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पहचान के लिए आधार के अलावा अन्य फोटोग्राफ युक्त परिचय पत्र भी मान्यजिला प्रशासन ने 30 जून तक खाद्यान्न वितरण के दिए निर्देशअब तक जिले के 78 प्रवासी परिवारों के 128 सदस्यों ने कराया पंजीयन
जशपुरनगर 08 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे के निर्देशन में प्रदेश सरकार की आत्मनिर्भर भारत योेजना के तहत अन्य राज्यों से वापस लौटे सभी प्रवासी व्यक्तियों एवं श्रमिकों जिनके पास किसी भी प्रकार का राशन कार्ड नहीं है, उनका यथाशीघ्र जिले में पंजीयन कराकर उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से निःशुल्क खाद्यान्न एवं चना का वितरण 30 जून तक अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए हैं।
जिला खाद्य अधिकारी श्री जी.एस.कंवर से मिली जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत अन्य राज्यों से वापस आये प्रवासी व्यक्तियों, श्रमिकों जिनके पास राशनकार्ड नही है, उन्हें मई और जून 2020 में निःशुल्क प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलोग्राम चावल एवं प्रति राशनकार्ड प्रतिमाह एक किलोग्राम चना दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रवासी श्रमिकों एवं व्यक्तियांे जिनके पास राशनकार्ड नहीं है। शीघ्र ही उनका जिले में पंजीयन कराकर उन्हें अनिवार्य रूप से खाद्यान्न वितरण कराया जाएगा। खाद्य विभाग की जनभागीदारी वेबसाईट ीजजचरूध्धींकलंण्बहण्दपबण्पदध्बपजप्रमदीवउमण्ंेचग के माध्यम से खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए ऑनलाईन पंजीयन का प्रावधान किया गया है। इस वेबसाईट की माध्यम से प्रवासी श्रमिक एवं व्यक्ति स्वयं ही अपना पंजीयन कर सकते हैं। प्रवासी व्यक्तियों एवं श्रमिकों के पंजीयन की सुविधा के लिए मोबाइल एप्प भी विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत हितग्राहियों की पहचान के लिए आधार नंबर नहीं होने पर मतदाता परिचय पत्र, पैन कार्ड, किसान फोटो पासबुक, राजपत्रित अधिकारी अथवाा तहसीलदार द्वारा शासकीय पत्र पर जारी अन्य कोई फोटोयुक्त परिचय पत्र को भी मान्य किया गया है।
श्री कंवर ने बताया कि देश में प्रभावशील लाॅकडाउन के दौरान आत्मनिर्भर भारत योजना माह मई-जून 2020 लागू किया गया है। इस योजना के लागू होने से जिले के राशन कार्ड विहीन प्रवासी व्यक्तियों को भी माह मई-जून 2020 का खाद्यान्न और चने का वितरण किया जाएगा। विभागीय वेबसाइट में दर्ज जानकारी के अनुसार आत्मनिर्भर योजना के तहत जिले में 8 जून तक 78 प्रवासी परिवारों के 128 सदस्यों का पंजीयन किया जा चुका है। कलेक्टर श्री कावरे ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को जिले के समस्त प्रवासी श्रमिकों एवं व्यक्तियों का वेबसाईट में शीघ्र पंजीयन कराकर उनको खाद्यान्न का वितरण निर्धारित समय सीमा 30 जून तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कराने एवं वितरण कार्य का नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए है। - जशपुरनगर 08 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने जानकारी देकर बताया है कि मंगलवार 9 जून को दोपहर 1 बजे प्रभारी मंत्री श्री अमरजीत भगत की अध्यक्षता में खनिज न्यास निधि की समीक्षा बैठक मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से ली जाएगी। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को अपने विभाग की अद्यतन जानकारी के साथ मोबाईल एप्लिकेशन की समीक्षा बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए है।
- जशपुरनगर 08 जून : जशपुर जिले में अब तक 22.6 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है, जो बीते 10 वर्षां की तुलना में 8 जून तक औसत वर्षा 12.3 मिमी हुई है।भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जशपुर तहसील में 37 मिमी, मनोरा में 14.6 मिमी, कुनकुरी में 66.2 मिमी, दुलदुला में 22 मिमी, फरसाबहार में 3.9 मिमी, बगीचा में 16 मिमी, कांसाबेल में 12 मिमी एवं पत्थलगांव में 9.2 मिमी वर्षा हो चुकी है।
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जशपुरनगर 08 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे के निर्देशन में जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 699 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 4142 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 3546 एवं महिलाओं की संख्य 596 शामिल है। इनमें जशपुर विकासखंड के 58 क्वारेंटाईन सेंटर में 399 लोगों को रखा गया हैं। इसी प्रकार मनोरा के 57 क्वारेंटाईन सेंटर में 251 लोगों को, दुलदुला विकासखंड के 90 क्वारेंटाईन सेंटर में 499 लोगों को, कुनकुरी विकासखंड के 153 क्वांरेंटाईन सेंटर में 502 लोगों को, फरसाबहार विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 1083 लोगों को कासंाबेल विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 440 लोगों को, पत्थलगांव विकासखंड के 128 क्वारेंटाईन सेंटर में 517 लोगों को एवं बगीचा विकासखंड के 103 क्वारेंटाईन सेंटर में 451 लोगों को रखा गया है।
कलेक्टर श्री कावरे के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं निंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है। - कार्य करने वाले प्रत्येक कर्मचारी मास्क ्रएवं सेनीटाईजर का उपयोग अनिवार्य रूप से करेंगेकिसी व्यक्ति को सर्दी, जुखाम अथवा बुखार की समस्या हो तो उनको केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगीकेंद्र में एक समय पर एक ही व्यक्ति प्रवेश कर सकेगाकेंद्र संचालक एवं समस्त कर्मचारियों को 144 धारा का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा
जशपुरनगर 08 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे जिले में वर्तमान में आमजन एवं ग्रामीण जन की आॅनलाईन सेवाएं तथा आधार सम्बंधित सेवाएं प्राप्त होने में असुविधा हो रही है। जिस हेतु जिले में संचालित समस्त लोक सेवा केन्द्र सामान्य सेवा केंद्र डिजिटल सेवा केन्द्र एवं आधार सेवा केन्द्रों को पुनःसंचालित किए जाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने निर्देशित किया है कि आपके केंद्रों में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने सम्बंधित समस्त आवश्यक व्यवस्था किया जाना अनिवार्य होगा। इस हेतु आप सभी को निम्नलिखित शर्तांे एवं निर्देशों का पालन करते हुए केंद्र संचालनक की अनुमति होगी।
ई-डिस्ट्रीक मैनेजर श्री नीलांकर बासु ने बताया कि लोक सेवा केंद्र, सामान्य सेवा केंद्र, आधार सेवा केन्द्रों का संचालन प्रति सप्ताह पांच दिन प्रति सोमवार से शुक्रवार समय प्रातः 9 बजे दोपहर 4 बजे तक किया जा सकता है। शनिवार एवं रविवार को लोक सेवा केंनद्र, सामान्य सेवा केनद्र, आधार सेवा केंद्र के संचालन की अनुमति आगामी आदेश तक नहीं होगी। वर्तमान में एवं भविष्य में कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत आनेवाले किसी भी केंद्र के संचालन की अनुमति नहीं होगी। अतिआवश्यक होने पर केवल सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारी के अनुमति से ही केंद्र संचालित की अनुमति प्राप्त हो सकेंगी।
केंद्र में दो से अधिक व्यक्ति कार्य नहीं करेंगें एवं वे भी आपस में एक मीटर या अधिक की दूरी रखकर अपने कार्योें का संपादन करेंगे। कार्य करने के वाले प्रत्येक कर्मचारियों को मास्क, सैनीटाईजर एवं ग्लब्स का उपयोग किया जाना अनिवार्य होगा। केंद्र संचालक एवं कार्य करने वाले कर्मचारी कार्यालय में कार्य के दौरान अपने नाक, आंख एवं चेहरे को छूने से बचे। केंद्र में कार्य करने वाले प्रत्येक कर्मचारियों के लिए सैनीटाईजर की व्यवस्था केंद्र संचालक को किया जाना अनिवार्य होगा। आधार सेवा केंद्र लोक सेवा केंद्रों के द्वारा बायोमेट्रिक डिवाईस का उपयोग किए जाने के प्रत्येक बार कर्मचारियों के द्वारा बायोमैट्रिक डिवाईस एवं प्रयोग किए गए अन्य डिवाईस को सैनीटाईजर से साफ किया जाना अनिवार्य होगा। केंद्र में प्रवेश के पूर्व प्रत्येक व्यक्तिको हाथ साबुन से साफ किए जाने हेतु साबुन एवंपानी की व्यवस्था अथवा सैनीटाईजर की व्यवस्था केन्द्र संचालक को अनिवार्य रूप से किया जाना होगा।
यह भी ध्यान रखा जाए की केंद्र में प्रवेश करनेवाला व्यक्ति अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करें। यह सुनिश्चित किए जाने के पश्चात् ही व्यक्ति को केंद्र के भीतर प्रवेश की अनुमति दिया जाए। केंद्र में आने वाले व्यक्ति से भी कर्मचारी आवश्यक दूरी बनाकर ही अपने कार्याें का संपादन करेंगे। यदि केंद्र में ऐसा कोई व्यक्ति आता है, जिसका सर्दी, जुकाम बुखार की समस्या हो तब ऐसे किसी व्यक्ति को कंेद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दिया जावें एवं ऐसे व्यक्ति को सावधानीपूर्वक घर में ही रहने की सलाह दिया जाए तथा इस संबंध में नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को भी तत्काल सूचित किया जाए। क्ेंद्र संचालक यदि चाहे तब कें्रद में प्रवेश के पूर्व प्रत्येक व्यक्ति के लिए मास्क की व्यवस्था स्वयं कर सकता है। केंद्रसंचालक स्वयं भी केंद्र के प्रत्येक टेबल एवं कुर्सियों को तथा उपयोग में आने वाले प्रत्येक उपकरण को प्रतिदिन सैनीटाईज करेंगे एवं अपने केंद्र में सफाई का विशेष ध्यान रखेंगे।
क्ेंद्र में एक समय में केवल एक ही व्यक्ति को प्रवेश करने की अनुमति दिया जाए। किसी भी स्थिति में केंद्र में भीड़ की स्थिति उत्पन्न नहीं होने दिया जाए एवं केंद्र के बाहर यदि एक से अधिक व्यक्ति उपस्थित होते है, तब इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि व्यक्ति आपस में परस्पर एक मीटर या अधिक की दूरी में रहे। इस हेतु आप अपने केंद्र में अपने किसी कर्मचारी की ड्यूटी लगा सकते है। ठस हेतु आप केंद्र के बाहर सफेद चाक से प्रत्येक एक मीटर या अधिक की दूरी पर गोल घेरा बना सकते है।
ग्राम पंचायत व्हीएलई जिनके द्वारा ।म्च्ै सिस्टम के माध्यम से बैंकिग सुविधा प्रदान किया जाता है, वे सम्बंधित ग्राम पंचायत सचिव से समन्वय स्थापित कर सावधानी के साथ लोगों को घर-घर जाकर भी पेंशन का भुगतान आॅनलाईन माध्यम से कर सकता है। केंद्र में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी स्वयं के साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखेंगे। केंद्र संचालक एवं समस्त कर्मचारियों को धारा-144 का पालन किया जाना अनिवार्य होगा। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए लोक सेवा केंद्र सामान्य सेवाकेंद्र, आधार सेवा केंद्र, संचालक स्वयं जिम्मेदार होगा। प्रत्येक संचालक आॅपरेटर एवं बीएलई दिए गए निर्देशों का कड़ाई से पालन करेंगे। किस भी प्रकार के निर्दे्रशों के उल्लंघन किए जाने की स्थिति पर सम्बंधित संचालक एवं आॅपरेटर पर आवश्यक दंडात्मक कार्यवाही किया जाएगा। - सीसीटीव्ही कैमरे, माईक, बैड और मनोरंजन के साधन के लिए टीव्ही लगाने के भी दिए निर्देशचिकित्सकों की निगरानी में किया जाएगा बेहतर इलाज
जशपुरनगर 08 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज लाईवलीहुड काॅलेज में बन रहे आइसोलेशन सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया और मरीजों को दी जाने वाली सुविधा के संबंध में चिकित्सा अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने आईसोलेशन सेंटर में बेड, सीसीटीव्ही, कैमरे, डाॅक्टरों की टीम, एन्ट्री गेट एवं एक्जिट गेट का निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को मरीजों को दी जाने वाली सारी सुविधा को तत्काल उपलब्ध कराने कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि डोफिंग एरिया में डाॅक्टरों की टीम ईलाज करने के उपरांत पीपीईटी किट को उतारेंगे। पीपीईटी कीट एवं अन्य चीजों की जांच करेंगे। बाहरी दस्ताने कीटानु रहित रखने के लिए हैड्रफ का उपयोग करेंगे। कुर्सी पर बैठेंगे और जुते का कवर हटाएंगे। साथ ही हेन्ड सेनेटाईजर द्वारा हाथों को सेनेटाईज करेंगे। पूरी तरह सेनेटाईज होने और किटानु मुक्त होने के उपरांत ही बाहर निकलेंगे।
आईसोलेशन सेंटर में मरीजों के लिए लगभग 150 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जहां सीसीटीव्ही कैमरे, माईक, सोने के लिए बेड, मनोरंजन के लिए टीव्ही की सुविधा उपलब्ध रहेगी। संभावित करोना के मरीज संेटर में चिकित्सकों की निगरानी में रहेंगे। जहां उनका बेहतर इलाज किया जाएगा। इस अवसर पर एसडीएम श्री योगेन्द्र श्रीवास, सीएमएचओ श्री पी.सुथार, डीपीएम गनपत कुमार नायक, डाॅ. अनुरंजन टोप्पो, डाॅ. राजेश कुरील उपस्थित थे। - धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की और तीन दिवस के भीतर कार्य पूर्ण करने के दिए सख्त निर्देशएजेंसियों को तीन पालियों में ड्यूटी लगाकर कार्य को पूर्ण कराने के लिए निर्देश दिए गएकोविड-19 अस्पताल में कोरोना मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी
जशपुरनगर 08 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज जिला चिकित्सालय अस्पताल में बन रहे कोविड-19 अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण करके निर्माण कार्यांे की जानकारी ली। उन्होंने मुख्यचिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी और संबंधित एजेंसियों को तीन दिवस के भीतर गंभीरता से लेते हुए कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए है। कलेक्टर ने धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कोविड-19 अस्पताल में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों को रखे जाने के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जहां उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा और मरीजों को बेहतर ईलाज की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। एजेंसी को तीन पालियों में कर्मचारी लगाकर कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए है। गैस पाईप लाईन, आॅक्सीजन पाईपलाईन के कार्याें के लिए अलग-अलग टीम में कार्य करने के लिए कहा गया है। कोविड अस्पताल में सीसीटीव्ही कैमरे एवं डोफिंग एरिया के कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कोविड-19 स्टाॅफ डोफिंग एरिया और चेम्बर-1 पीपीई निरीक्षण किया। डोफिंग एरिया में डाॅक्टरों की टीम ईलाज करने के उपरांत पीपीईटी किट को उतारेंगे। पीपीईटी कीट एवं अन्य चीजों की जांच करेंगे। बाहरी दस्ताने कीटानु रहित रखने के लिए हैड्रफ का उपयोग करेंगे। कुर्सी पर बैठेंगे और जुते का कवर हटाएंगे। साथ ही हेन्ड सेनेटाईजर द्वारा हाथों को सेनेटाईज करेंगे। पूरी तरह सेनेटाईज होने और किटानु मुक्त होने के उपरांत ही बाहर निकलेंगे। कोविड-19 अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 16 कमरे नीचे एवं उपर में14 कमरे में चिकित्सक सुविधा के साथ लगभग 70 बेड मरीजों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है। जहां उनका उचित इलाज किया जाएगा। इस अवसर पर एसडीएम श्री योगेन्द्र श्रीवास, सीएमएचओ श्री पी.सुथार, डीपीएम गनपत कुमार नायक, डाॅ. अनुरंजन टोप्पो, डाॅ. राजेश कुरील उपस्थित थे। -
क्वांरटीन तंबाकू मुक्ति अभियान- डब्ल्यूएचओ और एनटीसीपी के अनुसार जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केन्द्र ने जारी की एडवाइजरी
नशा छोड़ने के बीस मिनट के अंदर ही हृदय की धड़कन और रक्तचाप सामान्य होने लगता हैंदो घंटे बाद शरीर में मौजूद कार्बन मोनो-ऑक्साइड का स्तर घटने लगता हैबारह हफ्तों के अंदर फेफड़ों की कार्य क्षमता में सुधार महसूस होता हैतीन महीने के नियमित अभ्यास से तंबाकू का नशा छूट सकता हैविड्रोल सिमटम्स में सौंफ, लौंग, इलाइयची, अजवाइन, च्यूइंगम और पैचेस मददगार होते हैं
महामारी अधिनियम 1897 लागू होने से तंबाकू उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधित है। इस दौरान तंबाकू या सिगरेट आदि के न मिलने से ही कई लोगों की तलब अपने आप कम हो रही है। यदि आप चाह कर भी नशे से पीछा नहीं छुड़ा पा रहे हैं, तो जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केन्द्र से मुफ्त दवा लेकर इससे छुटकारा पा सकते हैं
महासमुंद 07 जून : देशव्यापी लाॅकडाउन के दौर में स्वयं और अपने परिवार का स्वास्थ्य ही सर्वोच्च प्राथमिकता है, तो नशे की लत को भी स्वयं पर क्यों हावी होने दिया जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के तंबाकू और निकोटिन से दूषित हाथ-मुंह और कमजोर पड़ रहे फेफड़े, कोरोना वायरस केे संक्रमण का दायरा बढ़ा सकते हैं। ऐसे में जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल ने आमजन से अपील करते हुए तंबाकू के आदी लोगों को कोविड-19 के खतरे के प्रति विशेष तौर पर आगाह किया है। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष लगभग एक हजार से अधिक लोगों ने राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत संचालित जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र में परामर्श लिया और नागरिकों को नशा उन्मूलन की दिशा में आगे आए। इस समय कोरोना वायरस के संक्रामक दौर में लोगों ने कुछ ही माह में ही नशा छोड़ने का अभ्यास किया और अब उनके द्वारा किसी भी तरह का नशा का सेवन नहीं किया जा रहा है। नशा-मुक्ति परामर्शदाता की राय में तंबाकू छोड़ने के लिए लॉक डाउन और क्वारंटीन का समय सर्वोत्तम है। उन्होंने बताया कि अगर तीन महीने तक कोई धूम्रपान या तंबाकू आदि से दूर रह ले, तो फिर वापस से इनकी लत लगने की संभावना एक चैथाई प्रतिशत से भी कम रह जाती है। इस अवधि में जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केन्द्र से परामर्श कर अपनी सबसे बुरी आदत से पीछा छुड़ा सकते हैं। नशा मुक्ति केन्द्र के सामाजिक कार्यकर्ता श्री असीम श्रीवास्तव ने महासमुंद विकासखण्ड के तुमगांव, नवागांव, चिरको एवं बनपचरी में क्वारंटीन केन्द्र पर रह रहे लोगों को फिजिकल डिस्टिेंसिंग में सवाल-जवाब कर विड्रोल सिमटम्स से उबरने के मनोवैज्ञानिक तरीके बताया।
केस वनः- मैं बीड़ी पीता हूं तो क्या मुझे कोरोना पकड़ सकता है...
उत्तर- सिगरेट और बीड़ी जैसे धूम्र उत्पाद सीधे तौर पर कोरोना का संक्रमण नहीं फैलाते, लेकिन ये फेफडे के कैंसर का प्रमुख कारण होने के साथ-साथ उनमें कार्बन मोनो-ऑक्साइड की मात्रा बढ़ा देते है, इससे फेफड़े कमजोर हो जाते हैं, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से उबरने की क्षमता कम हो जाती है।
केस टूः- बीड़ी तो नहीं पीता लेकिन, गुटखा और गुड़ाखू की लत कैसे छोड़ूं...
उत्तरः- यह आपके साथ-साथ दूसरों के लिए भी घातक है। प्रायः मुंह का कैंसर तंबाकू चबाने से ही होता है। यह हाथ-मुंह से छूने एवं थूकने से कोरोना संक्रमण के खतरे को भी बढ़ता है। क्योंकि, आप अभी क्वारंटीन में हैं, तो हल्का व्यायाम, योग, अधिक मात्रा में पानी, नमकीन एवं मिर्च आदि का उपयोग कर नियंत्रण बना सकते हैं। -
महासमुंद 07 जून : जिले में पढ़ई तुंहर द्वार कार्यक्रम के तहत् जिला शिक्षा अधिकारी श्री रॉबर्ट मिंज के मार्गदर्शन में बागबाहरा विकासखण्ड के उच्च प्राथमिक शाला पचेड़ा की शिक्षिका श्रीमती नेहा दुबे ने पी पी टी के माध्यम से कक्षा सातवीं अंग्रेजी, ममाभाचा के शिक्षक डी बसन्त साव ने कक्षा 6 वीं विज्ञान में पृथक्करण की विभिन्न विधियों को प्रयोगात्मक तरीके से रुचिकर अध्यापन किया उन्होंने आरेख चित्र के माध्यम से दैनिक जीवन मे उपयोग होने वाले उदाहरणों से घर मे करके देखो जैसे होम वर्क देकर सामान्य कक्षा की तरह वर्चुअल क्लास को नवाचारी ढंग से प्रस्तुत किया ।
विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा वर्चुअल क्लास की छात्रों एवं शिक्षकों के बीच बढ़ती लोकप्रियता पर प्रसन्नता व्यक्त की। बी.आर.सी ने 15 तारीख तक सभी शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास से जोड़ कर विद्यार्थियों तक पहंुचने की योजना बताई। वर्चुअल प्रभारी सुबोध तिवारी ने ऑनलाइन क्लास में आने वाली दिक्कत को दूर कर सभी शिक्षकों के आॅनलाइन क्लास को प्रोत्साहित करने शिक्षकों का संकुल वार ग्रुप तैयार करने की बात कही। विजय शर्मा द्वारा पालकों को एन्ड्राॅयड मोबाईल की उपलब्धता के लिए योजना बनाने व पालकों से सहयोग करने पालक सम्पर्क अभियान चलाने के वर्चुअल तरीकंे पर शिक्षकों को आह्वान किया। वर्चुअल कार्यक्रम का संयोजन ममाभाचा समन्वयक श्री डी.डी. वैष्णव व उनकी शिक्षक टीम ने किया। सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री नितिन लहरे द्वारा निरन्तर मॉनिटरिंग किया जा रहा है। -
महासमुंद 07 जून : जिले में वैश्विक महामारी के इस आपातकाल दौर में जिला प्रशासन द्वारा जरूरतमंदो तक हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इस क्रम में सामाजिक निगमित दायित्व के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् चयनित महिला स्व-सहायता समूह के सहयोग से 600 लीटर सेनेटाईजर का निर्माण कराकर आम जनों को उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा हैं, ताकि महासमुंद में सामाजिक स्तर पर वैश्विक महामारी से लड़ने की क्षमता आ सकें। वर्तमान समय में जहां लोग घर से बाहर निकलकर काम करने को तैयार नही है, वहीं महासमुंद विकासखण्ड की महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा इस जानलेवा वायरस से बचाव के लिए पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रही हैं। महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा सेनेटाईजर का निर्माण किया जा रहा है और उसे कम से कम कीमत में विक्रय करने का कार्य कर रही है।
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कोविड 19 के नियंत्रण के लिए रविवार से प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग सहित जनप्रतिनिधियों और धनात्मक प्रकरणों के प्राथमिक संपर्क में आने वालों को हाइड्राक्सी क्लोरोक्वीन की टेबलेट
खिलाना शुरू किया गया
महासमुंद 07 जून : कोरोना से संक्रमण का सबसे अधिक खतरा उनको है, जो संवेदनशील इलाकों और परिस्थितियों में स्वास्थ्य परीक्षण, निगरानी और प्रबंधन सहित कानून व्यवस्था के सुचारू संचालन की कवायद में जुटे हुए हैं। राज्य शासन एवं जिला प्रशासन को उनकी सुरक्षा का भी ख्याल है। इसी कड़ी में 07 जून 2020 से एहतियात के तौर पर रोजाना कोरोना वायरस से सामना करने वाले प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य महकमे से आपालकालीन सेवाओं में तैनात अधिकारी-कर्मचारियों सहित जनप्रतिनियों और कोविड-19 के प्राथमिक संपर्क यानि प्रायमरी कान्टेक्ट में आने वाले लोगों को हाइड्राक्सी क्लोराक्वीन की टेबलेट खिलानी शुरू की गई। उल्लेखनीय है कि यह वही दवा है जो तकरीबन सौ वर्ष पूर्व मलेरिया जैसी बीमारियों के उपचार के लिए ईजाद की गई थी। हालांकि यह कोविड 19 की बीमारी या उपचार के लिए पूर्णतः सटीक व कारगर नहीं मानी जाती हैं, किन्तु वर्तमान परिप्रेक्ष में विशेषज्ञों की राय के आधार पर इसका उपयोग शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।
इस संबंध में हाल ही में जिले में तैयारियों का जायजा लेने आए राज्य के उच्च स्तरीय अधिकारियों में ओएसडी श्री वेंकट राहुल, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डाॅ. प्रणीत कुमार एवं जिला प्रभारी डाॅ वायके शर्मा ने महासमुंद के जिला चिकित्सालय सहित कन्टेन्मेंट जोन बागबाहरा एवं क्वारंटीन केन्द्रों का भ्रमण किया था। इसके उपरांत राज्य स्तरीय दल ने कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल से मुलाकात कर चर्चा की और इस दौरान हाइड्राक्सी क्लोरोक्वीन दवा खिलाए जाने पर विचार किया गया। इस तारतम्य में कलेक्टर श्री गोयल के निर्देश के परिपालन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवा भंडारण कर रविवार से ही संबंधितों को दवा खिलानी शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार विशेषज्ञों की राय एवं उचित देख-रेख में आयु-वर्ग व शरीरिक क्षमता और आवश्यकतानुरूप दवा का सेवन कराया जाएगा। -
जिला प्रशासन की तत्परता और स्वास्थ्य विभाग की मेहनत रंग लाईपॉजिटिव मरीज के निगेटिव हो जाने से मिलने लगे सकारात्मक संकेतबागबाहरा के भदरसी गांव का रहने वाला मजदूर बाराबंकी उत्तरप्रदेश से लौटा था, क्वारंटीन अवधि में ही उसके पाॅजिटिव होने की पुष्टि होने पर रातों-रात उसे उपचार के लिए भेजा गया राजधानी स्थित माना अस्पताल
महासमुंद 07 जून : रविवार का दिन जिले के लिए राहत भरा रहा। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तत्परता के चलते पहला प्रकरण सामने आया जो कोरोना को मात दे गया। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बागबाहरा विकासखंड के ग्राम भदरसी का रहने वाला व्यक्ति 23 मई 2020 को बाराबंकी उत्तरप्रदेश से लौटा था। लौटते ही उसे स्थानीय प्रशासन ने भदरसी के क्वारंटीन केन्द्र में 14 दिवस के लिए निगरानी में रखा गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 28 मई 2020 को उसके स्वाब के नमूने जांच के लिए एम्स भेजे गए और 31 मई 2020 को उसके कोविड-19 पाॅजिटिव होने की पुष्टि हुई। सूचना मिलते ही राज्य शासन एवं जिला प्रशासन ने प्रकरण को संज्ञान में लिया।उस व्यक्ति को तत्परता से 31 मई 2020 की रात में ही उपचार के लिए राजधानी स्थित माना अस्पताल भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उपचारित व्यक्ति कोविड 19 से जंग जीत कर सकुशल लौटा है। जिसे जिले में ही 07 दिवस निगरानी में रखा गया है। ज्ञात हो कि इस बात से न केवल संबंधित संदिग्ध मरीज के परिजन, बल्कि जिलेवासियों में भी खुशी की लहर है। बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तत्परता के चलते अब जिले में कोविड 19 पाॅजिटिव प्रकरणों के स्वस्थ होकर घर वापस लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। -
- कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने किया पाटन ब्लॉक का निरीक्षण
दुर्ग 07 जून 2020/कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज पाटन ब्लॉक में विभिन्न निर्माण कार्यो तथा प्रस्तावित निर्माण कार्यो के स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रगतिरत कार्यों के साइट का अवलोकन कर निर्माण कार्यों के संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश दिए। साथ ही इन्हें युद्धस्तर पर कार्य कर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने उन जगहों का निरीक्षण भी किया जहां पर महत्वपूर्ण कार्य होने हैं। डॉ. भूरे कुरमीगुंडा, सेलूद, मर्रा जैसे गांवों में पहुंचे। मर्रा में उन्होंने प्रस्तावित कृषि महाविद्यालय की भूमि तथा इंडोर स्टेडियम की भूमि देखी। यहां मौजूद इंजीनियरों ने उन्हें प्रोजेक्ट के डिटेल्स के बारे में बताया। कलेक्टर ने दोनों ही प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तार से तकनीकी पक्षों के बारे में चर्चा की। कलेक्टर सेलूद भी पहुंचे। यहां पर उन्होंने ऐतिहासिक प्राइमरी स्कूल के सामने ग्रामीणों से विकास कार्यों के संबंध में चर्चा की। ग्रामीणों ने यहां की समस्या रखी। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की वजह से दिक्कत है। यह दूर हो गई तो बहुत सारी समस्याएं दूर हो जाएगी। स्कूल बिल्कुल बगल से लगा है। धूल काफी उड़ती है। साथ ही ग्रामीणों ने यह भी कहा कि ड्रेनेज की समस्या यहां पर है सड़क निर्माण के साथ ही नाली निर्माण की दिशा में मुकम्मल कार्य होगा तो लोगों के लिए काफी राहत होगी। कलेक्टर कुरमीगुंडरा भी पहुंचे यहां पर तथा अन्य स्थलों में प्रस्तावित पौधरोपण कार्यों की उन्होंने जानकारी ली। यहां पर 15 एकड़ में नींबू के पौधों का रोपण का प्रोजेक्ट है। कलेक्टर ने कहा कि पौधरोपण सबसे महत्वपूर्ण अभियान है। पूरे जिले में फलदार वृक्षों के रोपण पर काम किया जा रहा है। पाटन ब्लॉक में भी नींबू और मुनगा के रोपण पर कार्य किया जा रहा है ग्रामीणों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मुनगा के रोपण से न केवल हरियाली का दायरा बढ़ेगा अपितु इसके माध्यम से आंगनबाड़ियों में मुनगा वितरण कर सकेंगे। कुपोषण से लड़ने में मुनगा अहम भूमिका निभाता है हिमोग्लोबिन के बढ़ाने में एनीमिया से बचाने में मूंगा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके अलावा फलोद्यान का दायरा बढ़ाने का उद्देश्य यह है कि कृषि के अलावा लोगों को अतिरिक्त आय अर्जित हो सके। कलेक्टर ने इस मौके पर ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की और उनसे प्रस्तावित विकास कार्यों के सुझाव लिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी निर्माण कार्य तय समय पर पूरे होंगे। आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही पौधरोपण के कार्यक्रम को भी युद्धस्तर पर किया जाएगा। पौधों को रोपने से लेकर सहेजने तक सारी योजना बना ली गई है। कलेक्टर ने बताया कि पाटन शहर को प्रमुख शहरों से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़कों पर बड़े पैमाने पर पौधरोपण की तैयारी कर ली गई है। दौरे में प्रशिक्षु कलेक्टर श्री जितेंद्र यादव, एसडीएम श्री विनय पोयाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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कोरबा :जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक 16 साल के युवक की मौत क़ोरोना से नही हुई है। युवक की कोविड जाँच रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है। सावधानी वश जिला प्रशासन ने युवक का सेम्पल जाँच के लिए भेजा था। रायपुर के मेडिकल कालेज लेब से जाँच रिपोर्ट नेगेटिव मिली है।युवक के परिजन उसे सर्दी ,खांसी , बुखार व सांस लेने में तकलीफ पर शनिवार को सुबह अस्पताल ले कर आए। कोरोना के सम्भावित लक्षण की वजह से किशोर को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। खुद से चल कर बेड तक पहुँचे किशोर ने उपचार के दौरान जिला अस्पताल में रात को दम तोड़ दिया था । शव को जिला अस्पताल के मर्च्युरी में रखा गया था।नेगेटिव रिपोर्ट के आधार पर आगे की प्रक्रिया पूरी कर युवक का शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
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जशपुरनगर, :। कलेक्टर महादेव कावरे ने अपने कक्ष में मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार से राजस्व प्रकरणो की विस्तार से जानकारी लेकर समीक्षा की। उन्होंने राजस्व के लंबित प्रकरण, विवादित-अविवादित, डायवर्सन, नक्सा-खसरा, सीमांकन एवं एसडीएम कोर्ट, तहसीलदार कोर्ट के प्रकरण 7500 वर्गफूट से कम क्षेत्र की भूमि वाले अतिक्रमण की हुई शासकीय भूमि का नियमितकरण, शहरी स्लम पट्टों का नवीनीकरण, वन अधिकार पत्र के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव सुरक्षा की दृष्टि से साथ ही क्वारेंटाईन सेंटर में सांप-बिच्छु से सुरक्षित रखने के लिए सभी क्वारेंटाईन सेंटर में रहने वाले लोगों के लिए सोने के लिए बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि क्वारेंटाईन सेंटर में बैड को दिवाल से सटाकर न लगाए, ताकि श्रमिकों मजदूरों को जीव-जन्तुओं से सुरक्षित रखा जा सकें।
कलेक्टर ने कहा है कि इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। क्वारेंटाईन सेंटर के शौचालय को भी प्रतिदिन दो से तीन बार सफाई करने के निर्देश दिए हैं ताकि कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सकें।कलेक्टर समीक्षा के राजस्व प्रकरणों के धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की। राजस्व अधिकारियों को राजस्व प्रकरणों के निराकृत प्रकरणों के निराकृत प्रकरणों का आनलाईन एण्ट्री करने के लिए कहा है। उन्होंने प्रकरणों के निराकरण के दौरान शासन के निर्देशों का भी भली-भांति पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कांसाबेल, मनोरा, पत्थलगांव, कुनकुरी के तहसीलदारों को निर्देशित करते हुए नामांतरण, विवादित-अविवादित के प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने पत्थलगांव तहसीलदार को सीमांकन के प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए बरसात से पूर्व निराकरण करने के लिए कहा है। साथ ही अधिकारियों को अवगत कराया गया कि अपने क्षेत्र के ऐसे हितग्राही जो 10 किलो चावल की पात्रता रखते हैं उनका भी चिन्हांकन करने के लिएकहा है। समीक्षा के दौरान राजस्व अधिकारियों को 7500 वर्गफीट तक के अतिक्रमण वाली शासकीय भूमि का नियमितकरण किया जाना है ऐसे अतिक्रमणधारियों को नोटिश जारी करने के भी कहा है ताकि राज्य शासन की योजना का लाभ उठा सकें और अपनी भूमि का मालिकाना हक प्राप्त कर सकें। उन्होंने अधिकारियों से शहरी स्लम पट्टों के नवीनीकरण और फ्री होल्ड के संबंध में जानकारी ली उन्होंने कहा कि शहरी स्लम पट्टो का नवीनीकरण फ्री होल्ड के अधिकारी प्रकरण बनाकर अधिक से अधिक लोगों को शासन की योजना से लाभांवित करने के निर्देश दिए हैं।कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियो से वन अधिकार पत्र, आरबीसी 6-4 के प्रकरणों के संबंध में भी जानकारी ली। आरबीसी 6-4 के प्रकरणों को गंभीरता और संवेदनशीलता से हितग्राहियों को मुआवजा राशि का वितरण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि पानी में डूबने, सांप बिच्छु काटने, आकाशीय बिजली वाले प्रकरण आते हैं तो तत्काल प्रकरण बनाकरके मुआवजा राशि का भुगतान करें। इस अवसर पर अपर कलेक्टर आई.एल.ठाकुर, जशपुर एसडीएम योगेन्द्र श्रीवास, कुनकुरी एसडीएम रवि राही, बगीचा एसडीएम रोहित व्यास, फरसाबहार के एसडीएम नानसाय भगत, नीलांकर बासु, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार मोबाईल एप्लिकेशन से जुड़कर कर राजस्व प्रकरण की जानकारी दी। - स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने से श्रमिकों की आय तथा बचत में हो रही वृद्धिबलरामपुर: कोरोना वायरस के कारण जारी लाॅकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। प्रवासी श्रमिकों की वापसी से राज्य शासन के समक्ष लोगों के आर्थिक संकट को दूर करना बड़ी चुनौती थी। अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए राज्य शासन गंभीरता के साथ प्रयास कर रही है। लाॅकडाउन के कारण लोगों के पास रोजगार तथा आय का साधन नहीं होने से उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। सरकार ने अधिक से अधिक लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार प्रदान कर आर्थिक रूप से सबल बनाने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार प्रदान किया है। लोगों के पास रोजगार होने से आय में वृद्धि होगी तथा मांग और आपूर्ति का संतुलन बनने से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। राज्य शासन ने स्थानीय स्तर पर अधिक से अधिक श्रमिकों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार प्रदान कर इस चुनौती भरे समय में उनकी परेशानियों को कम किया है।बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में प्रतिदिन लगभग 70 हजार श्रमिकों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने से श्रमिकों की आय तथा बचत में वृद्धि हो रही है। स्थानीय स्तर पर कार्य मिलने से श्रमिकों के परिवहन लागत के साथ अन्य खर्चों में भी कमी आई है साथ ही ग्रामीण अधोसंरचना का भी विकास हो रहा है। मनरेगा के माध्यम से वर्तमान में गोठान, नाला ट्रीटमेंट, मेढ़बंदी, डबरी, तालाब, आंगनबाड़ी भवन, उद्यानिकी नर्सरियों में पौध तैयार करने जैसे कार्य कराए जा रहे हैं। मनरेगा के तहत् मजदूरों को 190 रूपये प्रतिदिन की दर से नियमित भुगतान किया जा रहा है। मनरेगा के अंतर्गत कार्य कर रहे श्रमिकों का कहना है कि यदि अपने गांव या समीपवर्ती गांव में रोजगार मिले तो हमें बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। लाॅकडाउन की अवधि में काम नहीं मिलने से परिवार की जरूरतों को पूरा करना कठिन हो गया था। वर्तमान में हमें मनरेगा के अंतर्गत नियमित रूप से रोजगार मिल रहा है, शासन के इस पहल से हमें बड़ी राहत मिली है तथा आर्थिक स्थिति मे सुधार हुआ है। प्रशासन द्वारा कार्यस्थल में कोरोना से बचाव हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ मास्क, सैनिटाइजर एवं हाथ धोने की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है साथ ही सोशल एवं फिजीकल डिस्टेंस का पालन करते हुए कार्य कराए जा रहे हैं। राज्य शासन लोगों के स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के प्रति गंभीर है, शासन के संवेदनशीलता के प्रति श्रमिकों ने आभार व्यक्त किया है।जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरिश एस0 ने श्रमिकों से अपील की है कि ग्राम पंचायत स्तर पर मनरेगा के अंतर्गत विभिन्न कार्य स्वीकृत हैं, अतः अधिक से अधिक श्रमिक मनरेगा के कार्यों में शामिल होकर इसका लाभ उठाएं।
- जशपुर: कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज पत्थलगांव विकास खंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिकनी क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया और सेंटर में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।उन्होंने रहने वाले लोगों से रात के समय बाहर निकलते समय टार्च या रोशनी में बाहर निकलने के लिए कहा। क्वारेंटाईन सेंटर में 15 लोग रह रहे हैं। श्रमिकों से सोने के लिए बिस्तर बैंड की सुविधा है कि नहीं जानकारी ली श्रमिकों ने बताया कि कोरेनटाइन सेंटर में शासन की तरफ से सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही। उन्होंने संतुष्टि जाहिर की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री शंकर लाल बघेल, एसडीएम दशरथ सिंह राजपूत जनपद पंचायत सीईओ बी.एल.सरल तहसीलदार महेश शर्मा और अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- पर्यटन केरूप में विकसित करने के लिए राज्य सरकार को भेजा जायगा प्रस्तावजशपुर: राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत राम वन गमन पथ के विकास को लेकर मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जशपुर कलेक्टर श्री महादेव कावरे द्वारा राम वन गमन मार्ग से संबंधित स्थान किलकिला का निरीक्षण कर विकास संबंधी प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भेजा जाएगा।किलकिला के बारे में मान्यता है कि यहां श्री राम जी ने अपने वनवास के दौरान कुछसमय यहाँ व्यतीत किये थे। सरगुजा के मैनपाट से होते हुए श्री राम किलकिला से होते हुए गिरवानी रामझरना होते हुए आगे बढ़े थे,तब से यह क्षेत्र धार्मिक मान्यताओं, एवं लोक आस्थाओं का प्रमुख केंद् बना हुआ है। किलकिला मांड नदी के तट पर बसा एक सुंदर शांत स्थान है।यहाँ शिव जी का एक प्राचीन मंदिर भी है जो कि यहां के लोगो का आस्था का प्रमुख केंद्र है। कलेक्टर श्री कावरे ने बताया कि किलकिला के इस क्षेत्र का का सौद्रीयकरण कर एवं पर्यटन केरूप में विकसित कर राम वन गमन पथ को एक नई दिशा दी जाएगी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री शंकरलाल बघेल, एसडीएम श्री दशरथ सिंह राजपूत, जनपद सीईओ श्री बी.एल. सरल, वन रेंजर सुश्री सुनीता साहू अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
- रहने वाले लोगों से सुविधाओं के संबंध में ली जानकारीजशपुर: कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज पत्थलगांव विकास के शासकीय प्राथमिक शाला ग्राम कुनकुरी और शासकीय शाला किलकिला के क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां रहने वाले लोगों से सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली कलेक्टर ने श्रमिकों और मजदूरों को पलंग पर ही सोने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों से भोजन पानी शौचालय की सुविधा के साथ अन्य जानकारी ली।कलेक्टर ने अधिकारियो को कोरोनेटाइन सेंटर में सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रहने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या ना होने पाएं इसका विशेष ध्यान रखें। कुनकुरी क्वारेंटाइन सेटर में चार लोगों रह रहे हैं इनमें राजस्थान के दो मुम्बई के एक और एक सूरजपुर के शामिल हैं और किलकिला क्वारेंटाइन सेंटर दो लोग शामिल हैं। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री शंकर लाल बघेल, एसडीएम दशरथ सिंह राजपूत, जनपद पंचायत सीईओ सी एल सरल, तहसीलदार महेश शर्मा और अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- क्वारन्टीन जोन में, क्वारन्टीन सेंटर में तथा होम क्वारन्टीन में रह रहे लोगों की पुख्ता मॉनिटरिंग होती रहेदुर्ग: कोरोना संक्रमण के नियंत्रण की समीक्षा को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा कि जिले में कुछ दिनों से लगातार कोरोना के नए मामले आ रहे है। ऐसी स्थिति में पहले की तरह ही पूरी सावधानी व सतर्कता की जरुरत है। हर स्तर पर संक्रमण को रोकने के साथ-साथ लोगों को इस संक्रमण से बचाने निरंतर जनजागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने जिले के सभी राजस्व अनुभागों के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी व नगरीय निकायों के आयुक्त को इस पूरे काम में बड़ी सार्थक भूमिका के साथ दायित्वों का पालन करने कहा है। कलेक्टर ने कहा कि हमेशा की तरह कोरोना संक्रमण को थामने रिस्पांस टाइम का बड़ा महत्व है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के साथ ही किसी भी क्वारन्टीन सेंटरध्होम क्वारेंटाईन में किसी व्यक्ति का रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर बिना समय गंवाए उसके उपचार की व्यवस्था तुरंत आरम्भ कराने तथा संपर्क में आये लोगों की ट्रेसिंग जरूरी है। कंटेन्मेंट जोन की पूरी तरह से ट्रेकिंग करने के लिए शहरी क्षेत्रों के लिए नगरीय निकाय के आयुक्तों को तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अनुविभागीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। नगरीय निकाय क्षेत्रो में 2 या 2 से अधिक मामले आने पर नगरीय निकाय के आयुक्त सम्बंधित एसडीएम से संपर्क कर अलग-अलग टीम के साथ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण एवं आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। कहीं पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में प्रोटोकॉल अनुसार सीएमएचओ सम्बंधित एसडीएम और कमिश्नर को इसकी तत्काल सूचना देंगे जिससे सुरक्षित तरीकों के साथ आगे की कार्यवाही हो सके।कलेक्टर ने बैठक में कहा कि कंटेन्मेंट जोन में सुरक्षा बल लगातार मोनीटरिंग करेंगे।उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि सभी कंटेन्मेंट जोनध्क्वारन्टीन सेंटर में रहने वाले लोगों की मॉनिटरिंग करें। यह सुनिश्चित करें कि होम क्वारन्टीन में रहने वाला नागरिक घर में अलग से रहे और अपनी सभी गतिविधियों का संचालन पृथक रूप से ही करे। क्वारन्टीन सेंटर में रहने वाले लोगों के खून की सेम्पल लेने की दिन से उनके क्वारेंटीन सेंटर में रहने के दिन की गणना की जाए। साथ ही निर्धारित अवधि पूरी हो जाने के बाद उसकी ब्लड सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही सेंटर से उसकी छुट्टी की जाए।कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग को अपने वार्डो और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी घरों के लोगों की आवश्यक निगरानी रखते हुए सर्दी खांसी के लक्षण होने पर अथवा सांस लेने में तकलीफ होने पर जानकारी देने कहा। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के साथ भी समन्वय से कार्य करने कहा।उन्होंने कोरोना के संक्रमण को रोकने व बचाव के लिए लगे दलों के अधिकारियों को बेहद जवाबदेही से कार्य करते हुए इसे नियंत्रित करने की दिशा में कार्य करने कहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले में अभी कुछ दिनों में और नए मामले आने की आशंका है। इसके मद्देनजर बाहर से आने वाले लोगों की पूरी सूची श्रम विभाग से लेकर स्वास्थ्य जांच कर इन्हें क्वारन्टीन सेंटर पर रखने कहा। कोई पॉजिटिव मरीज मिलने पर उसके सम्पर्क में आये सभी लोगों की हिस्ट्री तैयार कर उन सभी की जांच कराएं। जिले में पूरी तरह से संक्रमण के रोकथाम की दिशा में कार्य करने उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया।
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कोरिया: छत्तीसगढ़ शासन की घर बैठे पढाई करने की योजना पढई तंुहर दुआर का क्रियान्वयन कोरिया जिले में अधिकारियों के कुषल मार्गदर्षन में सक्रिय रूप से किया जा रहा है। जिसमें षिक्षकों के साथ अधिकारीगण भी कक्षाएं लेकर इस योजना को सफल बनाने और पढाई को हर बच्चों तक पहुंचाने में महती भूमिका निभा रहे हैं।
इसी कडी में सहायक विकासखंड षिक्षा अधिकारी बैकुण्ठपुर श्री देवेष जायसवाल ने विगत दिनों जिला स्तरीय कक्षा में विज्ञान विशय के ऊश्मा व ताप के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस कक्षा में अधिक से अधिक बच्चों एवं षिक्षकों ने हिस्सा लिया और पूरे विशय को ध्यान से सुना एवं अपना संदेह दूर किया। बच्चों ने श्री जायसवाल की कक्षा को काफी सराहा तथा इसी प्रकार अन्य कक्षाएं आगे लेने का निवेदन किया। बैकुण्ठपुर के बीआरसी श्री नीलेष षुक्ला, एपीसी श्री राजकुमार चापेकर, षैक्षिक समन्वयक कन्या बैकुण्ठपुर श्री नरेष तिवारी, षैक्षिक समन्वयक पटना श्री अषोक गुप्ता आदि इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन में विषेश योगदान दे रहे हैं। - कोरिया : सरकार अपने वादों पर खरा उतरी, उसने किसानों के बारे में सोचा, हमे अपनी कडी मेहनत का प्रतिफल मिला, हम सभी किसान भाई और हमारा पूरा परिवार बेहद खुष है। यह कहना है बैकुण्ठपुर विकासखण्ड के ग्राम पतरापाली निवासी किसान श्री अवध राम का। उन्होंने बताया कि वे खेती किसानी करके अपना जीवन यापन करते हैं। उपज से अर्जित आय से वे अपने परिवार की परवरिष करते हैं। आय का अन्य कोई साधन न होने से वे पूर्णतः किसानी कार्य में ही संलग्न है।श्री अवधराम द्वारा अपनी कुल उपज का 70 क्विंटल धान समिति में बेचा गया था। जिससे 128450 रू. की राषि प्राप्त हुई थी। समर्थन मूल्य के अंतर की राषि का प्रथम किस्त के रूप में 12000 रू. उसके खाता में षासन द्वारा जमा कर दी गई है और भी किस्तों के रूप में उसके खाते में राषि अंतरित की जायेगी। यह जानकर वह बेहद खुष है। लाकडाउन के कारण पूरे देष में आर्थिक गतिविधियों का सूचारू संचालन नहीं हो पा रहा था, किसान अपनी खेती किसानी को लेकर बहुत चिंतित थे, ऐसे मुष्किल क्षण में न्याय योजना लाकर सरकार ने एक प्रकार से सभी किसारनों के परिवार में खुषी ला दी है। प्राप्त आय से वे अपने परिवार की जरूरी आवष्यकताओं की पूर्ति करेंगे। उन्होंने सरकार की प्रषंसा करते हुए कहा कि हमारा पूरा परिवार बेहद खुष है।
- कलेक्टर ने ली सोनहत विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सचिवों की बैठक
कोरिया: कलेक्टर श्री एस.एन.राठौर ने सोनहत जनपद पंचायत के सभाकक्ष में ग्राम पंचायत सचिवों की बैठक लेकर आवष्यक निर्देष दिये। सर्वप्रथम जनपद पंचायत सोनहत के सीईओ द्वारा कलेक्टर को सोनहत तहसील की सामान्य जानकारी से अवगत कराते हुए विकासखण्ड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में नरेगा, डीएमएफ, रूर्बन मिषन, सांसद एवं विधायक मद से चल रहे कार्यों को बताया गया।बैठक में कलेक्टर ने सचिवों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का मुख्य काम क्षेत्र का विकास करना है जो पंचायत स्तर पर सचिवों के माध्यम से संभव है। उन्होंने कहा कि योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो, लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। ग्रामीणों के जीवन षैली में सकारात्मक बदलाव आना चाहिए। कलेक्टर ने कहा पंचायत भवन रोज खुलनी चाहिए। फिल्ड वाले सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अपनी पदस्थापना मुख्यालय में रहना होगा। कृशि विस्तार अधिकारी, पटवारी, आर.आई, कम से कम सप्ताह में तीन दिन पंचायत भवन में अवष्य बैठें।बैठक में कलेक्टर ने पंचायतों में चल रहे मनरेगा के काम की जानकारी ली। उन्होंने विभाग की योजनाओं के संबंध में पंचायत सचिवों के प्रषिक्षण हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी केंद्रों में मुनगा एवं फलदार पौधे का रोपण, स्कूलों के बाउंड्री में वृक्षारोपण, पंचायत भवनों में बाहर दीवार पर आपातकालीन नंबर जैसे - एंबुलेंस, चिकित्सालय, महत्वपूर्ण अधिकारी-कर्मचारियों, सरपंच एवं सचिव के नंबर चस्पा हों। उन्होंने 10 नये ग्राम पंचायत भवनों के लिए षीघ्र ही जमीन चिन्हांकित करने कहा। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, अन्य विभागीय अधिकारी कर्मचारी सहित सभी ग्राम पंचायतों के सचिव उपस्थित थे। - कोरबा : कल रात सात और आज फिर एक क़ोरोना संक्रमित मिला कोरबा जिले में कल रात के सात मिलाकर अब संख्या हुई आठ आज मिला नया संक्रमित भी प्रवासी श्रमिक, पसान के गल्स स्कूल में क्वॉरंटाईन में है ३५ वर्षीय युवक महाराष्ट्र से लौटा है कोरबा स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने की पुष्टि एसडी॰एम॰ सहित मेडिकल टीम और प्रशासनिक अधिकारी पहुँचे पसान युवक को कोविड अस्पताल भेजने की तैयारी
- कोरिया: कलेक्टर श्री एस.एन.राठौर ने अपने भ्रमण के दौरान सोनहत विकासखण्ड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, उद्यानिकी, वन विभाग, मत्स्य विभाग सहित कई विभागों द्वारा की जा रही कार्यों का अवलोकन किया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देषित किया। उन्होंने ग्राम पंचायत कैलासपुर में वन मंडल बैकुण्ठपुर द्वारा बनाये जा रहे आर्वती चराई योजना के कार्य का निरीक्षण करते हुए पशुओं के पीने के पानी के लिए बनाई गई टंकी को दुबारा सही तरीके से बनाने तथा पूरे क्षेत्र में चारों तरफ नेपियर घास और अधिक से अधिक फलदार पौधे लगाने के निर्देष दिये।तत्पष्चात कलेक्टर ने ग्राम पंचायत सलगंवाकला पहुंचकर महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत हसदो नदी स्टाॅप डेम में चल रहे गाद सफाई कार्य का अवलोकन किया। इसके बाद मषरूम उत्पादन केंद्र पहुंचकर विद्युत व्यवस्था हेतु सोलर पैनल तथा भवन से लगी हुई भूमि को विकसित कर फलदार पौध रोपण और अंतरवर्तीय खेती कराने के निर्देष दिये। इसी कड़ी में कलेक्टर ने ग्राम पंचायत रजौली में मत्स्य विभाग तथा महात्मा गांधी नरेगा के अभिसरण से बन रहे श्रंृखला में तालाबों का जायजा लिया। वहां उन्होंने पानी की आवक को देखते हुए तकनीकी रूप से मजबूत संरचना बनाने तथा तालाबों के मेड एवं बीच में रिक्त भूमि पर व्यवस्थित फलदार नर्सरी तैयार करने के निर्देष दिये।
कलेक्टर श्री राठौर ग्राम पंचायत पोंडी के अमहर में मत्स्य विभाग द्वारा बनाये गये मत्स्य बीज एवं मत्स्य उत्पादन इकाई का भी अवलोकन करने पहुंचे। वहां मछुआ समिति के सदस्यों के साथ बातचीत की। कलेक्टर ने ग्राम पंचायत सोनहत में मनरेगा तथा रूर्बन के तहत बनाये गये गौ पालन केंद्र का भी निरीक्षण किया। वहां उन्होंने गोपालकों से बात कर उनके अर्जित होने वाले आय की जानकारी ली तथा मौके पर उपस्थित पशु विभाग के अधिकारी को अतिरिक्त षासकीय सहायता षासन के प्रावधान अनुसार उपलब्ध कराने कहा। इसी बीच उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनहत का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं को देखा तथा डाक्टरों को व्यवस्था सुधारने के निर्देष दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।