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- एसडीएम भरतपुर कन्टेनमेंट जोन के प्रभारी अधिकारी नियुक्त
कोरिया 15 जून : कोरिया जिले में कोरोना वायरस से संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु संदिग्ध मरीजों का सैंपल जांच हेतु प्रेषित किया गया था। जिसके अंतर्गत जनपद पंचायत भरतपुर के ग्राम पंचायत मन्नौढ़ के क्वारंटाइन सेन्टर आंगनबाड़ी भवन मन्नौ्ढ़ से एक मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव मिलने के बाद कलेक्टर श्री एस एन राठौर के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुये जनपद पंचायत भरतपुर के ग्राम पंचायत मन्नौढ़ के क्वारंटाइन सेन्टर आंगनबाड़ी भवन मन्नौढ़ के पास से 500 मी. के परिधि क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया गया है। उक्त कन्टेनमेंट जोन में पूर्व दिशा में सीताराम भुर्तिया के घर तक, पश्चिम दिशा में भुमका जंगल तक, उत्तर दिशा में गटारन तिराहा तक तथा दक्षिण दिशा में प्रेमनाथ के घर तक शामिल है।
कलेक्टर ने बताया कि कन्टेनमेंट जोन में आम नागरिकों की सामान्य रूप से आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। घोषित कन्टेनमेंट जोन में समस्त कार्यों हेतु प्रभारी अधिकारी के रूप में अनुविभागीय दण्डाधिकारी भरतपुर श्री विरेन्द्र लकड़ा मो.नं. 9644531104 को नियुक्त किया गया है। -
रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर किया गया सम्मानित
रक्तदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला चिकित्सालय में 14 जून को पांच पालियों में पांच-पांच की संख्या में रक्तदाताओं ने किया रक्तदान
महासमुंद / रक्तदान के महत्व के बारें में आज हर कोई वाकिफ है। रक्तदाता दिवस के अवसर पर 14 जून 2020 को जिला चिकित्सालय में विश्व रक्तदाता दिवस मनाया गया। रक्तदान के लिए एक दिवस पूर्व शनिवार को किए गए आव्हान से प्रेरित होकर अनेक लोग रक्तदान करने जिला चिकित्सालय पहुंचे। यहां उनके स्वास्थ्य परीक्षण कर शरीर में रक्त की मात्रा एवं संबंधित जांच प्रक्रियाएं पूर्ण की गईं। इसके उपरांत निर्धारित मापदंड के अनुसार 25 रक्तदाताओं को इस महादान का सौभाग्य प्राप्त हुआ। सभी रक्तदाताओं ने स्यमेव ही अपने लोगों को उत्साहित करने का बीड़ा उठाते हुए समय-समय पर रक्तदान करते रहने का संदेश भी प्रेषित किया। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य स्तर से मिली निर्देशिका के तहत् इस वर्ष 14 जून 2020 विश्व रक्तदाता दिवस की थीम ‘‘सेव ब्ल्ड, सेव लाइफ’’ यानी ‘‘सुरक्षित रक्त, बचाएं जीवन” पर आधारित रही। चिकित्सकीय नियमावली के अनुरूप पांच-पांच की पारियों में 25 रक्तदाताओं से सुरक्षित रक्तदान कराया गया। एकत्र किए गए रक्त को आगामी जांच उपरांत ब्लड ग्रुप के अनुसार फ्रीजर में सुरक्षित रखा जाएगा। जो आपातकाल या शल्य क्रिया सहित थैलेसेमिया और एनिमिया जैसी बीमारियों के प्रकरणो में जरूरतमंदों को ब्लड ट्रांस्फ्यूजन की प्रक्रिया के तहत उपलब्ध कराया जाएगा।उल्लेखनीय है कि इस दौरान कोरोना वायरस के मंडराते संकट को देखते हुए विशेष तौर पर ब्लड बैंक के अधिकारी डाॅ वीबी अग्रवाल सहित अनुभवी लैब टैक्नीशियन एवं स्वास्थ्यकर्मी पल भर के लिए भी ओझल नहीं हुए और सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल ने रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग की ओर से प्रमाण पत्र देकर उन्हें पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगामी समय में रक्तदान के लिए लगातार कैम्प का आयोजन किए जाएंगे। इसके लिए निर्धारित चार्ट भी तैयार किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि जनसामान्य ओपीडी के समय में कभी-भी चिकित्सालय में आकर रक्तदान कर महादान का पुण्य अर्जित कर सकते हैं।लाॅकडाउन के दौरान रक्तदान से जुड़ी अहम बातेंअन्य देशों की तुलना में भारत में रक्तदान की आवश्यकता अधिक है। यह रक्तदान लॉकडाउन के संकट के दौरान अति महत्वपूर्ण है। रक्तदान कोविड-19 का खतरा पैदा नहीं करता यह पूरी तरह सुरक्षित है। रक्तदान सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए सुरक्षित तरीके से कराया जाता है। कोई भी व्यक्ति जो बीमार ना हो और उनमें कोविड-19 के लक्षण न हों, रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान करने आते व जाते समय मास्क जरूर लगाएं और हाथ की स्वच्छता का भी विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा रक्तदाता अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सही-सही जानकारी अवश्य उपलब्ध करवाएं। -
महासमुंद 14 जून 2020/ महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम रामपुर में एक प्रवासी श्रमिक जो जिला बलरामपुर (उत्तरप्रदेश) से 08 जून 2020 को परिवार सहित लौटकर आये थे। उन सभी को प्राथमिक शाला रामपुर ग्राम पंचायत डुमरपाली के क्वारंेटाईन सेण्टर में रखा गया था। श्री सोहन वनराज, पिता श्री रामसिंग वनराज, उम्र 40 वर्ष द्वारा प्राथमिक शाला रामपुर के क्वारेंटाईन सेंटर से 12 जून 2020 के शाम को भाग गया था। स्थानीय एवं पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें ढूंढने की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं मिला। इस संबंध में प्राथमिक शाला रामपुर ग्राम पंचायत डुमरपाली के क्वारंेटाईन सेण्टर के नोडल अधिकारी श्री मोहनिश वैष्णव द्वारा 13 जून 2020 को पटेवा थाने में प्रारम्भिक सूचना रिपोर्ट लिखाई गई।
जिसे पुलिस द्वारा अपराध क्रमांक 115ध्2020 धारा 188 भारतीय दण्ड संहिता के तहत् पंजीबद्ध किया गया है। 14 जून 2020 को श्री सोहन वनराज पिता रामसिंग वनराज उम्र 40 साल निवासी रामपुर थाना पटेवा ग्राम रामपुर के खेत में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। जिस पर थाना पटेवा में मर्ग क्रमांक 25ध्2020 धारा 174 जा.फौ. कायम कर जाँच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया है। -
कोरिया -/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु क्वारंटाइन सेन्टरों में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने भारत सरकार तथा राज्य शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश के परिपालन में कलेक्टर श्री एस एन राठौर की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि बारिश होने के कारण सांप, बिछू एवं अन्य कीड़े-मकोड़े इत्यादि निकलते है एवं मौसमी बीमारियाँ जैसे- मलेरिया, उल्टी दस्त, सर्दी खासी, वायरल बुखार आदि होने की प्रबल संभावना रहती है। आम जन की सुविधा को देखते हुए कलेक्टर ने जिले में स्थापित समस्त क्वारंटाइन सेन्टरों में आवश्यक व्यवस्था किये जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। आयोजित बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री चन्द्रमोहन सिंह, डिप्टी कलेक्टर (प्रभारी अधिकारी, एस.डब्ल्यू. शाखा) श्री अपूर्व प्रियेश टोप्पो, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामेश्वर शर्मा, अनुविभागीय दण्डाधिकारी बैकुण्ठपुर श्री ए.एस. पैकरा तथा नगर निगम चिरमिरी की आयुक्त सुश्री सुमन राज शामिल हुए।
बैठक में कलेक्टर श्री राठौर ने कहा कि जिले में समान्यतः वर्षाऋतु के कारण सांप, बिच्छू एवं अन्य कीड़े-मकोड़े इत्यादि निकलने एवं मौसमी बीमारियाँ जैसे - मलेरिया, उल्टी दस्त, सर्दी खांसी, वायरल बुखार आदि फैलने की संभावना रहती है जिसे ध्यान में रखते हुए राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मंत्रालय द्वारा दिये गये निर्देशानुसार जिले के क्वारंटाइन सेन्टरों में आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। जिसके तहत अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों को शासकीय क्वारंटाइन सेन्टर में रहना अनिवार्य होगा। हाटस्पॉट जैसे - महाराष्ट्र, दिल्लीे, मध्यप्रदेश (भोपाल, इन्दौर), तमिलनाडु, गुजरात, आदि राज्यों या स्थानों से आने वाले व्यक्तियों को शासकीय क्वारंटाइन सेन्टर में रहना अनिवार्य होगा।अन्य राज्यों या स्थानों से ई-पास के माध्यम से आने वाले व्यक्ति यदि Symptomatic पाये जाते हैं तो उन्हें आईसोलेशन सेन्टर में रहना अनिवार्य होगा। Asymptomatic व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन में रहना एवं मोबाईल में रक्षा सर्व एप्प डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों या विदेश से आने वाले व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से पेड क्वारंटाइन या शासकीय क्वारंटाइन सेन्टर में रहना अनिवार्य होगा। जो व्यक्ति व्यापार एवं अन्य शासकीय कार्य आदि उद्देश्य से सीमित अवधि (अधिकतम 02 दिवस) के लिये ई-पास के माध्यम से अन्य राज्यों से आये है, उनमें लक्षण पाये जाने पर आईसोलेशन सेन्टर में रहना अनिवार्य होगा। Asymptomatic व्यक्तियों को अपने आने का उद्देश्य, रहने का पता आदि सम्पूर्ण जानकारी देना एवं मोबाईल में रक्षा सर्व एप्प डाउनलोड करना अनिवार्य होगा।छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों से ई-पास के माध्यम से आने वाले व्यक्ति यदि Symptomatic पाये जाते है तो उन्हें आईसोलेशन सेन्टर में रहना अनिवार्य होगा। Asymptomatic व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन में रहना एवं मोबाईल में रक्षा सर्व एप्प डाउनलोड करना अनिवार्य होगा।जो वाहन चालक व्यक्तियों को अपने गंतव्य स्थान पर छोड़कर ई-पास के माध्यम से आते हैं, यदि वे Symptomatic पाये जाते है तो उन्हे आईसोलेशन सेन्टर में रहना अनिवार्य होगा। Asymptomatic वाहन चालकों, जो अन्य हाट स्पॉट से बिना रूके हुए आये हों, उन्हें होम क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य होगा एवं मोबाईल में रक्षा सर्व एप्प डाउनलोड करना अनिवार्य होगा तथा जो Asymptomatic वाहन चालक हाटस्पॉट छोड़कर अन्य राज्य या जगह से बिना रूके हुए आये हैं, उन्हें अपने आने का उद्देश्य, रहने का पता आदि सम्पूर्ण जानकारी देना एवं मोबाईल में रक्षा सर्व एप्प डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। जिन व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन में रखा जायेगा, उन्हें रक्षा सर्व एप्प अपने मोबाईल फोन में डॉउनलोड करना तथा हाथ में होम क्वारंटाइन की सील लगवाना अनिवार्य होगा। -
जशपुरनगर 14 जून 2020/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज हवाई पट्टी का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्था के संबंध में ली जानकारी और अधिकारी को दिए आवश्यक दिशा निर्देश। जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, सहायक आयुक्त आदिवासी श्री एस.के.वाहने मौजूद थे।
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बच्चों के लिए फर्नीचर, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, स्मार्ट क्लास, इंटरनेट, कम्प्यूटर लैब की सुविधा उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
शिक्षकों को ज्वाइनिंग देने के लिए भी निर्देश दिए गए
जशपुर नगर 14 जून 2020/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज संकल्प शिक्षण संस्थान के भवन में संचालित होने वाले शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण करके व्यवस्थाओं के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी से जानकारी ली। उन्होंने स्कूल में बच्चों के लिए फर्नीचर, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, स्मार्ट क्लास के लिए इंटरनेट के साथ कम्प्यूटर लैब आदि बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों की ज्वानिंग कराने के लिए भी कहा गया है ताकि स्कूल संचालन के लिए व्यवस्था शत् प्रतिशत् सुनिश्चित किए जा सकें। कलेक्टर ने अंग्रेजी माध्यम स्कूल में बच्चों के मनोरंजन के लिए संगीत टीचर रखने के निर्देश दिए है ताकि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को विभिन्न प्रकार के गतिविधियों में शामिल करके उनका बौद्धिक विकास किया जा सके। संकल्प शिक्षण संस्थान में अंग्रेजी माध्यम स्कूल के लिए 17 कमरों में कक्षा संचालित की जाएंगी।
कलेक्टर ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल में वर्चुअल क्लास आगामी 15 जुलाई से कक्षाएं प्रारंभ की जा रही है। इसके लिए इंटरनेट कनेक्शन लगाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए है। कक्षाएं प्रारंभ होने के पश्चात् प्राचार्य वर्चुअल क्लास हेतु टाईम टेबल भी बनाने के लिए कहा गया है। अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक टाईम टेबल के अनुसार बच्चों को पढ़ाएंगे। साथ ही टाईम टेबल को वाट्सअप आदि में सूचित किया जाएगा। अंग्रेजी माध्मय स्कूल में प्रवेश प्रक्रिया के लिए कमेटी द्वारा मापदण्ड निर्धारित किया जाएगा। इसी के अनुसार बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। कलेक्टर ने इस दौरान संकल्प शिक्षण संस्थान हाॅस्टल का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, एसडीएम श्री योगेन्द्र श्रीवास, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन.कुजूर, सहायक आयुक्त आदिवासी श्री एस.के.वाहने, प्राचार्य श्री विनोद गुप्ता, श्री संजीव शर्मा, श्री रामकृष्ण जागड़े उपस्थित थे।
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कलेक्टर ने आज हाॅलीक्रास अंगे्रजी माध्यम स्कूल के स्मार्ट क्लास, लाईबे्ररी, कम्प्यूटर लैब, भौतिक, रसायन बायोलाॅजी लैब, डिजिटल क्लास की ली जानकारी
जशपुरनगर 14 जून 2020/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने घोलेंगे हाॅलीक्रास अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण करके स्कूल के स्मार्ट क्लास, लाईबे्ररी,कम्प्यूटर लैब, भौातिक, रसायन बायोलाॅजी लैब, डिजिटल क्लास का अवलोकन करके प्राचार्य डाॅ. लाईसा जोसेफ से जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्रावईट स्कूल जैसी सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसी उद्देश्य को लेकर आज हाॅलीक्राॅस अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण किया गया है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एन.कुजूर, सहायक आयुक्त आदिवासी श्री एस.के.वाहने, प्राचार्य श्री विनोद गुप्ता, श्री संजीव शर्मा, प्रतीक पाण्डेय, दीपक टोप्पो एवं अन्य शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
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पुरूष 3433 एवं 453 महिलाएं शामिल है
जशपुरनगर 14 जून 2020/कलेक्टर श्री महादेव कावरे के निर्देशन में जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 699 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 3886 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 3433 एवं महिलाओं की संख्य 453 शामिल है। इनमें जशपुर विकासखंड के 58 क्वारेंटाईन सेंटर में 285 लोगों को रखा गया हैं। इसी प्रकार मनोरा के 57 क्वारेंटाईन सेंटर में 187 लोगों को, दुलदुला विकासखंड के 90 क्वारेंटाईन सेंटर में 473 लोगों को, कुनकुरी विकासखंड के 153 क्वांरेंटाईन सेंटर में 594 लोगों को, फरसाबहार विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 842 लोगों को कासंाबेल विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 425 लोगों को, पत्थलगांव विकासखंड के 128 क्वारेंटाईन सेंटर में 566 लोगों को एवं बगीचा विकासखंड के 103 क्वारेंटाईन सेंटर में 514 लोगों को रखा गया है।कलेक्टर श्री कावरे के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं निंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है। -
जशपुरनगर /कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के लिए 7.06.2020 पत्र के माध्यम से प्रातः 7 बजे से शाम 6 बजे तक दुकान खुले रहने का आदेश जारी किया गया था। जिस पर आंशिक संशोधन करते हुए अनुमति प्राप्त सभी व्यवसायिक अन्य प्रतिष्ठान प्रातः 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक संचालन करने की अनुमति दी है। इस दौरान सोशल डिस्टेंश का पालन करना, मास्क लगाना, सेनिटाईजर का छिड़काव करना अनिवार्य होगा।
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पुरे घटनाक्रम पर कलेक्टर किरण कौशल सहित वरिष्ठ अधिकारियों की नज़र
-बिलासपुर से पहुँचे सी॰एफ़॰ सहित डी॰एफ़॰ओ॰, वेटनरी डाक्टरो,राजस्व विभाग की टीम मौक़े पर मौजूद..कोरबा के कुदमुरा रेंज मे गुरमा गाँव के एक घर मे घुसे हाथी की हालत अब ख़तरे से बाहर है। ग्रामीण जनो की सूचना पर डी॰एफ़॰ओ॰ एस॰ गुरुनाथन मौक़े पर पहुँचे ।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने तत्काल पशु चिकित्सकों का दल मौक़े पर भेजा था। पशु चिकित्सकों ने हाथी की प्रारम्भिक जाँच कर उसे ज़रूरी दवाएँ और गलूकोस सेलाईन आदि लगाकर उपचार कर दिया है। पशु चिकित्सकों के अनुसार अब हाथी की हालत ख़तरे से बाहर है। हाथी के बेहतर इलाज के लिए राजधानी रायपुर से विशेषज्ञ चिकित्सकों का दल भी गुरमा के लिए रवाना हो गया है। मौक़े पर मौजूद सी॰एफ़॰ और डी॰एफ़॰ओ॰ तथा राजस्व एवं वन विभाग का अमला पुरी तरह से मुस्तैद है।पशुधन विकास विभाग के उप संचालक डाक्टर एस पी सिंह ने बताया को ७-८ वर्ष का नर हाथी अपने झुंड से भटककर गुरमा गाँव में घुस गया है। इसकी तबियत पहले से ही कुछ ख़राब होने का अंदेशा पशु चिकित्सकों ने किया है और बताया कि इस छोटे हाथी के गाँव में भीड़भाड़ के कारण और बाहर निकलने के प्रयास में तबियत थोड़ी बिगड़ गई थी ।वन विभाग द्वारा सूचना पर तत्काल पशु चिकित्सकों का दल डाक्टर सिंह के नेतृत्व में गुरमा पहुँचा और हाथी का प्राथमिक उपचार किया । अभी हाथी का स्वस्थ्य पहले से बेहतर है। उसकी आँखे, हृदयगति सभी सामान्य रूप से काम कर रही है। हाथी को प्राथमिक उपचार और ग्लूकोज़ सेलाईन लगाया गया है। कलेक्टर स्वयं इस घटना पर नज़र बनाए हुए है और हाथी के स्वस्थ्य के बारे में पूरी जानकारी ले रही है। कलेक्टर ने रायपुर से वाईल्ड लाइफ़ विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों के गुरमा पहुँचने तक हाथी के स्वस्थ पर पूरी निगरानी रखने और इलाज के बेहतर इंतज़ाम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है। -
: कोरबा जिले में फिर 44 नये केस कोरोना संक्रमित मिले
आज देर शाम में आई कोरोना टेस्ट रिपोर्ट मे मिली संक्रमित,34 चोरभठट्टी गोपालपुर और 3 आमगावं, 3 चचिया , 2 सन साइन होटल , 2 श्री हरिमगलंम् कोरबा के क्वाँरेटाईन सेंटर में ठहरे प्रवासी ....संक्रमितों में कोरोना के कोई प्रारम्भिक सिम्पटम नहीं, सक्रमितों में 28 पुरुष,16 महिलासभी उडीसा,जम्मु,बिहार से लौटे ..एक संक्रमित छत्तीसगढ़ रायगढ़ से आया...प्रशासनिक अधिकारियों का दल और मेडिकल टीम पहुँची मौक़े पर,संक्रमितो को ईलाज के लिए कोविड अस्पताल भेजने की तैयारी - दुर्ग : राज्य शासन के द्वारा जारी गाइडलाइन के परिप्रेक्ष्य में दुर्ग जिले के आम दुकानों के संचालन के संबंध में राज्य शासन के आदेशानुसार जिले में अनुमति प्राप्त दुकानों, व्यावसायिक एवं अन्य प्रतिष्ठानों, जिनको गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालन की अनुमति है, को प्रातः 5ः00 बजे से रात्रि 9ः00 बजे तक संचालन की अनुमति प्रदान की गई है। व्यवसायिक प्रतिष्ठान उपरोक्त समयावधि के मध्य दुकान संचालन कर सकेंगे। उक्त आदेश घोषित कंटेनमेंट जोन में लागू नहीं होगा। शर्तें यथावत लागू रहेंगे
- दुर्ग: जिले के अंतर्गत ग्राम चरौदा, वार्ड नंबर 23 नवीन नगर, प.ह.न 57, रा.नि.म. चरौदा, तहसील पाटन एवं ग्राम भरनी, प.ह.न 5, रा.नि.म. धमधा, तहसील धमधा एवं ग्राम गोंड पेंड्री प.ह.न 23, रा.नि.म सेलूद तहसील पाटन में नया कोरोना पाॅजिटिव केस पाये जाने के कारण कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। कन्टेनमेंट जोन में चिन्हांकित क्षेत्र में सभी प्रकार के दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेगी। इसके अलावा सभी प्रकार की वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा।मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। उक्त क्षेत्र की निगरानी के पुलिस विभाग के माध्यम से पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सालय व स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी के साथ निर्देशानुसार सेम्पल की जांच की जायेगी।
- दुर्ग: डॉ. सुभाष पांडे संभागीय संयुक्त संचालक संभाग, दुर्ग द्वारा दौरा किया गया। जिसमें उन्होंने भिलाई सेक्टर-09 निर्देशक स्वास्थ्य सेवाएं, से स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर क्रियान्वयन के संबंध में विस्तृत चर्चा की। साथ ही भिलाई सेक्टर-06 के डिस्पेंसरी का भी भ्रमण एवं निरीक्षण करते हुए वहां टुनाट स्थापित किए जाने के संबंध में चर्चा की। साथ ही जिले के सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों, शहरी खंड चिकित्सा अधिकारी, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक से कोविड-19 एवं नान कोविड-19 कार्यक्रमों पर विस्तृत समीक्षा एवं दिशा-निर्देश प्रदाय किये।डॉ. पांडे द्वारा श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के परिसर में संचालित कोविड-19 अस्पताल का भ्रमण एवं निरीक्षण किया गया जिसमें उन्होंने सेवाओं के बेहतरी के संबंध में निर्देश दिए।
- दुर्ग : महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव श्री आर. प्रसन्ना ने जिले में किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम के तहत जिले में संचालित शासकीय बाल सम्प्रेक्षण गृहध्प्लेस आॅफ सेफ्टी एवं विशेष गृह निरीक्षण किया। निरीक्षण में श्री आर. प्रसन्ना द्वारा इन संस्थाओं में रह रहे विधि विरूद्ध बालकों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना गया। साथ ही उनके भोजन, वस्त्र, दैनिक वस्तुओं की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली गई। किशोर के दिनभर के क्रियाकलापों उपलब्ध संसाधनों, मनोरंजन की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया गया।श्री आर. प्रसन्ना द्वारा संस्था में कार्यरत कर्मचारियों से भी चर्चा की गई जिसमें उनके कर्तव्य पालन में हो रही समस्याओं का निराकरण किया गया। साथ ही इन संस्थाओं में चल रहे निर्माण कार्यो का भी जायजा लिया गया इन निर्माण कार्यो को जल्द से पूर्ण कराये जाने निर्देशित किया गया। श्री आर. प्रसन्ना द्वारा इन संस्थाओं में निवासरत किया गया साथ ही इन संस्थाओं में चल रहे निर्माण कार्यो का भी जायजा लिया गया इन निर्माण कार्यो को जल्द से पूर्ण जल्द से पूर्ण कराए जाने निर्देशित किया गया। श्री आर. प्रसन्ना द्वारा इन संस्थाओं में निवासरत 16 से 18 वर्ष के बालकों को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण दिलाए जाने का निर्देश दिया गया जिससे बच्चें संस्था से छुटने का रोजगार की व्यवस्था कर सके। उक्त निरीक्षण के समय महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन, प्रभारी जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्रीमती प्रीती डांगरे एवं समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्री डी. पी. ठाकुर उपस्थित थे।
- नजूल भूमि का करें चिन्हांकनपटवारी बक्से भी देखें, डायवर्सन वसूली में लाएं तेजी, हर हफ्ते होगी मॉनिटरिंग
दुर्ग : अपनी पहली बैठक में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने स्पष्ट कर दिया कि लोगों के प्रकरणों के निराकरण में और रेवेन्यू जेनरेशन में ढिलाई हुई तो कार्रवाई तय है। इस पर क्या किया, इसकी जानकारी हर हफ्ते ली जाएगी। उन्होंने कहा कि नजूल भूमि का चिन्हांकन सबसे अहम है। एक हफ्ते में इसकी रिपोर्ट दें। व्यक्तिगत रूप से पटवारियों के बस्ते देखें। कलेक्टर ने कहा कि भूस्वामी हक के संबंध में शासन ने जनहित में नीतियां तैयार की हैं। लोगों को इस संबंध में जानकारी दें। नजूल अधिकारी को सभी नगरीय निकायों में बैठक लेकर इस संबंध में अधिकतम कार्रवाई करने कहा ताकि नगरीय निकाय इसके लिए पूरी तरह कमर कस सकें। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी आश्रय योजना, रियायती और गैर रियायती पट्टों के संबंध में कार्रवाई तेजी से करें। उन्होंने कहा कि डायवर्सन से संबंधित वसूली पूरी ततपरता से करें। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया है कि लोक सेवा गारंटी में समय सीमा से बाहर के प्रकरण नहीं होना चाहिए। इसकी। नियमित समीक्षा होगी और लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के लॉक डाउन की वजह से पेंडेंसी बढ़ गई है। आपको अब ज्यादा समय कोर्ट में देना होगा। लोगों का काम जल्दी होना चाहिए। एसडीएम यह देखें कि प्रकरणों का बंटवारा सभी राजस्व अधिकारियों को हो ताकि सभी प्रभावी रूप से काम हो सकें। 2 वर्ष से अधिक के प्रकरण को डेडलाइन में निराकृत करें। इसकी समीक्षा नियमित होगी। उन्होंने कहा कि ई कोर्ट के क्रियान्वयन के संबंध में स्पष्ट निर्देश हैं कि इसे 15 अगस्त तक क्रियान्वित होना है। अगर लापरवाही हुई तो कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि डायवर्सन, आय-जाति, अविवादित नामांतरण, और सीमांकन के जितने भी मामले हैं उन्हें जल्द निराकृत करें। उन्होंने कहा कि अविवादित नामांतरण के प्रकरण शीघ्रतापूर्वक निपटाएं। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी प्रकरण जितनी शीघ्रता से निपटते हैं उतना ही लोगों को राहत मिलती है। इसे प्रभावी तरीके से करें।बैठक में नगर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक, सहायक कलेक्टर श्री जितेंद्र यादव, अपर कलेक्टर श्री वीरेंद्र बहादुर पंचभाई और श्री प्रकाश सर्वे सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। - दुर्ग : जिले में लॉकडाउन के कारण फंसे हुए श्रमिक अथवा सामान्य-जन जो कि उत्तर प्रदेश अथवा बिहार के हैं अपना पंजीयन वापसी हेतु मोबाइल नंबर 9893694350 पर करा सकते हैं। यह पंजीयन/यात्रा निशुल्क होगी। यात्रियों को अपना वर्तमान पता और गंतव्य स्थल का पूर्ण पता तथा मोबाइल नंबर उक्त नंबर पर दर्ज कराना होगा। उपरोक्त जानकारी सहायक श्रम आयुक्त श्री आर. के. प्रधान के द्वारा दी गई।
- महिला बाल विकास विभाग के सचिव श्री आर.प्रसन्ना ने अधिकारियों की ली बैठकदुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दौरान कुपोषण की समस्या को लेकर अधिकारियों से देर तक चर्चा की थी और इसे प्राथमिकता वाला कार्य बताया था। इसके पश्चात मुख्य सचिव श्री आर.पी मंडल ने बताया कि विभाग के नए सचिव श्री आर.प्रसन्ना ने पदभार ग्रहण करते ही सबसे पहले बस्तर के जिलों का दौरा किया और वहां पूरे काम की समीक्षा की।इस अहम अभियान को ऊर्जा देने सचिव श्री प्रसन्ना आज दुर्ग जिले पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सुपोषण अभियान शासन की प्राथमिकता है। इसे युद्धस्तर पर क्रियान्वित करना है। इसके लिए तय कार्यक्रम के अनुसार काम तो करना ही है बच्चों में स्वास्थ्यवर्धक आदतें विकसित करने की दिशा में भी काम करना है। उदाहरण के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी में ही बच्चों को नियमित हाथ धुलायें। उन्हें हाथ धुलाने का तरीका सिखाएं। यह बच्चों को खेल लगेगा और उनकी आदत में शुमार हो जाएगा। इस तरह की अच्छी आदत से डायरिया जैसी बीमारियों की आशंका घट जाएगी जिससे कुपोषण की दर बढ़ जाने की हमेशा आशंका बनी रहती है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने दुर्ग जिले में इस संबंध में किये जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। डॉ. भूरे ने बताया कि डीएमएफ के माध्यम से कुपोषित बच्चों के पोषण की विशेष व्यवस्था की गई। कुपोषित बच्चों की विशेष मोनिटरिंग की जा रही है और उसके लिए सिस्टम तैयार किया गया है।सचिव ने विभागीय बैठक लेकर जिले में सुपोषण अभियान के अंतर्गत बच्चों में कुपोषण की दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ संयुक्त रूप से अभियान चलाने कहा। उन्होंने बैठक में जिले में योजना के संचालन व क्रियान्वयन की जानकारी लेकर सर्वोत्तम रूप से काम करने कहा। योजना का उद्देश्य बताते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य की गर्भवती माता, शिशुवती माता और बच्चों को स्वस्थ और सुपोषित बनाने के उद्देश्य से यह योजना आरम्भ की। इसके परिणाम स्वरूप दूरस्थ और पिछड़े इलाकों में भी कुपोषण की दर में कमी आयी है। योजना का क्रियान्वयन और बेहतर होने से आने वाले समय मे कुपोषण मुक्त राज्य बनाने में कामयाबी मिल सकती है। । उन्होंने महिला बाल विकास की अनेक योजनाओं के वित्तीय लक्ष्य और उपलब्धि की भी जानकारी ली। बैठक में विशेषकर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की चर्चा की गई जिसमें मुख्य रूप से बच्चों को प्रदाय किये जा रहे अतिरिक्त पोषण आहार उसकी मात्रा एवं गुणवत्ता के बारे में परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया गया। कुपोषित बच्चों एवं एनीमिक महिलाओं को प्रतिदिन प्रदाय किए जाने वाले गर्म भोजन का निरीक्षण एवं मध्यम/गंभीर कुपोषित बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान देने हेतु दिशा-निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को जनसमुदाय से जोड़ने एवं उनकी सहभागिता हेतु समय-समय पर ब्लाॅक एवं ग्राम स्तर पर गतिविधियों के आयोजन हेतु निर्देशित किया गया। गृहभेंट के माध्यम से एवं आंगनबाड़ी में कुपोषित बच्चों के परिजनों को बुलाकर पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की जानकारी देने एवं उन्हें पोषण आहार में सुधार हेतु जागरूकता लाने निर्देशित किया गया।जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ समन्वय करते हुए, पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने हेतु विभिन्न आयोजन कराने को निर्देशित किया गया। एनीमिक महिलाओं एवं गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए विशेष अभियान चलाकर कुपोषण के स्तर में कमी लाने हेतु निर्देशित किया गया। जिले के ग्रामीण क्षेत्रांतर्गत सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वच्छ जल एवं शौचालय की उपलब्धता हेतु परियोजना अधिकारियों से सूची मंगाई गई, ताकि आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वच्छ जल एवं शौचालय की उपलब्धता हेतु परियोजना अधिकारियों से सूची मंगाई गई, ताकि आंगनबाड़ी केन्द्रों में समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग को जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों में इलेक्ट्राॅनिक वजन मशीन की उपलब्धता नहीं है, उन केन्द्रों में समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। साथ ही गर्भवती/शिशुवती माता एवं कुपोषित बच्चों के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर यथासंभव अतिरिक्त पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने निर्देशित किया गया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत श्री एस आलोक, डीपीओ श्री विपिन जैन सहित समस्त परियोजना अधिकारी उपस्थित थे।
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महासमुंद 13 जून 2020/ जिला चिकित्सालय और कोविड और नॉन कोविट सेंटर का निर्माण कार्य युध्द गति से जारी है। शुक्रवार को निर्माण और आगामी चिकित्सकीय व्यवस्था का जायजा जिला मुख्यालय के पत्रकारों ने लिया। इस दौरान सी एम एच ओ ड्रा एस पी वारे,सिविल सर्जन डॉ. राकेश परदल और उनकी टीम ने निर्माण की स्थिति और आगामी दिनों में कोविड केयर सेंटर में कोरोना मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान टीम ने यह भी बताया कि डॉक्टरों और चिकित्सकीय स्टाफ की पूरी टीम किस प्रकार से इस सेवा में संलग्न रहेंगे। पत्रकारों की टीम ने इमरजेंसी वार्ड, मेस, सामान्य कोरोना मरीजों को रखे जाने वाले स्थान के साथ कोविड केयर के लिए आवाजाही संबंधी सभी मार्गों और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान पत्रकारों में बाबूलाल साहू, सालिक राम कन्नौजे, संजय महंती, उत्तरा विदानी, रवि विदानी, मनीष पाण्डेय, मनीष सरवैया, सोहेल अकरम एवं रत्नेश सोनी मौजूद रहे। इस दौरान टीम को सीएमएचओ एसपी वारे, डॉ, आरके परदल, सहायक जनसंपर्क अधिकारी हेमनाथ, सिदार,मुकुंद राम घोड़ेसवार, डॉ. नागेश्वर राव, डॉ. निखिल गोस्वामी, असीम श्रीवास्तव सहित टीम ने निरीक्षण कराया।
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हर विभाग ने दिया अविलंब योगदान, कोरोना को हराने कोविड केयर सेंटर और कोविड हाॅस्पिटल बन कर तैयार
आवश्यक वास्तु बदलाव के साथ अनुभवी चिकित्सकों और अत्याधुनिक मशीनरी से लैस उपचार की सेवाओं से अब जिले के कोविड पॉजिटिव मरीजों का पूरा उपचार मुख्यालय में संभवमहासमुंद 13 जून 2020/ कोरोना के साथ जंग में अनेकता में एकता की परिभाषा को चरितार्थ करते हुए, जिला प्रशासन के साथ जुड़े शासकीय विभागों में स्वास्थ्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक निर्माण, सिंचाई, शिक्षा, ट्रायबल, पंचायत और शिक्षा विभाग सहित अन्य के आपसी सामन्जस्य की मेहनत रंग लाई और जिला कोविड-19 का उपचार करने में सक्षम बन गया है। बता दें कि कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ रवि मित्तल के अनुभवी निर्देशन और मार्गदर्शन में तैयार किए गए जिला चिकित्सालय के कोविड और नाॅन कोविड सेक्शन सहित जीएनएम नर्सिंग सेंटर को बतौर कोविड केयर सेंटर में तब्दील करने का काम निर्धारित समय-सीमा में पूरा कर लिया गया है। अब कोविड-19 के उपचार प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक मशीनरी सहित अनुभवी चिकित्सकीय दल को प्रशिक्षित करने के बाद उनकी चार्ट अनुसार ड्यूटी लगा कर चौबीसों घंटे की तैनाती भी की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शीघ्रता पूर्वक तैयार की गई, इन सेवा-सुविधाओं में अधिकारी-कर्मचारी वर्ग के साथ जमीनी स्तर पर काम करने वाले संलग्न विभागों के तृतीय और चतृर्थ वर्ग के शासकीय एवं अशासकीय कर्मचारियों और मेहनतकश मजूदरों ने भी जम कर पसीना बहाया। कठिन दौर में एकजुटता के साथ किए गए सम्मिलित योगदान की बदौलत उपलब्ध हुई नवीन स्वास्थ्य सुविधाओं के मिलने से अब, जिले के कोविड-19 पीड़ित मरीजों को उपचार के लिए राजधानी भेजे जाने की बाध्यता और परेशानी पूर्णतः समाप्त हो गई है। निसंदेह जिला चिकित्सालय के कोविड सेक्शन सहित कोविड केयर सेंटर की सेवाएं कोरोना वायरस के नियंत्रण और रोकथाम के साथ-साथ उपचार की उत्कृष्ट सेवाएं प्रदाय करने में कोविड पाॅजिटिव को कोविड निगेटिव में बदलने के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।कोविड केयर सेंटर की विशेषताओं पर एक नजरबिना लक्षण वाले कोविड पाॅजिटिव प्रकरणों के लिए नदियों के नाम वाले 20 कमरों में 240 बिस्तर हुए तैयार, पृथक रूप से बनाए गए 52 कक्षों में ही रहगा कोविड-19 का चिकित्सकीय दल, चौबीसों घंटे रहेगी उपलब्धता, निगरानी सीसीटीवी कैमरे कंट्रोल यूूनिट से जुड़े, टू वे माइकिंग सिस्टम से मरीज भी लगा सकेगे पुकार, संक्रमण रोकने में डाॅनिंग-डाॅफिंग का बाथिंग और पीपीई किट बदलने की सैनेटाइजेशन सुविधा रखेगी सुरक्षित, सेंट्रल ऑक्सीजन और वैक्यूम सक्शन की सुविधाओं से कठिन दौर में भी मरीजों निकाल सकेंगे बाहर एवं किचन और हाइजेनिक मैस की सुविधा उपलब्ध कराएगी मरीजों और स्वस्थ्यकर्मियों को सुरक्षित पोषण आहार।जिला चिकित्यालय के कोविड-नाॅन कोविड भी तैयारकोविड सेक्शन के अट्ठाईस बिस्तरों में होगा कोविड के लक्षण वाले पाॅजिटिव मरीजों का पूर्ण उपचार, तीन-तीन के सेट में तैयार आईसीयू के हरेक बिस्तर में जोड़े जा चुके हैं सेंट्रल ऑक्सीजन और वैक्यूम सक्शन, जिला चिकित्सालय के भवन में पार्टीशन कर तैयार हुए डाॅनिंग और डाॅफिंग के लिए सुरक्षित दो-दोे पृथक कक्ष।नाॅन-कोविड सेक्शन के मरीजों एवं स्वाथ्यकर्मचारियों के लिए पृथक रूप से बनाया गया है अंदरूनी रास्ता, नाॅन-कोविड मरीजों की चिकित्सकीय सेवाएं यथावत जारी, कोरोना से संक्रमित होने का नहीं होगा कोई खतरा एवं उपचार करने वाले चिकित्सकीय अमले सहित परामर्शदाताओं को भी किया जा चुका है कोविड प्रशिक्षित। -
महासमुंद 13 जून 2020/कोविड-19 से पाॅजिटिव होकर बीमार होने के बाद पुनः स्वस्थ हो जाने वाले कोविड फाइटर्स ने जिले में अब तक के सुखद समाचारों का रिकार्ड तोड़ दिया है। शनिवार 13 जून 2020 को एक ही दिन में जिले के कुल दस और कोविड पाॅजिटव मरीजों के कोविड निगेटिव होकर स्वस्थ हो जाने की पुष्टि हुई है। इस तरह, अब तक जिले में मिले कुल 61 कोविड पाॅजिटिव मरीजों में कुल सत्ताईस ऐसे प्रकरण सामने आ चुके हैं, जो उपचार उपरांत पूरी तरह से स्वस्थ हो कर चिकित्सालयों से छुट्टी ले चुके हैं। शनिवार को कोविड को मात देकर स्वस्थ होने वालों में चार प्रकरण सरायपाली विकासखण्ड के रहे, वहीं तीन-तीन प्रकरणों में विकासखण्ड पिथौरा और बसना के रहवासियों के हैं। स्वास्थ्य विभाग की एकीकृत रोग निगरानी इकाई से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में जिले के 34 कोविड पाॅजिटिव प्रकरण ही शेष रह गए हैं, जिनका उपचार राजधानी के चिकित्सालयों में चल रहा है। जल्द ही इनके भी स्वस्थ होकर लौटने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। इधर, लगभग पिछले अड़तालीस घंट बीत चुके हैं, जब से कोविड-19 का एक भी नया पाॅजिटिव प्रकरण देखने में नहीं आया, ऐसे में पाॅजिटिव प्रकरणों के निगेटिव में तब्दील होने की सूचनाएं मिलने से जिलेवासी राहत महसूस कर रहे हैं।
- पहुंचविहीन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न एवं दवाई उपलब्ध करायें: कलेक्टरबलरामपुर : आगामी मानसून 2020 में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत के संबंध में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने बताया कि आगामी मानसून में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था करने के लिए राज्य/जिला/तहसील स्तर पर सेल तथा बाढ़ समिति का गठन किया गया है।बैठक में कलेक्टर श्री श्याम धाावड़े ने प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत के संबंध में सर्व तहसीलदारों को निर्देशित किया कि जिला/तहसील स्तर पर स्थापित वर्षामापक यंत्रों का उचित रख-रखाव एवं जानकारी संकलित करने हेतु अधिकारियों/कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किया जाये। इसी प्रकार खाद्य अधिकारी को पहुंचविहीन क्षेत्रों में जहां बाढ़ की स्थिति में पहुंच पाना संभव नहीं होगा, वहां पर पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न सामग्री एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आवश्यक दवाईयां आदि संकलित कर उपलब्ध कराने को कहा।कलेक्टर ने कार्यपालन अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सेवा को पेयजल की शुद्धता एवं स्वच्छता को दृष्टिगत रखते हुए कुआं, हैण्डपम्प आदि में ब्लीचिंग पावडर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने बाढ़ से बचाव संबंधी जो भी उपकरण जिले में उपलब्ध हैं उनकी दुरूस्ती आदि कराकर उपयोग हेतु तैयार रखने के निर्देश नगर सेना के अधिकारी को दिये। उन्होंने बताया कि नगरीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति प्रायः नालियों के अवरूद्ध हो जाने के कारण होती है अतः स्थानीय प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित कर लिया जावे कि संबंधित नगर पालिका अधिकारी नगर के तमाम नालियों की सफाई कराते रहें। भारत संचार निगम लिमिटेड के अधिकारी को संचार सेवा दुरूस्त रखने व वनमण्डलाधिकारी को जिले के सभी विभागीय डीपो/गोदाम में प्रर्याप्त मात्रा में बांस-बल्ली की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा आवश्यकता पड़ने पर संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के माध्यम से बचाव दल को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
- ट्री-गार्ड के विक्रय से महिलाओं को हो रही है अच्छी आमदनी
बलरामपुर: मतिया अपने घर के आंगन में बांस को छोट-छोटे टूकड़ों में काटकर अपने पति को दे रही है, जो बांस द्वारा सीढ़ी नुमा संरचना का कोई सामान तैयार कर रहें हैं। पूछने पर मतिया ने बताया कि बांस से ट्री-गार्ड का निर्माण कर रहें हैं, जिसका उपयोग पौधों के बचाव के लिए किया जाता है। नारी शक्ति समूह की सदस्य मतिया एवं निर्मला ने कहा कि लाॅकडाउन की अवधि में जब हमारे में पास आजीविका का कोई साधन उपलब्ध नहीं था, तब प्रशासन ने ट्री-गार्ड निर्माण के माध्यम से हमें रोजगार उपलब्ध करवाया। महिला समूह के सदस्य अपने परिवार के साथ ट्री-गार्ड के निर्माण कार्य में संलग्न हैं।विकासखण्ड राजपुर के ग्राम बदौली में एनआरएलएम की स्व सहायता समूहों की महिलाएं ट्री-गार्ड निर्माण के कार्य से जुड़ी हैं। लाॅकडाउन की अवधि में जहां एक ओर रोजगार तथा आजीविका की समस्याएं उत्पन्न हो रही थी, वहीं एनआरएलएम की महिला समूहों के लिए ट्री-गार्ड निर्माण का कार्य रोजगार के साथ-साथ जीवन-यापन के लिए आय का प्रमुख स्त्रोत बन गया है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरीष एस. बताते हैं कि वन विभाग द्वारा वर्षा ऋतु में वृहद पैमाने में वृक्षारोपण का कार्य किया जाता है तथा पौधों के सुरक्षा हेतु उन्हें ट्री-गार्ड की आवश्यकता होती है। जिला प्रशासन तथा वन विभाग ने समन्वयन स्थापित कर ट्री-गार्ड की आपूर्ति के लिए महिला समूहों को इससे जोड़ने का फैसला लिया है।वर्तमान में विकासखण्ड राजपुर के 10 महिला स्व सहायता समूह ट्री-गार्ड निर्माण का कार्य कर रहीं हैं। महिलाएं अब तक 3 हजार ट्री-गार्ड निर्मित कर चुकी हैं, जिनमें से 900 ट्री-गार्ड की आपूर्ति वन विभाग को की गई है तथा शेष ट्री-गार्ड की आपूर्ति भी जल्द की जाएगी। उन्होंने बताया कि महिलाओं को अवसर की जरूरत होती है, उनमें क्षमताओं की कमी नहीं है। प्रशासन ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास किया है तथा आगे भी प्रतिबद्धता के साथ समानता के हर अवसर उपलब्ध करवाएगी। महिलाओं की ट्री-गार्ड निर्माण के कार्य में रूचि स्वतः स्फूर्त है, हमने केवल उन्हें दिशा दी है। महाजन मुक्ति समूह की कमलो कौशिक ने बताया कि वन विभाग की आवश्यकताओं को देखते हुए हमने 10 हजार ट्री-गार्ड बनाने का लक्ष्य रखा है। एक ट्री-गार्ड का विक्रय मूल्य 435 रूपये निर्धारित किया गया है। लागत और परिश्रम को देखते हुए ट्री-गार्ड का उचित मूल्य हमें प्राप्त होगा। कोविड-19 के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों के दौरान कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, वन विभाग के अधिकरी, एनआरएलएम की टीम ने हमें यह अवसर प्रदान करते हुए रोजगार उपलब्ध करवाया है। समूह की महिलाओं ने प्रशासन की इस पहल के लिए उन्हें हृदय से धन्यवाद दिया है। प्रशासन एनआरएलएम के माध्यम से महिला समूहों को लगातार रोजगार मूलक कार्यों से जोड़ते हुए आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का प्रयास कर रही है। - कोरिया: दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144 (1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कलेक्टर श्री एसएन राठौर के द्वारा जिले में 16 अगस्त 2020 तक धारा 144 लागू की गई है।इसी अनुक्रम में पूर्व में जारी आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए कलेक्टर द्वारा प्रातः 5.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक अनुमति प्राप्त दुकानों, व्यवसायिक एवं अन्य प्रतिष्ठानों को संचालित किये जाने की अनुमति प्रदान की गई है। पूर्व में जारी सभी आदेश व शर्ते यथावत रहेंगी।
- लोक सेवा केन्द्रों मे जिला खनिज न्यास मद से निःशुल्क बनाया जाएगा जाति, निवास एवं आय प्रमाण पत्रजशपुर: कलेक्टर श्री महादेव कावरे द्वारा आम नागरिकों की सुविधा के लिए निर्मित्त किए गए लोक सेवा केन्द्रों का जायजा लेते हुए वहां आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए और वहां आने वाले लोगो के लिए एक-एक मीटर की दूरी पर गोल घेरा बनाया जाए जाने के दिए निर्देश ताकि लोक सेवा केन्द्र आने वाले लोगो द्वारा घेरे में खड़े होकर सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंस के नियमों का पालन करने मेें आसानी हो।कलेक्टर ने एसडीएम जशपुर को निर्देश देते हुए कहा कि लोक सेवा केन्द्रों के माध्यम से जाति, निवास एवं आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए जिला खनिज न्यास निधि मद से निःशुल्क सेवा दी जा रही हैै। इस सेवा के लिए लोक सेवा केन्द्र के बाहर आम नागरिकों की सुविधा के लिए पर्चा चस्पा किया जाने के निर्देश दिए गए, ताकि लोगों को इस सेवा की जानकारी मिल सके। कलेक्टर द्वारा लोक सेंवा केन्द्रों में स्वच्छता बनाए रखने के लिए भवन के आस-पास साफ-सफाई, भवन की मरम्मत एवं लिकेज-सिपेज की रिपेयरिंग कराने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जशपुर श्री के. एस. मण्डावी, अनुविभागीय अधिकारी जशपुर श्री योगेन्द्र श्रीवास, तहसीलदार जशपुर श्री कमलेश मिरी एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।