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- गांधीनगर से बिलासपुर पहुंचा कोरबा के प्रदीप कुमार का परिवार, कोरबा लाने कलेक्टर ने भेजी टीमकोरबा 11 मई 2020/लगता था कैसे छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे..? कैसे घर वापसी होगी..? कोरोना के कारण खाने-पीने के भी लाले पड़ गये थे.. सेठ ने भी खाना देने और रखने से मना कर दिया था.. पत्नी के साथ दो बच्चों को लेकर घर लौटने की चिन्ता हर समय सताती रहती थी। भला हो हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का.. मेरे परिवार सहित ऐसे कई परिवारों को छत्तीसगढ़ की धरती पर वापस लाने के लिए रेलगाड़ी की व्यवस्था की। ऐसे मुख्यमंत्री के कारण ही हम लोग आज रेलगाडी से बिलासपुर पहुंचे हैं। अपने छत्तीसगढ़ आ गये हैं, अब अपने घर जा सकेंगे...। कोरोना के कारण लाॅक डाउन में गांधीनगर में परिवार सहित फंसे कोरबा के प्रदीप कुमार चैहान ने भावुक होते हुए यह बातें दूरभाष पर कही।अहमदाबाद से चली विशेष श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ी आज सुबह लगभग पौने दस बजे बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची तो इसमें सवार ग्यारह सौ से अधिक श्रमिकों ने चैन की सांस ली और अपने राज्य पहुंचने पर उनके मन मस्तिष्क में संतोष का भाव साफ देखा जा सकता था। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रयासों से आई इसी ट्रेन से कोरबा से हरदीबाजार से नौ किलोमीटर दूर नवाडीह गांव के निवासी प्रदीप कुमार चैहान अपनी पत्नी श्रीमती संतोषी बाई चैहान और दो छोटे बच्चों के साथ बिलासपुर पहुंच गये हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इस परिवार को कोरबा लाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष दल बिलासपुर भेजा है। आज शाम तक प्रदीप कुमार अपने परिवार के साथ कोरबा पहुंच जायेंगे। जहां उन्हें आगामी 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जायेगा।दूरभाष पर बात करने पर प्रदीप कुमार चैहान ने बताया कि पिछले साल दीपावली के बाद वे अपने परिवार के साथ गांधीनगर कमाने-खाने पहुंचे थे। अपनी पत्नी और पांच साल तथा ढाई साल की दो बेटियों को साथ लेकर वे गांधीनगर के पास के गांव में ईंट भट्ठा में ईंट बनाने का काम करते थे। प्रदीप कुमार चैहान ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हुए लाॅक डाउन से ईंट भट्ठे का व्यवसाय बंद हो गया।.कुछ दिन तक सेठ ने बैठाकर खिलाया परंतु बाद में उसने भी हाथ खड़े कर दिये। कमाई की रकम भी खतम होने की कगार पर है। ऐसे में लाॅक डाउन की सख्ती के कारण जरूरी सामान लेने के लिए भी नहीं निकल पा रहे थे। जल्दी से जल्दी वापस घर लौटने की चिन्ता थी। उन्होंने बताया कि ऐसे में पता चला कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए ट्रेनों की व्यवस्था की है। प्रदीप कुमार ने अपने परिवार का पूरा विवरण स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराकर पंजीयन कराया और छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को वापस लेकर आने वाली पहली गाड़ी से वे बिलासपुर पहुंच गये। प्रदीप कुमार ने कोरोना के इस माहौल में भी घर से दूर दूसरे राज्य में बिना काम के भूख-प्यास से परेशान छत्तीसगढ़ के लोगों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हे वापस लाने के लिए ट्रेन भेजने पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का बार-बार आभार और धन्यवाद जताया।उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद से छत्तीसगढ़ राज्य के ग्यारह सौ से अधिक प्रवासी श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन आज सुबह बिलासपुर पहुंच गई है। इस ट्रेन से बिलासपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा, जशपुर, कवर्धा, कोरबा, मुंगेली, रायगढ़ और रायपुर जिले के श्रमिक बिलासपुर पहुंचे हैं। इन सभी श्रमिकों को बारी-बारी से ट्रेन से उतारकर उनकी मेडिकल स्क्रिनिंग की गई है। श्रमिकों को सेनेटाईजर और मास्क उपलब्ध कराये गये हैं। इन सभी श्रमिकों को मेडिकल स्क्रिनिंग के बाद इनके गृह जिलों के लिए रवाना किया जायेगा। जहां पुनः मेडिकल जांच के बाद सभी को आगामी 14 दिनों तक क्वारेंटाईन सेंटरों में रखा जायेगा।
- रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और पहल से छत्तीसगढ़ देश में सर्वाधिक मूल्य की लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी करने वाला राज्य बना हुआ है। “द ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया” (ट्राईफेड) द्वारा जारी किए गए आंकड़ांे के अनुसार छत्तीसगढ़ में अब तक 28 करोड़ रूपए से अधिक मूल्य की लघु वनोपजों की वनवासियों और ग्रामीणों से खरीदी की गई है, जो देश के सभी राज्यों में सर्वाधिक है। ट्राईफेड के आंकड़ों के अनुसार पूरे देश में अब तक 30 करोड़ 63 लाख 61 हजार रूपए मूल्य की लघु वनोपजों की खरीदी की गई है, इसमें से अकेले छत्तीसगढ़ में 28 करोड़ रूपए मूल्य की लघु वनोपजों की खरीदी की गई है। इसमें देश के अन्य सभी राज्यों द्वारा अब तक मात्र एक करोड़ 93 लाख रूपए की राशि के लघु वनोपजों की खरीदी हुई है। छत्तीसगढ़ में अब 25 लघु वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है।
प्रदेश में लघु वनोपजों का यह आंकड़ा लगतार बढ़ रहा है। राज्य सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार चालू सीजन के दौरान छत्तीसगढ़ में अब तक एक लाख 66 हजार संग्रहकों से लगभग 28 करोड़ रूपए मूल्य की 9 हजार 563 मीट्रिक टन लघु वनोपजों का संग्रहण किया जा चुका है। कोरोना लॉकडाउन के कारण संकट की इस घड़ी में सरकार द्वारा लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और नगद भुगतान की प्रक्रिया से वनांचल के वनवासी-ग्रामीणों को काफी राहत मिल रही है। साथ ही वनोपजों के संग्राहकों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ गए हैं। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2015 से वर्ष 2018 तक मात्र सात वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही थी। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा वनवासी ग्रामीणों के हित को ध्यान में रखते हुए खरीदी जाने वाली लघु वनोपजों की संख्या बढ़ाकर अब 25 कर दी गयी है।
राज्य में चालू वर्ष में न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के अंतर्गत संग्रहित लघु वनोपजों में इमली (बीज सहित), पुवाड़ (चरोटा), महुआ फूल (सूखा), बहेड़ा, हर्रा, कालमेघ, धवई फूल (सूखा), नागरमोथा, इमली फूल, करंज बीज तथा शहद शामिल हैं। इसके अलावा बेल गुदा, आंवला (बीज रहित), रंगीनी लाख, कुसुमी लाख, फुल झाडु, चिरौंजी गुठली, कुल्लू गोंद, महुआ बीज, कौंच बीज, जामुन बीज (सूखा), बायबडिंग, साल बीज, गिलोय तथा भेलवा लघु वनोपजें भी इसमें शामिल हैं। - रायपुर : मुख्यमंत्री सहायता कोष में दानदाताओं, सामाजिक संगठनों, शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों, उद्योग एवं व्यवसायिक संगठनों के साथ-साथ जनसामान्य द्वारा कोविड-19 की रोकथाम तथा लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की सहायता के लिए राशि दान दिए जाने का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। बीते 24 मार्च से लेकर 7 मई तक मुख्यमंत्री सहायता कोष में राज्य के विभिन्न संगठनों एवं दानदाताओं द्वारा स्वस्फूर्त रूप से 24 मार्च से 7 मई तक कुल 56 करोड़ 4 लाख 38 हजार 815 रूपए की राशि दान की गई है। मुख्यमंत्री सहायता कोष से राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं जरूरतमदों की सहायता के लिए अब तक राज्य के सभी जिलों को 10 करोड़ 25 लाख 30 हजार रूपए की राशि जारी की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री सहायता कोष में विभिन्न संगठनों द्वारा 24 मार्च से 30 मार्च तक 3 करोड़ 13 लाख 66 हजार 785 रूपए, 31 मार्च से 6 अप्रैल तक 10 करोड़ 81 लाख 25 हजार 386 रूपए, 7 अप्रैल से 13 अप्रैल तक 5 करोड़ 58 लाख 91 हजार 398 रूपए, 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक 31 करोड़ 26 लाख 25 हजार 148 रूपए, 21 अप्रैल से 27 अप्रैल तक 3 करोड़ 18 लाख 70 हजार 7 रूपए, 28 अप्रैल से 07 मई तक एक करोड़ 57 लाख 52 हजार 46 रूपए की राशि दान में प्राप्त हुई। इसी प्रकार 5 मई को 29 लाख 43 हजार 371 रूपए, 6 मई को 15 लाख 45 हजार 658 रूपए और 7 मई को 3 लाख 19 हजार 16 रूपए की राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराई गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस सहयोग राशि के लिए समस्त संगठनों, उनके पदाधिकारियों एवं दानदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान दी गई राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80जी के तहत छूट का प्रावधान है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सभी प्रदेशवासियों से मुख्यमंत्री सहायता कोष में राशि दान करने की अपील की है ताकि संकट की घड़ी में गरीबों, श्रमिकों और जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद की जा सके। मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान की राशि एसबीआई एकाउंट नंबर - 30198873179 (आईएफएससी कोड - एसबीआईएन0004286) में जमा कराई जा सकती है। दान राशि यूपीआईआईडी cgcmrelieffund@sbi तथा ऑनलाइन पोर्टल cmrf.cg.gov.in के माध्यम से भी दी जा सकती है। - जनता की मांग पर अस्पताल को खोलने मेयर देवेंद्र यादव ने की थी पहलमहापौर ने बीएसपी प्रबंधन से बैठक कर अस्पताल को फिर से खोलने की मांग
दुर्ग 10 मई : भिलाई नगर विधायक व महापौर देवेंद्र यादव जी ने जनता की मांग पर एक सार्थक पहल की थी। जिसके परिणाम स्वरूप खुर्सीपार कर बीएसपी अस्पताल को फिर से शुरू कर दिया है। अस्पताल के शुरू होने से क्षेत्र के नागरिकों को काफी लाभ मिल रहा है। अब खुर्सीपार, छावनी इलाके के मरीज इस अस्पताल में अपना ट्रीटमेंट करा रहे हैं। अस्पताल खुलने से मरीजों को जिला अस्पताल दुर्ग या शास्त्री अस्पताल व अन्य प्राइवेट अस्पताल में महंगा खर्चा नहीं करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि लॉक डाउन की वजह से खुर्सीपार के बीएसपी हॉस्पिटल को बंद कर दिया गया था। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से और मेन पवार की कमी के कारण अस्पताल बंद कर दिया गया था। यहां के डॉक्टर की ड्यूटी दूसरी जगह लगा दी गई थी। इस वजह से खुर्सीपार का हॉस्पिटल लॉक डाउन से बंद कर दिया गया। जिससे क्षेत्र के मरीजों को इलाज की पूरी सुविधा नहीं मिल पा रही है। अस्पताल बंद होने से क्षेत्र के लोगों को इलाज कराने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खुर्सीपार इलाके का यह इकलौता अस्पताल है। ऐसे में इस अस्पताल के बंद होने से यहां के मरीजों को दूसरे अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ रहा था। महंगी दवाइयां व महंगा इलाज कराना पड़ रहा है। इससे क्षेत्र के गरीब व सामान्य परिवार के लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव जी फेसबुक लाइव के माध्यम से जनता से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान कर रहे थे। तब फेसबुक लाइफ पर खुर्सीपार क्षेत्र की जनता ने बीएसपी के हॉस्पिटल को शुरू करने की मांग की थी। जनता की मांग पर महापौर देवेंद्र यादव जी ने बीएसपी प्रबंधन से बैठक करके चर्चा की और हॉस्पिटल को शुरू करने के विषय पर प्रस्ताव रखा। जिस पर बीएसपी प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि वे जल्द ही हॉस्पिटल शुरू कर देंगे। महापौर से चर्चा के अनुसार बीएसपी प्रबंधन ने अस्पताल को फिर से शुरू कर दिया है। इससे क्षेत्र की जनता में काफी हर्ष का माहौल है। अब इस अस्पताल के ओपीडी में रोज 50 से 60 मरीजों का चैकअप व इलाज किया जा रहा है। बुखार,सर्दी खासी, उल्टी दस्त आदि सामान्य बीमारी के साथ ही अन्य जरूरी दवाइयां व इलाज सुविधा मरीजों को मिल रही है। -
महासमुंद 10 मई : छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे श्रमिक एवं व्यक्ति जो अपने निवास के गृह राज्य में वापस जाना चाहते हैं (स्वयं के साधन से जाने वाले पास हेतु आवेदन करने वालों को छोड़कर) के पंजीयन के लिए सभी जिलों में एकरूपता के लिए ऑन लाईन एप्लीकेशन बनाया गया है। कलेक्टर कार्यालय में विगत कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे अपने निवास के राज्यों में वापस जाने के ईच्छुक श्रमिकों एवं व्यक्तियों का आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। कलेक्टर कार्यालय के द्वारा स्वीकार किए गए उक्त सभी आवेदनों को ीजजचरूबहसंइवनतण्दपबण्पदध्ब्वअपक19ऋस्वहपदचंहम.ंेचग इस लिंक अपलोड किया जा रहा है। इसके लिए ऑनलाईन पंजीयन की व्यवस्था 11 मई 2020 से आमजनों के लिए भी खोला जाएगा। 29 अप्रैल 2020 से श्रमिकांे, व्यक्तियों से प्राप्त किए गए आवेदनों को 11 मई 2020 के पूर्व अनिवार्यतः अपलोड करने को कहा गया हैं। इसी प्रकार नवीन प्राप्त होने वाले आवेदनों को भी ऑनलाईन पंजीयन प्रविष्टि किया जाए।श्रमिक स्पेशल ट्रेन सेवा का अनुरोध ( प्वाइंट टू प्वाइंट )
छत्तीसगढ़ राज्य सीमा में
स्टार्टिंग प्वाइंट स्टेशन प्रस्तावित ट्रेन संख्या एण्ड प्वाइंट स्टेशन आगमन का समय/दिनांक
साबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 1 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 11 मई 2020साबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 2 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020विजयवाड़ा, आंध्रप्रदेश 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 13मई 2020पठानकोट, पंजाब 1 चम्पा सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 12 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 13 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 13 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 14 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 14 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020लखनऊ उ.प्र.प्रस्थान 15 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 16 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 17 मई 2020मुजफ्फरपुर, बिहारप्रस्थान 15 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020दिल्लीप्रस्थान 14 मई 2020 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020 - कोरिया 10 मई : कलेक्टर श्री डोमन सिंह के द्वारा लॉकडाउन में सम्पूर्ण कोरिया जिले के अंतर्गत निर्धारित शर्तों के अधीन आवश्यक गतिविधियों की अनुमति प्रदान गई है, जिसके तहत आंशिक संशोधन करते हुए क्षेत्र मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, झगराखाण्ड, लेदरी एवं खोंगापानी में सोमवार, बुधवार, व शुक्रवार को कपड़ा दुकान, जूता, पेंट, प्लाई तथा मोबाईल दुकानें, फर्निचर, टेलरिंग मटेरियल की दुकानें संचालित की जा सकेंगी। कपड़ा दुकान में ट्रायल रूम का उपयोग प्रतिबंध रहेगा। इसी तरह जनरल स्टोर, ज्वेलरी, बर्तन, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानें और मोटर शो-रूम, मोटर पार्टस, ऑटोमोबाईल एवं ऑटोपार्ट्स की दुकानें, कम्पयूटर, टायर दुकानों के संचालन हेतु सोमवार, मंगलवार और गुरूवार को अनुमति दी गई है। ब्यूटी पार्लर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को खुले रहेंगे।
जिले के शेष क्षेत्र बैकुण्ठपुर, सोनहत, खड़गवां एवं भरतपुर में कपड़ा दुकान, जूता, पेंट, प्लाई तथा मोबाईल दुकानें, फर्नीचर, टेलरिंग मटेरियल की दुकानें सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को संचालित की जा सकेंगी। कपड़ा दुकान में ट्रायल रूम का उपयोग प्रतिबंध रहेगा। जनरल स्टोर, ज्वेलरी, बर्तन, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रानिक्स और मोटर शो-रूम, मोटर पार्टस, ऑटोमोबाईल एवं ऑटोपार्ट्स की दुकानें, कम्प्युटर, टायर दुकानें सोमवार, मंगलवार व गुरूवार तथा ब्यूटी पार्लर सोमवार, मंगलवार और गुरूवार को खुले रहेंगे। कोरिया जिले के अंतर्गत समस्त सीमेंट, छड़ एवं हार्डवेयर दुकानें, मोबाईल रिचार्ज, बिजली पंखे की दुकान, छात्रों के लिए शैक्षणिक किताबों की दुकानें सोमवार से शुक्रवार तक खुली रहेंगी। उल्लेखित समस्त दुकानों के संचालन का समय प्रातः 09.00 बजे से अपरान्ह 04.00 बजे तक निर्धारित किया गया है। इन दुकानों के अतिरिक्त शेष दुकानों व संस्थानों के संचालन का समय पूर्ववत रहेगा। -
मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रयासों से श्रमिकों, विध्यार्थियो, संकट में फँसे और इलाज आदी की ज़रूरत वाले लोगों को मिलेगी सुविधा
cglabour.nic.in/covid19MigrantRegistrationService.aspx पर पंजीयन शुरूलिंक http://rebrand.ly/z9k75qp पर भी होगा पंजीयनकोरबा 10 मई 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल और निर्देशन पर लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े लोगों अथवा चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों की छत्तीसगढ़ वापसी का रास्ता साफ हो गया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने 11 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को कन्फर्म कर दिया है। इन ट्रेनों में आने के लिए इन लोगों को राज्य सरकार द्वारा जारी एप्प में एप्लाई करना होगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस एप्प का लिंक जारी कर दिया है।इन ट्रेनों से वापस छतीसगढ़ आने के लिए पंजीयन करने एप्प का लिंक http://rebrand.ly/z9k75qp है।इसके साथ ही cglabour.nic.in/covid19MigrantRegistrationService.aspx पर भी पंजीयन शुरू हो गया है।इन ट्रेनों में अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े लोगों अथवा चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों को ही वापस आने के लिए सफ़र की अनुमति होगी।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अन्य प्रांतो में फँसे कोरबा के लोगों और कोरबा में रहने वाले उनके परिजनों से इस लिंकों पर क्लिक कर आन लाइन पंजीयन करने की अपील की है,जिससे कोरबा जिले के बाहर फंसे हुए श्रमिकों को वापस लाया जा सके।छत्तीसगढ़ सरकार ने जिन 11 ट्रेनों को चरणबद्ध किया है उनमें पठानकोट पंजाब से चांपा के लिए एक ट्रेन, साबरमती अहमदाबाद से बिलासपुर के लिए दो ट्रेन, विजयावाड़ा आन्ध्रप्रदेश से बिलासपुर के लिए एक ट्रेन, लखनऊ उत्तरप्रदेश से रायपुर के लिए तीन ट्रेन, लखनऊ से भाटापारा के लिए दो ट्रेन, मुजफ्फरपुर बिहार से रायपुर के लिए एक ट्रेन और दिल्ली से बिलासपुर के लिए एक ट्रेन को सम्भावित किया गया हैछत्तीसगढ़ से अन्य राज्य में जाने वाले श्रमिकों एवं अन्य व्यक्ति लिंक http:cglabour.nic.in/Covid19_Loginpage.aspx पर पंजीयन कर सकते है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने साथ हेल्प लाइन टेलिफ़ोन नम्बर भी जारी किए है । लोग 0771-2443809, 91098-49992, 75878-21800, 75878-22800, 96858-50444, 91092-83986 तथा 88277-73986 नंबरों पर फ़ोन कर भी आने-जाने वालों की जानकारी दे सकते है ।अन्य राज्यों में फँसे हुए तथा स्वयं के वाहन से छत्तीसगढ़ राज्य आवागमन के इच्छुक व्यक्ति CG COVID-19 E Pass एप्लीकेशन के माध्यम से भी नियमानुसार ई पास हेतु आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए वेबलिंक https://rebrand.ly/z9k75qp से एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं। यदि CG COVID-19 E Pass एप्लीकेशन पहले से आपके मोबाइल में मौजूद है तो उसे अपडेट करना होगा। इसके अलावा वेबलिंकhttp://epass.cgcovid19.in के माध्यम से भी मोबाइल नंबर से रजिस्टर कर अंतरराज्यीय आवागमन के लिए ई पास हेतु आवेदन किया जा सकता है।इस एप्लीकेशन के माध्यम से स्थायी निवास के अतिरिक्त अन्य किसी राज्य में लॉकडाउन के कारण फँसे व्यक्ति, स्वयं के वाहन से आवागमन के इच्छुक होने तथा एप्लीकेशन की शर्तें स्वीकार होने पर इसके माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस एप्लीकेशन में असत्य जानकारी देने पर आवेदक के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जा सकती है।cglabour.nic.incglabour.nic.in -
निगम आयुक्त और जोन आायुक्त ने लोगों के प्रति व्यक्त किया आभारी
भिलाई। रिसाली नगर निगम क्षेत्र मे रविवार 10 मई को भी टोटल लॉकडाऊन स्वस्फूर्त पूर्णत: सफल रहा। सहायक राजस्व अधिकारी हरचरण सिंह अरोरा और अनिल मेश्राम राजस्व निरीक्षक के नेतृत्व मे निकली टीम द्वारा पूरे निगम क्षेत्र का भ्रमण व निरीक्षण कर बिना मास्क लगाऐ अनावश्यक विचरण कर रहे लोगो से घर पर रहकर लॉकडाऊन को सफल बनाने का आग्रह किया गया। आज सभी दुकानदारो व फल तथा सब्जी व्यवसायियो ने स्वत: अपनी दुकाने बंद रखी। अनाधिकृत रूप से रूआबांधा मे पोल्ट्री सेंटर खोले जाने पर उनसे दांडिक शुल्क वसूल कर दुकाने बंद कराई गई। नगर निगम रिसाली के आयुक्त आदरणीय प्रकाश कुमार सर्वे, जोन आयुक्त रमाकांत साहू सहित निगम की पूरी टीम द्वारा लॉकडाऊन को सफल बनाए जाने हेतु क्षेत्र के सभी व्यवसायियो तथा आम नागरिको के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भविष्य मे भी ऐसा सहयोग बनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने का आग्रह/आव्हान किया गया है। आज की टीम मे श्री गोपाल सिन्हा, विनोद शुक्ला, बृजेंद्र परिहार, पुनीत बंजारे, खिलेन्द्र साहू, प्यारेलाल बंजारे, पुलिस थाना कोतवाली सेक्टर 6 भिलाई से ए एस आई श्री सुरेश देवांगन व हरिकांत देवांगन सहित राजस्व व स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। - - धमधा के केंद्रों में पहुंचे, स्वास्थ्य जांच और रैंडम चेकिंग की मॉनिटरिंग भी की, व्यवस्था से जताया संतोष- पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय अमले की अच्छा कार्य करने पर प्रशंसा भी कीदुर्ग 10 मई 2020/ अन्य राज्यों से पहुंचने वाले जिले के श्रमिकों के ठहराए जाने एवं क्वारन्टीन करने की पूरी सुविधा जिला प्रशासन ने सुनिश्चित की है। सुविधाओं का जायजा लेने कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार आज धमधा ब्लाक के विभिन्न ग्रामों में पहुंचे। कलेक्टर एवं सीईओ ने धमधा ब्लाक के मेदेसरा, दानिकोकडी, करेली, पेंड्री, दनगांव आदि गांवों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने यहां बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण किया। स्थानीय अमले ने कलेक्टर को बताया कि बाहर से आने वाले लोगों की क्वारन्टीन की व्यवस्था और रहने खाने की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। 15 दिन का राशन उपलब्ध करा दिया गया है। सिलेंडर वगैरह का इंतजाम कर दिया गया है। बिस्तर लगा दिए गए हैं। पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। कलेक्टर ने सभी गांव में पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा किए गए कार्यों और ग्रामीणों द्वारा मिल रहे सहयोग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोविड आपदा के इस दौर में मिलजुल कर कार्य कर तथा पूरी सावधानी बरतकर इस संक्रमण से बच सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इस बात का खास ध्यान रखना है कि क्वारन्टीन में रह रहे लोगों को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही इनकी लगातार मॉनिटरिंग भी होती रहे। उन्होंने कहा कि यदि यह पाया जाता है कि क्वारन्टीन अवधि के दौरान कोई क्वारन्टीन सेंटर से बाहर गया या उसने कोविड संक्रमण से संबंधित गाइडलाइन का पालन नहीं किया तो क्वारन्टीन अवधि समाप्त होने के पश्चात उस पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने यहां स्वास्थ्य जांच एवं रेंडम चेकिंग की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में गाइडलाइन के मुताबिक रेंडम चेकिंग की जाए ताकि संक्रमण का पता लगाया जा सके एवं पूरी तौर पर इसकी रोकथाम की जा सके। उन्होंने कहा कि मॉनिटरिंग कार्य में लगे सभी अधिकारी दायित्वों का पूर्णता से निर्वहन करें। इसके लिए 10 गांव पर एक क्लस्टर बनाया गया है।क्लस्टर प्रमुख अपनी रिपोर्ट दैनिक रूप से एसडीएम को उपलब्ध कराएं। कोविड संक्रमण को रोकना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए ग्राम वासियों के सहयोग से निश्चित ही सफलता मिलेगी। कलेक्टर ने इस मौके पर मनरेगा कार्य का निरीक्षण भी किया। साथ ही उन्होंने गर्मी को देखते हुए पेयजल आदि की वस्तुस्थिति की जानकारी भी ली।5600 लोगों के धमधा में क्वारन्टीन की व्यवस्था- एसडीएम सुश्री दिव्या वैष्णव ने बताया कि धमधा ब्लॉक में 5600 लोगों के क्वारन्टीन की व्यवस्था कर ली गई है। अभी 400 लोग क्वारन्टीन केंद्रों में रह रहे हैं। ब्लॉक में प्रवेश के दोनों नाकों पर पुलिस एवं स्वास्थ्य टीम मौजूद है। यहाँ स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है और जांच पर्ची देकर सीधे क्वारन्टीन केंद्रों में भेजा जा रहा है। आइसोलेशन वाले मामलों में भी स्वास्थ्य टीम निगरानी रख रही है।
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दर्ग 10 मई 2020/ निगमायुक्त के निर्देश पर शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने लगातार कवायद जारी है, आज रविवार को लापरवाही बतरने करने वाले संचालक प्रकाश ठाकुर ओम साई मेडिकल स्टोर्स शिवनाथ नदी रोड गंजपारा द्वारा मेडिकल का कचरा दुकान के बाहर सड़क पर फेंका गया, निगम टीम द्वारा देखे जाने पर नगर निगम स्वस्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता एव उनकी टीम ने 11हजार 5 सौ रुपए का जुर्माना वसूल कर सख्त हिदायत दी गई है कचरे के लिए डस्टबिन रखने तथा एकत्र कचरा को नगर निगम की रिक्शा कचरा गाड़ी को दिया जाए। कार्रवाही के दौरान सफाई दरोगा, राजू सिंह, सफाई दरोगा सुरेश भारती, सुपर वाइजर कपिल गोइर, शकील खोखर, बंटी के अलावा स्वस्थ्य विभाग टीम मौजूद थे।
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दुर्ग 10 मई 2020/नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के अंतर्गत लॉक डाउन के दौरान अन्य राज्यों से आए हुए व्यक्तियों की सूची अथवा सूचना के आधार पर होम क्वॉरेंटाइन एवं निगरानी सुनिश्चित करने के लिए निगम भिलाई क्षेत्र में शिक्षकों तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की संयुक्त टीम कलेक्टर श्री अंकित आनंद द्वारा गठित की गई है।
20 वाहनों के माध्यम से रख रहे हैं निगरानी- भिलाई निगम क्षेत्र में गठित किए गए संयुक्त टीम के लिए 20 वाहन उपलब्ध है इस वाहन में 2 शिक्षक एवं दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी लगाई गई है एवं बड़े क्षेत्र के लिए आवश्यकतानुसार कर्मचारी नियुक्त किए गए है। ताकि संपूर्ण क्षेत्र को कवर किया जा सके। जोन क्रमांक 1 क्षेत्र के लिए पांच वाहन, जोन क्रमांक 2 क्षेत्र के लिए पांच वाहन, जोन क्रमांक 3 क्षेत्र के लिए तीन वाहन, जोन क्रमांक 4 क्षेत्र के लिए पांच वाहन एवं जोन क्रमांक 5 क्षेत्र के लिए दो वाहन प्रदाय किया गया है। जिसमें दल के लोग सम्मिलित होकर निर्धारित क्षेत्र में बाहर राज्य से आए हुए लोगों की जानकारी एकत्रित कर रहे है और होम आइसोलेशन से संबंधित कार्य कर रहे है।नियुक्त दल का यह होगा कार्यनियुक्त दल को वाहन उपलब्ध कराया गया है। जिसके माध्यम से इन्हें दिए गए निर्धारित क्षेत्रों में अपने सूत्रों से यह बाहर राज्य से आए हुए व्यक्तियों जानकारी एकत्र करेंगे, साथ ही विभिन्न माध्यमों से जो सूचना प्राप्त हो रही है उसकी सूची भी इन्हें जोन स्तर पर प्रदाय की जा रही है। जानकारी के आधार पर यह राज्य के बाहर से आए हुए व्यक्ति के घर में जाकर उनसे सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बुखार आदि की जानकारी प्राप्त करेंगे साथ ही होम आइसोलेशन से संबंधित स्टीकर इनके घर के बाहर लगाएंगे। लगाए गए स्टीकर में नाम, पता, कुल सदस्य एवं होम आइसोलेशन मे रखने की तिथि का उल्लेख करेंगे। इन व्यक्तियों का दिन में चार बार अलग-अलग समय में निरीक्षण किया जाएगा। कि यह कहीं घर से बाहर तो नहीं जा रहे या होम आइसोलेशन का नियमानुसार पालन कर रहे हैं या नहीं इसकी पूरी रिपोर्टिंग नियुक्त टीम द्वारा रखी जाएगी।रिजर्व टीम भी तैयार ताकि प्रतिदिन हो कार्य इन नियुक्त टीम के अलावा प्रतिदिन होम आइसोलेशन का कार्य करने के लिए रिजर्व टीम तैयार किया गया है प्रत्येक जोन में चार दल रिजर्व के रूप में मौजूद रहेंगे, इसके लिए जिला कलेक्टर महोदय ने रिजर्व सूची का आदेश जारी कर दिया है। दल में नियुक्त किसी कर्मचारियों को परेशानी होने पर इन रिजर्व टीम से कार्य लिया जाएगा।विभिन्न माध्यमों से मिल रही है सूचना, आपको भी मिले ऐसे लोगों की जानकारी तो इन नंबरों पर करें संपर्क कोरोनावायरस को हराने के लिए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए कई जागरूक नागरिक सूचना देकर इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं, खुर्सीपार क्षेत्र की एक महिला ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए बाहर राज्य झारखंड से आए हुए अपने पति को ही घर के बाहर रखकर निगम को सूचना दी। ऐसे ही जागरूक लोगों की आवश्यकता इस घड़ी में है ताकि सभी मिलकर कोरोना को हरा सके। कोरोनावायरस कोविड-19 महामारी के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु ऐसे व्यक्ति जो भिलाई शहर के वार्ड, क्षेत्र, मोहल्ला या आसपास में अन्य शहर, गांव, राज्य से आए हुए हैं उनकी जानकारी इन हेल्पलाइन नंबर 1100 या 07882210180 पर दे सकते हैं। इसके अलावा इस कार्य के लिए नियुक्त भिलाई निगम के नोडल अधिकारी जोन क्रमांक एक नेहरू नगर के जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा 7000092136, प्र. सहा. राजस्व अधि. विनोद चंद्राकर 9826685701, जोन क्रमांक 2 वैशाली नगर के जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि 7050344444, प्र. सहा. राजस्व अधि. संजय वर्मा 9669332966, जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर के जोन आयुक्त महेंद्र पाठक 9424227177, प्र. सहा. राजस्व अधि. परमेश्वर चंद्राकर 9826947891, जोन क्रमांक 4 खुर्सीपार की जोन आयुक्त प्रीति सिंह 7697590459, प्र. सहा. राजस्व अधि. बालकृष्ण नायडू 9425245007, सेक्टर क्षेत्र जोन क्रमांक 5 के कार्यपालन अभियंता सुनील जैन 9425555648, प्र. सहा. राजस्व अधि. मलखान सिंह सोरी 9977421330 के मोबाइल नंबर पर संपर्क करके जानकारी दे सकते हैं।निगम में हुई जोन आयुक्तों की बैठक निगम सभागार में सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए जोन आयुक्तों की बैठक उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं तरुण पाल लहरें द्वारा ली गई। बैठक में जोन आयुक्त उपस्थित रहे जिन्हें होम आइसोलेशन के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदाय की गई और स्पष्ट निर्देशित किया गया कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। निचले स्तर पर अपने सूचना तंत्र को मजबूत करने भी कहा गया है, साथ ही वार्ड क्षेत्रों में जानकार व्यक्तियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि बाहर से आए हुए लोगों की सूचना मिल सके। निगम सभागार में प्रत्येक जोन को होम आइसोलेशन से संबंधित 60 स्टीकर कुल 300 स्टीकर प्रदान किया गया इससे पूर्व भी स्टीकर दिया जा चुका है।होम आइसोलेशन एवं बाहर राज्य से आए हुए व्यक्तियों की प्रतिदिन रिपोर्टिंग बाहर राज्य से आए हुए व्यक्तियों की रिपोर्टिंग प्रतिदिन की जा रही है और रिपोर्टिंग गूगल सीट में अपडेट किया जा रहा है साथ ही रजिस्टर मेंटेन किया जा रहा है, संबंधित व्यक्ति का नाम, उम्र, पूर्ण वर्तमान पता, मोबाइल नंबर, छत्तीसगढ़ राज्य में आने की तिथि, किस राज्य से आए हैं, होम आइसोलेशन करने की तिथि, सैंपल लिया गया कि नहीं, स्टीकर चिपकाया गया कि नहीं, क्या व्यक्तियों द्वारा होम आइसोलेशन के नियमों का पालन किया जा रहा है आदि से संबंधित जानकारी नियुक्त दल द्वारा एकत्रित की जा रही है।नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी द्वारा जोन आयुक्त एवं अधिकारियों से प्राप्त प्रतिदिन की रिपोर्ट का अवलोकन कर रहे हैं, और इस कार्य में लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दे चुके हैं। उन्होंने जोन आयुक्तों से कहा है कि इस कार्य में प्रभावी, तेज, सजगता से कार्य करने की आवश्यकता है।निगम की बैठक में जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, महेंद्र पाठक, कार्यपालन अभियंता सुनील जैन, सहायक अभियंता तपन अग्रवाल, शिक्षा अधिकारी वाई राजेंद्र राव, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली एवं जोन के सहायक राजस्व अधिकारी उपस्थित रहे। -
दुर्ग 10 मई 2020/अपने कार्यरत स्थल इत्यादि से घरों की ओर रवाना होने वाले मजदूर/श्रमिक जो पदयात्रा एवं साइकिल यात्रा करके जा रहे हैं उनके लिए नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा श्रमिक सहायता केंद्र बनाया गया है जहां पर ऐसे मजदूर और श्रमिक पानी और सूखा नाश्ता करके थोड़ी देर आराम करके अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सकते हैं। उपायुक्त तरुण पाल लहरें ने बताया कि नेहरू नगर गुरुद्वारा के पास श्रमिक सहायता केंद्र की स्थापना की गई है ताकि गंतव्य की ओर रवाना होने वाले श्रमिकों/मजदूरों को राहत प्रदान किया जा सके। दोपहर 2ः00 बजे 8 श्रमिक मध्य प्रदेश छिंदवाड़ा की ओर तथा चार श्रमिक महाराष्ट्र की ओर साइकिल से जा रहे थे जिन्हें श्रमिक सहायता केंद्र में बुलाकर उनके हाथों को सैनिटाइज कर सूखा नाश्ता चना, मुर्रा, मिक्सचर और पानी दिया गया और जिनके पास मास्क उपलब्ध नहीं था उन्हें मास्क भी उपलब्ध कराया गया। इनके बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है तथा छाया प्रदान करने टेंट लगाया गया है।
ऐसे लोगों की मदद करने दानदाता भी आ रहे हैं आगे जोन क्रमांक एक नेहरू नगर क्षेत्र के सहायक अभियंता सुनील दुबे ने बताया कि अपने गंतव्य की ओर रवाना होने वाले मजदूरों/श्रमिकों के लिए अर्जुन सचदेवा ने 10 कैरेट पानी बॉटल, और बहुत से पैकेट मिक्सचर के प्रदाय किए हैं। भिलाई निगम क्षेत्र की जागरूक जनता सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहती है ऐसे समाज सेवी, संगठन या व्यक्ति भी इनकी सुखा नाश्ता, फल इत्यादि देकर मदद कर सकते हैं। सहायता केंद्र को बिल्कुल हाईवे के समीप बनाया गया है ताकि मजदूर एवं श्रमिकों को दूर से ही यह केंद्र दिखाई दे। 2 कर्मचारियों की ड्यूटी भी सहायता केंद्र में लगाई गई है।मजदूरों ने कहा शुक्रिया भिलाई श्रमिक सहायता केंद्र में नाश्ता करने के बाद कुछ देर वही ठहरे मजदूरों ने कहा कि भिलाई निगम द्वारा सूखा नाश्ता, पानी, मास्क तथा टेंट की व्यवस्था की गई है जिसके लिए हम शुक्रिया अदा करते हैं।नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव तथा आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी की अभिनव पहल से सहायता केंद्र की स्थापना नेहरू नगर क्षेत्र में गुरुद्वारा के पास की गई है। जिससे अपने गंतव्य की ओर जाने वाले मजदूर एवं श्रमिकों को इस केंद्र में राहत मिल रही है। -
अब तक 3 हजार 446 प्रकरणों में 88 लाख 96 हजार 924 रूपये की राशि जारी
कोरिया 10 मई 2020/ जिले के सभी अनुविभागों के राजस्व अधिकारियों द्वारा संबंधित अनुभागों के अंतर्गत तहसीलों में हुई बेमौसम बारिश तथा ओलावृष्टि से हुई क्षति का आंकलन की जा रही है ताकि संबंधितों को इस क्षति की भरपाई की जा सके। इस हेतु कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने विभिन्न गांवों का दौरा किया एवं ग्रामीणों से बात कर क्षति की जानकारी प्राप्त की।कलेक्टर ने बताया कि विगत 25 अप्रैल के पूर्व हुई क्षति में तहसील बैकुण्ठपुर, खड़गवां तथा सोनहत में क्षति के कुल 1860 प्रकरणों के लिए 67 लाख 62 हजार 302 रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। तहसील खड़गवां में फसल क्षति के 149 प्रकरणों के लिए 4 लाख 86 हजार 302 रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसी तरह तहसील बैकुण्ठपुर में मकान क्षति के 828, खड़गवां में 798 तथा सोनहत में 79 प्रकरण सहित कुल 1705 प्रकरणों के लिए 61 लाख 94 हजार रूपये तथा विकासखंड सोनहत में पशु क्षति के 6 प्रकरणों के लिए 82 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई है।उन्होंने आगे बताया कि 25 अप्रैल की स्थिति में हुई फसल क्षति के लिए तहसील बैकुण्ठपुर और खड़गवां के कुल 522 निर्मित प्रकरणों के लिए कुल 15 लाख 11 हजार 457 रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। जिसमें तहसील खड़गवां में फसल क्षति के 397 प्रकरणों के लिए 11 लाख 40 हजार 457 रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। तहसील बैकुण्ठपुर में मकान क्षति के 25 प्रकरणों के लिए 75 हजार 300 और खड़गवां में 100 प्रकरणों पर 2 लाख 95 हजार 700 रूपये सहित कुल 3 लाख 71 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। 04 मई की स्थिति में हुई क्षति के लिए तहसील बैकुण्ठपुर, खड़गवां, चिरमिरी तथा सोनहत में कुल 1064 प्रकरण बनाये गये हैं। इसके तहत तहसील क्षेत्र चिरमिरी में फसल एवं मकान क्षति के 294 प्रकरणों के लिए 6 लाख 23 हजार 165 रूपये की राशि स्वीकृत की गई है। -
सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करें सभी अधिकारी एवं कर्मचारी
सूरजपुर 10 मई 2020/लाॅकडाउन में विभिन्न राज्यों व जिलों में फसे जिलें के स्थानीय श्रमिकों को सकुशल वापसी के बाद विशेष एहतीयतन के तौर पर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए जिला प्रशासन द्वारा इन श्रमिकों को सर्वसुविधा युक्त क्वारंटाईन सेंटर के रूप में जवाहर नवोदय विद्यालय परिसर बसदेई में सभी तैयारियां पूर्ण कर लिया गया है। उक्त सेंटर का निरीक्षण करने के लिए आज कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री राजेष कुकरेजा, वनमण्डलाधिकारी श्री जे0आर0 भगत, जिला पंचायत सीईओ श्री अष्वनी देवांगन व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर0एस0 सिंह ने निरीक्षण कर सभी आवष्यक व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए सुरक्षा मानकों के पालन के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवष्यक दिषा-निर्देष दिये है।कलेक्टर ने क्वारंटाईन सेंटर पर पंहुचे मजदूरों को रखने उनके लिए आवष्यक जरुरत से जुड़ी समाग्रियों सहित अन्य गतिविधियों की जानकारी लेकर उपस्थित अधिकारियों को हौसला अफजाई करते हुए सुरक्षा मानको का पालन करते हुए सुरक्षित तौर पर अपने क्षेत्र के मजदूर जो विभिन्न राज्य व जिलों से वापस आकर सेंटर पर विषेष एहतीयात बरतने की मंषा व संक्रमण पर रोकथाम के लिए जिला प्रषासन के द्वारा किये जा रहे कार्यो में अपने स्वस्फूर्त होकर इस सेंटर पर क्वारंटाईन रहने से न केवल उनका क्षेत्र वरन जिले में संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम में कारगर साबित होगा। उन्होंने जिला प्रशासन की टीम द्वारा किए गए सभी कार्यो पर संतुष्टी जताते हुए, कहा कि यह सेंटर पूर्णतः सुरक्षित है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री सोनी ने निर्देषित करते हुए कहा कि यहां लगे सीसी टीव्ही कैमरे का निगरानी जिला स्तरीय कोविड-19 नियंत्रण कक्ष में किया जा रहा है। श्रमिकों के लिए खण्डवार ए, बी, सी, डी ब्लाॅक बनाये गये है जिनमें उनके ठहरने, भोजन-पानी, आवास, हैण्डवाॅस, सेनेटाईजर, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार महिलाओं के लिए भी अलग-अलग ब्लाॅक बनाये गये है। इन सभी ब्लाॅंको का दिन में कम से कम चार दफा सैनेटाइज्ड किया जाये तथा सभी ठहरे हुए श्रमिकों को सुरक्षा मानकों के तहत मास्क अनिवार्यतः उपयोग करे तथा समय-समय पर साबुन से हाथ धुलाई करते रहे। इस दौरान परिसर के अन्दर सभी अपने निर्धारित स्थलों पर ही अपने दायित्वों का निर्वहन सजगता व सुरक्षागत नियमों का पालन करें । निरीक्षण के दौरान पुलिस अधिक्षक श्री राजेष कुकरेजा ने वहां पर जितने भी विभाग के अधिकारी कर्मचारी जो ड्यूटी कर रहे है, उन्हें विभागवार अलग-अलग रंगों में पहचान पत्र जारी करने को कहा है इसके अलावा कहा कि यहा किसी भी व्यक्ति का आना-जाना पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है।कलेक्टर ने कहा कि बाहर से आने वाले स्थानीय स्वास्थ्य परीक्षण के लिए स्वास्थ्य अमला के द्वारा 24 घण्टे सेवाएंे दी जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है और इस दौरान एसडीएम सूरजपुर श्री पुष्पेन्द्र शर्मा, चैकी प्रभारी बसदेई सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। -
सूरजपुर 10 मई 2020/कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर0एस0 सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु शीघ्रता के साथ कोरोना सेम्पल कलेक्शन एवं जॉच कार्य हेतु जिला चिकित्सालय, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एंव समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्दो के जीवनदीप समिति के द्वारा कार्य में लगे डॉक्टर, पैथालॉजिस्ट, टेक्निशियन के टीम को प्रोत्साहन राशि दिये जाने का निर्णय लिया गया है। जो घर - घर जाकर कोरोना जॉच करने वाले डॉक्टर, पैथालॉजिस्ट, टेक्निशियन की टीम को प्रोत्साहन राशि प्रति सेम्पल हेतु 200 रूपये, अस्पताल में कोरोना जॉच सेम्पल एकत्र करने वाले डॉक्टर, पैथालॉजिस्ट, टेक्निशियन की टीम को प्रोत्साहन राशि प्रति सेम्पल हेतु 100 रूपये, डॉक्टर, पैथालॉजिस्ट, टेक्निशियन की टीम जो कोरोना सेम्पल का परीक्षण करेंगे, उन्हें प्रोत्साहन राशि प्रति सेम्पल परीक्षण हेतु 100 रूपये दिया जावेगा।
उक्त कार्य हेतु डॉक्टर, पैथालॉजिस्ट, टेक्निशियन प्रतिदिन शाम 6.00 बजे तक किये गये जांच एवं कार्य का विवरण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय में जमा किया जायेगा। -
कम खर्च में महिलाएं खुद से ही कर रही संयंत्र का संचालन व उपयोग, 753 से अधिक परिवारों को मिल रहा लाभ, आर्थिक सषक्तिकरण की खुली नई राह
सूरजपुर 10 मई 2020/ वैष्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के रोकथाम एवं बचाव के लिए लाॅकडाउन एवं धारा 144 लागू है इसके परिपालन में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के द्वारा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरुवां, गरुवां, घरुवां और बाडी के तहत् घरों पर मावेषियों के गोबर से न केवल उचित निदान हो रहा है वरन इसके माध्यम से गोबर गैस से प्राप्त ईंधन के माध्यम से घरों पर सुरक्षित व अल्प लागत में भोजन बनाने के लिए नियमित उपयोग कर रहे है इससे उनका अधिकांष समय घरों पर ही बीत रहा है। इससे पहले इन क्षेत्रों में खाना बनाने के लिए महिलाएं व बच्चे आसपास के क्षेत्रों से लकड़ी बीन कर लाने के साथ साथ धुएं से निजात मिली है। वर्तमान में जिले में नरुवा, गरुवा, घुरुवां और बाडी के तहत् गोबरधन योजना के माध्यम से 11 सामुदायिक बायोगैस प्लांट से 200 परिवार तथा 2 क्यूबिक मीटर के व्यक्तिगत प्लांट के माध्यम से 553 परिवारों को इस लाॅकडाउन अवधि में सुरक्षित तौर पर घरेलु ईंधन गैस के रुप में बायोगैस के माध्यम से 753 परिवार लाभ प्राप्त कर रहे है। इनके माध्यम से लाॅकडाउन अवधि में घरेलु ईंधन की जरुरत पूर्ति हेतु परेषानियों से निजात दिलाने के साथ-साथ अपने ही गांव में आत्मनिर्भरता का सफल माध्यम बनकर बायोगैस संयंत्र उभर कर सामने आया है। इससे जहां महिलाओं को खाना रासौई के धुएं से निजात मिल गई है। तो वही बच्चों को भी लकड़िया इकटठा करने के लिए बाहर घुमने की जरुरत नही पड़ रही इससे इन परिवारों के बच्चे पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दे पा रही है तो वही महिलाओं का समय बचने से खेती व अन्य कार्यं पर अपना समय दे रही है।
उक्त संबंध में विकासखण्ड भैयाथान के ग्राम पंचायत सुन्दरपुर के हितग्राही श्रीमती सुषीला सिंह ने बताया है कि लाॅकडाउन की अवधि में महिलाओं को घर पर ही रहकर उनको ईधन प्राप्त हो रही है और उनको घर से बाहर निकलने की भी जरुरत नही है। घर पर ही रहकर हर दिन बायोगैस से खाना बनाने से पहले लकड़ी सेे निकलने वाले धुएं से निजात मिली है और समय पर ही खाना बना ले रहे है। जब से कोरोना वायरस के रोकथाम व बचाव के लिए लाॅकडाउन घोषित किया गया है तब से हमारे गांव में बायोगैस मुख्य सहारा बना हैं। क्योकि पूर्व की तरह गैस सिलेण्डर के लिए गैस एजेंसी जाना नहीं पड़ रहा है। जिस नियमों को पालन करते हुए बायोगैस से ही सभी कोरोना वायरस के रोकथाम एवं बचाव को ध्यान में रखते हुए सोषल डिस्टेंस का पालन कर नांक एवं मुहं को मास्क व गमछा से ढ़ककर तथा सेनेटाईजर एवं साबुन के द्वारा बारंबार हाथ धोकर अपने आप को सुरक्षित रख रहे हंै। प्रतिदिन बायो गैस संयंत्र में ताजे गोबर 250 किलोग्राम एवं 250 लीटर पानी की आवष्यकता पड़ती है जिसके लिए सभी लाभाविन्त परिवार सोषल डिस्टेन्स का पालन करते हुए सामूहिक सहभागिता के तहत स्वयं से सुबह शाम गोबर संयं़त्र में लाकर डालते हैं, तथा बायो गैस से निकलने वाले स्लरी खाद को आदर्ष गौठान में विक्रय करने हेतु एवं स्वयं के बाड़ी में उपयोग कर जैविक खेती को अपना रहे है।
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महासमुंद 08 मई 2020/ छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे श्रमिक एवं व्यक्ति जो अपने निवास के गृह राज्य में वापस जाना चाहते हैं (स्वयं के साधन से जाने वाले पास हेतु आवेदन करने वालों को छोड़कर) के पंजीयन के लिए सभी जिलों में एकरूपता के लिए ऑन लाईन एप्लीकेशन बनाया गया है। कलेक्टर कार्यालय में विगत कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य में फंसे अपने निवास के राज्यों में वापस जाने के ईच्छुक श्रमिकों एवं व्यक्तियों का आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं। कलेक्टर कार्यालय के द्वारा स्वीकार किए गए उक्त सभी आवेदनों को ीजजचरूबहसंइवनतण्दपबण्पदध्ब्वअपक19ऋस्वहपदचंहम.ंेचग इस लिंक अपलोड किया जा रहा है। इसके लिए ऑनलाईन पंजीयन की व्यवस्था 11 मई 2020 से आमजनों के लिए भी खोला जाएगा। 29 अप्रैल 2020 से श्रमिकांे, व्यक्तियों से प्राप्त किए गए आवेदनों को 11 मई 2020 के पूर्व अनिवार्यतः अपलोड करने को कहा गया हैं। इसी प्रकार नवीन प्राप्त होने वाले आवेदनों को भी ऑनलाईन पंजीयन प्रविष्टि किया जाए।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन सेवा का अनुरोध ( प्वाइंट टू प्वाइंट )छत्तीसगढ़ राज्य सीमा में-स्टार्टिंग प्वाइंट स्टेशन प्रस्तावित ट्रेन संख्या एण्ड प्वाइंट स्टेशन आगमन का समय/दिनांकसाबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 1 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 11 मई 2020साबरमती अहमदाबाद गुजरातट्रेन 2 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020विजयवाड़ा, आंध्रप्रदेश 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 13मई 2020पठानकोट, पंजाब 1 चम्पा सुबह 09ः00 बजे 12 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 12 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 13 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 13 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 14 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 14 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020लखनऊ उ.प्र.प्रस्थान 15 मई 2020 1 भाठापारा सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020लखनऊ, उ.प्र.प्रस्थान 16 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 17 मई 2020मुजफ्फरपुर, बिहारप्रस्थान 15 मई 2020 1 रायपुर सुबह 09ः00 बजे 16 मई 2020दिल्लीप्रस्थान 14 मई 2020 1 बिलासपुर सुबह 09ः00 बजे 15 मई 2020क्रमांक/39/171/एस शुक्ल/हेमनाथAttachments areaDisplaying WhatsApp Image 2020-05-08 at 19.11.45.jpeg. -
पाटन ब्लॉक के बोरेन्दा में 7.50 एकड़ घास भूमि पर सामुदायिक बाड़ी
-गाँव के महिला समूह कर यहाँ कर रहे ऑर्गेनिक सब्जी उत्पादन-आस पास के गाँव की बाड़ियों में उत्पादित सब्जियों को इकट्ठा करने बोरेन्दा में बनाया जाएगा कोल्ड स्टोरेज महिलाओं की परमानेंट इनकम का होगा इंतजाम- 45 दिनों की कड़ी मेहनत रंग लाई, भाजी की फसल आई, कुछ दिनों में सब्जियाँ भी हो जाएगी तैयारदुर्ग 09 मई 2020/लॉक डाउन के दौरान जब सभी ओर सन्नाटा छाया था। बोरेन्दा की बाड़ी में ग्रामीण महिलाओं के सपनों के बीज अंकुरित हो रहे थे। 45 दिनों तक इन्होंने कड़ी मेहनत की। इनके साथ ही ग्रामीण जनों ने भी अपने गांव में नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी के सपने को मूर्त रूप देने की ठानी। सबकी मेहनत साकार हुई और कई तरह की भाजियों से बोरेन्दा की बाड़ी सज गई। अभी भाजी की पहली फसल काटी गई। चेज, चैलाई, पटवा भाजी गांव के हर घर में पकी। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने शुरू की गई नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना में सरकार की दूर दृष्टि और प्रबंधन काबिले तारीफ है। इस योजना के कारण कोविड 19 की राष्ट्रीय आपदा के समय भी लोगों को रोजगार मिल रहा है। जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने बताया कि लॉक डाउन में आजीविका से संकट से निपटने में नरवा गरवा घुरुआ बाड़ी योजना के सभी घटकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही। हमने गौठान (गरवा और घुरुआ), जल संरक्षण (नरवा) और बाड़ी सभी क्षेत्रों में मनरेगा के माध्यम से लोगों को रोजगार दिया।बाड़ी योजना के माध्यम से पौष्टिक और ऑर्गेनिक सब्जियाँ उगाई जा रही हैं, ताकि कुपोषण के खिलाफ लड़ाई जीती जा सके और महिलाओं को आर्थिक सबलता मिले।पाटन जनपद पंचायत के बोरेन्दा गांव की महिलाएं सामुदायिक बाड़ी के माध्यम से ऑर्गेनिक सब्जियाँ उगा रही हैं। इससे इस गाँव के महिला समूहों को काम और आर्थिक लाभ मिला और गांव वालों को ताजी सब्जियाँ।बोरेन्दा के रोजगार सहायक राधेश्याम साहू ने बताया कि सीईओ जनपद श्री मनीष साहू ने जानकारी दी कि जनपद पंचायत द्वारा बाड़ी विकास में पूरा सहयोग किया जाएगा। इसके बाद गांव के सरपंच टूकेश्वर साहू और सचिव बलदाऊ साहू केसरा ग्राम की सामुदायिक बाड़ियों को देखने गए। वापिस आकर हमने महिला समूहों को बताया कि योजना अच्छी है। अपने ही गांव में काम करना है जिसके लिए पूरा सहयोग सरकार करेगी।-घास जमीन में किया बाड़ी का विकास , जिसमें मनरेगा के तहत मिला ग्रामीणों को कामसामुदायिक बाड़ी के विकास के लिए जमीन की तलाश शुरू की गई। जहां पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो। गांव की बाहरी सीमा से लगी हुई करीब साढ़े सात एकड़ घास जमीन में बाड़ी बनाने का काम शुरू किया गया। इसके लिए मनरेगा के तहत गांव के श्रमिकों को भी काम दिया गया। महिला समूहों से बातचीत करने के बाद 11 महिला समूह तैयार हुए जिसके बाद सभी महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। बाड़ी बनाने का काम 16 मार्च से शुरू हुआ और 1 माह से भी कम समय में बाड़ी तैयार कर ली गई। उद्यानिकी विभाग द्वारा निःशुल्क रूप से सब्जियों की पौध (थरहा) और बीज उपलब्ध कराया गया। इस बाड़ी में टमाटर, बैगन, लौकी, करेला, टिंडा के पौधे लगाए गए हैं। मौसमी भाजियों जैसे चेच भाजी, अमारी भाजी, खेड़ा भाजी आदि की एक फसल भी तैयार हो चुकी है। ये सब्जियां पूरी तरह ऑर्गेनिक हैं। यहाँ गौठान में निर्मित गोबर खाद, नाडेप टंकियों और वर्मी कम्पोस्ट खाद का ही उपयोग किया जाता है। किसी भी प्रकार का रसायन उपयोग में नहीं लाया जाता।-11 महिला समूह कर रहे सब्जी का उत्पादन बाड़ी में काम करते समय महिलाएं सोशल डिस्टेंसिन का रखती हैं ध्यानसब्जी उत्पादन में गांव के 11 स्व सहायता समूह लगे हुए हैं। जानकी समूह की अध्यक्ष धान बाई ने बताया कि वर्तमान में लौकी, टिंडा, करेला, बैंगन, बरबट्टी, चुरचुटीया आदि की फसल ले रही हैं।मेरे राम समूह की रेशमी बताती हैं कि सभी महिलाएं सुबह और शाम का समय बाड़ी को देती हैं। लॉक डाउन के कठिन समय में सब महिलाओं ने मिल जुलकर काम। किया जिसका नतीजा आज सामने है। जय माँ दुर्गा समूह की सुनीता ने बताया कि इस योजना से जुड़कर अच्छा लग रहा है। ताजी सब्जियाँ भी मिल रही हैं और आमदनी भी हो जाती है। जय माँ ज्वाला समूह की केवरा साहू ने अपना अनुभव बताया कि इस नई बीमारी का नाम सुनकर सभी डरे थे, लग रहा था कि लॉक डाउन में सब काम बंद हो जाएगा तो क्या करेंगे हम लोग। लेकिन जनपद पंचायत द्वारा बताया गया कि डरना नहीं है सावधानी रखना है। सब्जियाँ उगाने के लिए प्रशिक्षण भी मिला। बाड़ी में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करवाया जाता है।महिलाएं भी जागरूक हैं सेनेटाइजेशन का भी पूरा ख्याल रखती हैं।-कोल्ड स्टोरेज का भी होगा निर्माण महिलाओं के रोजगार की स्थायी व्यवस्थाअभी की व्यवस्था के तहत गांव के लोग सीधे बाड़ी में संपर्क कर सब्जियाँ खरीद सकते हैं। जल्द ही बोरेन्दा में सब्जियाँ रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज बनाया जाएगा। जहाँ आस पास में गांव से सब्जियाँ एकत्रित की जा सकेंगी। सब्जियों के परिवहन और बिक्री की पूरी व्यवस्था भी जनपद पंचायत द्वारा की जाएगी। इस तरह महिलाओं की आय के स्थायी संसाधन तैयार किए जा रहे हैं। अगले दो साल के लिए यह बाड़ी इन महिलाओं को दी गई है जिसकी मियाद आने वाले समय में बढ़ाई जा सकेगी। -
दुर्ग 09 मई 2020/नगर पालिक निगम भिलाई के स्वच्छता कर्मचारी कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य कर रहे हैं और लगातार मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रण मे लगे हुए हैं। गली-मोहल्लों के क्षेत्रों में सघन रूप से सफाई के साथ ही वार्डों में टेमिफाॅस का वितरण करते हुए इसके उपयोग करने की तरीके भी बता रहे हैं। बदलते मौसम के साथ पीलिया एवं डेंगू जैसे बीमारियों से बचाव के लिए निगम के स्वास्थ्य विभाग का अमला घर-घर जाकर क्लोरीन टैबलेट एवं टेमीफास् बांटने के साथ ही लोगों को शुद्ध एवं छना, उबला हुआ पानी पीने की सलाह दे रहे है। पूरे निगम क्षेत्र में अब तक 2,76001 क्लोरीन की गोली घरों तक पहुंचाई जा चुकी है। वार्डों में सर्दी, खांसी जैसी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने की सलाह दी जा रही है! वार्डों के मितानीनें और आंगनबाड़ी सहायिकाओं का भी सहयोग इस कार्य में लिया जा रहा है, पूर्व में इनके साथ बैठक भी ली जा चुकी है। नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा मच्छर उन्मूलन के तहत हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जोन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि सफाई कर्मचारी प्रतिदिन नालियों की सफाई, मैलाथियान का छिड़काव, गंदे स्थानों की सफाई पश्चात ब्लीचिंग एवं चुना पाउडर का छिड़काव कर रहे है ताकि किसी प्रकार का संक्रमण न फैले। रहवासी क्षेत्रों में जलजमाव वाले स्थानों पर मलेरिया आॅयल का छिड़काव किया जा रहा है, डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए टेमीफास् का उपयोग किया जा रहा है। सभी वार्डों में स्वच्छता कर्मी कार्यरत है तथा मितानिनो के सहयोग से प्रतिदिन टेमिफाॅस बाॅटल का वितरण कर रहे हैं। इन दो-तीन दिनों में जोन क्रमांक एक क्षेत्र में 4200, जोन क्रमांक 2 क्षेत्र में 800, जोन क्रमांक 3 क्षेत्र में 2500 एवं जोन क्रमांक 4 क्षेत्र में 3500 टेमीफास् का वितरण किया जा चुका है। डेंगू बीमारी की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए घर के आसपास स्वच्छता बनाए रखने, अनुपयोगी पात्रों में पानी जमा न होने देने, निगम द्वारा वितरण किए गए टेमीफास् का उपयोग डेंगू लार्वा को नष्ट करने के लिए किया जाना है तथा इसे बच्चों से दूर रखा जाना है। डेंगू एवं पीलिया से बचाव के लिए जगह-जगह प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
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दुर्ग 09 मई 2020/डोनेशन ऑन व्हील्स के जरिए दान देने शहर के नागरीक जागरूक है और अब तक 80 से अधिक लोगों ने दान दिया हुआ है। लोग हरी सब्जियों से लेकर राशन सामान के पैकेट भी प्रदान किए है। भिलाई शहर में महापौर व विधायक भिलाई नगर देवेन्द्र यादव की पहल से शुरू किया गया डोनेशन आॅन व्हील्स लाॅकडाउन में भूखे, असहाय व गरीब परिवारों तक भोजन व राशन सामान पहुंचाने में काॅफी मददगार साबित हुआ है। निगम क्षेत्र के सभी वार्डों से आम नागरिक, सामाजिक संस्थाएं, महिला समिति, व्यापारियों सहित विभिन्न प्रकार के समाजसेवियों व आम जनों ने जरूरतमंदों के लिए तेल, चांवल, दाल, आटा, आलू, प्याज, नमक, मसाला, शक्कर, चायपत्ती सहित अन्य राशन की सामग्री डोनेशन आॅन व्हील्स में खुलकर दान देकर मदद कर रहे हैं, महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव एवं आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी सहित निगम प्रशासन इन सभी दानदाताओं को धन्यवाद देती है जिन्होंने लॉक डाउन की विकट परिस्थिति में डोनेशन ऑन व्हील्स के जरिए जरूरतमंदों के लिए मदद की है।
इन्होंने ने दिया दान -युवा यादव कल्याण परिषद, मो. शद्दाब, घनश्याम सिंह, रविशंकर, राममूर्ति मिश्रा, भारत निवाबे, निशा खाटे, जवाहर श्रीवास्तव, रिजवान अख्तर, कन्हैया यादव, राजेन्द्र प्रसाद यादव, सुनील कुशवाहा, अखिलेश सिंह, संतोष गुप्ता, अमित नायडू, अखिलेश सिंह, शशिकांत नरनारवे, तरूण देवांगन, प्रितिश गुहा, वाईके सिंह, एस विवेक, काश्मीर सिंह, कपील शर्मा, विनायक अग्रवाल, ज्योति माधुर, कामनी सिन्हा, अनुराधा गुप्ता, हसन खान, इस्लाम खान, अफजल खान, अनिता शुक्ला, निलेश शुक्ला, दूलार साहू, चिरंजीव सिंह, प्रिंस, दीप मोहन, रिजवान अख्तर, अमीर सिद्धकी, अमित उपाध्याय, रविन्द्र निकेतन, के. वेंकट प्रसाद राव, हिंमाशु, रमाकांत, प्रदीप पारकर, कौशल दागड़े, हिरेन्द्र वर्मा, अनुराज, विशाल सोनी, रजत चंदेल, चन्द्रशेखर साहू, भिलाई नायर समाजम, देवांगन महिला समिति, आशा गोड़, आशीष अग्रवाल, रवि सोनी, निशिकांत वर्मा, खुबलाल साहू, गोल्डी मिश्रा, रूपेश चैहान, प्रवीर जंघेल, नरेन्द्र कौर, निर्मल सिंह, मो. रफीक, शशांक साहू, प्रमोद यादव, गिरवर बंटी साहू, महेश देवांगन, प्रकाश कुमार, रविन्द्र चंद्राकर, बीएसपी क्रिड़ा सांस्कृतिक विभाग, नवीन उज्जवल महिला महाराष्ट्र मंडल, यशवंत देशमुख, ज्येष्ठ नागरिक मंच, बुंदेलखंड अम्बेडकर समिति, नवदीप, गोडवाना समाज भिलाई, अजय वर्मा, आईपीसी चर्च, जंगो लिंगो आदिवासी महिला समिति भिलाई एवं वर्धमान मौर्य ने डोनेशन ऑन व्हील्स के जरिए दान देखकर जरूरतमंदों की मदद की है। -
आकाश गंगा सब्जी मंडी शिप्ट होगा सुपेला थाना के पीने ग्राउंड में
दुर्ग 09 मई 2020/महापौर व भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव आज कृषि मंत्री श्री रविंद्र चैबे से मिले। मंत्री जी से मिलकर महापौर ने किसानों और शहर के सब्जी व्यापारियों के हित के संबंध में चर्चा की। बताया कि आकाश गंगा सुपेला स्थिति सब्जी थोक मार्केट को सुपेला पुलिस थाना के पीछे खाली मैदान में शिप्ट किया जाएगा।सुपेला थाना के पीछे बहुत बड़ा खाली मैदान में है। जहां सब्जी मार्केट को शिप्ट किया जाना है। यहां कुछ सामाजिक भवन है। जिसके दूर अलग हटकर मार्केट को परमानेट शिष्ट किया जाएगा। ताकि समाज के लोगों को भी कोई परेशान न हो और सब्जी के व्यापारियों व आसपास के किसान जो अपनी सब्जी इस थोक मंडी में बेचने के लिए आते है। उन्हें भी आने जाने में सुविधा बने। सुपेला थाने के बाजू वाले रास्ते से आवाजाही की जाएगी। महापौर श्री देवेंद्र यादव ने कृषि मंत्री श्री चैबे जी को बताया कि एमआईसी में इस विषय पर प्रस्ताव रखा गया था। जिसे सर्व सम्मति से पास कर दिया गया है। शासन को भेज दिया गया है। महापौर देवेंद्र यादव ने कृषि मंत्री से निवेदन किया है कि वे जल्द ही इस प्रस्ताव पर शासन की स्वीकृति दिलाए। ताकि जल्द ही क्षेत्र के किसानों और व्यापारियों सभी को लाभ मिल सकें। -
नगर पालिका अमले से आपात कालीन सेवाओं में जुटे दो सौ तेरह कोरोना वाॅरियर्स ने स्वास्थ्य जांच कराई, कोविड 19 के लक्षण नहीं दिखे। सर्दी, खांसी, बुखार, रक्तचाप और मधुमेह जैसी शिकायतें तक नहीं मिलीं
महासमुंद 09 मई 2020/ कोरोना वायरस के संक्रामक दौर में भी बिना किसी भय के निर्बाध सेवा प्रदाताओं में नगर पालिका के अधिकारी-कर्मचारियों सहित सफाई कामगारों की भूमिका भी किसी से छिपी नहीं है। चाहे विभागीय कामकाज हो या उन स्थानों की स्वच्छता का जिम्मा, जहां संक्रमण का खतरा सबसे अधिक होता है, दायित्व निर्वहन के लिए ये बेखौफ डंटे हुए हैं। इस दौरान सुरक्षा संसाधनों के इस्तेमाल में लाए जाने के बावजूद संक्रमित होने की आशंका बनी रहती है। जिसे देखते हुए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे के मार्गदर्शन में शनिवार 09 मई 2020 को नगर पालिका के कोरोना वाॅरियर्स का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें सभी के स्वस्थ होने के सकारात्मक परिणाम मिले।प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के टाउन हाॅल में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नयापारा के चिकित्सकीय दल द्वारा नगर पालिका के अधिकारियों-कर्मचारियों सहित सफाई कर्मचारियों में कुल दो सौ तेरह लोगों में विशेष तौर पर कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की गई। चिकित्सकीय दल ने दस प्रकरणों में आरडी किट का इस्तेमाल भी किया। स्वास्थ्य परीक्षण में सभी स्वस्थ मिले, किसी में भी सर्दी, खांसी, बुखार, अनियंत्रित रक्तचाप और मधुमेह सहित कोविड 19 की बीमारी से संबंधित कोई भी लक्षण नहीं मिले। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि पूर्व नियोजित स्वास्थ्य शिविर में प्रवेश द्वार पर बनाए गए अस्थायी पंजीयन काउंटर में आते एवं जाते दोनों समय सभी के हांथ हैंड रब सैनिटाइजर से साफ कराए गए। इस दौरान परीक्षण कराने पहुंचे कर्मचारियों ने भी जागरूकता का परिचय दिया। अलग-अलग काउंटरों में पंक्ति लगा कर शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्वास्थ्य परीक्षण करवाया और व्यवस्थागत समन्यवय बनाए रखने में सहयोग किया।सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक चले इस एक-दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नयापारा के चिकित्सकीय दल से चिकित्सा अधिकारी डाॅ अल्विया अराबा दास, स्टाफ नर्स श्रीमती प्रार्थना दयाल, फार्मासिस्ट श्री यशवंत साहू, प्रयोगशाला प्रशिक्षक श्री ओम प्रकाश पटेल सहित शहरी क्षेत्र महासमुंद से एएनएम श्रीमती मालती पालकर, एएनएम सुश्री सुधा नायक, सुश्री मनीषा ध्रुव एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नयापारा से श्री नागेश्वर धीवर का योगदान सराहनीय रहा। -
कोरिया 08 मई 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों के लिए जिले के सभी विकासखंडों एवं नगरीय निकायों में संबंधित अधिकारियों के द्वारा पर्याप्त क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था की गई है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बताया कि अन्य प्रदेश से आये श्रमिकों की चिकित्सकीय जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम तथा अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। साथ ही सभी संबंधित अधिकारियों को शासन के नियमों का कड़ाई से पालन करने हेतु निर्देशित किया गया है। सभी क्वारेंटाइन सेंटरों में विद्युत, पेयजल, निस्तारी हेतु जल, भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। इन सेंटरों की साफ-सफाई कराकर सेनिटाइज भी करा दिया गया है।
बता दें कि कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले के सभी विकासखंडों एवं नगरीय निकायों में क्वारेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं। वर्तमान में विकासखंड खड़गवां में 06 भवनों को क्वारेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है। जहां 10 लोगों को रखा गया है जिसमें 08 पुरूष एवं 02 महिलाएं हैं। जनपद पंचायत खड़गवों में 71 लोगों को होम क्वारंटाइन पर भी रखा गया है जिसमें 35 पुरूष, 30 महिलाएं एवं 06 बच्चे शामिल हैं। इस तरह कुल 81 लोगों को क्वारंटाइन पर रखा गया है। विकासखंड मनेन्द्रगढ़ में 10 भवनों को क्वारेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है। जहां कुल 25 लोगों में 23 पुरूष एवं 02 महिलाएं हैं। विकासखंड बैकुण्ठपुर में 12 भवनों को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। जहां कुल 17 लोगों में 09 पुरूष एवं 08 महिलाएं हैं। इसी तरह विकासखंड भरतपुर में 29 भवनों को क्वारेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है। यहां कुल 148 लोगों को रखा गया है जिसमें 83 पुरूष, 64 महिलाएं एवं एक बच्चा है।जिले के अंतर्गत समस्त नगरीय निकायों में भी क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था की गई है। वर्तमान स्थिति में नगर पालिक निगम चिरमिरी में 09 क्वारेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं, जहां कुल 46 लोगों को रखा गया है। इसमें 32 पुरूष एवं 14 महिलाएं शामिल है। नगर पालिका परिषद मनेन्द्रगढ़ में 04 क्वारेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं जहां कुल 37 लोगों को रखा गया है। इनमें से 08 लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर एवं 29 लोगों को होम क्वारंटाइन पर रखा गया है। नगर पंचायत खोंगापानी में 02 क्वारेंटाइन सेंटर है। यहां 12 लोगों को रखा गया है। जिनमें 09 पुरूष एवं 03 महिलाएं हैं। इसी तरह नगर पालिका परिषद शिवपुर-चरचा में 06 क्वारेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं जहां 09 लोगों में 07 पुरूष एवं 02 महिलाओं को रखा गया है। नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर में 05 क्वारेंटाइन सेंटर, नगर पंचायत झगराखाण्ड में 03 एवं नगर पंचायत नई लेदरी में 04 क्वारेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं। -
श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े और चिकित्सा की आवश्यकता वाले लोगों को मिलेगी सुविधा
ट्रेन में आने के लिए एप्प में करना होगा एप्लाईराज्य सरकार ने एप्प का लिंक किया जारीकोरबा 9 मई 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल और निर्देशन पर लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े लोगों अथवा चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों की छत्तीसगढ़ वापसी का रास्ता साफ हो गया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने 4 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को कन्फर्म कर दिया है। इन ट्रेनों में आने के लिए इन लोगों को राज्य सरकार द्वारा जारी एप्प में एप्लाई करना होगा। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस एप्प का लिंक जारी कर दिया है।इन ट्रेनों से वापस छतीसगढ़ आने के लिए पंजियन एप्प का लिंक http://rebrand.ly/z9k75qp है।इन ट्रेनों में अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े लोगों अथवा चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों को ही वापस आने के लिए सफ़र की अनुमति होगी।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अन्य प्रांतो में फँसे कोरबा के लोगों और कोरबा में रहने वाले उनके परिजनों से इस लिंक पर जाकर छतीसगढ़ वापसी के लिए पंजीयन करने की अपील की है,जिससे कोरबा जिले के बाहर फंसे हुए श्रमिकों को वापस लाया जा सके।छत्तीसगढ़ सरकार ने जिन 4 ट्रेनों को कन्फर्म किया है उनमें पहली ट्रेन पठानकोट पंजाब से चांपा, दूसरी ट्रेन साबरमती अहमदाबाद से बिलासपुर, तीसरी ट्रेन साबरमती अहमदाबाद से बिलासपुर तथा चैथी ट्रेन विजयावाड़ा आन्ध्रप्रदेश से बिलासपुर शामिल है।CG Covid-19 ePassअन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आने वाले श्रमिकों, छात्रों, संकट में पड़े और चिकित्सा की आवश्यकता वाले व्यक्तियों के लिए लिंक:-http:cglabour.nic.in/covid19MigrantRegistrationService.aspxछत्तीसगढ़ से अन्य राज्य में जाने वाले श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों के पंजीयन हेतु लिंक:-http:cglabour.nic.in/Covid19_Loginpage.aspx24×7 हेल्पलाइन नम्बर 0771-2443809, 91098-49992, 75878-21800, 75878-22800, 96858-50444, 91092-83986 तथा 88277-739 -
बलरामपुर 09 मई : विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम राधाकृष्णनगर में बाल विवाह की पूरी तैयारी हो गई थी। जिला बाल संरक्षण के आदेश से ग्राम में पहुंचे चाईल्ड लाइन तथा महिला एवं बाल विकास विभाग व पुलिस के अधिकारियों के सयुक्त टीम ने नाबालिक की शादी रूकवा दी। मामला बलरामपुर विकासखंड के ग्राम कमलपुर का है, स्थानीय चाईल्ड लाइन को सूचना मिली कि ग्राम कमलपुर, थाना रामानुजगंज के श्री प्रभास मण्डल द्वारा अपनी पुत्री 17 वर्ष 10 माह की नाबालिक लड़की का विवाह ग्राम राधाकृष्णनगर में अपने रिस्तेदार के यहां लाकर गांव के एक लड़के से कराया जा रहा था।
जिसकी सूचना प्राप्त होते ही तत्काल महिला बाल विकास अधिकारी, चाईल्ड लाइन बलरामपुर टीम, पुलिस चौकी गणेश मोड़ के चौकी प्रभारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन सहित संयुक्त टीम बनाकर विवाह स्थान ग्राम राधाकृष्णनगर बालिका के रिस्तेदार के यहां जाकर बाल विवाह को रोका गया। टीम द्वारा बालिका के परिजनां को समझाईश दी गई कि बालिका का बाल विवाह कानूनन रूप से अपराध है, 18 वर्ष से कम उम्र के किसी भी बालिका का विवाह करना अपराध की श्रेणी में आता है, विवाह में शामिल पंडित, बाजा वाले, टेंट वाले, बाराती, घराती सहित पूरे नाते-रिश्तेदार को सजा हो सकती है। कम उम्र में विवाह होने पर लड़की को शारीरिक तथा मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समझाईश उपरांत बालिका के पिता द्वारा गांव के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन एवं ग्रामिणों की उपस्थिति में लिखित में इकरारनामा दिया गया, कि बेटी की शादी को स्थगित कर दिया गया है, 18 वर्ष पूर्ण होने के बाद ही वह अपनी बेटी का विवाह करेगा।