360 शालाओं का युक्तियुक्तरण कर 344 अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना, बेमेतरा जिले के विद्यालयों को संजीवनी
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
शिक्षक विहीन और एकल शिक्षक शालाओं में अब पढ़ाई के लिए और बेहतर ,उपयुक्त माहौल तैयार
बेमेतरा : राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत बेमेतरा जिले में शिक्षकों के युक्तियुक्तरण की प्रक्रिया ने जिले की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा दी है। जिले के सभी शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षक विद्यालयों में अब शिक्षक उपलब्ध हैं, जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर मिला है। बेमेतरा जिले की कुल 1299 शालाओं में से 360 शालाओं का युक्तियुक्तरण कर 344 अतिशेष शिक्षकों की पदस्थापना की गई। इस प्रक्रिया के तहत:प्राथमिक शालाओं में 248 अतिशेष शिक्षकों को नई जगह भेजा गया।माध्यमिक शालाओं के 56 और हाई/हायर सेकेंडरी के 37 व्याख्याताओं की नियुक्ति की गई।
विकासखंड बेरला के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भिलौरी और बेमेतरा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चन्दनू को अब रसायन विज्ञान विषय के व्याख्याता मिल गए हैं। वाणिज्य विषय के शिक्षक अब बेरला, मोहभट्ठा, गोड़नगिरी और परपोड़ा स्कूलों में भी उपलब्ध हैं।विकासखंड बेमेतरा के छिरहा, खंडसरा, दाढ़ी और सेमरिया स्कूलों में भी वाणिज्य विषय के व्याख्याता पदस्थ हुए हैं। वही नवागढ़ विकासखंड के एक स्कूल को भी वाणिज्य विषय का व्याख्याता मिल गया। छत्तीसगढ़ सरकार की इस पहल ने केवल वर्तमान शिक्षण व्यवस्था को ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को भी संवारने का काम किया है। शिक्षक विहीन और एकल शिक्षक शालाओं में अब पढ़ाई के लिए और बेहतर ,उपयुक्त माहौल तैयार हुआ है। विद्यार्थियों और अभिभावकों में भी खुशी की लहर है। बच्चे अब विषय विशेषज्ञों से और बेहतर पढ़ाई कर सकेंगे । परिणामस्वरूप परीक्षा परिणाम बेहतर होने की उम्मीद है और शिक्षा की गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी। यह कदम न केवल विद्यालयों को नई ऊर्जा देगा, बल्कि शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाने के सरकार के संकल्प को भी मजबूती प्रदान करेगा।
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