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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया : प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) गरीब और जरूरतमंद तबकों के लिए सिर्फ गिट्टी, रेती, ईंट, सरिया और सीमेंट से बना एक घर नहीं है, बल्कि यह उनके जीवन में सुरक्षा और सुकून की नई रोशनी लेकर आई है। कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम खाड़ा निवासी श्री संतालाल को वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का आवास स्वीकृत हुआ।
श्री संतलाल बताते हैं कि जब उन्हें जानकारी मिली कि उनका नाम पात्रता सूची में आया है, तो पहले तो विश्वास ही नहीं हुआ। उन्होंने कहा हमने तो मान लिया था कि हमारे जीवन में पक्के मकान का सुख नहीं मिलेगा, क्योंकि आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं थी कि खुद से मकान बना सकें। लेकिन ग्राम पंचायत में सरपंच, सचिव और कोटवार के माध्यम से जानकारी मिली कि पात्र होने पर सरकार की इस योजना से घर मिल सकता है। हमने आवेदन किया और कुछ ही समय में राशि स्वीकृत हो गई।‘
अब संतलाल अपने नए घर में परिवार के साथ सुकून की जिंदगी बिता रहे हैं। वे बताते हैं कि अब उन्हें न बारिश की चिंता है, न ठंड और गर्मी की तकलीफ। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा प्रधानमंत्री आवास ने हमें सिर्फ छत नहीं दी, बल्कि आत्मसम्मान और सुरक्षा का एहसास भी दिया है।
श्री संतलाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना वास्तव में गरीबों के जीवन में खुशहाली और आत्मनिर्भरता ला रही है।
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अधिकारी-कर्मचारी आम जनता की समस्याओं का संवेदनशील एवं गंभीरता पूर्वक निराकरण करें
अवैध धान परिवहन और भंडारण पर अनुविभागीय अधिकारी छापामार कार्रवाई करें
महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आज सुबह 10 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर विभिन्न विभागीय योजनाओं, विभागवार लंबित मामलों एवं कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। इस अवसर पर, अपर कलेक्टर श्री सचिन भूतड़ा, श्री रवि कुमार साहू, अनुविभागीय अधिकारी, सभी विभाग के जिला अधिकारी उपस्थित रहे। वीसी के माध्यम से जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ सहित सभी ब्लॉक स्तरीय संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री लंगेह ने कलेक्टर कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन के लिए अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी और कर्मचारी शासन की मंशानुरूप आम जनता के हितों के लिए संवेदनशीलता एवं गंभीरता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन के केंद्र में समाज के अंतिम व्यक्ति और जरूरतमंद व्यक्ति हो यह हमेशा ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि कार्यालय में अनुशासन हो और समय पर कार्यालय खुले। सप्ताह के प्रथम दो दिवस अधिकारी कार्यालय में उपस्थित रहें और आम जनता से मिले। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप विभागवार समीक्षा की। कलेक्टर ने कृषि विभाग की समीक्षा में कहा कि जिन किसानों का एकीकृत पोर्टल पर एवं एग्रीस्टेक पोर्टल पर पंजीयन नहीं हुआ है उनकी पहचान कर और शिविर लगाकर अनिवार्यत पंजीयन करें। गिरदावरी अंतर्गत ग्राम सभा में प्राप्त दावा आपत्ति का निराकरण भी किया जाए। धान खरीदी की तैयारी के लिए कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार 15 नवम्बर से धान खरीदी करने जा रही हैं। अभी से संवेदनशील केन्द्रां में निगरानी रखें तथा अवैध धान परिवहन और डम्पिंग को लेकर राजस्व अधिकारी छापामार कार्रवाई करें। ऐसे बिचौलियों का भी लिस्ट तैयार रखें जो धान खरीदी के दौरान सक्रिय हो जाते हैं। उन्होंने सभी 182 धान संग्रहण केन्द्रों में साफ-सफाई, उचित प्रबंधन करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि वनाधिकार पट्टा और विशेष पिछड़ी जाति भूमि धारकों को किसान सम्मान निधि की राशि मिलेगी। जिसके लिए उनका शत-प्रतिशत पंजीयन कराकर ई-केवाईसी करवाएं। कलेक्टर ने विद्युत विभाग अंतर्गत पीए सूर्य घर बिजली योजना के लिए लक्ष्य के अनुरूप अधिकाधिक हितग्राहियों का चयन करने और उन्हें लाभ दिलाने के लिए निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिन बैंकों में प्रकरण लंबित है उसे निराकृत कर लाभ दिलाएं। स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए विशेष अभियान चलाने निर्देश दिए हैं। बच्चों में कुपोषण से निजात पाने स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग को आपसी समन्वय से पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को भेजने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी समय पर खुले और पूरक पोषक आहार नियमित रूप से मिल यह सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को कहा कि शासन की मंशानुरूप निर्देशों का पालन करे और समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण एवं पादर्शिता के साथ निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने अन्य विभागों की भी समीक्षा की।
इसके अलावा ई-ऑफिस के अंतर्गत प्रत्येक सप्ताह मूव किए गए फाइलों की स्थिति अपडेट करने तथा ई-ऑफिस के अंतर्गत ही पत्राचार व्यवहार में लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को होटल, ढाबा एवं मिठाई दुकानों में सतत रूप से खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांच करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने सांसद खेल महोत्सव अंतर्गत संकुल स्तर पर आयोजित होने वाले खेल प्रतियोगिता की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही बैठक में समय-सीमा में प्राप्त पत्रों की समीक्षा, जनशिकायत निवारण एवं लोक सेवा गारंटी अधिनियम, न्यायालयीन प्रकरणों की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
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महासमुंद : रजत जयंती वर्ष के अवसर पर राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में शासकीय माता कर्मा महाविद्यालय महासमुंद में जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक दिवसीय स्वास्थ्य जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों एवं युवाओं में किशोर स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, तंबाकू नियंत्रण और स्वास्थ्य शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आई. नागेश्वर राव के आदेशानुसार तथा नोडल अधिकारी डॉ. छत्रपाल चंद्राकर के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य टीम द्वारा छात्राओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां प्रदान की गईं। इस अवसर पर श्री हरिशंकर साहू हेल्थ एजुकेटर सह जिला मीडिया प्रभारी ने किशोर स्वास्थ्य, मोबाइल एडिक्शन एवं स्वच्छता पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वच्छ जीवनशैली अपनाने की सलाह दी तथा मोबाइल का सीमित उपयोग करने कहा। मानसिक स्वास्थ्य काउंसलर श्री रामगोपाल खूंटे ने युवाओं में बढ़ती मानसिक चुनौतियों और तनाव के कारणों की जानकारी देते हुए मानसिक स्वास्थ्य को जीवन का अभिन्न हिस्सा बताया। तंबाकू नियंत्रण काउंसलर श्रीमति मेघा ताम्रकार ने नशा एवं तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए विद्यार्थियों को नशामुक्त जीवन जीने की प्रेरणा दी। आर.एम.एन.सी.एच. काउंसलर श्रीमति कविता चंद्राकर ने किशोरियों को महिला स्वास्थ्य, पोषण एवं एनीमिया नियंत्रण से जुड़ी आवश्यक जानकारियाँ दीं।
कार्यक्रम के दौरान रंगोली एवं पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने बालिका सशक्तिकरण, मानसिक स्वास्थ्य, नशा मुक्ति और स्वास्थ्य संदेशों को रचनात्मक चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया। विजेता प्रतिभागियों को शील्ड एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक डॉ. सरस्वती, सहायक प्राध्यापक डॉ. स्वेतलाना नागला एवं अन्य स्टाफ सदस्यों ने कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि बालिकाओं एवं किशोरों के स्वास्थ्य, शिक्षा और सशक्तिकरण से जुड़े संदेश समाज के हर वर्ग तक पहुँचाए जाएंगे।
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कोरिया : छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग, रायपुर के अध्यक्ष श्री आर.एस. विश्वकर्मा (आईएएस से.नि.), (कैबिनेट मंत्री दर्जा) की अध्यक्षता में 15 अक्टूबर 2025 को प्रातः 11 बजे से 12.30 बजे तक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।
बैठक में आयोग के सदस्य श्री नीलांबर नायक, श्री यशवंत सिंह वर्मा, श्री बलदाऊ राम साहू, श्री हरिशंकर यादव, श्रीमती शैलेन्द्री परगनिहा एवं श्री कृष्णा गुप्ता उपस्थित रहेंगे।
बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों में अन्य पिछड़ा वर्ग की भागीदारी तथा जनगणना संबंधी डाटा प्रविष्टि की समीक्षा की जाएगी। सभी विभागीय अधिकारियों को जिले का संक्षिप्त विवरण एवं योजनाओं की जानकारी सहित अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय घोषित किये जाने हेतु दावा-आपत्ति आमंत्रित
कोरिया : महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ऐसे ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत एवं बाल विवाह मुक्त नगरीय निकाय घोषित किया जाना है, जहाँ पिछले दो वर्षों में बाल विवाह का कोई भी प्रकरण दर्ज नहीं हुआ हो। महिला एवं बाल विकास विभाग, कोरिया के जिला कार्यक्रम अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की सभी 162 ग्राम पंचायतों एवं तीनों नगरीय निकायों से विगत दो वर्षों में बाल विवाह से संबंधित कोई प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ है। अतः इन सभी को बाल विवाह मुक्त घोषित कर प्रमाणपत्र जारी किया जाना प्रस्तावित है।
इस संबंध में यदि किसी व्यक्ति या संस्था को कोई आपत्ति हो अथवा किसी बाल विवाह का प्रकरण संज्ञान में हो, तो वे इस विज्ञप्ति के प्रकाशन की तिथि से 15 दिवस के भीतर अर्थात 25 अक्टूबर 2025 तक, कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, कलेक्ट्रेट परिसर कोरिया में कार्यालयीन समय (प्रातः 10ः00 बजे से सायं 5ः30 बजे तक) में आवश्यक दस्तावेजों सहित लिखित रूप में दावा प्रस्तुत कर सकते हैं।
कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बाल विवाह रोकथाम हेतु सतत जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। समाज के प्रमुखजनों की बैठक लेकर बाल विवाह के उन्मूलन के लिए विशेष दिशा-निर्देश एवं रणनीतियाँ तैयार की गईं। इन सभी प्रयासों के परिणामस्वरूप ही विगत दो वर्षों में जिले में बाल विवाह का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
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प्रतिभागियों को सुबह 8 से 10 बजे तक अनिवार्य रूप से कराना होगा पंजीयन सत्यापन
बेमेतरा : खेल और युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने हेतु सांसद खेल महोत्सव 2025 के अंतर्गत नगर पालिका परिषद बेमेतरा द्वारा निकाय स्तरीय खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 14 एवं 15 अक्टूबर 2025 को स्वामी विवेकानंद स्टेडियम, बेमेतरा में प्रातः 8:00 बजे से प्रारंभ होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य जिले में खेल भावना को बढ़ावा देना, युवाओं को खेलों के माध्यम से अनुशासन, टीम भावना और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का संदेश देना है। इस दो दिवसीय खेल महोत्सव में नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों के प्रतिभागी उत्साहपूर्वक हिस्सा लेंगे।
आयोजन के दौरान कबड्डी, खो-खो, दौड़, लंबी कूद, गेड़ी दौड़, रस्साकस्सी, वॉलीबॉल जैसे खेलों की प्रतियोगिताएं रखी गई हैं। बालक एवं बालिका वर्ग के प्रतिभागी अपने-अपने वर्गों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। सभी पंजीकृत प्रतिभागियों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रातः 8:00 बजे से 10:00 बजे के मध्य स्टेडियम पहुंचकर अपना पंजीयन सत्यापन अवश्य कराएं। सत्यापन नहीं कराने की स्थिति में प्रतिभागियों को खेल प्रतियोगिता से वंचित किया जा सकता है। गेड़ी खेल में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपनी स्वयं की गेड़ी साथ लेकर आएं, क्योंकि आयोजन समिति द्वारा गेड़ी की व्यवस्था नहीं की जाएगी।
आयोजन समिति ने प्रतिभागियों से अनुरोध किया है कि वे समय का पालन करें, खेल भावना के साथ प्रतियोगिता में भाग लें और अनुशासन बनाए रखें। खेल महोत्सव के सफल संचालन हेतु नगर पालिका परिषद बेमेतरा द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं — जैसे पेयजल, प्राथमिक उपचार, खेल सामग्री, और सुरक्षा प्रबंध — सुनिश्चित किए गए हैं।
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष, जनप्रतिनिधि, स्थानीय खेल अधिकारी एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति अपेक्षित है। समापन अवसर पर विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर जिला प्रशासन ने भी नागरिकों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में उपस्थित होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करें और खेलों की इस जनभागीदारी में शामिल होकर “फिट इंडिया, यंग इंडिया” के संकल्प को साकार करें।
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नवा रायपुर में करेंगे शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का लोकार्पण
केन्द्रीय जनजातीय मंत्रालय के अधिकारियों ने की संग्रहालय की भव्यता और जीवंत प्रस्तुति की सराहना
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नवा रायपुर अटल नगर में छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की स्मृति में तैयार किए गए भव्य संग्रहालय सह-स्मारक का लोकार्पण राज्योत्सव के अवसर पर करेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर बनाए जा रहा यह संग्रहालय देश का पहला डिजिटल संग्रहालय होगा। इस संग्रहालय में स्वतंत्रता आंदोलन के समय छत्तीसगढ़ में हुए 16 आदिवासी विद्रोहों की झलक देखने और सुनने को मिलेगी। संग्रहालय के लोकार्पण के लिए साज-सज्जा का काम अंतिम चरण में है। भारत सरकार के केन्द्रीय जनजाति मंत्रालय के अधिकारियों ने आज इस संग्रहालय का अवलोकन कर इसकी भव्यता और जीवंत प्रस्तुति की सराहना की।
प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने केन्द्रीय जनजातीय मंत्रालय की ओएसडी श्रीमती रंजना चोपड़ा और संचालक श्रीमती दीपाली मासिरकर को संग्रहालय का भ्रमण कराते हुए बताया कि यह संग्रहालय छत्तीसगढ़ में जनजातीय समाज के ऐतिहासिक गौरव गाथा, शौर्य और बलिदान का प्रतीक है। नई पीढ़ियों को आदिवासियों का स्वतंत्रता विद्रोह की याद दिलाता रहेगा। यह न सिर्फ आदिवासी वर्गों के लिए बल्कि देश-विदेश के लोगों के लिए भी प्रेरणास्पद होगा। उन्होंने बताया कि संग्रहालय में डिजिटल माध्यम से आदिवासी समाज के विद्रोहों और उनके नायकों की गाथा की प्रस्तुति संग्रहालय का विशेष आकर्षण रहेगी। पूरे संग्रहालय परिसर को सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है।
प्रमुख सचिव श्री बोरा ने बताया कि संग्रहालय के प्रवेश द्वार पर सरगुजा के कलाकारों द्वारा बनाए गए बेहद खूबसूरत नक्काशीदार पैनल लगाए जाऐंगे। वहीं मुख्य द्वार पर अंदर प्रवेश करते ही लगभग 1400 वर्ष पुराने साल वृक्ष की प्रतिकृति बनाई जा गई है, इसकी पत्तियों पर सभी 14 विद्रोहों का जीवंत वर्णन किया गया है। केन्द्रीय जनजातीय मंत्रालय की ओएसडी श्रीमती रंजना चोपड़ा ने संग्रहालय परिसर में तैयार हो रहे तालाब के चारों ओर सुन्दर पाथवे बनाने एवं लाईट की व्यवस्था और अंदर की गैलरी में ट्राईबल आर्ट का प्रयोग करने कहा। संग्रहालय के ओरिएंटेशन रूम की बाहरी दीवारों पर शहीद वीर नारायण सिंह जी की शहादत संबंधी जानकारी जैसे जेल रिकॉर्ड, सुनाई गई सजा के आदेश की कॉपी इत्यादि सभी मूल अभिलेख संरक्षित कर डिस्प्ले करने के सुझाव दिए।श्रीमती चोपड़ा ने शहीद वीर नारायण सिंह जी के संघर्ष से संबंधित समाज द्वारा उपलब्ध कराई गई तलवार को भी संग्रहालय में संरक्षित कर प्रदर्शित करने और सोनाखान विद्रोह को प्रदर्शित करने के लिए ऑडियो-वीडियो व डिजिटल स्क्रीन की व्यवस्था, संग्रहालय में ट्राईबल रिलेटेड डॉक्यूमेंट फिल्म का भी प्रदर्शन, प्रत्येक गैलेरी में ऑडियो विजुअल की व्यवस्था कहा, ताकि आगंतुकों को मोबाइल में स्कैन करने पर पूरी जानकारी उपलब्ध हो और म्यूजिक को भी सुना जा सके। उन्होंने संग्रहालय में सेल्फी प्वाइंट भी बनाने भी कहा।
शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय में स्वतंत्रता आंदोलन के समय छत्तीसगढ़ में हुए विभिन्न आदिवासी विद्रोहों जैसे- हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रेाह, भोपालपट्टनम विद्रोह, परलकोट विद्रोह, तारापुर विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह, कोई विद्रोह, मेरिया विद्रोह, मुरिया विद्रोह, रानी चौरिस विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह, झण्डा सत्याग्रह एवं जंगल सत्याग्रह के वीर आदिवासी नायकों के संघर्ष एवं शौर्य के दृश्य का जीवंत प्रदर्शन 14 गैलेरियों में किया जा रहा है। वहीं जंगल सत्याग्रह और झंडा सत्याग्रह पर एक-एक गैलेरियों का भी निर्माण किया जा रहा है।
इस मौके पर आदिम जाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक विकास विभाग के आयुक्त डॉ. सरांश मित्तर, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी विकास निगम के संचालक डॉ. जगदीश सोनकर, छत्तीसगढ़ आदिवासी अनुसंसाधन एवं प्रशिक्षण संस्थान की संचालक श्रीमती हिना अनिमेष नेताम सहित निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।
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रायपुर : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलसचिव श्री कपिलदेव दीपक ने आज पदभार ग्रहण किया. उन्होंने प्रभारी कुलसचिव डॉ सी पी खरे से कुलसचिव पद का प्रभार लिया. पदभार ग्रहण करने के उपरांत श्री दीपक ने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गिरीश चंदेल से सौजन्य मुलाकात की. डॉ चंदेल ने श्री दीपक को उनके सफल कार्यकाल हेतु शुभकामनाएं दी. श्री कपिल देव दीपक ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों से संवाद कर विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली एवं गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की. इस अवसर पर उप कुलसचिव डॉ यमन देवांगन, डॉ श्रीकांत चितले, डॉ विजय सोनी सहित विश्वविद्यालय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. उल्लेखनीय है कि श्री कपिल देव दीपक मूलतः कृषि विभाग में संयुक्त संचालक के पद पर पदस्थ है.
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आश्रित बरपानी गांव में पहुंची पहली बार बिजली 6 पहाड़ी कोरवा परिवार हुए लाभान्वित
बलरामपुर : किसी भी क्षेत्र के विकास को मापने के अनेक पैमाने हो सकते हैं जैसे सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा या पेयजल की व्यवस्था परंतु इनमें सबसे बुनियादी जरूरत है बिजली की उपलब्धता। क्योंकि रोशनी केवल घरों को नहीं, बल्कि भविष्य को भी जगमगाती है। बिजली से ही विकास के दूसरे पहिए गति पाते हैं शिक्षा में सुधार होता है, रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कई क्षेत्र दूरस्थ और पहाड़ी अंचल में बसे हुए हैं। घने जंगल, कठिन रास्ते, ऊँची पहाड़ियाँ और आवागमन की समस्या यहाँ के विकास की राह में अक्सर बाधा बाधा बनी रहीं है। ऐसे क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सेवाओं तक पहुँच भी सीमित रहती है। इन चुनौतियों के बावजूद शासन प्रशासन ने पहाड़ी कोरवा आदिवासी बस्तियों तक शासन की योजनाओं को पहुँचाने का बीड़ा उठाया।
विकासखण्ड शंकरगढ़ के ग्राम बरपानी में बसे पहाड़ी कोरवा परिवारों के लिए बिजली कभी एक सपना था। पहले इन ग्रामीण इलाकों में सूरज ढलते ही अंधेरा छा जाता था, वहां अब शाम ढलते ही घरों, गलियों और खेतों में रोशनी जगमगाने लगी है कभी लालटेन या मिट्टी के दीए की मद्धिम रोशनी में अपना रात बिताने को मजबूर और असुविधाओं से भरी बरपानी गांव की कहानी अब बदल रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी बस्ती अंधेरे में न रहे। इसी दिशा में पीएम जनमन योजना के अंतर्गत पहाड़ी और आदिवासी क्षेत्रों में तेजी से विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है। ऐसे दूरस्थ गांव, जहां कभी बिजली के खंभे देखना भी सपना था, आज वहां घर-घर बल्ब जल रहे हैं।
इन्हीं प्रयासों के तहत शंकरगढ़ विकासखंड की ग्राम पंचायत पहरी के आश्रित ग्राम बरपानी के कोरवापारा तक आखिरकार बिजली पहुंच गई। यह वह बस्ती है जहाँ वर्षों से 06 पहाड़ी कोरवा परिवार बिना बिजली के जीवन व्यतीत कर रहे थे। जब पहली बार उनके घरों में बल्ब जले तो बच्चों की आँखों में चमक, बुजुर्गों के चेहरों पर संतोष और महिलाओं के मन में रही नई उम्मीदें।
ग्रामीणों का कहना है कि पहले उन्हें शाम ढलने तक सारे काम निपटाने पड़ते थे, क्योंकि रात होते ही पूरा क्षेत्र घने अंधेरे में डूब जाता था। अब हालात बिल्कुल बदल गए हैं। रात का सन्नाटा अब रौशनी से जीवन की चहल-पहल में बदल गया है।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन की सतत निगरानी और प्रतिबद्धता से छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल बलरामपुर द्वारा वनांचल पहाड़ी कोरवा निवास क्षेत्रों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर प्रयास किया जा रहा है और हर घर तक बिजली पहुंचाने की मुहिम जारी है। -
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बलरामपुर : शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर में प्राचार्य प्रो. नंद कुमार देवांगन के नेतृत्व में स्वीप कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों एवं युवा मतदाताओं में निर्वाचन प्रक्रिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना एवं उन्हें मतदान के लिए प्रेरित करना रहा है। कार्यक्रम में प्रो. नंदकुमार देवांगन ने कहा कि भारत देश विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इसमें हर नागरिक का मत सबसे मूल्यवान है। मतदान केवल अधिकार नहीं, बल्कि एक नैतिक जिम्मेदारी भी है। युवा वर्ग को लोकतांत्रिक चेतना के साथ देश के निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि वे 18 वर्ष की आयु पूर्ण होते ही मतदाता सूची में अपना नाम पंजीकृत कराएं और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें। इस दौरान छात्रों ने मतदान से संबंधित स्लोगन प्रस्तुत कर जन जागरूकता का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनों को मतदाता जागरूकता की शपथ भी दिलाई गई इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करने अधिकारियों को दिए निर्देश
जशपुरनगर : अपर कलेक्टर श्री प्रदीप कुमार साहू ने सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनदर्शन में आम नागरिकों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने प्राप्त सभी आवेदनों का गंभीरता से अवलोकन किया और संबंधित विभागों के अधिकारियों को इनका समयबद्ध एवं पारदर्शी निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अपर कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक आवेदक को उनके आवेदन पर की गई कार्यवाही की जानकारी समय पर उपलब्ध कराई जाए। जनदर्शन के दौरान आज लगभग 32 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें मुख्य रूप से राजस्व प्रकरण, साफ-सफाई, अधोसंरचना निर्माण, आजीविका संबंधी और विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने संबंधित आवेदन शामिल थे।
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सामूहिक योगाभ्यास, छात्रों को औषधीय पौधों की जानकारी और निःशुल्क जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर लगाकर मरीजों को किया गया उपचार शिविर में 446 रोगी हुए लाभान्वित
जशपुरनगर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वां वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती के अवसर पर कलेक्टर श्री रोहित व्यास निर्देशन एवं जिला आयुष अधिकारी जशपुर के मार्गदर्शन में रजत जयंती विशेष सप्ताह के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आयुष विभाग के द्वारा विगत् दिवस 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर शासकीय आयुर्वेद औषधालय जशपुर में सामूहिक योगाभ्यास किया गया एवं 11 अक्टूबर को स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा जिले के समस्त आयुष संस्थाओं में हर्बल गार्डन भ्रमण किया गया एवं औषधीय पौधों शतवारी, सहिजन, एलोवेरा, अपराजिता, एरण्ड, अमलतास, नीम, तुलसी इत्यादि के बारे में जानकारी दी गयी।
रजत जयंती विशेष सप्ताह के जिला नोडल एवं आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरिकृष्ण श्रीवास और आयुष विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा रजत जयंती विशेष सप्ताह के रविवार को जशपुर के बाजार डांड में निःशुल्क जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर एवं औषधीय पौधों के प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 446 रोगियों का उपचार किया गया। इनमें आयुर्वेद पद्धति से 248 एवं होम्योपैथी पद्धति से 198 रोगियों का तथा रक्त परीक्षण से 56 रोगियों को लाभान्वित किया गया।आयुष स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ नगर पालिका अध्यक्ष श्री अरविंद भगत के द्वारा किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि आयुर्वेद एक प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है, जिसका प्रयोग जीर्ण रोगों में अत्यंत कारगर है। जशपुर जिला वनौषधियों का भण्डार है। औषधियों की पहचान एवं उपयोग की आवश्यकता है। आयुर्वेद की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि औषधियों की पहचान एवं उनकी रोगों में उपयोग की जानकारी जनता तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण पहल आयुष विभाग द्वारा किया जा रहा है। जो अत्यंत सराहनीय है।
शिविर प्रभारी आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. एल.आर. भगत द्वारा आयुष विभाग की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गयी। शिविर में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरिकृष्ण श्रीवास, डॉ. कपिल श्रीवास्तव आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, डॉ. अम्बिका नायक होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी, डॉ. योग्या यादव आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, डॉ. निकिता मिंज आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, डॉ. पूजा भगत आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, शरद साहू आयुर्वेद फार्मासिस्ट, कृष्ण कुमार दिनकर पंचकर्म सहायक इत्यादि ने शिविर को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।
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रायपुर के श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में निःशुल्क ऑपरेशन सहित मिली अन्य मेडिकल सुविधा
परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का जताया आभार
जशपुरनगर : चिरायु योजना आज जरूरतमंद परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना ने न केवल बच्चों को नई जिंदगी दी है, बल्कि गरीब परिवारों के चेहरों पर फिर से मुस्कान भी लौटा दी है। इसी कड़ी में चिरायु योजना से ही दिल की बीमारी से जूझ रही किसान परिवार में जन्मी अमीषा केरकेट्टा को नवजीवन देने का काम किया है।
मनोरा विकासखंड के छोटे से ग्राम ओरडीह की एक जनजातीय परिवार में जन्मी अमीषा केरकेट्टा अक्सर बीमार रहने लगी थी। परिजन बार-बार उसकी तबीयत बिगड़ने से चिंतित थे। जब अमीषा की जांच जिला चिकित्सालय जशपुर में चिरायु टीम द्वारा की गई, तो पता चला कि वह जन्म से ही हृदय रोग से पीड़ित है। खेती-किसानी कर परिवार का भरण-पोषण करने वाले उसके पिता अशोक केरकेट्टा यह सुनकर परेशान हो उठे। उनके सामने सबसे बड़ी चिंता थी कि वे इतने महंगे इलाज का खर्च कैसे उठा पाएंगे। तभी चिकित्सकों ने उन्हें चिरायु योजना के बारे में जानकारी दी। यह सुनकर परिवार को मानो एक नई उम्मीद की किरण दिखाई दी। योजना के तहत अमीषा को शासकीय व्यय पर बेहतर उपचार के लिए श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल, नया रायपुर भेजा गया। वहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने उसका सफल ऑपरेशन किया। कुछ ही समय में अमीषा पूरी तरह स्वस्थ हो गई।
आज 11 वर्ष की अमीषा न केवल स्वस्थ है, बल्कि पहले से अधिक उत्साह और ऊर्जा से भरी हुई है। उसका मुस्कुराता चेहरा अब उसके माता-पिता के जीवन को सुकून से भर देता है। परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और डॉक्टरों के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। सरकार ने गरीबों की पीड़ा को समझा और इलाज के लिए बेहतर संस्थानों में भेजकर निःशुल्क इलाज करा रही है। उल्लेखनीय है कि चिरायु योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों में जाकर बच्चों की संपूर्ण स्वास्थ्य की जांच की जाती है। जांच के उपरांत 44 प्रकार की बीमारी तथा विकृति की जानकारी होने के बाद चिरायु योजना से बच्चों का इलाज कराया जाता है। आवश्यकता होने पर बच्चों को देशभर के अच्छे हॉस्पिटल में ले जाकर उपचार भी कराया जाता है।
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बेमेतरा : दीपावली पर्व के मद्देनज़र पटाखा बिक्री के दौरान आगजनी की संभावनाओं को देखते हुए, जिले में संचालित सभी स्थायी एवं अस्थायी पटाखा दुकानों के लिए सुरक्षा संबंधी एडवाइजरी जारी की गई है। यह एडवाइजरी छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार महानिदेशक श्री अरुण देव गौतम, कलेक्टर बेमेतरा श्री रणबीर शर्मा तथा जिला अग्निशमन अधिकारी श्री नागेन्द्र कुमार सिंह द्वारा जारी की गई है।
जारी निर्देशों के अनुसार, सभी पटाखा दुकानें किसी भी ज्वलनशील पदार्थ जैसे कपड़ा, बांस, रस्सी या टेंट सामग्री से निर्मित नहीं होनी चाहिए। दुकानों का निर्माण केवल अज्वलनशील सामग्री जैसे टिन शेड या धातु संरचना से किया जाना अनिवार्य है। साथ ही, प्रत्येक दुकान के बीच कम से कम तीन मीटर की दूरी रखी जाए तथा उन्हें एक-दूसरे के सामने नहीं बनाया जाए, जिससे किसी भी दुर्घटना की स्थिति में आग फैलने की संभावना न्यूनतम रहे।
दुकानों में प्रकाश व्यवस्था हेतु तेल या गैस के लैम्प तथा खुली बिजली बत्ती का प्रयोग पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है। किसी भी पटाखा दुकान से 50 मीटर के दायरे में आतिशबाजी प्रदर्शन पर भी रोक लगाई गई है। विद्युत सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि तारों में कोई खुला ज्वाइंट न हो तथा प्रत्येक मास्टर स्विच में फ्यूज या सर्किट ब्रेकर लगा हो, जिससे शॉर्ट सर्किट की स्थिति में विद्युत प्रवाह स्वतः बंद हो सके। दुकानों के समीप ट्रांसफार्मर या हाई टेंशन लाइन नहीं होनी चाहिए। आग से निपटने के लिए प्रत्येक पटाखा दुकान में 5 किलोग्राम क्षमता का डी.सी.पी. अग्निशामक यंत्र अनिवार्य रूप से होना चाहिए, जिसकी मारक क्षमता लगभग छह फीट तक होती है। साथ ही दुकानों के सामने 200 लीटर क्षमता वाले पानी के ड्रम और बाल्टियों की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। दुकान परिसर के सामने किसी भी प्रकार की बाइक या कार पार्किंग प्रतिबंधित होगी, ताकि आपातकालीन स्थिति में रास्ता अवरुद्ध न हो। इसके अतिरिक्त, अग्निशमन विभाग एवं एम्बुलेंस के फोन नंबर दुकानों के दृश्य स्थानों पर प्रदर्शित किए जाएं तथा अग्निशमन वाहन के मूवमेंट के लिए पर्याप्त स्थान छोड़ा जाए। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जांच के दौरान इन दिशा-निर्देशों का पालन नहीं पाए जाने पर छत्तीसगढ़ अग्निशमन एवं आपातकालीन नियमावली 2021 के तहत आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने दुकानदारों से अपील की है कि वे सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें, ताकि नागरिक सुरक्षित और हर्षाेल्लास पूर्ण दीपावली मना सकें।
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बेमेतरा : रेवेन्द्र सिंह वर्मा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, ढोलिया (बेमेतरा) में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव रावे एवं कृषि औद्योगिक अनुलग्नक का ओरिएंटेशन कार्यक्रम बड़े उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम अधिष्ठाता डॉ. संदीप भंडारकर के मार्गदर्शन में तथा रावे कार्यक्रम समन्वयक डॉ. असित कुमार के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ सोमवार, 13 अक्टूबर 2025 को हुआ, जो एक सप्ताह तक महाविद्यालय परिसर में चलेगा। रावे कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम बिलाई, जिला बेमेतरा को प्रशिक्षण स्थल के रूप में चयनित किया गया है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार, चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं को किसानों के साथ जुड़कर उनके खेतों में प्रायोगिक अनुभव प्राप्त करने हेतु यह विषय शामिल किया गया है। कार्यक्रम के दौरान अधिष्ठाता डॉ. संदीप भंडारकर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि रावे कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को खेती की वास्तविक परिस्थितियों से जोड़ना, किसानों की समस्याओं को समझना और उनके समाधान में योगदान देना है। साथ ही यह कार्यक्रम छात्रों में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की क्षमता विकसित करने, कृषि-आधारित उद्योगों की कार्यप्रणाली से परिचित कराने तथा औद्योगिक प्रक्रियाओं का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा।
रावे समन्वयक डॉ. असित कुमार ने विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम की महत्ता बताते हुए कहा कि यह पहल छात्रों के आत्मविश्वास, संचार कौशल एवं व्यावसायिक दृष्टिकोण को मजबूत करती है। साथ ही यह उनमें उद्यमशीलता की भावना विकसित करती है और किसानों से स्वदेशी तकनीकों को सीखने के लिए प्रेरित करती है। इसके पश्चात डॉ. यू. के. ध्रुव ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे किसानों से कृषि के गुर सीखें और व्यावहारिक अनुभवों से अपने ज्ञान को समृद्ध बनाएं। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के चतुर्थ वर्ष के सभी छात्र-छात्राएं एवं प्राध्यापक गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन आभार प्रदर्शन के साथ हुआ।
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बेमेतरा : जिले में खरीफ वर्ष 2025-26 के लिए गिरदावरी एवं डिजिटल क्रॉप सर्वे डीसीएस का सत्यापन कार्य कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देशन में तेज़ी से जारी है। आधुनिक तकनीक के प्रयोग से पारदर्शिता एवं सटीकता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पीवी ऐप के माध्यम से डेटा का सत्यापन किया जा रहा है। जिला प्रशासन की इस पहल के तहत ग्राम मानपुर (तहसील नवागढ़) एवं ग्राम तेंदुभाटा (नादघाट तहसील) सहित अन्य ग्राम पंचायतों में गिरदावरी और डीसीएस का फील्ड सत्यापन कार्य किया जा रहा है। राजस्व अमला, कृषि विभाग और तकनीकी टीम द्वारा किसानों के खेतों का स्थल निरीक्षण कर फसल की वास्तविक स्थिति की जानकारी मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज की जा रही है।
इस प्रक्रिया के अंतर्गत खेतों का जियो-टैगिंग, फसल की फोटो अपलोडिंग, तथा भू-खण्डवार विवरण का वास्तविक समय पर सत्यापन किया जा रहा है। इससे न केवल गिरदावरी डेटा की शुद्धता बढ़ेगी, बल्कि कृषि योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एवं इनपुट सब्सिडी वितरण में भी सटीक लाभार्थी पहचान सुनिश्चित होगी। कलेक्टर श्री शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक ग्राम में सत्यापन कार्य पूरी पारदर्शिता और समयबद्धता से पूर्ण किया जाए, ताकि किसानों को भविष्य में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि पीवी ऐप के उपयोग से अब फसल आंकलन में मानवीय त्रुटियों की संभावना नगण्य रहेगी और डिजिटल रिकॉर्ड भविष्य की योजनाओं के लिए मजबूत आधार बनेगा।
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जिला स्तर व विकासखंड स्तर पर किये गये नोडल अधिकारी नियुक्त
सूरजपुर : 27 अक्टूबर से 02 नवंबर तक ’’सतर्कताः हमारी साझा जिम्मेदारी’’ थीम पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 मनाया जायेगा। जिला मुख्यालय/विकासखंड स्तर पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह के गतिविधियों पर सफल रूप से संचालित किये जाने हेतु समन्वय समिति का गठित किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी को जिला स्तर पर नोडल अधिकारी व जनपद पंचायत के सर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी को विकासखंड स्तर पर नियुक्त किया गया है।
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सूरजपुर : भारत सरकार, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्वीकृत मिशन वात्सल्य योजना के प्रावधानों एवं स्वीकृति अनुसार योजना के क्रियान्वयन हेतु जिला बाल संरक्षण इकाई एवं जिला स्तर पर चाइल्ड हेल्पलाइन युनिट के विभिन्न संविदा पदों पर भर्ती हेतु मिशन वात्सल्य दिशा निर्देशों के अनुसार राज्य स्तरीय जारी विज्ञापन हेतु जिले में जिला बाल संरक्षण इकाई के 03 रिक्त पद एवं जिला स्तर पर चाइल्ड हेल्पलाइन युनिट हेतु जिले में 08 स्वीकृत संविदा पदों की पूर्ति हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों के परीक्षण, मूल्यांकन उपरांत पात्र-अपात्र सूची का प्रकाशन किया जा कर तत्संबंध में दावा-आपत्ति प्राप्त करने की अंतिम तिथि 24 अक्टूबर तक कार्यालयीन समय 05ः30 बजे तक निर्धारित आमंत्रित गया है।
पात्र, अपात्र सूची का अवलोकन सूरजपुर जिले की वेबसाईट www.surajpur.nic.in व कार्यालय के सूचना पटल पर देखी सकतें है।
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सूरजपुर : डुमरिया के शासकीय उ.मा. विद्यालय में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के आदेशानुसार तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री शुभम बंसल के मार्गदर्शन से सम्पन्न हुआ। जिसमें छात्राओं को बालिका सशक्तिकरण माह अंतर्गत मेंटल हेल्थ से संबंधित समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया।
कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग, महिला सशक्तिकरण (हब) मिशन शक्ति के अंतर्गत जिला मिशन समन्वयक श्रीमती शारदा सिंह के नेतृत्व में किया गया है। जिसमे कन्या भ्रूण हत्या निषेध अधिनियम, घरेलू हिंसा अधिनियम, सखी वन स्टॉप सेंटर, कार्य स्थल पर महिलाओ का लैगिंग उत्पीडन अधिनियम 2013 एवं महिला हेल्प लाइन नंबर 181, 1098, 112 की जानकारी दी गई। मेंटल हेल्थ के विशेष विषय द्वारा जागरूकता कार्यक्रम हेतु आयोजन में जागरूक करने के लिए यूनिसेफ एग्रीकॉन फाउंडेशन से ज़िला समन्वयक श्री हितेश निर्मलकर, और ब्लॉक समन्वयक अंबुज मिश्रा, स्कूल के 209 छात्र एवं छात्राए, प्रिंसिपल और अन्य शिक्षणगण मौजूद रहे विद्यालय के प्राचार्य एवं सभी शिक्षको के सहयोग से सत्र का सफल आयोजन किया गया। जेण्डर विशेषज्ञ पूनम राजवाडे एवं सलोमी कुजूर द्वारा बालिका सशक्तिकरण माह कार्यक्रम का आयोजन अत्यधिक उत्साह और अनुशासन के साथ सम्पन्न कराया गया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारात के अंधेरे में मानवता की रौशनी - डीएलएसए, पुलिस और नागरिकों ने मिलकर बचाई विक्षिप्त महिला को
सूरजपुर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) ने एक बार फिर मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दिया है। अध्यक्ष, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, श्रीमती विनीता वार्नर के दूरदर्शी मार्गदर्शन और सचिव डीएलएसए, कु. पायल टोपनो के त्वरित दिशा- निर्देशन में, रात के अंधेरे में भटक रही एक विछिप्त महिला को तत्काल रेस्क्यू कर सखी वन स्टॉप सेन्टर में सुरक्षित आश्रय प्रदान किया गया। यह घटना स्थानीय प्रशासन, पुलिस और जागरूक नागरिकों के उत्कृष्ट समन्वय की कहानी बयां करती है।
व्हाट्सएप से मिली पहली सूचना घटना की शुरुआत शनिवार देर रात हुई। स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुप पर एक पोस्ट शेयर किया गया, जिसमें ग्राम उमापुर में एक अज्ञात विक्षिप्त महिला के भटकने की जानकारी और उसकी तस्वीर थी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में कार्यरत अधिकार मित्र श्री सत्य नारायण ने इस पोस्ट को गंभीरता से लिया और तुरंत सचिव कु. पायल टोपनो को इसकी जानकारी दी। सचिव ने बिना समय गंवाए इसे अतिसंवेदनशील मामला मानते हुए महिला का पता लगाने और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए।
रात 8 बजे ग्राम मोरगा से हुई पहचान पूरे दिन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम महिला का पता लगाने में जुटी रही। दूसरे दिन रविवार की रात लगभग 8 बजे, ग्राम मोरगा के एक जागरूक नागरिक पिंटू राजवाड़े ने अधिकार मित्र को फोन पर बताया कि वही महिला उनके गांव में भटक रही है। सूचना मिलते ही सचिव कु. पालय टोपनो ने मानवता को प्राथमिकता देते हुए, बिना किसी देरी के महिला को तत्काल सुरक्षित रेस्क्यू कर सखी रेन्टर लाने का निर्देश दिया, ताकि उसकी आवश्यक देखभाल और चिकित्सा सहायता मिल सके।
रामानुजनगर पुलिस की त्वरित कार्यवाही सचिव के निर्देश पर अधिकार मित्र श्री सत्य नारायण ने तत्काल थाना रामानुजनगर से संपर्क साधा। थाना प्रभारी श्री एल. लकड़ा एवं थाने में पदस्थ एएसआई श्री मनोज कुमार पोर्ते ने इस संवेदनशील सूचना पर त्वरित संज्ञान लिया। उन्होंने न केवल तुरंत रेस्क्यू टीम भेजी, बल्की इस मानवीय मिशन में हर संभव सहयोग भी किया।
रेस्क्यू टीम में अधिकार मित्र श्रीमती आशा गोंड, सत्य नारायण और पुलिस के प्रधान आरक्षक श्री राम जनत प्रधान एवं आरक्षक श्री गणेश सिंह ने सुयुक्त रूप से मोर्चा संभाला और सफलतापूर्वक महिला को रेस्क्यू कर सखी वन स्टॉप सेन्टर पहुँचाया, जहाँ अब वह सुरक्षित है और उसकी देखभाल की जा रही है।
यह सफल रेस्क्यू ऑपरेशन सिद्ध करता है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिले की पुलिस और जनता मिलकर समाज के सबसे कमजोर व्यक्तियों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच का निर्माण कर रहे हैं।
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धान खरीदी सहित योजनाओं का लाभ लेने किसानों को पंजीयन कराना अनिवार्य
सूरजपुर : किसानों के हित में राज्य शासन द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। अब सभी किसानों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन कराना अनिवार्य किया गया है। इसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित की गई है। एग्रीस्टैक भारतीय कृषि क्षेत्र के लिए एक डिजिटल इकोसिस्टम है, जिसे भारतीय सरकार ने विकसित किया है। जिसका उद्देश्य किसानों के लिए एक संपूर्ण डेटाबेस बनाना है, जिसमें उनकी पहचान, भूमि रिकॉर्ड, आय, ऋण, फसल की जानकारी और बीमा इतिहास के बारे में जानकारी शामिल है।
एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन के फायदे
एग्रीस्टैक पोर्टल पर किसान आईडी बनवाने से किसानों को धान खरीदी, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, किसान क्रेडिट कार्ड, उर्वरक अनुदान, प्रधानमंत्री किसान सिंचाई योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, कृषि मशीनीकरण योजना एवं मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना जैसी अनेक केंद्र एवं राज्य शासन की योजनाओं का लाभ सीधे प्राप्त होगा। कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन ने जिले के सभी किसानों से अपील की है, कि वे शीघ्रता से एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीयन कराएं, ताकि किसी भी योजना का लाभ लेने में उन्हें कठिनाई न हो। उन्होंने बताया कि किसान स्वयं मोबाइल ऐप से ऑनलाइन पंजीयन कर सकते हैं। साथ ही, स्थानीय सीएससी सेंटर, सेवा सहकारी समिति, एवं पटवारी कार्यालयों के माध्यम से भी निःशुल्क पंजीयन की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही https://cgfr.agristack.gov.in/ पर भी पंजीयन किया जा सकता है।
पंजीयन के लिए जरूरी दस्तावेज एवं प्रक्रिया
पंजीयन के लिए किसानों को केवल कृषि भूमि से संबंधित दस्तावेज (बी-1, खतौनी, ऋण पुस्तिका), आधार कार्ड, एवं मोबाइल नंबर साथ रखना आवश्यक है। मोबाइल से पंजीयन करने के लिए गूगल प्ले स्टोर से फॉर्मर रजिस्ट्री सीजी एप डाऊनलोड करना होगा। उपसंचालक कृषि ने बताया कि साइट या एप पर जाकर पेज में नीचे क्रिएट न्यू यूजर अकाउंट पर जाये, अपना आधार नंबर बॉक्स में भरें, आधार ओटीपी से आधार नंबर वेरीफाई करें, आपकी डिटेल अपने आप आ जायेगी, पेज में सबसे नीचे जाएं, मोबाइल नंबर भरें, ओटीपी से मोबाइल नंबर वेरीफाई करें, अपना स्वयं का पासवर्ड बनाये। अब वापस लॉगिन पेज पर जाकर अपने मोबाईल व पासवर्ड से लॉगिन करें, लॉगिन करने पर आपकी डिटेल पेज पर दिखाई देगी व रजिस्टर पर क्लिक करें, पोर्टल आपसे पूछेगा कि आप मोबाइल नंबर बदलना चाहते है? नहीं कर आगे बढ़े। किसान को अपनी डिटेल हिन्दी में भरना होगा (या गूगल ट्रांसलेट से कर सकते है)। आपके विवरण को अंग्रेजी से मिलाकर प्रतिशत में कितना मिल रहा है, बताएगा ध्यान में रखे जानकारी 80 प्रतिशत से ज्यादा मिले। इसी प्रकार आपका पता, जिला, अनुभाग, आदि भरें, अब रजिस्ट्रेशन जमीन की जानकारी में आगे जाये। जमीन में मालिक या किरायेदार पूछेगा आपको कृषि और लैंड ओवनिंग का दो विकल्प दिखाई देगा दोनों को सेलेक्ट करें। फेच लैंड डिटेल पर क्लिक करें।
सर्वे नंबर पर मूल खसरा नंबर एवं सर्वे नंबर पर भरें जो संख्या हो उसे भरें, जैसे-110/5 है, तो पहले खाने में 110 एवं दूसरे खाने में 5 भरें। अपना नाम किसान की सूची में सेलेक्ट करें, पहचानकर्ता के नाम का मिलान कर सबमिट करें। किसान के नाम जितनी भूमि है, सब दिखाई देगी, फिर भी बी-1 से मिलाकर उन खसरा का चयन करें जो आपकी है। अब वेरीफाई ऑल लैण्ड पर जो की लिस्ट में ऊपर है उसे क्लिक करें। बाक्स में सहमति के लिए चेक बॉक्स में क्लिक करें, ई साईन का विकल्प खुलने पर ई साइन ओटीपी के माध्यम से पूर्ण करें। ई साईन होने के लिए आधार की साइट पर जो अपने आप खुलेगी आधार नंबर डालकर ओटीपी के माध्यम से ई साइन करें। ई-साईन करने पर आपका रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण होकर नामांकन नंबर मिलेगा। यदि आपके द्वारा 80 प्रतिशत से अधिक मिलान हो रहा है तो यह स्वचालित प्रक्रिया के तहत 48 घंटे में आपकी फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण हो जाएगी और यदि 80 प्रतिशत से कम मिलान है, तो पटवारी और तहसीलदार द्वारा वेरीफिकेशन पूर्ण होने पर आईडी जारी होगी।
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कमरौद, झलप एवं नगर पालिका सरायपाली में होगा आयोजित
महासमुन्द : सांसद खेल महोत्सव का आयोजन 3 चरण में आयोजित किया जा रहा है। प्रथम चरण में संकुल स्तरीय सांसद खेल महोत्सव में ग्रामीण 25 एवं शहरी 05 कुल 30 संकुल में आयोजित किया जा रहा है। विधानसभा स्तरीय सांसद खेल महोत्सव में संकुल के विजेता टीम एवं विजेता खिलाड़ी अपने-अपने विधानसभा में शामिल होंगे। सांसद खेल महोत्सव में सामूहिक खेलों के लिए आयु वर्ग 14 से 19 वर्ष एवं 19 से 24 वर्ष तथा व्यक्तिगत खेलों के लिए आयु वर्ग 14 से 17 वर्ष, 18 से 20 वर्ष एवं 21 से 24 वर्ष के बालक एवं बालिका शामिल होंगे। सामूहिक खेलों में खो-खो, कबड्डी एवं बॉलीबॉल तथा व्यक्तिगत खेलों में 100 मीटर दौंड, 400 मीटर दौंड, गोलाफेंक, भालाफेंक, लंबीकूद, ऊंचीकूद, गेड़ी दौड़ संकुल स्तर पर आयोजित होंगे। आयोजन की तैयारियों के विषय में सांसद लोकसभा महासमुंद श्रीमती रुपकुमारी चौधरी की उपस्थिति में आयोजित बैठक में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महासमुन्द हेमंत नंदनवार, जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे, खेल अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण मनोज धृतलहरे को आयोजन को सफल बनाने में प्रशासनिक आवश्यकताओं को लेकर तीनों चरणों के आयोजन को सफल बनाया जाना है, जिनके माध्यम से आयोजन में आवश्यक संसाधन, पुरस्कार, प्रमाण-पत्र, परिवहन, भोजन, आवश्यक सामग्री एवं संपूर्ण व्यवस्था पर चर्चा कर आयोजन को सफल बनाया जा रहा हैं।
संकुल स्तरीय सांसद खेल महोत्सव का आयोजन 15 से 16 अक्टूबर को 3 स्थानों में आयोजित होंगे। जिसमें नगर पालिका परिषद सरायपाली का आयोजन खेल मैदान सरायपाली में होगा। जिसमें शहरी क्षेत्र के पंजीकृत खिलाड़ी शामिल होंगे। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कमरौद बागबाहरा में आयोजित होगा, जिसमें कमरौद संकुल के अंतर्गत शामिल ग्राम पंचायत एवं विद्यालय के खिलाड़ी शामिल होंगे। झलप संकुल का आयोजन शासकीय मिडिल स्कूल झलप महासमुन्द में किया जाएगा। जिसमें संकुल अंतर्गत शामिल ग्राम पंचायत एवं विद्यालय के पंजीकृत खिलाड़ी शामिल होंगे। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने संकुल नोडल अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत महासमुंद एवं बागबाहरा तथा नगर पालिका परिषद सरायपाली को आयोजन की तैयारी कर आयोजन को सफल बनाने हेतु निर्देश दिए हैं। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली, बागबाहरा एवं महासमुंद को आवश्यक तैयारी हेतु संबंधित विभागों शिक्षा, पुलिस, स्वास्थ्य, आदिवासी विकास, उद्यानिकी आदि से समन्वय करने कहा गया है। आयोजन में अतिथि सांसद महासमुंद, विधायक एवं जनप्रतिनिधि, अधिकारी शामिल होंगे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वीसी के माध्यम से संवाद में हुए शामिल
महासमुंद : नवाचार और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में छात्रों की सृजनशीलता को बढ़ावा देने हेतु केंद्र सरकार द्वारा आयोजित विकसित भारत बिल्डथॉन 2025 कार्यक्रम में महासमुंद जिले के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बेलसोंडा की दो छात्राओं का चयन जिले से संवाद के लिए हुआ। यह कार्यक्रम देशभर में युवाओं में नवाचार, तार्किक सोच और उद्यमिता की भावना को प्रोत्साहित करने हेतु आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केन्द्रीय शिक्षा विभाग द्वारा देशभर के विद्यार्थियों से वर्चुअल संवाद किया गया। इस संवाद में महासमुंद जिले की दो छात्राएं कक्षा 10वीं की कुमारी मेघना चंद्राकर तथा कक्षा 12वीं विज्ञान संकाय की कु. अहिल्या साहू ने सहभागिता की। वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान समग्र शिक्षा राज्य कार्यालय से श्री कौशिक जी, उप संचालक श्रीमती मुक्ति बैस, रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी श्री हिमांशु भारतीय, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय लहरे, डीएमसी श्री रेखराज शर्मा, विद्यालय के शिक्षक गण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इन छात्राओं द्वारा प्रस्तुत प्रोजेक्ट ऐ आई सेंसर कैमरा और लेबर स्मार्ट बैंड पर आधारित है, जो श्रमिकों के कार्यस्थलों पर सुरक्षा, निगरानी और सुविधा बढ़ाने में उपयोगी साबित होगा। यह प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी नवाचार, लोकल फॉर वोकल और समृद्ध भारत की थीम पर आधारित है।
इस ‘बिल्डथॉन को एक तरह की इनोवेशन मैराथन कहा जा सकता है, जिसमें देशभर के विद्यार्थी और नवप्रवर्तक किसी सामाजिक या तकनीकी समस्या के समाधान हेतु अपने विचारों को प्रोटोटाइप के रूप में प्रस्तुत करते हैं। इस प्रतियोगिता की शुरुआत 23 सितंबर 2025 को हुई थी। 6 से 11 अक्टूबर तक पंजीयन की प्रक्रिया चली और 13 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्रोजेक्ट जमा किए जाएंगे। नवंबर माह में इन प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन किया जाएगा तथा दिसंबर में परिणाम घोषित होंगे। देशभर से चयनित 10 हजार प्रतिभागियों को कुल एक करोड़ रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर अधिकारियों ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के नवाचार कार्यक्रम विद्यार्थियों में अनुसंधान, तकनीकी ज्ञान और आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं तथा उन्हें राष्ट्र निर्माण की दिशा में योगदान देने हेतु प्रेरित करते हैं। कार्यक्रम में एपीसी संपा बोस, श्रीमती शोभा सिंहदेव, प्राचार्य, जगदीश सिन्हा, नोडल अधिकारी, सुबोध तिवारी, मिथलेश सिंह सहित शाला विकास समिति के सदस्य उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : रजत जयंती वर्ष 2025-26 के अवसर एक्सटेंशन रिफार्म्स आत्मा योजना अंतर्गत समवर्गीय विभागों एवं कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर के सहयोग से जिला स्तरीय किसान मेला का आयोजन 18 अक्टूबर 2025 को डॉ. भीमराव अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिक भवन, संजय कानन के पास, बागबाहरा रोड में किया जाएगा। किसान मेले का मुख्य उद्देश्य किसानों के बीच विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार करना, कृषक उपयोगी गतिविधियों एवं नवोन्मेषी तकनीकों की जानकारी देना, साथ ही उत्कृष्ट कृषि उत्पाद एवं सह-उत्पादों की प्रदर्शनी लगाकर जीवंत प्रदर्शन प्रस्तुत करना है।
उप संचालक कृषि श्री एफ आर कश्यप ने बताया कि मेले में भारत सरकार एवं राज्य शासन द्वारा संचालित सभी प्रमुख योजनाओं की जानकारी एवं प्रचार सामग्री का वितरण किया जाएगा। साथ ही प्रगतिशील कृषकों, एन.जी.ओ., कृषि विज्ञान केन्द्र, नाबार्ड, इफको, एफ.पी.ओ. एवं अन्य समवर्गीय विभागों द्वारा कृषक उपयोगी नवाचार तकनीक, उत्कृष्ट उत्पाद एवं सह उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस अवसर पर मधुमक्खी पालन, जैविक खेती, पशुपालन, मत्स्यपालन, मुर्गीपालन एवं मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए संबंधित विभागों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा कृषक-वैज्ञानिक परिचर्चा एवं किसान गोष्ठी का आयोजन कर विशेषज्ञों द्वारा किसानों को आधुनिक तकनीकों, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन एवं आय वृद्धि उपायों पर मार्गदर्शन दिया जाएगा तथा मोबाइल लैब के माध्यम से मृदा परीक्षण कार्य का संपादन किया जाएगा। इसी तरह फार्म मशीनरी एवं किसान हितैषी उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जैविक उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु विभागीय स्टॉल भी लगाए जाएंगे। इस अवसर पर उन्होंने जिले के सभी समवर्गीय विभागों, कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर, एन.जी.ओ., प्रगतिशील कृषक एवं निजी संस्थाओं से सक्रिय सहभागिता की अपेक्षा की है।
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महासमुंद : छत्तीसगढ़ शासन श्रम विभाग द्वारा पंजीकृत निर्माण एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकारों के कल्याण हेतु चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जिले के श्रमिकों तक निरंतर पहुँचाया जा रहा है। शासन की मंशानुरूप प्रत्येक पंजीकृत श्रमिक परिवार को सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से श्रम विभाग द्वारा निरंतर शिविर, पंजीयन एवं जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से योजनाओं का अधिकतम लाभ पात्रों तक पहुँचाया जा रहा है। पंजीकृत मज़दूरों को शिक्षा, स्वास्थ्य, औजार सहायता, मातृत्व लाभ, मृत्यु सहायता एवं आवास जैसी अनेक योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाता है। इन योजनाओं ने हजारों निर्माण मज़दूरों के जीवन में नया उजाला फैलाया है।
कलेक्टर श्री विनय लंगेह के मार्गदर्शन में श्रम कल्याण मंडल महासमुंद द्वारा डीबीटी के माध्यम से श्रमिकों के खातों में सीधे सहायता राशि प्रदान की गई है। ताकि पारदर्शिता बनी रहे और लाभ समय पर मिले। श्रम पदाधिकारी श्री डी.एन. पात्र ने बताया कि विगत 17 सितम्बर एवं 3 अक्टूबर 2025 को डीबीटी के माध्यम से 14 हजार 788 श्रमिकों के खाते में 4 करोड़ 68 लाख 690 रुपए की राशि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा अंतरित की गई।
विभाग अंतर्गत मुख्यमंत्री निर्माण मज़दूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना अंतर्गत 3 हजार 443 श्रमिकों को 51 लाख 64 हजार 500 रुपए की सहायता दी गई है। इसी तरह निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क गणवेश एवं पुस्तक कॉपी हेतु सहायता राशि योजना अंतर्गत 3005 श्रमिकों को 40 लाख 72 हजार रुपए, मुख्यमंत्री सायककल सहायता योजना अंतर्गत 2 हजार 724 श्रमिको को एक करोड़ 89 हजार 6 रुपए, मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना अंतर्गत 2 हजार 629 श्रमिकों को 91 लाख 41 हजार 584 रुपए, मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना अंतर्गत 2 हजार 323 श्रमिकों को 44 लाख 10 हजार 500 रुपए, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना अंतर्गत 287 श्रमिकों को 57 लाख 40 हजार रुपए, मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना अंतर्गत 150 श्रमिकों को 30 लाख रुपए, मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना अंतर्गत 108 श्रमिकों को 5 लाख 82 हजार रुपए, मिनीमाता महतारी जतन योजना अंतर्गत 79 श्रमिकों को 15 लाख 80 हजार रुपए, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना अंतर्गत 27 श्रमिकों को 27 लाख रुपए, मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना अंतर्गत 9 श्रमिकों 71 हजार 100 रुपए, निर्माण श्रमिकों के बच्चे हेतु उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना अंतर्गत 3 श्रमिकों एक लाख 50 हजार रुपए, दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना अंतर्गत एक श्रमिक को एक लाख रुपए का की सहायता राशि प्रदान किया गया है।

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