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जशपुरनगर 16 जून : मछली विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश वृद्धि प्रजनन को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें संरक्षण देने हेतु राज्य में छत्तीसगढ़ नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम के तहत् आगामी 16 जून 2020 से 15 अगस्त 2020 की अवधि तक बंद ऋतु क्लोज सीजन के रूप में घोषित किया गया है। मछली विभाग के सहायक संचालक श्री डी.के.इजारदार ने बताया कि है कि जशपुर जिले के अंतर्गत समस्त नदियों और नालों, तथा छोटी नदियों नालों मेें, सहायक नदियों में जिन पर सिंचाई के तालाब, जलाशय, बड़े या छोटे, जो निर्मित किए गए हैं। सभी प्रकार का मतस्या खेट दिनांक 16 जून से 15 अगस्त 2020 तक पूर्णतः निषेध रहेगा।
इन नियमों का उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य क्षेत्र संशोधित अधिनियम के अंतर्गत अपराध सिद्ध होने पर एक वर्ष का कारावास अथवा 10 हजार रुपए तक का जुर्माना अथवा दोनों एक साथ होने का प्रावधान है। उक्त नियम केवल छोटे तालाब या अन्य जल स्त्रोत जिनका संबंध किसी नदी नालों से नहीं है अतिरिक्त जलाशय में किए जा रहे केज कल्चर में लागू नहीं होंगे। -
’शासकीय संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर में कक्षा 1ली से 12वीं में दिया जाएगा प्रवेशआवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून 2020
जशपुरनगर 16 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे की अध्यक्षता में गठित सोसाइटी के मार्गदर्शन में संचालित उत्कृष्ट विद्यालय शासकीय संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर में इस शैक्षणिक वर्ष से अंग्रेजी माध्यम से कक्षा पहली से 12वीं में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी एन. कुजूर ने बताया कि यह उत्कृष्ट विद्यालय सर्व सुविधा युक्त गैर-आवासीय होगा जिसमें उच्च गुणवत्ता की शिक्षा सभी विद्यार्थियों को निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। बच्चों को अन्तर्राष्टीय स्तर की शिक्षा की अवधारणा के आधार पर कुशल एवं प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा अध्यापन कराया जायेगा। इस बात पर विशेष फोकस होगा कि प्रत्येक बच्चा अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करके केवल पाठयक्रम की विषयवस्तु ही नही सीखे बल्कि अपनी रूचि के क्षेत्र की दुसरे अन्य कौशलों मे भी पारंगत हो सके। इस संस्थान मे आधुनिक कंप्यूटर लैब, पुस्तकालय, विज्ञान के लैब, संगीत थिएटर के साथ ही सभी स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध होगी। आने वाले समय मे बच्चों को बेहतर खेल की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। तकनीक का बेहतर उपयोग करके बच्चों को भविष्य की चुनौतियों का सामना सफलता पूर्वक करने लायक बनाया जायेगा। कक्षा 6वीं से ही बच्चों को उनके रूचि के क्षेत्र मे अपना कैरियर बनाने के लिये आवश्यक काउंसलिंग की जायेगी। कक्षा 6वीं से ही विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिये फाऊंडेशन कोर्स करायें जायेंगे।
इस संस्थान में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों को अपना आवेदन निर्धारित प्रारूप में संकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर के कार्यालय में कार्य दिवस मे कर्यालीन अवधि में दिनांक 30 जून 2020 तक जमा करना होगा। आवेदन पत्र के साथ स्थाई, अस्थाई निवास के संबंध में शपथ पत्र तथा पूर्व कक्षा की अंकसूची संलग्न करना होगा। इस संस्थान के प्रत्येक कक्षा में 30 सीट निर्धारित की गई है जिसमें 15 बालक और 15 बालिकाओं के लिए होगी। प्रवेश में प्राथमिकता निर्धारित करने के लिए स्थानीय स्तर पर स्थाई अथवा अस्थाई रूप से निवासरत परिवार के बच्चों को संस्थान से कम दूरी के आधार पर प्राथमिकता दी जाएगी। कक्षा पहली से पांचवी तक के हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमो से पढ़ने वाले बच्चे प्रवेश पा सकेंगे परंतु जो पूर्व में अंग्रेजी माध्यम से अध्ययन कर रहें हैं उन विद्यार्थियों को प्रवेश में प्राथमिकता दी जायगी। कक्षा छठवीं से बारहवीं तक केवल अंग्रेजी माध्यम से पूर्व की कक्षाओं मे अध्ययन करने वाले बच्चों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
यदि विद्यालय में उपलब्ध स्थान से अधिक विद्यार्थी आवेदन करते हैं तो कक्षा पहली से पांचवी तक के लिए लॉटरी निकाल कर प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी तथा इसके ऊपर की कक्षाओं के लिए पूर्व की कक्षाओं के परीक्षा परिणाम के आधार पर मेरिट सूची बनाकर प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेश के समय विद्यार्थियों के अभिभावकों से यह सहमति पत्र लिया जाएगा कि वह विद्यार्थी को घर से पढ़ाई के लिए वर्चुअल कक्षा हेतु मोबाइल डाटा उपलब्ध कराएंगे तथा प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर की कक्षाओं के लिए कक्षा की अवधि में विद्यार्थियों के कोई न कोई अभिभावक उनके साथ उपस्थित रहेंगे जिससे शिक्षक द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार ही विद्यार्थियों को गतिविधियां करा सकें । वर्चुअल कक्षा में विद्यार्थियों की उपस्थिति न्यूनतम 70 प्रतिशत् अनिवार्य होगी और ऐसा नहीं होने पर विद्यार्थी का नाम स्कूल से खारिज कर दिया जायेगा।
संस्थान में कक्षा 11वीं एवं 12वीं सिर्फ विज्ञान संकाय की गणित और जीव विज्ञान की कक्षाएं ही संचालित होंगी। संस्थान मे हिन्दी माध्यम से कक्षा 9वीं से 12 वीं तक की कक्षाएं पूर्व की भांति ही संचालित होंगी। प्रवेश के लिये केवल जशपुर जिले के निवासी विद्यार्थियों को ही पात्रता होगी किंतु अन्य जिले के शासकीय सेवक जिनकी पोस्टिंग जशपुर जिले मे है उनके बच्चे भी प्रवेश के लिये आवेदन कर सकते हैं। इस सम्बंध मे विस्तृत जानकरी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप जिले के वेबसाइट रंेीचनतण्दपबण्पद और यशस्वी जशपुर के वेबसाइट लंेींेूपरेचण्पद से डाउनलोड कर सकते है। इसके साथ ही सभी विकास खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से भी आवेदन पत्र निःशुल्क प्राप्त कर सकते है। -
1 लाख 13 हजार से अधिक राशि की हुई वसूली
जशपुरनगर 16 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सार्वजनिक स्थान, बाजार, दुकान में बिनामास्क के घुमने वाले लोगों और टू-व्हीलर वाहन में दो से अधिक सवारी करने वाले लोगों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में टीम ने बिना मास्क के घूमने वाले 310 व्यक्तियों पर कार्यवाही करके 58 हजार का जुर्माना वसूला है। मोटरसायकल में दो से अधिक सवारी करने वाले 470 व्यक्तियों पर कार्यवाही गई है। 55 हजार 170 रुपए का जुर्माना वसूला गया है। -
जशपुरनगर 16 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे की अध्यक्षता में आगामी 18 जून को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में प्रातः 11 बजे से जिले के राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई है। कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार को संबंधित एजेंण्डा के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को एजेण्डावार जानकारी बनाकर 17 जून 2020 तक अनिवार्य रूप से भेजने के निर्देश दिए है। - जशपुरनगर 16 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे के निर्देशन में जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 699 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 3747 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 3311 एवं महिलाओं की संख्य 436 शामिल है। इनमें जशपुर विकासखंड के 58 क्वारेंटाईन सेंटर में 277 लोगों को रखा गया हैं। इसी प्रकार मनोरा के 57 क्वारेंटाईन सेंटर में 201 लोगों को, दुलदुला विकासखंड के 90 क्वारेंटाईन सेंटर में 428 लोगों को, कुनकुरी विकासखंड के 153 क्वांरेंटाईन सेंटर में 572 लोगों को, फरसाबहार विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 798 लोगों को कासंाबेल विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 424 लोगों को, पत्थलगांव विकासखंड के 128 क्वारेंटाईन सेंटर में 535 लोगों को एवं बगीचा विकासखंड के 103 क्वारेंटाईन सेंटर में 511 लोगों को रखा गया है।
कलेक्टर श्री कावरे के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं निंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है। -
रोकाछेका के तहत् धान की फसल को चराई से बचाने के लिए मवेशियों को खुले में चरने से रोका जाएगा
जशपुरनगर 16 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने सभी जनपद पंचायत के अधिकारियों को आगामी 19 जून को गौठानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के दिशा निर्देश दिए गए है। धान की फसल को चराई से बचाने के लिए मवेशियों का खुले में चरना प्रतिबंधित किया जाना आवश्यक है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्राम पंचायतों में रोकाछेका की गई है। यह व्यवस्था करने से अन्य फसल लिए जाने की संभावना बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में पंच, सरपंच, जनप्रतिनिधि, ग्राम के गणमान्य नागरिक, ग्रामवासी और चरवाहे मिलकर आगामी 19 जून को ग्रामों में रोकाछेका की व्यवस्था किया जाना है। इससे गौठानों का भी उपयोग सुनिश्चित होगा। उन्होंने संबंधित ग्राम पंचायतों के अधिकारियों को रोकाछेका बनाकर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। -
आरईएस, पीडब्ल्यूडी एवं विभिन्न निर्माण एजेंसियों को डीएमएफ मद के कार्याें को पूर्ण करने के सख्त निर्देेशआगामी 19 जून को रोकाछेका की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैनलजल योजना के तहत् छात्रावासों में सोलरपैनल लगाने के लिए कहा गया
जशपुरनगर 16 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में लोकसेवा केन्द्र के लंबित प्रकरण, निर्माण कार्याें से संबंधित लंबित प्रकरण का निराकरण गंभीरता से करने के निर्देश दिए है। उन्होंने डीएमएफ मद के अंतर्गत निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली और विभिन्न एजेंसियों को निर्माण कार्याें को पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री शंकरलाल बघेल, वनमण्डलाधिकारी श्री कृष्ण जाधव, जिला पंचायत के सीईओ श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर श्री आर.एन.पाण्डेय, चेतन साहू, आकांक्षा त्रिपाठी और जिला स्तर के अधिकारी गण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने आज साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक दो पालियों में ली। लोकसेवा केन्द्र के लंबित प्रकरण और विभिन्न विभागों के निर्माणकार्य, लंबित प्रकरणों के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसे निर्माण एजेंसी निर्माण कार्य में प्रगति नहीं ला पा रहे है। उन एजेंसियों को बदल कर दूसरे निर्माण एजेंसी से कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग को 68 लाख की लागत से नलजल योजना के अंतर्गत चिन्हांकित छात्रावासों में सोलरपैनल लगाने के निर्देश दिए है। ताकि बच्चों छात्रावासों के माध्यम से शुद्ध पेयजल की सुविधा मिल सके। उन्होंने आदिवासी विभाग के अंतर्गत जशपुर,मनोरा, दुलदुला, कुनकुरी में 5 करोड़ 7 लाख की लागत से बन रहे सामुदायिक भवन को भी पूर्ण कराने के लिए अधिकारियों को कहा गया है।
साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने केराडीह में पहाड़ी कोरवाओं के बच्चों के लिए आश्रम-छात्रावास 2 करोड़ 12 लाख की लागत से बनने वाले छात्रावास को भी पूर्ण करने के निर्देश दिए है। साथ ही सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों को स्व-सहायता समूह के महिलाओं को ई-रिक्शा का प्रशिक्षण देकर स्व-रोजगार से जोड़ने के लिए भी कहा गया है। साथ ही महिला बालविकास विभाग को आंगनबाड़ी केन्द्र के सुदृढ़ीकरण के लिए दी गई राशि का उपयोग करने के लिए कहा गया है। खाद्य अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि जिले के पहुंचविहिन क्षेत्रों तक उचित मूल्य दुकानों में खाद्य का भण्डारण पर्याप्त मात्रा में कर दिया गया है। राशन कार्ड धारियों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आएगी। कलेक्टर ने अधिकारियों को अवगत कराते हुए कहा कि 19 जून को ग्राम पंचायत के सीमा के भीतर निर्मित रोकाझेका की व्यवस्था की जानी है।
इसके अंतर्गत धान की फसल को मवेशियों से बचाने के लिए मवेशियों में का खुले में चरने पर प्रतिबंधित किया जाना आवश्यक है। सभी ग्राम पंचायतों में रोका छेका की व्यवस्था करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए है। साथ ही उसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा गया है। 19 जून को ग्राम सभा में नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी या अन्य कार्याें के ग्राम सभा में प्रस्तुत किए जा सकते है ताकि ग्रामसभा में कार्याें का अनुमोदन कराकर विभिन्न कार्य प्रारंभ किए जा सके। कलेक्टर ने ऐसे कार्य के लिए पंचायत के अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए है। कलेक्टर ने नगरीय निकाय के अधिकारियों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने अधिकारियों से लंबित आवेदनों की संबंध मेें जानकारी ली और निराकरण गंभीरता से करने के निर्देश दिए है। -
महासमुंद 16 जून : महासमुंद जिले में अब तक 99.2 मि.मी. औसत बारिश दर्ज की गई है। भू-अभिलेख कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में आज 16 जून 2020 को 1.7 मिमी की औसत वर्षा दर्ज की गई। जिले के पाॅचों तहसीलवार वर्षा में महासमुंद तहसील में 1.0 मि.मी., पिथौरा तहसील में 1.0 मि.मी., मि.मी, बसना तहसील में 2.0 मि.मी एवं सरायपाली तहसील में 4.6 मि.मी. बारिश दर्ज की गई है। -
महासमुंद 16 जून : वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें जिला महासमुंद के ग्राम बम्हनी, तहसील पिथौरा के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम बम्हनी के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में खीलाल का खेत, दक्षिण दिशा में कृषि विभाग का भवन, पूर्व दिशा में नारायण का खेत एवं पश्चिम दिशा मंे शासकीय भूमि खार शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर रूप में पिथौरा विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री बी.एस. मरकाम, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री विकास पाटले, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत पिथौरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप प्रधान, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ तारा अग्रवाल, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक सुश्री पुुष्पलता रात्रे, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. ठाकुर, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री टीकाराम देवांगन होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
19 जून को जिले की हर गांव में होगी ग्रामीणों की बैठक
महासमुंद 16 जून : वर्तमान में महासमुंद जिले में खरीफ फसल की व्यापक तैयारियां चल रही हैं। जिले में खरीफ फसल बुवाई को मवेशियांे से बचाने के लिए रोका-छेका (मवेशियों की खुले में चराई पर रोक) संबंधी तैयारियां भी की जा रही हैं। इस संबंध में जिले के सभी ग्रामों में आगामी 19 जून 2020 को ग्रामीणों की बैठक आयोजित की जाएगी। ग्रामीणों की यह बैठक जहां नए गोठान निर्मित हो गए है, वहां आयोजित होगी। इसके अलावा जिन गांवों में गोठान नहीं बने हैं, वहां पारंपरिक गोठानों में ग्रामीणों की बैठक सम्पन्न होगी। इस संबंध में आज यहां कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कहा कि रोका-छेका पद्धति छत्तीसगढ़ की एक पारम्परिक एवं पुरानी पद्धति हैं, जिसके जरिए फसलों की पशुओं द्वारा की जाने वाली चराई से रोकना एवं सुरक्षा करना हैं। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस पारम्परिक एवं पुरानी परम्परा को पुनः जीवित करने एवं अपनाने का आग्रह किया हैं।
कलेक्टर ने बताया कि आगामी 19 जून को जिले के सभी ग्रामों में आयोजित होने वाली बैठक में ग्रामीण जन शामिल होंगे। इसके अलावा परम्परागत रूप से पशु चराने वाले लोग भी इस बैठक में शामिल होंगे। रोका-छेका के लिए होने वाली ग्रामीणों की इस बैठक में रोका-छेका अपनाने की शपथ ली जाएगी। इसके तहत् आवारा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए पंच, सरपंच, सचिव एवं सामान्य नागरिकों द्वारा जिम्मेदारी भी ली जाएगी। स्थानीय पशुपालक भी प्रतिज्ञा लेंगे कि वे अपने मवेशियों को खुले में चरने नहीं देगें और ण्इससे फसल की पूरी तरह से सुरक्षा हो सकेगी। उन्होेंने कहा कि खरीफ की बुवाई को दृष्टिगत रखते हुए मवेशियांे को नियंत्रित करना और उनकी देखभाल करना जरूरी है, ताकि फसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचे। इसे प्राथमिकता से किया जाएगा। -
कोरबा में आज सात लोगों की आई कोरोना रिपोर्ट पजिटीव... सभी अन्य प्रांतो से लौटें प्रवासी श्रमिक और काम काजी लोग.... सिद्धी विनायक होटल में रूके दो, टाप एंड टाउनहोटल से एक, चोढ़हा सेंटर से एक, मोरगा से एक,और कूदूँरमाल सेंटरसे दो लोग संक्रमित पाए गए.... सभी महाराष्ट्र, गोआ, नोएडा, हरियाणा, मुम्बई से लौटे प्रवासी.. सभी को कोविद अस्पताल इलाज के लिए भेजने की तैयारी मे लगा प्रशासन..
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कलेक्टर की अपील: मानें क्वारेंटाइन के नियम, कोविड नियंत्रण में करें प्रशासन का सहयोग
कोरबा 15 जून :अन्य प्रांत या कोरोना हाॅट स्पाॅट वाले शहरों से आकर क्वारेंटाइन में रहने वाले लोगों द्वारा क्वारेंटाइन नियमों का पालन नहीं करने पर एक साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बाहर से आने वाले सभी लोगों से क्वारेंटाइन और होम क्वारेंटाइन के लिए कोविड प्रोटोकाल तथा निर्धारित नियमों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने क्वारेंटाइन नियमों का पालन कर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहयोग करने की अपील भी लोगों से की है।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जिले में अन्य राज्यों से आये व्यक्तियों और प्रवासी श्रमिकों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। जिले में प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों के लिए निःशुल्क एवं सशुल्क क्वारेंटाइन की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई है। अन्य प्रांतों से आने वाले सक्षम लोग अपनी सुविधानुसार पेड क्वारेंटाइन सेंटरों में 14 दिनों के लिए ठहर सकते हैं। इन दोनों सुविधाओं के अतिरिक्त अब अन्य राज्यों से अपने निजी वाहन या हवाई यात्रा कर जिले में लौटे लोगों के लिए प्रशासन द्वारा होम क्वारेंटाइन की सुविधा देने की भी तैयारी कर ली गई है। अपने निजी वाहन से या हवाई जहाज से यात्रा कर कोरबा जिले में लौटे लोग जिला प्रशासन को आने की सूचना देकर शपथ पत्र भरकर होम क्वारेंटाइन नियमों का पूरी तरह पालन करते हुए अपने घरों में अलग कमरों में क्वारेंटाइन रह सकेंगे।
इस दौरान इन सभी लोगों को कोविड-19 प्रोटोकाल और समय-समय पर शासन द्वारा निर्धारित नियमों का अनिवार्यतः पालन करना होगा। सशुल्क एवं निःशुल्क क्वारेंटाइन सेंटरों में 14 दिन की अवधि पूरी करने एवं कोविड टेस्ट की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सेंटरों से विमुक्त किये गये लोगों को भी अगले 14 दिन होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। होम क्वारेंटाइन में रखे गये सभी लोगों को क्वारेंटाइन अवधि पूरी होने से पहले सार्वजनिक स्थलों पर जाने, कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत छह महिने की कैद या एक हजार रूपये जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त ऐसे मामलों में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 के तहत एक वर्ष का कारावास भी हो सकता है। होम क्वारेंटाइन किये गये व्यक्ति द्वारा नियमों का उल्लंघन करने में सहयोग करने वाले पारिवारिक सदस्यों के विरूद्ध भी इसी प्रकार की कार्यवाही हो सकती है। -
रायपुर : जनसम्पर्क आयुक्त श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज ऑनलाइन कान्फ्रेसिंग के जरिए जिला जनसंपर्क अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय जनता तक सही और प्रामाणिक सूचना पहुँचाने में जनसम्पर्क अधिकारियों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। कोरोना संकट एवं लाॅकडाउन के दौरान जनसंपर्क अधिकारियों ने अपने दायित्वों का सेवा भावना से निर्वहन किया है। जब देश और प्रदेश में बस, रेल यातायात सब बंद थे, लेकिन उस समय भी छत्तीसगढ़ में सूचनाओं का प्रवाह थमा नहीं था। आयुक्त ने जनसंपर्क अधिकारियों की मेहतनत एवं कर्तव्य परायणता के लिए मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि संकट अभी टला नहीं है, हमें आवश्यक सावधानी बरतते हुए समाज एवं जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी का सतत् निर्वहन करना है।
जनसम्पर्क विभाग द्वारा कोरोना संकट के दौरान सूचना एवं संचार की नयी एवं आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल प्रारंभ किया गया। लाॅकडाउन के दौरान कोविड-19 के रोकथाम, जनस्वास्थ्य सुरक्षा तथा राहत उपायों की जानकारी देने मुख्यमंत्री एवं मंत्रीगणों के आॅनलाईन प्रेस कान्फ्रेंस की व्यवस्था शुरू की गयी। इसी कड़ी में आज जनसंपर्क आयुक्त द्वारा जिला जनसंपर्क अधिकारियों को आॅनलाईन कांफ्रेसिंग के जरिए सम्बोधित किया गया।आयुक्त श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना संकट से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। जिले में मैदानी अमला क्वारंटाईन सेन्टर बनाने एवं उसके प्रबंधन व संचालन में दिन-रात काम में लगे हैं। हमारे डाॅक्टर और हेल्थ वर्कर लगातार पीडितों का उपचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एवं शासकीय अमला द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यो को आम जनता तक पहंुचाने के लिए प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ-साथ सोशल एवं डिजिटल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि जनस्वास्थ्य सुरक्षा के संबंध में किसी भी प्रकार की भ्रामक खबरें न फैले इसलिए अफवाहों पर नजर रखें और तत्काल इसकी सूचना जिला प्रशासन एवं उच्च अधिकारियों को दें। श्री सिन्हा ने कहा कि सही तथ्यों के साथ त्वरित रूप से सूचना देकर हम अफवाह एवं भ्रामक सूचनाओं को फैलने से रोक सकते हैं।
बैठक में कोविड-19 के नियंत्रण, राहत व्यवस्था एवं क्वारंटाईन सेन्टर में की गयी व्यवस्थाओं की सूचना जनहित में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए। राज्य सरकार के फ्लैगशिप योजनाओं के साथ ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, लघु वनोपजों के संग्रहण, वनोत्पाद के विक्रय, लोक सेवा गारंटी अधिनियम आदि पर आधारित सफलता की कहानियां जारी करने के निर्देश दिए गए। मानसून के आगमन के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में खेती-किसानी की तैयारी, रासायनिक खाद एवं बीजों का भण्डारण एवं किसानों द्वारा उठाव से संबंधित सूचनाओं पर आधारित खबरें किसानों के हित में लगातार जारी करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अपर संचालक द्वय श्री जे.एल. दरियो एवं श्री उमेश मिश्रा, संयुक्त संचालक श्री संजीव तिवारी, श्री आलोक देव एवं श्री संतोष मौर्य भी उपस्थित थे। - कोरिया 15 जून : राज्य षासन के आदेशानुसार वर्शा ऋतु में मछलियों की वंष वृद्वि (प्रजनन) को देखते हुए छत्तीसगढ़ नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम 1972 की धारा 3 उपधारा 2 (दो) के तहत इस माह की 16 तारीख से मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध आगामी 15 अगस्त तक प्रभावषील रहेगा। इस अवधि को बंद ऋतु (क्लोज सीजन) घोशित किया गया है। इस दौरान जिले के समस्त नदी-नालों तथा छोटी नदियों, सहायक नदियों जिस पर सिंचाई के तालाब, जलाषय निर्मित किये गये है, उनमें किये जा रहे केज कल्चर के अतिरिक्त सभी प्रकार का मत्स्य आखेट पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
मत्स्य विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि छत्तीसगढ़ नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम के तहत लागू नियमों को उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य क्षेत्र अधिनियम के अंतर्गत अपराध सिद्व होने पर एक वर्श का करावास अथवा 10 हजार रूपये का आर्थिक दण्ड अथवा दोनों एक साथ दण्ड देने का प्रावधान है। -
कोरिया 15 जून : भू-अभिलेख षाखा के अधिकारियों ने आज यहाॅ बताया कि 01 जून 2020 से 15 जून 2020 तक बैकुण्ठपुर तहसील में 82.5, सोनहत तहसील में 65.8, मनेन्द्रगढ तहसील में 105.2, खड़गवां तहसील में 77.4, चिरमिरी तहसील में 64.6 और भरतपुर तहसील में 130.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी तहसील में आज सबेरे समाप्त 24 घण्टे के दौरान 13.9 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। इस दौरान सर्वाधिक 31.5 मिमी वर्शा भरतपुऱ तहसील में दर्ज की गई है। इसे मिलाकर पूरे जिले में एक जून से अब तक 87.7 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। - दुर्ग 15 जून : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न जोन कार्यालय में कार्यरत जोन आयुक्त के कार्य क्षेत्र में निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने बदलाव किया है। इसका आदेश निगम आयुक्त ने आज जारी कर दिया है। शासन द्वारा जारी आदेश के तहत नवनियुक्त जोन आयुक्त पूजा पिल्ले की निगम भिलाई में पदस्थापना किए जाने के बाद इन्हें निगमायुक्त ने जोन क्रमांक एक नेहरू नगर क्षेत्र में जोन आयुक्त का प्रभार दिया है। जोन आयुक्त प्रीति सिंह को जोन क्रमांक 4 शिवाजी नगर से हटाकर जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर में पुनः पदस्थ किया गया है। अमिताभ शर्मा जोन आयुक्त को जोन क्रमांक 1 नेहरू नगर से हटाकर जोन क्रमांक 4 शिवाजी नगर में पदस्थ किया गया है, महेंद्र पाठक जोन आयुक्त को जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर से जोन क्रमांक 5 सेक्टर 6 में कार्य करने के लिए नियुक्त किया गया है। प्रशासनिक दृष्टिकोण एवं निगम के कार्यों को सुचारू रूप से संचालन करने के लिए जोन आयुक्त के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया गया है।
- दुर्ग 15 जून : भिलाई नगर रेलवे स्टेशन के समीप एवं नवनिर्मित बस डिपो के पीछे कोसा नाला क्षेत्र मे स्थापित फाइटो राइट पद्धति से पानी को शुद्ध करने का कार्य किया जा रहा है। इकोलॉजिक साइंस टेक्निक प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा तैयार किया गया फाइटो राइट एक ऐसी पद्धति है जो नाले में बहने वाले गंदे पानी को जिसमें सॉलिड वेस्ट के साथ साथ विभिन्न प्रकार के पदार्थ जैसे पॉलिथीन आदि जल में मिश्रित रहते हैं, विशुद्ध रहते हैं को सर्वप्रथम शेल्टर टैंक एवं जाली के माध्यम से रोक दिया जाता है जिससे जितने सॉलिड वेस्ट मटेरियल एवं ठोस पदार्थ है वह शेल्टर टैंक के ऊपर ही रह जाते हैं तत्पश्चात पांच प्रकार की विभिन्न पद्धति द्वारा जल को उपचारित किया जाता है जिसे फाइटोराइट बेड कहा जाता है इस बेड की खासियत यह है कि इसमें डाले हुए गिट्टी मे बायो मीडिया जीवाणु होता है जोकि पानी मे बहने वाले छोटे-छोटे हानिकारक एवं अनुपयोगी पदार्थों को खत्म करने का कार्य करता है इसी पद्धति में पौधों का भी विशेष महत्व होता है यह पौधे विशेष प्रकार के पौधे होते हैं जो पानी में ही जीवित रहते हैं तथा इनके जड़ पानी में तैरते रहते हैं जोकि हानिकारक तत्व को ग्रहण कर लेते हैं जिससे पानी शुद्धिकरण होता है, इसके बाद जो पानी शेष बचता है वह शुद्ध पानी अन्य कई कार्यों में उपयोग किया जा सकता है, यह पानी को संग्रहण करने का एक अच्छा जरिया है।अब इस पानी का उपयोग गौठान के विभिन्न कार्यों के लिए किया जा रहा है इसके लिए बकायदा गौठान में चार स्थलों पर पॉइंट दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव तथा आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देशन पर कार्य करते हुए स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अपने आजीविका के साधन जुटाने के लिए गौठान में सब्जियों की जैविक खेती व्यापक पैमाने पर की जा रही है और महिलाओं के द्वारा कार्य करते हुए सब्जियों की खेती का रकबा भी बढ़ा लिया गया है। शहरवासी यहां पर सब्जियों की खरीदी के लिए आते हैं और ताजी सब्जियां लेकर जाते हैं।
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दुर्ग 15 जून : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत वार्ड 50 में छत निर्माण, पेवर ब्लाॅक, शेड निर्माण एवं व्यायाम शाला का निमार्ण किया जाएगा। सेक्टर 02 क्षेत्र में विकास कार्य के लिए आज महापौर एवं भिलाईनगर विधायक श्री देवेन्द्र यादव ने वार्ड पार्षद एवं वरिष्ठ नागरिकों की उपस्थिति में भूमिपूजन किया। 23.75 लाख की लागत से क्षेत्र में होने वाले निर्माण कार्य से नागरिकों को सार्वजनिक आयोजनों में सहूलियत मिल सकेगी। वार्ड 50 सेक्टर 02 क्षेत्र में विकास कार्य होने से क्षेत्र के नागरिकों द्वारा सार्वजनिक एवं धार्मिक आयोजनों में आसानी होगी। आस्था कार्यालय में पक्का छत निर्माण होने, सड़क 15 के मंदिर के पीछे व्यायाम शाला और उद्यान के चारो तरफ पेवर ब्लाॅक की मांग क्षेत्र के नागरिकों ने किया था जिसका आज भूमिपूजन होने से वार्डवासियों ने खुशी जाहिर करते हुए महापौर श्री यादव व निगम प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
इसी प्रकार वार्ड 57 के क्षेत्र में बस स्टाॅप एवं रोड निर्माण किया जाएगा। वार्ड 50 सेक्टर 02 के स्थानों पर विकास कार्यों की शुरूआत करने आज महापौर श्री देवेन्द्र यादव ने भूमिपूजन किया। वार्ड 50 में छत निर्माण, शेड निर्माण, व्यायाम शाला एवं उद्यान के चारो तरफ पेवर ब्लाॅक लगाया जाएगा। वार्ड के युवाओं ने व्यायाम शाला की मांग किए थे जिसकी सौगात महापौर ने दी है। श्री यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उद्यान के चारो ओर पेवर ब्लाॅक लगाने सहित सभी कार्यो को गुणवत्तापूर्वक निर्धारित समय में पूर्ण किया जाए ताकि वार्ड के नागरिकों को सुविधा मिल सके। नए मंच का निर्माण होने से सार्वजनिक आयोजनों में धूप एवं बारिश बाधा नहीं आएगी। भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद महापौर श्री यादव वार्ड के नागरिकों से मुखातिब हुए और उनके साथ वार्ड के विकास से संबंधित चर्चा किए। भिलाई निगम के जोन कं. 03 अंतर्गत वार्ड 50 में 2 स्थान पर महापौर श्री यादव ने भूमिपूजन किए, सेक्टर 02 में 23.75 लाख रूपए की लागत से विकास कार्य किए जाएंगे। वार्ड के आस्था कार्यालय में पक्का छत का निर्माण एवं पेवर ब्लाॅक, सड़क 16 किनारे गणेश मंच में शेड निर्माण, सड़क 15 के मंदिर में टीन शेड और मंदिर के पीछे व्यायाम शाला तथा वार्ड 50 के ए मार्केट के सामने उद्यान के चारो तरफ पेवर ब्लाॅक लगाया जाएगा।
पेवर ब्लाॅक लगने से उद्यान के आस पास सफाई रहेगी तथा बारिश के सीजन में उद्यान आने वाले नागरिकों को कीचड़ की समस्या से निजात मिलेगा। इसी प्रकार वार्ड 57 में बस स्टाॅप एवं सड़क निर्माण के लिए महापौर श्री यादव ने भूमिपूजन किया। भूमिपूजन कार्यक्रम में महापौर परिषद के सदस्य सूर्यकान्त सिन्हा, वार्ड पार्षद श्रीनिवास राव, हरिश सिंह, अभिषेक अवस्थी, विनय राॅय, कार्यपालन अभियंता डी.के. वर्मा, उप अभियंता श्वेता महेश्वर सहित वार्ड के कुछ वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे। -
महासमुंद 15 जून : जिले में कैरी बैग के उपयोग पर प्रतिबंध हैं। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने तथा बिना माॅस्क पहनें बाहर निकलने पर कार्रवाई करने के निर्देश है। इस संबंध में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने अधिकारियों एवं नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देश दिए है। इसी तारतम्य में आज यहां नगर पालिका महासमुंद क्षेत्र में प्रतिबंधित पाॅलिथीन कैरी बैग के उपयोग एवं बिना माॅस्क पहनें व्यवसाय करने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की गई। इसके तहत् आज यहां मुख्यमार्ग व्यावसायिक क्षेत्र में 16 व्यावसायियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई।
इनमें से 02 व्यावसायी जिन्होंने माॅस्क नहीं लगाया था। उनसे 200 रूपए आर्थिक दण्ड वसूला गया, वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शासन के कोविड-19 के संबंध में दिए गए निर्देशों के पालन करने के लिए कहा गया। इसके अलावा अन्य 14 व्यावसायियों से प्रतिबंधित पाॅलिथीन कैरीबैग 10 किलोग्राम जब्त किया गया और उनसे 02 हजार 200 रूपए आर्थिक दण्ड की वसूली की गई। उल्लेखनीय है कि नगर पालिका महासमुंद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री ए.के. हलधर के निर्देशानुसार नगर पालिका के कर्मचारियों की टीम गठित की गई है, जो इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं। आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। -
जिला चिकित्सालय में तंबाकू लेकर घूमते पाए गए, तो सामग्री जब्त होने के साथ जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
गुटखा चबाते घुसने वाले मरीज, परिजनों के खीसे में गुड़ाखू की डिबिया और तो और बहुतेरों से जब्त हुई सिगरेट-बीड़ी, सोमवार को जिला चिकित्सालय के तंबाकू निषेध बक्सों में जब्त कर रखे गए तंबाकू उत्पादों की होली जलाई गई
महासमुंद 15 जून : जब से रोक लगी है नशे करने वाले ज्यादा बेचैन हैं, बड़े गुटखाबाजों ने तो सरकारी फरमान का काट निकाल खुद ही तंबाकू उत्पादों का स्टाक बना लिया है। ऐसे में, बार-बार की समझाईश के बाद भी बाज न आने वाले नशेड़ियों को सुधारने के लिए तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने परिसर में आने-जाने वालों की जमा-तलाशी कर तंबाकू उत्पादों का प्रवेश ही निषिद्ध करा दिया है। परिणाम स्वरूप 31 मई 2020 को विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर चिकित्सालयों के प्रवेश द्वारों में रखे गए तंबाकू निषेध के बक्से सोमवार 15 जून 2020 तक भर गए। जिन्हें, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल और जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार की उपस्थिति में नष्ट किया गया।
बता दें कि गुटखा-गुड़ाखू, सिगरेट या बीड़ी इन जैसा कोई भी तंबाकू उत्पाद सेहत के लिए किसी भी दृष्टिकोंण से फायदेमंद नहीं है, बल्कि ये इतने जानलेवा हैं कि दुनिया में हर साल पचास लाख या सरल शब्दों में कहें तो प्रति पांच में से एक व्यक्ति को कैंसर जैसी असाध्य बीमारी का रोगी बना कर दर्दनाक मौत की नींद सुला देता है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार भी तंबाकू उत्पादों में विशेष कर गुटखा और गुड़ाखू की थूक या पीक से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है। इन परिस्थितियों में एहतियात की तौर पर जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र द्वारा तंबाकू उत्पाद जब्त कर चिकित्सालय परिसर में ही साप्ताहिक होलिका दहन किए जाने का अभियान एक अनुकरणीय कदम बतलाया जा रहा है। इस ओर, जिला चिकित्सालय के सामाजिक कार्यकर्ता ने अपील की है कि हमने यह पहल जनहित में शुरू की है।
वर्तमान में तंबाकू सामग्री जब्त कर चेतावनी समझाईश देकर लोगों को छोड़ा जा रहा है, लेकिन आगे चल कर सख्ती की जाएगी और कोट्पा अधिनियम-2003 के तहत अर्थदंड वसूली होगी, जुर्माना अदा न करने की स्थिति में कारावास के प्रावधानों का अनुसरण करते हुए प्रकरण पंजीबद्ध कर माननीय न्यायालय के समक्ष भी प्रस्तुत किए जा सकते हैं। आप भी आगे आएं और स्वयं के साथ अपने परिजनों को भी इसमें शामिल कर चिकित्सालय परिसर में जीरो एडिक्शन का माहौल बनाएं। इसके लिए जिला चिकित्सालय में तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र भी संचालित है, चाहें तो यहां निशुल्क परामर्श एवं च्यूइंगम, पैचेस व दवा लेकर भी नशे की लत से आजादी पा सकते हैं। इस दौरान चिकित्सालय परिसर में तंबाकू उत्पादों की दैनिक जब्ती की कार्रवाई करने वाले सिक्योरिटी सुपरवाइजर श्री रमेश कुमार सिंह और उनके दल से सुरक्षाकर्मी श्री रणजीत नारायण, श्री गिरजानंद साहू, श्री लाल कुमार साहू, श्रीमती कौशल्या नारंग एवं श्रीमती लीला चंद्राकर सहित नगर सैनिक श्री धनेश्वर टण्डन व श्री महेंद्र बंसोड़ का योगदान सराहनीय रहा। - महासमुंद 15 जून : जिले में आज कोरोना के 01धनात्मक प्रकरण की पुष्टि हुई है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायपुर ने जांच के बाद मामले के धनात्मक रिपोर्ट की सूचना जिला प्रशासन को दी है। जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम बम्हनी में 01 व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। कोरोना पॉजिटिव इस व्यक्ति की उम्र 22 वर्ष है और यह व्यक्ति ओडिसा के पदमपुर से आया था।
- महासमुंद 15 जून : वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ राज्य के जिला महासमुन्द में कोविड अस्पताल तैयार किया गया है। कोविड अस्पताल पहुंच मार्ग हेतु विधायक विधानसभा क्षेत्र महासमुन्द श्री विनोद सेवनलाल चन्द्राकर ने विधायक निधि से राशि रूपये 3.00 लाख प्रदान किया है। कोविड अस्पताल पहुंच मार्ग हेतु 170 मीटर का सी.सी. सड़क निर्माण 02 दिनों में पूर्ण किया गया है। कोविड अस्पताल में 20 कमरों में 240 बिस्तर लगाए गए है, जिसका रास्ता नहर की ओर तैयार किया जा चुका है। ग्राम पंचायत खरोरा के 14 वें वित्त की राशि रूपये 0.89 लाख एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से राशि रूपये 0.81 लाख से कोविड अस्पताल हेतु सी.सी. सड़क का निर्माण किया गया है, जिससे बारिश के मौसम में भी मरीजों को आने-जाने में परेशानी नहीं होगी।
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महासमुंद 15 जून : वैश्विक स्तर पर फैले कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि जिले के मरीजो का सैम्पल जाॅच के लिए भेजा गया है। जिसमें जिला महासमुंद के ग्राम भुरकोनी, पंचायत जगदल्ला, तहसील पिथौरा के मरीज की जाॅच रिपोर्ट पाॅजिटीव पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम भुरकोनी, पंचायत जगदल्ला के नीचे वर्णित चैहद्दी को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया हैं। इसमें उत्तर दिशा में रंगमंच एवं भारत का मकान, दक्षिण दिशा में तालाब पार एवं आंगनबाड़ी के मध्य रास्ता, पूर्व दिशा में साधूराम का खेत एवं पश्चिम दिशा मंे बिसाहू का बाड़ी ब्यारा शामिल हैं। इसके अलावा उक्त कन्टन्टमेंट जोन के अलावा 03 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया हैं।
कन्टेन्टमेंट जोन में प्रावधान के अंतर्गत होगी कार्रवाई
कटेंनमेंट जोन के चिन्हित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र मेें घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्हीं भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। स्वास्थ्य विभाग के मानकों के अनुरूप व्यवस्था के लिए पुलिस पेट्रोलिंग सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार आवश्यक सर्विलांस काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग एवं सैम्पल जांच आदि की कार्रवाई की जाएगी।
कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारी नियुक्त
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने कन्टेन्टमेंट जोन में तत्काल कार्रवाई के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें सम्पूर्ण प्रभार एवं इंसीडेन्ट कमांडर के लिए पिथौरा विकासखण्ड के अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री बी.एस. मरकाम, कंटेनमेंट जोन में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाना, आवागमन पर प्रतिबंध रखते हुए सुसंगत आवश्यक कार्रवाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री पुपलेश कुमार, केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग के लिए लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस. आर. सिन्हा, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनिटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद पंचायत पिथौरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप प्रधान, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई. किट इत्यादि उपलब्ध कराना एवं बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डाॅ तारा अग्रवाल, घरों का एक्टिव सर्विलांस के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती चित्ररेखा साहू, खंड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था के लिए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री के.के. ठाकुर, पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में तहसीलदार श्री टीकाराम देवांगन होंगे। इसी तरह कंटेनमेंट जोन के लिये गूगल मैप तैयार करने के लिए (राजस्व अमले द्वारा दिये गये नजरी नक्शा के आधार पर) जिला विज्ञान एवं सूचना अधिकारी श्री आनंद सोनी एवं ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र अंबिलकर, भू-अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम को नियुक्त किया गया हैं। सभी अधिकारी-कर्मचारी आपस में समन्वय बनाकर उक्त समस्त कार्यों का निर्वहन करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त कार्यों के लिए अन्य स्थानीय अमलों की ड्îूटी लगाने के लिए भी अधिकृत होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
नामांकन प्रस्ताव 15 सितम्बर 2020 तक
योग्य एवं पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव 01 सितम्बर तक जिला कार्यालय को अनिवार्यतः उपलब्ध कराने निर्देश
महासमुंद 15 जून : राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग, निर्देशानुसार पद्म पुरस्कार श्रृंखला के तहत ‘‘पदम विभूषण’’ ‘‘पदम भूषण’’ तथा ‘‘पदम श्री’’ पुरस्कारों के लिए वर्ष 2020-21 हेतु नामांकन प्रस्ताव 15 सितम्बर 2020 तक व्दसपदम Online www.padmaawards.gov.in के माध्यम से आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। पुरस्कार के लिये निर्धारित पात्रता एवं मापदण्ड के अनुरूप स्पष्ट अनुशंसा सहित जिले के योग्य एवं पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देशानुसार 30 अगस्त 2020 तक छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग,मंत्रालय रायपुर को अनिवार्यतः उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। शासन स्तर से निर्धारित समय-सीमा के पश्चात् प्रेषित नामांकन पर विचार नहीं किये जाएंगे। इसलिए चाही गई वांछित जानकारी निर्धारित समय सीमा में सीधे शासन को भेजते हुए प्रतिलिपि आयुक्त कार्यालय को अवगत कराने का आग्रह किया गया है।
इस संबंध में अपर कलेक्टर ने पत्र जारी कर सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सहित जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। निर्देशानुसार निर्धारित पात्रता एवं मापदण्ड के अनुरूप स्पष्ट अनुशंसा सहित योग्य एवं पात्र व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव 01 सितम्बर 2020 तक इस कार्यालय को अनिवार्यतः उपलब्ध कराने कहा गया हैं। जानकारी प्राप्त होने पर ही शासन को प्रेषित की जावेगी, साथ ही उक्ताशय का पर्याप्त प्रचार प्रसार भी कराना सुनिश्चित् करने कहा गया हैं। -
महासमुंद 15 जून : कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने आज यहां जिला कार्यालय के सभाकक्ष में वर्ष 2020 में मानसून को देखते हुए वीडियों कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से बाढ़ आपदा प्रबंधन एवं राहत की बैठक लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक तैयारी कर लेने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी नगरीय क्षेत्रों में वर्षा के पूर्व नालियों की साफ-सफाई एवं मरम्मत कार्य करा लिए जाए, जिससे वर्षा के दिनों में दिक्कत नहीं होवे। वर्षा ऋतु में सर्पदंश एवं डाग बाईटस के आने वाले प्रकरण में जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त दवाईयां एवं इन्जेक्शन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांवों में मितानिनों के पास पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाईयां रखी जावे। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा अधिकारी मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के अंतर्गत जहां भी शिविर लगने है, वहां लोगों को पर्याप्त मात्रा में मौसमी बीमारियों से उपचार के लिए दवाईयां वितरित कराएं। मितानिनों की सूची एवं मोबाईल नम्बर भी राजस्व अधिकारियों को उपलब्ध कराएं।
बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले के बाढ़ संभावित क्षेत्रों वाले गांवों एवं जलभराव वाले इलाकों की सूची पुलिस अमले को ही दी जाए, ताकि बाढ़ की स्थिति में बचाव के लिए समन्वय स्थापित किया जा सकें। उन्होंने कहा कि बाढ़ आपदा से बचाव के लिए बोट सहित रस्सी, टाॅर्च, केरोसिन आदि सभी सामग्री स्थापित होने वाले शिविर स्थानों में व्यवस्था कर ली जाए। इसके अलावा बाढ़ की स्थिति में जिस भवन में शिविर स्थापित किए जाएंगे यदि वे क्वारेंटाईन सेंटर के रूप में है, तो वहां से श्रमिकों को शिफ्ट करने के बाद उस भवन का भली-भाॅति सेनेटाईज करना जरूरी होगा। उन्होंने वर्षा मापी यंत्र आदि को सुव्यवस्थित रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खाद्य विभाग के अधिकारी से कहा कि जिले के दुर्गम क्षेत्रों वाले गांवों में मानसून पूर्व पर्याप्त खाद्यान्न भण्डारण सुनिश्चित करें। इसके अलावा संभावित बाढ़ वाले चिन्हांकित गांवों की सूची खाद्य निरीक्षकों की दी जाए। साथ ही इन गांवों में बाढ़ आपदा के लिए दो-दो क्विंटल चावल का भण्डारण सुनिश्चित करें, सूखा जलाऊ लकड़ी-कंडे की व्यवस्था के साथ केरोसिन भी रखा जावें।
बैठक में उन्होेंने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए पहले से ही वर्षा प्रभावित ग्रामों में पेयजल स्त्रोतों के उपचार कराएं, लोगों को साफ-सुथरा पानी उपलब्ध हो, इसके लिए पी.एच.ई. विभाग के एस.डी.ओ. टैंकर में पानी की व्यवस्था रखेंगे। लोेक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी मैदानी अमले पेयजल व्यवस्था एवं मौसमी बीमारियों के रोकथाम के लिए उपाय सुनिश्चित करेंगे। पेयजल स्त्रोतों की साफ-सफाई के लिए ब्लीचिंग पाऊडर आदि डलवाकर उनकी सफाई कराएं। बैठक में उन्होंने जिले में बाढ़ आपदा बचाव के लिए उपलब्ध बोट, सर्च लाईट, टाॅर्च, रस्सी, ड्रम, लाईफ जैकेट सहित अन्य सभी सामग्री की जानकारी ली। इस संबंध में उन्होंने जिला कंमाडेड को सामग्री सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सकें। तैराकों की सूची भी तैयार रखें।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले की समस्त नगरीय निकायों में नालियों की साफ-सफाई करा लें, ताकि वर्षा या बाढ़ की स्थिति में नालियों से पानी सुगमता के साथ प्रवाहित हो सकें, किसी प्रकार के जलभराव की स्थिति उत्पन्न नहीं होने पाएं। इसके अलावा नगरपालिका क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में सभी सी.एम.ओं कदम उठाएं, ताकि जलजनित बीमारियां वर्षा के दौरान नहीं फैलने पाएं। साथ ही अस्वास्थ्यकर खाद्य सामग्री इत्यादि का विक्रय नहीं हो, इसके लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि लोक-निर्माण विभाग प्रमुख मार्गों के ऊपर से पानी बहने की स्थिति में वहां यातायात रोकने के पुख्ता इंतजाम किया जावें, ताकि किसी प्रकार की जन-हानि नहीं होने पाएं। ऐसे क्षेत्रों में जहां नदियों का पानी भरने की स्थिति हो वहां कोटवारों से मुनादी कराई जावें। कलेक्टर ने कहा कि गंगरेल सहित अन्य बाॅधों से पानी छोड़े जाने की स्थिति में इसकी जानकारी तत्काल मिलनी चाहिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सहित मैदानी अमले को समन्वय के साथ जिला प्रशासन को जानकारी देने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि जिले में एक जून 2020 से कंट्रोल रूम प्रभावी हो गया है। इसका दूरभाष नंबर 07723-223305 है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल द्वारा बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के लिए डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर मोबाईल नंबर 99936-81890 को नोडल अधिकारी एवं भू- अभिलेख के सहायक अधीक्षक श्री आदित्य कुंजाम मोबाईल नंबर 99815-84877 को सहायक नोडल प्रभारी अधिकारी बाढ़ आपदा नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग का भी बाढ़ सहायता केन्द्र स्थापित किया गया है इसका दूरभाष क्रमांक 94791-92399 हैं। कलेक्टर ने सभी तहसीलों में कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री आलोक पाण्डेय, अनुविभागियों अधिकारीगण, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सीमा ठाकुर, सुश्री पूजा बंसल सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।