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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर पहले चरण में आज वंदे मातरम् का सामूहिक गायन किया गया
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम राष्ट्र की एकता, आत्मगौरव और मातृभूमि के प्रति समर्पण का जीवंत संदेश देता है - विधायक श्री सिन्हा
महासमुंद : वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पूरे देश के लिए गर्व और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय अवसर है। वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर पहले चरण में आज कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया। यह राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रातः 10 से 11 बजे तक सीधा प्रसारण किया गया। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के पश्चात पूरे देश में एक साथ वंदे मातरम् का सामूहिक गायन किया गया। इस अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम जिला पंचायत महासमुंद में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा शामिल हुए। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोगरा पटेल, उपाध्यक्ष श्री भीखम सिंग ठाकुर, छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, जिला स्काउट एवं गाइड के जिलाध्यक्ष श्री येतराम साहू, नगरपालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री पवन पटेल, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत नंदनवार एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
इस अवसर पर विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ एक स्मरणीय अवसर के साथ राष्ट्र की एकता, आत्मगौरव और मातृभूमि के प्रति समर्पण का जीवंत संदेश है। यह आयोजन नई पीढ़ी को भारत की सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ते हुए उनमें देशभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रीय चेतना की भावना को और गहराई देगा। वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा का स्वर है, जिसकी गूंज हर नागरिक के हृदय में नई ऊर्जा और गर्व का संचार करेगी।
छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्रहास चंद्राकर ने कहा कि भारत गीत की रचना के आज 7 नवंबर 2025 को 150 साल हो गए। वंदे मातरम् जो कभी देश की आजादी के आंदोलनकारियों का अमर वाक्य रहा, आज भी ये मातृभूमि के लिए हमारे अटूट प्रेम की ये निशानी है। वंदे मातरम् का पहली बार बंगदर्शन में 7 नवंबर 1875 को प्रकाशन हुआ था। बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने 1882 में इसे आनंदमठ में प्रकाशित किया। एक कविता से राष्ट्रीय गीत बनने की वंदे मातरम् की यात्रा कभी न भूलने वाली है।
जिला स्काउट एवं गाइड के अध्यक्ष श्री येतराम साहू ने कहा कि वंदे मातरम् के रचनाकार बंकिम चंद्र चटर्जी 19वीं सदी के बंगाल की सबसे मशहूर साहित्यकार थे। उपन्यास, कविता और निबंधों के जरिये बंगाली साहित्य के साथ उन्होंने राष्ट्रवाद की ऐसी अलख जगाई जो धीरे-धीरे सूरज की रोशनी की तरह फैलती गई। आनंदमठ, कपालकुंडला दुर्गेश नंदिनी और देवी चौधरानी भी उनकी रचना है, इसमें गुलामी के दौर की सामाजिक जकड़न को इलमें दिखाया गया हैं। कलकत्ता में अक्टूबर 1905 में देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए वंदे मातरम संगठन की स्थापना की गई। समुदाय के सदस्य हर रविवार वंदे मातरम् गाते हुए प्रभात फेरी निकालते थे। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती रामदुलारी सिन्हा, जगमोती भोई, श्री नैन पटेल, श्री महेन्द्र सिक्का, श्री आनंद साहू, श्री रमेश साहू, श्री राजू चंद्राकर, श्री अरविन्द प्रहरे, श्री शरद मराठा मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डीएमसी श्री रेखराज शर्मा द्वारा किया गया।
चार चरणों में होगा वर्षभर आयोजन
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मार्गदर्शन में इस ऐतिहासिक पर्व को वर्षभर चलने वाले महाअभियान के रूप में मनाया जा रहा है। देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी यह आयोजन जनभागीदारी के साथ चार चरणों में ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक भव्य रूप में संपन्न किया जाएगा। जिसमें प्रथम चरण 7 से 14 नवम्बर 2025, द्वितीय चरण 19 से 26 जनवरी 2026, तृतीय चरण 7 से 15 अगस्त 2026 (हर घर तिरंगा अभियान के साथ), और चतुर्थ चरण 1 से 7 नवम्बर 2026 तक चलेगा। इस दौरान राज्य के सभी जिलों, जनपदों, ग्राम पंचायतों, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में राष्ट्रगीत के सामूहिक गायन के साथ विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे। साथ ही जिले के सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में वंदे मातरम विषय पर विशेष सभाएँ, निबंध, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी, पोस्टर निर्माण, एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। एनसीसी, एनएसएस, स्काउट-गाइड और स्कूल बैंड के माध्यम से वंदे मातरम् और देशभक्ति गीतों की धुन पर प्रस्तुतियाँ दी जाएगी।
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रैम्प योजना के तहत एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
बिलासपुर : जिले के छोटे और मझोले उद्योगपतियों को डिजिटल मार्केटिंग का एक दिवसीय प्रशिक्षण जल संसाधन परिसर के प्रार्थना सभा भवन में दिया गया। उन्हें डिजिटल साक्षरता, डिजिटल प्लेटफार्म, मार्केटिंग प्लेटफार्म एवं बीडीएसपी से जोड़ने और उनके उत्पादों की बाजार पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से ई-मार्केटप्लेस एवं डिजिटल मार्केटिंग के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार की रैम्प योजना के अंतर्गत आयोजित हुआ। गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जेम), रायपुर के वरिष्ठ सहायक निदेशक श्री राकेश तिवारी ने सरकारी खरीद पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया निविदाओं में भागीदारी, उत्पाद कैटलाग विकास एवं एमएसएमई इकाईयों को मिलने वाले लाभों पर विस्तार से जानकारी साझा की।
कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक श्री सी.आर. टेकाम ने कहा स्थानीय उत्पादों को डिजिटल प्लेटफार्म, मार्केटिंग प्लेटफार्म एवं बीडीएसपी से जोड़कर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी जा सकती है। इस प्रकार की कार्यशालाएं उद्यमियों एवं समूहों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगी। उन्होने बताया कि योजना के तहत उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम, निर्यात प्रशिक्षण, डिजिटल मार्केटिंग, वित्तीय पहुंच और अन्य कई पहले चल रही है जो सूक्ष्म उद्यमों के लिए नये अवसर सृजित कर रही है।
कार्यक्रम में महाप्रबंधक श्री सी.डी. प्रसाद, श्री संतोष धुर्वे, प्रबंधक श्री सत्येंद्र वर्मा, श्री सुनील पाण्डेय, श्री सी.एस.बिंझवार, श्री ए.श्रीधर राव, श्रीमती आरती झलरिया, श्रीमती रेवती कुमार लहरे सहित कुल 150 से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे। जिनमें महिला उद्यमी, समूह सदस्य, पारंपरिक कारीगर एवं स्थानीय एमएसएमई प्रतिनिधि शामिल थे। सभी सत्रों के बाद उद्यमियों के साथ सवाल जवाब के बाद कार्यशाला का समापन किया।
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बिलासपुर: बिलासपुर नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड की सदस्यता सूची का प्रथम प्रकाशन कर दिया गया है। सूची के संबंध में दावा आपत्ति 10 नवम्बर से 16 नवम्बर 2025 तक शाखा प्रबंधक श्री शुभम मित्तल के पास बैंक कार्यालय बिलासपुर नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड में अथवा रजिस्ट्रीकरण अधिकारी श्री आर के गुप्ता के समक्ष कार्यालय संयुक्त आयुक्त सहकारिता एवं संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएं बिलासपुर में प्रस्तुत कर सकते है। आपत्तियों का निराकरण एवं अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 18 नवम्बर को होगा।
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बिलासपुर : रैम्प योजना के तहत सूक्ष्म, लद्यु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) इकाइयों, महिला उद्यमियों, स्व सहायता समूह तथा कारीगरों को बैंक ऋण, सरकारी योजनाओं एवं वित्तीय सहायता से जोड़ने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला 7 नवम्बर को दोपहर 12 बजे से जल संसाधन परिसर के प्रार्थना सभा भवन में होगी।
कार्यशाला में विभिन्न बैंकों द्वारा ऋण योजनाओं की जानकारी, एमएसएमई एवं शाखाओं से संबंधित वित्तीय समस्याओं का समाधान, क्रेडिट लिंक्ड योजनाओं की जानकारी, उद्यमियों और बैंकर्स के मध्य प्रत्यक्ष संवाद, महिला उद्यमियों एवं एसएचजी हेतु विशेष मार्गदर्शन दिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र बिलासपुर एवं ए श्रीधर राव मो.न. 7587097969 से संपर्क कर सकते है।
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चार चरणों में होंगे आयोजन, कलेक्टर ने तैयारियों के दिए निर्देश
बिलासपुर : भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के निर्देशानुसार “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग द्वारा वर्षभर राज्यभर में विविध कार्यक्रमों होंगे। जिले में इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने संबंधित विभागों को इस संबंध में तैयारियों के निर्देश दिए हैं। आयोजन का उद्देश्य राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के माध्यम से देशभक्ति, एकता और सांस्कृतिक गौरव की भावना को जन-जन तक पहुँचाना है।
संस्कृति विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, यह आयोजन चार चरणों में संपन्न होगा। पहला चरण 7 से 14 नवम्बर 2025, दूसरा चरण 19 से 26 जनवरी 2026, तीसरा चरण 8 से 15 अगस्त 2026, चौथा चरण 1 से 7 नवम्बर 2026 तक होगा। पहले चरण का शुभारंभ 7 नवम्बर 2025 को किया जाएगा, जिसमें माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का संदेश सभी जिलों में प्रसारित किया जाएगा और सामूहिक रूप से “वंदे मातरम” का गायन किया जाएगा। इस अवसर पर जिलेभर में सांस्कृतिक और जनभागीदारी गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। जिले के साथ ही जनपद स्तर और ग्राम पंचायत स्तर पर भी इस अवसर पर विभिन्न आयोजनों के निर्देश दिए गए हैं। इन आयोजनों के अंतर्गत शैक्षणिक संस्थानों में देशभक्ति गीत, नृत्य, निबंध, वाद-विवाद, चित्रकला, पोस्टर निर्माण, कवि सम्मेलन तथा लघु फिल्म प्रदर्शन जैसे विविध कार्यक्रम होंगे। प्रमुख गायकों और स्थानीय कलाकारों द्वारा “वंदे मातरम” के विभिन्न स्वरूपों की प्रस्तुति दी जाएगी। नागरिकों एवं विद्यार्थियों को इस आयोजन में भाग लेने के लिए vandemataram150.in पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा दी गई है। इस पोर्टल पर गीतों और संगीत की रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई जाएगी ताकि सामूहिक गायन में एकरूपता बनी रहे। संस्कृति विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि “वंदे मातरम् के 150 वर्ष” का यह महोत्सव नागरिकों में राष्ट्रीय चेतना की भावना को और अधिक सशक्त करेगा।
उल्लेखनीय है कि कवि और उपन्यासकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने बंगाल के कांतल पाडा नाम के गांव में 7 नवंबर 1876 को वंदे मातरम गीत की रचना की थी। पहली बार 1896 में कलकत्ता अधिवेशन में वंदे मातरम गाया गया था और 24 जनवरी 1950 को, भारत की संविधान सभा ने वंदे मातरम् गीत को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनायाया। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में इस गीत ने बड़ी भूमिका निभाई इस गीत ने लोगों को आजादी की लड़ाई के लिए प्रेरित करने का काम किया था। अंग्रेजों के लिए ये गीत विरोध का स्वर था।
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प्राकृतिक आपदाओं की पूर्व चेतावनी एवं त्वरित सहायता के लिए नागरिकों से डिजिटल सतर्कता अपनाने का आग्रह
बेमेतरा : जिला प्रशासन बेमेतरा ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्राकृतिक आपदाओं की पूर्व चेतावनी प्राप्त करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन “सचेत”, “दामिनी” एवं “मेघदूत” का सक्रिय रूप से उपयोग करें। ये तीनों एप्लिकेशन आम जनता को मौसम संबंधी सटीक जानकारी और आपदा से पहले आवश्यक अलर्ट प्रदान करते हैं, जिससे जनहानि एवं नुकसान को न्यूनतम किया जा सके।
“सचेत” ऐप बाढ़, भूकंप, चक्रवात एवं अन्य आपदा की प्रारंभिक चेतावनी प्रदान करता है। “दामिनी” ऐप आकाशीय बिजली गिरने से संबंधित रीयल-टाइम अलर्ट जारी करता है। “मेघदूत” ऐप किसानों एवं नागरिकों को स्थानीय मौसम पूर्वानुमान, तापमान, वर्षा और कृषि सलाह की जानकारी देता है।
कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने कहा कि आधुनिक तकनीक के उपयोग से हम प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को काफी हद तक रोक सकते हैं। उन्होंने जिले के सभी नागरिकों से आग्रह किया है, कि वे इन तीनों ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर नियमित रूप से उपयोग करें और अपने परिवार एवं आसपास के लोगों को भी इसके उपयोग के लिए प्रेरित करें। साथ ही उन्होंने बताया कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में नागरिक आपदा टोल फ्री नंबर 1070 पर संपर्क कर त्वरित सहायता प्राप्त कर सकते हैं। कलेक्टर ने जिला एवं तहसील स्तर के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐप प्रचार-प्रसार एवं उपयोग से संबंधित की गई कार्रवाई की जानकारी समय पर राजस्व लेखा शाखा को प्रेषित करें। जिला प्रशासन ने कहा है कि इन डिजिटल साधनों के उपयोग से नागरिकों की सुरक्षा, आपदा प्रबंधन की दक्षता तथा पूर्व तैयारी में उल्लेखनीय सुधार लाया जा सकता है।
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शिक्षा गुणवत्ता, श्रेष्ठ योजना, अपार आईडी एवं पोषण अभियान की हुई गहन समीक्षा
बेमेतरा : आज जिला पंचायत बेमेतरा के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास तथा विभागीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा करना था।
बैठक में प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई, अपार आईडी की प्रगति की समीक्षा तथा लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण हेतु निर्देश। श्रेष्ठ योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आवासीय विद्यालयों में प्रवेश दिलाने हेतु आधिकारिक पंजीयन कराने के निर्देश। शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत शिक्षण व्यवस्था में सुधार, विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता बढ़ाने और परीक्षा परिणामों को बेहतर करने के उपायों पर विचार-विमर्श। प्रधानमंत्री पोषण अभियान (मिड-डे मील) के सुचारू संचालन एवं पोषक तत्वों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के संबंध में दिशा-निर्देश।
जिले के हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों में 20 प्रतिशत कमजोर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों की समीक्षा तथा सुधारात्मक कदमों पर विशेष चर्चा। कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में कहा कि “शिक्षा विभाग का कार्य केवल परीक्षा परिणाम सुधारने तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों में अनुशासन, संस्कार और जीवन मूल्यों का समावेश करना भी उतना ही आवश्यक है।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक विद्यालय में पठन-पाठन की गुणवत्ता, छात्र उपस्थिति और परिणाम सुधार की दिशा में ठोस कार्ययोजना बनाकर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री गेंदराम चतुर्वेदी, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा श्री राजकुमार वर्मा, सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी , बीआरसी, शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों के प्राचार्य, तथा निजी विद्यालयों के संस्था प्रमुख बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। बैठक के अंत में कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने सभी अधिकारियों से कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार जिले की प्राथमिकता है, इसलिए हर स्तर पर जिम्मेदारी और समर्पण के साथ कार्य करें, जिससे बेमेतरा जिला शैक्षणिक उपलब्धियों में अग्रणी बन सके।
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एक भर्ती प्लास्टिक बोरी एवं सूखा धान भुसा कार्य के लिए प्रक्रिया प्रारंभ
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित जिला बेमेतरा द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 एवं 2026-27 के लिए समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्य हेतु विपणन संघ के धान संग्रहण केन्द्रों/ईकाईयों में एकभर्ती प्लास्टिक बोरी एवं सुखा धान भुसा कार्य के लिए ऑनलाईन ई-निविदा आमंत्रित की गई है। उपरोक्त अंतर्गत इच्छुक निविदाकार जेम पोर्टल की वेबसाईट ूूूण्हमउण्हवअण्पद पर जाकर निविदा भर सकते हैं। यह निविदा दिनांक 14 अक्टूबर 2025 से 13 नवम्बर 2025 तक शाम 5.00 बजे तक ऑनलाईन भरी जा सकेगी। निविदा से संबंधित बी.जी./डी.डी. की मूल प्रति निविदा की अंतिम तिथि एवं समय से पूर्व विपणन संघ के जिला कार्यालय बेमेतरा में जमा करना अनिवार्य है।
निविदा प्रारूप एवं शर्तों का विस्तृत विवरण जेम पोर्टल पर उपलब्ध है, जिसका अवलोकन इच्छुक निविदाकार अपने अध्ययन हेतु कर सकते हैं। इस ई-निविदा प्रक्रिया के माध्यम से विपणन संघ बेमेतरा द्वारा धान उपार्जन व्यवस्था को पारदर्शी एवं कुशल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
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देहदान से चिकित्सा महाविद्यालय के विद्यार्थियों को शिक्षा ,रिसर्च पर होगी लाभ
बेमेतरा : स्वास्थ्य विभाग जिला बेमेतरा राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम जिला बेमेतरा अंतर्गत जिला चिकित्सालय बेमेतरा में दिनांक 06.11.2025 को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमृत लाल रोहलेडर, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक लोकेश साहू एवं जिला नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ. बी.एल. राज के मार्गदर्शन में नेत्रदान एवं देहदान करने वाले 74 वर्ष स्वर्गीय जानकी देवी शुक्ला जी के बेटे अजय शुक्ला को उल्लेखनीय कार्य हेतु ’’देहदान प्रमाण पत्र’’ प्रदान किया गया।
उक्त कार्यक्रम में विजय सिन्हा नगर पालिका अध्यक्ष, अशोक शर्मा नगर पालिका उपाध्यक्ष, विद्या सागर रात्रे जिला सहायक नोडल अधिकारी (अंधत्व), राजेन्द्र शर्मा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा,किशोर तिवारी पत्रकार अधिमान्यता प्राप्त विकास तम्बोली पार्षद, पंचु साहू पार्षद, संजय तिवारी जिला मीडिया अधिकारी (स्वास्थ्य विभाग)उपस्थित थे। सीएमएचओ डॉ रोहलेडर ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को नेत्रदान, व देहदान के महत्व को विस्तार जानकारी देते हुए कहा कि उनके निधन के बाद भी उनकी आंखें दुनिया देखती रहेगी। नेत्रदान से जहां दो लोगो के आंखो को रोशनी मिलेगी वहीं समाज के अन्य लोगों के लिए यह प्रेरणादायक रहा। नेत्रदान कोई भी कर सकता है, इसके लिए पहले से नेत्रदान करने घोषणा पत्र भरना आवश्यक नहीं होता है। नेत्रदान करने घर वालों की सहमति ही आवश्यक होता है। परिजन की मृत्यु होने पर शीघ्र ही नेत्र विभाग को सूचित करना चाहिए। मृत्यु के चार घंटे के भीतर नेत्र निकालना होता है। नेत्रदान कर, किसी की अंधेरी दुनिया में रोशनी से भरा जा सकता है। स्वर्गीय जानकी देवी शुक्ला जी ने नेत्रदान एवं देहदान कर समाज के समक्ष मानव सेवा का अनुपम एवं अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। साथ ही सिविल सर्जन डॉ लोकेश साहू ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि नेत्रदान व देहदान जैसे पुनीत कार्य हेतु लोग आगे आकर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें। नेत्रदान के लिए श्री विद्यासागर रात्रे जिला सहायक नोडल अधिकारी 9098908099 से संपर्क किया जा सकता है।
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कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने दिए विस्तृत दिशा-निर्देश
बेमेतरा : शासन के निर्देशानुसार वंदे मातरम के 150 वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बेमेतरा जिले में विशेष कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने संबंधित अधिकारियों, नगरीय निकायों, जनपद पंचायतों, ग्राम पंचायतों, शासकीय कार्यालयों, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों को इस आयोजन को गरिमामय और उत्साहपूर्वक मनाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम चार चरणों में संपन्न होगा प्रथम चरण: 7 से 14 नवम्बर 2025, द्वितीय चरण: 19 से 26 जनवरी 2026, तृतीय चरण: 7 से 15 अगस्त 2026 (हर घर तिरंगा अभियान के साथ), तथा चतुर्थ चरण: 1 से 7 नवम्बर 2026 (समापन सप्ताह) तक आयोजित किया जाएगा।
इस भव्य आयोजन का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा किया जाएगा। 7 नवम्बर को प्रातः 10 से 11 बजे तक दूरदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर के उद्घाटन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा, जिसे सभी शासकीय कार्यालयों, विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अनिवार्य रूप से देखा जाएगा। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के पश्चात सामूहिक रूप से वंदे मातरम का गायन किया जाएगा। कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने बताया कि कल दिनांक 07 नवम्बर को सभी विभागीय अधिकारियों एवं अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रातः 10 बजे कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित होकर सामूहिक रूप से वंदे मातरम का गायन करना है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से जिले में राष्ट्रगीत वंदे मातरम के प्रति सम्मान, गर्व और एकता का संदेश दिया जाएगा।इस अवसर पर जिलेभर में वंदे मातरम के विविध आयामों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत समारोह, लघु फिल्म प्रदर्शन, स्मारक डाक टिकट एवं सिक्का विमोचन की फिल्म, कवि सम्मेलन, चित्रकला, रंगोली प्रतियोगिता और प्रदर्शनी जैसे आयोजन होंगे। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं द्वारा बैंड की प्रस्तुति और सांगीतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एवं गाइड के दल सक्रिय रूप से भाग लेंगे। शैक्षणिक संस्थानों में वंदे मातरम को समर्पित विशेष सभाएं, निबंध, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी, पोस्टर निर्माण एवं अन्य रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, ताकि विद्यार्थियों में राष्ट्रगीत वंदे मातरम के प्रति भावनात्मक जुड़ाव और देशभक्ति की भावना और प्रगाढ़ हो सके।
कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इन कार्यक्रमों की तैयारी समयपूर्व पूर्ण की जाए और अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित कर इसे जिले में एक जन आंदोलन के रूप में मनाया जाए।
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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक भाई ने अपने ही 10 साल के भाई के साथ अननेचुरल सेक्स किया। इतना ही नहीं इसके बाद उसने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को फंदे से लटका दिया। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
इस तरह से दिया पूरी वारदात को अंजाम
यह दिल दहला देने वाली घटना मरवाही थाना क्षेत्र की है। यहां एक भाई ने शराब के नशे में अपने ही भाई के साथ मारपीट की और फिर जब वह बेहोश हो गया, तो उसके साथ अननेचुरल सेक्स किया। आरोपी का मन इतने में नहीं भरा इसके बाद उसने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर इसे आत्महत्या दिखाने के लिए उसके शव को फांसी के फंदे पर टांग दिया। मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी के मोबाइल में मिले अननेचुरल सेक्स वीडियो
बता दें कि पुलिस को 2 नवंबर को निर्माणधीन मकान में 10 साल के बच्चे का शव फांसी के फंदे से लटका मिला था। उसके शरीर पर चोट के निशान पाए गए थे। पोस्टमार्टम में भी खुलासा हुआ कि बच्चे की हत्या की गई है। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने जब शक के आधार पर मृतक के बुआ के लड़के को अपनी हिरासत में लेकर उसका मोबाइल चेक किया तो कई अननेचुरल सेक्स वीडियो मिले। जिसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर भेजा जेल
आरोपी अर्जुन (25) ने बताया कि 1 नवंबर को वह शराब के नशे में अपने मामा के घर गया था। खाना खाकर जब सभी सो गए तो वह मामा के बेटे के साथ घुमने निकल गया। तभी दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था, जिसके बाद आरोपी ने उसकी पिटाई कर दी थी। इस पिटाई में वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसके साथ अननेचुरल सेक्स किया। इतना ही नहीं आरोपी ने इसके बाद इसे आत्महत्या दिखाने के लिए निर्माणधीन मकान में ले जाकर साड़ी से फांसी का फंदा बनाया और फिर उसने शव को लटका दिया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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रायपुर : भारत के राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम्‘‘ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज राजभवन, रायपुर में भावपूर्ण सामूहिक गायन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नई दिल्ली से किया गया, जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस ऐतिहासिक आयोजन का शुभारंभ किया। राजभवन में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा और एक स्वर में “वंदे मातरम्” का सामूहिक गायन किया।
राजभवन के छत्तीसगढ़ मंडपम में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने राष्ट्रीय भावना और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना के साथ राष्ट्रीय गीत का सामूहिक रूप से गायन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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रायपुर : उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक श्री विजय शर्मा ने अपने कबीरधाम प्रवास के दौरान विभिन्न ग्रामों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के साथ आत्मीयता पूर्वक सीधे संवाद किया। इस दौरान वे ग्राम चरडोंगरी, खड़ौदा खुर्द एवं रघ्घुपारा में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। जहां उन्होंने अपने सरल सहज अंदाज में लोगों से आत्मीय भेंट की।
ग्राम चरडोंगरी पहुँचकर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उनके हाल-चाल जाने। उन्होंने ग्रामीणों से उनकी मांगों, समस्याओं और शिकायतों को विस्तार से सुना तथा उनके त्वरित निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार का उद्देश्य हर ग्राम तक विकास की रोशनी पहुँचाना है और शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को सुनिश्चित करना है।
इसके पश्चात उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ग्राम खड़ौदा खुर्द पहुँचे, जहाँ उन्होंने स्वर्गीय लोकनाथ साहू के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोक संतप्त परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। इसके बाद उन्होंने ग्राम रघ्घुपारा में आयोजित स्वर्गीय श्री लक्ष्मण दास पटेल जी के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होकर दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित कर परिजनों को ढांढस बंधाया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, जनपद अध्यक्ष श्रीमती बालका रामकिंकर वर्मा, उपाध्यक्ष श्री नंद श्रीवास सहित जनप्रतिनिधि, ग्रामीण उपस्थित थे।
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धमतरी - धमतरी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला से नौकरी के बदले शारीरिक संबंध बनाने की मांग की गई। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बताया जा रहा है एक महिला ने जिला अस्पताल धमतरी में जीवन दीप समिति में वार्ड आया पद के लिए आवेदन फार्म भरा था। इसके बाद जीवन दीप समिति के वार्ड बॉय राहुल इलमकर का महिला को फोन आया, जिसमें उसने महिला को मिलने के लिए बुलाया। जब महिला उससे मिलने कार्यालय पहुंची तो आरोपी ने कहा कि वार्ड आया की नौकरी के लिए 30–40 हजार रुपये देने होंगे या फिर शारीरिक संबंध बनाना होगा।
जब महिला ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ अशोभनीय एवं अभद्र व्यवहार किया। जिसके बाद महिला ने एसपी से शिकायत की। शिकायत पर थाना प्रभारी कोतवाली को सूक्ष्मता से जांच कर वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। जिस पर थाना प्रभारी सिटी कोतवाली द्वारा शिकायत पर प्राप्त तथ्यों की सूक्ष्मता एवं गंभीरता से जांच की गई। जांच में तथ्य सत्य पाए जाने पर थाना में मामला दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) नवा रायपुर के 10वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय ‘मेक इन सिलिकॉन’ संगोष्ठी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत को सेमीकंडक्टर निर्माण और तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है और आज राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ का भी ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों और ट्रिपल आईटी परिवार को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान महान शिक्षाविद् डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर स्थापित है, जिन्होंने शिक्षा, एकता और औद्योगिक विकास को राष्ट्र की प्रगति से जोड़ा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत आज तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने सेमीकंडक्टर मिशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और चिप निर्माण के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यह मिशन न केवल बुनियादी ढांचा विकसित कर रहा है, बल्कि युवाओं को सशक्त बनाने और नवाचार को प्रोत्साहन देने का भी कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सेमीकंडक्टर आज आधुनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है— मोबाइल, सैटेलाइट, रक्षा प्रणाली और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सभी इससे जुड़े हैं। ऐसे में ‘मेक इन सिलिकॉन’ जैसी पहल भारत की चिप क्रांति को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ इस मिशन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की नई औद्योगिक नीति में सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कुशल मानव संसाधन, सुदृढ़ औद्योगिक ढांचा, निर्बाध बिजली आपूर्ति और तकनीकी विकास के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध है। नवा रायपुर में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना का भूमिपूजन हो चुका है, जिससे युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर को आईटी और इनोवेशन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य का ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन डॉक्यूमेंट’ सतत विकास पर केंद्रित है, जिसमें सेमीकंडक्टर को प्रमुख क्षेत्र के रूप में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इज ऑफ डूइंग बिज़नेस के साथ अब स्पीड आफ डूइंग बिज़नेस पर भी बल दे रही है।

मुख्यमंत्री ने देशभर से आए विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस संगोष्ठी से न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश को लाभ मिलेगा। उन्होंने आह्वान किया कि “हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को मध्य भारत का ज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार का केंद्र बनाएं तथा भारत के सेमीकंडक्टर मिशन में सक्रिय योगदान दें।”
वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि जब मैं पढ़ाई कर रहा था, तब छत्तीसगढ़ में एक भी राष्ट्रीय स्तर का संस्थान नहीं था। किंतु पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता के कारण आज प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, एचएनएलयू, एम्स, एनआईटी और ट्रिपल आईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित हुए हैं। इन संस्थानों ने राज्य को उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नई पहचान दी है।
चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ में शिक्षा और तकनीकी विकास की अपार संभावनाएँ हैं। आज का युग टेक्नोलॉजी-ड्रिवन इकोनॉमी का है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने से विश्वभर में जिस प्रकार कार्य प्रभावित हुए, उससे स्पष्ट है कि पावर टेक्नोलॉजी आज जीवन, अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रणाली को किस हद तक प्रभावित करती है। इसलिए हमें इन चुनौतियों का सामना करने के लिए अभी से तैयार रहना होगा।
उन्होंने कहा कि नवाचार, कौशल और काबिलियत ही भविष्य में आपकी वास्तविक उपयोगिता सिद्ध करेंगे। बड़ी उपलब्धियाँ वही व्यक्ति प्राप्त करता है, जो अपनी क्षमता को निरंतर तराशता है। युवाओं को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि परिवर्तन हमेशा दृष्टिकोण, संकल्प और निरंतर प्रयास से आता है। साउथ कोरिया के तकनीकी परिवर्तन का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि “हमें भी उसी प्रकार शिक्षा, तकनीक और शोध में निवेश बढ़ाकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना होगा।”
वित्त मंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे तकनीकी दक्षता, शोध और रचनात्मक सोच को अपने जीवन का आधार बनाएं, क्योंकि आने वाला समय उन्हीं का होगा जो ज्ञान और नवाचार को अपनी शक्ति बनाएंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि सेमीकंडक्टर और औद्योगिक क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ‘मेक इन सिलिकॉन’ संगोष्ठी एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप शैक्षणिक संस्थान सेमीकंडक्टर क्षेत्र में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार उच्च शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने युवाओं से कहा कि “आपका नवाचार और आपका संकल्प भारत की तकनीकी पहचान को नई ऊँचाई देगा।”
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) नवा रायपुर के निदेशक प्रो. ओम प्रकाश व्यास ने अतिथियों को संस्थान की 10 वर्षों की उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि संस्थान में विकसित भारत की अवधारणा के अनुरूप शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। छात्रों के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए उन्नत तकनीकी प्रशिक्षण एवं उद्योग आधारित परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर ट्रिपल आईटी इलाहाबाद के निदेशक प्रो. मुकुल सुतावणे, आईआईटी इंदौर के प्रो. संतोष विश्वकर्मा, मनोज कुमार मजूमदार सहित शिक्षाविद् एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहीं।
उल्लखेनीय है कि ‘मेक इन सिलिकॉन’ – स्वदेशी सेमीकंडक्टर इंफ्रास्ट्रक्चर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी – ट्रिपल आईटी नया रायपुर के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी (ECE) विभाग के माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई डिजाइन समूह द्वारा आयोजित की जा रही है। इस संगोष्ठी का उद्देश्य भारत की सेमीकंडक्टर क्षमताओं को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भर सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण को प्रोत्साहित करना है। यह आयोजन शिक्षा जगत, उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के बीच नवाचार, ज्ञान-विनिमय और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक सशक्त मंच है, जिससे भारत वैश्विक सेमीकंडक्टर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सके।
संगोष्ठी में वीएलएसआई डिजाइन और माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में उन्नत तकनीक, जैसे नैनोइलेक्ट्रॉनिक्स, एमईएमएस, क्वांटम डिवाइस, तथा उद्योग-शिक्षा सहयोग पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। इन क्षेत्रों में प्रगति न केवल तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करेगी बल्कि भारत के अनुसंधान और औद्योगिक विकास के बीच एक सशक्त सेतु का कार्य भी करेगी।
राष्ट्रीय मिशन के तहत यह पहल सेमीकंडक्टर उपकरण, पैकेजिंग और फ्लेक्सिबल इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता एवं नवाचार को गति देने का प्रयास है। संगोष्ठी में नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स की सहभागिता से कौशल विकास, आपूर्ति श्रृंखला सुदृढ़ीकरण और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दिया गया है। यह आयोजन आत्मनिर्भर भारत मिशन की भावना के अनुरूप भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर नवाचार और निर्माण का केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए ठंड बढ़ने की चेतावनी जारी की है। अनुमान है कि न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे सुबह और रात के समय ठंड का असर और ज्यादा महसूस किया जाएगा। हालांकि, पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और कहीं भी बारिश की संभावना नहीं है।
आने वाले दिनों में बढ़ेगी ठंड
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अनुसार, शुष्क और ठंडी हवाओं के चलते रात के तापमान में गिरावट जारी रहेगी। उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ में अगले कुछ दिनों तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। वहीं, दक्षिणी छत्तीसगढ़ में भी अगले तीन दिनों तक मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क रहेगा। इससे यह स्पष्ट है कि प्रदेश में फिलहाल ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ेगा और आने वाले दिनों में सर्दी और गहराएगी।
आज का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 8 नवंबर को पूरे छत्तीसगढ़ में आसमान साफ रहेगा और दिन के समय हल्की धूप रहेगी। रायपुर शहर में अधिकतम तापमान 31°C और न्यूनतम तापमान 18°C के आसपास रहने का अनुमान है। सुबह और रात के समय हल्की सिहरन महसूस की जा सकती है।
अगले तीन दिनों तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सूखा मौसम जारी रहेगा, जिससे तापमान में गिरावट बनी रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह से प्रदेश में सर्दी का असर और गहराने की संभावना है।
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रायपुर: छत्तीसगढ़ इनवेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 10 और 11 नवंबर को दो दिवसीय गुजरात दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे अहमदाबाद में आयोजित निवेशक सम्मेलन में शामिल होंगे, जहां उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ वन-टू-वन मीटिंग कर राज्य में औद्योगिक निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री साय का यह दौरा छत्तीसगढ़ में नए निवेश और रोजगार सृजन को गति देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान वे गुजरात के सफल औद्योगिक मॉडल से सीख लेते हुए, राज्य में उद्योगों के अनुकूल माहौल और नीतिगत सुधारों को प्रस्तुत करेंगे।
गुजरात प्रवास के पहले दिन मुख्यमंत्री नर्मदा जिले के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद अगले दिन वे अहमदाबाद पहुंचकर ‘छत्तीसगढ़ इनवेस्टर कनेक्ट’ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
यह कार्यक्रम पहले जुलाई-अगस्त में होना तय था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था। अब मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह आयोजन निवेशकों के लिए छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति, इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और संभावित साझेदारी के अवसरों को समझने का सुनहरा मौका साबित होगा।
छत्तीसगढ़ सरकार का उद्देश्य इस पहल के माध्यम से राज्य को निवेश और औद्योगिक विकास का केंद्र बनाना है। सीएम विष्णु देव साय का यह गुजरात दौरा, राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।
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रायपुर। राजधानी रायपुर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, मेकाहारा के गेट पर सुबह एक नवजात शिशु का शव पॉलीथिन में मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने नवजात को जन्म के तुरंत बाद पॉलीथिन में डालकर फेंक दिया है।
CCTV फुटेज खंगाले जा रहे
जानकारी के अनुसार, ये मामला मौदहापारा थाना क्षेत्र का है। सुबह राहगीरों ने पॉलीथिन में बच्चे का शव देखा तो तुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी। डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति की जांच की। अस्पताल और आस-पास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहें है। पुलिस ने आशंका जताई है कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा नवजात को जन्म के तुरंत बाद पॉलीथिन में फेंका गया है।
फिलहाल पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए विद्यालयों और महाविद्यालयों में छुट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया है। इस आदेश के तहत प्रदेश के सभी शासकीय, अनुदान प्राप्त और गैर-अनुदान प्राप्त स्कूलों के साथ-साथ डी.एड., बी.एड. और एम.एड. महाविद्यालयों में त्योहारों और मौसम के अनुसार अवकाश निर्धारित किए गए हैं।
शीतकालीन अवकाश 22 से 27 दिसंबर तक
जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, आगामी शीतकालीन अवकाश 22 दिसंबर से 27 दिसंबर 2025 तक रहेगा। इस अवधि में विद्यार्थियों को कुल 6 दिन का अवकाश मिलेगा। वहीं शिक्षकों और स्टाफ को भी इसी अवधि में स्कूल आने से राहत रहेगी।ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई से 15 जून तक
वहीं, ग्रीष्मकालीन अवकाश 1 मई से 15 जून 2026 तक घोषित किया गया है। लगभग डेढ़ महीने तक चलने वाली इस छुट्टी के दौरान स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह बंद रहेगी, और शिक्षक भी इस दौरान अपने परिवार के साथ विश्राम कर सकेंगे।पहले ही जारी हुआ था प्रारंभिक नोटिफिकेशन
शिक्षा विभाग ने इस अवकाश व्यवस्था से संबंधित प्रारंभिक नोटिफिकेशन सितंबर 2025 में ही जारी कर दिया था। इसे प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को भेज दिया गया था, ताकि किसी भी जिले में भ्रम या असमंजस की स्थिति न बने।शिक्षा विभाग का उद्देश्य
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, छुट्टियों की पूर्व घोषणा से स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावक सभी अपने कार्यक्रम पहले से तय कर सकेंगे। इससे शैक्षणिक सत्र की नियमितता और परीक्षा कार्यक्रम पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। -
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के न्यायधानी में एक बार फिर अधजली लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के तिफरा सब्जी मंडी के पास झाड़ियों में शुक्रवार सुबह एक युवक का अधजला शव बरामद हुआ। मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाके को सील कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में हत्या कर शव को जलाने की आशंका जताई जा रही है।
फॉरेंसिक टीम जाँच में जुटी
शुक्रवार सुबह तिफरा सब्जी मंडी के पास उस वक्त हड़कंप मच गया, जब स्थानीय लोगों ने झाड़ियों से धुआं उठते देखा। पास जाकर जांच करने पर उन्हें एक अधजला शव पड़ा मिला। सूचना मिलते ही सिरगिट्टी थाना पुलिस मौके पर पहुंची… पुलिस ने वहां से जले हुए कपड़ों के टुकड़े, अन्य सामान और साक्ष्य जब्त किए हैं। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया ताकि घटनास्थल से सटीक सबूत जुटाए जा सकें। पुलिस का मानना है कि युवक की बेरहमी से हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की गई, ताकि सबूत मिटाए जा सकें।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल है। पुलिस मृतक की पहचान के प्रयास में जुटी है और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही इंदिरा सेतु पुल के नीचे भी एक अधजली लाश मिली थी। लगातार मिल रही अधजली लाशों ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल सिरगिट्टी थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है।
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रायपुर। ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रगीत की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज देशभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक दिन को छत्तीसगढ़ में भी बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन में वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ सामूहिक रूप से ‘वंदे मातरम्’ का गायन किया। इस अवसर पर सभी ने “वंदे मातरम्” के उद्घोष के साथ आज़ादी की राष्ट्रीय चेतना का पुण्य स्मरण किया और अमर बलिदानियों को नमन किया।
मुख्यमंत्री साय ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर नई दिल्ली में आयोजित स्मरणोत्सव में वर्चुअली शामिल हुए और प्रधानमंत्री का उद्बोधन भी सुना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि वंदे मातरम् मां भारती की साधना और आराधना की प्रेरक अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ के सामूहिक गान का एक प्रवाह, एक लय और एक तारतम्य हृदय को स्पंदित कर देता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ का मूल भाव मां भारती है — यह भारत की शाश्वत संकल्पना, स्वतंत्र अस्तित्व-बोध और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ भारत की आज़ादी का उद्घोष था, जिसने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने और स्वाधीन भारत के स्वप्न को साकार करने की प्रेरणा दी। स्वतंत्रता आंदोलन में यह गीत क्रांतिकारियों की आवाज़ बना और यह केवल प्रतिरोध का स्वर नहीं, बल्कि आत्मबल जगाने वाला मंत्र बन गया। मोदी ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ में भारत की हजारों वर्षों पुरानी सभ्यता, संस्कृति और समृद्धि की कहानी समाहित है। विदेशी आक्रमणों और अंग्रेज़ों की शोषणकारी नीतियों के बीच ‘वंदे मातरम्’ ने समृद्ध भारत के स्वप्न का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत के नए स्वरूप का उदय देख रही है, जो अपनी परंपरा, आध्यात्मिकता और आधुनिकता के समन्वय से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना स्वतंत्रता संग्राम के समय था, और यह गीत सदैव हमारे हृदयों में अमर रहेगा।
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गरियाबंद। जिले से इस वक्त बड़ी खबर सामने आई है। उदन्ती एरिया कमेटी से जुड़े सात सक्रिय नक्सलियों ने शुक्रवार को गरियाबंद में आत्मसमर्पण करने जंगल से निकले है। बताया जा रहा है कि ये सभी नक्सली शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति और गरियाबंद पुलिस की लगातार अपील से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का संकल्प लिया है। समर्पण के लिए जाने वाले के उदंती एरिया कमांडर सुनील, सचिव एरिना जिन पर 8-8 लाख के इनाम घोषित है। इनके साथ कमेटी मेंबर लुद्रों, विद्या, नंदिनी, मलेश जिन पर 5-5 लाख के इनाम घोषित है। इसके अलावा 1 लाख इनामी कांती समर्पण के लिए निकले हैं। इनके पास 1 एस एल आर, 3 इंसास, एक सिंगल शॉट हुथियार मौजूद है।
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रायपुर : कार्यालय छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा विभिन्न छात्रावास/आश्रमों में अस्थायी सेवा के लिए कुल 108 योग प्रशिक्षकों तथा 03 योग विशेषज्ञों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। उक्त भर्ती दैनिक मानदेय पर की जानी है।
इच्छुक आवेदक अपने अर्हताधारी योग प्रमाणपत्र/प्रशिक्षण से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की स्वप्रमाणित प्रतियां पंजीकृत डाक के माध्यम से योग भवन, मकान क्रमांक 184, गृह निर्माण मंडल आवासीय कॉलोनी, धरमपुरा, रायपुर 492015 पर भेज सकते हैं। आवेदन प्राप्ति की अंतिम तिथि 15 नवम्बर 2025, समय सायं 05.30 बजे निर्धारित की गई है।
अधिक जानकारी के लिए इच्छुक आवेदक कार्यालय समय में +91-8839154331 एवं +91-6264203351 पर संपर्क कर सकते हैं। छात्रावास/आश्रमों की सूची, योग प्रशिक्षक/योग विशेषज्ञों के लिए वांछित अहर्ता एवं चयन प्रक्रिया से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश जिला रायपुर की वेबसाइट तथा दिए गए लिंक https://raipur.gov.in/ पर उपलब्ध हैं। संबंधित जानकारी का अवलोकन जिला बीजापुर कलेक्टर कार्यालय के सूचना पटल पर भी किया जा सकता है।
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रायपुर । स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव आज माध्यमिक शिक्षा मंडल, पेंशनबाड़ा कार्यालय परिसर में आयोजित भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के राज्य मुख्यालय कार्यालय भवन के भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मंत्री यादव ने कहा कि “जिस भाव से स्काउट एंड गाइड्स की स्थापना की गई थी, वह भाव सदैव बना रहना चाहिए। स्काउट गाइड हमें आनंद के साथ जीना सिखाता है। राज्य के सभी प्रशिक्षण संस्थानों को और अधिक सुदृढ़ एवं उत्कृष्ट बनाया जाएगा।
यादव ने यह भी आश्वासन दिया कि आज भूमि पूजन संपन्न हुआ है और अगले एक वर्ष के भीतर राज्य कार्यालय, भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा, जिसका उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम में राज्य मुख्य आयुक्त इंदरजीत सिंह खालसा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित होकर स्काउट एवं गाइड आंदोलन के उद्देश्यों और युवा सशक्तिकरण में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। अन्य विशिष्ट अतिथियों में माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर की सचिव पुष्पा साहू, राज्य कोषाध्यक्ष मुरलीधर शर्मा तथा जी. स्वामी जी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन राज्य सचिव, भारत स्काउट एंड गाइड्स जितेंद्र कुमार साहू, ने दिया
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती, सरिता पांडे (राज्य प्रशिक्षण आयुक्त), राज्य के विभिन्न जिलों से आए स्काउट गाइड सदस्य, अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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रायपुर । राज्योत्सव में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कृषि विभाग द्वारा लगाए गए मिलेट्स थीम आधारित स्टॉल का अवलोकन किया। स्टॉल में प्रदर्शित पारंपरिक मोटे अनाजों, प्रसंस्कृत उत्पादों और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी लेकर उन्होंने कृषि विभाग के प्रयासों की सराहना की। विभागीय प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण भारत की मिलेट्स क्वीन लहरी बाई बैगा रहीं। जिन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को मिलेट्स से बना आकर्षक गुलदस्ता भेंट किया। लहरी बाई मूल रूप से डिंडोरी जिले के ग्राम सीलपीडी की निवासी हैं और पिछले कई वर्षों से 150 से अधिक प्रकार के मोटे अनाजों का संरक्षण कर रही हैं। वे स्वयं के नेतृत्व में ‘मिलेट बैंक’ का संचालन करती हैं और देशभर में मिलेट्स के उपयोग को प्रोत्साहित कर रही हैं।
उनके समर्पण और परंपरागत ज्ञान से प्रभावित होकर उपमुख्यमंत्री शर्मा ने उन्हें साड़ियाँ एवं 1100 रुपए की सम्मान राशि भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लहरी बाई जैसी महिलाएँ प्रदेश और देश के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने मोटे अनाजों की परंपरा को पुनर्जीवित किया और पोषण के क्षेत्र में मिसाल कायम की है। कृषि विभाग के स्टॉल में कोदो, कुटकी, रागी, कंगनी, हरी कंगनी जैसे मोटे अनाजों से बने प्रसंस्कृत उत्पाद एवं पोहा का प्रदर्शन एवं विक्रय कृषक कल्याण समिति, धवईपानी द्वारा किया गया साथ ही विभाग द्वारा मिलेट्स की उन्नत तकनीकों, प्रसंस्करण यंत्रों और कृषि उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को सशक्त बनाने और परंपरागत फसलों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स मिशन के तहत ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने मिलेट्स को भविष्य का अनाज बताते हुए किसानों को इससे जुड़ने का आग्रह किया। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग का उद्देश्य मोटे अनाज से सशक्त किसान, स्वस्थ समाज की अवधारणा को साकार करना है। इस दिशा में विभाग मिलेट्स की खेती, प्रसंस्करण और विपणन को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। राज्योत्सव में लगाए गए इस स्टॉल ने लोगों को मिलेट्स की विविधता, पोषण मूल्य और आर्थिक महत्व से अवगत कराया तथा स्थानीय किसानों और युवाओं में नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया।

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