैसे रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, बस्तर और सरगुजा से पारंपरिक वेशभूषा में लगभग 120 महिलाएं आयी थीं।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु से बातचीत के दौरान श्रीमती ममता कश्यप और श्रीमती सत्यवती धु्रव ने बताया कि महतारी वंदन योजना से मिली राशि से वो अपने बच्चों को लिए राशन खरीदने के साथ ही उनकी जरूरत का अन्य सामान खरीदने के लिए उपयोग करती है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने उन्हें शासन की ओर से मिलने वाली मदद का लाभ उठाकर अपने बच्चों को खूब पढ़ाने-लिखाने और उन्हें अफसर बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब बच्चे पढ़ेंगे, तभी परिवार और समाज आगे बढ़ेगा।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना का शुभारंभ एक मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था, जिसका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक स्वावलंबन और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
राष्ट्रपति से संवाद कर अभिभूत हुई ममता
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से बात करना मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है। मुझे देश की प्रथम महिला से बात करने का अवसर मिला, यह मेरा सौभाग्य है। ये कहना है बस्तर से पहुंची श्रीमती ममता कश्यप का। ममता बस्तर क्षेत्र की एक आदिवासी महिला है और महतारी वंदन योजना की हितग्राही है। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना से मुझे आर्थिक सुरक्षा का अहसास होता है। हर महीने मुझे मोबाइल में नोटिफिकेशन का इंतजार रहता है।इस बार मिली राशि से मैं दीवाली में बच्चों के लिए कपड़े और मिठाई खरीदूँगी। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा कक्षा नवमी मे पढता है। मैं इस राशि का उपयोग उसकी ट्यूशन फीस देने मे करती हूँ। उन्होंने बताया कि मेरे परिवार मे कुल पांच लोग है। दो एकड़ खेती है। रोजी मजदूरी के साथ जीवन चल रहा है। ऐसे मे महतारी वंदन योजना से हर महीने एक हजार रूपए मिलना, बहुत ही सुखद और राहत देने वाला होता है। उन्होंने महतारी वंदन योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक मदद देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग श्री सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा प्रकाशित तीन पुस्तकों क्रमशः ‘आदि नारी: आदिवासी महिलाओं की अस्मिता और गौरव गाथा, वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शिका’ एवं पोदड़गुमा पेन करसाड का विमोचन किया। इस मौके पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने राष्ट्रपति को उक्त तीनों पुस्तकों की प्रथम प्रतियां ससम्मान भेंट की। यह तीनों पुस्तकें छत्तीसगढ़ राज्य की जनजातीय संस्कृति, महिला सशक्तिकरण और वन अधिकारों की सुरक्षा पर केंद्रित हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।
आदि नारी: आदिवासी महिलाओं की अस्मिता और गौरव गाथा पर आधारित पुस्तक में छत्तीसगढ़ की जनजातीय महिलाओं के दशकीय सामाजिक और आर्थिक विकास की यात्रा का उल्लेख किया गया है। इसमें उनकी शैक्षणिक प्रगति, आर्थिक आत्मनिर्भरता, सामाजिक-सांस्कृतिक योगदान, और लिंगानुपात जैसे मानव विकास सूचकांक के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।इसी तरह वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शिका’ में वन अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए व्यापक रूप-रेखा के संबंध में विस्तार से बताया गया है, ताकि राज्य में अनुसूचित जनजाति के लोगों को वन अधिकार अधिनियम का लाभ सुगमता से प्राप्त हो सकें। इस मार्गदर्शिका में वन अधिकारों के क्रियान्वयन के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान के उपाय भी शामिल किए गए हैं।
‘पोदड़गुमा पेन करसाड़’ पुस्तक में गोंड जनजाति की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर आधारित है। इसमें ग्राम टेमरूपानी में हर 7 वर्ष में आयोजित होने वाले 75 दिवसीय धार्मिक आयोजन ‘पोदड़गुमा पेन करसाड़‘ के विधि-विधान, नृत्य, संगीत, और वाद्ययंत्रों का विस्तृत वर्णन किया गया है। यह आयोजन गोंड समुदाय की पेन पूजा परंपरा और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संवर्धित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग श्री सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास श्री नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति श्री विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर : कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने प्राकृतिक आपदा में जनहानि के एक मामले में प्रभावित परिजन को आर.बी.सी. 6-4 के तहत् 04 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि की स्वीकृत दी है। सन्ना तहसील अंतर्गत ग्राम मैना निवासी गोपाल राम का तालाब के पानी में से 05 मई 2023 को मृत्यु हो गई। मृतक के निकटतम वारिस उनके पत्नी पुलिया बाई हेतु 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर : नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को नेहरू युवा केंद्र, समाज कल्याण विभाग एवं जय हो दल के द्वारा जिला पंचायत जशपुर में किया गया। इस कार्यशाला में नशा मुक्ति अभियान, बाल विवाह, हीरो ही हीरोइन को क्यों बचाता है (जेंडर इक्वलिटी), पढ़ाई का कोना एवं बॉडी शेमिंग आदि विषयों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। जिसके द्वारा आये युवाओं को जागरूक करने के साथ उन्हें बेहतर समाज के निर्माण हेतु प्रेरित किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने कहा कि नशा करने से मनुष्य की शारीरिक एवं मानसिक क्षति के साथ आर्थिक नुकसान एवं सामाजिक तौर पर भी हानि होती है।एक व्यक्ति के नशा करने से ना सिर्फ उस व्यक्ति बल्कि पूरे परिवार को परेशानियों एवं दुष्परिणामों का सामना करना पड़ता है। नशा करने के लिए व्यक्ति को अनेक कारण मिल जाते हैं लेकिन यदि हमें जीवन को सकारात्मक दिशा की ओर ले जाना है तो नशे को त्यागना ही होगा और नशामुक्त जीवन एवं नशामुक्त समाज के लिए ऊर्जा के साथ सभी को मिल कर कार्य करना होगा। इस अवसर पर उप संचालक समाज कल्याण विभाग टीपी भावे, जिला युवा अधिकारी सुमेधा पवार, जिला समन्वयक यूनिसेफ तेजराम सारथी, संगवारी संस्थान से देवेश सिंह सहित अन्य अधिकारी, जय हो स्वयंसेवक, नेहरू युवा केंद्र एवं एनएसएस के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जल जीवन मिशन योजना के तहत 248 परिवारों को दिया गया घरेलू नल कनेक्शनजशपु : हर घर स्वच्छ जल उपलब्ध कराने जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत जिले के ग्राम बरडांड में घर-घर तक पानी पहुंचाया जा रहा है। इस मिशन के तहत ग्राम बरडांड के कुल 248 परिवारों को क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन दिया गया है। घर पर पानी आने से सभी ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है। जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 01 अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक चलाए जा रहे घर-घर पानी मेरे गांव की कहानी अभियान के अंतर्गत उनके द्वारा ग्राम बरडांड का निरीक्षण किया गया।उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन की योजना सुचारू रूप से कार्य कर रही है। बरडांड ग्राम का हर घर जल प्रमाणीकरण भी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा किया जा चुका है। योजना के आने के पहले ग्रामीण अपनी पानी की दैनिक आवश्यकताओं के लिए कुआँ एवं हैंडपंप पर निर्भर थे। जिनका पानी जांचा हुआ न होने के कारण जल जनित बीमारियां जैसे उल्टी, दस्त, हैजा इत्यादि होने का खतरा बना रहता था।
जल जीवन मिशन की योजना क्रियाशील होने के बाद से पानी को जाँच कर उपयोग में लाया जा रहा है जिससे जल जनित बीमारियां में काफी कमी आई है। पिछले वर्ष जल जीवन मिशन योजना की वजह से साफ पानी मिल रहा है। इससे बीमारी में भी कमी आई है। इस योजना बारे में ग्रामीणों से बात करने पर खुशी जाहिर करते हुए बताते हैं कि जल जीवन मिशन के द्वारा हमें दिन में 2 बार लगभग 2 घंटे तक पानी मिलता है। जो पुरे परिवार के लिए पर्याप्त है एवं पीने के लिए वे सब नल का ही पानी का उपयोग करते हैं। बरडांड में लगभग एक साल से योजना क्रियाशील है एवं सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है। अब गांव की पानी की समस्या पूर्णता समाप्त हो चुकी है।