- Home
- छत्तीसगढ़
-
कोरिया : विधायक मनेन्द्रगढ डाॅ विनय जायसवाल की अनुषंसा पर कलेक्टर श्री एस एन राठौर ने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना के तहत 8 लाख 26 हजार रूपये की राषि की प्रषासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इस राषि से जिले के विकासखंड मनेन्द्रगढ एवं खडगवां में सामुदायिक स्वास्थ्य संस्थानों के लिए जीव राखन आटोमेटिक सेनेटाईजर डिस्पेंसरी क्रय 01 लीटर क्षमता कुल 200 नग स्थापित किया जायेगा। उन्होंने उक्त कार्य के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त किया है तथा निर्धारित समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देष दिये हैं। - कोरिया: भू-अभिलेख षाखा के अधिकारियों ने आज यहाॅ बताया कि 01 जून 2020 से 12 जून 2020 तक बैकुण्ठपुर तहसील में 49.3, सोनहत तहसील में 45.9, मनेन्द्रगढ तहसील में 43.8, खड़गवां तहसील में 48.2, चिरमिरी तहसील में 44.0 और भरतपुर तहसील में 58.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी तहसील में आज सबेरे समाप्त 24 घण्टे के दौरान 3.8 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है। इस दौरान सर्वाधिक 13.0 मिमी वर्शा भरतपुऱ तहसील में दर्ज की गई है। इसे मिलाकर पूरे जिले में एक जून से अब तक 48.2 मिमी औसत वर्शा दर्ज की गई है।
- कोरिया: खाद्य अधिकारी ने आज यहां बताया कि आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत एप्प के माध्यम से निःषुल्क खाद्यान्न प्रदाय योजना की जानकारी प्रवासी व्यक्तियों एवं श्रमिकों को प्रदान करने एवं स्वयं पंजीयन करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु मोबाईल एप्प प्रवासी खाद्य मित्र विकसित किया गया है। प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को निःशुल्क खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए स्मार्ट मोबाईल से गूगल प्ले स्टोर\ीजजचेरूध्ध्चसंलण्हववहसमण्बवउध्ेजवतमध्ंचचेध्कमजंपसेघ्पकत्रबवउण्दपबण्बहबपजप्रमद पर जाकर इस एप्प को डाउनलोड कर सकते हैं एवं षासन द्वारा निर्धारित किसी एक पहचान प्रमाण पत्र के आधार पर पंजीयन कर सकते हैं। पंजीयन करने की अंतिम तिथि 15 जून 2020 निर्धारित की गई है।
-
कोरिया: जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि कार्यालय के अधिकारी, कर्मचारी एवं भूतपूर्व सैनिकों द्वारा आज यहां घडी चैक बैकुण्ठपुर में कोविड-19 से बचाव हेतु मास्क वितरण एवं बचाव, अप्रसार तथा रक्षात्मक उपायों की जानकारी दी गई। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के विरूध्द सतत जागरूकता अभियान के तहत यह वितरण एवं जागरूकता कार्य किया गया है।
- कोरिया : जिले में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के द्वारा संचालित कुल 53 छात्रावास तथा आश्रमों में निवासरत अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्र तथा छात्राओं के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए षिक्षा सत्र 2020-21 हेतु स्वस्थ तन स्वस्थ मन योजना 2007 के तहत एमबीबीएस तथा बीएएमएस के निजी चिकित्सकों से आवेदन आमंत्रित किया गया है। पात्र तथा इच्छुक निजी चिकित्सक अपने लेटर पैड पर आवश्यक अभिलेखों के साथ आवेदन पत्र 22 जून तक पंजीबध्द डाक अथवा सीधे कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग कोरिया में जमा कर सकते हैं।आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया है कि अनुबंधित निजी प्रेक्टिषनर चिकित्सकों को 50 सीटर छात्रावास हेतु 750 रूपए एवं 100 सीटर छात्रावास के लिए 1 हजार 200 सौ रुपये प्रति भ्रमण मानदेय शासन के द्वारा देय होगा। चिकित्सकों के द्वारा माह में कम से कम 2 बार छात्रावास तथा आश्रम के छात्र छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। बालिकाओं के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु महिला चिकित्सक को प्राथमिकता दी जाएगी।
- कोरिया: षासकीय आदर्ष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैकुण्ठपुर के प्राचार्य ने बताया कि विद्यालय में कक्षा 6, 8, 9 एवं 11 में प्रवेष हेतु निःषुल्क आवेदन पत्र 15 जून से कार्यालयीन समय पर प्राप्त किया जा सकता है। यह एक पूर्ण आवासीय संस्था है। उन्होंने बताया कि प्रवेष हेतु लिखित परीक्षा की तिथि अलग से घोशित की जायेगी।
-
- सांकरा की स्वसहायता समूहों की 30 महिलाओं ने किया बड़ा कामबांस के प्रमोशन और इसे स्वसहायता समूहों के साथ जोड़ने की योजना को दुर्ग जिले में मिल रही सफलता- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी कलेक्टर कांफ्रेंस में चर्चा के दौरान बांस के प्रमोशन के दिये थे निर्देश, इस पर दुर्ग जिले में हो रहा काम
दुर्ग 12 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर कांफ्रेंस के दौरान बांस के प्रमोशन के लिए कार्य करने के निर्देश दिए थे। दुर्ग जिले में बांस के ट्री गार्ड को स्वसहायता समूहों के माध्यम से बनवाकर उनकी आय भी बढ़ाई जा रही है और न्यूनतम लागत में पौध संरक्षण का उद्देश्य भी पूरा हो पा रहा है। यह छोटी सी शुरूआत हुई है लेकिन बांस को लेकर किया जा रहा यह काम बहुत आगे जाएगा क्योंकि बांस को पेड़ की श्रेणी से हटाकर घास की श्रेणी में लाये जाने से इसके व्यावसायिक दोहन की संभावनाएं काफी बढ़ गई हैं। इससे बांस के पौधे भी लगाए जा सकेंगे और बांस के काम में लगे बंसोड परिवारों को भी लाभ होगा।
सांकरा स्थित आजीविका केंद्र में यह कार्य बड़े पैमाने पर हो रहा है। यहां स्वसहायता समूहों की तीस महिलाएं बांस के ट्री गार्ड बनाने का काम कर रही हैं। वे एक हजार ट्री गार्ड भिलाई नगर निगम को उपलब्ध करा चुकी हैं। यह केवल शुरूआत है। अभी जिला पंचायत द्वारा बड़े पैमाने पर पौधरोपण में इनके बनाये गए ट्री गार्ड का इस्तेमाल हो पाएगा। जिला पंचायत द्वारा इन महिलाओं को दस दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था। जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि हमारा लक्ष्य बड़े पैमाने पर पौधरोपण करना है। हम सामूहिक फलोद्यान भी तैयार कर रहे हैं तथा अन्य तरह के पौधे लगा रहे हैं। इसमें वृहत्तर लाभ हो और लागत बिल्कुल कम हो, इस उद्देश्य से बांस के ट्री गार्ड उपयोगी साबित हुए। यह प्रकृति का ही उपहार है और प्रकृति में ही काम आ जाएगा। इसके साथ ही बांस के उत्पाद को लेकर महिलाओं की ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। चूंकि शासन के लिए पौधरोपण प्राथमिकता है अतः इन महिलाओं के लिए लगातार आय के अवसर बने रहेंगे। जय मां लक्ष्मी स्वसहायता समूह की अध्यक्ष नीरा सिंगौर ने बताया कि हम लोगों को सेरीखेड़ी में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करते ही हमें काम मिल गया। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष धमधा ब्लाक में भी स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने बड़ी मात्रा में ट्री गार्ड बनाये जिनका उपयोग हार्टिकल्चर डिपार्टमेंट ने किया था।
अच्छा काम मिला, अब प्रकृति को भी सहेजेंगे- प्रशिक्षित होने भी कोई खर्च नहीं करना पड़ा। काम के लिए भी घूमना नहीं पड़ा। काम भी मिल गया और आर्डर भी मिलते चले गए। पहले थोड़ा समय लगता था, अब ट्रेंड हो गए तो बहुत जल्दी करने लगे हैं। इतनी तेजी से आर्डर मिलेंगे, सोचा नहीं -
दुर्ग 12 जून : जिले के बाल विकास परियोजना/परियोजनाओं में आंगनबाड़ी केन्द्रांे में रेडी-टू-ईट पूरक पोषण आहार प्रदाय हेतु केवल सेक्टर परिक्षेत्र में स्थित सक्षम महिला स्व-सहायता समूहों से प्रस्ताव आमंत्रित किये गये हैं। विज्ञापन में परियोजना अधिकारी (आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या 28) का प्रस्ताव दिया गया था। जो की त्रुटि पूर्ण था। अतः परियोजना भिलाई-02 से प्राप्त संशोधित प्रस्ताव के अनुसार परियोजना भिलाई-02 के सेक्टर चरौदा (आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या 28) के स्थान पर पर्यवेक्षक सेक्टर जामुल (आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या 25) पढ़ा जाए। -
दुर्ग 12 जून : आज दिनांक 12.06.2020 को जिला पंचायत सभाकक्ष में श्री सच्चिदानंद आलोक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें राज्य शासन की प्रमुख योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना की विस्तार से चर्चा की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि नरवा प्रोजेक्ट के माध्यम से जल संरक्षण एवं किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो सके, जिसके लिए कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा, सभी अनुविभागीय अधिकारी, ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा को निर्देशित किया गया कि नरवा के सभी प्रोजेक्ट में पानी का संचय एवं भविष्य में उसकी उपयोगिता एवं लाभ प्रदर्शित होते रहे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी बोल्डर, चेकडेम के निर्माण के लिए अधिक से अधिक मजदूरों को शामिल किया जाय । नरवा प्रोजेक्ट में उद्यानिकी को जोड़ते हुए नरवा के आस-पास उचित स्थान देखकर स्व सहायता समूहों के माध्यम से बाड़ी विकास कार्यक्रम किया जाये, ताकि बाड़ी से होेने वाली आमदनी एवं सब्जी की अच्छी पैदावार जिले को मिले। जनपद पंचायत दुर्ग के अनुविभागीय अधिकारी के नरवा प्रोजेक्ट में तीव्र गति से कार्य करने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग द्वारा प्रशंसा की गई ।
महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत धान चबूतरा निर्माण कार्यों को वर्षा के पूर्व पूर्ण करने का निर्देश किया गया, जिससे कि चबूतरा का लाभ मिल सके। उसी प्रकार उचित मूल्य की दुकान एवं बच्चों के लिए आंगनबाड़ी निर्माण आकर्षित रंग रंगाई किये जाने का निर्देर्शित दिया गया।
सभी नवीन पंचायत भवनों को 02 अक्टूबर से पूर्व पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। गौठान निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए सभी गौठान में चारागाह निर्माण का कार्य किया जाना है, जिसके लिए चारागाह की जमीन को वर्षा के पूर्व जोताई कर बीज एवं पानी की व्यवस्था किये जाने हेतु निर्देशित किया गया, साथ ही गौठान में वर्मी कम्पोस्ट टैंक में जैविक खाद उत्पादन के लिए कृषि विभाग को निर्देशित किया गया कि उसकी पैकेजिंग एवं बिक्री में स्व सहायता समूहों को प्रोत्साहित कर जैविक खाद की ओर किसानों को प्रोत्साहित करना है। बैठक में कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा, उपसंचालक उद्यानिकी विभाग, उपसंचालक कृषि विभाग सभी अनुविभागीय अधिकारी, ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित रहें।
हैंडलिंग डाईन के माध्यम से नरवा प्रोजेक्ट जल संचय एवं जल सरक्षण कैसे किया जाए
विकासखण्ड दुर्ग में 7 नालों में निर्माण कार्य चल रहा है। खोपली गंगाधर नाला, मनगटटा नाला, भेडरवानी नाला, कुथरेल भानपुरी नाला, निकुम आमटी नाला, उतई बोरीगारका नाला, उतई पुरई नाला, विकासखण्ड धमधा में खपरी नाला, सिल्तरा नाला, टेंगना नाला, दारगांव खजरी नाला, विकासखण्ड पाटन में पौहा से कुमीगुण्डरा, भनसुली आर से चुलगहन, बोहारडीह से छाटा, सांतरा से खम्हरिया, रूही से उफरा, लोहरसी से खुड़मुडी, बोरवाय से कुर्मीगुण्डरा, लोहरसी से ठकुराईन नाला टोला, कुर्मीगुण्डरा से डंगनिया नालों में निर्माण कार्य क्रियान्वियन किया जा रहा है। -
दुर्ग 12 जून : कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने आज जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित के प्राधिकृत अधिकारी के रूप में आज पदभार ग्रहण किया। डाॅ. भूरे ने पदभार ग्रहण के पश्चात बैंक की समग्र स्थिति की जानकारी अधिकारियों से ली। कलेक्टर ने बैंक खातों की संख्या, कर्मचारियों की संख्या, बैंक की वित्तीय स्थिति, बैंक की प्रोग्रेस आदि विविध तथ्यों के संबंध में जानकारी ली। सीईओ अपेक्षा व्यास ने बताया कि जिला सहकारी बैंक के अंतर्गत तीन जिलों दुर्ग, बालोद और बेमेतरा की शाखाएं आती हैं। किसानों के साढ़े चार लाख एकाउण्ट यहां पर हैं और किसान बैंक संबंधी व्यवहार प्रायः इसी बैंक से करते हैं। इसके अतिरिक्त भी नागरिकों के बड़ी संख्या में खाते हैं जो बैंक के उपभोक्ता हैं। कलेक्टर ने लोन पाॅलिसी भी देखी और इस पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अन्य वाणिज्यिक बैंकों और सहकारी बैंक की लोन पाॅलिसी के अंतर के संबंध में पूछा। साथ ही यह भी पूछा कि बैंक अपने उपभोक्ताओं की बेहतरी के लिए किस तरह की सुविधाएं प्रदान करता है। सीईओ ने बताया कि लोन प्रकरणों पर पंद्रह दिनों में बैठक होती है। उन्होंने बैंक से जुड़ी हुई सोसायटियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। -
दुर्ग 12 जून : जिला योजना एवं सांख्यिकी दुर्ग के भण्डार में रखे अनुपयोगी सामग्री लकड़ी की कुर्सी, टेबल, स्टील कुर्सी, फोटोकापी मशीन, सी.पी.यू, टायर, एवं अन्य सामग्रियों का नीलाम किया जाना है। (सामग्री कार्यालय में यथास्थिति) क्रय किये जाने के इच्छुक व्यक्ति/संस्था कार्यालयीन समय पर उपस्थित होकर सामग्री का अवलोकन कर दिनांक 22 जून 2020 तक के पूर्व निविदा बंद लिफाफे में आमंत्रित की जाती है। निविदा प्रस्तुत किये जाने हेतु प्रतिभूति राशि रू. 2 हजार कार्यालय में जमा कराने पर ही निविदा प्रस्तुत करने के पात्र होगें। प्राप्त निविदा को कार्यालय में परीक्षण उपरांत अधिक राशि वाले प्राप्त निविदा को समाग्री राशि पूर्ण जमा करने के उपरांत ही सामग्री सौपी जाएगी। उक्त सामग्री दो दिवस के भीतर उठाना अनिवार्य होगा अन्यथा प्रतिभूति राशि राजसात कर ली जाएगी।
-
सार्वजनिक वितरण प्रणाली(पी डी एस) अंतर्गत खाद्यान्न आपूर्ति के लिए दी जा रही घर पहुँच सेवा
ऑनलाइन खरीददारी की सुविधा से लोगों तक पहुंचाया जा रहा रोजमर्रा के समान
महासमुंद 12 जून : केन्द्र एवं राज्य शासन के गाईड लाईन के अनुसार विभन्न स्थानों में कोरोना पाॅजिटिव प्रकरणों के आधार पर इन स्थानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाता है। इसी के तहत् 04 जून 2020 को 13 कोरोना पाॅजिटिव प्रकरणों के आधार पर नगरपालिका परिषद् बागबाहरा क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। तथा तीन किलोमीटर की परिधि को चारों ओर से सील किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा श्री भागवत प्रसाद जायसवाल के मार्गदर्शन में नगरपालिका परिषद् बागबाहरा के मुख्य मार्ग को भी कोरोना संक्रमण को रोकने के उद्देश्य के आधार पर सील किया गया है। इसके साथ साथ बागबाहरा नगरीय क्षेत्र में लॉक डाउन के समय कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकले और घर पर रहते हुए स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित कराने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। नागरिकों को इस अवधि में आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके इसके लिए प्रशासन विशेष प्रयास कर रही हैं।
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा के मार्गदर्शन में नागरिकों के लिए सर्वप्रथम सार्वजनिक खाद्यान्न वितरण प्रणाली के अंतर्गत 02 वाहनों की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर की गई है। ऐसे वाहन पी.डी.एस. प्रणाली के अंतर्गत राशन का वितरण घर पहंुच सेवा देकर कर रहे है। स्थानीय स्तर पर 36 व्यवसायिक संस्थानांे को आवश्यक सामग्रियों की घर पहुँच सेवा के लिए आदेश जारी किया गया है। इन व्यवसायिक संस्थानांे ने मात्र 04 घण्टे में 190 घरों तक अपनी घर पहुँच सेवा के माध्य्ाम से लोगांे को लाभान्वित किया है। इसी के साथ स्थानीय मेडिकल दुकानों, किराना व्यवसायी, सब्जी विक्रेताओं, दूध विक्रेताओं और अन्य सामग्रियों के लिए फुटकर विक्रेताओं को घर पहुँच सेवा प्रदान करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए है। 10 किराना व्यवसायी को आदेश के माध्यम से निर्देशित किया गया है कि रोजमर्रा के किराना समानों के लिए घर पहुँच सेवा प्रदान की जाए।इसके लिए ऐसे दुकानदारों के मोबाइल नंबर आम नागरिकों के लिए सार्वजनिक किए गए है। इन नम्बरो पर कोई भी व्यक्ति सम्पर्क कर आवश्यक सामग्री हेतु आर्डर कर सकता है। उनके द्वारा किए गए आॅर्डर की सामग्री आधे घण्टे के भीतर नगरीय क्षेत्र में डिलीवर किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर जय शिव शंकर किराना स्टोर, श्री गुरु नानक प्रोविजन स्टोर, चक्रधारी किराना स्टोर मेन रोड, चक्रधारी किराना स्टोर, चिमनानी किराना स्टोर, अनिल ट्रेडिंग, द्वारिका प्रोविजन स्टोर, परमार किनारा दुकान, चंद्राकर किराना स्टोर, गुणवंत किराना स्टोर ऐसे किराना समान के विक्रेता है जो अपनी सेवाएं दे रहे है।
घर पहुँच सुविधा के लिए वाहनों का पंजीयन अनुविभागीय कार्यालय राजस्व में किया गया है। इस सुविधा का लाभ आम नागरिक सुबह 08.00 बजे से शाम 04.00 बजे तक ले सकते है। इस प्रकार की व्यवस्था देते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि घर पहॅुचाने के लिए क्रेता से किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नही लिया जाए। इसी प्रकार सब्जी क्रय करने के लिए भी घर पहुँच सेवा की व्यवस्था की गई है। सब्जी विक्रेताओं के दूरभाष नंबर सार्वजनिक किए गए है। इन नम्बरो पर सब्जियों की खरीदी हेतु आर्डर किया जा रहा है। सब्जियों की बिक्री के लिए सुबह 08.00 बजे से शाम 04.00 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। इसी क्रम में दूध विक्रेता सुबह 05.00 बजे से शाम 07.00 बजे तक दूध की घर पहँुच सेवा प्रदान कर रहे है। बागबाहरा कंटेन्मेंट जोन के लिए स्थानीय ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर्स यश जी.डी.एस भी अतिआवश्यक सामग्रियों जैसे मेडिकल दवाइयों से लेकर राशन, सब्जी इत्यादि की घर पहुँच सेवा दे रहा है। इस हेतु कोई भी व्यक्ति इस वेबसाइट में जाकर ऑनलाइन सामग्रियों का क्रय कर सकता है। या गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर आसानी से अपना आर्डर दे सकता है।
स्थानीय स्तर पर सामग्रियों की घर पहुँच सेवा के लिए आॅनलाईन व्यवस्था लोगो को पसंद आ रहा है। यश जी.डी.एस. के संचालक श्री पटेल जी के अनुसार लॉक डाउन में रोज ऑनलाइन आर्डर लिए जा रहे है। आॅर्डर के आधे घण्टे के उपरांत समानों की डिलिवरी दी जा रही है, जिसके लिए क्रेता से कोई भी अतरिक्त शुल्क नही लिया जा रहा है। प्रशासन न केवल आम नागरिकों को रोजमर्रा की चीजें उपलब्ध कराना सुनिश्चित कर रहा है अपितु बरसात के मौसम में कृषि कार्यो में जुड़े भाइयो के लिए भी बीज, दवाई इत्यादि की खरीदी हेतु घर पहुच सुविधा प्रदान की गई है। इस हेतु कृषि व्यवसायियों को निर्देशित किया गया है कि किसानों तक आवश्यक सामग्रियों को घर पहुँच सेवा के माध्यम से प्रदान किया जाए। इसी तरह कृषकांे को कृषि व्यवसायियों के मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए गए है, जिनसे सम्पर्क कर वो अपना सामान घर तक मंगवा सकते है। जिससे कि कोरोना वायरस के संक्रमण काल मंे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न फैले और नागरिकों को उनकी आवश्यक सामग्री घर तक पहुँचा के दी जा सके। व्यापारियांे से अपील की गई है कि वे जो सामग्रियों की घर पहुँच सेवा देना चाहते है वे अपना पंजीयन अनुविभागीय कार्यालय राजस्व में करवा सकते है। -
महासमुंद 12 जून : कोविड-19 के कारण अभी सभी विद्यालय और महाविद्यालय बंद हैं, ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों की पढ़ाई की भरपाई के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विद्यालय और महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर योजना’’ के अंतर्गत की गई हैं। इसके लिए शासन ने सीजी स्कूल डॉट इन वेब पोर्टल भी लांच किया है, जिसमें स्कूली विद्यार्थी और महाविद्यालय के विद्यार्थी भी लाभ ले सकते हैं। यह वेब पोर्टल स्कूली शिक्षा और महाविद्यालय शिक्षा दोनों के लिए तैयार की गई है। इसमें प्रदेश व बाहर के शिक्षकों के द्वारा तैयार की गई अध्ययन सामग्री, वीडियो, ऑडियो व पीडीएफ फॉर्मेट में अपलोड किए गए हैं। शासकीय और अशासकीय विद्यार्थी भी पंजीकरण करके इसका लाभ ले सकते हैं
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर योजना’’ में सीजी स्कूल डॉट इन वेब पोर्टल का उपयोग विद्यार्थी इस प्रकार करेंगे। वेब पोर्टल में पंजीकृत होने के लिए प्रक्रिया के अंतर्गत, सर्वप्रथम विद्यार्थी किसी भी वेब ब्राउजर में जाकर सीजी स्कूल डॉट इन टाइप करें और सर्च करें, उसके पश्चात विद्यार्थी पंजीयन ऑप्शन को क्लिक करें, मोबाइल नंबर डालें और ओटीपी भेजें वाले ऑप्शन को क्लिक करें, इस प्रकार आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। जिसे निर्धारित बॉक्स में लिखें और स्वयं से संबंधित चाही गई जानकारियां प्रविष्ट करें और अंत में पंजीयन करें बटन को क्लिक करें।पंजीयन पूर्णता का मैसेज प्राप्त होगा। अब यह पंजीकृत विद्यार्थी स्वयं पोर्टल का उपयोग करने के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड से लाॅगिन कर सकता है, फिर मेनू ऑप्शन में जाकर विद्यार्थी के कार्य ऑप्शन को क्लिक करें और कक्षा विषय टॉपिक का चुनाव करके अपलोडेड सामग्री का अध्ययन करें, किसी विषय वस्तु पर संदेह होने पर मेनू ऑप्शन में ही दिए गए संदेह के प्रश्न अंतर्गत अपने मन की शंका को लिखें और प्रविष्ट करें जिससे वह संबंधित स्कूल के शिक्षक के पास शंका समाधान के लिए चला जाएगा। राज्य और जिला स्तर पर शिक्षकों द्वारा चलाए जा रहे ऑनलाइन क्लास को भी विद्यार्थी अपने यूजर आईडी और पासवर्ड के द्वारा लॉगिन करके ऑनलाइन क्लास अटेंड कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें यह प्रक्रिया अपनानी होगी।
सर्वप्रथम गूगल प्ले स्टोर में जाकर सिस्को वेबैक्स एप डाउनलोड कर पंजीयन करें, फिर सीजी स्कूल डॉट इन वेब पोर्टल में अपने विद्यार्थी आईडी से लॉगिन करें, मेनू में जाकर विद्यार्थी के कार्य को क्लिक करें, कक्षा का चुनाव, विषय का चुनाव करें। जैसे ही सबमिट बटन क्लिक करते हैं, यदि उस कक्षा और विषय की कोई ऑनलाइन क्लास उपलब्ध होगी तो उसकी जानकारी स्क्रीन पर आती है, जिसे क्लिक करके हम अपनी मनचाही ऑनलाइन क्लास को अटेंड कर सकते हैं। इस प्रकार विद्यार्थी घर बैठे विभिन्न शैक्षणिक सामग्रियों का उपयोग करके अपने समय का सदुपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा भी विद्यार्थी पोर्टल में विभिन्न प्रकार की क्रिएटिविटी के लिए एक सुविधा भी दी जा रही है । जिससे कि उनके सामान्य ज्ञान व रचनात्मकता में वृद्धि हो। जिले के समस्त पालकांे और विद्यार्थियों से अपील की गई है कि वे छत्तीसगढ़ शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा बनकर लाभ ले। इसके लिए जिले में 69 हजार 667 विद्यार्थियों एवं 07 हजार 35 शिक्षकों का पंजीयन हो चुका है। इसके अलावा एक हजार 154 स्कूलों में से एक हजार 908 स्कूलों में वर्चुअल स्कूलों का निर्माण हो चुका है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री रॉबर्ट मिंज,, जिला मिशन समन्वयक श्री एम.जे. सतीश नायर, सहायक संचालक शिक्षा श्री हिमांशु भारतीय, ए.पी.सी. श्री पीसी पुरोहित एव जिला नोडल अधिकारी श्री विवेक वर्मा के मार्गदर्शन में विद्यार्थी उत्साह पूर्वक आनलाइन क्लास अटेंड कर रहे हैं। -
महासमुंद 12 जून : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल को निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान सहायक अभियंता एवं उप अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत करोड़ों की लागत से बनी सड़कें डबल कैजव्हील ट्रैक्टर के चलने से क्षतिग्रस्त हो रही है। इस पर रोक लगाने के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री गोयल ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं संबंधितों को पत्र प्रेषित कर कहा है कि वर्षा ऋतु का प्रारम्भ होने को है, कृषकों के द्वारा धान बुआई कार्य के लिए मिट्टी की मताई के लिए कैजव्हील ट्रेक्टर का उपयोग किया जाता है, जिससे डामरीकृत सड़क क्षतिग्रस्त होती है। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर ट्रैक्टर में कैजव्हील लगाने के प्रतिबंध के लिए जनपद में प्रस्ताव पारित कर ग्राम पंचायत के सरपंच को केजव्हील ट्रेक्टर के प्रतिबंध के लिए गांव में कोटवार के माध्यम से मुनादी कराने को कहा है।
जिन कृषकों के द्वारा डबल केजव्हील ट्रैक्टर का उपयोग किया जा रहा है, उसकी सूची पटवारी, सचिव एवं कोटवार के माध्यम से प्राप्त कर ऐसे कृषकों के ट्रैक्टर की डबल केजव्हील के साथ जब्ती कर थाने में नियमानुसार कार्रवाई करें। डबल केजव्हील फेब्रिकेटर्स की सूची विकासखण्ड स्तर पर प्राप्त करें एवं फेब्रिकेटर्स को तत्काल डबल केजव्हील का निर्माण कार्य बंद करने के लिए नोटिस जारी करें। उनके द्वारा पुनः डबल केजव्हील का विक्रय करने पर दण्डात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
-
महासमुंद 12 जून : छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण महासमुन्द अंतर्गत पैकेज क्रमांक सी जी 12-69 की सड़क जोबा से पीढ़ी-सिरपुर का उन्नयन कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत् मेसर्स रायपुर कंस्ट्रक्शन प्राईवेट लिमिटेड रायपुर द्वारा 05 सितम्बर 2019 को सड़क कार्य पूर्ण किया गया है। उक्त सड़क की क्रस्ट डिजाइन 165 काॅर्मिशियल वाहन (ट्रक, ट्रैक्टर एवं बस) प्रतिदिवस के अनुसार की गई है, किन्तु वर्तमान में उक्त मार्ग पर रेत घाट केडियाडीह से रेत का परिवहन लगभग 250 कार्मिशियल वाहन (200 ट्रक व 50 ट्रैक्टर) प्रतिदिवस लोडिंग के साथ किया जा रहा है। जिससे क्रस्ट डिजाइन की क्षमता से अधिक वाहन चलाने के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त हो रहा है। इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा उक्त सड़क पर भारी वाहन द्वारा रेत परिवहन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई गई है।
-
महासमुंद 12 जून : जिला पंचायत महासमुंद के अंतर्गत राज्य मिशन संचालक एन.आर.एल.एम. शाखा द्वारा 02 फरवरी 2019 को लेखा सह एम.आई.एस. सहायक के 04 पद (अनुसूचित जनजाति 01, अनारक्षित 02 तथा अन्य पिछडा वर्ग 01) एवं क्षेत्रीय समन्वयक के 05 पद (अनारक्षित 02, अन्य पिछड़ा वर्ग 01, अनुसूचित जनजाति 01, अनुसूचित जाति 01) रिक्त पद के लिए विज्ञापन जारी किए गए थे। जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें लेखा सह एम.आई.एस. सहायक की भर्ती के लिए अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन, कौशल परीक्षा 23 जून 2020 को शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बरोण्डा बाजार महासमुंद में तथा क्षेत्रीय समन्वयक की भर्ती के लिए अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन, समूह चर्चा, साक्षात्कार 24 जून 2020 को जिला पंचायत महासमुंद में प्रातः 10ः30 बजे से आयोजित की गई है। इसके लिए अभ्यर्थी निर्धारित समय में अपना उपस्थिति सुनिश्चित करंे। अभ्यर्थी साक्षात्कार की सूची जिला पंचायत के सूचना पटल एवं जिले के वेबसाईट ूूूण्उंींेंउनदकण्हवअण्पद पर भी देख सकते हैं।
-
‘‘एक मुश्त निपटान योजना’’ की समाप्ति के पश्चात्, शास्ति सहित पूर्ण राशि वसूल की जाएगी
महासमुंद 12 जून :परिवहन विभाग द्वारा राज्य के उन सभी व्यावसायिक वाहन मालिकों को जिन्होंने लंबे समय से अपनी व्यवसायिक वाहनों पर कर शास्ति एवं ब्याज का भुगतान नहीं किया गया है, उन सभी कर दाताओं के लिए ‘‘एकमुश्त कर समाधान योजना’’ (वन टाईम सेटलमेंट स्कीम) लागू की गई है, जिसकी मियाद अवधि 30 सितम्बर 2020 तक निर्धारित है। परिवहन विभाग एकमुश्त कर समाधान योजना में कर, शास्ति एवं ब्याज में छूट प्रदान की गई है। इनमें त्रैमासिक एवं मासिक कर देय वाहनों में 31 मार्च 2013 तक वाहन में अधिरोपित लंबित कर की राशि में पूर्णतः छूट त्रैमासिक एवं मासिक कर देय वाहनों में 31 मार्च 2013 तक वाहन में अधिरोपित लंबित शास्ति एवं ब्याज की राशि में पूर्णतः छूट, इसके अलावा त्रैमासिक कर देय वाहनों में 01 अप्रैल 2013 से 31 दिसम्बर 2018 तक अधिरोपित लंबित शास्ति की राशि में पूर्णतः छूट। वाहनों में लंबित कर एवं अधिरोपित ब्याज देय होगी, मासिक कर देय वाहनों में 01 अप्रैल 2013 से 31 दिसम्बर 2018 तक अधिरोपित लंबित शास्ति की राशि में पूर्णतः छूट।वाहनों में लंबित कर एवं अधिरोरित ब्याज देय होगा एवं मासिक कर देय वाहनों (यात्री वाहनों) में, यदि व्हील-बेस के कारण वाहन में कर, ब्याज एवं शास्ति अधिरोपित है, तो कर एवं ब्याज देय होगा, किन्तु अधिरोपित शास्ति में ‘‘एक मुश्त निपटान’’ की निर्धारित अवधि तक पूर्णतः छूट दिया जाएगा। इसी प्रकार ‘‘एक मुश्त निपटान’’ की अवधि, 01 अप्रैल 2020 से 30 सितम्बर 2020 तक छः माह के लिए होगी। उल्लेखित शास्ति में छूट, केवल ‘‘एक मुश्त निपटान’’ योजना अवधि तक होगी ‘‘एक मुश्त निपटान योजना’’ की समाप्ति के पश्चात्, शास्ति सहित पूर्ण राशि वसूल की जाएगी। -
मनरेगा के तहत् 524 ग्राम पंचायतों में एक लाख 34 हजार 67 जाॅब कार्डधारी मजदूर कर रहे है कार्यमनरेगा के तहत् जिले में बनाए जा रहे है 374 धान संग्रहण केन्द्र (चबुतरा) निर्माणमहासमुन्द जिला प्रदेश में समयबद्ध मजदूरी भुगतान में अव्वल
महासमुंद 12 जून : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत जिले में 374 धान संग्रहण केन्द्र (चबुतरा) निर्माण किया जा रहा है। महात्मा गांधी नरेगा एवं प्राथमिक कृषि साख समिति के अभिसरण से धान संग्रहण केन्द्र (चबुतरा) बनाए जा रहे है, जिससे वर्षा ऋतु में भी धान को रखने की उचित व्यवस्था हो सके और धान को सुरक्षित रखा जा सके। धान संग्रहण केन्द्रों में चबुतरा निर्माण होने से धान को पाॅलीथीन में ढंककर रखा जा सकता है, जिसेे धान को अंकुरित होने से बचाया जा सकता है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत जिले के 551 ग्राम पंचायतों में से 524 ग्राम पंचायतों में कार्य चल रहे है। जिसमें एक लाख 34 हजार 67 जाॅब कार्डधारी मजदूर कार्य कर रहे है, जो कि राज्य में दूसरे स्थान पर है। जिले में वित्तीय वर्ष 2020-21 में तीन हजार 154 कार्यांे के लिए 87 करोड़ 80 लाख 18 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें निजी डबरी निर्माण के 383 कार्य, मत्स्य पालन हेतु निजी डबरी के 44 कार्य, भूमि सुधार के 911 कार्य, बकरी शेड के 106 कार्य, मुर्गी शेड के 28 कार्य, पशु शेड के 44 कार्य, नया तालाब निर्माण के 27 कार्य, तालाब गहरीकरण के 491 कार्य, जल संवर्धन के 170 कार्य, सोक पिट के 210 कार्य, रिचार्ज पिट के 104 कार्य, वर्मी टेंक के 25 कार्य एवं नाडेप टेंक के 58 कार्य स्वीकृत किया गया है। इसी प्रकार स्टाॅपडेम 23, चेकडेम 05, नहर लाईनिंग कार्य 01, नवीन पंचायत भवन के 07, आंगनबाड़ी भवन निर्माण के 93 कार्य स्वीकृत किया गया है। ठोस तरल एवं अपशिष्ट प्रबंधन के 109 कार्य स्वीकृत किए गए है।
इसके अलावा मजदूरों के लिए छः हजार से अधिक नए जाॅब कार्ड बनाये गए है। क्वारेन्टाईन अवधि पूर्ण कर चुके मजदूरों को चार हजार से अधिक मानव दिवस रोजगार प्रदाय किया जा रहा है। जिले में अब तक लगभग 60 करोड़ रूपए राशि के कार्य कराए जा चुके है। जिले में रोजगार गारंटी के कार्य चालू होने के कारण लाॅकडाउन की अवधि में भी मजदूरों को जीवकोपार्जन के लिए राशि की कमी नहीं हो रही है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में अब तक 34 लाख 33 हजार 43 मानव दिवस सृजित किया गया है, जो कि माह मई 2020 के लक्ष्य का 150 प्रतिशत से अधिक है।
सुराजी गांव योजना ‘‘नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी’’ के तहत गरूवा अंतर्गत 241 गौठान एवं 80 चारागाह स्वीकृत किए गए है। जिसमें से 87 गौठान एवं 61 चारागाह पूर्ण हो चुके है तथा 72 गौठान एवं 19 चारागाह प्रगतिरत है। पशुओं के पीने के लिए पानी की व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा बोर खनन का कार्य करवाया गया है। गौठान में पशुओं की स्वास्थ्य एवं देखरेख का कार्य पशु चिकित्सा विभाग द्वारा किया जा रहा है। सोलर पंप लगाने के लिए क्रेडा विभाग को 163 का लक्ष्य प्रदाय किया गया है, जिसमें उसके द्वारा कार्य कराया जा जा रहा है। पशुओं के चारे की समुचित व्यवस्था हेतु कृषि विभाग एवं ग्राम पंचायत द्वारा पैरा एकत्रीकरण का कार्य करवाया जा रहा है। गौठान एवं चारागाह में वृक्षारोपण का कार्य वन विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में गौठान ग्राम प्रबंधन समिति को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा गौठानों के सुचारू रूप से संचालन एवं क्रियान्वयन के लिए दिशा-निर्देश दिए गए है।
नरवा अंतर्गत जिले में एक हजार 641 कार्य स्वीकृत किए गए है, जिसमें से 977 कार्य में एजेन्सी वन विभाग है। 976 कार्य पूर्ण हो चुके है एवं 395 कार्य प्रगतिरत है। नरवा कार्यक्रम के अंतर्गत कंटूर ट्रेंच, अंडरग्राउण्ड डाईक, चेक डेम, स्टाॅपडेम, लूज बोल्डर चेक, परकोलेशन टेंक आदि कार्य स्वीकृत किए गए है। नरवा अंतर्गत कार्य स्वीकृत होने से कृषकों के खेतों में सिंचाई के लिए सुविधा उपलब्ध होगी तथा जलस्तर में बढ़ोत्तरी होगी।घुरूवा अंतर्गत कम्पोस्ट पिट, भू-नाडेप के 12, नाडेप टांका 185, वर्मी टांका 307 एवं वर्मी बेड के 231 कार्य स्वीकृत किए गए है, जिसमें कार्य एजेन्सी कृषि विभाग है। गौठान में अब तक 1036.55 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद उत्पादित किया जा चुका है। स्व-सहायता समूहों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा रहा है।
बाड़ी अंतर्गत 4000 कार्य उद्यानिकी विभाग द्वारा स्वीकृत किए गए है। जिले में चार हजार बाड़ी कृषकों को भिण्डी बीज-800 किग्रा., बरबट्टी बीज सौ किलोग्राम तथा मिर्च बीज 5 किलोग्राम. एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद 79.80 क्विंटल वितरण किया गया है। इसके साथ ही 983 हितग्राही कृषकों को नौ हजार 526 पपीता, मुनगा, कटहल, अमरूद एवं सीताफल फलदार पौधे बाड़ियों में रोपण हेतु निःशुल्क प्रदाय किया गया है। -
आंशिक छूट के साथ टैक्स जमा करने की अवधि 30 जून 2020 की गई तक नियत
महासमुंद 12 जून नोवेेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण तथा राज्य में लॉकडाउन की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार द्वारा जनहित में समस्त यात्री वाहनों एवं मालवाहनों के मोटरयान कर के भुगतान में आंशिक छूट प्रदान की जा रही है। जिला परिवहन अधिकारी श्री मोहन लाल साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान अधिनियम 1991 (क. 25 सन् 1991) की धारा 21 द्वारा प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए राज्य सरकार द्वारा सभी यात्री वाहनों, मालवाहनों, स्कूल बसों, सिटी बसों एवं प्रायवेट सेवायान बसों को उक्त अधिनियम की धारा-3 के अंतर्गत उदग्रहणीय मोटर यान कर के भुगतान से निम्नानुसार छुट प्रदान की गई है।
इसके तहत् अंतर्राज्यीय, आखिल भारतीय पर्यटक परमिट तथा समस्त मंजिली यात्री वाहनों के लिए माह अप्रैल एवं मई 2020 की अवधि के लिए मासिक कर के भगुतान से पूर्णतः छूट होगी। समस्त माल वाहनों, स्कूल बसों, सिटी बसों एवं प्रायवेट सेवायान बसों के लिए (अप्रैल-मई-जून 2020) के लिए देय त्रैमासिक कर की कुल राशि में से 1/3 भाग के भुगतान में पूर्णतः छुट होगी। मासिक त्रैमासिक कर में उपरोक्तानुसार आंशिक छूट के साथ टैक्स जमा करने की अवधि 30 जून 2020 तक नियत की गई है। अतः संबंधित वाहन मालिक समय से पूर्व अपने वाहन का कर अदा करें। समयावधि में छूट के साथ कर जमा नहीं करने पर वाहन मालिक से छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान अधिनियम 1991 के तहत पूर्ण कर लिया जाएगा, जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे। -
गुरू तुझे सलाम कैम्पेन में सक्रियता दिखा रहे शिक्षक, बच्चे और अभिभावक
सूरजपुर 12 जून : स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ द्वारा ’पढ़ई तुंहर दुआर’ ऑनलाइन योजना के सफल क्रियान्वयन एवं बच्चों को इस योजना का शत् प्रतिशत लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से शिक्षक और पालकों के बीच के लिंक को मजबूत करने के लिए ’’गुरू तुझे सलाम’’ कैम्पेन चलाया जा रहा है । इस अभियान में सूरजपुर जिले के विकासखण्ड रामानुजनगर अंतर्गत संचालित शासकीय प्राथमिक शाला झारपारा (पम्पापुर) के शिक्षक, विद्यार्थी , अभिभावक और प्रदेश के पहले नवयुवक शालादूत समिति के सदस्य सक्रिय सहभागिता निभा रहे हैं । इस संबंध पर चर्चा करने पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानपाठक गौतम शर्मा ने कहा कि पालक और शिक्षकों के बीच का संवाद विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है। वर्तमान समय में कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण बच्चे अपना पूरा समय घर पर ही व्यतीत कर रहे है । ऐसी परिस्थिति में जिस प्रकार विद्यालय खुलने पर पालकों का दायित्व होता है कि वे अपने बच्चों के संबंध में शिक्षकों से जानकारी प्राप्त करने हेतु लगातार उनसे सम्पर्क स्थापित करते है, ठीक उसी प्रकार से इस लॉकडाउन में शिक्षकों का भी दायित्व है कि वे पालकों से लगातार सम्पर्क स्थापित कर बच्चों कि पढ़ाई के संबंध में जानकारी लेकर बच्चों को हो रही समस्याओं को समझकर उनका निराकरण करें। गौतम शर्मा ने आगे कहा कि जिस तरह पालक अपने बच्चों का भविष्य संवारने के लिए चिंतिंत होते हैं, वैसे ही हर शिक्षक का यह प्रयास रहता है कि उसके छात्र का सर्वांगीण विकास हो और भविष्य में वह एक श्रेष्ठ नागरिक बने।
पढ़ई तुंहर दुआर ऑनलाइन योजना अंतर्गत शिक्षकों द्वारा वेबसाईट के नियमित उपयोग और अवकाश के दौरान बच्चों को सीखने और सक्रिय रखने हेतु पालकों से सतत् सम्पर्क स्थापित कर उनके मोबाईल पर नियमित शैक्षणिक सामग्री भेज उसे बच्चों को दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। गुरू तुझे सलाम कैम्पेन में शासकीय प्राथमिक शाला झारपारा (पम्पापुर) के शिक्षक , विद्यार्थी, अभिभावक और शालादूतों ने पोस्टर बनाकर और सेल्फी लेकर अलग-अलग संदेश दिया। शिक्षकों ने संदेश दिया कि मैं अपने विद्यार्थियों के सतत् सम्पर्क में हूँ, और मैं उनकी वेबसाईट से पढ़ने में हर संभव मदद कर रहा हूँ तथा मैं व्हाट्सएप से उन्हें सीखने की सामग्री भेजता हूँ। विद्यार्थियों ने संदेश दिया कि मैं अपने शिक्षक के सम्पर्क में हूँ, मैं रोज घर पर रहकर पढ़ई तुंहर दुआर वेबसाईट और शिक्षकों द्वारा भेजी सामग्री से पढ़ाई करता हूँ।
अभिभावकों ने संदेश दिया कि मेरे बच्चे प्रतिदिन वेबसाईट के माध्यम से पढ़ाई करते हैं, इस कार्य में स्कूल के शिक्षक और शालादूत सहयोग कर रहे हैं और शालादूतों ने संदेश दिया कि मैं स्कूल के शिक्षकों द्वारा दिए गए जिम्मेदारी का निर्वहन कर गाँव के बच्चों को पढ़ई तुंहर वेबसाईट से पढ़ने में सहयोग कर रहा हूँ। गुरू तुझे सलाम अभियान में प्रभारी प्रधानपाठक गौतम शर्मा, शिक्षक राजेन्द्र जायसवाल, नवयुवक शालादूत समिति के सदस्य सोनू साहू, कमलेश साहू, अरूण साहू, श्रवण साहू, प्रदीप साहू, विनोद साहू, छैलूराम साहू, दीपक साहू, विष्णु साहू, सूरज साहू एवं सभी बच्चे एवं पालक सक्रिय योगदान दे रहे है। -
संकुलस्तरीय कार्यक्रम में शिक्षकों ने दिया फीडबैकसूरजपुर 12 जून : स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई ’पढ़ई तुंहर दुआर’ ऑनलाइन कार्यक्रम की व्यापक प्रचार-प्रसार और शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं पालकों द्वारा इसके नियमित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए ’’गुरू तुझे सलाम’’ अभियान 11 से 23 जून तक संचालित किया जा रहा है। इसके लिए राज्य व जिला से अभियान के संबंध में समय-सारणी जारी कर विस्तृत जानकारी दी गई है। जिसके परिपालन में आज जिले के समस्त संकुलों में शिक्षकों द्वारा दो-दो मिनट का फीडबैक दिए गए लिंक पर ऑनलाइन अपलोड किया गया। इस अभियान के तहत सभी शिक्षक, पालकों से मोबाइल पर संपर्क कर उनसे बच्चों की पढ़ाई की जानकारी लेकर उनके सीखने में आवश्यक सहयोग देने के लिए टिप्स देंगे। यह कार्यक्रम संकुल स्तर से प्रारंभ होकर विकासखंड, जिला व राज्य के विभिन्न स्तरों पर आयोजित होगी जिसमें चयनित शिक्षक, बालक व पालक भाग लेंगे। राज्य व जिला से जारी समय-सारणी के अनुसार शिक्षकों द्वारा संकुल स्तर पर आज ऑनलाइन फीडबैक अपलोड किया गया।
यह कार्यक्रम शिक्षकों के लिए विकासखण्ड स्तर पर 13 जून, जिला स्तर पर 16 जून और राज्य स्तर पर 18 जून को सुबह 11 से 12 बजे तक आयोजित होकर ऑनलाइन फीडबैक अपलोड किया जाएगा। तो वही विद्यार्थियों द्वारा संकुल स्तर पर 13 जून को दोपहर में 1 से 2 बजे तक तथा पालकों के लिए 16 जून को शाम 4 से 5 बजे तक आयोजित कर दो-दो मिनट का फीडबैक ऑनलाइन लिया जाएगा। कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर से संकुल स्तर तक कोर ग्रुप बनाकर जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक समूह में अधिकतम 30 लोगों को दो मिनट प्रत्येक के मान से प्रतिभागिता दी जाएगी। शिक्षकों और पालकों के बीच संबंध सुदृढ़ करने व आपसी समन्वय स्थापित करने की दृष्टि से गुरू तुझे सलाम कैम्पेन को लाया गया है। संकुल स्तर से राज्य स्तर तक बच्चों द्वारा उनके प्रेरणा स्त्रोत शिक्षक की आत्मीयता, पढ़ाई के तरीकों व आपसी सहयोग के बारे में दो मिनट की बात को संकुल से लेकर जिलो के कार्यक्रम नोडल अधिकारी ऑनलाइन लिंक पर अपलोड करेंगे। संकुल स्तरीय कार्यक्रम में रामनगर संकुल में हाई स्कूल रामनगर की प्राचार्या श्रीमती सुषमा बखला, संकुल प्रभारी सीमांचल त्रिपाठी, संकुल समन्वयक बिजेंद्रलाल जायसवाल, वरिष्ठ ब्याख्याता सुरेंद्र जायसवाल की उपस्थिति में तो वहीं प्रेमनगर संकुल में पुष्पराज पांडेय की टीम द्वारा संकुल के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षकों का फीडबैक ऑनलाइन अपलोड किया गया। -
शहर के दुकानों व प्रतिष्ठानों में औचक निरीक्षण कर संयुक्त दल ने बाल श्रम न कराने दिया समझाईष
सूरजपुर 12 जून : आज विष्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर बाल श्रम उन्मूलन के लिए कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देष एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मुक्तानंद खुटे के मार्गदर्षन में संयुक्त टीम द्वारा सूरजपुर शहर के 23 प्रतिष्ठानों में जाकर औचक निरीक्षण किया गया एवं बाल श्रमिक न रखने तथा बाल श्रम उन्मूलन हेतु सभी को समझाईष दिया गया। औचक निरीक्षण के दौरान दल को 04 प्रतिष्ठानों में 18 वर्ष से कम उम्र के 03 नाबालिक बालिकाओं एवं 01 बालक श्रमिक को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया। उक्त कार्यवाही शहर के गैरेज, शोरूम, कपडे के दूकान, होटल इत्यादि दुकानों में की गई। इस दौरान सभी दुकानदारों को अपने दुकान/प्रतिष्ठानों के गेट में बाल श्रमिक नहीं रखने के संबंध में स्वघोषणा पत्र चस्पा करने निर्देषित किया गया है। ऐसे में किसी भी दुकान अथवा प्रतिष्ठान में बाल श्रमिक कार्य करते हुए मिलने पर संचालक के विरूद्ध दाण्डीक कार्यवाही किया जायेगा बताया गया है।
साथ ही यह भी बताया गया कि बालक एवं किषोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनिमय 1986 संषोधन अधिनिमय 2016 के प्रावधान अंतर्गत 14 वर्ष से कम आयु के बालकों का नियोजन पूर्णतः प्रतिबंधित है। इनसे मात्र गैरखतरनाक घरेलू व्यवसाय में षिक्षा अवधि उपरांत सहयोग लिया जा सकता है, एवं 14 वर्ष से 18 वर्ष आयु के किषोरों का अधिसूचित खतरनाक व्यवसाय/प्रक्रियाओं में नियोजन पूर्णतः प्रतिबंधित है। प्रदेष के मुख्यमंत्री जी द्वारा भी बाल श्रम निषेध दिवस 12 जून की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेष में लोगों से अपील की है कि छोटे बच्चों को काम में ना लगाएं, ना ही किसी को लगाने दें। बच्चों के प्रति दुव्र्यवहार, हिंसा या मजदूरी करते पाए जाने पर तुरंत पुलिस और प्रषासन को सूचना देकर बच्चे का भविष्य बचाने में सहयोग करे। आज की कार्यवाही में श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल संरक्षण इकाई, पुलिस व चाईल्ड लाईन के अधिकारी सक्रिय थे। -
बेमेतरा 12 जून : जिले में वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश वृद्धि (प्रजनन) को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें संरक्षण देने हेतु राज्य में छत्तीसगढ़ नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम -1972 की धारा-3 उपधारा -2 (दो) के तहत 16 जून से 15 अगस्त 2020 तक की अवधि को बंद ऋतु (क्लोज सीजन) के रूप में घोषित किया गया है। सहायक संचालक मत्स्य पालन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के साथ जिले के समस्त नदियों -नालों तथा छोटी नदियों, सहायक नदियों में जिन पर सिंचाई के तालाब जलाशय (बड़े या छोटे) जो निर्मित किए गए है में किये जा रहे केज कल्चर के अतिरिक्त सभी प्रकार का मत्स्याखेट 16 जून से 15 अगस्त 2020 तक पूर्णतः निषिद्ध रहेगा। इन नियमों का उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य क्षेत्र (संशोधित) अधिनियम के नियम- 3 (5) के अंतर्गत अपराध सिद्ध होने पर एक वर्ष का कारावास अथवा 10 हजार रूपए का जुर्माना अथवा दोनों एक साथ होने का प्रावधान है। उक्त नियम केवल छोटे तालाबों या अन्य जल स्त्रोत जिनका संबंध किसी नदी नाले से नहीं है, के अतिरिक्त जलाशयों में किए जा नहे केज कल्चर में लागू नहीं होंगे।
-
जिले मे अब-तक 2007 प्रवासी मजदूरों को निःषुल्क उपलब्ध कराया गया खाद्यान
बेमेतरा 12 जून : कोरोना वायरस के चलते राज्य में लाॅकडाउन जारी है। लाॅकडाउन के चलते लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाॅलाकि राज्य सरकार ने कई इलाकों में लाॅकडाउन के दौरान छूट दी है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकार ने राज्य के लोगो को राशन बांटने का लक्ष्य तय किया है, ताकि कोरोना लाॅकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें। सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत राज्य के लोगो को सरकार की ओर खाद्यान्न/राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।
लाॅकडाउन में राज्य के लोगो के लिए खाद्यान्न/राशन उपलब्ध कराने हेतु माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जिले में लाॅकडाउन की अवधि में 305 नये राशनकार्ड जारी किये गये हैं साथ ही 1091 नवीन सदस्य पूर्व प्रचलित राशनकार्डों में जोड़े गये हैं। जिससे लोगो को सुगमता से राशन सामग्री प्राप्त हो सकें और किसी प्रकार की समस्या का सामना करना न पड़े। वर्तमान में राशनकार्ड हितग्राहियों को पात्रतानुसार चावल के साथ, अरहर दाल भी शासन द्वारा दिये जा रहे है।
कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन होने के कारण खाने कमाने की दृष्टि से बाहर गये श्रमिकों में से छत्तीसगढ़ वापस लौटे श्रमिकों और व्यक्तियों को जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं या किसी भी राशनकार्ड में नाम दर्ज नहीं है उनको माननीय मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल के निर्देशानुसार माह मई एवं जून के लिए 05 किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रति माह और 01 किलो चना प्रति परिवार प्रति माह की दर से निःशुल्क प्रदाय किया जाना है। इस कड़ी में जिला बेमेतरा में अब तक 797 प्रवासी परिवारों का पहचान कर 2007 प्रवासी सदस्यों को मुख्यमंत्री जी के इस योजना का लाभ प्रदाय किया जा रहा है।कोरोना काल के इस विपरीत परिस्थिति में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत सरकार द्वारा दी जाने वाली राशन सामग्री ने जिले के नागरिकों के साथ ही प्रवासी श्रमिकों/व्यक्तियों के भोजन की समस्याओं में मददगार साबित हुई है। -
बेमेतरा 12 जून : अंत्योदय/आदिवासी स्वरोजगार योजना मे वर्ष 2020-21 के क्रियांवयन हेतु अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के आवेदकों के लिए लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसके अंतर्गत स्वरोजगार स्थापना करने हेतु ऋण लोन प्रदान किया जाएगा, आवेदक/आवेदिका अनुसूचित जाति वर्ग का होना चाहिए, जिले का निवासी हो, आय प्रमाण पत्र ग्रामीण क्षेत्र में रु. 40,500/-एवं शहरी क्षेत्र मे रु. 51,500/- से कम का प्रस्तुत करना होगा, उम्र 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच हो, किसी भी बैंक अथवा संस्था से पूर्व में कर्ज न लिया हो शपथ पत्र देना होगा तथा आवेदक को राशन कार्ड/आधारकार्ड की छाया प्रति प्रस्तुत करना होगा । इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन पत्र कार्यालय जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति बेमेतरा में सायं 5.30 तक जमा कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी हेतु कलेक्टर कमरा नं. 82 में कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्यावसायी जिला बेमेतरा से सम्पर्क कर सकते हैं।