- Home
- छत्तीसगढ़
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
समापन अवसर पर जिले के विकास, संस्कृति और जनभागीदारी को दी सराहना – कहा “बेमेतरा ने 25 वर्षों में गढ़ी नई पहचान”
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित रजत राज्योत्सव का तीन दिवसीय जिला स्तरीय आयोजन आज बेमेतरा जिला मुख्यालय के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर समापन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा श्री दीपेश साहू, विधायक साजा श्री ईश्वर साहू, रजत कर बोर्ड अध्यक्ष श्री प्रहलाद रजक सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
राज्योत्सव में प्रदर्शनी बनी जिले की विकास यात्रा का आईना
समापन अवसर पर खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने पिछले तीन दिनों से चल रही प्रदर्शनी में शामिल विभिन्न विभागों के स्टॉलों का भ्रमण किया और बेमेतरा जिले में 25 वर्षों में हुए विकास कार्यों, योजनाओं और जनकल्याणकारी पहलों की जानकारी ली। प्रदर्शनी में जिला पंचायत, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, ऊर्जा (क्रेडा), लोक निर्माण, नगरीय निकाय, जल संसाधन, महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण, वन, श्रम, जनसंपर्क विभाग सहित 30 से अधिक विभागों के स्टॉल लगाए गए थे, जिनमें जिले की उपलब्धियाँ आकर्षक ढंग से प्रदर्शित की गईं।
मंत्री श्री बघेल बोले – “बेमेतरा जिले ने विकास और जनसेवा में दी नई दिशा”
समापन अवसर पर अपने उद्बोधन में खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने कहा कि बेमेतरा जिला आज छत्तीसगढ़ के अग्रणी जिलों में अपनी अलग पहचान बना चुका है। यहाँ के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और नागरिक समाज ने मिलकर जनकल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुँचाने का उत्कृष्ट कार्य किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने 25 वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, सिंचाई, सड़क और सामाजिक क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति की है। मंत्री ने आगे कहा कि राज्योत्सव का यह रजत पर्व केवल उत्सव नहीं बल्कि जनभागीदारी, विकास और संस्कृति का प्रतीक है। बेमेतरा ने इन तीनों क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा एवं समस्त प्रशासनिक टीम को सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
लोककला और संस्कृति के रंगों में रंगा राज्योत्सव
समापन अवसर पर स्थानीय कलाकारों और विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की लोककला और परंपराओं पर आधारित मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। सुवा, करमा, पंथी और नाचा जैसे लोकनृत्यों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच पर बच्चों एवं युवाओं ने देशभक्ति और राज्य गौरव पर आधारित गीत प्रस्तुत किए, जिससे पूरा परिसर छत्तीसगढ़ी संस्कृति से सराबोर हो गया।
तीन दिनों तक बेमेतरा में गूंजा विकास और संस्कृति का उत्सव
राज्योत्सव के तीनों दिनों में विभागीय प्रदर्शनी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, स्थानीय उत्पादों की बिक्री, हितग्राही वितरण कार्यक्रम और पारंपरिक खेलों का आयोजन हुआ। नागरिकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में विजेता संस्थाओं, कलाकारों और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभागों को सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव का यह समापन कार्यक्रम बेमेतरा जिले की विकास यात्रा, सांस्कृतिक विरासत और जनता की सहभागिता का जीवंत प्रतीक बनकर यादगार रहा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्य अतिथि खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने स्वयं अपने हाथों से किया वितरण
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना रजत महोत्सव के अंतर्गत बेमेतरा जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में आज राज्योत्सव के समापन अवसर पर विविध योजनाओं के तहत हितग्राहियों को चेक एवं किट का वितरण किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने स्वयं अपने हाथों से हितग्राहियों को चेक और किट प्रदान किए। कार्यक्रम में स्थानीय विधायक श्री दिपेश साहू, साजा विधायक श्री ईश्वर साहू, रजत कर बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रहलाद रजक सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, जिला अधिकारी एवं आम नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देशन में आयोजित इस समारोह में जिला पंचायत, कृषि विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चयनित हितग्राहियों को स्वीकृत राशि एवं सामग्री प्रदान की गई। राज्योत्सव के इस समापन समारोह में हितलाभ पाकर लाभार्थियों के चेहरे प्रसन्नता से खिल उठे।
विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत वितरित हितलाभ
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत जिला पंचायत बेमेतरा द्वारा ग्राम भोंईनाभांटा के हितग्राही श्री बिसत निषाद एवं ग्राम भोईनाभांटा के श्री गोविंद मार्कण्डे को ₹1,20,000/- की राशि स्वीकृत कर चेक प्रदान किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग बेमेतरा की सक्षम योजना के अंतर्गत ग्राम पतोरा की श्रीमती मोतीम निषाद को ₹1,20,000/- की राशि प्रदान की गई, जिससे वे अपने बुटीक व्यवसाय को आगे बढ़ा सकेंगी। कृषि विभाग बेमेतरा द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन (दलहन योजना) के तहत ग्राम भोईनाभांटा, कंतेली, भैंसगांव, सिंघौरी, फरी, बैजी सहित अनेक ग्रामों के किसानों को मसूर बीज मिनी किट वितरित की गई। लाभार्थियों में श्री गोविंददास बंधे, श्री किसनलाल, श्री हेमंत वर्मा, श्री मोहित वर्मा, श्री मनमोहर दास, श्री छबीलाल सहित कई किसान शामिल रहे।
समारोह में उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि राज्योत्सव के इस अवसर पर शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुँचाने का उद्देश्य सफल रहा है। लाभार्थियों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से न केवल उन्हें आर्थिक सहायता मिलती है बल्कि आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा भी प्राप्त होती है। राज्योत्सव के इस अंतिम दिन चेक एवं किट वितरण के साथ-साथ लोकनृत्य, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और पारंपरिक कला के प्रदर्शन ने पूरे समारोह को और भी जीवंत व अर्थपूर्ण बना दिया।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सेजेस इंग्लिश मीडियम राठी प्रथम, अलोन्स स्कूल द्वितीय एवं सेजेस साजा को तीसरा स्थान मिला
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना रजत महोत्सव के समापन अवसर पर मंगलवार शाम बेमेतरा के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में आयोजित सांस्कृतिक संध्या ने पूरे शहर के वातावरण को उत्सवमय बना दिया। शाम 4 बजे से प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की लोककला, नृत्य और संगीत की मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बता दें कि आज के समापन अवसर के मुख्य अतिथि खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल उपस्थित थे | साथ मे स्थानीय विधायक श्री दिपेश साहू एवं साजा विधायक ईश्वर साहू सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि उपस्थित थे |
कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूली बच्चों की आकर्षक प्रस्तुतियों से हुआ। सेजेस सिंघौरी (हिंदी माध्यम) के विद्यार्थियों ने “सरगुजिया नाचे रे” पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया, जबकि सेजेस इंग्लिश मीडियम राठी ने “डारा लोर गे रे” गीत पर ऐसा मनभावन नृत्य किया कि तालियों की गूंज से पूरा मैदान गूंज उठा। सेजेस साजा के छात्रों ने “सुआ लटकते हे तरी हरि न ना” पर सुंदर लोकनृत्य किया। नवोदय विद्यालय कुसमी ने “छेर-छेरा” पर छत्तीसगढ़ी लोक परंपरा की झलक दी, वहीं खपरीधोभी (साजा) के बच्चों ने “छ.ग. महतारी सुख-दुख के चिन्हारी” गीत के माध्यम से मातृशक्ति को नमन किया। अलोन्स स्कूल की “साय रे ला” गीत पर आधुनिक छत्तीसगढ़ी फ्यूजन नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
निर्णायक मंडल ने बच्चों की नृत्यकला, अभिव्यक्ति, तालमेल और परिधान के आधार पर परिणाम घोषित किए, जिसमें प्रथम स्थान सेजेस इंग्लिश मीडियम राठी, द्वितीय स्थान अलोन्स स्कूल, और तृतीय स्थान सेजेस साजा को प्राप्त हुआ। शाम 5 बजे से 5:30 बजे तक पंडवानी गायिका द्वारा महाभारत के प्रसंगों पर आधारित पारंपरिक प्रस्तुति दी गई, जिसने दर्शकों को छत्तीसगढ़ की लोककथा की भावभूमि में ले गया। इसके पश्चात 5:30 से 5:45 तक नेताम नृत्य समूह ने करमा नृत्य की प्रस्तुति दी, जिसकी मधुर थाप और ऊर्जा ने पूरा मैदान तालियों से गूंजा दिया। शाम 5:45 बजे से 5:55 बजे तक अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं तिलक लगाकर पारंपरिक छत्तीसगढ़ी शैली में स्वागत किया गया। तत्पश्चात 5:55 से 6:00 बजे तक औपचारिक उद्बोधन हुआ, जिसमें जिले में आयोजित राज्योत्सव संबंधी गतिविधियों एवं प्रदर्शनी की जानकारी साझा की गई।
कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देशन में विभिन्न विभागों के चयनित हितग्राहियों को प्रशस्ति पत्र, चेक एवं ट्रॉफी प्रदान की गई। इस अवसर पर जिला पंचायत, कृषि विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के कुल 10 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। कृषि विभाग की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन (दलहन योजना) के अंतर्गत किसानों को मसूर बीज मिनी किट भी वितरित की गई। शाम 6:15 बजे से मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ हुआ, जिसमें स्थानीय कलाकारों, लोकगायकों और नृत्य दलों ने छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोकसंस्कृति को मंच पर जीवंत कर दिया। “छत्तीसगढ़ महतारी” गीत की सामूहिक प्रस्तुति ने पूरे समारोह को भावनात्मक बना दिया और दर्शकों की आंखों में गर्व और उल्लास के भाव झलक उठे।
कार्यक्रम के समापन पर कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने सभी विभागों, प्रतिभागियों और नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्योत्सव केवल उत्सव नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, एकता और विकास की पहचान है। इस वर्ष बेमेतरा ने राज्योत्सव को ऐतिहासिक और जनभागीदारी वाला आयोजन बनाकर नई मिसाल पेश की है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
69 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में ऑनलाईन ट्रांसफर होंगे 647.28 करोड़
नियद नेल्ला नार योजना में शामिल गांवों की 7658 हितग्राही महिलाओं को मिलेगा पहली बार इस योजना का लाभ
महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को अब तक 13024.40 करोड़ रूपए की मदद
रायपुर : उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन के करकमलों से छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना की लाभार्थी 69 लाख से अधिक महिलाओं को 21वीं किश्त के रूप में 647 करोड़ 28 लाख 36 हजार 500 रूपए की राशि जारी की जाएगी। लाभार्थी महिलाओं में 7658 महिलाएं बस्तर संभाग के उन गांवों की है, जो छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बीते 22 महीनों में संचालित माओवाद उन्मूलन अभियान के चलते माओवाद के प्रभाव से मुक्त हुए हैं। इन महिलाओं को पहली बार इस योजना का लाभ मिलेगा। उपराष्ट्रपति श्री राधाकृष्णन 5 नवम्बर को राजनांदगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में महतारी वंदन योजना की 21वीं किश्त की राशि हितग्राही महिलाओं के बैंक खाते में ऑनलाईन ट्रांसफर करेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रूपए की सहायता राशि दी जाती है। लाभार्थी महिलाओं को 20 किश्तों में अब तक कुल 13,024 करोड़ 40 लाख रूपए की सहायता राशि दी जा चुकी है। 05 नवम्बर को 21वीं किश्त की राशि 647.28 करोड़ रूपए की राशि जारी होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 13,671 करोड़ 68 लाख रूपए हो जाएगा।यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की विशेष पहल पर बस्तर संभाग में माओवाद के प्रभाव से मुक्त हुए गांवों में बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाने के उद्देश्य से नियद नेल्ला नार योजना शुरू की गई है। इस योजना के दायरे में शामिल 327 गांवों में तेजी से विकास के कार्य और ग्रामीणजनों को शासकीय सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। इन्हीं प्रयासों के चलते पहली बार नियद नेल्ला नार योजना गांवों की महिलाओं को पात्रता के आधार पर इस योजना में शामिल किया गया है, जिनकी संख्या फिलहाल 7658 है, उन्हें पहली बार 76 लाख 26 हजार 500 रूपए की सहायता राशि इस योजना के तहत मिलेगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नियद नेल्ला नार योजना में शामिल बीजापुर जिले के गांवों की 3872, दंतेवाड़ा जिले की 428, कांकेर जिले की 191, नारायणपुर जिले की 559 तथा सुकमा जिले की 2608 महिलाएं महतारी वंदन योजना की नयी लाभार्थी के रूप में दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि नियद नेल्ला नार योजना में शामिल गांवों की शासन की सभी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लगातार पहल की जा रही है। यह खुशी की बात है कि माओवाद आतंक के प्रभाव से मुक्त हुए गांवों की महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने की शुरूआत उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन के करकमलों से हो रही है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में आर्थिक स्थिरता आई है। आज माओवाद प्रभावित क्षेत्रों की महिलाओं तक यह योजना पहुंचना प्रदेश सरकार की उपलब्धि है। महतारी वंदन योजना के माध्यम से दी जा रही राशि से महिलाओं को परिवार की जरूरतों की पूर्ति, पोषण सुरक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण में बड़ी मदद मिल रही है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू होंगी शामिल, मंत्री श्री नेताम ने तैयारियों की समीक्षा की
रायपुर : भगवान बिरसा मुण्डा का जन्म दिन 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 19 और 20 नवम्बर को अम्बिकापुर के पीजी मैदान में भव्य आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में 20 नवम्बर को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू शामिल होगी। छत्तीसगढ़ के आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम की अध्यक्षता में आज नवा रायपुर स्थित उनके शासकीय निवास कार्यालय में तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा, आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, संयुक्त सचिव श्री बी.एस. राजपूत, अपर संचालक श्री सजंय गौड़, कार्यक्रम की नोडल अधिकारी श्रीमती गायत्री नेताम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सरगुजा संभाग के सभी जिलों के सहायक आयुक्त वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
गौरतलब है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जमुई, बिहार में आयोजित समारोह में उनके जन्म दिवस 15 नवम्बर को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने आहवान् किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इसी दिन भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का भी अनावरण किया था।
उल्लेखनीय है कि बिरसा मुंडा के नेतृत्व में उलगुलान (क्रांति) जैसे ब्रिटिश शासन के खिलाफ जनजातीय आंदोलन, न केवल ब्रिटिश अत्याचार को चुनौती देने की दिशा में महत्वपूर्ण थे, बल्कि इसने राष्ट्रीय जागृति को भी प्रेरित किया है। जनजातीय समुदायों द्वारा भगवान के रूप में पूज्यनीय बिरसा मुंडा ने शोषणकारी औपनिवेशिक व्यवस्था के खिलाफ एक प्रभावी आंदोलन का नेतृत्व किया था। जिसके याद में उनके जन्म दिवस 15 नवम्बर को जनजातीय नायकों का सम्मान करने के उद्देश्य से जनजातीय गौरव दिवस के रूप मनाया जाता है।
आदिम जाति विकास मंत्री श्री नेताम ने बैठक में कहा कि जनजातीय गौरव दिवस गौरवपूर्ण आयोजन हो, इसके लिए सभी सबंधित आधिकारी-कर्मचारी संवेदनशीलता के साथ अभी से कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दें। उन्होंने कार्यक्रम में जनजातीय नृत्य, लोककला, संगीत सहित विविध आयोजनों की भी तैयारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने प्रदेश के सभी आश्रम-छात्रावासों में गौरव दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मंत्री श्री नेताम ने कार्यक्रम मेें जिले के प्रभारी मंत्रियों सहित विधायकों, सांसदों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को गौरव दिवस कार्यक्रम में आमंत्रित करने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती को यादगार बनाने के लिए 1 नवबंर से 15 नवम्बर तक जनजातीय पखवाड़ा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान ब्लॉक स्तर पर कैम्प का भी आयोजन किया जा रहा है। कैम्प में आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे है। वहीं प्रधानमंत्री जनधन खाता भी खोले जा रहे है। उन्होंने बैठक में बताया कि 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस का जिला स्तर भव्य आयोजन होगा। इस मौके पर जनजातीय नृत्य-संगीत प्रतियोगिताएं भी आयोजित होगी। जिला स्तर पर प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं का 19 नवम्बर को अंतिम प्रतियोगिता होगी। अलग-अलग आयामों के अंतिम विजेताओें को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदि मुर्मू के हाथों सम्मानित किया जाएगा।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित रजत जयंती राज्योत्सव-2025 का समापन समारोह जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में उत्साह और सांस्कृतिक धरोहर की गरिमा के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। समापन समारोह में छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम के अध्यक्ष चंद्रहास चंद्राकर, स्काउट गाइड संघ के जिलाध्यक्ष श्री येतराम साहू, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवी चंद राठी, प्रकाश शर्मा, आनंद साहू, गौकरण साहू, पीयूष साहू, महेंद्र सिका, देवेंद्र चंद्राकर, राहुल चंद्राकर, राजू यादव, मुन्ना साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री विनय लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत नंदनवार, अपर कलेक्टर श्री रवि साहू, एसडीएम अक्षा गुप्ता, विभागीय अधिकारी, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में आम जनता मौजूद थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री चंद्रहास चंद्राकर ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित इस रजत जयंती राज्योत्सव-2025 के समापन कार्यक्रम में आप सभी के मध्य उपस्थित होकर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य ने 25 वर्षों में विकास की नई ऊँचाइयों को छुआ है। छत्तीसगढ़ राज्य के मुखिया श्री विष्णु देव साय के सुशासन में शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जनहित योजनाओं के कारण सभी वर्गों में उत्साह दिखाई दे रहा है। प्रदेश सरकार हमने बनाया है हम ही संवारेंगे की परिकल्पना को साकार करने में लगी है। यह उत्सव छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान, लोकपरंपरा और सामाजिक एकता का प्रतीक है। आज प्रदर्शनी में नागरिकों द्वारा योजनाओं के प्रति दिखाई गई जागरूकता से जनता और सरकार के बीच विश्वास बढ़ा है। विकास की गति अब जनसहयोग से और अधिक तीव्र होगी। उन्होंने जिला प्रशासन, सभी अधिकारी-कर्मचारियों, आयोजन दल, सुरक्षा बलों और कलाकारों को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बधाई दी। राज्य बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर ने आगे कहा कि राज्य बनने के बाद परिवहन, आवागमन में जनता को अत्यधिक सुविधा मिली है। किसानों को ब्याज का दर कम हुआ। आज आधुनिक खेती से किसानों का आय दुगुना करने के लिए योजना चलाई जा रही है। उन्होंने अपील किया कि यहां स्टाल के माध्यम से विभागीय योजनाओं को दर्शाया गया है। सरकार की योजनाओं को जानते हुए लाभ लेना है।
स्काउट गाइड संघ के जिलाध्यक्ष श्री येतराम साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ का गौरवशाली इतिहास रहा है। सब प्रदेश में एक मात्र प्रदेश छत्तीसगढ़ है जिसे महतारी का दर्जा मिला है। भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी ने हमे ये सौगात दिया।
कलेक्टर श्री लंगेह ने अपने प्रतिवेदन में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्षों की यात्रा विकास, उपलब्धियों और जनसहभागिता का परिणाम है। उन्होंने कहा कि शासन की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुँचाना है, जिसके लिए प्रशासन पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य कर रहा है। उन्होंने विभागीय स्टॉलों में नागरिकों की उत्साहपूर्ण सहभागिता की सराहना करते हुए कहा कि लोगों में योजनाओं के प्रति बढ़ती जागरूकता प्रदेश के सर्वांगीण विकास की मजबूत नींव है। उन्होंने कहा कि जिले में शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण एवं बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहा है और भविष्य में इन क्षेत्रों को और बेहतर बनाने के प्रयास जारी रहेंगे। कलेक्टर ने कलाकारों, विभागीय अधिकारियों, सुरक्षा प्रबंधन एवं आयोजन समिति सहित सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
समापन अवसर पर सभी स्टालों, श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विभागों, कलाकारों, विद्यार्थियों, को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने जिला प्रशासन व आयोजन दल के कार्य की सराहना की।शासन की योजनाएं अधिक पारदर्शी व सरल रूप में लोगों तक पहुंची
जिले के 23 विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का समापन दिवस पर भी बड़ी संख्या में जिले के युवा, किसान, महिलाएं एवं छात्र-छात्राओं ने अवलोकन किया। स्टॉलों में विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं की उपलब्धियाँ, हितग्राही उन्मुख कार्यक्रम, नवीन तकनीक व नवाचार तथा हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ प्रदान किए जाने की जानकारी भी विस्तृत रूप से प्रदर्शित किया गया। नागरिकों द्वारा उत्साह के साथ विभागीय योजनाओं की जानकारी और उपलब्धियों को प्रदर्शनी में निहारते हुए दृश्य उनकी जागरूकता और विकास की दिशा में बढ़ते कदमों को दर्शा रहे थे। छा़त्र-छात्राओं ने विज्ञान एवं तकनीकी से जुड़े स्टॉलों में रूचि दिखाई और अधिकारियों से प्रश्न पूछकर जानकारी भी हासिल की। इस अवसर पर तीनों दिवस स्टॉल में मौजूद अधिकारियों द्वारा आम नागरिकों के प्रश्नों का समाधान करते हुए योजनाओं का लाभी लेने की प्रक्रिया भी समझाई गई। इससे शासन की योजनाएं अधिक पारदर्शी व सरल रूप में लोगों तक पहुंचती दिखीं। इस अवसर पर लोगों ने कहा कि रजत जयंती वर्ष के अवसर पर प्रदर्शनी के माध्यम से राज्य की उपलब्धियों और अपने अधिकारों की बेहतर जानकारी मिली है।
लोककला के रंगो से सराबोर हुआ मंच
समापन अवसर पर फुलझरिया कर्मा पार्टी बिलखंड एवं लोकनृत्य समूह की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। करमा की थिरकती ताल, पंथी की ऊर्जामीय गति और सुवा नृत्य की भावपूर्ण लय ने दर्शकों को परंपरा के रंगो में डूबो दिया। कलाकारों ने छत्तीसगढ़ की लोक-संस्कृति को रंगीन झांकियों व गीतों के माध्यम से जीवंत कर दिया। इसके पश्चात कथक नृत्य ने शास्त्रीयता की सौम्यता और लयब़द्धता का अद्भुत संगम दर्शात हुए खूब वाहवाही लूटी। दर्शकां ने तालियों से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। शाम 7ः30 बजे से 9ः00 बजे तक श्रद्धा के फूल लोक कला मंच की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। लोकगीतों से भरे इस सजीव प्रदर्शन में सामाजिक संदेशों और मनोरंजन का संतुलन दिखाई दिया। कलाकारों के अभिनय, भाव-भंगिमा और संवाद अदायगी ने कार्यक्रम को और आकर्षक बनाया। समापन का मुख्य आकर्षण रहा बॉलीवुड बैंड टीम का लाइव परफ़ॉर्मेंस ऊर्जावान संगीत, रोशनी और धुनों की तरंगों के साथ दर्शक झूमते नज़र आए। लोकधुनों और बॉलीवुड की तालों के मेल ने राज्योत्सव की अंतिम रात को अविस्मरणीय बना दिया। पूरे स्टेडियम में छत्तीसगढ़ी गौरव और उत्साह का माहौल देखने को मिला।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
-छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में शामिलः- श्री रामसेवक पैकरा
- 25 वर्षों की विकास यात्रा में हासिल हुई कई उपलब्धियां
सूरजपुर : छत्तीसगढ़ न केवल धान का कटोरा है बल्कि संस्कृति का खजाना है। राज्योत्सव केवल एक उत्सव नही बल्कि यह हमारी पहचान है, हमारी परंपरा और हमारी लोक संस्कृति का सम्मान है यह बात जिला स्तरीय राज्योत्सव समापन कार्यक्रम में पूर्व गृह मंत्री व छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री रामसेवक पैकरा ने अपने वक्तव्य में कही। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना का रजत जयंती वर्ष, प्रदेश की 25 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है, इन 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने विकास की नई गाथा लिखी है। राज्योत्सव हमारे जीवन से जुड़ी उस माटी, मेहनत और संस्कृति का उत्सव है, जिसने छत्तीसगढ़ को विशिष्ट बनाया है। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी से प्रदेश ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। कला और संस्कृति के संरक्षण से हमारी पहचान और मजबूत हुई है। श्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि राज्योत्सव हमें अपने अतीत पर गर्व और भविष्य के लिए प्रेरणा देता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आव्हान किया कि हम सब मिलकर आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ को विकास और समृद्धि की नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ।
समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री भूलन सिंह मरावी द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्योत्सव छत्तीसगढ़ की आत्मा से जुड़ा उत्सव है। जो हमारे अतीत की गौरवगाथा, वर्तमान की उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं को एक साथ जोड़ता है। बीते 25 वर्षों में प्रदेश ने गाँव-गाँव तक विकास की रोशनी पहुँचाई है। शिक्षा, स्वावलंबन और संस्कृति के क्षेत्र में जो कार्य हुए हैं, वे पूरे देश के लिए उदाहरण हैं। हमें इसी भावना के साथ आगे बढ़ते हुए “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” के संकल्प को साकार करना है।
राज्योत्सव में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में लुफ्त उठाने के लिए नगरवासी बड़ी तदाद में कार्यक्रम स्थल पर पंहुचें थे। आज के कार्यक्रम के आकर्षण स्थानीय कलाकार रहे, जिन्होंने अपने मनमोहक प्रस्तुति से उपस्थित जनों को मंत्रमुग्ध किया। सुआ नृत्य, कर्मा नृत्य के साथ साथ विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में लगाये गए प्रदर्शनी में शिक्षा विभाग का स्टॉल सभी के आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामानुजनगर के विद्यार्थियों द्वारा अलग-अलग विधाओं से संबंधित चार जीवंत मॉडल का प्रस्तुतीकरण किया गया था। जिसमें मक्के छिलने वाला उपकरण, बिना बिजली का ट्रेडमिल, मूंगफली से दाना निकलने वाला उपकरण व नारियल फोड़ने वाले उपकरण का प्रदर्शन किया गया।
खाद्य विभाग द्वारा भी खेतों से धान कटाई से लेकर वितरण व उचित मूल्य दूकानों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण का मॉडल का प्रदर्शन किया गया। स्टाल में चरणबद्ध तरीके से धान की कटाई, आदिम जाति सेवा सहकारी समितियां में किसान पंजीयन एवं धान उपार्जन केन्द्रों में धान का परिवहन कर खरीदी , धान संग्रहण केदो में भंडारण तथा राइस तक परिवहन करने का प्रदर्शन किया गया है स इसके साथ ही स्टॉल में राईस मिल से छ.ग. स्टेट वेयरहाऊसिंग कारपोरेशन में कस्टम मिलिंग का चावल भण्डारण एवं उचित मूल्य दूकानों में चावल का भण्डारण कर हितग्राहियों को वितरण करना भी दर्शाया गया है स
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चंद्रमणी देवपाल सिंह पैकरा, जनपद अध्यक्ष सूरजपुर श्रीमती स्वाति सिंह,रेड क्रॉस सोसाइटी सूरजपुर के अध्यक्ष श्री बाबूलाल अग्रवाल, श्री भीमसेन अग्रवाल, श्री मुरली मनोहर सोनी, श्री शैलेश अग्रवाल,श्री राजेश महलवाला श्री शशिकांत गर्ग, श्री संदीप अग्रवाल, श्री संत सिंह, जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कुमार ठाकुर, जिला पंचायत सीईओ श्री विजेन्द्र सिंह पाटले, अपर कलेक्टर जगन्नाथ वर्मा, एसडीएम शिवानी जायसवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
-
खैरागढ़. छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है, 17 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली कमला सोड़ी उर्फ ऊंगी उर्फ तरुणा उम्र 30 वर्ष मूल निवासी ग्राम अरलमपल्ली, तहसील कोंटा, थाना दोरनापाल, जिला सुकमा ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक केसीजी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत उसे ₹50,000 की प्रोत्साहन राशि और पुनर्वास की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
पुलिस के अनुसार, विकास कार्यों, सुरक्षा बलों की निरंतर कार्रवाई और संवाद की नीति ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया है।
-
कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजूर नगर पंचायत अध्यक्ष का गजब कारनामा सामने आया है, यहां अध्यक्ष ने अपनी अनुपस्थिति में पत्नी को नगर पंचायत अध्यक्ष बना दिया। इतना ही नहीं प्रशासनिक और वित्तीय अधिकार अपनी पत्नी को देने बकायदा लेटर भी जारी किया है। जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पखांजूर नगर पंचायत अध्यक्ष नारायण साहा ने अपनी अनुपस्थिति में पत्नी मोनिका साहा, जो वार्ड 15 से पार्षद है, उन्हें नगर पंचायत अध्यक्ष बना दिया है। नियम की जानकारी के अभाव में अध्यक्ष के द्वारा जारी लेटर का सोशल मीडिया में वायरल होते ही बवाल मच गया है।
देखें वायरल लेटर –

-
रायपुर। गुरुकुल महिला महाविद्यालय में कम्प्यूटर विभाग के द्वारा आज पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. किरण बाला दुबे , कंप्यूटर विज्ञान विभाग,शा.नागार्जुन साइंस कॉलेज रायपुर से मौजूद थी। छात्रों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत नए विषयों से टॉपिक का चयन करते हुए हेल्थ एंड हाइजीन, साइबर सिक्योरिटी ,एल्गोरिथम, डाटा साइंस , आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,डेटा स्ट्रक्चर जैसे विषयों का चुनाव करते हुए पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा लोगों से साझा किया।
कंप्यूटर डिपार्टमेंट के इस आयोजन में प्रथम स्थान पर नाज़ फातिमा जिसका विषय था ऑनलाइन गेमिंग और साइबर रिस्क द्वितीय स्थान पर अदिति तिवारी विषय था इको सिस्टम और उसके प्रकार तृतीय स्थान पर टी. महिष्मा विषय था features of Java कुल 28 छात्राओं ने हिस्सा लिया । कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
-
बिलासपुर। बिलासपुर के लाल खदान स्टेशन के पास हुए भीषण रेल हादसे की कई स्तरों पर जांच शुरू हो गई है। मामले में रेलवे की शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है। खुलासे में यह बात सामने आई है कि ट्रेन को गलत सिग्नल वाली लाइन पर चलाया गया, जिससे यह हादसा हुआ। पैसेंजर ट्रेन के मृत चालक पर जुर्म दर्ज किया गया है। असिस्टेंट चालक की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
ट्रेन के मृत चालक विद्या सागर के खिलाफ स्टेशन अधीक्षक निखलेश विठालकर ने तोरवा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। तोरवा थाना पुलिस ने ट्रेन चालक के खिलाफ बीएनएस की धारा 106 ए, 125 एवं रेलवे एक्ट की धारा 153, 154, 175 के तहत जुर्म दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि 4 नवंबर को लालखदान क्षेत्र में रेल हादसा हुआ था जिसमें अभी तक अधिकृत तौर पर 11 यात्रियों की दर्दनाक मौत की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 20 घायलों का इलाज जारी है।
ट्रेन हादसे से जुड़ी नई जानकारी सामने आई है। ट्रेन हादसे के पीछे कई महत्वपूर्ण तथ्य रेल अधिकारियों के डाटा-बॉक्स के माध्यम से उजागर हुए हैं। हादसे के समय मेमू ट्रेन 76 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी। ट्रेन के लोको पायलट ने हादसे से पहले इमरजेंसी ब्रेक लगाया जिससे ट्रेन की रफ्तार कम हुई और बड़ा हादसा टल गया। रेल अधिकारियों के मुताबिक, ट्रेन ने 48 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मालगाड़ी को टक्कर मारी। यदि लोको पायलट ने समय रहते ब्रेक नहीं लगाया होता तो यह दुर्घटना और भी गंभीर हो सकती थी। हादसे के डाटा-बॉक्स की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि लोको पायलट की त्वरित प्रतिक्रिया ने यात्रियों और माल दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
-
सूरजपुर। सूरजपुर जिला में एक अजीबो- गरीब मामला सामने आया है, यहां मृत हो चुका युवक जिसे परिजन दफना चुके थे, वह घर जिंदा वापस लौट आया, जिसको देख लोग हैरत में पड़ गए।
जानकारी के मुताबिक शनिवार को सूरजपुर मानपुर में पुलिस को कुएं में एक अज्ञात लाश मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में लाश की पहचान करने के लिए सूचनाएं भिजवाई। यह सूचना चंदरपुर (ढुंढरा)के रहने वाले पुरषोत्तम के घर वालो को जब मिली तो उन्होंने पुलिस से सम्पर्क किया क्योंकि घटना से दो दिन पहले ही पुरषोत्तम गायब हो गया था और परिजन उसकी खोज कर रहे थे।
परिजनों को लगा कि लाश उनके बेटे की है। उनके द्वारा शव की शिनाख्त अपने बेटे पुरषोत्तम के रूप करने के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पुरषोत्तम के परिजनों को सुपुर्द कर दिया और पुलिस की मौजूदगी में अज्ञात शव को पुरुषोतम का शव मान दफन कर दिया गया।
जब युवक के घर पर क्रियाकर्म का कार्यक्रम चल रहा था तो क्रियाकर्म में शामिल होने आये रिश्तेदारों ने बताया कि जिसका घर वाले क्रियाक्रम कर रहे है वो तो जिंदा उनके घर पर है। जिसके बाद घर वालों की खुशी का ठिकाना न रहा।वह जब उनके सामने आया तो घर वालों के साथ आसपास के लोग भी हैरत में पड़ गए।
अज्ञात शव की अब तक पहचान नहीं
वहीं अब पुलिस के लिए भी अज्ञात शव की पहचान एक अनसुलझी पहेली बनकर रह गई है। इस मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरजपुर संतोष महतो ने कहा कि फाइल दोबारा ओपन कर जांच की जाएगी। पुलिस के अनुसार मृतक के कपड़े अन्य सामग्री पुलिस के पास सुरक्षित है, इसके आधार पर बरामद शव की पहचान पुलिस द्वारा कराई जाएगी और परिजनों द्वारा दावा करने पर शव को कब्र से बाहर खुदवा कर उनके सुपुर्द कर दिया जाएगा।
-
रायपुर। राजधानी में अपराध चरम पर है, वही रायपुर के एक फार्महाउस में बर्थडे पार्टी में गई युवती के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। इस मामले ने पुलिस ने आरोपी आशीष जोशी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरा आरोपी रूपेंद्र जोशी अभी फरार है। ये पूरा मामला धरसींवा थाना क्षेत्र का है।
पुलिस के मुताबिक, युवती अपने परिचित के जन्मदिन समारोह में शामिल होने गई थी, जहां आरोपियों ने कोल्ड ड्रिंक्स में शराब मिलाकर युवती से बारी-बारी दुष्कर्म किया। पीड़िता की शिकायत पर धरसींवा थाना पुलिस ने आशीष जोशी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरा आरोपी रूपेंद्र जोशी अभी फरार है। जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
-
बिलासपुर । लोकल ट्रेन और मालगाड़ी की जोरदार टक्कर में अब तक 11 यात्रियों की मौत की पुष्टि हुई है। हादसे में 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
हादसे की जांच की जिम्मेदारी रेलवे के सेफ्टी कमिश्नर को दी गई है। वे तीन दिनों तक बिलासपुर में रहकर ट्रैक, सिग्नल और पूरी तकनीकी स्थिति की जांच करेंगे और अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेंगे।
मृतकों और घायलों की पहचान की प्रक्रिया जारी है, लेकिन निर्देशानुसार किसी का नाम सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है।
रेलवे और राज्य सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है—
-
रेलवे: मृतक के परिवार को 10 लाख, गंभीर घायलों को 5 लाख, सामान्य घायलों को 1 लाख।
-
राज्य सरकार: मृतक के परिजनों को 5 लाख, घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।
-
-
रायपुर। उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के राज्य अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ के 34 अलंकरण से विभिन्न क्षेत्रों से उत्कृष्ट योगदान देने वाले 37 विभूतियों एवं 4 संस्थाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अलंकरण समारोह के अति विशिष्ट अतिथि तथा विशिष्टि अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, मंत्रीगण, सांसद एवं विधायकगण उपस्थित थे।
राज्य अलंकरण समारोह में उप राष्ट्रपति राधाकृष्णन एवं मुख्यमंत्री साय ने शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार हिरेश सिन्हा जिला कांकेर को प्रदान किया। यति यतनलाल सम्मान भारतीय कुष्ठ निवारक संघ, कात्रे नगर सोठी जिला जांजगीर-चांपा, गुण्डाधूर सम्मान सुश्री ज्ञानेश्वरी यादव राजनांदगांव, मिनीमाता सम्मान ललेश्वरी साहू दुर्ग, गुरूघासीदास सम्मान संयुक्त रूप से भुवनदास जांगड़े बेमेतरा एवं शशि गायकवाड़ बलौदाबाजार-भाटापारा, ठाकुर प्यारेलाल सिंह पुरस्कार प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति डोमा जिला धमतरी, हबीब तनवीर सम्मान डॉ. कुंज बिहारी शर्मा जिला रायपुर, महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान सुश्री चांदनी साहू जिला बिलासपुर को प्रदान किया गया।
इसी प्रकार पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान राजेश अग्रवाल जिला रायपुर, पंडित सुंदरलाल शर्मा सम्मान डॉ. चिंतरंजन कर जिला रायपुर, चक्रधर सम्मान पंडित कीर्ति माधव लाल व्यास जिला दुर्ग, दाऊ मंदराजी सम्मान रिखी क्षत्रिय जिला दुर्ग, डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार संयुक्त रूप से थनेन्द्र कुमार साहू जिला धमतरी एवं वामन कुमार टिकरिहा जिला बलौदाबाजार, महाराजा अग्रसेन सम्मान राजेन्द्र अग्रवाल राजू जिला बिलासपुर, चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार प्रिंट मीडिया हिन्दी डॉ. संदीप कुमार तिवारी रायपुर एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हिन्दी का पुरस्कार संयुक्त रूप से डॉ. सोमेश कुमार पटेल एवं अभिषेक शुक्ला रायपुर, मधुकर खेर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार प्रिंट मीडिया अंग्रेजी सुश्री भावना पाण्डेय जिला दुर्ग, दानवीर भामाशाह सम्मान नीरज कुमार बाजपेयी जिला राजनांदगांव, धन्वन्तरि सम्मान डॉ. अजय कृष्ण कुलश्रेष्ठ, बिलासादेवी केंवट मत्स्य विकास पुरस्कार सुखदेव दास जिला रायपुर को प्रदान किया गया।
इसी तरह डॉ. भंवरसिंह पोर्ते आदिवासी सेवा सम्मान जंगो रायतार विद्या केतुल शिक्षण संस्था ग्राम दमकसा जिला कांकेर, रामानुज प्रताप सिंहदेव स्मृति श्रम यशस्वी पुरस्कार संयुक्त रूप से मिथलेश कुमार आदिल एवं अग्रसर टीम जिला दुर्ग तथा एनटीपीसी लिमि. लारा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट पुसौर जिला रायगढ़ , पंडित लखनलाल मिश्र सम्मान योगेश कुमार साहू जिला कांकेर, छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान मनीष तिवारी जिला रायपुर, देवदास बंजारे स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार रोहित कुमार कोसरिया जिला महासमुंद, किशोर साहू सम्मान सुनील सोनी जिला रायपुर, लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान राकेश तिवारी जिला रायपुर, लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार डॉ. विनोद कुमार वर्मा जिला बिलासपुर, किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण अनुराग बसु मुम्बई को प्रदान किया गया।
बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान संयुक्त रूप से खेमचंद जैन राजनांदगांव, डॉ. सुरेश मणि त्रिपाठी, डॉ. भूपेन्द्र करवंदे एवं भरतलाल सोनी रायपुर को, वीरांगन अवंतिबाई लोधी स्मृति पुरस्कार प्रेमशीला बघेल महासमुंद को, माता बहादुर कलारिन सम्मान शिल्पा पाण्डेय सृष्टि जिला सरगुजा को, पंडित माधव राव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान अवधेश कुमार नई दिल्ली तथा संस्कृत भाषा सम्मान डॉ. दादू भाई त्रिपाठी जिला रायपुर को प्रदान किया गया।
-
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आज नवा रायपुर के सेंध जलाशय के ऊपर भारतीय वायु सेना की प्रतिष्ठित एरोबेटिक “सूर्यकिरण” की टीम ने रोमांचक एयर शो का प्रदर्शन किया। देश के उप राष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के साथ हजारों लोगों ने अद्भूत और रोमांचक एयर शो का आनंद लिया। आज प्रदेशवासियों के लिए वायु सेना का एयर शो कमाल का अनुभव रहा। सेंध जलाशय के ऊपर वायु सेना के फाइटर प्लेन्स ने एक के बाद एक कई हवाई करतब दिखाए। आसमान में पंछियों के झुंड की तरह बिल्कुल क्रम से उड़ने वाले फाइटर प्लेन्स के माध्यम से वायु सेना के जाबांजों ने अपने नियंत्रण और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन किया। विमानों के माध्यम से जब आकाश में तिरंगा लहराया तो सेंध जलाशय भारत माता की जय के नारे से गूंज उठा।
एयर शो के दौरान “सूर्यकिरण” टीम के लीडर ग्रुप कैप्टन अजय दशरथी ने आसमान से छत्तीसगढ़वासियों को रजत महोत्सव की बधाई दी। वहीं छत्तीसगढ़ निवासी भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन लीडर गौरव पटेल ने सेंध जलाशय के ऊपर अपने कॉकपिट से ‘जय जोहार’ और ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ कहकर दर्शकों का अभिवादन किया। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, कौशल विकास मंत्री गुरू खुशवंत साहेब और सांसद बृजमोहन अग्रवाल सहित विभिन्न निगमों, मंडलों और आयोगों के पदाधिकारी भी एयर शो देखने पहुंचे थे।
“सूर्यकिरण” टीम ने अनुशासन, परस्पर विश्वास, सटीकता और उत्साह के साथ एक घंटे तक वायु सेना के विमानों के साथ कलाबाजी दिखाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। नवा रायपुर के सेंध जलाशय में मौजूद हजारों दर्शक पायलटों के हैरतअंगेज साहस और करतबों को देखकर मंत्रमुग्ध होते रहे। विंग कमांडर ए.व्ही. सिंह के नेतृत्व में वन-एफ-9 और वन-एफ-8 हेलीकॉप्टर यूनिट ने वी-17 और वी-5 हेलीकॉप्टरों से स्लीपरी और स्काई-ऑपरेशन के करतब दिखाए। ‘आदिदेव’ नाम के इन हेलीकॉप्टरों से केवल 15 मीटर ऊंचाई पर स्थिर रहकर 14 गरूड़ कमांडोज रस्सी के सहारे नीचे उतरे। वहीं स्काई-ऑपरेशन के दौरान आठ गरूड़ कमांडोज रस्सी पर लटककर हेलीकॉप्टर से दर्शकों के सामने से आकाश में उड़ते हुए गुजरे। इन दोनों ऑपरेशनों को लड़ाई और आपदा के दौरान जनसामान्य को बचाने के लिए किया जाता है।
एयर शो में “सूर्यकिरण” की टीम के नौ हॉक-मार्क-123 फाइटर विमानों ने आसमान में हार्ट, डायमंड, लूप, ग्रोवर, डान लाइट, कॉम्बैट तेजस जैसे शानदार फार्मेशन बनाकर लोगों को रोमांचित किया। नीले आसमान में उड़ते लाल-सफेद जेट विमानों द्वारा तिरंगे की आकर्षक ट्रेल छोड़ने पर सेंध जलाशय परिसर तालियों और जय-हिंद के नारों से गूंज उठा। हज़ारों की संख्या में मौजूद नागरिक, युवा और बच्चे लगातार विमानों की कलाबाजियों को अपने कैमरों और मोबाइलों में कैद करते रहे।

वायु सेना के जाबांज फाइटर पायलटों ने आसमान में दिल की आकृति बनाकर 25वें राज्योत्सव की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने तिरंगे के तीन रंगों से डीएनए की आकृति बनाकर तिरंगे के प्रति अपना सम्मान प्रस्तुत किया। उन्होंने 360° में फाइटर जेट उड़ाते हुए उल्टा जेट भी उड़ाया। तेजस और युवाओं को समर्पित अंग्रेजी अक्षर ‘वाई’ की आकृति बनाने के साथ ही कई करतब दिखाए। टीम का प्रदर्शन केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि युवाओं में देशप्रेम, साहस और भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा की प्रेरणा जगाने का संदेश भी देता है।

एयर शो में छत्तीसगढ़ के स्क्वाड्रन लीडर गौरव पटेल का शामिल होना राज्यवासियों के लिए गर्व और भावनात्मक जुड़ाव का पल था। आसमान में अपने विमान को तेज गति से उड़ाते हुए पटेल ने अपने कॉकपिट से ‘जय जोहार’ और ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ का जय घोष किया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुश्री कंवल संधू ने अपनी लाइव कमेंट्री के दौरान एयर शो के रोमांचक वर्णन के साथ ही पायलटों के अनुशासन, समर्पण, प्रशिक्षण और जोखिम प्रबंधन की बारीकियों की जानकारी दी।
‘सूर्यकिरण’ एशिया की एकमात्र नौ लड़ाकू विमानों वाली एरोबैटिक टीम, 1996 में हुई थी स्थापना
भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम (Surya Kiran Aerobatic Team) एशिया की एकमात्र नौ लड़ाकू विमानों वाली एरोबैटिक टीम है। यह विशिष्ट टीम भारत में ही निर्मित एचएएल (HAL) लाइसेंस प्राप्त हॉक एमके-132 (Mk-132) विमान उड़ाती है। इन विमानों के ज़रिए भारतीय वायु सेना की सटीकता, पेशेवर उत्कृष्टता और कौशल का अद्भुत प्रदर्शन करती है, जिसमें रोमांचक हवाई करतब और बेहद सटीक फॉर्मेशन शामिल होते हैं। सूर्यकिरण टीम को उसका मिशन विशेष बनाता है। देश के युवाओं को भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होकर देशसेवा के लिए प्रेरित करना इनका मिशन है।सूर्यकिरण टीम की स्थापना वर्ष 1996 में की गई थी। तब से यह टीम एशिया की एकमात्र नौ-विमानों वाली एरोबैटिक टीम होने का गौरव रखती है और दुनिया की कुछ चुनिंदा शीर्ष एरोबैटिक टीमों में शामिल है। यह असाधारण टीम अब तक भारत भर में 700 से अधिक प्रदर्शन कर चुकी है। साथ ही चीन, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व अंतरराष्ट्रीय एयर शोज़ में भी किया है। टीम मंं कुल 13 पायलट, 3 इंजीनियरिंग अधिकारी, 1 उद्घोषक (कमेन्टेटर) और 1 चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं।
सूर्यकिरण टीम भारतीय वायुसेना की उस भावना को दर्शाती है जो उत्कृष्टता, अनुशासन और टीमवर्क पर आधारित है। टीम के सभी पायलट अत्यंत कठिन प्रशिक्षण से गुजरते हैं, जिसमें जटिल एरोबैटिक मूवमेंट्स का महीनों तक अभ्यास किया जाता है। उनका बेदाग़ तालमेल और नियंत्रण ही क्लोज़ फॉर्मेशन फ्लाइंग की नींव है जहाँ नौ विमान मानो एक ही आत्मा से संचालित प्रतीत होते हैं।
-
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में पदस्थ आईएएस, आईपीएस अफसरों को 1 जुलाई 2025 से पुनरीक्षित दरों पर महंगाई भत्ता भुगतान करने की स्वीकृति दे दी हैं। इस बाबत सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव मनोज कुमार ने आदेश भी जारी कर दिया हैं।

-
रायपुर: उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज बिलासपुर में विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर रेल हादसे में घायल मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने घायलों से मुलाकात कर उनके जल्द स्वस्थ लाभ की कामना की। श्री साव ने अस्पताल में डॉक्टरों से चर्चा कर घायलों के स्वास्थ्य के बारे में पूछा और उनके बेहतर से बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि 4 नवम्बर को बिलासपुर के लाल खदान के पास हुए रेल हादसे में 11 लोगों की मृत्यु और 20 लोग घायल हो गए हैं। घायलों का इलाज बिलासपुर के सिम्स, अपोलो, रेलवे अस्पताल और अरपा मेडिसिटी अस्पताल में चल रहा है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने इन सभी अस्पतालों का दौरा कर घायलों से मुलाकात की और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। महापौर श्रीमती पूजा विधानी, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसपी श्री रजनेश सिंह, नगर निगम के आयुक्त श्री अमित कुमार और जिला पंचायत के सीईओ श्री संदीप अग्रवाल भी इस दौरान उनके साथ थे।
-
कोरिया। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में सवारियों से भरी ऑटो नदी में जा गिरी। इस हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई है। वहीं 14 लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनका इलाज अस्पताल में जारी है।
यह हादसा बैकुंठपुर में छिंदिया के आश्रित गांव नकटापरा में हुआ है। क्षमता से ज्यादा सवारी होने के कारण एक ऑटो अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। हादसे के बाद वहां पर अफरा तफरी मच गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि ऑटो में सवार 16 महिलाओं में से एक महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं एक और महिला की बुधवार को मौत हो गई। इसके अलावा 14 महिलाएं घायल हो गई।
जानकारी के मुताबिक, 16 महिलाएं ऑटों में सवार होकर झरनापारा के पंडोपारा से लौट रही थी। इसी दौरान ऑटो नकटापरा में नदी में जा गिरी। हादसे के बाद वहां पर अफरा तफरी मच गई। इस हादसे में ऑटो सवार एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं एक और महिला को अंबिकापुर रेफर किया जा रहा था, तभी उसने बीच रास्ते में दम तोड़ दिया। इसके अलावा 14 महिलाओं का इलाज बैकुंठपुर जिला अस्पताल में जारी है।
-
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली और जवानों के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आ रही है। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा से सटे बीजापुर जिले के अन्नाराम और मरीमल्ला जंगलों में बुधवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। बताया जा रहा है कि यह एनकाउंटर सुबह शुरू हुआ और कई घंटों तक दोनों ओर से गोलीबारी चलती रही। मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, हालांकि पुलिस ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों के मुताबिक, यह मुठभेड़ नक्सलियों की मद्देड एरिया कमेटी के सदस्यों से हुई है। जवानों ने जंगल में नक्सलियों को घेर लिया था और बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है।
-
कबीरधाम। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा होने वाली है। यह कथा 6 नवंबर से 10 नवंबर तक चलेगी।ग्राम घुघरी में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कथा वाचन कार्यक्रम का आयोजन 6 से 10 नवंबर तक होगा। श्रद्धालुओं की अधिक संख्या को दृष्टिगत रखते हुए जिला पुलिस कबीरधाम द्वारा यातायात एवं पार्किंग व्यवस्था हेतु विशेष रूट प्लान तैयार किया गया है। आम नागरिकों की सुविधा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निम्न दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
पार्किंग एवं यातायात व्यवस्था
1. बड़े वाहन, पिकअप एवं ट्रैक्टर हेतु नया कृषि मण्डी प्रांगण में पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
2. मिनीमाता चौक से घुघरीखुर्द रोड में केवल कार एवं दो पहिया वाहनों के लिए प्रवेश मार्ग बनाया गया है। इस मार्ग पर पिकअप, ट्रैक्टर एवं अन्य बड़े वाहन ली जाना माना है।
3. ग्राम नेवारी से मारपा होकर घुघरीखुर्द जाने वाले मार्ग में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण इस मार्ग से प्रवेश पूर्णतः निषेध किया गया है। इस मार्ग से वाहन अथवा पैदल प्रवेश पूर्णतः बंद रहेगा।
4. ग्राम चरडोंगरी होकर ग्राम कोठार के रस्ते आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चरडोंगरी स्कूल परिसर में पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
5. बेमेतरा, बिरकोना एवं पिपरिया दिशा से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ग्राम पालीगुढ़ा में पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
6. व्हीआईपी पासधारी आगंतुकों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भोरमदेव कॉलेज के आगे सकती नदी पुल के पास की गई है।
प्रतिबंध एवं अन्य व्यवस्था
कार्यक्रम स्थल तक पहुँचने वाले मार्ग संकरे होने के कारण सुरक्षा एवं व्यवस्था के दृष्टिकोण से कार्यक्रम स्थल के आसपास किसी भी प्रकार की दुकान, ठेला या अस्थायी स्टॉल लगाने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देशानुसार आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट के दृष्टि सभा कक्ष में जनदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) श्रीमती प्रेमलता पदमाकर ने की। जनदर्शन में जिले के विभिन्न विकास खंडों और ग्रामों से आए नागरिकों ने अपनी-अपनी शिकायतें, समस्याएं और मांगें रखीं। इस दौरान सीईओ श्रीमती पदमाकर ने सभी उपस्थित नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। कई मामलों का निराकरण मौके पर ही किया गया, जबकि जांच योग्य मामलों को टीएल पंजी (टाइम लिमिट रजिस्टर) में दर्ज कर शीघ्र समाधान के निर्देश दिए गए।
ग्रामीणों की विभिन्न समस्याएं आईं सामने
जनदर्शन में कुल 29 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से कई तात्कालिक महत्व के थे। इनमें भूमि संबंधी विवाद, पेंशन, मुआवजा, आवास योजना, विद्युत तारों की ऊँचाई, रास्ते की समस्या, मुक्तिधाम के लिए भूमि जैसी शिकायतें प्रमुख रहीं। तहसील बेरला के ग्राम टेमरी निवासी नारायण प्रसाद ने ख़सरावार पंजीयन नहीं दिखाए जाने की शिकायत प्रस्तुत की। तहसील साजा के ग्राम बेन्द्रची के समस्त ग्राम वासियों ने भूमि अधिग्रहण की मुआवजा राशि प्राप्त करने के संबंध में आवेदन दिया। तहसील नवागढ़ के ग्राम रनबोड़ निवासी फूलसिंग और खेलनराम ने लगानी भूमि पर आने-जाने के रास्ते की मांग की। तहसील थानखम्हरिया के ग्राम बनराका के सतनामी समाज ने मुक्तिधाम हेतु भूमि सुरक्षित करने का अनुरोध किया। वहीं तहसील दाढ़ी के ग्राम सूखाताल निवासी चमेली घृतलहरे ने 33000 केवी और 11000 केवी विद्युत तारों को ऊपर उठाने की मांग रखी।
पेंशन, आवास और दिव्यांग सहायता से जुड़े आवेदन भी प्राप्त
इसके अतिरिक्त, आम नागरिकों द्वारा निराश्रित पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृति, बैटरी चलित ट्रायसायकल की मांग, कटा हुआ रकबा जोड़ने, खाद गड्ढा हटाने, तथा आम रास्ता खुलवाने जैसे विषयों पर भी आवेदन प्रस्तुत किए गए। सीईओ श्रीमती प्रेमलता पदमाकर ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक आवेदन का समय-सीमा में निपटारा किया जाए और समाधान की जानकारी आवेदक को दी जाए। उन्होंने कहा कि जनदर्शन का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है, ताकि कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायतों के निराकरण से वंचित न रहे।
अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्री प्रीतम सिंह चौहान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। जनदर्शन में नागरिकों ने प्रशासन के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इससे उन्हें अपनी समस्याओं को सीधे जिला स्तर पर रखने और शीघ्र समाधान पाने का अवसर मिला है। कई मामलों का मौके पर निराकरण, शेष को टीएल पंजी में दर्ज किया गया। भूमि, पेंशन, आवास, विद्युत, रास्ता और मुआवजा से संबंधित आवेदन प्रमुख। जिला पंचायत सीईओ ने अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आरएडब्ल्यूई रेडी कार्यक्रम के तहत आयोजित हुई कृषक आधारित गतिविधियाँ
बेमेतरा : रेवेन्द्र सिंह वर्मा कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, बेमेतरा के बी.एससी. कृषि अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा आरएडब्ल्यूई (रूरल एग्रीकल्चरल वर्क एक्सपीरियंस - रावे) रेडी कार्यक्रम के अंतर्गत बिलई ग्राम में विभिन्न कृषक-आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को ग्रामीण परिवेश में कृषि कार्यों का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना एवं किसानों की समस्याओं और उनके समाधान को निकट से समझना था।
कार्यक्रम की शुरुआत ट्रांजिट वॉक से हुई, जिसमें विद्यार्थियों ने ग्राम के प्रमुख मार्गों, खेतों तथा विभिन्न कृषि स्थलों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों से संवाद स्थापित कर उनकी खेती की पद्धतियों, फसल चक्र, सिंचाई व्यवस्था, उर्वरक प्रबंधन एवं नवीन कृषि तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके पश्चात विद्यार्थियों ने पी.आर.ए. (पार्टिसिपेटरी रूरल अप्रैज़ल) गतिविधि के तहत रंगोली बनाकर ग्राम के संसाधनों का मानचित्र तैयार किया, जिसमें ग्रामवासियों ने भी सक्रिय सहयोग प्रदान किया। इस पहल के माध्यम से विद्यार्थियों ने ग्राम की भौगोलिक, सामाजिक एवं कृषि संसाधनों की पहचान कर उनका दस्तावेजीकरण किया। कार्यक्रम का क्रियान्वयन महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. संदीप भंडारकर के मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर डॉ. टी.डी. साहू, डॉ. उमेश कुमार ध्रुव, डॉ. आसित पांडे, डॉ. साक्षी बजाज, श्रीमती कुंती बंजारे, डॉ. भारती बघेल, डॉ. हेमलता निराला, डॉ. प्रीति पैकरा एवं डॉ. महानंद साहू सहित ग्राम के वरिष्ठ किसान उपस्थित रहे।
सभी विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को ग्रामीण कृषि प्रणाली को गहराई से समझने, किसानों से समन्वय स्थापित करने तथा सीखे गए अनुभवों को भविष्य की कृषि उन्नति में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपने अनुभव साझा किए तथा कहा कि इस प्रकार के ग्रामीण प्रशिक्षण से उन्हें कृषि के व्यावहारिक पहलुओं की गहन जानकारी प्राप्त हुई, जो उनके भविष्य के करियर के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : जिलाधीश एवं कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने आज गिधवा-परसदा प्रवासी पक्षी विहार का निरीक्षण किया। इस अवसर पर वन मंडलाधिकारी दुर्ग, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बेमेतरा श्रीमती प्रेमलता पद्माकर, एसडीएम नवागढ़ सहित जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री शर्मा ने विहार क्षेत्र में कार्यरत स्वयंसेवकों (वॉलंटियर्स) से मुलाकात की तथा उनसे प्रवासी पक्षियों की प्रजातियों, आगमन काल, एवं उनके संरक्षण के प्रयासों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। वॉलंटियर्स ने बताया कि इस क्षेत्र में प्रतिवर्ष विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में पक्षी आते हैं, जिनमें सरस, पेंटेड स्टॉर्क, व्हिस्लिंग टील, कॉमन टील, ओपनबिल्ड स्टॉर्क जैसे पक्षी प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि यहां बर्डिंग गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय युवाओं में पर्यावरण एवं जैव विविधता के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ रही है।
कलेक्टर श्री शर्मा ने स्वयं दूरबीन से प्रवासी पक्षियों का अवलोकन किया और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया। उन्होंने उपस्थित स्थानीय नागरिकों से अपील की कि वे इस प्राकृतिक धरोहर की स्वच्छता एवं सुरक्षा बनाए रखें। उन्होंने कहा कि गिधवा-परसदा केवल बेमेतरा की नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की एक अमूल्य प्राकृतिक संपदा है। हमें सामूहिक रूप से इसके संरक्षण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। निरीक्षण के पश्चात कलेक्टर श्री शर्मा ने नवागढ स्थित पक्षी जागरूकता एवं परीक्षण केंद्र का भी अवलोकन किया। उन्होंने वहां चल रहे सर्वे, डेटा संकलन, एवं पक्षी अवलोकन रजिस्टर का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि केंद्र की कार्यप्रणाली को और सशक्त बनाते हुए आम नागरिकों एवं विद्यार्थियों को भी इससे जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि आगामी समय में इस क्षेत्र को प्रकृति पर्यटन (इको टूरिज्म) के रूप में विकसित किया जा सकता है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे और प्रवासी पक्षियों के संरक्षण का संदेश पूरे प्रदेश में प्रसारित होगा। गौरतलब है कि गिधवा-परसदा पक्षी विहार, बेमेतरा जिले का एक प्रसिद्ध प्राकृतिक आर्द्रभूमि क्षेत्र है, जो हर वर्ष सर्दियों में सैकड़ों किलोमीटर दूर से आने वाले प्रवासी पक्षियों के आगमन से जीवंत हो उठता है। यह स्थल पर्यावरण प्रेमियों, पक्षी वैज्ञानिकों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
निःशुल्क ‘जनमन’ पत्रिका और योजनाओं से जुड़े ब्रोशर वितरण से बढ़ी नागरिकों की उत्सुकता
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित रजत राज्योत्सव के तहत जिला मुख्यालय बेमेतरा के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल ग्राउंड में विभागीय प्रदर्शनी का शुभारंभ उत्साह और उमंग के साथ हुआ। प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों ने जिले की 25 वर्षों की विकास यात्रा, उपलब्धियाँ और नवाचारों की झलक पेश की। इनमें जनसंपर्क विभाग का स्टॉल नागरिकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
जनसंपर्क विभाग का स्टॉल - सूचना, प्रेरणा और जन जागरूकता का संगम
जनसंपर्क विभाग के स्टॉल में आगंतुकों को शासन की प्रमुख योजनाओं, उपलब्धियों और नागरिक कल्याण कार्यक्रमों से अवगत कराने के लिए ‘जनमन’ पत्रिका एवं शासकीय योजनाओं से संबंधित ब्रोशर निःशुल्क वितरित किए जा रहे हैं। विभाग की टीम द्वारा नागरिकों को सरल और रोचक ढंग से बताया जा रहा है कि राज्य शासन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास, ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में कौन-कौन सी जनहितकारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।
जनसंपर्क विभाग के स्टॉल को छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक थीम पर सजाया गया है, जिसमें जिले की उपलब्धियाँ और प्रेरक वीडियो प्रदर्शित किए जा रहे हैं। आगंतुकों ने बताया कि जनसंपर्क विभाग का स्टॉल न केवल जानकारी देने वाला है, बल्कि यह राज्य की प्रगति और जनसंपर्क की भूमिका को जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है। कई विद्यार्थी और युवा आगंतुक ‘जनमन’ पत्रिका को लेकर अपने साथ शासन की योजनाओं की जानकारी घर ले जा रहे हैं।सूचना के साथ संवेदना का संदेश
विभाग के अधिकारी पीआरओ हेमलाल प्रभाकर एवं सहायक जनसंपर्क अधिकारी राहुल बघेल ने बताया कि जनसंपर्क विभाग का उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना नहीं, बल्कि जनता और शासन के बीच संवाद का सेतु बनना है। स्टॉल में “सूचना से सशक्त जनता - समृद्ध राज्य” का संदेश प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है, जो लोगों को जागरूक और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दे रहा है। प्रदर्शनी के पहले ही दिन बड़ी संख्या में नागरिक, विद्यार्थी और ग्रामीण जन समुदाय जनसंपर्क विभाग के स्टॉल पर पहुँचे और योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। आने वाले दो दिनों में भी यह स्टॉल जनजागरूकता और जनभागीदारी का प्रमुख आकर्षण बना रहेगा। राज्योत्सव में जनसंपर्क विभाग का यह प्रयास न केवल छत्तीसगढ़ की 25 वर्ष की विकास यात्रा को जन-जन तक पहुँचाने का माध्यम बना है, बल्कि यह राज्य के “जनहित से जनसंपर्क” के मूल भाव को सशक्त रूप में प्रस्तुत कर रहा है।

.jpg)
.jpg)
.jpg)

.jpg)
.jpg)















.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)



.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)

.jpg)
.jpg)
.jpg)