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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशन में नेशनल लोक अदालत का आयोजन 13 सितंबर 2025 को किया जाना है। इसी कड़ी में जिला एवं सत्र न्यायालय रामानुजगंज में किया जायेगा। नेशनल लोक अदालत में राजीनामा योग्य सभी प्रकार के लंबित मामले एवं प्रि-लिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा।
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महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य में हाल ही में नकली आरटीओ ई-चालान से जुड़ी धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं।आम नागरिकों को ट्रैफिक नियम तोड़ने का डर दिखाकर मोबाइल पर संदिग्ध मैसेज भेज रहे हैं, जिनमें लिंक या apk फाइल दी जाती है। इन लिंक पर क्लिक करते ही लोगों की निजी जानकारी व बैंक खाते से पैसे चुराए जा रहे हैं।
परिवहन विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि ऐसे किसी भी संदिग्ध मैसेज या लिंक पर क्लिक न करें। असली चालान की जानकारी केवल विभाग की अधिकृत वेबसाइट https://echallan.parivahan.gov.in पर ही उपलब्ध होती है। इसके लिए वेबसाइट पर पे ऑनलाइन विकल्प पर क्लिक कर चालान नंबर और कैप्चा डालना होगा। इसके बाद मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी डालकर चालान विवरण देखा जा सकता है।
परिवहन विभाग ने स्पष्ट किया है कि जब भी कोई वास्तविक ई-चालान किया जाता है, तो उसके संबंध में टेक्स्ट मैसेज केवल विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ही भेजा जाता है। उन्होंने लोगों की जागरूकता के लिए अपील की है कि किसी भी संदिग्ध लिंक या ऐप को डाउनलोड न करें, अनजान व्यक्ति को कभी भी ऑनलाइन भुगतान न करें तथा किसी भी धोखाधड़ी वाले कॉल, संदेश या ऐप की जानकारी तुरंत निकटतम पुलिस थाने में दर्ज कराएं।
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जशपुरनगर : परियोजना मनोरा के मनोरा सेक्टर अंतर्गत समस्त आंगनबाडी केंद्रों में महिलाओं को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता, प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गई। इस दौरान मासिक धर्म संबंधी सभी प्रकार के मिथकों से उन्हें अवगत कराया गया, किशोरी बालिकाओं की मासिक धर्म स्वच्छता के सैनिटरी पैड, आदि प्रयोग करने एवं उनके उचित निपटान करने की सलाह दी गई। उनसे चर्चा कि गई कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर चिकित्सकीय सलाह लेने से कभी ना झिझकें। इस दौरान संतुलित आहार लेने व तनाव से बचने की सलाह दी गई। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से मातृ एवं प्रसवकालीन स्वास्थ्य, संक्रमणों की रोकथाम व उपचार के संबंध में चर्चा की गई।
इसी प्रकार एकीकृत बाल विकास परियोजना बगीचा अंतर्गत सेक्टर विमडा के ग्राम पंचायत सरडीह में मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम का आज आयोजन किया गया। जिसमें सरपंच श्री रामजीत राम भगत, वार्ड पंच ग्रामीण महिलाएं, किशोरी बालिकाएँ शामिल हुए। कार्यक्रम में महिलाओं को महिला सुरक्षा, महिलाओं के अधिकार, कानूनी संरक्षण, बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत बनाने हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करने संबंध में चर्चा की गयी। इस अवसर पर यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य, मासिक धर्म संबंधित स्वच्छता चिकित्सीय सहायता परामर्श संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी एवं किशोरी बालिकाओं का हीमोग्लोबिन जांच कर वजन ऊंचाई जांच कर बीएमआई इंडेक्स निकाला गया। किशोरी बालिकाओं को हीमोग्लोबिन स्तर बनाये रखने हेतु जानकारी दी गयी। सभी को खानपान स्वच्छता, प्रसवकालीन समस्या, योग, संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार से संबंधित चर्चा भी की गई।
रामपारा में वजन त्यौहार का हुआ आयोजन
शनिवार को सेक्टर के आस्ता परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्र रामपारा में रजत महोत्सव के दौरान वजन त्यौहार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों के वजन और ऊंचाई का मापन करते हुए बालकों के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी माता पिता को दी गयी। गर्भवती महिलाओं को पोषण के विषय में बताया गया। आयोजन में उपस्थित महिलाओं को स्वच्छता तथा संतुलित आहार लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
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अंधेरे की समस्या से मुक्त हो कर विकास की उजाले की ओर बढ़े कदम
जशपुरनगर : ट्रांसफार्मर की कमी जशपुर जिले में विद्युत व्यवस्था की सबसे बड़ी समस्या थी।गांव में ट्रांसफार्मर बिगड़ जाने से उसे बदलना मुश्किल हो जाया करता था।खासकर ग्रामीण इलाकों में ट्रांसफार्मर ना लगने लो वोल्टेज की समस्या की शिकायते भी मिल रही थी। इस समस्या से जिले को मुक्ति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जिले में ट्रांसफार्मर की उपलब्धता सुनिश्चित की। जिले में विद्युत वितरण व्यवस्था को सुदृढ करने ले लिए बीते 21 माह में 102 नए ट्रांसफार्मर स्थापित किये गए हैँ।विभाग के अधीक्षण अभियंता केव्ही मैथ्यू ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर ग्रामीण अंचल में सर्वे का काम जारी है। सर्वे में जहां भी ट्रांसफार्मर की आवश्यकता मिल रही है वहाँ तत्काल ट्रांसफार्मर लगाया जा रहा है।
लो वोल्टेज की समस्या हुई दूर जीवन की राह हुई आसान
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर बीते 21 माह के दौरान जिले के ग्रामीण अंचल में विद्युत वितरण व्यवस्था में आए इस क्रांतिकारी बदलाव से लोगों के जीवन में सुखद हो गईं है। जिले के हाथी प्रभावित क्षेत्र में रात के समय बिजली गुल रहने की समस्या खत्म हो गईं है। रात के समय बच्चों को पढ़ने के लिए टिमटीमाते लौ का सहारा नहीं लेना पड़ता है। सिंचाई के लिए किसानों को खेत में भरपूर बिजली मिल रही है। इससे विष्णु के सुशासन के प्रति लोगों का विश्वास और मजबूत हुआ है।
कुनकुरी में 400 केवी का पांचवां उपकेंद्र होगा स्थापित, इसके अलावा दर्जन भर सब स्टेशन की भी मिली मंजूरी
जिले में विद्युत व्यवस्था के विस्तार की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कुनकुरी में 400 केव्ही क्षमता वाली छत्तीसगढ़ के पांचवे उपकेंद्र स्थापित करने की मंजूरी दी है। इसके लिए तकनीकी स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी कर सरकार ने स्टेशन निर्माण के लिए बजट भी जारी कर चुकी है। जिला प्रशासन ने जमीन निर्धारण कर,आबंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस उप केंद्र के बन जाने से जिलेवासियो के साथ पड़ोसी राज्यों को भी बिजली की आपूर्ति हो सकेगी।साथ ही हाल में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जिले में दर्जनों विद्युत सब स्टेशन की मंजूरी भी दे चुकी है,जिससे शहर से लेकर सुदूर वनांचल क्षेत्र में भी बिजली की आपूर्ति हो सकेगी।
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कोरिया : जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में 10 सितंबर 2025 को यूआईडीएआई के विशेषज्ञों की उपस्थिति में एक दिवसीय आधार कार्ड शिविर का आयोजन जिला मुख्यालय ‘मानस भवन‘ में आयोजित किया जाएगा । इस शिविर का उद्देश्य जिले के वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों के आधार संबंधी बायोमेट्रिक मिस मैचिंग, मल्टीपल रीजेक्शन के प्रकरणों का निराकरण और आधार कार्ड बनवाने में आ रही समस्याओं का समाधान किया जाएगा। साथ ही शिविर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य जांच भी किया जाएगा।
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आवास निर्माण कार्य में गति व गुणवत्ता के लिए जिला प्रशासन की नई पहलकोरिया : वंचित वर्ग को पक्के मकान उपलब्ध कराने के लिए केद्र एवं राज्य सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना का कोरिया जिले में निरंतर तेज गति से क्रियान्वयन हो रहा है। इस योजना को और ज्यादा अपेक्षित गति प्रदान करने के लिए कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के मार्गदर्शन में पूरे जिले में हितग्राहियों के बीच प्रतिदिन जनचौपाल कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत ग्राम पंचायतों में तकनीकी सहायकों की टीम प्रतिदिन प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से संवाद कर उनकी समस्याओं का निराकरण कर रही है। इस पहल का अच्छा प्रतिसाद देखने को मिल रहा है। बीते एक सप्ताह में जनचौपाल से आवास निर्माण कार्यों में बेहद कारगर प्रगति देखने को मिल रही है।
लक्ष्य और आंकड़े
कोरिया जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 11 हजार से ज्यादा आवास बनाए जाने हैं जिनमें से 9 हजार 465 आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं और 2030 आवास के हितग्राहियों के पंजीयन की कार्यवाही प्रचलन में है। स्वीकृत किए जा चुके आवासों में से अब तक 4 हजार परिवारों के पक्के आवास पूर्ण हो चुके हैं और अब केवल 5 हजार 588 प्रगतिरत आवासों को पूर्ण किया जाना शेष है।जनचौपाल में संवाद
बीते 3 सितम्बर से प्रतिदिन जिले के चिन्हित ग्राम पंचायतों में तकनीकी सहायकों द्वारा प्रतिदिन जनचौपाल लगाई जा रही है। इसमें ग्राम पंचायत के सभी ऐसे हितग्राहियों को शामिल किया जा रहा है जिनके आवास अभी पूर्ण नहीं हुए हैं। बैकुण्ठपुर जनपद पंचायत अंतर्गत कुल 9 तकनीकी सहायकों को रोस्टर बनाकर जनचौपाल लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत कुल 6 तकनीकी सहायकों को तिथिवार जनचौपाल आयोजित किए जाने के लिए नियुक्त किया गया है। आगामी 20 सितंबर तक पूरे जिले की ग्राम पंचायतों को कवर कर लिया जाएगा।सीईओ जिला पंचायत कोरिया
इस संबंध में जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी के मार्गदर्शन में सितंबर माह में अधिकाधिक आवास पूर्ण करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में हितग्राहियों के बीच चौपाल लगाकर संवाद किया जा रहा है। इससे हितग्राहियों को संसाधन जुटाने में मदद मिल रही है और तकनीकी टीम के द्वारा निर्माण कार्यों की सतत निगरानी भी हो पा रही है।कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी
कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी सलाह और संसाधन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए जनचौपाल कार्यक्रम आरंभ किया गया है और आपसी संवाद से हर समस्या का निराकरण करते हुए कोरिया जिले में लक्ष्य के अनुरूप स्वीकृत आवासों को जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। -
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महासमुंद : FIBA अंडर 16 वूमेंस एशिया कप 2025 का आयोजन मलेशिया में 13 से 19 सितम्बर 2025 तक आयोजित किया जाना है। जिसके लिए बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 10 अगस्त से 12 सितंबर 2025 तक नेशनल स्पोर्ट्स सेंटर चेन्नई में आयोजित है, जिसमें भारतीय अंडर 16 महिला राष्ट्रीय बास्केटबॉल टीम में छत्तीसगढ़ से महासमुंद जिले की दिव्या रंगारी पिता विनोद रंगारी का चयन हुआ है। भारतीय टीम का राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर पश्चात् भारतीय टीम FIBA अंडर 16 वूमेंस एशिया कप 2025 सेरेम्बन मलेशिया में 13 से 19 सितम्बर तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें भारतीय टीम साऊथ एशियन जोन की टीम से शामिल होगी। जिसके लिए 12 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की गई है। जिसमें छत्तीसगढ़ से महासमुन्द जिले की दिव्या रंगारी का चयन हुआ है। दिव्या के चयन होने से प्रदेश एवं जिले में खुशी की लहर देखी जा रहीं है।
इससे पहले अंडर 16 एशिया कप SABA क्वालिफायर बास्केटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन 12 से 15 जून 2025 तक मालदीप में आयोजित किया गया था। जिसमें भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन करने के साथ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता एवं एशिया कप 2025 मलेशिया के लिए क्वालीफाई किया। भारतीय टीम में महासमुंद छत्तीसगढ़ से दिव्या रंगारी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया। दिव्या रंगारी मिनी स्टेडियम महासमुंद में नियमित अभ्यास करते हुए राष्ट्रीय चैंपियनशिप में शामिल होने के साथ ही इंडिया टीम में जगह बनाने में सफल रहीं हैं। महासमुंद जिले में बास्केटबॉल खेल का अभ्यास प्रतिदिन स्थानीय मिनी स्टेडियम महासमुंद में किया जाता है। जिसमें आसपास क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्र के बच्चे शामिल होते हैं। जिले के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भागीदारी करने के साथ ही पदक जीतने में सफल रहे हैं। भारतीय बास्केटबॉल टीम में छत्तीसगढ़ से महासमुंद जिले से दिव्या रंगारी के FIBA अंडर 16 वूमेंस एशिया कप 2025 में चयन होने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबॉल संघ के राजीव जैन अध्यक्ष, चेयरमैन विजय अग्रवाल, नरेश डाकलिया, राजीव चौबे, सजी थॉमस, आर.एस गौर, जे वेणु, एन के बंछोर, परविंदर सिंह, साहीराम जाखड़, जसवंत सिंह खालसा, सरजीत चक्रवर्ती, धीरज गोयल, रवि भगत, राजेंद्र यादव, विधायक महासमुंद योगेश्वर राजू सिंहा, जिलाध्यक्ष येतराम साहू, जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरें, जिला बास्केटबॉल संघ महासमुंद के अध्यक्ष नुरेन चंद्राकर, चेयरमैन गौरव चंद्राकर, सचिव शुभम तिवारी, मनीष श्रीवास्तव, पुरन साहू, बादल मक्कड़, खेल अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण मनोज धृतलहरे, संतोष कुमार सोनी, किरण महाडीक, अभिषेक अंबिलकर, कुलेश्वर चंद्राकर, पिता विनोद रंगारी, माता सपना रंगारी, सुभाष मंडल, विवेक मंडल, निखिल चंद्राकर, विकास सोनी, आकाश सोनी, योजना रंगारी, तारणी साहू, सौम्या, श्रेया घोष, राइमा दास ने शुभकामनाएं दीं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
खेल में कोई नहीं हारता, या तो जीतता है या कुछ सीखता है : उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने एथलेटिक्स प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों का किया सम्मान
तीन दिवसीय प्रतियोगिता का किया समापन
बिलासपुर : उप मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री अरुण साव ने बहतराई स्टेडियम में छत्तीसगढ़ एथलेटिक्स संघ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 22 वीं राज्य स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को संघ की ओर से पदक और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय विधायक सुशांत शुक्ला ने की। विशेष अतिथि के रूप में महापौर श्रीमती पूजा विधानी उपस्थित थीं।
गौरतलब है कि पूरे राज्य से आए लगभग डेढ़ हजार खिलाड़ियों और खेल अधिकारियों ने तीन दिनी प्रतियोगिता में खेल कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता का आयोजन 5 से 7 सितम्बर तक छत्तीसगढ़ एथलेटिक्स संघ और जिला एथलेटिक्स संघ द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से बहतराई में किया गया। इसमें एथलेटिक्स की 17 खेलों में 138 विधाओं में प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई। बालक और बालिका दोनों वर्ग के खिलाड़ी इसमें शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने प्रतियोगिता में हिस्सेदारी के लिए सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सबने खेल भावना के अनुरूप बेहतर खेल का प्रदर्शन किया है। वास्तव में खेल में कोई हारता ही नहीं है। या तो वह जीतता है या आगे के लिए कुछ सीखता तो जरूर है। खेलों में भागीदारी बड़ी बात होती है। श्री साव ने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने से प्रतिभा में निखार आता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेलों के विकास और उन्हें बुनियादी सुविधाएं देने के लिए वचनबद्ध है।
हमने खेलों में बंद पड़े राज्य अलंकरण सम्मान फिर से शुरू किया है। बस्तर ओलंपिक जारी रहेगा। आगे अब सरगुजा ओलंपिक शुरू करने की भी योजना है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सोच के अनुरूप सांसद खेल महोत्सव भी शुरू किया गया है। इससे खिलाड़ियों में नया उत्साह का संचार हुआ है। उन्होंने खेल प्रतियोगिता कराने के लिए आयोजन समिति को बधाई दी।
विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि खेल मंत्री का प्रभार मिलने के बाद उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव का खेल संबंधी यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है। उन्होंने बिलासपुर के संपूर्ण खेल बिरादरी की ओर से उनका अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण जोश के साथ खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया है। ये खिलाड़ी आगे चलकर बेहतरीन प्रदर्शन के जरिए छत्तीसगढ़ और देश का नाम रोशन करेंगे। कलेक्टर संजय अग्रवाल, आयुक्त नगर निगम अमितकुमार, ओलंपियन हॉकी खिलाड़ी अजीत लकड़ा, एथलेटिक्स संघ के महासचिव अमरनाथ सिंह, जिला अध्यक्ष दीपक सिंह, रामदेव कुमावत, जिला खेल अधिकारी श्री एक्का सहित एथलेटिक्स संघ के पदाधिकारी और खिलाड़ी तथा खेल प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय होंगे मुख्य अतिथि
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में 08 सितम्बर को आयोजित सौर ऊर्जा जागरूकता अभियान एवं प्रोत्साहन समारोह का आयोजन होगा। यह कार्यक्रम दोपहर 11 बजे पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, रायपुर में किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप करेंगे। कार्यक्रम में रायपुर के सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री राजेश मूणत, श्री सुनील सोनी, श्री पुरंदर मिश्रा एवं श्री मोतीलाल साहू सहित अन्य विशिष्ट अतिथि होंगे।
इस अभियान के माध्यम से सौर ऊर्जा के महत्व को आमजन में बढ़ावा देने तथा स्थायी ऊर्जा विकल्पों को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाएगा। ऊर्जा सचिव डॉ. रोहित यादव ने इस कार्यक्रम में नागरिकों, ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों और हितधारकों से उपस्थित होने अपील की है। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में स्वच्छ ऊर्जा के पक्ष में एक मजबूती कदम माना जा रहा है और राज्य के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद जगाता है।
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बेमेतरा : प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने अब छत्तीसगढ़ में ऊर्जा क्रांति की राह खोल दी है। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को प्रदेश सरकार का प्रत्यक्ष सहयोग मिलने से लाभ दोगुना हो गया है। डबल सब्सिडी और हाफ बिजली से मुफ्त बिजली का सपना अब हकीकत बनने लगा है। इस योजना से घर-घर न केवल बिजली का खर्च घटेगा बल्कि अतिरिक्त आय का नया जरिया भी बनेगा। बेमेतरा जिले में मई 2025 तक 24 परिवारों ने अपनी आवश्यकता अनुसार 1 किलोवाट से 6 किलोवाट तक की क्षमता वाले सौर पैनल स्थापित किए हैं।
योजना की रूपरेखा
इस योजना का उद्देश्य आवासीय घरों की छतों पर सौर पैनल लगाकर लोगों को स्वच्छ, सस्ती और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराना है। वर्ष 2024 में घोषणा के बाद यह योजना पूरे देश में लागू की गई और अब छत्तीसगढ़ सरकार ने इसमें अपनी हिस्सेदारी जोड़ दी है।
डबल सब्सिडी का लाभ
पहले केंद्र सरकार द्वारा 60% तक सब्सिडी दी जा रही थी, अब राज्य सरकार की भागीदारी से यह राहत और बढ़ गई है। उदाहरण के लिए, 3 किलोवाट क्षमता वाले सौर पैनल की कुल लागत लगभग ₹1.5 लाख होती है, जिसमें उपभोक्ता को अब केवल ₹30,000–₹40,000 खर्च करना होगा।
आसान ऋण और किफायती ईएमआई
सरकार और बैंकों के बीच हुए समझौते के तहत उपभोक्ताओं को 6.5% ब्याज दर पर 10 वर्षों तक ऋण सुविधा मिलेगी। इससे मासिक ईएमआई इतनी कम होगी कि यह मौजूदा बिजली बिल से भी कम साबित होगी। कुछ वर्षों बाद उपभोक्ता को जीवनभर मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा।
अतिरिक्त आय का अवसर
घर में आवश्यकता से अधिक उत्पन्न बिजली राज्य की डिस्कॉम कंपनियों को ग्रिड के माध्यम से बेची जा सकती है। यह व्यवस्था खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता का जरिया बन रही है।
हर घर बनेगा ग्रीन एनर्जी हब
यह योजना केवल आर्थिक ही नहीं, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी लाभकारी है। हर घर अब “ग्रीन एनर्जी हब” में बदल रहा है और कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में योगदान दे रहा है।
गाँवों में ऊर्जा सुरक्षा और रोजगार
गाँवों में जहां बिजली आपूर्ति अक्सर बाधित रहती है, वहां सौर ऊर्जा से निर्बाध और स्वच्छ बिजली मिलेगी। साथ ही स्थानीय युवाओं को तकनीकी और इंस्टॉलेशन कार्य में रोजगार भी मिलेगा।
हाफ बिजली से मुफ्त बिजली” : राज्य सरकार का संकल्प
छत्तीसगढ़ सरकार ने नारा दिया है – हाफ बिजली से मुफ्त बिजली। इसका मतलब है कि पहले जितना खर्च बिल भरने में होता था, अब उतने में सौर पैनल लगाकर बिजली मुफ्त हो जाएगी।
योजना से जुड़ने की प्रक्रिया
लाभ लेने के लिए नागरिक https://pmsuryaghar.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। निरीक्षण और इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया के बाद सब्सिडी की राशि सीधे उपभोक्ता के खाते में जमा होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी जानकारी की कमी, डिजिटल आवेदन की जटिलता और पारदर्शिता की जरूरत जैसी चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं। इसके लिए पंचायत स्तर पर सहायता केंद्र और फील्ड सपोर्ट टीम गठित करने की तैयारी की जा रही है। डबल सब्सिडी, किफायती ऋण, अतिरिक्त आय और पर्यावरण संरक्षण जैसे पहलुओं के साथ यह योजना छत्तीसगढ़ को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जागरूकता और जनभागीदारी बढ़ाकर ही हर घर सौर – हर घर रोशन का सपना साकार हो सकेगा।
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उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री ने किया शिक्षकों और प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान
बेमेतरा : शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य मे शिक्षक सम्मान समिति के तत्वावधान में आज जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण में 40वां ऐतिहासिक शिक्षक सम्मान समारोह गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुआ। यह आयोजन जिले में शिक्षा के क्षेत्र को नई दिशा देने वाला साबित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव एवं प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव उपस्थित रहे । समारोह के आयोजक बेमेतरा विधायक दीपेश साहू रहे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार डॉ. विश्वेश्वर ठाकरे मौजूद रहे।
शिक्षकों और विद्यार्थियों का सम्मान
समारोह का शुभारंभ माँ सरस्वती एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर परंपरा के अनुसार जिले के 150 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र व श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही 88 प्रतिभावान विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र देकर गौरवान्वित किया गया।विशेष रूप से वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 में सेवानिवृत्त हुए शिक्षकों को साल, श्रीफल एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान शिक्षक दिवस पत्रिका का विमोचन भी किया गया। समारोह मे कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा, एसएसपी रामकृष्ण साहू सहित जिला अधिकारी भी उपस्थित थे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि शिक्षक समाज की आत्मा होते हैं और शिक्षा ही वह शक्ति है जो किसी भी राष्ट्र को महान बनाती है। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय में गुरुकुल की परंपरा ने भारत को विश्व में अग्रणी बनाया था। नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय इसका प्रमाण हैं, जहाँ से पूरी दुनिया ने ज्ञान अर्जित किया। आज भी अगर भारत को विश्वगुरु बनना है तो इसकी नींव हमारे शिक्षक ही रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लागू नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने वाली पीढ़ियों को आधुनिक विज्ञान, प्रौद्योगिकी और भारतीय संस्कारों से जोड़कर एक सशक्त भारत का निर्माण करेगी।
उन्होंने सम्मानित शिक्षकों और विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षक केवल पाठ पढ़ाने वाला नहीं बल्कि समाज और राष्ट्र का निर्माता होता है। उसकी मेहनत से ही बच्चे संस्कारवान बनते हैं और राष्ट्र मजबूत होता है। श्री साव ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य, किसी भी समाज की प्रगति के मूल आधार हैं। आने वाले समय में बेमेतरा जिला इन दोनों क्षेत्रों में प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश में पहचान बनाएगा। *इसी कड़ी में उन्होंने पीजी कॉलेज बेमेतरा परिसर में 3 करोड़ रुपए की लागत से ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की।
इस गरिमामयी अवसर पर उपस्थित शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि जिले मे यह समारोह विगत 40 वर्षों से निरंतर आयोजित हो रहा यह शिक्षक सम्मान समारोह पूरे प्रदेश में अद्वितीय है। उन्होंने कहा – “मैंने स्वयं शिक्षक जीवन में यह अनुभव किया है कि बेमेतरा की धरती शिक्षा के लिए हमेशा प्रेरणा देती रही है। यहाँ के नागरिकों ने शिक्षा को सदैव प्राथमिकता दी है, यही कारण है कि यह परंपरा चार दशकों से जारी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल कक्षा का मार्गदर्शक ही नहीं, बल्कि समाज का दीपस्तंभ है। उनके द्वारा बोए गए संस्कार और मूल्य ही आने वाले समय में राष्ट्र का भविष्य गढ़ते हैं। उन्होंने शिक्षकों को "राष्ट्र निर्माता" की संज्ञा देते हुए कहा कि “आज के युग में शिक्षा केवल रोजगार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति को जिम्मेदार नागरिक बनाती है।शिक्षा मंत्री ने जिले के लिए नवीन भवन निर्माण की घोषणा की जिसमे शासकीय बालक हायर सेकंडरी स्कूल, बेमेतरा, स्वामी आत्मानंद शासकीय हिंदी माध्यम विद्यालय, बेमेतरा, पीएम श्री उत्तर बुनियादी बेसिक शाला शामिल हैं | उन्होंने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से विद्यार्थी केवल किताबों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि खेल, कला, संस्कृति और तकनीक में भी आगे बढ़ेंगे। यह नीति भारतीय ज्ञान परंपरा और आधुनिक शिक्षा का संगम है। इस अवसर पर उन्होंने अपने छात्र जीवन की स्मृतियाँ साझा करते हुए कहा कि एक अच्छा शिक्षक जीवनभर अपने विद्यार्थियों को प्रेरित करता है।
स्थानीय विधायक श्री दीपेश साहू ने कहा कि बेमेतरा की धरती शिक्षा और संस्कार की भूमि रही है, यहाँ के नागरिक सदैव बच्चों की पढ़ाई और शिक्षकों के सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते आए हैं। 40वें शिक्षक सम्मान समारोह में शामिल होकर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल बच्चों को पढ़ाने वाला नहीं, बल्कि उन्हें संस्कार, अनुशासन और जीवन जीने की सही दिशा देने वाला पथप्रदर्शक होता है। शिक्षक ही भविष्य की पीढ़ी को संवारकर राष्ट्र निर्माण का कार्य करते हैं। उन्होंने समारोह को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इस आयोजन ने पूरे जिले में शिक्षा के प्रति सकारात्मक माहौल बनाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल शिक्षकों को सम्मान मिलता है बल्कि विद्यार्थियों में भी उत्कृष्टता की प्रेरणा जागृत होती है।
विधायक साहू ने इस अवसर पर बेमेतरा जिले की शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए पीजी कॉलेज परिसर में ऑडिटोरियम निर्माण की मांग रखी, जिस पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने तुरंत सहमति देते हुए 3 करोड़ रुपये की स्वीकृति की घोषणा की। साथ ही शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने जिले के प्रमुख विद्यालयों के लिए नवीन भवन निर्माण की घोषणा कर इस मांग का समर्थन किया।
उन्होंने उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह जिले के लिए ऐतिहासिक दिन है, जब शिक्षक सम्मान के साथ-साथ शिक्षा क्षेत्र को भी नए संसाधन और सुविधाएँ मिली हैं। आने वाले समय में बेमेतरा जिला शिक्षा और संस्कार दोनों में प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में अग्रणी बनेगा। समारोह में पूर्व विधायक अवधेश सिंह चंदेल, भाजपा प्रदेश मंत्री संध्या परगनिया, नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा, पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी, राजेन्द्र शर्मा, जिला पंचायत प्रतिनिधि बलराम पटेल एवं परमेश्वर वर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, पार्षद, शिक्षक समिति के सदस्य और पत्रकार साथी उपस्थित रहे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : हाल के दिनों में छत्तीसगढ़ राज्य में आरटीओ ई-चालान से संबंधित ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें नकली ई-चालान भेजकर लोगों को ट्रैफिक नियम तोड़ने का डर दिखाया जाता है और लिंक पर क्लिक करने के लिए मजबूर किया जाता है। इन फर्जी संदेशों के माध्यम से लोगों की व्यक्तिगत जानकारी और बैंक खाते से पैसे चुराए जा रहे हैं। परिवहन विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध लिंक या एपीके फाइल पर क्लिक न करें और केवल वास्तविक चालान की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट https://echallan.parivahan.gov.in पर ही प्राप्त करें। इसके लिए नागरिक वेबसाइट पर जाकर पे ऑनलाइन विकल्प पर क्लिक कर चालान नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें तथा पंजीकृत मोबाइल पर आए ओटीपी डालकर चालान विवरण देख सकते हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि पुलिस एवं परिवहन प्रवर्तन अमले द्वारा जब भी ई-चालान जारी किया जाता है तो पंजीकृत मोबाइल नंबर पर केवल इसी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से संदेश भेजे जाते हैं। आम लोगों से यह भी अपील की गई है कि किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, किसी अनजान व्यक्ति को ऑनलाइन भुगतान न करें और अपने बैंक खाते से जुड़े लेनदेन को लेकर हमेशा सावधान रहें। यदि किसी प्रकार का फर्जी कॉल, संदेश या ऐप के जरिए धोखाधड़ी की कोशिश होती है तो उसकी शिकायत तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में दर्ज कराएं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अंकिरा में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव अंतर्गत पोषण माह का हुआ आयोजन
जशपुरनगर : परियोजना फरसाबहार के अंकिरा सेक्टर के अंतर्गत आने वाले आंगनबाड़ी केन्द्र तुमला में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव अंतर्गत पोषण माह मनाया गया। जिसमें ग्रामीण माताओं एवं किशोरी बालिकाओं को पोषण एवं स्वास्थ्य जांच तथा साफ-सफाई पर चर्चा की गई तथा पोषक आहार की आवश्यकता के बारे में बताया गया। इस अवसर पर किशोरी बालिकाओं को विशेष तौर पर नियमित रूप से अपने हीमोग्लोबिन स्तर की जांच कराने तथा आयरन फोलिक एसिड की गोलियों का सेवन नियमित अंतराल में करने की सलाह दी गयी। इसके साथ ही उन्हें गोलियां भी प्रदान की गई।
शिक्षक दिवस के अवसर पर पुराईनबंध सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्र गिरजाटोली में शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों की प्राथमिक शिक्षक के रूप में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का ग्रामीणों द्वारा सम्मान किया गया। बच्चों ने भी आंगनबाड़ी दीदियों का सम्मान किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव अन्तर्गत पोषण माह एवं सुपोषण चौपाल का आयोजन किया गया। सुपोषण चौपाल के तहत गर्भवती माताओं को खान-पान एवं स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उनके द्वारा ली जाने वाले आहार एवं उपयुक्त पोषण हेतु आवश्यक भोजन की जानकारी दी गई। उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्थानीय फल सब्जियों के सेवन की जानकारी दी गयी। इस अवसर पर पारंपरिक एवं स्थानीय व्यंजनों, साग-सब्जी की प्रदर्शनी लगा कर उनके पौष्टिक गुणों के संबंध में सभी को बताया गया। गर्भवती और शिशुवती माताओं को स्तनपान का महत्व और स्तनपान कराने के सही तरीकों के बारे में समझाया गया ।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
खोलेगा रोजगार की नई राह, बनेंगी आर्थिक रूप से सशक्त
जशपुरनगर : जशपुर वनमण्डल अन्तर्गत कांसाबेल परिक्षेत्र की संयुक्त वन प्रबंधन समितियों में 04 सितंबर से महिलाओं को स्थानीय रूप से उपलब्ध बांस और सवई घांस से आकर्षक आभूषण, सजावटी वस्तुएं और अन्य कलात्मक उत्पाद बनाने की बारीकियां सिखाई जा रही हैं। इस पहल से महिलाएं आत्मनिर्भरता को प्राप्त करेंगी और आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगी।
असम की प्रसिद्ध बांस कला विशेषज्ञ श्रीमती नीरा शर्मा, जिन्हें बैम्बू लेडी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है, विशेष प्रशिक्षण शिविर का संचालन कर रही हैं। आगामी 15 दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में स्थानीय रूप से उपलब्ध बांस और सवई घांस को ही आधारभूत सामग्री के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। पहले जिन संसाधनों का उपयोग सीमित रूप से होता था, अब वही साधन महिलाओं के लिए आय के नए अवसर लेकर आया है। इससे बनने वाले आकर्षक आभूषण, सजावटी वस्तुएं और अन्य कलात्मक उत्पाद उपयोगी होने के साथ ही घर एवं अन्य प्रतिष्ठानों की शोभा भी बढ़ाएगी।
समिति की लगभग 30 महिला सदस्य इस प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। प्रशिक्षण के शुरुआती दिनों में ही उनमें सीखने को लेकर नया उत्साह दिखाई दे रहा है। इन महिलाओं का कहना है इससे उनमें एक नया आत्मविश्वास जगा है, अब वे भी अतिरिक्त आय अर्जित कर घर-परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकती हैं।
प्रशिक्षण शिविर में परिक्षेत्राधिकारी, वन अमला और समिति के सदस्य लगातार सहयोग और मार्गदर्शन दे रहे हैं। वन विभाग का मानना है कि इस तरह की पहल से ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और स्थानीय वन उत्पादों का वाणिज्यिक उपयोग को भी बढ़ावा मिलेगा।
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रायपुर : राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह आज राजभवन के दरबार हॉल में गरिमामय वातावरण में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल श्री रमेन डेका, अध्यक्षता में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय तथा स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव उपस्थित रहे। कार्यक्रम में वर्ष 2024 के लिए चयनित शिक्षकों को सम्मानित किया गया। साथ ही आगामी वर्ष राज्य शिक्षक सम्मान पुरस्कार 2025-26 के लिए चयनित 64 शिक्षकों के नामों की विधिवत घोषणा की गई। चयनित शिक्षकों को अगले वर्ष शिक्षक दिवस के अवसर पर सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाएगा।
रायपुर जिले से शिक्षक महेन्द्र कुमार पटेल और प्राचार्य भारती अग्रवाल, धमतरी जिले से रंजिता साहू और प्रधान पाठक लीलाराम साहू, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से सहायक शिक्षक हेमंत कुमार श्रीवास और प्रधान पाठक सरिता सिदार, राजनांदगांव जिले से व्याख्याता थंगेश्वर कुमार और सहायक शिक्षिका कोनिका सोनी, दंतेवाड़ा जिले से व्याख्याता कैलाश कुमार नीलम और सहायक शिक्षिका सुमन चौधरी, कबीरधाम जिले से व्याख्याता चंद्रिका प्रसाद चंद्रवंशी और व्याख्याता संतोष कुमार साहू, सरगुजा जिले से व्याख्याता अजय कुमार कश्यप और प्रधान पाठक रेखा रॉय, नारायणपुर जिले से शिक्षक विरेन्द्र कुमार निषाद, जशपुर जिले से प्रधान पाठक संतोषी डनसेना और सहायक शिक्षक रवि कुमार गुप्ता का चयन किया गया है।
कोरिया जिले से सहायक शिक्षिका जया मिश्रा और प्रधान पाठक पूनम पाण्डेय, मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिले से प्रधान पाठक सुजीत कुमार साहू, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले से शिक्षक मोहन लाल जंघेल और प्रधान पाठक पदमा साहू, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले से प्रधान पाठक भजन लाल साहू और प्रधान पाठक योगेन्द्र कुमार देवांगन, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले से व्याख्याता संजय कुमार श्रीवास्तव और प्रधान पाठक अमृता निकुंज, दुर्ग जिले से व्याख्याता कुमुद साहू और शिक्षक पवन कुमार सिंह, कोरबा जिले से व्याख्याता कौशिल्या खुराना और व्याख्याता जितेन्द्र कुमार साहू, सूरजपुर जिले से व्याख्याता गोपाल सिंह और शिक्षक योगेश कुमार साहू, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले से सहायक शिक्षक कन्हैया लाल साहू और शिक्षक विशेषवर साहू, मुंगेली जिले से प्रधान पाठक रघुनाथ राठौर और प्रधान पाठक वंदिता शर्मा चयनित किए गए हैं।
कोण्डागांव जिले से शिक्षक हीरा लाल चुरेन्द्र और प्रधान पाठक सूरज लाल नेताम, रायगढ़ जिले से सहायक शिक्षिका आरती साहू और सहायक शिक्षिका ओमकुमारी पटेल, सुकमा जिले से प्रधान पाठक परिणीता कश्यप और प्रधान पाठक सविता उसेंडी, गरियाबंद जिले से सहायक शिक्षिका ओमेश्वरी साहू और सहायक शिक्षक अनिल कुमार अवस्थी, सक्ती जिले से व्याख्याता छबि लाल राठौर और प्रधान पाठक पिललाल पटेल, बालोद जिले से व्याख्याता नेमसिंह साहू और शिक्षक खेमंत कुमार साहू, जांजगीर-चांपा जिले से प्रधान पाठक गुलजार बरेठ और सहायक शिक्षिका अंजू किरण, बेमेतरा जिले से सहायक शिक्षिका शीतल बैंस और सहायक शिक्षिका आंचल वर्मा, महासमुंद जिले से प्रधान पाठक नीलाम्बर नायक और व्याख्याता लक्ष्मण दास मानिकपुरी शामिल हैं।
बिलासपुर जिले से व्याख्याता जय कुमार कौशिक और व्याख्याता प्रवीण मिश्रा, बस्तर जिले से व्याख्याता बुधराम कश्यप और शिक्षक कामेश्वरी कश्यप, उत्तर बस्तर कांकेर जिले से व्याख्याता प्रेमप्रकाश साहू और शिक्षक बोधन लाल साहू, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले से सहायक शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार कैवर्त्य और प्राचार्य शिव नारायण सिंह, बीजापुर जिले से शिक्षक अनिल कुमार जाटव और शिक्षक केदार नाथ देशमुख का नाम घोषित किया गया है। इन 64 चयनित शिक्षकों को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में योगदान एवं शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारपूर्ण प्रयासों के लिए यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।
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कारीगरों को मिलेगा नया बाजार, प्रदेश में बनेगा शिल्प ग्राम और शिल्प नगरी
ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक : छोटे उद्योगों से बड़े रोजगार की ओर कदम
रायपुर : ग्रामोद्योग, स्कूल शिक्षा एवं विधि विधायी विभाग के मंत्री श्री गजेंद्र यादव ने आज यहां न्यू सर्किट हाउस रायपुर के कॉन्फ्रेंस हॉल में ग्रामोद्योग विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में विभाग के अंतर्गत रेशम, हथकरघा, खादी, हस्तशिल्प एवं माटीकला बोर्ड की कार्यप्रगति का विस्तार से आकलन किया गया। मंत्री श्री यादव ने बताया कि राज्य में लगभग 3.15 लाख हितग्राही ग्रामोद्योग के विभिन्न कुटीर उद्योगों से रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलों और विकासखंडों में रीपा (RIPA) भवनों में ग्रामोद्योग की गतिविधियाँ संचालित कर अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि दोना–पत्तल, कांसा, गोबर से जैविक खाद, पपीता से गुलकंद, फर्नीचर जैसे छोटे उद्योगों की स्थापना कर हितग्राहियों को वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इसके अलावा राज्य शासन ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि शासकीय विभागों में केवल राज्य के बुनकरों और कारीगरों द्वारा निर्मित सामग्री की ही आपूर्ति हो। साथ ही रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में शिल्प ग्राम एवं शिल्प नगरी के निर्माण की कार्ययोजना बनाई जाएगी, ताकि कारीगरों को बेहतर विपणन सुविधा मिले और राज्य की शिल्पकला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जा सके।
बैठक में सचिव सह संचालक ग्रामोद्योग श्री श्याम धावड़े, प्रबंध संचालक हस्तशिल्प एवं माटीकला बोर्ड श्री जे. पी. मौर्य, उप सचिव श्री अर्न मरकाम, अपर संचालक रेशम डॉ. राजेश बघेल, संयुक्त संचालक हथकरघा श्री अ. अयाज़ सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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बलरामपुर : लुत्ती डैम टूटने से प्रभावित ग्रामीणों की पीड़ा को बांटने शुक्रवार को कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम जिला अस्पताल पहुँचे। अस्पताल के वार्डों में भर्ती घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना और ढांढस बंधाया। मंत्री ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को सर्वाेत्तम चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने को कहा। इस दौरान अस्पताल में भर्ती श्रीमती रेवती से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि यह संकट की घड़ी है, सरकार आपके साथ खड़ी है। आपके ईलाज और पुनर्वास में हर संभव मदद किया जाएगा। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री धीरज सिंहदेव, कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक श्री बैंकर वैभव रमनलाल, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
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आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत 421 जनजातीय बाहुल्य ग्राम होंगे लाभान्वित
बलरामपुर : आदि कर्मयोगी अभियान के तहत लाइवलीहुड कॉलेज भेलवाडीह में चल रहे डिस्ट्रिक्ट प्रोसेस लैब प्रशिक्षण में शुक्रवार को कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम शामिल हुए। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हीरामुनी निकुंज, उपाध्यक्ष श्री धीरज सिंह देव, जनपद अध्यक्ष सुश्री सुमित्रा चेरवा, अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर और जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मंत्री श्री नेताम ने स्वेच्छानुदान अंतर्गत 3 लाभार्थियों को 5 लाख 50 हजार रुपये की राशि का चेक भी प्रदान किया।
कृषि मंत्री श्री नेताम ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का विजन वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है। इस दिशा में सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर विभिन्न विकास योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस विज़न को साकार करने के लिए जिलों और ब्लॉकों में निवासरत जनजातीय समुदायों को आगे बढ़ाना अनिवार्य है। इसी उद्देश्य से भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष ग्राम अभियान की शुरुआत की गई, जिसके तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया गया। उसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए आदि कर्मयोगी अभियान की शुरुआत की गई है। मंत्री ने बताया कि अभियान की शुरुआत प्रदेश स्तर से हुई, जहाँ चयनित प्रतिनिधियों को भोपाल में प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया गया और अब यह प्रक्रिया ग्राम स्तर तक पहुँच रही है। प्रशिक्षित ब्लॉक मास्टर ट्रेनर ग्राम पंचायत स्तर पर आदि सहयोगी एवं आदि साथी को ग्राम विकास की रूपरेखा तैयार करने के लिए प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि तीन स्तर का कैडर इस अभियान की आधारशिला है। इसके माध्यम से न केवल योजनाओं की सतत निगरानी होगी, बल्कि ग्राम स्तर पर उनका सही क्रियान्वयन भी सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा कि सभी की सहभागिता से यह अभियान पूरी तरह सफल होगा। मंत्री श्री नेताम ने चयनित सभी ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने अभियान की संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान वास्तव में जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन का एक परिवर्तनकारी प्रयास है। उन्होंने बताया कि इस अभियान की सबसे बड़ी खासियत इसका त्रिस्तरीय कैडर है। पहले स्तर पर आदि कर्मयोगी हैं, जिनमें विभिन्न विभागों के सरकारी अधिकारी शामिल हैं। दूसरे स्तर पर आदि सहयोगी रखे गए हैं, जो युवा नेता, शिक्षक, डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्ता जैसे जागरूक और सक्रिय लोग होंगे। तीसरे स्तर पर आदि साथी होंगे, जिनमें आदिवासी नेता और स्वयं सहायता समूह के सदस्य शामिल हैं। कलेक्टर ने कहा कि इन तीनों स्तरों की संरचना से न केवल योजनाओं की निगरानी और क्रियान्वयन सुदृढ़ होगा, बल्कि शासन की पूरी प्रक्रिया में आदिवासी समुदाय की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित होगी। कलेक्टर ने बताया कि बलरामपुर जिले के 421 जनजातीय बाहुल्य ग्राम अभियान में शामिल किए गए हैं। राज्य और जिला स्तर पर प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है तथा 4 से 6 सितंबर तक डिस्ट्रिक्ट प्रोसेस लैब आयोजित की जा रही है, जिसमें ब्लॉक मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके पश्चात विकासखंड स्तर पर एक दिवसीय ब्लॉक ओरिएंटेशन होगा, जिसमें सभी विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि अभियान से जोड़े जाएंगे। इसके बाद प्रत्येक ग्राम से चयनित आदि सहयोगी और आदि साथी को क्लस्टर स्तर पर विलेज एक्शन प्लान बनाने हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आदि सेवा पर्व का आयोजन किया जाएगा। इस अवधि में आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी और आदि साथी की सहभागिता से ग्राम स्तर पर विकास योजनाएं तैयार की जाएँगी।
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बलरामपुर : रजत जयंती वर्ष एवं शिक्षक दिवस के अवसर पर बलरामपुर मुख्यालय के बाजारपारा स्थित ऑडिटोरियम भवन में जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आदिम जाति विकास, पशुपालन विभाग एवं कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और उपस्थित शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने सरस्वती मां, छत्तीसगढ़ महतारी एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हीरामुनी निकुंज, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री धीरज सिंह देव ,अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक श्री वैभव बैंकर रमनलाल, , जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने शिक्षक दिवस के अवसर पर समस्त शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं नागरिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 5 सितम्बर का दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति और प्रख्यात शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में विशेष महत्व रखता है। डॉ. राधाकृष्णन के जीवन और विचारों ने शिक्षा को नई दिशा दी है। उनकी इच्छा के अनुरूप ही उनके जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। मंत्री श्री नेताम ने कहा कि हमारे जीवन में गुरुजनों का स्थान सर्वोपरि है। जिस प्रकार कुम्हार मिट्टी को तराशकर सुंदर घड़ा बनाता है उसी प्रकार शिक्षक भी अपने विद्यार्थियों को ज्ञान और संस्कारों से गढ़कर जीवन, समाज और देश निर्माण की दिशा में योगदान देते हैं।
कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक के अनेक रूप होते हैं। प्रारंभिक शिक्षा हमें माता-पिता से मिलती है किंतु एक अच्छे नागरिक एवं बेहतर भविष्य का निर्माण शिक्षक ही करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।कलेक्टर ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे अपने कर्तव्यों का बेहतर निर्वहन करें और बच्चों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने आचरण को आदर्श बनाना चाहिए। शिक्षकों का दायित्व केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि बेहतर चरित्र निर्माण तथा समाज को आगे बढ़ाने में भी अहम योगदान देते हैं। इस अवसर अपर अन्य जनप्रतिनिधियो भी अपने अपने विचार व्यक्त किए
ज्ञानदीप पुरस्कार अंतर्गत 3 एवं शिक्षादूत पुरस्कार से18 शिक्षक हुए सम्मानित
कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने शिक्षक सम्मान समारोह में ज्ञानदीप पुरस्कार 2025-26 के लिए 03 शिक्षक एवं शिक्षादूत पुरस्कार 2025-26 के लिए 18 शिक्षकों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय श्रेणी में सम्मानित किया गया। जिसके अंतर्गत विकासखण्ड वाड्रफनगर अंतर्गत माध्यमिक शाला महुआरीपारा के शिक्षिका श्रीमती शैलजा तिवारी को प्रथम, विकासखण्ड बलरामपुर अंतर्गत माध्यमिक शाला सोनहरा के प्रधानपाठक श्री केदारनाथधर दुबे को द्वितीय, विकासखण्ड राजपुर अंतर्गत माध्यमिक शाला अलखडीहा के प्रधान पाठक श्रीमती अपोलिना लकड़ा को तृतीय श्रेणी में सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार शिक्षादूत पुरस्कार 2025-26 के लिए विकासखण्ड रामचन्द्रपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला तेवरदहा के सहायक शिक्षिका श्रीमती प्रिया गुप्ता को प्रथम, प्राथमिक शाला लोधा के प्रधान पाठक श्री सुन्दर राम को द्वितीय, प्राथमिक शाला कंचन नगर के सहायक शिक्षिका श्रीमती माला तिवारी को तृतीय, विकासखण्ड वाड्रफनगर अंतर्गत प्राथमिका शाला हरिगवां प्रधान पाठक श्री संजय कुमार पाण्डेय को प्रथम, प्राथमिक शाला बगईनार के प्रधान पाठक श्री श्याम सुन्दर सेन को द्वितीय, प्राथमिक शाला गढ़ईपारा के सहायक शिक्षक श्री जयराम सिंह नेताम को तृतीय, विकासखण्ड बलरामपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला खड़ियापारा के सहायक शिक्षक श्री रामप्रसाद राकेश को प्रथम, प्राथमिक शाला बाजारपारा के सहायक शिक्षिका श्रीमती सोनिया गुप्ता को द्वितीय, प्राथमिक शाला जामटांड़ के सहायक शिक्षिका श्रीमती सुचिष्मिता सिंह को तृतीय, विकासखण्ड राजपुर अंतर्गत प्राथमिक शाला सिधमा के सहायक शिक्षिका श्रीमती अश्विनी यादव को प्रथम, प्राथमिक शाला किरीकक्षार के प्रधान पाठक श्री दिलीप किशोर एक्का को द्वितीय, प्राथमिक शाला पटेलपारा के प्रधान पाठक श्रीमती मेरी प्रभा टोप्पो को तृतीय, विकासखण्ड कुसमी अंतर्गत प्राथमिक शाला कटईडीह के प्रधान पाठक श्री महादेव नगेसिया को प्रथम, नवीन प्राथमिक शाला कुम्हारपारा के प्रधान पाठक श्रीमती निशा पाण्डेय को द्वितीय, प्रथमिक शाला तावरपानी के सहायक शिक्षक श्री सुरेन्द्र कुमार माझी को तृतीय तथा विकासखण्ड शंकरगढ़ अंतर्गत पहाड़ी कोरवा आश्रम शाला बेलकोना के सहायक शिक्षिका श्रीमती वंदना सोनी को प्रथम, प्राथमिक शाला रेहड़ा के सहायक शिक्षिका श्रीमती सुनीता बाई को द्वितीय, प्राथमिक शाला जमड़ी सहायक अध्यापिका श्रीमती सीमा कश्यप को तृतीय श्रेणी में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अधिकारी-कर्मचारी एवं शिक्षकगण उपस्थित थे। -
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महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष 2025 के उपलक्ष्य पर शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा विभाग एवं समग्र शिक्षा, महासमुंद द्वारा जिले के 25 उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान किया गया। जिला पंचायत के सभा कक्ष में आज सम्मान समारोह में जिले के प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों से चयनित शिक्षकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बसना विधायक श्री संपत अग्रवाल थे। इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री पूनम चंद्राकर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष भीखम ठाकुर, नगर पालिका परिषद महासमुंद उपाध्यक्ष देवीचंद राठी, समाजसेवी संदीप दीवान एवं महेंद्र सिक्का सहित अनेक गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि श्री अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा किआज का यह आयोजन केवल सम्मान समारोह नहीं है, बल्कि यह उन शिक्षकों को नमन है, जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और निष्ठा से आने वाली पीढ़ियों का भविष्य गढ़ा है। यह सम्मान केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे शिक्षक समाज का सम्मान है। अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि “शिक्षक समाज की रीढ़ हैं। गुरु केवल पढ़ाते नहीं, वे जीवन गढ़ते हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, प्रशासक — हर पद पर पहुँचने वाला व्यक्ति अपने गुरु की देन है।
इस अवसर पर सम्मानित होने वाले शिक्षकों में विकासखंड महासमुंद से जितेंद्र कुमार साहू, मन्नू लाल चौधरी, सुनीता बंजारे, रश्मि पटेल एवं पुष्पा साहू, विकासखंड बागबाहरा से दीपा महार, हेमचंद्र चौधरी, पूरी हरपाल, मनोज साहू एवं अनिल कुमार चक्रधारी, विकासखंड पिथौरा से जय राम पटेल, अभिनंदन नाग, भोजराज प्रधान, राजेश प्रधान एवं क्रांतिपाल मण्डल, विकासखंड बसना से उग्रसेन पटेल, अरुण कुमार निषाद, अनिता चौधरी, विरेन्द्र कुमार भोई एवं प्रेमानंद भोई, विकासखंड सरायपाली से पुष्पा पारेश्वर, दया सागर नायक, ज्योति कुमार ठेठवार, अशोक कुमार साहू एवं दिलीप नायक शामिल है। इस अवसर पर बधाई देते हुए।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय कुमार लहरे एवं जिला मिशन समन्वयक श्री रेखराज शर्मा ने कहा कि इस सम्मान का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करना है, ताकि अन्य शिक्षक भी प्रेरणा लेकर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में योगदान दें।कार्यक्रम का संचालन एपीसी संपा बोस एवं बीआरसीसी महासमुंद जागेश्वर सिन्हा ने किया तथा आभार प्रदर्शन एपीसी विद्या साहू ने किया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
‘टच द स्पेस’ कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों की अंतरिक्ष जिज्ञासाओं का हुआ समाधान
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने शुभांशु शुक्ला को दी शुभकामनाएं
भारत के अंतरिक्ष हीरो से मिलकर बच्चे हुए अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति उत्साहित
जशपुरनगर : 05 सितंबर को शिक्षक दिवस का दिन जशपुर के बच्चों के लिये एक यादगार दिन बन गया जब पूरे देश के अंतरिक्ष हीरो एवं अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में कदम रखने वाले प्रथम गगन यात्री और अंतरिक्ष में जाने वाले द्वितीय भारतीय नागरिक का गौरव प्राप्त ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से वे वर्चुअल माध्यम से रूबरू हुए और उन्होंने बच्चों के सवालों के जवाब भी दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय अपने निवास परिसर से शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव और स्कूली बच्चों के साथ इस श्टच द स्पेसश् कार्यक्रम में शामिल हुए। शिक्षक दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिला पंचायत जशपुर ऑडिटोरियम से जिले के 70 होनहार बच्चे एवं शिक्षक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम में शामिल सभी शिक्षकों को बधाई देने के साथ ही गगनयात्री शुभांशु शुक्ला को छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता की ओर से शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक सोच है। विज्ञान प्रश्न पूछने और तर्क करने की शक्ति और समस्याओं का समाधान खोजने की क्षमता प्रदान करता है। मुख्यमंत्री ने बच्चों से आह्वान किया कि वे श्री शुभांशु शुक्ला से प्रेरणा लेकर अपनी रुचि के क्षेत्र में आगे बढ़ें और अपना तथा देश का नाम रौशन करें।
गगनयात्री ग्रुप कैप्टन श्री शुभांशु शुक्ला ने कहा कि देश ने जो अवसर उन्हें प्रदान किया है, उसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना उनकी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का मैं विशेष आभार व्यक्त करता हूँ कि उनकी पहल से ऐसे सार्थक कार्यक्रम आयोजित हो पा रहे हैं। जब प्रदेश का मुखिया विज्ञान और शिक्षा से जुड़े आयोजनों को महत्व देता है, तो इसका सकारात्मक प्रभाव पूरे प्रदेश पर पड़ता है और बच्चों के भीतर नई ऊँचाइयों तक पहुँचने की प्रेरणा उत्पन्न होती है।
इसरो, इग्नाइटिंग ड्रीम्स ऑफ यंग माइंड फाउंडेशन (आईडीवायएम) की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में गगनयात्री शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष मिशन के लिए अपनी तैयारियों, अपनी पढ़ाई, एक सामान्य बच्चे से अंतरिक्ष यात्रा तक के सफर, अपने अनुभव, गगनयात्री बनने के अपने सफर, भारत के अंतरिक्ष अभियानों आदि विषयों पर अपने अनुभव और ज्ञान को साझा किया। इस कार्यक्रम का वर्चुअल माध्यम से प्रदेश और देश के 25 हजार से ज्यादा बच्चों ने लाभ लिया। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत से कलेक्टर श्री रोहित व्यास, डिप्टी कलेक्टर प्रशांत कुशवाहा, डीईओ प्रमोद कुमार भटनागर, विनोद गुप्ता सहित बड़ी संख्या में शिक्षकगण एवं विद्यार्थी एवं वर्चुअल माध्यम से आईडीवायएम के रत्नेश मिश्रा शामिल हुए।
धुरूडांड की झिलमिल ने पूछा अंतरिक्ष में दिनचर्या कैसे होती है और नहाना कैसे?
जशपुर जिले के ईआरएमएस धुरूडांड में 11वीं कक्षा में अध्ययनरत झिलमिल पैंकरा ने श्री शुक्ला से पूछा कि अंतरिक्ष में सभी की दिनचर्या कैसी होती है? और नहाते कैसे हैं? एवं कपड़े कैसे धोते हैं? जिस पर श्री शुक्ला ने सहजतापूर्वक जवाब दिया कि अंतरिक्ष यान में कपड़े धोना बहुत ही चुनौती पूर्ण कार्य है, जो अभी मुमकिन नहीं है परंतु आप बच्चों को इसे संभव बनाना है। हम कुछ निश्चित कपड़ों के सेट अंतरिक्ष में ले गए थे। एक बार कपड़े चार-पांच दिनों तक पहनने के बाद हम उन्हें दोबारा नहीं पहनते। वहां कपड़े जल्दी गंदे नहीं होते हैं। विशेष साबुन युक्त गीले तौलियों से हम शरीर को साफ करते हैं और विशेष शैंपू से बालों को धोते हैं।
जशपुर की अनिशा भगत ने पूछा क्या अंतरिक्ष से पृथ्वी हमारे सोच जैसी दिखती है?
जशपुर आत्मानंद विद्यालय की 11वीं कक्षा में अध्ययनरत अनिशा भगत ने गगन यात्री से पूछा कि आपका रोल मॉडल कौन है? और अंतरिक्ष में जाकर आपने सबसे पहले क्या सोचा? और क्या पृथ्वी अंतरिक्ष से हमारी सोच एवं कल्पनाओं के जैसे दिखती है? जिस पर उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में जाकर सबसे पहले मुझे अद्भुत महसूस हुआ। रॉकेट जब ऊपर जाता है तब हमें बहुत भारी गुरुत्वाकर्षण बल का सामना करना पड़ता है और जैसे ही हम अंतरिक्ष में पहुंचते हैं सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण बल होने के कारण शरीर जैसे उड़ने लगता है। मैंने जितना सोचा था यह उससे भी अद्भुत हुआ, अंतरिक्ष से पृथ्वी को देखकर जैसा महसूस कर रहा था उस एहसास को फोटो या वीडियो के माध्यम से महसूस नहीं किया जा सकता है।
कुनकुरी की अंजली ने पूछा डिमोटिवेट होते हैं तो क्या करते हैं?
कुनकुरी की अंजलि पपिंदे ने गगन यात्री से पूछा कि आपके सफर की शुरुआत कैसी थी? जब आप डिमोटिवेट होते हैं तो खुद को मोटिवेट कैसे करते हैं? और आपके सफर में सबसे सहायक व्यक्ति कौन थे? जिस पर श्री शुक्ला ने कहा कि मैंने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि अंतरिक्ष की यात्रा करूंगा पर मेरा हर कदम एवं अपने करियर में लिए गए हर फैसले ने मुझे यहां तक पहुंचने में मदद की है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता परिवार जनों, दोस्तों के साथ अपने गुरुजनों की सहयोग को अप्रतीम बताया। उन्होंने कहा कि जीवन में सुख-दुख, खुशी-गम, उत्साह और हतोत्साह का क्रम चलता रहता है आप एक पल उत्साहित हैं तो अगले पल हो सकता है उत्साह गायब हो जाए पर कभी हार नहीं माननी है। मैं जब भी डिमोटिवेट होता हूं थोड़ा सो जाता हूं और फिर सब भूल कर आगे बढ़ जाता हूं।
ष्बच्चे की तरह फिर चलना और खाना सीखाष्- श्री शुक्ला
ग्रुप कैप्टन एवं गगनयात्री श्री शुक्ला ने कहा कि बचपन में जब उन्होंने राकेश शर्मा के बारे में सुना तो उन्हें भी अंतरिक्ष के क्षेत्र में रुचि उत्पन्न हुई थी। फिर नेशनल डिफेंस एकेडमी और एयरफोर्स से होते हुए 2023 में उन्हें रूस में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था और जब उनका चयन एक्सीओम 4 मिशन के लिए हुआ तब वह बहुत खुश थे अंतरिक्ष यात्रा बहुत कठिन होती है। हमारे 18 दिनों के मिशन में मैंने भारत के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किये गए परीक्षणों को किया और उनके परिणाम लेकर धरती पर आया। अंतरिक्ष में जाने और वापस आने पर सब कुछ बदल जाता है। जब हम सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में जाते हैं और जब वापस पृथ्वी पर आते हैं हमें फिर से बच्चों की तरह चलना, खाना एवं अन्य दैनिक गतिविधियों को सिखाना पड़ता है। धरती पर आकर मैं अपने पैरों पर खड़ा भी नहीं हो पा रहा था। भारत एक स्वर्णिम दौर से गुजर रहा है। हमारे पास मौका है और अब भारत में अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम भी है। हम सभी को मेहनत कर भारत की मिशन में अपना सहयोग देना है। उन्होंने बच्चों को अच्छे से पढ़ाई कर देश के अंतरिक्ष विज्ञान के विकास में सहयोग देने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर भारत के अंतरिक्ष हीरो से मिलकर सभी बच्चे बहुत उत्साहित थे सभी को अपनी जिज्ञासाओं का जवाब उनके द्वारा प्राप्त हुआ। सभी बच्चों ने अपने हाथों में तिरंगा झंडा लेकर गगन यात्री का अभिनंदन किया।
उल्लेखनीय है कि जिले में कलेक्टर रोहित व्यास के मार्गदर्शन में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर स्कूली बच्चों के लिए स्कूलों में अंतरिक्ष ज्ञान अभियान, स्टार्गेजिंग, विज्ञान प्रदर्शनी आदि का आयोजन कर बच्चों को अंतरिक्ष विज्ञान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिले के 30 बच्चों के नामों को यूरोपा क्लिपर उपग्रह के साथ बृहस्पति यात्रा पर भी भेजा गया है और जिले के स्थानीय संग्रहालय में स्पेस कॉर्नर का भी निर्माण किया जा रहा है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : जिला स्तरीय आदिम जाति कल्याण एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समित के द्वारा शिक्षण सत्र 2025-26 हेतु एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में विभिन्न पदों के लिए मेरिट आधारित भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी किया गया था, एवं विज्ञप्ति 28 जुलाई 2025 के द्वारा शुद्धि पत्र जारी किया गया है।
विज्ञप्ति के अनुसार एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय मनोरा में प्राप्त आवेदन पत्रों का विषयवार पात्र व अपात्र अभ्यर्थियों की सूची तैयार की गई है।
टी. जी. टी. संस्कृत के पद पर नियमित शिक्षक की पदस्थापना होने के कारण जारी विज्ञप्ति में से टी. जी. टी. संस्कृत हेतु प्राप्त आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया गया है। पात्र व अपात्र की सूची में जिन अभ्यर्थियों को कोई आपत्ति हो तो वे अपना लिखित अभ्यावेदन दिनांक 12 सितम्बर 2025 तक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय मनोरा में स्वयं उपस्थित होकर अथवा डाक के माध्यम से प्रस्तुत कर सकते हैं। समयावधि के पश्चात् प्राप्त आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुरनगर : महिला बाल विकास विभाग द्वारा जामझोर सेक्टर के आंगनबाड़ी केन्द्र मयूरनाचा एवं पुराईनबंध सेक्टर के आंवराटोली आंगनबाड़ी केंद्रों मे छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव अन्तर्गत पोषण माह एवं सुपोषण चौपाल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, पालकों एवं ग्रामीणों ने भाग लिया। इसमें सुपोषण चौपाल के तहत गर्भवती माताओं को खान-पान एवं स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उनके द्वारा ली जाने वाले आहार एवं उपयुक्त पोषण हेतु आवश्यक भोजन की जानकारी दी गई। उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्थानीय फल सब्जियों के सेवन की जानकारी दी गयी। इस अवसर पर पारंपरिक एवं स्थानीय व्यंजनों, साग-सब्जी की प्रदर्शनी लगा कर उनके पौष्टिक गुणों के संबंध में सभी को बताया गया। सही खान-पान, स्वच्छता का ध्यान रखकर कुपोषण को से कैसे बचा जा सकता है इस विषय पर ग्रामीणों एवं महिलाओं से चर्चा की गयी। गर्भवती और शिशुवती माताओं को स्तनपान का महत्व और स्तनपान कराने के सही तरीकों के बारे में समझाया गया ।
लुइकोना में स्कूली बच्चों को दी गयी बाल सुरक्षा सम्बंधित जानकारी
गुरुवार को रजत महोत्सव पर महिला बाल विकास विभाग, चाइल्ड हेल्प लाइन एवं आईसीपीएस टीम द्वारा एक दिवस प्रशिक्षण के तहत लुइकोना के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला एवं उच्च माध्यमिक शाला में बच्चों को बाल विवाह, बाल श्रम, मानव तस्करी, टोल फ्री नं. 1098, स्पॉन्सरशिप योजना, गुड तच - बेड टच और बच्चों को संरक्षित कराने एवं आत्मरक्षा के बारे में जानकारी दी गयी।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
17 आयु वर्ग बालक वर्ग में सरगुजा ने बस्तर पर 11-0 से दर्ज की एकतरफा जीत
जशपुरनगर : राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता के तहत एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में 04 सितंबर को कुल 6 रोमांचक मुकाबले खेले गए। 15 आयु वर्ग बालक वर्ग में हुए मुकाबलों में बिलासपुर ने बस्तर को 4-1 से पराजित किया, जबकि सरगुजा और दुर्ग के बीच हुए मैच में दुर्ग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4-0 से क्लीन स्वीप किया। 17 आयु वर्ग बालक वर्ग के मुकाबलों में सरगुजा ने बस्तर पर पूरी तरह दबदबा बनाते हुए 11-0 से एकतरफा जीत दर्ज की। वहीं रायपुर और बिलासपुर के बीच खेले गए मैच में रायपुर ने शानदार खेल दिखाते हुए 4-1 से विजय हासिल की। 17 आयु वर्ग बालिका वर्ग में बस्तर ने सरगुजा को 3दृ0 से हराया। इसी श्रेणी के एक अन्य मुकाबले में बिलासपुर ने रायपुर के खिलाफ दमदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 9-0 से बड़ी जीत दर्ज की।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट (अंग्रेजी माध्यम) उच्च. मा. विद्यालय बलरामपुर, रामानुजगंज, वाड्रफनगर, कुसमी, राजपुर, शंकरगढ़, रघुनाथनगर, रामचन्द्रपुर, डौरा-कोचली एवं चलगली में रिक्त (अंग्रेजी माध्यम) के विभिन्न पदों पर ‘‘वॉक इन इन्टरव्यू‘‘ के माध्यम से नियुक्ति की जानी है। जिसके लिए आवेदन प्रस्तुत करने हेतु 10 सितंबर को तिथि निर्धारित की गई थी। उक्त तिथि में संशोधन करते हुए 16 सितंबर 2025 को आवेदनों का पंजीयन, दस्तावेज सत्यापन, पात्र-अपात्र का प्रकाशन, दावा-आपत्ति तथा अंतिम पात्र-अपात्र सूची का प्रकाशन किया जाएगा। 17 सितंबर को डेमो एवं साक्षात्कार व 18 सितंबर 2025 को सहायक ग्रेड-02 व 03 के पद के लिए कौशल परीक्षा(हिन्दी मुद्रलेखन) लिया जाएगा।
शैक्षणिक योग्यता अनुसार पात्रताधारी इच्छुक अभ्यर्थी 16 सितंबर 2025 दिन बुधवार प्रातः 09 बजे जिला ग्रंथालय बलरामपुर में उपस्थित होकर अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। आवेदन का प्रारूप एवं भर्ती से संबंधित विस्तृत जानकारी कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की वेबसाइट बलरामपुर डॉट जीओव्ही डॉट ईन पर उपलब्ध है।