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जशपुरनगर 10 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे के मार्गदर्शन एवं जिला परिवहन अधिकारी श्री प्रकाश रावटे के निर्देशन में जिले में कि मोटरयान कराधान अधिनियम के तहत शास्ति एवं ब्याज की वसूली योग्य राशि में एक मुश्त निपटान व्यवस्था के अंतर्गत शर्तो के अधीन छूट प्रदान की गई है। जिसके अंतर्गत 31 मार्च 2013 तक मासिक एवं त्रैमासिक कर देय वाहनों के अधिरोपित लंबित कर, लंबित शास्ति एवं ब्याज की राशि में पूर्णत छूट प्रदान की गई है। 01 अप्रैल 2013 से 31 दिसम्बर 2018 तक मासिक एवं त्रैमासिक कर देय वाहनों में लंबित पेनाल्टी की राशि में पूर्णतः छूट मिलेगी, किन्तु वाहनों में लंबित टैक्स एवं अधिरोपित ब्याज देना होगा।
जिला परिवहन अधिकारी श्री रावटे ने बताया कि एकमुश्त निपटान व्यवस्था का लाभ 30 सितम्बर 2020 तक ले सकते है। उक्त व्यवस्था के तहत पेनाल्टी में छूट केवल एकमुश्त निपटान योजना अवधि तक होगी। एकमुश्त निपटान योजना के समाप्ति के पश्चात पेनाल्टी सहित पूर्ण राशि देय होगी। जिसके तहत् बकाया कर जमा नहीं करने की स्थिति में भू-राजस्व संहिता के अंतर्गत बकाया कर की वसूली के लिए आपके वाहन की जप्ति के साथ ही अन्य चल-अचल सम्पति को कुर्क कर निलाम कर वसूली किया जाएगा। उन्होनंे बताया कि इन वाहनो से जनता की सुरक्षा को खतरा होने के कारण संबंधित के विरूद्ध मोटरयान अधिनियम के अंतर्गत पंजीयन निरस्त करने की एकपक्षीय कार्यवाही किया जाएगा। कलेक्टर श्री कावरे ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को उक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए है। -
जशपुरनगर 10 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे द्वारा आदिवासी संस्कृति परिरक्षण एवं विकास योजना के अंतर्गत जिले के पत्थलगांव विकासखंड में निवासरत जनजातियों के पूजा स्थलों, देवगुड़ी का परिरक्षण एवं विकास के लिए पत्थलगांव के विभिन्न स्थानों पर देवगुड़ी चबूतरा निर्माण इत्यादि स्वीकृत कार्यो के लिए कुल 9 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। - कलेक्टर ने जशपुर के विभिन्न विकासखंडो में स्वीकृत कार्यो को दी प्रशासकीय स्वीकृति
जशपुरनगर 10 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे द्वारा राज्य ग्रामीण विकास प्राधिकरण मद से जशपुर जिले के विभिन्न विकासखंडो के लिए 34 लाख 50 हजार राशि के स्वीकृत कार्यो का ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उप संभाग जशपुर से तकनीकी स्वीकृति प्राप्त होने पर प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की हैै। जिसके अंतर्गत जशपुर विकासखंड के लिए कुल 14 लाख 50 हजार की राशि एवं विकासखंड कुनकुरी एवं पत्थलगांव के लिए 10-10 लाख रूपए की राशि प्रदान की गई है। -
कलिया, गीधा, गजमा, दनगरी के आश्रम छात्रावासों में सोलर हैंण्डपंप स्थापित
जशपुरनगर 10 जून : जशपुर जिले के दूरस्थ अंचल क्षेत्र में जहां विद्युत आपूर्ति की समस्या आ रही है। उन क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ शासन की ओर से किसानों को सौर-सुजला योजना की सुविधा देकर लाभ पहुंचाया जा रहा है। साथ ही जशपुर जिले के आश्रम छात्रावासों में सोलर हैण्डपंप स्थापित करके बच्चों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। बालक आश्रम कलिया, गीधा, गजमा एवं कन्या आश्रम दनगरी में एक-एक नग सोलर हैण्डपंप स्थापित करके क्रेडा विभाग द्वारा शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है। जिसका उपयोग आश्रम के छात्र-छात्रों के द्वारा किया जा रहा है। क्रेडा विभाग के सहायत अभियंता श्री संदीप बंजारे ने बताया कि योजनांतर्गत आश्रमों के पेयजल व्यवस्था हेतु सामान्य हैण्डपंप में सोलर डवल पंप की स्थापना की जाती है। ड्वल पंप में हैण्डंपप और सोलरपंप दोनोें होता है जिससे रात्रि में सोलर नहीं होने पर हैण्डपंप का उपयोेग किया जा सकता है। जिसमें एक नग 5000 लीटर का ओव्हर हैण्डट्रेक हैण्डपंप से संबंध रहता है। जिसे पानी स्टोर किया जा सकता है। इस संयत्र में एक सेंसर लगा हुआ होता है जिस कारण से पंप स्वतः आॅन-आॅफ होता है और पानी बर्बादी नहीं होती है और 4 नग टेप नल लगा रहता है जिससे पानी का उपयोग किया जा सकता है।
क्रेडा अधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में तापमान एवं परंम्परागत संसाधनों की कमियों को दूर करने के लिए किसानों को सौर-सुजला योजना अंतर्गत अपने खेतों में सोलरपंप स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि उनको कम लागत से अच्छी फसल मिल सके। जिले के किसान जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए भी सार्थक कार्य कर रहे हैं। -
ग्राम पंचायतों में बनाए गए क्वारेंटाईन सेंटरों में बाहर से आने वाले श्रमिकों मजदूरों के लिए पर्याप्त संख्या में रहने के लिए जगह है
क्वारेंटाईन सेंटर में भोजन,पानी, मनोरंजन के साथ सभी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैक्वारंेटाईन सेंटर में 4539 श्रमिकों को रखा गया हैपुरूष 3960 एवं 579 महिलाएं शामिल है
जशपुरनगर 10 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने जिले के सभी एसडीएम, जनपद सीईओ और बीएमओ को क्वारेंटाईन सेंटर में अपना संपर्क नंबर चस्पा करने के निर्देश दिए हैं ताकि लोग संपर्क करके सहायता प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि जिले के क्वारेंटाईन सेंटर में अन्य राज्य आने वाले अपने जशपुर जिले के श्रमिकों के लिए जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए ग्राम पंचायतों के क्वारेंटाईन सेंटरों में पर्याप्त संख्या में रूकने के लिए जगह है। श्रमिकों, मजदूरों को 14 दिन की क्वारेंटाईन अवधि में किसी भी प्रकार की रूकने में समस्या नहीं आ रही है। जिला प्रशासन द्वारा उन्हें क्वारेंटाईन सेंटरों में ठहराया गया है और उनके लिए भोजन पानी, शौचालय, मनोरंजन सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है ताकि 14 दिनों की क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाए। अन्य राज्य से आने वाले अपने गृह ग्राम श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत उन्हें क्वारेंटाईन सेंटरों में रूकवाया जा रहा है और उनका सेम्पल लेकर कोरोना टेस्ट के लिए भेजा रहा है। साथ ही निरंतर उन्हें चिकित्सकों की निगरानी में उन्हें रखा गया है।
जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 699 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 4539 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 3960 एवं महिलाओं की संख्य 579 शामिल है। इनमें जशपुर विकासखंड के 58 क्वारेंटाईन सेंटर में 420 लोगों को रखा गया हैं। इसी प्रकार मनोरा के 57 क्वारेंटाईन सेंटर में 276 लोगों को, दुलदुला विकासखंड के 90 क्वारेंटाईन सेंटर में 557 लोगों को, कुनकुरी विकासखंड के 153 क्वांरेंटाईन सेंटर में 531 लोगों को, फरसाबहार विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 1170 लोगों को कासंाबेल विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 492 लोगों को, पत्थलगांव विकासखंड के 128 क्वारेंटाईन सेंटर में 545 लोगों को एवं बगीचा विकासखंड के 103 क्वारेंटाईन सेंटर में 548 लोगों को रखा गया है।
कलेक्टर श्री कावरे के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं निंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है। -
कोरोना महामारी के दौरान सभी जिलों का कार्य प्रशंसनीयलोक सेवा गारंटी अधिनियम के आवेदन प्रक्रिया होगी सरलकलेक्टर काॅन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा कीजशपुर जिले से कलेक्टर, एसपी, डीएफओ, सीईओ जिला पंचायत वीडियो कांफ्रेस से जुड़े
जशपुरनगर 10 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज निवास कार्यालय से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कलेक्टर काॅन्फ्रेंस को संबंधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ कोरोना से लड़ाई में जरूर जीतेगा। हमें थकना नहीं है, निराश नहीं होना है, बल्कि तत्परता से इस लड़ाई को लड़ना है। कोरोना महामारी के दौरान सभी जिलों का कार्य प्रशंसनीय रहा। रविवार, शनिवार सहित सभी त्यौहारों के दिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने काम किया है, इसके लिए सभी को धन्यवाद। अभी आंकड़े थोड़े बढ़े है, लेकिन मुझे विश्वास है, जैसे आपने अभी तक नियंत्रण किया है, आगे भी करेंगे। वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सभी 28 जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, संभागीय कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, डीएफओ, सीसीएफ, जिला पंचायत के सीईओ और नगर निगमों के आयुक्त शामिल हुए। जशपुर जिले से कलेक्टर श्री महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक श्री शंकरलाल बघेल, वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारेंटाईन सेंटर में भी अच्छी व्यवस्था की गई है। क्वारेंटाईन सेंटर में अच्छी व्यवस्था आवश्यक है। औद्योगिक उत्पादन और रोजगार देने में छत्तीसगढ़ अग्रणी रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ नगरीय क्षेत्रों में भी रोजगार उपलब्ध कराया गया है। मनरेगा अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा काम हुआ है। लोगों को व्यापक रोजगार दिया गया है। समय पर मजदूरी भुगतान भी हुआ है। काॅन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आम जनता को शासन के विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों का समय सीमा में लाभ दिलाने के लिए लागू लोक सेवा गारंटी अधिनियम को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके तहत सादे कागज पर मिलने वाले आवेदनों को स्वीकार कर उस पर समय सीमा में कार्रवाई सुनिश्चत करने कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आम जनता को किसी भी तरह की सेवा मिलने में परेशानी न उठानी पड़े इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाए। समय सीमा में सेवा उपलब्ध कराने में चूक करने वाले अधिकारियों पर नियमानुसार अर्थदंड की कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत जिलों को 22 मार्च से पूर्व तक मिले समस्त आवेदनों का एक सप्ताह के भीतर निराकरण सुनिश्चित करने के साथ ही आवेदनों की प्रक्रिया ऑनलाइन करने की कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत लंबित आवेदनों की जिलेवार स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस में सभी कलेक्टरों को सीमांकन के कार्य को बरसात शुरू होने तक जारी रखने के निर्देश दिए। शहरी क्षेत्रों में सीमांकन के कार्य बरसात के वक्त में भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने दस्तावेजों का जिले के किसी भी तहसील में पंजीयन कराने की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य में कोविड 19 महामारी के नियंत्रण तथा लाकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए राज्य में अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए राज्य में काफी प्रभावी ढंग से अधिकारी कर्मचारियों ने काम किया इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। 13 मार्च से अधिकारी कर्मचारी लगातार कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद में जुटे हुए हैं। अवकाश और त्योहार के दिनों में भी प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने काम किया है। इससे राज्य में कोरोना संक्रमण की रोक थाम प्रभावी ढंग से हो सकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे भी इस महामारी पर नियंत्रण रहेगा ऐसा विश्वास है। उन्होंने अन्य राज्यों के प्रवासी श्रमिकों को छत्तीसगढ़ राज्य में मिली सेवाओं के लिए भी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं समाज सेवी संगठनों के सहयोग की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन सेन्टर में रह रहे प्रवासी श्रमिकों को बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित हों। कोरोना महामारी से समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए सतर्कता जरूरी है। उन्होंने इस पर विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से औसतन 26 लाख लोगों को रोजाना गांव में ही रोजगार और नियमित रूप से मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विषम परिस्थिति में शासन प्रशासन ने अपने जनहितैषी कार्यों से जन सामान्य का विश्वास हासिल करने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास ही हमारी पूंजी है।
मुख्यमंत्री ने काॅन्फ्रेंस में कोरोना महामारी नियंत्रण, राहत व्यवस्था और रणनीति, नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना, हाट बाजार क्लीनिक योजना, इंग्लिश मीडियम स्कूलों की स्थापना, मुख्यमंत्री शहर स्लम स्वास्थ्य योजना, सुपोषण अभियान, ग्रामीण भूमिहीन मजदूर परिवारों का चिन्हांकन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, लघु वनोपजों का संग्रहण और प्रसंस्करण, वन अधिकार अधिनियम, खाद्य प्रसंस्करण, लघु वनोपज प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना, अन्य फसलों को बढ़ावा देने हेतु कार्य योजना, शालाओं के शुरू करने से पहलेे उनके रंग-रोगन और आवश्यक मरम्मत, भूमि का आबंटन और नियमितिकरण, शहरी स्लम पट्टों का नवीनीकरण व फ्री होल्ड करना, शासकीय हाॅस्टल-आश्रम भवनों में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता, जिलों में टिड्डी की समस्या, रेन वाटर हर्वेस्टिंग, कोविड संकट के दौरान राज्य में वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों के बनाए गए राशन कार्ड, जाॅब कार्ड एवं लेबर कार्ड, जारी मानसून सत्र में वृक्षारोपण की तैयारी सहित अन्य विषयों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। -
आईटीआई भवन का निरीक्षण कर दिये आवष्यक दिषा निर्देष
सूरजपुर 10 जून : राज्य शासन के निर्देषन में जिले के प्रत्येक विकासखंड में रोजगारोन्मुखी कौषल प्रषिक्षण के लिए शालाओं की चयन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसी क्रम में कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के मार्गदर्षन में अपर कलेक्टर श्री एस.एन.मोटवानी के द्वारा भटगांव एवं प्रतापपुर में एजेंडा के अनुसार चर्चा करने आईटीआई भवन भटगांव एवं प्रतापपुर में बैठक ली गई। जिसमें रोजगारोन्मुखी कौशल प्रशिक्षण हेतु विकासखंड में एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं औद्योगिक प्रषिक्षण संस्था को व्यवसायिक षिक्षा प्रदाता के रूप में तैयार किये जाने चर्चा की गई। इसके साथ ही आई.टी.आई. में चल रहे प्रषिक्षण के लिए प्रषिक्षणदाताओं एवं उनकी योग्यता के बारे में जानकारी ली गई साथ ही शालाओं के लिए प्रषिक्षण देने समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देष दिये। उन्होनें भटगांव में औद्योगिक संस्थाओं की जानकारी ली और वहाॅ किन प्रकार के प्रषिक्षित लोगो की आवष्यकता है इसकी जानकारी तैयार करने के निर्देष संबंधित अधिकारी को दिये हैं जिससे आवष्यकता अनुरूप ही विद्यार्थिओं को प्रषिक्षण उपलब्ध कराकर तत्काल कार्यो में नियोजित किया जा सके। इसके अलावा उन्होनें अधिकारियों एवं औद्योगिक संस्थाओं के संचालकों से इस संबंध में सुझाव भी लिए।
इस दौरान अपर कलेक्टर श्री मोटवानी ने आईटीआई भवन भटगांव व प्रतापपुर का निरीक्षण किया। जिसमें संचालित टेªड के अनुसार प्रयोगषाला व कक्षाओं का जायजा लेते हुए प्राचार्य को आवष्यक दिषा-निर्देष दिये। उन्होनें संचालित ट्रेड के अनुसार पूर्व में प्रषिक्षित किये गये विद्यार्थियों की जानकारी ली और उसमें से कितने प्रषिक्षित युवा कार्यो में नियोजित किये गये हैं इसकी भी जानकारी लेते हुए सभी प्रषिक्षित युवाओं के लिए योग्यता अनुसार नियोजन हेतु प्रयास करने को कहा। -
सूरजपुर 10 जून : ’’कोषिष भी कर उम्मीद भी रख और रास्ता भी चुन ’’ इस कथन को चरितार्थ करते हुए सूरजपुर जिले के अर्थषास्त्र विषय समूह ने जिला षिक्षा अधिकारी श्री विनोद राय जी के निर्देषन में छ0ग0 शासन स्कूल षिक्षा विभाग की पढ़ई तुहर दुआर आॅनलाईन कक्षा योजना के तहत न केवल नगरीय बल्कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों में षिक्षा की निरंतरता को बनाए रखने का अभूतपूर्व बीड़ा उठाया है। जिले के अर्थषास्त्र विषय के प्रभारी वरिष्ठ, अनुभवी व्याख्याता एवं राज्य के सामाजिक विज्ञान लेखन समूह के सदस्य श्री मुरलीधर चक्रधारी जी के मार्गदर्षन एवं नेतृत्व में योजना बनाकर 20 अप्रैल 2020 से लर्निंग विडियों बनाना प्रारंभ किया गया तथा आॅनलाईन कक्षाएॅं प्रारंभ की गई वर्तमान में ये विडियों तथा आॅनलाईन कक्षाएं केवल जिले के अपितु पूरे छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियांे को लाभान्वित कर रही है।
इस पूरी प्रक्रिया में सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान श्रीमती निषा सिंह व्याख्याता अर्थषास्त्र शा0उ0मा0वि0करवां वि0खं0 सूरजपुर का है, जिनके द्वारा प्रारंभिक तौर पर अपने विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए आॅनलाईन कक्षाएं आयोजित की गई एवं शनैः शनैः जिले के अन्य स्कूल इसमें जुड़ते चले गए। उ0मा0वि0कन्या बिश्रामपुर,लटोरी,बसदेई,सूरजपुर एवं तीतरखंड प्राथमिक रूप से आॅनलाईन कक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यालय है। विषय प्रभारी ने बताया कि इन आॅनलाईन कक्षाओं में हमारे जिले के अलावा जांजगीर चांपा,बालोद,जषपुर,कोरिया,बलरामपुर,दुर्ग तथा रायपुर के विद्यार्थी एवं षिक्षक-षिक्षिकाएं शामिल होते रहे है।
श्रीमती निषा सिंह अर्थषास्त्र की विषय विषेषज्ञ हैं जिनके विडियोज एवं आॅनलाईन कक्षाओं ने लोगों को वर्तमान अवष्यकता के अनुरूप अर्थषास्त्र का मर्म ही समझा दिया है। प्रत्येक अवधारणा को समसामयिक ज्वलंत उदारहणों के माध्यम से सहजतापूर्वक समझा देने की जो काबिलियत इनमें है वह विलक्षण है। अर्थषास्त्र में कैरियर बनाने वाले तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों के लिए ये बेहद उपयोगी हैं। विद्यार्थी एवं षिक्षक लगातार इन आॅनलाईन कक्षाओं में शामिल हो रहे है और इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। 05 जून 2020 से बहण्ेबीववसण्पद में कक्षा 12वीं अर्थषात्र विषय की आॅनलाईन कक्षाए श्रीमती निषा सिंह द्वारा लिया जाना हमारे लिए अत्यंत गौरव पूर्ण है जिससे पूरे छ0ग0 के विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। बहण्ेबीववसण्पद में निषा सिंह द्वारा लगभग 20 विडियोज अपलोड किये जा चुके हैं और सभी एप्रूव भी हो गए हैं। आॅनलाईन कक्षा के अलावा बच्चों का व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर षिक्षण सामग्री एवं लर्निंग विडियोज शेयर किये जा रहे हैं तथा होमवर्क देकर उनकी नियमित रूप से जांच भी की जा रही है। हमारी योजना है कि इन कक्षाओं में अधिक से अधिक विद्यार्थी सम्मिलित हो ताकि हम अर्थषास्त्र की प्रत्येक अवधारणा को सरलतम ढंग से उन्हे समझा सकें, और भविष्य में छ0ग0 के बच्चे अर्थषास्त्र विषय को कैरियर के रूप में चयन कर सकें। अर्थषास्त्र विषय समूह के इस प्रयास में विकास खण्ड षिक्षा अधिकारी श्री के0सी0साहू एवं उ0मावि0 करवां के प्राचार्य श्री प्रसाद सर,कन्या विश्रमपुर के श्री जैन सर,उ0मा0वि0 जयनगर की प्राचार्य श्रीमती कलिस्ता मेडम का सहयोग एवं मार्गदर्षन अत्यंत सराहनीय रहा है। -
सूरजपुर 10 जून : अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रतापपुर से प्राप्त जानकारी अनुसार प्रतापपुर में शा.उचित मूल्य दुकान ग्राम चंदौरा, गोविंदपुर, खोरमा, भेड़िया विकासखंड प्रतापपुर में संचालनकर्ता नियुक्ति किया जाना है। जिसके लिए आमजनों, सहकारी समितियाॅ, वृहद आदिम जाति बहुउद्देषीय सहकारी समिति (लेम्पस, प्राथमिक कृषि साख समिति, वन सुरक्षा समिति, महिला स्वयं सहायता समूह, ग्राम पंचायत, अन्य उपभोक्ता सहकारी समिति तथा स्थानीय स्वषासीय निकाय के इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित करते हुए बताया गया है कि इच्छुक संस्था 19 जून 2020 तक कार्यालयीन समय शाम 5ः30 बजे तक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय प्रतापपुर में उपस्थित होकर निर्धारित प्रारूप अनुसार आवेदन जमा कर सकते हैं।
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महासमुंद जिले में आज वाहन चेकिंग के दौरान एक कार से नोटों का बंडल भारी मात्रा में बरामद किया गया है मामला महासमुंद के सिंघोरा बार्ड का है बरामद की गई रकम 1 करोड़ 12 लाख 99 हजार 200 रुपए बताई जा रही है कार में ड्राइवर और एक कारोबारी प्रतीक छाबड़िया भी मौजूद था। पैसे के बारे में पूछे जाने पर दोनों ने नगद के बारे में गोलमोल जवाब देना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने आईटी डिपार्टमेंट को भी इसकी खबर दे दी है.
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बेमेतरा 10 जून : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम हेतु जिले मे लाॅकडाउन प्रभावशील है, जिसके तहत बाहर से आये हुये व्यक्तियों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर कहा है कि जिन व्यक्तियांे को होम क्वारेंटाइन मे रखा गया है, यदि वह क्वारेंटाइन अवधि पूर्ण किये बिना नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत 6 महीने की सजा अथवा एक हजार रुपये का जुर्माना या दोनो से दण्डनीय होगा। इसके अतिरिक्त आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 के तहत 01 वर्ष का कारावास एवं अर्थदण्ड से दण्डनीय होगा। यदि ऐसे कृत्य मे उक्त व्यक्ति के परिवार द्वारा सहयोग किया जाता है, तो परिवार के सदस्यों के विरुद्ध भी इसी प्रकार दण्डनीय कार्यवाही किया जायेगा। प्रदेश के कुछ जिलों मे क्वारेंटाइन सेन्टर से श्रमिकों के भाग जाने संबंधी घटनायें हुई है। इस कारण वहाँ के कलेक्टर के निर्देश पर श्रमिको के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज किया गया है। -
बेमेतरा 10 जून : प्रवासी श्रमिक एवं नागरिक जिनके पास किसी भी योजना के अंतर्गत राशन कार्ड नहीं हैं वे भी मई एवं जून माह के लिए प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल एवं एक किलोग्राम चना प्रतिकार्ड निःशुल्क प्राप्त कर सकते है। कलेक्टर बेमेतरा ने ऐसे प्रवासी श्रमिक एवं नागरिक जिनके पास किसी भी योजना के अंतर्गत राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें तत्काल पंजीयन कराने को कहा हैं। उपरोक्त योजना में खाद्यान प्राप्त करने के लिए प्रवासी व्यक्तियों /श्रमिकों के पंजीयन हेतु खाद्य विभाग की जनभागीदारी वेबसाईट https://khadya.cg.nic.in/citçen/citçenhome.aspx में ऑनलाईन पंजीयन हेतु प्रावधान है। जिसके माध्यम से प्रवासी व्यक्ति/श्रमिक सीधे अपना पंजीयन विभागीय वेबसाइट पर कर सकते हैं। इसी तरह मोबाइल एप्प के माध्यम से पंजीयन की सुविधा के लिए एप्प भी विकसित किया जा रहा है।
बेमेतरा जिले में आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत प्रवासी व्यक्तियों का चिन्हांकन कर माह दिये जाने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैैं। ऑफलाईन आवेदन के साथ-साथ अब ऑनलाईन आवेदन करने की सुविधा भी दी गई है। हितग्राहियों के पहचान के लिए आधार नंबर प्राप्त किये जाने के निर्देशों के अतिरिक्त अन्य फोटोयुक्त पहचान पत्र के आधार पर चिन्हांकित किया जा सकता प्रवासी व्यक्तियों एवं श्रमिकों को पात्रता अनुसार 30 जून तक खाद्यान्न तथा चने का वितरण कराने के निर्देश दिए गए हैं। - बेमेतरा 10 जून : कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के बचाव व नियंत्रण हेतु भारत सरकार व छ.ग. शासन द्वारा लाॅकडाउन उपायों को चरणबद्ध रुप से खोलने एवं 30 जून 2020 तक लाॅकडाउन संशोधित रुप मे लागू करने के संबंध मे जारी दिशा निर्देशों के परिपे्रक्ष्य मे दिनांक 08 जून 2020 से सभी धार्मिक स्थानों को खोले जाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर कहा है कि बेमेतरा जिले मे स्थित धार्मिक स्थल जैसे मंदिरों मे एक साथ बड़ी संख्या मे लोग न जुटें। एक-दूसरे से कम से कम छह फीट की दूरी अनिवार्य रुप से रखें। मंदिर के प्रवेश द्वार पर पानी व सेनेटाइजर की पर्याप्त मात्रा रखना अनिवार्य होगा। मंदिर मे प्रवेश करने वाले प्रत्येक श्रद्धलुओं की थर्मल स्क्रीनिंग करना अनिवार्य होगा। बिना लक्षण वालों को ही मंदिर मे प्रवेश की अनुमति होगी। जूते, चप्पल श्रद्धालुओं को अपनी गाड़ी मे उतारने होंगे या परिसर से दूर खुद की निगरानी मे रखना होगा। किसी भी तरह का प्रार्थना सभा/भजन कीर्तन जैसे समारोह का आयोजन नही होगा। श्रद्धालु घर से चटाई या कपड़ा लेकर मंदिर मे प्रवेश कर सकते हैं। मंदिर के पुजारी/श्रद्धालुओं द्वारा मुंह मे कपड़ा, गमछा या मास्क का उपयोग करना अनिवार्य होगा। मंदिर परिसर मे कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से बचाव व रोकथाम हेतु आवश्यक पोस्टर/पाम्पलेट लगाया जावे।
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सूरजपुर 10 जून : सहायक संचालक मछली पालन से प्राप्त जानकारी अनुसार वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश वृद्धि (प्रजनन) को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें संरक्षण देने हेतु राज्य में छत्तीसगढ़ नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम 1972 की धारा-3, उपधारा-2 के तहत् 16 जून से 15 अगस्त तक की अवधि को क्लोजसीजन के रूप में घोषित किया गया है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के समस्त नदियों-नालों तथा छोटी नदियों, सहायक नदियों में जिन पर सिंचाई के तालाब जलाशय (बड़े या छोटे) जो निर्मित किये गये हैं, में किये जा रहे केज कल्चर के अतिरिक्त सभी प्रकार का मत्स्याखेट 16 जून 2020 से 15 अगस्त 2020 तक पूर्णतः निषिद्ध रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य क्षेत्र (संशोधित) अधिनियम के नियम 3 (5) के अन्तर्गत अपराध सिद्ध होने पर एक वर्ष का कारावास अथवा 10,000 रूपये का जुर्माना अथवा दोनो एक साथ होने का प्रावधान है। उक्त नियम केवल छोटे तालाब या अन्य जल स्त्रोत जिनका संबंध किसी नदी नालों से नहीं है, में लागू नहीं होंगे। - सूरजपुर 10 जून : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देशन में अपर कलेक्टर श्री एस0एन0 मोटवानी से प्राप्त जानकारी अनुसार प्राकृतिक आपदा पीड़ित के 2 हितग्राहियों को जिसमें विकासखण्ड भैयाथान ग्राम चुनगड़ी के निवासी मृतक स्व0 मनबोध आ0/ सोमारु जाति गोड़ की मृत्यु 22 अप्रैल 2018 को रेड नदी के पानी में डूबने से हो जाने पर मृतक के निकटतकवारीस पिता सोमारु पोर्ते को, विकासखण्ड प्रेमनगर के ग्र्राम अभयपुर के निवासी मृतिका स्व0 कुन्तीबाई पति स्व. अनुज प्रसाद निवासी की मृत्यु 31 मई 2019 को सर्पदंष से हो जाने पर मृतिका के निकटमवारीस उसकी पुत्र रोषन कुमार पावले, प्रवीण कुमार आत्मजस्व. अनुज प्रसाद एवं पुत्री संध्या आ0 स्व. अनुज प्रसाद को प्राकृति आपदा में मृत्यु होने के कारण इनके निकटतम वारिजनो को चार-चार लाख रूपये आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत किया गया है। यह राशि आबंटन की प्रत्याशा में मांग संख्या 58 शीर्ष 2245 प्राकृतिक आपदा राहत के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 में आबंटन की प्रत्याशा में विकलनीय होगा।
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कोरोना वारियर के रूप में मास्क व सेनिटाईजर निर्माण व अन्य कार्यो से अर्जित की लाखों रुपये की आय
सूरजपुर 10 जून : पूरा विष्व कोरोना महामारी से त्रस्त है, देष में चल रहे लाॅकडाउन में कोरोना को हटाने के लिए सभी वर्ग एक-दूसरे की मदद में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में सूरजपुर जिले में बिहान योजना से गठित महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं अपनी एक अलग छाप छोड़ रही हैं। जहां एक ओर लाॅकडाउन के कारण लोगों के रोजगारठप्प पड़े है और गरीब परिवारों को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बिहान से जुड़ी महिला स्वसहायता समूह की सदस्य लोगों की मदद के साथ ही कई गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण गरीब परिवारों के लोगों के रोजगार का मार्ग प्रषस्त कर रही है।
लाॅकडाउन के प्रारंभिक दिनों में मास्क की उपलब्धता कम होने एवं कालाबाजारी की समस्या को देखते हुए जिले की महिला स्वसहायता समूह की सदस्यों ने मास्क निर्माण का जिम्मा उठाया। इन समूह की 120 से अधिक महिलाओं ने लाॅकडाउन अवधि में 1 लाख 70 हजार मास्क का निर्माण किया। इनके द्वारा निर्मित मास्क विभागीय समन्वय के माध्यम से तेन्दूपत्ता संग्राहकों, रोजगारगांरटी योजना में कार्य कर श्रमिकांे, क्वारेंटाइन सेंटर के श्रमिकों, विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों निजि व सरकारी उद्यमों में कार्यरत लोगों एवं आम जनसमुदाय हेतु बेहद कम दर पर उपलब्ध कराया गया वहीं अत्यधिक कमजोर वर्ग के लोगों को निःषुल्क भी उपलब्ध कराया गया। इस गतिविधि के माध्यम से महिला समूहों ने 18 लाख 65 हजार रूपये का व्यवसाय किया।
मिठी महिला ग्राम संगठन कुंजनगर की महिलाओं ने 2549 लीटर सेनिटाइजर विक्रय कर 12 लाख रूपये आय अर्जित की -
कोरोना वायरस से बचाव हेतु सेनेटाइजर के महत्व को देखते हुए एवं आज जनमानस हेतु इसकी उपलब्धता की कमी को देखते मिठी महिला ग्राम संगठन कुंजनगर ने स्वास्थ्य विभाग में सेनेटाइजर निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया है। ग्राम संगठन की महिलाओं डब्ल्यूएचओ द्वारा सुझाये गये मानकों का पालने करते हुए 3238 लीटर सेनेटाइजर का निर्माण किया है। उनके द्वारा निर्मित सेनेटाइजर शासन द्वारा निर्धारित दर पर विभिन्न विभागों, क्वारेंटाइन सेंटरों एवं आम नागरिको को विक्रय किया गया। ग्राम संगठन की महिलाओं ने अब तक 2549 लीटर सेनेटाइजर विक्रय 12 लाख रूपये आय प्राप्त किया है। सेनेटाइजर के साथ ही 1800 लीटर फिनाइल तैयार कर 72 हजार रूपये की आय प्राप्त की।
24 महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं ने कम्यूनिटी किचन प्रारंभ कर 2 लाख 58 हजार रूपये की आय प्राप्त की-
लाॅकडाउन के दौरान सभी भोजनालय, होटल, ढाबे बंद रहने के कारण आवागमन करने वाले लोगों को परेषानियों का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या के समाधान हेतु 24 महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने कम्यूनिटी किचन प्रारंभ कर भोजन पैकेट वितरण का कार्य शुरू किया। इनके द्वारा 4914 पैकेट सप्लाई किया गया। इस गतिविधि से जुड़ी महिलाओं ने इससे 2 लाख 58 हजार रूपये की आय प्राप्त की। इनके द्वारा तैयार पैकेट क्वारेंटाइन सेंटरों, रास्ते में फंसे श्रमिकांे एवं अन्य यात्रियों हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है।
सूरजपुर ट्राइबल मार्ट के द्वारा लाॅकडाउन अवधि होम डिलीवरी कर 17 लाख 29 हजार रूपये के किराना सामग्री की आपूर्ति की गई-
सूरजपुर जिले के समस्तछः विकासखण्ड मुख्यालयों मंें महिला ग्राम संगठनों द्वारा संचालित सूरजपुर ट्राइबल मार्ट द्वारा लाॅकडाउन अवधि में किराना सामान की होम डिलीवरी का कार्य किया गया। इनके द्वारा इस अवधि में 500 से अधिक घरों में 17 लाख 29 हजार रूपये के किराना सामग्री की आपूर्ति की गई।
स्वसहायता समूह की 168 महिलाओं को वन धन योजना अन्तर्गत 58 लाख 17 हजार रूपये का किया गया भुगतान-
लाॅकडाउन के दौरान ग्रामीण गरीब परिवारों का रोजगार में समस्या के समाधान हेतु जिले की 168 महिलाएं स्वसहायता समूह की महिलाओं के द्वारा वन धन योजना अन्तर्गत 22 प्रकार के वनोपज जैसे हर्रा, बहेरा, चरौटा, धवई फूल, नागरमोथा, बेल गुदा, चिरौंजी गुठली, महुआ आदि शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर क्रय करने का कार्य किया गया। इन समूहों द्वारा 11278 संग्राहकों से 2198 क्वींटल वनोपज क्रय करते हुए उन्हें 58 लाख 17 हजार रूपये का भुगतान किया गया।
पेंषनधारियों एवं मनरेगा श्रमिकों को घर पहुंच बैंकिग सुविधा उपलब्ध कराकर की गई 1 करोड़ 11 लाख 60 हजार रूपये का भुगतान-
बिहान योजनांतर्गत जिले मेें कार्यरत 69 बिहान समूह सखी द्वारा ग्रामीण गरीबों, पेंषनधारियों मनरेगा श्रमिकों आदि को घर पहुंच बैंकिग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है इनके द्वारा लाॅकडाउन अवधि में 7213 ट्रांजेक्षन के माध्यम से 1 करोड़ 11 लाख 60 हजार रूपये का भुगतान किया गया।
कोविड-19 से सुरक्षा एवं बचाव हेतु आॅनलाईन प्रषिक्षण प्राप्त कर ग्रामीणों को जागरूक करने का कार्य कर रही -
बिहानअन्तर्गत जिले के 500 से अधिक सामुदायिक संवर्ग की महिलाएं यूनिसेफ द्वारा तैयार माॅड्यूल अनुसार कोविड-19 से सुरक्षा एवं बचाव विषय पर आॅनलाईन प्रषिक्षण प्राप्त कर ग्रामीणों को इस विषय पर जागरूक करने का कार्य कर रही है। इनके द्वारा कोरोना वायरस से बचाव हेतु मास्क, हाथ धुलाई, सेनेटाइजर, दो गज दूरी एवं आवष्यक कार्य पड़ने पर ही घरों से निकलने संबंधित विषयों पर जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही सामूदायिक संवर्गाें द्वारा बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी तत्काल सरपंच, सचिव को देने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।
कोरोना वायरस से बचाव, सुरक्षा एवं ईलाज में सहायता हेतु 41 हजार रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया गया-
बिहान योजनांतर्गत गठित विभिन्न ग्राम संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के आह्वान पर कोरोना वायरस से बचाव, सुरक्षा एवं ईलाज में सहायता हेतु 41 हजार रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया गया। लाॅकडाउन के दौरान उत्पन्न विभिन्न समस्याओं से लड़ते हुए महिलाओं द्वारा उठाये गये कदम से जहां एक ओर लोगों की मदद हुई है वहीं इन गतिविधियों से कई हजार लोगों को रोजगार प्रदान करते हुए समस्त गतिविधियों से एक करोड़ रूपये से अधिक रोजगार के माध्यम से आय का साधन उपलब्ध कराया है। - · स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बचाव की दी जानकारी
· होगी 6 फीट की दूरी, तभी कोरोना से बचाव होगी पूरी
· तंबाकू सेवन से करें परहेज, रहें स्वस्थ
रायपुर 10 जून : कोरोना संक्रमण के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन में फ़िलहाल तो कुछ छूट दी गयी है एवं अनलॉक 1.0 को देशभर में लागू कर दिया गया है. लेकिन अभी भी कोरोना संक्रमण के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी ही देखी जा रही है. इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने विडियो जारी कर अनलॉक 1.0 के दौरान कोरोना से बचाव की उपायों की जानकारी दी है. साथ ही कोरोना से ग्रसित लोग, कोरोना को मात देकर ठीक हुए लोग एवं कोरोना पीडतों की देखभाल में जुटे चिकित्सक या अन्य कर्मियों के खिलाफ़ हो रहे भेदभाव के विषय में भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया है. कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों के प्रति भेदभाव समुदाय में सही जानकारी के आभाव को दर्शाता है. बहुत सारे ऐसे भी लोग हैं जो ठीक होने के बाद कोरोना पीड़ितों के उपचार के लिए प्लाज्मा डोनेट भी कर रहे हैं. इसलिए वे भेदभाव नहीं बल्कि स्नेह के हक़दार हैं.
कोरोना को मात देकर ठीक हुए लोगों से नहीं करें भेदभाव:
‘‘जब से कोरोना से ठीक होकर अस्पताल से लौटी हूँ. पड़ोसी मेरे साथ कुछ अजीब ही व्यवहार कर रहे हैं. घर वालों के पास भी कोई विकल्प नहीं है. सभी घर में ही कैद रहने को मजबूर हैं’’. ‘‘मैं अब बिलकुल ठीक हो चुकी हूँ. लेकिन घर वापस लौटने के बाद यहाँ कुछ भी ठीक नहीं है. आस-पास के लोग तो मुझे पानी भी भरने नहीं देते. यह भेदभाव ठीक नहीं है’’.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना को मात देकर घर लौटी कुछ महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव पर उनकी बातों को विडियो के माध्यम से साझा किया है. साथ ही एम्स दिल्ली के निदेशक एवं चिकित्सकों ने भी इस पर अपनी राय भी रखी है.
एम्स. दिल्ली, के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कोरोना भी एक आम वायरल रोग है. यद्यपि बाकी वायरल रोगों की तुलना में इसका प्रसार तेज है. बहुत सारे कोरोना के ऐसे भी मरीज हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं है एवं वे आसानी से ठीक भी हो रहे हैं. लेकिन ठीक होने के बाद लोग उनसे दूर भागने लगते हैं एवं उन्हें सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है, जो वैज्ञानिक रूप से बिलकुल गलत है. ठीक हुए मरीजों से कोरोना का संक्रमण दूसरे लोगों में नहीं फ़ैलता है. उन्होंने बताया भेदभाव के ही कारण बहुत सारे लोग पीड़ित होकर भी जाँच के लिए सामने नहीं आते हैं. इससे उनकी जान को खतरा है.
एम्स. दिल्ली, के मनोचिकित्सा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कौशल सिन्हा देव बताते हैं,कोरोना ने लोगों को डरा दिया है. इस डर के कारण लोगों के व्यवहार में भी परिवर्तन देखने को मिल रहा है. लोगों को लगता है कि जो भी लोग कोरोना से लड़ रहे हैं या जो लोग कोरोना को हराकर ठीक हो चुके हैं उनसे दूरी बनाकर कोरोना संक्रमण से बचाव संभव है. लेकिन सत्य यह है कि लोगों से भेदभाव करके एवं कोरोना की जंग में शामिल लोगों पर ऊँगली उठाकर इस महामारी से बचा नहीं जा सकता है.
इन बातों का रखें विशेष ख्याल:
· सार्वजानिक स्थानों पर लोगों से 6 फीट की दूरी बनायें
· घर में बने पुनः उपयोग किये जाने वाले मास्क का प्रयोग करें
· अपनी आँख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें
· हाथों की नियमित रूप से साबुन एवं पानी से अच्छी तरफ साफ़ करें या आल्कोहल आधारित हैण्ड सैनिटाईजर का इस्तेमाल करें
· तंबाकू, खैनी आदि का प्रयोग नहीं करें, ना ही सार्वजानिक स्थानों पर थूकें
· अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली सतहों की नियमित सफाई कर इसे कीटाणु रहित करें
· अनावश्यक यात्रा न करें
· यदि सामाजिक समारोह स्थगित नहीं किया जा सकता, तो मेहमानों की संख्या कम से कम रखें
· कोविड-19 पर जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1075 पर संपर्क करें -
24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए जनरेटर की भी व्यवस्था
बड़मार क्वारेंटाइन सेंटर में प्रवासी श्रमिकों को घर जैसा माहौल भा रहा.....
कोरबा 09जून : कोरोना वायरस के कारण लागू लाॅक डाउन में अपने घर वापसी के लिए पैदल चलते हुए सुनीता को यह चिंता थी कि इस विकट परिस्थिति में मेरे पेट में पल रहे नन्ही सी जान की देखभाल केैसे करूं.......? दर-दर भटकते हुए इसे सुरक्षा कैसे प्रदान करूं....? जैसे-तैसे पैदल, ट्रकों के सहारे करतला पहुंचते ही जिला प्रशासन द्वारा बड़मार क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराया गया। सेंटर पहुंचने के बाद एक सुखद अहसास हुआ कि इतने दिनों तक बाहरी राज्य में भटकने के बाद अपने प्रदेश की छाया में रहने का मौका मिल रहा है। सुनीता की खुशी उस समय दोगुनी हो गई जब गर्भवती होने के कारण सेंटर के प्रभारी ने उसकी विशेष देखभाल का जिम्मा लिया। सुनीता के लिए मेडिकल जांच, जरूरी दवाईयां, पौष्टिक आहार की व्यवस्था प्राथमिकता सें की गई। साथ ही साथ सुनीता की टीकाकरण की भी व्यवस्था की गई। क्वारेंटाइन सेंटर में हो रही गर्भवती सुनीता की देखभाल की तरह सुनीता ही नहीं सेंटर में ठहरे अन्य लोग भी बेहद सुखद अनुभव कर रहे हैं। सेंटर में मिलने वाले रहने, खाने-पीने की सुविधा को रीवांबहार के रहने वाले श्री जितेन्द्र मिरी ने सेंटर की व्यवस्था को घर की व्यवस्था से और भी बहुत सुविधाजनक बताया हैं।
बड़मार क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे सभी बच्चों के मनोरंजन और उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान प्रशासन द्वारा रखा जा रहा है। अपने मां-बाप के साथ सेंटर में रह रहे चार वर्षीय तारा और राकेश की आंखें खुशी से उस समय प्रफुल्लित हो गई जब उन्हें चित्रकारी करने की किताब और रंगीन पेंसिल मिली। सेंटर में रहने वाले सभी 16 बच्चों को मनोरंजन के साथ ज्ञान सिखाने के लिए कलर पेंसिल के साथ पुस्तक भी दी गई है। बच्चे बड़े आनंद और उत्साह के साथ रंग भरकर और खेलकर अपना समय खुशी-खुशी व्यतीत कर रहे हैं। बड़मार क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराये गये सभी प्रवासी श्रमिकों की उत्तम खानेे-पीने की व्यवस्था के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और गरिमा का भी ख्याल रखा जा रहा है। सभी महिलाओं के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था है, जहां पानी की सप्लाई 24 घंटे हो रही है। महिलाओं की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए सभी किशोरी बालिकाओं और महिलाओं को सेनेटरी नेपकिन प्रदान की गई है। महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इन्हें सभी जरूरी सलाह एवं जानकारियां दे रहीं हैं। सभी का ख्याल रखने के लिए प्रवासी श्रमिक महिलाएं छत्तीसगढ़ की सरकार का धन्यवाद कर रहीं हैं। रीवांबहार की तुलसी देवी बताती हैं कि क्वारेंटाइन सेंटर में सभी का अच्छे से ख्याल रखा जा रहा है। कोई भी परेशानी होने पर प्रभारी अधिकारी परेशानी को दूर कर रहे हैं।
क्वारेंटाइन सेंटर में बिजली की आपूर्ति 24 घंटे बनी रहे इसके लिए विद्युत जनरेटर की भी व्यवस्था की गई है। जनरेटर की व्यवस्था होने से बिजली बंद होने पर पानी का पंप चालू करने में कोई परेशानी नहीं होती तथा 24 घंटे अबाध पानी और बिजली की आपूर्ति बनी रहती है। बिजली-पानी की व्यवस्था के साथ-साथ स्वास्थ्य जांच की भी उत्तम व्यवस्था क्वारेंटाइन सेंटर में की गई है। सभी प्रवासी श्रमिकों का नियमित स्वास्थ्य जांच हो रहा है तथा सर्दी, बुखार, दर्द जैसे सामान्य बिमारियों का तुरंत ईलाज कर दवाईयां भी दी जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए बाहर से आये प्रवासी श्रमिकों को बड़मार क्वारेंटाइन सेंटर में हरियाणा, राजस्थान एवं उड़ीसा से आये 84 प्रवासी श्रमिकों को ठहराया गया है। सभी प्रवासी श्रमिक करतला ब्लाक के अलग-अलग गांव उमरेली, पहाड़गांव, बुंदेली, टुण्डा आदि के मूल निवासी हैं। सभी प्रवासी श्रमिक काम की तलाश में राज्य से बाहर गये थे। जिले में वापस आते ही शासन के द्वारा 14 दिन की क्वारेंटाइन अवधि में कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत बड़मार क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराया गया है, जहां नियमित स्वास्थ्य जांच के साथ रहने, खाने-पीने की सभी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। -
15 जून तक बंद रहेंगे बार, 19 देशी और 18 विदेशी दुकानों में बिकेगी शराब
कोरबा 09 जून : जिले में अब मदिरा दुकानों का संचालन सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक किया जायेगा। इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने निर्देश-आदेश जारी कर दिया है। जिले के सभी बार अब 15 जून तक बंद रहेंगे। सभी खुलने वाली दुकानों को समय-समय पर राज्य शासन एवं केन्द्र शासन द्वारा जारी कोविड-19 प्रोटोकाल के दिशा निर्देशों के तहत संचालित किया जायेगा। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मदिरा दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाना अनिवार्य होगा। जिले में कुल 37 मदिरा दुकानें हैं। जिले की सभी 19 देशी मदिरा की दुकानें खुलेंगी। इसी प्रकार विदेशी मदिरा की सभी 18 दुकानों से शराब की बिक्री होगी।राज्य शासन के निर्देशों के अनुसार कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शराब दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए दुकानों के सामने बेरिकेटिंग आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। श्रीमती कौशल ने शराब बिक्री के दौरान कानून व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिस बल लगाने के निर्देश भी दिए हैं। शासन के निर्देश अनुसार कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर डिलेवरी ब्वाय के माध्यम से मदिरा प्रदाय करने की व्यवस्था भी की गई है। - कोरबा 9 जून : वर्षाकाल 2020 के दौरान आवश्यकता होने पर बांगो, बांध माचाडोली एवं हसदेव बराज दर्री से नदी में पानी प्रवाहित किया जायेगा। अधीक्षण अभियंता हसदेव परियोजना मंडल द्वारा सर्व साधारण एवं कार्य संबंधितों को सूचित किया गया है कि उक्त बांध से नीचे, हसदेव नदी के किनारे, बाढ़ क्षेत्र में स्थापित चल-अचल सम्पत्ति सुरक्षित स्थानों पर ले जायें। बाढ़ क्षेत्र में स्थापित खनिज खदान ठेकेदार, औद्योगिक इकाईयां, संस्थानों आदि को भी सूचित किया गया है कि वे अपनी परिसम्पत्तियों को बाढ़ क्षेत्र से बाहर कर लेवें। अधीक्षण अभियंता ने कहा है कि अकस्मात बाढ़ से होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति के लिए जल संसाधन विभाग उत्तरदायी नहीं होगा।
बाढ़ क्षेत्र में आने वाले संभावित ग्रामों के नाम- बांगो, लेपरा, नुनिया, कछार, कोनकोना, पोड़ीउपरोड़ा, चर्रा, पाराघाट, छिनमेर, सिरकीकला, केरा, पाथा, सिलीयारीपारा, तिलसाभाटा, हथमार, छिर्रापारा, डग्गुपारा, करमीपारा, जूनापारा, लोरीडांड, टुंगमुड़ा, तिलाईडाड, नवागांव, झोरा, कौेरीघाट, पोंड़ीखोहा, डोंगाघाट, धनगांव, लोटलोटा, नर्मदा, औराकछार, झााबू, सोनगुड़ा, नवागांव, स्याहीमुड़ा, जेलगांव, चारपारा, खैरभवना, बलरामपुर, भलपहरी, जोगीपाली, कोहड़िया, राताखार, गेवराघाट, इमलीडुग्गु, कुदुरमाल, बरीडीह, मोहरा, देवरी, चिचोली, कटबितला, झीका, ढिठोली आदि हैं। - कोरिया 09 जून : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री एस.एन.राठौर ने राज्य षासन से प्राप्त निर्देषों एवं षर्तो के अनुरूप जिले के समस्त धार्मिक एवं पूजा स्थलों को प्रातः 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक संचालित किये जाने की अनुमति षर्तो के अधीन दी है। उन्होनें बताया कि धार्मिक एवं पूजा स्थलों में इन षर्तो का पालन करना अनिवार्य होगा। धार्मिक एवं पूजा स्थलों के प्रवेष एवं निकासी द्वार में हैण्ड सेनेटाईजर एवं थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था, आगन्तुकों के लिये प्रवेष एवं निकास के लिए पृथक-पृथक व्यवस्था, कोरोना वायरस कोविड-19 से बचाव हेतु आवष्यक जानकारी पोस्टर, पम्पलेट, आडियो-वीडियो, क्लिप, फ्लेक्स का सार्वजनिक प्रदर्षन किया जाना अनिवार्य होगा। व्यक्ति अपने जूते एवं चप्पल वाहन पर धार्मिक स्थल के बाहर उतारकर प्रवेष करेंगे, परिसर के अंदर या बाहर प्रतिश्ठानों एवं दुकानों को सामाजिक एवं षारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। विषिश्ट मार्किग के द्वारा कतार का प्रबंधन, कम से कम 6 फीट की सामाजिक एवं षारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। लोगो को परिसर में प्रवेष करने से पहले अपने हाथ, पैर को साबुन से धोना अनिवार्य होगा, बैठक व्यवस्था में भी सामाजिक एवं षारीरिक दूरी का पालन करना होगा। एसी एवं वेन्टिलेषन सी.पी.डब्लू.डी के प्रावधानों के अनुसार 24 से 30 डिग्री तापमान एवं रिलेटिव हयूमिडिटी 40 से 70 प्रतिषत होगा।
मूर्तियों, पवित्र पुस्तकों आदि को स्पर्ष करने की अनुमति नही होगी। भारी जमाव एवं मंडली प्रतिबंधित होगी, रिकार्डेड भक्ति संगीत एवं गाने चलाने की अनुमति होगी किन्तु गायन समूह की अनुमति नही होगी। एक दूसरे से भेट के समय षारीरिक सम्पर्क से बचना होगा, सार्वजनिक मैट एवं चटाई का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। व्यक्तियों को अपने प्रार्थना की चटाई, कपड़े आदि स्वंय लेकर आना अनिवार्य होगा। धार्मिक स्थान पर जैसे-प्रसाद, फूल आदि के चढ़ावे या वितरण तथा पवित्र जल का वितरण एवं छिडकाव आदि की अनुमति नही होगी। सामुदायिक रसोई, लंगर, अन्नदान आदि में खाद्यान्न बनाते एवं वितरण करते समय सामाजिक एवं षारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा।
उन्होनंे बताया कि षासन द्वारा जारी आदेषो एवं निर्देषों का उल्लघंन करने पर संबंधित व्यक्ति के विरूद्व आपदा प्रबधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60, भारतीय दण्ड संिहत 1860 की धारा 188 तथा अन्य सुसंगत विधिक प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की जायेगी। -
महासमुंद 09 जून : जिला खाद्य अधिकारी द्वारा सोमवार 8 जून को मेसर्स एन.एल. राईस इण्डस्ट्रीज घोड़ारी, तहसील महासमुंद के विरूद्ध सिटी कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि भा.द.वि. की धारा 420 के तहत मेसर्स एन.एल.राईस इण्डस्ट्रीज घोड़ारी के प्रोपराईटर अक्षत गोयल पिता अनूप गोयल निवासी पिटियाझर रोड़ महासमुन्द के विरूद्ध दर्ज शिकायत में इनके घोड़ारी स्थित मिल परिसर में अवैध धान का भण्डारण किया जाना पाया गया।
उन्होेंने बताया कि 24 जनवरी 2020 को मेसर्स एन.एल.राईस इण्डस्ट्रीज घोड़ारी, तहसील महासमुंद की जांच में फर्म के मिल परिसर में धान के 756 कट्टों पर मार्कफेड का मार्का के.एम.एस. 2019-20 तथा धान उपार्जन केन्द्र मामाभांचा का वर्ष 2019-20 का मार्का लगा हुआ पाया गया। जिसके बारदानों की सिलाई लाल रंग की सुतली से की गई है। जांच तिथि तक फर्म का खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में शासन द्वारा उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग करने हेतु पंजीयन नहीं हुआ था। जिससे स्पष्ट है कि फर्म के द्वारा कस्टम मिलिंग हेतु पंजीयन एवं मार्कफेड से अनुबंध कराए बिना शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान अवैध रूप से मिल परिसर में संग्रहित किया गया। मेसर्स एन.एल.राईस इण्डस्ट्रीज घोड़ारी, तहसील महासमुंद का उपरोक्त कृत्य छ.ग. शासन, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता सरंक्षण विभाग, मंत्रालय, महानदी भवन, नवा रायपुर, अटल नगर के पत्र क्रमांक एफ 4-9/खाद्य/2019/ 29-1 रायपुर दिनांक 06 नवम्बर 2019 खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में धान उपार्जन एवं मक्का उपार्जन नीति की कंडिका 16.6 एवं 18.1 का तथा खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग नीति की कंडिका 6.1, 6.3 एवं 9.2 का स्पष्ट उल्लंघन है।
उक्त गंभीर अनियमितता के लिए मेसर्स एन.एल.राईस इण्डस्ट्रीज घोड़ारी, तहसील महासमुंद के प्रोपाईटर श्री अक्षत गोयल आत्मज श्री अनूप गोयल के विरूद्ध पुलिस थाना में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करते हुये जांच संबंधी नस्ती खाद्य अधिकारी अजय कुमार यादव के आदेश पर खाद्य निरीक्षक महासमुन्द मदन मोहन साहू द्वारा मूल नस्ती प्रस्तुतकरते हुये प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी गई। - महासमुंद 09 जून : कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमुंद द्वारा कोविड-19 के तहत् लैब तकनीशियन के अस्थायी पदों पर विज्ञापन जारी कर आवेदन आमंत्रित किए गए थे। जिसके तहत् इच्छुक अभ्यर्थियों द्वारा निर्धारित तिथि तक प्रस्तुत आवेदनों पर दावा-आपत्ति आमंत्रित की गईं थीं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्राप्त आवेदनों का निराकरण करते हुए मेरिट सूची, कौशल परीक्षा के लिए चयनित अभ्यर्थियों की सूची, कौशल परीक्षा, प्रवेश पत्र (तिथि सहित) सूचना आदि जारी कर दी गई है। लैब तकनीशियन की भर्ती नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) से संबंधित प्रकरणों में जांच के लिए की जा रही है। निर्धारित तिथि अनुसार अभ्यर्थियों की कौशल परीक्षा आगामी 15 जून 2020 को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला महासमुद के कार्यालय में सुबह 10ः00 बजे से आयोजित की जाएगी। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के सूचना पटल पर चस्पा कर दी गई है। इसके अलावा अभ्यर्थी जिले की वेबसाइट ूूूण्उंींेंउनदकण्हवअण्पद में भी इसका अवलोकन कर सकते हैं।
- कोविड-19 आपदा से निपटने के लिए क्रेडा विभाग ने भी हाथ बढ़ाए
क्रेडा विभाग ने आगामी समय में पंखे लगाने का भी रखा प्रस्ताव
महासमुंद 09 जून : कोरोना वायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए जिला चिकित्सालय और जीएनएम नर्सिंग सेंटर महासमुंद के नए सिरे से संसाधनों से लैस किया जा रहा है। इसके लिए अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) विभाग ने भी रूचि दिखाते हुए जिला चिकित्सालय और आइसोलशन वार्ड में बिजली की कम खपत करने के लिए कम भार लेकर अधिक रोशनी देने वाली 170 नग ट्यूब लाइट्स उपलब्ध कराई हैं। मंगलवार को अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के सहायक अभियंता श्री एनके गायकवाड ने सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल से मुलाकात कर बताया कि अस्पताल को उपलब्ध कराई गई ट्यूब लाइटें ऊर्जा संरक्षण मद से की गईं हैं। इसके साथ ही क्रेडा की ओर से कम बिजली की खपत और कम करने के लिए तीस वाट वाले सीलिंग फैन भी उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा गया। आगामी समय में चिकित्सालय परिसर में बाहर की ओर लगी 400 वाट की बिजली की खपत वाली बड़ी लाइटों को भी 110 वाट वाली एलईडी से रिप्लेस किया जाएगा। -
महासमुंद 09 जून : छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित, के प्रबंध संचालक श्री अंकित आनंद के द्वारा जिले का आकस्मिक दौरा किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल एवं जिला खाद्य अधिकारी श्री अजय यादव सहित उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला विपणन अधिकारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के प्रतिनिधि एवं खाद्य विभाग से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान श्री आनंद ने जिला मुख्यालय स्थित धान संग्रहण केन्द्र तुमाडबरी का निरीक्षण किया। उन्होंने धान के रख-रखाव, बारिश से बचाव के लिए संबंधित अधिकारियांे को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आसन्न मानसून से प्रभावित होने की संभावना वाले स्टैग का सूक्ष्मता के साथ निरीक्षण किया और ऐसे स्टैग के प्राथमिकता के आधार पर उठाव एवं निराकरण के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने संग्रहण केन्द्र के अभिलेखों का निरीक्षण किया और संग्रहण केन्द्र प्रभारी को निर्देश देते हुए कहा कि संग्रहण केन्द्र के समस्त दस्तावेजों को अपडेट रखें।
इसके उपरांत विपणन संघ के प्रबंध संचालक श्री अंकित आनंद ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर जिले के धान संग्रहण केन्द्र में संग्रहित एवं उपार्जन केन्द्रांे में शेष धान के निराकरण के संबंध में विस्तृत चर्चा की। बैठक में उन्होंने कहा कि समितियों में मौजूद धान के उठाव मिलर्स से प्राथमिकता से कराना सुनिश्चित करें, संग्रहण केन्द्रों से अधिकतम धान मिलरों द्वारा उठाए जाना चाहिए। उन्होंन यह भी कहा कि संग्रहण केन्द्रों से उठाए गए धान मिलर्स अपनी क्षमता के अनुसार मिलिंग करंे, इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके पश्चात् जिले के मिलर द्वारा भी प्रबंध संचालक श्री आनंद से सौजन्य मुलाकात कर जिले में शेष धान के कस्टम मिलिंग के संबंध में चर्चा की गई।