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- आज ग्राम पंचायतों में रोकाछेका का किया जाएगा आयोजनविद्यार्थियों से आय,जाति, निवास प्रमाण हेतु नहीं ली जाएगी शुल्कसोसायटी मंे किसानों के लिए खाद-बीज की उपलब्ध सुनिष्चित करने के दिए निर्देषलोक सेवा गांरटी अधिनियम के लंबित प्रकरणों को समय-सीमा के अंदर निराकृत करें राजस्व अधिकारीनिरस्तीकरण वन अधिकार पट्टो का पुनः परीक्षण करके पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करने के निर्देष
जशपुरनगर 18 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज कलेक्टर सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर नामांतरण, बंटांकन, सीमांकन, ई-कोर्ट के लंबित प्रकरण, आधार सीडिंग, अभिलेखों का दुरूस्तीकरण, डायवर्सन, आरबीसी 6-4 के प्रकरण, लोकसेवा के लंबित प्रकरण, पूर्व सरपंच से बकाय राषि की वसूली, सोसायटी में खाद बीज का भण्डारण, वन अधिकार पत्र, आय, जाति,निवास प्रमाण पत्र, उचित मूल्य दुकानों में राषन की व्यवस्था आदि के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने राजस्व के लंबित प्रकरणों का निराकरण गंभीरता से करने के निर्देष अधिकारियों को दिए है। साथ ही लोक सेवा गांरटी अधिनियम के लंबित प्रकरणों को समय-सीमा के अंदर ही निराकृत करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि समय-सीमा के अंदर निराकृत नहीं करने पर अधिकारियों को अर्थदण्ड देना पड़ सकता है इसका विषेष ध्यान रखें और समय-सीमा के भीतर प्राप्त आवेदनों का गंभीरता से निराकरण करना सुनिष्चित करें। इस अवसर पर बगीचा एसडीएम बगीचा श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, जषपुर एसडीएम श्री योगेद्र श्रीवास, पत्थलगांव श्री दषरथ सिंह राजपूत, कुनकुरी एसडीएम श्री रवि राही, एसडीएम श्री नानसाय भगत, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि 19 जून को सभी ग्राम पंचायतों में रोकाछेका के तहत् विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाने है। सभी गांवों के गौठानों में पंच,सरपंच, जनप्रतिनिधिग्राम वासी गणमान्य नागरिक और चरवाहे मिलकर रोकाछेका को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि खेतों के फसलों को सुरक्षित रखने के लिए रोकाछेका किया जाना गांव की पुरानी परंपरा में शामिल है और आज भी यह बहुत उपयोगी और यहां के परंपम्रा में शामिल है। रोकाछेका के तहत् खुले में चरने वाले पशुओं पर रोक लगाने का काम किया जाता है। जिससे फसलों की रक्षा होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग मवेषियों की चराई अपनी देखरेख में करते हैं। यह कार्य अलग-अलग गांव में अलग-अलग समय में होता हैं ।आय-जाति निवास प्रमाण हेतु नहीं ली जाएगी शुल्क
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को अवगत कराते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिए आय-जाति निवास प्रमाण पत्र का शुल्क डीएमएफ मद से भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकसेवा केन्द्र से आॅनलाईन आवेदन लेते समय आय, जाति निवास प्रमाण पत्र के लिए बच्चों से काई शुल्क न लें। उन्होंने कहा कि लोकसेवा केन्द्र के बाहर भी इसका उल्लेख करने के निर्देष दिए है। ताकि बच्चों को इस सेवा के लिए कोई शुल्क लोकसेवा केन्द्र में न देना पड़े।
उन्होंने अधिकारियों को कहा कि नामांतरण वाले प्रकरण के लिए पटवारियों से प्रतिवेदन मंगाकर नामांतरण के प्रकरणों का निराकरण सुनिष्चित करें। साथ ही मुख्यमंत्री जनचैपाल, कलेक्टर जनदर्षन, साप्ताहिक समय-सीमा के लंबित प्रकरण का भी निराकरण करने के निर्देष दिए हैं उन्होंने कृषि अधिकारी को सोसायटियों में किसानों के लिए खेती बाड़ी की सीजन को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज का भण्डारण करने के लिए कहा है ताकि किसान भाई-बंधु भी अपने निकट के सोसायटी से खाद-बीज का उठाव कर सके। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी से उचित मूल्य दुकानों में खाद्यान्न, मिट्टी तेल, चने के भण्डारण के स्थिति की जानकारी ली। खाद्य अधिकारी ने बताया कि स्कूली बच्चों के लिए और आंगनबाड़ी के गर्भवती माताओं और बच्चों के लिए सुखा राषन की उपलब्धता सुनिष्चित कर दी गई है। उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आ रही है।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों ब्लाॅक स्तर पर वृक्षा रापेण के लिए जगह का चिन्हांकन करके जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देष दिए है ताकि वृहद रूप से जून-जुलाई के मौसम में पौध रोपण किया जा सके। आंगबनाड़ियों मंे 5-5 मुनगा एवं फलदार पौधे लगाने के लिए कहा है। 7500 वर्गफूट भूमि का आबंटन, नियमितीकरण के लिए भी प्राथमिकता से कार्य करने के लिए कहा गया है ताकि भू-स्वामी को उनका अधिकार मिल सके और शासन की योजना का लाभ उठा सके। उन्होंने वन अधिकार पट्टे की जानकारी लेते हुए कहा कि निरस्तीकरण वन अधिकार पट्टो का पुनः परीक्षण करें और जिन आवेदनों में कागजात की कमी पाई जा रही हैं। सम्बंधित को अवगत कराकर पात्र हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टे से लाभांवित करने के निर्देष दिए है।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को जिले में वर्षा की संभावनाओं को देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत कैम्प की भी व्यवस्था करने के निर्देष दिए है ताकि आपात काल की स्थिति में लोगों को राहत कैम्प में ठहराया जा सके। उन्होंने ब्लाॅक स्तर पर भी बाढ़ आपदा कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देष दिए हैं और कर्मचारी के ड्यटी लगाने के लिए भी कहा गया है। -
सूरजपुर 18 जून : अपर कलेक्टर श्री एस.एन.मोटवानी से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले के सभी शासकीय व अर्द्धषासकीय कार्यालयों द्वारा उपयोग में लाये जाने हेतु क्रय किये जाने के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु लेखन सामाग्रीयों तथा कम्प्युटर से संबंधित सामाग्रीटोनर, काटरेज आदि का कलेक्टर दर निर्धारण किया जाना है। इसके लिए सूरजपुर एवं अम्बिकापुर के पंजीकृत विक्रेताओं व फर्म से निविदा आमंत्रित की गई है। जिसे 02 जूलाई 2020 की दोपहर 3 बजे तक अधीक्षक, कलेक्टर कार्यालय सूरजपुर के कक्ष में जमा करने कहा गया है। इसके साथ ही बताया गया है, कि प्राप्त सभी निविदा उसी दिन निविदाकारों के समक्ष खोली जायेंगी। इच्छुक फर्म निविदा की शर्तो के अनुसार बंद लिफाफे में निविदा बताये गये स्थान पर जमा कर सकतें हैं इसके लिए अधिक जानकारी हेतु कार्यालयीन समय पर पहुॅच कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। -
क्रेडा विभाग ने जिले में स्थापित किये 506 घरों में बायोगैस संयंत्र
सूरजपुर 18 जून : जिले में ग्रामीण जीवन को सुगम बनाने के लिए जिला प्रषासन के द्वारा शासन की योजनाओं का सही क्रियान्वयन कर कवायद की जा रही है। सूरजपुर जिला प्रषासन के द्वारा कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देषन में योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक ग्रामिणों को मिले इसे लक्ष्य बनाकर कार्य किया जा रहा है। यही कारण है कि आज विभिन्न स्तरों में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास देखने को मिल रहा है। ऐसी ही एक ग्रामीण समस्या में खाना पकाने की समस्या है। ग्रामीण मुख्य तौर पर खाना बनाने के लिए लकड़ी का उपयोग करते हैं जो जंगलों को ध्वस्त करते जा रही है, लकड़ियों का दोहनजहाॅ एक ओर पर्यावरण को नुकसान पहुॅचा रहा है तो वहीं जंगली प्राणीयों का बसेरा भी उनसे छीना जा रहा है।
इसी सब स्थिति को देखते हुए राज्य शासन के निर्देष पर बायोगैस संयंत्र से सुगम रूप से ईंधन गांव-गांव पहुॅचाने जिले में क्रेडा विभाग कार्य कर रहा है। जिले अंतर्गत क्रेडा विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में 300 नग एवं 2019-20 में 206 नग 2 घन मीटर के घरेलुबायोगैस संयंत्र की स्थापना की गई है, जिससे एक परिवार को भोजन पकाने हेतु पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ ईधन गैस प्राप्त होता है। यहीं नहीं ईंधन बनाने के बाद बचे हुए अपषिष्ट को जैविक खाद के रूप में उपयोग किया जा रहा है, जो कृषकों के लिए बेहद ही लाभकारी है, इससे फर्टीलाईजर की बचत हो रही है, और सस्ती व उपयोगी खाद प्राप्त हो रही है। योजना के प्रसार के लिए क्रेडा विभाग निरंतर कार्य कर रहा है, भविष्य में योजना से और अधिक ग्रामीणों को लाभ पहुॅचाने का लक्ष्य बनाया गया है। -
एक दिन में संयुक्त टीम ने रोके तीन बाल विवाह
सूरजपुर 18 जून : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देषन में महिला एवं बाल विकास विभाग की सक्रियता से संयुक्त टीम ने एक दिन में तीन बाल विवाह रोका। जिला कार्यक्रम अधिकारी मुक्तानंद खुटे को जानकारी लगते ही उन्होंने संयुक्त टीम को रवाना किया और ग्राम कल्याणपुर की 09 वीं अध्ययरत बालिका जिसकी बारात आने ही वाली थी। बालिका की उम्र मात्र 17 वर्ष 10 माह 27 दिन हो रहा था का बाल विवाह समझाईस देकर रुकवाय और तत्काल रास्ते से ही बारात को वापस किया।
परियोजना अधिकारी रामानुजनगर सुश्री अमृता भगत को यह जानकारी मिली थी कि ग्रामनकना और तिवरागुड़ी में एक बालक एवं बालिका के विवाह के अनुमति के लिए आवेदन तहसीलदार रामानुजनगर में लगाया गया था मगर दो को अनुमति नहीं मिली है। इसके बावजूद दोंनो विवाह कर रहे है।
संयुक्त टीम पहले नकना गई और वहां राजेश साहू जिसका उम्र 20 वर्ष 10 माह हो रहा था के यहां मण्डप गड़ा पाया जहां सभी को समझाईस दी गई की एक तो बाल विवाह प्रतिशेध अधिनियम के अन्तर्गत यह विवाह अपराध की श्रेणी में आ रहा है वहीं बिना अनुमति के विवाह करने पर भी अलग से धारायें लगेंगी। साथ ही महामारी से बचने के लिए भी बिना अनुमति विवाह नहीं करना चाहिए। समझाईस पर सभी मान गये जहां बालक का कथन, मां का कथन एवं बाल विवाह नहीं करने का पंचनामा तैयार किया गया।
संयुक्त टीम उमापुर पण्डरीपानी, तिवरागुड़ी गई जहां एक 17 वर्षिय बालिका का गुपचुप तरीके से विवाह की तैयारी चल रही थी सिधी म0प्र0 के वर पक्ष से बात करने पर ज्ञात हुआ की 19 जून को सिधी से बारात चल कर यहां 20 जून को आने वाली है, तब बालिका समेत बालिका के पिता चाचा एवं अन्य को समझाईस दी गई। बालिका के विवाह की अनुमति भी तहसीलदार रामानुजनगर के यहां से लेने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था। मगर कम उम्र होने के कारण अनुमति नहीं मिली थी। समझाईस पर सभी विवाह बाद में करने का पंचनामा, कथन टीम को दिया साथ ही म0प्र0 के लड़का पक्ष को भी समझाईस मोबाईल के माध्यम से दी गई।
बाल विवाह रोकवाने में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, परियोजना अधिकारी अमृत भगत, पर्यवेक्षक श्रीमती रेखा सिंह, एमरेसिया कुजूर, श्रीमती अंजनी साहू, कुमारी अनिता पैकरा, चाईल्ड लाईन से श्रीमती ललिता जायसवाल, सोनू साहू, गोविन्दासाहू, पुलिस विभाग से राजेश लकड़ा, दिनेश मिंज, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थे। -
सूरजपुर 18 जून : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा एवं जिला पंचायत सीईओ श्री आकाष छिकारा के मार्गदर्षन में सूरजपुर जिले में मनरेगा अभिसरण के तहत नवीन आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य - ठंस्। (ठनपसकपदह ंे समंतदपदह ंपक) तकनीक का प्रयोग करते हुए शिक्षण संस्थाओं की भौतिक संरचना का प्रयोग शिक्षा को मनोरंजक रूचिकर ढंग से प्रदान करने हेतु किया जा रहा है, जिससे जिले के प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों के शैक्षणिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान साबित हो रहा है।
आंगनबाड़ी भवन के भौतिक संरचना दिवार, छत, एंव बाहरी स्थलों में किये जा रहे कलाकृति से नन्हे बच्चों को अक्षर बोध, रंगों को पहचानना, संबंधित चित्र के माध्यम से जानवरों के नाम को जानना, प्रारंभिक स्तर पर अंकों का ज्ञान, बोलने, समझने में मदद मिल रही है।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के रामानुजनगर ग्राम पंचायत में बनी यह आंगनबाड़ी शहरी क्षेत्र में पाए जाने वाले किसी भी आधुनिक प्ले स्कूल से कम नहीं है। जिला प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे हैं ऐसे कदमों से सूदूर ग्रामीण आदिवासी अंचलों मे भी शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद मिल रही है। -
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कठराडेरा पहुंच हाथी के स्वास्थ्य की ली जानकारीअर्द्धव्यस्क हाथी के स्वास्थ्य में आ रहा सुधार, चिकित्सक जता रहे जल्द स्वस्थ्य होने की संभावना
कोरबा 17जून : कोरबा वनमंडल अंतर्गत कुदमुरा वनपरिक्षेत्र के ग्राम कठराडेरा में 14 जून से बीमार अर्द्धव्यस्क नर हाथी के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है। बैंगलुरू से आए वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ डाॅक्टरों की देखरेख में हाथी को स्पेशल ट्रीटमेंट के साथ विशेष डाईट दिया जा रहा है। हाथी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने आज कोरबा कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल भी मौके पर पहुंची। यहां उन्होने वनमंडलाधिकारी सहित चिकित्सकों से हाथी के किए जा रहे ईलाज की पूरी जानकारी ली। श्रीमती कौशल ने दवाओं के साथ-साथ हाथी के लिए भोजन आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश वन अमले सहित प्रशासनिक अधिकारियों को दिए है। उन्होने हाथी के ईलाज के लिए प्रशासन द्वारा सभी संभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान अतिरिक्त जिलादण्डाधिकारी संजय अग्रवाल, डीएफओ एन. गुरूनाथन, डिप्टी कलेक्टर देवेन्द्र प्रधान, बैंगलुरू से आए वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ डाॅ. अरूण ए. शाह एवं डाॅ. प्रयाग एच. एस. भी मौजूद रहे।
डाॅ. अरूण शाह ने बताया कि हाथी के पेट में कीड़ो का संक्रमण है जिसके कारण वह कुछ खा पी नहीं पा रहा था। हाथी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैय्या कराकर उसका उपचार किया जा रहा है। इस दौरान हाथी जल्दी रिकवर हो इसके लिए उसे दवाईयों के साथ ही विशेष आहार भी दिया जा रहा है। हाथी के मलमूत्र, खून और गले की लार भी विशेष जांच के लिए रायपुर स्थित लैब भेजी गई है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होते ही हाथी को विशेष दवाईयां देना शुरू किया जाएगा। डाॅ. अरूण शाह ने बताया कि लगातार हाथी हर दो घंटे में तापमान और सांस की गति को नापा जा रहा है। उसे बेहतर सुविधा और आराम के लिए हर 6 घंटे में करवट दिलाई जा रही है। हाथी के हड़डियों को नुकसान से बचाने के लिए विशेष दवाईयां तथा स्प्रे भी किए जा रहे है। डाॅक्टरोें ने उम्मीद जताई है कि कुछ ही दिनों में यह नर हाथी पूरी तरह ठीक हो जाएगा।
डीएफओ एन गुरूनाथन ने बताया कि यह हाथी 14 जून को अपने झूंड से बिछडकर कठराडेरा गांव में एक ग्रामीण के घर में घूस गया था और पेट के बल लेट गया था। प्रारंभिक तौर पर कोरबा में उपलब्ध विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों ने हाथी की जीवन रक्षा के जरूरी प्राथमिक उपचार किया था। बाद में कलेक्टर व उच्चाधिकारियों के निर्देशन पर हाथी को रेस्क्यु करने के लिए कोरबा तथा बिलासपुर से वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की टीम भी कठराडेरा पहुंची हुई है।
आसपास के गांवों में अलर्ट जारी - कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने गुरमा तथा आसपास के गांवो के निवासियो को हाथियों से सर्तक और सजग रहने की अपील की है। कलेक्टर ने कहा है कि अपने झूंड से बिछड़कर आए अर्द्धव्यस्क हाथी की खोज में हाथियों का झूंड गांव तक पहुंच सकता है। इसलिए सभी लोगो को हाथियों से सर्तक रहना चाहिए। अपने घरों में बहुत ज्यादा धान का भंडारण न करें। महुआ व शराब आदि न रखें, कटहल, केला आदि सब्जी तथा फलो को भी घरों से दूर रखें। श्रीमती कौशल ने वन अमले को लगातार ग्रामीण इलाकों में पेट्रोलिंग करने और पहले से ही हाथियों से बचाव के सभी इंतजाम रखने के निर्देश दिए है। उन्होने जनपद पंचायत के सीईओ को कोटवारों के माध्यम से हाथियों से बचाव संबंधी मुनादी भी गांव-गांव में कराने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने हाथी की स्थिति और किए जा रहे ईलाज को देखते हुए उसके जल्द ही स्वस्थ्य होने की भी संभावना जताई है। -
रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ ब्लॉक के बेहरमार डिवीज़न में आज सुबह एक हाथी का शव बरामद हुआ है बताया जा रहा है कि बीती रात वह छाल रेंज के बेहरामार गाँव के किनारे विचरण कर रहा था. इसकी सूचना पाते ही वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच में जुट गई है. हाथी का शव कटहल के पेड़ के नीचे मिला है जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि कटहल खाते हुए उसकी मौत हुई होगी बता दें कि प्रदेश में दो हफ्तों के अंदर 6 हाथियों की मौत हो चुकी है.
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महासमुंद 17 जून : जिले में आज 17 जून 2020 को कोरोना के कुल 04 धनात्मक प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जांच के बाद मामले के धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम सिमगांव (ग्रामपंचायत दरगांव)में 01 व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। कोरोना पॉजिटिव इस महिला की उम्र 24वर्ष है और यह महिला प्रयागराज(उत्तर प्रदेश) से आई है वहीं पिथौरा विकासखंड के ग्राम जबलपुर में 01 व्यक्ति ( पुरूष)कोरोना संक्रमित पाया गया है। कोरोना संक्रमित इस व्यक्ति की उम्र 45 वर्ष हैऔर यह बस्ती (उत्तर प्रदेश)से आया है। महासमुंद विकासखंड के ग्राम मचेवा में एक गर्भवती महिला कोरोना संक्रमित हैं।यह महिला सुल्तानपुर (उत्तरप्रदेश)से आई है। कोरोना संक्रमित इस महिला की उम्र 28 वर्ष हैं। इसी तरह सरायपाली विकासखंड के ग्राम माल्दामाल में 01 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह व्यक्ति बेमेतरा से छत्तीसगढ़ आया है।इस संक्रमित व्यक्ति की उम्र 62 वर्ष हैं। संक्रमित क्वारेन्टीन सेंटर में हैं। -
पिछले तीन दिनों में पिथौरा, बसना और बागबाहरा में लगी बीस कक्षाओं में कोरोना के संदिग्ध मरीजों ने नशा एवं तनाव मुक्त रहने के लिए मौके पर अभ्यास कर सीखी बारीकियाँ
महासमुंद 17 जून : कोरोना वायरस के संक्रामक और कठिन दौर में बीत रही समयावधि में भी जिले के कोरोना संदिग्ध मरीजों में सब्र का बांध टूटने न पाए, इसके लिए राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम दोनों एक-जुट होकर तंबाकू नशा का त्याग कराने के साथ-साथ तनाव मुक्त रहने व रखने के लिए योगा एवं प्राणायाम इत्यादि की विधियां बतला कर दोहरा अभ्यास करने की पहल कर रहे हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसपी वारे के मार्गदर्शन में जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल द्वारा विगत तीन दिवसों में विकासखण्ड पिथौरा, बसना और सरायपाली के 20 क्वारंटीन केंद्रों में प्रेरणादायी जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित की गईं।
यादगार पल वो रहा जब योग प्रशिक्षक श्री देव कुमार डडसेना ने क्वारंटीन की अवधि काट रहे कोरोना के संदिग्ध मरीजों को भ्रामरी और अनुलोम-विलोम प्राणायाम के गुण सिखाए और जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल के सामाजिक कार्यकर्ता असीम श्रीवास्तव ने उसे मोबाइल फोन के कैमरे में कैद कर लिया। नजीदीकी चिकित्सकीय अमला भी दैनिक निगरानी और पूछ-परख करते हुए हौसला अफजाई कर रहा है। इस दौरान 10 की संख्या में ऐसे क्वारंटीन केंद्र मिले, जहां लगभग 12 से अधिक लोगों ने तंबाकू व अन्य नशे के आदी होने की बात स्वीकार की। ऐसे में जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल द्वारा उनके विड्रोल सिमट्म्स दूर करने के लिए पंचायत विभाग की मदद से हरी-सब्जियां सहित नींबू और मिर्च इत्यादि की तत्काल व्यवस्था कर तलब लगने पर इनके सेवन से मिलने वाली मदद के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस दौरान लगभग चार सौ से अधिक कोरोना संदिग्ध मरीजों ने संक्रमण सुरक्षा एवं तंबाकू नशा उन्मूलन के गुण सीखे। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं पंचायत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। -
महासमुंद 17 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज जिले के पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी पहुंचे। इस दौरान एक आदिवासी महिला श्रीमती लगनी बाई बरिहा अपने घर की परछी में बैठी हुई थी। इस पर कलेक्टर श्री गोयल ने आगे बढ़ते हुए उनसे मुुलाकात कर उनका हालचाल पूछा और उनसे शासन द्वारा मिलने वाली जन कल्याणकारी योजना के बारें में जानकारी ली। श्री गोयल ने उनसे मुलाकात के दौरान उससे पूछा कि आपको सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत् प्रत्येक माह खाद्यान्न सामग्री मिलता है कि नहीं। इस पर श्रीमती बरिहा ने बताया कि उन्हें प्रत्येक माह खाद्यान्न सामग्री मिलता है। इसके अलावा कलेक्टर ने उनसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् मकान मिलने एवं कितने एकड़ खेती की जमीन होने की बात कहीं, तो उसके बेटे श्री राधेश्याम बरिहा ने बताया कि उनके यहां 10 एकड़ कृषि जमीन हैं उन्हें पात्रता नहीं होने के कारण प्रधानमंत्री आवासा योजना का लाभ नहीं मिला हैं। - ग्रामीणों एवं किसानों से भी की चर्चामहासमुंद 17 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज जिले के पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत गोड़बाहल के आश्रित गांव राजाडेरा एवं खुटेरी में चल रहें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत् कराए जा रहे कार्यों का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सर्वप्रथम राजाडेरा में 09 लाख 94 हजार रूपए की लागत से निर्माणाधीन निस्तारी तालाब गहरीकरण के कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मैदानी अधिकारियों से मजदूरों का नियमित रूप से मस्टर रोल ठीक से भरने, मेजरमेंट के अनुसार कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक करने, आॅनलाईन एण्ट्री करने, मौके पर उपस्थित पी.ओ. को रजिस्टर संधारित करनेे, तकनीकी सहायकों को माप-पंजी (मेट-पंजी) का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।अधिकारियों ने बताया कि बारिश एवं खेती-बाड़ी के समय आने की वजह से श्रमिक पूर्व की अपेक्षा काम पर कम संख्या में आ रहें हैं। बताया गया कि इस तालाब के निर्माण हो जाने से यहां के जलस्त्रोत में बढ़ोत्तरी होगी। इस तालाब में बारिश के पानी के आवक समीप के जंगल से पर्याप्त मात्रा से पानी आएगी। इसके बन जाने से ग्रामीणों को निस्तारी एवं कृषि कार्यों में सिंचाई सुविधा किसानों को उपलब्ध होगी। इसके उपरांत उन्होंने ग्राम पंचायत गोडबहाल में 12 लाख रूपए की लागत से बन रहें निर्माणाधीन राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन का भी निरीक्षण किया और यहां भवन की खिड़कियों पर एल्यूमिनियम की जाली लगाने को कहा। उन्होंने भवन के गुणवत्ता पूर्वक कार्यों को देखकर सराहना की और शीघ्र ही इसे पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन कार्यों के लिए नागरिक सूचना पटल (बोर्ड निर्माण) शीघ्र प्रदर्शित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री गोयल ने ग्राम पंचायत खुटेरी पहुंचकर वहां बनाए गए नरवा डी.पी.आर. के अंतर्गत 91 हजार की लागत से बनाए गए गेबियन स्ट्रक्चर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से इसके बनने के फायदे के बारें में जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि इसके बनने से आसपास के किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी और बारिश के समय अनावश्यक पानी के बहाव को बहने से रोका जाएगा, जिससे पानी की स्त्रोत बढ़ेगी और उसका सदुपयोग किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने श्रीमती बिरझाबाई द्वारा अपने खेत में 02 लाख 67 हजार रूपए की लागत से कराए जा रहें निजी डबरी निर्माण का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ने उनके द्वारा कराए जा रहे निजी डबरी निर्माण कार्य की सराहना की।उन्होंने डबरी के मेढ़ पर वृक्षारोपण करने एवं डबरी के माध्यम से सिंचाई तथा मछली पालन भी करने को कहा जिससे कि उनके आय में वृद्धि हो सके। इसके अलावा उन्होंने शासकीय भूमि में 18 लाख 94 हजार की लागत से मनरेगा से स्वीकृत उद्यानिकी नर्सरी का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने और अधिक फलदार पौधरोपण करने तथा शासकीय नर्सरी में जो सुविधाएं उपलब्ध होती है, उसी तरह बढ़ाने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि अगले वर्ष से यहां सीडलिंग सैम्पलिंग किया जाएगा। इसके अलावा नर्सरी में पौधों को सिंचाई करने के लिए नलकूप खनन करने को भी कहा गया।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान निजी खेतों में पेड़ो (ईमारती लकड़ी) की अवैध रूप से कटाईं को देखकर नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी से जानकारी लेते हुए कहा कि इन पेड़ो की कटाई के लिए क्या उनके द्वारा तहसील कार्यालय से अनुमति ली गई है। इस पर अनुविभागीय अधिकारी ने बताया कि पेड़ों की कटाई के संबंध में किसी ने भी अनुमति नहीं ली गई हैं। कलेक्टर ने अनावश्यक रूप से पेड़ काटने वालों के विरूद्ध सर्वे कर केस दर्ज कर एफ.आई.आर. करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा उन्होंने किसानों से चर्चा कर खरीफ सीजन की तैयारी के लिए सहकारी समिति के माध्यम से खाद, बीज के उठाव के बारें में जानकारी के साथ उनकी समस्याओं के बारें में भी जानकारी ली। किसानों ने बताया कि उन्हंे खाद, बीज के उठाव में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आ रही हैं। समिति के माध्यम से उन्हें समय पर खाद, बीज मिल रहा हैं। कई किसानों ने बताया कि वे अपने कृषि कार्य के लिए खाद, बीज का उठाव कर लिए हैं। कुछ किसानों ने बताया कि वे शीघ्र ही खाद, बीज का उठाव करेंगे। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री बी.एस. मरकाम, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप कुमार प्रधान, ए.पी.ओ. श्री प्रथम अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी एवं मैदानी अमले स्थानीय सरपंच सहित ग्रामीण उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि महासमुन्द जिले में मांग के आधार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना मनरेगा से शत्-प्रतिशत रोजगार दिया जा रहा है, जिससे मनरेगा ग्रामीणों के लिए जीवन दायिनी (लाईफ-लाइन) साबित हो हुई है। शासन के निर्देशानुसार जिले के सभी गांव में मनरेगा के द्वारा हितग्राहीमूलक काम प्रारम्भ कराए जा रहे है तथा जॉबकार्ड धारियों को प्राथमिकता अनुरूप गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा बाहर से आए प्रवासी मजदूर और वे जो किसी करणवश महात्मा गांधी नरेगा में काम नहीं कर पा रहे थे, उन्हें भी शासन के इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ लाभ दिलाया गया हैं। जिले में चल रहे सभी कार्यो में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए चरणबद्ध तरीके से कार्य कराए जा रहे है। जिला कार्यालय से भी अधीनस्थ अधिकारी प्रतिदिन पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक से सम्पर्क कर महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों का लगातार निगरानी कर रहे है। -
कोरिया 17 जून : राज्य षासन के निर्देषानुसार जिले के सभी ग्राम पंचायतों में 19 जून को विषेश ग्राम सभा का आयोजन किया जायेगा। जिले में रोका-छेका की प्रबंधन (खुले में पशु चराई रोकने हेतु) को त्यौहार के रूप में मनाए जाने आयोजित विषेश ग्राम सभाओं में खरीफ फसल के षुरूआत हेतु प्रत्येक गौठान-ग्राम में रोक-छेका प्रबंधन के संबंध में स्थानीय किसानों के सुझाव, उचित समय में बीज बोआई, अंकुरित फसल बचाव आदि पर चर्चा की जायेगी।
इसी तरह विषेश ग्राम सभा में ग्राम गौठान समितियों के साथ पालतू मवेषियों से फसल बचाव करने एवं जैविक खाद निर्माण व उपलब्धता, चारागाह युक्त गौठानों से ग्रामीणों को घरों एवं खेतों में चारा लगाने हेतु 1 रूपये प्रति गांठ के दर से नेपियर स्ल्पि विक्रय करने, स्थानीय पशुपालकों द्वारा अपने पशुओं को खुले में चरने हेतु न छोडने संबंधित सामूहिक षपथ ग्रहण करने, नरवा, गरूआ, घुरूआ, बारी से संबंधित स्थानीय नदी नालों का संरक्षण व सदुपयोग एवं बारी योजना अंतर्गत विभिन्न विभागों से मिलने वाले खाद एवं बीज की उपलब्धता एवं वितरण,गौठानों एवं गांव में निर्मित जैविक खाद के उपयोग हेतु जागरूकता फैलाने, स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा की जा सकने वाली व्यावसायिक गतिविधियों, वैष्विक महामारी कोविड-19 के संबंध में लोगों को जागरूक करते हुए मास्क पहनने, साबुन से हाथ धोने, सैनेटाईजर का उपयोग करने एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु लोगों को प्रेरित करने तथा पंचायत के जर्जर भवनों की सूची बनाकर अनुपयोगी घोशित कर तोडने के प्रस्ताव पारित कर मुख्य कार्यपालन अधिकारी के माध्यम से अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को प्रेशित करने के संबंध में चर्चा की जायेगी।
विषेश ग्राम सभा में गौठान में उत्पादित कम्पोस्ट खाद का वितरण, गौठान से संबध्द स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री का प्रदर्षन, गौठान में पशु चिकित्सा तथा पशु स्वास्थ्य षिविर का आयोजन, गौठान ग्राम में पशुपालन, मछलीपालन हेतु किसान के्रडिट कार्ड बनाने षिविर का आयोजन, कृशि, पशुपालन, मछलीपालन की विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को लाभ प्रदाय, गौठानों में पैरा एवं नेपियर घास के संग्रहण, भंडारण एवं चारागाह विकास पर चर्चा, उपस्थित किसानों एवं ग्रामवासियों से सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु सामुहिक षपथ का आयोजन जैसे विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियों का संचालन किया जायेगा।
कलेक्टर श्री एस एन राठौर ने ग्राम सभा की सफलता हेतु क्षेत्र के सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष एवं सदस्य, जनपद पंचायत के अध्यक्ष एवं सदस्यों को आमंत्रित करने, सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को ग्राम सभाओं में अनिवार्यतः षामिल होने हेतु निर्देषित करने, प्रत्येक ग्राम पंचायत हेतु एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने एवं उसे ग्राम सभा के पश्चात कार्यवाही विवरण जारी होने तक की संपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने, ग्राम सभाओं में ग्रामीण स्तर के सभी विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य, युवा मंडल के सदस्य, वन सुरक्षा समिति के सदस्यों को षामिल करने तथा सभी ग्रामीणों एवं कर्मचारियों द्वारा अनिवार्य रूप से मास्क लगाने और कार्यक्रम स्थल पर हाथ धोने हेतु साबुन व सैनेटाइजर की व्यवस्था करने एवं सोषल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करने के लिए कहा है। उन्होंने इस संबंध में सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र जारी कर आवष्यक निर्देष दिये हैं। -
बेमेतरा 17 जून : कलेक्टर बेमेतरा श्री शिव अनंत तायल ने आज पडोसी कबीरघाम जिले के सहसपुर लोहारा वि.ख.के ग्राम खैरा का दौरा कर टिड्डी दल नियंत्रण के उपाय के सम्बन्ध मे विचार विमर्श कर अधिकारीयों को आवश्यकता निर्देश दिए द्य कबीरधाम जिले के डोंगरिया मे भी मे टिड्डी दल पाया गया । नियत्रण हेतू कबीरधाम ,बेमेतरा तथा राजनांदगांव की सयुक्त टीम द्वारा नियत्रण की कार्यवाही की गयी । इस हेतू 6 फायर ब्रीग्रेड मशीन ,5 टेक्टर मांउटेन्ड पावर स्प्रेयर मशीन तथा 1 पावर स्प्रेयर तथा 180 लीटर कीटनाशक दवा का उपयोग किया गया । यह दल पांच वर्ग कि.मी. क्षेत्र मे फेला हुआ था। नियंत्रण की कार्यवाही प्रातः 8 बजे से 1.30बजे तक सम्पन्न हुयी , तथा 15 से 20 प्रतिशत कीट नियंत्रण किया गया । शाम चार बजे यह दल कोयलारझोरी एवं धानीखुटा के बीच देखा गया जो खारा से 7 से 8 कि.मी. दूर है। - जशपुरनगर 17 : अनुविभागीय अधिकारी कुनकुरी श्री रवि राही के निर्देशन में गुमला से आ रहे श्रमिक रामाराम की आर्थिक सहायता प्रदान करते हुए उसे राहत शिविर कुनकुरी में ठहराया गया है। रामाराम जशपुर से जुड़े झारखंड के टाटानगर से बस्तर जाने के लिए निकले थे इस दौरान गुमला में अज्ञात लोगों ने उनके पास रखे दस हजार रूपए एवं मोबाईल फोन छीन लिया गया। इस स्थिति को देखते हुए प्री मैट्रिक हाॅस्टल कुनकुरी के शिक्षको द्वारा रामाराम की मदद करने के उद्देश्य से उन्हें 1300 रूपए नगद राशि प्रदान की गई साथ ही उसे बस्तर भिजवाने का प्रबंध भी किया जा रहा है।
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दुर्ग 17 जून : जिले के में नया कोरोना पाॅजिटिव केस पाये जाने के कारण कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने रिसाली(इस्पात नगर), वार्ड क्रं. 60, शारदा स्कूल के पास, रिसाली बस्ती वार्ड क्रं. 60, वार्ड कं्र. 59, रिसाली सेक्टर दक्षिण, सेक्टर-6 (एवेन्यू डी), वार्ड क्रं. 56, एवं जुनवानी(माॅडल टाउन) वार्ड कं्र. 2 नगर निगम भिलाई को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है।
उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित करने के परिणामस्वरूप कन्टेनमेंट जोन में चिन्हांकित क्षेत्र में सभी प्रकार के दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेगी। इसके अलावा सभी प्रकार की वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। उक्त क्षेत्र की निगरानी पुलिस विभाग के द्वारा पेट्रोलिंग कर की जावेगी। जिला चिकित्सालय व स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी के साथ ही निर्देशानुसार सेम्पल की जांच की जायेगी। -
दुर्ग 17 जून : नगरीय क्षेत्रों को आवारा पशु मुक्त, साफ-सुथरा एवं स्वच्छ रखने के साथ-साथ दुर्घटनामुक्त रखने हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर 19 जून से 30 जून 2020 तक समस्त नगरीय निकायों में रोकाछेका संकल्प अभियान चलाया जाएगा। साथ ही 19 जून को पशु पालकों से इस हेतु संकल्प पत्र भराया जावेगा। इसके लिए नगरीय निकायेां में मुनादी के द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जावेगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए आवश्यक मापदण्ड निर्धारित किये गए है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य के ग्रामीण परिवेश में फसलों को खुले में घूमने वाले पशुओं से सुरक्षित रखने हेतु रोका-छेका की परंपरा प्रचलित है। शहरों के आसपास स्थित फसलों, बाड़ियों, उद्यानों आदि की सुरक्षा हेतु इस प्रकार की व्यवस्था की आवश्यकता है।
नगरीय निकाय में निर्मित गौठान/गौठानों की क्षमता का आंकलन किया जाएगा। उसमें आवश्यक संधारण कार्य कराकर चारे की समुचित व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित की जावेगी। निकाय के आयुक्त/मुख्य नगरपालिका अधिकारी यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी मवेशी निकाय के सड़कों/सार्वजनिक स्थलों पर आवारा घूमते हुए नहीं पाया जाना चाहिए। आवारा घूमते हुए पशुओं को नियमानुसार शुल्क/जुर्माना की भुगतान करने के उपरांत ही मुक्त कर संबंधित पशु पालक को सौंपा जावेगा।
दिनांक 30 जून के उपरांत यदि कोई मवेशी निकाय क्षेत्र में अनियंत्रित खुले में धूमता हुआ पाया जाता हैं तो इसके लिए संबधित आयुक्त/मुख्य नगर पालिका अधिकारी को जिम्मेदार माना जाएगा।. निकाय द्वारा प्रत्येक वार्ड में वार्ड प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी। जिनके द्वारा दिनांक 18 जून तक वार्ड का सर्वेक्षण कर, वार्ड में निवासरत पशु पालको के नाम एवं पालतू पशुओं की जानकारी एकत्रित की जाएगी। दिनांक 19 जून को वार्ड के सर्वेक्षित पशु पालको से निर्धारित संकल्प पत्र में हस्ताक्षर लेकर एकत्र किया जाएगा। पशुओं से सबंधित रिकार्ड तथा हस्ताक्षरित संकल्प पत्र, वार्ड कार्यालय एवं नगरीय निकाय कार्यालय के रिकार्ड में रखे जाएगें।
नागरिको को पशु पालन हेतु समुचित व्यवस्था रखने हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा। नगरीय निकायों में स्थित कांजी हाउस/गौठान की जानकारी से समस्त नागरिकांे को अवगत कराया जाएगा, साथ ही धूमते पाये जाने वाले आवारा पशुओं हेतु निकाय द्वारा निर्धारित दण्ड के बारे में भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। पशु पालन से उत्सार्जित पदार्थांे से उपयोगी सामग्री यथा-खाद इत्यादि बनाये जाने हेतु पशु पालकांे को प्रोत्साहित किया जाएगा। पशु पालन स्थल पर खाद निर्माण हेतु स्थल कमी की स्थिति में निकायों में स्थित कम्पोस्ट शेड की जानकारी से अवगत कराया जाएगा। -
- पाटन में ब्लाक लेवल समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने आजीविकामूलक गतिविधियों को बढ़ाने दिए निर्देश- पाटन ब्लाक में चल रही महत्वपूर्ण कार्यों की समीक्षा की, तय समय पर काम पूरा करने दिए निर्देश
दुर्ग 17 जून : गौठानों को आजीविकामूलक गतिविधियों का केंद्र भी बनाया जाएगा। कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज पाटन ब्लाक में हुई अधिकारियों की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अधिकतम अवसर पैदा करने हैं। इसके लिए आजीविकामूलक गतिवधियों को बढ़ावा देना प्रमुख लक्ष्य होगा। नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना मूल रूप से कृषि की तरक्की एवं पशुधन संवर्धन के लिए तैयार की गई है। कृषि और गोपालन के अतिरिक्त मुर्गीपालन, मत्स्यपालन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि गौठानों में डबरियों में मछलीपालन को प्रोत्साहित करें। मत्स्यपालन में बड़ी संभावनाएं हैं। जिले में भी इसकी बड़ी माँग है अगर स्थानीय स्तर पर ज्यादा से ज्यादा उत्पादन किया जाए तो बाजार की किसी तरह की कमी नहीं है। उन्होंने मत्स्य अधिकारी को इस संबंध में योजना बनाकर कार्य करने निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गौठानों में मुर्गीपालन जैसे कार्यों को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। उद्देश्य यह है कि आसानी से उपलब्ध बाजार को सबसे पहले पूरी तरह दोहन किया जाए जहां अच्छी आय की संभावना हो। दूसरी ओर गौठान में अन्य आजीविकामूलक गतिविधि भी बढ़ाई जाए जैसे स्वसहायता समूह साबुन और फिनाइल आदि का उत्पादन कर रहे हैं। इनके विपणन की व्यावसायिक संभावनाएं काफी हैं। प्रशासन की ओर से सभी विभागों को निर्देश भी दिए गए हैं कि स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं का क्रय किया जाए। इन संभावनाओं का लाभ उठाना चाहिए और अलग-अलग गौठानों में स्थानीय जरूरतों की चीजें बनाई जानी चाहिए। आपस में समन्वय भी होना चाहिए ताकि किसी एक ही तरह के उत्पाद का निर्माण ज्यादा से ज्यादा न हो ताकि बाजार का लाभ सबको अच्छी तरह मिल पाए। उन्होंने कहा कि उत्पाद की गुणवत्ता भी बेहद महत्वपूर्ण है। लगातार ट्रेनिंग हो, इसकी गुणवत्ता का ध्यान रखें। बाजार की जरूरतों के मुताबिक उत्पाद तैयार करें। बाजार तलाशने में किसी तरह की दिक्कत आये तो मदद करें। बैंक लिंकेज में किसी तरह की परेशानी आ रही है तो इस ओर आगे बढ़े। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों के काम को आगे बढ़ाना सबसे महत्वपूर्ण है। गौठान समिति सक्रिय और प्रभावी रूप से कार्य करें, नवाचारों को प्रेरित करें और यह देखे कि गौठान में निरंतर सुव्यवस्था बनी रहे। खाद का उत्पादन होता रहे। लगातार माॅनिटरिंग से चीजें बेहतर होती रहती हैं।
उन्होंने गौठानों में इम्यूनाइजेशन और वेक्सीनेशन के कामों को प्रमुखता से करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा गौठान एवं चारागाह में सोलर पंप और नलकूप खनन का काम तय अवधि में पूरा हो जाए। उन्होंने खरीफ फसल के लिए खाद-बीज की उपलब्धता की जानकारी ली। बच्चों के सुपोषण के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रम की समीक्षा की और विभिन्न केंद्रों में कुपोषण की स्थिति की जानकारी ली। कलेक्टर ने सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक सभी महत्वपूर्ण विभाग के अधिकारियों को एक-एक घंटे में अपनी विभागीय योजनाओं के पाटन ब्लाक में क्रियान्वयन के बारे में पूछा। अगले तीन दिनों में धमधा और दुर्ग ब्लाक में ऐसी समीक्षा की जाएगी। -
- खरीफ सीजन के दौरान खुले में चराई से मुक्त गांवों के लिए रोकाछेका की परंपरा का होगा आयोजन, गांवों में तैयारियां शुरू- गौठानों में उत्साह से जुटकर कार्य कर रहे ग्रामीण और गौठान समिति के सदस्य- 18 जून को आश्रित गांव में और 19 जून को ग्राम पंचायत में होगी ग्राम सभा, खरीफ के दौरान अपने मवेशियों को खुले में नहीं छोड़ने की शपथ लेंगे
दुर्ग 17 जून : खरीफ की फसल को मवेशियों से बचाने खुले में चराई से मुक्त गांव के लिए रोकाछेका की तैयारी गांवों में बड़े पैमाने पर की जा रही है। रोकाछेका छत्तीसगढ़ की परंपरा है इसमें खरीफ फसल से पूर्व ग्रामीणों को शपथ दिलाई जाती है कि खरीफ फसल के दौरान अपने मवेशियों को गौठान में ही रखें। अब चूंकि गांवों में नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के माध्यम से सामूहिक गौठान बने हैं तो रोकाछेका की रस्म और भी प्रासंगिक हो जाती है। दुर्ग जिले में 18 जून को आश्रित गांवों में और 19 जून को ग्राम पंचायतों में इस अवसर पर ग्रामीणों को शपथ दिलाई जाएगी। इस अवसर पर विशेष ग्रामसभा का आयोजन भी किया जाएगा। गौठानों में इसके लिए विशेष तैयारियां चल रही हैं। रोकाछेका की उपयोगिता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि अब सामूहिक गौठान के रूप में विकल्प ग्रामीणों के पास उपलब्ध हैं जहां मवेशियों के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा है। जिले में गौठान न केवल पशुधन संवर्धन के केंद्र के रूप में उभरे हैं अपितु आजीविकामूलक गतिविधियों के सृजन के लिए भी माध्यम बने हैं। हर गौठान में नवाचार के अलग से प्रयोग हो रहे हैं जो उस क्षेत्र के लिए उपयोगी साबित हुए हैं।
सामूहिक फलोद्यान के लिए ट्री फेंसिंग तैयार करने से लेकर मनरेगा काम के दौरान लोगों को सैनिटाइज करने के लिए साबुन तैयार करने तक का काम स्वसहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं। रोकाछेका के आयोजन के दौरान स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री का वितरण किया जाएगा। गौठानों में पशुचिकित्सा तथा पशुस्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा। पशुपालन एवं मछलीपालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड बनाने शिविर का आयोजन किया जाएगा। कृषि, पशुपालन, मछलीपालन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। गौठानों में पैरा संग्रहण एवं भंडारण हेतु मुहिम भी छेड़ी जाएगी। अपने गांव में तैयारियों के संबंध में मचांदूर के सरपंच श्री दिलीप साहू ने बताया कि रोकाछेका को लेकर हम लोग काफी उत्साहित हैं। खरीफ फसल की सुरक्षा के लिए बरसों से मनाई जा रही इस परंपरा को सरकार भी बढ़ा रही है। यह देखकर अच्छा लग रहा है। जनपद सदस्य श्रीमती लेखन साहू ने बताया कि गौठान का उद्देश्य पशुधन संवर्धन और फसल की रक्षा दोनों है। रोकाछेका के माध्यम से खरीफ फसल को मवेशियों से बचाने की परंपरा रही है। हम लोग इसके लिए सभी को तैयार कर रहे हैं और सब 19 जून के दिन शपथ लेंगे। -
कोरिया 17 जून : कलेक्टर श्री एस एन राठौर द्वारा प्राकृतिक आपदा की स्थिति एवं कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए लाकडाउन की अवधि में बेघरबार व्यक्तियों एवं प्रवासी मजदूरों को राहत षिविरों में सुविधा उपलब्ध कराने हेतु राज्य षासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव द्वारा कोरिया जिले के लिए स्वीकृत 18 लाख 70 हजार रूपये में से 17 लाख 70 हजार रूपये की राषि तहसीलवार पुर्नआबंटित कर दी गई है। जिसमें बैकुण्ठपुर तहसील के लिए 5 लाख, खडगवां तहसील के लिए 1 लाख, चिरमिरी तहसील के लिए 5 लाख, सोनहत तहसील के लिए 70 हजार, मनेन्द्रगढ तहसील के लिए 5 लाख एवं भरतपुर तहसील के लिए 1 लाख रूपये षामिल है। -
बेमेतरा 17 जून : प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के राशनकार्डधारी गरीब परिवारों को जून माह में एक किलो निःशुल्क अरहर दाल देने का निर्णय लिया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के सामान ही छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के तहत बनाए गए राशनकार्डो में भी जून माह में एक किलो निःशुल्क अरहर दाल के वितरण के लिए आबंटन जारी कर दिया गया है।
खाद्य विभाग के आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह द्वारा उचित मूल्य की दुकानों से अरहर दाल वितरण के संबंध में आदेश जारी किया गया है। आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के तहत अनुसूचित विकासखण्डों एवं माडा क्षेत्र में प्रदाय किए जा रहे एक किलोग्राम चना 5 रूपए प्रतिकिलो की दर पर एवं एक किलो अरहर दाल निःशुल्क वितरण किया जाएगा। जून में अरहर दाल वितरण के लिए टेबलेट में आवश्यक प्रावधान किया गया है। खाद्य सचिव ने राज्य के सभी कलेक्टरों को राशनकार्डधारी गरीब परिवारों को निःशुल्क अरहर दाल उचित मूल्य की दुकानों से माह जून का वितरण कराने को कहा है। -
बेमेतरा 17 जून : विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी के निर्देश व मार्गदर्शन में बाल श्रम के रोकथाम व जागरूकता हेतु एक विशेष अभियान संयुक्त दल द्वारा बेमेतरा में चलाया गया। जिसमें श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला बाल संरक्षण इकाई, पुलिस विभाग, चाईल्ड लाईन सम्मिलत रहें।
इस संयुक्त टीम द्वारा बेमेतरा के विभिन्न स्थलों बस स्टैण्ड, शीतला मंदिर क्षेत्र, बाजार चैक, पुराना बस स्टैण्ड, नया बस स्टैण्ड, कचहरी चैक इत्यादि स्थानों में संचालित हाॅटल, शो रूम, गैरेज दुकानों तथा प्रतिष्टानों में बाल श्रम अंतराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध पर आकस्मिक निरीक्षण किया जाकर कोई भी बालक बाल श्रम में प्रयुक्त तो नहीं हैं, इसकी जानकारी ली गई साथ ही श्रम विभाग द्वारा उन्हे अपने प्रतिष्ठानों में बाल श्रमिक कार्यरत नहीं है संबंधी पोस्टर/पाम्पलेट चस्पा करने हेतु निर्देषित किया गया। इस अभियान में टीम की सक्रिय भागीदारी रही। - बेमेतरा 17 जून : जिले में खरीफ फसल बुआई को ध्यान में रखते हुए और फसलों को मवेशियों से बचाने के लिए रोका-छेका (मवेशियों की खुले में चराई पर रोक) के संबंध में कलेक्टर शिव अनंत तायल ने जिले के सभी चारों जनपद पंचायतों बेमेतरा, बेरला, नवागढ़ एवं साजा के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत की सीमा के भीतर स्थित प्रत्येक ग्राम के गौठान में 19 जून 2020 को विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियोें का संचालन किया जाना है, जो निम्नानुसार है- गौठान में उत्पादित कम्पोस्ट खाद का वितरण। गौठानों से सम्बद्ध स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री का प्रदर्शन। गौठानों में पशु चिकित्सा तथा पशु स्वास्थ्य शिविर का आयोजन। गौठान ग्राम में पशुपालन, मछलीपालन हेतु किसान के्रडिट कार्ड बनाने शिविर आयोजन। कृषि, पशुपालन, मछलीपालन की विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को लाभ प्रदाय। गौठानों में पैरा संग्रहण एवं भण्डारण हेतु मुहिम। धान की फसल को चराई से बचाने के लिए मवेशियों का रोका-छेका करने हेतु ग्रामवासियों द्वारा शपथ भी लिया जाए। आगामी वर्षा ऋतु में वृक्षारोपण किए जाने हेतु संकल्प पारित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान मास्क का उपयोग और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाए।
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बेमेतरा 17 जून : छ.ग.राजपत्र (असाधारण) प्राधिकार से प्रकाशित अधिूसचना दिनांक 04 जून 2020 में छ.ग.मोटरयान कराधान अधिनियम 1991(क्रं. 25 सन् 1991) की धारा 21 के तहत राज्य सरकार समस्त यात्री वाहनों, मालवाहनों, स्कूल बसों, सिटी बसों एवं प्राईवेट सेवायान बसों को उक्त अधिनियम की धारा-3 के अंतर्गत अंतर्राज्यीय/अखिल भारतीय पर्यटक परमिट तथा समस्त मंजिली यात्री वाहनों के लिए माह अप्रेल एवं मई 2020 की अवधि के लिए मासिक कर एवं समस्त मालवाहनों, स्कूल बसों, सिटी बसों एवं प्राईवेट सेवायान बसों के लिए एक तिमाही (अप्रेल-मई-जून-2020) हेतु देय त्रैमासिक कर की कुल राशि में से 1/3 भाग के भुगतान में पूर्णतः छूट प्रदान की गई है तथा छ.ग.मोटरयान कराधान अधिनियम 1991(क्रं. 25 सन् 1991) की धारा 24 सहपठित धारा 21 के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा छ.ग. मोटरयान कराधान नियम 1991 के नियम 7 के उप-नियम (1) के खण्ड (क),(ख) एवं (ग) में यात्री वाहन एवं मालवाहनों के माह मई एवं जून-2020 के लिए देयक कर भुगतान हेतु छूट अवधि को 30 जून-2020 तक की अवधि के लिए अस्थाई रूप से वृद्धिकृत किया गया है। -
बलरामपुर 17 जून : अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर ने जानकारी दी है कि 19 जून को राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी। शासन द्वारा उक्त तिथि को विशेष ग्राम सभा आयोजित करने के निर्देश प्राप्त हुये हैं। इस कारण अब राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक आगामी 23 जून 2020 दिन मंगलवार को दोपहर 2.00 बजे संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई है। -
बलरामपुर 17 जून : भू-अभिलेख कार्यालय बलरामपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 01 जून 2020 से अब तक 415.2 मि.ली. वर्षा हुई है। 17 जून 2020 को बलरामपुर तहसील में 14.6 मि.मी., कुसमी में 2 मि.मी., रामानुजगंज में 27 मि.मी., राजपुर में 7.6 मि.मी. एवं वाड्रफनगर में 14 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। इस प्रकार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में प्रतिवेदित दिनांक को कुल 65.2 मि.मी. वर्षा हुई है।बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 01 जून से अब तक बलरामपुर तहसील में 85.4 मि.मी., कुसमी तहसील में 93 मि.मी., शंकरगढ़ तहसीली में 25.1 मि.मी., रामानुजगंज तहसील में 86.़6 मि.मी., राजपुर में तहसील में 36.1 मि.मी. एवं वाड्रफनगर तहसील में 89 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।