राजधानी रायपुर में आज आसमान मुख्यतः साफ रहने का पूर्वानुमान है। अधिकतम तापमान लगभग 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान करीब 19 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित रजत महोत्सव के अवसर पर पीजी कॉलेज मैदान, कवर्धा में लगे विभिन्न विभागों के स्टॉलों का उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक श्री विजय शर्मा ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों से योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली और हितग्राहियों से संवाद भी किया। निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा मत्स्य विभाग के स्टॉल पर पहुँचे, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत दो हितग्राहियों को पिकअप वाहन की सौगात दी। इस योजना के अंतर्गत 10-10 लाख रूपए कोलागत से वाहनों का प्रदाय किया गया है, जिसमें हितग्राहियों को 40 प्रतिशत अनुदान का लाभ प्राप्त होगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कबीरधाम जिले के श्री रवि मल्लहा निवासी कवर्धा एवं श्री कुश विश्वकर्मा निवासी बोड़ला को पिकअप वाहन की चाबियाँ सौंपकर उन्हें बधाई और शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के मत्स्य व्यवसाय से जुड़े लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से न केवल उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि मत्स्यपालकों की आय में भी वृद्धि होगी।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। मत्स्य पालन जैसे आजीविका आधारित कार्यों को प्रोत्साहन देने से ग्रामीण विकास की गति और तेज होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाई जाए ताकि पात्र हितग्राही इनका लाभ ले सकें।
राज्योत्सव के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के 25 वर्षों की विकास यात्रा और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की दिशा में एक सार्थक कदम साबित हुआ। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी विभागों की अभिनव पहल और योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश की विकास गाथा में आमजन की सहभागिता ही वास्तविक शक्ति है।
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर 1 से 5 नवम्बर तक नवा रायपुर अटल नगर, तूता स्थित पंडित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यावसायिक परिसर मेला स्थल में राज्योत्सव का आयोजन किया गया। राज्योत्सव में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा “25 वर्षों की विकास यात्रा” थीम पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे जनता द्वारा काफी सराहना मिली। इस पांच दिवसीय राज्योत्सव के दौरान ज्यूरी समिति द्वारा मूल्यांकन उपरांत, वन विभाग की इस प्रदर्शनी को तृतीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। राज्योत्सव के समापन समारोह में उप राष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन के हाथों वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने विभाग की इस उपलब्धि पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता टीमवर्क, नवाचार और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण का परिणाम है। पुरस्कार मिलने से विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उत्साहित हैं। राज्योत्सव में आने वाले आगंतुकों ने इस स्टॉल को रोचक, आकर्षक और ज्ञानवर्धक बताया। यह प्रदर्शनी छत्तीसगढ़ की हरित सोच, जैव विविधता संरक्षण और सतत विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का सशक्त प्रतीक बनी।
उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनी में 25 वर्षों की उपलब्धियों की जीवंत झलक वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरण संवर्धन, एवं हरित विकास से जुड़े मॉडल और योजनाओं की जानकारी आकर्षक रूप में दिखायी गई। राज्य स्थापना वर्ष 2000 से वर्ष 2025 तक लागू की गई विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रभाव को सरल और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया गया।
प्रदर्शनी में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में अब तक 6.41 करोड़ पौधारोपण का उल्लेख,शहरों में विकसित मियावाकी सूक्ष्म वन,ग्रीन गुफा परियोजना, घोटुल संस्कृति प्रदर्शन,गज संकेत ऐप एवं गजरथ यात्रा द्वारा मानव-हाथी संघर्ष में कमी को प्रदर्शित किया गया। इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ हर्बल्स के माध्यम से वन उत्पादों का मूल्यवर्धन,राज्य के प्रमुख प्राकृतिक स्थलों जैसे हांदावाड़ा जलप्रपात, कांगेर घाटी की कुटुमसर गुफा, बारनवापारा अभयारण्य की जानकारी भी दी गई। प्रदर्शनी में विशेष तौर पर यह प्रदर्शित किया गया कि राज्य में वन्य जीव संरक्षण प्रयासों के फलस्वरूप काला हिरण की संख्या 77 से बढ़कर 190 हुई। इसी तरह बाघों की संख्या वर्ष 2021 में 17 से बढ़कर अप्रैल 2025 में 35 पहुँची।
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा नवा रायपुर, अटल नगर तूता स्थित पंडित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व्यावसायिक परिसर, मेला स्थल में 1 से 5 नवम्बर तक राज्योत्सव का आयोजन किया गया। इस मेला में कृषि एवं संवर्गीय विभागों द्वारा 25 वर्षों की विकास यात्रा की थीम पर कृषि मॉडल प्रदर्शनी लगाई गई। आम जनता द्वारा इस प्रदर्शनी को काफी प्रशंसा एवं सराहना मिली। 05 दिवसीय स्थापना दिवस कार्यक्रम में जुरी कमेटी द्वारा कृषि विभाग के प्रदर्शनी को द्वितीय स्थान के लिए चयनित किया गया। राज्योत्सव के समापन समारोह के मौके पर उप राष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन के हाथों विभाग की सचिव श्रीमती शहला निगार ने पुरस्कार ग्रहण किया। कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने विभाग की इस सफलता के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। पुरस्कार मिलने से अधिकारी-कर्मचारी भी उत्साहित हैं। इस मौके पर कृषि विभाग के संचालक श्री राहुल देव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि राज्योत्सव में कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी तथा संवर्गीय विभाग -उद्यानिकी, पशु पालन, मछली पालन, कृषि अभियांत्रिकी, राष्ट्रीय जलग्रहण, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर एवं कामधेनु विश्वविद्यालय तथा सम्बंधित संस्थाओं द्वारा इन 25 वर्षों के विकास यात्रा की थीम पर कृषि मॉडल का प्रदर्शन किया गया।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य स्थापना वर्ष 2000 से वर्ष 2025 तक 25 वर्षो में केन्द्र शासन एवं राज्य शासन द्वारा संचालित विभिन्न महत्वकांक्षी योजनाओं के द्वारा हुए विकास का जीवंत प्रदर्शन करते हुए स्टॉल लगाया गया, जिसमें कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती, किसान सम्मान निधि, ड्रोन द्वारा उर्वरक छिड़काव, बीज वितरण व विपणन की नवीन व्यवस्था, भूमि संरक्षण द्वारा वर्षा जल संरक्षण आदि को प्रदर्शित किया गया।
उद्यानिकी विभाग द्वारा पुष्पों की प्रदर्शनी एवं सब्जियों तथा फलों की उन्नत किस्म का प्रदर्शन किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के उन्नत नस्ल एवं दुग्ध उत्पादन तथा मछली पालन विभाग द्वारा बायोफ्लॉक एवं केजकल्चर द्वारा मछलीपालन की नवीन तकनीक के साथ सजावटी मछलियों का प्रदर्शन किया गया। कृषि अभियांत्रिकी द्वारा कृषि में प्रयोग की जाने वाली उन्नत कृषि तकनीक से लैस कृषि यंत्रों को जनता के लिए प्रदर्शित किया गया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के अनुकूल तथा अधिक उत्पादन देने वाली विभिन्न फसल किस्मों के साथ स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित जैविक उत्पाद का प्रदर्शन किया गया था।
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रायपुर- छत्तीसगढ़ हर क्षेत्र में आगे आगे बढ रहा है। उन्होंने कहा कि देखे, सोचे और अवसर का उपयोग करें। अपने लक्ष्य की प्राप्त करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति होना जरूरी हैं। यह उद्गार राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज ऑफ्ट विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले 65 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक सहित 324 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि अनुशासन और समय का पाबंद होना प्रबंधन का महत्वपूर्ण भाग है। अपने समय का सद्पयोग कर, अपनी क्षमता और योग्यता का विकास करें। अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें क्योकि शरीर स्वस्थ रहेगा तभी पूर्ण क्षमता से कार्य कर पायेंगे। उन्होंने सिनेमा, फोटोग्राफी, फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में भी विस्तृत संभावनाओं का उल्लेख किया। श्री डेका ने कहा कि सिनेमा वह माध्यम जिसके द्वारा हम संदेश दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस देश ने हमें बहुत कुछ दिया है, हमें भी इसके बारे में सोचना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थी काल आपके जीवन का एक बहुत संदर पड़ाव है। जब आप कॉलेज से निकलते हैं उसके बाद ही आपका संघर्ष प्रारंभ होता है। जीवन में एक काम ऐसा करिये जो लाभ के लिए न हो बल्कि बदलाव के लिए हो। समाज आपकी ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है, उसके लिए काम करें। हमारा एक-एक प्रयास भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की ओर आगे बढ़ाएगा।
राज्यपाल ने पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि हमेशा श्रेष्ठता की ओर बढ़ते रहें। समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक होती है जब वह व्यक्ति को दायित्व एवं नवाचार के लिए प्रेरित करती है। यह समारोह केवल उपाधियाँ प्रदान करने का अवसर नहीं है; यह कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प लेने और उत्कृष्टता का उत्सव है।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. संदीप मारवाह, विधायक पद्मश्री अनुज शर्मा, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के चेयरमेन श्री वी. के. गोयल ने भी अपना संबोधन दिया। विश्वविद्यालय के संचालक प्रोफेसर श्रीमती शिखा वर्मा ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं एवं उनके पालकगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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रायपुर । CM विष्णुदेव साय आज वन्देमातरम 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। गौरतलब है कि इस वर्ष वंदे मातरम की रचना के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं। वंदे मातरम बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा अक्षय नवमी के शुभ अवसर पर सात नवंबर 1875 को लिखा गया था।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि देशवासियों के लिए ऐतिहासिक होने जा रहा है। हम वंदेमातरम् गान के गौरवशाली 150 वर्षों का उत्सव मनाने जा रहे हैं। यह वो प्रेरक आह्वान है, जिसने देश की कई पीढ़ियों को राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत किया है। आगे बोले कि इस विशेष अवसर पर सुबह करीब 9:30 बजे दिल्ली में एक समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिलेगा। यहां एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया जाएगा। वंदेमातरम् का सामूहिक गायन इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होगा!
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CG Big Accident: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में एनएच-43 पर सुबह कोटमी गांव के पास दो ट्रकों की आमने-सामने भिड़ंत में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. टक्कर के बाद दोनों ट्रकों में आग लग गई, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वही दो अन्य घायल हैं. ये हादसा कोतवाली थाना इलाके का है.
दोनों ट्रक में लगी आग
जानकारी के मुताबिक, सरिया लदा हुआ ट्रक अंबिकापुर की ओर से आ रहा था, जबकि दूसरे ट्रक गेहूं से भरा था, जो उड़ीसा जा रही थी. दोनों के बीच जोरदार भिड़ंत हो गई. टक्कर होते ही दोनों ट्रक आग लग गई. सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
फ़िलहाल पुलिस ने शवों को बाहर निकाल पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है. वहीं, घायलों का इलाज सूरजपुर जिला अस्पताल में चल रहा है.
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रायपुर। राजधानी रायपुर के टेकारी रोड पर आज सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि एक तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार को जोरदर टक्कर मार दी, इस घटना में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और कार चालक को गिरफ्तार कर लिया है.
दूध बेचने का काम करता था मृतक
जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान कुश साहू, टेकारी निवासी के रूप में हुई. कुश दूध बेचने का काम करता था. आज (शुक्रवार) की सुबह वह किसी काम से बाइक पर सवार होकर निकला था. लेकिन तेज रफ्तार कार ने उसे ठोकर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने किया चक्काजाम
घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने सड़क पर चक्काजाम कर दिया. लोगों का गुस्सा इतना था कि वे सड़क से हटने को तैयार नहीं थे, जिससे इलाके में भारी जाम की स्थिति बन गई. पुलिस टीम हंगामा शांत कराने और यातायात बहाल करने की कोशिश में जुटी है.
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। बारिश रुकने के बाद बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र से आने वाली नमी में कमी आने लगी है। इसके साथ ही प्रदेश में ठंड का असर बढ़ने लगा है। लोगों ने घरों में एसी और पंखों का इस्तेमाल कम कर दिया है और रजाई-कंबल निकालने शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले चार दिनों में तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है।
पिछले 24 घंटों में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री सेल्सियस रायपुर में दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में रिकॉर्ड हुआ।
मौसम विभाग के अनुसार बीते दिन प्रदेश में कहीं भी वर्षा नहीं हुई। आने वाले दिनों में भी छत्तीसगढ़ का मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 7 नवंबर को प्रदेश भर में आसमान साफ रह सकता है और किसी भी इलाके में बारिश की संभावना नहीं है। दो दिनों बाद भी मौसम में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है।
रायपुर का आज का मौसम
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रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए GST रिटर्न भुगतान की डिजिटल सुविधा पूरे राज्य में शुरू कर दी है। अब व्यापारी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और UPI के माध्यम से आसानी से GST का भुगतान कर सकते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि, यह निर्णय व्यापारियों को सुविधा और गति प्रदान करेगा, साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता और विश्वास को सुदृढ़ करेगा।
ता दें कि, व्यापारी वर्ग और व्यापारिक संगठनों की पुरानी मांग को ध्यान में रखते हुए यह सुविधा अब पूरी तरह लागू हो गई है। इससे करदाताओं को भुगतान में आने वाली तकनीकी दिक्कतों और समय की बचत होगी। जो की ईज ऑफ डूइंग बिजिनेस के मानकों पर अग्रणी राज्यों की श्रेणी में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
पहले करदाता केवल नेट बैंकिंग और ओटीसी माध्यम से ही जीएसटी का भुगतान कर पाते थे। इससे कई छोटे व्यापारियों और नए करदाताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बैंक सर्वर डाउन होने या तकनीकी कारणों से पेमेंट फेल होना आम समस्या थी।

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रायपुर. छत्तीसगढ़ के सीनियर आईपीएस रतनलाल डांगी को चंदखुरी ट्रेनिंग अकादमी के निदेशक पद से हटा दिए गए हैं। उन्हें पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया है। वहीं आईपीएस अजय यादव को चंदखुरी ट्रेनिंग अकादमी की जिम्मेदारी दी गई है। इसका आदेश आज गृह विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता ने जारी किया है।
बता दें कि हाल ही में एक सब इंस्पेक्टर की पत्नी ने 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी रतनलाल डांगी पर बीते सात सालों से उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कई आपत्तिजनक डिजिटल साक्ष्य के साथ उच्च पदस्थ अधिकारियों से शिकायत की थी। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विभाग जांच कर रही है। वहीं आईपीएस डांगी ने इस पूरे विवाद को एक बड़ी साजिश करार देते हुए कहा था कि उनकी साफ सुथरी छवि को उच्च पदों पर संभावित नियुक्तियों के समय निशाना बनाया जा रहा है। शिकायतकर्ता महिला की बहन और जीजा ने भी मीडिया से चर्चा करते हुए आरोप को झूठा बताते हुए खुद को भुक्तभोगी बताया था।
गृह विभाग ने जारी किया आदेश

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रायपुर। Vande Mataram: “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ पूरे देश के लिए गर्व और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय अवसर है। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मार्गदर्शन में इस ऐतिहासिक पर्व को वर्षभर चलने वाले महाअभियान के रूप में मनाया जा रहा है। देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी यह आयोजन जनभागीदारी के साथ चार चरणों में ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक भव्य रूप में संपन्न किया जाएगा।
पहला चरण 7 नवम्बर से होगा प्रारंभ
वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम का शुभारंभ 7 नवम्बर 2025 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा। यह राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रातः 10 से 11 बजे तक दूरदर्शन पर प्रसारित होगा। प्रधानमंत्री के उद्बोधन के पश्चात पूरे देश में एक साथ वंदे मातरम् का सामूहिक गायन किया जाएगा। गीत के बोल और धुन पोर्टल vandemataram150.in पर उपलब्ध हैं।
चार चरणों में होगा वर्षभर आयोजन
कार्यक्रम चार चरणों में आयोजित होगा- प्रथम चरण 7 से 14 नवम्बर 2025, द्वितीय चरण 19 से 26 जनवरी 2026, तृतीय चरण 7 से 15 अगस्त 2026 (हर घर तिरंगा अभियान के साथ), और चतुर्थ चरण 1 से 7 नवम्बर 2026 तक चलेगा। इस दौरान राज्य के सभी जिलों, जनपदों, ग्राम पंचायतों, शैक्षणिक संस्थानों, कार्यालयों एवं सामाजिक संगठनों में राष्ट्रगीत के सामूहिक गायन के साथ विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे।
जिलों में मंत्रीगण और जनप्रतिनिधियों की सहभागिता
राज्य के सभी जिलों में मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे।प्रत्येक जिले में स्थानीय कलाकारों, छात्रों, सामाजिक संस्थाओं और नागरिक समूहों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी, ताकि यह अभियान एक जनआंदोलन का रूप ले सके।
विद्यालयों में विशेष गतिविधियाँ और रचनात्मक आयोजन
प्रदेश के सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में “वंदे मातरम्” विषय पर विशेष सभाएँ, निबंध, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी, पोस्टर निर्माण, एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ होंगी। एनसीसी, एनएसएस, स्काउट-गाइड और स्कूल बैंड के माध्यम से वंदे मातरम से संबंधित संगीतमय प्रस्तुतियाँ दी जाएँगी। राज्य पुलिस बैंड भी सार्वजनिक स्थलों पर वंदे मातरम और देशभक्ति गीतों पर आधारित कार्यक्रमों से वातावरण को देशभक्ति के रंग में रंगेगा।
‘वंदे मातरम् ऑडियो-वीडियो बूथ’ एक अभिनव पहल
राज्यभर में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत “वंदे मातरम् ऑडियो-वीडियो बूथ” स्थापित किए जाएंगे। इनमें नागरिक अपनी आवाज़ में वंदे मातरम् गाकर उसे पोर्टल पर अपलोड कर सकेंगे। पोर्टल पर गीत की मूल धुन और बोल की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। यह पहल लोगों को अपने तरीके से राष्ट्रप्रेम व्यक्त करने का अवसर देगी और आंदोलन को अधिक व्यक्तिगत और भावनात्मक बनाएगी।
Vande Mataram: “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ केवल एक स्मरणीय अवसर नहीं, बल्कि राष्ट्र की एकता, आत्मगौरव और मातृभूमि के प्रति समर्पण का जीवंत संदेश है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी को भारत की सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ते हुए उनमें देशभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और राष्ट्रीय चेतना की भावना को और गहराई देगा। वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा का स्वर है, जिसकी गूंज हर नागरिक के हृदय में नई ऊर्जा और गर्व का संचार करेगी। – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
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रायपुर। एआईसीसी के निर्देश पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नई निगरानी समिति बनाई गई है। कांग्रेस संसदीय क्षेत्रवार SIR अभियान की मॉनिटरिंग करेगी।
मोहन मरकाम समिति के संयोजक बने है।
धनेंद्र साहू और रविंद्र चौबे होंगे सह संयोजक
हर संसदीय क्षेत्र से एक नेता को मिली ज़िम्मेदारी
उमेश पटेल रायगढ़, देवेंद्र यादव बिलासपुर क्षेत्र के प्रभारी
मोहम्मद अकबर राजनांदगांव और राजेंद्र साहू दुर्ग के प्रभारी
जयसिंह अग्रवाल कोरबा, शफी अहमद सरगुजा क्षेत्र देखेंगे
शैलेश नितिन त्रिवेदी रायपुर और तारिणी चंद्राकर को महासमुंद की जिम्मेदारी
रेखचंद जैन बस्तर और वीरेश ठाकुर कांकेर के प्रभारी बनाए गए
समिति करेगी SIR अभियान की निगरानी और समन्वय

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मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर। जिले के कई पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर आदेश जारी किया गया है। पुलिस अधीक्षक रत्ना सिंह ने गुरुवार को कई थाना प्रभारियों के स्थानांतरण के आदेश जारी किए। जारी आदेश में 4 निरीक्षक और एक उप निरीक्षक के नाम शामिल है।
देखें आदेश

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बिलासपुर। बिलासपुर ट्रेन हादसे के बाद इस वक्त एक और डराने वाले मामला सामने आया है। जहां एक ही ट्रैक पर तीन ट्रेनें आ गईं। इनमें दो मालगाड़ियां थीं और एक यात्री ट्रेन। यह घटना कोटमीसोनार और जयरामनगर स्टेशन के बीच हुई।
बता दें कि, यह सब उस समय हुआ जब एक यात्री ट्रेन चल रही थी। अचानक उसके आगे और पीछे दो मालगाड़ियां खड़ी दिखी। यानी यात्री ट्रेन बीच में फंस गई। आगे मालगाड़ी थी, पीछे मालगाड़ी थी। गनिमत यह रही की किसी तरह की कोई हानि नहीं हुई। थोड़ी सी चूक हो जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
इस घटना के बाद रेल यात्रियों में हड़कंप मच गया। कुछ यात्री तो ट्रेन से नीचे कूदने लगे। यह घटना दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर जोन में हुई। कोटमीसोनार और जयरामनगर छोटे स्टेशन हैं, लेकिन यहां से कई ट्रेनें गुजरती हैं। मालगाड़ियां कोयला और सामान लेकर चलती हैं, इसलिए वे भारी होती हैं। इससे पहले 4 नवंबर को हादसा हुआ था जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अब फिर इस हादसे को लेकर रेलवे पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
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रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2021-22 भर्ती घोटाला मामले में हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार को बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने सरकार की अपील खारिज करते हुए उन 37 चयनित अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला सुनाया है, जिनके खिलाफ अब तक सीबीआई ने कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की है। अदालत ने साफ निर्देश दिया है कि ऐसे सभी उम्मीदवारों को तुरंत नियुक्ति दी जाए।
यह फैसला मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति बी.डी. गुरु की बेंच ने सुनाया। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के फैसले को चुनौती दी थी, जिसने पहले ही इन अभ्यर्थियों को राहत दी थी। सिंगल बेंच ने कहा था कि जिन उम्मीदवारों पर न तो कोई आपराधिक मामला दर्ज है और न ही चार्जशीट दाखिल हुई है, उनकी ज्वाइनिंग रोकी नहीं जा सकती।
यह पूरा मामला CGPSC द्वारा आयोजित 2021-22 की भर्ती परीक्षा से जुड़ा है। चयन प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों और फर्जीवाड़े की शिकायतों के बाद राज्य सरकार ने जांच सीबीआई को सौंपी थी। जांच में कुछ उम्मीदवारों पर संदेह जताया गया और कुछ के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई। लेकिन जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, उनकी नियुक्ति भी रोक दी गई थी।
इन 37 अभ्यर्थियों, जिनमें अमित कुमार समेत अन्य चयनित उम्मीदवार शामिल हैं, ने कोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि बिना किसी चार्जशीट के सिर्फ जांच लंबित होने के आधार पर ज्वाइनिंग रोकना अनुचित है।
हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार की दलीलें खारिज करते हुए कहा कि जब तक किसी उम्मीदवार के खिलाफ आपराधिक चार्जशीट दाखिल नहीं होती, उसे नियुक्ति से वंचित रखना न्यायसंगत नहीं है। इस फैसले के बाद अब सभी 37 अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री विनय लंगेह के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले में निर्वाचक नामावली के विशेष गहन पुनरीक्षण (एआईआर ) की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। आयोग के निर्देशानुसार जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में होम-टू-होम एन्यूमरेशन फॉर्म (गणना पत्रक) का वितरण बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा शुरू कर दिया गया है।
बुधवार से महासमुंद विधानसभा, खल्लारी विधानसभा, बसना विधानसभा तथा सरायपाली विधानसभा क्षेत्रों में बूथ लेवल अधिकारी घर-घर पहुंचकर मतदाताओं से एन्यूमरेशन फॉर्म भरवा रहे हैं। यह अभियान 4 दिसम्बर 2025 तक संचालित रहेगा। प्रत्येक मतदाता को दो प्रतियों में गणना पत्रक उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें एक प्रति मतदाता के पास तथा दूसरी प्रति बूथ लेवल अधिकारी के पास सुरक्षित रखी जाएगी। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची में प्रत्येक मतदाता का नाम, पता एवं अन्य विवरणों को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अपर कलेक्टर सचिन भूतड़ा ने बताया कि जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केन्द्रों में यह कार्य सुचारू रूप से प्रारंभ हो चुका है। इस कार्य के लिए कुल 4 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, बूथ लेवल अधिकारी एवं बी.एल.ओ. सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि मतदाता चाहें तो गणना पत्रक ऑनलाइन माध्यम से भी भर सकते हैं। इसके लिए निर्वाचन आयोग की वेबसाइट voters.eci.gov.in पर लॉगइन कर अपनी जानकारी एवं फोटो अपलोड करनी होगी। कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का उद्देश्य जिले के प्रत्येक पात्र नागरिक को मतदाता सूची में शामिल करना तथा मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटिरहित बनाए रखना है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
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ग्राम पंचायत बेलसोंडा से लोहिया चौक तक यूनिटी मार्च पद यात्रा
महासमुंद : जिला प्रशासन, माई भारत तथा खेल एवं युवा कल्याण महासमुंद द्वारा युवाओं में राष्ट्रीय गौरव जगाना, समाज के प्रति जिम्मेदारी बढ़ाने और एकता की भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से युवाओं की भूमिका पर विशेष ध्यान देते हुए यूनिटी मार्च का आयोजन किया जा रहा हैं। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150 वीं जयंती को समर्पित कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में एकता, देशभक्ति और कर्तव्य भावना को जागृत करना है। भारत सरकार द्वारा 6 नवंबर 2025 को सुबह 10 बजे 150 वीं यूनिटी मार्च की शुरुआत की जाएगी। जिसके अंतर्गत जिले में पद यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जिले में 8 किलोमीटर लंबी पदयात्रा होगी जो ग्राम पंचायत बेलसोंडा से प्रारंभ होकर कस्तूरबा गांधी छात्रावास, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलसोंडा, शहीद स्मारक, साईं मंदिर, ग्राम पंचायत खरोरा, त्रिमूर्ति कॉलोनी, अम्बेडकर चौक होकर लोहिया चौक में समापन किया जाएगा। पदयात्रा में माननीय सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधियों, नागरिकों, सामाजिक संगठन, प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों, खेल संघ, एनसीसी, स्काउट, रेड क्रॉस, एन एस एस, महाविद्यालय एवं विद्यालय के विद्यार्थी शामिल होंगे। आयोजन के माध्यम से स्वच्छता, नशा मुक्ति प्रतिज्ञा, स्वदेशी भारत/आत्म निर्भर भारत संकल्प, जागरूकता का संदेश दिया जायेगा। देशभक्ति गीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले एक एक वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया जाएगा। विद्यालयों में निबंध प्रतियोगिता, संगोष्ठी, नुक्कड़ नाटक आयोजित किया जाएगा। नशामुक्त भारत संकल्प, स्वदेशी मेला का आयोजन, योग एवं हेल्थ शिविर, स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया।
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संघर्ष से बदलाव की नई इबारत लिखती प्रेमशीला
महासमुंद : दो कमरों के मिट्टी के घर से शुरू हुआ सफर और मंज़िल बनी न्यूयॉर्क की सड़कों तक की यात्रा। यह कोई कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है—छत्तीसगढ़ के छोटे से कस्बे महासमुंद की बेटी प्रेमशीला बघेल की। एमएम शुरुआत वहीं से जहां सपने भी रुक जाते हैं महासमुंद में जन्मी प्रेमशीला का बचपन अभावों और संघर्षों में बीता। माता-पिता दिहाड़ी मजदूर थे, दो बहनों में छोटी बेटी के रूप में घर में पहचान बनी।घर में दो वक्त की रोटी भी कभी मयस्सर नहीं थी। शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास—तीनों ही उनके लिए एक सपना भर थे। पर जब 19 वर्ष की उम्र में बाबू जी ने उन्हें एक सामाजिक संस्था के काम से जोड़ा, तो उन्होंने उसी राह को अपनी मंज़िल मान लिया। एक बेटी ने जिस तरह खुद को और परिवार को सम्हाला ये कई बेटे भी नहीं कर पाते। यहीं से शुरू हुआ महिलाओं का सामाजिक जागरूकता का सिलसिला, जो आज तक जारी है।
संघर्ष नहीं, ध्येय बना जीवनवर्ष 1996 से महिलाओं और वंचित समुदायों के हक की लड़ाई में सक्रिय प्रेमशीला ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। छत्तीसगढ़ महिला जागृति संगठन में 11 वर्षों तक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने हजारों महिलाओं को उनके अधिकार, स्वर और स्वाभिमान से जोड़ा। इस दौरान न्यूयॉर्क में आयोजित वर्ल्ड मार्च ऑफ वुमन वर्ष 2000 में महिलाओ पर बढ़ती हिंसा और गरीबी जैसे ज्वलंत मुद्दों को दुनिया के सामने रखने संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यालय के समक्ष एकजुट होकर दृढ़ता से संदेश पहुंचाया। भारत की 25 संघर्षरत महिलाओं के साथ छत्तीसगढ़ की ओर से प्रतिनिधित्व कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
अभावों से आगे बढ़कर शिक्षा में रच डाली इबारत
जहां अभाव थे, वहीं उन्होंने अवसर तलाशे। शुरुआती पढ़ाई के बाद बीच में पढ़ाई छूट गई थी, लेकिन रुकना उन्हें मंज़ूर नहीं था। उन्होंने काम करते हुए एम.ए. समाज शास्त्र, मास्टर ऑफ सोशल वर्क और छत्तीसगढ़ी भाषा में स्नातक डिप्लोमा किया—जो बताता है कि ज़िंदगी में कभी भी देर नहीं होती, अगर इरादा मजबूत हो। विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं में काम करने के बाद खुद का संगठन चलाने कर अपने अनुभवों को जमीन में उतारने की जिजीविषा ने एक नए संस्था उन्नयन जन विकास समिति की जन्म दिया। वर्ष 2005 में इस एनजीओ की मुखिया बनकर कमान संभाली।
हर मोर्चे पर महिलाओं की आवाज बनीं
प्रेमशीला का सामाजिक कार्य सिर्फ भाषणों या सभाओं तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया:_उन्होंने काम करते हुए अपनी संस्था को मजबूत किया।बहुत छोटे छोटे फंड की मदद से सामाजिक मुद्दों पर कार्य करना शुरू किया।
महासमुंद जिले में लगभग1500 महिला समूहों के बैंक खातों का डिजिटलीकरण करवाया।नाबार्ड, एनयूएलएम, जैसी योजनाओं के साथ ग्रामीण और शहरी 15000 महिलाओं के समूह को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा पहल की।
महिला हिंसा, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल श्रम और लैंगिक भेदभाव जैसे मुद्दों पर सम्मेलन, प्रशिक्षण, नुक्कड़ नाटक और कानूनी जागरूकता अभियान के माध्यम से संदेश देती रही।
किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य,शिक्षा के लिए नवा अंजोर जैसे बुनियादी शिक्षा से जुड़कर उनके लिए एक नई जमीन तैयार किया ।बाल विवाह के विरुद्ध अभियान में आगे बढ़कर न केवल महिलाओं को बल्कि पुरुषों को भी जागरूक किया।
पर्यावरण संरक्षण के लिए अभियान में गांव गांव जाकर पर्यावरण मित्र बनाए।कुष्ठ पीड़ितों और दिव्यांगों की बनी सहारा
वर्ष 2005 से 2008 तक राजनांदगांव जिले में कुष्ठ पीड़ितों और दिव्यांगों का समूह बनाकर उनके साथ आजीविका मूलक कार्य किया। उन्हें जीने का नया आत्मविश्वास दिया । ऐसे 100 समूह बनाकर वंचित और समाज के मुख्य धारा से कटे लोगों की आवाज बनी।
इसके अलावा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बुनकर महिलाओं को हाथ करघा से जोड़ा ,साबुन निर्माण, कुम्हार महिलाओं को मिट्टी की आधुनिक कला से और बसोड महिलाओं को बांस शिल्प और घरेलू महिलाओं को महिला कैंटीन से जोड़कर आजीविका की नई परिभाषा गढ़ी।नेतृत्व की वो मिसाल, जो हर महिला के भीतर रोशनी जगाए
उनका नेतृत्व किसी पद या पुरस्कार से नहीं, बल्कि सामुदायिक विश्वास और बदलाव के जज़्बे से उपजा है। सामाजिक कार्यों में उनके योगदान को कई संगठनों ने सराहा, पर उन्होंने कभी उसका श्रेय नहीं लिया—बल्कि हर सफलता को ‘समूह की जीत’ कहा।
फिर भी उनके इस सामाजिक बदलाव की पहल को समय समय पर पहचाना गया और अनेक पुरस्कारों से नवाजा गया। जिसमें शासकीय,और गैर सरकारी संस्था,बैंक समूह, तथा मीडिया समूह द्वारा प्रदत सम्मान है।एक कहानी नहीं, एक आंदोलन
आज भी प्रेमशीला महासमुंद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एक "सोशल चेंज एजेंट" के रूप में कार्य कर रही हैं। वे सिर्फ एक नाम नहीं, एक ‘सोशल वॉरियर’ हैं। उन्होंने महिलाओं को सिर्फ समूहों में नहीं जोड़ा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता, आत्मसम्मान और आत्मबल से भी जोड़ा।
समाज को दिया खुद बदलकर संदेश
समाज को रास्ता दिखाने पहले खुद में बदलाव किया।आज भी ऐसे मुद्दों का डटकर सामना कर रही है। नशा के खिलाफ ऐसा जागरूकता चलाया की पहले अपने गांव से शुरूआत की। दारू भट्टी तोड़ा ,नशा मुक्ति का संकल्प दिलाया और युवाओं को पर्यावरण,शिक्षा से जोड़ने की पहल की ।
लेकिन समुचित फंड के अभाव में अपने सपनों को वह रंग नहीं दे सकी जिसकी वो हकदार है।कार्य में निस्वार्थ भाव से लगी रही। उनकी टीम भी साथ है ।
संक्षिप्त जीवन परिचय - श्रीमती प्रेमशीला बघेल
जन्म 24 अप्रैल 1975 को महासमुंद के पंजाबी पारा में हुआ है। पिता श्री के.के. बघेल एवं माता श्रीमती बसंती बघेल है। इनके एक बहन है। इनकी स्कूली शिक्षा महासमुंद में सम्पन्न हुई तथा अपनी उच्च शिक्षा की पढ़ाई महासमुंद से की है। वे मात्र 19 वर्श की आयु से ही समाज कार्य में रूचि होने के कारण इन्होने सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना प्रारंभ किया तथा विभिन्न संगठनों के साथ सामाजिक उत्थान, जागरूकता के लिए कार्य किया। ग्रामीण और षहरी 15 हजार महिलाओं के समूह को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहल किया। महिला शिक्षा, हिंसा, बाल श्रम एवं लैंगिक भेदभाव जैसे मुद्दो पर प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान के माध्यम से सकारात्मक संदेश दिया। कुश्ठ पीड़ित दिव्यागों के स्व-सहायता समूह बनाकर वंचित एवं समाज से कटे हुये लोगो की आवाज बनी। इसके अलावा सन् 2000 में महिलाओं पर बढ़ते हिंसा एवं गरीबी जैसे ज्वलन्त मुद्दो को संयुक्त राष्ट्र संघ के माध्यम से वर्ड मार्च आफ वूमेन जैसे कार्यक्रम में भाग लिया। वर्तमान में महिलाओं के आजीविका पर कार्य कर रही है।उन्होंने 19 वर्ष की उम्र में 1996 से 2005 तक महासमुंद स्थित सामाजिक संस्था से बालवाड़ी शिक्षिका से सामाजिक बदलाव की शुरुवात की। तब से आज तक अनवरत शासकीय और अशासकीय संस्थाओं के साथ मिलकर आवाज बुलंद कर रही है।
महासमुंद की बेटी रानी वीरांगना अवंती बाई लोधी सम्मान से सम्मानित
राज्य अलंकरण समारोह में उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन ने किया सम्मानित
महासमुंद की पहली महिला जिन्हें ये पुरस्कार मिला
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार जिले में अवैध धान परिवहन एवं भंडारण पर विशेष निगरानी रखी जा रही हैं।
इसी तारतम्य में तहसील पिथौरा अंतर्गत ग्राम भुरकोनी (जगदल्ला) में संदिग्ध धान भंडारण की सूचना प्राप्त होने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा श्री बजरंग सिंह वर्मा के मार्गदर्शन में 4 नवंबर को जांच दल द्वारा तत्परता से कार्रवाई की गई। जांच टीम में नायब तहसीलदार पिथौरा श्री ललित सिंह, राजस्व निरीक्षक श्री शिव शंकर ठाकुर एवं पटवारी श्री विनय कुमार पटेल शामिल थे। दल द्वारा मौके पर पहुँचकर जांच की गई। ग्राम में स्थित रंगमंच के कमरे में लगभग 300 बोरियों में धान का अवैध भंडारण पाया गया। तत्पश्चात धान को ताला बंद कर सील किया गया तथा संरक्षित रखने के लिए उपस्थित ग्राम कोटवार को जिम्मेदारी सौंपी गई। साथ ही मंडी सचिव को भी इसकी सूचना दी गई। निर्देशानुसार आज मंडी सचिव एवं उनकी टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर मंडी अधिनियम के तहत उक्त धान को जप्त कर आवश्यक कार्रवाई की गई है।
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जशपुरनगर : छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं को दूरस्थ अंचलों तक पहुंचाने के लिए जनसंपर्क विभाग के कला जत्था दल द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। विगत दिवस जशपुर विकासखंड के ग्राम नारायणपुर में टीम ने लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदना योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, कृषि विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन, धान खरीदी,लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से आय जाति निवास सहित विभिन्न योजनाओं की जानकारी सादरी भाषा में दिया जा रहा है। ताकि अधिक से अधिक लोग योजना का लाभ उठा सकें। स्थानीय लोगों को उनकी ही भाषा बोली में जानकारी देकर योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
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“महिलाओं का हुनर, जशपुर का गौरव” थीम पर होगा आयोजनजशपुरनगर : जिला प्रशासन जशपुर एवं छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के संयुक्त तत्वावधान में संभाग स्तरीय सरस मेला दृ 2025 का आयोजन जशपुर में किया जाएगा। इसका आयोजन 06 से 09 नवम्बर 2025 तक विकासखण्ड कुनकुरी के ग्राम मयाली में किया जाएगा। यह मेला आत्मनिर्भर ग्रामीण महिलाओं के हुनर, कौशल एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। मेला में जशपुर सहित सरगुजा संभाग के समस्त जिलों सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया एवं मनेन्द्रगढ़ -चिरमिरी -भरतपुर से 03 से 05 स्व- सहायता समूह सदस्य शामिल होंगे। लगभग 20 से 30 स्टॉलों के माध्यम से समूहों द्वारा स्थानीय उत्पाद, हस्तशिल्प, वनोपज आधारित वस्तुएँ तथा पारंपरिक कलाकृतियों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जाएगा। साथ ही, लोकसंस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम मेला की शोभा बढ़ाएँगे। यह मेला ग्रामीण अंचलों की महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बनाने के साथ ही जशपुर जिले की समृद्ध परंपरा, लोककला एवं उद्यमशीलता को एक मंच प्रदान करेगा।
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आदिवासी संस्कृति और महाविद्यालयीन प्रतिभाओं की रही विशेष झलक
पारंपरिक आदिवासी नृत्यों से सजी शाम
सुआ, सरहुल, करमा आदि नृत्यों ने लोगों का मोहा मन
भव्यता के साथ 3 दिवसीय जिला स्तरीय राज्योत्सव हुआ संपन्नजशपुरनगर : छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के 3 दिवसीय जिला स्तरीय समारोह विगत दिवस जिला मुख्यालय जशपुर के रणजीता स्टेडियम में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देर शाम तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। समारोह में आदिवासी लोककला, नृत्य, गीत और प्रेरक नाटक की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभिन्न विभागों एवं महाविद्यालयों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों ने जशपुर सहित छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले सांस्कृतिक दल के सदस्यों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय शामिल हुए। विशिष्ट आतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष जशपुर श्री अरविंद भगत , जनपद अध्यक्ष जशपुर श्री गंगाराम भगत, पूर्व विधायक श्री जागेश्वर भगत, नगर पालिका उपाध्यक्ष जशपुर श्री यशप्रताप सिंह जूदेव, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, डीएफओ श्री शशि कुमार, अपर कलेक्टर श्री प्रदीप साहू, एसडीएम श्री विश्वासराव मस्के, डिप्टी कलेक्टर श्री हरिओम द्विवेदी, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के पूर्व अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार राय, पूर्व उपाध्यक्ष नगर पालिका जशपुर श्री राजेश गुप्ता, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी कर्मचारी सहित भारी संख्या में नागरिकगण मौजूद रहे।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव के राज्य निर्माण में योगदान को नमन करते हुए कहा कि कुमार साहब ने भी राज्य निर्माण के लिए महत्वपूर्व पहल की थी। उन्होंने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश से अलग होकर बने छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में जशपुर जिले का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की दूरदृष्टि और नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ, जिससे इस अंचल के विकास को नई दिशा मिली। उन्होंने स्मरण किया कि उस समय जशपुर जिला शिक्षा और संस्कार का केंद्र था, जहाँ साक्षरता दर सर्वाधिक थी। उन्होंने कहा कि आज जशपुर जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। जिले में मेडिकल कॉलेज, हॉर्टिकल्चर कॉलेज, उद्यानिकी कॉलेज की स्थापना से युवाओं को स्थानीय स्तर पर शिक्षा के अवसर मिलेंगे। स्वास्थ्य सेवाओं में भी तेजी से विस्तार हुआ है। उन्होंने बताया कि फरसाबहार में सत्य साईं सत्संग ट्रस्ट अस्पताल खुलने जा रहा है, जो लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देगा। कृषि क्षेत्र में नाशपाती, महुआ जैसे उत्पादों को नई पहचान मिली है। महुआ अब केवल शराब का प्रतीक नहीं, बल्कि व्यंजनों और आर्थिक सशक्तिकरण का साधन बन गया है। उन्होंने कहा कि मधेश्वर पहाड़ जैसे धार्मिक स्थल जिले को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित कर रहे हैं। जशपुर आज हर क्षेत्र में विकास की गाथा लिख रहा है।
आदिवासी विकास विभाग की प्रस्तुतियों से गूंजा मंच -
राज्योत्सव समापन समारोह की शुरुआत आदिवासी विकास विभाग के दलों की पारंपरिक प्रस्तुतियों से हुई। नटकेला, कुनकुरी, मनोरा, बगीचा, जशपुर और ईचकेला के जनजाति कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सुआ, करमा, सरहुल आदि लोकनृत्य और लोकगीत प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। ईचकेला दल द्वारा प्रस्तुत लोकगीत ने वातावरण में लोकसंस्कृति की सुगंध घोल दी, वहीं मनोरा और बगीचा के कलाकारों की तालबद्ध नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों से खूब सराहना पाई।
स्वास्थ्य विभाग का नाटक रहा आकर्षण का केंद्र- स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रस्तुत सामाजिक संदेश से भरपूर नाटक ने लोगों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। नाटक की प्रभावशाली प्रस्तुति और संवादों ने दर्शकों को गहराई तक प्रभावित किया। नाटक के माध्यम से 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ में सुदृढ़ हुई स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बताया गया।
महाविद्यालयीन छात्राओं की प्रस्तुतियों में झलकी युवा ऊर्जा -
जिला स्तरीय राज्योत्सव के अंतिम दिन विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन किया। शासकीय रा.भ.रा.एन.ई.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जशपुर नगर के विद्यार्थियों ने सुवा, कर्मा, सरहुल और छत्तीसगढ़ी नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। शासकीय विजय भूषण सिंह देव कन्या महाविद्यालय, जशपुर नगर तथा शासकीय बाला साहब देशपांडे महाविद्यालय, कुनकुरी के विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ी नृत्य प्रस्तुत किए। ठाकूर शोभा सिंह शासकीय महाविद्यालय एवं अशासकीय गुरुकुल महाविद्यालय, पत्थलगांव के विद्यार्थियों ने अपनी नृत्य प्रस्तुतियों से समापन समारोह को उत्साहपूर्ण बना दिया।
संस्कृति और परंपरा का हुआ संगम -
कार्यक्रम में कोमल जैन द्वारा स्वरचित छत्तीसगढ़ी लोकगीतों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति के रूप में भीम सुमन लोक कला मंच जशपुर के सदस्यों द्वारा जशपुर की मिट्टी की महिमा का गुणगान किया गया। सुंदर लोकगीतों के माध्यम से जशपुर की परंपरा और संस्कृति तथा यहां मौजूद मधेश्वर पहाड़, खुड़िया रानी, देशदेखा, कैलाश गुफा एवं अन्य पर्यटन स्थलों का वर्णन किया गया। कार्यक्रम के दौरान दर्शक पारंपरिक गीत-संगीत की धुनों पर झूमते नजर आए। मंच पर विविधता से भरे प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि जशपुर जिला न केवल प्राकृतिक सौंदर्य में समृद्ध है बल्कि अपनी सांस्कृतिक धरोहर में भी अनुपम है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने देश देखा पहुंचकर तैयारी की जानकारी ली
जशपुरनगर : जशपुर जिले में 6 से 9 नवम्बर तक ‘जशपुर जम्बूरी 2025’ का आयोजन किया जा रहा है। इस चार दिवसीय आयोजन में जिले के युवाओं के साथ-साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटक भी शामिल होंगे। जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। आज कलेक्टर श्री रोहित व्यास एवं जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार ने देश देखा पहुंचकर आयोजन स्थल का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम में शामिल होने वाले पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर पानी, बिजली, सुरक्षा, चिकित्सा, पार्किंग आवागमन, कैंपिंग साइट और ग्राम केरा स्थित होमस्टे का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर श्री व्यास ने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यस्थलों पर जाकर तैयारियों की समीक्षा करें और संभावित कमियों को शीघ्र दूर करें। उन्होंने यह भी कहा कि सभी साहसिक गतिविधियां सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए संचालित हो, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।
चार दिवसीय ‘जशपुर जम्बूरी’ में प्रतिभागियों को रोमांच, कला और संस्कृति का अनोखा संगम देखने को मिलेगा। पहले दिन पंजीयन एवं स्वागत सत्र के बाद आइस-ब्रेकर गेम्स और रचनात्मक आर्ट वर्कशॉप आयोजित होंगी। दोपहर में रॉक क्लाइम्बिंग, ज़िपलाइन, जुमरिंग और रैपलिंग जैसी एडवेंचर गतिविधियाँ होंगी, जबकि शाम को कल्चरल एंड फन इवनिंग तथा रात में स्टारगेज़िंग सेशन आयोजित किया जाएगा।
दूसरे और तीसरे दिन प्रतिभागियों को दो समूहों कृ देशदेखा और मयाली कृ में विभाजित किया जाएगा। मयाली समूह कायाकिंग, पैरामोटर, एटीवी, पेंटबॉल, हॉट एयर बलून जैसी वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का आनंद लेगा, वहीं देशदेखा समूह रानीदाह जलप्रपात, सारुडीह चाय बागान और संग्रहालय भ्रमण करेगा। शाम को सरना एथनिक रिज़ॉर्ट में सांस्कृतिक एवं संगीत संध्या का आयोजन होगा। तीसरे दिन दोनों समूह अपने गंतव्य अदल-बदल कर कार्यक्रम में भाग लेंगे।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल सोनी एसडीएम जशपुर श्री विश्वास राव मस्के और जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे। अंतिम दिन 9 नवम्बर को एडवेंचर और आर्ट रोटेशन का फाइनल राउंड तथा क्लोजिंग सेरेमनी का आयोजन होगा। दोपहर में समूह फोटो, फीडबैक सेशन और प्रतिभागियों की विदाई के साथ इस वर्ष का ‘जशपुर जम्बूरी’ संपन्न होगा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखें
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को देने के निर्देशजशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने मंगलवार को साप्ताहिक समय सीमा की बैठक लेकर धान खरीदी की तैयारी की समीक्षा की उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सभी धान खरीदी केन्द्रों में पानी, बिजली, नए और पुराने बारदाने की व्यवस्था, नमी मापने की मशीन, कांटा बांट, कम्प्यूटर, धान को बारिश से बचाने के लिए कैंप कवर, तराजू बैनर पोस्टर, आदि जरूरी सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।सभी चेक पोस्ट पर अधिकारीयों और कर्मचारीयों की ड्यूटी लगाने के लिए भी कहा गया है। इसके साथ ही उड़ीसा और झारखंड सीमा पर भी विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि कोचिया और बिचोलिए अवैध धान को न खपा सके सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा कि अवैध धान खपाने की सूचना मिलने पर धान जब्त कर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्रों के सत्यापन के लिए जिन जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जानी है। वे मौके पर जाकर सही सत्यापन करेंगे और खरीदी केन्द्रों में जो भी समस्या आ रही होगी उसकी जानकारी जिला प्रशासन को अनिवार्य रूप से देंगे।
कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को राईस मिलों का भी भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं। वन अधिकार पत्र और विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा किसानों का भी प्राथमिकता से धान खरीदने के निर्देश दिए हैं।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत सभी पात्र किसानों को लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि निर्वाचन कार्य में लगे सभी अधिकारी और कर्मचारी राज्य निर्वाचन के अधीन रहते है। और उन्हें निर्वाचन से संबंधित कार्य करना होगा। कलेक्टर ने साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में सभी अधिकारियों को पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ अधिक से अधिक हितग्राहियों को देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जशपुर में जिन अधिकारी, कर्मचारी का खुद का मकान वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसके साथ ही निर्माण एजेंसी, प्राइवेट स्कूल ,कालेज, अस्पतालों में भी पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ देने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने विगत दिवस मुख्यमंत्री जी द्वारा कलेक्टर कान्फ्रेंस लिए गए थे उस संबंध में जानकारी दी।उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को कलेक्टर कान्फ्रेंस में दिए गए निर्देशों का भली भांति पालन करना है।स्वास्थ्य केन्द्रों में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है। घर में प्रसव होने वाले माताओं की जानकारी अनिवार्य रूप से देने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा कि दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान रखें और गंभीर मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री प्रदीप कुमार साहू और सभी एसडीएम, जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
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खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल रहे मुख्य अतिथि — कहा, “बेमेतरा ने विकास, सुशासन और जनकल्याण में गढ़ी नई पहचान”
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित रजत राज्योत्सव के अंतर्गत जिला मुख्यालय बेमेतरा के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में तीन दिवसीय जिला स्तरीय राज्योत्सव का आज उल्लास, उमंग और हर्षोल्लास के वातावरण में भव्य समापन हुआ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री दयालदास बघेल रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर साजा विधायक श्री ईश्वर साहू, बेमेतरा विधायक श्री दीपेश साहू, युवा प्रदेश अध्यक्ष श्री राहुल टिकहरिया, रजक बोर्ड अध्यक्ष श्री प्रहलाद रजक, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री अजय साहू, कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, नगर पालिका अध्यक्ष श्री विजय सिन्हा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
विभागीय प्रदर्शनी में दिखी जिले की 25 वर्षों की विकास यात्रा
राज्योत्सव के तीसरे दिवस खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने विभागीय स्टॉल प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के स्टॉलों में पहुँचकर जिले में बीते 25 वर्षों के विकास कार्यों, नवाचारों और योजनाओं की जानकारी ली। प्रदर्शनी में जिला पंचायत, महिला एवं बाल विकास, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, समाज कल्याण, जल संसाधन, शिक्षा, उद्योग, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, नगरीय निकाय, ऊर्जा (क्रेडा), बीज निगम, कृषि विज्ञान केंद्र, जनसंपर्क विभाग सहित 30 से अधिक विभागों के स्टॉल आकर्षण का केंद्र बने रहे। विभागों ने अपने-अपने क्षेत्र में हुई उपलब्धियों को छायाचित्र, मॉडल, पुस्तिकाएँ, वीडियो प्रस्तुतीकरण और जानकारी पुस्तिकाओं के माध्यम से जीवंत रूप में प्रदर्शित किया। जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाए गए “25 वर्षों की प्रगति” विषय पर आधारित आकर्षक छायाचित्र प्रदर्शनी ने आगंतुकों को विशेष रूप से आकर्षित किया। लोग यहाँ राज्य की यात्रा—किसान सशक्तिकरण, ऊर्जा आत्मनिर्भरता, महिला उत्थान, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा, प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना, तेन्दूपत्ता पारिश्रमिक दर वृद्धि, शक्तिपीठ परियोजना—जैसे जनकल्याणकारी कार्यों की झलक देखकर गौरवान्वित हुए और छायाचित्रों के साथ फोटो भी खिंचवाते नजर आए।
मंत्री श्री दयालदास बघेल ने कहा — “छत्तीसगढ़ आज विकास की नई ऊँचाइयों को छू रहा है”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री दयालदास बघेल ने कहा कि जिला बेमेतरा आज छत्तीसगढ़ राज्य की प्रगति का उत्कृष्ट उदाहरण बन चुका है। यहाँ विकास, सुशासन और जनकल्याण एक साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला निर्माण के उपरांत बेमेतरा ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई, सड़क और सामाजिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में जब छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ, तब प्रदेश को अपने भविष्य को गढ़ने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। मंत्री श्री बघेल ने आगे कहा कि पहले जहाँ किसानों को 18% ब्याज पर कृषि ऋण मिलता था, वहीं आज उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। 5 एचपी तक के मोटर पंप पर निशुल्क बिजली दी जा रही है। सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य निरंतर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ गरीबी और पलायन से जुड़ा राज्य था, लेकिन आज धान के कटोरे के रूप में समृद्ध और आत्मनिर्भर प्रदेश बन चुका है | मंत्री ने जिलेवासियों से आह्वान किया कि हम सब मिलकर बेमेतरा को एक समृद्ध, आधुनिक और विकसित जिला बनाने में अपना योगदान दें।
जनप्रतिनिधियों ने साझा किया विकास का विजन
इस अवसर पर बेमेतरा विधायक श्री दीपेश साहू ने कहा आज का दिन हम सबके लिए गर्व और गौरव का प्रतीक है। बेमेतरा जिला निरंतर विकास के नए अध्याय लिख रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जिले में अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं।
वहीं साजा विधायक श्री ईश्वर साहू ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सपनों को साकार करने की दिशा में राज्य सरकार ठोस कदम उठा रही है। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएँ धरातल पर वास्तविक रूप ले रही हैं, जिससे प्रदेश और जिले में विकास की धारा बह रही है।सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समापन समारोह में समां
राज्योत्सव के अंतिम दिवस मंच पर स्थानीय कलाकारों और विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ी लोककला के विविध रंग बिखेरे। नाचा, करमा, सुवा, पंथी जैसे पारंपरिक नृत्यों और गीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। राज्योत्सव के तीनों दिन जिलेभर के नागरिकों ने भारी उत्साह से सहभागिता की।
समापन की गूंज — “विकास और संस्कृति का अद्भुत संगम
तीन दिवसीय राज्योत्सव के इस भव्य आयोजन ने बेमेतरा जिले की 25 वर्षों की विकास यात्रा, जनभागीदारी और सांस्कृतिक गौरव को एक मंच पर पिरो दिया। कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित जनसमूह ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ राज्य और जिले की प्रगति के इस उत्सव को यादगार बना दिया।















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