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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
भारतीय टीम ने एशियन चैंपियनशिप मलेशिया के लिए किया क्वालीफाई
महासमुंद : अंडर 16 एशियन चैंपियनशिप क्वालीफायर 12 से 15 जून तक आयोजित किया गया था, जिसमें भारतीय टीम ने श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीप से लगातार मैच जीतकर फ़ाइनल में प्रवेश किया। फ़ाइनल में भारत ने श्रीलंका को हराकर स्वर्ण पदक जीता एव फिबा अंडर 16 वूमेन एशियन चैंपियनशिप 2025 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। जो 14 से 20 सितम्बर 2025 तक मलेशिया में आयोजित किया जाएगा। भारतीय बास्केटबॉल बालिका टीम में छत्तीसगढ़ से महासमुंद जिले की दिव्या रंगारी पिता विनोद रंगारी शामिल होकर स्वर्ण पदक जीतकर बड़ी उपलब्धि हासिल कर प्रदेश को गौरवान्वित किया है। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने दिव्या को मालदीप में स्वर्ण पदक जीतने एवं एशियन चैंपियनशिप मलेशिया के लिए भारतीय टीम के क्वालिफाई करने पर बधाई एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। दिव्या ने 48 वीं सब जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप अगस्त 2023 पांडिचेरी में छत्तीसगढ़ की बालिका टीम से खेलते हुए स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही हैं जिसमें दिव्या ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
महासमुंद जिले में बास्केटबॉल खेल का अभ्यास प्रतिदिन स्थानीय मिनी स्टेडियम महासमुंद में किया जाता हैं जिसमें आसपास क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्र के बच्चे शामिल होते हैं। जिले के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भागीदारी करने के साथ ही पदक जीतने में सफल रहे हैं। भारतीय बास्केटबॉल टीम में छत्तीसगढ़ से एक मात्र बालिका खिलाड़ी महासमुंद जिले से दिव्या रंगारी के स्वर्ण पदक जीतने एवं एशियन चैंपियनशिप में भारतीय टीम के क्वालिफाई होने पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, सीईओ श्री एस आलोक, अपर कलेक्टर रवि साहू व जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे, खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे व जिला अधिकारियों सहित नुरेन चंद्राकर अध्यक्ष जिला बास्केटबॉल संघ महासमुंद, गौरव चंद्राकर चेयरमैन जिला बास्केटबॉल संघ महासमुंद, शुभम तिवारी सचिव जिला बास्केटबॉल संघ महासमुंद, मनीष श्रीवास्तव, संतोष कुमार सोनी ने शुभकामनाएं दीं।
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महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण पर प्रभावी रोकथाम हेतु खनिज विभाग द्वारा सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में संयुक्त टीम द्वारा 23 जून को ग्राम मुड़ियाडीह, तहसील महासमुंद स्थित महानदी क्षेत्र में अवैध रेत भंडारण की शिकायत पर कार्रवाई की गई।
खनिज अधिकारी के बताया कि जांच के दौरान नदी किनारे लगभग 100 हाईवा (1400 घनमीटर) रेत अवैध रूप से भंडारित पाया गया, जिसे तत्काल जप्त किया गया। जांच में यह भी सामने आया कि ग्रामीणों के अनुसार रात्रि के समय उक्त अवैध भंडारण स्थल से रेत भराई का कार्य किया जाता था। अवैध गतिविधि में प्रयुक्त एक चैन माउंटेन मशीन जेसीबी को भी मौके से जब्त किया गया।
खनिज विभाग द्वारा इस प्रकरण में खान एवं खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21के अंतर्गत दंडात्मक कार्यवाही की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर 2 से 5 वर्ष तक की सजा हेतु परिवाद प्रस्तुत किया जाएगा। पूर्व में भी जिले के समस्त खनिज पट्टेदारों एवं परिवहनकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि बिना वैध अभिवहन पास के किसी भी प्रकार का खनिज उत्खनन, परिवहन अथवा भंडारण दण्डनीय अपराध है। भविष्य में इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर भी कठोर कार्यवाही की जाएगी।
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वीरांगना रानी दुर्गावती के आदर्शां पर चलने की अपील
महासमुंद : रानी दुर्गावती की शहादत दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े आज महासमुंद के बी.टी.आई. रोड पर स्थापित वीरांगना महारानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके अद्वितीय बलिदान को नमन किया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री भीखम सिंह ठाकुर, पूर्व राज्य मंत्री श्री पूनम चंद्राकर, स्काउट गाइड के अध्यक्ष श्री येतराम साहू, बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिक, महिला समूहों की सदस्याएं, युवा वर्ग तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने रानी दुर्गावती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने वीरांगना की साहस और बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि रानी दुर्गावती भारतीय इतिहास की एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनका जीवन साहस, नेतृत्व, आत्मबलिदान और राष्ट्र के प्रति निष्ठा का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती जैसी विभूतियां देश के युवाओं, विशेषकर महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने उपस्थित जनसमुदाय से आह्वान किया कि वे रानी दुर्गावती के आदर्शों को अपनाएं और सामाजिक जागरूकता, शिक्षा तथा आत्मनिर्भरता की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को सशक्त करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
हितग्राहियों को तीन माह का राशन सुरक्षित तरीके से दिया जाए
अब बायोमेट्रिक से होगा राशन वितरण
किसानों को समय पर खाद का वितरण सुनिश्चित करें
जनभागीदारी से जल संचयन के कार्यां को प्राथमिकता देवें
महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा बैठक लेकर जिले के विभिन्न विभागों की योजनाओं और निर्माण कार्यों की गहन समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री एस आलोक, अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू एवं श्री रविराज ठाकुर एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में कलेक्टर श्री लंगेह ने विशेष रूप से निर्देश दिए कि बरसात के मौसम में स्कूली बच्चों को नदी-नाले पार कर स्कूल जाने की अनुमति न दी जाए। सभी सीईओ सुनिश्चित करें कि बच्चों के आवागमन के लिए सुरक्षित मार्ग उपलब्ध हो। कलेक्टर ने अति जर्जर भवनों में स्कूल या आंगनबाड़ी का संचालन नहीं करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी भवन में माइनर रिपेयर की आवश्यकता है तो तत्काल बीईओ के माध्यम से मरम्मत के प्रस्ताव भेजे जाएं। जहां आंगनबाड़ी भवन उपलब्ध नहीं है या किराए के भवन में संचालित हो रही है, वहां के लिए नवीन भवन निर्माण हेतु प्रस्ताव शीघ्र भेजने के निर्देश भी दिए गए। इस संबंध में सभी एसडीएम को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई। जिले में मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए कार्य एजेंसियों को समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने धरती आबा जनजाति उत्कर्ष अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए पंजीयन में और गति लाने के निर्देश दिए। अभियान अंतर्गत अब तक जिले में 18 शिविर आयोजित किए जा चुके हैं, जिसमें 1482 लाभार्थियों का विभिन्न सेवाओं के लिए पंजीयन किया गया है। यह शिविर 30 जून तक संचालित रहेंगे। साथ ही “एक पेड़ मां के नाम“ अभियान की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से कहा कि लगाए गए सभी पेड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। ग्राम जोरातराई और धनसूली में बहुद्देशीय केंद्र के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश आदिवासी विकास विभाग को दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि निर्माण कार्य जुलाई तक पूर्ण कर लिया जाए। मोर गांव मोर पानी अभियान अंतर्गत डबरी निर्माण और जनभागीदारी से सोख्ता गड्ढा निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। जिले में लगभग 1300 बोर ऐसे हैं जो बंद हो चुके हैं या खराब हो गए हैं, इन बोरों में इंजेक्शन वाल के माध्यम से वाटर रिचार्ज की संभावनाओं का परीक्षण करने के निर्देश भी दिए गए।
कलेक्टर ने खाद-बीज वितरण की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में खाद का पर्याप्त स्टॉक है। इसका समय पर वितरण सुनिश्चित किया जाए। निजी दुकानों में नियमित निरीक्षण करने के निर्देश एसडीएम को दिए गए। उन्होंने कहा कि वितरण के पश्चात पॉस मशीन में तत्काल एंट्री की जाए और डीएपी के विकल्प के रूप में सुपरफास्ट और यूरिया भी किसानों को उपलब्ध कराई जाए। कलेक्टर ने कहा कि हितग्राहियों को तीन माह का एकमुश्त राशन सुरक्षित तरीके से वितरित किया जाए। इसके लिए रोस्टर बनाया जाए और पटवारी तथा सचिवों की ड्यूटी लगाई जाए। खाद्य अधिकारी ने बताया कि राशन वितरण अब बायोमेट्रिक पद्धति से किया जाएगा। इससे वितरण में आसानी होगी। जिले के सभी 593 दुकानों में बायोमेट्रिक मशीनें स्थापित कर ली गई हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ई-केवाईसी अभियान 30 जून तक हर हाल में पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि मृत हितग्राहियों के नाम अनिवार्य रूप से राशन कार्ड से हटाए जाएं, यह अंतिम अवसर है।
बैठक में पीएम जनमन, प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा की गई। जिले में अवैध शराब बिक्री पर रोक के लिए लगातार छापेमारी के निर्देश दिए। राजस्व एवं खनिज विभाग को अवैध रेत उत्खनन, भण्डारण एवं परिवहन पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंबित मामलों का शीघ्र और प्रभावी निराकरण सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी अपने दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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कोरिया : जवाहर नवोदय विद्यालय, केनापारा, बैकुण्ठपुर, के प्राचार्य के द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा कक्षा 6 वीं सत्र 2026-27 में प्रवेश के लिए कक्षा 5 वीं में अध्ययनरत विद्यार्थी आवेदन किसी भी कंप्यूटर / मोबाइल जिसमें इंटरनेट की सुविधा हो अथवा कामन सर्विस सेंटर व लोकसेवा केन्द्र के माध्यम से आवेदन निचे दिये गये लिंक www.navodaya.gov.in या वेबसाइट https://cbseitms.rcil.gov.in/nvs से आवेदन कर सकते है। जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 29 जुलाई 2025 तक एवं परीक्षा 13 दिसंबर 2025 तक।
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जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी तथा मास्टर ट्रेनरों ने दिया प्रशिक्षण
कोरिया : राज्य शासन द्वारा शासकीय कार्यप्रणाली को अधिक कारगर बनाने की दिशा में ई-ऑफिस व्यवस्था लागू की जा रही है। राज्य स्तर पर यह प्रणाली सफलतापूर्वक निष्पादित की जा रही है। जिला स्तर पर इसके क्रियान्वयन के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। कोरिया जिले में डिजिटल कार्य प्रणाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ई-ऑफिस ऑनबोर्डिंग हेतु एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिला पंचायत कोरिया के मंथन कक्ष से आयोजित इस प्रशिक्षण में जिले में कार्यरत सभी विभागों के कार्यालयीन कर्मचारी शामिल हुए। यह प्रशिक्षण जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी श्री सुखदेव पटेल और राज्य से आए कुशल प्रशिक्षकों द्वारा प्रदान किया गया। इस प्रशिक्षण के संबंध में सभी कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते हुए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि समस्त शासकीय सेवकों को गंभीरता से प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता है क्योंकि आने वाले भविष्य में सभी विभागों की फाइल अब पेपरलेस होकर ई-ऑफिस के माध्यम से ही संचालित होंगी। इस प्रक्रिया से जिले में शासकीय कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और समयबद्ध बनाने की दिशा में ई-ऑफिस प्रणाली एक बड़ा कदम होने जा रहा है।
इस प्रशिक्षण में जिले के समस्त विभागों से नामांकित प्रत्येक विभाग के दो-दो अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। विदित हो कि विभागों के जिला स्तरीय कार्यालयों में ई-ऑफिस ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया अब अंतिम चरण में हैं। इसी तारतम्य में आज मंथन सभाकक्ष में जिला प्रशासन के कर्मचारियों को ई-ऑफिस के कार्यप्रणाली, उपयोगिता और तकनीकी पहलुओं पर विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण सत्र के दौरान कर्मचारियों को फाइल प्रबंधन, ई-नोटिंग, ई-डिस्पैच, पत्राचार की प्रक्रिया, दस्तावेजों की डिजिटल ट्रैकिंग, यूजर एक्सेस कंट्रोल और कार्य प्रवाह प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी गई । इसके साथ उन्होंने लाइव डेमो के माध्यम से समझाया कि, किस प्रकार से ई-ऑफिस का उपयोग दैनिक कार्यालयीन कार्यों में किया जा सकता है। साथ ही, प्रशिक्षण में ई-ऑफिस से जुड़ी सभी कार्यप्रणालियों का एवीएम (ऑडियो-वीडियो मटेरियल) के माध्यम से प्रदर्शन भी किया गया। प्रशिक्षण के दौरान यह भी उल्लेख किया गया कि मंत्रालय स्तर पर सभी विभागों में ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य प्रारंभ कर दिया गया है और जिला स्तर पर भी शीघ्र ही समस्त विभागों को इस प्रणाली के अंतर्गत लाया जाएगा। प्रशिक्षण का उद्देश्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डिजिटल प्रक्रिया के अनुरूप दक्ष बनाना और शासन की पारदर्शी, समयबद्ध एवं पेपरलेस प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूती प्रदान करना रहा।
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जिले की ग्राम पंचायतों में निजी सर्वेक्षण संस्था द्वारा जल्द होगा आकस्मिक स्वच्छता सर्वेक्षण
कोरिया : कोरिया जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत के ग्राम पंचायतों में जल्द ही स्वच्छता सर्वेक्षण होना है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा एक निजी एजेंसी को सर्वेक्षण कार्य सौंपा गया है। स्वच्छ भारत मिशत अंतर्गत प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण कराए जाने के प्रावधान हैं। यह ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के स्तर को प्रोत्साहित करने और इसमें जनभागीदारी बढ़ाए जाने के लिए किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर नियुक्त एजेंसी द्वारा आज से लेकर अगस्त माह तक में किसी भी समय किसी भी ग्राम पंचायत में पहुंचकर यह सर्वेक्षण किया जाएगा। जिले के किसी भी ग्राम पंचायत में सर्वेक्षण टीम द्वारा यह औचक निरीक्षण की तरह पहुंचकर किया जाएगा। इस सर्वेक्षण के द्वारा एजेंसी द्वारा चार बिंदुओं के आधार पर ग्राम पंचायतों में स्वच्छता के मानक स्तर तय किए जाएगे। एजेंसी द्वारा निर्धारित पैरामीटर के आधार पर जिले की स्वच्छता रैंकिंग तय की जाएगी।
ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत होने वाले औचक सर्वेक्षण में जिले को उत्कृष्ट स्थान दिलाने के लिए जनभागीदारी को सर्वाधिक महत्वपूर्ण बतलाते हुए जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने क्लीन कोरिया ग्रीन कोरिया का नारा दिया है। इसके शत प्रतिशत प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा। स्वच्छता सर्वेक्षण में जिले को अच्छा स्थान दिलाने के लिए उन्होंने कई बिंदुओं पर अपने सुझाव साझा करते हुए कहा कि कोरिया जिले के हर ग्राम पंचायत में रहने वाले प्रत्येक रहवासी अपने शौचालय का उपयोग करें और उसकी नियमित साफ-सफाई पर ध्यान दें। सभी घरों से निकलने वाले दूषित जल को सोख्ता गढ़ढों में या फिर किचन गार्डन में उपयोग करें। उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर घरो में निकलने वाले हरे कचरे से जैविक खाद बनाकर खेतों और बाड़ी में उपयोग करे। अपने आस पास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें और साथ ही कंही भी कचरा ना फेंकें। डॉ आशुतोष ने कहा कि ग्राम स्तर पर प्रत्येक संस्थाएं जैसे स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, धार्मिक स्थान, ग्राम पंचायत भवन, हाट बाजार परिसरों में स्वच्छता के लिए तरल एवं ठोस कचरा प्रबंधन के लिए डस्टबिन आदि का उपयोग करें।
सर्वेक्षण के विषय
राष्ट्रीय स्तर पर नियुक्त की गई एजेंसी एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज द्वारा जिले में स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाना है। एक हजार अंको में रैंकिंग का निर्धारण के लिए जनता की राय, सेवा स्तर पर की गई प्रगति, सर्वेक्षण में पाए गए तथ्य और कचरे के निपटान के लिए स्थापित इकाईयों के प्रचलन की स्थिति यानी कुल चार बिंदु तय किए गए हैं। इन पैरामीटरों पर सर्वे दल द्वारा मौके पर ही मार्किंग की जाएगी जिससे ग्राम पंचायत और फिर जिले में स्वच्छता की रैंकिंग प्रदान की जाएगी।
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जनभागीदारी एवं सामूहिक श्रमदान कर तीन हजार से अधिक सोख पिट (सोख्ता गड्ढा) का निर्माण
मोर गांव मोर पानी अभियान के तहत जल संरक्षण को बढ़ावा देने कलेक्टर की पहल
महासमुंद : जिले में वर्षा जल संरक्षण को बढ़ावा देने की दिशा में “मोर गांव - मोर पानी“ अभियान के तहत व्यापक जल संचयन अभियान आयोजित किया जा रहा है। इस पहल की क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आज जिले के पांचों विकासखण्ड के जमीनी स्तर से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की वर्चुअल बैठक ली। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। बैठक में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जुड़े मैदानी स्तर की तैयारियों की जानकारी ली गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि जिले में गिरते भूजल स्तर को सुधारने और वर्षा जल के संरक्षण के लिए जिले में “मोर गांव - मोर पानी” अभियान के अंतर्गत विशेष जल संचयन अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत सभी नागरिक श्रमदान कर अपने-अपने घरों में सोख पिट (सोख्ता गड्ढा) का निर्माण करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी जमीनी स्तर के अधिकारी इसके लिए पूरी तैयारी कर ले। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में लोगों से संपर्क कर इसके लिए जागरूक करे। गांव में इसके लिए मुनादी कर दी जाए। उन्होंने कहा कि यह अभियान पहले शासकीय भवनों जैस आंगनबाड़ी, स्कूल, पंचायत से शुरू की जा रही है। तत्पश्चात इसका विस्तार किया जाएगा। जिले में अभी तक 3078 सोखता गड्ढा का निर्माण जनभागीदारी से किया गया है। यह अभियान अभी जारी है। साथ ही ऐसे बंद पड़े या खराब हो चुके बोर की पहचान की गई है जिसे इंजेक्शन रिचार्ज पिट के माध्यम से पुनर्जीवित किया जाएगा। ऐसे 60 बोर की पहचान की गई है। सभी जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। वर्षा जल संचयन की सोच को साकार करने की दिशा में एक सार्थक पहल है। यह जन सहभागिता से ही संभव हो सकता है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है।
कलेक्टर ने कहा कि बरसात का पानी यदि सोख पिट (सोख्ता गड्ढा) के माध्यम से जमीन में समा जाए, तो भूजल स्तर में सुधार संभव है। उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षक, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक अभियान में जन समुदाय को जोड़ते हुए इसकी जानकारी प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाएं। साथ ही सभी ग्राम पंचायतें गांववार लक्ष्य तय कर सुनिश्चित करें कि हर शासकीय भवनों में सोख पिट का निर्माण किया जाए। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिससे न केवल जल संकट से निपटने में मदद मिलेगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित जल स्रोत भी उपलब्ध हो सकेगा। अभियान के दौरान लोगों को जल संरक्षण की वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए एक साथ एक ही समय पर शपथ दिलाकर जनसहभागिता को प्रेरित किया जाएगा।
महासमुंद जिले के बसना एवं सरायपाली विकासखण्ड में गिरते भू जल स्तर को देखते हुए जल संरक्षण को लेकर व्यापक और सामूहिक प्रयास से अभियान को पूरा किया जाएगा। सोख पिट की प्रभावशीलता को लेकर बताया गया कि एक सोख पिट वर्षाकाल में 2,000 से 3,500 लीटर तक वर्षा जल को अवशोषित करने में सक्षम होता है। इस प्रकार जिलेभर में सोख पिटों के निर्माण से कई लाख लीटर तक पानी को जमीन में रिसाया जा सकता है, जो जिले के भूजल स्तर को सुधारने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जल संरक्षण हेतु जनभागीदारी से ग्राम पंचायत में कम से कम चार सोख्ता गढढे बनेंगे
17 विषयों पर चर्चा के साथ जून माह में आयोजित होंगी ग्राम सभाएं, दिशा निर्देश जारी
कोरिया : कोरिया जिले के सभी ग्राम पंचायतों में जून माह में ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा। इस माह आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं के लिए चयनित 17 विषयों के बारे में अपेक्षित कार्यवाही को लेकर कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। ग्राम सभाओं के आयोजन को लेकर कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि ग्राम पंचायतों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए ग्राम पंचायतों को अपने आय के स्रोत मजबूत करने पर विशेष तौर पर ध्यान देना होगा। साथ ही समय पर कर वसूली कर प्रत्येक ग्राम पंचायत की एक निश्चित आय सुनिश्चित करने के लिए पंचायत प्रतिनिधि और ग्राम पंचायत सचिव निरंतर कार्य करें। जून माह में आयोजित की जाने वाली ग्राम सभाओं में जिन विषयों को चर्चा और निर्णय के लिए रखा गया है उनमें ग्राम पंचायतों के पिछली तिमाही में आय व्यय के ब्यौरे शामिल होंगे। जल सरंक्षण अभियान आवा पानी झोंकी को और ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों को जनभागीदारी से कम से कम चार सोख्ता गढढ़ों के निर्माण कराए जाने हेतु निर्देश दिए गए हैं। साथ ही महात्मा गांधी नरेगा के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिक परिवारों के द्वारा कार्य की मांग और उन्हे उपलब्ध कराए गए रोजगार और प्रधानमंत्री आवास योजना के बेहतर क्रियान्वयन पर समीक्षा की जाएगी। सामाजिक सहायता के तहत ग्राम पंचायतों में हितग्राहियों को प्रदाय किए जा रहे पेंशन योजना का सामाजिक अंकेक्षण और सत्यापन कार्य, खाद्यान्न योजना के तहत वितरित होने वाले चावल वितरण आदि पर चर्चा, संबंधित पात्र हितग्राहियों के नामों का वाचन भी किया जाएगा।
ग्राम पंचायत स्तर पर ही जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने एवं विवाह पंजीयन की कार्यवाही हेतु लंबित आवेदनों के निराकरण की कार्यवाही की जाएगी। मौसमी बीमारियों से बचाव और निदान की जानकारी प्रदान करते हुए पंचायत के पूर्व पदाधिकारियां से बकाया राशि वसूली की कार्यवाही भी इन ग्राम सभाओं में की जाएगी। ग्राम पंचायतों में आवारा पशुओं के मालिकों पर छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम 1993 के तहत जुर्माना आरोपित करने के साथ ही पशुओं के व्यवस्था पर चर्चा कर निदान के तरीके भी प्रस्तावित किए जाएगें। समस्त शासकीय परिसरों में एक बेटी संग पांच पौधे रोपे जाने की कार्यवाही भी ग्राम सभाओं में प्रस्तावित की जाएगी साथ ही समस्त शैक्षणिक संस्थाओं आगनबाड़ी महतारी सदन, पंचायत भवन, गौठान, मुक्तिधाम, अमृत सरोवर तटों के अतिरिक्त सड़कों के किनारे और सामुदायिक भवनों के आस पास पौधरोपण और उनकी सुरक्षा के लिए जनभागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी द्वारा जारी निर्देशों के तहत जून माह की ग्राम सभाओं में पोषण अभियान की प्रगति के साथ ही मादक पदार्थों के रोकथाम, नशामुक्ति हेतु कार्यक्रम आयोजित करने और ग्राम वासियों को जागरूक करने की कार्यवाही किया जाना है। बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान को मजबूत करने और छत्तीसगढ़ राज्य को बाल विवाह मुक्त करने संबंधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। इन सभी विषयां पर की गई कार्यवाही और पारित निर्णयों को आनलाइन पोर्टल ग्राम सभा निर्णय पर मोबाइल एप्प के माध्यम से अपलोड करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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कोरिया : उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें के प्राप्त जानकारी द्वारा पशुधन विकास विभाग द्वारा एकीकृत कृषि केन्द्र (डी०एम०एफ० मद अन्तर्गत) विकास खण्ड सोनहत के ग्राम केशगवॉ के चयनित समूहों को वितरित किये जाने हेतु स्थानीय पशु व्यापारियों से उन्नत / ग्रेडेड नस्ल के 03 बकरे, 30 देसी बकरियों एवं संकर नस्ल (जर्सी/एच०एफ०) की 02 दुधारू गायों का क्रय किया जाना है। जिसके लिए एकीकृत कृषि केन्द्र ग्राम-केशगवॉ 30 जून 2025 को प्रातः 10ः00 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक पशु मेले का आयोजन किया गया है। जिसमें स्थानीय पशु व्यापारियों से निम्न विवरण अनुसार उक्त मेले में बकरे-बकरियों एवं दुधारू गाय लेकर निर्धारित समय के भीतर उपस्थित होने की अपील की किया है। पशुओं का क्रय, चयन समिति के द्वारा मौके पर ही किया जावेगा।
व्यापारियों द्वारा मेले में लाए जाने वाले पशुओं का विवरण एवं आवश्यक शर्ते इस प्रकार होंगी देसी बकरियों जो 1-2 वर्ष की स्वस्थ बकरियों को लानी हैं। बकरे उन्नत/ग्रेडेड नस्ल के 18 से 24 माह के स्वस्थ बकरे ही लाने हैं। दुधारू गाय संकर जर्सी अथवा एच०एफ० नस्ल की 1-2 ब्यात की बच्चा सहित लाने हैं। गाय का बच्चा एक माह से ऊपर का नहीं होना चाहिए।
क्वारेण्टाईन की शर्तों के अनुसार क्रय किये गये बकरे-बकरियों को एकीकृत कृषि केन्द्र ग्राम-केशगवॉ में 21 दिनों की क्यारेण्टाईन अवधि में रखा जावेगा। क्यारेण्टाईन अवधि समाप्ति के पश्चात् ही स्वस्थ पाए गए बकरे-बकरियों के भुगतान की कार्यवाही की जावेगी। यदि क्वारेण्टाईन अवधि के दौरान क्रय किये गये किसी बकरे-बकरी की मृत्यु होती है, तो उसके बदले व्यापारी को दूसरा स्वस्थ पशु उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। साथ ही क्यारेण्टाईन अवधि के दौरान क्रय किये गये बकरे-बकरियों के बीमार होने पर उपचारित औषधि का व्यय व्यापारी द्वारा वहन किया जाना अनिवार्य होगा। मेले में लाए जाने वाले पशुओं में से स्वस्थ पशुओं के चयन एवं क्रय का सम्पूर्ण अधिकार ‘चयन एवं क्रय समिति को होगा। समिति का निर्णय सभी व्यापारियों को अनन्तिम रूप से मान्य होगा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर कलेक्टर कोरिया ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
धरती आबा अभियान की समय सीमा मे बढ़ोत्तरी, अब 15 जुलाई तक चलेगा अभियान
कोरिया : कोरिया जिले के संयुक्त सभागार में आज समय सीमा की साप्ताहिक बैठक संपन्न हुई। कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने इस बैठक में सभी विभागीय योजनाओं की प्रगति पर समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। बैठक में धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान की प्रगति , किसानों के लिए खाद बीज की उपलब्धता, खाद्यान्न वितरण, किसानों के पंजीयन सहित अन्य विषयों पर अद्यतन जानकारी प्राप्त करते हुए उन्होने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी कोरिया श्री चंद्रशेखर परदेशी, जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी और अपर कलेक्टर श्री डीडी मण्डावी सहित अन्य जिलाधिकारी उपस्थित रहे।
समय-सीमा बैठक में अधिकारियों को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए धरती आबा अभियान की समय-सीमा को 30 जून से बढ़ाकर आगामी 15 जुलाई तक किया गया है। इससे दूरदराज में रहने वाले आदिवासी समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ ले जाने मे और सहूलियत होगी। विभागीय अधिकारी अपने योजनाओं के लाभ से वंचित वर्ग को जोड़ने के लिए डोर टू डोर सर्वे अभियान आरंभ करें और जिन ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर आयोजित हो रहे हैं वहां अपने मैदानी अमले को प्रत्येक परिवार तक पहुंचने के लिए निर्देशित करें। इससे हमें प्रत्येक योजना अंतर्गत हितग्राहियों के सेचुरेशन मोड तक आने में आसानी होगी। आनलाइन इंट्री कार्य को बेहद सावधानी पूर्वक पूर्ण कराए जाने के निर्देश देते हुए श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि प्रत्येक किसान का एग्रीस्टेक में पंजीयन कराएं, खाद और बीज की उपलब्धता पर निरंतर निगरानी करने के निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि परंपरागत धान की फसलों के अलावा दलहन और तिलहन की फसलों को प्रोत्साहित कर किसानों को इसके लिए तैयार करें।
जल संरक्षण अभियान में निरंतर संरचनाएं बनाने के निर्देश देते हुए श्रीमती चंदन ने कहा कि ग्राम पंचायतों में प्लांटेशन के साथ ही सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। आवारा पशुओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाए जाने के निर्देश देते हुए उन्होने कहा कि खेती का समय आ रहा है ऐसे में आवारा पशुओं की सही व्यवस्था कर उन्हे सड़कों पर आने से भी रोकना होगा। समय सीमा की बैठक में अन्य विभागीय आवेदन पत्रों के निराकरण की जानकारी लेते हुए जिला पंचायत सीईओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने सभी को जल्द निराकरण कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस बैठक में एसडीएम श्रीमती दीपिका नेताम, श्री राकेश साहू सहित सभी विभागीय प्रमुख उपस्थित रहे।
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हाथी के व्यवहार एवं गतिविधि के संबंध में दी गई जानकारी
जशपुरनगर : फरसाबहार विकासखंड के स्वामी आत्मानंद विद्यालय तपकरा, कांसाबेल एवं कुनकुरी के मिडिल और हाईस्कूल में लगभग 150 प्राचार्य एवं प्रधान पाठक की उपस्थिति में गजरथ यात्रा के संबंध में कार्यशाला आयोजित किया गया और समस्त बिंदुओं और पहलुओं पर विस्तृत चर्चा कर कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दिया गया। साथ ही कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। उक्त कार्यशाला में श्री पी.के. भटनागर, जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर, श्री अभिनव केशरवानी उप वनमंडलाधिकारी कुनकुरी, श्री एस.के. होता, वन परिक्षेत्राधिकारी कुनकुरी, सुश्री अकांक्षा लकड़ा, वन परिक्षेत्राधिकारी तपकरा तथा फरसाबहार, कुनकुरी एवं कांसाबेल के प्राचार्य एवं प्रधानपाठक एवं वन अमला उपस्थित थे।
विगत कई वर्षाे से जशपुर जिला हाथी विचरण क्षेत्र रहा है एवं हाथियों की उपस्थिति निरंतर बनी हुई है। यहां की भौगोलिक संरचना तथा घने वनक्षेत्र एवं अन्तर्राज्य सीमा से लगे होने के कारण कई स्थलों से हाथियों का प्रवेश जशपुर जिले में होता है। जिससे हाथी मानव द्वंद की घटनाएं होने की संभावनाएं बनी रहती है। हाथी मानव द्वंद को न्यूनतम करने हेतु 21 जून 2025 को जशपुर वन मंडल के गजरथ यात्रा 2025 का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा किया गया है। गजरथ यात्रा हाथी प्रभावित अति संवेदनशील क्षेत्रों में निरंतर दौरा कर हाथी के व्यवहार एवं गतिविधि के संबंध में विशेष रूप से हाथी प्रभावित क्षेत्रों के स्कूलों में कक्षा 06 वीं से 12वीं के छात्र-छात्राओं को जानकारी देकर जागरूक करने का लक्ष्य रखा गया है।
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जशपुरनगर : प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत जिला व जनपद स्तर पर संविदा पद हेतु विज्ञापन जारी किया गया था। जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला व जनपद स्तर पर संविदा पदों हेतु दावा आपत्ति निराकरण उपरांत मेरिट सूची जारी किया गया है। जिसकी सूची जिला पंचायत के सूचना पटल पर प्रकाशित किया गया है एवं जशपुर जिले के वेबसाईट www.jashpur.nic.in पर अपलोड किया गया है।
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जशपुरनगर : जशपुर जिले में 01 जून से अब तक 1884.0 मिमी वर्षा हो चुकी है। जिले में बीते 10 वर्षों की तुलना में 23 जून तक की स्थिति में 947.0 मिमी औसत वर्षा हुई है। बीते दिवस जिले में 31.3 मिमी वर्षा हुई है। भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 01 जून से अब तक तहसील जशपुर में 250.7 मिमी, मनोरा में 334.6 मिमी, कुनकुरी में 290.9 मिमी, दुलदुला में 149.1 मिमी, फरसाबहार में 155.3 मिमी, बगीचा में 226.6 मिमी, कांसाबेल में 175.6 मिमी, पत्थलगांव में 135.1 मिमी, सन्ना में 313.8 मिमी एवं बागबहार में 83.5 मिमी वर्षा हो चुकी है। सर्वाधिक वर्षा मनोरा तहसील में दर्ज की गई है।
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यदि ऑनलाइन नामांकन में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही हो, तो संबंधित व्यक्ति जिला प्रशासन से संपर्क कर सकता है
जशपुरनगर : गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन व सिफारिशें 15 मार्च 2025 से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। नामांकन अथवा अनुशंसा केवल राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://www.awards.gov.in पर ऑनलाइन ही स्वीकार की जाएंगी। कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि अनुशंसित व्यक्ति को ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया में किसी प्रकार की कठिनाई आ रही है तो वह बिना किसी संकोच के जिला प्रशासन से संपर्क कर सकता है। प्रशासन द्वारा आवश्यक सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों, विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों और सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं।
पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन व सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण अधिकतम 800 शब्द में शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र, अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों एवं सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में और अधिक जानकारी बेबसाइट https://www.padmaawards.gov.in पर उपलब्ध है। -
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खाद्य विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने केन्द्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के उप निदेशक को लिखा पत्र
बायोमैट्रिक ट्रान्जेक्शन, भण्डारण व तौलने में आ रही है व्यवहारिक दिक्कतें
रायपुर : खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री दयाल दास बघेल के निर्देश पर खाद्य विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन कार्डधारियों को माह जून से अगस्त तक तीन माह का एकमुश्त राशन वितरण की तिथि 20 जुलाई 2025 तक वृद्धि करने केन्द्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के उप निदेशक को पत्र लिखकर आग्रह किया है। गौरतलब है कि वर्तमान में तीन माह का एकमुश्त राशन वितरण करने का समय-सीमा 30 जून तक निर्धारित है।
सचिव श्रीमती कंगाले द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ राज्य में माह जून, 2025 से अगस्त, 2025 तक के 03 माह का खाद्यान्न राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के अंतर्गत जारी 56.78 लाख राशनकार्डधारी परिवारों को तथा छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम, 2012 के अंतर्गत जारी 24.44 लाख राज्य पूल के राशनकार्डधारी परिवारों को भी माह जून से अगस्त 2025 तक के 03 माह का खाद्यान्न एकमुश्त रूप से चालू माह जून में वितरित किया जा रहा है।
पत्र में कहा गया है कि माह जून में 03 माह के एकमुश्त चावल के भण्डारण एवं वितरण का कार्य राशनकार्डधारी परिवारों को केन्द्रीय पूल एवं राज्य पूल के 03 माह के खाद्यान्न के वितरण हेतु प्रति हितग्राही 06 बायोमैट्रिक ट्रान्जेक्शन के आधार पर कुल 3.41 करोड़ बायोमैट्रिक प्रमाणीकरणयुक्त ट्रान्जेक्शन राज्य भर में होने हैं, जो कि बहुत अधिक संख्या में है।
इसी तरह UIDAI के निर्देशानुसार 7000 एल-0 बायोमैट्रिक ई-पॉस मशीन को अपग्रेड करने का कार्य भी समानांतर रूप से प्रचलित है। राज्य में लगभग 50 प्रतिशत दुकानों में एल-0 मशीन डिस्कंटीन्यू कर दिए गए हैं। साथ ही माह मई 2025 में असामयिक रूप से हुई वर्षा से 03 माह के खाद्यान्न का अग्रिम भण्डारण भी प्रभावित हुआ है। उचित मूल्य दुकानो में 03 माह के खाद्यान्न के भण्डारण की व्यवस्था के साथ-साथ इन महीनों के खाद्यान्न का तौल कर वितरण में भी अतिरिक्त समय लग रहा है। उपरोक्त दृष्टिगत रखते हुए राज्य हेतु माह जून से अगस्त 2025 के खाद्यान्न के भण्डारण की समय-सीमा 23 जून 2025 तक तथा हितग्राहियों को राशन वितरण की समय-सीमा में 20 जुलाई, 2025 तक वृद्धि करने का अनुरोध किया गया है।
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बेमेतरा : छत्तीसगढ़ शासन, गृह विभाग, मंत्रालय, महानदी भवन, नवा रायपुर अटल नगर द्वारा प्रेषित पत्र क्रमांक 459/आर-48/दो-गृह/सै.क./2025, दिनांक 16 मई 2025 के अनुक्रम में जिले बेमेतरा में जिला सैनिक कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। गठित बोर्ड में निम्नानुसार गैर-सरकारी सदस्यों की नियुक्ति की गई है–श्रीमती प्रेरणा शौर्यजीत सिंह, साजा, विकासखंड साजा, श्री नरेन्द्र वर्मा, बारगांव, विकासखंड बेरला, श्री अजय साहू, मरका, विकासखंड नवागढ़ और श्री शिवम तिवारी, बेमेतरा, विकासखंड बेमेतरा है। इस बोर्ड की देखरेख हेतु श्री प्रकाश भारद्वाज, अपर कलेक्टर एवं अनु. अधिकारी (रा.), अनुविभाग बेमेतरा को नामांकित किया गया है। जिला सैनिक कल्याण बोर्ड का उद्देश्य पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण हेतु योजनाओं के क्रियान्वयन तथा समन्वय स्थापित करना है।
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बेमेतरा : छत्तीसगढ़ की षष्ठम् विधानसभा का षष्ठम सत्र दिनांक 14 जुलाई 2025 (सोमवार) से 18 जुलाई 2025 (शुक्रवार) तक आहूत किया गया है। इस अवधि में शासन एवं उच्च कार्यालयों से प्राप्त होने वाले प्रश्नों के त्वरित उत्तर तैयार कर समय-सीमा में उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक होगा।
इस संबंध में कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने निर्देशित किया है कि विधानसभा सत्र के दौरान जिले के सभी विभागों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों के अवकाश पर प्रतिबंध रहेगा। केवल अति आवश्यक परिस्थिति में ही सक्षम प्राधिकारी से पूर्व स्वीकृति प्राप्त कर अवकाश तथा मुख्यालय त्याग किया जा सकेगा। सत्र अवधि में शासन एवं अन्य विभागों से प्राप्त होने वाले प्रश्नों के उत्तर तैयार करने हेतु संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी तथा आवश्यकता अनुसार कार्यालय अवकाश दिवस में भी खुला रखा जाएगा।
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बेमेतरा : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने आज देर शाम बेमेतरा शहर में हाल ही में प्रारंभ हुई प्रीमियम शॉप (शराब दुकान) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ अपर कलेक्टर श्री अनिल बाजपेयी भी उपस्थित थे।कलेक्टर श्री शर्मा ने दुकान में उपलब्ध सुविधाओं, ग्राहकों के लिए की गई व्यवस्थाओं तथा बिक्री प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने दुकान में प्रकाश व्यवस्था को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए, जिससे ग्राहकों को असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दुकान में कार्यरत सेल्समैन से बिक्री, स्टॉक रजिस्टर, इलेक्ट्रॉनिक बिलिंग प्रणाली, तथा सुरक्षा उपायों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि दुकान परिसर में स्वच्छता, शालीनता और निर्धारित समयावधि का पूर्ण पालन हो। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस प्रकार की दुकानों में नियमों का कड़ाई से पालन हो एवं किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। उन्होंने संबंधित अधिकारी को समय-समय पर निरीक्षण करने हेतु भी कहा। आबकारी उप निरीक्षक वीणा भंडारी और निवेदिता मिश्रा ने शॉप संबंधी जानकारी दी। -
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13.65 करोड़ लागत के 09 कार्यों का भूमिपूजन एवं 1.70 करोड़ लागत के 02 कार्यों का हुआ लोकार्पण
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखण्ड के सलियाटोली में आयोजित कार्यक्रम में जिलेवासियों को 15 करोड़ 36 लाख 11 हजार रूपये लागत के 11 विकासकार्यों की सौगात दी। जिसमें उन्होंने 01 करोड़ 70 लाख 34 हजार रूपये की लागत के 02 विकास कार्यों का लोकार्पण और 13 करोड़ 65 लाख 77 हजार रूपये की लागत के 09 कार्यों का भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कुनकुरी विधानसभा के अंतर्गत कुनकुरी में 1.40 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित सद्भाव मंडप एवं ग्राम कुंजारा में 30.34 लाख रुपये की लागत से ऑफ ग्रिड सोलर पॉवर प्लांट (2.4 किलो वाट) से स्ट्रीट लाइट स्थापना का लोकार्पण किया। इसके साथ ही कुंजारा में ही 280 किलो वाट के 1.69 करोड़ रुपये लागत से आन ग्रिड सोलर पावर प्लांट स्थापना, 2.97 करोड़ रूपये लागत के प्रेमबन्ध (नगरबन्ध) स्टापडेम निर्माण, 2.26 करोड़ रुपये लागत के खिजूरबहार स्टापडेम निर्माण, लोधमा में 01 करोड़ 21 लाख रुपये के लागत से हायर सेकंडरी शाला भवन निर्माण, 25 लाख रुपये लागत से हाउसिंग बोर्ड कालोनी सलियाटोली में सामुदायिक भवन निर्माण, 49.40 लाख रुपये लागत के दाराखरिका, बासनताला, जोरातराई, बनकोम्बो, ढोढ़ीबहार, जामचुआं में सीसी सड़क निर्माण, 20 लाख रुपये लागत से रायकेरा, बनकोम्बो, जोकबहला, बरडांड में अटल डिजिटल सेवा केंद्रों के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर योग आयोग के अध्यक्ष श्री रूपनारायण सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, कुनकुरी जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुशीला साय, उपाध्यक्ष श्री बालेश्वर यादव, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, भरत सिंह, कृष्ण कुमार राय, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी- कर्मचारी और ग्रामीणजन मौजूद थे। -
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8.77 करोड़ की लागत से बनेगा 50 बिस्तरीय मातृ शिशु चिकित्सालय
सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ बचपन की ओर एक सशक्त कदम
50 लाख की लागत से तैयार होगा ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिटजशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज कुनकुरी को एक बड़ी सौगात दी। उन्होंने गिनाबहार में 8.77 करोड़ की लागत से बनने वाले 50 बिस्तरीय मातृ शिशु चिकित्सालय और 50 लाख की लागत से तैयार होने वाले ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का भूमिपूजन किया। इस अवसर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास की एक और कड़ी जुड़ रही है। इस अस्पताल के निर्माण से इस क्षेत्र की माताओं बहनों और बच्चों को काफी लाभ होगा। कुनकुरी के साथ ही फरसा बहार, कांसाबेल और दुलदुला क्षेत्र के लोग इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार काम कर रहे हैं। जशपुर में 200 बेड अस्पताल का निर्माण होने जा रहा है। इसका टेंडर लग चुका है। इस बजट में यहां मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रावधान किया गया है। यहां नर्सिंग और फिजियोथेरेपी कॉलेज खोले जाएंगे। आयुष्मान कार्ड और जेनेरिक दवा दुकानों के माध्यम से किफायती इलाज उपलब्ध करा रहे हैं। वय वंदन योजना का लाभ सभी वर्ग के वृद्ध जनों को मिलेगा, यह स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। मितानिनों के मानदेय की राशि ऑनलाइन प्रदान करने की सुविधा की शुरुआत किए है। जिससे समय पर उनको भुगतान हो सके।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम कर रहे हैं। पीएम आवासों का निर्माण तेजी से हो रहा है। किसानों से किए वादे को पूरा करते हुए 21 क्विंटल धान खरीदी कर रहे हैं। किसानों को 31 सौ रूपये धान की कीमत दे रहे हैं। तेंदूपत्ता की राशि बढ़ाकर 55 सौ रुपए प्रति मानक बोरा दे रहे हैं। कल से चरण पादुका वितरण का कार्यक्रम देश के गृह मंत्री श्री अमित शाह के करकमलों से प्रदेश में शुरू होगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महतारी वंदना योजना से 70 लाख से अधिक माताओं बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से हर माह 1 हजार रुपए प्रदान कर रहे हैं। 5 लाख 60 हजार भूमिहीन कृषि श्रमिकों को भी 10 हजार रुपए की राशि प्रदान किए हैं। पंचायतों में सीएससी सेंटर खोलने का काम कर रहे हैं। यहां ग्रामीणों को बैंकिग सुविधाओं का लाभ मिलेगा, उन्हें बैंक से पैसे निकालने और जमा करने अब दूर नहीं जाना पड़ेगा। अगले पंचायती राज दिवस तक सभी पंचायतों में यह सीएससी सेंटर खोलने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं। जन सुविधाओं के लिए लगातार रिफॉर्म किया जा रहा है। जमीन की रजिस्ट्री में नई क्रांतियां लाएं हैं। अब जमीन की रजिस्ट्री के साथ नामांतरण हो जाएगा। साथ ही फर्जी रजिस्ट्री पर रोकथाम लगेगी।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज विश्व योग दिवस का दिन है। आप सबसे आग्रह है कि आप अपनी दिनचर्या में योग को जरूर शामिल करें। अच्छे स्वास्थ्य के लिए शरीर की स्वच्छता के साथ मन को संतुलित करने के लिए योग आवश्यक है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, कमिश्नर श्री नरेंद्र दुग्गा, आईजी श्री दीपक कुमार झा, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, श्री भरत सिंह, श्री कृष्ण कुमार राय, श्री सुनील गुप्ता, श्री उपेन्द्र यादव, श्री राजकुमार गुप्ता, श्री अमन शर्मा, श्री गोपाल कश्यप, श्री मनोज जायसवाल, श्री राजेश चौधरी, श्री यशवंत यादव, श्री विकास नाग, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी- कर्मचारी और ग्रामीण जन मौजूद थे।
सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ बचपन की दिशा में एक सशक्त कदम
50 बिस्तर मातृ एवं शिशु अस्पताल के निर्माण होने से कुनकुरी विकासखण्ड के साथ आस पास तीन और विकासखण्ड फरसाबहार, कांसाबेल, दुलदुला क्षेत्र की महिलाओं और बच्चों को इलाज का लाभ मिलेगा। उन्हें कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गर्भवती महिलाओं को उपचार और प्रसव संबंधी सुविधाएं मिलने के साथ उनकी नियमित स्वास्थ्य जांच भी यहां हो सकेगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता से बच्चों के गंभीर रोगों के उपचार में सहूलियत होगी। आस पास के ग्रामीण क्षेत्रवासियों के लिए यह एक बड़ी राहत होगी। वहीं 50 लाख की लागत से तैयार होने वाले ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट के निर्माण से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में लैब जाँच की सुविधा का भी लाभ मिलेगा। मातृ शिशु चिकित्सालय और ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट कुनकुरी सहित आस पास के क्षेत्रवासियों के लिए सुरक्षित मातृत्व और स्वस्थ बचपन की दिशा में एक सशक्त कदम साबित होगा। -
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नगेराटुक्कू के सौंदर्यीकरण और डूमरडीह में कुम्हार समाज के लिए सांस्कृतिक मंडप निर्माण की घोषणा
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज दुलदुला के हाट बाजार में आयोजित एक कार्यक्रम में दुलदुला विकासखंड के लिए 3 करोड़ 45 हजार रुपए की लागत के विकासकार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें 22.36 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित ग्रामीण हाट बाजार शेड निर्माण कार्य का लोकार्पण और 2 करोड़ 78 लाख 9 हजार रुपए लागत के 10 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पर्यटन स्थल नगेराटुक्कू के सौंदर्यीकरण करने और डूमरडीह में कुम्हार समाज के लिए सांस्कृतिक मंडप निर्माण की घोषणा भी की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने योग दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी और कहा कि हमें अपने शरीर और मन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए नियमित योग करना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ ने आज के दिन को योग दिवस के रूप में मान्यता दी है। आज पूरी दुनिया योग से होने वाले लाभों का अनुभव कर इस प्राचीन भारतीय विद्या को अपना रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना के तहत मयूरचुंदी से दुलदुला तक बस सेवा प्रारंभ की जाएगी। दुलदुला में भी बस स्टैंड निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार मोदी की गारंटी को तेजी से लागू कर रही है। सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए। महतारी वंदना योजना ने माध्यम से महिलाएं सशक्त हो रही है। तेंदूपत्ता प्रति मानक बोरा 5500 रुपए किया गया है। अटल डिजिटल सुविधा केंद्र के माध्यम से गांवों में बैंकिंग की सुविधा मिल रही है। आगामी पंचायत दिवस को सभी ग्राम पंचायतों में इसे शुरू करने की योजना है। रजिस्ट्री में 10 नई क्रांतियां में नवाचारों का बेहतर उपयोग कर आम नागरिकों के सहूलियत से लिए पंजीयन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सरल, डिजिटल और नागरिक केंद्रित बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने जिन विकास कार्यों का भूमिपूजन किया उनमें 01 करोड़ 21 लाख रुपए लागत के नवीन भवन निर्माण हायर सेकेंडरी स्कूल, दुलदुला में 99.99 लाख रुपए लागत के सर्वसुविधायुक्त सांस्कृतिक भवन निर्माण कार्य, 10 लाख रुपए लागत के पुलिया निर्माण कार्य जामनाला ग्राम पंचायत सपघरा, 7.80 लाख रुपए लागत के सी सी रोड निर्माण रेंगाबहार पहुंच मार्ग ग्राम पंचायत चटकपुर, 7.80 रुपए लागत के सी रोड निर्माण कार्य लीलांबर घर के पास ग्राम पंचायत करडेगा, 6.50 लाख रुपए लागत के सामुदायिक भवन निर्माण कार्य ग्राम पंचायत सिरीमकेयहला, 5-5 लाख रुपए की लागत से ग्राम पंचायत कोरना, ग्राम पंचायत डोभ, ग्राम पंचायत सपघरा, ग्राम पंचायत झरगांव और ग्राम पंचायत मयुरचूंदी में अटल सुविधा केंद्र के लिए सी.एस.सी. भवन का निर्माण कार्य शामिल है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, जनपद अध्यक्ष दुलदुला श्री राजकुमार सिंह, आईजी श्री दीपक कुमार झा, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, भरत सिंह, कृष्ण कुमार राय, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी- कर्मचारी और ग्रामीण जन मौजूद थे।
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जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर में एक अभिनव पहल ‘‘गजरथ यात्रा‘‘ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस यात्रा का उद्देश्य मानव-हाथी द्वंद को रोकना और वन्यजीव संरक्षण के प्रति जन जागरूकता फैलाना है। गजरथ यात्रा राज्य भर के स्कूलों और ग्राम पंचायतों में भ्रमण करेगी, जहां लोगों को हाथियों के व्यवहार, उनके संरक्षण और मानव-वन्यजीव संघर्ष से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘मानव और हाथियों के बीच बढ़ते टकराव को रोकने के लिए हमें जनसहभागिता और जागरूकता की जरूरत है। यह यात्रा लोगों को शिक्षित करने का माध्यम बनेगी।‘‘ यह पहल राज्य में मानव-वन्यजीव सहअस्तित्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने हाथी मानव द्वंद को रूकने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वन विभाग के कर्मचारियों को सम्मानित किया
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिन्हा, पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव, पद्मश्री जागेश्वर राम यादव, जशपुर विधायक रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, राज्य के सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह, माटीकला बोर्ड, शंभूनाथ चक्रवर्ती, नगरपालिका अध्यक्ष अरविन्द भगत, उपाध्यक्ष यश प्रताप सिंह जूदेव, संभागायुक्त नरेंद्र दुग्गे, आईजी दीपक झा, कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे और योग संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रणजीता स्टेडियम परिसर में सिंदूर का पौधा लगाया। उन्होंने हाथी मानव द्वंद को रोकने और जन जागरूकता के लिए गजरथ वाहन को हरी झंडी दिखाई। जशपुर वन मंडल द्वारा निकाली गई यह रथ विशेषकर स्कूलों और हाट बाजारों में पहुंचकर हाथी के बारे में लोगों को जागरूक करेगा। उन्होंने जागरूकता के लिए लघु फिल्म और जानकारी युक्त लघु पुस्तिका का भी विमोचन किया।
उन्होंने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर सभी को एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत पेड़ लगाने अपील किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री एवं अतिथियों ने विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए और आमजन को अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। स्वच्छ हवा, जल संरक्षण और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में वृक्षों की अहम भूमिका होती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार विभिन्न योजनाएं चला रही है।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिन्हा, पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव, पद्मश्री जागेश्वर राम यादव, जशपुर विधायक रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, राज्य के सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह, माटीकला बोर्ड, शंभूनाथ चक्रवर्ती, नगरपालिका अध्यक्ष अरविन्द भगत, उपाध्यक्ष यश प्रताप सिंह जूदेव, संभागायुक्त नरेंद्र दुग्गे, आईजी दीपक झा, कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे और योग संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्वस्थ रहने योग को अपनी नियमित दिनचर्य में करें शामिल-मुख्यमंत्री
नालंदा परिसर सहित 108 करोड़ के कार्याे का मुख्यमंत्री ने किया भूमिपूजन-लोकार्पण
उत्साह के साथ मनाया गया जशपुर रणजीता स्टेडियम में योग दिवसजशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज जिला मुख्यालय जशपुर में हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा की योग हमारे देश के लिए कोई नई विधा नहीं है। सनातन काल से योग हमारे जीवन में चला आ रहा है। हमारे ऋषि मुनियों ने इसका इजाद किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पटल पर योग की महत्ता को स्थापित किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में वर्ष 2014 में आवाज उठाई और इसे विश्व स्तर पर स्वीकृति दिलाई। वर्ष 2015 से प्रति 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है। हम सब लोगों के लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा सहित 175 देशों में योग की आवाज गूंज रही है। मुख्यमंत्री के साथ जनप्रतिनिधिगण, स्कूलों बच्चों, आम नागरिकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साह से योगाभ्यास किया। योग प्रशिक्षक के दौरा चक्र आसन, अर्ध चक्र आसन, कपाल भारती, अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, वज्राशन सहित विभिन्न आसन से योगाभ्यास करवाया गया।
श्री साय ने कहा कि सभी लोग योग को अपने दिनचर्या में शामिल करें। योग से मन और आत्मा संतुलित रहता है। दिन-रात के 24 घंटे में से कुछ समय योग के लिए जरूर निकाले। इससे बड़ी-बड़ी बीमारियां ठीक हो जाती हैं। शरीर स्वस्थ रहने के साथ ही भविष्य में बीमारियां होने की संभावना भी नहीं रहती। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में दवाई की जरूरत पड़ने पर जेनेरिक दवाइयां के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह भी एलोपैथिक दवाइयां जैसे ही असर करती हैं। इनका दाम बहुत कम होता है। गरीबों की पहुंच की सीमा में और ज्यादा फायदेमंद है। इसका उपयोग जरूर सभी करें। बड़ी संख्या में बच्चे भी आज के योग कार्यक्रम में शामिल हुए। इससे बच्चों का मन शांत व स्थिर रहता है और पढ़ने पर मन लगता है।
मुख्यमंत्री ने आज नालंदा परिसर का भूमि पूजन भी किया। 500 सीटर इस परिसर की लागत 11 करोड़ 29 लाख रुपया है। 2 एकड़ में या बनेगा। इसमें गार्डन भी विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को परिसर का ज्यादा लाभ मिलेगा। अब जागरूकता के कारण गांव और गरीब लोग भी बड़े-बड़े परीक्षा दे रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं। सब लोग बड़े शहर आकर पढ़ाई नहीं कर सकते। इसलिए राज्य सरकार ने सभी जिला मुख्यालय व बड़े शहरों में नालंदा परिसर का निर्माण का जिम्मा लिया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर 107.81 करोड़ के 64 कार्याे का भूमिपूजन-लोकार्पण किया। इनमें जशपुर विधानसभा क्षेत्र के 61 करोड़ 20 लाख के 85 कार्यों का भूमिपूजन और 15 करोड़ 80 लाख के 6 कार्यों का लोकार्पण किया। इसी प्रकार कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत् फरसाबहार विकासखंड के 24 करोड़ 90 लाख के 15 कार्यों का भूमिपूजन और 5 करोड़ 91 लाख के 4 कार्यों का लोकार्पण भी किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में एक पेड़ मां के नाम लगाने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि बारिश शुरू हो चुकी है। समय अनुकूल है। यदि मां साथ में है तो उन्हें समक्ष में रखकर अथवा स्वर्गीय होने पर उनका फोटो सामने रखकर मां के नाम पौधे जरूर लगाए। आजीवन इसकी सुरक्षा का दायित्व भी संभाले। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर योग आयोग के प्रशिक्षकों को प्रशस्ति-पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि योग सभी तरह के भेदभाव से ऊपर है। जाति, धर्म, महिला, पुरुष सभी समान रूप से अभ्यास में लाकर लाभान्वित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी इसका लाभ उठाएं। यह साल के सबसे बड़ा दिन 21 जून को पूरे विश्व में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने योग को अंतर्राष्ट्रीय मंच में ले जाकर इसे पहचान दिलाई है। इस साल का योग हरित योग पर आधारित है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की अपील सभी लोगों से की। श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि इस साल योग दिवस की थीम ‘‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य‘‘ है जो पृथ्वी एवं मानव स्वास्थ्य के आपसी संबंध को बताता है।
योग आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण सिन्हा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जशपुर की वादियां बहुत ही सुन्दर और योग के लिए अनुकूल है। जशपुर चायपत्ती, काजू, नाशपाती,आदि अन्य फसलों की अच्छी पैदावार होती है। उन्होंने कहा जशपुर का प्राकृतिक वातावरण स्वर्ग से सुन्दर की अनुमति करता है। योग पठन-पाठन का विषय नहीं है, यह रोज अभ्यास करने और जीवन में अपनाने का है। जीवन जीने का एक तरीका है इसे हर आदमी आजीवन निरोग रह सकता है। कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने योग दिवस के कार्यक्रम में सभी का आभार व्यक्त किया। स्वागत भाषण समाज कल्याण विभाग की संचालक रोक्तिमा यादव ने दिया। योग प्रशिक्षक श्री छबिलाल साहू, ज्योति साहू और उनकी टीम को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। दिव्यांग बालिका कठिन योगाभ्यास करके लोगों को योग करने के लिए प्रेरित किया।
.इस अवसर पर पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव, पद्मश्री जागेश्वर राम यादव, जशपुर विधायक रायमुनी भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, राज्य के सन्निर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह, माटीकला बोर्ड, शंभूनाथ चक्रवर्ती, नगरपालिका अध्यक्ष अरविन्द भगत, उपाध्यक्ष यश प्रताप सिंह जूदेव, संभागायुक्त नरेंद्र दुग्गे, आईजी दीपक झा, कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे और योग संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।