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अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था बनाएं रखने के लिए दिए निर्देश
महासमुंद 01 जून : कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए शासन-प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहें हैं और लोगों को इसके लिए सजग करने के साथ-साथ जागरूक भी किया जा रहा हैं। महासमुंद जिले में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा अनेक कदम उठाएं हैं और राजस्व विभाग के अधिकारियों सहित अन्य विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं। इसके अलावा अन्य प्रदेशों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए उनके स्वास्थ्य परीक्षण और क्वारेंटाईन सेंटर बनाएं गए हैं, जहां उनके लिए आवास एवं भोजन की भी व्यवस्था की गई है। नवपदस्थ कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कल रविवार को देर रात तक महासमुंद एवं बागबाहरा अनुविभाग का दौरा कर वहां कि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बताते चले कि बागबाहरा सहित में नए पॉजिटिव 07 मरीज पाए जाने के कारण क्षेत्र में तीन कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है। इनका औचक निरीक्षण कलेक्टर श्री गोयल द्वारा किया गया। इस दौरान उनके साथ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं एडिशनल एसपी भी उपस्थित थी।
कलेक्टर श्री गोयल ने इस दौरान उन्होंने नगर बागबाहरा में घोषित कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा उपायों, लगाए गए बेरिकेटिंग, व्यवस्थाओं पर ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही यहां क्वॉरेंटाइन सेंटर में रुके 86 श्रमिकों के आवश्यक व्यवस्था, उनके रुकने, उनके खाने एवं स्वच्छता संबंधी उपायों पर चर्चा की। कंटेनमेंट जोन के कारण बागबाहरा में लगने वाले बाजार के संबंध में भी चर्चा हुई जिसमें एसडीएम की सलाह से बाजार को खुले रखने का निर्देश भी दिया गया। साथ ही नगर पालिका को दिन में दो बार मुनादी कराने का एवं पुलिस को सुरक्षा वाहनों में दौरा करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री गोयल बागबाहरा के ही भदरसी गांव में जहां पर शाम तक एक पॉजिटिव केस आया था एवं देर रात एक और पॉजिटिव केस आया, के क्वॉरेंटाइन सेंटर का भी भ्रमण किया गया। उस क्वारेंटाईन सेंटर में ग्राम बस्ती से पृथक स्थापित होने में संतोष प्रकट किया तथा ग्राम सरपंच एवं उपसरपंच को ग्राम निगरानी समिति गठित करने के लिए कहा। उन्होंने मौके पर उपस्थित पुलिस बल को चाक-चैबंद रहने के साथ-साथ पंचायत सचिव को इनको क्वारेंटाईन सेंटर में रुके लोगों की आवश्यक व्यवस्था के लिए भी निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री गोयल ने चार कोरोना वायरस केस मिले, मुड़पार ग्राम का भी भ्रमण किया। ग्राम मुड़पार में ठाणे (महाराष्ट्र) से आए कुल 09 लोगों को एक अलग से आंगनवाड़ी केंद्र में रुकवाया गया हैं। उस आंगनवाड़ी केंद्र में आवश्यक व्यवस्थाएं भी थी। लोगों के क्वारेंटाईन करने की तरीके और स्थान चयन के लिए कलेक्टर ने सराहना की। पंचायत की दूरदर्शिता के कारण ही कोरोना पॉजिटिव का प्रभाव गांव बस्ती में नहीं फैल पाया। उन्होंने आगे भी इसी प्रकार की व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा। उन्होंने मौके पर मौजूद तहसीलदार को निर्देश देते हुए कहा कि सभी गांव में मुनादी होना चाहिए, जो भी बाहर से आए हैं, उन सभी को क्वारेंटाईन सेंटर में रखा जाना हैं और उनके लिए जो भी आवश्यक व्यवस्था होनी है वह सुरक्षित उपायों के साथ सामाजिक दूरी बरतते हुए ही होना चाहिए। उन्होंने बीपीएम को निर्देशित करते हुए कहा कि किसी प्रकार के मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में उन्हें शीघ्र चिकित्सा सहायता पहुंचाएं। सभी गांव में कोरोना की संक्रमण से बचने के लिए स्व प्रेरणा से ग्रामीणों को सजग रहने के लिए मुनादी कराने के निर्देश दिए। साथ ही प्रत्येक गांव में ग्राम निगरानी समिति का गठन कर ग्रामीण संक्रमण रोधी व्यवस्था स्थापित करने का निर्देश भी दिया।
कलेक्टर श्री गोयल ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, एडिशनल एस.पी. मेघा टेम्भुलकर के साथ खरियार रोड ओड़ीसा सीमा से लगे टेमरी नाका बॉर्डर का भी निरीक्षण किया, जहां नियमित रूप से आने-जाने वाले वाहनों के विवरण की भी जांच की तथा वहां पर लगे स्टाफ से पूछताछ भी की। उन्होंने यहां पर की गई आवश्यक व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि किसी भी बाहरी श्रमिकों के आने की स्थिति में उनका मेडिकल चेकअप सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री गोयल का यह रात्रि कालीन औचक दौरा सुबह 04ः30 बजे तक जारी था। इस दौरान एस.डी.एम. बागबाहरा श्री भागवत जायसवाल, एस.डी.ओ.पी सुश्री लितेश, तहसीलदार श्री बलराम तम्बोली, सी.एम.ओ श्री अमरनाथ दुबे एवं बी.पी.एम श्री हेमकुमार सोनकर भी उपस्थित थे। -
- छोटे शहरों में भी हरियाली का दायरा व्यापक रूप से बढ़ेगा, बैठक लेकर बनाई गई रणनीति
दुर्ग 1 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप राज्य में व्यापक पौधरोपण की मुहिम चलाई जानी है। दुर्ग जिले में भी इसे लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। आज कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में इसकी रणनीति बनाई गई। प्लांटेशन को लेकर फोकस दो तरह से होगा। पहला महत्वपूर्ण सड़कों के किनारे दोनों ओर पौधरोपण किए जाएंगे। इसके लिए बरगद, पीपल आदि के पौधे लगाए जाएंगे। बरगद और पीपल तेजी से बढ़ते हैं और बहुत दीर्घजीवी भी होते हैं। दूसरा फोकस मुनगा और नींबू की सामूहिक फार्मिंग पर होगा। इसके लिए जिले में बड़े पैच चिन्हांकित किए जाएंगे जहां कम से कम एक ही प्रजाति के 5000 पौधों का रोपण होगा। जगहों का चिन्हांकन कल ही कर लिया जाएगा।
कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इस संबंध में विस्तार से निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि पौधरोपण और हरियाली का दायरा बढ़ाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से है और इसे पूरा करने तुंरत जुटना है। पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड की व्यवस्था होगी। ट्री गार्ड की सप्लाई का काम स्वसहायता समूह करेंगे। इससे स्वसहायता समूहों की भी आय बढ़ेगी। कलेक्टर ने आज इस संबंध में वनमंडलाधिकारी, जिला पंचायत सीईओ, कार्यपालन अभियंता पीडब्ल्यूडी, एसडीएम एवं उद्यानिकी अधिकारी से विस्तृत चर्चा की। चर्चा में उन फलदार पौधों को रोपण पर जोर दिया गया जो दुर्ग जिले के वातावरण के अनुकूल हैं। इनमें मुनगा, नींबू और आंवला के पौधों पर ज्यादा जोर रहा। इनमें भी मुनगा और नींबू पर सबसे ज्यादा जोर देने का निर्णय लिया गया।
इनके लिए चयनित की गई जमीन पर बड़े पैमाने पर फलोद्यान लगाए जाएंगे। मुनगा अपने आयरन कंटेट के लिए सबसे उपयोगी होता है। मुनगे के पौधे तैयार होने से आंगनबाड़ी केंद्रों तथा आश्रम शालाओं में इसकी सप्लाई हो सकेगी। इससे हरियाली का दायरा तो बढ़ेगा ही, कुपोषण से लड़ने की दिशा में भी बड़ी मदद मिलेगी। चयनित फलोद्यानों की फैंसिंग करौंदे से होगी। आज की बैठक में पीडब्ल्यूडी एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ उन सड़कों का चिन्हांकन हुआ जहां पर व्यापक स्तर पर पौधे लगना है। इसके अलावा रिवर साइड प्लांटेशन पर भी चर्चा हुई। बैठक में शहर के भीतर डिवाइडरों में अलग तरह का पौधरोपण तथा सड़कों के किनारे अलग तरह के पौधरोपण पर निर्णय लिये गए। बैठक में कलेक्टर ने नगरीय क्षेत्रों में प्लांटेशन के लिए संबंधित सीएमओ को भी निर्देशित किया तथा एसडीएम से इस कार्य की मानिटरिंग के निर्देश भी दिए। बैठक में पौधरोपण के पश्चात उसे सहेजने तथा बड़ा करने तक की प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से योजना बनाई गई। -
दुर्ग 1 जून : राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले के कलेक्टर डाॅ सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु जिले में संचालित व्यवसायों के बारे मे दिशा-निर्देश जारी किये है। जिसमें स्ट्रीट वेेंडर्स द्वारा व्यवसाय का संचालन किये जाने की अनुमति निम्न शर्तों के अन्तर्गत लागू रहेंगी, जो दुर्ग जिले की सीमा के सभी स्ट्रीट वेंडर्स/ठेले एवं गुमटियों इत्यादि पर लागू होगा। ठेले/गुमटी सुबह 7ः00 बजे से शाम 6ः00 बजे तक सोमवार से शनिवार तक खोले जायेंगे। 2 ठेलों के बीच कम से कम 20 फीट की दूरी रहेगी। शहर में घूमकर आवश्यक सामग्री (फल, सब्जी) वाले ठेले सप्ताह में 7 दिन चल सकेंगे।
यदि किसी बाजार या सड़क में स्थान कम हो और ठेले अधिक हो तो वहाॅ के जोन कमिश्नर तथा टीआई सामंजस्य से ऑड-ईवन या अन्य किसी आवश्यक व्यवस्था से 20 फिट की दूरी का पालन करायेंगे। इस हेतु अतिरिक्त स्थान का भी चिन्हांकन किया जा सकता है। विक्रेता क्रेता दोनों को ही मास्क कपड़ा/गमझा चेहरे में लगाना आवश्यक होगा। ठेला संचालक द्वार ठेले में केवल टेकअवे का बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा। स्थानीय निकाय द्वारा भी इस आशय का नोटिस सभी प्रमुख स्ट्रीट वेंडिंग स्थानों में लगाया जायेगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा, साबुन/सेनिटाईजर रखना अनिवार्य होगा। टेकअवे अनिवार्य होगा ठेले में खड़े होकर खाने की सुविधा नहीं दी जाएगी। ठेले के पास गोल मार्किंग की जाएगी, दूरी बनाकर खड़ा होना होगा। निर्देशों के पालन नहीं किए जाने की स्थिति में नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाएगी। उपरोक्त कार्यवाही का समन्वय संबंधित थाना कमिश्नर/थाना प्रभारी करेंगे। - कोरिया 01 जून : कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु लाकडाउन अवधि में जिले में 11886 व्यक्तियों की क्षमता वाले 1175 क्वारेंटाईन केंद्रों में कुल 2843 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। जिसमें नगरीय निकायों में 2175 व्यक्तियों की क्षमता वाले 81 क्वारेंटाईन केंद्रों में 1260 एवं जनपद पंचायतों में 9711 व्यक्तियों की क्षमता वाले 1094 क्वारेंटाईन केंद्रों में 1583 लोग षामिल है। वहीं जिले में कुल 1797 लोगों को होम क्वारेंटाईन किया गया है। जिसमें नगरीय निकायों में 1080 एवं जनपद पंचायतों में 717 लोग षामिल है।
षासन के निर्देषानुसार जिले में बाहर से आये श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें गर्म ताजा भोजन कराया जा रहा है। स्वयं सेवी संगठनों द्वारा भी उन्हें नास्ता, चाय, मास्क आदि आवष्यक वस्तुएं दी जा रही हैं। जिले के स्वास्थ्य अमला द्वारा उनका स्वास्थ्य परीक्षण सतत रूप से किया जा रहा है। क्वारेंटाइन सेंटर में आये लोगों के उचित देखरेख हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है। उन सेंटरों में रिकार्ड रखने हेतु निर्धारित रजिस्टरों का भी संधारण किया जा रहा है। जिला प्रषासन एवं उसकी टीम द्वारा कर्तव्यनिश्ठ होकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जा रहा है। - बेेमेतरा 01 जून : महामारी कोरोना (कोविड-19) के संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए ग्रामीण श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (महात्मा गांधी नरेगा) के तहत प्रदेश भर में व्यापक काम शुरु किए गए हैं। इन कार्यों में प्रदेशभर में प्रतिदिन लगभग 22 से 25 लाख जॉब कार्डधारी श्रमिको को रोजगार प्राप्त हो रहा है। ऐसी स्थिति में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) से निपटने और इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए तैयार किए गए विभिन्न जन-जागृति के संदेशों के प्रसार हेतु महात्मा गांधी नरेगा के कार्यस्थल प्रभावी साबित होंगे। इस संदर्भ में भारत सरकार एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन से ‘क्या करें और क्या नही‘ दिशा-निर्देश प्राप्त हुए है, जिनका कड़ाई से पालन करने के साथ-साथ आम जनमानस में इसका प्रचार-प्रसार भी किया जाना है।
क्या करें और क्या नहीं के मुख्य बिन्दु
सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू, खैनी इत्यादि न चबाएं और न ही थूकें, सार्वजनिक स्थानों पर न्यूनतम 1 मीटर (3-फीट) की भौतिक, शारीरिक दूरी बनाए रखें, श्वसन और हाथ की स्वच्छता सहित व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें, हाथ से बने एवं पुनः उपयोग में लाये जा सकने वाले मास्क से हर समय चेहरा ढके, मास्क न होने पर साफ-सुथरे कपड़े, गमछे से चेहरा ढके, आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें, छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को ढके, अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं, साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो, कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल-आधारित हैंड सेनिटाइजर का उपयोग करें,घर के अंदर या बाहर स्वच्छता नियमित रखें और स्पर्श वाली सतहों को कीटाणुरहित करें, अनावश्यक यात्रा से बचे, कोरोना को हराने वालों या उससे लड़ने वालों को स्वीकार करें, उनका तिरस्कार न करें, सामाजिक आयोजनों और भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहें, बिना हाथ मिलाये और गले मिले, हाथ जोड़कर अभिवादन करें और स्वीकारें।
जिला पंचायत बेमेतरा सीईओ श्रीमती रीता यादव ने प्रत्येक सप्ताह महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत कार्य प्रारंभ करने के पूर्व कार्यस्थल पर उपरोक्त संदेशों का वाचन ग्राम रोजगार सहायक, पंचायत सचिव के माध्यम से करने तथा कार्य संपादन के दौरान इसका पालन अनिवार्य रूप से करवाने के निर्देश जनपद पंचायत बेमेतरा, नवागढ़, साजा एवं बेरला के सीईओ को दिये है। इससे महात्मा गांधी नरेगा श्रमिकों के साथ-साथ आम ग्रामीणजन के व्यवहार में भी कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के संदर्भ में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगें। -
बलरामपुर 01 जून : खाद्य सुरक्षा विभाग बलरामपुर को शंकरगढ़ के कुछ समूहों द्वारा बिना अनुज्ञप्ति/पंजीयन के मध्यान्ह भोजन का संचालन करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत प्राप्ति के पश्चात् खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री नितेश कुमार मिश्रा ने कार्यवाही करते हुए खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम की धारा 31 (1) के तहत तत्काल प्रभाव से समूहों के उत्पादन एवं वितरण कार्य को रोककर संबंधित समूहों को नोटिस जारी किया है। नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन रायपुर ने जिला कार्यालय को स्पष्ट रूप से पत्र भेजते हुए जिले के समस्त तहसीलों में कार्य करने वाले समूहों को खाद्य अनुज्ञप्ति जारी करने के लिए निर्देशित किया था। उक्त पत्र के परिपालन में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को समस्त समूहों को निर्देशित करने के लिए पत्र प्रेषित किया था। निर्देश प्राप्ति के बाद भी समूहों द्वारा आवेदन न करने पर 04 समूहों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है तथा जवाब मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। बगैर पंजीयन के खाद्य कारोबार करते पाये जाने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत 25 हजार रूपये तक जुर्माना तथा बिना अनुज्ञप्ति के खाद्य कारोबार करते पाये जाने पर उपर्युक्त अधिनियम की धारा (63) के तहत् 6 माह सजा एवं 5 लाख तक रूपये जुर्माने का प्रावधान है । -
बलरामपुर 01 जून : कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रभाव को देखते हुए राज्य शासन द्वारा बच्चों की शिक्षा अवरूद्ध न हो, इस उद्देश्य से “पढ़ई तुंहर द्वार” योजना प्रारम्भ की गई है। योजना के माध्यम से बच्चों को ऑनलाईन शिक्षा प्रदान की जा रही है। क्लेक्टर श्री श्याम धावड़े ने इस योजना की समीक्षा के दौरान दूरस्थ अंचलों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने हेतु निर्देश दिये थे। जिले में पढ़ई तुंहर द्वार के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी श्री बंधेश सिंह ने बताया कि वेवेक्स एप्प के माध्यम से बच्चे ऑनलाईन अध्यापन का लाभ ले रहें हैं। स्कूल में चलने वाले कक्षाओं की तरह ऑनलाइन कक्षाओं में बच्चों की रूचि बढ़ रही है।
शिक्षकों द्वारा बच्चों को सामान्य कक्षाओं की तरह ही गृहकार्य दिए जा रहे हैं तथा उसकी जांच कर बच्चों की गलतियों का सुधार भी किया जा रहा है। जिले के विभिन्न विषयों के अध्यापक समयानुसार ऑनलाइन कक्षाएं लेते है, बच्चे वेवेक्स के माध्यम से आसानी से इन कक्षाओं से जुड़ जाते है। कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण सुरक्षा के मद्देनजर शिक्षण संस्थानों को बंद किया गया था। बच्चों के अध्यापन कार्य से मोहभंग न हो, इसीलिए राज्य शासन द्वारा यह अभिनव पहल की गई है। जिले के शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं द्वारा ऑनलाईन माध्यम से पढ़ाई में रूचि दिखाने से शासन की मंशा साकार हो रही है। अभिभावकों के द्वारा इस योजना को उपयोगी बताया जा रहा है। अभिभावक मानते हैं कि ऑनलाईन शिक्षा की यह योजना शासन की शिक्षा के महत्व के प्रति संवेदनशीलता तथा गंभीरता को दर्शाती है। जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा संकुल संमन्वयकों के माध्यम से योजना के प्रगति की समीक्षा करते हुए यथोचित निर्देश दिये जा रहे हैं। -
बलरामपुर 01 जून : स्वास्थ्य की दृष्टि से कोरोना वायरस के पीड़ित से सम्पर्क तथा संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत है। शासन द्वारा यह भी निर्देशित किया गया है कि इससे बचने के सभी संभावित उपाय अमल में लाया जाए। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री श्याम धावड़े के द्वारा छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डिसीज कोविड-19 रेगुलेशन्स 2020 में उल्लेखित प्रावधानों का प्रयोग करते हुए बलरामपुर अनुभाग के अन्तर्गत पहाडी कोरवा आश्रम छात्रावास भवन भेलवाडीह (संचालित नवोदय विद्यालय) को क्वारेंन्टीन सेन्टर हेतु अधिग्रहित किया गया है।
कलेक्टर ने क्वारेंटीन सेंटर के संचालन हेतु प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय भेलवाडीह श्री व्ही.पी. साहू को नोडल एवं सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बलरामपुर श्री गौरव गुप्ता को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डिसीज कोविड-19 रेगुलेशन्स 2020 की धारा 14 के अंतर्गत उल्लेखित है कि किसी व्यक्ति/संस्था/संगठन द्वारा कोराना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जारी किसी भी निर्देश की उल्लंघन किया जाता है तो वह भारतीय दण्ड संहिता 1860 (1860 का 45) की धारा 188 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी के अंतर्गत आयेगा। -
बलरामपुर 01 जून : नॉवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण काल के दौरान जिले से संदिग्ध व्यक्तियों का सैंपल, जांच हेतु प्रेषित किया गया था। जाचं रिपोर्ट में व्यक्तियों के कोरोना पॉजीटिव पाये जाने पर कोरोना वायरस के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ द्वारा संबंधित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। जिसमें जिले के तहसील वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत अमडीहा में होम क्वारेंटीन रखे गये एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव पाए जाने पर 1500 मीटर परिधि क्षेत्र एवं ग्राम पंचायत कोटराही के एकलव्य आवासीय विद्यालय में क्वारेंटीन रखे गये 03 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव जाने पर 200 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इसी प्रकार तहसील बलरामपुर के ग्राम पंचायत बरदर क्वारेंटीन सेंटर बालक आश्रम में एक व्यक्ति की जांच पॉजीटिव पाए जाने पर 300 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन एवं जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर के ग्राम पंचायत आरागाही स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में क्वारेंटीन रखे गये एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव पाये जाने पर 100 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
घोषित किये गए क्षेत्र में आम नागरिकों का आवागमन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। घोषित कंटेनमेंट क्षेत्र के लिए पर्यवेक्षक हेतु संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा उनके निर्देशन में तहसीलदार की भी नियुक्ति की गई है। कन्टेन्मेंट जोन के अन्तर्गत समस्त दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। नोडल अधिकारी द्वारा घर पहुंच सेवा के माध्यम से अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जावेगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्ही भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। - कोरिया 01 जून : कोरोना वायरस से उत्पन्न संकट के इस घड़ी में सार्वजनिक स्थानों पर नागरिकों को मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित करने हेतु जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सहयोग के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक इन दिनों बैकुण्ठपुर शहर में कोरोना वारियर्स के रूप में 07 मई से लगातार सेवाएं दे रहे है। कलेक्टर कोरिया श्री सत्यनारायण राठौर और पुलिस अधीक्षक श्री चन्द्रमोहन सिंह के दिशा निर्देश एवं जिला संगठक प्रो0 एम0सी0 हिमधर के मार्गदर्शन में शासकीय रामानुज पी0 जी0 काॅलेज के 15 एवं शासकीय कन्या महाविद्यालय बैकुण्ठपुर के 11 स्वयं सेवक शहर के भीड़ भाड़ वाले स्थान- बैंक आॅफ बड़ौदा, यूको बैंक, जिला सहकारी बैंक, सेन्ट्रल बैंक, यूनियन बैंक, एस0 बी0 आई0, ग्रामीण बैंक, आई0 डी0 बी0 आई0 बैंक, सब्जी बाजार, साप्ताहिक बाजार, ग्राहक सेवा केन्द्र और कलेक्टर कार्यालय में रासेयो कोरोना वारियर्स के रूप में लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूक करते हुए सामाजिक दूरी का पालन करा रहे है साथ ही बैंक के ग्राहकों को साबुन से हाथ धुला रहे, सेनेटाईज कराकर षाखा में प्रवेष हेतु प्रेरित कर रहे है। प्रारम्भ में स्वय सेवकों के बातों को लोग ध्यान न देते हुए बहस करते थे किन्तु 07 मई से लगातार काम करते हुए शहर में इनकी एक पहचान बन गई है।
अब सभी लोग स्वयं सेवको द्वारा बताये अनुसार सामाजिक दूरी बनाये रखने, मास्क पहनने और हाथों को सेनेटाईज करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। इन 26 स्वयं सेवकों को उनकी स्वयं की सुरक्षा हेतु शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय बैकुण्ठपुर के प्राचार्य सह कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 रंजना नीलिमा कच्छप एवं श्री0 के0जेड0 उस्मानी के द्वारा दस्ताना, मास्क, कैप प्रदान किया गया साथ ही जिला संगठक प्रो0 एम0सी0 हिमधर द्वारा सेनेटाईजर प्रदान कर स्वयं सेवकों को सुरक्षित रहते हुए ड्यूटी करने की सलाह दी। थाना प्रभारी श्री बिमलेष दूबे एवं पुलिस बल का लगातार सहयोग इन स्वयं सेवकों को प्राप्त हो रहा है। प्रतिदिन ड्यूटी पांइन्ट पर दौरा कर जिला खेल अधिकारी श्री राजेन्द्र सिंह, जिला संगठक प्रो0 एम0 सी0 हिमधर, कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 आर0एन0 कच्छप यातायात सैनिक श्री महेष मिश्रा के द्वारा इन स्वयं सेवकों का उत्साह वर्धन करते हुए इनके कार्यो का मूल्याकन भी किया जा रहा है।
रासेयो कोरोना वारियर्स के दल में शालिनी सिंह श्याम, देव नारायण सिंह, सुमित कुमार साहू, सुनीता साहू, रजनीश दोहरे, अल्फा बड़ा, शबाना बेगम, विनोद राजवाड़े, आकाश सिंह, देव नारायण, ज्योति राजवाड़े, शिवम कुमार, पुनीता साहू, रितु राजवाड़े,चन्द्रशेखर सिंह, अभय यादव, प्रिया केशरवानी, नीरा राजवाड़े, सावित्री राजवाड़े, सिमरन परवीन, टकेश्वर, उर्मिला राजवाड़े, किरण भगत, राजेश राजवाड़े, शक्ति राजवाड़े, पूजा रजक,, सरिता सिंह, सोनिया राजवाड़े शामिल है। स्वयं सेवकों के द्वारा किये जा रहे है इस नेक कार्यो की प्रशंसा सरगुजा विश्वविद्यालय अम्बिकापुर के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ0 ए0 के0 सिन्हा, प्राचार्य डाॅ0 ए0सी0 गुप्ता, कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 श्रीमती प्रीति गुप्ता, डाॅ0 विनय कुुमार शुक्ला सहित कार्यक्रम सहायक मो0 आरीफ ढेबर, सुरेश साहू, वरिष्ठ स्वयं सेवक रोहित साहू, अमरजीत सिंह, दिनेश राजवाड़े, रामेश्वर सोनवानी, सुप्रिया मिश्रा, विमल कुमार, लव कुमार, सुनील शर्मा, खुशबू, परमा, नमिता, प्रीति व रजनी पैकरा, अभिषेक साहू, कन्हैया लाल, काजल शर्मा ने की है। - कोरिया 01 जून : जिले के सभी तहसील में आज कुल 10.5 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। इस दौरान सर्वाधिक 25.4 मिमी वर्शा खड़गवां तहसील में दर्ज की गई है। भू-अभिलेख षाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 1 जून 2020 को बैकुण्ठपुर तहसील में 8.8, सोनहत तहसील में 4.3, मनेन्द्रगढ तहसील में 11.2, खड़गवां तहसील में 25.4 और भरतपुर तहसील में 2.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई
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कोरोना काल में राज्य शासन द्वारा तेन्दूपत्ता का उचित दाम प्रदाय करने से जनता को मिली आर्थिक परेशानियों से राहत
कोरिया 01 जून : प्रदेश में तेन्दूपत्ता संग्रहण की शुरूआत हो चुकी है। चिलचिलाती धूप में जंगल के बीच जाकर पत्ते तोड़ना, लाकर उन पत्तों को सुखाना, बंडल बनाना और फिर विक्रय करना ये पूरी प्रक्रिया बेहद थका देने वाली होती है, पर अंत में जब इस अथक मेहनत से कमाई राशि हाथों में आती है तो सब दर्द-थकान मिट जाती है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वनवासियों एवं ग्रामीणों को तेन्दूपत्ता का उचित दाम प्रदाय किया जा रहा है जिससे इस संकट के समय में उन्हें आर्थिक परेशानियों से राहत मिली है।
जब चारों ओर कोरोना संक्रमण के कारण पैदा हुई विषम परिस्थितियों में आर्थिक जनजीवन सुस्त हो गया है, ऐसे में तेन्दूपत्ता संग्रहण वनवासियों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए आय का बढ़िया साधन बना है। कोरिया वनमंडल अधिकारी श्री राजेश चंदेले ने बताया कि कोरिया जिले में कुल 17 संग्रहण समितियों के द्वारा तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। जिले में अब तक 20905.75 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है। तेन्दूपत्ता संग्रहण के जरिये जिले के 30 हजार 640 वनवासियों एवं ग्रामीणों को रोजगार एवं आय का साधन मिला है। जिले के तेन्दूपत्ता संग्राहकों को अब तक 1 करोड़ 46 लाख 65 हजार 360 रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है
तेन्दूपत्ता का संग्रहण करते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपायों एवं सावधानियों के बारे में उन्होंने कहा कि तेन्दूपत्ता तोड़ाई के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। संग्राहकों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जानकारी दी गई है। जिसका पालन करते हुए संग्राहक तेन्दूपत्ता तोड़ाई का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही मास्क पहनने एवं यथासंभव बार-बार हाथ धोने की भी जानकारी दी गई है। - पीएचसी में सीमित संसाधनों के बाद भी महीने 50 से अधिक नार्मल डिलवरी के साथ सुरक्षित प्रसव
जांजगीर-चांपा : आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के रुप में विकसित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राहौद क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने में नए-नए किर्तीमान गढ रहा है। यहां के मेडिकल स्टॉफ की टीम की आपसी तालमेल की वजह से अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए 24 घंटे प्रसव की सुविधाएं प्रदान करती है। लॉकडाउन के दौरान 12 मई को 24 घंटे में 10 नार्मल डिलवरी के साथ स्वस्थ्य जच्चा बच्चा की सुरक्षा प्रदान करने का रिकार्ड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने बनाया है। स्वास्थ्य केंद्र के बेहतर चिकित्सकीय सेवा के लिए जिला स्तर पर वर्ष 2015 में और राज्य स्तर पर वर्ष 2016 में कार्याकल्प सम्मान से पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
बीएमओ पामगढ डॉ सौरभ यादव ने बताया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाला यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुल 15 स्टॉफ और सीमित संसाधनों के बावजूद मात्र 5 सालों से गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव कराने के लिए क्षेत्र में पहचान बना ली है। यहां महीने में औसत 50 से अधिक नार्मल डिलवरी होने के साथ ही जनवरी से दिसंबर तक वर्ष 2019 में कुल 608 संस्थागत प्रसव कराया गया है। लॉकडाउन के दौरान भी यहां के मेडिकल स्टॉफ ने एक जनवरी 2020 से 31 मई 2020 तक 227 गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया है जबकि पामगढ सीएचसी में महिने में औसत 70 डिलवरी और अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में औसतन 15 से 20 नार्मल डिलवरी कराने का रिकार्ड है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राहौद के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी दिनेश दिनकर (आरएमओ) ने बताया, 6 बिस्तरों वाला अस्पताल के अंतर्गत 4 उपस्वास्थ्य केंद्र राहौद, महका, बुंदेला व धरदेई के अंतर्गत आने वाले 12 ग्राम पंचायतों के लगभग 27,000 की ग्रामीण आबादी को शासन के मंशानुरुप स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। अस्पताल में सालभर आने वाले ओपीडी मरीज की संख्या 25000 तो आईपीडी में 900 से अधिक मरीजों का भर्ती होने पर इलाज किया गया। राहौद क्षेत्र के अलावा भी ग्राम मेंऊ , रसौटा, डोंगाकोहरौद, कोसीर व सिल्ली से भी गर्भवती महिलाओं को लेकर परिजन अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लेते हैं।
प्रभारी चिकित्सक आरएमओ श्री दिनकर ने बताया, अस्पताल में दो एएमओ, 3 स्टॉफ नर्स, एक एएनएम, एक फार्मासिस्ट, एक लैब असिस्टैंट, कम्प्यूटर ऑपरेटर, योग प्रशिक्षक, वार्ड व्याय, आया बाई, सफाई कर्मी,चौकीदार सहित अन्य अस्पताल के स्टॉफ यहां आने वाले मरीजों की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। श्री दिनकर ने बताया, क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी एम्बुलेंस, आरओ वॉटर दान में प्राप्त हुआ है। राहौद नगर पंचायत के अध्यक्ष द्वारा एक्सरे मशीन दान स्वरुप अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए दिया गया है जिसका लाभ क्षेत्र के मरीजों को मिलेगा। इससे निजी अस्पतालों में लगने वाले खर्च से बचत होगी। वहीं शासन द्वारा अस्पताल परिसर में स्टॉफ क्वाटर का निर्माण कार्य भी शासन द्वारा स्वीकृत हो गया है।
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तेंदूपत्ता संग्रहण में 62 हजार से अधिक ग्रामीणों को जिले में मिला कार्य
अब तक 35 हजार 743 मानक बोरा का संग्रहण
सूरजपुर 01 जून : कोरोना बीमारी के संकट काल में ग्रामीणों के लिए विषम परिस्थितियों में वनोपज संग्रहण का कार्य आय का जरिया बनकर सामने आया है।ं जिसमें ग्रामीण लाॅकडाउन अवधि में तेंदूपत्ता संग्रहण से अच्छी आय प्राप्त कर रहें हंै। वर्तमान में तेन्दूपत्ता संग्रहण दर 400 रूपए प्रति सैकड़ा है। जो ग्रामीणों को तेंदुपत्ता संग्रहण कार्य अधिक आर्कषित करता है, और वे इसमें रूचि लेकर भी कार्य करते हैं। इस वर्ष कि बात करें तो जिले के 62 हजार 616 ग्रामीणों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से तेन्दूपत्ता संग्रहण से रोजगार प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही जिला प्रषासन के द्वारा तेन्दूपत्ता की तोड़ाई में कोरोना संक्रमण से बचाव का भी ध्यान रखा जा रहा है। करते हुए तेन्दूपत्ता का तोड़ाई करते वक्त संग्राहक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर कार्य कर रहे हैं। तेन्दुपत्ता का संग्रहण पंरम्परागत् कार्य के रूप में स्थानीय लोग काफी उत्साह के साथ करते नजर आत हैं।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2020 में सूरजपुर जिले के वनमण्डल को 80 हजार 300 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य मिला है। लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 35 हजार 743 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। अधिकारियो ने बताया कि जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य 32 समितियों के द्वारा तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। तेन्दूपत्ता संग्रहण के लिए फड़ों में पर्याप्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो बारिश एवं आंधी-तूफान आने पर तेन्दूपत्ता की सुरक्षा का इंतजाम कर रहे हैं। -
सूरजपुर 01 जून : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देषन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वेक्टर जनित रोग के नियंत्रण के लिये डी.डी.टी. छिडकाव जिले में 01 जून से प्रारंभ किया गया है जिले के 2 ए.पी.आई. से ऊपर वाले विकासखण्ड ओडगी, प्रतापपुर एवं प्रेमनगर में 2 चरणों में डी.डी.टी. छिडकाव किया जायेगा नोवेल कोरोना वायरस (ब्वअपक.19) के रोकथाम एवं बचाव को देखते हुए छिडकाव टीम को प्रशिक्षित करने के बाद साबुन, सेनेटाईजर, मास्क देने के उपरांत शोशल डिस्टेंश आदि का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.एस.सिंह ने लोगो से आग्रह किया है कि लोग अपने घरों के अंदर डी.डी.टी. छिडकाव अवश्य करवायें, जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. अजय मरकाम ने बताया कि छिडकाव हेतु सभी विकासखण्डों को पर्याप्त मात्रा में डी.डी.टी. पाऊडर उपलब्ध कराया गया है।
01 जून से जिले के सभी विकासखण्डों में मलेरिया रोधी माह जून 2020 मनाया जायेगा जिले एवं विकासखण्ड स्तर पर मलेरिया माह जून तथा मलेरिया उन्मूलन हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, जिसमें बुखार के मरीजों का त्क्ज् कीट से जांच कर पाॅजिटिव मरीज को मलेरिया का पूर्ण उपचार किया जायेगा। उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर आर.एच.ओ. महिला/पुरूष तथा पारा स्तर पर मितानिनों द्वारा मलेरिया एवं डेंगू से बचाव हेतु जन जागरूकता अभियान चलायी जा रही है। मलेरिया के मच्छर स्वच्छ और स्थिर जल निकायों में पनपते हैं। अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें, पानी जमा होने वाले श्रोतों को नष्ट करें, जमा हुए पानी में जला हुआ मोबिल आॅयल अथवा मिट्टी का तेल डालें। -
स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पार्क एवं स्टेडियम 7 जून 2020 तक रहेंगें बंद
सूरजपुर 01 जून : कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रामक बीमारी पर पूरी तहर काबू नहीं पाया जा सका है। अभी भी संक्रमण की स्थिति कई स्थानों पर संभावित है। इस स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के द्वारा संपूर्ण सूरजपुर जिले में 17 मई 2020 तक लागू दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 की समय-सीमा में वृद्धि कर अब 30 जून 2020 तक कर दिया गया है। यह आदेश सूरजपुर जिले के संपूर्ण सीमा क्षेत्र के लिए 30 जून 2020 मध्यरात्रि 12 बजे तक या आगामी आदेश, जो पहले आए तक प्रभावशील होगा। आदेश का उल्लंघन करने पर विधि के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जाएगी।
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह तथ्य परिलक्षित है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) के संपर्क से पीड़ित, संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत है। छ0ग0 शासन के द्वारा भी यह निर्देषित किया गया है कि इससे बचने के सभी संभावित उपाय अमल में लाया जावे, यही कारण है कि कोविड-19 के संभाव्य प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिए ना सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देष में कड़े सामाजिक अलगाव के उपयोग को अपनाया जा रहा है।
आदेश में कहा गया है कि इस आपात स्थिति में व्यवहारिक तौर पर संभव नही है कि जिले मे निवासरत् सभी नागरिकों को नोटिस तामिली कराई जा सके। अतः एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 अंतर्गत सूरजपुर जिले में पूर्व से लागू धारा 144 की समय-सीमा मे वृद्धि की गई है। समय-समय पर भारत सरकार एवं राज्य शासन के द्वारा कार्यालय, प्रतिष्ठान और सेवाओं इत्यादि को दी गई छूट इस आदेश में भी यथावत रहेगी।
अनलाॅक 1 में इन्हें रखा गया है बंद-
नोबेल कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण हेतु लॉकडाउन उपायों को चरणबद्ध रूप से खोलने एवं 30 जून 2020 तक लॉकडाउन संशोधित रूप से लागू करने के लिये, दिये गये दिशा-निर्देश के परिपेक्ष्य में यह आदेशित किया गया है कि जिला - सूरजपुर अंतर्गत व्यक्तियों के अन्तर्राज्यीय परिवहन के बारे में प्रतिबंध पूर्व अनुसार जारी रहेगा तथा इस सम्बन्ध में ई - पास के माध्यम से अनुमति प्राप्त होने पर ही आवागमन की अनुमति होेगी, व्यक्तियों के अन्तर्जिला परिवहन के बारे में पूर्व निर्धारित प्रक्रिया अनुसार ई - पास के माध्यम से अनुमति प्राप्त होने पर आवागमन की अनुमति होेगी, समस्त स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स एवं स्टेडियम 7 जून 2020 तक बंद रहेंगे, जिले के भीतर सार्वजनिक पार्क 7 जून 2020 तक बंद रहेंगे। -
विभिन्न ध्वनि विस्तारक यंत्र और धुएं के माध्यम से टिड्डी दल को भगाने में मिलेगी मददपुलिस थान, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, ग्राम पंचायत अन्य किसी सरकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं
जशपुरनगर 01 जून : कृषि विभाग के उप संचालक श्री एम.आर. भगत ने जिले में ग्रामीण स्तर पर टिड्डी दल के नियंत्रण, बचाव के लिए परंम्परागत उपाए बताया गया है। इनमें कृषि भाई-बंधुओं को सुझाव दिया गया है कि टिड्डी दल से दिन रात अपने खेतों की निगरानी करते रहे हैं। टिड्डी दल से बचाव के लिए किसान भाई टोली बनाकर विभिन्न तरह के ध्वनि विस्तारक यंत्रों से आवाज कर उनकों अपने खेतों तक आने से रोक सकते हैं। अपने खेत में पटाखे फोड़कर, थाली बजाकर, ढोल नगाड़े बजाकर, डीजें बजाकर, खाली टीन के डब्बे से शोर मचाकर आवाज कर सकते हैं।
कृषि अधिकारी ने बताया कि टेªक्टर के साईलेंसर निकालकर चालू करके भी तेज ध्वनि कर सकते हैं। शोर से टिड्डी दल आस-पास के खेतों में आक्रमण नहीं कर पाती। टिड्डी दल का समूह जब भी आकाश में दिखाई पड़े तो उनके उतरने से रोकने के लिए तुरंत अपने खेतों के आसपास मौजूद घास-फूस से धुंआ अथवा आग जलाना चाहिए। जिससे टिड्डी दल आपके खेत में न बैठकर आगे निकल जाए। उन्होंने कहा है कि किसान भाई अपने आस पास टिड्डी दल देखें या उनके बारे में कुछ खबर मिले तो, पुलिस थान, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, ग्राम पंचायत अन्य किसी सरकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। -
कन्टेनमेंट जोन में कार्यवाही हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त
जशपुरनगर 01 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे के निर्देशन में जिले में नोवल कोराना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को दृष्टिगत रखते हुए जशपुर विकासखंड के पंचायत क्वारेंटाईन सेंटर प्राथमिक शाला गिरला, चैलीटांगरटोली एवं आईटीआई छात्रावास भवन आरा के सम्पूर्ण परिसर को आगामी 28 दिवस के लिए कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कन्टेनमेंट जोन के अंतर्गत अत्यावश्यक वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति तथा अपरिहार स्वास्थ्यगत आपातकालिन परिस्थितियों को छोड़कर जोन में जाने या आने पर पूर्ण प्रतिबंद्ध रहेगा। कन्टेनमेंट क्षेत्र के निवासी बिना किसी सक्षम अधिकारी के अनुमति के अपने घरों से बाहर किसी भी परिस्थिति में नहीं निकलेंगें। चिन्हांकित क्षेत्र में पूर्ण लाॅकडाउन रहेगा। क्षेत्र के अंतर्गत सभी दुकानें, आॅफिस, एवं अनय वाणिज्यक प्रतिष्ठान अगले आदेश पर्यन्त तक बंद रहेगें। कन्टेनमेंट जोन के अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यदि किसी भी प्रकार की आवश्यकता होती है तो उसके लिए कार्यालय द्वारा आदेश प्रसारित किया जाएगा। प्रभारी अधिकारी द्वारा पहुंच सेवा के माध्यम से आवयश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उचित दरों पर की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन में कार्यवाही हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।
कन्टेनमेंट जोन में कानून व्यवस्था के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिसमें अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जशपुर श्री योगेन्द्र श्रीवास, अनुविभगीय अधिकारी पुलिस जशपुर श्री आर.एस.परिहार, प्रवेश, निकासी की व्यवस्था एवं बेरिकेटिंग के लिए अनुविभागीय अधिकारी लोकनिर्माण विभाग श्री टी.एन.सिंह, कन्टेमेंट जोन में सेनिटाइजेशन व्यवस्था के लिए सीईओ जनपद पंचायत श्री प्रेम सिंह मरकाम, कांटेक्ट ट्रेसिंग एवं टेलीफोनिक फाॅलोप के लिए प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी जशपुर श्री एम.जेडयू सिद्दीकी, कम्यूनिटी सर्विलेंस, घरो का एक्टिव सर्विलेंस हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारी सुश्री रूकमणी कश्यप एवं श्रीमती सिलबेरिया केरकेट्टा स्वास्थ्य जांच, स्वास्थ्य टीम के एस.ओपी, अनसार दवा, मास्क, पीपीई किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन तथा सैम्पल संग्रहण एवं परिवहन हेतु खण्ड चिकित्सा अधिकारी जशपुर डाॅ. ए.डी.तिर्की एवं प्रभारी विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक श्रीमती स्वरलता एक्का, कन्टेनमेंट जोन में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने सीईओ जनपद श्री प्रेम सिंह मरकाम, तहसीलदार जशपुर श्री कमलेश मिरी एवं कन्टेनमेंट जोन क्षेत्र में आरोग्य सेतु एप्प का शत् प्रतिशत् कवरेज हेतु ईडीएम श्री नीलांकर बासु को सौंपा गया है। - महासमुंद 1 जून : जिले में 31 मई 2020 को कुल 19 धनात्मक प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जाँच के बाद धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने भी इसकी पुष्टि की है। इनमे 17 पुरूष और 02 महिला शामिल है। ये सभी अन्य प्रान्तों से आए है। इन सभी 19 पॉजिटिव लोगों को माना रायपुर और एम्स भेजा गया है। ये सभी 18 व्यक्ति प्रवासी श्रमिक थे और एक व्यक्ति इनके सम्पर्क में आने से वो संक्रमित हो गए थे। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि इनमें बसना विकासखण्ड से 07, बागबाहारा से 07, महासमुंद से 02 और सरायपाली विकासखण्ड से 03 व्यक्ति शामिल हैं।
उलेखनीय है कि बसना विकासखण्ड के ग्राम संतपाली से 03, सुखापाली से 01, भूकेल से 01, जलकोट से 01 एवं बरतियाभाठा से 01 और बागबाहरा के ग्राम भदरसी से 02, बागबाहरा से 01 एवं मुड़पार से 04 व्यक्ति शामिल हैं। इसी तरह महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम चैकबेड़ा से 01, महासमुंद से 01 और सरायपाली के ग्राम तोषगाँव से 03 व्यक्ति शामिल हैं। -
दुर्ग 31 मई : शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग की एमएससी भौतिकशास्त्र चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा कु. प्रतीक्षा तिवारी को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित त्रिभाषीय तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता (एलोक्यूशन) में सेकंड रनर अप का पुरस्कार प्राप्त हुआ । महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह तथा भौतिकशास्त्र की प्राध्यापक डाॅ. जगजीत कौर सलूजा ने सुंयुक्त रूप से जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में 28 राज्यों के 80 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया छत्तीसगढ़ प्रदेश में यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रतीक्षा तिवारी एक मात्र छात्रा है । प्राचार्य डाॅ. सिंह ने बताया कि इस उच्च स्तरीय प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में श्रीमतती आशिमा सौरभ दीक्षित, आयुक्त, भारतीय राजस्व सेवा तथा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के प्रसिद्ध आचार्य सत्यम सम्राट उपस्थित थे ।
रनर अप विजेता प्रतीक्षा तिवारी ने बताया कि राष्टीय मुद्दों पर तत्कालिक बोलना तथा त्रिभाषा का प्रयोग एक कठिन कार्य एवं रोमांचक अनुभव था । प्राचार्य डाॅ. सिंह ने प्रतीक्षा तिवारी को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियों से जहां स्वयं का व्यक्तित्व विकसित होता है वहीं राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलने से आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है । डाॅ. सिंह ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे लाॅकडाउन अवधि में इसी प्रकार की रचनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लें । - दुर्ग 31 मई : कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के तहत घर से बाहर निकलने वाले सभी व्यक्तियों को मास्क लगाना तथा सोशल डिस्टेंस का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना है। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ निगम प्रशासन सख्त कार्यवाही कर रहा है। रविवार को निगम के अधिकारियोंध् कर्मचारियों ने विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निगम के सभी जोन के राजस्व विभाग की टीम सार्वजनिक स्थान पर थूकने व मास्क से मुंह को कवर किए बिना निकलने वाले व्यक्तियों पर अर्थदंड की कार्यवाही कर रही है। निगम की टीम बाजार क्षेत्र, दुकानों व ग्राहकों का निरंतर निरीक्षण कर रहे है। लोगों के अधिक आवागमन वाले चैक चैराहो का निरीक्षण करते हुए दुपहिया वाहन में अधिक सवारी पाए जाने पर अर्थदंड की कार्यवाही की जा रही है। पिछले तीन दिनों में निगम के विभिन्न क्षेत्रों मे 29 लोगों से 4850 रुपए अर्थदंड वसूला गया। निगम की टीम ने कई स्थानों का निरीक्षण करते हुए बिना मास्क लगाए घूमने वालों तथा सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड की कार्यवाही किए।
1934 लोगों पर की जा चुकी है कार्यवाही निगम की टीम कार्यवाही करते हुए अब तक 1934 लोगों से 566240 रूपए की अर्थदंड की वसूली कर चुकी है। आज रविवार को प्रतिबंधित दुकानों, व्यवसायिक क्षेत्रों का निगम के कर्मचारियों ने निरीक्षण किया। टीम आकाशगंगा, दक्षिण गंगोत्री, सुपेला, कोहका आदि क्षेत्रों के दुकानों का निरीक्षण किए। इस दौरान प्रतिबंधित दुकाने बंद पाई गई। -
दुर्ग 31 मई : नगर पालिक निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय सहित जोन कार्यालयों में आज संपत्तिकर जमा करने करदाता पहुंचे और 100 से अधिक लोगों ने अपना टैक्स जमा किया। पिछले वित्तीय वर्ष का संपत्तिकर जमा करने वाले करदाता कम ही दिखे, शासन के आदेश अनुसार आज दिन रविवार को तिथि समाप्त हो रही है, यदि किसी प्रकार का आदेश शासन स्तर से प्राप्त नहीं होता है तो पिछले वर्ष के बकायादारो से अतिरिक्त अधिभार सहित शास्त्ती का शुल्क लिया जाएगा। आज रविवार को जब तक करदाता मुख्यालय के कैंपस के भीतर मौजूद रहे तब तक उनसे टैक्स जमा किया गया। टैक्स जमा करने आने वाले करदाताओं को सोशल डिस्टेंस के तहत मुख्य प्रवेश द्वार के समीप कुर्सियों में जगह दी गई है, ताकि कतार लगाने की आवश्यकता न हो और बारी बारी से उन्हें टैक्स जमा करने के लिए टैक्स काउंटर में बुलाया जा सके, इसके लिए स्पैरो के कर्मचारी मौजूद रह। निगम के सुरक्षाकर्मी सोशल डिस्टेंस मेंटेन कराने की व्यवस्था संभाल रहे है। आने वाले करदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है तथा हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है।
महिलाओं और बुजुर्गों को दी गई प्राथमिकता आज कुछ महिलाएं और सीनियर सिटीजन भी टैक्स जमा करने के लिए पहुंचे जिन्हें प्राथमिकता के तौर पर तवज्जो देते हुए पहले टैक्स जमा कराया गया। पूरे निगम की बात करें तो संपत्ति कर जमा करने के लिए है छः काउंटर खोले गए है इसके अलावा डोर टू डोर कलेक्शन एवं ऑनलाइन भी जमा किया जा रहा है। माह जून और जुलाई में संपत्ति कर में 5 प्रतिशत की छूट माह जून और जुलाई में संपत्तिकर जमा करने वाले करदाताओं को 5 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाएगी, जिसका फायदा इस वित्तीय वर्ष के टैक्स पेई को मिलेगा। -
वनोपज का उचित दाम प्रदान कर छत्तीसगढ़ शासन ने किया आर्थिक खुशहाली का मार्ग प्रशस्त
कोरिया 31 मई : महुआ, हर्रा, बहेड़ा और चरौटा जैसे वनोपज सिर्फ वन और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन का हिस्सा ही नहीं, उनके आर्थिक लाभ के भी साधन हैं। वनों में जब महुआ या धवई फूल खिलते हैं तो वनवासियों के चेहरे भी उम्मीद से खिल उठते हैं कि इन वनोपज को शासन को बेचकर वे मिलने वाली राशि से अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो सकेंगे। वन और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की इसी उम्मीद को बरकरार रखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने भी वनधन विकास योजना के माध्यम से उन्हें वनोपज का उचित दाम प्रदान कर आर्थिक सुधार व खुशहाली का मार्ग प्रशस्त किया है।
वनधन विकास योजना के अंतर्गत जिले के ग्रामीणों एवं समूहों के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु उनके द्वारा संग्रहित वनोपज का शासन द्वारा उचित समर्थन मूल्य पर क्रय किया जा रहा है। इसके माध्यम से गैर लकड़ी के छोटे वन उत्पाद का उपयोग कर वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों एवं स्व सहायता समूहों को आजीविका प्रदान की जा रही है। कोरिया वनमंडल अधिकारी श्री राजेश चंदेले ने बताया कि जिले में 14 संग्रहण समितियों के द्वारा कार्य किया जा रहा है। अब तक 3298 संग्राहकों द्वारा लघु वनोपज का विक्रय समूह को किया गया है। शासन की इस योजना के जरिए वनांचल क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीण एवं स्व सहायता समूह आर्थिक रूप से लाभांवित हो रहे हैं।
जिले में अब तक कुल 2070.20 क्विंटल वनोपज का संग्रहण किया जा चुका है जिसकी कुल कीमत 56 लाख 78 हजार 11 रूपये का भुगतान किया गया है। वनों से प्राप्त होने वाले इन वनोपज में चरौटा 330.47 क्विंटल, रंगीनी लाख 1.35 क्विंटल, हर्रा 9.12 क्विंटल, बहेड़ा 18.28 क्विंटल, नागरमोथा 76.83 क्विंटल, इमली 93.98 क्विंटल, धवई फूल 131.73 क्विंटल, माहुल पत्ता 141.50 क्विंटल एवं महुआ फूल 1266.94 क्विंटल शामिल हैं। जिले में संग्रहित वनोपज सामग्री की खरीदी के लिए 24 हाट बाजारों को चयनित किया गया है जहां पर शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर हाट बाजारों के जरिए समूहों से खरीदी की जा रही है।
उन्होंने आगे बताया कि कोरिया वनमंडल बैकुण्ठपुर में कुल 5 वनधन केन्द्र हैं। वनोपज क्रय एवं प्रसंस्करण में ग्राम स्तर पर 24 स्व सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। इसी तरह हाट बाजार स्तर पर 16 एवं वनधन केन्द्र स्तर पर 5 स्व सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। वनधन विकास योजना शासन की महत्वांकाक्षी योजना है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को वनोपज का उचित दाम मिलने लगा है जिससे उनके जीवन में आर्थिक सुधार एवं खुशहाली आई है। - मनरेगा के कार्य तालाब गहरी करण और डबरी निर्माण की जानकारी लीलाभान्वित किसान बलवीर लकड़ा से योजनाओं के संबंध में कलेक्टर ने ली जानकारी
जशपुर: कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज बगीचा विकासखंड के सन्ना क्षेत्र के लोरो पंचायत में उघान विभाग द्वारा संचालित एफपीओ 65 लाख की लागत से हब निर्माण का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव अकरीकोना में उद्यान विभाग के अन्तर्गत नाबार्ड से लाभान्वित किसान बलवीर लकड़ा के खेत का अवलोकन किया। उन्होंने किसान से खेती बाड़ी योजना के बारे में जानकारी ली। किसान ने बताया कि उद्यान विभाग की योजना का लाभ लेकर उन्होंने अपने खेत में मिर्च टमाटर और नाशपाती के साथ आम की खेती करते हैं जिससे उनको साल में शुद्ध आमदनी हो जाती है। उन्होंने बताया कि अपने खेत में नाशपाती के 55 पौधे लगाए है जिसमें उन्हें एक नाशपाती के पेड़ से औसतन एक हजार की आमदनी हो जाती है। लगभग 55 पौधे से 55 हजार की साल भर में आमदनी हो जाती है।कलेक्टर ने श्री कावरे ने पोस्ट मैट्रिक छात्रावास सन्ना में बने कोरोटाइन सेंटर सन्ना का भी निरीक्षण किया और सेटर में दी जानी वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इस सेंटर में 16 लोगों को रखा गया है। जहां शासन की ओर से उन्हें भोजन, पानी चाय एवं नाश्ता की सुविधा दी जा रही। कलेक्टर ने वनविभाग के अन्तर्गत संचालित रानीझूला जहां ईब नदी का उद्गम हुआ है, का भी निरीक्षण किया और जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिएए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। वन मंडलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव ने बताया कि जल संरक्षण संवर्धन के लिए कन्ट्रोटेक बोल्डर चेक डेम के साथ ही अन्य निर्माण कार्य जा रहा हैै। उन्होंने ऊपरसैमरा ग्राम में बैसाखिन से आवास योजना की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान ग्राम रोनी में मनरेगा के तहत डबरी निर्माण, तालाब गहरीकरण की जानकारी ली। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को अधिकारियो को 15 जून से पहले निर्माण कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए।इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के एस मंडावी, वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव, बगीचा एसडीएम रोहित व्यास, सहायक आयुक्त आदिवासी एस के वाहने, उद्यान अधिकारी श्री आर. के. एस. भदौरिया, जनपद सीईओ बगीचा विनोद सिंह एवं बीईओ बगीचा श्री एम. आर. यादव उपस्थित थे। - विकासखंड बगीचा के अम्बापकरी के लोगों ने पेयजल का घर पहुंच सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रषासन को दिया धन्यवादपेयजल की आपूर्ति के लिए नवीन हैण्डपंप की स्थापना एवं खराब हैण्डपंप का किया गया मरम्मतजिले में 101 नल जल योेजना एवं 485 सोलर ड्यूल पंप के माध्यम से कराया जा रहा है पेयजल उपलब्ध
जशपुर: ग्रीष्मकाल में लोगों को सुगमता पूर्वक पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा लगातार हैंडपंपो की मरम्मत और नये हैंडपंप स्थापित किए जा रहे है। कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को हेण्डपम्प सुधारने तथा जहां जल स्तर कम है वहां अतिरिक्त पाईप लगाने के साथ ही पेयजल समस्या वाले बसाहटों में नये नलकूप खनन एवं हेण्डपम्प स्थापित कर लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है। ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को पेयजल की समस्या के समाधान के लिए जिले में विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिनमें नवीन हैण्डपंप स्थापना, नलजल योजना एवं सोलर ड्यूल पंप इत्यादि षामिल है। कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी जषपुर ने बताया कि जिले में कुल 16 हजार 255 हैण्डपम्प के माध्यम से ग्रामीण लोगों को पेेेयजल प्रदान किया जा रहा है।जषपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को पाईप के द्वारा सीधे उनके घरों में पेयजल प्रदान किये जाने के उद्देष्य से जिले में 101 नलजल योजना का संचालन किया जा रहा हैै जिससे उन्हें पेयजल का घर पहुंच सुविधा मिल सके। कुछ ऐसा ही कहना है जिले के बगीचा विकासखंड के ग्राम अम्बापकरी के लोगों का, जहां के लोग घरेलू एवं मवेषियो के उपयोग हेतु जल के लिए अपने घर से दूर स्थापित हैण्डपंप एवं कुआॅं पर आश्रित थे। इन हैण्डपंप एवं कुॅंआ से पानी अपने घर तक ले जाने में ग्रामीण महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। बरसात के दिनों में भीगते हुए उन्हें पेयजल लेने के लिए हैण्डपंप तक आना पड़ता था। अब ग्राम अम्बापकरी में विभाग द्वारा नलजल योजना के अंतर्गत टंकी निर्माण कर लोगों के घर-घर में पाईप के माध्यम से पेयजल पहुंचने की सुविधा उपलब्ध किया गया है। जिससे ग्रामीणों को पेयजल उनके घर पर ही मिल रहा है। इस सुविधा से ग्रामीणों को घर से दूर स्थित हैण्डपंप एवं कुॅंआ से पानी ढोने की समस्या से छूटकारा मिला है। ग्राम अम्बापकरी के लोगों ने जिला प्रषासन को इसके लिए धन्यवाद देते हुए अपना आभार व्यक्त किया है।इसके साथ ही जिले के दूरस्थ ग्रामीण वनांचल क्षेत्रो में जहाॅं बिजली की आपूर्ति पर्याप्त नहीं है वहाॅं नल के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। जहाॅं सूरज की रौशनी से चलने वाले सोलर ड्यूल पंप की स्थापना किया गया है जिससे इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगो को पेयजल से संबंधित समस्या न हो। वर्तमान में जिले में कुल 485 सोलर ड्यूल पंप स्थापित है।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रो में पेयजल से संबंधित मांग एवं षिकायतों के त्वरित निरकारण के लिए जिला, उपखंड एवं विकासखंड मुख्यालय स्तर पर कंटोल रूम का गठन किया गया है। जिनमें संबंधित क्षेत्र के उप अभियंता अथवा सहायक अभियंता को कंट्रोल रूम का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। कंटोल रूम के माध्यम से हैण्डपंपों के खराब होने अथवा जल स्तर कम होने पर पेयजल समस्या की सूचना प्राप्त होते ही विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही कर बिगड़े हैण्डपंपों का संधारण किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत विभाग द्वारा सुधार योग्य बिगड़े हैण्डपम्पों की मरम्मत के लिए विशेष अभियान चलाकर जिले के 1510 खराब हैण्डपम्पों का सुधार किया गया है।राज्य सरकार एवं जिला प्रषासन के निर्देषानुसार कोरोना वायरस महामारी के नियंत्रण एवं बचाव के लिए जिले के समस्त जल स्त्रोतो के जल का षुद्धिकरण किया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के समस्त हैण्डपंप, नलजल योजना के तहत निर्माण किये गए टंकी, एवं उच्च स्तरीय जलागार के अतिरिक्त पेयजल के लिए प्रयोग में आने वाले जल स्त्रोतो में क्लोरिनेषन का कार्य किया जा रहा है जिससे लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके।