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दुर्ग 15 जून : जिले के सेक्टर-6 अग्रसेन भवन, पी.एन.टी काॅलोनी, नेवई बस्ती वार्ड क्रमांक 42 रिसाली भिलाई और ग्राम कुम्हारी वार्ड क्रमांक 14, तहसील धमधा व ग्राम औंधीे, तहसील पाटन में नया कोरोना पाॅजिटिव केस पाये जाने के कारण कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। कन्टेनमेंट जोन में चिन्हांकित क्षेत्र में सभी प्रकार के दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेगी। इसके अलावा सभी प्रकार की वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। उक्त क्षेत्र की निगरानी के पुलिस विभाग के माध्यम से पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सालय व स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी के साथ निर्देशानुसार सेम्पल की जांच की जायेगी। -
- जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक में कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने दिये स्पष्ट निर्देश, कहा चाइल्ड लाइन और टास्क फोर्स मिल कर सुनिश्चित करें
दुर्ग 15 जून : सिग्नल पर भीख माँगते बच्चों के मामले में कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने चाइल्ड लाइन को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी बच्चा सिग्नल पर भीख माँगता नजर आया तो इसे चाइल्ड लाइन की चूक माना जाएगा। चाइल्ड लाइन और टास्क फोर्स इस संबंध में कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों के पेरेण्ट्स पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि चाइल्ड लाइन की अहम जिम्मेदारी ऐसे सभी बच्चों को लेकर है और इसे पूरी दक्षता से निभाया जाना चाहिए। कलेक्टर ने ऐसे बच्चों के बारे में निर्देश दिए जिन्होंने अपने अभिभावकों को खो दिया है। उन्हें संरक्षण में लेने और आगे की जिम्मेदारी का निर्वहण करने के लिए निर्देश दिया। ऐसे ही एक नाबालिग बच्ची जो पहले अपने माता-पिता को खो चुकी है उसके आठवीं के बाद पढ़ाई की जिम्मेदारी लेने के निर्देश दिये। साथ ही एक मूकबधिर बच्चे के रहने और अन्य चीजों की व्यवस्था के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों के भविष्य की जिम्मेदारी सबसे अहम है। बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे, इस मामले में त्वरित निर्णय लेना है। समिति की बैठक तय समय पर हो। जहां पर भी इनसे जुड़ी संस्थाओं में पदों की रिक्तियां होती हैं वहां त्वरित कार्रवाई कर पदों को भरे जाने की कार्रवाई करें। जो बच्चे बालगृह में आते हैं उनके सामान्य स्वास्थ्य जांच के अलावा सिकलिन आदि के स्वास्थ्य जांच के संबंध में भी उन्होंने निर्देश दिए।
कलेक्टर ने पिछली बैठक के एजेंडा पर हुई कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि पिछली बैठक में बच्चों के एजुकेशन पर और सुरक्षा के लिए कैमरे आदि लगाने के विषय में निर्णय हुए थे पर कार्रवाई हुई है। आज बैठक में शासकीय विशेष गृह एवं प्लेस आफ सेफ्टी के निर्माण जल्द आरंभ करने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देशित किया गया। लंबित प्रकरणों के शीघ्रताशीघ्र निराकरण के बारे में भी कहा गया। देखरेख संस्थाओं में रिक्त पदों के संबंध में भी जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन ने बताया कि यह प्रक्रिया शीघ्र ही पूरी कर ली जाएगी। संकटग्रस्त बालकों के पहचान के लिए पंचायतों में सर्वे किया जा रहा है। कलेक्टर ने अधिकारियों को नियमित मानिटरिंग कर यहां बेहतर व्यवस्थाएं रखने के निर्देश दिए। साथ ही बाल गृह में खेल और पढ़ाई आदि विषयों पर अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में एडीशनल एसपी श्रीमती प्रज्ञा मेश्राम, सीएमएचओ डाक्टर गंभीर सिंह ठाकुर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - दुर्ग 15 जून :जिले के कुबेर इनकेव वार्ड नं. 7, जुनवानी रोड कोहका, नगर पालिक निगम भिलाई एवं वार्ड नंबर 15, मउहारी भाटा मड़ोदा, रिसाली में कोरोना पाॅजिटव केस पाये जाने के उपरांत उक्त क्षेत्र को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया था। उक्त क्षेत्र में पिछले 14 दिवस में कोई भी नए पाॅजिटीव केस नहीं आये है। अतः कन्टेनमेंट जोन की अधिसूचना को समाप्त करते हुए चिन्हित क्षेत्र में जिन व्यक्तियों को होम क्वारंटाईन किया गया है उनके क्वारंटाईन अवधि तक यथास्थिति बनी रहेगी। चिन्हांकित क्षेत्र अंतर्गत सभी दुकाने एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान शासन के नियमानुसार संचालित होंगे। चिन्हित क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को कोरोना से संबंधित लक्षण होने पर तत्काल कंट्रोल रूम के दूरभाष क्रमांक 0788-2210180 अथवा 0788-2210773 पर सूचित करेंगे।
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दुर्ग 15 जून : प्राकृतिक आपदा से मृत्यु हो जाने पर मृतक के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। इनमें स्व. तरूण कुमार 23 नवबंर 2016 को एवं स्व. खुशबू का 17 सितबंर 2019 को पानी में डुबने से हुई मृत्यु के लिए उनके परिजनों के लिए क्रमशः 4-4 लाख रू. की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। - दुर्ग15 जून : जिला एवं सत्र न्यायालय दुर्ग के विभिन्न प्रकरणों में जब्त की गई मालखाने की पुरानी साइकिलें नीलाम की जाएंगी। नीलामी 3 जुलाई को ग्यारह बजे से दो बजे तक न्यायालय के प्रागंण में होगी। कोरोना संक्रमण को रोकने शासन द्वारा जारी किये गए बचाव के उपायों का पालन करते हुए इच्छुक व्यक्ति निलामी में हिस्सा ले सकते हैं।
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दुर्ग 15 जून : जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक 19 जून 2020 को 12ः00 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष मे आयोजित की गई है। बैठक में मनरेगा, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, राजीव गांधी न्याय योजना, निर्माण कार्यो, पेयजल व निस्तारी की तैयारी, जिला पंचायत का बजट से संबंधित व अन्य विषयों पर चर्चा की जायेगी। संबधित विभाग के अधिकारियों को पूर्ण जानकारी के साथ बैठक मे उपस्थित होने कहा गया हैं। - - एक्सिस बैंक ने अपने सभी ब्रांचों के लिए खरीदादुर्ग 15 जून : बाजार में बिक रहे केमिकल युक्त साबुन की जगह एलोवीरा जैसे हर्बल तत्वों से साबुन बनाने वाली बिहान की दीदियों के उत्पादों का बाजार विस्तारित हो रहा है। इनके एलोवीरा, चारकोल जैसे तत्वों वाले साबुन के बारे में जानकारी मिलने के बाद एक्सिस बैंक प्रबंधन ने जिले के सभी ब्राचों के लिए यह साबुन खरीदने का निर्णय लिया। एक्सिस बैंक के प्रबंधक श्री संदेश देशकर ने बताया कि मुझे यह जानकारी मिली कि एलोवीरा, नींबू जैसे नैचुरल तत्वों से बिहान की महिलाएं साबुन बना रही हैं। ऐसा लगा कि यह महिलाएं आत्मनिर्भर तो हो ही रही हैं वे नये कांसेप्ट को लेकर आगे बढ़ी हैं। इसलिए इन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। हमने आज अपने ब्रांचों के लिए 25 सौ रुपए का साबुन खरीदा। जैसे ही जरूरत पड़ेगी, फिर से खरीदेंगे। श्री देशकर ने बताया कि बिहान में बड़ी अच्छी ट्रेनिंग दी जा रही हैं। ये महिलाएं केवल वस्तुएं ही तैयार नहीं कर रहीं। इनके बाजार की नब्ज पर भी पकड़ है। अभी लोग हर्बल ट्राई कर रहे हैं जो त्वचा के लिए ज्यादा कोमल होता है। जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि बिहान की महिलाएं साबुन बना रही हैं और उन्हें इसे बेचने में अच्छी सफलता मिल रही है।काफी सारे लोग इनसे उत्पादों के बारे में पूछ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में, पंचायतों में इनके द्वारा बनाये गए साबुनों का प्रयोग हो रहा है। लाकडाउन के दौरान इन्होंने बड़ी मेहनत की। सीईओ ने बताया कि इन्हें ट्रेनिंग भी दी जा रही है और बाजार से लिंक करने की कोशिश भी की जा रही है। जिस तरह का रिस्पांस मिल रहा है वो बहुत अच्छा है। महिलाओं ने प्रोडक्ट बनाने में और इसे बेहतर गुणवत्तापूर्ण बनाने में बड़ी मेहनत की है। जय मां संतोषी स्वसहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी सिंगौर ने बताया कि हम लोग सांकरा के आजीविका केंद्र में इसे तैयार कर रहे हैं। हमने इसका पूरा प्रशिक्षण लिया है। जिला पंचायत द्वारा हमें लगातार मार्गदर्शन दिया जाता है। साथ ही हमारे उत्पादों को बाजार दिलाने के लिए प्रशासन ने काफी काम किया है। श्रीमती सिंगौर बताती हैं कि हमें बहुत अच्छा लगता है जब दूरदराज से भी फोन आते हैं और हमारे हर्बल उत्पादों के बारे में जानकारी लेते हैं। अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरह का फ्लेवर पसंद आता है किसी को जैस्मीन, किसी को एलोवीरा, किसी को गुलाब। हमारी कोशिश होती है कि हम गुणवत्तापूर्वक उत्पाद उपलब्ध कराएं। आज से कुछ समय पहले हमारे लिए सोच पाना भी कठिन था कि हम साबुन बना पाएंगे। अब तो हमारे द्वारा बनाया साबुन पंचायत में काम आता है। उल्लेखनीय है कि लगातार सैनिटाइजेशन पर जोर, हाथ धोये जाने पर जोर, मनरेगा में काम के दौरान हाथ नियमित रूप से धुलाने पर जोर देने से साबुन का उपयोग बढ़ा है। ऐसे में बिहान के महिलाओं की मेहनत उनके गांवों में ही खप जा रही है और बाहर भी बड़ा बाजार उनके लिए खुल गया है।
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- फिलहाल केवीके में हजार पौधे तैयार किए जा रहे, पेल्टाफोरम प्रजाति के गुलमोहर के इस पौधे में लगते हैं पीले फूल- प्रमुख सड़के गुलजार होंगी इस पेड़ से
दुर्ग 15 जून : गुलमोहर के फूलों से बिखरी सड़कें कितनी सुंदर लगती हैं। कितने ही डेस्कटाप और लैपटाप में स्क्रीनसेवर में यही नजारा मिलता है। गुलमोहर को बढ़ाने की जिला प्रशासन की पहल निकट भविष्य में दुर्ग जिले की सारी प्रमुख सड़कों में भी यही नजारा दिखेगा और यहां के नागरिकों के लिए यह नजारा इतना करीब होगा कि अपने लैपटाप या डेस्कटाप के लिए किसी स्क्रीन सेवर की जरूरत नहीं होगी, वे अपने मोबाइल से ही दूर तक सड़कों में फैली गुलमोहर की सुंदरता का आनंद लेते हुए अपने सिस्टम के स्क्रीन सेवर के लिए इसके फोटोग्राफ ले सकेगें।
जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक ने बताया कि कलेक्टर डा.ॅ सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने महत्वपूर्ण सड़को पर गुलमोहर के पौधे लगाने निर्देशित किया है जिसके अंतर्गत गुलमोहर के एक हजार पौधे केवीके में तैयार हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यह गुलमोहर की पेल्टाफोरम प्रजाति के पौधे हैं। इन्हें रोपित करने ट्री गार्ड भी तैयार किए जा रहे हैं। पौधे जरूरत के मुताबिक ऊंचाई में आ जाने के बाद जिले की प्रमुख सड़कों में रोपित कर दिये जाएंगे। केवीके में यह ऐसी पौध तैयार हो रही है जो पूरे जिले की सुंदरता को नये सिरे से गुलजार कर देगी। अधिकांश पेड़ों में फूल खिलते हैं लेकिन गुलमोहर में फूल ही फूल नजर आते हैं इतने की पत्तियां भी इनकी वजह से छिप जाती हैं। जिला प्रशासन की इस पहल से न केवल हरियाली का रास्ता खुलेगा अपितु सड़कें न्यूनतम निवेश के सुंदरता से गुलजार होंगी। गुलमोहर का पौधा तेजी से बढ़ता भी है। अप्रैल और मई के महीने में इसके फूलों से सड़कें बिछी रहती हैं।
उल्लेखनीय है कि पेल्टाफोरम प्रजाति के वृक्षों की बंगलूरू में भी बहुतायत हैं। लाकडाउन के दौरान बहुत से प्रकृति प्रेमियों ने इसकी फोटो अपने सोशल मीडिया में शेयर की। जहां सूनी सड़कों को गुलमोहर के फूलों की सुंदरता गुलजार कर रही थी। पूरी सड़क गुलमोहर के फूलों से बिछ गई थी।
गुलमोहर के पेड़ के साथ यह भी खास है कि यह न्यूनतम निवेश में अधिकतम सुंदरता की गारंटी करता है। सूखे मौसम में भी इसकी उत्तरजीविता रहती है क्योंकि यह मूलतः अफ्रीकन पौधा है। मूल रूप से यह पौधा स्ट्रीट ट्री ही कहलाता है। यही वजह है कि मेडागास्कर जैसे छोटे से द्वीप से यह पूरी दुनिया में फैल गया।
कलेक्टर कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पक्षियों के विषय पर भी अपनी बात कही थी। उन्होंने कहा कि हमारा दायित्व पशुपक्षियों के लिए भी है। उन्होंने फलदार पौधों के रोपण की बात कही ताकि पशुपक्षियों को भी उनके पर्यावास में ही पर्याप्त आहार मिल सके। उल्लेखनीय है कि गुलमोहर का पौधा पक्षियों के लिए आश्रय स्थल भी बनता है। कापर स्मिथ बार्बेट, ब्राउन हेडेड बार्बेट और मैना अपना घोंसला बनाने इसी पेड़ को चुनती हैं।गुलमोहर सुंदरता का प्रतीक है इसलिए ही कवियों ने इतनी सुंदर कविताएं इस पर गढ़ी भी हैं। गुलजार ने लिखा है कि ‘’गुलमोहर गर तुम्हारा नाम होता, मौसम-ए-गुल को हंसाना हमारा काम होता।‘’ इस वृक्ष की शाम की सुंदरता पर आगे की लाइन और भी खूबसूरत है। ‘’शाम के गुलाबी से आंचल में ये दिया जला है चांद सा।‘’
गुलमोहर का पेड़ कवियों के लिए संवेदनशीलता का प्रतीक भी बन जाता है। दुष्यंत कुमार ने लिखा था कि ‘’जिये तो अपने बगीचे में गुलमोहर के तले, मरे तो गैर की गलियों में गुलमोहर के लिए।‘’दुर्ग में तैयार हो रहे गुलमोहर के पौधें आने वाली पीढ़ी को एक सुंदर धरोहर है जो उनके जीवन की सुंदरता को और बढ़ायेगी। -
महामारी के समय डबरी में मछली पालन बना आय का सशक्त साधन
कोरिया 15 जून : मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना) ने जिन लोगों की जिंदगी बदली है, उनमें रामसिंह भी एक हैं। पहले बरसात के भरोसे खरीफ फसल के बाद मजदूरी करने वाले किसान रामसिंह के खेतों में अब साल भर हरियाली रहती है। मनरेगा से खेत में बने डबरी में वे मछली पालन भी करते हैं। कृषि के साथ मछली पालन के अतिरिक्त व्यवसाय ने उनकी कमाई बढ़ा दी है।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते लागू देशव्यापी लॉक-डाउन के दौरान जब लोग घरों में रोजी-रोटी की चिंता कर रहे थे, उस समय रामसिंह अपनी डबरी में मछली पालन में व्यस्त थे। लॉक-डाउन के दौरान उन्होंने 12 हजार रूपए की मछली बेची। मनरेगा के तहत आजीविका संवर्धन के लिए खोदे गए डबरी ने विपरीत समय में इस अतिरिक्त कमाई का साधन दिया। खेत में डबरी निर्माण के बाद धान और गेहूं की फसल के साथ रामसिंह ने मछली पालन भी शुरू किया। डबरी के पानी से सिंचाई की व्यवस्था होने के बाद धान की अच्छी पैदावार हुई। उन्होंने सोसाइटी में धान बेचकर एक लाख 20 हजार रूपए की कमाई की।
कोरिया जिले के खड़गवाँ विकासखण्ड के सुदूर गाँव पेंड्री के किसान रामसिंह अपने पहले के हालात के बारे में बताते हैं कि बारिश के भरोसे होने वाली खेती से वह और उनका परिवार केवल सालभर खाने लायक अनाज ही उगा पाता था। बाकी जरूरतों के लिए मजदूरी करनी पड़ती थी। मनरेगा के अंतर्गत आजीविका संवर्धन के लिए खेत में डबरी निर्माण से मछली पालन और खेती के लिए पानी के प्रबंधन की बात जानकर उन्होंने भी आवेदन दिया।ग्राम पंचायत ने उनके खेत में डबरी निर्माण के लिए एक लाख 60 हजार रूपए की मंजूरी देकर काम शुरू करवा दिया। तीन सप्ताह तक चले इस कार्य में रामसिंह के परिवार ने भी काम किया। इस काम से उनके परिवार को 14 हजार रूपए की मजदूरी प्राप्त हुई। डबरी निर्माण के बाद से बारिश के भरोसे होने वाली खेती और मजदूरी से गुजर-बसर करने वाले छह एकड़ जोत के किसान रामसिंह की जिंदगी बदल गई है। लॉक-डाउन और आर्थिक मंदी के बावजूद उनकी आजीविका अप्रभावित रही। मनरेगा से मिला संसाधन इस कठिन दौर में उनका संबल बना और नियमित आय का साधन भी। -
स्वास्थ्य विभाग रखेगा उच्च जोखिम में गर्भवती, बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ख्याल
धमतरी, 15 जून : जिले के कुरुद ब्लॉक में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है जिसके अंतर्गत संभावित लक्षणों वाले लोगों को चार अलग-अलग आयु वर्गों में बाँट कर उच्च जोखिम वालों को विशेष स्वास्थय की सुविधा दी जायेगी| उच्च जोखिम वाले इन चारों आयु वर्गों में लोगों को अलग-अलग प्रपत्र में प्रत्येक परिवार का व्यापक स्वास्थ्य सर्वेक्षण कर डाटा तैयार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास उच्च जोखिम में गर्भवती महिलाएं, बच्चों, बुजुर्गों व गंभीर रोगों जैसे कैंसर, टीबी, एड्स एवं अन्य रोगों से पीडि़त लोगों का एहतियात के तौर पर विशेष ख्याल रखा जाएगा|
इस महीने के 8 से 13 तक लगभग 90,788 लोगों का स्वास्थ्य सर्वे किया जा चुका है। सर्वे में सर्दी के 653, खांसी के 669, और बुखार के 278 लोगों को पहचान कर तत्काल मेडिकल टीम द्वारा दवाई देकर उपचारित किया गया। कुरूद विकासखंड के बीएमओ डॉ. यू एस नवरत्न के निर्देशानुसार विकासखंड की बीईईटीओ डीएस ठाकुर, और बीपीएम रोहित पांडेय विकासखंड के परिवार सर्वे प्रक्रिया का नियमित पर्यवेक्षण कर रहे हैं।
सर्वे में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 21013, गर्भवती महिलाओं में 2235, 40 से 50 वर्ष उम्र के 38520 और 0 से 10 वर्ष उम्र के 28558 लोगों का डाटा जमा किया जा चुका है। बीएमओ डॉ. नवरत्न के अनुसार कोरोना से लड़ने उच्च जोखिम के आधार पर 4 आयु वर्ग में डाटा तैयार करने सर्वे का कार्य लगातार जारी है। सर्वे के दौरान स्वास्थ्य अमला द्वारा प्रपत्र 1- 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र के ऐसे व्यक्ति जो उच्च रक्तचाप ,शुगर अस्थमा, किडनी व कैंसर पीड़ित हो। प्रपत्र बी- गर्भवती व शिशुवती माताएं। प्रपत्र सी- 40 वर्ष या इससे अधिक उम्र के ऐसे व्यक्ति जो उच्च रक्तचाप, शुगर, अस्थमा, किडनी व कैंसर के मरीज शामिल होंगे । इसके अलावा प्रपत्र डी - में 5 से 10 वर्ष तक के बच्चों की जानकारी भरी जा रही है|
उन्होंने बताया कुरूद ब्लाक में लगभग 24,1651 लोगों का सर्वे किया जाना है| ब्लॉक की कुल जनसंख्या में 1 से 10 वर्ष के 45430 लोग, 40 से 60 वर्ष के 46155, 60 वर्ष के से अधिक 20057 और गर्भवती महिलाओं की संख्या 5432 है । सर्वे के कार्य में कुरूद एसडीएम योगिता देवांगन के आदेशानुसार स्वास्थ्य विभाग ,शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत विभाग एवं मितानिन के द्वारा सर्वे किया जा रहा है। महिला एवं पुरुष ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, सेक्टर पर्यवेक्षक स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा अपने सेंटर के ग्रामों में परिवार सर्वेक्षण कार्य का परीक्षण किया जा रहा है। ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के निरीक्षण मे क्षेत्र के ग्रामों में परिवार सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है।
जिले के कलेक्टर जे.पी. मौर्य व सीएमएचओ डॉ. डी.के. तुर्रे के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों का सर्वे कर सूची तैयार कर रहा है। पीड़ित लोगों को घर पर ही दवाई उपलब्ध कराई जा रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए गांव में 10 से 12 घरों के अंतर पर मुहल्लों के सार्वजनिक स्थानों में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन आदि का नंबर दीवारों पर लिखवाया जा रहा है ताकि नॉन- कोविड के जरूरतमंद मरीजों को टेलीमेडिसिन के द्वारा इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। -
बेमेतरा 15 जून : देश के विकास की रीढ़ किसानांे को माना जाता है ऐसे मेें कृषक और कृषि के संपूर्ण विकास के लिए छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्र्रेडा) विभाग द्वारा संचालित महत्वपूर्ण योजना सौर सुजला योजना सार्थक सिद्ध हो रही है। कृषकों को खेती एवं गौठान/चारागाहो में पेयजल एवं सिंचाई हेतु सोलर पंप कारगर सिद्ध हो रहे है। बिजली आपूर्ति नहीं होने पर भी सोलर पंप से सिंचाई की जा सकती है। इस योजना से किसानांे को बिजली कटौती और भारी बिजली बिल से भी मुक्ति मिल गई है तथा संयंत्र के रख-रखाव में भी किसानों को कम मेहनत एवं ब्यय लगता है। वर्तमान समय में बढ़ते तापमान एवं परम्परागत साधनों के कमियों को दूर करने लिए कृषकों को सोलर पंप अपने खेतों में लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
क्रेडा विभाग बेमेतरा के जिला प्रभारी श्री डी.एस. सिदार ने बताया कि सोलर पंप के उपयोग से कृषि उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ भू-जल संवर्धन का भी कार्य किया जा रहा है एवं सोलर पंप ग्रीन एनर्जी होने के साथ-साथ पर्यावरण के लिए अनुकूल है। बिजली पर निर्भरता कम हो जाती है, क्योंकि सोलर पंप सूर्य की रोशनी से कार्य करता है, इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। तथा सौर सुजला योजना के तहत कृषकों को 2,3 एवं 5 एचपी क्षमता के सोलर पंप के स्थापना पर लगभग 90-95 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान है। जिले के कृषक जो सोलर पंप लगाने के इच्छुक है वे कृषि विभाग के माध्यम से आवेदन कर सकते है। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत वर्ष 2018-19 तक कुल 297 सोलर पंप स्थापना का कार्य किया जा चुका है। वर्ष 2019-20 में जिला बेमेतरा को 270 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसमें स्थापना कार्य प्रगति पर है।
ब्व्टप्क्.19 के कारण लाॅकडाउन की अवधी में क्रेडा द्वारा जिले में 24 कृषकों के यहाँ सोलर पंप स्थापना का कार्य पूर्ण किया गया तथा 04 गौठान/चारागाह में भी सोलर पंप स्थापना का कार्य पूर्ण किया गया है। पूर्व में 9 गौठान/चारागाह में सोलर पंप स्थपित किये गये है। जिला बेमेतरा के कृषक सोलर पंप के माध्यम से विभिन्न प्रकार की खेती कर रहे है जैसेः- धान ,गेहूँ, गन्ना, पपीता, केला, टमाटर, फुल गोभी, लौकी, कुम्हडा, मिर्च,, खीरा इत्यादि प्रकार की भी खेती कर रहे है, जिससे औसतन माह में हजारों तक की आमदनी अर्जित कर रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हुई है। क्रेडा अधिकारी ने बताया कि हितग्राही को सिंचाई करने में किसी भी प्रकार का विद्युत शुल्क नहीं देना पड़ रहा है। निःशुल्क सिंचाई हो जाने से कृषकों को डबल फसल लेने में सुविधा हो रही है। साथ ही किसानों की आमदनी में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। किसान अपने खेतों में सोलर पंप की स्थापना से पूर्व केवल खरीफ फसल ले पाते थे, लेकिन पंप लग जाने क बाद अब सालभर में दो-तीन फसल आसानी से लेने लगे है। -
घर-घर जाकर अभिभावकों को कर रहे प्रोत्साहित
सूरजपुर 15 जून : वैश्विक स्तर की इस आपदा के मध्य जहां फरवरी से ही पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। इस लॉकडाउन की वजह से सारे स्कूल बंद है और बच्चो की पढाई पर असर पड़ रहा है। ऐसे में बच्चो की पढाई प्रभावित न हो इसके लिए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा जारी ऑनलाइन पोर्टल पढ़ई तुहंर दुआर शुरू किया गया है, जो कि बच्चों के पढ़ाई के लिए अत्यंत ही लाभकर सिद्ध होता प्रतीत हो रहा है। परंतु ग्रामीण अंचल के अभिभावकों को ऑनलाइन पढ़ाई की जानकारी का अभाव एवं प्रत्येक बच्चों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्धता की कमी को देखते हुए, इस महत्वपूर्ण योजना को धरातल स्तर पर उपयोगी सिद्ध करने का कार्य जिले के शिक्षक कर रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं सूरजपुर जिले के एक छोटे से विद्यालय शासकीय प्राथमिक शाला सुंदरगंज में पदस्थ प्रभारी प्रधान पाठक श्री दिनेश कुमार साहू के बारे में। दिनेश साहू बच्चों के पढ़ाई के प्रति हमेशा से ही सजग रहे हैं। ऑनलाइन पोर्टल पढ़ई तुंहर दुआरलांच होने के पश्चात से ही दिनेश साहू अपने विद्यालय के बच्चों को पोर्टल पर उपलब्ध ई-क्लासरूम, स्टडी मटेरियल, वीडियो लेसन, शैक्षणिक खेल, होमवर्क करने जैसी सुविधाओं के बारे में बताते आ रहे हैं।
सुंदरगंज गांव जंगलों से घिरा हुआ हाथी प्रभावित क्षेत्र है, जिस कारण प्रत्येक दिन गांव में जाकर बच्चों को मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई के लिए प्रेरित करना भी एक प्रकार की चुनौती थी। साथ ही छोटे बच्चों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्ध ना होने के कारण उनके अभिभावकों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जागरूक करने हेतु दिनेश साहू प्रतिदिन एक लंबा सफर तय कर सुंदरगंज पहुंचते थे, चूंकि यह गांव कृषि प्रधान है। इसलिए अधिकांशतः अभिभावक दिन के वक्त घर में उपलब्ध ना होकर अपने खेतों में कार्य करते थे। जिस कारण दिनेश साहू ने कई बार रात में भी अभिभावकों के पास जाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उन्हें इस ऑनलाइन पढ़ाई के लिए जागरूक करते हुए जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
दिनेश साहू प्रतिदिन विद्यालय के प्रत्येक बच्चों के घर में जाकर उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई के बारे में बताते हैं। पढ़ई तुहंर दुवार में स्वयं रोचक वीडियो बनाकर अपलोड करते एवं होमवर्क प्रदान करते हैं। इसके साथ ही जिन अभिभावकों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्ध नहीं है उनके बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग में रहकर स्वयं अध्ययन करवा रहे हैं।
जिले में पदस्थ प्रभारी प्रधान पाठक अपना कुछ समय निकालकर विद्यालय पहुंचते हैं। जहां उनके द्वारा विद्यालय में ही की गई बागवानी का देखरेख भी करते हैं। गर्मी के दौरान पेड़ पौधों को पानी देना, गार्डन में लगे फूलों की रखवाली एवं फलदार वृक्षों की देखरेख का कार्य भी उन्होंने स्वयं ही किया। फलस्वरूप संपूर्ण विद्यालय के आसपास हरा भरा वातावरण निर्मित है। बगीचे में विभिन्न प्रकार के सुगंधित फूल खिले रहते हैं। विभिन्न प्रकार के फलदार वृक्ष जैसे अमरुद, नींबू, आम, कटहल, काजू, सीताफल आदि भी लगे हुए हैं। जिसका सेवन विद्यालय के बच्चे विद्यालयीन दिवस में करते हैं।
इसके अतिरिक्त दिनेश साहू की पहचान एक खेल शिक्षक के रूप में भी है। वे वॉलीबॉल में राष्ट्रीय स्तर के रेफरी भी है। सामान्य दिनों में वे प्रतिदिन विद्यालय एवं गांव के बच्चों को वॉलीबॉल खेल का निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। उनके मार्गदर्शन में गांव के बालिका खिलाड़ी राज्य स्तर में जिले का प्रतिनिधित्व एवं साईं रायपुर में ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं। उनकी पदस्थापना शासकीय प्राथमिक शाला सुंदरगंज में होने के पश्चात से ही अपने उत्कृष्ट एवं हरफनमौला कार्यों के माध्यम से विद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं ग्रामवासी के मध्य पसंदीदा शिक्षक व विशिष्ट व्यक्तित्व के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। दिनेश साहू ने बताया कि इन कार्यों में विद्यालय के अन्य शिक्षक गण मनोज कुमार, शैलेंद्र सिंह, पूजा सिंह, संकुल प्रभारी चंद्र देव पांडे, भूतपूर्व छात्र छात्राएं एवं ग्रामवासियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है। -
सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने पर होगी कार्यवाही
सूरजपुर 15 जून : कलेक्टर रणबीर शर्मा के द्वारा सूरजपुर में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों एवं संस्थाओं के संचालन तथा अतिरिक्त गतिविधियों की सशर्त अनुमति प्रदान की गई है। उक्त आदेश के अनुक्रम में सूरजपुर जिला अन्तर्गत पान दुकान एवं सैलून दुकान को प्रातः 7.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक सोशल एवं फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये 50 प्रतिषत कर्मचारियों की उपस्थिति (मास्क पहनने के निर्देश) में संचालन करने की अनुमति शर्तों के अधीन दी गई है।
सैलून एवं नाई दुकान संचालन हेतु शर्ते- दुकान में सेनेटाईजर व हाथ धोने के लिए साबुन एवं पानी की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा, सोशल व फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा, सैलून संचालक को प्रत्येक व्यक्ति के सेविंग एवं बाल कटिंग के पश्चात् कैंची, अस्तुरा, सेविंगब्रश, कंघी एवं कुर्सी को सेनिटाईज करना अनिवार्य होगा, दुकान में आने वाले सभी ग्राहकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा, दुकान में वेटिंग करने हेतु अलग से कुर्सी नहीं रखा जावेगा एवं आने वाले प्रत्येक ग्राहक का रिकार्ड ( नाम, पता, मोबाईल नं. एवं की गई सेवा का विवरण- यथाकटिंग, सेविंग, डाई इत्यादि ) एक पंजी में संधारित करना अनिवार्य होगा, जिसमें ग्राहक का अपाॅईंटमेंट व समय प्रविष्टि करना अनिवार्य होगा, बाल कटिंग, सेविंग व डाई के समय ग्राहक को स्वयं के द्वारा टॉवेल, कपड़ा लाना अनिवार्य होगा, किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए सैलून संचालक जिम्मेदार होंगे।
पान दुकान व पान ठेला संचालन हेतु शर्ते- ठेले में सेनेटाईजर व हाथ धोने के लिए साबुन एवं पानी की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा, सोशल व फिजीकल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा, पान दुकान व ठेले में एक समय में 5 से अधिक व्यक्ति किसी भी स्थिति में न हो, ग्राहकों के खड़े होने हेतु मार्किंग की जाये तथा ग्राहक, मार्किंग से बाहर खड़े नहीं होंगे, दुकान व ठेले में तम्बाकु युक्त ( सिगरेट , गुडाखू , गुटखा , तम्बाकू , पाउच , बीड़ी ) कोई भी पदार्थ नहीं रखा जावेगा और न ही विक्रया जावेगा, दुकान में आने वाले सभी ग्राहकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा, दुकान में वेटिंग करने हेतु अलग से कुर्सी नहीं रखा जावेगा, किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए पान दुकान व ठेला संचालक जिम्मेदार होंगे, जिले व क्षेत्र के हॉटस्पॉट एवं कन्टेन्मेंट जोन घोषित होने की दशा में शासन द्वारा सम्पूर्ण लॉकडाउन के सम्बन्ध में जारी निर्देश पूर्वानुसार प्रभावी होंगे तथा इन अतिरिक्त गतिविधियों को निष्पादित करने की अनुमति हॉटस्पॉट एवं कन्टेन्मेंट जोन में नहीं होगी।उपरोक्त शर्तों तथा शासन के दिशा - निर्देश, एडवायजरी व आदेश की शर्तों का उल्लंघन करते हुये पाये जाने पर सम्बंधित व्यक्ति आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60, भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 तथा अन्य सुसंगत विधिक प्रावधानों, जैसे लागू हों, के अंतर्गत कार्यवाही के भागी होंगे। -
बाल विवाह रोकने कलेक्टर के निर्देष पर निरंतर मुस्तैद है पुलिस व प्रषासन की टीम
सूरजपुर 15 जून : कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देषन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मुक्तानंद खुट के मार्गदर्शन में महिला बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, चाईल्ड लाईन एवं पुलिस की टीम को सूचना मिलते ही उम्र का सत्यापन कर, उम्र कम पाए जाने पर संबंधित ग्राम जाकर संयुक्त टीम द्वारा बालिका या बालक का कथन , कर , विवाह ना करने कि समझाईश दी जाती है। परिजनों को बालविवाह के दुष्परिणामों और कानून की जानकारी दी जाती है, और बाल विवाह करने पर होने वाले कानूनी कार्यवाही के बारे में बताया जाता है। परिवार द्वारा विवाह नहीं करने की सहमती देने के पश्चात पंचनामा एवं अभिभावको का कथन लिया जाता है।
इसी क्रम में ग्राम कौशलपुर, रामानुजनगर निवासी सत्यम साहू पिता श्री शिवशंकरसाहू उम्र 20 वर्ष का बारात 14 जून 2020 को ग्राम कुशमाहा, तहसील - सोनहत, जिला - कोरिया जाने हेतु तैयारी चल रही थी। बारात प्रस्थान हेतु शिवशंकरसाहू द्वारा तहसीलदार कार्यालय में आवेदन दिया गया था, जिसमें वर सत्यम साहू की जन्मतिथि अनुसार विवाह की आयु 21 वर्ष पूर्ण नहीं किये जाने पर तहसीलदार रामानुजनगर द्वारा इसकी जानकारी परियोजना अधिकारी रामानुजनगर को दी गयी। आज प्रातः जानकारी मिलने के पश्चात संयुक्त टीम द्वारा आवेदन करता के घर पहूँच कर बाल विवाह अधिनियम 2006 के तहत समझाइष देते हुए इस विवाह की तिथि को 06 माह और आगे बढ़ाने के संबंध में समझाईष दिया गया। संयुक्त टीम द्वारा दिये गये समझाइष को मानते हुए वर के परिजनों द्वारा वर की आयु 21 वर्ष पूर्ण हो जाने के पश्चात विवाह किये जाने पर अपनी सहमति प्रदान करते हुए घर के आंगन में लगे मण्डप को स्वयं के द्वारा उखाडा गया। इसी तरह दिनांक 13 जून को ग्राम सकलपुर, थाना - भटगांव में 16 वर्षीय नाबालिक बालिका तथा ग्राम डुमरिया, थाना - सूरजपुर के 17 वर्षीय नाबालिक बालक का होने वाला बाल विवाह की सूचना चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर 1098 पर प्राप्त होने के पश्चात संयुक्त टीम द्वारा उक्त दोनांे बाल विवाह को संबंधितों के परिजनों को समझाइष देकर रूकवाया गया। उक्त कार्यवाही महिला एवं बाल विकास विभाग, बाल संरक्षण इकाई , पुलिस थाना - सूरजपुर , रामानुजनगर एवं भटगांव के स्टाफ व चाईल्ड लाईन की संयुक्त टीम द्वारा किया गया । - नवसंकल्प संस्था में अध्ययनरत 9 विद्यार्थियों ने सफलता अर्जित करके जिले को किया गौरवान्वित
जशपुरनगर 15 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे से आज अपने कक्ष में सीजीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में सफलता अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दी। जिला प्रशासन द्वारा निःशुल्क संचालित नवसंकल्प शिक्षण संस्थान जशपुर ने सीजीपीएससी में परचम लहराया है। नवसंकल्प संस्थान में अध्ययनरत 9 छात्र किरण भगत, तारा बाई, अरविंद भगत, आराधना तिर्की, संदीप गुप्ता, संजय चंद्रा, शैलेश कोसले, दानिश परवेज, .धनेश कुमार देवांगन ने सीजीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में सफलता अर्जित करके जिले को प्रदेशभर में गौरान्वित किया है। नवसंकल्प में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ जैसे आर्मी, वायुसेना, रेलवे, सीजीपीएससी, व्यापम, बैंकिंग की तैयारी विषय विशेषज्ञों के माध्यम से निःशुल्क कराई जाती है।
जशपुर कलेक्टर श्री महादेव कावरे एवं जिला प्रशासन के नेतृत्व में खनिज न्यास निधि से संचालित नव -संकल्प शिक्षण संस्थान अपनी स्थापना के बाद लगातार जशपुर जिले के युवाओं के लिए शत प्रतिशत शासकीय सेवा के अवसर प्रदान करने के लिए समर्पित रही है वायु सेना, थल सेना, सीआरपीएफ ,रेलवे सहित अन्य विभाग में विज्ञापित विभिन्न पदों में जिले के सैकड़ों बेरोजगार युवकों को शासकीय नौकरी प्राप्त करने का सुनहरा मौका मिला है । इसी क्रम में छत्तीसगढ़ राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2019 जिसका आयोजन 9 फरवरी 2020 को किया गया था आयोग द्वारा जारी पीएससी प्रारंभिक की परीक्षा के परिणाम आज दिनांक 12 जून को जारी कर दिए गए हैं।
जशपुर जिले के लिए अत्यंत गौरव की बात है कि नव संकल्प प्रशिक्षण कोचिंग संस्थान से 9 युवाओं का सफलतापूर्वक प्रारंभिक परीक्षा में चयन हुआ है। इन युवाओं को नवसंकल्प सस्थान के प्राचार्य डाॅ. विजय रक्षित, सहायक आयुक्त श्री एस.के वाहने, डॉ0 अनिल श्रीवास्तव, डॉ0 अमरेंद्र सिंह, डॉ मिथलेश पाठक,संजीव शर्मा,अमित मिश्रा, श्रीमती रत्ना गुरु, मनीष गुप्ता , धनेश देवांगन, विवेक पाठक, विनीत तिवारी, राजेंद्र प्रेमी प्रो.श्रीराम, अजीत शुक्ला सहित सम्पूर्ण संस्थान के कर्मचारियों ने शुभकामनाएं दी है। -
जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए किए जा रहे है कार्यकृषि कार्य, पेयजल, निस्तारी के लिए नहीं होगी पानी की कमी11563.87 लाख रूपए की लागत से किया जा रहा है तीन नए एनीकट एवं तीन व्यपवर्तन योजना का निर्माण कार्य
जशपुरनगर 15 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे द्वारा जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों पर जोर दिया गया है एवं जल संरक्षण के कार्यो को गर्मी के मौसम में तथा बरसात आने के पूर्व तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है, जिससे आने वाले समय में जल संकट की समस्या न हो तथा कृषि कार्य, पेयजल, निस्तारी जैसे कार्यो के लिए पानी की उपलब्धता बनी रहे। उन्होंने प्रगतिरत कार्यों को भी जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए जिससे आगामी बारिश के पानी का भरपूर उपयोग करते हुए ज्यादा से ज्यादा जलाषयों, एनीकटों, एंव तालाबों में जलसंचय का कार्यं संभव हो सके।
कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग श्री दर्रो ने बताया कि जिले में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कुल की 11563.87 लाख की लागत से 3 नये एनीकट एवं 3 व्यपवर्तन योजना का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इन योजना के निर्माण कार्य पूर्ण होने पर जिले के कुल 5419 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई के लिए पानी की पर्याप्त उपलब्धता हो पाएगा। जिसमें खरीफ फसल के लिए कुल 4669 हजार हेक्टेयर एवं रबी फसल के समय कुल 750 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचाई कार्य किया जा सकेगा।
श्री दर्रो ने बताया कि जिले के विकास खण्ड कांसाबेल में मैनी नदी पर 2750.61 लाख की लागत से, जषपुर के चेड़िया में 751.63 लाख एवं फरसाबहार के समदमा में 1510.14 रूपए की लागत से एनीकट का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कार्य से लगभग 1 हजार गरीब श्रमिक परिवार को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। इसी तरह विकासखंड फरसाबहार में 1036.10 लाख की राषि से डुमरजोर व्यपवर्तन का निर्माण एवं विकासखंड बगीचा में 4450.65 लाख की लागत से नकबार व्यपवर्तन योजना एवं 1064.66 लाख की लागत से कुदमुरा व्यपवर्तन योजना के अंतर्गत निर्मित नहरों तथा डी. वन नहर के वितरक नहर में लाइनिंग का कार्य किया जा रहा है। इन कार्यो के संचालन से भी कई ग्रामीण श्रमिको को रोजगार प्राप्त हो रहा है।
श्री दर्रो ने बताया कि मैनी एनीकट के निर्माण पूर्ण होने से कुल 1500 हेक्टेयर क्षेत्रफल जिसमें खरीफ की 1300 एवं रबी की 200 हेक्टेयर क्षेत्रफल की सिंचाई संभव होगी। इसी प्रकार चेड़िया एनीकट के निर्माण से 134 हेक्टेयर एवं समदमा एनीकट से 785 हेक्टेयर के रकबे की सिंचाई पूर्ण होगी। नकबवार व्यपवर्तन से 1900, डुमरजोर व्यपवर्तन से 600 एवं कुदमुरा व्यपवर्तन योजना से 500 हेक्टेयर रकबे की सिंचाई कार्य हो पाएगी।
कलेक्टर श्री कावरे ने बताया कि प्राकृतिक जल स्त्रोतों का संरक्षण, जलाषयों एवं एनीकटों के निर्माण से ही जिले में ग्रीष्म ऋतु में जल भराव की स्थिति बेहतर हो सकती है। उन्होंने बताया कि जिले में गिरते भू-जल स्तर को बढ़ाने एवं ग्रामीण क्षेत्रो में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लाॅकडाउन में भी यहां बड़े पैमाने पर सिंचाई परियोजनाओं, एनीकट और नहर लाइनिंग का कार्य किया जा रहा है। इन कार्यो के पूर्ण होने पर सिंचाई के रकबें में वृद्धि होगी। इससे किसानों में समृद्धि आएगी। कार्यस्थल पर श्रमिको द्वारा मास्क का उपयोग एवं सोषल डिस्टेंस के नियमों का पालन करते हुए लगातार निर्माण कार्य किया जा रहा है। कार्यस्थल पर श्रमिको को हाथ साफ करने के लिए सेनेटाइजर उपलब्ध कराया गया है जिसके फलस्वरूप श्रमिको द्वारा भय मुक्त होकर कार्य किया जा रहा है। -
जशपुरनगर 15 जून : जशपुर जिले में अब तक 85.3 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है, जो बीते 10 वर्षां की तुलना में 15 जून तक औसत वर्षा 33.4 मिमी हुई है।भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक जशपुर तहसील में 178 मिमी, मनोरा में 27.6 मिमी, कुनकुरी में 177.2 मिमी, दुलदुला में 177.2 मिमी, फरसाबहार में 43.9 मिमी, बगीचा में 61 मिमी, कांसाबेल में 24.9 मिमी एवं पत्थलगांव में 52.2 मिमी वर्षा हो चुकी है। -
आईसोलेषन वार्ड की नियमित साफ-सफाई, सेनेटाईज करने एवं मरीजों की पूरी देखभाल करने के दिए निर्देष
जशपुरनगर 15 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने वीडियो कान्फेन्स के माध्यम से कोरोना महामारी के ईलाज के लिए निर्मित्त किए गए कोविड केयर हास्पिटल एवं लाईवलीहुड कालेज में बनाए गए आईषोलेषन वार्ड में आवष्यक व्यवस्था एवं गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कोविड केयर हाॅस्पिटल में बनाए गए आईसोेलेषन वार्ड में आवष्यक व्यवस्था उपलब्ध कराने एवं सीसीटीवी कैमरे के द्वारा सतत निगरानी रखने के निर्देष दिए। लाईवलीहुड में बनाए गए आईसोलेषन वार्ड के इंचार्ज आॅफिसर श्री षिषिर परमार ने बताया कि लाईवलीहुड में बनाए गए आईसोलेषन वार्ड में 3 मरीजों को ठहराया गया है एवं यहां 2 स्टाॅफ नर्स की ड्यूटी लगाई गई है। आईसोलेषन वार्ड में इन मरीजो की 24 घंटे निगरानी एवं देखभाल के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है एवं वार्डो में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है साथ ही कंट्रोल रूम में नियुक्त स्टाॅफ को आवष्यक ट्रेनिंग मुहैया कराया गया है। कंट्रोल रूम में नियुक्त स्टाॅफ माइकिंग एवं सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से मरीजों की सतत् काउंसिलिंग और उनकी देख रेख की जा रही है।
श्री परिहार ने बताया कि कोविड केयर में ड्यूटी करने वाले स्टाॅफ ड्यूटी के दौरान, मास्क, पीपीई किट पहनने एवं कोरोना महामारी से बचने के लिए अन्य आवष्यक उपाय अपना रहे डीपीएम श्री गनपत कुमार नायक ने बताया कि आईसोलेषन वार्ड में 24 घंटे डाॅक्टर की उपलब्धता के लिए तीन पारियों में डाॅक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है एवं इन डाॅक्टरों के रहने के लिए सेंटर में ही अलग से व्यवस्था किया गया है जहां इनके लिए आवष्यक सभी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि आईसोलेषन वार्ड में मरीजों के लिए आवष्यक सभी व्यवस्था उपलब्ध कराया गया है एवं कंट्रोल रूम के माध्यम से उनकी सतत् निगरानी की जा रही है।
कलेक्टर श्री कावरे ने आईसोलेषन सेंटर में रखे बिस्तरों में मार्किंग एवं नंबरिंग करने, मरीजों की पूरी देखभाल रखने के साथ ही सेंटरों का नियमित साफ-सफाई एवं सेनेटाईज करने के निर्देष दिए है। इस अवसर पर पुलिस अधिक्षक जषपुर श्री षंकर लाल बघेल, जिला पंचायत सीईओ श्री के.एस. मण्डावी, सीएमएचओ जषपुर श्री पी. सुथार, डीपीएम नायक सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से जुडे़ रहे। -
स्थायी समितियों के सदस्यों के निर्वाचन का सम्मिलन 24 जून को
जशपुरनगर 15 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने जनपद पंचायत, जिला पंचायत के स्थायी समितियों के नियमों के अंतर्गत जिला पंचायत, जनपद पंचायत के स्थायी समितियों के सभापति के निर्वाचन के लिए पीठासीन और सहायक पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है। स्थायी समितियों के सदस्यों के निर्वाचन हेतु सम्मिलन आगामी 24 जून 2020 को निर्धारित किया गया है। कलेक्टर ने 9 पीठासीन अधिकारी और 9 सहायक पीठासीन अधिकारी नियुक्त किए है। इनमें जिला पंचायत जशपुर के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जशपुर श्री योगेन्द्र श्रीवास और सहायक पीठासीन अधिकारी तहसीलदार श्री कमलेश मिरी, जनपद पंचायत बगीचा के लिए अनुविभागीय अधिकारी श्री रोहित व्यास को पीठासीन अधिकारी और मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बगीचा श्री विनोद कुमार सिंह को सहायक पीठासीन, जनपद पंचायत कांसाबेल के लिए पीठासीन अधिकारी श्री तुलसीराम मरकाम और सहायक पीठासीन अधिकारी श्री सीईओ जनपद कासांबेल श्री एल.एन सिदार को नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार जनपद पंचायत पत्थलगांव के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पत्थलगांव श्री दशरथ सिंह राजपूत को पीठासीन अधिकारी और सीईओ जनपद पंचायत श्री बी.एल.सरल को सहायक पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
कलेक्टर ने जनपद पंचायत फरसाबहार के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री नानसाय भगत को पीठासीन अधिकारी और सीईओ जनपद श्री एस.सी.कच्छवाहा को सहायक पीठासीन अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार जनपद पंचायत कुनकुरी के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री रवि राही को पीठासीन अधिकारी और सीईओ जनपद श्री रघुनाथ राम को सहायक पीठासीन अधिकारी बनाया गया है। जनपद पंचायत दुलदुला के लिए डिप्टी कलेक्टर श्री आर.एन.पाण्डेय को पीठासीन अधिकारी और जनपद सीईओ दुलदुला श्रीमती ज्योति बबली बैरागी को सहायक पीठासीन अधिकारी बनाया गया है। जनपद पंचायत जशपुर के लिए डिप्टी कलेक्टर श्री चेतन साहू को पीठासीन अधिकारी और जनपद सीईओ जशपुर श्री पी.एस.मरकाम को सहायक पीठासीन अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार जनपद पंचायत मनोरा के लिए तहसीलदार मनोरा श्री विकास जिंदल को पीठासीन अधिकारी और सीईओ जनपद श्री अनिल कुमार तिवारी को सहायक पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है। -
जशपुरनगर 15 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे के निर्देशन में जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 699 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 3747 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 3311 एवं महिलाओं की संख्य 436 शामिल है। इनमें जशपुर विकासखंड के 58 क्वारेंटाईन सेंटर में 287 लोगों को रखा गया हैं। इसी प्रकार मनोरा के 57 क्वारेंटाईन सेंटर में 189 लोगों को, दुलदुला विकासखंड के 90 क्वारेंटाईन सेंटर में 439 लोगों को, कुनकुरी विकासखंड के 153 क्वांरेंटाईन सेंटर में 587 लोगों को, फरसाबहार विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 762 लोगों को कासंाबेल विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 402 लोगों को, पत्थलगांव विकासखंड के 128 क्वारेंटाईन सेंटर में 564 लोगों को एवं बगीचा विकासखंड के 103 क्वारेंटाईन सेंटर में 517 लोगों को रखा गया है।
कलेक्टर श्री कावरे के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं निंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है। -
सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क के घूमने वाले और सोशल डिस्टेंश का पालन नहीं करने वालों पर कार्यवाही करने के निर्देशटू-व्हीलर वाहनों पर दो से अधिक सवारी करने वालों पर होगी कार्यवाहीदुकानदार अपने ग्राहकों के लिए दुकान के बाहर गोल घेरा बनवाकर, सेनिटाईजर अनिवार्य रूप से रखें
जशपुरनगर 15 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज कोविड-19 कोरोना संक्रमण से बचाव के संबंध में मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से आॅनलाईन बैठक ली गई। पुलिस अधीक्षक श्री शंकरलाल बघेल, अपर कलेक्टर आई.एल.ठाकुर, सभी एसडीएम, पुलिस विभाग के अधिकारी, नगरीय निकाय के अधिकारी, तहसीलदार और थानेदार आॅनलाईन से सीधे जुड़े। उन्होंने राजस्व विभाग, सभी एसडीएम, पुलिस विभाग एवं नगरीय निकाय के अधिकारियों को टीम गठित करके सार्वजनिक जगहों, दुकान, बाजार में बिना मास्क के आने वाले और सोशल डिस्टेंश का पालन नहीं करने वाले लोगों पर कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिए है। साथ ही टू-व्हीलर वाहनों पर दो व्यक्ति से अधिक सवारी पाए जाते हैं तो उन पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के सुरक्षा को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा निर्धारत मापदण्डों का पालन कराना सभी लोगांे को अनिवार्य है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से लोगों को सुरक्षित रखना प्राथमिकता की श्रेणी मे है। कलेक्टर ने सभी आम नागरिकों को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंश का पालन करने की अपील की है।
कलेक्टर ने कहा कि सार्वजनिक बाजारों में बिना मास्क लगाए सामानों का विक्रय करते हैं और सोशल डिस्टेंश का पालन करते नहीं पाए जाते हैं तो कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक श्री शंकरलाल बघेल ने राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों को जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिशा निर्देशन का पालन करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही करें। और इस बात का विशेष ध्यान रखें आमनागरिक सोशल डिस्टेंश का पालन करें और मास्क अनिवार्य रूप से लगाए। कलेक्टर ने नगरीय निकाय के अधिकारियों को माईक के माध्यम से लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक करने के भी निर्देश दिए है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा निर्धारित समय के अनुसार ही दुकानें खुलनी और बंद होनी चाहिए। दुकानदार अपने दुकान के बाहर ग्राहकों के खड़े होने के लिए गोल घेरा अनिवार्य रूप से बनवा लें साथ ही सेनिटाईजर दुकानों में रखने के निर्देश दिए है और ग्राहक दुकान में आते है तो अनिवार्य रूप से मास्क लगाकर दुकान में प्रवेश करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने एसडीएम को क्वारेंटाईन सेेंटर मे रहने वाले लोगों के लिए सारी व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए है। -
बलरामपुर 15 जून : राज्य शासन कृषि के क्षेत्र में नवीन तकनीकों तथा नवाचार को बढ़ावा दे रही है। तकनीक के प्रयोग से कृषि कार्यों को सरल बनाने तथा उत्पादकता को बढ़ाने के लिए शासन के प्रयास साकार होते दिख रहे हैं। उप संचालक कृषि श्री अजय अनंत ने बताया कि कलेक्टर कृषि कार्यों में नवाचार तथा तकनीकों के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिये प्रयासरत हैं। उनके निर्देशन में ऐसे कृषकों को चिन्हित कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बदलते समय की मांग को देखते हुए कृषिगत कार्यों में इन प्रयासों को गति दी जा रही है।
राजपुर विकासखण्ड के ग्राम परसागुड़ी के ऐसे ही प्रगतिशील किसान श्री जवाहरलाल शर्मा हैं, जो आगामी खरीफ फसल के लिए धान की ट्रांसप्लांटर विधि से मैट टाईप नर्सरी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के सहयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर धान की नर्सरी तैयार कर रहा हूँ। पूरी विधि तकनीक पर आधारित है, जिसके लिए उचित प्रशिक्षण तथा रख-रखाव आवश्यक है। यह नर्सरी 14 से 15 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे समय की काफी बचत होती है। ट्रांसप्लांटर विधि में समय की बचत होती है तथा मशीन से धान रोपाई करने पर श्रम तथा लागत में भी कमी आएगी। श्री मिश्रा बताते हैं कि इस विधि में एक निश्चित आकार का सांचा तैयार कर इसमें 70 प्रतिशत मिट्टी, 20 प्रतिशत् वर्मी कम्पोस्ट, 10 प्रतिशत् बालू या धान की भूसी को अच्छी तरह मिलाया जाता है। तत्पश्चात् प्लास्टिक की शीट में सांचा रखकर मिश्रण को रखा जाता है तथा अंकुरित धान के बीज को उसके उपर छिड़क दिया जाता है। पैडी ट्रांसप्लांटर की उक्त विधि से 14-15 दिन में नर्सरी तैयार हो जाती है। इस विधि के प्रयोग से किसानों को काफी लाभ होगा। - बलरामपुर 15 जून : नाॅवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण काल के दौरान जिले से संदिग्ध व्यक्तियों का सैंपल, जांच हेतु प्रेषित किया गया था। जाचं रिपोर्ट में व्यक्तियों के कोरोना पाॅजीटिव पाये जाने पर कोरोना वायरस के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ द्वारा संबंधित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। जिसमें जिले के तहसील बलरामपुर के ग्राम बरदर के बालक आश्रम में 09 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजीटिव पाये जाने पर 300 मीटर एवं ग्राम चिलमा के पहाड़ी कोरवा आश्रम में क्वारेंटीन रखे गये 09 व्यक्ति पाॅजीटिव पाये जाने पर 100 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। तहसील रामानुजगंज के ग्राम चन्द्रनगर के बालक आश्रम में 02 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजीटिव आने पर 500 मीटर, प्री मैट्रिक बालक छात्रावास चन्द्रनगर में 01 व्यक्ति की रिपोर्ट पाॅजीटिव आने पर 50 मीटर परिधि क्षेत्र एवं ग्राम आरागाही के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में क्वारेंटीन रखे गये 02 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजीटिव आने पर 100 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
तहसील वाड्रफनगर के ग्राम रमेशपुर में होम क्वारेंटीन में रखे गये 01 व्यक्ति की जांच रिपोर्ट पाॅजीटिव आने पर 100 मीटर तथा ग्राम कोटराही के एकलव्य आवासीय विद्यालय में क्वारेंटीन रखे गये 02 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पाॅजीटिव पाए जाने पर 200 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इसी प्रकार तहसील शंकरगढ़ के ग्राम दोहना में होम क्वारेंटीन में रखे गये 01 व्यक्ति पाॅजीटिव आने पर 500 मीटर एवं ग्राम डिपाडीहकला के आदिवासी बालक आश्रम में क्वारेंटीन रखे गये 01 व्यक्ति की जांच में रिपोर्ट पाॅजीटिव जाने पर 200 मीटर परिधि क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
घोषित किये गए क्षेत्र में आम नागरिकों का आवागमन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। घोषित कंटेनमेंट क्षेत्र के लिए पर्यवेक्षक हेतु संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा उनके निर्देशन में तहसीलदार की भी नियुक्ति की गई है। कन्टेन्मेंट जोन के अन्तर्गत समस्त दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त बंद रहेंगे। नोडल अधिकारी द्वारा घर पहुंच सेवा के माध्यम से अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उचित दरों पर सुनिश्चित की जावेगी। सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किन्ही भी कारणों से घर के बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। -
जिले में चिप्स द्वारा संचालित 316 ग्रामीण लोकसेवा केन्द्रों से भी सुविधा प्रारम्भ
बेमेतरा 15 जून 2020:- कोविड-19 के प्रकोप से प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य में निर्णायक और प्रभावी प्रयास किये जा रहे है। राज्य में अनलॉक-वन में अनेक गतिविधियों के संचालन की अनुमति मिली है। इसके चलते सम्पूर्ण राज्य के तहसील कार्यालयों में प्रतिदिन विवाह की अनुमति के लिए आवेदन करने वालों की भीड़ बढ़ने लगी । फलस्वरूप फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना तहसील कार्यालयों के अधिकारियों के लिए कठिन होने लगा। इसी स्थिति को देखते हुए वैवाहिक अनुमति के लिए आनलाईन सुविधा प्रारंभ की गई है। उल्लेखनीय है कि चिप्स ने यह सुविधा अल्प समय में इनहाउस और अत्यंत कम लागत में विकसित की है। जिला ई-प्रबंधक ने बताया कि जिले के ग्राम बैजलपुर के निवासी श्री ईश्वरी दास साण्डे ने अपने पुत्र के विवाह हेतु आॅनलाईन आवेदन कर अनुमति प्राप्त की है।
यह सुविधा जिले के 316 ग्रामीण लोक सेवा केन्द्र, 5 तहसील स्तर के लोक सेवा केन्द्र एवं एक लोकसेवा केन्द्र कलेक्ट्रोरेट बेमेतरा में मुहैया कराई गई है साथ ही अपने आइ-डी से भी कोई भी नागरिक पंजीयन कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा जिले के नगर पंचायत मुख्यालयो में भी लोकसेवा केन्द्र संचालित है। जिसमें नागरिक लोकसेवा केन्द्रों में आधार कार्ड, वोटर आई.डी. कार्ड, पेनकार्ड, ड्राईविंग लायसेंस, राशन कार्ड या विवाह आमंत्रण पत्र में से कोई भी एक पहचान पत्र लाना होगा। विवाह अनुमति प्रमाण पत्र ऑनलाइन भी जारी किया जाएगा जिसे नागरिक प्रिंट निकाल कर प्राप्त कर सकते हैं या केन्द्र जाकर भी प्रिंट प्राप्त कर सकते हैं। आम नागरिक घर बैठे भी एप्पस डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते है। - बेमेतरा 15 जून : प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में मानसून के आगमन के साथ ही बेमेतरा जिले में मानसून का आगमन शीघ्र होने वाला है। चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में 01 जून से 15 जून 2020 सवेरे 8.00 बजे तक की स्थिति में 58.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। सर्वाधिक 120.0 मि.मी. वर्षा बेरला तहसील में तथा न्यूनतम 24.95 मि.मी. वर्षा नवागढ़ तहसील में दर्ज की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेमेतरा तहसील में 44.0 मि.मी. वर्षा, साजा तहसील में 53.0 मि.मी. वर्षा, थानखम्हरिया तहसील में 51.0 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। मानसून आने के बाद ही कृषि प्रधान बेमेतरा जिले में अब खेती किसानी के कार्य में तेजी आने की संभावना है। उपसंचालक कृषि ने बताया की जिले में खाद्-बीज का पर्याप्त भंडारण कर दिया गया है। किसान अपनी सुविधा अनुसार इसका उठाव कर रहे हैं