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कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जारी किए निर्देश, एक सप्ताह की समय सीमा तय
कोरबा 02 जून : कोरोना संक्रमण के कारण लाॅक डाउन से प्रभावित होकर अन्य प्रांतों से कोरबा जिले में लौटे सभी प्रवासी श्रमिक 14 दिनों तक क्वारेंटाइन हैं। जिले के 159 क्वारेंटाइन सेंटरों में लगभग छह हजार एक सौ श्रमिक रूके हैं। जहां प्रशासन ने उनके लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की पहल पर प्रशासन अब इन सभी प्रवासी श्रमिकों को श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की तैयारी कर रहा है। कलेक्टर के निर्देश पर क्वारेंटाइन सेंटरों में रूके सभी प्रवासी श्रमिकों का पंजीयन छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मण्डल तथा छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल में कराया जायेगा। इसके लिए सभी क्वारेंटाइन सेंटर प्रभारियों को एक सप्ताह की समय सीमा तय कर निर्देश जारी कर दिए गये हैं।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बताया कि निर्माण कार्यों के साथ-साथ असंगठित रूप से काम करने जिले से कई लोग दूसरे प्रांतों में जाते रहे हैं। कोरोना संक्रमण के कारण इन सभी मजदूरों के सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है। इन श्रमिकों को इस संकट की घड़ी में विपरीत परिस्थितियों से निकालने तथा इन्हें जरूरी सहायता के लिए श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ दिलाने की कोशिश की जा रही है। श्रीमती कौशल ने बताया कि क्वारेंटाइन सेंटरों में रूके सभी प्रवासी श्रमिकों में से जो श्रमिक भवन, पुल-पुलिया बनाने जैसे कन्सट्रक्शन वक्र्स से जुड़े हैं, उनका पंजीयन छ.ग. भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के तहत निर्माणी श्रमिक के रूप में कराया जायेगा। ऐसे श्रमिक जो निर्माण कार्यों के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में काम करते हैं उन्हें असंगठित कर्मकार के रूप में छ.ग. असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षाा मण्डल के तहत पंजीकृत किया जायेगा। पंजीयन के बाद पंजीकृत श्रमिकों को दोनों मण्डलों द्वारा संचालित श्रमिक कल्याण की लगभग 40 योजनाओं का मिल सकेगा। कलेक्टर ने बताया कि पंजीयन के बाद इन श्रमिकों को प्रसूति सहायता, औजार-उपकरण सहायता, बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति, दुर्घटना में ईलाज के लिए सहायता, बीमा योजना, दुर्घटना मृत्यु पर अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि सहायता, सायकल, सिलाई मशीन सहायता, कौशल विकास सहायता आदि योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
प्रवासी श्रमिकों को असंगठित कर्मकार या निर्माणी श्रमिक के रूप में पंजीयन कराने के लिए एक फोटो, बैंक पास बुक की छाया प्रति, आधार कार्ड की छाया प्रति तथा परिवार के सदस्यों का ब्यौरा एवं आधार नंबर के साथ निर्धारित प्रपत्र में आवेदन करना होगा। क्वारेंटाइन सेंटरों में रूके सभी प्रवासी श्रमिकों से यह पूरी जानकारी सेंटर प्रभारी द्वारा ली जायेगी तथा पूरी तरह भरे हुए आवेदन, दस्तावेजों सहित सहायक श्रमायुक्त कार्यालय तहसील रोड कोरबा में एक सप्ताह के भीतर जमा कराये जायेंगे। निर्माणी श्रमिकों के रूप में पंजीयन के लिए श्रमिकों को दस रूपये पंजीयन शुल्क भी देना होगा। श्रमिकों के पंजीयन के बाद उन्हें पंजीयन कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा तथा ऐसे सभी पंजीकृत प्रवासी श्रमिकों को श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। -
श्रमिकों को सेंटर से रिलीज करने प्राधिकृत अधिकारी भी नियुक्त हुए
कोरबा 02 जून :/ कोरबा जिले में अन्य प्रांतों से आये सभी प्रवासी श्रमिकों को कोरोना जांच की रिपोर्ट आ जाने पर ही क्वारेंटाइन सेंटरों से रिलीज किया जायेगा। जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने पर संक्रमित श्रमिक को ईलाज के लिए विशेष कोविड अस्पताल भेजा जायेगा। चैदह दिन की क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर चुके श्रमिकों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिलने पर ही उन्हें घर जाने दिया जायेगा। ऐसे सभी श्रमिकों को घर में भी अगले 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने का शपथ पत्र भरना होगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस संबंध में जरूरी निर्देश भी जारी किये हैं। श्रीमती कौशल ने कोविड प्रोटोकाल के अनुसार 14 दिन की क्वारेंटाइन अवधि पूरी करने के बाद क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गये लोगों को रिलीज करने के लिए प्राधिकृत अधिकारियों की भी नियुक्ति की है। नगर निगम कोरबा क्षेत्र में स्थित क्वारेंटाइन सेंटरों से लोगों को रिलीज करने के लिए नगर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन प्राधिकृत अधिकारी होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में क्वारेंटाइन सेंटरों से 14 दिन की अवधि पूरी करने वाले जांच रिपोर्ट प्राप्त लोगों को रिलीज करने के लिए संबंधित अनुभाग के एसडीएम प्राधिकृत अधिकारी बनाये गये हैं। पाली तहसील के क्वारेंटाइन सेंटरों से लोगों को घर जाने के लिए छोड़ने का निर्णय तहसीलदार पाली करेंगे।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज यहां बताया कि अन्य राज्यों से कोरबा लौटे लोगों को कोविड प्रोटोकाल के आधार पर चैदह दिन क्वारेंटाइन में रखा गया है। इस अवधि में ऐसे सभी लोगों और श्रमिकों का आरटीपीसीआर पद्धति से कोरोना टेस्ट कराया जाता है। चैदह दिवस क्वारेंटाइन अवधि पश्चात भी यदि किसी श्रमिक का आरटीपीसीआर का रिपोर्ट जांच उपरांत प्राप्त नहीं हुआ है तो रिपोर्ट प्राप्त होने तक ऐसे श्रमिकों को किसी भी स्थिति में घर नहीं जाने दिया जायेगा। क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त होने पर ही अगले 14 दिवस के लिए होम क्वारेंटाइन का शपथ पत्र भरवाकर ही छोड़ा जायेगा। क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे जिन लोगों का क्वारेंटाइन अवधि के भीतर आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं हो पाया है उनकी 14 दिन बाद रैपिड टेस्ट किट से जांच की जायेगी और रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त होने पर ही अगले 14 दिवस के लिए होम क्वारेंटाइन का शपथ पत्र भरवाकर छोड़ा जायेगा। चैदह दिन के बाद क्वारेंटाइन अवधि पूरा करने के बाद छोड़े गये सभी श्रमिकों की निगरानी संबंधित क्षेत्र के सचिव, रोजगार सहायक, मितानीन-एक्टिव सर्विलेंस टीम के माध्यम से की जायेगी। -
सत्कार होटल कोरंटाइन सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद कलेक्टर ने जारी किया आदेशमेडिकल सुविधा के अलावा किसी भी कारण से बाहर निकलना हुआ प्रतिबंधित
कोरबा 02 जून : कोरबा शहर स्थित ईतवारी बाजार के पास सत्कार होटल को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। सत्कार होटल में क्वारंेटाइन किये गये एक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। कोरोना संक्रमित मिलने के कारण सत्कार होटल तथा आसपास के 20 मीटर की परिधि को कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया है। कोरोना संक्रमित यह व्यक्ति 26 मई को महाराष्ट्र से ट्रक के माध्यम से सीपत जिला बिलासपुर तक आया था। सीपत से सीधे यह व्यक्ति बाईक द्वारा क्वारेंटाइन सेंटर होटल सत्कार में पहुंचा था। सत्कार होटल क्वारेंटाइन सेंटर चांपा कोरबा रोड मार्ग से एक सौ मीटर की दूरी पर स्थित है। सत्कार होटल के सामने रोड में छह दुकानें स्थित है। सत्कार होटल क्वारेंटाइन सेंटर के दाहिने ओर दो दुकान, बांये ओर दो दुकान एवं होटल के आसपास के संपूर्ण भवन को शामिल करते हुए चारों दिशाओं में लगभग 20-20 मीटर की परिधि को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बताया कि यह कंटेनमेंट जोन रहवासी क्षेत्र नहीं है। इस क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति निवासरत नहीं है। इस क्षेत्र में केवल व्यवसायिक दुकानें संचालित थी जिन्हें तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया गया है। कलेक्टर ने बताया कि सत्कार होटल क्वारेंटाइन सेंटर ईतवारी बाजार कोरबा में क्वारेंटाइन किये गये समस्त लोगों सहित होटल स्टाफ को भी होटल में ही निवास करने के निर्देश दिए गये हैं तथा बाहर आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस कंटेनमेंट जोन में कोविड-19 के ड्यूटी में लगे अधिकारी-कर्मचारी को छोड़कर अन्य सभी व्यक्तियों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है। आपात स्थिति में उक्त क्षेत्र से किसी व्यक्ति के आने-जाने के लिए स्थानीय प्रशासन एवं मेडिकल टीम की सलाह से निर्णय लिया जायेगा। इस संबंध में नियमानुसार लाॅगबुक भी संधारित किया जायेगा। सत्कार होटल क्वारेंटाइन सेंटर कंटेनमेंट जोन में काम करने वाले सभी कर्मियों के द्वारा कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए कंटेनमेंट जोन में सुरक्षा व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था एवं अन्य आवश्यक सामाग्री आपूर्ति संबंधी व्यवस्था सुनिश्चित किया जायेगा। -
हर शनिवार को रहेगा पूर्णतया लाॅक डाउन
कोरबा 02 जून :कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण के लिए कोरबा जिले में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और दुकानों के खुलने-बंद होने के समय को एक बार फिर संशोधित कर दिया गया है। अब रविवार से लेकर शुक्रवार तक लाॅक डाउन में अनुमति प्राप्त दुकानें एवं प्रतिष्ठान सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक संचालित होंगे। पहले की तरह ही हर शनिवार को जिले में कंपलीट लाॅक डाउन रहेगा। इस दौरान कोरबा जिला सीमा क्षेत्र में सभी प्रकार की गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर तमाम दुकानें और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। सड़कों पर बिना किसी काम के बेवजह लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से रोक रहेगी। जिले के सभी अनुमति प्राप्त दुकानें, प्रतिष्ठान, कार्यालय पहले की तरह ही केवल रविवार से शुक्रवार तक संचालित होगी। दुकानों का संचालन का समय सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक निर्धारित किया गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज इस संबंध में नया आदेश भी जारी कर दिया है। यह आदेश कंटेनमेंट जोन या कलेक्टर कार्यालय द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्रों पर लागू नहीं होगी।
जारी किये गये आदेश के अनुसार कम्पलीट लाॅक डाउन से केवल अत्यावश्यक सेवाओं एवं आपातकालीन सेवाओं को छूट होगी। कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवा और अति आवश्यक सेवा से संबंधित पदाधिकारी, कर्मी एवं बिजली पेयजल आपूर्ति एवं नगर पालिका सेवाओं को प्रतिबंध से बाहर रखा गया है। लाॅक डाउन के दौरान सुरक्षा में लगी निजी एजेंसियों सहित सभी एजेंसियंा, अग्निशमन सेवाएं, एटीएम, टेलिकाम और इंटरनेट सेवाएं चालू रहेंगी। इस दौरान सभी अस्पताल और लायसेंस प्राप्त पंजीकृत क्लीनिक भी खुले रहेंगे। मेडिकल स्टोर, चश्में की दुकान और दवा बनाने वाली इकाईयां तथा उनके परिवहन संबंधी गतिविधियां भी लाॅक डाउन के दौरान संचालित होंगी। खाद्य आपूर्ति से संबंधित परिवहन सेवाएं इस दौरान चलती रहेंगी। मिल्क पार्लर और डेयरियां लाॅक डाउन के दौरान संचालित होंगी। घर-घर जाकर दूध बांटने वाले विके्रता सुबह 6.30 बजे से 8.30 बजे तक और शाम पांच बजे से सात बजे तक दूध बांट सकेंगे। एटीएम वाहन, एलपीजी गेैस सिलेंडर वाहन भी इस दौरान चल सकेंगे। पेट्रोल, डीजल पंप एवं एलपीजी गैस के परिवहन तथा भंडारण की गतिविधियां चालू रहेंगी। टेक अवे, होम डिलेवरी रेस्टोरेंट, पहले से होटलों में रूके हुए अतिथियों के लिए भोजन की व्यवस्था भी चालू रहेगी। प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के दफ्तर एवं न्यूज पेपर वितरण संचालित होगा। अनवरत चलने वाली औद्योगिक संस्थानों और खदानों को भी इस प्रतिबंध से छूट रहेगी। आदेश का उल्लंघन किये जाने पर संबंधितों के विरूद्ध विधि सम्मत सख्त कार्यवाही की जायेगी। -
जिले के भीतर और अन्तरजिला टैक्सी-आटो परिवहन के लिए जारी हुए दिशा निर्देशकलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए सवारियां बैठाने के दिये निर्देश
कोरबा 2 जून : राज्य शासन के निर्देश अनुसार आम नागरिकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कोरबा जिले में टैक्सी एवं आटो परिचालन के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अनुमति जारी कर दी है। जिले के भीतर और अंतर्जिला टैक्सी आटो परिचालन के लिए कोविड-19 प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये हैं। चार पहिया वाहन कार-टैक्सी में ड्राईवर सहित केवल दो लोग ही सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करते हुए यात्रा कर सकेंगे। जिले के भीतर ऑटो और टैक्सी का परिचालन नियमानुसार होगा। अंतर-जिला आवागमन के लिए ऑटो और टैक्सी के संचालन के लिए ई-पास अनिवार्य रहेगा। टैक्सी-आॅटो में यात्रा के दौरान चेहरे पर अनिवार्य रूप से मास्क लगाना होगा साथ ही कोरोना नियंत्रण के लिए जारी अन्य एडवाईजरी के पालन के साथ ही स्वच्छता और फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखना जरूरी होगा।
अंतर जिला आवागमन के लिए लोग सीजी कोविड-19 ई-पास एप्लीकेशन के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। इसके अलावा वेबलिंक https://epass-cgcovid19-in के माध्यम से भी मोबाइल नंबर से रजिस्टर कर अंतर-जिला आवागमन के लिए ई-पास हेतु आवेदन किया जा सकता है। ऑनलाइन ई-पास के बिना अंतर-जिला टैक्सी, ऑटो परिचालन की अनुमति नहीं होगी। बिना अनुमति परिचालन की दशा में सख्त कार्रवाई की जाएगी। -
कोरबा 02 जून : आज कोरबा जिले में फिर दो नये कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। इनमें से एक प्रवासी श्रमिक है जिसे प्रशासन ने कोरबा लौटने पर करतला में 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन में रखा था। दूसरी युवती कटघोरा निवासी है। जिला प्रशासन की टीम द्वारा दोनों पाजिटिव युवाओं की स्क्रिनिंग की जा रही है और उनकी ट्रेवल हिस्ट्री तथा अन्य जानकारी खंगाली जा रही है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने दोनों संक्रमितों को कोरबा जिला मुख्यालय के ईएसआईसी अस्पताल भवन में निर्मित विशेष कोविड अस्पताल में भर्ती कराकर बेहतर ईलाज करने के निर्देश अधिकारियों तथा चिकित्सकों को दिए हैं। है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कटघोरा के लोगो से अपील की है कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए वे सभी अपने-अपने घरों में ही रहें। घरों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते एक-एक मीटर की दूरी बनाए रखें। किसी भी व्यक्ति सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ लेने पर तत्काल कंट्रोल रूम में फोन करके सूचित करने की अपील कलेक्टर ने लोगो से की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार करतला विकासखंड के बताती गांव का निवासी 24 वर्षीय युवक महाराष्ट्र के कुर्ला-मुंबई २ाहर में काम करता था। यह युवक लाॅक डाउन से बंद हुए काम के कारण वापस 23 मई को कोरबा पहुंचा था। युवक कुर्ला से भुसावल के रास्ते कोरबा वापस आया था। युवक की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद क्वारेंटाइन सेंटर को सेनेटाइज किया जा रहा है। युवक को पूरी सावधानी से ईलाज के लिए कोविड अस्पताल भेजा जा रहा है। कटघोरा के वार्ड नंबर 10 की निवासी 23 वर्षीय एक अन्य युवती की भी कोरोना जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है और युवती को कोविड अस्पताल ईलाज के लिए भेजा गया है। युवती की कान्टेक्ट हिस्ट्री खंगाली जा रही है। युवती के परिजनों को भी मौके से हटाकर क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया है।
आज मिले दो नये कोरोना संक्रमितों को मिलाकर कोरबा जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 53 हो गई है। जिसमें से 32 संक्रमित ईलाज के बाद पूरी तरह ठीक हो गये हैं। उन्नीस संक्रमितों का ईलाज रायपुर, बिलासपुर और कोरबा के विशेष कोविड अस्पतालों में किया जा रहा है। कोरबा जिला मुख्यालय में बने विशेष कोविड अस्पताल में अन्य जिलों से भी कोरोना संक्रमित मरीज ईलाज के लिए भेजे गये हैं। अस्पताल में जशपुर जिले के आठ, जांजगीर जिले का एक और कोरबा जिले के 11 कोरोना संक्रमितों का ईलाज विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है। -
कोरबा से जाने के इच्छुक लोग 07759-224608 या 93400-64533 पर दें सूचना
कोरबा, 02 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को वापस लाया जा रहा है साथ ही छत्तीसगढ़ में फंसे अन्य राज्यों के श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जा रहा है। राज्य सरकार के इन प्रयासों से लाॅकडाउन में फंसे श्रमिकों को बड़ी राहत मिल रही है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे उत्तरप्रदेश के श्रमिकों एवं व्यक्तियों को उनके गृह राज्य ले जाने के लिए 5 जून को रायपुर रेलवे स्टेशन से एक स्पेशल ट्रेन बस्ती उत्तरप्रदेश के लिए रवाना होगी। यह ट्रेन उत्तरप्रदेश राज्य में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को लेकर वापस लौटेगी। कोरबा से उत्तरप्रदेश जाने के इच्छुक लोग नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 07759-224608 या मोबाईल नंबर 93400-64533 पर फोन कर जानकारी ले सकते हैं और अपना नाम, पता आदि लिखवा सकते हैं। अभी तक उत्तरप्रदेश जाने के लिए कोरबा जिले से लगभग एक सौ लोगों ने अपनी सहमति एवं अन्य जानकारियां प्रशासन को उपलब्ध करा दी हैं। उत्तर प्रदेश जाने वाले सभी लोगों को रायपुर से छुटने वाली स्पेशल रेलगाड़ी के निर्धारित समय अनुसार बसों द्वारा कोरबा से रायपुर पहुंचाया जायेगा। कोरबा से रवानगी के पहले उत्तर प्रदेश जाने वाले सभी लोगों का मेडिकल टेस्ट किया जायेगा। समस्त यात्रियों का चिकित्सकीय परीक्षण सुनिश्चित कराने, यात्रियों के नाम, मोबाईल नंबर, उनके गंतव्य स्थल के जिले का नाम आदि का विवरण संधारित करने के साथ ही ट्रेन की रवानगी के पूर्व श्रमिकों की सूची तथा ट्रेन परिचालन की सूचना उत्तरप्रदेश शासन को भी दी जायेगी। -
बलरामपुर 02 जून : जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज में स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) अन्तर्गत जिला समन्वयक(संविदा) एवं जिला सलाहकार पद हेतु अनारक्षित वर्ग के 1-1, ब्लाॅक कोआॅर्डिनेटर(संविदा) अनारक्षित वर्ग के 01, अजजा वर्ग के 02 एवं कलस्टर कोआॅर्डिनेटर(संविदा भर्ती) हेतु अनारक्षित वर्ग 01, अपिव 01 तथा अजजा वर्ग के 04 पद के लिए 17 जून 2020 तक इच्छुक योग्य अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गये हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी हेतु कार्यालय जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज के सूचनापटल एवं जिले के वेबसाईट का अवलोकन किया जा सकता है। -
कृषकों द्वारा अब तक 3138.8 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव
बलरामपुर 02 जून : कृषकों के लिए खरीफ वर्ष 2020 में 8671.1 मेट्रिक टन खाद का भण्डारण जिले के 28 समिति केन्द्रों में किया गया है। कृषकों के लिए आगामी खरीफ मौसम में खेतों में उपयोग करने हेतु रासायनिक खाद यूरिया 4115.5 मेट्रिक टन, डीएपी 1883.5 मेट्रिक टन, एस.एस.पी. 257.3 मेट्रिक टन, एम.ओ.पी. 17 मेट्रिक टन, इफ्को 2397.8 मेट्रिक टन का भण्डारण कर लिया गया है। जिले में अब तक कृषकों द्वारा 3138.8 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव किया जा चुका है।
विकासखण्ड बलरामपुर के सहकारी समिति बलरामपुर में 283.6 मेट्रिक टन यूरिया, 57.0 मेट्रिक टन डीएपी, 8.2 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 110.0 मेट्रिक टन इफ्को, तातापानी में 157.7 मेट्रिक टन यूरिया, 65.0 मेट्रिक टन डीएपी, 10.7 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 115.9 मेट्रिक टन इफ्को, पस्ता में 167.0 मेट्रिक टन यूरिया, 93.0 मेट्रिक टन इफ्को, कपिलदेवपुर में 187.2 मेट्रिक टन यूरिया, 168 मेट्रिक टन डीएपी, 60 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है। विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के सहकारी समिति के भवंरमाल 167.9 मेट्रिक टन यूरिया, 5 मेट्रिक टन एस.एस.पी, 80.3 मेट्रिक टन इफ्को, त्रिकुण्डा में 192.4 मेट्रिक टन यूरिया, 183.0 मेट्रिक टन डीएपी, 68 मेट्रिक टन इफ्को, रामचन्द्रपुर में 134.6 मेट्रिक टन यूरिया, 2.5 मेट्रिक टन डीएपी, 10 मेट्रिक टन एस.एस.पी, 55 मेट्रिक टन इफ्को, कामेश्वरनगर में 210.5 मेट्रिक टन यूरिया, 111 मेट्रिक टन डीएपी, 71.0 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड राजपुर के सहकारी समिति राजपुर में 131.9 मेट्रिक टन यूरिया, 27 मेट्रिक टन डीएपी, 10.2 मेट्रिक टन एसएसपी, 144 मेट्रिक टन इफ्को, बरियों में 91.2 मेट्रिक टन यूरिया, 11.7 मेट्रिक टन डीएपी, 120 मेट्रिक टन इफ्को, धंधापुर में 199.9 मेट्रिक टन यूरिया, 113.6 मेट्रिक टन डीएपी, 92.1 मेट्रिक टन एसएसपी, 5 मेट्रिक टन एमओपी, 106.4 मेट्रिक टन इफ्को, गोपालपुर में 94.2 मेट्रिक टन यूरिया, 39.3 मेट्रिक टन डीएपी, 7.0 मेट्रिक टन एस.एस.पी, 125.8 मेट्रिक टन इफ्को तथा सेवारी में 204.1 मेट्रिक टन यूरिया, 205.1 मेट्रिक टन डीएपी, 140 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 2 मेट्रिक टन एमओपी, 62 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है। इसी प्रकार विकासखण्ड शंकरगढ़ के सहकारी समिति जमड़ी में 230.9 मेट्रिक टन यूरिया, 174 मेट्रिक टन डीएपी, 10 मेट्रिक टन एमओपी, 201 मेट्रिक टन इफ्को, भरतपुर 57.1 मेट्रिक टन यूरिया, 32.1 मेट्रिक टन डीएपी, 37 मेट्रिक टन इफ्को, डीपाडीह में 195 मेट्रिक टन यूरिया, 55.7 मेट्रिक टन डीएपी, 34.6 मेट्रिक टन इफ्को, रेहड़ा में 92.6 मेट्रिक टन यूरिया, 28.8 मेट्रिक टन डीएपी, 67.7 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड कुसमी के सहकारी समिति कुसमी में 85.0 मेट्रिक टन यूरिया, 100 मेट्रिक टन डीएपी, 66 मेट्रिक टन इफ्को, सामरी में 110.5 मेट्रिक टन यूरिया, 30 मेट्रिक टन डीएपी, 20 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 42 मेट्रिक टन इफ्को, चांदो में 165.0 मेट्रिक टन यूरिया, 62 मेट्रिक टन डीएपी, 120 मेट्रिक टन इफ्को, भुलसीकला में 133.7 मेट्रिक टन यूरिया, 27.5 मेट्रिक टन डीएपी, 52.5 मेट्रिक टन एसएसपी, 60 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड वाड्रफनगर के सहकारी समिति विरेन्द्रनगर में 159.3 मेट्रिक टन यूरिया, 60 मेट्रिक टन डीएपी, 80 मेट्रिक टन इफ्को, वाड्रफनगर में 154.4 मेट्रिक टन यूरिया, 32.6 मेट्रिक टन डीएपी, 54 मेट्रिक टन इफ्को, बरतीकला में 61.5 मेट्रिक टन यूरिया, 103 मेट्रिक टन डीएपी, 100 मेट्रिक टन इफ्को, चलगली (डोंगरो) 165.2 मेट्रिक टन यूरिया, 132.0 मेट्रिक टन डीएपी, 60 मेट्रिक टन इफ्को, रामनगर में 170.6 मेट्रिक टन यूरिया, 64.2 मेट्रिक टन इफ्को, रघुनाथनगर में 94.6 मेट्रिक यूरिया, 62.6 मेट्रिक टन डीएपी, 86 मेट्रिक टन इफ्को, तथा सहकारी समिति बलंगी में 60.3 मेट्रिक टन यूरिया, 1.6 मेट्रिक टन एसएसपी, 73.9 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है।कृषकों द्वारा विकासखण्ड बलरामपुर के सहकारी समितियों से 994.0 मेट्रिक टन, रामचन्द्रपुर के सहकारी समितियों से 90.5 मेट्रिक टन, राजपुर के सहकारी समितियों से 712.0 मेट्रिक टन, शंकरगढ़ के सहकारी समितियों में 109.3, कुसमी के सहकारी समितियों से 406.9 मेट्रिक टन तथा वाड्रफनगर के सहकारी समितियों में 826.1 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव किया गया है। -
बलरामपुर 02 जून : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर.कोशिमा ने लाईवलीहूड काॅलेज भेलवाडीह, विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों तथा करचा चेकपोस्ट का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने क्वारंटाईन सेंटरों में रह रहे व्यक्तियों से चर्चा करते हुए उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। करचा चेकपोस्ट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि झारखण्ड से बिना अनुमति के आवाजाही को प्रतिबंधित किया जाए।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े एवं पुलिस अधीक्षक श्री टी0आर0कोशिमा ने भेलवाडीह स्थित लाईवलीहूड काॅलेज का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसी क्रम में कलेक्टर ने भेलवाडीह एवं जरहाडीह क्वारंटाइन सेंटरों के निरीक्षण के दौरान लोगों से चर्चा करते हुए मिल रही सुविधाओं के साथ ही खाने-पीने की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर के प्रभारी को निर्देशित किया कि यदि सेंटर में रह रहे किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो, तो तत्काल उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे देवाशीष सरकार ने कलेक्टर को बताया कि यहां भोजन की व्यवस्था के साथ ही सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं, तथा हमें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है। कोविड-19 के लिए जारी शासन के गाईडलाईन का क्वारंटाइन सेंटरों में किसी भी रूप में उल्लंघन न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों से कोई दुव्र्यवहार न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। कलेक्टर ने कहा कि जीवन से बहुमूल्य कुछ भी नहीं है, इसी लिए जीवन बचाने के प्रयासों में कोई कमी न हो और इसमें लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कोविड-19 के लिए अपनी सेवाएं दे रहे जमीनी अमलों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जिला प्रशासन उनके साथ खड़ा है तथा इस संकटमय परिस्थिति में सभी टीम भावना के साथ कार्य करें। श्री धावड़े ने करचा स्थित चेकपोस्ट के निरीक्षण के दौरान आने-जाने वाले लोगों की जानकारी ली तथा नियमानुसार आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर.कोशिमा ने सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चैबंद कर पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। कोरोना वायरस के प्रसार के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु किये जा रहे प्रयासों में थोड़ी सी भी चूक घातक हो सकती है, इस लिए प्रतिबद्धता एवं समर्पण के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। -
समय-सीमा के अन्दर लंबित प्रकरणों को निराकृत करने के दिए निर्देश
बलरामपुर 02 जून : संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक आयोजित की गई। पदभार ग्रहण करने के पश्चात् कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने प्रथम समय-सीमा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने विभागवार लंबित प्रकरणों के निराकरणों के स्थितियों की जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों को समय-सीमा के अन्दर लंबित प्रकरणों को निराकरण करने के निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर ने वन अधिकार पट्टा, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फूड पार्क, राजस्व संबंधित प्रकरणों तथा कोविड-19 के तैयारियों की समीक्षा की। सभी अधिकारियों को कोविड-19 से संबंधित विषयों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इससे जुड़े कार्यों को मिशन मोड में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि अधिकारी से टिड्डी दल के वर्तमान स्थिति तथा आगामी खरीफ फसल हेतु की जा रही तैयारी के बारे में जाना।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने वाड्रफनगर के विशेष कोविड-19 अस्पताल के निरीक्षण के दौरान दिये गये निर्देशो के अनुसार आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता तथा निर्माण कार्य के वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। कोविड-19 से संबंधित किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों को पूरी सतर्कता के साथ तैयार रहने तथा सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने विशेष कोविड-19 अस्पताल में सभी जरूरी सुविधाओं तथा आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता के बारे में जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के प्रति संतुष्टि जाहिर की। सभी अधिकारी कोविड-19 से संबंधित किसी भी आपात स्थिति के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे बच्चे, गर्भवती, शिशुवती माताओं के विशेष देखभाल की व्यवस्था की जाए तथा आवश्यक पड़ने पर स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवायें। क्वारेंटाईन सेंटर में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था हो तथा कोविड-19 के गाईड लाईनों का किसी भी रूप में उल्लंघन न हो। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के लिए शासन द्वारा लिये गये नये निर्णयों के अनुसार व्यवसायिक गतिविधियों के संचालन के समय में छूट देने का फैसला लिया गया है।
कलेक्टर ने जिले में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों तथा संस्थाओं के संचालन के समय में वृद्धि करते हुए सुबह 08 बजे से शाम 5 बजे तक का समय नियत करते हुए आदेश जारी करने की बात कही है। उन्होंने शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक अनावश्यक रूप से लोगों के बाहर निकलने पर प्रतिबंध को कड़ाई से लागू कराने के निर्देश दिये तथा मास्क न पहनने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने को कहा। अधिकारी कोविड-19 के लिए किये गये व्ययों के लिए अलग-अलग पंजीयों में लेखा संधारण करें। बैठक में उन्होंने जिला खाद्य अधिकारी से विभिन्न वर्गों के राशन कार्डधारियों की वर्तमान संख्यात्मक जानकारी लेते हुए जरूरतमंदों के लिए नये राशन कार्ड जारी करने को कहा। कलेक्टर ने पेंशनधारियों को निरंतर पेंशन राशि प्राप्त हो रही है या नहीं, इसकी जानकारी ली और कहा कि पेंशन जरूरतमंदों के लिए एक महत्वपूर्ण सहयोग है, इसके वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। एस.डी.एम., बैंक अधिकारी, जनपद सीईओ आपसी समन्वय स्थापित कर शत्-प्रतिशत पेंशन राशि हितग्राहियों को समय पर भुगतान कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री जन चैपाल, जन शिकायत में प्राप्त आवेदनों के प्रकरणों का जल्द निराकरण कराने को कहा। सुराजी गांव योजनान्तर्गत निर्मित गोठानों को आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित कर गोठानों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाते हुए उन्हें आजीविका से जोड़कर सशक्त बनाना है।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस., अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सर्व तहसीलदार व नायब तहसीलदार सहित सर्व जिला कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। -
बलरामपुर 02 जून : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की भौगोलिक स्थिति का परिचय पाट प्रदेशों के रूप में किया जाता है। जिले के दुर्गम क्षेत्रों में जल की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसके लिए प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। पेयजल के स्त्रोतों की बात करें तो जिले में हैण्डपम्प पर सर्वाधिक निर्भरता है। जिला प्रशासन विभिन्न योजनाओ के माध्यम से पेयजल आसानी से उपलब्ध हो, इस दिशा में कार्य कर रही है। हैण्डपम्प, नल-जल योजना, सोलर पम्प के माध्यम से इन प्रयासों को गति दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए आवश्यकतानुसार हैण्डपम्प, सोलर पम्प स्थापित कर उनका सफल संचालन किया जा रहा है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों तक पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कार्य किए जा रहे हैं। जिले में वर्तमान में 11 हजार 481 हैण्डपम्पों तथा 311 सोलर पम्पों के माध्यम से जल आपूर्ति की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पाईप के माध्यम से सरलता से पेयजल उपलब्ध हो, इसके लिए नल-जल योजना द्वारा पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में 38 स्थानों पर नल-जल योजना संचालित है जिसका लाभ आमजनों को मिल रहा है। इसके अतिरिक्त आवर्धन जल प्रदाय योजना बलरामपुर, रामानुजगंज, वाड्रफनगर तथा राजपुर में प्रगतिरत है तथा कुसमी में पूर्ण हो चुका है। इस योजना के माध्यम से जल आपूर्ति होने से बड़ी आबादी लाभान्वित होंगी। पेयजल की सुगमतापूर्वक आपूर्ति के लिए जिले में सोलर पम्प एक अच्छा माध्यम बनकर उभरा है। पहुंचविहीन क्षेत्रों में भी सोलरपम्प का अच्छा परिणाम देखने को मिल रहा है।
विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम पंचायत अमडण्डा में सोलर पम्प की स्थापना से ग्रामीणों को अच्छा लाभ मिला है। यहाँ निवासरत परिवारों का कहना है कि गर्मियों के मौसम में पानी की काफी समस्या होती थी, परन्तु सोलर पम्प की स्थापना से पेयजल की समस्या दूर हुई है। पहले ग्रामीण महिलाओं को पेयजल के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था तथा गर्मियों के दिनों में उन्हें पेयजल लाने के लिए लम्बी दूरी तय करनी पड़ती थी। किंतु अब सोलर पम्प के माध्यम से इन समस्याओं से निजात मिली है। पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने में प्रशासन का योगदान सराहनीय है तथा इन परिवारों ने इसके लिए प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पेयजल आपूर्ति के लिए दुर्गम ईलाको में हैण्डपम्प के माध्यम से यह सुविधा दे रही है। हैण्डपम्प के पानी की गुणवत्ता जांच के उपरांत ही उसे आम नागरिकों को उपयोग के लिए सौंपा जाता है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग हैण्डपम्पों के मरम्मत का कार्य तथा नये हैण्डपम्प भी स्थापित कर रही है। -
दुर्ग 2 जून : नजूल भूमि के पट्टेदार जिन्होंने अपना राजस्व बकाया लगान भू भाटक जमा नही किया है। उन्हें नजूल अधिकारी की ओर से बकाया राशि जमा करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। अगर संबंधित बकायादार द्वारा राशि नोटिस अवधि के दौरान जमा नहीं की जाएगी तो उनका पट्टा खारिज करने की कार्यवाही की जाएगी। - दुर्ग 2 जून : छत्तीसगढ़ स्टेट पावर लिमिटेड खंड दुर्ग के विभागीय अधिकारियों द्वारा रसमड़ा पहुचकर उद्योगों के प्रतिनिधि मंडल एवं पंचायत प्रतिनिधियों से विद्युत व्यवस्था की जानकारी ली गई। साथ ही बैठक लेकर विद्युत प्रवाह के सम्बंध में चर्चा किया गया। उद्योगों के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने बताया कि विद्युत प्रवाह अवरुद्ध होने की समस्या नही है। पंचायत प्रतिनिधियों में ग्राम के सरपंच एवं सचिव ने बताया कि बिना अवरुद्ध विद्युत प्रवाह हो रहा है। ज्ञातव्य हो कि विभाग को विद्युत प्रवाह अवरुद्ध होने की शिकायत मिला था। जिसे संज्ञान में लेकर विभाग द्वारा यहाँ पहुचकर वस्तुस्थिति का अवलोकन किया गया। वर्तमान में विद्युत आपूर्ति में कोई समस्या नही पाया गया है
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- स्थापना के बाद हर मानदंड में खरी दुर्ग की पेयजल टेस्टिंग की लैब, इस बार 5200 सैंपल हुए चेक
दुर्ग 2 जून : दुर्ग की पानी की जांच करने वाली टेस्टिंग लैब इस साल भी देश में नंबर वन है। अभी डैशबोर्ड में इसे शो किया गया है। इस लैब में 5200 सैंपल की जांच की जाती है। स्थापना के बाद से ही यह लैब पूरे देश में नंबर वन बनी हुई है। इसका कारण यह है कि यहां पर अमेरिकन तथा भारतीय दोनों तरह का मानदंड फालो किया जाता है और दोनों के ही पालन में यह नंबर है। पीएचई के कार्यपालन अभियंता श्री समीर शर्मा ने बताया कि केमिकल, फिजिकल और बैक्टीरियल दृष्टिकोण से सभी में यह नंबर वन है। इसका कारण यह है कि लैब एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर) पर काम करता है। इसके मुताबिक सैंपल लेने का तरीका, जांच का तरीका और इसके लिए नियुक्त किये गए स्टाफ सभी प्रकार के मानदंड रहते हैं। इन सभी मानदंडों में नंबर रहते हैं।इसके मुताबिक इस लैब ने बहुत अच्छे से सारे जांच किये हैं जिसकी वजह से हर बार की तरह इस बार भी लैब पूरे देश में नंबर वन है। लैब के चीफ केमिस्ट श्री परिमल दत्ता ने बताया कि इस बार भी डैशबोर्ड में नंबर वन आने से काफी खुशी है। लैब में लोग आकर पानी का सैंपल देते हैं और हम उन्हें पानी की गुणवत्ता के बारे में बता देते हैं। चूंकि सब कुछ एसओपी के हिसाब से होता है अतएव इसके नतीजे काफी परफेक्ट होते हैं। श्री दत्ता ने बताया कि इसके टेस्ट के नतीजे के हिसाब से लोग पानी को ट्रीट करने का तरीका अपना सकते हैं बिल्कुल सही नतीजे आने से इसे ठीक करने का तरीका भी बिल्कुल परफेक्ट होता है। - दुर्ग 02 जून : अवैध शराब धारण, विक्रय एवं परिवहन की सूचना पर आरोपी राकेश कुमार बंछोर ग्राम बोरिद (रानीतराई) के विरूद्ध आबकारी अधिनियम की 34(2), 59(क) के तहत प्रकरण पंजीबद्व किया गया है। आरोपी से गत दिवस 44 नग देशी मदिरा, मसाला जप्त किया गया है। जिले में अवैध शराब के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही हैं।
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दुर्ग 02 जून : इलेक्ट्राॅनिक सेवा एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के संचालन के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किया गया है। जिसके अनुसार निर्धारित मापदण्डों के साथ आधार सेवा केन्द्र एवं स्थायी आधार पंजीयन केन्द्र का संचालन किया जा सकेगा। इसके अनुसार आधार सेवा केन्द्र में कार्य करने वाले कर्मियों के साथ-साथ यहां आने वाले सभी लोगों को हैण्ड ग्लब्स एवं माक्स का प्रयोग करना होगा। एक समय में एक ही व्यक्ति को सुविधा प्रदाय किया जाएगा। सभी को धारा 144 का पालन करना होगा। नागरिकों के अंगुठे का निशान एवं उपकरण का प्रयोग करते समय सैनिटाईजर का उपयोग आवश्यक रूप से करना होगा। प्रत्येक नागरिकों के बीच एक मीटर की दूरी का पालन किया जाएगा। आधार केन्द्र का संचालन प्रातः 10ः30 बजे से दोपहर 03ः00 बजे तक किया जाएगा। आधार सेवा केन्द्र में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का आवश्यक रूप से चस्पा करना होगा। कोविड-19 के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आधार सेवा केन्द्र का संचालन किया जा सकेगा। -
- लाकडाउन में बेची सत्रह हजार रुपए की सब्जी - नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी अंतर्गत चेटुवा में बाड़ी में महिला स्वसहायता समूह ने एक महीने में सब्जी बेचकर की अच्छी कमाई
दुर्ग 2 जून : छत्तीसगढ़ शासन की नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना से महिलाओं का ऐसा संबल मिला है कि लाकडाउन के कठिन वक्त में भी इनकी आजीविका चलती रही और फली-फूली भी। दुर्ग में अनेक बाड़ियों में लाकडाउन में महिला स्वसहायता समूहों ने बड़े पैमाने पर सब्जी उगाई और इसे बाजार तक ले गई। ऐसी ही कहानी है धमधा विकासखंड के ग्राम चेटुवा की। यहां महिलाओं ने बाड़ी में जिमीकंद, बरबट्टी, भिंडी, करेला, मेथी और अनेक प्रकार की भाजी लगाई। यह साधना कठिन वक्त में काम आई, इस दौरान गांव में बाहर से सब्जी मंगाने की जरूरत नहीं पड़ी। जागृति स्वसहायता समूह की महिलाओं की बाड़ी में इतनी सब्जी आई कि पूरे गांव के इस्तेमाल में आ गई।
इसकी मात्रा पर नजर डालिये, जिमीकंद का उत्पादन 700 किलोग्राम हुआ, भिंडी का उत्पादन 600 किलोग्राम हुआ और 150 किलोग्राम भाजी का उत्पादन हुआ। समूह की सदस्य राजेश्वरी ने बताया कि हम लोगों ने हर तरह की सब्जी उगाई, कई प्रकार की वैरायटी की सब्जी गांव वालों को खाने को मिली। गांव की बाड़ी की सब्जी स्वादिष्ट भी बहुत लगी। राजेश्वरी ने बताया कि शहर से आने वाली सब्जी में केमिकल बहुत मिलाते हैं स्वाद नहीं आता। जब हमारी सब्जी लोगों ने खाई, फिर तो इसकी मांग खूब बढ़ गई। अब आगे के लिए बहुत सार संभावनाएं खुल गई हैं। उन्होंने बताया कि लाकडाउन के दौरान सत्रह हजार पांच सौ रुपए की कमाई हम लोगों को हुई। राजेश्वरी ने बताया कि हम लोगों के पास घर के काम के बाद काफी समय बच जाता था। अब हमारे समय का गुणवत्तापूर्वक उपयोग हो रहा है।
हम लोगों को सब्जी भी खरीदनी नहीं पड़ रही। लोग सब्जी हमारी बाड़ी से खरीद रहे हैं और हमारी आय हो रही है। हम लोग निकट भविष्य में इसका विस्तार भी करेंगे। सभी महिलाएं बहुत खुश हैं। उल्लेखनीय है कि सब्जी के इस उत्पादन के पीछे कंपोस्ट खाद की भी भूमिका रही है। गौठानों में बने आर्गेनिक खाद बाड़ी में काम आ रहे हैं। इससे खाद का खर्च बच रहा है। इस प्रकार न्यूनतम लागत में अधिकतम उत्पादन सिद्ध हो रहा है। बड़ी बात यह है कि इससे महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिला है। शासन ने बाड़ी के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करा दी। हार्टिकल्चर विभाग ने उन्हें सभी तरह की तकनीकी सहायता दी। यह माडल ग्रामीण विकास के लिए बड़ी संभावनाएं पैदा करता है और आत्मनिर्भरता के लिए मिसाल है जिससे लाकडाउन जैसे कठिन समय में भी आजीविका का रास्ता बंद नहीं होता। -
- कलेक्टर ने किया पाटन ब्लाक का दौरा, नगर पंचायत पाटन में एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रस्तावित प्रोजेक्ट का किया निरीक्षण- बड़े पैमाने पर पौधरोपण एवं हरियाली के दायरे के विस्तार की मुख्यमंत्री की पहल पर किया जा रहा कार्य
दुर्ग 2 जून : पाटन ब्लाॅक के गांव भाटागांव में 20 एकड़ जमीन में मुनगा का प्लांटेशन किया जाएगा। कुरमीगुंडा में 15 एकड़ में नींबू के पौधे रोपे जाएंगे। आज अपने पाटन दौरे में कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इन प्रस्तावित क्षेत्रों का दौरा किया। भाटागांव में मुनगा प्लांटेशन का कार्य उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर ने यहां प्लांटेशन के लिए प्रस्तावित भूमि देखी। यहां पर मुनगे के पौधे रोपे जाएंगे और फेंसिंग की जाएगी। इसका रखरखाव भी उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर ने पाटन नगर में और इसके साथ ही इसे जोड़ने वाले महत्वपूर्ण सड़कों पर भी रोडसाइड प्लांटेशन के निर्देश दिए। इस प्रकार एक बहुत बड़े पैच पर पौधरोपण का कार्यक्रम किया जाएगा। कलेक्टर सिकोला और जामगांव एम भी पहुंचे। जामगांव एम में प्रस्तावित फूड प्रोसेसिंग प्लांट की जमीन भी उन्होंने देखी। कलेक्टर ने इस दौरान चल रहे निर्माण कार्यों को भी देखा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर पौधरोपण के निर्देश दिए हैं। इस क्रम में सामूहिक फलोद्यान का रोपण भी जिले में हो रहा है। इसमें स्वसहायता समूहों द्वारा ट्री गार्ड दिया जाएगा। कलेक्टर ने अपने निरीक्षण में अधिकारियों को चिन्हांकित स्थलों में शीघ्रताशीघ्र पौधरोपण के कार्य के लिए योजना बनाने एवं इसे पूरा करने निर्देश दिया। उन्होंने अमले के साथ उन प्रमुख सड़कों को भी देखा जहां रोड साइड प्लांटेशन होना है तथा इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
सुबह सवा छह बजे पर पहुंचे पाटन, पौधरोपण की जगह देखी- कलेक्टर सुबह सवा छह बजे पाटन पहुंचे। वहां उन्होंने पाटन शहर के उन स्थलों का मुआयना किया जहां पौधरोपण होना है। उन्होंने स्वामी आत्मानंद चैक, बस स्टैंड, अस्पताल परिसर के पास तथा गार्डन में बड़े पैमाने पर पौधरोपण के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि शहर के भीतर भी और शहर के बाहर प्रमुख सड़कों को जोड़ने बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जाए। इसके लिए बरगद, पीपल और गुलमोहर जैसे पौधे लगाए जा सकते हैं। कलेक्टर ने इस दौरान नगर सौंदर्यीकरण के लिए महत्वपूर्ण निर्देश सीएमओ को दिए। उन्होंने कहा कि ग्रीनरी के अलावा शहर की सुंदरता और स्वच्छता के लिए नवाचारी कदम उठायें। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष श्री भूपेंद्र कश्यप, एसडीएम श्री विनय पोयाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
- समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से कहा कि कैंपस को और सुंदर बनायें, बुजुर्गों के लिए अतिरिक्त सुविधाओं की जरूरत है तो वो भी मुहैया कराएं
दुर्ग 2 जून : कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज पुलगांव नाका स्थित वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और बुजुर्गों से बातचीत की। वहां पर उपलब्ध सुविधाओं से उन्होंने संतोष जताया। उन्होंने कहा कि अभी सफाई व्यवस्था पूरी तरह मुकम्मल नहीं है। अभी मानसून आने से पूर्व पूरे कैंपस की अच्छे से सफाई कराइये और हर दिन बेहतर सफाई होनी चाहिए। अधिकारी इसकी लगातार मानिटरिंग करें। कलेक्टर ने बुजुर्गों से पूछा कि आप लोगों को यहां सभी सुविधाएं मिल रही हैं न। बुजुर्गों ने सुविधाओं से संतोष जताया। कलेक्टर ने पूछा कि नाश्ता और खाना किस समय पर मिलता है और इसकी गुणवत्ता कैसी रहती है। बुजुर्गों ने बताया कि खाना समय पर मिल जाता है और अच्छा रहता है। इस संबंध में हम लोग संतुष्ट हैं। विभागीय अधिकारी समय-समय पर आते रहते हैं और व्यवस्था के बारे में पूछते रहते हैं। यहां हमारी देखभाल करने वाला स्टाफ भी काफी अच्छा है। स्वास्थ्यगत परेशानी हो तो यहां कार्यरत नर्स से कह देते हैं।
कलेक्टर ने बुजुर्गों से कहा कि आप सभी कोरोना संक्रमण के संबंध में भी सजग रहें। बीच-बीच में हाथों को सैनिटाइज करते रहें। मास्क हमेशा लगाए रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का हमेशा ध्यान रखें रहें। कलेक्टर ने अधिकारियों से आश्रम में रह रहे बुजुर्ग जनों के स्वास्थ्य जांच के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि महीने में तीन बार स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है। इसके अतिरिक्त यहां एक नर्स भी रहती हैं जो हमेशा बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर नजर रखती है। किसी तरह की दिक्कत आने पर तुरंत अस्पताल भेजे जाने की कार्रवाई की जाती है।
कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से कहा कि वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्ग नागरिक अच्छा समय बिताएं। हम उनका पूरा ख्याल रख पाए, इस बाबत जिस तरह से प्रयास किए जा सकते हैं। वे सुनिश्चित कराएं। इसके अतिरिक्त कैंपस काफी सुंदर हो, साफ सुथरा हो। इसके अतिरिक्त बुजुर्गों के आराम से बैठने के लिए एक बहुत छोटा सा गार्डन भी बनाने के निर्देश उन्होंने दिए। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वे नियमित रूप से संस्था की मानिटरिंग करते हैं और बुजुर्गों से पूछकर उनकी सुविधा का पूरा ध्यान रखते हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आश्रम में सैनिटाइजेशन के साथ ही इस संबंध में लगातार जागरूकता फैलाने की दिशा में हम काम कर रहे हैं। इस दौरान एसडीएम श्रीखेमलाल वर्मा, नजूल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्री अरुण वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
- कातुलबोड़ एवं पुलगांव नाके में देखी भूमि
दुर्ग 2 जून : रजिस्ट्री ऑफिस का प्रस्तावित नया भवन पूरी तरह से हाईटेक होगा। इसके लिए भूमि चिन्हांकन की कार्रवाई की जा रही है। आज इस सिलसिले में कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे कातुलबोड़ एवं पुलगांव पहुंचे। वहां अधिकारियों ने इन्हें प्रस्तावित साइट दिखाये। इनमें से किसी एक का चयन रजिस्ट्री ऑफिस के लिए होगा। कलेक्टर ने वहां मौजूद एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा, नजूल अधिकारी श्री अरुण वर्मा एवं जिला पंजीयक श्री भूआर्य से प्रस्तावित भवन के संबंध में विस्तृत चर्चा की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सरकारी कार्यालयों में लोगों को सभी जरूरी सुविधाएं देने निर्देशित किया है तथा नवीनतम तकनीक से अधिकतम अपडेट करने निर्देशित किया है, इसी क्रम में रजिस्ट्री आफिस का नया भवन भी बनाया जाएगा जो पूरी तरह हाइटेक होगा। कलेक्टर ने कहा कि प्रस्तावित भवन में ऐसी सभी सुविधाएं रखी जाएं जिससे रजिस्ट्री कराने आए नागरिकों को किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
रजिस्ट्री आफिस में काफी संख्या में रोज रजिस्ट्री होते हैं इसलिए थोड़ा समय तो सभी को इंतजार करना ही पड़ता है। ऐसे में इंतजार करने में, प्रक्रिया के दौरान इंतजार करने में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए सीटिंग अरेंजमेंट बेहतर तरीके से करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त हाइटेक आफिस की जरूरतों के मुताबिक तकनीकी सुविधा से पूरी तरह दक्ष आफिस बनाये जाने को भी सुनिश्चित करने के निर्देश उन्होंने दिए। जिला पंजीयक ने बताया कि हाइटेक आॅफिस में दो बातों पर ध्यान दिया जाएगा। पहला तो आम नागरिकों की सुविधा पर, इसमें पर्याप्त संख्या में सीटिंग की सुविधा पर ध्यान दिया जाएगा। यह इस तरह होगा कि अधिकतम भीड़भाड़ वाले दिनों में भी लोगों को पर्याप्त रूप से बैठने की आरामदायक जगह मिल जाए। इसके अतिरिक्त बुनियादी सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। हाईटेक आफिस में जिस तरह की सुविधाएं होती हैं सभी सुविधाएं यहां पर सुनिश्चित कराई जाएगी। दूसरा तकनीक में भी ध्यान दिया जाएगा। रजिस्ट्री कार्य हाईटेक हो गया है। इस हाइटेक कार्य के मुताबिक कार्यालय में टेक्नालाजी भी सुनिश्चित की जाएगी। -
जशपुरनगर 02 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित छात्र दुर्घटना बीमा योजना के तहत् जशपुर जिले के तीन छात्रों की मृत्यु होने पर उनके परिजनों को 1-1 लाख रुपए कुल 3 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इनमें कुनकुरी विकासखंड के प्राथमिक शाला कोरवाबहरी के स्व. खेमराज की 28.10.2019 को तालाब में डुबने से मृत्यु होने पर उनके पिता शिशुपाल राम को 1 लाख रुपए की राशि प्रदान की गई है। इसी प्रकार पत्थलगांव विकासखंड के प्राथमिक शाला के छात्र स्व. जगदीश राम की 27.11.2019 को सायकिल से गिरने के कारण मृत्यु होने पर उनके पिता श्री महंगु राम को 1 लाख की राशि दी गई। बगीचा विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय भट्ठीकोना कक्षा आठवीं के स्व. कलेन्दर यादव की 19.02.2020 को बिजली के करंट से मृत्यु होने पर उनके पिता मायाराम यादव को 1 लाख की राशि प्रदान की गई है। -
कोरिया 02 जून : कलेक्टर श्री एस.एन.राठौर आज प्रातः 7 बजे भ्रमण पर निकले। उन्होंने नरकेली के गौठान, मझगवां के वंदना मसाला उद्योग, कृशि विज्ञान केंद्र सलका, दुधनिया रटगा, कृशक प्रक्षेत्र सहित उमझर स्थित षासकीय आयुर्वेद औशधालय एवं ग्राम जगतपुर स्थित केंचुआ खाद्य उत्पादन इकाई का भ्रमण किया। उन्होंने सर्वप्रथम ग्राम नरकेली स्थित गौठान का अवलोकन किया। इस दौरान कलेक्टर ने पशुओं के लिए चारा आदि की जानकारी ली तथा फलदार पौधा रोपण के लिए कहा। उन्होंने वहां आस पास के क्षेत्र में नारियल के प्लांटेषन के लिए 20 एकड़ जमीन चिंहांकित करने के लिए कृशि विज्ञान केंद्र के अधिकारी को कहा। तत्पष्चात उन्होंने ग्राम मझगवां स्थित वंदना मसाला उद्योग पहुंचकर स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की तथा उनके आय व्यय की जानकारी ली। उन्होंने एफएसएसएआई रजिस्ट्रेषन, फूड लाईसेंस एवं सप्लाई कहां कहां करते हैं, इसकी जानकारी ली।
कलेक्टर श्री राठौर अपने भ्रमण के अगले चरण में कृशि विज्ञान केंद्र पहुंचे। वहां उन्होंने सलका प्रक्षेत्र में औषधीय एवं संगंध प्रक्षेत्र में वनतुलसी, वनअजवाईन, शतावर, लेमन ग्रास, खस, हड़जोड़, वन लहसून, वन अदरक, पत्थर चट्टा, औषधी एवं संगंध पौध नर्सरी इत्यादि, सलका प्रक्षेत्र पर स्थापित समन्वित कृषि पद्धति के अंतर्गत डेयरी ईकाई, उन्नत बकरी पालन ईकाई, फलदार मातृवाटिका, फलदार पौध नर्सरी, जैविक खाद उत्पादन ईकाई, अंतरवर्तीय चारा उत्पादन, मौसम वेद्यशाला आदि का अवलोकन व भ्रमण किया। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र कोरिया द्वारा जिले के विभिन्न कृषकांे के प्रक्षेत्र पर स्थापित विभिन्न प्रादर्ष प्रारुपों फलदार मातृवाटिका व सब्जियों एवं नीबू घास की अंर्तवर्तीय खेती, केेंचुआ खाद उत्पादन ईकाई तथा कृषकों के प्रक्षेत्र का भी भ्रमण व अवलोकन किया।
कलेक्टर श्री राठौर ने इसके बाद षासकीय आयुर्वेद औशधालय उमझर का भी निरीक्षण किया। वहां उन्होंने दवाई की उपलब्धता आदि की जानकारी ली। श्री राठौर ने अपने भ्रमण का समापन ग्राम जगतपुर में संचालित केंचुआ खाद्य उत्पादन इकाई का जायजा लेकर किया। वहां उन्होंने इस कार्य में लगे लोगों को कार्य के विस्तार के लिए योजना बनाने कहा। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति, कृशि विज्ञान केंद्र के वरिश्ठ वैज्ञानिक एवं उसकी टीम के सदस्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। -
सूरजपुर 02 जून : अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सूरजपुर से प्राप्त जानकारी अनुसार सूरजपुर में शा.उचित मूल्य दुकान ग्राम बीरपुर, अनुजनगर, खरसुरा, तुलसी, सोहागपुर विकासखंड सूरजपुर में संचालनकर्ता नियुक्ति किया जाना है। जिसके लिए आमजनों, सहकारी समितियाॅ, वृहद आदिम जाति बहुउद्देषीय सहकारी समिति (लेम्पस, प्राथमिक कृषि साख समिति, वन सुरक्षा समिति, महिला स्वयं सहायता समूह, ग्राम पंचायत, अन्य उपभोक्ता सहकारी समिति तथा स्थानीय स्वषासीय निकाय के इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित करते हुए बताया गया है कि इच्छुक संस्था 22 जून 2020 तक कार्यालयीन समय शाम 5ः30 बजे तक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय सूरजुपर में उपस्थित होकर निर्धारित प्रारूप अनुसार आवेदन जमा कर सकते हैं। - बेमेतरा 02 जून : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले मे कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए है। उन्होने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने का कार्य हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आर पी मण्डल ने कल शाम विडियों कान्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के संबंध मे बैठक लेकर जानकारी ली। कलेक्टर श्री तायल ने कहा कि जिले मे कोविड नियंत्रण के कार्य से संबंधित सभी अधिकारियों/कर्मचारियों की भूमिका महत्पूर्ण है। सभी अधिकारी टीम भावना से निर्देशों का निष्ठापूर्वक पालन करते हुए कोविड-19 के संक्रमण को रोकने सकारात्मक कार्यवाही करें। कोविड संक्रमण से सुरक्षा के सभी प्रोटोकाॅल का जिले के आम जन और अधिकारी/कर्मचारी कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। उन्होने अधिकारियों से जिले के क्वारेंटाइन सेन्टर्स के संबंध मे जानकारी ली। कलेक्टर ने क्वारेंटाइन सेन्टरों मे भोजन तथा अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन क्वारेंटाइन सेन्टर मे रह रहे व्यक्तियों को दिए जाने का निर्देश दिया उन्होने कहा कि क्वारेंटाइन मे रह रहे लोगों को भोजन व स्वच्छ पेयजल आदि बुनियादी सुविधाएं अवश्य मिले यह सुनिश्चित किया जाए।