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मास्क पहनकर सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए रिमझिम बारिश में हुआ कार्यक्रम
कोरबा : खेतों में लगी खरीफ की फसलों को पशुओं की चराई से बचाने के लिए पूरे छत्तीसगढ़ में आज से रोका-छेका अभियान शुरू हो गया है। कोरबा जिले में सभी ग्राम पंचायतों और गौठान गांवों में ग्रामीणों ने जन प्रतिनिधियों के साथ बैठकर अपने गांव की परिस्थितियों के हिसाब से पशुओं को रोकने और छेकने के लिए योजना बनाई और उन्हें खुले में नहीं छोड़ने की शपथ ली। कोरबा जिले के चिर्रा ग्राम पंचायत के गौठान परिसर में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। पूर्व गृह मंत्री एवं वर्तमान रामपुर विधायक श्री ननकीराम कवर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार की मौजूदगी में बारिश की रिमझिम फुहारों के बीच सभी ग्रामवासियों ने अपने-अपने मवेशियों को खुले में नहीं छोड़ने की शपथ ली। कार्यक्रम स्थल पर ही सरपंच, सचिव, गौठान समिति के सदस्यों और ग्रामवासियों ने मवेशियों को खुला छोड़ने पर पचास रूपये प्रति मवेशी जुर्माना वसूलने का भी निर्णय लिया।
कार्यक्रम स्थल पर गौठान समिति और स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट, सब्जी और फलों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। रेशम विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग द्वारा विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत किसानों को सामग्री भी उपलब्ध कराई गई। इस अवसर पर चिर्रा गौठान में वर्मी कम्पोस्ट बनाकर उद्यानिकी विभाग को बेचने पर स्व सहायता समूह की महिलाओं को 20 हजार एक सौ रूपये की राशि का चेक भी दिया गया। दो किसानों को मछली जाल, पांच किसानों को स्पे्रयर पंप और पांच हितग्राहियों को रेशम विभाग द्वारा कोसा धागा की रेलिंग मशीनें भी दी गई। जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती शिवकला कंवर, विधायक श्री ननकीराम कंवर, कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और सीईओ जिला पंचायत श्री कुंदन कुमार ने गौठान परिसर में आम के पौधों का रोपण भी किया।
गौठान और रोका-छेका के लिए पूर्व गृह मंत्री ने की मुख्यमंत्री श्री बघेल की प्रशंसा, दिया धन्यवाद- रोका-छेका अभियान के शुभारंभ अवसर पर पूर्व गृह मंत्री और वर्तमान रामपुर विधायक श्री ननकीराम कंवर ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सीधे मंच से जमकर प्रशंसा की। छत्तीसगढ़ की परंपरागत प्रथा को पुनः जीवित करने, गौठानों को पशुधन की देखरेख के लिए नया स्वरूप देने और गौठानों को ग्रामीण महिलाओं की आजीविका का साधन बनाने के लिए श्री कवर ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि प्राचीन ग्रंथों, वेद पुराणों में भी गाय की सेवा को असीमित पुण्य का काम बताया गया है। पशुधन के विकास और सेवा के लिए मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश में नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी विकास कार्यक्रम शुरू करके बड़े पुण्य का काम किया है। श्री कंवर ने गौठानों को सशक्त बनाने, गौठानों में पानी की स्थाई व्यवस्था करने की भी वकालत की। उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने तथा हमेंशा मुंह को ढंककर रखने की भी सलाह दी। विधायक ने कार्यक्रम स्थल पर की गई सेनेटाइजेशन की व्यवस्था की भी तारीफ की।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने प्रश्नोत्तर शैली में बताये रोका-छेका के फायदे- चिर्रा गौठान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने ठेठ छत्तीसगढ़ी अंदाज में ग्रामीणों को रोका-छेका अभियान के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर ने कार्यक्रम में मौजूद ग्रामीणों से प्रश्न पूछे और उनके उत्तर बताकर रोका-छेका के फायदे बताये। श्रीमती कौशल ने बताया कि खेतों में लगी फसलों को मवेशियों द्वारा चरने से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए पशुओं को रोकना और छेकना जरूरी है। इससे फसलों का उत्पादन बढ़ेगा और किसानों को फायदा होगा। कलेक्टर ने लोगों से कहा कि वे मवेशियों को खुले में न छोड़ें। उन्होंने मवेशियों को खुले में छोड़ने पर उन्हें छेककर गौठानों में लाने और पचास रूपये प्रति मवेशी जुर्माना वसूलकर ही छोड़ने की सलाह लोगों को दी। कलेक्टर ने गौठानों को अधिक सक्षम बनाने की अपील ग्रामवासियों से की और कहा कि गांव के लोगों ने ही, गांव के विकास के लिए गौठान बनाये हैं और उनका संचालन भी गांव के लोगों द्वारा ही किया जा रहा है।
श्रीमती कौशल ने गौठानों में बनने वाली वर्मी कम्पोस्ट और उगाये जाने वाले चारे, सब्जियों आदि से अतिरिक्त आमदनी लेकर अपनी जीवन शैली बेहतर करने की बात भी लोगों को समझाई। कलेक्टर ने कार्यक्रम में मौजूद सभी ग्रामवासियों को गौठानों के संचालन में पूरा सहयोग करने को भी कहा। उन्होंने गौठान समिति द्वारा एक लाख रूपये से अधिक की 110 क्विंटल कम्पोस्ट खाद बनाकर बेचने पर प्रसन्नता जाहिर की और आने वाले साल में 500 क्विंटल खाद बनाने के प्रयास करने को कहा।
सामुदायिक बाड़ियों से जुड़ेंगे ग्रामीण युवा- सीईओ जिला पंचायत श्री कुंदन कुमार ने इस अवसर पर कहा कि गौठानों को ग्रामीण अर्थ व्यवस्था और आजीविका के साधनों के रूप में विकसित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। जिले में अब तक 230 गौठानों का निर्माण कराया जा रहा है। गौठानों में चारागाह और सामुहिक बाड़ी भी लगाई जा रही है। श्री कुमार ने बताया कि गौठानों की बाड़ियों में सब्जियो, मक्का या अन्य लाभकारी फसलों की खेती के लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं के साथ-साथ ग्रामीण युवाओं को भी जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर इससे लोगों को रोजगार तो मिलेगा ही, ग्रामीण युवाओं की खेती-किसानी के प्रति रूचि भी बढ़ेगी। -
कोरोना को बस में करने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने किए हैं अच्छे इंतजाम
जांच, उपचार एवं दवाओं सहित आने-जाने और रहने-खाने की सुविधाएं भी निशुल्क हैंकोरोना वायरस को लेकर फैली अफवाह और भ्रांतियों के कारण बढ़ रहा भय का माहौलसुरक्षा के नियमों का शब्दशः पालन करते रहने से आपको जरा भी छू नहीं पाएगा कोरोना
बिना डरे हिम्मत से काम लंेगे तो पॉजिटिव से निगेटिव होना पक्का
महासमुंद : नववर्ष के प्रथम माह यानी जनवरी 2020 से देशभर में फूटा कोरोना का विस्फोट देखते ही देखते प्रदेश में भी कहर बरपाने लगा। जब, जिले में दर्जनों लोगों के इसकी चपेट में आने की खबरें आने लगीं, उस वक्त विकासखण्ड बागबाहरा के बारह ऐसे योद्धा उभर कर सामने आए, जिन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था की, यह वायरस चुपके से उनके शरीर में भी घर कर जाएगा। 04 जून 2020 को, उनके कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई तो मानों पैरों तले जमीन ही खिसक गई। मानवीय स्वभाव की घबराहट जरूर हुई, किंतु हौसला काबिले-तारीफ रहा, पल भर के लिए भी किसी ने भी हार नहीं मानी और सभी ने कोरोना को परास्त कर दिया।
उल्लेखनीय है कि जुनवानी दुर्ग स्थित शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में रिफर होने से लेकर उपचार उपरांत तंदरुस्त हो जाने तक के सफर में जिला प्रशासन की तत्परता और चिकित्सकीय दल की तन्मयता रंग लाई। मरीजों ने भी भरपूर सहयोग किया और महज दस दिनों के भीतर ही शरीर से संक्रमण का कतरा-कतरा जड़ से निकाल फेंक दिया गया। वे अब, स्वस्थ होकर वापस महासमुंद लौट चुके हैं। जहां, सीने से लगाने वाले घर वालों को उनकी सात दिवसीय क्वारंटीन की अंतिम कड़ी पूरी होने का बेसब्री से इंतजार है।
विदित हो कि महासमुंद में कोरोना के पीड़ित बारह मरीज 14 जून 2020 को स्वस्थ होकर लौटे, इन्हें बागबाहरा के प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास में दोबारा क्वारंटीन किया गया। मूलतः दस व्यक्तित्व बागबाहरा शहर के निवासी हैं। वहीं, ग्यारहवें ग्राम भदरसी और बारहवें नर्रा गांव के रहने वाले हैं। गौरतलब हो कि इनमें कोई जनप्रतिनिधी है, तो कोई स्वास्थ्य या फिर नगर पालिका से ताल्लुक रखता है, कुछ ऐसे भी हैं जो लंबे समय से संवेदनशील क्षेत्रों में बतौर स्वच्छता कमांडो कोरोना से दो-दो हाथ करते रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग वाली इस अल्पकालिक गुफ्तगूं में उन्होंने आमजन की ओर राहत भरे स्वरों वीडियो संदेश प्रसारित किया कि अब वे पूरी तरी स्वस्थ हैं। संक्रमण का खतरा उनके शरीर से कोसों दूर है। यह नई जिंदगी के पहले कदम जैसा अहसास यह है, जो सबक देता है कि हम कोरोना से उतना ही डरें जितना जरूरी है, जरूरत से ज्यादा घबराएं भी नहीं। सरकारी व्यवस्थाओं पर भरोसा रखें और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए स्वच्छता, सफाई एवं संक्रमण रोकथाम नियमावली का पालन कर एक-दूसरे को सुरक्षित रखने के लिए अनिवार्य दायित्वों का बखूबी निर्वहन करते रहें।
महामारी के प्रकोप में कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम के जिला दल ने निरंतर संपर्क बनाए रखा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसपी वारे के निर्देशानुसार जनसंपर्क प्रभारी असीम श्रीवास्तव उनसे मिलने पहुंचे। दो मीटर की दूरी पर हुई गुफ्तगूं में मरीजों ने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस दौरान उन्होंने क्या महसूस किया, वे कैसे रहे और कैसा उपचार मिला...
आईसोलेशन वार्ड तो वीआईपी रूम से भी बेहतर था
शासकीय सेवा प्रदाता उपचारित मरीज ने बताया कि आईसोलेशन वॉर्ड में प्राइवेट वॉर्ड के चका-चक वीआईपी रूम से अच्छी सुविधाएं थीं। मोटिवेशनल माहौल में संगीत सुनते हुए योग और व्यायाम का अभ्यास ने तनाव तो कम किया ही, ऊर्जा संचार भी बनाए रखा। सादा भोजन, प्रेरक किताबें और घरवालों से बात करने के लिए मोबाइल सहित न्यूज अपडेट, सब कुछ आम दिनचर्या की तरह ही रहा। पता ही नहीं चला कि वे कब स्वस्थ हो गए।
पहली रिपोर्ट निगेटिव आते ही हम रिलैक्स हो गए
स्थानीय जनप्रतिनिधि के रूप में सेवाएं देने वाले उपचारित मरीज ने कांटेक्ट ट्रेसिंग का समय याद कर बताया कि लोग दस तरह की बात कर दिग्भ्रमित कर रहे थे। एक दफा तो लगा कि पता नहीं लौटूंगा भी या नहीं। पर, यथार्थ बहुत अलग था, चिकित्सक दिन में दो बार जांच करते, नर्स हर 10 से 15 मिनट में माइक और स्पीकर के जरिए नाम लेकर हाल-चाल पूछतीं। उनके कहे शब्दों में भी मानो जादू था। इस बीच पहली रिपोर्ट के निगेटिव आते ही हम समझ गए कि अभी तो लंबा जीना है।
ज्यादा दवाएं नहीं खानी पड़तीं
स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े उपचारित मरीज के मुताबिक साथ रहने वाले सभी एसिमटमेटिक यानी लक्षण रहित मरीज थे। उपचार निशुल्क हुआ, हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन, विटामिन-सी, मल्टी-विटामिन और ओआरएस का घोल निर्धारित मात्रा में दिए गए। लोगों को इस भ्रम से भी बाहर निकलना चाहिए कि बहुत हाई डोज की एंटीबायोटिक्स लेनी ही पड़ती हैं। दरअसल, ऐसा सिमटमेटिक मलतब लक्षण वाले अतिगंभीर मरीजों के प्रकरण में बीमारी पर काबू पाने के लिए किया जाता है। -
गौठान ग्रामों के हितग्राही हुए लाभान्वित
महासमुंद : पशुधन विकास विभाग द्वारा व्यक्तिमूलक योजनान्तर्गत जिले में अनुसूचित जाति वर्ग के 20 हितग्राहियों को नरसुकर इकाई एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के 33 हितग्राहियों को सुकरत्रयी इकाई का वितरण किया गया। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी ने बताया कि विकासखण्ड महासमुंद के श्रीमती बिरीज, नाजुक, लक्ष्मी, लता, भूशू, पुजारी देवार महासमुंद, श्रीमती नगमा देवार तुमगांव एवं गौठान ग्राम सिरपुर के राजेन्द्र मेहर को नरसुकर प्रदान किया गया। वहीं बैशाखु जमीर महासमुंद, ईश्वर ग्राम बनसिवनी, रामप्रसाद धनसुली, राजाराम, सवंरा तुमगांव, गोपीसिंह, पोखन, गौठान ग्राम सिरपुर को सुकरत्रयी वितरित किया गया। इसी प्रकार विकासखण्ड बागबाहरा के मनोहर एवं जीवनलाल गोड़ ग्राम-जुनवानीखुर्द को सुकरत्रयी इकाई वितरित किया गया।
विकासखण्ड पिथौरा में श्री गोपाल गौठान ग्राम नवागांवकला को नरसुकर प्रदान किया गया। वहीं अश्वनी, दुलारासिंह, टोपराम ग्राम कोल्दा, रामप्रसाद, रामसिंह गौठान ग्राम सोहागपुर, श्यामकुमार, बुधराम राजासेवैयाखुर्द को सुकरत्रयी इकाई वितरण किया गया। इसी प्रकार विकासखण्ड बसना के सालिकराम, श्यामलाल बरिहापाली, सोहनलाल गनेकेरा, रामेश्वर खरोरा, सतपती डुमरपाली, श्रीमती नुरजोबाई नवागांव, अजय कुमार भुकेल, एवं डोरीलाल ग्राम उड़ेला को नरसुकर प्रदान किया गया। वही श्रीमती संतराबाई, सुरेश ग्राम भुकेल, पीरथी गनेकेरा, मायाराम बिजराभाठा, बाबुलाल, शाहदूल ग्राम अजगरखार, कुबेर गौठान ग्राम सिंघनपुर, श्रीमती अगिनमोती बोहारपाल, श्रीमती कचराबाई, अखराबाई, नानबाई एवं सागर ग्राम उड़ेला को सुकरत्रयी वितरण किया गया। इसी प्रकार सराईपाली विकासखण्ड के श्री दुरवासा ग्राम मोहनमुड़ा, सालिकराम, हेमराम भीखापाली को नरसुकर वितरित किया गया वही सफेदसिंह, धरमसिंह ग्राम जामपाली, सीताराम, घनश्याम गौठान ग्राम जटाकन्हार को सुकरत्रयी वितरित किया गया।
उल्लेखनीय है कि नरसुकर इकाई वितरण योजना में प्रति इकाई एक उन्नत नस्ल का नरुसकर प्रजनन हेतु प्रदान किया जाता है जिससे हितग्राहियों के पास उपलब्ध देशी मादाओं से उन्नत नस्ल की संतति उत्पादित होकर हितग्राही को अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त होता है। प्रति इकाई लागत साढ़े तीन हजार रूपये है जिसमें 10 प्रतिशत की राशि हितग्राही अंशदान एवं 90 प्रतिशत राशि शासकीय अनुदान प्रदान किया जाता है। अनुसूचित जाति वर्ग के हितग्राही इस योजना के पात्र होते है। इसी प्रकार सुकरत्रयी इकाई वितरण योजना के अंतर्गत हितग्राही को उन्नत नस्ल की 2 मादा एवं एक नरसुकर प्रदान किया जाता है। इसका भी उद्देश्य देशी नस्लों का उन्नत नस्ल में सुधार कर अधिक आय अर्जित कर आर्थिक रूप से हितग्राही को समृध्दि करना है। प्रति इकाई इसकी लागत 9 हजार रूपये है जिसमें 10 प्रतिशत हितग्राही अंशदान एवं 90 प्रतिशत शासकीय अनुदान प्रदान किया जाता है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के हितग्राही इसके पात्र होते है। -
हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए जिले को लक्ष्य
महासमुंद : राज्य शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता अनुसार नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बारी योजनान्तर्गत जिले के संचालित गौठानों में रोका-छेका परम्परा अभियान का शुभारंभ अतिथियों द्वारा विभागीय गतिविधियों के माध्यम से आज शुभारंभ किया गया जो 30 जून 2020 तक चलेगा। 12 दिवसीय इस अभियान के अंतर्गत पशुधन, कुक्कुट ईकाई वितरण, विभागीय व्यक्तिमूलक योजनाओं के प्रकरण तैयार किया जाना, चारा विकास एवं अन्य विभागीय कार्य चयनित गौठान ग्रामों में किया जाएगा। सुचारू रूप से क्रियान्वयन हेतु प्रत्येक गौठान ग्रामों में नोडल अधिकारी एवं गौठान प्रभारी नियुक्त किया गया हैं।
पशु चिकित्सक सेवाएं के उप संचालक ने बताया कि हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए जिले को लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इनमें 800 बैकयार्ड कुक्कुट ईकाई, अनुदान पर 35 सुकरत्रयी इकाई, बकरी नस्ल सुधार हेतु 80 उन्नत नस्ल बकरा वितरण, गौवंशीय पशुधन में नस्ल सुधार हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर 09 उन्नत नस्ल के सांडो का वितरण किया जाना लक्षित है। इस प्रकार गौठान ग्रामों में 82 उन्नत नस्ल की बछिया के भरण पोषण हेतु पशु आहार अनुदान राशि का वितरण प्रस्तावित है। गौठान ग्राम एवं उसके आसपास के ग्रामों के चयनित हितग्राहियों को राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना अंतर्गत स्थापित डेयरी के भौतिक सत्यापन पश्चात अनुदान राशि का वितरण किया जाएगा।राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत उपलब्ध लगभग ढाई लाख नेपीयर रूटकट्स (हरा चारा) का रोपण गौठान ग्राम के विकसित चारागाहों में किया जावेगा। प्राईवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता/पशुधन मित्र को कार्य आधारित मानदेय का वितरण किया जाएगा। प्रत्येक संचालित गौठानों में विभागीय शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बांझ पशु उपचार, पशु स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम अंतर्गत टीकाकरण, डिवर्मिंग, मिनरल मिक्शचर प्रदाय, उपचार आदि कार्य तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। किसान क्रेडिट कार्ड हेतु इच्छुक पशुपालकों से निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र प्राप्त किया जाएगा। नेशनल लाईवस्टाॅक मिशन अंतर्गत चाराबीज मिनीकिट हेतु गौठान ग्रामों में प्रकरण तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही योजना के तहत् बकरी इकाई (10 मादा बकरी$01 उन्नत बकरा) वितरण के लिए प्रकरण तैयार किया जाएगा। -
महासमुंद : मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप आज महासमुंद जिले के निकटस्थ ग्राम बरोण्डाबाजार में आयोजित रोका-छेका परम्परा कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री पहुंचने पर चरवाहे झुमकर नाचने लगें। फसल बुवाई कार्य से पूर्व खुले चराई कर रहे पशुओं पर नियंत्रण तथा पशुधन प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था हेतु रोका-छेका व्यवस्था की शुरूआत हुई। ग्राम बरोण्डा बाजार के गौठान में रोका-छेका शुरू होने पर काफी खुश हुए और मनमोहक दोहा सुनाकर झूमकर नाचते रहे। प्रभारी मंत्री श्री लखमा एवं उपस्थित नागरिकों ने ताली बजाकर चरवाहों की सराहना की और कहा कि वे मवेशियों का अच्छी तरह देखभाल करें। -
प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने उनके कार्याें की सराहना करते हुए उनका हौसला बढ़ाया
महासमुंद : जिला मुख्यालय महासमुंद के निकटस्थ ग्राम बरोण्डा बाजार के महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं घुरवा से आर्थिक लाभ प्राप्त कर रही है। कामधेनू महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों ने आज यहां जिले के प्रवास पर पहुंचे प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा से मुलाकात कर बताया कि वे कृषि विभाग के सहयोग से गौठान के गोबर एवं अपशिष्ट पदार्थ का उपयोग कर जैविक खाद का उत्पादित कर रही हैं। महिला समूह के सदस्यों ने बताया कि यह कार्य उनके समूह ने दिसम्बर 2019 से प्रारम्भ किया था। उन्होंने बताया कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के अंतर्गत निर्मित बने इस गौठान में आने वाले प्शुओं के उत्सर्जित अपशिष्ट पदार्थ से अब तक 35 क्विंटल जैविक खाद का उत्पादित किया जा चुका हैं। उत्पादित खाद जैविक खाद को प्रति क्विंटल 800 रूपए की दर से विक्रय किया जाता हैं। इससे उन्हें फायदा मिल रहा हैं। उत्पादित खाद को स्थानीय स्तर पर भी विक्रय किया जाता हैं। इस पर प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने उनके इन कार्याें की सराहना करते हुए उनका हौसला आफजाई किया। -
जिले के गौठान ग्रामों में आने वाले पशुओं की संख्या साढ़े चार हजार से अधिक रही
महासमुंद : नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बारी योजनान्तर्गत जिले के संचालित गौठानों में रोका-छेका परम्परा अभियान का शुभारंभ किया गया। जिला मुख्यालय के समीपस्थ गौठान ग्राम बरोंडाबाजार आयोजित कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने हितग्राहियों को नेपीयर रूट प्रदान किया। इस दौरान ग्राम बरोंडाबाजार के बैकयार्ड कुक्कुट इकाई से लाभान्वित हितग्राही श्री संजय बंजारे ने मंत्री श्री लखमा को बताया कि पशुधन विकास विभाग से प्राप्त चूजों को पालकर बड़े होने पर प्रति पक्षी 300 रूपए की दर से 25 मुर्गियां विक्रय किया एवं प्रति अण्डे 30 रूपए की दर से बिक्री कर आर्थिक लाभ ले रहा हूॅ।
अभियान के अंतर्गत आज जिले के गौठान ग्रामों में आने वाले पशुओं की संख्या 4606 रही। टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत पशुओं में खुरहा-चपका- 189, गलघोटू-8388, एकटंगिया-2046, इन्ट्रोटाक्सिमया-48, इस प्रकार कुल- 10 हजार 671 पशुओं का टीकाकरण किया गया। इसके अलावा कुक्कुट पालन के लिए 252 प्रकरण तैयार किया गया। इसी प्रकार किसान के्रडिट कार्ड- 23, डेयरी प्रकरण- 41 एवं बकरी पालन के 06 प्रकरण तैयार किया गया। -
महासमुंद : आगामी फसल बोआई कार्य के पूर्व खुले मे चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन हेतु रोका-छेका परम्परा प्रचलित है, जिसमें फसल बोआई को बढावा देने तथा पशुओं के चरने से फसल को होने वाले हानि से बचाने के लिये पशु-पालक तथा ग्राम वासियों द्वारा पशु को बांधकर रखने अथवा पहाटिया की व्यवस्था इत्यादि कार्य किया जाता है। उक्त प्रयास से ना सिर्फ कृषक द्वारा शीघ्र बुआई कार्य संपादित कर पाये अपितु द्वितीय फसल लेने हेतु भी प्रेरित होंगे।
इस प्रथा अनुसार व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए आज 19 जून 2020 को ग्राम पंचायत बरोण्डा बाजार के गौठान में जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा एवं क्षेत्रीय विधायक विनोद सेवनलाल चन्द्राकर द्वारा कार्यक्रम का संपादन कर मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये संकल्प प्रपत्र को पढकर सभी सभागण के समक्ष संकल्प लिया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ के अंतर्गत स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा निर्मित हैण्डवाश, हारपिक, सेनेटाईजर, फिनाईल, वाशिंग पाउडर, मिक्चर, मास्क, साबुन, शैम्पू, लडडू, आचार, बडी, पापड, अगरबत्ती, मोमबत्ती, जैविक कीटनाशक, दोना-पत्तल, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, मशरूम, एलईडी बल्ब, बैग, बास उत्पाद, मिटटी उत्पाद, एवं जैविक खाद के प्रदर्शनी का अवलोकन कर महिलाओं को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उत्पादो का विक्रय भी किया गया । -
महासमुंद : प्रदेश के वाणिज्यकर, आबकारी, उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने आज ग्राम बरोण्डा बाजार में ‘‘रोका-छेका’’ की व्यवस्था को लागू करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गौठान परिसर में आम का पौधरोपण किया। इस अवसर पर महासमुंद विधायक श्री विनोद चन्द्राकर ने भी पौधरोपण किया। -
कृषक एवं पशुपालकों को शिविर में उपस्थित होकरयोजनाओं का लाभ उठाने की कि गई अपील
महासमुंद : राज्य शासन के निर्देशानुसार परम्परागत ‘‘रोका-छेका’’ कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए पशुधन विकास विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार की गई है। पशु चिकित्सा सेवाएं के उप संचालक डाॅ. डी.डी. झारिया ने बताया कि इसके अंतर्गत खुले में घूम रहे मवेशियों से फसलों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए गौठानों में पशुओं को एकत्रित करने के लिए सभी ग्राम के चरवाहों को निर्देशित किया गया है। 19 जून 2020 से 30 जून 2020 तक चिन्हित 89 गौठानों में तिथिवार कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके लिए नोडल अधिकारी एवं गौठान प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जो अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए पशु स्वास्थ्य रक्षा, पशु संवर्धन, किसान क्रेडिट कार्ड एवं विभागीय व्यक्तिमूलक योजनान्तर्गत हितग्राहियों के प्रकरण तैयार करेंगे।
इनमें महासमुंद विकासखण्ड के गौठान ग्राम में 19 जून 2020 को कछारडीह, बरेकेलकला, गोपालपुर, बांसकुड़ा, पतेरापाली, शेर, खट्टी, बम्हनी, कोना, बरोंडाबाजार, में शिविर का आयोजन किया गया। इसी प्रकार 20 जून को गौठान ग्राम जोरातराई एवं लोहारडीह में, 21 जून को रूमेकेल, पथर्री, कौआझर, पासिद एवं कौंदकेरा में, 22 जून को गौठान ग्राम डुमरपाली में, 23 जून को गौठान ग्राम रायतुम, सरेकेल, दर्रीपाली एवं अमावस (बेलटुकरी) में तथा 25 जून 2020 को गौठान ग्राम चैकबेड़ा में शिविर का आयोजन किया जाएगा।
इसी प्रकार बागबाहरा में 19 जून 2020 को गौठान ग्राम जोरातराई, बांदुमुड़ा, बसुलाडबरी, साल्हेभाठा, कमरौद, बागबाहराकला, बंजारीडीह एवं बोईरगांव, में शिविर का आयोजन किया गया। इसी प्रकार 21 जून को गौठान ग्राम बी.के.बाहरा, तिलाईदादर, टेमरी, मोहंदी, मनबाय एवं बोडरीदादर में, 23 जून को गौठान ग्राम एम.के.बाहरा, मोंगरापाली स, छिबर्रा मंे, 24 जून को गौठान ग्राम मोंगरापाली रे में, 25 जून को गौठान ग्राम कोमा एवं करहीडीह में, 27 जून को गौठान ग्राम देवरी में, 28 जून को गौठान ग्राम पटरपाली मंे, 29 जून को गौठान ग्राम सुवरमार में तथा 30 जून 2020 को टोंगोपानी कला में शिविर का आयोजन किया जाएगा। पिथौरा में 19 जून 2020 को गौठान ग्राम परसापाली, झाखरपाली, धनोरा, चिखली में कंचनपुर में शिविर का आयोजन किया गया। इसी प्रकार 21 जून को गौठान ग्राम गड़बेड़ा, नवागांवकला, बगारपाली एवं छुवालीपतेरा में, 23 जून को डिघेपुर, सोहागपुर एवं घोघरा में, 25 जून को बरतुंगा एवं कोदोपाली में शिविर का आयोजन किया जाएगा। बसना में 19 जून 2020 को गौठान ग्राम नवागांव, हाड़ापथरा, सकरी एवं ठुठापाली में शिविर का आयोजन किया गया। इसी प्रकार 21 जून को छोटेपटनी, गिधली एवं संतपाली में, 23 जून को चिमरकेल, सिंघनपुर एवं बिछिया सा में, 25 जून को खोरापाली (बरपेलाडीह) एवं बड़ेसाजापाली में तथा 27 जून को हेडसपाली में शिविर का आयोजन किया जाएगा। सराईपाली में 19 जून 2020 को गौठान ग्राम पाटसेन्द्री, पेलागढ़, परेवापाली एवं कुसमीसरार में शिविर का आयोजन हुआ। इसी प्रकार 21 जून 2020 को कुटेला, बैदपाली, कलेण्डा एवं सिरबोड़ा में, 23 जून को मुधा, छिबर्रा एवं जटाकन्हार में, 25 जून को सिरपुर में, 27 जून को भुथिया में, 29 जून को मनकी में एवं 30 जून 2020 को बेलमुण्डी में शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कृषक एवं पशुपालक बंधुओं से अपील की है कि उक्त शिविरों में उपस्थित होकर योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। -
महासमुंद : प्रदेश के वाणिज्यकर, आबकारी, उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने जिले में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का आज निरीक्षण कर सेवाओं एवं सुविधाओं को उत्तम बताते हुए जल्द ही जिले के कोविड-19 के मरीजों को राज्य स्तरीय चिकित्सकीय सेवाएं शुरू करने को कहा। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का प्रतिनिधित्व करते हुए कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने उन्हें तकनीकी एवं चिकित्सकीय सेवाओं एवं सुविधाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरूवार को डमी मरीज के माध्यम से यहां पूर्वाभ्यास भी कराया गया हैं। कलेक्टर एवं चिकित्सकों ने क्रमशः मुख्य द्वार पर मरीज के पंजीयन पश्चात् मरीज को सैनिटाईज्ड करने के बाद वार्ड में भर्ती किए जाने के साथ-साथ बाथरूम एवं कपड़े, साबुन, सैनिटाईजर इत्यादि सभी व्यवस्थाओं के बारे में पूरी जानकारी दी गई।
कोविड केयर हाॅस्पिटल के निरीक्षण के दौरान यहां के मरीजों को चैबीसों घंटे समन्वय बनाए रखने के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे और टू वे माइकिंग सिस्टम की सुविधा सहित राजधानी स्तर के बड़े कोविड चिकित्सालयों में उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं से तुलना कर प्रभारी मंत्री ने इसे उत्तम श्रेणी का प्रबंधन बतलाया। श्री लखमा ने कहा कि इस तरह की व्यवस्थाएं प्रदेश के गिने-चुने जिलों में ही शुरू हुई हैं, इनमें से महासमुंद भी एक है। उन्होंने इस कार्य के लिए प्रदेश सरकार के निर्देशन पर जिला प्रशासन के समन्यवय को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जिले के मरीजों को कोरोना के संक्रमण से अधिक घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब जिले के मरीजों का कोविड केयर हाॅस्पिटल में पूर्ण जांच एवं उपचार किया जाएगा। उन्होंने जिला चिकित्सालय के कोविड सेक्शन का भी दौरा कर सेंट्रल ऑक्सीजन सहित शेष रह गई। अत्याधुनिक सेवाओं को भी जल्द ही उपलब्ध कराने को कहा।
इस अवसर पर महासमुंद विधायक श्री विनोद चन्द्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ऊषा पटेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रवि मित्तल, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल, कोविड केयर सेंटर एवं कोविड अस्पताल के प्रभारी अधिकारी डॉ आई नागेश्वर राव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री संदीप ताम्रकार, आरएमएनसीएचए सलाहकार (जिला स्वास्थ्य) श्री संदीप चंद्राकर एवं आरएमएनसीएचए सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डॉ. मुकुंद राव घोडेसवार सहित गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। -
- ग्राम टेकापार में रोकाछेका कार्यक्रम के अवसर पर आये कृषि मंत्री रविंद्र चैबे ने ग्रामीणों से चर्चा में कहा
दुर्ग : कृषि मंत्री श्री रविंद्र चैबे ने आज ग्राम टेकापार में रोकाछेका के अवसर पर ग्रामीणों से गौठान को आगे बढ़ाने के संबंध में चर्चा की। कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार ने सबसे ज्यादा ध्यान किसानों पर दिया है। यदि सरकार का बजट एक रुपये है तो हमने इस बजट में 75 पैसे किसानों के कल्याण पर खर्च किए हैं। लगभग 53000 करोड़ रुपए कर्जमाफी और धान खरीदी में खर्च किए। राजीव किसान योजना के माध्यम से कोरोना काल में किसानों को राहत पहुंचाई है। कृषि मंत्री ने कहा कि रोकाछेका के मौके पर सरकार ने किसानों को बढ़ावा देने के लिए घोषणाएं की हैं। मंत्री ने कहा कि धमधा क्षेत्र में हमारी सबसे ज्यादा कोशिश सिंचाई योजनाओं को आगे बढ़ाने की है। लगभग 150 करोड़ से अधिक की सिंचाई योजनाओं पर कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। इन सिंचाई योजनाओं से धमधा ब्लॉक की तस्वीर बदलेगी। जिन महत्वपूर्ण सिंचाई योजनाओं पर कार्य होगा उनमें से आमनेर मोती नाला में 19 गांव के लिए 50 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
लिफ्ट इरिगेशन के अनेक कार्य स्वीकृत किए गए हैं। कृषि मंत्री ने इस अवसर पर रोकाछेका अभियान की महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा करते हुए ग्रामीणों से कहा कि रोकाछेका इस मामले में अहम है कि हमने इसे अभी आरंभ किया है अगर यह कार्य कुछ दिन बाद होता तो खरीफ फसल का समय कुछ आगे बढ़ जाता। मान लीजिए आप धान की ऐसी वैरायटी ले रहे हैं जिसमें 145 दिन का समय लगता है कि जो कि अधिकतम समय होता है। उस वैरायटी के धान को लेने के बाद भी आपके पास इतना समय बचेगा कि आप सब्जी के लिए या दलहन फसलों के लिए पर्याप्त समय ले सकें इस मायने में अभी किया जाने वाला रोकछेका बहुत अहम है चरी चरागन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा। कृषि मंत्री ने उस दौर की यादें भी ग्रामीणों से साझा कि जब वे सरपंच थे उन्होंने बताया कि 5 गांव वे देखते थे और उस समय पंचायतों की आय के स्रोत बहुत सीमित थे और उस समय भी गोबर खाद पंचायतों की आय का अहम साधन होता था। आज नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के माध्यम से हम लोग इस दिशा में आगे बढ़े हैं। न केवल खरीफ फसल की सुरक्षा का रास्ता खुलता है।
पशुधन की समृद्धि का रास्ता खुलता है अपितु जैविक खेती को आगे बढ़ाने का रास्ता भी खुलता है। जैविक खाद के उत्पादन के माध्यम से कृषि में आने वाली लागत भी कम होगी। सबसे ज्यादा फोकस खेती किसानी पर होने का बड़ा लाभ क्षेत्र के किसानों को होगा। हम लोग आप से लगातार मिलते-जुलते हैं। आप से सुझाव प्राप्त करते हैं और उसके आधार पर योजनाएं बनाते हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार आप की सरकार है और हमेशा किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध रहेगी। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने हितग्राहियों को अनेक सामग्रियों का वितरण किया। इसमें पैकहाउस जैसी सामग्री भी शामिल है। कृषि मंत्री ने इस अवसर पर पौधरोपण भी किया। उन्होंने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि पिछली बार भी मैं इस गठान के उद्घाटन के अवसर पर आया था और अब यह गौठान फल फूल रहा है यह देख कर बहुत अच्छा लगता है। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शालिनी रिवेंद्र यादव ने भी ग्रामीणों को संबोधित किया। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे, सीईओ जिला पंचायत श्री सच्चिदानंद आलोक सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे। -
- सिंचाई योजनाओं के साथ नरवा के माध्यम से भूजल संवर्धन के लिए युद्ध स्तर पर होंगे काम- आजीविकामूलक केंद्र के रूप में विकसित होंगे गौठान- सामूहिक फलोद्यान पर होगा फोकस
दुर्ग : धमधा ब्लॉक खेती के मामले में अग्रणी है। भूमिगत जल में बढ़ोत्तरी हो और सिंचाई के और भी बेहतर व्यवस्था विकसित हो तो इस इलाके में खेती और भी संभावनाओं को लेकर आ सकती है। आपको इसी दिशा में अपनी पूरी ऊर्जा लगानी है। खेती के साथ ग्रामीण आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बना सकें तो किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य आसानी से हासिल कर सकते हैं। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने यह बात धमधा में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कही।पहली ब्लॉक स्तरीय बैठक में कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने अधिकारियों को गौठान को आजीविकामूलक गतिविधियों के केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गौठान ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी होने चाहिए। गौठान के माध्यम से न केवल पशुधन संवर्धन की कवायद की जाए अपितु यहां नवाचारों को भी बढ़ावा दिया जाए। इसके माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तेजी से विकसित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी इस बात का चिन्हांकन करें कि किस किस तरह के उत्पाद अपने आसपास के परिवेश के लिए बनाए जा सकते हैं और अभी नहीं बनाए जा रहे हैं अथवा जिनकी बाहर से आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम इस संबंध में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
इसके पश्चात उनकी गुणवत्ता तय करना, इनके विपणन करने के तरीके टारगेट ग्रुप तक उन्हें पहुंचाने के रास्ते भी निकालने होंगे। इन सब के लिए महिला समूह को विशेष रूप से प्रशिक्षित करना होगा। कलेक्टर ने कहा कि पाटन में सांकरा स्थित आजीविका केंद्र में अच्छा काम हो रहा है। वहां महिलाएं साबुन बना रही हैं फेंसिंग पोल बना रही है। ट्री गार्ड बना रही है और भी बहुत सारे उत्पाद बाजार की जरूरतों के मुताबिक उन्होंने चिन्हांकित किये हैं। कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्र में पापड़, अचार इन सब के मार्केट में बड़ी कंपनियां कार्य कर रही हैं। अगर महिला समूह इनका उत्पादन करें और अपने हाथों के स्वाद का जादू दें तो काफी गुंजाइश उनके उत्पाद के लिए हो सकती है क्योंकि खाद्य पदार्थों के बाजार में टेस्ट की विशेष अहमियत होती है। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में होने वाले कई उत्पाद शहरों में पसंद किए जाते हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इनका उत्पादन कम होने के कारण से बाजार में इनकी कमी रहती है। इन्हें भी बनाने का काम और शहरी क्षेत्रों में उनके विपणन का कार्य शुरू किया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि नरवा, गरुवा, घुरूवा, बाड़ी योजना में बाड़ी का कंपोनेंट भी इस क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। धमधा क्षेत्र में बहुत उन्नत कृषि होती है सब्जी के उत्पादन में भी क्षेत्र अग्रणी है अभी बाड़ी के माध्यम से लॉकडाउन में जो प्रयोग किए गए, वह बहुत सफल रहे हैं।
धमधा क्षेत्र में उनके सफल होने की गुंजाइश और अधिक इसलिए है कि क्षेत्र कृषि के मामले में काफी आगे है।महिला समूह को इस क्षेत्र में मदद की जाए तो उनके लिए काफी बेहतर रास्ते तैयार होंगे। कलेक्टर ने नरवा योजना की विशेष रूप से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भूमिगत जल को बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है और नरवा योजना इसलिए ही लाई गई है धमधा क्षेत्र जहां पर पानी की दिक्कत महसूस करते हैं वहां नरवा और सिंचाई योजनाओं के माध्यम से पानी बढ़ाकर किसानों की काफी मदद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में काफी जोर होना चाहिए। कृषि धमधा क्षेत्र की रीढ़ है। कृषि को जितना आगे ले जाएंगे, उतना ही खेती किसानी के लिए बेहतर कार्य कर पाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में नवाचार के लिए बड़ी राशि रखी गई है। ऐसे प्रगतिशील किसान जो परंपरागत ज्ञान के साथ आधुनिक तकनीक के उपयोग से खेती करना चाहते हैं। उन्हें कृषि अधिकारी विशेष रूप से प्रोत्साहित करें। कृषि विभाग के अधिकारी इस ओर विशेष ध्यान दें। किसानों को तकनीकी रूप से जानकारी उपलब्ध कराएं। सब्जी विशेषकर फलों के रकबे बढ़ाने के संबंध में अधिकतम प्रयास किया जाए। उन्होंने सामूहिक फलोद्यान की ओर विशेष ध्यान देने कहा। उन्होंने कहा कि सामूहिक फलोद्यान कई मायने में उपयोगी होते हैं। एक ही तरह के फलों का उत्पादन एक जगह होने से क्रेता और विक्रेता दोनों को लाभ होता है। - दुर्ग 19 जून : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों एवं जनता से जुड़े हुए प्रमुख मुद्दों के विषय में समस्त क्षेत्र की जोनवार समीक्षा बैठक निगमायुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने ली। दोपहर 12 बजे से आहूत की गई बैठक में अलग-अलग जोन की बारी-बारी से समीक्षा की गई। श्री रघुवंशी ने समस्त जोन आयुक्तों को निर्देशित करते हुए कहा कि अप्रारंभ कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करें, शासन स्तर से निगम भिलाई के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत हुए निर्माण कार्यों को निविदा प्रक्रिया मे लाकर निर्माण कार्य प्रारंभ कराए। छोटे-बड़े महत्वपूर्ण विकास कार्यों मे प्रगति लाने के निर्देश दिए गए हैं तथा ऐसे छोटे कार्य जिन्हें निर्धारित अवधि में किए जा सकते हैं शीघ्र पूर्ण कर अवगत कराने कहा गया है। सफाई के संबंध में जोन आयुक्तों को कहा कि गली-मोहल्लों की नालों की सफाई, चैक चैराहों की सफाई, सड़कों की सफाई, डोर टू डोर कलेक्शन नियमित रूप से कराए। जोन के अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा करते हुए मौसमी बीमारी से बचाव, सफाई व्यवस्था, निर्माण एवं विकास कार्य के बारे में जानकारी ली और उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सफाई से संबंधित सारे कार्य समय पर हो। डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए कोई भी कोताही न बरती जाए।विधायक निधि के लंबित कार्यों को लेकर जोन क्रमांक 1, 2 एवं 3 के आयुक्तों को विकास कार्य पूर्ण कराने सख्त निर्देश बैठक में दिए गए हैं। अधीक्षण अभियंता को क्षेत्र में दौरा करने के दिए निर्देश अधीक्षण अभियंता आरके साहू एवं सत्येंद्र सिंह को उनको प्रदाय क्षेत्र में दौरा कर विकास कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश आयुक्त महोदय द्वारा दिए गए हैं। बैठक में अधीक्षण अभियंता आरके साहू एवं सत्येंद्र सिंह, उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं तरुण पाल लहरें, समस्त जोन आयुक्त, कार्यपालन अभियंता, लेखा अधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
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अभियान के बारे में दी जानकारी
दुर्ग 19 जून : दुर्ग जिले के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे, आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी, श्रीमती तुलसी साहू, श्री अरुण सिंह सिसोदिया, श्री नीरज पाल एवं लक्ष्मी पति राजू, अंकुश पिल्ले, जयंत देशमुख, केशव चैबे, मोहन गुप्ता, नामांकित पार्षद नरसिंह नाथ, शमशेर बहादुर, मोहम्मद सद्दाब आदि ने गौठान परिसर में 50 से अधिक पौधे नीम, गुलमोहर, बादाम, महागिनी, अमलतास आदि के रोपित किए। गौठान परिसर में सभी ने मिलकर पौष्टिक आहार के रूप में पशुओं को रोटी एवं गुड़ खिलाया।
रोका-छेका संकल्प अभियान के तहत पशुपालकों से मिलकर कलेक्टर ने की चर्चा, अभियान के बारे में दी जानकारी आज से प्रारंभ हुए रोका-छेका संकल्प अभियान के तहत पूरे निगम भिलाई क्षेत्र में पशुपालकों से संकल्प पत्र भराने का कार्य किया जा रहा है। इसी के तहत गौठान में भी पशुपालकों से संकल्प पत्र भराने का कार्य किया गया। कलेक्टर श्री भुरे ने पशुपालकों से चर्चा की। उन्होंने चर्चा के दौरान संकल्प अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि पालतू मवेशियों को अपने स्थान पर रखकर चारा, पानी की समुचित व्यवस्था, शहर की सड़कों में मवेशी आवारा न घूमें, पशु पालन से उत्सर्जित होने वाले अपशिष्ट के लिए कंपोस्टिंग हेतु पशुपालक के द्वारा स्वयं व्यवस्था करना अथवा सामूहिक व्यवस्था में सहभागिता निभाना इन सभी बातों के लिए संकल्प पत्र भराया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नगरीय क्षेत्रों को आवारा पशु मुक्त, साफ सुथरा एवं स्वच्छ रखने के साथ-साथ दुर्घटना मुक्त रखने के लिए माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर दिनांक 19 जून 2020 से 30 जून 2020 तक रोका-छेका संकल्प अभियान चलाया जा रहा है। निगम भिलाई क्षेत्र में आज से इसकी शुरुआत की जा चुकी है। आयुक्त श्री रघुवंशी ने इस बाबत सभी जोन आयुक्तों एवं राजस्व के अधिकारियों को निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। -
दुर्ग 19 जून : छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार के माध्यम से जिले के ग्राम के ड्राई क्षेत्रों में नलकूप खनन किये जाने निर्देश दिये। पूर्व में जिले ग्राम नारधा, ढौर, अंजोरा, दारगांव, नंदनी खुदनी, गोता मे ड्राई क्षेत्र होने के कारण लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से इन क्षेत्रों मे 300 फीट नलकूप खनन किया गया था। लेकिन इन गांवों मे 300 फीट तक पर्याप्त पानी नही मिलता है। इस कारण ग्रामवासियों ने मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार से अधिक गहरे नलकूप खनन करवाने की मांग की। मंत्री के प्रयास से लोक स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से अधिक क्षमता वाले वाहन का अनुबंध के द्वारा गहरे नलकूप खनन के आदेश दिये। इसमे 600 फीट तक नलकूप खनन किया गया है। मंत्री के निर्देशानुसार विभाग के माध्यम से ग्राम नरधा मे 630 फीट गहरे नलकूप में 3.5’’ पानी प्राप्त होता है। इसी प्रकार ढौर, अंजोरा, मुडपार मे 600 फीट गहरे नलकूप खनन करने से पर्याप्त मात्रा मे जल आवक प्राप्त हुआ है। मंत्री के अथक प्रयास से इन ग्रामो मे पानी की परेशानी नही आयेगी। वर्तमान मे इस ड्राय क्षेत्र मे पेयजल का संकट दूर होने की संभावना ब गई है। नलकूप खनन की सफलता पर ग्रामीणों मे अत्यंत हर्ष व्याप्त हुआ है। - दुर्ग 19 जून : छठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन 21 जून को आयोजन किया जाएगा। वर्तमान में कोरोना कोविड-19 के चलते संक्रमण फैलनें की आशंका को ध्यान में रखते हुए डिजिटज मीडिया प्लेटफाॅर्म पर योग दिवस का आयोजन किया जाएगा। योग एट होम एण्ड योग विद फैमिली के आधार पर किया जाएगा। आम जनता अपने घरों से इस डिजिटिल प्लेटफाॅर्म पर समारोह में शामिल हो सकते है।
21 जून को छठवें अंतर्राष्ट्रिीय योग दिवस के अवसर पर होने वाले डिजिटिल कार्यक्रम में शामिल होने व सामान्य योग प्रोटोकाॅल की जानकारी के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा जारी विवरण सोशल मीडिया प्लेटफार्म में देख सकते है। कार्यक्रम के अंतर्गत आयुष मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली ‘’माई लाइफ माई योगा‘’ प्रतियोगिता का आयोजन दो चरणों में कर रहा है। जिसमें प्रतिभागियों को तीन यौगिक अभ्यासों (आसन, प्राणायाम, बंध या मुद्रा) का तीन मिनट का वीडियों फेसबुक, ट्वीटर या इंस्टाग्राम पर रुडलस्पमिडलल्वहं पर अपलोड करना होगा। साथ ही एक छोटे वीडियों संदेश में बताना होगा कि कैसे योग क्रियाओं ने उनके जीवन को प्रभावित किया। आयोजन के संबंध में अद्यतन सूचनाओं के लिए पददवअंजमण्उलहवअण्पद वेबसाईट का अवलोकन किया जा सकता है। सभी विभाग प्रमुखो को निर्देशित किया गया है कि अपने अधिनस्त कार्यालयों को निर्देशित करने हुये उपर्युक्त अनुसार ‘’योग एट होम एण्ड योग विद फैमिली‘’ पर योगाभ्यास कर सकते हैं। -
दुर्ग 19 जून :जिले में संचालित 5 शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों के लिए अस्थाई रूप कुल 6 अतिथि शिक्षक की भर्ती हेतु 25 जून 2020 तक आवेदन आमंत्रित किया गया है। जिसमे व्याख्यता व शिक्षक के लिए न्यूनतम योग्यता मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय मे स्नातकोत्तर की उपाधि के साथ बी.एड. का प्रशिक्षण निर्धारित किया गया है। इसी तरह सहायक शिक्षक हेतु हायर सेकेण्डरी उत्तीर्ण के साथ डी.एड. व डी.एल.एड. का प्रशिक्षण प्राप्त होना चाहिये। व्यायाम शिक्षक के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय मे स्नातकोत्तर की उपाधि के साथ बी.पी.एड. का प्रशिक्षण अनिवार्य है। कम्प्यूटर शिक्षक के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय मे बी सी ए या बी एस सी (कम्प्यूटर) की उपाधि होनी चाहिए इसमें एम सी ए व एम एस सी को प्राथमिता दी जावेगी। ग्रंथपाल के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय मे स्नातकोत्तर की उपाधि के साथ बी लिब का प्रशिक्षण अनिवार्य है।
आवेदन पत्र का प्रारूप जिले की वेबसाईट ीजजचेरूध्ध्कनतहण्दपण्पद से डाउनलोड किया जा सकता है। आवेदन पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से 25 जून 2020 तक सचिव जिला शिक्षा अधिकारी, अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालन समित दुर्ग, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, गांधी चैक, जला पंचायत के सामने दुर्ग 491001 के पते पर भेज सकते है। आवेदन पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से ही स्वीकार किये जाएगें। -
दुर्ग 19 जून : आज दिनांक 19 जून को दुर्ग कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे के निर्देश पर बाल भिक्षावृत्ति में संलिप्त किशोरो को जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा विशेष पहल करते हुए जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाईल्ड लाईन की संयुक्त टीम को रेसक्यू अभियान चलाये जाने के निर्देशित किया गया जिसके तहत खुर्सीपार थाना अंतर्गत खुर्सीपार गेट पर भिक्षावृत्ति कर रहे 12 वर्ष व 07 वर्ष का बालक एवं 06 वर्ष की बालिका कुल 03 नाबलिग किशोरो को रेसक्यू कर बालक कल्याण समिति दुर्ग के समक्ष प्रस्तुत किया गया। रेसक्यू अभियान में यह पाया गया कि कुछ व्यस्क व्यक्तियों द्वारा इन नाबालिग बालकों से भिक्षावृत्ति का कार्य कराया जा रहा था जो कि बाल भिक्षावृत्ति कराने व बाल शोषण की श्रेणी में आता है। टीम द्वारा उक्त व्यक्तियों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम के तहत थाना खुर्सीपार में अपराध पंजीबद्ध कराया गया है। बाल भिक्षावृत्ति में संलिप्त बालकों को बालक कल्याण समिति द्वारा किशोर न्याय अधिनियम के तहत संचालित खुला आश्रय गृह में एवं बालिका को मातृछाया सेवाभारती में अस्थायी संरक्षण हेतु आदेशित किया गया है। रेसक्यू कार्यवाही में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन, जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्रीमती प्रीती डांगरे, सामाजिक कार्यकर्ता श्री पुरंजन सिंह, चाईल्ड लाईन समन्वयक श्री सुरेश कापसे , टीम मेंम्बर श्रीमती भारती बिसेन, थाना प्रभारी खुर्सीपार री सुरेन्द्र उके एस.आई श्री सतीश साहू उपस्थित थे। -
- पाटन ब्लॉक के ग्राम पतोरा में वीडियो कॉल के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की चर्चा
दुर्ग 19 जून : आज पूरे दुर्ग जिले के ग्रामीण अंचलों में पारंपरिक रोका छेका की रस्म निभाई गई। ग्राम पतोरा में भी इस रस्म का आयोजन हुआ और यह क्षण विशेष रूप से और भी खुशी में बदल गया क्योंकि पूजा के तुरंत पश्चात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉल के माध्यम से यहां के ग्रामीणों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने सरपंच से पूछा कि गायों की पूजा हो गई। आप सभी ने क्या संकल्प ले लिया। आप लोगों के उत्साह को देखकर बहुत खुशी महसूस हो रही है। गौठान को आगे बढ़ाने के लिए गठित समिति के सदस्य सभी ग्रामीण जन उत्साह से जुटे दिख रहे हैं। रोकाछेका की रस्म को मनाने के लिए आप लोग इतने मेहनत से काम कर रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है रोकाछेका हमारी ग्रामीण संस्कृति की महत्वपूर्ण परंपरा है। इस परंपरा को निभाने के लिए आप लोगों के द्वारा जो यत्न किया गया है।
आप लोग इतने उत्साह से जुड़े हैं यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। सरपंच श्रीमती अंजीता साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि आज हम लोगों ने सभी से मवेशियों को गौठान में ही रखने की शपथ लिवाई है। इसके लिए हम लोगों ने गौठान में पूरी तैयारी कर ली है। पैरा एकत्रित कर लिया है। पैरा काटने की मशीन भी हम लोगों ने रख ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीफ फसल को बचाने के लिए रोकाछेका बहुत जरूरी परंपरा है। पहले गांव के सभी लोग ऐसे ही संकल्प लेते थे और उसके बाद फसल की रक्षा होती थी। मुख्यमंत्री ने गांव के वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री अश्विनी साहू से भी चर्चा की। अश्विनी साहू ने बताया कि गांव में रोकाछेका के लिए दो-तीन दिनों से तैयारी की जा रही थी। सभी को रोकाछेका के दिन सामूहिक शपथ लेने के लिए प्रेरित किया गया है। सभी उत्साह से शपथ लेने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके अलावा गौठान में भी खरीफ फसल के लिए मवेशियों को रखने के लिए आवश्यक तैयारियां कर ली गई है। श्री साहू ने गौठान की व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पहाटिया से भी बात की। उन्होंने कहा कि पहाटिया लोगों के अच्छे कार्य की वजह से ही गौठान आगे बढ़ रहा है। शासन ने गौठान को बढ़ावा देने के लिए रोकाछेका के अवसर पर महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की है। उन्होंने गांव वालों को खरीफ फसल की शुभकामनाएं भी दी। इस मौके पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे भी उपस्थित रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री आशीष वर्मा एसडीएम श्री विनय पोयाम, सीईओ श्री मनीष साहू सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे। -
कलेक्टर ने किया सोरगा रोपणी का अवलोकन
कोरिया 19 जून : कलेक्टर श्री एस एन राठौर ने अपने भ्रमण के दौरान जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम सोरगा स्थित षासकीय उद्यान रोपणी का अवलोकन किया । उन्होंने रोपणी में रोपित पौधों के देख रेख एवं रखरखाव सहित फलदार पौधों से होने वाले आय, उद्यान में तैयार किये जाने वाले पौधों की उपलब्धता के संबंध में संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों से जानकारी ली और आवष्यक निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि पौधा का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। पेड-पौधों से एक ओर प्राणवायु आक्सीजन मिलती है वहीं दूसरी ओर और भी कई फायदे होते हैं।
कलेक्टर ने रोपणी में लगे फलदार पौधों आम, लिची, नासपति आदि से अर्जित होने वाले आय तथा अर्जित आय की उपयोगिता की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने मौके पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर एक समिति बनाने कहा ताकि रोपणी से अर्जित आय का अधिक से अधिक सदुपयोग हो सके। इस दौरान कलेक्टर ने कम समय में तैयार होने वाले तथा अधिक फल देने वाले नारियल के पौधे लगाने कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने बिजली की समस्या तथा पानी की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
तत्पष्चात कलेक्टर ने रोपणी के समीप स्थित चारागाह का भी जायजा लिया। यहां संबंधित अधिकारी ने चारागाह से नेपियर स्लिप बेचकर 36 हजार की आय अर्जित होने की जानकारी दी। इस अवसर पर ग्राम पंचायत के सरपंच, उपसरपंच, पंच तथा जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति, जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चंद्रषेखर षर्मा, पटना की नायब तहसीलदार श्रीमती अंकिता पटेल सहित ग्रामीणजन एवं सभी संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। -
जिले के 57 कोरोना एक्टिव मरीजों उपचार के उपरांत स्वस्थ होकर हुए डिस्चार्ज, अब एक्टिव मरीजों की संख्या 47जिले के समस्त क्वारेंटाईन सेंटरों में श्रमिकों को मानसिक तनाव से बचाने के लिए काउंसिलिंग की व्यवस्था उपलब्धजिले में अब तक 3266 लोगों का लिया गया सेम्पल
जशपुरनगर 19 जून : जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री पी. सुथार के मार्गदर्षन में जिलेें में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए लगातार स्वास्थ्य अमला प्रयासरत है। जिसके लिए समस्त विकासखंड में सैॅम्पल कलेक्षन किया जा रहा है। श्री सुथार ने बताया कि जिले में आज 6 नए कोरोना संक्रमित पाए गए है जिनमें विकासखंड फरसाबहार में 3,कुनकुरी में 2 एवं विकासखंड कांसाबेल में 1 कोरोना संक्रमित मिला है। इसके साथ ही जिले में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 104 हो गई है। सीएमएचओ जषपुर से मिली जानकारी के अनसुार आज जिले के 9 कोरोना संक्रमित मरीज उपचार के पष्चात पूरी तरह स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है। जिससे स्वस्थ होकर डिस्चार्ज मरीजों की संख्या 57 हो गई है एवं जिले में अब एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या 47 है।
श्री सुथार ने बताया कि जिले में अब तक 3266 सैम्पल कलेक्षन किया गया है। जिनमें 104 मरीज कोरोना पाजीटिव मिले है। जिसके अंतर्गत विकासखंड पत्थलगांव से 444 सैम्पल लिए गए है जिनमें 19 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए। इसी प्रकार विकासखंड फरसाबहार से 387 सैम्पल लिए गए है जिनमें 14 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, विकासखंड कांसाबेल से 282 सैम्पल लिए गए है जिनमें 08 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, विकासखंड कुनकुरी से 414 सैम्पल लिए गए है जिनमें 08 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, विकासखंड दुलदुला से 487 सैम्पल लिए गए है जिनमें 25 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, विकासखंड बगीचा से 532 सैम्पल लिए गए है जिनमें 21 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, विकासखंड जषपुर से 571 सैम्पल लिए गए है जिनमें 08 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, लोदाम से 173 सैम्पल लिए गए है जिनमें 07 व्यक्ति कोरोना संक्रमित, विकासखंड मनोरा से 149 सैम्पल लिए गए है जिनमें 01 व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिले है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले के समस्त क्वारेंटाईन एवं आईसोलेषन सेंटर में भर्ती किये गए मरीजों के मानसिक तनाव एवं अवसाद की स्थिति से बचाने के लिए समस्त क्वारेंटाईन सेंटरों में काउंसिलिंग की व्यवस्था उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंनं बताया कि इस कार्य के संबंध में समस्त विकासखंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देषित किया गया है। उन्होंने बताया कि कुनकुरी लोदाम मनोरा एवं जषपुर के लिए डाॅ. के आर. खुसरो मोबाईल नंबर 7748090330 एवं डाॅ. के. ए. खान मोबाईल नंबर 7745943781 एवं विकासखंड कांसाबेल, फरसाबहार, पत्थलगांव व बगीचा के लिए डाॅ. अनामिका मिंज मोबाईल नंबर 8839141427 की नियुक्ति की गई है। - कोरिया 19 जून : चालू मानसून के दौरान जिले के सभी तहसील में आज सबेरे समाप्त 24 घण्टे के दौरान 9.9 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। इस दौरान सर्वाधिक 17.9 मिमी वर्शा चिरमिरी तहसील में दर्ज की गई है। इसे मिलाकर पूरे जिले में एक जून से अब तक 171.5 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। भू-अभिलेख षाखा के अधिकारियों ने आज यहाॅ बताया कि 01 जून 2020 से 19 जून 2020 तक बैकुण्ठपुर तहसील में 169.7, सोनहत तहसील में 202.3, मनेन्द्रगढ तहसील में 200.5, खड़गवां तहसील में 133.8, चिरमिरी तहसील में 168.6 और भरतपुर तहसील में 154.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।
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कोरिया 19 जून : जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती रेणुका सिंह की अध्यक्षता में जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक 24 जून को दोपहर 1 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में आहूत की गई है। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री वेदान्ती तिवारी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती फूलमती सिंह, श्री रविषंकर सिंह, श्री दृगपाल सिंह उईके, श्रीमती उशा सिंह, श्रीमती ज्योत्सना राजवाडे, श्री विजय राजवाडे, श्रीमती सुनीता कुर्रे, श्रीमती चुन्नी बाई और सभी जनपद पंचायत के अध्यक्ष को निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित होने का आग्रह किया है। बैठक में विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की जायेगी। - कोरिया 19 जून : कलेक्टर श्री एस एन राठौर ने जिला खनिज संस्थान न्यास योजनांतर्गत 60 प्रतिषत उच्च प्राथमिकता के क्षेत्र ‘‘कृशि एवं अन्य सम्बध्द गतिविधियां‘‘ के तहत दी गई 27 लाख 92 हजार 800 रूपये की प्रषासकीय स्वीकृति को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। जिसमें विकासखंड मनेन्द्रगढ के ग्राम पंचायत लाई में कृशकों के प्रक्षेत्र में चीकू पौध रोपण कार्य सूक्ष्म सिंचाई सहित, ग्राम पंचायत गरूडोल में कृशकों के प्रक्षेत्र में लीची पौध रोपण कार्य सूक्ष्म सिंचाई सहित तथा ग्राम पंचायत उजियारपुर में कृशकों के प्रक्षेत्र में तेजपत्ता पौध रोपण कार्य सूक्ष्म सिंचाई सहित, विकासखंड बैकुण्ठपुर के ग्राम पंचायत बिषुनपुर में कृशकों के प्रक्षेत्र में लीची पौध रोपण कार्य सूक्ष्म सिंचाई सहित तथा ग्राम पंचायत रटगा में कृशकों के प्रक्षेत्र में तेजपत्ता पौध रोपण कार्य सूक्ष्म सिंचाई सहित, विकासखंड सोनहत के ग्राम पंचायत सोनहत में कृशकों के प्रक्षेत्र में लीची एवं तेजपत्ता पौध रोपण कार्य सूक्ष्म सिंचाई सहित और विकासखंड खडगवां के ग्राम पंचायत उधनापुर में कृशकों के प्रक्षेत्र में लीची पौध रोपण कार्य सूक्ष्म सिंचाई सहित कार्य के लिए कुल 15 लाख 42 हजार 800 रूपये तथा पपीता हाईब्रिड पौध उत्पादन वितरण कार्य के लिए 12 लाख 50 हजार रूपये षामिल है। उल्लेखनीय है कि कार्य प्रारंभ नहीं होने के कारण संबंधित क्रियान्वयन एजेंसी के प्रस्ताव पर यह स्वीकृति निरस्त की गई है।