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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत प्राकृतिक आपदा से मृत्यु होने पर एक मृतक के निकटतम वारिसान के लिए चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की है। इनमें सर्पदंश से मृत्यु होने पर पिथौरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम सरकंडा की मृतिका तानी ठाकुर के पिता श्री भानुप्रताप ठाकुर के लिए 04 लाख की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।
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जनभागीदारी से होगा सफल आयोजन
महासमुंद : भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार “पोषण अभियान” के अंतर्गत 8 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक “पोषण पखवाड़ा 2025” का आयोजन पूरे जिले में किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य और पोषण संबंधी व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।
कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि पोषण पावाड़ा के अंतर्गत जिला, विकासखण्ड, ग्राम एवं प्रत्येक केंद्र स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन आपसी समन्वय से किया जाए। उन्होंने सभी संबंधित विभागों और संस्थाओं से इस अभियान को जनआंदोलन के रूप में अपनाने का आह्वान किया। पोषण पखवाड़ा के दौरान जीवन के प्रथम 1000 दिवस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही पोषण ट्रेकर में उपलब्ध बेनिफिशियरी मॉड्यूल का प्रचार-प्रसार, सी-मैम मॉड्यूल के माध्यम से कुपोषण प्रबंधन तथा बच्चों में मोटापे की रोकथाम हेतु स्वस्थ जीवन शैली की जागरूकता को प्रमुखता दी जाएगी।
गत वर्षों की तरह इस वर्ष भी सहयोगी विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला स्व सहायता समूहों, महिला मंडलियों, नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी, एनएसएस और निजी व सार्वजनिक क्षेत्र की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जनप्रतिनिधियों, पंचायती राज संस्थाओं एवं स्थानीय निकायों की भागीदारी भी इस अभियान को प्रभावी बनाएगी। कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग गतिविधियों का कैलेण्डर अनुसार प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें और इस पखवाड़े को जनहित में सफल बनाने हेतु पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करें।
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महासमुन्द : राज्य शासन द्वारा सुशासन तिहार-2025 के सफल संचालन हेतु 8 अप्रैल से 11 अप्रैल 2025 तक प्रत्येक दिन ऑनलाईन आवेदन प्रविष्टि कराने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत कलस्टर प्रभारियों से प्राप्त आवेदनों की डाटा एंट्री की जाएगी, जिसके लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व महासमुंद द्वारा अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की गई है।
जारी आदेश के अनुसार, डाटा एंट्री कार्य की निगरानी एवं समन्वय हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें श्री रोहिदास पारेश्वर, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत महासमुन्द नोडल अधिकारी होंगे। इसी तरह श्रीमती स्वाती चंद्राकर, कार्यक्रम अधिकारी (मनरेगा), श्रीमती अर्चना चंद्राकर, सहायक प्रोग्रामर (मनरेगा) एवं श्री नितेश प्रजापति, ब्लॉक समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को सहायक नोडल नियुक्त किया गया है तथा श्रीमती सावित्री साहू, भृत्य (मनरेगा) सहयोगी रहेंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है।
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वाटिका में औषधीय पौधे, एडवेंचर जोन, तितली जोन सहित प्राकृतिक खूबसूरती को किया गया है प्रदर्शित
28 हेक्टेयर में बनाया गई है पर्यावरण वाटिका
जशपुरनगर: अगर आप प्रकृति के बीच स्वच्छ वातावरण में अपने परिवार के साथ समय बिताने आना चाहें तो बगिया में बनी पर्यावरण वाटिका आपका इंतजार कर रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज पर्यावरण वाटिका का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाटिका परिसर में नारियल, सुपाड़ी और सीता अशोक का पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
53 लाख रुपए की लागत से निर्मित लगभग 28 हेक्टेयर में बने पर्यावरण वाटिका में एडवेंचर जोन, औषधीय गुणों से भरपूर पौधे, चिल्ड्रन पार्क, वाटर फॉल, मेडिटेशन हट, तितलियों के जीवन चक्र को प्रदर्शित करती तितली जोन और कई निर्माण कराएं गए हैं जो लोगों को प्रकृति के और भी करीब ले जाकर आनंदमय अनुभव कराती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद ग्रामीणों से कहा कि इसके बन जाने से यहां पर रोजगार के अवसर निर्मित होंगे।
वाटिका में लगाये गए हैं औषधीय गुणों से भरपूर पौधे
पर्यावरण वाटिका में जंगल ट्रेल का निर्माण किया गया है। जहां योग जोन, आरोग्य वन पथ, जंगल जिम, तितली जोन, मोगली एडवेंचर जोन, ऑक्सीजन बूथ, पैगोडा, गजराज जोन, तालाब, नेचुरल झूले, किड्स प्ले जोन बनाया गया है। यहां पर विभिन्न औषधीय गुणों से भरपूर हर्रा, गिलोय, बेली बांस, सर्पगंधा, अश्वगंधा, बारबाडोस लिली, पुदीना, लेमन ग्रास, पत्थरचट्टा, आंवला आदि पौधे लगाए गए हैं।
वाटिका में निर्मित तितली जोन में तितली के पर्यावरण में योगदान को प्रदर्शित करते हुए तितली के सम्पूर्ण जीवन चक्र को दर्शाया गया है। यहां पर जशपुर में पाई जाने वाली सभी तितलियों की प्रजातियों को भी प्रदर्शित किया गया है। इस प्रदर्शन का उद्देश्य तितलियों के बारे में लोगों को जानकारी देने के साथ उनके संरक्षण के महत्व के बारे में भी बताना है।
मोगली एडवेंचर जोन में बच्चों के लिए हैं विभिन्न साहसिक खेलवाटिका में बने किड्स प्ले जोन में बच्चों के लिए आकर्षक झूले लगाए गए हैं। जिसमें प्राकृतिक झूलों को लगाया गया है। इसके अतिरिक्त बच्चों के मनोरंजन के लिए मोगली एडवेंचर जोन बनाया गया है। जहां कमांडो नेट, टायर वॉक, बैलेंस ब्रिज, टायर क्लाइम्बिंग, रोप वॉक, इंक्लाइंड लॉग, कार्गो नेट, सिंगल लाइन ब्रिज, बर्मा ब्रिज आदि बनाये गए हैं।
वाटिका में सरई छांव के रूप में प्राकृतिक पैगोडा का निर्माण किया गया है। जहां परिवार के साथ प्रकृति का आनंद लिया जा सकता है। यहां पर आदिम कलाकारों द्वारा आदिम संस्कृति को प्रदर्शित करती कास्ट मूर्तियां भी लगाई गई हैं। इस वाटिका में पर्यावरण के प्रति जागृति दिखाते हुए बांस के बने आकर्षक डस्टबिन भी लगाए गए हैं।
मुख्यमंत्री बच्चों से पूरी आत्मीयता से मिले, दिए फल और ड्राई फ्रूट्समुख्यमंत्री जब भी बच्चों से मिलते है पूरे वात्सल्य भाव से मिलते हैं। आज जब मुख्यमंत्री पर्यावरण वाटिका का अवलोकन कर रहे थे तब उन्होंने वहां खेल रहे बच्चों को अपने पास बुलाया और उनसे प्रेम भाव से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें खाने के लिए फल और ड्राय फ्रूट्स दिए। प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले दीपांशु यादव, नीतू देवार, भीम विश्वकर्मा, रितेश राम सहित अन्य बच्चे मुख्यमंत्री से मिलने के बाद काफी खुश नजर आए।
इस अवसर पर सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय, पीसीसीएफ श्री अरुण पांडेय, कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी श्री अंकित गर्ग, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, वनमंडलाधिकारी श्री जितेन्द्र उपाध्याय, आईएफएस श्री निखिल अग्रवाल, रामप्रताप सिंह, भरत सिंह, सुनील गुप्ता सहित अधिकारीगण और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
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पायलट और टेक्निकल स्टाफ के लिए रूकने की गई व्यवस्था
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कांसाबेल विकास खंड के ग्राम बगिया में 72 लाख 30 हजार की लागत से हेलीपेड लाउन्ज का लोकार्पण किया। सर्व सुविधायुक्त युक्त लाउन्ज में दो कमरा ,एक हाल एक किचन और स्टडी रूम की भी सुविधा दी है। इसमें पायलट एवं उनके टेक्निकल स्टाफ के लिए रुकने की सुविधा की गई है।
इस अवसर पर सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और विधायक पत्थलगांव श्रीमती गोमती साय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सालिक साय सरपंच बगिया श्रीमती राजकुमारी साय पीसीसीएफ श्री अरुण पांडेय, कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी श्री अंकित गर्ग, कलेक्टर श्री रोहित व्यास, पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, वनमंडलाधिकारी श्री जितेन्द्र उपाध्यक्ष, आईएफएस श्री निखिल अग्रवाल रामप्रताप सिंह, भरत सिंह, सुनील गुप्ता सहित अधिकारीगण और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।
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छिंद कांसा की बनाती है सुंदर टोकरी
जशपुरनगर : जशपुर जिले के कांसाबेल विकासखंड के ग्राम टाटीडांड की रहने वाली श्रीमती रिंकी यादव आज अपने आत्मविश्वास, मेहनत और हुनर से न सिर्फ अपने परिवार को संबल दे रही हैं, बल्कि गांव की अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बन चुकी हैं। वे पिछले 6 वर्षों से ‘बिहान’ योजना के अंतर्गत राखी स्व-सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं और समूह के माध्यम से उन्होंने पारंपरिक छिंद कांसे की टोकरियाँ बनाकर अपनी आजीविका का नया मार्ग प्रशस्त किया है।
श्रीमती रिंकी यादव ने वर्ष 2019 से छीद कांसा की टोकरी बनाने का कार्य शुरू किया। पहले यह कार्य केवल घरेलू उपयोग तक सीमित था, लेकिन समूह से जुड़ने के बाद उन्हें इसे आय का स्रोत बनाने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि समूह के माध्यम से उन्हें हर वर्ष लगभग एक लाख रुपये की आय होती है। इसके अतिरिक्त वे व्यक्तिगत स्तर पर भी छिंद कांसे की टोकरियाँ बनाकर 20 से 30 हजार रुपये की अतिरिक्त कमाई कर लेती हैं।
यह आय उनके परिवार के भरण-पोषण, बच्चों की शिक्षा और घर की जरूरतों को पूरा करने में सहायक बनती है। सबसे खास बात यह है कि आज वे अपने सपनों का पक्का घर भी बना रही हैं, जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यह सब कुछ उनके निरंतर परिश्रम और समूह की सहायता से ही संभव हो पाया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद दिया है।
श्रीमती रिंकी यादव ने बताया कि स्व-सहायता समूह में जुड़ने के बाद उन्हें न सिर्फ रोजगार मिला, बल्कि शासन की विभिन्न योजनाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त हुई। इसने न सिर्फ उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया बल्कि उनके भीतर आत्मविश्वास और सामाजिक सहभागिता की भावना भी मजबूत की।
वे कहती हैं“बिहान योजना से जुड़ने के बाद मेरे जीवन की दिशा ही बदल गई। आज मैं खुद को आत्मनिर्भर महसूस करती हूं और अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने का सपना भी साकार होते देख रही हूं। शासन की योजनाओं ने मुझे हौसला और सम्मान दिया है।
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दिनेश सिंह ने मत्स्य पालन से बनाई अपनी पहचान, अन्य लोगों को दे रहे हैं रोजगार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो रहे हैं। शासन की योजनाओं ने शिक्षित बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान किए हैं। इन योजनाओं का लाभ उठाकर युवा न केवल अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं। ऐसी ही एक कहानी है सीतापुर विकास खंड के ग्राम पंचायत उडुमकेला के निवासी दिनेश सिंह की, जिन्होंने मत्स्य पालन को अपनी आजीविका का साधन बनाकर सफलता की नई मिसाल पेश की है।
मत्स्य पालन बना रोजगार का जरिया
श्री दिनेश सिंह ने एमए (राजनीति विज्ञान) तक पढ़ाई की है। पढ़ाई उपरांत उन्होंने स्वयं का व्यवसाय शुरू कर दूसरों को भी रोजगार देने की सोची। इसी दौरान उन्हें प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की जानकारी मिली, जिसमें मत्स्य पालन के हेतु शासन की ओर से 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। तो उन्होंने साल 2022 में उन्होंने अपनी एक हेक्टेयर जमीन पर तालाब निर्माण के लिए आवेदन किया। शासन की सहायता से उन्हें तालाब निर्माण के लिए 4.5 लाख रुपये मिले, जिसमें से उन्हें 2.80 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में प्राप्त हुए।
सालाना 9 लाख रुपये की आमदनी
दिनेश सिंह ने तालाब में कुल 10000 नग फिंगरलिंग रोहू, कतला, मृगल, कॉमन कार्प, रुपचंदा का मत्स्य बीज संचयन किया। आज उनका व्यवसाय फल-फूल रहा है और प्रति वर्ष 5-6 टन मछली का उत्पादन करते है। जिसे थोक भाव में 150 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक्री करने पर उन्हें सालाना लगभग 8 से 9 लाख रुपये की आय होती है। खर्च निकालने के बाद भी उन्हें 4 से 4.5 लाख रुपये की शुद्ध बचत हो रही है। इसके अलावा, उनके इस काम में 2-3 लोगों को स्थायी रोजगार भी मिला है। जिससे उनका परिवार चल रहा है। दिनेश सिंह की सफलता साबित करती है कि सरकारी योजनाओं का सही उपयोग करके युवा स्वावलंबी बन सकते हैं। उनकी मेहनत और लगन ने न केवल उनके परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारी, बल्कि गांव के अन्य युवाओं को भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया है। शासन की ऐसी योजनाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और बेरोजगारी दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
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रिंकी यादव बनीं गांव की महिलाओं के लिए मिसालजशपुर : जशपुर जिले के कांसाबेल विकासखंड अंतर्गत ग्राम टाटीडांड की रहने वाली रिंकी यादव आज सफलता की मिसाल बन चुकी हैं। पारंपरिक छिंद कांसे से बनी सुंदर टोकरियों को अपनी आजीविका का साधन बनाकर उन्होंने गांव की अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी है।
रिंकी यादव पिछले 6 वर्षों से राज्य शासन की महत्वाकांक्षी ‘बिहान’ योजना के तहत संचालित राखी स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं। वर्ष 2019 में उन्होंने पारंपरिक टोकरी निर्माण के कार्य को केवल घरेलू उपयोग से आगे बढ़ाकर इसे आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बना लिया। समूह से जुड़ने के बाद उन्हें इस कार्य को व्यावसायिक रूप देने का अवसर मिला। आज उनकी वार्षिक आमदनी समूह के माध्यम से लगभग एक लाख रुपये तक पहुँच चुकी है। इसके अतिरिक्त, वे व्यक्तिगत स्तर पर भी छिंद कांसे की टोकरियाँ बनाकर 20 से 30 हजार रुपये तक की अतिरिक्त आमदनी अर्जित कर रही हैं। यह आमदनी उनके परिवार के भरण-पोषण, बच्चों की पढ़ाई और घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उनकी मेहनत और लगन का ही परिणाम है कि अब वे अपने सपनों का पक्का घर भी बना रही हैं, जिसका निर्माण कार्य तेजी से जारी है। इस सफलता के लिए रिंकी यादव ने छत्तीसगढ़ शासन और विशेष रूप से मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया है।
रिंकी यादव का कहना है कि स्व-सहायता समूह में जुड़ने के बाद उन्हें शासन की योजनाओं, प्रशिक्षणों और अवसरों की जानकारी मिली। इससे उनके जीवन में न केवल आत्मविश्वास का संचार हुआ बल्कि सामाजिक स्तर पर भी सहभागिता बढ़ी। बिहान योजना से जुड़ने के बाद मेरे जीवन की दिशा ही बदल गई। आज मैं खुद को आत्मनिर्भर महसूस करती हूं और अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने का सपना भी साकार होते देख रही हूं। शासन की योजनाओं ने मुझे हौसला और सम्मान दिया है।
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महासमुंद : भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अंतर्गत भूमि संसाधन विभाग द्वारा जल एवं भूमि संसाधनों के संरक्षण और सतत उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 5 फरवरी 2025 से “वाटरशेड रथ यात्रा“ का शुभारंभ किया गया है। इस यात्रा का उद्देश्य जलग्रहण क्षेत्रों का विकास, वर्षा जल संचयन, कृषि उत्पादकता में वृद्धि तथा कृषि वनीकरण के माध्यम से ग्रामीण जीवन को सशक्त बनाना है।इसी कड़ी में आज 4 मार्च को यह रथ महासमुंद जिले पहुँचा, जहां कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने “वाटरशेड रथ’’ को कलेक्टोरेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह यात्रा ग्रामीण समुदायों में जल संरक्षण, प्राकृतिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन और भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए जन-जागरूकता फैलाने का एक सशक्त माध्यम है। रथ के माध्यम से ग्रामीणों को ऑडियो-विज़ुअल तकनीकों से विभिन्न उपायों की जानकारी दी जा रही है। इस अवसर पर उप संचालक कृषि श्री एफ.आर. कश्यप और सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी श्री भीमराव घोडेसवार मौजूद थे।
इसके बाद ‘‘वाटरशेड रथ’’ ग्राम पंचायत पथरला, विकासखंड पिथौरा पहुँचा, जहाँ स्थानीय ग्रामीणों एवं विद्यार्थियों ने इस अभियान का स्वागत उत्साहपूर्वक किया। इस अवसर पर रंगोली एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों ने जल संरक्षण विषय पर रचनात्मक प्रस्तुतियां दीं। मुख्य अतिथि श्री ओमप्रकाश चौधरी पूर्व अध्यक्ष, भूमि विकास बैंक ने विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण कर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर श्री टिकेलाल साव (सांसद प्रतिनिधि), श्रीमती जगमोती भोई (जिला पंचायत सदस्य), श्रीमती डोलेश्वरी नीरू प्रधान जनपद सदस्य, श्री अभिमन्यु प्रधान, श्रीमती विमला बेहरा, श्री परशुराम गणतिया, श्री दीनदयाल भोई, श्री मनीराम निषाद एवं श्री सुभाष बंजारा व जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। ग्रामवासियों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा श्रमदान किया गया। रथ के माध्यम से जल संरक्षण पर आधारित वीडियो प्रसारण किया गया, जिसे ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों ने जागरूकता से देखा व जल संरक्षण हेतु शपथ दिलाई गई। इस दौरान कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आज हुआ पहला सिजेरियन प्रसवबिलासपुर : रतनपुर के लोगों को अब महिला नसबंदी और सिजेरियन प्रसव के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें रतनपुर सीएचसी में ही यह सुविधा मिलना शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में रतनपुर के सीएचसी को अपग्रेड करते हुए यहां सर्वसुविधायुक्त ऑपरेशन थियेटर (ओटी) शुरू किया गया है। आज यहां सिजेरियन प्रसव हुआ। अब तक यहां 7 महिला नसबंदी आपरेशन भी हो चुका है। अब रतनपुर क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को सिजेरियन प्रसव एवं महिला नसबंदी के लिए बिलासपुर आना नहीं पड़ेगा। कलेक्टर ने इसके लिए पूरे स्वास्थ्य विभाग की टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री अवनीश शरण ने कई बार रतनपुर अस्पताल का निरीक्षण कर वहां ओटी संबंधी समस्त सुविधाएं देने के निर्देश सीएमएचओं को दिए थे। रतनपुर में ओटी हेतु आवश्यक सभी उपकरण एवं दवाईयां दी गई। डीएमएफ मद से अस्पताल में स्थापित ओटी में आवश्यक सुधार कार्य किया गया। मापदंड पूर्ण होने पर पहले पदस्थ टीम द्वारा नसबंदी ऑपरेशन किया गया, इसके बाद आज पहला सफल सिजेरियन प्रसव कराया गया।अब कोटा विकासखंड के रतनपुर एरिया के लोगों को सुविधा उपलब्ध होगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनने के बाद पहली बार सीज़र ऑपरेशन प्रारंभ हुआ। अस्पताल के स्त्री प्रसूति विशेषज्ञ डॉ शीला शाहा, डॉ नेहुल झा, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. निधि कोर्राम, प्रभारी डॉ विजय चंदेल, स्टॉफ नर्स ममता साहू, योगेश्वरी रजक, आरती धीवर, एवम अन्य स्टॉफ के सहयोग से सी-सेक्शन प्रसव कराया गया। परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत महिला नसबंदी ऑपरेशन भी यहां किया जा रहा है। -
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विभागीय टोल फ्री नंबर जारी
कोरिया : आगामी ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने क्षेत्रीय स्तर पर हैण्डपम्पों के त्वरित निराकरण के लिए विशेष कदम उठाए हैं। विभाग ने मैदानी क्षेत्रों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के दूरभाष नंबर प्रेषित कर दिए हैं, ताकि नागरिकों को हैण्डपम्पों की खराबी की सूचना देने पर त्वरित समाधान उपलब्ध हो सके।
विभाग के अनुसार, खण्ड और उपखण्ड स्तर पर हैण्डपम्पों के निराकरण के लिए पंजीकरण संधारित किए गए हैं। इसके अलावा, बिगड़े हुए हैण्डपम्पों के सुधार के लिए नागरिक विभागीय टोल फ्री नंबर 18002330008 पर भी आवेदन कर सकते हैं। यह कदम ग्रीष्म ऋतु में जल संकट से बचने और प्रभावी जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में खराब हैण्डपम्पों की सूचना शीघ्र देने के लिए संबंधित अधिकारी से संपर्क करें, ताकि समय रहते जल संकट की स्थिति से निपटा जा सके। -
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कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के आदेशानुसार, कोरिया जिले में आगामी ग्रीष्म ऋतु के दौरान पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिले के सभी क्षेत्रों को जलाभाव ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया गया है। यह आदेश 01 अप्रैल 2025 से 31 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगा।
इस आदेश के तहत, जिले में किसी भी नए नलकूप को पेयजल के अलावा अन्य प्रयोजन के लिए खनन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल शासकीय एजेंसियां जैसे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और नगर पालिका परिषद् तथा नगर पंचायतों को पेयजल खनन के लिए नलकूप खनन की अनुमति होगी, जो उन्हें सिर्फ अपने क्षेत्र में खनन कार्य कराने की अनुमति प्रदान करती है।
विकासखंड बैकुणठपुर और सोनहत के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को नलकूप खनन के लिए प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। इन अधिकारियों को पेयजल के लिए नलकूप खनन की अनुमति देने का अधिकार प्राप्त होगा। यदि किसी व्यक्ति या एजेंसी द्वारा बिना अनुमति नलकूप खनन किया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों से कहा है कि वे इस आदेश का पालन सुनिश्चित करें और जल संकट से बचने के लिए समन्वयपूर्ण प्रयास करें। -
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कोरिया : कार्यालय आबकारी आयुक्त रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य की मदिरा दुकानों और अहाता परिसर के संचालन के लिए निविदा जारी की गई है। यह निविदा विभाग की वेबसाइट exise.cg.nic.in और राज्य सरकार की वेबसाइट cg.state.gov.in पर उपलब्ध है। कोरिया जिले के विदेशी मदिरा दुकान (बैकुंठपुर, चरचा, पटना, पंडोपारा) और देशी मदिरा दुकान (बैकुंठपुर) के लिए अहाता संचालन हेतु इच्छुक व्यक्ति या फर्म निविदा कर सकते हैं।
आवेदन 11 अप्रैल, 2025 तक शाम 5 बजे तक किए जा सकते हैं। निविदा जमा करते समय प्रति अहाता 5,000 रुपये की प्रोसेस फीस और निविदा राशि के 5 प्रतिशत के बराबर ई.एम.डी. (अर्नेस्ट मनी) ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के जरिए जमा करनी होगी।
निविदा प्रक्रिया और अन्य विवरण के लिए विभाग द्वारा ऑनलाइन नंबर 0771- 2512609 जारी किया गया है। अहाता आबंटन हेतु उम्मीदवारों का चयन 15 अप्रैल, 2025 को प्रातः 11 बजे ऑनलाइन मोड पर किया जाएगा। -
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वर्ष 2024-25 में अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भण्डारण का कुल 232 प्रकरण दर्ज कर 195 प्रकरणों में कुल समझौता राशि 72 लाख 40 हजार956 रुपए की वसूलीमहासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार खनिज विभाग द्वारा सतत कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में 02 अप्रैल को निरीक्षण के दौरान खनिज चूना पत्थर के 01 हाइवा, खनिज फर्शीपत्थर का 01 ट्रक अवैध परिवहन करते हुये तथा आज 04 अप्रैल को 01 चैन माउन्टेन ग्राम पंचायत खमतराई महानदी में अवैध रेत अवैध उत्खनन करते पाये जाने पर जप्त करते हुए वाहनो को सुरक्षार्थ तुमगांव थाना में रखा गया है।जप्त वाहन ट्रक सीजी 06 जीजी 3004, हाईवा सीजी 06 एचए 6668 व चैन माउन्टेन सीयूएसपी41-60140 उपरोक्त सभी वाहनों पर खान एवं खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियमन 1957 की धारा 21 के अतंर्गत दण्डात्मक कार्यवाही/02 से 05 वर्ष की सजा हेतु एफआईआर दर्ज कर परिवाद दाखिल करने की कार्यवाही की जायेगी, पूर्व में भी जिले के खनिज पट्टेदारो, खनिज परिवहनकर्ताओं को भी निर्देशित किया गया है कि बिना अभिवहन पास के खनिज उत्खनन / परिवहन/भण्डारण दण्डनीय अपराध है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अवैध उत्खनन के 24 प्रकरण दर्ज कर 16 प्रकरणो में समझौता राशि 26 लाख 53 हजार 650 रुपए वसूल निर्धारित मद में जमा कराया गया है एवं 03 प्रकरण में अवैध उत्खनन कर्ताओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाया गया है, 02 प्रकरण माननीय जिला एवं सत्र न्यायालय में विचाराधीन है एवं 02 प्रकरण प्रक्रियाधीन है। अवैध परिवहन के 191 प्रकरण दर्ज कर 162 प्रकरण में समझौता राशि 33 लाख 46 हजार 556 रुपए वसूल कर निर्धारित मद में जमा कराया गया है, 24 प्रकरण में अवैध परिवहनकर्ताओं के विरुद्ध 03 एफआईआर दर्ज कराया है एवं 05 प्रकरण माननीय जिला एवं सत्र न्यायालय में विचाराधीन है।इसी प्रकार अवैध भण्डारण के 17 प्रकरण दर्ज कर 16 प्रकरणों में समझौता राशि 12 लाख 40 हजार 750 रुपए वसूल कर निर्धारित मद में जमा कराया गया है एवं 01 प्रकरण माननीय जिला एवं सत्र न्यायालय में विचाराधीन है। इस प्रकार वित्तीय वर्ष 2024-25 में अवैध उत्खनन, परिवहन एवं भण्डारण का कुल 232 प्रकरण दर्ज कर 195 प्रकरणों में कुल समझौता राशि 72 लाख 40 हजार 956 रुपए वसूल कर निर्धारित मद में जमा कराया गया है। अवैध उत्खनन/पविहनकर्ताओ के विरुद्ध इसी प्रकार कृत्य करने पर दंडात्मक/एफआईआर की कार्यवाही की जायेंगी। कलेक्टर श्री लंगेह के निर्देशानुसार जिले में अवैध उत्खनन / परिवहन/भण्डारण पर प्रभावी नियंत्रण हेतु खनिज अमला द्वारा विशेष अभियान चलाकर निरंतर जांच किया जाएगा। -
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तैयारी पूर्ण, पहले दिन 24 ग्रामों में लगेंगे शिविरकलेक्टर ने व्यापक प्रचार-प्रसार के दिए निर्देशबिलासपुर : राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशानुसार जिले में 7 अप्रैल से शुरू हो रहे राजस्व पखवाड़ा की तैयारी पूर्ण हो गई है। प्रथम चरण में 7 अप्रैल से 21 अप्रैल तक विभिन्न ग्रामों में शिविर लगेंगे। प्रथम दिवस 7 अप्रैल को जिले की सभी तहसीलों में 24 शिविर आयोजित किये जाएंगे। कलेक्टर अवनीश शरण ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशों के अनुरूप शिविर के लिए एजेण्डा जारी कर दिए हैं। उन्होंने एजेण्डा के अनुरूप यथासंभव मौके पर ही काम निपटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शिविर का कोटवारों और अन्य माध्यमों से अधिक से अधिक प्रचार करने को कहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण और किसान शिविरों का फायदा उठा सकें। कलेक्टर ने पखवाड़ा में प्राप्त समस्त आवेदनों का 30 अप्रैल 2025 तक अनिवार्य रूप से निराकरण करने के निर्देश दिए हैं।
राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित राजस्व शिविरों में राजस्व से संबंधित लोक सेवा गारण्टी के अंतर्गत लोक सेवाओं की समय-सीमा में कार्यवाही, अविवादित किस्म के नामांतरण एवं खाता विभाजन का 30 अप्रैल तक शतप्रतिशत निराकरण, सीमांकन, डायवर्सन, वृक्ष कटाई के समय-सीमा के बाहर के प्रकरणों का 30 अप्रैल तक शतप्रतिशत निराकरण, विवादित नामांतरण, विवादित खाता विभाजन के समय-सीमा के बाहर के प्रकरणों की त्वरित सुनवाई कर 30 अप्रैल तक शत प्रतिशत निराकरण,, धारा 115 अंतर्गत अभिलेख त्रुटि हेतु आवेदन प्राप्त करना, राजस्व न्यायालयों में शून्य आवेदन वाले प्रकरण, शतप्रतिशत पेशी तिथि अपडेट करना, आरबीसी 6-4 के तहत प्रकरणों का त्वरित गति से निराकरण, अधीनस्थ टेबलों का निरीक्षण, अकारण की गई त्रुटियों के लिए जिम्मेदारी निर्धारित कर कार्रवाई करना तथा भू-अर्जन प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण किया जायेगा।
भू-अभिलेख के अंतर्गत स्वामित्व योजना के अंतर्गत भारतीय सर्वेक्षण विभाग से प्राप्त मैप का 30 अप्रैल को प्रकाशित करना, कोटवारों द्वारा विक्रय की गई सेवाभूमि के विरूद्ध समुचित कार्रवाई करना, अभिलेख शुद्धता, नक्शा बटांकन की 5 प्रतिशत प्रगति, भूमिस्वामी के खातों में आधार, मोबाईल नम्बर, किसान किताब एवं लिंग की प्रविष्टि का कार्य शतप्रतिशत किया जायेगा। आय, जाति, निवास संबंधी समस्त आवेदनों का शिविर स्थल पर ही लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से ऑनलाईन प्रविष्टि एवं समय-सीमा में शतप्रतिशत निराकरण किया जायेगा।
पहले दिन 7 अप्रैल को इन ग्रामों में लगेंगे शिविरराजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत पहले दिन 24 ग्रामों में शिविर लगाए जाएंगे। इनमें बिलासपुर तहसील के ग्राम गतौरी, जूना बिलासपुर में शेख गफ्फार स्कूल तारबहार, उरतुम, बेलतरा तहसील में बेलतरा, नेवसा, बिल्हा तहसील में मुरकटा, बोदरी में नगर पालिका भवन, मस्तुरी तहसील में रिस्दा, बेलटुकरी, डंगनिया, सीपत तहसील में खम्हरिया, धनिया, पचपेड़ी तहसील में ओखर, सोन, तखतपुर तहसील में पाली, बांधा, देवरीखुर्द, खम्हरिया, सकरी तहसील में सकर्रा, कोड़ापुरी, टाडा, सकरी, कोटा तहसील में सेमरिया, रतनपुर तहसील में मोहदा, उमरिया दादर, बेलगहना तहसील में टाटीधार एवं मानिकपुर में शिविर आयोजित किये गये हैं। -
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महासमुंद : विकासखंड बागबाहरा अंतर्गत ग्राम मनकी सेक्टर पटपरपाली में बाल विवाह की एक घटना को समय रहते प्रशासन द्वारा सफलतापूर्वक रोका गया। ग्राम मनकी निवासी राजकुमार पाड़े उम्र 15 वर्ष, पिता श्री पानसिंग का विवाह धरुल (नुनीयामुड़ा), जिला बरगढ़ (उड़ीसा) निवासी काजल राणा, पिता प्रभाकर राणा के साथ 4 अप्रैल 2025 से 7 अप्रैल 2025 के बीच निर्धारित था। जांच के दौरान यह पाया गया कि वर की उम्र 18 वर्ष से कम है, जिससे यह विवाह बाल विवाह की श्रेणी में आता है। इस जानकारी के आधार पर संबंधित अधिकारियों द्वारा तत्परता दिखाते हुए पालकों को समझाइश दी गई और विवाह कार्यक्रम को तत्काल प्रभाव से रुकवाया गया।
पालक पान सिंह ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे अभी अपने पुत्र की शादी नहीं करेंगे और जब राजकुमार विवाह योग्य आयु (21 वर्ष) पूर्ण कर लेगा, तभी उसका विवाह संपन्न कराएंगे। प्रशासन की इस कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में एक सकारात्मक संदेश गया है कि बाल विवाह एक कानूनी अपराध है और समाज में इसे किसी भी हाल में प्रोत्साहित नहीं किया जाएगा। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया गया कि विवाह के सभी कार्यक्रम पूर्ण रूप से रद्द कर दिए गए हैं। -
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कोरिया : जिले में पहली बार कंगारू मदर केयर (केएमसी) तकनीक पर स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ और छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया।
कंगारू मदर केयर तकनीक नवजात शिशुओं के लिए एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक तकनीक है, जिसमें शिशु को माँ की छाती से त्वचा से त्वचा संपर्क में रखा जाता है। यह तकनीक विशेष रूप से समय से पहले पैदा हुए या कम वजन वाले बच्चों के लिए अत्यंत फायदेमंद साबित होती है। यह शिशु को सुरक्षा, गर्मी और स्तनपान में सहायता प्रदान करता है, जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार होता है।
कोरिया जिले के कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, कंगारू मदर केयर तकनीक नवजात शिशुओं के जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) और मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) को कम करने में सहायक होगी। इस तकनीक को सही तरीके से लागू करने के लिए जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे नवजातों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रशांत सिंह के मार्गदर्शन में जिले के पटना -बैकुण्ठपुर और सोनहत के स्वास्थ्य कर्मियों, बीपीएम, बीटीईओ, सुपरवाइजर, सीएचओ और आरएचओ मेल-फीमेल को प्रशिक्षण में शामिल किया गया। रायपुर से आए विशेषज्ञ डॉ. अक्षय शक्ति तिवारी ने कंगारू मदर केयर पर विस्तृत जानकारी दी और इसके फायदे बताए।
इस पहल से कम वजन वाले शिशुओं (एलबीडब्ल्यू) के स्वास्थ्य में सुधार होगा और माँ-बच्चे के स्वास्थ्य स्तर में भी वृद्धि होगी। यह तकनीक हर वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचाएगी, विशेष रूप से ऐसे परिवारों को जिनके पास स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच है। कंगारू मदर केयर ना सिर्फ शिशु के स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि माँ और शिशु के बीच रिश्ते को भी मजबूत करता है। -
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कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर आज स्वास्थ्य विभाग और खाद्य एवं औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम ने कोरिया जिले के सोनहत ब्लॉक में स्वामी आत्मानंद स्कूल के 100 गज दायरे में संचालित पान ठेला, गुमटियां, और किराना स्टोर्स की जांच की। इस कार्यवाही का प्रमुख कारण यही था कि क्षेत्र में नशे के दुरुपयोग और तंबाकू उत्पादों की बिक्री को नियंत्रित करना था।
इसके अलावा, एकलव्य आदर्श आवासीय छात्रावास सोनहत का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान छात्रावास अधीक्षक को परिसर को धूम्रपान मुक्त बनाने के लिए बोर्ड लगाने और स्टाफ एवं छात्रों को नशे के दुरुपयोग के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए। इस कार्रवाई में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के औषधि निरीक्षक आलोक मिंज और विकास लकड़ा भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों और युवाओं में नशे के उपयोग को रोकने के लिए इस तरह के अभियान महत्वपूर्ण है, बल्कि समग्र रूप से समाज को स्वस्थ रखने की दिशा में एक अहम प्रयास भी है। -
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बेमेतरा : जिला खनिज विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अवैध उत्खनन एवं परिवहन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। जिले को इस वित्तीय वर्ष में शासन से 250 लाख रुपये के राजस्व का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, जबकि प्रशासन ने 605 लाख रुपये का राजस्व अर्जित किया, जो लक्ष्य का 242 प्रतिशत है। खनिज विभाग द्वारा अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ लगातार कार्रवाई की गई।खान एवं खनिज विकास अधिनियम के तहत अवैध परिवहन के 62 मामलों में कुल 15,36,350 रुपये, अवैध उत्खनन के 9 मामलों में 5,26,250 रुपये और अवैध भंडारण के 1 मामले में 2,25,000 रुपये का अर्थदंड वसूला गया। जिला प्रशासन ने अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। इस कार्रवाई से न केवल सरकारी राजस्व में वृद्धि हुई है, बल्कि अवैध खनन गतिविधियों पर भी प्रभावी रोकथाम संभव हुई है। -
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सूरजपुर : 01 अप्रैल 2025 से शासन द्वारा देशी/विदेशी (स्प्रिट/माल्ट) के दर में भारी कमी की गई है। जैसे देशी मदिरा की कीमत में 10 रूपये से 40 रूपये एवं विदेशी मदिरा स्प्रिट में 10 रूपये से 400 रुपये तक तथा माल्ट (बीयर) मदिरा में भी प्रति बोतल 20-30 रूपये कम हुई है। साथ ही शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 में देशी/विदेशी मदिरा ग्राहकों के लिए क्रय सीमा (परचेसिंग लिमिट) एक साथ 6 बोतल या 12 अद्धी या 24 पाव निर्धारित की गई है। -
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-मां बागेश्वरी माता का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि की करेंगें कामनासूरजपुर : चैत्र नवरात्र के अवसर पर तीन दिवसीय कुदरगढ़ महोत्सव का आयोजन 02 से 04 अप्रैल तक किया जा रहा है। महोत्सव के अंतिम दिवस 04 अप्रैल पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होगें और मां बागेश्वरी माता का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रदेश वासियों के सुख समृद्धि की कामना करेंगें और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनेगा। इस अवसर पर उनके द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों का निरीक्षण किया जायेगा। इसके साथ ही जिले के विकास को गति देने के लिए 105 करोड़ 43 लाख 51 हजार के कार्याे का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया जायेगा।
सूरजपुर जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी ओडगी विकासखंड में लगभग 1500 फीट ऊंचे पहाड़ पर स्थित कुदरगढ़ में मां बागेश्वरी देवी का मंदिर हिंदू धर्म का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। पहाड़ी की चोटी पर स्थित मंदिर तक चढ़ने के लिए लगभग 900 सीढ़ियाँ हैं। सीढ़ियों से मंदिर तक पहुंच मार्ग में तीर्थयात्रियों को मनोरम वॉटरफॉल भी देखने को मिलता हैं। राजा बालम का किला,पहाड़ी से गिरता जलधारा सूरजधारा सहित विजय कुंड प्रमुख दर्षनीय स्थल है। क्वांर और चौत्र नवरात्रि के समय में यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां पर श्रद्धालु न केवल इस राज्य से बल्कि देश के विभिन्न राज्यों से यहां पहुंचते हैं। इस मंदिर की मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे में मन से पूजा करते हैं उनकी हर मनोकामना पूरी होती है। नवरात्रि के दौरान यहां पर 10 दिनों तक विशाल मेले का आयोजन होता है। मां भगवती आदि शक्ति जगत जननी बागेश्वरी देवी के रूप में कुदरगढ़ के पावन धरा पर विराजमान हैं। यह मंदिर चारो तरफ से घने जंगलों और ऊंची-ऊंची पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यह स्थल अपने भौगोलिक स्थिति के कारण मनोरम वातावरण निर्मित करता है।
भारत सरकार के प्रसाद योजना के तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस प्रसाद योजना के तहत देश के पर्यटन स्थलों के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए राज्य सरकारो को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। कुदरगढ़ मंदिर के कायाकल्प के लिए इसे ’प्रसाद’ योजना में भी शामिल किया गया है। इसके अलावा मां बागेश्वरी देवी के महिमा को देखते हुए इस धाम को राज्य शासन के द्वारा राज्य के पांच शक्तिपीठ को जोड़ने के लिए शक्तिपीठ परियोजना में भी शामिल किया गया है। -
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निर्वाचन (सम्मिलन) 09 अप्रैल को
महासमुंद : छत्तीसगढ़ जनपद पंचायत तथा जिला पंचायत स्थायी समितियाँ नियम 1994 के नियम 6 के अंतर्गत प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने जिला महासमुंद के लिए स्थायी समिति गठन हेतु पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति की है।जिला पंचायत महासमुंद के लिए अपर कलेक्टर श्री रविराज ठाकुर को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह निर्वाचन (सम्मिलन) दिनांक 09 अप्रैल 2025 को प्रातः 11ः00 बजे से जिला पंचायत महासमुंद के सभाकक्ष में संपन्न होगा। यह नियुक्ति स्थायी समिति गठन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के उद्देश्य से की गई है। -
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15 अप्रैल तक करा सकते है पंजीयनमहासमुंद : बड़ौदा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, महासमुन्द द्वारा जिले के 18 से 45 वर्ष के युवाओं के लिए घरेलू विद्युत उपकरण सुधार व चार पहिया वाहन का निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इच्छुक हितग्राही 15 अप्रैल तक पंजीयन करा कर इस सुनहरे अवसर का लाभ उठा सकते हैं।प्रशिक्षण के लिए आवश्यक दस्तावेजों में बी.पी.एल. राशन कार्ड की दो फोटो कॉपी, आधार कार्ड की दो फोटोकॉपी, पासपोर्ट साइज की 5 फोटो, शैक्षणिक योग्यता की अंकसूची की फोटो कॉपी शामिल है। प्रशिक्षण से संबंधित अधिक जानकारी के लिए प्रतीक साहेब गुप्ता के मोबाइल नंबर 93402-81974 पर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक संपर्क कर सकते हैं। -
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सूरजपुर : कुदरगढ़ महोत्सव के दूसरे दिन भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें विधायक भूलन सिंह मरावी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर विद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।वहीं, रमेश कुमार गुप्ता के नेतृत्व में संगवारी के मया लोक कलामंच और किरण कुशवाहा द्वारा अनमोल किरण लोक कलामंच के माध्यम से आकर्षक प्रस्तुतियां दी गईं, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा। महोत्सव के दौरान स्थानीय कला, संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। बड़ी संख्या में दर्शकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। -
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महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री विनय लंगेह के आदेश के परिपालन में जिला स्तरीय गठित संयुक्त टीम द्वारा मेसर्स मनोरमा इण्डस्ट्रीज लिमिटेड बिरकोनी में जांच किया गया। निरीक्षण के दौरान श्री डी०एन० पात्र श्रम पदाधिकारी श्रम विभाग, श्री राम कुमार ध्रुव जिला परिवहन अधिकारी, श्री सिद्धार्थ दुबे निरीक्षक नापतौल विभाग उपस्थित रहे। जिसमें श्रम विभाग द्वारा मे० मनोरमा इण्डस्ट्रीज लिमिटेड बिरकोनी में जांच के दौरान विभिन्न श्रम अधिनियमों के तहत् निरीक्षण किया गया है। जिसमें प्रबंधन द्वारा अधिकांश अधिनियमों का पालन किया जाना पाया गया। जिन अधिनियमों में त्रुटियां पाई गई है, उसमें प्रबंधन को निर्देशित किया कि 01 सप्ताह के भीतर त्रुटियों की पूर्ति कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे।परिवहन विभाग द्वारा जांच में किसी प्रकार अनियमितता नही पाई गई। नापतौल विभाग द्वारा जांच कर नोटिस दिया जा रहा है। मे० परिजात इण्टरप्राइजेस बिरकोनी में संयुक्त टीम द्वारा जांच किया गया। जिसमें श्रम विभाग द्वारा न्यूनतम वेतन अधिनियम 1948, समान पारिश्रमिक अधिनियम 1976, वेतन भुगतान अधिनियम 1936 के अन्तर्गत निरीक्षण किया गया। ओवर टाईम के संबंध में रिकार्ड प्रस्तुत नहीं किया गया। श्रमिकों से संबंधित अन्य रिकार्ड भी प्रस्तुत नहीं किया गया। जिन अधिनियमों में कमियों पाई गई है. प्रबंधन को 01 सप्ताह के भीतर पालन कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने निर्देशित किया गया। परिवहन विभाग द्वारा जांच में किसी प्रकार अनियमितता नही पाई गई। नापतौल विभाग द्वारा जांच कर नोटिस दिया जा रहा है