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जिले में खाद एवं बीज के पर्याप्त भंडारण से किसानों को आसानी से हो रहे उपलब्ध
कोरिया : कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जारी लॉकडाउन में कई गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। इन सबके बीच किसानों की सहायता हेतु राज्य सरकार के निर्देश अनुसार सहकारिता विभाग के द्वारा धान के परिवहन का कार्य किया जा रहा है। सहकारिता विभाग के अधिकारी ने बताया कि राज्य शासन के नियमों एवं शर्तों के अनुसार कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में कोरिया जिले की सभी सहकारी समितियों के द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का परिवहन कार्य कराया जा रहा है। शासन द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक समिति में आवेदन हेतु आने वाले किसान उचित सामाजिक दूरी बनाए रखें, इसके लिए चूना मार्किंग करते हुए भी जरूरी इंतजाम किए गए हैं। साथ ही उनके लिए हाथ धोने की व्यवस्था भी की गई है।
खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए उर्वरक एवं बीज का पर्याप्त भंडारण समितियों में किया गया है। उर्वरक एवं बीज का विक्रय भी शुरू कर दिया गया है। कृषि ऋण प्रदाय की भी तैयारी की गई है। किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसान समितियों से संपर्क कर शून्य फीसदी ब्याज पर खाद, बीज व लोन के रूप में नगद राशि प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे नए किसान, जो शून्य फीसदी ब्याज पर खाद, बीज व लोन प्राप्त करना चाहते हैं, वे संबंधित समिति से संपर्क कर लोन सीमा के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन स्वीकृत होने पर उन्हें लोन दिया जा सकेगा। आवेदन सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ सुबह 10:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक संबंधित समिति को देना होगा। -
पढ़ाई तुंहर दुआर पोर्टल के माध्यम से जिले के छात्र-छात्राओं को घर बैठे मिल रहा शिक्षा का लाभ
कोरिया : लॉकडाउन के दौरान जब सभी स्कूल बंद हैं, तब बच्चों को शिक्षा से जोड़ कर रखना राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती के समान था। इस चुनौती का समाधान निकालने के लिए राज्य सरकार के द्वारा अभिनव पहल करते हुए पढ़ई तुंहर दुआर ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल की शुरूआत की गई। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते तो स्कूली शिक्षा को बच्चों तक पहुंचाया गया है। यह पोर्टल बहेबीववस.पद पर उपलब्ध है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार जिला शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल पर पंजीयन करने हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कोरिया जिले में आज तक की तारीख में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या 51025 और शिक्षकों की संख्या 4696 है। राज्य सरकार एवं शिक्षा विभाग के श्पढ़ई तुहंर दुआरश् पोर्टल के माध्यम से जिले के छात्र-छात्राओं को घर बैठे शिक्षा का लाभ मिल रहा है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए कोरिया जिले में शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारियां दुरुस्त रखते हुए टेलीग्राम एप के माध्यम से पढ़ाई का रास्ता निकाला है। जिले के अंतर्गत शिक्षकों को टेलीग्राम एप पर तीन अलग-अलग ग्रुप बनाकर जोड़ा गया जिसमें प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी शामिल है। इन ग्रुप में विषय के एक्सपर्ट द्वारा वीडियो बनाकर अपलोड कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।
कोरिया जिले में स्कूली बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए समय-समय पर नवीन प्रयास किये जाते रहे हैं। कोरिया सुराजी शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिले में स्कूली बच्चों के लिए सुराजी शिक्षा केंद्र की शुरूआत की गई जहां बच्चे विषय विशेषज्ञों से पढ़ाई के संबंध में अपने जो सवाल हैं, उनके जवाब पाते, जो ही शंकाएं हैं, उनके समाधान हासिल कर पाते हैं। कोरिया सुराजी शिक्षा अभियान अंतर्गत जिले में संचालित 13 सुराजी शिक्षा केंद्रों में पढ़ाई के साथ ही परीक्षा की तैयारी के लिए मॉडल प्रश्न पत्र का अभ्यास भी कराया जाता रहा जिससे विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा में अधिक से अधिक सवाल शुद्धता के साथ हल किये जा सके।
इसी तरह जिले में कलेक्टर श्री डोमन सिंह की मंशा अनुरूप मध्यान्ह भोजन कक्ष का निर्माण किया गया है और इसे नाम दिया गया है - मंझेनी बेंगरा। विकासखंड मनेंद्रगढ़ के प्राथमिक शाला अमृतधारा के प्रांगण में बांस से निर्मित बच्चों हेतु मध्यान्ह भोजन कक्ष का निर्माण किया गया। कलेक्टर श्री सिंह की अभिनव सोच रही कि स्कूली बच्चों को सुविधापूर्वक बैठ कर भोजन करने की व्यवस्था मिले। इस सोच को मूर्त रूप देते हुए जिले में 32 स्थानों पर बांस से निर्मित टेबल कुर्सी सहित कक्ष बनाये गये हैं। इस कक्ष का नाम मझेनी बेंगरा रखा गया है।
- कोरिया : खेत में लहलहाती फसल हर किसान का सपना होता है और किसान के इस सपने की नींव बेहतर सिंचाई व्यवस्था पर निर्भर करती है। कोरिया जिले में किसानों की कल्पना को साकार करने के लिए राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नरवा योजना का कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में बेहतर तरीके से संचालन किया जा रहा है। उनके निर्देश अनुसार विकासखण्ड मनेंद्रगढ़ एवं भरतपुर सोनहत विधानसभा के अंतर्गत सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु व्यपवर्तन योजना पर कार्य किया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री वी एस साहू ने बताया कि इस योजना के तहत 300 हेक्टेयर खरीफ फसल एवं 150 हेक्टेयर रबी फसल हेतु सिंचाई की सुविधा दी जाएगी।उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग कुल 450 हेक्टेयर क्षेत्र पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना की लागत 916.12 लाख रुपये है और इस पर व्यय भू-अर्जन सहित 932.70 लाख रुपये व्यय किये जा चुके हैं। व्यपवर्तन योजना के तहत केनाल रेलवे ट्रेक को पार करना है। इसके लिए रेलवे को 56 लाख रुपये की राशि हस्तांतरित की गई है। उनके द्वारा एजेंसी नियुक्त की जा चुकी है। रेलवे का कार्य पूर्ण होने पर वर्ष 2020-21 के खरीफ फसल के लिए सिंचाई दी जाएगी। किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में जिले में यह अभिनव पहल की जा रही है, जो जिले के किसानों की आर्थिक समृद्धि और जिले के साथ प्रदेश की प्रगति का आधार है।गौरतलब है कि जिले में वर्तमान में दो मध्यम सिंचाई परियोजनाएं संचालित हैं, जिसकी सिंचाई क्षमता 4521 हेक्टेयर खरीफ एवं 2821 हेक्टेयर रबी फसल है। जिले में कुल 88 जलाशय एवं 06 एनीकट हैं, जिनकी मदद से सिंचाई व्यवस्था दुरूस्त बनी हुई है। इसके साथ ही वर्ष 2019-20 में जिले में उपलब्ध सिंचाई स्त्रोतों से खरीफ एवं रबी को मिलाकर कुल 30573 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता दर्ज की गई है।
- कोरिया: ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की समस्या को देखते हुए कलेक्टर श्री डोमन सिंह द्वारा जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि वे अपने क्षेत्र के अंतर्गत बंद नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों के माध्यम से तत्काल चालू कराएं ताकि आम जनों को पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता ने आज यहां बताया कि जिले में संचालित योजनाओं में रख-रखाव एवं संधारण हेतु शासन के निर्देशानुसार रू. 4,57,700.00 की राशि ग्राम पंचायतों को उपलब्ध करा दी गई है। उल्लेखनीय है कि जिले के विभिन्न विकासखण्डों में 60 नलजल प्रदाय योजनाएं ग्राम पंचायतों के द्वारा संचालित की जा रही है, जिनमें विकासखण्ड बैकुण्ठपुर की 02 योजनाएं (छिंदिया एवं तेन्दुआ), विकासखण्ड खडगवां की 02 योजनाएं (पोड़ी एवं तोलगा) विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के ग्राम नागपुर तथा विकासखण्ड भरतपुर की 04 योजनाएं (कंजिया, सिंगरौली, बडवाही एवं देवगढ़) बंद है। जिन्हें शुरू कराने हेतु कलेक्टर श्री सिंह द्वारा निर्देश दिये गये हैं।
- कोरिया : विश्व में फैली वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने हेतु केन्द्र एवं राज्य शासन के द्वारा सम्पूर्ण देश व प्रदेश में लॉकडाउन किया गया है। कुछ आवश्यक दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को छोडकर सब कुछ बंद है। ऐसी स्थिति में कृषकों के सामने इस महामारी के संक्रमण से बचाव के साथ-साथ कृषि कार्य हेतु आवश्यक सामग्री की उपलब्धता भी एक बड़ी समस्या है।कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार आपदा की इस घड़ी में जिले के किसानों की समस्या को समझते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों ने स्वयं कृषकों के घर जाकर खरीफ फसल 2020 हेतु बीज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। उपसंचालक कृषि विभाग ने बताया कि किसानों की सुविधा हेतु कृषि विभाग के अधिकारियों ने कृषकों से मिलकर उन्हें बीज वितरण किया जिसमें उड़द 10 क्विंटल, मूंग 4 क्विंटल एवं मक्का 10 क्विंटल शामिल है। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन भी सुनिश्चित किया गया।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि योजना के अन्तर्गत दावा गणना के लिए अधिसूचित क्षेत्र में रबी फसल कटाई प्रयोग किये जाते हैं। जिले में अधिसूचित बीमा ईकाई के तहत गेंहू की असिंचित 12 ईकाई, गेंहू की सिंचित 208, चना की 6, सरसों की 236 एवं अलसी की 64 ईकाई में फसल कटाई प्रयोग किया गया है। जिले में फसल कटाई की वर्तमान व्यवस्था के संबंध में उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी समस्त निर्देशों का पालन करते हुए फसल कटाई की जा रही है। कृषकों को मास्क एवं सेनेटाइजर उपलब्ध कराते हुये इसके उपयोग की समझाईश दी गई तथा सोशल डिस्टेंसिग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान कृषि कार्यों हेतु प्रतिबंधों से मिली छूट के अंतर्गत जिले में कृषि कार्य हेतु उर्वरक का भी भंडारण कर लिया गया, जिसमें यूरिया 4 हजार 990 मीट्रीक टन, डी.ए.पी. 2200 मीट्रीक टन, एच.पी.के 1100 मीट्रीक टन, एवं अन्य प्रकार के 255 मीट्रीक टन उर्वरक का भंडारण पूर्ण कर लिया गया है। इस प्रकार कुल 8 हजार 545 मीट्रीक टन उर्वरक का भंडारण जिले में किया गया है। इसके साथ ही इस वर्ष 3 हजार 196 मीट्रीक टन उर्वरक का विक्रय किया गया है। सोशल डिस्टेंसिग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। -
कोरिया : कलेक्टर श्री डोमन सिंह जिले में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित हो सके, इसके लिए बेहद गंभीर हैं। उन्होंने लॉकडाउन अवधि में आपातकालीन चिकित्सा सुविधा हेतु तथा अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को चिकित्सक द्वारा अन्य शहरों में रिफर किए जाने पर बेहतर चिकित्सा मुहैया कराने हेतु 10 एंबुलेंस की उपलब्धता की जानकारी दी।
श्री सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के 5 एंबुलेंस तथा जिला प्रशासन की पहल से प्रेरित होकर एसईसीएल के अधिकारियों द्वारा 5 एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। उन्होंने बताया कि डायलिसिस, कीमोथेरेपी, ब्रेन ट्यूमर और अन्य गंभीर मामलों के मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सक द्वारा अन्य शहर रिफर किए जाने पर आवश्यकतानुसार अनुमति प्राप्त कर जा सकते हैं।
श्री सिंह ने कहा कि कोरिया जिला प्रशासन जिले की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए तैयार है। जिन जरूरतमंदों को लॉकडाउन की अवधि में एंबुलेंस की आवश्यकता हो, वे जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन की तैयारियों की जानकारी दी और जिले की जनता से सभी सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील की है। - कोरिया : लॉकडाउन के कारण राजस्थान के कोटा में फंसे कोरिया जिले के छात्र-छात्राओं को घर वापस लाने हेतु अभिभावकगण निर्धारित जानकारियों के साथ अपना आवेदन जिला कलेक्ट्रेट कोरिया में कक्ष क्रमांक 47, कार्यालय राजीव गांधी शिक्षा मिशन में बनाये गये काउंटर में कार्यालयीन समय में जमा कर सकते हैं। आवेदन में छात्र या छात्रा का नाम, पिताजी का नाम, कोटा में अध्ययनरत कोचिंग संस्थान व निवास का पूर्ण पता, जिले में निवास का पूर्ण पता तथा अभिभावक व छात्र या छात्रा के मोबाइल नंबर आदि की जानकारी देनी होगी। असुविधा की स्थिति में नोडल अधिकारी तथा सहायक नोडल अधिकारी के व्हाटसअप नंबर 9425257232 एवं 6264990636 पर भेज सकते हैं। शासन द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों का अनुपालन करते हुए उनसे संपर्क स्थापित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे कोरिया जिले के छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों की जानकारी दिये जाने हेतु जिला कलेक्ट्रेट कोरिया में कक्ष क्रमांक 47, कार्यालय राजीव गांधी शिक्षा मिशन में काउंटर बनाया गया है। - कोरिया : कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न आपदा की इस घड़ी में कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार जिले के समस्त नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में अनाज बैंक की स्थापना की गई है। इस अनाज बैंक के माध्यम से जरूरतमंदों को अनाज एवं तेल व साबुन जैसी अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। अनाज बैंक में सहयोग करने हेतु अपने अनुभाग के एसडीएम, नगरीय निकाय अधिकारी अथवा पंचायत सचिव से संपर्क कर सकते हैं।जिले में जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को मिलाकर कुल 329 अनाज बैंक स्थापित किये गये हैं। जनपद पंचायत क्षेत्रों में कुल 323 अनाज बैंक हैं जिसमें बैकुण्ठपुर में 48, मनेन्द्रगढ़ में 72, खड़गवां में 77, सोनहत में 42 एवं भरतपुर 84 अनाज बैंक हैं। इसी तरह प्रत्येक नगरीय निकाय में भी 01-01 अनाज बैंक को मिलाकर कुल 06 अनाज बैंक स्थापित किये गये हैं। अनाज बैंक के माध्यम से जनपद पंचायत क्षेत्र एवं नगरीय निकायों में अब तक कुल 227.63 क्विंटल चावल, 19.11 क्विंटल दाल, 24.25 क्विंटल आलू एवं 4.24 क्विंटल प्याज एकत्र किया गया है। अन्य आवश्यक सामग्री में तेल 734.50 लीटर, 59.05 कि.ग्रा. आटा तथा 217 नग साबुन के अतिरिक्त 20 कि.ग्रा. हरी सब्जी, 10 कि.ग्रा. मसाला, 350 से अधिक नमक पैकेट, सहित 15 नग हैंडवॉश एकत्र हुए हैं।कलेक्टर श्री सिंह ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में हम सभी परस्पर सहयोग के साथ ही इसे हरा सकते हैं। अनाज बैंक के माध्यम से एकत्रित सामग्री के राहत पैकेट तैयार किए जाएंगे जिसमें चावल, दाल, आटा तथा अन्य आवश्यक सामग्रियां शामिल हैं। इन राहत पैकेटों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाएगा। कलेक्टर ने सभी नागरिकों से सादर आग्रह किया है कि उदारतापूर्वक यथासंभव सहयोग जरूर करें।
- कोरिया : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरिया जिले में मालगाड़ी के चपेट में आने से दो श्रमिकों की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। जिला प्रशासन के अधिकारियों को श्रमिकों के परिवारजनों को त्वरित आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। दिवंगत श्रमिक सूरजपुर जिले के रहने वाले थे।
मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के रहने वाले चार श्रमिक श्री कमलेश्वर राजवाडे़, गुलाब राजवडे़, मोहनलाल और उमेश देवांगन पेण्ड्रा कृषि केन्द्र में कम्पोस्ट खाद बनाने का प्रशिक्षण ले रहे थे। ये चारों श्रमिक रेल्वे लाइन के ऊपर पैदल चलते हुए सूरजपुर लौट रहे थे। आज सुबह साढे़ आठ बजे उदलकछार और दर्रीटोला के बीच रेल लाइन पर दो व्यक्ति पानी लेने के लिए उतरे एवं दो व्यक्ति रेल लाइन पर नाश्ता कर रहे थे। रेल लाइन कव्र्ड होने के कारण इन श्रमिकों को मालगाड़ी आने का आभास नहीं हुआ जिसके कारण 21 वर्षीय श्री कमलेश्वर राजवाडे़ (पिता स्वर्गीय माहन लाल राजवाड़े निवासी ग्राम उच्चडीह, चैकी बसदेही, जिला सूरजपुर) और 20 वर्षीय श्री गुलाब राजवाड़े (पिता श्री दौलत राम राजवाड़े निवासी ग्राम नेवरा, थाना सूरजपुर जिला सूरजपुर) की माल गाड़ी के चपेट में आने से मृत्यु हो गई। यह घटना थाना मनेन्द्रगढ़ जिला कोरिया के अंतर्गत हुई है। दोनों श्रमिकों का शव पोस्टमार्टम के बाद गृह ग्राम के लिए रवाना किया गया। - जिले में 15574 एनीमिक महिलाओं एवं 4982 कुपोषित बच्चों को सूखा राशन का किया वितरणघर-घर जाकर नौनिहालों को दे रहीं जरूरी तालीम
कोरिया : कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न इस संकट से नहीं डरती हैं, सुरक्षा के सारे उपायों को अपनाती हैं। वे धूप-छांव नहीं देखती हैं। बस अपनी जिम्मेदारियां निभाती जाती हैं। हम बात कर रहे हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा को साकार करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एनीमिक महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को घर-घर जाकर सूखा राशन के रूप में सम्पूर्ण आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। और यहीं नहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ा रही हैं और हितग्राहियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को कोरोना से बचाव के उपायों से भी अवगत करा रही हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एनीमिक महिलाओं को सूखा राशन वितरणमाननीय मुख्यमंत्री जी की मंशानुरूप प्रदेश को एनीमिया मुक्त बनाये जाने हेतु प्रदेश भर में 02 अक्टूबर 2020 से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य प्रदेश को एनीमिया मुक्त बनाना है। 25 मार्च से 14 अप्रैल 2020 के मध्य लॉकडॉउन अवधि में जिले के 3004 शिशुवती एवं 15 से 49 वर्ष की 12 हजार 570 एनीमिक महिलाओं को मिलाकर कुल 15574 महिलाओं को डोर-टू-डोर सूखा राशन का वितरण किया गया है। इस विकट परिस्थिति में जिले में यह लक्ष्य पूरा कर पाना आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कर्मठता से ही संभव हुआ है। लॉकडाउन अवधि बढ़ने पर सभी हितग्राहियों के घर आगामी 03 मई 2020 तक के लिए निरंतर डोर-टू-डोर राशन वितरण का कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत 15 से 49 वर्ष के चिन्हांकित महिलाओं को महतारी जतन योजना अंतर्गत पौष्टिक आहार के रूप में चावल, दाल, रसेदार सब्जी, हरी सब्जी, तेल अचार पापड़ सलाद, का वितरण किया जाता है, जिससे उनके दैनिक पोषण आहार की पूर्ति हो सके।
06 माह से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों के घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कर रही सूखा राशन वितरणकोरोना महामारी (कोविड-19) के कारण पूरे देश-प्रदेश में लॉकडाउन है। सड़कें, गली, चैक चैराहे सुनसान हैं, पर बच्चों को पोषण आहार प्रभावित न हो, इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा निरंतर घर घर जाकर उन्हें पौष्टिक आहार सूखा राशन हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है। उनके द्वारा अभिभावकों से पोषण आहार के निर्माण एवं उपयोग की विधि साझा की जा रही है। 25 मार्च से 14 अप्रैल 2020 के मध्य लॉकडॉउन अवधि में जिले के 06 माह से 3 वर्ष की आयु के 4982 कुपोषित बच्चों को डोर-टू डोर सूखा राशन का वितरण किया जा रहा है।बता दें कि जिले के 06 माह से 18 माह के बच्चों को चावल, दाल, तेल, सोयाबड़ी एवं मुनगा भाजी की पौष्टिक खिचड़ी एवं 18 माह से 03 वर्ष के बच्चों को रोटी, मुनगा भाजी, एवं चावल, दाल, तेल, सोयाबड़ी की पौष्टिक खिचड़ी का वितरण किया जाता रहा है। वर्तमान में लॉकडाउन होने के चलते सभी हितग्राहियों के घर आगामी 03 मई 2020 तक के लिए निरंतर डोर-टू-डोर राशन वितरण का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही घर घर जाकर हितग्राहियों एवं बच्चों के माता पिता को कोरोना से बचाव के संबंध में जानकारी प्रदान कीजा रही है।
नौनिहालों को दे रहीं जरूरी तालीमआंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एनीमिक महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को घर-घर जाकर सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। अपने इस दायित्व को पूरा करने के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता छोटे बच्चों को कविता-कहानी के माध्यम से जरूरी शिक्षा को साथ घर पर शैक्षणिक परिवेश बने इसके लिए अभिभावकों को भी निरंतर प्रेरित कर रही हैं। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के सुरक्षा उपायों के प्रति भी जागरूक कर रही हैं। - कोरिया : कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे कोरिया जिले के छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों की जानकारी दिये जाने हेतु जिला कलेक्ट्रेट कोरिया में कक्ष क्रमांक 47, कार्यालय राजीव गांधी शिक्षा मिशन में काउंटर बनाया गया है।अभिभावक इस संबंध में कार्यालयीन समय में श्री अंकुर गुप्ता, एम. आई.एस. कॉर्डिनेटर के मोबाइल नंबर 9926484588 पर संपर्क कर जानकारी दे सकते है। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले के समस्त नागरिकों से आग्रह किया है कि यदि ऐसे छात्र-छात्राओं की जानकारी उन्हें हैं, तो उनका नाम, पिताजी का नाम, कोटा का पता, स्थानीय पता तथा मोबाइल नंबर आदि की जानकारी दें। शासन द्वारा दी जाने वाले निर्देशों का अनुपालन करते हुए उनसे संपर्क स्थापित किया जाएगा।
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कोरिया 19 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह आज विकासखंड भरतपुर स्थित मुख्य बाजार स्थल में किये जा रहे सैनिटाइजेशन के निरीक्षण पर पहुंचे जहां उन्होंने उपस्थित लोगों को एक दूसरे से निश्चित दूरी बनाकर ही सामान क्रय करने को कहा। बाजार स्थल में दूरी निर्धारण हेतु चुना से मार्किंग भी की जा रही है।
कलेक्टर श्री सिंह ने विकासखंड भरतपुर में बनाए गए अनाज बैंक का निरीक्षण किया। साथ ही ग्राम पंचायत पतवाही और ग्राम पंचायत चांटी में अनाज बैंको में जमा किए गए राशन का वितरण जरूरतमंदों को किया। ग्राम पंचायत पतवाही में अनाज बैंक के माध्यम से अनाज प्राप्त करने वाले जरूरतमंदों में चम्पा बैगा, सुखनी, इतवरिया सिंह, मिथला मिश्रा, पार्वती सिंह, महरजुवा मिश्रा, बुद्धसेन बैगा, बालकरन यादव, अंजोरिया बैगा और गुरूदीन बैगा तथा ग्राम पंचायत चांटी में अनाज प्राप्त करने वाले जरूरतमंदों में दयाराम, भभूती, रामसुंदर, मेंगबाई, सुखराम, चन्द्रभान, राम किशोर, सोनिया एवं सुरतिया शामिल हैं। संधारित पंजियों का अवलोकन करते हुए कलेक्टर ने सभी रिकार्ड दुरूस्त रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित डॉक्टर से सर्विलेंस टीम के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के भी निर्देश दिए।
इसके बाद कलेक्टर श्री सिंह ने ग्राम चांटी में बनाये गये अंतर्राज्यीय बैरियर का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि बैरियर में 24 घंटे निगरानी की जाये जिससे किसी प्रकार का अनावश्यक प्रवेश रोका जा सके। उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए।
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कोरिया 19 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह आज विकासखंड मनेन्द्रगढ़ के उप तहसील क्षेत्र केल्हारी स्थित मुख्य बाजार में किये जा रहे सैनिटाइजेशन के निरीक्षण पर पहुंचे। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर लगातार सार्वजनिक स्थलों को सैनिटाइज करवाने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने बाजार में दुकानदारों को सुरक्षा हेतु मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग तका पालन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने यहां दो बुजुर्गों सुखदेव एवं नानबाई को राशन प्रदाय किया। राशन प्राप्त कर उन्होंने कलेक्टर से कहा कि वे राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद करते हैं कि इस संकट के समय में भी जनता की भलाई और आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है। राशन के साथ ही कलेक्टर ने उन्हें कोरोना वायरस से बचाव हेतु मास्क का भी वितरण किया। कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने एवं लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करने हेतु निर्देशित किया।
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कोरिया 19 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोरोना परीक्षण एवं निगरानी की अद्यतन स्थिति बताते हुए कहा कि जिले में आज की स्थिति में कुल 1263 लोग होम आइसोलेशन पर रखे गये हैं। 732 नागरिकों की होम क्वारंटाइन अवधि पूरी हो चुकी है। इसके साथ ही संस्थागत क्वारंटाइन पर रखे गये लोगों का संख्या बढ़कर 31 हो गई है। जिला अस्पताल में 02 लोगों को आइसोलेशन पर रख गया है। जिले से कोरोना के परीक्षण हेतु 63 मामले सामने आये थे। परीक्षण में सभी निगेटिव पाये गये हैं। बीते दिनों में विदेशों से आये लोगों पर विशेष स्वास्थ्यगत निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला अंतर्गत चरचा में रीजनल कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की गई एवं बैकुंठपुर स्थित नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है।
कलेक्टर ने बताया कि बैकुण्ठपुर में स्थित जिला अस्पताल एवं मनेन्द्रगढ़ स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं। एसईसीएल क्षेत्र के अंतर्गत बैकुण्ठपुर में क्वारंटाइन बेड तैयार किये गये हैं। चिरमिरी तथा हसदेव स्थित गेस्ट हाउस में भी क्वारंटाइन बेड उपलब्ध हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगातार लोगों से घर पर ही रहने की अपील की जा रही है। जिससे संक्रमण का खतरा कम से कम रहे। इसके साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों से अवगत भी कराया जा रहा है। - कोरिया 19 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले की समस्त जनता से अपील की है कि यदि आपके आसपास कोई भी ऐसा जरूरतमंद आपकी जानकारी में हो, जो लॉकडाउन के कारण अपने घर नहीं पहुंच पाये हो तो शीघ्र ही जिला प्रशासन से संपर्क करें। उनके लिए राहत शिविर में रहने की उचित व्यवस्था की जायेगी।कोरिया जिले में विभिन्न स्थानों पर राहत केंद्र बनाए गए हैं जहां जरूरतमंदों को भोजन और बिस्तर उपलब्ध कराते हुए ठहरने की व्यवस्था की गई है। जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ़, खड़गवां एवं भरतपुर में स्थित इन राहत शिविरों में 400 से भी अधिक श्रमिक एवं नागरिक ठहरे हुए हैं। विकासखंड बैकुण्ठपुर में स्थित मानस भवन के राजस्व शिविर में 10 लोग, बैकुण्ठपुर पुलिस लाइन स्थित शिविर में 97 लोग, देवानी बांध मनसुख स्थित शिविर में 50 लोग एवं उप तहसील पटना में स्थित सामुदायिक भवन राहत शिविर में 36 लोग ठहरे हुए हैं। इसके साथ ही एसईसीएल द्वारा पंडोपारा स्थित सामुदायिक भवन में 51 लोग एवं बुढ़ार स्थित हाई स्कूल भवन को राहत शिविर में तब्दील किया है जहां 10 लोग ठहरे हैं। विकासखंड मनेन्द्रगढ़ में भी चार राहत शिविर बनाये गये हैं जिनमें सामुदायिक भवन खोंगापानी में 08 लोग, सामुदायिक भवन लाई में 39 लोग, माध्यमिक शाला कठौतिया में 14 लोग एवं उप तहसील केल्हारी में स्थित राहत शिविर में 08 लोग शामिल हैं। विकासखंड खड़गवां के अंतर्गत दुबछोला स्थित ग्राम पंचायत भवन राहत शिविर में 45 लोग एवं खड़गवां के सामुदायिक भवन राहत शिविर में 22 लोग रह रहे हैं। इसी तरह विकासखंड भरतपुर के देवगढ़ स्थित सामुदायिक भवन को राहत शिविर के रूप में तैयार किया गया है जहां 21 लोग ठहरे हैं।इन राहत शिविरों में लोगों को घर जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पूरा जिला प्रशासन जी-जान से जुटा हुआ है। भोजन एवं रहने की व्यवस्था के साथ ही समय-समय पर मेडिकल टीम के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। राहत शिविरों में नियमित रूप से साफ-सफाई, सैनीटाईजेशन, मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जा रही हैं। शासन द्वारा जरूरतमंदों को ठहराने के निर्देश जारी किये गये थे जिसके परिपालन में जिले में राहत शिविर स्थापित किये गये हैं।
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कोरिया / कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर मनेंद्रगढ़ के मौहारपारा में किए गए मॉक ड्रिल, संभावित क्षेत्र की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के लिए किए जा रहे पूर्वाभ्यास का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिले के पुलिस अधीक्षक श्री चंद्र मोहन सिंह, एसडीएम श्री आर पी चैहान एवं एसडीओपी सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
इस पूर्वाभ्यास में, यदि संबंधित क्षेत्र में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाएंगे, तो शासन प्रशासन द्वारा किस प्रकार की व्यवस्था की जाएगी तथा किस तरह आइसोलेशन किया जाएगा। क्षेत्र को पूरी तरह से लॉकडाउन करने पर आम जनों को किस प्रकार से मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी, इन सभी बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कलेक्टर एवं एसपी द्वारा समस्त व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।कलेक्टर श्री सिंह ने मनेंद्रगढ़ के जनपद तथा तहसील कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम का अवलोकन किया। उन्होंने वहां संधारित पंजियो का भी अवलोकन किया। कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगाए गए कर्मचारियों की जानकारी ली तथा राशन सामग्री एवं मेडिकल वस्तुओं की होम डिलीवरी के बारे में जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को लॉकडाउन का पूरी कड़ाई से पालन करने कहा तथा स्वयं अपना भी ध्यान रखते हुए मास्क लगाकर तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हुए जिम्मेदारियों के निर्वहन के निर्देश दिए। - कोरिया 18 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस संक्रमण के संभाव्य प्रसार की रोकथाम एवं लॉकडाउन अवधि में आम जनता को फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा सीजीहाट वेब पोर्टल की शुरूआत की गई है। इस पोर्टल के माध्यम से लॉक डाउन के दौरान ताजे फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा को जिला स्तर पर क्रियान्वित करने हेतु सभी जिलों के कलेक्टर को निर्देशित किया गया है।राज्य सरकार द्वारा दिये गये निर्देश के परिपालन में कोरिया जिले में कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के अधिकारियों को नोडल अधिकारी व एडमिन नियुक्त किया गया है एवं वेंडरों तथा नागरिकों की सहायता हेतु हेल्पलाईन नंबर 07836-232330 जारी किया गया है। कलेक्टर श्री सिंह के द्वारा जिला नोडल अधिकारी श्री ज्ञानेन्द्र सिंह ठाकुर को नियुक्त किया गया है। जिले के सभी नगरीय निकायों में भी अधिकारियों को एडमिन बनाया गया है। नगर पालिक निगम चिरमिरी के लिए श्री एम. एल. साहू को, नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर में श्री नरेश कुशवाहा को, नगर पालिका शिवपुर-चरचा में श्री अशोक एक्का को एवं नगर पालिका मनेन्द्रगढ़ के लिए श्री पवन कुमार साहू को एडमिन बनाया गया है। इसी तरह श्री बसंत जायसवाल को नगर पंचायत खोंगापानी के लिए, श्री अजय सिंह पैंकरा को नगर पंचायत नई लेदरी एवं श्री राधे विनय को नगर पंचायत झगराखाण्ड के लिए एडमिन नियुक्त किया गया है। कलेक्टर ने कहा है कि नियुक्त नोडल एवं एडमीन अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में आमजनों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने हेतु शासन से जारी दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करेंगे।
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कोरिया 17 अप्रैल 2020/ वनधन विकास योजना के अंतर्गत जिले के ग्रामीणों एवं समूहों के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु उनके द्वारा संग्रहित वनोपज का शासन द्वारा उचित समर्थन मूल्य पर क्रय किया जा रहा है। इसके माध्यम से गैर लकड़ी के छोटे वन उत्पाद का उपयोग कर वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों एवं स्व सहायता समूहों को आजीविका प्रदान की जा रही है।
कोरिया वनमंडल अधिकारी श्री राजेश चंदेले ने बताया कि जिले में 45 समूहों के द्वारा वनोपज क्रय एवं प्रसंस्करण का कार्य किया जा रहा है। शासन की इस योजना के जरिए वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण एवं स्व सहायता समूह आर्थिक रूप से लाभांवित हो रहे हैं। जिले में अब तक कुल 380.95 क्विंटल वनोपज का संग्रहण किया गया है। जिसकी कुल कीमत 5 लाख़ 97 हजार 126 रूपये है। वनों से प्राप्त होने वाले इन वनोपज में चरौटा 305 क्विंटल, रंगीनी लाख 8.5 कि.ग्रा., हर्रा 8.47 क्विंटल, बहेड़ा 5.40 क्विंटल, नागरमोथा 13.69 क्विंटल, इमली 3.13 क्विंटल, धवई फूल 18.79 क्विंटल, माहुल पत्ता 22.50 क्विंटल एवं महुआ फूल 3.30 क्विंटल शामिल हैं।
जिले में संग्रहित वनोपज सामग्री की खरीदी के लिए 24 हाट बाजारों को चयनित किया गया है। शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर हाट बाजारों के जरिए समूहों से खरीदी की जा रही है। कोरिया वनमंडल बैकुण्ठपुर में कुल 5 वनधन केन्द्र हैं। वनोपज क्रय एवं प्रसंस्करण में ग्राम स्तर पर 24 स्व सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। इसी तरह हाट बाजार स्तर पर 16 एवं वनधन केन्द्र स्तर पर 5 स्व सहायता समूह कार्य कर रहे हैं।
वनधन विकास योजना शासन की महत्वांकाक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को वनोपज का उचित दाम मिलने लगा है जिससे उनके जीवन में आर्थिक सुधार एवं खुशहाली आई है।
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कोरिया 15 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोरोना परीक्षण एवं निगरानी की अद्यतन स्थिति के साथ ही जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की जानकारी दी। जिले में आज की स्थिति में कुल 1676 लोग होम आइसोलेशन पर रखे गये हैं। इसके साथ ही संस्थागत क्वारंटाइन पर रखे गये लोगों का संख्या बढ़कर 28 हो गई है। जिला अस्पताल में 02 लोगों को आइसोलेशन पर रख गया है। जिले से कोरोना के कुल 40 मामले सामने आये, जिन्हें परीक्षण हेतु भेजा गया था। परीक्षण में सभी निगेटिव पाये गये हैं। बीते दिनों में विदेशों से आये लोगों पर विशेष स्वास्थ्यगत निगरानी रखी जा रही है।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में ऐसे लोगों को रखा जाता है जो प्रथम दृष्टया कोरोना संक्रमण के संदिग्ध की श्रेणी में आते हैं तथा जिनको निगरानी की आवश्यकता होती है। आइसोलेशन में उन लोगों को रखा जाता है जिसमें अत्यधिक संभावना रहती है कि वह संक्रमित हो सकते हैं। ऐसा कुछ लक्षण भी नजर आते हैं। टेस्ट किया जा चुका होता है किंतु रिपोर्ट नहीं आयी होती है। कोविड हॉस्पिटल में उन लोगों को रखा जाता है जिनकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव पायी जाती है। उन्होंने बताया कि जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की गई। चरचा में रीजनल हॉस्पिटल एवं बैकुंठपुर स्थित नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र को कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है।कलेक्टर ने बताया कि बैकुण्ठपुर में स्थित जिला अस्पताल एवं सेंट्रल हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं जिसके तहत जिला अस्पताल में 15 बेड तथा मनेन्द्रगढ़ स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में 15 बेड उपलब्ध हैं। एसईसीएल क्षेत्र के अंतर्गत बैकुण्ठपुर के पंचवटी गेस्ट हाउस में 10 एवं कटकोना हॉस्टल में 06 क्वारंटाइन बेड तैयार किये गये हैं। चिरमिरी में जे.एम.एस हॉस्टल कुरासिया में 16 बेड एवं नर्सिंग कॉलेज चिरमिरी में 10 बेड तथा हसदेव स्थित गेस्ट हाउस में 10 बेड एवं सामुदायिक भवन में 10 बेड उपलब्ध हैं। इसके साथ ही बैकुण्ठपुर स्थित ट्रांजिट हॉस्टल, प्रेमाबाग में भी क्वारंटाइन हेतु 10 बेड तैयार किये गये हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगातार लोगों से घर पर ही रहने की अपील की जा रही है। जिससे संक्रमण का खतरा कम से कम रहे। इसके साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों से अवगत भी कराया जा रहा है।- -
कोरिया 15 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोरोना वायरस के चलते यदि किसी क्षेत्र को सील करना पड़े तो उसके पहले ही पूर्वाभ्यास कर लेने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी प्रकार की समस्या का सामना लोगों को ना करना पड़े। इस निर्देश के परिपालन हेतु कल 16 अप्रैल को जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में मॉक ड्रिल किया जायेगा। इस मॉक ड्रिल के तहत जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के वार्ड नंबर 10 और वार्ड नंबर 14 डबरी पारा मोहल्ला को पूरी तरीके से लॉक डाउन किया जाएगा। इस संबंध में कल प्रातः 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक मॉक ड्रिल किया जाएगा। इन क्षेत्रों में मॉक ड्रिल हेतु व्यापक प्रचार प्रसार किया गया है। प्रत्येक घरों में पंपलेट भी बांटे गये हैं। यदि लोगों को आवश्यक सामग्री जैसे राशन दवाई सब्जी दूध आदि की आवश्यकता हो तो एसडीएम कार्यालय के कंट्रोल रूम में संपर्क कर सकते हैं। कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी का दायित्व जनपद पंचायत बैकुंठपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चंद्रशेखर शर्मा को सौंपा गया हैं, जिनका मोबाइल नंबर 9399969869 है।
अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार ने पुलिस टीम के साथ बैरिकेड, स्टॉपर सहित अन्य सभी स्थलों का एवं पूरे वार्ड का अवलोकन कर लिया है। ग्राम सलका सलका की ओर से आने वाली गाड़ियों को महल पारा रोड में डाइवर्ट करते हुए घड़ी चैक से मेन रोड तक भेजी जाएगी। गाड़ियां केवल आवश्यक वस्तुओं के परिवहन से संबंधित होनी चाहिए। मॉक ड्रिल के दौरान डोर-टू-डोर सर्वे किया जाएगा। आवश्यक वस्तुओं का सामान घर तक पहुंचाया जाएगा। दोनों वार्डों को सेनीटाइज किया जाएगा। दोनों ही वार्डों के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी को दायित्व भी सौंपा गया है। वार्ड नंबर 10 के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी बैकुंठपुर के तहसीलदार तथा वार्ड क्रमांक 14 के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी नायब तहसीलदार होंगे। -
कोरिया 15 अप्रैल 2020/ लॉकडाउन अवधि के दौरान देश के विभिन्न राज्यों व प्रदेश के अन्य जिलों के श्रमिक एवं नागरिक कोरिया जिले में फंसे हुए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न इस संकट की स्थिति में सभी लोगों को मूलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराने हेतु कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा समुचित उपाय किये जा रहे हैं। जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ़, खड़गवां एवं भरतपुर में राहत शिविर बनाये गये हैं। जहां सभी लोगों को घर जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पूरा जिला प्रशासन जी-जान से जुटा हुआ है। भोजन एवं रहने की व्यवस्था के साथ ही समय-समय पर मेडिकल टीम के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। राहत शिविरों में नियमित रूप से साफ-सफाई, सैनीटाईजेशन, मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ़, खड़गवां एवं भरतपुर में स्थित इन राहत शिविरों में 250 से भी अधिक श्रमिक एवं नागरिक ठहरे हुए हैं। विकासखंड बैकुण्ठपुर में स्थित मानस भवन के राजस्व शिविर में 10 लोग एवं उप तहसील पटना में स्थित सामुदायिक भवन राहत शिविर में 36 लोग ठहरे हुए हैं। इसके साथ ही एसईसीएल द्वारा पंडोपारा स्थित सामुदायिक भवन में 51 लोग एवं बुढ़ार स्थित हाई स्कूल भवन को राहत शिविर में तब्दील किया है जहां 10 लोग ठहरे हैं। विकासखंड मनेन्द्रगढ़ में भी चार राहत शिविर बनाये गये हैं जिनमें सामुदायिक भवन खोंगापानी में 08 लोग, सामुदायिक भवन लाई में 39 लोग, माध्यमिक शाला कठौतिया में 14 लोग एवं उप तहसील केल्हारी में स्थित राहत शिविर में 08 लोग शामिल हैं।विकासखंड खड़गवां के अंतर्गत दुबछोला स्थित ग्राम पंचायत भवन राहत शिविर में 45 लोग एवं खड़गवां के सामुदायिक भवन राहत शिविर में 22 लोग रह रहे हैं। इसी तरह विकासखंड भरतपुर के देवगढ़ स्थित सामुदायिक भवन को राहत शिविर के रूप में तैयार किया गया है जहां 21 लोग ठहरे हैं। राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। शिविर में रहने वाले लोगों से बात करने पर उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की तत्परता एवं सहयोग से वे यहां घर जैसा महसूस कर रहे हैं।कलेक्टर श्री सिंह स्वयं शिविर में रह रहे लोगों से मुलाकात कर उनके हाल-चाल का जायजा लेते हैं एवं मूलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं। भोजन एवं रहने की व्यवस्था के साथ ही राहत शिविरों में निवासरत लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु जिले के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा सुरक्षात्मक उपायों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। -
कोरिया 13 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोरोना परीक्षण एवं निगरानी की अद्यतन स्थिति के साथ ही जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों में विदेशों से आये लोगों पर विशेष स्वास्थ्यगत निगरानी रखी जा रही है। जिले में आज की स्थिति में कुल 1586 लोग होम आइसोलेशन पर रखे गये हैं। इसके साथ ही 20 लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन पर रखा गया है। जिला अस्पताल में 02 लोगों को आइसोलेशन पर रख गया है। जिले से कोरोना के कुल 34 मामले सामने आये, जिन्हें परीक्षण हेतु भेजा गया था। परीक्षण में सभी निगेटिव पाये गये हैं।
कलेक्टर ने बताया कि जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की गई। चरचा में रीजनल हॉस्पिटल एवं बैकुंठपुर स्थित नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र को कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बैकुण्ठपुर में स्थित जिला अस्पताल एवं सेंट्रल हॉस्पिटल में आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं। इसी तरह बैकुण्ठपुर, चिरमिरी एवं मनेन्द्रगढ़ में भी क्वारंटाइन बेड तैयार किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगातार लोगों से घर पर ही रहने की अपील की जा रही है। जिससे संक्रमण का खतरा कम से कम रहे। इसके साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों से अवगत भी कराया जा रहा है। -
सरपंच सचिव सहित सभी संबंधितों को पगडंडी व गांव के सभी रास्तों पर 24 घंटे निगरानी के निर्देश
कोरिया 11 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह आज कोरबा जिला के कटघोरा की सीमा से लगे कोरिया जिले के अंतर्गत विकासखंड खड़गवां के ग्राम धनपुर पहुंचे जहां उन्होंने 16 ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिवों की बैठक ली। उन्होंने कटघोरा में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या पर गहरी चिंता व्यक्त की एवं कोरोनावायरस के संक्रमण एवं फैलाव से बचाव हेतु राज्य शासन द्वारा दिए गये सभी निर्देशों का कड़ाई से पालन करने कहा।
बैठक में उन्होंने सरपंच सचिव सहित सभी संबंधितों को पगडंडी सहित गांव के सभी रास्तों पर 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने दिल्ली या कोरोना वायरस के अन्य हॉटस्पॉट से आए लोगों की जानकारी तत्काल देने को कहा। बैठक में उपस्थित पंच-सरपंचों ने बाहर से आए व्यक्तियों की जानकारी कलेक्टर को दी। इस पर कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को तत्काल कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया है।
कलेक्टर ने गांव की सभी सीमाओं में 8 घंटे की तीन शिफ्ट में लगातार ड्यूटी करने के निर्देश दिए ताकि गांव में किसी प्रकार का अनावश्यक प्रवेश ना हो सके। उन्होंने कहा है कि स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए मास्क का वितरण सभी ग्रामीणों को किया जाए। मास्क के संबंध में राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों की जानकारी देते हुए कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थानों में जाने पर मास्क या फेस कवर पहनना अनिवार्य कर दिया है। आदेश के उल्लंघन पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी। इसलिए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। यदि घर मे या पड़ोस में कोई बीमार हो एवं कोरोना के लक्षण दिखे तो इसकी सूचना तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम को दें।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी जरूरतमंदों को राशन आदि का वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही सभी प्रकार के रजिस्टर को संधारित रखने को कहा। इस अवसर पर ग्राम पंचायत धनपुर, बोडेमुड़ा, पेंड्री, मुगुम, बारी, सागरपुर, गेजी, बड़े कलुआ, मंगोरा, बेलकामार, कटकोना, जरौंधा, सकड़ा, नेवरी, गिधमुड़ी एवं कोटेमा के सरपंच सचिव सहित सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
समाचार क्रमांक 34/ 2020/कोसरिया/संगीता
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कोरिया 11 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के समस्त नागरिकों से अपील की है कि सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय मास्क जरूर पहनें। चिकित्सीय विशेषज्ञों द्वारा कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में प्रत्येक व्यक्ति को मास्क अथवा फेस कवर पहनना आवश्यक बताया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मंत्रालय, महानदी भवन द्वारा जारी परिपत्र में कोविड-19 के संदर्भ में पत्र जारी कर निर्देश दिए गए हैं। जिसके तहत एपिडेमिक एक्ट 1897 एवं छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डीसीजेज कोविड-19 विनियम 2020 तथा छत्तीसगढ़ पब्लिक हेल्थ् एक्ट 1949 की धारा 71 (1) के सुसंगत प्रावधानों के अंतर्गत आगामी आदेश तक प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति को घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय मास्क अथवा फेस कवर पहनना अनिवार्य किया गया है।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह के द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय मास्क अथवा फेस कवर पहनना अनिवार्य है। मास्क अथवा फेस कवर पहनने के लिए बाजार में मिलने वाले ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग किया जा सकता है अथवा होम-मेड तीन परतों वाला फेस कवर बनाया जा सकता है। इस होम मेड मास्क या फेस कवर को साबुन से सफाई से धोकर पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है। मास्क या फेस कवर उपलब्ध न होने की स्थिति में गमछा, रूमाल, दुपट्टा इत्यादि का भी फेस कवर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है, बशर्ते मुंह एवं नाक पूरी तरह से ढका हो। कभी भी उपयोग में लाया हुआ फेस कवर मुंह, नाक ढकने में प्रयुक्त होने वाला गमछा आदि का पुनः प्रयोग बिना साबुन से अच्छी तरह से साफ किये न किया जाए। बिना मास्क या फेस कवर के घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों पर जाना एपिडेमिक एक्ट 1897 एवं छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डीसीजेज कोविड-19 विनियम 2020 तथा छत्तीसगढ़ पब्लिक हेल्थ8 एक्ट 1949 की धारा 71 (1) का उल्लंघन माना जाएगा और तद्नुसार विधिक कार्यवाही की भी जायेगी। -
कोरिया 12 अप्रैल 2020/ जिला प्रशासन द्वारा लॉकडाउन अवधि के दौरान अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने संबंधित राज्यों को पत्र के माध्यम से श्रमिकों की जानकारी दी है एवं उन राज्यों के नोडल अधिकारियों से समुचित समन्वय स्थापित करते हुए श्रमिकों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहे हैं। जिसमें राशन एवं खाद्यान्न सामग्री शामिल हैं।
श्रम पदाधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्रीमति नयनतारा तोमर ने आज यहां श्रमिकों की जानकारी देते हुए बताया कि जिले के श्रमिक अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार श्रमिकों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु प्रयास किए जा रहे हैं। अन्य राज्यों में फंसे नागरिकों में गुजरात के जिला वलसाड में श्री जयस्वर सिंह सहित 17 श्रमिक, यादगिरी भुवनगिरी में श्री विजय सिंह सहित 6 श्रमिक, हरियाणा के पानीपत में श्री सुरेन्द्र कुमार सहित 7 श्रमिक, हरियाणा के ही गुरूग्राम में श्री संजय सिंह सहित 4 श्रमिक, मध्यप्रदेश के इंदौर में श्री राजकुमार सहित 3 श्रमिक, श्री योगेश कुमार सहित 4 श्रमिक एवं श्री अजीत बखला सहित 8 श्रमिक शामिल हैं। इसी तरह महाराष्ट्र के अंतर्गत मुंबई में श्री कलित सिंह सहित 6 श्रमिक एवं अहमदनगर में श्री राजकुमार साकेत सहित 7 श्रमिक तथा पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में श्री विनोद कुमार सहित 9 श्रमिक शामिल हैं। कलेक्टर श्री सिंह द्वारा अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु दूरभाष के माध्यम से लगातार संबंधित राज्यों के नोडल अधिकारियों से जीवंत संपर्क रखा जा रहा है।