निरीक्षण कर प्रभारी मंत्री ने कहा वैरी गुड
- कोरोना कंट्रोल को लेकर प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने कहा बहुत अच्छे
- कोविड नियंत्रण पर प्रभारी मंत्री का रहा संतोषजनक जवाब
महासमुंद : कोरोना वायरस को लेकर बुधवार 8 अप्रैल 2020 का दिन जिले के लिए निरीक्षण दौरे भरा रहा। प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा, स्थानीय विधायक श्री विनोद सेवनलाल चंद्राकर एवं उनके साथ आए निरीक्षकर्ता अधिकारियों के काफिले ने जिला चिकित्सालय, क्वारंटीन केंद्र एवं शहर के आरएलसी हॉस्पिटल सहित विकासखंड बागबाहरा में वस्तुस्थिति का जायजा लिया। मंत्री श्री लखमा ने कोरोना वायरस के संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए जिले में किए जा रहे प्रयासों को सराहनीय बताते हुए व्यवस्थागत सुविधाओं की उपलब्धता पर संतोष प्रकट किया।

इस दौरान सबसे पहले वे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में ऑनलाइन प्रशिक्षण ले रहे चिकित्सा अधिकारियों रूबरू हुए और अद्यतन जानकारियों के साथ बेहतर चिकित्सकीय उपचार प्रदाय करने के लिए प्रेरित किया। बढ़ते क्रम में जिला चिकित्सालय पहुंच कर तत्संबंध में सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल से वस्तुस्थिति की पूरी जानकारी ली साथ ही डायलीसिस यूनिट में भर्ती मरीजों से हाल-चाल भी पूछा। वार्ड निरीक्षण के दौरान एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम की सूचना प्रबंधन प्रणाली का अवलोकन किया। यहां, आईडीएसपी के नोडल अफसर डॉ छत्रपाल चंद्राकर ने उन्हें बुधवार की सुबह तक होम आइसोलेशन में रखे गए मरीजों और संदिग्ध प्रकरणों में की गई कोरोना नमूनों की जांच संबंधी नवीनतम आंकड़ों के बारे में अवगत कराया। तत्पश्चात काफिले ने जीएनएम नर्सिंग सेंटर में बनाए गए क्वारंटीन केंद्र का रूख किया। यहां, मंत्री श्री लखमा ने कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के नोडल अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कसार और जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार से क्रमशः क्वारंटीन केंद्र में उपलब्ध संसाधनों और संबंधित आवश्यकताओं के संबंध में चर्चा की। भर्ती मरीजों के लिए बनाए कमरों में स्वयं जाकर बिजली, पानी, बिस्तर और वाश रूम सहित सैनिटाइजर एवं साफ-सफाई व्यवस्था का पूरा ब्योरा लिया। पहले से की गई तैयारी और व्यवस्थागत प्रबंधन का मूल्यांकन कर संतोष प्रकट करते हुए मंत्री श्री लखमा ने स्वास्थ्य महकमे की हौसला-अफजाई की। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कोरोना वायरस संक्रमण एवं रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की निरंतरता में कसावट लाने के लिए निरीक्षण किया जा रहा है। अब तक उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रदेश में कोविड 19 की बीमारी से पीडित दस प्रकरणों में से नौ स्वस्थ होकर घर वापस लौट चुके हैं। जिले में संक्रमण की पुष्टि नहीं होने के साथ नियंत्रण की निरंतरता बने रहने की बात कही। शहरी क्षेत्र में निरीक्षण के अंतिम पड़ाव में मंत्री श्री लखमा शहर के रावणभाठा स्थिति मैदान पहुंचे और जरूरतमंद लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। बड़ी संख्या में उपस्थित आमजन के समक्ष उनके द्वारा आवश्यक राशन सामग्री का वितरण किया गया।
दूसरे पहर उनका दल विकासखंड बागबाहरा पुहंचा। जहां, स्थानीय विधायक श्री द्वारकाधीश यादव के निवास स्थल पर जनप्रतिनिधियों से चर्चा की। अनुविभागीय अधिकारी (प्रशासन ) श्री भागवत जायसवाल और खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ आरके कुरवंशी से जानकारी हासिल की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। साथ ही आमजन की ओर संदेश प्रेषित किया कि कोरोना वायरस के विरुद्ध लड़ाई में आप अकेले नहीं है। स्वास्थ्य प्रबंधन संबंधी सभी अनिवार्य संसाधनों की उपलब्धता बनाई जा चुकी है, साथ ही प्रशासन, पुलिस एवं स्वास्थ्य महकमा चौबीसों घंटे सेवा में तत्पर है। इन कठिन परिस्थतियों में हम सभी को मिल कर एक-दूसरे को संक्रमण से बचाना है। जिसके लिए सभी को सोशल डिस्टेंसिंग और होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करना होगा।
इस दौरान उनके साथ विधायक श्री चंद्राकर, कलेक्टर श्री जैन, एसपी श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, वरिष्ठ समाजसेवी श्री दाऊलाल चंद्राकर, जिला पंचायत सीईओ डॉ रवि मित्तल, अनुविभागीय अधिकारी (प्रशासन) श्री सुनील चंद्रवंशी, जनसंपर्क अधिकारी श्री आरपी शुक्ला, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ परदल, कोरोना कंट्रेल रूम के नोडल अधिकारी डॉ आई नागेश्वर राव, डॉ कसार एवं डीपीएम श्री ताम्रकार, अस्पताल सलाहकार श्री निखिल गोस्वामी एवं मीडिया प्रभारी असीम श्रीवास्तव सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
कोविड अस्पताल को दिए प्रबंधकीय दिशा-निर्देश
मंत्री श्री लखमा और उनका दल जिले में कोविड अस्पताल के लिए चिन्हांकित किए गए आरएलसी हॉस्पिटल भी पहुंचा। जहां, कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ रवि मित्तल के साथ बारी-बारी सभी वार्डों का बारीकी से निरीक्षण किया गया। कोरोना पॉजिटव प्रकरण मिलने की स्थिति में मरीजों को भर्ती कर दी जाने वाली चिकित्सकीय सेवाओं का आंकलन करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
Leave A Comment