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रायपुर : मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के विभिन्न मानकों पर लॉक-डाउन के बावजूद छत्तीसगढ़ का उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के शुरूआती दो महीनों में ही प्रदेश ने साल भर के लक्ष्य का 37 फीसदी काम पूरा कर लिया है। इस वर्ष अप्रैल और मई माह के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध प्रदेश में 175 प्रतिशत काम हुआ है। इन दोनों मामलों में छत्तीसगढ़ देश में सर्वोच्च स्थान पर है। दो माह के भीतर सर्वाधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराने में छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर है। यहां 1996 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार दिया जा चुका है।
चालू वित्तीय वर्ष में अब तक पांच करोड़ तीन लाख 37 हजार मानव दिवस रोजगार का सृजन कर 25 लाख 97 हजार ग्रामीण श्रमिकों को काम उपलब्ध कराया गया है। इस दौरान 1114 करोड़ 27 लाख रूपए का मजदूरी भुगतान भी किया गया है। कोविड-19 का संक्रमण रोकने लागू देशव्यापी लॉक-डाउन के बावजूद प्रदेश में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाए रखने में मनरेगा के अंतर्गत व्यापक स्तर पर शुरू किए कार्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विपरीत परिस्थितियों में इसने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को रोजी-रोटी की चिंता से मुक्त करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने लॉक-डाउन के दौरान मनरेगा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों और मैदानी अधिकारियों की पीठ थपथपाई है। उन्होंने प्रदेश भर में सक्रियता एवं तत्परता से किए गए कार्यों की सराहना करते हुए सरपंचों, मनरेगा की राज्य इकाई तथा जिला एवं जनपद पंचायतों की टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच यह बड़ी उपलब्धि है। उनकी कोशिशों से कोविड-19 से बचाव और लाखों लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही बड़ी संख्या में आजीविकामूलक सामुदायिक एवं निजी परिसंपत्तियों का निर्माण हुआ है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा मनरेगा के अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष के प्रथम दो महीनों अप्रैल और मई के लिए दो करोड़ 88 लाख 14 हजार मानव दिवस रोजगार सृजन का लक्ष्य रखा गया था। इसके विरूद्ध प्रदेश ने पांच करोड़ तीन लाख 37 हजार मानव दिवस रोजगार का सृजन कर 175 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। यह इस वर्ष के लिए निर्धारित कुल लेबर बजट साढ़े तेरह करोड़ मानव दिवस का 37 प्रतिशत है। चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 1996 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। मनरेगा में प्रदेश में प्रति परिवार औसत 23 दिनों का रोजगार प्रदान किया गया है, जबकि इसका राष्ट्रीय औसत 16 दिन है। इस मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में शीर्ष पर है।
प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों को समयबद्ध मजदूरी भुगतान के लिए मस्टर रोल बंद होने के आठ दिनों के भीतर द्वितीय हस्ताक्षर कर 98 प्रतिशत फण्ड ट्रांसफर ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं। बीते अप्रैल और मई महीने के दौरान कुल 1114 करोड़ 27 लाख रुपए का मजदूरी भुगतान श्रमिकों के खातों में किया गया है। कोविड-19 के चलते विपरीत परिस्थितियों में श्रमिकों के हाथों में राशि पहुँचने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर अच्छा असर पड़ा है। इसने रोजगार की चिंता से मुक्त करने के साथ ही ग्रामीणों की क्रय-क्षमता भी बढ़ाई है। प्रदेश भर में काम कर रहे मजदूरों की संख्या मई महीने के आखिरी में 25 लाख 27 हजार पहुंच गई है। अप्रैल के आखिरी में यह संख्या 15 लाख 74 हजार तथा मार्च के आखिरी में 57 हजार 536 थी। अभी प्रदेश की 10 हजार 155 ग्राम पंचायतों में कुल 44 हजार 964 कार्य चल रहे हैं। इनसे मौजूदा लॉक-डाउन में ग्रामीण जन-जीवन में आया ठहराव दूर हो गया है। -
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अलका लांबा ने मध्य प्रदेश के रीवा जिले से बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला द्वारा बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद से श्रमिकों को लाने के लिए मदद मांगने पर जोरदार हमला बोला. विधायक ने मुंबई में फंसे मध्य प्रदेश के रीवा और सतना जिले के निवासियों की सूची बनाकर ट्वीट करते हुए सोनू सूद से मदद मांगी. इसी को लेकर कांग्रेस नेता अलका लांबा का कहना है कि देश और राज्य में इनकी ही पार्टी की सरकार होते हुए भी सोनू सूद से मदद मांग रहे हैं. इतना ही नहीं, अलका लांबा ने इस्तीफा देने तक की बात कह डाली.
अलका लांबा ने बीजेपी विधायक के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, ''आंखों पर यकीन नहीं होता कि जो खुद विधायक और पूर्व में मंत्री भी रहा, मध्यप्रदेश और देश में इन्हीं की सरकार है, मुख्यमंत्री/प्रधानमंत्री इन्हीं की पार्टी के हैं, महाराष्ट्र में भी इनके सांसद और विधायक हैं, फिर भी मदद सोनू सूद से मांग रहे हैं, थोड़ी भी शर्म हो तो इस्तीफ़ा देकर घर बैठ जाओ, बेहतर होगा.''
बताते चले कि बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला ने अपने ट्वीट में लिखा था कि सोनू सूद जी ये रीवा/सतना मप्र निवासी काफी दिनों से मुंबई में फंसे हुए हैं और अभी तक वापस नहीं पहुंच पाए हैं. कृपया इनको लाने में हमारी मदद करें. इसी ट्वीट में उन्होंने न सिर्फ विधायक बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया. फिलहाल, इससे पहले भी अलका लांबा बीजेपी की कमियों पर सवाल उठाती रही हैं. -
पलामू। झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर इलाके में चलती कार में युवक को गोलियों से भून कर मार डाला। मृतक युवक की शिनाख्त कुणाल सिंह के रूप में हुई है, जो एक चर्चित गैंगस्टर था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक तीन लोगों ने कुणाल सिंह की हत्या कर दी। हत्या की इस वारदात को शहर के अघोर आश्रम के पास अपराधियों ने अंजाम दिया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।
प्राप्त जानकारी के मताबिक अपराधी हत्या करने के लिए सफारी कार से आए थे। गोली मारने के दौरान कुणाल सिंह की कार और हत्यारों की कार टकरा गई। फिर घटना को अंजाम देकर अपराधी मौके से फरार हो गए। गोली लगने से गैंगस्टर कुणाल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या की जानकारी मिलते ही एसपी अजय लिंडा ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू की।
एसपी अजय लिंडा ने मामले से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आपसी रंजिश का लग रहा है। मामले की जांच चल रही है। बता दें कि कुणाल सिंह पर हत्या, अपहरण व रंगदारी मांगने के कई मामले दर्ज है। वह पहले जेल भी जा चुका था। पुलिस मृतक कुणाल सिंह की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है। एसपी अजय लिंडा के अनुसार हत्यारों ने इस वारदात को सड़क हादसे की रूप देने की कोशिश की है। वारदात को अंजाम देने के दौरान कुणाल सिंह को अपराधियों ने दो गोली मारी है।
बता दें कि मृतक कुणाल सिंह आर्मी का जवान था। साल 2008-09 में आर्मी में रहते हुए कुणाल पलामू में गैंग चलाता था। उसका गैंग फिरौती के लिए अपहरण को अंजाम दिया करता था। पलामू के तत्कालीन एसपी अनूप टी मैथ्यू ने एक मामले में आर्मी में रहते हुए कुणाल सिंह को पंजाब से साल 2099 में गिरफ्तार किया था। -
पुलवामा। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए एनकाउंटर में तीन आतंकी ढेर हो गए हैं। एनकाउंटर दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के कंगन इलाके में चल रहा था। जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से बताया गया है कि आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। फिलहाल इस मामले में और ज्यादा जानकारी का इंतजार है।
30 मई को सुरक्षाबलों ने पुलवामा के त्राल इलाके में जैश के चार आतंकियों को ढेर किया था। वहीं, मंगलवार को कुलगाम जिले के खुड़वानी के वनपोरा इलाके में एक एनकाउंटर हुआ था। इस एनकाउंटर में दो आतंकी ढेर हुए थे। जम्मू कश्मीर पुलिस की तरफ से बताया गया कि दोनों आतंकियों के परिवार वालों को बुलाकर उनसे सरेंडर की अपील करवाई गई। इसके बाद भी आतंकी नहीं माने तो सुरक्षाबलों की तरफ से भी सरेंडर करने की अपील की गई थी। मुठभेड़ से पहले आतंकियों को कई बार सरेंडर करने के मौके दिए गए और जब आतंकी नहीं माने जो सुरक्षाबलों को कार्रवाई करनी पड़ी। कुलगाम एनकाउंटर में सेना की 1 राष्ट्रीय राइफल्स, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस की टीम भी शामिल थी। -
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण रिकॉर्ड रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और मरीजों की संख्या अब 2 लाख के पार पहुंच गई है। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले महज 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस के 8,909 नए मामले सामने आए हैं, जो अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही कोरोना वायरस के कुल पॉजिटिव केस बढ़कर 207,615 हो गए हैं। पिछले 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस 217 लोगों की जान भी ले चुका है और मृतकों की संख्या बढ़कर 5,815 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस के मरीजों का रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा और अभी तक कुल 100,303 मरीज ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केस फिलहाल 101,497 हैं। इससे पहले मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया था देश में कोरोना वायरस के मरीजों की रिकवरी दर 48.07 फीसदी तक पहुंच गई है, जो एक राहत देने वाला संकेत है। लव अग्रवाल ने बताया कि हमारे देश मृत्यु दर 2.82 फीसदी है, जो पूरी दुनिया में सबसे कम है।
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नई दिल्ली: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने फैसला दिया है कि जिन लोगों ने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है और जिनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया है, उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर्स में बंद कर नहीं रखा जा सकता है, यह कहते हुए कि यह संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है. शनिवार को, न्यायमूर्ति शशि कांत गुप्ता और न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी की पीठ ने कहा, ‘व्यक्तियों, जिन्होंने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है और टेस्ट निगेटिव आया है, उनकी इच्छा के खिलाफ क्वारेंटाइन केंद्रों में उन्हें हिरासत में नहीं रखा जा सकता है. यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत व्यक्तिगत स्वतंत्रता के उल्लंघन होगा.’
अदालत 13 मई को वकील शाद अनवर द्वारा भेजे गए एक पत्र के आधार पर पंजीकृत एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें तबलीग़ी जमात के सदस्यों की रिहाई की मांग की गई थी, जो उत्तर प्रदेश में 5 मार्च से क्वारेंटाइन हैं. यह नोट किया गया कि प्रवासी श्रमिकों सहित कई लोग राज्य में क्वारेंटाइन केंद्रों में रखे गए हैं.
अदालत ने आदेश दिया, ‘उपरोक्त बातों के मद्देनजर, हम राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देते हैं कि जिन व्यक्तियों ने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है, उन्हें क्वारेंटाइन केंद्रों से तुरंत मुक्त किया जाए, बशर्ते कि उनका टेस्ट निगेटिव आया हो और उन्हें मुक्त करने में कोई कानूनी बाधा न हो.’ पीठ ने हर जिले में ‘अच्छे से चलने वाले, बड़े और ज्याद प्रभावी क्वारेंटाइन सेंटर्स’ सुनिश्चित करने के लिए 3 सदस्यीय समिति के गठन का भी निर्देश दिया है.
इस समिति ने कहा, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केंद्र ‘अच्छे से बने हों, नियंत्रित और प्रशासन की देख-रेख में हों और लोगों द्वारा सामना की जाने वाली कठिनाइयों और समस्याओं के मद्देनजर जो लोग क्वारेंटाइन में हैं उन्हें मदद, सहारा, मार्गदर्शन दि जा सके, और यह सुनिश्चित करें कि व्यक्ति, जिन्होंने अपनी क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर ली है, उन्हें तुरंत मुक्त किया जाए, बशर्ते उनका क्वारेंटाइन अवधि पूरी करने के बाद टेस्ट निगेटिव आया हो और उन्हें मुक्त करने में कोई कानूनी बाधा न हो.’
अपनी याचिका में, अनवर ने आरोप लगाया था कि आवश्यक क्वारेंटाइन अवधि समाप्त होने के बावजूद, अधिकारियों ने केंद्रों से तबलीग़ी जमात के सदस्यों को रिहा नहीं किया था. इसमें उन्होंने कहा था, अनुच्छेद 21 के तहत उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है. अतिरिक्त महाधिवक्ता मनीष गोयल ने शुक्रवार को जवाब दिया था कि उत्तर प्रदेश से अपने गृह राज्यों को जाने के लिए परिवहन की अनुपलब्धता के कारण कुछ लोग अभी भी क्वारेंटाइन केंद्रों में हैं. तब राज्य सरकार को जमात सदस्यों के बारे में अदालत को सूचित करने के लिए निर्देशित किया गया था जो अभी भी क्वारेंटाइन थे और जो क्वारेंटाइन अवधि पूरी करने के बाद रिहा कर दिए गए थे.
जवाब में, अधिकारियों ने शनिवार को एक विस्तृत चार्ट प्रस्तुत किया था, जिसमें कहा गया था कि कुल 3,001 भारतीय और 325 विदेशी, जो तबलीग़ी जमात के सदस्य थे, को क्वारेंटाइन किया गया था.
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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज संविधान में इंडिया की जगह भारत शब्द का प्रयोग करने को लेकर दायर याचिका को टाल दिया है। यह मामला चीफ जस्टिस एसए बोबडे की बेंच के पास है। लेकिन उनके अवकाश पर रहने के कारण मामले को स्थगित कर दिया गया। दिल्ली के किसान नमह ने जनहित याचिका दायर कर संविधान के आर्टिकल-1 में बदलाव की मांग की है। इसी के जरिए देश को अंग्रेजी में इंडिया और हिंदी में भारत नाम दिया गया था।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष सुनवाई आज इस याचिका पर होनी थी लेकिन सीजेआई बोबडे के मंगलवार को अवकाश पर होने की वजह से इसे टाल दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने बिना अगली तारीख दिए हुए इस याचिका पर सुनवाई स्थगित की है। इससे पहले शुक्रवार को भी सुनवाई दो जून तक के लिए टल गई थी। बता दें कि, दिल्ली के रहने वाले नमह नाम के शख्स ने यह याचिका लगाई है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने वाले नमह ने कहा कि देश का नाम भारत करने से लोगों में राष्ट्रीय एकता की भावना मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि इंडिया नाम हटाने में नाकामी अंग्रेजों की गुलामी की प्रतीक है। प्राचीन समय से ही देश भारत के नाम से जाना जाता रहा है। याचिका में 1948 में संविधान सभा में संविधान के तत्कालीन मसौदे के अनुच्छेद 1 पर हुई चर्चा का हवाला दिया गया है और कहा गया है कि उस समय देश का नाम 'भारत' या 'हिंदुस्तान' रखने की पुरजोर हिमायत की गई थी।
याचिकाकर्ता का कहना है कि, देश का नाम एक होना चाहिए। कई नाम हैं जैसे रिपब्लिक ऑफ इंडिया, भारत, इंडिया, भारत गणराज्य वगैरह। इतने नाम नहीं होने चाहिए। हमें नहीं पता कि क्या कहना है। अलग कागज पर अलग नाम है। आधार कार्ड पर 'भारत सरकार' लिखा है, ड्राइविंग लाइसेंस पर 'यूनियन ऑफ इंडिया, पासपोर्ट्स पर 'रिपब्लिक ऑफ इंडिया', इससे कन्फ्यूजन होती है। यह एकता का समय है। हर एक को देश का नाम पता होना चाहिए। नाम एक ही होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी कहते हैं 'एक आवाज, एक देश। -
नई दिल्ली : हमेशा अपने बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा देश के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों का नाम भ्रष्टाचार से जोड़कर उनके फोटो ट्विटर पर पोस्ट करने के आरोप में चौतरफा घिर गए हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान में भी मामला दर्ज किया गया है।एफआईआर दर्ज होने के बाद संबित पात्रा पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक सकती है। भाजपा प्रवक्ता पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी और स्व. जवाहर लाल नेहरू एवं कांग्रेस पार्टी के खिलाफ ट्विटर पर अपमानजनक एवं अभद्र टिप्पणी करने का आरोप है।
बता दें कि, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने हाल ही में मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा किए गए एक ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रयां दी थी। दरअसल, पिछले दिनों मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीट में लिखा था, “आज देश में कांग्रेस सरकार होती तो- हम टेस्ट, उपचार, व्यवस्था, राहत, मदद और तकनीकी में दुनिया में सबसे आगे होते।” इस ट्वीट के जबाव में संबित पात्रा ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी की तस्वीरों वाला एक पोस्टर शेयर किया। जिसपर लिखा था कि 500 करोड़ मास्क घोटाला, 7000 करोड़ कोरोना टेस्ट किट घोटाला, 20,000 करोड़ जवाहर सेनेटाइजर घोटाला, 26,000 करोड़ राजीव गांधी वायरस रिसर्च घोटाला।
भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा के इस विवादित ट्वीट के बाद सबसे पहले उनके खिलाफ दिल्ली के पर्लियामेंट स्ट्रीट थाने में मामला दर्ज कराया गया था। उसके बाद छत्तीसगढ़ के रायपुर और अब राजस्थान में मामला दर्ज हुआ है। राजस्थान के हनुमानगढ़ सदर थाने में संबित पात्रा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। यह मामला राजस्थान प्रदेश युवक कांग्रेस के सेक्रेटरी हरप्रीत सिंह ढिल्लन ने दर्ज कराया है।
बता दें कि, संबित पात्रा में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण पाए जाने के बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, उनके स्वास्थ्य को लेकर बाद में मीडिया में कोई खबर नहीं आई है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा अक्सर अपने ट्वीट व बयानों को लेकर विवादों में रहते है। कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। -
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कल शाम यहां उनके निवास कार्यालय में अटल श्रीवास्तव के नेतृत्व में आए बिलासपुर के औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की । प्रतिनिधिमण्डल में बिलासपुर के जिला उद्योग संघ तथा द फेडेरेशन ऑफ राइस मिलर्स के पदाधिकारी शामिल थे। इस मुलाकात में उद्यमियों ने राज्य में 90 प्रतिशत एमएसएमई सेक्टर में कार्य प्रारम्भ होने एवं औसतन 60 प्रतिशत उत्पादन प्रारम्भ होने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया और राज्य में कोरोना के नियंत्रण एवं बचाव हेतु सरकार द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा की। प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के उद्योगों की समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। श्री बघेल ने समस्याओं के निराकरण हेतु सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन उद्यमियों को दिया। इस अवसर पर श्री रामावतार अग्रवाल, श्री हरीश केडिया, श्री अरविंद गर्ग, श्री अभिषेक सुल्तानिया सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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नई दिल्ली : बिग बॉस 13 से लोकप्रियता हासिल करने वाले मशहूर यूट्यूबर हिंदुस्तानी भाऊ ने प्रोड्यूसर एकता कपूर और उनकी मम्मी शोभा कपूर के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। हिंदुस्तानी भाई ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। बता दें कि, हिंदुस्तानी भाऊ ने एक दिन पहले (रविवार) इंस्टाग्राम पर लाइव आकर कहा था कि वह 1 जून को बड़ा धमाका करेंगे। ये भी कहा था कि वह किसी बड़े बॉलीवुड सेलिब्रिटी को एक्सपोज करने वाले हैं। अब भाऊ ने एकता कपूर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने इस बाबत अपने इंस्टाग्राम पर दो वीडियो भी जारी किया है।
एक वीडियो में वे पुलिस स्टेशन के बाहर नजर आ रहे हैं जिसमें वह एकता कपूर और शोभा कपूर के खिलाफ पुलिस शिकायत करने की बात कह रहे हैं। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, ‘खार पुलिस थाने में एकता कपूर के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत एकता कपूर और शोभा कपूर के खिलाफ सेना और राष्ट्रीय चिन्ह के अपमान के लिए कराई गई है।’ वहीं इसके बाद हिंदुस्तानी भाऊ ने एक और वीडियो जारी किया है जिसमें वह एकता कपूर के उस वेब सीरीज का जिक्र कर रहे जिसके खिलाफ शिकायत की है। भाऊ ने एकता कपूर और उनकी मां को इसके लिए भारतीय जवानों से माफी मांगने को कहा है। भाऊ ने एकता कपूर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भारतीय जवानों की छवि को खराब किया है।
हिंदुस्तानी भाऊ ने एकता कपूर की वेब सीरीज ‘ट्रिपल एक्स’ के बारे में बताते हुए कहा कि इस सीरीज में एकता कपूर ने इंडियन आर्मी के जवानों के बारे में गलत चीजें दिखाई हैं। भाऊ ने कहा कि सीरीज में दिखाया गया है कि जब एक सेना का जवान बॉर्डर पर देश सेवा के लिए चला जाता है तो उसकी बीवी बॉयफ्रेंड को घर बुलाती है और पति की आर्मी यूनिफॉर्म पहनाकर सेक्स करती है। इंटिमेट सीन के दौरान महिला आर्मी यूनिफॉर्म को फाड़ती है और उसका मजाक उड़ाती है। हिंदुस्तानी भाऊ का कहना है कि इस तरह की चीजें दिखाकर हिंदुस्तानी फौज और उनके बलिदान को शर्मसार किया जा रहा है और इसलिए उन्होंने एकता कपूर और उनकी मां के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। -
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में सोमवार रात कुछ लोगों ने एक दर्दनाक वारदात को अंजाम दिया। जिले के फतनपुर थाना के अंतर्गत भुजैनी गांव में कुछ लोगों ने एक युवक को पेड़ से बांधा और फिर पेट्रोल डालकर जिंदा फूंक दिया। युवक की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे फतनपुर थाना प्रभारी की जीप को आक्रोशित ग्रामीणों ने फूंक दिया। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण महौल है।
फतनपुर थाना क्षेत्र के गुजैनी गांव निवासी रणविजय पटेल का बेटा अंबिका पटेल (25) हाल ही में जेल से छूटा था। उस पर गांव की एक युवती को प्रेमजाल में फंसाकर वीडियो वायरल करने का आरोप था। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने उसे जेल में भेजा था। बताया गया कि सोमवार रात कुछ लोग अंबिका के घर पहुंचे और उसे जबरन उठा ले गए। घर से कुछ दूर ले जाकर उसे एक पेड़ में बांध दिया। जमकर पीटने के बाद पेट्रोल उड़ेल कर उसे आग के हवाले कर दिया।
गंभीर रूप से झुलसने के कारण अंबिका ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जानकारी होते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सूचना मिलने पर पहुंचे फतनपुर थाना प्रभारी की जीप को आक्रोशित ग्रामीणों ने आग के हवाले कर दिया। बवाल बढ़ता देख मौके पर कई थानों की पुलिस को बुलाई गई। -
भोपाल : मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक ट्वीट करके अप्रत्याशित रूप से अमेरिका के अंदरूनी मामले पर टिप्पणी करने के साथ ही वहां के राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप पर हमला किया है। परोक्ष रूप से किए गए इस हमले में कांग्रेस के निशाने पर संभवत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हैं। यह खबर आई थी कि अफ्रीकी मूल के अमरीकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हो रहे प्रदर्शनों के दौरान शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों के व्हाइट हाउस तक पहुंचने के बाद ट्रंप को कुछ देर के लिए बंकर में ले जाया गया था। मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से इसी प्रकरण पर चुटकी लेते हुए कहा गया है कि एक बंकर के नीचे छुपता है और एक एंकर के पीछे छुपता है।
ट्विटर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के इस ट्वीट को लेकर तीखी प्रतिक्रया देखने को मिल रही है। कई लोग कह रहे हैं कि भारतीय राजीनित में एक स्थापित परंपरा रही है कि घरेलू राजनीति में मित्र देशों के अंदरूनी मामलों पर टिप्पणी से बचा जाता रहा है।
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मुंबई : देश में चल रहे कोरोना वायरस संकट के बीच एक और चक्रवात महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय जिलों में दस्तक देने को तैयार है। बंगाल और उड़ीसा में पिछले दिनों सुपर साइक्लोन अम्फान के तबाही मचाने के बाद चक्रवात निसर्ग (Cyclone Nisarga) पश्चिमी तट पर अरब सागर के ऊपर बनना शुरू हो गया है और महाराष्ट्र व गुजरात के कुछ हिस्सों से टकरा सकता है। मौसम विभाग ने उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट के लिए एक 'येलो' चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने आगाह किया कि चक्रवाती तूफान निसर्ग मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय जिलों को गुजरात और अन्य पड़ोसी राज्यों से अधिक प्रभावित करेगा।
आईएमडी ने कहा है कि अरब सागर में डिप्रेशन तीव्र होकर एक गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग में परिवर्तित होने वाला है और तीन जून को रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और गुजरात तटों को पार करेगा।
एनडीआरएफ ने गुजरात में पहले ही 13 टीमें तैनात कर दी है, जिनमें से दो टीमों को रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा महाराष्ट्र में 16 टीमें तैनात की गई हैं, जिनमें से सात टीमों को रिजर्व रखा गया है। जबकि एक-एक टीम दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली में तैनात की गई है। एनडीआरएफ निचले तटीय इलाकों से लोगों को खाली कराने में राज्य सरकारों की मदद कर रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवाती तूफान 'निसर्ग से मद्देनजर मुंबई और आस पास के जिलों के लिए सोमवार को अलर्ट जारी किया। तूफान के तीन जून को राज्य के तट पर पहुंचने की आशंका है। ठाकरे ने एक बयान में कहा कि अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। -
मीडिया रिपोर्टमुंबई : सिनेमा और मनोरंजन जगत के लिए ये साल बहुत बुरा साबित हो रहा है. पहले ऋषि कपूर का निधन, फिर इरफ़ान खान और उसके बाद वाजिद खान की मौत से पूरा बॉलीवुड शोक में डूब गया है. म्यूजिक कंपोजर वाजिद खान ने सोमवार तड़के दिल का दौरा पड़ने के कारण दम तोड़ दिया. 42 वर्षीय गायक-संगीतकार को दिल और किडनी संबंधी बीमारियों के साथ ही कथित तौर पर कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित थे.
अब इसी सिलसिले में एक और बुरी खबर आई है. बेटे वाजिद की मौत से हताश उनकी माँ रजीना खान की तबियत अब बिगड़ गई है. ख़बरों के मुताबिक वाजिद खान की मां रजीना खान का जब कोरोना टेस्ट कराया गया तो वो भी कोरोना पॉजिटिव (Coronavirus Positive) पाई गई हैं और फिर उन्हें मुंबई के सुराणा सेठिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां गायक-संगीतकार को भी भर्ती कराया गया था. बता दें कि वाजिद खान का अस्पताल में बना एक वीडियो सोमवार से काफी वायरल हो रहा है. इसके तुरंत बाद ही गायक-संगीतकार का निधन हो गया था. वीडियो जो दोपहर तक वायरल हो गया, उसमें वाजिद अपने अस्पताल के बिस्तर से ‘हुड़ हुड़ दबंग’ गाना गाते नजर आ रहे हैं.
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मीडिया रिपोर्टो से
सुजानगढ़: राजस्थान के चुरू जिले में सोमवार सुबह एक सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में दो पुरुष, दो महिलाएं एवं एक बच्ची शामिल है. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. सुजानगढ़ थाने के उपनिरीक्षक राकेश सांखला ने बताया कि फतेहपुर राजमार्ग पर लोडसर गांव के पास यह हादसा उस समय हुआ, जब सुजानगढ़ आ रही एक कार की सामने से जा रहे ट्रोले में टक्कर हो गयी.
कार में सवार दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी जबकि तीन ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. कार में सवार लोग खेतड़ी के पास एक गांव से सुजानगढ़ की ओर आ रहे थे. पुलिस ने परिजनों को सूचित किया है. मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर दुख जताया है और प्रभावित परिवार वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. -
नई दिल्ली: बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर वाजिद खान का निधन हो गया. उनके निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर है. हाल ही में वाजिद खान को लेकर अक्षय कुमार ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने सिंगर के निधन पर दुख जाहिर किया है. अपने ट्वीट में अक्षय कुमार ने उनके परिवार के लिए दुआएं भी की हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वाजिद खान के निधन की वजह उनके किडनी की समस्या बताई जा रही है. इसके साथ की इलाज के दौरान उनका कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव आया था. बताया जा रहा है कि वह एक हफ्ते से कोरोना पॉजिटिव थे.
वाजिद खान के निधन पर शोक जताते हुए अक्षय कुमार ने ट्वीट किया और लिखा, "वाजिद खान के असामयिक निधन के बारे में सुनकर हैरान और दुखी हूं. प्रतिभाशाली और हमेशा मुस्कुराते थे, बहुत जल्दी चले गए. इस मुश्किल घड़ी में भगवान उनके परिवार को शक्ति दे." बता दें कि वाजिद खान ने अक्षय कुमार और सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म राउडी राठौर के कई गाने कंपोज किये थे. उनके निधन पर बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा, मीरा चोपड़ा, अमिताभ बच्चन, अरमान मलिक, वरुण धवन और कई बॉलीवुड सितारों ने ट्वीट कर शोक जताया है.
बता दें कि बॉलीवुड में साजिद-वाजिद (Sajid-Wajid) की जोड़ी काफी मशहूर थी. उन्होंन सबसे पहले 1998 में सलमान खान की फिल्म 'प्यार किया तो डरना क्या' के लिए संगीत दिया था. 1999 में, उन्होंने सोनू निगम की एल्बम 'दीवाना' के लिए संगीत दिया, जिसमें "दीवाना तेरा", "अब मुझे रात दिन" और "इस कदर प्यार है" जैसे गाने शामिल थे. उसी साल उन्होंने फिल्म 'हैलो ब्रदर' के लिए संगीत निर्देशकों के रूप में काम किया और 'हटा सावन की घाटा', 'चुपके से कोई और' और 'हैलो ब्रदर' जैसे गाने लिखे थे. इसके अलावा वाजिद खान ने कई शो भी जज किये थे. -
नई दिल्ली: आयुष्मान योजना की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले चार लोगों को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने गिरफ्तार किया है. इन लोगों ने 4000 से ज्यादा लोगों से धोखाधड़ी की थी और रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर 300 से 500 रुपये वसूल किए थे. यही नहीं इन लोगों ने ऑनलाइन घोटाले को अंजाम देने के लिए अर्ध शहरी और ग्रामीण इलाकों में शिविरों का आयोजन भी किया था. गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है. इन चारों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लाया गया है जहां उनसे गहन पूछताछ जारी है.
दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी के मुताबिक जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनके नाम उमेश निवासी खुर्जा (उत्तर प्रदेश), रजत निवासी नोएडा, गौरव निवासी खुर्जा (उत्तर प्रदेश) और सीमा रानी शर्मा निवासी गाजियाबाद शामिल हैं. पुलिस अधिकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर शाखा को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, आयुष्मान भारत और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भारत सरकार की तरफ से एक शिकायत मिली थी जिसमें बताया गया था कि अथॉरिटी को जनता के की ओर से केंद्र सरकार की एक फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को भर्ती कराए जाने के नाम पर धोखाधड़ी किए जाने का पता चला है.
यह भी पता चला है कि इस फर्जी वेबसाइट के जरिए लोगों से पैसा वसूली की गई है शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने अपनी जांच शुरू की और जांच के दौरान अधिकारियों को पता चला कि इस फर्जी वेबसाइट के जरिए 5000 से ज्यादा नौकरियां दिल्ली हरियाणा उत्तर प्रदेश बिहार आदि राज्यों में दिखाई गई थी. इन नौकरियों को पाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया था और इसके लिए लोगों से 300 से 500 भी वसूल किए गए थे.
जांच अधिकारियों ने जिन पैसों का भुगतान बैंक खातों के जरिए किया गया था जब उसकी जांच की तो उससे कनेक्टेड मोबाइल नंबर और वेबसाइट के आईपी एड्रेस का पता चला. मामले की जांच आगे बढ़ी और इस मामले में कुमार रजत सिंह नाम के शख्स तक जांच के तार पहुंच गए और उसके बाद मामला खुलता चला गया. इन चारों की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने इनके कब्जे से एक लैपटॉप 4 मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड बरामद किए हैं. पुलिस का दावा है कि अब तक की पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्होंने सरकार की आयुष्मान योजना के नाम पर लोगों को ठगने की साजिश रची. इस संबंध में, उन्होंने सबसे पहले आयुष्मान योजना ट्रस्ट के नाम से एक ट्रस्ट का गठन किया. आरोप है कि कुमार रजत सिंह ने जो कि वेब डिजाइनर का काम करता है ने एक वेबसाइट को फर्जी तरीके से वास्तविक सरकारी वेबसाइट के रूप में डिजाइन किया.
वेबसाइट का उपयोग भर्ती सूचनाओं के माध्यम से हजारों नौकरियों को विज्ञापित करने के लिए किया गया था. आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत वार्ड बॉय, नर्स, लैब असिस्टेंट, फार्मासिस्ट और आयुष मित्रा जैसी 5000 से अधिक नौकरियों के लिए पंजीकरण शुल्क के रूप में लोगों से वसूली की गई. फिलहाल पुलिस ने इन चारों को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया है जहां इन से आगे की पूछताछ जारी है और इस मामले में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. -
एजेंसीनई दिल्ली : चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में चल रही तनातनी के बीच भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो का खंडन किया है। इस वीडियो में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हाथापाई दिखाई गई है। सेना का कहना है कि चीन सीमा पर अभी कोई हिंसा नहीं हो रही है और मतभेदों को सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत के जरिए सुलझाया जा रहा है।सेना ने एक बयान में कहा, 'सीमा की एक घटना के बारे में सोशल मीडिया पर एक वीडियो चल रहा है। इसमें जो कुछ दिखाया गया है, वह प्रमाणित नहीं है। इसे उत्तरी सीमा की स्थिति से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जो गलत है। अभी वहां कोई हिंसा नहीं हो रही है। मतभेदों को सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत के जरिए सुलझाया जा रहा है। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए स्थापित प्रोटोकॉल हैं और उन्हीं के तहत बातचीत चल रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को सनसनीखेज बनाने का प्रयास किया जा रहा है, हम इसकी कड़ी भर्त्सना करते हैं। हम मीडिया से अनुरोध करते हैं कि वह ऐसे विजुअल ने दिखाएं जिनसे सीमा पर माहौल खराब हो सकता है।'
सीमा पर तनातनीभारत और चीन के बीच पिछले कुछ समय से पूर्वी लद्दाख सीमा पर तनातनी चल रही है। दोनों देशों ने वहां अपनी सेना की मौजूदगी बढ़ाई है। दोनों देशों के बीच 3488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) है जिसे लेकर दोनों देशों के अपने-अपने दावे हैं। कई स्थानों पर सीमा स्पष्ट नहीं है जिसके कारण दोनों सेनाओं के बीच हाथापाई की नौबत आ जाती है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भी दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की थी। लेकिन भारत और चीन का कहना है कि वे इस विवाद को सुलझा लेंगे और इसमें तीसरे पक्ष की गुंजाइश नहीं है।