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CBSE Date Sheet: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं की फाइनल डेटशीट जारी कर दी है. सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी 2026 से शुरू होने जा रही हैं. बोर्ड की तरफ से आधिकारिक वेबसाइट पर ये डेटशीट जारी की गई है. कक्षा 10 की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होकर 10 मार्च तक चलेंगीं, वहीं 12वीं की परीक्षा 17 फरवरी से 9 अप्रैल 2026 तक चलेंगीं.
ऐसे चेक करें डेटशीट
सीबीएसई के छात्र बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाकर डेटशीट चेक कर सकते हैं और यहीं से PDF भी डाउनलोड कर सकते हैं. इस बार कक्षा 10वीं के लिए दो बार बोर्ड परीक्षा का आयोजन होगा. नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत ये परीक्षा ली जाएगी. इससे पहले बोर्ड की तरफ से परीक्षाओं की टेंटेटिव डेटशीट जारी की गई थी. अब छात्रों के लिए फाइनल डेटशीट जारी की गई है.
ये रही पूरी डेटशीट

बोर्ड ने दी ये जानकारी
सीबीएसई की तरफ से बताया गया है कि डेटशीट इस बार 110 दिन पहले जारी कर दी गई है. साथ ही दोनों कक्षाओं में दो विषयों के लिए बीच का अंतराल दिया गया है. डेटशीट इस तरह से तैयार की गई है कि प्रस्तावित दो विषयों की परीक्षा एक तारीख पर न हो. बोर्ड परीक्षाओं को प्रवेश परीक्षाओं से काफी पहले खत्म करने की कोशिश की गई है, जिससे छात्रों को आसानी होगी.
बोर्ड की तरफ से नोटिफिकेशन में बताया गया है कि मूल्यांकन के दौरान सभी विषयों के शिक्षक एक साथ और लंबे समय तक अपने विद्यालय से दूर नहीं रहेंगे. डेटशीट तैयार करते समय 40 हजार से ज्यादा विषय संयोजनों को ध्यान में रखते हुए डेटशीट तैयार की गई है.
बोर्ड ने इस बार को इस तरह तय किया है कि किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा (जैसे JEE या NEET) से टकराव न हो.
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CG LPG Gas Subsidy: छत्तीसगढ़ के गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं के लिए जरूरी खबर सामने आई है। अब एलपीजी सिलेंडर के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) नहीं कराने पर सब्सिडी (Subsidy) बंद कर दी जाएगी। केंद्र सरकार की इस सख्ती के बाद रायपुर समेत पूरे प्रदेश में बीपीसीएल, एचपीसीएल और इंडियन ऑइल की ओर से बायोमेट्रिक आधार प्रमाणीकरण अभियान (Biometric Aadhaar Authentication Campaign) शुरू किया गया है।
पेट्रोलियम कंपनियो ने दी चेतावनी
प्रदेश के सभी गैस उपभोक्ताओं से कहा जा रहा है कि वे तुरंत अपना सत्यापन करवा लें। इससे उन्हें गैस सिलेंडर मिलने में भी आसानी होती रहेगी। पेट्रोलियम कंपनियों ने साफ कह दिया है कि सत्यापन नहीं कराने वाले ग्राहकों की पहले सब्सिडी बंद की जाएगी। इसके बाद भी उन्होंने ई-केवाईसी नहीं कराई तो उन्हें सिलेंडर मिलना भी बंद हो जाएगा।
कंपनियों ने मोबाइल एप लॉन्च
तीनों कंपनियों- बीपीसीएल, एचपीसीएल और इंडियन ऑइल की ओर से इसके लिए मोबाइल एप भी लॉन्च किया गया है। इसके अलावा वेबसाइट https://www.pmuy.gov.in/e-kyc. html पर जाकर भी ई-केवाईसी कराई जा सकती है।
एक ग्राहक को साल में मिलते हैं 9 सिलेंडर
केंद्र सरकार की ओर से एक ग्राहक को एक साल में 9 सिलेंडर दिए जाते हैं। इन 9 सिलेंडरों की खरीदी पर ही लोगों को सब्सिडी मिलती है। इससे ज्यादा सिलेंडर खरीदी की जाती है तो उसमें सब्सिडी नहीं दी मिलेगी।
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अगर आपका Aadhaar कार्ड बैंक अकाउंट खोलने, सिम कार्ड लेने या किसी अन्य रोज़मर्रा की सरकारी सेवा में उपयोग होता है, तो यह खबर आपके लिए अहम है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने 1 नवंबर 2025 से Aadhaar से जुड़े तीन बड़े नियमों में बदलाव की घोषणा की है। ये बदलाव आम नागरिकों की पहचान और वित्तीय सेवाओं को सीधे प्रभावित करेंगे।
घर बैठे ऑनलाइन अपडेट की नई सुविधा और शुल्क
UIDAI ने Aadhaar कार्ड में ऑनलाइन अपडेट प्रक्रिया को आसान बनाया है। अब नागरिक अपने नाम, पता, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर में घर बैठे बदलाव कर सकेंगे। हालांकि बायोमेट्रिक अपडेट के लिए अभी भी आधार केंद्र जाना अनिवार्य रहेगा।
नई प्रक्रिया के तहत UIDAI अन्य सरकारी डाटाबेस (जैसे PAN, पासपोर्ट, राशन कार्ड, जन्म प्रमाण-पत्र) से लिंक्ड वेरिफिकेशन करेगा जिससे दस्तावेज़ अपलोड करने की आवश्यकता कम होगी।
ऑनलाइन अपडेट के लिए अब नई फीस भी लागू होगी। नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल या ईमेल में बदलाव के लिए 75 रुपए, जबकि बायोमेट्रिक अपडेट के लिए 125 रुपए देने होंगे
PAN-Aadhaar लिंक अनिवार्य, नहीं जोड़ा तो बंद हो सकता है PAN
UIDAI के नए नियमों के अनुसार, सभी मौजूदा PAN धारकों को 31 दिसंबर 2025 तक अपना Aadhaar-PAN लिंक कराना अनिवार्य होगा। यदि यह लिंकिंग निर्धारित समय तक नहीं की गई, तो 1 जनवरी 2026 से PAN कार्ड निष्क्रिय (Inoperative) हो जाएगा।
इस बदलाव का सीधा असर बैंकिंग, टैक्स और निवेश सेवाओं पर पड़ेगा। निष्क्रिय PAN होने पर म्यूचुअल फंड, डीमैट खाता, टैक्स सेविंग स्कीम्स और अन्य वित्तीय लेनदेन ठप हो सकते हैं। इसलिए UIDAI ने नागरिकों से जल्द से जल्द Aadhaar-PAN लिंक कराने की अपील की है।
अपडेट फीस और होम एनरोलमेंट चार्ज
UIDAI ने अपनी अपडेट फीस में भी बदलाव किया है।
• नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल या ईमेल अपडेट: 75 रुपए
• बायोमेट्रिक अपडेट (फिंगर, आईरिस या फोटो): 125 रुपए
• बच्चों (5-7 व 15-17 वर्ष) के बायो अपडेट: निःशुल्क
• होम एनरोलमेंट शुल्क: पहले व्यक्ति के लिए 700 रुपए, प्रत्येक अतिरिक्त व्यक्ति के लिए 350 रुपए
इन बदलावों का असर आम नागरिक पर
इन नए नियमों का सीधा प्रभाव हर Aadhaar धारक पर पड़ेगा। अगर आपने समय पर Aadhaar अपडेट नहीं कराया या PAN लिंक नहीं किया, तो बैंकिंग, टैक्स और डिजिटल सेवाओं में परेशानी आ सकती है।
UIDAI ने सुझाव दिया है कि सभी नागरिक अपने Aadhaar विवरण (नाम, पता, मोबाइल नंबर) की जांच करें, PAN लिंक करें और नई फीस प्रक्रिया से पहले ही अवगत हो जाएं।
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Financial Sector Changes : 1 November 2025 से बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र से जुड़े कई अहम नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं। इन बदलावों का सीधा असर आम बैंक ग्राहकों, सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर पड़ेगा।
जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की अनिवार्यता
केंद्र और राज्य सरकार के सभी पेंशनधारियों को 1 से 30 नवंबर 2025 के बीच सुनिश्चित करनी होगी, ताकि पेंशन वितरण में कोई बाधा न आए। वहीं 80 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले पेंशनभोगियों के लिए यह प्रक्रिया 1 अक्टूबर से ही शुरू कर दी गई है
सरकार ने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि जो पेंशनर्स गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल में हैं या शाखा तक नहीं पहुंच सकते, उनके लिए बैंक कर्मी घर या अस्पताल जाकर जीवन प्रमाण पत्र बनाने में सहायता करें।
बैंक खातों और लॉकर के नियमों में बदलाव
1 नवंबर से बैंक ग्राहकों को एक खाते में अधिकतम 4 नॉमिनी जोड़ने की सुविधा मिलेगी। ग्राहक यह भी तय कर सकेंगे कि प्रत्येक नॉमिनी को खाते की राशि में कितना हिस्सा दिया जाए। उदाहरण के तौर पर, 4 नॉमिनियों को 25-25% हिस्सेदारी दी जा सकती है। पहले ग्राहक केवल 1 या 2 नॉमिनी ही चुन सकते थे।
इसके साथ ही, बैंक लॉकर के लिए क्रमिक नामांकन की नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इसमें खाता धारक यह निर्धारित कर सकेगा कि उसके लॉकर का एक्सेस सबसे पहले किस नॉमिनी को मिलेगा, जिससे विवाद और क्लेम प्रक्रिया में होने वाली देरी कम होगी।
पेंशन स्कीम बदलने की अंतिम तारीख बढ़ी
केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) से यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) में स्विच करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। अब सरकारी कर्मचारी 30 नवंबर 2025 तक अपनी पेंशन स्कीम में बदलाव कर सकते हैं।
बदलान के मुख्य बिंदु
- 1–30 नवंबर 2025 जमा होंगे जीवन प्रमाण पत्र।
- 80 वर्ष से ऊपर वालों के लिए प्रक्रिया 1 अक्टूबर से जारी।
- बैंक खाते में अब 4 नॉमिनी तक की अनुमति।
- बैंक लॉकर के लिए क्रमिक नामांकन प्रणाली लागू।
- NPS से UPS में स्विच करने की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2025
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नई दिल्ली। अक्टूबर का महीना खत्म होने को है और अब कुछ ही दिनों में नवंबर माह की शुरुआत होने वाली है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक ने नवंबर माह में बैंक हॉलिडे कैलेंडर जारी कर दिया है। नवंबर में देशभर में 11 दिन बैंक बंद रहेंगे। हालांकि इसमें सप्ताहिक छुट्टी भी शामिल है। ऐसे में अगर आपको भी बैंक से जुड़े काम करवाना चाहते हैं तो पहले बैंक हॉलिडे की लिस्ट चेक कर लें।
इतने दिन बंद रहेंगे बैंक
1 नवंबर 2025 शनिवार सामान्य कार्य दिवस
2 नवंबर 2025 रविवार साप्ताहिक अवकाश
5 नवंबर 2025 बुधवार गुरु नानक जयंती
6 नवंबर 2025 गुरुवार नोंग्क्रेम नृत्य
7 नवंबर 2025 शुक्रवार वंगाला महोत्सव
8 नवंबर 2025 शनिवार द्वितीय शनिवार बैंक अवकाश
9 नवंबर 2025 रविवार साप्ताहिक अवकाश
16 नवंबर 2025 रविवार साप्ताहिक अवकाश
22 नवंबर 2025 शनिवार चतुर्थ शनिवार बैंक अवकाश
23 नवंबर 2025 रविवार साप्ताहिक अवकाश
30 नवंबर 2025 रविवार साप्ताहिक अवकाशबता दें कि, इन छुट्टियों के दौरान एटीएम, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसी डिजिटल सर्विस पहले की तरह चालू रहेंगी। यानी आप ट्रांजेक्शन ऑनलाइन कर सकेंगे।
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IAS Transfer : प्रदेश सरकार ने एक बार फिर प्रशासनिक फेरबदल करते हुए बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। मंगलवार को जारी आदेशों के अनुसार 46 आईएएस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। योगी सरकार की अनुशंसा पर जारी इस आदेश में 10 जिलों के जिलाधिकारी बदल दिए गए हैं, जिनमें रामपुर, सीतापुर, बस्ती और हाथरस शामिल हैं। अजय कुमार द्विवेदी को रामपुर का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है।
बालकृष्ण त्रिपाठी को सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग बनाया गया है, जबकि राजेश प्रकाश को विंध्यांचल मंडल का मंडलायुक्त नियुक्त किया गया है। धनलक्ष्मी के को मत्स्य विभाग का महानिदेशक बनाया गया है। इसके अलावा संजय कुमार को वर्तमान पद के साथ सचिव, उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया ह
सरकार के आदेश के अनुसार अटल कुमार राय को गृह विभाग में सचिव नियुक्त किया गया है। भानु चंद्र गोस्वामी को मेरठ मंडल का मंडलायुक्त बनाया गया है। डॉक्टर हृषिकेश भास्कर यशोदा को सचिव राजस्व विभाग, राहत आयुक्त और चकबंदी आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, डॉक्टर रुपेश कुमार को सहारनपुर मंडल का मंडलायुक्त नियुक्त किया गया है।
अधिकारी का नाम वर्तमान पदस्थापना नवीन पदस्थापना बालकृष्ण त्रिपाठी मंडलायुक्त, विंध्याचल सचिव, सामान्य प्रशासन राजेश प्रकाश महाप्रबंधक, मत्स्य मंडलायुक्त विंध्याचल धनलक्ष्मी काटे सचिव, राज्य मानवाधिकार आयोग महानिदेशक, मत्स्य संजय कुमार महानिदेशक, सार्वजनिक उद्यम सचिव, राज्य मानवाधिकार आयोग (अतिरिक्त प्रभार) डा. रूपेश कुमार प्रबंध निदेशक यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम एवं प्रबंध निदेशक पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन मंडलायुक्त सहारनपुर अटल कुमार राय मंडलायुक्त सहारनपुर सचिव गृह भानु चन्द्र गोस्वामी सचिव राजस्व विभाग, राहत आयुक्त एवं चकबंदी आयुक्त मंडलायुक्त, मेरठ डा. हृषिकेश भास्कर यशोद मंडलायुक्त, मेरठ सचिव, राजस्व विभाग एवं राहत आयुक्त व चकबंदी आयुक्त मयूर माहेश्वरी मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपी राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण, प्रभारी एनआइआइ सेल तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी लीडा प्रबंध निदेशक, यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम एवं प्रबंध निदेशक पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड विजय किरन आनंद सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी इन्वेस्ट यूपी वर्तमान पद के साथ मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपी राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण, प्रभारी एनआइआइ सेल तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी लीडा अतुल वत्स उपाध्यक्ष, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जिलाधिकारी हाथरस अमनदीप डुली जिलाधिकारी ललितपुर अपर आयुक्त, मनरेगा हिमांशु नागपाल मुख्य विकास अधिकारी, वाराणसी नगर आयुक्त, वाराणसी प्रखर कुमार सिंह मुख्य विकास अधिकारी, अलीगढ़ एवं संभागीय खाद्य नियंत्रक, अलीगढ़ मुख्य विकास अधिकारी, वाराणसी योगेन्द्र कुमार उपनिदेशक, मंडी परिषद मुख्य विकास अधिकारी, अलीगढ़ एवं संभागीय खाद्य नियंत्रक, अलीगढ़ अभिषेक आनंद जिलाधिकारी, सीतापुर विशेष सचिव, आबकारी राजागणपति आर जिलाधिकारी, सिद्धार्थनगर जिलाधिकारी, सीतापुर कृत्तिका ज्योत्सना विशेष सचिव, राज्य कर विभाग जिलाधिकारी, बस्ती रवीश गुप्ता जिलाधिकारी, बस्ती प्रबंध निदेशक, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम, मेरठ ईशा दुहन प्रबंध निदेशक, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम, मेरठ प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ लिमिटेड कुमार विनीत प्रबंध निदेशक, यूपी कोआपरेटिव चीनी मिल्स संघ लिमिटेड विशेष सचिव, युवा कल्याण एवं खेल शिवशरणप्पा जीएन जिलाधिकारी, चित्रकूट जिलाधिकारी, सिद्धार्थनगर पुलकित गर्ग उपाध्यक्ष, वाराणसी विकास प्राधिकरण जिलाधिकारी, चित्रकूट पूर्ण वोहरा मुख्य विकास अधिकारी, बिजनौर उपाध्यक्ष, वाराणसी विकास प्राधिकरण रणविजय सिंह अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) गाज़ियाबाद मुख्य विकास अधिकारी, बिजनौर अक्षत वर्मा नगर आयुक्त, वाराणसी विशेष सचिव, नियोजन ऋषि राज नगर आयुक्त, फिरोजाबाद एवं उपाध्यक्ष, फिरोजाबाद-शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष, प्रयागराज विकास प्राधिकरण गुंजन द्विवेदी मुख्य विकास अधिकारी, कुशीनगर नगर आयुक्त, फिरोजाबाद एवं उपाध्यक्ष, फिरोजाबाद-शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण वंदिता श्रीवास्तव अपर जिलाधिकारी (वि/रा) वाराणसी मुख्य विकास अधिकारी, कुशीनगर मधुसूदन हुल्गी जिलाधिकारी, कौशांबी विशेष सचिव मुख्यमंत्री अमित पाल उपाध्यक्ष, प्रयागराज विकास प्राधिकरण जिलाधिकारी कौशांबी नन्द किशोर कलाल मुख्य विकास अधिकारी रामपुर उपाध्यक्ष गाजियाबाद विकास प्राधिकरण महेन्द्र कुमार सिंह अपर जिलाधिकारी (वि/रा), अयोध्या मुख्य विकास अधिकारी, रामपुर पवन अग्रवाल जिलाधिकारी, बलरामपुर विशेष सचिव, गृह विपिन कुमार जैन विशेष सचिव, मुख्यमंत्री जिलाधिकारी, बलरामपुर आकांक्षा राणा विशेष कार्याधिकारी, कुंभ मेला प्रशासन, प्रयागराज नगर आयुक्त, नगर निगम, झांसी सत्य प्रकाश नगर आयुक्त, नगर निगम झांसी जिलाधिकारी, ललितपुर देवेन्द्र कुमार सिंह कुशवाहा विशेष सचिव, आबकारी विशेष सचिव, रेशम अश्विनी कुमार पांडेय उपाध्यक्ष, अयोध्या विकास प्राधिकरण जिलाधिकारी, श्रावस्ती अजय कुमार द्विवेदी जिलाधिकारी, श्रावस्ती जिलाधिकारी, रामपुर जोगिंदर सिंह जिलाधिकारी, रामपुर विशेष सचिव, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति अनुराज जैन मुख्य विकास अधिकारी, महराजगंज उपाध्यक्ष, अयोध्या विकास प्राधिकरण गुलाब चन्द्र अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), मुरादाबाद मुख्य विकास अधिकारी, महराजगंज सूरज पटेल मुख्य विकास अधिकारी, अमेठी मुख्य कार्यपालक अधिकारी, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद सचिन कुमार सिंह संयुक्त निदेशक, मंडी परिषद मुख्य विकास अधिकारी, अमेठी 



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Asaram Bapub : यौन उत्पीड़न मामले में दोषी ठहराए गए आसाराम बापू को छह महीने के लिए जेल से राहत मिल गई है। आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट ने जमानती दे दी है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा की अगुवाई वाली डिवीजन बेंच ने यह फैसला सुनाया। वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त कामत और अधिवक्ता यशपाल सिंह राजपुरोहित ने अदालत में आसाराम की ओर से पक्ष रखा।
सुनवाई के दौरान अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद यह माना कि आसाराम को इलाज के लिए जेल से बाहर रहना जरूरी है। अदालत ने बताया कि उनकी बीमारी और उम्रदराज स्थिति को देखते हुए चिकित्सा उपचार के लिए यह राहत दी जा रही है।
करीब 12 वर्षों से जेल में बंद आसाराम को बिना कस्टडी के छह महीने की जमानत दी गई है, जिससे उनके इलाज में सहूलियत हो सकेगी। अदालत ने स्पष्ट किया कि यह जमानत केवल उपचार की अवधि तक सीमित रहेगी। बता दे कि आसाराम यौन उत्पीड़न के मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे है।
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Kartik Purnima 2025: हिंदू धर्म में जिस तरह तीज-त्योहारों का विशेष महत्व होता है। ठीक उसी प्रकार कार्तिक माह में पड़ने वाली पूर्णिमा का विशेष महत्व है। मान्यता है की इस दिन स्नान, दान करने से व्यक्ति के सारे पाप मिट जाते हैं और पुण्य फल की प्राप्ति होती है। तो चलिए जानते हैं इस बार कार्तिक पूर्णिमा कब मनाई जाएगी।
कार्तिक पूर्णिमा की तिथि
पंचाग के अनुसार, इस बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 4 नवंबर को रात में 10 बजकर 36 मिनट से प्रारंभ हो रही है। जिसका समापन अगले दिन 5 नवंबर को शाम 6 बजकर 48 मिनट पर होगा। ऐसे में 5 नवंबर को ही कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी।कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ भगवान शिव की भी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। क्योंकि इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था, जिसने तीनों लोकों में भारी उत्पात मचाया हुआ था। इसके बाद देवताओं ने काशी आकर घाटों पर दीपावली मनाई। मान्यता है कि इस दिन देवता पृथ्वी पर आकर दिवाली मनाते हैं. ऐसे में इस दिन न सिर्फ गंगा और अन्य पवित्र जल तीर्थ पर जाकर स्नान, ध्यान और धन दान का बल्कि शाम के समय दीपदान का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है।स्नान का शुभ मुहूर्त
इस साल कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का मुहूर्त 5 नवंबर की सुबह 04:52 बजे से सुबह 5:44 बजे तक रहेगा। -
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए मंगलवार 28 अक्टूबर को एक बड़ी खबर आई है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 8वें वेतन आयोग के कार्यक्षेत्र को मंजूरी दे दी है। यह कमीशन केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन, लाभों और कार्य स्थितियों की समीक्षा करेगा।
8th Pay Commission: हालांकि, इसे पूरी तरह से लागू होने में 2028 तक का समय लग सकता है। सबसे अहम सवाल है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने से केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में कितनी बढ़ोतरी होगी, तो ये रहा कैलकुलेशन…
8th Pay Commission: क्या होगा फिटमेंट फैक्टर
8वें वेतन आयोग के लागू होने पर बेसिक सैलरी में वृद्धि फिटमेंट फैक्टर और डीए के मर्जर पर निर्भर करती है। सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, ऐसे में 8वें में यह 2.46 हो सकता है।
हर वेतन आयोग में, DA शून्य से शुरू होता है। क्योंकि नई बेसिक सैलरी में पहले से ही महंगाई को ध्यान में रखते हुए बढ़ोतरी की जाती है। इसके बाद, DA धीरे-धीरे फिर से बढ़ता है। वर्तमान में DA मूल वेतन का 55% है। DA के हटने से कुल वेतन (बेसिक + DA + HRA) में वृद्धि थोड़ी कम लग सकती है, क्योंकि 55% DA वाला हिस्सा हटा दिया जाएगा।
कैलकुलेशन से इसे ऐसे समझिए
मान लीजिए कि आप लेवल 5 पर हैं और 7वें वेतन आयोग के अनुसार आपका वर्तमान वेतन है:
मूल वेतन: ₹29,200
महंगाई भत्ता (55%): ₹16060
महंगाई भत्ता (मेट्रो, 27%): ₹7884
कुल वेतन: ₹53144अगर 8वें वेतन आयोग में 2.46 का फिटमेंट फैक्टर लागू किया जाता है, तो लेवल-5 के कर्मचारियों का नया वेतन होगा
नया मूल वेतन: ₹29,200×2.46= 71832
महंगाई भत्ता : 0% (Reset)
महंगाई भत्ता (मेट्रो, 27%): ₹19394
कुल वेतन: ₹91226 -
BIG NEWS : उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करने के मकसद से मंगलवार को 46 आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया. कई प्रमुख पदों पर बदलाव किया गया है. इनमें मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी जैसे पद शामिल हैं. राजेश कुमार को मिर्जापुर का कमिश्नर बनाया गया है. जबकि प्रखर सिंह को बनारस का सीडीओ बनाया गया है.





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जयपुर। जयपुर से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आ रही है, यहां मनोहरपुर थाना इलाके के टोडी गांव में मजदूरों से भरी एक बस करंट की चपेट में आ गई। हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, करीब एक दर्जन मजदूर झुलस गए।
जानकारी के मुताबिक मजदूरों से भरी बस यूपी से मनोहरपुर के टोडी स्थित ईंट भट्टे पर आई थी। रास्ते में बस ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की लाइन के संपर्क में आ गई, जिससे बस में करंट से आग लग गई। घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई।
घटना की सुचना मिलते ही मनोहरपुर थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को शाहपुरा उपजिला अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पा लिया है। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के भेजवाकर जांच शुरू कर दी है।
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नई दिल्ली। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 1 नवंबर 2025 से दिल्ली में BS-VI, CNG, LNG और इलेक्ट्रिक के अलावा सभी पुराने वाणिज्यिक माल वाहनों (LGV, MGV, HGV) के प्रवेश पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, दिल्ली में पंजीकृत वाहन इस प्रतिबंध से बाहर रहेंगे। इसके अतिरिक्त, सभी BS-IV वाणिज्यिक माल वाहनों को 31 अक्टूबर 2026 तक सीमित अवधि के लिए दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी गई है।
नोटिस में यह जानकारी दी गई. बीएस-6 अनुपालक वाहन सख्त उत्सर्जन मानकों को पूरा करते हैं, जिससे प्रदूषण में कमी आने की उम्मीद है। परिवहन विभाग द्वारा जारी एक सार्वजनिक नोटिस में कहा गया है कि बीएस-4 वाणिज्यिक माल वाहनों को एक संक्रमणकालीन उपाय के रूप में केवल सीमित अवधि के लिए, 31 अक्टूबर, 2026 तक, दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
हालांकि सार्वजनिक नोटिस में स्पष्ट किया गया कि दिल्ली में पंजीकृत वाणिज्यिक मालवाहक वाहनों, बीएस-6 अनुकूल डीजल वाहनों, 31 अक्टूबर, 2026 तक बीएस-4 अनुपालक डीजल वाहनों या सीएनजी, एलएनजी या इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
नोटिस में कहा गया है कि वाणिज्यिक मालवाहक वाहनों पर क्रमिक प्रतिक्रिया कार्ययोजना (जीआरएपी) के विभिन्न चरणों के तहत प्रतिबंध उस अवधि के दौरान लागू रहेंगे, जब तक कि कोई विशेष चरण लागू रहेगा।
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Cyclone Montha : दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात ‘मोंथा’ अब तेजी से ताकतवर होता जा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह चक्रवात 28 अक्टूबर को मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच, काकीनाडा के पास तट से टकरा सकता है। यह तूफान ‘सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म’ के रूप में पहुंचने की संभावना जताई गई है।
26 अक्टूबर को एक डीप डिप्रेशन के रूप में शुरू हुए इस सिस्टम ने कुछ ही घंटों में रफ्तार पकड़ ली। इससे आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में तेज हवाएं, भारी बारिश और तटीय इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
संभावित खतरे को देखते हुए आंध्र प्रदेश सरकार ने रायलसीमा, काकीनाडा, विशाखापट्टनम और आसपास के जिलों में 27 से 31 अक्टूबर तक स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। वहीं, ओडिशा में 28 और 29 अक्टूबर को सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।
तमिलनाडु में भी चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए चेन्नई और तटीय क्षेत्रों के कुछ स्कूलों और कॉलेजों में अस्थायी छुट्टियां दी गई हैं। प्रशासन ने निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और राहत दलों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश जारी किए हैं।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मोंथा का असर 30 अक्टूबर तक बना रह सकता है और इसके कारण कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित होने और पेड़ों के गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
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नई दिल्ली। बिहार विधानसभा होने को है लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में SIR यानी मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण के दूसरे चरण का ऐलान किया है। जिसे करीब 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू किया जाएगा। इनमें से कई ऐसे क्षेत्र भी है जहां 2026 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
बता दें कि, इसे “स्पेशल इंटेंसिव रिविजन” (SIR) कहा जा रहा है. इस अभियान का उद्देश्य देशभर में मतदाता सूचियों को पूरी तरह से दुरुस्त करना है ताकि किसी भी तरह की त्रुटि या दोहराव को हटाया जा सके। यह प्रक्रिया हाल ही में बिहार में पूरी हुई थी, जहां अगले महीने विधानसभा चुनाव होने को है।
SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) का दूसरा चरण 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में किया जाएगा। इन 12 राज्यों में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पुडुचेरी, मध्य प्रदेश, लक्षद्वीप, केरल, गुजरात, गोवा, छत्तीसगढ़ और अंडमान एवं निकोबार शामिल हैं.
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि आज़ादी के बाद यह SIR अभ्यास देश में नौवीं बार किया जा रहा है। पिछली बार यह 2002 से 2004 के बीच हुआ था। उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक दल लगातार मतदाता सूचियों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते रहे हैं, इसलिए इस बार आयोग ने विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है।
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Kohinoor Diamond: ब्रिटेन की संस्कृति, मीडिया और खेल मंत्री लिसा नंदी ने कहा है कि कोहिनूर को भारत के साथ साझा किया जा सकता है। उनका देश भारत के साथ सांस्कृतिक धरोहरों की साझी पहुंच पर गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्होंने यह बयान कोहिनूर को लौटने संबंधी भारत की मांग के बारे में किए गए एक सवाल के जबाव में किया। नंदी ने बताया कि इस विषय पर दोनों देशों के बीच लंबे समय से संवाद जारी है। इसका उद्देश्य ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों तक दोनों देशों के लोगों की पहुंच को आसान बनाना है। लिसा नंदी इन दिनों भारत यात्रा पर आई हुई हैं।
भारत और ब्रिटेन के संबंधो पर चर्चा
इस दौरान उन्होंने भारत और ब्रिटेन के गहरे संबंधों पर चर्चा करते हुए कहा कि फिल्म, संगीत, फैशन और गेमिंग जैसे क्षेत्रों में दोनों देश वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली काम कर रहे हैं। इन क्षेत्रों को दोनों देश मिलकर नए आयाम दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रदर्शनी, संग्रहों की यात्रा और सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रमों के माध्यम से दोनों देशों के लोगों को सांस्कृतिक धरोहरों का लाभ पहुंचाया जाएगा।
सांस्कृतिक सहयोग पर हस्ताक्षर
नंदी ने नई दिल्ली में पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ एक नए सांस्कृतिक सहयोग एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य कला और विरासत के माध्यम से भारत और ब्रिटेन के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और दोनों देशों के सांस्कृतिक संस्थानों व रचनात्मक व्यवसायों के बीच दीर्घकालिक सहयोग को प्रोत्साहित करना है।
क्या है कोहिनूर का किस्सा
कोहिनूर हीरा करीब 800 साल पहले आंध्रप्रदेश की गोलकुंडा की खदान से निकाला गया था। यह उस समय दुनिया का सबसे बड़ा हीरा था और इसका वजन 186 कैरेट था। इसके बाद से इस हीरे को कई बार तराशा गया और इसका मूल रूप 105.6 कैरेट का है। भारत में शासन के दौरान अंग्रेज इसे ब्रिटेन ले गए। यह ब्रिटिश राजपरिवार की शाही गहनों का हिस्सा बना और 1937 में महारानी एलिजाबेथ ने इसे मुकुट में धारण किया। भारत इसे अपनी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा मानता है और इसे लौटाने की मांग करता रहा है। (एजेंसी)
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न्यूयॉर्क : स्पेसएक्स के फांडडर और दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क ने कहा कि भारत के ऊपर ‘स्टारलिंक के ‘सैटेलाइट बीम’ बंद कर दिए हैं। उनका यह बयान उन दावों पर आया हैं कि जिसमें कहा गया कि उनकी कंपनी के उपकरण का इस्तेमाल हिंसाग्रस्त मणिपुर में हो रहा है। सुरक्षा बलों ने हाल ही में इंफाल पूर्वी जिले में छापेमारी के दौरान हथियारों और गोला-बारूद के साथ कुछ इंटरनेट उपकरण जब्त किए थे। भारतीय सेना के स्पियर कोर ने एक्स’ पर जब्त की गई चीजों की तस्वीरें साझा की थीं जिसके बाद एक उपयोगकर्ताओं ने इस पर ध्यान दिया कि उसमें से एक उपकरण पर ‘स्टारलिंक का लोगो’ था।इस ओर ध्यान आकर्षित कर एक उपयोगकर्ता ने पोस्ट कर कहा, ‘‘स्टारलिंक का इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है। आशा है कि मस्क इस पर ध्यान दे और इस तकनीक के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने में मदद करे। मस्क ने जवाब दिया, ‘‘यह गलत है। भारत के ऊपर स्टारलिंक के सैटेलाइट बीम बंद कर दिए गए हैं।’’राज्य पुलिस के अनुसार, केराओ खुनौ से जब्त की गई सामग्री में ‘‘एक इंटरनेट सैटेलाइट एंटीना, एक इंटरनेट सैटेलाइट राउटर और 20 मीटर (करीब) एफटीपी तार’’ शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्टारलिंक जैसे उपकरण की बरामदगी के बाद एजेंसियों ने इसकी जांच शुरू कर दी कि यह उपकरण हिंसाग्रस्त राज्य में कैसे पहुंचा। सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने वाली मस्क की कंपनी स्टारलिंक के पास भारत में काम करने का लाइसेंस नहीं है। (एजेंसी)
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बीजिंग : चीन के दौरे पर गए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने बीजिंग में बुधवार को चीनी विदेशमंत्री वांग यी से मुलाकात की। दोनों के बीच बैठक के दौरान वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति और स्थिरता बनाए रखने और ठप द्विपक्षीय संबंधों को बहाल करने सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों के बीच बैठक भारतीय समय के मुताबिक सुबह 8 बजे शुरू हुई। बैठक के बाद चीन ने कहा कि वह भारत के साथ हुए समझौतों को लागू करेगा।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन ईमानदारी से मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार है। दरअसल डोभाल 17 दिसंबर को भारत और चीन के बीच विशेष प्रतिनिधि स्तर की 23वीं बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। डोभाल के साथ भारतीय प्रतिनिधि मंडल भी मौजूद था। भारत-चीन के बीच इस साल अक्टूबर में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सहमति बनी थी। इसके लिए दोनों देशों ने अजित डोभाल और वांग यी को स्पेशल प्रतिनिधि बनाया था। (एजेंसी)
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SYRIA ISREAL- UNDOF के तहत 2006 से भारतीय सेना उस इलाके में तैनात है. भारतीय सेना की एक लाजेस्टिक बटालियन UNDOF की लाजेस्टिक आपरेशन में मदद कर रही है.SYRIA UPDATE : संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया और इजरायल के बीच 1974 ब्लू लाईन और रेड लाइन खींचकर बफर जोन बनाया और सीरिया और इज़राइल की सीमा पर सीजफायर एग्रीमेंट लागू कर दिया. सीरिया में असद सरकार के गिरने के बाद सीरिया की सेना अपने इलाके पोस्ट को खाली कर के निकल गई. इसी दौरान इजरायली सेना ने 50 साल से बने बफर जोन को में अपनी सेना भेज दी. और इलाके पर कब्जा कर लियाा. और एसे 50 साल पुराना सीजफायर एग्रिमेंट को एकतरफा खत्म कर बफर ज़ोन की ही खत्म कर. यानी एक तरह से यूएन रेजुलेयूशन काउल्लंघन माना जाएगा. सीरिया के उन पोस्ट पर कब्जा कर लिया जहां सीरिया की सेना तैनात थी. इस वक्त भारतीय सेना भी उस इलाके में तैनात है . सेना के सूत्रों के मुताबिक फिलहाल भारतीय सेना के कुल 145 आर्मी पर्सनल जिसमें 10 अफसर , 11 जेसीओ और 124 जवान तैनात है. सूत्रों के मुताबिक अभी वहाँ पर यूएन ने अलर्ट का लेवल कोड ब्लैक जारी किया है यानी की सबसे हाई लेवल का अलर्ट. सेना के सूत्रों के मुताबिक़ यूएन का कंटिंनजेंसी प्लान तैयार है. और अभी यूएन वेट एंड वॉच की स्थिति में है. भारतीय सेना की तैनात उस बफर ज़ोन को यूएन मैंडेट के तहत सिक्योर करने की ज़िम्मेदारी है. यूएन के फ़ैसले के बाद ही वहाँ से मिशन का अगला रुख़ तय होगा.
80 किलोमीटर लंबे और 200 मीटर चौड़े बफर ज़ोन में कोड ब्लैक1974 में इज़राइल और सीरिया के बीच सीजफायर के बाद 80 किलोमीटर लंबे और 200 मीटर चौड़े इलाके में यूएन ने अपनी शांति सेना को तैनात किया. UNDOF की तरफ से जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक कुल 13 देशों को 1220 आर्मी पर्सनल तैनात हैं. जिसमें 57 स्टाफ ऑफिसर, 47 सिविलियन इंटरनेशनल स्टाफ और 1116 TCC बटालियन पर्सनल इस वक्त तैनात हैं. UNDOF यानी की यूनाइटेड नेशन डिसएंगेजमट ऑब्ज़र्वर फोर्स के तहत तैनाती है. UN शांति सेना को जो काम सौंपा गया था, वो कि दोनों देशों के बीच सीजफायर को बरकरार रखना , इज़राइली और सीरिया के सेना के बीच डिसएंगेजमट को सुपरवाइज करना और उस पूरे इलाके पर नजर रखना जो कि यूएन 1974 सीजफायर एग्रीमेंट में तय हुई थी. भारतीय सेना साल 2006 से वहा पर तैनात है.
लेकिन अब ग्राउंड के हालात अलग है. अब जब सीजफायर खत्म कर दिया इजरायल ने और बफर ज़ोन में अपने टैंक के साथ आ घुसा हैं तो सारे प्रोसिजर को फिर से खंगाला जा रहा है. चौंकाने वाली बात तो ये है कि इज़राइल ने पिछले महीने ही बफर ज़ोन के पास निर्माण का कुछ काम किया था जो की एग्रीमेंट का उल्लंघन था. खुद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इज़रायल सीरिया बॉर्डर का दौरा किया था. इज़राइली को शायद पता था कि सीरिया में ग़दर मचने वाला है और ऐसी सूरत में बड़ी संख्या में आतंकियों को लेबनान या फिर विद्रोहियों का हमला हो सकता है. लेहाजा सीरिया से कब्जाई जमीन गोलन हाइट्स को बचाने के लिए पहले से ही अपनी तैयारी पूरी कर ली. हालाकि अभी तक इजरीयली एक्शन पर कोई बयान जारी नही किया है. और जब तक यूएन नहीं कहेगा भारतीय सेना की तैनाती जारी रहेगी. (एजेंसी)


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