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दुर्ग 06 जून 2020/दुर्ग जिला अंतर्गत ग्राम विनायकपुर, पटवारी हल्का नंबर 35, राजस्व निरीक्षक मंडल अण्डा, तहसील दुर्ग, वार्ड नं. 31 खुर्सीपार दुर्गा मंदिर भिलाई, सेक्टर 3 प.ह.नं. 22 अ रा. नि. म. रिसाली तहसील दुर्ग, ग्राम कोहका वैशाली नगर सांस्कृतिक भवन वार्ड नंबर 10 भिलाई, फरीद नगर निजाम चैक भिलाई में एक-एक नया कोरोना पाॅजिटिव केस पाये जाने के परिपे्रक्ष्य में परिशिष्ट-1 में दर्शाये अनुसार क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कन्टेनमेंट जोन में उक्त चिन्हांकित क्षेत्र अंन्तर्गत सभी दुकाने एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जो अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्ही भी कारणों से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जाएगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जाॅच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।
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-श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस परिसर में बनाया गया है विशेषीकृत कोविड अस्पताल, अभी 45 मरीज उपचाररत
स्स्थ्य विभाग श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के सहयोग से संचालित कर रहा है अस्पतालदुर्ग। 6 जून 2020 दुर्ग/ श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस परिसर स्थित दुर्ग के विशेषीकृत कोविड अस्पताल में 115 मरीजों के इलाज की सुविधा है। इस सर्वसुविधायुक्त अस्पताल में अभी 45 मरीजों का इलाज चल रहा है। राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के सहयोग से संचालित इस अस्पताल में अभी दुर्ग जिले के आठ, बेमेतरा जिले के पांच, महासमुंद जिले के 12, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 13 और जांजगीर-चांपा जिले के सात मरीज कोविड-19 के उपचार के लिए भर्ती हैं।इस डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के आईसीयू में 15 और एचडीयू (High-Dependency Unit) में 35 बिस्तर हैं। 65 सामान्य बिस्तरों पर भी कोविड-19 की इलाज की सुविधा है। यहां भर्ती पुरूष एवं महिला मरीजों को अलग-अलग वार्डों में रखा गया है। आइसोलेटेड 16 बिस्तरों वाले सभी वार्डों में चार-चार स्नानगृह और चार-चार शौचालय हैं। दस बिस्तरों वाले वार्डों में भी चार-चार स्नानगृह और चार-चार शौचालय हैं।अस्पताल प्रबंधन द्वारा पौष्टिकता एवं गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए डॉक्टरों, मेडिकल स्टॉफ और मरीजों के लिए एक ही जगह पर भोजन तैयार करवाया जा रहा है। यहां मरीजों को सुबह चाय-नाश्ता, दोपहर और रात के भोजन के साथ ही शाम को चाय-बिस्किट प्रदान किया जा रहा है। मरीजों की शारीरिक और मानसिक तंदुरूस्ती के लिए डॉक्टरों द्वारा रोज योगाभ्यास भी कराया जा रहा है। मरीजों के मनोरंजन के लिए सभी वार्डों में सेट-टॉप बॉक्स और टेलीविजन की व्यवस्था है। यहां स्थापित पब्लिक एड्रेस सिस्टम से मरीज अपनी किसी जरूरत या परेशानी के बारे में कमांड-रूम में बैठे डॉक्टरों को तत्काल सूचित कर सकते हैं। -
प्रवेश करने पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज
प्रवासी व्यक्तियों के संपर्क में आने के कारण सभी को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया गयामहासमुंद 01 जून 2020/ कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिले में शासन के निर्देशों के तारतम्य में अनेक कदम उठाए गए हैं। प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारंेटाईन सेंटर बनाए गए है। इसी कड़ी में महासमुंद के सरायपाली ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम कलेण्डा ब्लाक सरायपाली में शासकीय उच्चतर माध्यमिक. विद्यालय कलेण्डा को शासकीय क्वारटाईन सेंटर बनाया गया है। इस क्वारंटाइन सेंटर में वर्तमान में 29 प्रवासी मजदूर रखे गये है। क्वारंटाइन में रखे गये प्रवासी मजदूर त्रिपुर (तमिलनाडू), पुणे (महाराष्ट्र) उत्तर प्रदेश एवं उडिसा के विभिन्न जिले से आये है जो की अंत्यंत संवेदनशील है।सरायपाली अनुविभागीय अधिकारी श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि 05 जून 2020 को शाम 04ः30 बजे ग्राम कोटवार कलेण्डा एवं अन्य ग्रामवासी ग्राम पंचायत कलेण्डा द्वारा प्रशासन एवं पुलिस को सूचना दिया कि ग्राम कलेण्डा के शासकीय क्वारंटाइन सेंटर में 12 लोगों ने अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया है, यह सूचना मिलने के उपरांत थाना प्रभारी सिंघोडा तत्काल बल के साथ ग्राम कलेण्डा पहुंचे। थाना सिंघोंडा के बल मौके पर जब पहुंचे, तो सभी 12 व्यक्ति क्वारंटाइन सेंटर के अंदर मौजूद थें, एवं पुलिस बल के द्वारा सभी को आईसोलेट किया गया। अनुविभागीय दण्डाधिकारी सरायपाली एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस के द्वारा मौके पर जाकर मामले की जांच की गई। इस जांच में पाया गया कि सभी 12 व्यक्तियों के द्वारा शासकीय क्वारंटाइन सेंटर में अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया गया है। जिन व्यक्तियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया गया उनमें श्री विमल चोपड़ा, श्री रामलाल चैहान, श्रीमती रूपकुमारी चैधरी, श्री त्रिलोचन पटेल, श्री धनेश नायक, श्री राजेन्द्र उपवेजा, श्री कामता पटेल, श्री ऐतराम साहू, श्री विक्की गुरूदत्ता, श्री मोहन कन्नौजे, संजय डउसेना और आनंद बरिहा के नाम शामिल हैं। इन सभी व्यक्तियों का लिखित बयान लिया गया जिसमें उन्होने यह स्वीकार किया गया है कि उनके द्वारा भूलवश क्वारंटाइन सेंटर में प्रवेश किया गया है।अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि शासकीय क्वारंटाइन सेंटर अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने वाले 12 व्यक्तियों को क्वारंटाइन सेंटर के अंदर पृथक किया गया एवं स्वास्थ्य विभाग को सूचना दिया गया। इसके पश्चात् स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौके पर पहुंच कर सभी व्यक्तियों का रेपिड टेस्ट किट से जांच किया गया तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सभी व्यक्तियों को क्वारंटाइन में रह रहे प्रवासी व्यक्तियों के संपर्क में आने के कारण 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया गया। इस मामले में पुलिस विभाग के द्वारा सभी व्यक्तियों के विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 ,34 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किया गया है।गौरतालब है की कुछ दिन पूर्व मे ग्राम तोषगांव के क्वारंटाइन सेंटर में त्रिपुर (तमिलनाडू), से वापस आया एक प्रवासी मजदूर 31 मई 2020 को केारोना पाजीटिव पाया गया था। ग्राम भूकेल के शासकीय क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरेां मे से 01 प्रवासी मजदूर का 31 मई 2020 को रिपेार्ट कोरोना पाजीटिव का पाया गया था तथा क्वारंटाइन सेंटर में रिपोर्ट आने से पूर्व अनाधिकृत रूप से मजदूर के माता-पिता मिलने गये थें। रिपोर्ट आने के पश्चात माता-पिता का कोरोना टेस्ट किया गया तो माता का रिपोर्ट 03 जून 2020 को कोरेाना पाजीटिव आया। क्वारंटाइन सेंटर में अनाधिकृत प्रवेश से कोरोना वायरस के समाजध्क्षेत्र में कम्यूनिटी ट्रान्समिशन एवं संक्रमण फैलने का संभावना बढ जाती है। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को ध्यान में रखते हुए शासन के निर्देशों के तहत क्वारंटाइन सेण्टर से क्वारंटाइन अवधी में बाहर जाना एवं किसी भी बाहरी व्यक्ति का अनधिकृत प्रवेश वर्जित है।(फोटो संलग्न) -
करिया 06 जून 2020/ कलेक्टर श्री एस.एन.राठौर आज अपने भ्रमण के दौराान सोनहत विकासखण्ड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, उद्यानिकी, वन विभाग, मत्स्य विभाग सहित कई विभागों द्वारा की जा रही कार्यों का अवलोकन किया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देषित किया। उन्होंने ग्राम पंचायत कटगोड़ी में पंचायत विभाग द्वारा कराये जा रहे पुराइन तालाब के गहरीकरण कार्य का अवलोकन किया। उन्हेांने संबंधित अधिकारी से मजदूरों के मजदूरी भुगतान, मस्टर रोल आदि की जानकारी ली। मजदूरों से चर्चा कर उनकी समस्याएं जानी। काम करते हुए सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करने कहा तथा तालाब के पार में चारों तरफ वृक्षारोपण के निर्देष दिये। तत्पष्चात उन्होंने पुसला एवं घुघरा में बनाये गये गौठानों का भी निरीक्षण किया। वहां उन्होंने स्व सहायता समूह द्वारा किये जा रहे षेड निर्माण कार्य तथा तालाब गहरीकरण के कार्यों को देखा। वहां उन्होंने गौठान में बनाये गये फंेसिंग के चारों तरफ आधा मीटर तक अंदर की ओर नेपियर घास लगाने के निर्देष दिये तथा खाली पडी जगहों में मौसमी सब्जी, अदरक, हल्दी आदि के पौधे लगाकर अतिरिक्त आय अर्जित होने पर चर्चा की। मौके पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर आर्थिक सषक्तता के पहलुओं पर विचार विमर्ष किया। इस अवसर पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
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- उद्योग जगत के लोगों ने कहा यह बहुत अच्छा प्यासे को कुँए की तलाश और कुँए को प्यासे की तलाश, दोनों की जरूरत पूरी होगी
- लोगों को रोजगार की जरूरत, उद्योगों को हुनरमंदों की जरूरत, डाटा बेस से पूरी होगी कमी- तकनीकी ट्रेड में हुनर सीखने के इच्छुक ग्यारहवीं के छात्रों के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग की मिलेगी सुविधा, आईटीआई करेंगे वोकेशनल क्लास में प्रशिक्षित, छात्रों को मिलेगा सर्टिफिकेट भी- वोकेशनल ट्रेनिंग में ऐसे कोर्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा जो जिले के उद्योगों की जरूरत के मुताबिक होदुर्ग 06 जून 2020/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अर्थव्यवस्था के बेहतर संचालन के लिए उद्योगों को आवश्यक श्रमिक उपलब्ध कराने तथा बाहर से लौटे श्रमिकों को रोजगार दिलाने विशेष पहल करने के निर्देश दिए हैं। इसके अंतर्गत जिला प्रशासन ने प्रवासी श्रमिकों का डाटाबेस तैयार किया है। इसमें सभी श्रमिकों के हुनर का ब्योरा है। लाकडाउन के चलते बाहर से कुशल श्रमिक लौटे हैं और यहां के कुशल श्रमिक बाहर भी चले गए हैं। इस डाटा बेस के माध्यम से नियोक्ताओं को कुशल लोग और बेरोजगार हुनरमंद लोगों को अपनी कुशलता का काम मिल पाएगा। इस उद्देश्य के लिए कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने उद्योग जगत के पदाधिकारियों एवं उद्योगपतियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने बताया कि उद्योगों के लिए हुनरमंद लोगों को तैयार करने ग्यारहवीं में वोकेशनल ट्रेनिंग की व्यवस्था भी की जाएगी। इस वोकेशनल ट्रेनिंग में ऐसे कोर्स शामिल किए जाएंगे जो यहां के उद्योगों की जरूरत के मुताबिक हों। बैठक में अपर कलेक्टर श्री प्रकाश सर्वे, जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल, जीएमडीआईसी श्री अनिल श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।कोर्स की पढ़ाई के साथ वोकेशनल स्टडी भी- कोर्स की पढ़ाई के साथ वोकेशनल ट्रेनिंग की व्यवस्था भी स्कूलों में की जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि कला संकाय के छात्र इसमें हिस्सा ले सकेंगे। आज उद्योगों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने का उद्देश्य उनसे फीडबैक प्राप्त करना है कि किस प्रकार के कोर्स उनके लिए उपयोगी होंगे ताकि उद्योगों को भी लाभ हो सके और छात्रों के लिए भी भविष्य में रोजगार का रास्ता खुल सके।दुबई जैसे देशों से प्रशिक्षित कुशल लोग भी- कलेक्टर ने बताया कि अच्छी बात यह है कि हमारे पास जो डाटा बेस है उसमें बहुत सारी विविधता है जो स्थानीय उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप काफी उपयोगी होती है। उदाहरण के लिए बायलर आपरेटर की काफी डिमांड होती है और वे स्थानीय स्तर पर मिल नहीं पाते। लाकडाउन ने यह अवसर दिया है कि अब आपके पास ऐसे लोग उपलब्ध हैं। दुबई जैसे देशों से लोग लौटे हैं जो बायलर आपरेटर और अन्य तकनीकी विधाओं में दक्ष है। उद्योग इनका बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं। उद्योगजगत ने कहा कि डाटाबेस काफी उपयोगी होगा- उद्योगपतियों ने कहा कि डाटाबेस काफी उपयोगी होगा। यहां का कुशल श्रमिक हमें मिल जाएगा तो हमारे लिए भी बेहतर होगा। उन्हें भी बाहर जाने की मजबूरी नहीं होगी। कलेक्टर ने कहा कि उद्योगों को हरसंभव सुविधा देने की कोशिश करेंगे। उन्हें जिस तरह की तकनीकी दक्षता वाले लोग चाहिए, उस तरह का मैनपावर तैयार करेंगे। -
दुर्ग 06 जून 2020/ शासन की अति महत्वाकांक्षा योजना नरूवा, गुरूवा, घुरूवा, बाडी योजना के अंतर्गत जिले के कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने नेहरू नगर के पास स्थित शहरी गौठान का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने गौठान के बारे मे आयुक्त नगर निगम श्री ऋतुराज रघुवंशी से चर्चा की। इस दौरान महिला स्वसहायता समूह की संचालिका श्रीमती रेखा वर्मा से साग-सब्जी के बारे में तथा आय से संबंधित जानकारी प्राप्त की। श्रीमती रेखा ने बताया कि गौठान मे वर्मीकम्पोस्ट, खाद् एवं बाडी में सब्जी-भाजी भी लगाई जा रही है। सब्जी-भाजी में भाटा, चैलाई भाजी इत्यादि लगाई जा रही है और इससे उन्हें लगभग 30 हजार रूपए की आमदनी हो जाती है। कोविड-19 के अंतर्गत लाक डाउन के दौरान भी आमदनी हुई है। इसके अलावा स्व-सहायता समूह के माध्यम से गौठान में केंटीन भी चलाया जा रहा है। जिसमें चाय नाश्ते की व्यवस्था की गई है।
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- कलेक्टर ने प्रोजेक्ट की तारीफ की, कहा इसका कांसेप्ट हैदराबाद के लुंबिनी पार्क की तरह का
- अधिकारियों ने बताया कि लुंबिनी पार्क के तकनीकी पक्षों को जानने हैदराबाद भी गई थी निगम की टीमदुर्ग 06 जून 2020/ कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे आज सेक्टर पांच स्थित निर्माणाधीन शहीद पार्क पहुंचे। निर्माणाधीन पार्क के डिजाइन, लेआउट और इसके पीछे कांसेप्ट को सुनने के बाद उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट बहुत शानदार है और आने वाले समय में सेंटर आफ अट्रैक्शन होगा। इसे और अधिक सुंदर और गुणवत्तापूर्वक बनाने जो भी सुझाव आएंगे उन्हें अमल में लाया जाएगा। इस मौके पर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी भी थे। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरोवर बनाया जा रहा है। सरोवर के बगल से शहीद सरदार भगत सिंह की 25 फीट की गनमेटल की मूर्ति होगी और थोड़ी दूर पर 100 फीट का तिरंगा लहरायेगा। तालाब में म्यूजिकल फाउंटेन होगा। कलेक्टर ने कहा कि यह इतना सुंदर है और इतनी खूबसूरती से बनाया जा रहा है कि यह शहर के आकर्षण का केंद्र होगा। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में हुसैन सागर झील में स्थित लुंबिनी पार्क इसी तरह से सुंदर लगता है। यहां उपस्थित निगम के प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने बताया कि इसके कांसेप्ट के लिए काफी मेहनत की गई और अनेक स्थानों का माडल ध्यान में था। लुंबिनी पार्क का भ्रमण भी अधिकारियों ने किया है और इसके तकनीकी पक्षों को जाना है। अधिकारियों ने बताया कि लगभग एक करोड़ चैवालीस लाख रुपए की राशि की स्वीकृति हुई है और इस पर काम तेजी से चल रहा है। फिलहाल पाथवे और अन्य स्ट्रक्चर का काम यहां लच रहा है।राज्य गठन के बाद जिले के सभी शहीदों का नाम स्मारक में अंकित होगा- यह पार्क इसलिए भी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह हमें जिले के शहीद जवानों की भी याद दिलाएगा। राज्य गठन के बाद जो लोग देश के लिए शहीद हुए हैं उन शहीदों के नाम इस स्मारक में अंकित होंगे। कलेक्टर ने कहा कि शहीदों की स्मृति में बनने वाला यह स्मारक गौरवशाली परंपरा की याद दिलाएगा।सरोवर के बगल में साढ़े तीन सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी, बगल से बिछेगी घास, इस पर भी लोग बैठकर सरोवर के नजारे देख सकेंगे- इस संरचना के बगल से लोगों के बैठने के लिए सीढ़ियां भी बनाई जा रही हैं। सीढ़ी के बगल में घास भी बिछेगी। यह राजघाट स्मारक की तरह होगा। सरोवर में पानी बिल्कुल बगल से बहने वाले नाले से आएगा। यह पूरा प्रोजेक्ट लगभग 7 एकड़ जमीन में तैयार हो रहा है।एजुकेशनल हब के मुताबिक बनेगा रीडिंग कार्नर भी- कलेक्टर ने कहा कि भिलाई बड़ा एजुकेशनल हब है। यहां भी ऐसी लाइब्रेरी होनी चाहिए जहां छात्र दिन भर सुकून से पढ़ सकें। इस दिशा में भी योजना बनाई जाएगी। उन्होंने इसके लिए भवन का चिन्हांकन करने निगम कमिश्नर को कहा। उन्होंने कहा कि पार्क में रीडिंग रूम की गुंजाइश भी हो सकती है। -
- डेंगू प्रभावित बालाजी नगर में पहुंचे कलेक्टर, घर-घर का किया मुआयना
- हर ऐसी जगह देखी जहां संक्रमण की गुंजाइश हो सकती है टेमीफास वितरण के संबंध में भी जानकारी ली- होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों की मानिटरिंग के संबंध में भी ली जानकारीदुर्ग 06 जून 2020/डेंगू की आशंका से निपटने जिला प्रशासन की गतिविधियां मिशन मोड पर चल रही हैं। आज कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे भिलाई के बालाजी नगर पहुंचे। यहां लगभग एक घंटे में उन्होंने घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात की। उनसे पूछा कि उन्हें टैमीफास मिला है या नहीं। वे टैमीफास का इस्तेमाल कर रहे हैं या नहीं। कूलर देखे और किसी किसी के घर में छत को भी उन्होंने देखा क्योंकि अक्सर थोड़ी बारिश के बाद छत में साफ पानी के स्पाट बन जाते हैं और संक्रमण की आशंका पैदा हो जाती है। निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी भी दौरे के समय उनके साथ उपस्थित थे। निगम कमिश्नर ने बनाया कि इसके लिए नियमित दल गठित किए गए हैं जो सुबह और शाम फागिंग करते हैं। इसके साथ ही टैमीफास का वितरण भी किया गया है। हर घर के सामने टैमीफास वितरण की तिथि लिख दी गई है। इसकी रिफिलिंग की तिथि भी लिख दी गई है। इसके साथ ही लोगों को निगम दस्ता निरंतर जागरूक कर रहा है कि टैमीफास का उपयोग करें। कलेक्टर ने घरों में नागरिकों से पूछा तो उन्होंने बताया कि डेंगू की विपदा को लेकर वे सजग हैं और समय-समय पर टैमीफास डालते हैं। इसके साथ ही निगम का दस्ता भी नियमित रूप से आता है। कलेक्टर ने कहा कि केवल साफ पानी का जमावड़ा ही नहीं देखना है आपको ऐसे स्पाट घर में नहीं रखने हैं जहां मच्छर छिप सकते हैं इसलिए खूब अच्छे से साफ-सफाई करें। निगम अधिकारियों ने बताया कि इस बार बीच में कुछ बारिश हुई जिसके चलते साफ पानी का जमावड़ा हुआ जिसके संबंध में निगम द्वारा तुरंत कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि इन बीमारियों से बचने के लिए पैंफलेट भी लोगों को वितरित किए गए हैं और घरों में भी चस्पा किए गए हैं। कलेक्टर ने इस कार्य में लगे निगम अमले से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि डेंगू नियंत्रण की जिम्मेदारी बेहद अहम है बारिश तक हर दिन इस दिशा में जुटना होगा। लोगों को लगातार जागरूक कर और तकनीकी उपाय अपनाकर आसानी से इसकी आशंका से निपटा जा सकता है।क्वारंटीन लोगों के घरों की मानिटरिंग कैसे हो रही ये पूछा- कलेक्टर ने उन नागरिकों की मानिटरिंग के बारे में भी पूछा जो बाहर से आए हैं और क्वारंटीन हैं। निगम कमिश्नर ने बताया कि इसके लिए दस्ते बनाये गए हैं। इन घरों की जियोटैगिंग की गई है। दिन में नियमित समयों पर मानिटरिंग कार्य में लगे अधिकारी अपनी रिपोर्ट देते हैं। -
- आईटीआई भिलाई के प्रबंधन की प्रशंसा की और भी बेहतर बनाने के दिए निर्देश
दुर्ग 06 जून 2020/ ग्यारहवीं और बारहवीं के कला संकाय के विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग से जोड़ने छत्तीसगढ़ शासन ने पहल की है। इस हेतु तैयारियों का निरीक्षण करने एवं अधोसंरचना का निरीक्षण करने प्रमुख सचिव डाक्टर आलोक शुक्ला भिलाई पहुंचे। वहां उन्होंने आईटीआई भिलाई का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रशिक्षण देने के साथ ही औद्योगिक जगत से भी बेहतर तालमेल हो ताकि रोजगार की बेहतर गुंजाइश बनती रहे। उन्होंने कहा कि भिलाई आईटीआई को इतना बेहतर बनाएं कि यह राज्य का सबसे अच्छा आईटीआई हो। इस मौके पर संचालक रोजगार एवं तकनीकी प्रशिक्षण श्री विवेक आचार्य, सुश्री रचना कटवार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
कोरिया 06 जून 2020/ जिला प्रषासन द्वारा जिले में बनाये गये सभी क्वारेंटाईन केंद्रों में सभी आवष्यक व्यवस्था का समुचित प्रबंध कर वहां रह रहे लोगों को उचित माहौल प्रदान किया जा रहा है। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु लाकडाउन अवधि में जिले में 11930 व्यक्तियों की क्षमता वाले 1178 क्वारेंटाईन केंद्रों में से 340 क्वारेंटाईन केंद्रों में कुल 3231 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। जिसमें नगरीय निकायों में 2219 व्यक्तियों की क्षमता वाले 84 क्वारेंटाईन केंद्रों में से 60 क्वारेंटाईन केंद्रों में 1514 एवं जनपद पंचायतों में 9711 व्यक्तियों की क्षमता वाले 1094 क्वारेंटाईन केंद्रों में से 280 क्वारेंटाईन केंद्रों में 1617 लोग षामिल है। वहीं जिले में कुल 2280 लोगों को होम क्वारेंटाईन किया गया है। जिसमें नगरीय निकायों में 1405 एवं जनपद पंचायतों में 875 लोग षामिल है। इसी प्रकार कोरिया जिले के दो नगरीय निकायों में पेड क्वारेंटाईन केंद्र की व्यवस्था भी की गई है। बैकुण्ठपुर में 3 पेड क्वारेंटाईन केंद्र बनाये गये हैं, जिसमें कुल 47 लोग रह रहे हैं। वहीं मनेन्द्रगढ के 10 पेड क्वारेंटाईन केंद्रों में से 9 पेड क्वारेंटाईन केंद्रों में 141 लोगों को रखा गया है।
षासन के निर्देषानुसार जिले में बाहर से आये श्रमिकों को भोजन की व्यवस्था की जा रही है। वहीं पैदल जाने वाले श्रमिकों को उनके अगले गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भी वाहन की व्यवस्था की जा रही है। बाहर से आये कुल 1536 श्रमिकों को भोजन कराया गया है। जिसमें 7 नगरीय निकायों में 631 पुरूश एवं 315 महिला तथा 5 जनपद पंचायतों में 467 पुरूश एवं 123 महिला षामिल है। वहीं आज तक कुल 706 लोगों को अगले गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वाहन उपलब्ध कराया गया है। जिसमें नगरीय निकायों में 145 एवं जनपद पंचायतों में 561 श्रमिक षामिल है। इसी प्रकार कुल 79 श्रमिकों को चप्पल प्रदान किया गया है। जिसमें नगरीय निकायों में 62 एवं जनपद पंचायतों में 17 श्रमिक षामिल है।स्वयं सेवी संगठनों द्वारा भी क्वारेंटाईन केंद्रों में श्रमिकों को नास्ता, चाय, मास्क आदि आवष्यक वस्तुएं दी जा रही हैं। जिले के स्वास्थ्य अमला द्वारा उनका स्वास्थ्य परीक्षण सतत रूप से किया जा रहा है। क्वारेंटाइन सेंटर में आये लोगों के उचित देखरेख हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है। उन सेंटरों में रिकार्ड रखने हेतु निर्धारित रजिस्टरों का भी संधारण किया जा रहा है। जिला प्रषासन एवं उसकी टीम द्वारा कर्तव्यनिश्ठ होकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जा रहा है। इन क्वारेंटाईन केंद्रों में महिलाओं, बच्चों एवं वृध्दजनों हेतु सभी आवष्यक व्यवस्थाओं का समुचित प्रबंध किया गया है तथा उनके अनुरूप जिला प्रषासन द्वारा उचित माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है। -
प्रथम किस्त की राशि पाकर भागवत सिंह ध्रुव अपने खेतों
की जुताई कर, खाद-बीज की कर रहें हैं खरीदीमहासमुंद 06 जून 2020/ राज्य शासन ने अपने किए गए वायदों को पूरा करते हुए वैश्विक महामारी संकट कोरोना के संक्रमण उपरांत भी किसानों के हितों को सर्वोपरि मानते हुए ‘‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’’ के तहत् किसानों को बोनस राशि चार किस्तों में उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश के किसानों को प्रथम किस्त 21 मई 2020 को योजना के प्रारंभ होने की तिथि में ही किसानों के खातें में अंतरण की गई थी, जिससे जिले के हजारों किसानों के घर में खुशहाली आई है, जो किसान कोरोना महामारी के कारण किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान घर का खर्च उठाने में असहाय थे, उन्हें अंतरण राशि मिलने से काफी राहत मिली है, जिससे किसान प्रथम किस्त की राशि पाकर प्रारम्भिक तौर पर अपने खेतों की जुताई, खाद तथा बीज की खरीदी का कार्य कर रहें हैं। महासमुंद जिले में भी बड़ी संख्या में किसानों को अंतरित राशि मिली हैं। ऐसे ही एक किसाभागवत सिंह ध्रुव भी है, जिन्हे प्रथम किस्त की राशि मिली हैं और इस राशि से उन्होंने अपनी खरीफ फसल के लिए तैयारी भी शुरू कर दी हैं।महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम बरेकेलखुर्द के 45 वर्षीय किसान श्री भागवत सिंह ध्रुव के लिए ‘‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’’ वरदान साबित हुआ है। उनका कहना है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के कारण पिछले दो महीनों से काम-धन्धा नहीं मिल रहा था, ऐसे समय मे उनके साथ-साथ 07 सदस्यीय परिवार का पालन-पोषण एवं खरीफ फसल की तैयारी करना काफी मुश्किल हो रहा था। इस दौरान राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना प्रारंभ होते ही उनके खातें में प्रथम किस्त की राशि 07 हजार 500 रूपए प्राप्त हुआ। यह राशि बहुत ज्यादा तो नहीं थी, पर कोरोना संक्रमण के संकट के समय में दिए जाने से खरीफ फसल के लिए सही समय में खेत की तैयारी व खाद-बीज खरीदनें के लिए काफी मददगार हुई हैं। उन्होने बताया कि ग्रामीण सेवा सहकारी समिति बनपचरी के माध्यम से खरीफ फसल के उपरांत 40 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर ब्रिकी किया था। उन्होंने बताया कि वे 03 एकड़ जमीन में धान की फसल लगाते हैं, जिससे अपने 07 सदस्यीय परिवार का भरण-पोषण करते है। समर्थन मूल्य पर बिक्री किए गए धान की राशि पहले ही भुगतान हो चुका है। बोनस की राशि शेष थी, उक्त बोनस की राशि को राज्य सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत मई माह में बैंक खाते के माध्यम से प्रथम किस्त के रूप में भुगतान किया है, यह राशि सही समय में मिलने से वे बहुत प्रसन्न है, उन्हांेने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को साधुवाद दिया हैं। उल्ल्ेाखनीय है कि राज्य शासन द्वारा इस योजना में खरीफ विपणन वर्ष 2020 के लिए धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी और रबी में गन्ना फसल को शामिल किया है। -
महासमुंद विकासखण्ड में 31 हजार से अधिक मजदूरों को मिल रहा रोजगार,
कार्यस्थल पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिया जा रहा है संदेशमहासमुंद 06 जून 2020/ जिला कलेक्टर द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए लगातार दिशा-निर्देश दिए जा रहे हंै। उन्होने लाॅकडाउन के दौरान ग्रामीण श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने, कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने और समय-समय पर हाथों को साबुन एवं सैनिटाईजर से धोने की अपील की है। कलेक्टर ने बताया कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के माध्यम से मनरेगा कार्यस्थल पर मजदूरों, ग्रामीणों को संक्रमण से बचाने के उपाय बताए जा रहे है। इसके तहत अधिकारियों द्वारा 12 बिन्दुओं पर दी गई जानकारी का प्रचार किया जा रहा है।महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के माध्यम से कार्यस्थल पर कोरोना वायरस से बचने के लिए ‘क्या करंे और क्या नहीं’ के संदेश का वाचन किया जा रहा है। नोवेल कोरोना वायरस से निपटने और इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए तैयार किया गया 12 बिन्दुओं का जनजागृति संदेश मनरेगा के मजदूरों सहित ग्रामीणों में सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है, जिसका प्रभाव यह हो रहा है वे इस संदेश का वाचन शपथ की तरह लेकर कर रहे है। इस संदेश को मजदूरों ने ध्यान से सुनकर अपने प्रतिदिन के कार्यो में शामिल करने की शपथ लेते हैं। -
महासमुंद 06 जून 2020/ छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे है। उक्त संस्थाओं में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा का आयोजन कर प्रावीण्याता के आधार पर 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। आदिवासी विकास विभाग महासमुंद से प्राप्त जानकारी के अनुसार चयन परीक्षा 11 जून 2020 को निर्धारित किया गया था, किन्तु अपरिहार्य कारणों से उक्त प्रवेश परीक्षा की तिथि में संशोधित करते हुए अब शुक्रवार 26 जून 2020 को सुबह 10ः00 बजे से दोपहर 12ः30 बजे तक आयोजित किया जाएगा। शेष नियम निर्देश यथावत् रहेंगे।
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गुटखा और तंबाकू के सेवन से कोरोना को आमंत्रण, क्वारंटीन वाले भी रहें सावधान
क्वारंटीन केन्द्र पर तंबाकू और कोरोना के संक्रमण से बचने की दी गई समझाईशमहासमुंद : /तंबाकू जानलेवा तो है ही, किन्तु कोरोना वायरस के संक्रामक दौर में यह और भी अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अधिकारियों ने क्वांरटीन केन्द्रों पर रह रहे संदिग्ध मरीजों को इन दोनों ही घातक बीमारियों से बचाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। इस कड़ी में 05 जून को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे के निर्देश पर जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केन्द्र दल ने विकासखण्ड बागबाहरा स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में बनाए गए क्वारंटीन केन्द्र में तंबाकू सेवन से बढ़ने वाले कोरोना वायरस के संक्रमणीय खतरे के बारे में लोगों को सर्तक रहने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्वारंटीन के दिनों में तंबाकू, सिगरेट, बीड़ी एवं अन्य नशे की तलब होने के दौरान उपलब्धता नहीं होने पर आमतौर पर महसूस की जाने वाले विड्रोल सिमट्म्स की परेशानी से उबरने के लिए मनोवैज्ञनिक तरीकों के बारें में उपाय बताए। जिसमें हल्का व्यायाम जैसे योगा, ध्यान लगाना, मन को नशे की जगह अन्य कार्यों में व्यस्त रखने सहित आहार व्यवस्था में मिल रहे मिक्चर एवं नमकीन चीजों को उपयोग में लाने की सलाह दी गई। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस क्वारंटीन केन्द्र में लगभग 50 प्रवासी श्रमिक बाहर से आए हैं। ये सभी लोग कोरोना संक्रमण संदिग्ध के रूप में क्वारंटीन की अवधि पूरी कर रहे हैं। इस दौरान जिला तम्बाकू नशा मुक्ति केन्द्र के सामाजिक कार्यकर्ता सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाते हुए उन्हें जानकारी दी।ऐसे बढ़ता है तंबाकू से कोरोना का खतरासिगरेट, बीड़ी या गांजा इत्यादि का सेवन करने से उंगलियां और होंठ सीधे संपर्क में आते हैं। इनमें मौजूद अमोनिया, टार, फार्मेल्डिहाइड व एसीटोन जैसे खतरनाक कैमिकल फेफड़ों को कमजोर करने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता कम कर संक्रमण का खतरा बढ़ा देते हैं। आम-तौर पर सेवनकर्ता तंबाकू, खैनी, गुटखा या पान-मसाला आदि खा कर लोग थूकते रहते हैं। जिससे लार रूपी थूक की पीक में कोरोना वायरस कई घंटों तक जीवित रह सकता है। इससे कोविड-19 की बीमारी के फैलने का खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है। -
फल, दूध एवं अन्य पोषण आहार उपलब्ध करा, दे रहे है घर जैसा माहौल -अंजूलता लकड़ा
क्वारेंटाईन सेंटरों में श्रमिको के लिए है समुचित व्यवस्थाभोजन, पानी, बिजली, शौचालय, बिस्तर और सोने के लिए बेड के साथ अन्य बुनियादी सुविधा सेंटरों में उपलब्ध हैंगर्भवती महिलाओं ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और जिला प्रशासन को दिया धन्यवादशपुरनगर 06 जून 2020/जशपुर जिले के रहने वाले आम नागरिक जो छत्तीसगढ़ के बाहर अन्य राज्यों में रोजगार की तलाश में गए थे। कोरोना वायरस जैसी वैष्विक महामारी से बचाव एवं नियंत्रण के लिए लागू किये गए लाॅकडाउन की स्थिति में वहीं बुरी तरह फॅसे हुए थे उनको प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में वापस लाने का सिलसिला जारी है। कलेक्टर श्री महादेव कांवरे के निर्देशन में जिले में वापस आने वाले प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य लोगों को सुरक्षित क्वारेंटाईन सेंटरों में ठहराने के लिए सभी सेंटरों में आवश्यक समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराया गया है। वर्तमान में जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 699 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 3974 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 3349 एवं महिलाओं की संख्य 625 शामिल है।जिले के क्वारेंटाईन सेंटरों में ठहरे प्रवासी श्रमिकों में गर्भवती महिलाओं की संख्या 28 है। इन सेंटरों में गर्भवती महिलाओं का जिला प्रशासन द्वारा विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सभी क्वारेंटाईन सेंटर जहां गर्भवती महिलाएं ठहरी हुई है वहां उनके खान-पान का समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। क्वारेंटाईन सेंटर में रहने वाले सभी गर्भवती महिलाओं द्वारा इन सेंटरों में घर जैसी सभी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार के मुख्या श्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया है।केरल से वापस लौटी कुनकुरी विकासखंड के ग्राम भंडरी की रहने वाली श्रीमती अंजूलता लकड़ा जो कि गर्भवती हैै उन्हे क्वारेंटाईन सेंटर में फल, दूध एवं आवश्यक पोषण आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे उनके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मिल सके। उन्होंने बताया कि क्वारेंटाईन सेंटर में सारी आवश्यक सुविधा बिस्तर, भोजन, पानी, बिजली, पंखा एवं शौचालय के साथ अन्य बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराकर उन्हें घर जैसा माहौल दिया जा रहा है। कुछ ऐसा ही कहना है महाराष्ट्र से वापस आई गर्भवती महिला श्रीमती राजकिशोरी कुजूर का, उन्होंने बताया कि देश में लगे लाॅकडाउन के दौरान वे अपने पति के साथ मुबंई में फंसी हुई थी, वहां उनके पास रहने के लिए न तो मकान उपलब्ध था और न ही भोजन की पर्याप्त उपलब्धता। कुछ दिनों में ही जमापूंजी भी खर्च हो गई अब उन्हें वापस अपने घर सुरक्षित पहुंचने की चिंता सताने लगी। कोरोना संक्रमित होने के डर एवं वापस सुरक्षित अपने घर पहुंचने की आस में वे अपने दिन काट रहे थे। ऐसे में प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन एवं बस के माध्यम से अन्य राज्यों में फंसे इन प्रवासी श्रमिकों को वापस अपने राज्य लाने की सार्थक पहल की गई। जिसके माध्यम से हम श्रमिक वापस अपने घर पहुुंच सके है।यहां वापस आने पर क्वारेंटाईन सेंटर में जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण कर कोरोना जांच के लिए खून का नमूना लिया गया। उन्होंने बताया कि सेंटरों में श्रमिकों के लिए आवश्यक समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के साथ ही गर्भवती महिलाओं का खासकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें पोषक आहार की वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में दूध एवं फल प्रदान किया जा रहा है। साथ ही सोयाबीन, सहजन, आदि सब्जी के रूप मेें दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मनोरंजन के लिए इन सेंटरों में टीवी, रेडियो की भी व्यवस्था है। जहां सोशल डिस्टेंस के साथ ही श्रमिक टीवी का आनंद लेते है। इन सेंटरो की साफ-सफाई की नियमित व्यवस्था की गई है। यहाॅं रह रहे लोगों का सबेरे नास्ते से लेकर रात के खाने की उचित व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा किया गया है। इन सेंटरों में रह रहे सभी प्रवासी श्रमिकों द्वारा मास्क के उपयोग के साथ ही सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन किया जा रहा है। -
: कोरबा में फिर मिले 7 कोरोना पॉजिटिव मरीज, एक्टिव मरीजो की संख्या बढ़कर पहुंची 70, चोरभट्ठी आई टी॰आई॰ के। कोरेन्टीन सेन्टर में 4 संक्रमित मरीज, 3 पसान के गल्स स्कूल कोरेन्टीन सेंटर में ठहरे है. सभी संक्रमित पुरुष....
महाराष्ट्र से चार तथा दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश से १-१ लौटे प्रवासी श्रमिक कोरोना संक्रमित मिले....प्रशासनिक अधिकारी और मेडिकल टीम पहुँची मौक़े पर.. सभी को इलाज के लिए भेजा जा रहा कोविड अस्पताल..[06/06, 23:31] : देर रात दो और क़ोरोना संक्रमितो की कोरबा में हुई पहचान, आज एक दिन में बारह लोगों की जाँच रिपोर्ट आई पाजीटिव,अमगाँव में एक और उरगा में मिला एक और क़ोरोना मरीज़, दोनो प्रवासी श्रमिक ,अमगाव के क्वोरंटाईन सेंटर में मिला प्रवासी मुंबई थाने से लौटा था कोरबा,उरगा के क्वोरंटाईन सेंटर में ठहरा श्रमिक कुर्ला मुंबई से आया है वापस..प्रशासनिक अधिकारी और मेडिकल टीम पहुँची मौक़े पर.. सभी को इलाज के लिए भेजा जा रहा बिलासपुर कोविड अस्पताल..[06/06, 23:38] : कोरबा ज़िले में अब तक कुल संक्रमित मरीजों की संख्या-106 हुई, 34 इलाज के बाद स्वस्थ हुए, 72 का इलाज AIIMS रायपुर सहित रायपुर के माना, बिलासपुर के सिम्स और कोरबा के कोविड अस्पताल में चल रहा है.... -
कोरिया 06 जून : भू-अभिलेख षाखा के अधिकारियों ने आज यहाॅ बताया कि 01 जून 2020 से 06 जून 2020 तक बैकुण्ठपुर तहसील में 30.1, सोनहत तहसील में 38.1, मनेन्द्रगढ तहसील में 33.6, खड़गवां तहसील में 40.9, चिरमिरी तहसील में 30.1 और भरतपुर तहसील में 44.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी तहसील में आज सबेरे समाप्त 24 घण्टे के दौरान 0.2 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। इस दौरान 1.1 मिमी वर्शा मनेन्द्रगढ़ तहसील में दर्ज की गई है। इसे मिलाकर पूरे जिले में एक जून से अब तक 36.2 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। -
कोरिया 06 जून : आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने आज यहां बताया कि शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में प्रयास विद्यालयों में कक्षा 9वीं एवं एकलव्य आदर्ष आवासीय विद्यालयों के कक्षा 6वी में प्रवेश हेतु पूर्व निर्धारित परीक्षा तिथि में संशोधन किया गया है। संशोधित तिथि अनुसार प्रयास विद्यालयों में कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए प्राक्चयन परीक्षा अब 24 जून 2020 को प्रातः 10ः30 बजे से 1ः00 बजे तक एवं एकलव्य आदर्ष आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेश हेतु प्राक्चयन परीक्षा 26 जून 2020 को प्रातः 10ः30 बजे से 12ः30 बजे तक निर्धारित परीक्षा केन्द्रों में आयोजित की जाएगी।
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बलरामपुर 06 जून : सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा स्वस्थ तन-स्वस्थ मन(स्वास्थ्य सुरक्षा) के तहत् जिन स्थानों में जिला स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित नहीं हैं, उन स्थानों में संचालित विभागीय छात्रावास एवं आश्रमों में निवासरत छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु शासन द्वारा निर्धारित मानदेय एवं शर्तों के अधीन एम.बी.बी.एस./बी.ए.एम.एस./बी.एच.एम.एस. चिकित्सकों से वर्ष 2020-21 के लिए 25 जून 2020 तक सहायक आयुक्त आदिवासी विकास बलरामपुर में आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। अनुबंधित चिकित्सकों को 50 सीटर छात्रावास/आश्रमों तक के बच्चों को चिकित्सकीय परीक्षण शुल्क 750 रूपये प्रतिभ्रमण एवं 100 सीटर छात्रावास/आश्रम तक के बच्चों के चिकित्सकीय परीक्षण हेतु 1200 रूपये प्रतिभ्रमण मानदेय दिया जावेगा। चिकित्सक इस संबंध में अधिक जानकारी हेतु सहायक आयुक्त आदिवासी विकास बलरामपुर से सम्पर्क कर सकते हैं। -
बलरामपुर 06 जून : जिला बलरामपुर-रामानुजगंज में खरीफ मौसम प्रारम्भ हो चुका तथा किसान अपने आवश्यक सामग्री बीज, उर्वरक एवं कीटनाशी दवाई सहकारी एवं निजी विक्रेताओं के माध्यम से लेना प्रारम्भ कर चुके हैं। उप संचालक कृषि श्री अजय कुमार अनंत ने बताया कि जिले में कुल 28 सहकारी समिति है तथा निजी क्षेत्र में बीज के 220, उर्वरक के 112 एवं कीटनाशी के 25 अनुज्ञापन लाईसेंस धारी विक्रेता पंजीकृत है। जो बीज उर्वरक एवं कीटनाशी दवाईयों की आपूर्ति करते है। उक्त स्थिति को देखते हुए जिले में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री एच.के भगत को विकासखण्ड कुसमी, शंकरगढ़ एवं बलरामपुर के लिए निरीक्षक नियुक्त किया गया है तथा इसी प्रकार वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री आर.सी. भगत निरीक्षक को राजपुर, वाड्रफनगर एवं रामानुजगंज क्षेत्र का निरीक्षक नियुक्त किया गया है। निरीक्षक के रूप में इन्हें संबंधित विकासखण्डों के प्रतिष्ठानों/विक्रेताओं के दुकानों का सतत् निरीक्षण कर बीज एवं उर्वरक गुण नियंत्रण आदेश तथा कीटनाशी अधिनियम के तहत विक्रेताओं को नोटिस बोर्ड, मूल्य सूची, स्टॉक पंजी, इत्यादि संधारण करना सुनिश्चित करने को कहा गया है। बिना लाईसेंस धारी विक्रेताओं पर अधिनियम के तहत कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उर्वरकों का विक्रय शासन द्वारा अंकित मूल्य पर ही पॉस मशीन से ही विक्रय कराना सुनिश्चित करें।
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खाद-बीज खरीदने तथा पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने में खर्च करेंगे राशि
बलरामपुर 06 जून : किसानों के हक में फैसला लेते हुए राज्य शासन द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत की गई है। इस फैसले से जिले के हजारो किसानों चेहरों में खुशी की लहर दौड़ गई है। योजना के माध्यम से राज्य सरकार ने किसानों को सहयोग को राशि प्रदान की है।
लॉक डाउन के कारण किसानों की आय प्रभावित हुई थी तथा उनके सामने आगामी फसल के लिए आर्थिक चुनौती खड़ी हो गई। विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम अमडंडा निवासी किसान श्री अनिरुद्ध सिंह बताया कि धान बेचकर प्राप्त राशि से किसी तरह घर की जरूरतें पूरी हो रही थी। लॉक डाउन के कारण आय प्रभावित हुई तथा अगली फसल के लिए ऋण लेने का फैसला कर लिया था। ऐसे कठिन समय मे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अगुवाई वाली सरकार ने किसानों के हक में फैसला लेते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत की। उन्हें इस योजना के तहत् पहली किस्त के रूप में 12 हजार 289 रूपये की राशि प्राप्त हुई। श्री अनिरुद्ध सिंह इन पैसों का उपयोग खाद-बीज, जुताई-बुनाई के साथ ही परिवार की जरूरतों को पूरा करने में करेंगे।
लाॅकडाउन के कारण कामोवेश ऐसे ही स्थिति श्री त्रिवेणी सिंह की भी थी। धान की फसल के बाद खेतों में लगाई हैं सब्जियां लाॅकडाउन के कारण नहीं बिक पाई। घर की जरूरतों के लिए भी आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई। राजीव गांधी न्याय योजना के तहत् उन्हें 19 हजार 341 रूपये की राशि प्राप्त हुई, जिससे इस संकट की इस घड़ी में बड़ी राहत मिली है। किसान लाॅकडाउन के कारण काफी हतोत्साहित हो चुके थे, आर्थिक हालात को देखते हुए लोन लेने की जरूरत पड़ सकती थी। किन्तु सरकार ने योजना के माध्यम से किसानों को बड़ी राहत पहुंचायी है। किसानों ने राज्य सरकार का इस ऐतिहासिक फैसले के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया है। - बलरामपुर 06 जून : कोरोना वायरस से बचाव तथा इसके प्रसार को रोकने हेतु प्रवासी नागरिकों तथा मजदूरों के लिए क्वारेंटाईन सेंटरों का निर्माण किया गया है। क्वारेंटाईन सेंटरों में सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ महिलाओं के जरूरतों का भी विषेष ध्यान रखते हुए महिलाओं को गरिमा किट वितरित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देषन में क्वारेंटाईन सेंटरों में रह रहे लोगों के लिए गर्म भोजन, सोने की उचित व्यवस्था के साथ ही घर जैसा अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है। महिलाओं के स्वास्थ्य तथा उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने गरिमा किट का वितरण करने के निर्देष दिये थे। महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गरिमा किट में सेनेटरी पैड के साथ साबुन, आयरन टैबलेट, मास्क तथा सेनेटाईजर को शामिल किया गया है।
जिले के समस्त क्वारेंटाईन सेंटरों में जहां महिलाएं रह रही है, वहां गरिमा किट का वितरण किया जा रहा है। विकासखण्ड शंकरगढ़ के कन्या छात्रावास तथा मनोहरपुर और रेहड़ा के छात्रावासों में रह रही महिलाओं को गरिमा किट का वितरण किया गया। महिलाओं के स्वास्थ्य की दृष्टि से यह एक सराहनीय पहल है। रेहड़ा के छात्रावास में रह रही महिलाओं को जब गरिमा किट का वितरण किया गया तब उनकी आंखे नम हो गई। उन्होंने जिला प्रषासन का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर प्रषासन संवेदनषील है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने बताया कि जिन क्वारेंटाईन सेंटर मंे महिलाएं रह रही हैं वहां सुरक्षा के पर्याप्त व्यवस्था के साथ ही उनका विषेष देखभाल किया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन के साथ जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। राज्य शासन की भी मंषा है कि क्वारेंटाईन सेंटरों में महिलाओं को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए, प्रषासन इस दिषा में कार्य कर रहा है। जिले के समस्त विकासखण्डों में गरिमा किट का वितरण किया जा रहा है। इस संकटमय परिस्थिति में प्रषासन महिलाओं के साथ है तथा उनके हर जरूरतों का ख्याल रखा जा रहा है। -
बेमेतरा 06 जून : प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रत्येक जिले में 15 जून 2020 से अंगे्रजी माध्यम के स्कूल प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया है, जिसके अन्तर्गत बेमेतरा जिले में अंग्रेजी माध्यम के उत्कृष्ट स्कूल हेतु शासकीय शिवलाल राठी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वार्ड नम्बर 21 सिरवाबांधा रोड बेमेतरा का चयन किया गया है। यह विद्यालय कक्षा पहली से कक्षा 12वीं तक एक साथ प्रारम्भ होगा, प्रत्येक कक्षा की दर्ज संख्या अधिकतम 30 होगी। विद्यालय कक्षा पहली से कक्षा 8वीं तक प्रथम पाली एवं कक्षा 9वीं से 12वीं तक द्वितीय पाली में संचालित होगी। छ.ग. पाठ्यक्रम से संचालित इस विद्यालय के लिए अंग्रेजी माध्यम के प्राचार्य श्रीमती सुदेशा चटर्जी, मोबाइल नम्बर 9893112245 का चयन राज्य शासन द्वारा किया गया है जो कि दिनांक 28 मई 2020 से संस्था में कार्यभार ग्रहण कर चुके है, अंग्रेजी माध्यम के सहायक शिक्षक, शिक्षक, व्याख्याता आदि के चयन की प्रक्रिया जारी है।
विद्यालय में कक्षा पहली से कक्षा 8वीं तक निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जावेगी तथा कक्षा 9वीं से 12वीं तक की शिक्षा के लिये शासकीय स्कूलों हेतु निर्धारित शूल्क देय होगा। विद्यालय का संचालन फर्म एवं सोसायटी में पंजीकृत समिति के द्वारा किया जावेगा, शाला संचालन प्रबंधन समिति के पदेन अध्यक्ष जिले के कलेक्टर, पदेन सदस्य सचिव जिला शिक्षा अधिकारी तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, संस्था के प्राचार्य एवं जिला मिशन समन्वयक, रा.गा.शि.मिशन बेमेतरा समिति के पदेन सदस्य होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी श्री सी.एस.ध्रुव ने पालकों से अपील की है कि अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में उत्तम गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने, प्रवेश हेतु पंजीयन दिनांक 15 जून 2020 से विद्यालय में प्रातः 11 बजे से 1 बजे तक सम्पर्क कर की जा सकती है। -
बेमेतरा 06 जून : जिले में बाढ़ आपदा प्रबंधन, प्राकृतिक आपदाओं बाढ़/आकाशीय बिजली/वज्रपात से बचाव व सुरक्षा के संबंध मे आज शनिवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल की अध्यक्षता में बाढ़ आपदा की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बाढ़ आपदा प्रबंधन के सम्बध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को कलेक्टर ने बाढ़ के समय बचत एवं राहत कार्यों को करने के आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने बाढ आपदा प्रबंधन के सम्बध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन अधिकारियों की ड्यूटी जिस काम के लिए लगाई जावेगी वे बाढ प्रबंधन के सम्बध में सभी जरूरी तथ्यों को समझ लें तथा सौपें गये दायित्वों का भली भांति निर्वहन करेंगें। श्री तायल के कहा कि जिले मे कोविड-19 महामारी के साथ आने वाली अतिवृष्टि को भी ध्यान मे भी रखना होगा। सभाकक्ष मे आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के पश्चात जिल प्रशासन के संपूर्ण टीम अमोरा घाट शिवनाथ नदी पर आपदा प्रबंधन समाग्री के साथ पहूँचकर प्रत्यक्ष रुप से एवं माॅकड्रील ऐक्सरसाईज/माॅकड्रील कर प्रेक्टिकल करने के निदेश दिए।
कलेक्टर श्री तायल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जिले के शिवनाथ नदी के किनारे अमोरा घाट, नांदघाट, करमसेन, टोहड़ी, सिमगा के निकटवर्ती ग्राम खम्हरिया, चेटुवा, नदी के किनारें वाले गांवों में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को बाढ़ से बचाव और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाये। वर्षाऋतु के दौरान अत्याधिक वर्षा होने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी नियमित रूप से जानकारी से अपडेट होकर जानकारी देते रहेंगें, इसके लिए उन्हें राजनांदगांव एवं दुर्ग जिला प्रशासन से संपर्क में रहना होगा। बाढ आने पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुॅचाने एवं आवश्यक सामग्री की व्यवस्था के सम्बध में गांव वालों से पहले से ही बातचीत कर लें।
कलेक्टर ने निर्देश दिये है किऐसे सभी संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों में ग्रामीणों की बैठक बुलाकर ग्रामीणों जनों से व्यापक चर्चा कर ली जाये। बाढ आने के बाद होने वाली बीमारियों से बचाव के इंतजाम पहले से कर लिए जायें तथा पर्याप्त दवाईयों का स्टाक स्वास्थ्य केन्द्रों में रहे।ं दवा का छिड़काव करने के लिए पहले व्यवस्था कर ली जाये। लोगों को शुद्व पेयजल के इंतजाम सुनिश्चित किये जायें। और लोगों को बाढ के बाद फैलने वाली बीमारियों के बारे में बताया जायें। कलेक्टर ने राजस्व आपदा अधिकारियों को भी बाढ आपदा के संबंध में व्यापक निर्देश दिए उन्होने बाढ से होने वाली विभिन्न हानियों के लिए लोगों को राहत पहुंचाने उन्हें आर्थिंक सहायता अनुदान प्रदान करने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली जायें। बैठक मे जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, जिले के सभी चार एसडीएम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डीईओ, खाद्य अधिकारी, नगरीय निकाय के सीएमओ, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे। - बेमेतरा 06 जून : पीडीएस के जिन उपभोक्ताओं को अप्रैल-मई में कोई खाद्यान्न सामग्री किसी कारण से नहीं मिल पायी उन्हें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जून माह के साथ में वो खाद्यान्न सामग्री मिलेगी। इस संबंध में खाद्य विभाग ने अप्रैल एवं मई माह में किन्ही कारणों से सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों से चना, गुड़ एवं नमक का उठाव नहीं करने वाले उपभोक्ताओं को जून माह के राशन के साथ अप्रैल एवं मई माह की शेष खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराने का आदेश जारी किया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य की राशन दुकानों से अप्रैल एवं मई माह में कुछ उपभोक्ताओं द्वारा कतिपय कारणों से चना, गुड़ एवं नमक का उठाव न करने की जानकारी मिलने पर खाद्य विभाग को उक्त दोनों माह की सामग्री को जून माह के राशन के साथ अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। खाद्य विभाग द्वारा इस संबंध में बीते दिनांे रायपुर से जारी आदेश के तहत राज्य के समस्त पीडीएस दुकान संचालकों को अप्रैल एवं मई माह के चना, गुड़ एवं नमक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। खाद्य विभाग एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों को राशन दुकानों में खाद्यान्न के भण्डारण एवं वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।