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दुर्ग 26 मई : फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले टिड्डी दल (लोकस्ट स्वार्म) का प्रकोप राजस्थान होते हुए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्य तक पहुंच गया है। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यह हमारे राज्य और जिले में भी प्रवेश कर सकते है। केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र के सहायक निर्देशक ने सीमावर्ती जिले के कृषि अधिकारीयों कर्मचारियों एवं किसानों को सचेत रहने कहा है। टिड्डी दल सायंकाल 6-9 बजे खेतों में झुड़ में रहते है, इनकी गति 80-150 किलोमीटर प्रतिदिन होती है। तदनुसार कृषकों,ग्रामीणों कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से तत्काल जानकारी प्राप्त करके नियंत्रण हेतु कृषि विभाग द्वारा पूर्ण तैयारी कर ली गई है। इसके रोकथाम के लिए जिले के प्राइवेट डीलर्स के यहाँ प्रभावशील अनुसंशित दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
किसान डेजर्ट एरिया के लिए कीटनाषक मैलाथियोन, फेनवलरेट, क्विनालफोस तथा फसलों एवं अन्य वृक्षों के लिए क्लोरोपायरीफोस, डेल्टामेथ्रिन, डिफ्लूबेनजुरान, फिप्रोनिल, लेमडासाइहेलोथ्रिन कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है।
*टिड्डियां क्या है ?*
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, टिड्डियों को उनके चमकीले पीले रंग और पिछले लंबे पैरो से उन्हे पहचाना जा सकता है।टिड्डी जब अकेली होती हैं तोे उतनी खतरनाक नही होती लेकिन झुंड में रहने पर इनका रवैया बेहद आक्रमक हो जाता है। टिड्डी दल करोड़ो की संख्या में होती है और फसलों को एकतरफा सफाया कर देती है। आपको दुर से ऐसा लगेगा, मानो आपकी फसलों के ऊपर किसी ने एक बड़ी-सी चादर बिछा दी हो।
*टिड्डियां क्या खाती है ?*
हैरत की बात यह है कि टिड्डिया खरीफ, रबी फसल एवं फलदार वृक्षों के फूल, फल, पत्ते, बीज, पेड़ की छाल और अंकुर सब कुछ खा जाती है। हर एक टिड्डी अपने वजन के बराबर खाना खाती है। इस तरह से एक टिड्डी दल, 2500 से 3000 लोगों का भोजन चट कर जाता है। टिड्डियों का जीवन काल लगभग 40 से 85 दिनों का होता है।
*टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायः-*
कृषि विभाग के मैदानी अमलें टिड्डी दल की उपस्थिति को लेकर लगातार निगरानी कर रही है। रात के समय टिड्डियां जहां भी सेटल होती है उसकी खबर भारत सरकार की लोकस्ट टीम तक पहुंचाई जाती है। जिससे सुबह के समय टिड्डियों के उपर दवा का छिड़काव किया जा सकें।
*टिड्डी दल से बचाव के उपायः-*
वैज्ञानिकों के मुताबिक, किसान टिड्डी दल से बचने के लिए कई उपाय अपना सकते है-
फसल के अलावा ,टिड्डी किट जहा इक्कठा हो ,वह उसे फ्लेमथ्रोअर (आग के गोले )से जला दे ,टिड्डी दल आकाश में 500 फुट पर उड़ान भरता है ,कुछ टिड्डी नीचे भी उतरती है उसी समय भगाने के लिए थालियां ,ढोल ,नगाड़े ,लाउड स्पीकर या दूसरी चीजों के माध्यम से शोरगुल मचाएं जिससे फसलों को बचाया जा सकता है ,टीड्डों ने जिस स्थान पर अपने अंडे हों ,वह 25 कि.ग्रा., 5 प्रतिशत मेलाथियान या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स को मिला कर प्रति हेक्टेयर छिड़के ,टिड्डी दल को आगे बढ़ने से रोकने के लिए 100 कि.ग्रा. की धान की भूसी को 0.5 किलोग्राम फेनीट्रोथीयोन और 5 कि.ग्रा. गुड़ के साथ मिलाकर खेत में डाल दे,टिड्डी दल के खेत में बैठने पर 5 प्रतिशत मेलाथियान या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स का छिड़काव करे ,कीट की रोकथाम के लिए 50 प्रतिशत ई.सी. फेनीट्रोथीयोन या मेलाथियान अथवा 20 प्रतिशत ई.सी. क्लोरपाइरिफोस 1 लीटर दवा को 800 से 1000 लीटर पानी में मिला कर प्रति हेक्टेयर के क्षेत्र में छिड़काव करें ,टिड्डी दल सवेरे 10 बजे के बाद ही अपना डेरा बदलता है। इसलिए ,इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए लिए 5 प्रतिशत मेलाथियोंन या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स घोलकर छिड़काव करें, 40मिली लीटर नीम के तेल को कपड़े धोने के पाउडर के साथ या 20-40 मिली नीम से तैयार कीटनाशक को 10 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने से टिड्डे फसलों को नहीं खा पाते। फसल कट जाने के बाद खेत की गहरी जुताई करे। इससें इनके अंडे नष्ट हो जाते है।
सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है की जब तक कृषि विभाग का टिड्डी उन्मूलन विभाग ,टिड्डी दल प्रभावित स्थल पर पहुँचता है ,तब तक ये अपना ठिकाना बदल चुका होता है। ऐसे में किसान सावधान रहे की टिड्डी दल से संबंधित पर्याप्त जानकारी और उससे संबंधित रोकथाम के उपायों को मात्र अमल में लाना ही एक मंत्र विकल्प है। -
बलरामपुर 26 मई : कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव के मद्देनजर राज्य शासन द्वारा शासकीय काम-काज तथा आयोजित होने वाली बैठकों को यथासंभव ऑनलाईन आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाईन चलाये जा रहे कक्षाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बल देने हेतु शिक्षकों के साथ ऑनलाईन मीटिंग आयोजित की गई। जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में सी.ए.सी. रामानुजगंज के द्वारा बैठक में ऑनलाईन कक्षाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, छात्रवृत्ति खातों की सुधार तथा सम्पर्क क्लास प्रारंभ करने हेतु शिक्षकों के साथ चर्चा की गई। आयोजित बैठक में वर्चुवल क्लास के साथ-साथ सभी शिक्षकों एवं बच्चों को वेवेक्स ऐप्प से जोड़ने पर बल दिया गया। इस मीटिंग का उद्देश्य सार्थक रहा तथा मीटिंग में शामिल सभी अधिकारियों एवं शिक्षकों ने अधिक से अधिक बच्चों को ऑनलाईन कक्षाओं से जोड़ने के प्रयास करने हेतु हामी भरी। मीटिंग में जिले के नोडल अधिकारी श्री बन्धेश सिंह के साथ मीडिया प्रभारी श्री नरेश ठाकुर तथा संकुल अन्तर्गत सभी शिक्षक/शिक्षिकाएं शामिल हुए। -
बलरामपुर 26 मई : जनपद पंचायत रामचन्द्रपुर के ग्राम पंचायत तेतरडीह, पचावल, चन्द्रनगर एवं लावा के शासकीय उचित मूल्य दुकानों को खाद्यान्न वितरण में अनियमितता पाये जाने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज द्वारा निरस्त कर दिया गया है। उक्त शासकीय उचित मूल्य दुकानों को नये एजेंसी को आबंटित किया जाना है। अतः इच्छुक संस्था जो उचित मूल्य दुकान ग्राम तेतरडीह, पचावल, चन्द्रनगर एवं लावा का संचालन करना चाहते हैं तो वे अपना आवेदन पत्र 06 जून 2020 तक कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज में जमा कर सकते हैं। समय-सीमा के बाद प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जाएगा। - कोरिया 26 मई : आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया है कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पोंडीडीह एवं सोनहत में अनुसूचित जनजाति वर्ग के 60-60 विद्यार्थियों का वर्ष 2020-21 में कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा 11 जून 2020 को प्रातः 10ः30 बजे से 12ः30 बजे तक निर्धारित किया गया है। पूर्व में यह परीक्षा 31 मई को निर्धारित की गई थी। उन्होंने बताया कि परीक्षा में षामिल होने वाले विद्यार्थियों के प्रवेष पत्र का वितरण 4 जून से आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त के कार्यालय से कार्यालयीन समय पर किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं सावधानी को ध्यान में रखते हुए लाॅकडाउन में वृद्धि के फलस्वरूप एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में वर्ष 2020-21 में कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए पूर्व निर्धारित प्रवेश परीक्षा की तिथि को संशोधित किया गया है। -
कोरिया 26 मई : आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी ने बताया है कि प्रयास आवासीय विद्यालय में वर्ष 2020-21 में कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि अब 30 मई 2020 कर दी गई है तथा चयन परीक्षा का आयोजन 9 जून 2020 को किया जाएगा। पूर्व में परीक्षा 30 मई को निर्धारित की गई थी। उन्होंने बताया कि परीक्षा में षामिल होने वाले विद्यार्थियों के प्रवेष पत्र का वितरण 3 जून से आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त के कार्यालय से कार्यालयीन समय पर किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को दृश्टिगत रखते हुए लाॅकडाउन में वृद्धि के फलस्वरूप प्रयास आवासीय विद्यालयों में वर्ष 2020-21 में कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए पूर्व निर्धारित आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि तथा प्रवेश परीक्षा की तिथि को संशोधित किया गया है। - कोरिया 26 मई : देश के अन्य हिस्सों से श्रमिक अपने राज्य को लौट रहे हैं। विभिन्न राज्यों एवं शहरों से प्रदेश के श्रमिक राज्य में वापस आ रहे हैं। कोरिया जिले में प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों के उनके सकुशल प्रदेश वापसी के बाद उनके गांव और जिले तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बसों की सुविधा दी जा रही है।
कलेक्टर ने आज यहां बताया कि अब तक नगरीय निकायों में अन्य राज्यों एवं शहरों से आये 136 श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने हेतु बसें उपलब्ध कराई गई हैं। इन नगरीय निकायों में नगर पालिका परिषद शिवपुर-चरचा से 90 लोग, नगर पालिका परिषद मनेन्द्रगढ़ से 18 एवं नगर पालिक निगम चिरमिरी से 02 एवं नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर से 26 शामिल है। इसके साथ ही नगरीय निकायों में पहुंचे अब तक 534 श्रमिकों को भोजन प्रदाय किया गया है, जिसमें 370 पुरूष एवं 164 महिलाएं शामिल हैं। इसी तरह जनपद पंचायत में भी श्रमिकों के लिए समस्त व्यवस्थाएं की गई हैं। जिले की समस्त जनपद पंचायतों में 575 श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने हेतु बसें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही नगरीय निकायों में पहुंचे अब तक 994 श्रमिकों को भोजन प्रदाय किया गया है, जिसमें 756 पुरूष एवं 238 महिलाएं शामिल हैं। प्रवासी श्रमिकों को लाने-ले जाने के लिए लगाई गई सभी बसों को सेनेटाइज किया गया है एवं यात्रा के दौरान उनके भोजन की भी व्यवस्था की जाती है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के विशेष प्रयासों से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु लॉकडाउन के बीच देश के विभिन्न राज्यो में फंसे छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिको की सकुशल वापसी हो रही है। प्रवासी श्रमिकों की जिले वापसी के बाद जिले में चेक पोस्ट में स्वास्थ्य परीक्षण स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की जा रही है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी श्रमिकों को उनके गांव में संचालित क्वारंटाइन सेंटर तक बसों के माध्यम से सकुशल सुरक्षित पहुँचाया जा रहा है। क्वारंटाइन केंद्रों में प्रवासी श्रमिकों के लिए स्वल्पाहार और भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की जा रही है। -
जिले के 416 ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यों से 80 हजार 359 मजदूरों को रोजगारलॉकडाउन में मनरेगा बना ग्रामीण मजदूरों के लिए आजीविका का साधन, कार्यस्थल पर फिजिकल डिस्टेंस का हो रहा पालनमनरेगा के तहत भूमि सुधार, तालाब-कुआ निर्माण, गोठान, नाला बंधान के कार्यों से ग्रामीणों को मिल रहा गांव में ही रोजगार
जशपुरनगर 26 मई : नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस जैसी वैष्विक महामारी के चलते प्रभावशील लॉकडाउन से जहां ग्रामीणों के आय के सभी साधन बन्द हो गये है, वहीं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कार्य प्रारंभ होने से ग्रामीण मजदूरों को राहत मिली है। कलेक्टर श्री निलेष कुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्षन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जषपुर श्री के. एस. मण्डावी के निर्देषन में ग्रामीण लोगों की आर्थिक मदद के लिए शासन द्वारा बड़े पैमाने पर मनरेगा के कार्य प्रारंभ किए गए है। जिनमें व्यक्ति मूलक और आजीविका संवर्धन से संबंधित कार्यों को शामिल है। जिसके अंतर्गत सार्वजनिक एवं निजी भूमि पर किये जाने वाले कार्य जैसे भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण, नवीन तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, कुंआ निर्माण, सीपीटी निर्माण, नाला सफाई, भू-नाडेफ, प्रधानमंत्री आवास इत्यादि कार्य के साथ ही प्रदेष सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी से संबंधित कार्य शामिल हैं।
मनरेगा के कार्यो में मजदूरों द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के लिए शासन द्वारा जारी दिषा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। कार्य स्थल पर सभी श्रमिको को रोजगार सहायक एवं सचिव द्वारा कोरोना महामारी से बचाव के लिए जागरूक किए गए है एवं मजदूरों द्वारा मास्क का उपयोग फिजिकल डिस्टेंस के साथ ही अन्य सावधानियां बरतने की निगरानी उनके द्वारा की जा रही है। श्रमिकों द्वारा कार्यस्थल पर नियमित रूप से फिजिकल डिस्टेंस को ध्यान मे रखकर निश्चित दूरी बनाते हुए विभिन्न हितग्राही मूलक कार्य किया जा रहा हैैै। मजदूर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के तौर पर चेहरे पर मास्क, गमछा या रूमाल बांधकर कार्य करते हैं।
जिले में लॉकडाउन में ढील होने के बाद से मनरेगा के कार्यो में तेजी आने से लोगों ने बड़ी राहत महसूस की है। वे कार्य प्रारम्भ किये जाने से बहुत प्रसन्न एवं उत्साहित हैं। उनका कहना है कि लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थिति में वे कहीं बाहर काम करने नही जा सकते थे। ऐसे में पंचायत स्तर पर ही मनरेगा कार्य प्रारंभ हुए है। ग्रामीण क्षेत्रों में जल संग्रहण व सिंचाई के लिए डबरी-तालाब निर्माण, कुआं निर्माण, नाला बांधान इत्यादि कार्य प्रारम्भ होने से मजदूरों की आर्थिक तंगी दूर होने के साथ ही आम लोगों को सिंचाई एवं घरेलू कार्य के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था भी मिल पाएगी।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा मनरेगा के कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग किया जा रहा है। उन्होनें मनरेगा के कार्यां में मजदूरी भुगतान समय पर किये जाने के निर्देष सभी सभी जनपद सीईओ, पी.ओ. मनरेगा को दिए है वहीं कहीं-कहीं स्वसहायता समूह की बीसी सखियों या बैंक दीदी के द्वारा कार्यस्थल पर ही मनरेगा मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। जिससे आम लोगों को राहत व सुविधा मिल रहा है। उन्होंने सभी जनपद सीईओ से कहा है कि सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत् पर्याप्त कार्य स्वीकृत किए जाए, जिससे ग्रामीण लोगों को रोजगार के पर्याप्त अवसर मिल सके।
जिला पंचायत एपीओ से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 8 विकासखण्डों के कुल 416 ग्राम पंचायतों में 2906 कार्य प्रगतिशील हैं। जिनमें 80359 मजदूर कार्यरत है। जिनमें विकासखंड जषपुर के 44 ग्राम पंचायतों के संचालित 261 कार्यो में 8395 मजदूरों को रोजगार मिले है। इसी प्रकार मनोरा के 39 ग्राम पंचायतो के 403 कार्यो में 7792, बगीचा के 76 ग्राम पंचायत में संचालित 562 कार्यो में 16472, दुलदुला के 30 ग्राम पंचायतो के 258 कार्यो में 6602, कुनकुरी के 50 ग्राम पंचायतों के 269 कार्यो में 10431, कांसाबेल के 37 ग्राम पंचायत के 298 कार्यो में 9191, फरसाबहार के 58 ग्राम पंचायत के 412 कार्य में 10387 एवं पत्थलगांव के 82 ग्राम पंचायतों में जारी 443 कार्यो में 11089 ग्रामीण मजदूरों को रोजगार मिले है। अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत मजदूरों को 27 करोड़ 94 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। है। इससे इन मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की चिंता दूर हुई है। मनरेगा के कार्य प्रारंभ होने से ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति बेहतर होने के साथ ही उनकी सामान्य जिन्दगी पटरी पर लौट रही है। लॉकडाउन में मनरेगा के कार्य ग्रामीण मजदूरों के लिये आजीविका का कार्य कर रही है। -
कोरिया 26 मई : कृषि में पर्याप्त निवेश एवं कास्त लागत में राहत देने के लिए राज्य शासन द्वारा कृषि आदान सहायता हेतु शुरू की गई ”राजीव गांधी किसान न्याय योजना” के अंतर्गत वर्ष 2019-20 में धान बेचने वाले कोरिया जिले के 17808 किसानों को पहली किश्त के रूप में उनके खाते मे 15.77 करोड़ की राशि प्रदान की गई। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत लाभांवित कोरिया जिले के दूरस्थ अंचल भरतपुर विकासखंड के ग्राम भगवानपुर के किसान हीरा सिंह ने प्राप्त राशि से उनके जीवन में आने वाले आर्थिक खुशहाली के बारे में बातचीत की।
किसान हीरा सिंह ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं राज्य सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से राज्य सरकार ने किसानों के लिए भाग्योदय का काम किया है। हीरा सिंह कहते हैं कि पूरा देश जब संकट के दौर से गुजर रहा है। किसान भी इससे अछूते नहीं है। लॉकडाउन की अवधि में काम न हो पाने की वजह से हम चिंतित थे। खरीफ वर्ष 2019-20 में जनकपुर धान खरीदी केन्द्र में 37 क्विंटल धान बेचा था जिसके समर्थन मूल्य पर बेचे गये धान की अंतर मूल्य की राशि न्याय योजना के अंतर्गत प्रथम किश्त के रूप में 6400 रूपये बैंक खाते में जमा हुई है। इस समय में न्याय योजना के तहत मिली राशि ने हम किसानों को आर्थिक सहारा प्रदान किया है।
उन्होंने बताया कि किसानों को भी आर्थिक विषमता का सामना करना पड़ रहा है। वे अपने उपज से ही पूरे परिवार का भरण पोषण तथा घर की अन्य जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। तात्कालिन परिस्थिति में सरकार द्वारा जो आर्थिक संबलता प्रदान की गई है, इससे उनके पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। राज्य सरकार ने किसानों की भावनाओं को समझा और आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान की, इसके लिए सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। - रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश में अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की नवीन पदस्थापना आदेश जारी किया गया है -1. श्री अमिताभ जैन, भा0प्र0से0 (1989), अपर मुख्य सचिव, वित्त विभाग एवं अतिरिक्त प्रभार-अपर मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग को केवल अपर मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त कार्यभार से मुक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव, जल संसाधन विभाग का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। शेष प्रभार यथावत् रहेगा।
2. डाॅ. आलोक शुक्ला, भा0प्र0से0 (1986), प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग एवं अतिरिक्त प्रभार-अध्यक्ष, छ0ग0 माध्यमिक शिक्षा मंडल तथा अध्यक्ष, छ0ग0 व्यावसायिक परीक्षा मंडल को उनके वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ-साथ प्रमुख सचिव, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
3. श्रीमती रेणु पिल्ले, भा0प्र0से0 (1991), अपर मुख्य सचिव, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग तथा अतिरिक्त कार्यभार-महानिदेशक, छ0ग0 प्रशासन अकादमी, रायपुर को अपर मुख्य सचिव, कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग के कार्यभार से मुक्त करते हुए अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग के पद पर पदस्थ किया गया है। शेष प्रभार यथावत् रहेगा।श्रीमती रेणु पिल्ले, भा0प्र0से0 (1991), द्वारा अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग का कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से सुश्री निहारिका बारिक, भा0प्र0से0 (1997) केवल सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यभार से मुक्त होंगी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का प्रभार यथावत् रहेगा।
4. श्री मनोज कुमार पिंगुआ, भा0प्र0से0 (1994), प्रमुख सचिव, वाणिज्य एवं उद्योग तथा सार्वजनिक उपक्रम विभाग व अतिरिक्त कार्यभार-प्रमुख सचिव, वन विभाग एवं विशेष कत्र्तव्यस्थ अधिकारी सह निवेश आयुक्त, सीएसआईडीसी, मुख्यालय नई दिल्ली को उनके वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ-साथ आवासीय आयुक्त, छत्तीसगढ़ भवन, नई दिल्ली का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
श्री मनोज कुमार पिंगुआ, भा0प्र0से0 (1994), द्वारा आवासीय आयुक्त, छत्तीसगढ़ भवन, नई दिल्ली का अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से डाॅ. मनिंदर कौर द्विवेदी, भा0प्र0से0 (1995), केवल आवासीय आयुक्त, छत्तीसगढ़ भवन, नई दिल्ली के अतिरिक्त कार्यभार से मुक्त होंगी। डाॅ. मनिंदर कौर द्विवेदी का शेष प्रभार यथावत् रहेगा।5. श्री प्रसन्ना आर0, भा0प्र0से0, सचिव, सहकारिता विभाग तथा अति0 प्रभार-सचिव, समाज कल्याण व सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग तथा आयुक्त, निःशक्तजन को उनके वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ-साथ सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सचिव, कौशल विकास विभाग का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।श्री प्रसन्ना आर0, भा0प्र0से0, द्वारा सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग का कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से श्री परदेशी सिद्धार्थ कोमल, भा0प्र0से0, सचिव, लोक निर्माण विभाग तथा सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग, सचिव, खेल एवं युवा कल्याण विभाग तथा प्रबंध संचालक, छ0ग0 स्टेट रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन, रायपुर केवल सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त कार्यभार से मुक्त होंगे। शेष प्रभार यथावत् रहेगा।
6. श्रीमती अलरमेलमंगई डी0, भा0प्र0से0, सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग तथा अति0 प्रभार-सचिव, उच्च शिक्षा विभाग तथा संचालक, नगरीय प्रशासन एवं विकास को उनके वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ-साथ सचिव, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
7. श्री अंबलगन पी0, भा0प्र0से0, सचिव, खनिज साधन विभाग तथा अति0 प्रभार-सचिव, सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति को उनके वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ-साथ सचिव, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
8. डाॅ. संजय कुमार अलंग, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला-बिलासपुर को आयुक्त, बिलासपुर संभाग, बिलासपुर के पद पर पदस्थ करते हुए आयुक्त, सरगुजा संभाग, अंबिकापुर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
9. श्री ईमिल लकड़ा, भा0प्र0से0, आयुक्त, सरगुजा संभाग, अंबिकापुर को सचिव, राजस्व मण्डल, बिलासपुर के पद पर पदस्थ करते हुए सचिव, लोक आयोग का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
10. श्री सी0आर0 प्रसन्ना, भा0प्र0से0, संचालक, पशु चिकित्सा सेवायें तथा विशेष सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को विशेष सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के पद पर पदस्थ करते हुए आयुक्त, स्वास्थ्य सेवायें तथा प्रबंध संचालक, छ0ग0 मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
11. श्री भूवनेश यादव, भा0प्र0से0, आयुक्त, स्वास्थ्य सेवायें तथा प्रबंध संचालक, छ0ग0 मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन को विशेष सचिव, ग्रामोद्योग विभाग के पद पर पदस्थ किया गया है।श्री भूवनेश यादव, भा0प्र0से0 द्वारा विशेष सचिव, ग्रामोद्योग विभाग के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से श्री हेमंत पहारे, (से.नि.आई.ए.एस. संविदा नियुक्ति), केवल सचिव, ग्रामोद्योग विभाग के कार्यभार से मुक्त होंगे।12. सुश्री शम्मी आबिदी, भा0प्र0से0, प्रबंध संचालक, छ0ग0 राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड), रायपुर को संचालक, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास के पद पर पदस्थ किया गया है।
13. श्रीमती रानू साहू, भा0प्र0से0, कलेक्टर, बालोद को आयुक्त, वाणिज्यिक कर के पद पर पदस्थ किया गया है।
14. श्री महादेव कावरे, भा0प्र0से0, संचालक, कोष, लेखा एवं पेंशन तथा अतिरिक्त प्रभार-संयुक्त सचिव, खनिज साधन विभाग को कलेक्टर, जिला-जशपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
15. श्री अवनीश कुमार शरण, भा0प्र0से0, कलेक्टर, कबीरधाम को संचालक, तकनीकी शिक्षा, रोजगार एवं प्रशिक्षण के पद पर पदस्थ किया गया है।
16. श्री अंकित आनंद, भा0प्र0से0, कलेक्टर, दुर्ग को प्रबंध संचालक, छ0ग0 राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड), रायपुर के पद पर पदस्थ करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अटल नगर विकास प्राधिकरण, नवा रायपुर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
17. श्री नीलम नामदेव एक्का, भा0प्र0से0, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अटल नगर विकास प्राधिकरण, नवा रायपुर को प्रबंध संचालक, छ0ग0राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ मर्यादित, रायपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।श्री नीलम नामदेव एक्का, भा0प्र0से0 द्वारा प्रबंध संचालक, छ0ग0राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ मर्यादित, रायपुर के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से श्री हेमंत पहारे, (से.नि.आई.ए.एस. संविदा नियुक्ति), केवल प्रबंध संचालक, छ0ग0राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ मर्यादित, रायपुर के कार्यभार से मुक्त होंगे। शेष प्रभार यथावत् रहेगा।
18. श्री टोपेश्वर वर्मा, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला-दंतेवाड़ा को कलेक्टर, जिला-राजनांदगांव के पद पर पदस्थ किया गया है।
19. श्री नीलकंठ टीकाम, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला-कोण्डागांव को संचालक, कोष, लेखा एवं पेंशन के पद पर पदस्थ किया गया है।
20. श्री डोमन सिंह, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला-कोरिया को कलेक्टर, जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के पद पर पदस्थ किया गया है।
21. श्री हिमशिखर गुप्ता, भा0प्र0से0, पंजीयक, सहकारी संस्थाएं तथा संचालक, प्रशासन अकादमी को उनके वर्तमान कत्र्तव्यों के साथ-साथ रजिस्ट्रार, फम्र्स एवं संस्थाएं का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
22. श्री राजेश सिंह राणा, भा0प्र0से0, संयुक्त सचिव, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग तथा संयुक्त सचिव, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग को सदस्य सचिव, राज्य योजना आयोग के पद पर पदस्थ किया गया है।
23. श्री रणबीर शर्मा, भा0प्र0से0, रजिस्ट्रार फम्र्स एवं संस्थाएं तथा अति0 प्रभार-उप सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग को कलेक्टर, जिला-सूरजपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
24. श्री अभिजीत सिंह, भा0प्र0से0, मिशन संचालक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को कलेक्टर, जिला-नारायणपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
25. श्री श्याल लाल धावड़े, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला-गरियाबंद को कलेक्टर, जिला बलरामपुर- रामानुजगंज के पद पर पदस्थ किया गया है।
26. श्री संजीव कुमार झा, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला बलरामपुर-रामानुजगंज को कलेक्टर, जिला-सरगुजा के पद पर पदस्थ किया गया है।
27. श्री सारांश मित्तर, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला सरगुजा को कलेक्टर, जिला-बिलासपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
28. श्री यशवंत कुमार, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला रायगढ़ को कलेक्टर, जिला-जांजगीर-चांपा के पद पर पदस्थ किया गया है।
29. श्री कार्तिकेय गोयल, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला बलौदाबाजार-भाटापारा को कलेक्टर, जिला महासमुंद के पद पर पदस्थ किया गया है।
30. श्री भूरे सर्वेश्वर नरेन्द्र, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला मुंगेली को कलेक्टर, जिला दुर्ग के पद पर पदस्थ किया गया है।
31. श्री सुनील कुमार जैन, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला महासमुंद को कलेक्टर, जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के पद पर पदस्थ किया गया है।
32. श्री रमेश कुमार शर्मा, भा0प्र0से0, उप सचिव, मुख्य सचिव कार्यालय तथा अति0प्रभार-संचालक, भू-अभिलेख व आयुक्त, वाणिज्यिक कर को कलेक्टर, जिला कबीरधाम के पद पर पदस्थ किया गया है।
33. श्री जनक प्रसाद पाठक, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला जांजगीर-चांपा को संचालक, भू-अभिलेख के पद पर पदस्थ किया गया है।
34. श्री जन्मेजय महोबे, भा0प्र0से0, आयुक्त सह संचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग को कलेक्टर, जिला बालोद के पद पर पदस्थ किया गया है।
35. श्री रितेश कुमार अग्रवाल, भा0प्र0से0, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, बिलासपुर को कलेक्टर, जिला बीजापुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
36. श्री जयप्रकाश मौर्य, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला राजनांदगांव को कलेक्टर, जिला धमतरी के पद पर पदस्थ किया गया है।
37. सुश्री शिखा राजपूत तिवारी, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को नियत्रंक, नाप-तौल के पद पर पदस्थ किया गया है।
38. श्री दीपक सोनी, भा0प्र0से0, कलेक्टर, सूरजपुर को कलेक्टर, जिला दंतेवाड़ा के पद पर पदस्थ किया गया है।
39. श्री तंबोली अय्याज फकीरभाई, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला-बस्तर को आयुक्त, छ0ग0 गृह निर्माण मंडल के पद पर पदस्थ करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, रायपुर विकास प्राधिकरण, रायपुर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
40. श्री भीम सिंह, भा0प्र0से0, आयुक्त, छ0ग0 गृह निर्माण मंडल तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, रायपुर विकास प्राधिकरण, रायपुर को कलेक्टर, जिला-रायगढ़ के पद पर पदस्थ किया गया है।
41. श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा, भा0प्र0से0, संचालक, तकनीकी शिक्षा, रोजगार एवं प्रशिक्षण तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राज्य कौशल विकास अभिकरण को कलेक्टर, जिला-कोण्डागांव के पद पर पदस्थ किया गया है।
42. श्री छत्तर सिंह डेहरे, भा0प्र0से0, अपर आयुक्त, संभागायुक्त कार्यालय, बिलासपुर एवं अतिरिक्त प्रभार-सचिव, राजस्व मंडल, बिलासपुर एवं सचिव, लोक आयोग को कलेक्टर, जिला गरियाबंद के पद पर पदस्थ किया गया है।
43. श्री के0डी0 कुंजाम, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला बीजापुर को संयुक्त सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग के पद पर पदस्थ करते हुए संयुक्त सचिव, राजस्व विभाग का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
44. श्री रजत बंसल, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला धमतरी को कलेक्टर, जिला बस्तर के पद पर पदस्थ किया गया है।
45. श्री नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जशपुर को नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पद पर पदस्थ करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राज्य कौशल विकास अभिकरण, रायपुर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
46. श्री सत्यनारायण राठौर, भा0प्र0से0, नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन को कलेक्टर, जिला कोरिया के पद पर पदस्थ किया गया है।
47. श्री पदुम सिंह एल्मा, भा0प्र0से0, कलेक्टर, जिला नारायणपुर को कलेक्टर, जिला-मुंगेली के पद पर पदस्थ किया गया है।
48. श्री जगदीश सोनकर, भा0प्र0से0, अपर कलेक्टर, जिला महासमुंद को मुख्य कार्यपालन अधिकारी, छ0ग0 स्टेट वाटरशेड मैनेजमेंट एजेंसी, रायपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
49. श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, भा0प्र0से0, उप सचिव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को संचालक, महिला एवं बाल विकास के पद पर पदस्थ किया गया है।
50. श्री अनिल कुमार साहू, भा0व0से0, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक की सेवायें वन विभाग से लेते हुए प्रबंध संचालक, छ.ग. राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड, रायपुर के पद पर पदस्थ किया गया है।
51. श्री माथेश्वरन वी0, भा0व0से0, की सेवायें वन विभाग से लेते हुए संचालक, उद्यानिकी के पद पर पदस्थ करते हुए संचालक, पशु चिकित्सा सेवायें का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। -
जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र में एक बच्चे की मौत सांप के डसने से हो गई है बताया जा रहा है कि जब बच्चा घर के बाहर खेल रहा था तभी एक जहरीले सांप ने बच्चे को काट लिया बच्चे को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया लेकिन बच्चे की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई बच्चे की उम्र 3 वर्ष थी
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जशपुरनगर 26 मई : कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशन में जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 648 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 3133 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 2490 एवं महिलाओं की संख्य 643 शामिल है। इनमें जशपुर विकासखंड के 65 क्वारेंटाईन सेंटर में 317 लोगों को रखा गया हैं। इसी प्रकार मनोरा के 32 क्वारेंटाईन सेंटर में 236 लोगों को, दुलदुला विकासखंड के 90 क्वारेंटाईन सेंटर में 296 लोगों को, कुनकुरी विकासखंड के 153 क्वांरेंटाईन सेंटर में 317 लोगों को, फरसाबहार विकासखंड के 50 क्वारेंटाईन सेंटर में 831 लोगों को कासंाबेल विकासखंड के 50 क्वारेंटाईन सेंटर में 291 लोगों को, पत्थलगांव विकासखंड के 105 क्वारेंटाईन सेंटर में 529 लोगों को एवं बगीचा विकासखंड के 103 क्वारेंटाईन सेंटर में 316 लोगों को रखा गया है।
कलेक्टर श्री क्षीरसागर के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं निंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है। -
जशपुरनगर 26 मई : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में लोकनिर्माण विभाग द्वारा दुलदुला विकासखंड के ग्राम चांपाटोली मुख्यमार्ग पर अन्य राज्य से आने वाले जरूरतमंद श्रमिक, मजूदर, यात्रियों को तरबूज, पानी का वितरण किया गया। इस अवसर पर कार्यपालन अभियंता श्री के.आर.दर्शयामकर, एसडीओ टी.एन.सिंह, टी.कुजूर, विनोद मरकाम, मनोज कुमार मिंज, लोकनिर्माण विभाग के कर्मचारी विजय कुमार सिंह, रघुनाथ यादव, दिलीप कुमार भगत, रंजीत एक्का, अनस लकड़ा उपस्थित थे। -
जशपुरनगर 26 मई : जिले के युवाओं को रोजागर से जोड़ने के लिए रोजगार संगी एप मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत प्रशिक्षित युवक-युवतियों एवम् जिले के उद्योगों एवम् संस्थानों के लिए एक अहम कड़ी के रूप में काम आ रहा है। इस एप को गूगल प्ले स्टोर के माध्यम डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप के माध्यम से शहर के उद्योग स्वयं को पंजीकृत कर सकते हैं। जिसमें वो अपने संस्था में आवश्यक कुशल श्रमिकों का विवरण दे सकते हैं। साथ ही मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत प्रशिक्षित युवा स्वयं को पंजीकृत कर कर जिले एवं राज्य में उपलब्ध रोजगार के अवसर की जानकारी ले सकते हैं। एप नियोक्ता एवं कुशल कारीगरों को एक प्लेटफार्म मे लाने में अहम भूमिका निभा रहा हैं। इस एप के बारे में ज्यासदा जानकारी हेतु सहायक संचालक श्री प्रकाश यादव जिला कौशल विकास प्राधिकरण जशपुर के मोबाईल नंबर 9399696970 पर संपर्क किया जा सकता है। -
महासमुंद 25 मई : वन परिक्षेत्र बागबाहरा के अंतर्गत 24 मई 2020 को वन्यप्राणी नर चीतल का अवैध रूप से शिकार करने के उद्देश्य से वन कक्ष क्रमांक 190 आमानारा जंगल के अंदर (बिजली) जी.आई.तार. का फंदा बनाकर उसमें विद्युत प्रवाह करते हुए वन्यप्राणी चीतल का शिकार किया गया है। इस संबंध में वनमंडलाधिकारी श्री मयंक पांडेय ने बताया कि अपराध कारित करने में उपयोग किये गये औजार एवं सामग्री - 63 नग बांस चिरान, 1 नग सब्बल, 2 नग कुल्हाडी, 69 नग कांच का बोतल, 9 कि.ग्रा. जी.आई.तार सहित जप्त कर, मौके पर रात्रि 08ः30 बजे आरोपी हिराखन वल्द हिरऊ जाति कमार, उम्र 62 वर्ष, निवासी ग्राम पठारीमुड़ा को गिरफ्तार किया गया है। शेष आरोपीगण फरार है जिसके विरूद्ध वन अपराध कारित पाये जाने पर वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2 की उपधारा 16(ख), 9, 39 की उपधारा 1 ख एवं घ, 49 एवं 51 के तहत जुर्म कायम किया गया है। सह अभियुक्त (1) संतु (विडियो) वल्द सालिकराम कमार (2) रामनाथ वल्द सालिकराम कमार (3) कुमार पिता सुखराम कमार (4) दुलार पिता बुधराम, सभी निवासी ग्राम पठारीमुड़ा, थाना बागबाहरा, जिला महासमुंद (छ.ग.) अभी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी शेष है।
गिरफ्तार आरोपी हिराखन वल्द हिरऊ जाति कमार, उम्र 62 वर्ष, निवासी ग्राम पठारीमुड़ा का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर 25 मई 2020 को माननीय न्यायायल महासमुंद के समक्ष प्रस्तुत किया गया। माननीय न्यायालय द्वारा 08 जून 2020 तक का रिमाण्ड देते हुए आरोपी को जेल भेजा गया। -
मुख्यमंत्री के आव्हान पर, झीरम घाटी की नक्सल हिंसा के शिकार हुए सभी लोगों का स्मरण करते हुए स्वास्थ्य महकमे ने सोमवार की सुबह जिला चिकित्सालय परिसर में मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की
महासमुंद 25 मई : हाल ही में मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल से प्राप्त निर्देशानुसार 25 मई 2013 को झीरम घाटी क्षेत्र में नक्सल हिंसा के शिकार हुए प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं, सुरक्षा बल के जवानों और विगत वर्षो में नक्सल हिंसा के शिकार हुए सभी लोगों की स्मृति में प्रतिवर्ष 25 मई के दिन झीरम श्रद्धांजलि दिवस मनाए जाने का आव्हान किया गया। इस तारतम्य में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में जिला स्वास्थ्य समिति एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी-कर्मचारियों सहित चिकित्सकीय परिवार सोमवार 25 मई 2020 की सुबह ग्यारह बजे जिला चिकित्सालय पहुंचा और अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे की अगुआई में सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मौन धारण कर शोक प्रकट किया। साथ ही सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल ने नक्सल हिंसा के शिकार हुए सभी जनप्रतिनिधियों और सुरक्षाकर्मियों के राष्ट्रव्यापी एवं प्रदेश स्तरीय योगदान के महत्वपूर्ण बिंदुओं को दोहराते हुए कहा कि हम उनका ऋण नहीं चुका सकते, किंतु प्रदेश के आगामी स्वर्णिम भविष्य की कामना लिए हम उनके श्रेयकर आदर्शाें पर अमल करने का प्रण लेते हैं।
इस दौरान सीएमएचओ डाॅ वारे एवं सिविल सर्जन डाॅ परदल सहित कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के नोडल अफसर एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ आई नागेश्वर राव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार एवं चिकित्सगण, स्टाफ नर्स और जिला चिकित्सालय के सुरक्षाकर्मी उपस्थित रहे। -
बलरामपुर 25 मई : संयुक्त जिला कार्यालय भवन बलरामपुर में झीरम श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर झीरम घाटी में नक्सल हिंसा के शिकार एवं विगत वर्षाें में नक्सल हिंसा में शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन धारण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा और अधिकारियों/कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में दो मिनट का मौन धारण कर शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मौन धारण के उपरांत कलेक्टर ने अधिकारियों/कर्मचारियों को हिंसा का विरोध करने तथा छत्तीसगढ़ राज्य को शांति का टापू बनाने हेतु संकल्पित होने की शपथ दिलाई। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विजय कुजूर, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैकरा तथा अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम हुई मुस्तैद, ईलाकों को किया गया सीलसंक्रमित मरीजों का ईलाज जारी, हालत स्थिर
बलरामपुर 25 मई : सरगुजा संभाग के विभिन्न जिलों में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में भी कोरोना के नए मामले मिले हैं। जिले में अब तक कोरोना से प्रभावित मरीजों की संख्या 07 है। जिनमें से कुल 06 संक्रमितों को अम्बिकापुर एवं 01 संक्रमित व्यक्ति को ईलाज हेतु एम्स रायपुर भेजा गया है तथा समस्त मरीजों की हालत स्थिर बनी हुई है। कुल 07 संक्रमित व्यक्तियों में से विकासखंड बलरामपुर, वाड्रफनगर एवं रामचंद्रपुर के 02-02 मरीज तथा राजपुर से 01 मरीज शामिल हैं। सभी संक्रमित व्यक्तियों ने अन्य प्रदेशों या जिलों की यात्रा की थी तथा एहतियात के तौर पर इन्हें क्वाॅरेंटाईन सेंटर और होम आइसोलेशन में रखा गया था। जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है, उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर पूरी तरह सील कर दिया गया है। सभी संक्रमितों के संपर्क में आये लोगों की जानकारी एकत्र कर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है तथा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें क्वारेंटिन किया गया है। सील किये गए क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त अन्य वाहनों की आवाजाही पर रोक होगी। इसी क्रम में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा रामानुजगंज में सील किये गये इलाकों का दौरा कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। उन्होंने घोषित कंटेनमेंट क्षेत्रों में शासन के कोविड से बचाव नियंत्रण के गाईडलाईन के अनुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि सभी संक्रमित मरीजों को उपचार के लिए विशेष कोविड अस्पतालों में भेज दिया गया है। कंटेनमेंट जोन में कोविड-19 के लिए बनाए गए नियमों के अनुसार कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है जो व्यक्ति जिले से बाहर प्रवास पर गए थे, वे सभी स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये गये निर्देशों का पूर्णतः पालन करें। जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है वे किसी भी रूप में अन्य व्यक्तियों के संपर्क में न आएं तथा अपने घरों से बाहर न निकलें। कलेक्टर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन की संयुक्त टीम लगातार क्षेत्रों का दौरा कर जांच तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया है कि यदि कोई व्यक्ति अन्य राज्यों या जिलों से आया है तो उसकी जानकारी तत्काल प्रशासन को दें। इस संकट की परिस्थिति में नागरिक अपने दायित्वों का पालन करते हुए शासन का पूर्ण सहयोग करें।
इन इलाकों को किया गया सील
विकासखंड बलरामपुर के ग्राम पंचायत जाबर के आश्रित ग्राम मंगरहरा में एक व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर 100 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। बलरामपुर के ही ग्राम पंचायत कृष्णानगर में एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाये जाने के कारण कृष्णानगर के 600 मीटर की परिधि को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इसी प्रकार विकासखंड वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत परसडीहा क्षेत्र में एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाये जाने पर परसडीहा के 100 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। नगर पंचायत रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 02 के व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर 400 मीटर क्षेत्र तथा रामानुजगंज के ही आमंत्रण धर्मशाला क्वाॅरेंटाइन सेंटर के एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने पर उक्त क्षेत्र की 200 मीटर परिधि को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। राजपुर के आश्रम कैंपस बांटीडांड़ क्वाॅरेंटाईन सेंटर के 100 मीटर परिधि क्षेत्र को भी कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।कंटेनमेंट जोन घोषित किये गए क्षेत्र में आम नागरिकों का आवागमन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। घोषित कंटेनमेंट क्षेत्र के लिए पर्यवेक्षक हेतु संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा उनके निर्देशन में तहसीलदारों को भी नियुक्त किया गया है। -
दुर्ग 25 मई : लाॅकडाउन में प्रवासी मजदूर जो अपने गांव-घरों की ओर बस, ट्रक या अन्य साधन से रवाना हो रहे हैं, ऐसे मजदूरों को रास्ते में नाश्ता प्रदान कर उन्हें मदद दिया जा रहा है। हाथों को सेनेटाइज करने निगम की ओर से सहायता केन्द्र में आज आधुनिक सैनिटाइजर सिस्टम भी लगाया गया है, ताकि हाथों को स्वच्छ एवं संक्रमण मुक्त रखा जा सके। अपने घरों के लिए निकले प्रवासी मजदूरों के लिए नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा श्रमिक सहायता केंद्र बनाया गया है जहां पर ऐसे मजदूर और श्रमिकों के लिए चना, मुर्रा, गुड़ और सूखा नाश्ता, पेयजल व्यवस्था, सत्तु एवं फल आदि का नाश्ता देने के पश्चात ऐसे प्रवासी मजदूरों को थोड़ी देर आराम करने व छांव देने टेंट, कुर्सी की व्यवस्था की गई है ताकि वे कुछ देर विश्राम करके अपने गंतव्य की ओर पुनः रवाना हो सके। नेहरू नगर चैक गुरुद्वारा के पास श्रमिक सहायता केंद्र की स्थापना प्रवासी मजदूरों के आवागमन के साथ ही 12 मई से कर दी गई है ताकि अपने घरों की ओर रवाना होने वाले श्रमिकों व मजदूरों को सफर के दौरान राहत प्रदान किया जा सके। सहायता केन्द्र में जरूरतमंदों के लिए बिस्किट, फल, गुड़, पानी बाॅटल एवं मिक्सचर इत्यादि खाद्य सामग्रियो को शहर के नागरिक एवं सामाजिक संस्थाए खुलकर दान कर रहे हैं।
सहायता केन्द्र के सामने से होकर गुजरने वाले प्रवासी मजदूरों को बुलाकर उनके हाथों को सैनिटाइज कर सूखा नाश्ता चना, मुर्रा, मिक्सचर, फल, सत्तु का पैकेट और पानी पिलाया जा रहा है तथा जिनके पास मास्क नहीं रहता है उन्हें मास्क भी दिया जा रहा है। मजदूरों के बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में कुर्सियों की व्यवस्था की गई है! सहायता केंद्र हाईवे के किनारे बनाया गया है ताकि प्रवासी मजदूरों को राहत दी जा सके!
दानवीर कर रहे हैं मदद ऐसे लोगों की मदद करने दानदाता भी आ रहे हैं आज सिकोला बस्ती वार्ड 15 के मितानीन महिला एवं आरोग्य समिति के योगेश्वरी देशमुख, लक्ष्मी साहू, रंजीता कुर्रे, पूनम सिरमौर सहित पांच महिलाओं ने सहायता केन्द्र में 100 पैकेट बिस्किट और केला दान किए तथा मजदूरों को नाश्ता प्रदान करने में अपनी सेवाएं भी दिए। सहायता केंद्र की स्थापना होने से प्रवासी मजदूरों को इस केंद्र में राहत मिल रही है। -
दुर्ग 25 मई : लॉक डाउन में घरों में होम कंपोस्टिंग अपनाकर कई महिलाएं घर पर ही गीले कचरे से बेहतर खाद तैयार कर रही है और इसे अपने बगीचे में पौधों की बढ़वार के लिए उपयोग कर रही है। निगम भिलाई द्वारा यह बताया जा रहा है कि सूखा कचरा नीले डिब्बे में एवं गीला कचरा हरे डिब्बे में रखकर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाले को प्रदाय किया जाना है। ताकि सूखा कचरा को पृथक-पृथक करके अन्य माध्यम से निष्पादन किया जा सके तथा गीले कचरे से खाद तैयार कर इसका बेहतर उपयोग किया जा सके निगम के विभिन्न एसएलआरएम सेंटर में यह कार्य किया जा रहा है। परंतु यदि गीले कचरे से घर पर ही खाद तैयार होने लगे तो घर के बगीचे आदि के लिए खाद लेने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। बहुत से लोगों द्वारा होम कंपोस्टिंग को अपनाया जा रहा है और घर पर ही कंपोस्ट तैयार किया जा रहा है। घरेलू कचरे का निपटान करने के लिए होम कंपोस्ट एक अच्छा माध्यम है, गीले कचरे को कंपोस्ट रूप में परिवर्तित करने के बाद इसका उपयोग फूल, पौधों, सब्जियों, गमलों मे लगे पौधों आदि के बढ़वार के लिए किया जा सकता है जोकि बहुउपयोगी माध्यम है। होम कंपोस्टिंग घर पर ही किया जा सकता है जिसके लिए विशेष तकनीक की आवश्यकता भी नहीं है।
निगम द्वारा होम कंपोस्टिंग को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। घरों में यदि होम कंपोस्टिंग अपनाया जाए तो गीले कचरे से निजात मिल सकती है! घरों से प्रतिदिन गीला कचरा किसी न किसी रूप में निकलता ही है जिसका निष्पादन होम कंपोस्ट को अपनाकर किया जा सकता है। भिलाई निगम द्वारा किचन कंपोस्ट भी तैयार किए गए जिसे कई प्रतिष्ठानों, होटल के व्यवसायियों ने अपनाया है जिसमें गीले कचरे को डालने से बदबू भी नहीं आती है और खाद के रूप में परिवर्तित हो जाता है। होम कंपोस्ट विभिन्न प्रकार के पात्रों में भी किया जा सकता है जरूरी नहीं है की बड़े पात्रों में ही कंपोस्ट तैयार किया जा सके कम खर्चे में भी कंपोस्ट तैयार किया जा सकता है इसके लिए छोटे पात्र जैसे गमले नुमा आकृति के, मटकी, घर मे यदि जगह हो तो छोटा सा पिट बनाकर, विभिन्न प्रकार के पात्रों में तथा गीले कचरे के डालने के बाद कचरा खाद के रूप में परिवर्तित होता है तथा जल्दी खाद भी बन जाता है, इन सभी पात्रों में इस बात का ध्यान रखा जाना है कि इनमें छेद हो ताकि पानी रुक न सके। इन विधियों में से अनेक प्रकार की तरीके इंटरनेट में भी उपलब्ध है, जिनका उपयोग कर घर में खाद बनाने के तरीके की विस्तृत जानकारी ली जा सकती है।
प्रतिष्ठानों के लिए किचन कंपोस्ट खाद बनाने का एक बेहतर माध्यम विभिन्न प्रतिष्ठान किचन कंपोस्ट अपनाकर अपने प्रतिष्ठानों में ही खाद तैयार कर रहे हैं। शासकीय कन्या हॉस्टल नेहरू नगर, होटल अल लजीज राधिका नगर, होटल शिवप्रसाद सुपेला चैक, अर्जुन दा ढाबा फरीदनगर, सेंट्रल पार्क होटल, फ्लोरेट होटल, गुल्ली होटल, महालक्ष्मी स्वीट्स, लवली पैलेस, आशीष इंटरनेशनल आदि ने किचन कंपोस्ट अपनाया है। निगम के प्रत्येक जोन में किचन कंपोस्ट की उपलब्धता है। इसके साथ ही भिलाई निगम द्वारा 800 से अधिक घरों में होम कंपोस्ट का पात्र वितरित किया गया है। -
- छत्तीसगढ़ में शांति व सद्भाव बनाये रखने ली शपथ
दुर्ग 25 मई : झीरम श्रद्धाजंलि दिवस पर दुर्ग जिले में संभागायुक्त कार्यालय एवं कलेक्टोरेट के अधिकारियों व कर्मचारियों ने 2 मिनट का मौन धारण कर झीरम घाटी में हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य की एकता अखंडता शांति व सामाजिक सदभाव को बनाये रखने की शपथ ली। उल्लेखनीय है कि 25 मई 2013 को झीरम में हुए नक्सली हमले में कई जन नेता व पोलिस के जवान शहीद हो गए थे। इस हमले में हुए शहीदों की शहादत को अविस्मरणीय बनाये रखने के लिए राज्य में प्रति वर्ष 25 मई को झीरम श्रद्धांजलि दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। -
• शहरी बस्तियों में इंसिडेंस रेस्पोंस इकाई रोकथाम गतिविधियों की तैयारी में करेगी सहयोग• संक्रमण की निगरानी के लिए स्वास्थ्य कर्मियों सहित सहयोगी संस्थानों से ली जाएगी मदद• चिकित्सकीय एवं गैर-चिकित्सकीय उपायों से होगी कोरोना रोकथाम की कोशिश• एक व्यक्ति के सर के पीछे दूसरे व्यक्ति केपैर रख कर सोने से सामजिक दूरी का होगा पालन
रायपुर/ 25 मई: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार ने शहरों में अनौपचारिक बस्तियों में रहने वाले लोगों के लिए मुश्किलों को बढ़ा दियाहै. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इन बस्तियों में कोरोना की रोकथाम एवं संक्रमण की निगरानी को लेकर दिशानिर्देश जारी किया है.कोरोना संक्रमण के इस दौर में लोगों को सामाजिक दूरी अपनाने की निरंतर सलाह दी जा रही है. लेकिन यदि एक छोटे जगह में 1 से अधिक लोग रहे रहें हो तो सामाजिक दूरी का अनुपालन करना कठिन हो जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए जारी दिशानिर्देश में इस संबंध में जानकारी दी गयी है. यह बताया गया है कि यदि एक छोटे कमरे में एक से अधिक लोगों को सोना पड़े तो एक व्यक्ति के सर के पीछे विपरीत दिशा में दूसरे व्यक्ति द्वारा पैर रख कर सोया जा सकता है. इससे सामाजिक दूरी का एक हद तक अनुपालन संभव हो सकेगा.
इन जगहोंपरसामजिकदूरीकाजरुरर खें ख्याल:• पब्लिक शौचालय इस्तेमाल करने के दौरान• सामुदायिक वाटर पॉइंट्स पर• पीडीएस(पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम) पॉइंट्स पर• स्वास्थ्य केन्द्रों पर
शौचायाल, सामुदायिक नल और ऐसी कॉमन जगहों को रोज़ सैनी टाईज़ करने पर बल दिया है |इस दिशानिर्देश के अनुसार वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार देश के 2613 छोटे शहर/ शहरों में 6.54 करोड़ आबादी शहर के अनौपचारिकबस्तियाँ के 1.39 करोड़ घरों में रहती है, जो कुल शहरी आबादी का 17.4% है. पिछले कुछ वर्षों से इनकी संख्या में वृद्धि भी हुई है. ऐसी बस्तियां में जरूरत से अधिक लोग निवास भी करते हैं. इसके कारण इन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण प्रसार को रोकना भी किसी चुनौती से कम नहीं है.इंसिडेंस रेस्पोंस इकाई रोकथाम गतिविधियों की तैयारी में करेगी सहयोग:दिशानिर्देश के मुताबिक शहरी बस्तियों की आबादी के अनुसार एक इंसिडेंस रेस्पोंस कमांडर को चिन्हित किया जाएगा. इंसिडेंस रेस्पोंस कमांडर कोरोना प्रसार की रोकथाम की कार्य-योजना, कार्रवाई, लोजिस्टिक एवं फाइनेंस टीम को चिन्हित कर कोरोना रोकथाम गतिविधियों की तैयारियों को कार्यान्वित करने में सहयोग करेंगे.
शहरी बस्तियों में कंटेंनमेंट प्लान के क्रियान्वयन पर बल:कोरोना संक्रमण प्रसार की अधिकता के मद्देनजर किसी क्षेत्र को कंटेंनमेंट जोन घोषित किया जाता है. लेकिन शहरों के अनौपचारिक बस्तियों में कंटेंनमेंट प्लान लागू करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. इसके मद्देनजर दिशानिर्देश में कुछ जरूरी सलाह दी गयी है. यह बताया गया है कि इन बस्तियों में संक्रमण की निगरानी करना काफी जरुरी है. इसके लिए स्वास्थ्य कर्मी, आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, म्युनिसिपल स्वास्थ्य कर्मी, सामुदायिक हेल्थ वालंटियर्स के साथ एनएसएस, एनवाईके एवं अन्य गैर-सरकारी संस्स्थानों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी या कार्यपालक स्वास्थ्य पदाधिकारी द्वारा प्रशिक्षण प्रदान कराया जाए जिसमें इन्हें कोरोना रोकथाम प्रोटोकॉल की विस्तार से जानकारी दी जाए. इसके लिए इन बस्तियों के अस्पतालों को भी संक्रमण रोकथाम की सभी तैयारी पूर्व में करने की जरूरत है. साथ ही गैर-चिकित्सकीय हस्तक्षेप के तहत हाथों की सफाई, सामाजिक दूरी, चेहरे पर मास्क का इस्तेमाल जैसी अन्य जानकारियों पर आम जागरूकता बढाई जाएगी. -
सीईओ जिला पंचायत श्रीमती तूलिका प्रजापति कन्टेनमेंट जोन की प्रभारी अधिकारी नियुक्त
कोरिया 24 मई : कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री डोमन सिंह के द्वारा जिले में जनपद पंचायत खड़गवां के ग्राम पंचायत कटकोना के मुर्गी गोड़ारी में एक मरीज की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव की रोकथाम हेतु जनपद पंचायत खड़गवां के ग्राम पंचायत कटकोना के मुर्गी गोड़ारी में मरीज के घर से 01 किमी की निश्चित परिधि क्षेत्र को कन्टेमेंट जोन घोषित किया गया है। कन्टेमेंट जोन के तहत पूर्व दिशा में कारीछापर बस्ती, पश्चिम दिशा में जंगल, उत्तर दिशा में पहाड़पारा एवं दक्षिण दिशा में जंगल तक शामिल है।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि कन्टेनमेंट जोन में सभी दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश तक पूर्णतः बंद रहने हेतु आदेशित किया गया है। प्रभारी अधिकारी द्वारा घर पहुंच सेवा को माध्यम से लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उनके घर तक की जायेगी। सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूर्ण प्रतिबंधित रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर किन्हीं भी कारणों से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा लगातार क्षेत्र में पेट्रोलिंग की जा रही है एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्विलांस, कान्टैक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही क्षेत्र की बेरिकेटिंग हेतु कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग बैकुण्ठपुर, आवश्यक वस्तुओ की आपूर्ति एवं सैनेटाइज व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सीईओ, जनपद पंचायत तथा एक्टिव सर्विलांस, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी अनुसार दवा, मास्क आदि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बैकुण्ठपुर को आदेशित किया गया है।
घोषित कन्टेनमेंट जोन की प्रभारी अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती तूलिका प्रजापति मो. नं. 9685587888 को नियुक्त किया गया है। कन्टेनमेंट जोन के तहत पूर्व दिशा में कारीछापर बस्ती, पश्चिम दिशा में जंगल, उत्तर दिशा में पहाड़पारा एवं दक्षिण दिशा में जंगल तक के संपूर्ण निरीक्षण एवं नियंत्रण हेतु श्री के.के.चैधरी अनु.अधि.ग्रा.या.से, खड़गवां, श्री अमित कुमार तामकर, उप अभियंता, जनपद पंचायत खड़गवां, श्री एस.आर.सिंह, उप अभियंता, जल संसाधन विभाग खड़गवां, श्री हीरालाल सेन, वन परिक्षेत्र अधिकारी, चिरमिरी-खडगवां, श्री के.के. सोनी, उप अभियंता, लोक स्वास्थ यांत्रिकी खड़गवां, श्री जी.पी.गुप्ता, उप अभियंता, लोक निर्माण विभाग खड़गवां, श्री जितेन्द्र गुप्ता, व्याख्याता, हा. स्कूल कटकोना, श्री दुबराज अजगले सहा. पशु चिकित्सा अधिकारी, खड़गवां तथा श्री रंजीत राम, खाद्य निरीक्षक, चिरमिरी को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। इसके साथ ही अनुविभागीय दंडाधिकारी चिरमिरी-खड़गवां श्री पी.व्ही. खेस्स एवं तहसीलदार श्री अशोक सिंह को पर्यवेक्षक अधिकारी नियुक्त किया गया है।
कलेक्टर श्री सिंह ने यह भी बताया कि जनपद पंचायत खड़गवां के ग्राम पंचायत कटकोना में कोरोना पॉजीटिव मिलने के कारण घोषित कन्टेनमेंट जोन में आवश्यक सेवाओं में दी जाने वाली छूट को आगामी आदेश पर्यन्त तक प्रतिबंधित किया गया है। इस स्थिति में जनपद पंचायत खड़गवां के ग्राम पंचायत कटकोना के घोषित कन्टेनमेंट जोन में अति आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय दण्डाधिकारी चिरमिरी-खड़गवां श्री श्री पी.व्ही. खेस्स के मार्गदर्शन में कार्य करने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें कन्ट्रोल रूम प्रभारी तहसीलदार खड़गवां श्री अशोक सिंह को बनाया गया है।
क्वारंटाइन सेंटर में सम्पूर्ण व्यवस्था, पेयजल, भोजन व्यवस्था एवं सैनिटाइजेशन हेतु सीईओ जनपद पंचायत खड़गवां श्री अनिल अग्निहोत्री एवं खाद्य निरीक्षक चिरमिरी श्री रंजीत राम, को दायित्व सौंपा गया है। कन्टेनमेंट जोन को सील करने हेतु तहसीलदार खड़गवां श्री अशोक सिंह, बेरिकेटिंग की व्यवस्था हेतु लोक निर्माण विभाग के अनुविभागीय अधिकारी श्री बी. पी. पटेल तथा उप अभियंता श्री जी.पी.गुप्ता को दायित्व सौंपा गया है। बांस-बल्ली की व्यवस्था हेतु श्रीमति जेनी कुजुर, अनुविभागीय अधिकारी (वन) खड़गवां एवं हीरालाल सेन, वन परिक्षेत्र अधिकारी खड़गवां, कन्टेनमेंट जोन में लगी टीम की सुरक्षा सामग्री व्यवस्था हेतु श्री राजकुमार राजवाड़े, विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, खड़गवां तथा परिवहन व्यवस्था हेतु जिला परिवहन अधिकारी श्री अरविन्द भगत को दायित्व सौंपा गया है।इसी तरह कन्टेनमेंट जोन में खाद्य सामाग्री, दवा आपूर्ति एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति हेतु श्री शिवमंगल सिंह, वरिष्ठ करारोपण अधिकारी, जनपद पंचायत खड़गवां एवं कु. शिल्पा पी.आर.पी देवाडांड, विद्युत व्यवस्था हेतु श्री आशीष लकड़ा कनिष्ठ अभियंता, खड़गवां तथा कर्मचारियों की उपलब्धता हेतु विकासखंड शिक्षा अधिकारी, खड़गवां, श्री जितेंद्र गुप्ता की ड्यूटी लगाई गई है। - जशपुरनगर 25 मई : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय अधिकारी कुनकुरी श्री रवि राही के दिशा निर्देष में कोरोना महामारी के संक्रमण के बचाव एवं नियंत्रण के उद्देष्य से ग्राम पंचायत दुलदुला के समस्त क्षेत्रों में आने वाले 28 दिनों या आगामी आदेष तक सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान, दुकानें बंद रहेंगी। इन क्षेत्रों में राषन, सब्जी इत्यादि आवष्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी के माध्यम से उपलब्ध कराने के लिए दुकानें संचालित की जा रही है। जिनमें राषन सामान के लिए पारिक ट्रेडर्स दुलदुला मोबाईल नंबर 9406013598, संजय किराना स्टोर्स मोबाईल नंबर 9754708200 एवं 6265031034, वीणा किराना स्टोर मोबाईल नंबर 9907912311 एवं 9340936566, षिव किराना स्टोर्स 9406383451, से संपर्क कर प्राप्त किया जा सकता है। इसी प्रकार सब्जी के लिए सब्जी दुकान दुलदुला श्री विजय महतो मोबाईल नंबर 8103268136 एवं शैलेन्द्र महतो मोबाईल नंबर 9340259886 से संपर्क कर आवष्यक वस्तुएं घर बैठे ही प्राप्त की जा सकती है। आवष्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी के लिए आम नागरिक उपरोक्त नंबरो पर संपर्क कर आवष्यक वस्तुएं घर बैठे प्राप्त कर सकते है।
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- कोरेंटाइन सेंटर्स के श्रमिकों एवं अन्य को मिल रहा परामर्श-गर्भवती और किशोरी स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान, दे रहे पौष्टिक आहार
कोरबा. 25 मई : कोरोना वायरस संक्रमण के संचरण की संभावना को रोकने के लिए बाहर से आए ( दूसरे राज्यों से आए) हुए लोगों को ऐसे समय में क्वारेंटाइन सेंटर में रखने की सलाह दी जा रही है। क्वारेंटाइन हुए लोगों में ऐसे वक्त मानसिक तनाव एवं अन्य तरह की समस्याएं देखने को मिल रही हैं। स्वास्थ्य विभाग. कोरबा द्वारा शासन के निर्देशानुसार क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वालों की सभी समस्याओं का निराकरण काउंसिलर्स (परामर्शदाता) की मदद से किया जा रहा है। इतना ही नहीं शिशुवती माताओं, गर्भवती महिलाओं और किशोरियों के स्वास्थ्य पर विशेष नजर रखी जा रही है। वहीं काउंसिलिंग के माध्यम से उनकी समस्याओं का निराकरण भी किया जा रहा है।
सीएमएचओ कोरबा डॉ. बी.बी. बोर्डे ने बताया शासन के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग जिले के सभी क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों, श्रमिकों एवं अन्य लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर रही है। कोरोनावायरस के अलावा सेंटर में रह रहे लोगों की इस दौरान स्वास्थ्यगत सभी तरह की समस्याओं का निराकरण चिकित्सकीय परामर्श देकर किया जा रहा है। घर और परिवार वालों से दूर कई लोग क्वारेंटाइन सेंटर में हैं , मानसिक तनाव एवं अन्य समस्याओं से गुजर रहे लोगों को विशेष परामर्श प्रदान किया जा रहा है। ऐसे लोग जिन्हें काउंसिलिंग की आवश्यकता थी उनके लिए सेंटरों में विशेष परामर्शदाता की नियुक्ति कर उनकी काउंसिलिंग की जा रही है।
यह दे रहे विशेष सेवाएं- विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटरों में क्लीनिकल फिजियोलॉजिस्ट स्पर्श क्लीनिक संजय तिवारी, आईसीटीसी एवं किशोर स्वास्थ्य केन्द्र परामर्शदाता वीणा मिस्त्री, आरएमसीएच एवं परामर्शदाता नीलू चौधरी, फिजियोलॉजिकल सोशल वर्कर स्पर्श क्लीनिक ताराचंद श्रीवास एवं एनसीडी परामर्शदाता संजय मानिकपुरी आदि लोगों की विभिन्न तरह की स्वास्थ्यगत एवं मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का निराकरण कर रहे हैं। यह सभी परामर्शदाता क्वारेंटाइन सेंटर में भी जा रहे हैं और जिला अस्पताल में भी पहुंचने वाले लोगों की नियमित काउंसिलिंग कर रहे हैं।
उच्च रक्तचाप, मधुमेह एवं गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान- परामर्शदाताओं ने बताया बाहर से आने वाले ज्यादातर लोग घर से दूर हैं इस वजह से तनावग्रस्त हैं। कई लोग कोरोना की वजह से कोरेंटाइन सेंटर में रखे जाने से परेशान हैं। ऐसे लोगों की बातों को सुनना और उन्हें ढाढ़स बंधाना भी जरूरी होता है। काउंसिलिंग के दौरान यह रमजान में अलग व्यवस्था, उच्च रक्तचाप ,मधुमेह वाले रोगियों को सेहत की चिंता तथा गर्भवती महिलाओं की विशेष व्यवस्था की जरूरत महसूस हुई। प्रशासन से इस संबंध में चर्चा कर लोगों को सारी अलग व्यवस्था प्रदान की जा रही है।
मासिकधर्म स्वच्छता की सीख- परामर्शदाता वीणा मिस्त्री के मुताबिक सेंटर में कुछ गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार की जरूरत महसूस हुई तो उन्हें विशेष आहार का प्रबंध किया जा रहा है। काउंसिलिंग करते वक्त कुछ महिलाएं व किशोरियों ने मासिकधर्म स्वच्छता की चिंता जाहिर की। वहीं कुछ महिलाओं मासिकधर्म स्वच्छता के बारे में बताते हुए उन्हें सैनेटरी पै़ड्स उपयोग करने की सलाह दी गई। महिलाओं को सैनेटरी पै़ड्स का प्रबंध भी किया जा रहा है। -
बेमेतरा 25 मई : ग्रीष्म ऋतु के आगमन के साथ ही लू का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। इस बीच कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु लाॅकडाउन से विरानी छायी हुई है। एक ओर कोविड-19 का संक्रमण तो दूसरी ओर लू का प्रकोप, ऐसे में शासन द्वारा लोगों को लू से बचने आवश्यक सुझाव दिये गये हैं। साथ ही लोगों से इसके बेहतर ढंग की पालन की अपेक्षा की गई है। क्या करें -घर पर रहे और रेडियो सुनें टीवी देखें, स्थानीय मौसम और कोविड-19 की स्थिति पर अद्यतनध्परामर्श के लिए समाचार पत्र पढ़ें। जितना हो सके पर्याप्त पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो। मिर्गी, हृदय, गुर्दे या लीवर से संभावित रोग वाले जो तरल प्रतिबंदित आहार लेते हो तरल पदार्थ लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श ले, हल्के, हल्के रंग के, ढीले सूती कपड़े पहनें, ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन) घोल, घर का बना पेय लस्सी. (तोरानी चावल) का पानी, नींबू का पानी, छाछ आदि का उपयोग करें। बाहर जाने से बचें, यदि बाहर जाना आवश्यक है, तो अपने सिर (कपड़े,टोपी या छाता) और चेहरे को कवर करें। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। अन्य व्यक्तियों से कम से कम 1 मीटर की दूरी पर शारीरिक दूरी बनाए रखें। साबुन और पानी से बार-बार और ठीक से हाथ धोएं। साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग-अलग तौलिये रखो। इन तौलियों को नियमित रूप से धोएं।
अन्य सावधानियां -जितना हो सके घर के अंदर रहें, अपने घर को ठंडा रखें, धूप से बचाव के लिए रात में पर्दे, शटर का उपयोग करें और खिड़कियां खोलें। निचली मंजिलों पर बने रहने का प्रयास करें। पंखो का उपयोग करें, कपड़ों को नम करें और अधिक गर्मी में ठंडे पानी में ही स्नान करें। यदि आप बीमार महसूस करते हैं - उच्च बुखार, लगातार सिरदर्द, चक्कर आना, मितली या भटकाव, लगातार खांसी, सांस की तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाये। जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।
क्या ना करें -लॉक-डाउन के दौरान बाहर न जाएं। यदि आपको आवश्यक कार्य के लिए बाहर जाना है तो दिन के शीतलन घंटों के दौरान अपनी सारणी निर्धारित करने का प्रयास करें। अत्यधिक गर्मी के घंटों के दौरान बाहर जाने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच। नंगे पैर या बिना चेहरे को ढके और बिना सिर ढककर बाहर न जाएं। व्यस्थतम समय (दोपहर) के दौरान खाना पकाने से बचें। खाना पकाने वाले क्षेत्रों (रसोई घरों) में दरवाजे और खिड़कियां खोल कर रखें, जिससे पर्याप्त रूप से हवा आ सके। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड पेय, पीने से बचें जो शरीर को निर्जलित करते हैं। उच्च प्रोटीन, मसालेदार और तैलीय भोजन खाने से बचें, बासी खाना न खाएं। बिना हाथ धोए अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार हैं उनके साथ नजदीकी संपर्क से बचें। बीमार होने पर बाहर धूप में न जाएं, घर पर रहें।
नियोक्ता और श्रमिक क्या करें -कार्यस्थल पर स्वच्छ और ठंडा पेयजल प्रदान करें। श्रमिकों को सीधे धूप से बचने के लिए सावधानी बरतें। यदि उन्हें खुले में काम करना पड़ता है । जैसे कि (कृषि मजदूर, मनरेगा मजदूर, आदि) तो सुनिश्चित करें कि वे हर समय अपना सिर और चेहरा ढके रहें। दिन के समय निर्धारित समय सारणी निश्चित करे। खुले में काम करने के लिए विश्राम की अवधि और सीमा बढ़ाएं। गर्भवती महिलाओं या कामगारों की चिकित्सीय स्थिति पर विशेष ध्यान दें। सभी कार्यकर्ता चेहरे को ढककर रखे, एक-दूसरों से 1 से 1.5 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखें और हाथ की सफाई का अभ्यास करवाए। बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन और पानी दें। अपने हाथों को धोए बिना चेहरे को छूने से पहले सावधानी बरतने के निर्देश दें। दोपहर, रात के खाने के समय इस तरह से प्रावधान करें कि दो व्यक्तियों के बीच 1 से 1.5 मीटर की दूरी हो। स्वच्छता कर्मचारियों को अपने हाथों को ढंकना चाहिए। मास्क और दस्ताने पहनना चाहिए। दस्ताने पहनने के बाद मास्क को नहीं छूना चाहिए। उन्हें अपने हाथों को अच्छी तरह और बार-बार धोना चाहिए। हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। यदि कोई बीमार है तो उसे ड्यूटी पर्यवेक्षक को सूचित किया जाना चाहिए।
क्या ना करें - कार्यस्थल पर, धूम्रपान या तंबाकू न ही थूके और न ही चबाएं। एक-दूसरे से हाथ न मिलाएं या एक-दूसरों को गले न लगाएं। अपने चेहरे को विशेष रूप से आँखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार हैं उनके निकट संपर्क से बचें। बीमार होने पर काम पर न जाएँ रू घर पर ही रहें। पुलिस/यातायात पुलिस कार्मिकः- दिन में ड्यूटी पर रहते हुए ठण्ड वाली जैकेट पहनें। अपने से कुछ दूरी पर लोगोंध्वाहनों को रोकें। आपके द्वारा जांचे जा रहे दस्तावेजों को न छुएं। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। जहां तक संभव हो, अपना हाथ नियमित और अच्छी तरह से धोएं। यदि साबुन, पानी आसानी से उपलब्ध नहीं है तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। अपने चेहरे को अनचाहे हाथों से न छुएं। हर समय फेस मास्क पहनें। उन्हें समय-समय पर बदलें और उपयोग किए गए मास्क को सुरक्षित रूप से फेकें। पर्याप्त पानी पीएं, जितनी बार संभव हो पानी पीएं, भले ही प्यास न लगी हो। सुरक्षात्मक साधनों का उपयोग करें - छाया में रहने का प्रयास करे, धूप का चश्मा और सनस्क्रीन का प्रयोग करे। जहां तक संभव हो युवा कर्मियों को दिन में यातायात ड्यूटी पर रखा जाना चाहिए। जब आप काम के बाद घर जाते हैं, तो स्नान करें और अपने इस्तेमाल किए कपड़ो को अच्छी तरह से धोएं।
वरिष्ठ नागरिकः-जितना हो सके घर के अंदर रहें। पार्क, बाजारों और धार्मिक स्थानों जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाएँ। अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे और पंखे या कूलर का उपयोग करें। नियमित रूप से हाथ धोने से, खासकर भोजन करने से पहले स्वच्छता बनाए रखें। यदि आप बीमार महसूस करते हैं और निम्न में से किसी एक का अनुभव करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएँ - उच्च शरीर का तापमान, शरीर में दर्द लगे। सिरदर्द, चक्कर आना, मतली या भटकाव लगना। सांस की तकलीफ होना। असामान्य रूप से भूख लगना। यदि आप एक वरिष्ठ नागरिक की देखरेख कर रहे है- नियमित रूप से हाथ धोने में उनकी मदद करें। समय पर भोजन और पानी का सेवन सुनिश्चित करें। उनके पास जाते समय अपनी नाक और मुंह ढकने के लिए फेस कवर का इस्तेमाल करे। यदि आप बुखार, खाँसी, साँस लेने जैसे चीजों से पीड़ित हैं, तो आपको वरिष्ठ नागरिक के पास नहीं जाना चाहिए। उस दौरान किसी और को उनके पास जाने के लिए कहे वो भी पूरी सावधानी के साथ।