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जशपुरनगर 07 मई : आदिमजाति एवं अनुसूचित जाति विकास के विभागीय कार्याें की समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 3 मई को लेकर आश्रम एवं छात्रावासों को सुविधायुक्त बनाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसी कड़ी में जशपुर जिले के समस्त छात्रावास भवनों में विभिन्न सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
सहायक आयुक्त श्री एस.के. वाहने ने जानकारी देते हुए बताया कि सरगुजा विकास प्राधिकरण से प्राप्त राशि का उपयोग मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर आश्रम-छात्रावासों के भवनों की मरम्मत, फर्नीचर, रनिंगवाटर, बाथरूम, पेयजल, टाईल्स, ख्ेाल-कूद, जीम सामग्री, गद्दे, तकीए, पुस्तकालय, न्यूज पेपर, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, वैकल्पिक उर्जा जैसे इनर्वटर, सोलर आदि की व्यवस्था की जाएगी। ताकि दूरस्थ अंचल के निवासरत विद्यार्थियों को आश्रम, छात्रावास में सर्वसुविधा उपलब्ध कराई जा सके। श्री वाहने ने सभी जनपद सीईओ को आग्र किया है कि अपने ब्लाॅक के छात्रावास भवन मरम्मत योग्य है, पेयजल की समस्या है, उनका प्राक्कलनमय तकनीकी स्वीकृति के साथ 3 दिवस के भीतर सहायक आयुक्त आदिवासी कार्यालय में भेजने कहा है। -
आपसी समन्वय बनाकर कोरोना वायरस से आमजनो को सुरक्षित रखने के लिए विशेष एहतियात बरतने के साथ अपराधी गतिविधियों के रोकथाम के लिए सामूहिक कार्ययोजना पर करेंगे दोनो जिलो के अधिकारी कार्य
सूरजपुर 07 मई : कोविड-19 वायरस संक्रमण सेंआमजनो को सुरक्षित रखने के लिए विशेष एहतीयातन सुरक्षागत कार्यों को करनेंहेतु आज जिला प्रशासन सूरजपुर व जिला प्रशासन सिंगरौली के मध्य अंतर्राज्यीय सीमा पर स्थित नवाटोला चेकपोस्ट पर बैठक संपन्न हुई है। इस दौरान कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा, वन मंडलाधिकारी जे.आर.भगत सहित अन्य अधिकारी के साथ पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के जिला सिंगरौली के कलेक्टर श्री के.व्ही.एस. चैधरी, पुलिस अधीक्षक श्री टी0के0 विद्यार्थी सहित जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
इस बैठक के दौरान (कोविड-19 ) कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम व नियंत्रण को लेकर परस्पर समन्वय के साथ वर्तमान स्थिति में सबसे अहम चुनौतियों, जिसमें अवैध रूप से मजदूरों द्वारा सीमा में प्रवेश को रोकना, मजदूरों को सुरक्षित आवागमन, सीमावर्ती क्षेत्रों के रहवासियों के बीच जागरूकता अभियान को लेकर प्रचार-प्रसार, अपराधिक गतिविधियों ,तस्करी पर प्रभावी रोकथाम सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर सामूहिक रणनीति के तहत् कार्य करने के लिए सहमति बनी है। इस दौरान सूरजपुर कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने कहा की वर्तमान में लॅाकडाउन अवधि में मजदूर अपने घर वापसी के लिए जागरूक्ता के अभाव में अलग अलग राज्यों से होते हुए सूरजपुर व सिंगरौली जिलें के सीमा में प्रवेश जंगली व पगडंडियों के माध्यम से कर रहे हैं, यह सबसे बड़ी चुनौती है क्योंकि बीना किसी सूचना के आवागमन करनेंवालेंमजदूरों में जागरूकता का अभाव है, इस वजह सें अगर वह संक्रमित है तो दोनों जिलों में आवागमन करते हैं तो संक्रमण फैलने सहित अन्य परेशानीयां काफी बढ सकती है। इससें बचाव के साथ-साथ दोनों जिलों के अधिकारियों की टीम सीमावर्ती क्षेत्रों, जंगली रास्तों सहित पगडंडियों पर अधिक सजगता के साथ इन्हें रोकना और स्वास्थ्य परिक्षण के उपरांत ही आवगमनकरनें पर विषेष प्राथमिकता के साथ कार्य करें। इस पर सिंगरौली जिलें के कलेक्टर श्री के.वी.एस. चैधरी ने भी गंभीरता से लेकर अपने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को सूरजपुर जिलें के अधिकारियों के साथ नियमित संवाद के साथ स्थिति पर चर्चा कर प्रभावी रोकथाम के कार्यों को एक साथ करनें की सहमति जताई है।
इसके साथ-साथ सूरजपुर जिले के मजदूर जो सिंगरौली जिले से वापस आ रहे है तो उन्हें सीमा पर स्थित चेकपोस्ट पर उपस्थित अधिकारियों को अवगत कराते हुए स्थापित किये गये स्वास्थ्य परीक्षण केन्द्र पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत उन्हें अपनी गंतव्य तक जाने के लिए जिलाप्रषासन सूरजपुर द्वारा बसों का इंतजाम किया गया है। जिससे मजदूर अपने गंतव्य स्थान तक इन बसों के माध्यम से छोडा जायेगा। वही जिले के एसपी राजेष कुकरेजा ने सिंगरौली जिले के एसपी श्री टी के विद्यार्थी से चर्चा कर दोनों राज्य के सीमावर्ती गांव में जागरुकता अभियान का प्रचार-प्रसार कर किसी भी व्यक्ति जोे बाहर से इन क्षेत्रों में आये हो उनकी जानकारी ग्रामीणों व पुलिस जवानों के माध्यम से प्राप्त हो सके जिससे संक्रमण पर प्रभावी रोकथाम करने में अहम कडी साबित होगी इसके अलावा व लाॅकडाउन में तस्करों व अपराधी प्रवृति के द्वारा नषीली दवा शराब, हथियारों, ईमारतीलकडी सहित अन्य गतिविधियों पर प्रस्पर समन्वय बनाकर दोनो जिलों के पुलिस विभाग, वनविभाग, राजस्व विभाग के अधिकारी एक दूसरे से नियमित संवाद कर रोकथाम के साथ-साथ पगडंडीयों व वनमार्गों के माध्यम से अवैध आवागमन पूर्णतः रोक लगाने के लिए कार्य करेंगे।इस दौरान भैयाथान एसडीएम श्री प्रकाश राजपूत, सिंगरौली जिले के माड़ा एसडीएम श्री रानी मालवीय, एसडीओपी ओडगी से सुश्रीमंजू लता बाज, सिंगरौली सीएसपी विंध्यनगर से श्री देवेश पाठक, थाना प्रभारी माड़ा से प्रशिक्षु डीएसपी अर्चना शर्मा एवं चांदनी थाना प्रभारी एस0के0 खुट्टे, तहसीलदार माड़ा से दिव्या सिंह, चैकीप्रभारीे एस0आई0 प्रियंका मिश्रा सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। - सूरजपुर 7 मई : कोरोना वायरस (कोविड-19) के नियंत्रण हेतु गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश के माध्यम से लॉकडाउन संबंधी आदेश प्रसारित किया गया है। कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा भारत सरकार आदेश के परिपालन में जारी निर्देशिका के कण्डिका-14 में दिये गये निर्देश के अनुक्रम में सूरजपुर जिले के अनुविभागीय दण्डाधिकारियों (राजस्व) को निर्धारित क्षेत्रों हेतु इंसीडेन्ट कमाण्डर का दायित्व सौंपा गया है।
जारी आदेष के तहत् श्री पुष्पेन्द्र शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सूरजपुर, तहसील सूरजपुर का सम्पूर्ण क्षेत्र, श्री प्रकाश सिंह राजपूत, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) भैयाथान, तहसील भैयाथान का सम्पूर्ण, श्री सी. एस. पैकरा, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) प्रतापपुर, तहसील प्रतापपुर का सम्पूर्ण क्षेत्र, श्री करमचन्द्रजाटवर, प्रभारी तहसीलदार रामानुजनगर, तहसील रामानुजनगर का सम्पूर्ण क्षेत्र, श्री अमित केरकेट्टा, प्रभारी तहसीलदार ओडगी, तहसीलओड़गी का सम्पूर्ण क्षेत्र, श्री उमेश कुशवाहा, प्रभारी तहसीलदार प्रेमनगर, तहसीलप्रेमनगर के सम्पूर्ण क्षेत्र का इंसीडेन्ट कमाण्डर का दायित्व सौंपा गया है।
उपरोक्त इंसीडेन्ट कमाण्डर गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में दिये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। सूरजपुर जिला अंतर्गत अन्य लाईन विभाग अपने संबंधित क्षेत्र में इंसीडेन्ट कमाण्डर के निर्देशन में कार्य करेंगे। लॉकडाउन अवधि में आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति हेतु आवश्यक अनुमति इत्यादि संबंधित इंसीडेन्ट कमाण्डर द्वारा जारी की जायेगी। -
करना होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
सूरजपुर 7 मई : कोरोना वायरस (कोवडि-19) के प्रसार के रोकथाम के नियंत्रण हेतु गृह मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा जारी गाईडलाईन एवं छ.ग . शासन सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर रायपुर के के निर्देशों के परिपालन में कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने समय-समय पर जारी दिशा-निर्देश व गाईडलाईन के परिपेक्ष्य में कडाई से पालन सुनिश्चित करने एवं कोरोना नियंत्रण के इन कंटेनमेंट उपायों को लागू करने के अनुक्रम में सर्वअनुविभागीयदण्डाधिकारी, जिला-सूरजपुर को उनके अनुविभागअन्तर्गत विवाह एवं अन्त्येष्टि, अंतिम संस्कार कार्यक्रम के लिए शर्तों के अधीन अनुमति एवं पास जारी करने हेतु अधिकृत किया गया है।
विवाह हेतु शर्ते,-
विवाह परियोजन कार्य हेतुवर वधु एवं पंडित को मिलाकर कुल 20 व्यक्तियों को ही सम्मिलित होने की अनुमति होगी। जिसमें फिजीकल डिस्टेंसिंग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा। किसी भी तरह का सार्वजनिक आयोजन मार्ग पर बारात निकालने एवं सार्वजनिक भवनों के उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। विवाह सिर्फ अपने निवास के प्रांगण में ही करने की अनुमति होगी। एक चार पहिया वाहन में ड्रायवर सहित चार लोगों को ही आवागमन की अनुमति होगी। ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग की अनुमति नहीं होगी। यह अनुमति जिले के भीतर के लिए ही प्रवृत्त होगी। जिले से बाहर जाने की अनुमति का अधिकार जिला स्तर पर सुरक्षित रखा गया है। सामूहिक भोज पर प्रतिबंध रहेगा। कार्यक्रम स्थल में सम्मिलित सभी व्यक्तियों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा एवं स्थल पर हाथ धोने की व्यवस्था के साथ-साथ सेनेटाईजर होना आवश्यक है।
अन्त्येष्टि हेतु शर्तें-
अंतिम संस्कार संबंधी आयोजन में 20 व्यक्तियों से अधिक एकत्रित होने की अनुमति नहीं होगी। फिजीकल डिस्टेसिंग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा। स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थान पर ही अंतिम संस्कार करना अनिवार्य होगा। यह अनुमति जिले के भीतर प्रवृत्त होगें। जिले से बाहर जाने एवं आने की अनुमति का अधिकार जिला स्तर पर सुरक्षित रखा गया है। सामूहिक भोज पर पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। कार्यक्रम स्थल में सम्मिलित सभी व्यक्ति को मास्क लगाना अनिवार्य होगा एवं कार्यक्रम स्थल पर हाथ धोने की व्यवस्था के साथ-साथ सेनेटाईजर होना आवश्यक है। गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं छ.ग. शासन तथा जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देश, एडवायजरी का पालन करना अनिवार्य होगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। -
- आवागमन सेवा बाधित होने से इलाज के लिए नहीं पहुंच रहे बच्चे
- लॉकडाउन के पूर्व 9 बच्चों का चल रहा था इलाज
रायपुर 7 मई : कोरोनावायरस (कोविड-19) महामारी संक्रमण के दौरान संपूर्ण देश में तीसरे चरण का लॉकडाउन है। ऐसे समय में अतिकुपोषित बच्चों को इलाज मुहैय्या कराने की आवश्यकता को देखते हुए कुपोषित और एनीमिक बच्चों के लिए एनआरसी सेंटर, न्यूट्रीशन रिहैब्लीटेशन सेंटर या पोषण पुनर्वास केन्द्र से पुनः इलाज की सुविधा मुहैय्या कराई जा रही है। लॉकडाउन में थोड़ी ढील प्रशासन से मिलने के बाद कालीबाड़ी अस्पताल में उक्त सेंटर पुनः शुरू किया गया है। हालांकि आवागमन का साधन उपलब्ध नहीं होने की वजह से सेंटर खुलने पर अभी एक बच्ची ही पहुंची है जिसका इलाज जारी है।
इससे पूर्व लॉकडाउन की इस घड़ी में कालीबाड़ी एनआरसी सेंटर के विशेषज्ञों द्वारा फोन के माध्यम से कुपोषित बच्चों को आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया जा रहा था। साथ ही वजन की जांच के लिए भी अन्य माध्यमों का सहारा लेकर उनकी निगरानी रखी जा रही थी। महामारी संक्रमणकाल के पूर्व पोषण पुनर्वास केन्द्र में 9 बच्चों का इलाज हो रहा था जिन्हें लॉकडाउन की वजह से घर भेज दिया गया था । परंतु फोन पर ही उनका फॉलोअप जारी था। एनआरसी सेंटर इंचार्ज व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. निलय मोझरकर का कहना है शहरी क्षेत्र के बच्चे सेंटर में ज्यादा आते हैं। अतिकुपोषित बच्चों को भर्ती कर इलाज परम आवश्यक होता है। अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक 162 अतिकुपोषित और रक्तअल्पता वाले बच्चों का इलाज सेंटर में हुआ है। सेंटर के जरिए कई ऐेसे मरीजों को भी दाखिल कर पूर्णतः स्वस्थ्य किया गया है जिनका हीमोग्लोबिन सामान्य स्तर से काफी कम था । ऐसे बच्चों को दवाईयों और देखभाल से उन्हें स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया है।
18 माह की बच्ची पहुंची सेंटर- एनआरसी सेंटर के पुनः खुलते ही 18 माह की बच्ची रोशनी (काल्पनिक नाम) अस्पताल पहुंची है। डॉ. निलय के अनुसार बच्ची का वजन 4.2 किग्रा है, बच्ची को दाखिल कर इलाज जारी है। आने-जाने का साधन नहीं मिलने की वजह से अभी सेंटर आने वाले बच्चों की संख्या कम है ।
इनका प्रशिक्षण भी - सेंटर इंजार्ज डॉ. निलय मोझारकर के अनुसार सेंटर में 10 बिस्तरों की व्यवस्था है जिसमें 6 माह से 5 वर्ष के बच्चों का इलाज होता है। परंतु कई बार ऐेसी स्थिति होती है कि यह बिस्तर भी कम लगने लगते हैं। प्रतिवर्ष लगभग 1000 से अधिक बच्चे सेंटर में उपचार के लिए आते हैं जिन्हें परामर्श या भर्ती कर ( जैसा उचित हो) इलाज किया जाता है। भर्ती के दौरान बच्चों की मां या उनकी देखभाल करने वालों को घर में मौजूद सामान से भोजन को कैसे पौष्टिक बनाया जाए इसका प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा आयरन, फोलिक एसिड खुराक, कृमि नाशक दवाएं, टीकाकरण आदि के बारे में भी बताया जाता है। छुट्टी के बाद बच्चों का फालोअप भी होता है जो 15-15 दिनों के अंतराल पर बच्चों को बुलाकर किया जाता है। एनआरसी में रहने वालों को सरकार की ओर से मुफ्त में खाना और अटेंडेंट को 2250 रूपए (15 दिनों के हिसाब से) दिया जाता है। -
कोरिया 06 मई 2020/ कलेक्टर ने जिले में ब्यूटी पार्लर के संचालन की अनुमति षासन द्वारा निर्धारित षर्तों के अधीन दी है। उन्होंने जिले के सभी ब्यूटी पार्लरों को प्रातः 9 बजे से षाम 4 बजे तक संचालन करने के निर्देष जारी किये है। उन्होंने कहा है कि मनेन्द्रगढ, चिरमिरी, झगराखांड, लेदरी एवं खोंगापानी क्षेत्र में सोमवार, बुधवार एवं षुक्रवार को ब्यूटी पार्लर खाले जायेंगे तथा इन क्षेत्रों में रविवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी। इसी तरह बैकुण्ठपुर, सोनहत, खडगवां एवं भरतपुर क्षेत्र में मंगलवार, गुरूवार एवं रविवार को ब्यूटी पार्लर खाले जायेंगे तथा इन क्षेत्रों में षनिवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी। ब्यूटी पार्लर में न्यूनतम कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। सभी को सोषल डिस्टेंसिंग, सेनिटाईजेषन, मास्क आदि गाइडलाईन का पालन करना होगा। एक समय में एक ही ग्राहक की अनुमति होगी। ग्राहकों को टावेल एवं गाउन लाने हेतु प्रोत्साहित करना होगा। सभी ग्राहकों का नाम, पता, मोबाईल नंबर आदि विवरण सहित जानकारी लेकर हस्ताक्षर कराना होगा। जिले अथवा क्षेत्र में हाटस्पाट/कन्टेनमेंट घोशित होने की दषा में षासन द्वारा संपूर्ण लाकडाउन के संबंध में जारी निर्देष पूर्वानुसार प्रभावी होंगे तथा अतिरिक्त गतिविधियों के संचालन की अनुमति स्वतः समाप्त हो जायेगी।
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चिकित्सकीय प्रबंधन में समझाईश देते हुए रैंडम स्वास्थ्य जांच फिर बच्चों की घर वापसी
बच्चों को उनके परिजनों के साथ घर पर रह कर अट्ठाईस दिनों का होम क्वारंटीन सशर्त पूरा करना होगा
महासमुंद 06 मई 2020/ जिले के विद्यार्थी पढ़ लिख कर कुछ कर दिखाने का सपना संजोए राजस्थान के कोटा जिले में पढ़ाई करने गया था। विगत दिनों उभरी कोरोना वायरस की विपदा के चलते लगे लाॅक डाउन की स्थिति में बच्चों का यह समूह ना चाहते हुए भी अपने परिजनों से दूर थे। राज्य शासन के पहल पर प्रदेश के साथ जिले में भी प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अमले ने उन्हें राजस्थान के कोटा जिले से न केवल गृह ग्राम तक सकुशल वापस लाने में जुटा है अपितु, संक्रमण संदिग्धों में बच्चों के साथ-साथ उन्हें लाने में लगे पुलिस एवं स्वास्थ्यकर्मियों में वाहन चालक तक की रैंडम जांच कर सभी को होम क्वारंटीन में रहने की जानकारी दी गई हैं।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशानुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ रवि मित्तल, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ आरके परदल एवं कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम दल के जिला नोडल अधिकारी डाॅ अनिरूद्ध कसार मौके पर उपस्थित थे। उन्होंने एक-एक कर सभी से शपथ पत्र भरवाते हुए उन्हंे होम क्वारंटीन में रहने के नियमों से अवगत कराया। साथ ही हिदायत भी दी गई है कि चिन्हांकित संदेहियों एवं उनके साथ होम क्वारंटीन किए जा रहे परिजनों द्वारा 28 दिनों तक नियमावली का पालन नहीं किया तो, तत्काल पुलिस विभाग को पुनः सूिचत किया जाएगा और उनके विरुद्ध आईपीसी की धारा 188 के तहत वैधानिक कार्यवाही भी की जा सकती है।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए स्थापित कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान से आने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश के कवर्धा एवं बेमेतरा जिले में ठहराया गया था। जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके उपरांत उन्हें महासमुंद जिले में दोबारा स्वास्थ्य जांच शुरू की गई। इस क्रम में 05 मई 2020 को कवर्धा से 46 एवं 06 मई 2020 को बेमेतरा जिले से 55 विद्यार्थियों को आरडी किट से रैंडम स्वास्थ्य जांच कर लक्षणों को जांचा गया। चिकित्सकों के मुताबिक सर्दी, खांसी, एवं बुखार सहित अन्य संक्रमण संबंधी लक्षणों के अनुमान बताने वाले इस परीक्षण में रक्त के नमूने लेकर जाॅच की गई।
सतर्क रहने के निर्देश
जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि चूंकि प्रकरण संक्रमण संदेही बच्चों के हैं और डब्लूएचओ ने भी बच्चों और बुजुर्गों के संबंध में विशेष सावधानी रखने के लिए कहा है, इसे ध्यान में रखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एसपी वारे द्वारा आरबीएसके दल के प्रशिक्षित एवं चुनिंदा कोरोना वाॅरियर्स को जिम्मेदारी सौंपते हुए समस्त संदेहियों के घरों में होम क्वारंटीन के स्टीकर चस्पा करने के साथ-साथ इन प्रकरणों में प्रतिदिन सतत निगरानी एवं आवश्यक जांच करते रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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महासमुंद 06 मई 2020/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 06 मई 2020 को दैनिक भास्कर रायपुर संस्करण के जिला महासमुंद सिटी पूल आउट के प्रथम पृष्ठ में स्वास्थ्य विभाग जिला महासमुंद अंतर्गत विकासखण्ड बागबाहरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रदाय की जा रही चिकित्सकीय सेवाओं के संबंध में 02 महिलाओं को भालुओं ने नोचा, सीएचसी में रैबीज के इंजेक्शन नहीं, महासमुंद रेफर नामक शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया है, जिसमें दो बुजुर्ग महिलाओं को भालू द्वारा नोचे जाने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बागबाहरा लाए जाने एवं प्राथमिक उपचार के दौरान एंटी रैबीज का इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होना बताया जाकर महासमुंद रेफर किए जाने का उल्लेख किया गया है। उन्होंने इस खबर का खंडन किया हैं और कहा कि जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केेेंद्रों में एंटी रैबीज इंजेक्शन का पर्याप्त भण्डारण हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यह भी बताया कि इस समाचार को संज्ञान में लेते हुए उचित विभागीय पड़ताल की गई, विभागीय जांच में स्पष्ट हुआ है कि इस प्रकरण में 05 मई 2020 को भालू द्वारा नोचे जाने से पीड़ित दोनों महिला मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य के बागबाहरा में प्राथमिक उपचार प्रदान करने के दौरान एंटी रैबीज के इंजेक्शन भी लगाए गए है। प्राथमिक जांच एवं उपचार में पाया गया कि भालू द्वारा महिलाओं को एक नहीं बल्कि कई स्थानों पर चोटिल किया गया हैं, ऐसे में उन्हें हीमोग्लोबिन के टीकाकरण के लिए जिला चिकित्सालय महासमुंद रिफर किया गया है। उल्लेखनीय है कि जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी रैबीज इंजेक्शन का पर्याप्त भण्डारण है। हीमोग्लोबिन के टीकाकरण की सुविधा एक से अधिक बार नोचे अथवा काटे जाने एवं गहराई तक चोटिल होने के प्रकरण में आगामी संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए जिला चिकित्सालय महासमुंद में प्रदाय की जाती है। -
दुर्ग 06 मई 2020/कोटा में पढ़ रहे दुर्ग जिले के बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए आज सुखद दिन रहा। लंबे अरसे बाद वे एक-दूसरे से मिले, यह बहुत भावुक क्षण दोनों के लिए रहा। लाकडाउन पीरिएड में लगातार अपने बच्चों की चिंता वे करते रहे और आज उन्हें सकुशल अपने साथ देखकर वो बहुत भावुक हो गए। आज सभी छात्र-छात्राएं बिलासपुर से बीआईटी परिसर पहुंच गए। इन छात्र-छात्राओं को लेने उनके अभिभावक बीआईटी पहुंचे। बातचीत में छात्र-छात्राओं ने बताया कि हमारे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि हम अपने घर वापस आ गए। इसके लिए हम लोग छत्तीसगढ़ शासन को बहुत धन्यवाद देते हैं। इन छात्र-छात्राओं ने कहा कि उन्हें बिलासपुर में क्वारंटीन कर रखा गया था। यहाँ रहने एवं खाने-पीने का अच्छा प्रबंधन जिला प्रशासन ने किया था। छात्र-छात्राओं को लेने आए अभिभावकों ने कहा कि कोटा में जब हमारे बच्चे फंसे थे तो हर पल बहुत मुश्किल से गुजरा। फिर जब छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया तो बहुत अच्छा लगा। लाकडाउन के दौरान इतनी लंबी यात्रा से बच्चों को लाना आसान नहीं रहा होगा क्योंकि रास्ते में सब कुछ बंद रहा होगा। इसमें मध्यप्रदेश की सीमा पार कर राजस्थान जाना और आना। हम प्रशासनिक अमले को भी बहुत धन्यवाद देते हैं जो हमारे बच्चों को इतनी दूर से लेकर आए। अभिभावकों ने बताया कि कोविड के खतरे को देखते हुए उनके बच्चे घर में पूरा समय क्वारंटीन में रहेंगे। हमें इस बात की खुशी है कि हमारे बच्चे स्वस्थ हैं, घर वापस आकर खुश हैं। कोटा में मेडिकल की तैयारी के लिए गई भारती ध्रुव के भाई हितेंद्र ध्रुव ने बताया कि मुझे बहन के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंता थी। अब वो वापस आ गई है तो बहुत अच्छा लगा। प्रशासन ने भारती का पूरा ध्यान रखा, हम सब बहुत खुश हैं। इसी तरह मेडिकल की तैयारी के लिए गए आदित्य चंद्राकर ने बताया कि कोटा में फंसे होने की वजह से चिंता के कारण भी पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। छत्तीसगढ़ शासन ने हमें लाकडाउन के चलते वहां हो रही परेशानी से भी बचाया और उस चिंता से भी बचाया जो हमें कोटा में रहकर महसूस हो रही थी। जिला शिक्षा अधिकारी एवं इस कार्य के नोडल अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि सभी अभिभावकों को सूचित कर दिया गया था एवं जिला प्रशासन के निर्देशों से भी अवगत करा दिया गया था। पूरी व्यवस्था की मानिटरिंग के लिए टीम का गठन किया गया था। उल्लेखनीय है कि आज ही सूरजपुर जिले के बच्चे भी अपने गृह जिले के लिए रवाना हुए। लड़कियों को विज्ञान विकास केंद्र एवं लड़कों को रूंगटा कालेज में रखा गया था। आज इन बच्चों को भी रवाना किया गया। उल्लेखनीय है कि कोटा से पहुंचते ही सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था एवं इन्हें क्वारंटीन किया गया था। बच्चों को लेने जाने वाले स्टाफ को भी क्वारंटीन किया गया था।
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दुर्ग 06 मई 2020/फरीदनगर को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद क्षेत्र में लोगों के आवागमन को बंद कर दिया गया है। निगम प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु क्षेत्र को सेनेटाइज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज के आस पड़ोस के लोगों का रेपिड टेस्ट किया जा रहा है। फरीदनगर क्षेत्र में कोरोना पाॅजीटीव की सूचना मिलते ही तत्काल निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के साथ स्वास्थ्य व जोन क्रमांक 1 एवं पुलिस प्रशासन की टीम रात्रि में फरीदनगर पहुंची और उक्त महिला के परिवार को क्वारेंटाइन भेजा गया साथ ही आयुक्त सहित निगम के अमले ने मरीज के घर के आस-पास के संपूर्ण क्षेत्र का निरीक्षण किए और लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए विभिन्न स्थानों पर बेरिगेडिंग लगाने के निर्देश कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा को दिए। भिलाई निगम क्षेत्रांतर्गत फरीद नगर में एक महिला के कोरोना पाॅजिटिव प्रकरण आने के बाद उस एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने रात में फरीदनगर पहुंचे और निगम के अधिकारियों के साथ क्षेत्र का निरीक्षण कर अधिकारियों को नजरी नक्शा तैयार करने निर्देशित किए तथा रात्रि में ही मरीज के घर के आस पास के क्षेत्र में सेनेटाइज कार्य प्रारंभ किया गया। फरीदनगर के कंटेनमेंट क्षेत्र में इमरजेंसी सेवा को छोड़कर लोगों के बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगाते हुए सभी दुकानों को आगामी आदेश तक बंद किया गया है! कंटेनमेंट जोन के पर्यवेक्षण हेतु जोन कमिश्नर अमिताभ शर्मा को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। जोन 01 के अधिकारियों ने बताया कि कंटेनटमेंट क्षेत्र में सुबह से विशेष सफाई अभियान के तहत नालियों की सफाई पश्चात चूना व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया! टैंकर व हैन्ड स्प्रे पंप से घरों को सेनेटाइज किया गया तथा स्पीकर के माध्यम से घर से बाहर न निकलने की सूचना प्रसारित की जा रही है।
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दुर्ग 06 मई 2020/नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने मुख्य कार्यालय स्थित विभिन्न विभागों का निरीक्षण मास्क एवं सोशल डिस्टेंस को लेकर किया। लॉक डाउन के दौरान सोशल डिस्टेंस एवं मास्क की अनिवार्यता को देखते हुए आज आयुक्त श्री रघुवंशी ने विभागों का निरीक्षण किया तथा प्रत्येक विभाग में जाकर मास्क का जायजा लिया। इस दौरान डाटा सेंटर में कुछ कर्मचारियों द्वारा मास्क रखे होने के बावजूद नहीं पहना गया था जिन्हें फटकार लगाकर मास्क पहनने की हिदायत दी गई। आयुक्त महोदय सर्वप्रथम स्टेनो कक्ष पहुंचे, संपत्तिकर, जलकर वसूली काउंटर, पेंशन शाखा, भवन अनुज्ञा शाखा, स्वास्थ्य विभाग, योजना शाखा, राजस्व, सचिवालय, जनसंपर्क विभाग, अधीक्षण अभियंता कक्ष, डाटा सेंटर, लेखा शाखा, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन सहित विभिन्न विभागों के कक्ष का निरीक्षण किया एवं अधिकारी कर्मचारियों को स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कार्यालयों में सैनिटाइजिंग की जानकारी प्राप्त की। बता दें कि मुख्य कार्यालय में प्रवेश करने पर थर्मल स्क्रीनिंग से तापमान की जांच की जा रही है, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मुख्य कार्यालय के प्रवेश द्वार पर 1 मीटर दूरी पर कुर्सियां लगाई गई जहां पर बैठकर नागरिक अपने कार्यों के लिए इंतजार कर सकते हैं। टैक्स जमा करने के लिए अलग से काउंटर बनाया गया है जोकि पूर्व शाखा से लगा हुआ है।
निगम मुख्य कार्यालय में मास्क लगाए हुए व्यक्तियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। निगम भिलाई द्वारा सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं जिसका निरीक्षण आज आयुक्त महोदय द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं तरुण पाल लहरें, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा एवं सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली मौजूद रहे। -
दुर्ग 06 मई 2020/ नगर पालिक निगम भिलाई के चार पार्षदों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में मानदेय सहयोग राशि 30675 रुपए सहयोग राशि के रूप में समर्पित किया है। नोवल कोरोनावायरस कोविड-19 के रोकथाम एवं संक्रमण से बचाव के लिए नगर पालिक निगम भिलाई के पार्षद नीरज पाल द्वारा 7950 रुपए, सुभद्रा सिंह द्वारा 7725 रुपए, वार्ड क्रमांक 35 के पार्षद कृष्णवेणी काली प्रसाद ने 7500 रुपए, तथा वार्ड क्रमांक 38 के पार्षद सत्येंद्र बंजारे ने 7500 रुपए माह मार्च 2020 की मानदेय राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में सहयोग राशि के रूप में समर्पित करने दिया है, जिसे निगम द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष के खाता में आरटीजीएस के माध्यम से जमा करा दिया गया है। कई वार्ड पार्षदों ने भी अपने पार्षद निधि का सदुपयोग करते हुए कोरोना वायरस की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए अमूल्य योगदान दिया है।
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सभी को 14 दिन किया जायेगा क्वारेंटाइन, बाहर से आने वालों की जानकारी प्रशासन को देने कलेक्टर ने की अपील
कोरबा 6 मई 2020 / रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में गया कोई भी व्यक्ति कोरबा वापसी पर सीधे अपने गांव-घर नहीं जा पायेगा। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा ऐसे सभी लोगों को वापसी पर 14 दिन के क्वारेंटाइन में रखा जायेगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले की सभी निवासियों से यह अपील की है कि उनके गांव, मोहल्ले या पड़ोस में बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी प्रशासन को दें। जिला प्रशासन ने अपनी जानकारी के हिसाब से लगभग दस हजार ऐसे श्रमिकों के कोरबा वापस लौटने की संभावना जताई है और उनकी घर वापसी पर क्वारेंटाइन करने के लिए जरूरी तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिये अभी तक जिले में 77 क्वारेंटाइन सेंटर चिन्हाकित किये गये हैं और इन सेंटरों में बिजली, पानी, शौचालय, आवास व्यवस्था, भोजन व्यवस्था सहित सुरक्षा आदि के इंतजाम तेजी से किये जा रहे हैं। जिले के गांवों-शहरों में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बाहर से आने वाले सभी श्रमिकों को शासन द्वारा निर्धारित कोविड-19 प्रोटोकाल का भी पालन कराया जायेगा।कलेक्टर श्रीमती कौशल ने आज यहां बताया कि कोरबा जिले में अन्य प्रांतों से आने वाले सभी लोगों की सूचना तथा जानकारी नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 07759-228548 पर दी जा सकती है। उन्होंने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को ऐसे सभी लोगों की जानकारी लेने के लिये अपने सूचनातंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिये हैं। पटवारियों, कोटवारों, मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित जनसामान्य से भी इस प्रकार की जानकारी लगातार लेते रहने के निर्देश कलेक्टर ने दिये हैं। श्रीमती कौशल ने कहा कि अन्य प्रांतों से वापस कोरबा जिले की सीमा में लौटने वाले किसी भी व्यक्ति का पता चलने पर उसे तत्काल 14 दिनों के लिये सभी लोगों से अलग कर क्वारेंटाईन संेटर में रखकर निगरानी की जायेगी। निगरानी के दौरान व्यक्ति का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण विशेषज्ञ डाॅक्टरों द्वारा किया जाता रहेगा। ऐसे व्यक्तियों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर तत्काल उसका सैम्पल लेकर रायपुर या अन्य जगहों पर स्थित अधिकृत लैब मंे जाॅंच के लिये भेजा जायेगा। व्यक्ति के सैम्पल की जाॅंच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर 14 दिन की अवधि के बाद उसे घर जाने दिया जायेगा और यदि रिपोर्ट पाॅजीटिव आती है तो उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराकर समुचित ईलाज किया जायेगा। -
टीपी नगर के इंडोर स्टेडियम से पालकों के साथ घर गये विद्यार्थी, प्रशासन का जताया आभार
तहसीलदार ने अपनी गाड़ी से महिमा को पाली में घर तक पहुंचाया
कोरबा 6 मई : कोटा के विभिन्न कोचिंग संस्थानों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे कोरबा जिले के 155 विद्यार्थी और उनके 21 पालक आज अलसुबह भोर में कोरबा पहुंच गये। देर शाम रायपुर से बस द्वारा रवाना होकर सभी लोग आज सुबह कोरबा के टीपी नगर स्थित इंडोर स्टेडियम पहुंचे जहां से मेडिकल चेकअप के बाद सभी विद्यार्थियों और पालकों को उनके परिजनों के साथ घर भेज दिया गया। अब यह सभी लोग अगले 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहेंगे। अपने-अपने घर रवानगी के पहले सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और सभी को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों तथा बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया गया। इस दौरान पाली के केराझरिया गांव में रहने वाली छात्रा कुमारी महिमा डिक्सेना को घर ले जाने उनके कोई परिजन टीपी नगर स्टेडियम नहीं पहुंचे थे। महिमा को तहसीलदार श्री सुरेश कुमार साहू ने अपने शासकीय वाहन से पाली में घर तक सुरक्षित पहुंचाया। कोरबा पहुंचने पर अपने परिजनों को पास पाकर कई विद्यार्थियों की आंखों में खुशी के आंसू झलक पड़े। विद्यार्थियों और उनके पालकों ने राजस्थान जैसे कोरोना के हाॅट स्पाॅट राज्य से सुरक्षित वापसी के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और जिला प्रशासन का आभार जताया। सभी ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की भी प्रशंसा की।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बधेल की पहल पर राजस्थान के कोटा में लाॅकडाउन के दौरान फंसे कोरबा के इन सभी छात्र-छात्राओं और पालकों की एक सप्ताह पूर्व वापसी हुई थी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन के विशेष प्रयासों से कोटा से कोरबा के 155 बच्चे और 21 पालक एक सप्ताह पूर्व बसों से रायपुर पहुंचे थे और वहां क्वारेन्टाइन में थे। रायपुर पहुंचने पर इनकी स्वास्थ्य जांच और करोना टेस्ट किया गया है । ये सभी लोग अभी स्वस्थ हैं। 14 दिनों की क्वारेंटाइन अवधि में अब वे अपने घरों में रहेगे तथा सोशल डिस्टेशिग सहित अन्य निर्देशों का पालन करेंगे। इनके घरों के बाहर कोविड-19 आइसोलेशन के स्टिकर भी चिपकाये जायेंगे। - कोरिया 06 मई : राज्य सरकार की विषेश पहल पर लाॅकडाउन के दौरान राजस्थान कोटा में छत्तीसगढ़ के फंसे छात्र-छात्राओं एवं पालकों को वापस लाया गया है। इसी कड़ी में कोरिया जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ एवं भरतपुर के कुल 12 छात्राओं, 13 छात्रों एवं 5 पालकों को आज कोरिया जिला मुख्यालय स्थित कृशि महाविद्यालय में बनाये गये सेंटर में लाया गया और उनका स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत सकुषल उनके निज निवास भेज दिया गया। इसके पूर्व स्वास्थ्य विभाग की विषेशज्ञों की टीम द्वारा सभी 30 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके बाद उनसे 14 दिन का होम क्वारेंटाइन में रहने का षपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराकर उनके घर के लिए रवाना किया गया। उल्लेखनीय है कि छात्र-छात्राओं एवं पालकों को राज्य सरकार द्वारा कोटा से लाकर जिला प्रषासन रायगढ़ के द्वारा बनाये गये क्वारेंटाइन सेंटर में कुछ दिनों के लिए रखा गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के 135 छात्र-छात्रा एवं पालक दुर्ग जिला प्रषासन के द्वारा बनाये गये क्वारेंटाइन सेंटर से बस द्वारा आज षाम जिले में पहुंचेंगे। जिनमें विकासखंड खडगवां में बने आईटीआई भवन में संबंधित क्षेत्र के छात्र-छात्राओं एवं पालकों को ठहराया जायेगा तथा विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ, सोनहत एवं भरतपुर के छात्र-छात्राओं एवं पालकों को कोरिया जिला मुख्यालय स्थित कृशि महाविद्यालय में बनाये गये सेंटर में लाया जायेगा। तत्पष्चात षासन द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार उन्हें उनके निज निवास के लिए रवाना किया जायेगा। - सूरजपुर 06 मई : कोरोना (कोविड -19) वायरस से जिले वासियों को सुरक्षित रखने के लिए शासन के निर्देष पर लाॅकडाउन पूरे जिले में लागू है, इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली अधिकांष आबादी मजदूरी जैसे कार्यांे पर निर्भर रहती है लेकिन लाॅकडाउन से उन्हे रोजगार की समस्या हो रही थी जिसके कारण आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा था ऐसे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित सड़कांे के मरम्मत व नवीन निर्माण कार्य शासन द्वारा निर्धारित सुरक्षा मानकों को ध्यान में रख कर कार्य प्रारंभ कराने से ग्रामीणों को उनके ही क्षेत्रों में मजदूरी के कार्य आसानी से उपलब्ध होने से इस आर्थिक समस्या से लाॅकडाउन अवधि में एक अहम माध्यम बन कर सामने आया है।
उक्त संबंध में जिले के कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री सोहन चन्द्र ने बताया कि शासन द्वारा निर्माण कार्यों में मजदूरों को एहतीयातन सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए लाॅकडाउन अवधि में जिले के अन्तर्गत 36 ग्रामीण सड़कों में करीब 146.55 किमी सड़क नवीन व मरम्मत कार्य प्रारंभ कराने की स्वीकृति प्राप्त हुई है। प्राप्त स्वीकृति आदेष के बाद 21 अप्रैल से 03 मई तक करीब 523 मजदूरों को रोजगारप्रदाय किया गया। जिन्हे शासन द्वारा निर्धारित मजदूरीराषि नियमित तौर पर प्रदाय की जा रही है। इन कार्याें मंे जिले के विकास खण्ड भैयाथान नवीनीकरण संधारण कार्यों में भैयाथान से शिवप्रसादनगर से जूनापारा बिरमताल तक, विकासखण्ड सूरजपुर के 04 सड़कों मे नवीनीकरण संधारण कार्यों में राष्ट्रीय राजमार्ग 78 से राजापुर अलीयास मार्ग से रायकेरापारा मार्ग तक, विकासखण्ड प्रतापपुर में 04 सड़कों में नवीनीकरण संधारण कार्यों में सेमराखुर्द पी.डब्ल्यू.डी. रोड से हरिहरपुर अहिरपारा तक व डोमहत से सेमईखास पारा, पार्वतीपुर से लोलकी से सरस्वतीपारा तक, विकासखण्ड प्रेमनगर में महोरा से बकिरमा पिरीमहुआ तक एवं विकासखण्ड रामानुजनगर मे देवनगर से गोपीपुर, गोपीपुर से गौटियापारा तक नवीनीकरण संधारण कार्य प्रारंभ किया गया है, इस प्रकार 14 सड़कों का कार्य प्रारंभ हो चुका है जिनकी लम्बाई 67.63 किमी है।
इस दौरान कार्य मंे लगे समस्त विभागीय इंजीनियरों, मजदूरों एवं साईट के कर्मचारियों मास्क लगाने के साथ ही हाथ धुलाई के लिए हैण्डवाष व सेनेटाईजर का उपयोग करते हुए सोषल डिस्टेंस का पालन कर कार्यों को पूर्ण कराया जा रहा है। इसके साथ-साथ निर्माण कार्य मे लगे मजदूरों की प्रत्येक दिन की जानकारी जिला कार्यालय में नियमित तौर अद्यतन की जा रही है, प्रत्येक मजदूर और साईट कर्मचारियों को फेस मास्क के अलावा गमछा का भी प्रयोग कराया जा रहा है।प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत प्रारंभ किये गये कार्य हेतु स्थानीय जनता से संपर्क करने पर उनके द्वारा बताया गया कि कार्य प्रारंभ होने से ग्रामीण मंे उत्साह है कि हमारे ग्राममंे सड़क बनने के साथ-साथ हम सभी को रोजगार भी मिल रहा है तथा हम इस वैष्विक महामारी के समय भी शासन के मंषानुरूप आर्थिक विकास की रीड़ की हड्डी माने जाने वाले सड़क मार्गों को बरसात से पूर्व निर्बाध आवागमन के लिए तैयार किया जा रहा है। -
नोडल अधिकारी सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सौंपे गए दायित्वों का गंभीरता से करें निर्वहन - कलेक्टर श्री दीपक सोनी
सूरजपुर 6 मई : कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने कोरोना कोविड-19 के बचाव एवं रोकथाम को ध्यान में रखते हुए लाॅकडाउन में विभिन्न राज्यों में फंसे जिले के स्थानीय मजदूर बाहरी राज्यों से रेल्वे के माध्यम से विश्रामपुर स्टेषन पर आने वाले लोगों व श्रमिकों की तैयारी एवं व्यवस्था सुनिष्चित व कार्य आंबटित करने के लिए पुलिस अधीक्षक श्री राजेष कुकरेजा, सहायक मण्डल अभियंता रेल्वे श्री कृष्ण मोहन, जिला पंचायत सीईओ श्री अष्वनी देवांगन, अपर कलेक्टर श्री एस0एन0 मोटवानी की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक ली।
कलेक्टर ने जिले के अन्य प्रांतों से आने वाले मजदूरों को जिले के विश्रामपुर रेल्वेस्टेषन से उनके गंतब्य स्थानों तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारी से समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देष दिये। दूसरे जिले के नोडल अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर उचित व्यवस्था करने कहा। बाहर से आने वालों की तत्काल स्वास्थ्य जांच की जाएगी उनके साथ वहां की स्वास्थ्य टीम भी आयेगी जो स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अपने जिले ले जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि संबंधित क्षेत्र के बसों में बैठाकर अपने क्षेत्र मंे ले जाकर स्वास्थ्य जांच कराने के निर्देष दिये तथा उन्हें तत्काल उनके बस में बैठाने एवं मास्क, ग्लब्स, सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देष दिये। उन्हें क्वॉरेंटीन सेंटर तक ले जाने, उन्हें 14 दिनों तक क्वॉरेंटीन में रखने, आवास, भोजन, स्वास्थ्य जांच, उनका कोविड-19 संक्रमण रैपिड टेस्ट आदि कार्यों के उचित समन्वय के लिए नियुक्त जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों से कहा कि वे अपने कर्तव्यों का पूरी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सौंपे गए दायित्वों का गंभीरता के साथ निर्वहन सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने कहा कि बाहर प्रांत से आने वाले श्रमिकों को रेलवे स्टेशन से क्वॉरेंटीन सेंटर तक ले जाने आवास, भोजन, चिकित्सा, सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी मास्क, ग्लाब्स, सेनिटाइजर का प्रयोग कर कार्य करें।
रेल्वेस्टेषन की साफ-सफाई सैनिटाइजेशन के निर्देश-
कलेक्टर ने रेल्वे के अधिकारियों को रेल्वेस्टेषन की साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन करने के बाद निर्देशित संख्या में स्टाफ की उपस्थिति में कार्य संपादन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के प्रति पूरी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए सोषल डिस्टेन्स का पालन कर काम करें। उन्होंने कहा कि रेल्वेस्टेषन में षौचालय, गाड़ियो को आइसोलेषन करने, एम्बुलेंस, बेरिकेटस, वीडियोग्राफी, गाड़ियों को हटाने के निर्देष दिये। तथा रेल्वे प्रबंधन को डेली सेनिटाइजेषन करने के निर्देष दिये। कलेक्टर ने सोषल डिस्टेसिंग का पालन करने एवं व्यवस्था के लिए माइक से अनाउन्स् करने के निर्देष दिये।
बाहर से आये व्यक्ति स्वघोषणा करें-
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने सभी नगरीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रो में मुनादी कराने नगर पालिका सीएमओ, ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिवों से मुनादी हेतु एसडीएम, तहसीलदारों को प्रत्येक मोहल्ला एवं वार्ड में मुनादी करने के लिए कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर बाहर से आया है तो वह स्वघोषणा करें और तत्काल जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम नंबर 9111033446 पर सूचना देवें। सूचना नहीं देने वालों के विरुद्ध, रजिस्टर करते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के निर्देष दिये। अगर किसी के पड़ोस में भी कोई व्यक्ति बाहर से आया है तो कोई भी व्यक्ति इसकी सूचना कंट्रोल रूम के नंबर 9111033446 पर दे सकते है।
कोविड 19 से सुरक्षा प्रोटोकाल का पालन करते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करें-
पुलिस अधीक्षक श्री राजेष कुकरेजा ने इस अवसर पर कहा कि सभी नोडल अधिकारी को कोविड-19 से बचाव के सभी उपाय सुनिश्चित करायें। उन्होंने कार्यालय में सैनिटाइजर, हैंडवाश की व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने कार्यालय में बिना मास्क लगाए किसी को प्रवेश नही देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेल्वे स्टेशन और बस स्टैंड में अन्य प्रांतों से श्रमिकों के पहुंचने पर नोडल अधिकारी मौके पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी और कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ करें। इस दौरान सतर्कता, संवेदनशीलता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। नोडल अधिकारियों से कहा कि प्रवासी श्रमिकों के क्वॉरेंटाइन अवधि में आवास, भोजन, पेयजल आदि के व्यवस्था के संबंध में सामान्य प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करना सुनिश्चित करें। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरिष राठौर, सीएमएचओ डाॅ0 आर0एस0 सिंह, डिप्टी कलेक्टर श्री षिवकुमार बनर्जी, समस्त एसडीएम, तहसीलदार, आरटीओ, श्रम अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। -
कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वाली दुकानें बंद कराई जायेंगी, ग्राहकों को भी नहीं मिलेगा सामानकलेक्टर ने आमजनों से कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की अपील की
कोरबा 6 मई : जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजमर्रा की चीजें खरीदने और व्यापारियों को ऐसी चीजें बेचने के लिए कोविड प्रोटोकाल का पूरा पालन करना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करने के साथ-साथ सभी को अच्छी तरह से अपना मुंह ढकना होगा या मास्क पहनना होगा। दुकानदार और ग्राहक दोनों ही बिना मास्क पहने या मुंह ढके बिना किसी भी सामान की खरीदी-बिक्री नहीं कर सकेंगे। इसके साथ ही दुकानों में खरीदी बिक्री के समय एक-एक मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग भी दोनों को मेन्टेन करनी होगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने रोजमर्रा की चीजों की खरीदी बिक्री के दौरान सभी लोगों से कोरोना की रोकथाम के लिए जारी दिशा निर्देशों का पूर्णतः पालन करने की अपील की है।
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कहा है कि महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के फैलाव को जिले में रोकने के लिए लोगों को लगातार हाथों को धोने के साथ-साथ एक-एक मीटर की दूरी रखना होगा और अपने मुंह को अच्छी तरह से ढंककर रखना होगा। कलेक्टर ने कहा है कि जरूरत की चीजें खरीदते समय दुकानदार और ग्राहक दोनों को एक दूसरे को कोरोना संक्रमित मानकर की जाने वाली सावधानियां बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जिले में 17 मई तक धारा 144 लागू है। कोरोना की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग और सतर्क है। बड़ी संख्या में एक साथ लोगों के इकट्ठा होने या भीड़-भाड़ की संभावना वाले सभी क्रिया कलापों पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगाया है। कलेक्टर ने बताया है कि बिना मास्क पहने खरीददारी करने गये लोगों को दुकानदारों द्वारा सामान नहीं दिया जायेगा। इसी तरह बिना मास्क पहने या मुंह को ढंके बिना सामान बेचने वाले दुकानदारों की दुकानें तत्काल बंद करा दी जायेगी।
उन्होंने सड़क किनारे लगी सब्जी की दुकानों पर भी लोगों से पर्याप्त दूरी बनाकर एक-एक करके सब्जी खरीदने का आग्रह किया है। तथा सब्जी बेचने वालों को भी मास्क आदि लगाकर ही सब्जियाॅं बेचने की हिदायत दीं। कलेक्टर ने किसी भी स्थिति में अति आवश्यक चीजों की दुकानों पर भीड़-भाड़ नहीं होने देने की चेतावनी सभी दुकानदारों को दीं है। और कहा कि यदि ज्यादा भीड़-भाड़ हुई तो संबंधित दुकानदार के विरूद्ध कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होंने दुकानदार को यह भी चेतावनी दी कि यदि वस्तुओं को निर्धारित दाम से अधिक दाम पर बेचा जाता है तो कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
सोशल डिस्टेन्सिंग मेन्टेन करना दुकानदारों की जिम्मेदारी:- लाॅकडाउन की स्थिति में निर्धारित किये गये समयानुसार अत्यावश्यक सेवाओं से संबंधित दुकानें आदि खुलेंगी। दुकानदारों को कोरोना संक्रमण की गम्भीरता को देखते हुये अपने ग्राहकों के बीच कम से कम एक-एक मीटर की दूरी मेन्टेन करने की पूरी व्यवस्था रखनी होगी। इसके लिये दुकानों के सामने एक-एक मीटर पर लाईन, चैकोर डिब्बा या गोला बनाकर लोगों को निर्धारित दूरी पर रखना होगा। दुकानों पर भीड़ लगाने की बजाय लोगों को भी एक-एक कर सामान खरीदने की हिदायत जिला प्रशासन द्वारा लगातार दी जा रही है। -
किसी प्रकार के शुल्क मांगे जाने पर आप जनपद काॅर्डिनेटर के माध्यम से करा सकते है षिकायत दर्ज
सूरजपुर 06 मई : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में एवं मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अष्वनी देवांगन के मार्गदर्षन में प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण अंतर्गत जिले के समस्तग्राम पंचायतों के माध्यम से स्थायी प्रतीक्षा सूची मे दर्ज पात्र परिवारों एवं हित्ग्राहियो के दस्तावेजों (जैसे- आधार कार्ड, मनरेगाजॉब कार्ड, पास बुक की छायाप्रति, मोबाईल नंबर इत्यादि) का संकलन किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अष्वनी देवांगन ने स्पष्ट करते हुए बताया कि योजना के नियमानुसार किसी भी चरण मे कोई शुल्क का प्रावधान नहीं है, आप सभी हितग्राहियों से आग्रह है कि किसी को भी आवास स्वीकृति एवं दस्तावेज एकत्र करने के नाम पर राशि देने से बचें। किसी के प्रलोभन एवं बहकावे मे बिल्कुल ना आए, यह शासन की महत्वपूर्ण और शत् प्रतिशत पारदर्शी योजना है।
सीईओ श्री देवांगन ने कहा कि अगर कोई आपसे किसी प्रकार राशि की मांग करता है, तो आप अपने जनपद पंचायत के कोआर्डिनेटर भैयाथान- 7974875794, ओड़गी- 7000495558 प्रतापपुर- 8839693204, प्रेमनगर- 8839023993, रामानुजनगर- 7000237824, सुरजपुर- 8770995508 के नम्बरों पर संपर्क कर संबंधित के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकते है एवं इसके अलावा आप जनपद पंचायत कार्यालय अथवा जिला पंचायत कार्यालय में भी अपनी समस्या एवं शिकायत बता सकते है। - इमलीडूग्गू-बरबसपुर चैक के बीच ड्रेनेज के लिए बनेगा नया कल्वर्ट
कोरबा 6 मई : कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज आयुक्त श्री राहूल देव एवं निगम के अन्य अधिकारियों को साथ लेकर निगम क्षेत्र में जिला खनिज न्यास मद अंतर्गत किये जा रहे विकास और निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्यों के प्रति संतुष्टि जाहिर करते हुए कार्यों में और अधिक तेजी लाने के निर्देश इंजीनियरों को दिए। यहां उल्लेखनीय है कि प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल की विशेष पहल पर जिला खनिज न्यास मद से निगम क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण विकास कार्य स्वीकृत किये गये हैं। कोरबा-चांपा मार्ग पर इमलीडूग्गू गौमाता चैक से बरबसपुर चैक तक सड़क का मरम्मत एवं सुधार कार्य दो करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किया गया है जिसका कार्य वर्तमान में प्रगति पर है। आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आयुक्त श्री राहूल देव के साथ उक्त प्रगतिरत कार्य का निरीक्षण किया तथा कार्य के प्रति संतुष्टि जाहिर करते हुए कार्य में और अधिक तेजी लाने के निर्देश इंजीनियरों को दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि उक्त सड़क मार्ग पर ड्रेनेज निर्माण, कल्वर्ट निर्माण तथा अन्य आवश्यक कार्यों का प्रस्ताव तत्काल तैयार कर प्रस्तुत करें ताकि इन कार्यों की स्वीकृति शीघ्र दी जा सके। उन्होंने कहा कि ड्रेनेज और कल्वर्ट निर्माण से पानी निकासी की समस्या दूर होगी तथा सड़क पर पानी नहीं भरेगा एवं सड़क टिकाउ रहेगी।
यहां उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद ने इस मार्ग का निरीक्षण कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश अधिकारियों को दिये थे तथा ड्रेनज व कल्वर्ट निर्माण की आवश्यकता जताई थी। इसी प्रकार राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल की विशेष पहल पर गेवरा पुल एप्रोच रोड हेतु 85 लाख रूपये की स्वीकृति डीएमएफ मद से दी गई थी जिसका कार्य भी प्रगतिरत है। आज कलेक्टर श्रीमती कौशल ने उक्त कार्य का भी निरीक्षण किया। तथा इंजीनियरों को निर्देश दिए कि मिट्टी फिलींग रोड में साईड से 10 फीट छोड़कर रोड के बीचोंबीच समतलीकरण कर सीधी पट्टी बनायें ताकि इस पर वाहनों का आवागमन सुरक्षित हो सके। चूंकि नई मिट्टी फिलींग का कार्य किया गया है अतः वाहन किनारे से न चलें। राताखार पुल से गेवरा क्रास ड्रेनेज तक नाला निर्माण कार्य हेतु 94 लाख रूपये की लागत से कार्य प्रस्तावित किया गया है। जिसका स्थल निरीक्षण भी कलेक्टर श्रीमती कौशल द्वारा किया गया है।
सीएसईबी चैक से ध्यानचंद चैक तक फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आयुक्त श्री राहूल देव के साथ उक्त निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया तथा कार्य में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार मानिकपुर ओपन कास्ट में एसईसीएल द्वारा राखड़ फीलिंग का कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने उक्त कार्य का भी जायजा लिया। भ्रमण के दौरान आयुक्त श्री राहूल देव के साथ-साथ निगम के अधीक्षण अभियंता श्री ग्यास अहमद, कार्यपालन अभियंता श्री आर.के.चैबे, सहायक अभियंता श्री प्रकाश चंद्रा एवं पियूष राजपूत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
कोरिया 06 मई : राज्य के पंजीयन कार्यालयों में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए देशव्यापी लाॅकडाउन के फलस्वरूप 23 मार्च से 3 मई 2020 तक दस्तावेजों का पंजीयन कार्य बंद कर दिया गया था। चूंकि देस्तावेजों का पंजीयन महत्वपूर्ण अर्थिक गतिविधि है। इसे और जनसुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन द्वारा विगत 4 मई से राज्य के पंजीयन कार्यालयों में पंजीयन का कार्य चालू करने का निर्णय लिया गया है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा अधिसूचित रेडजोन एवं हाॅटस्पाट क्षेत्र को छोड़कर शेष क्षेत्रों में पंजीयन कार्यालय दस्तावेज पंजीयन हेतु खुले रखे जाएंगे।
वाणिज्यिक कर पंजीयन विभाग मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर द्वारा राज्य के सभी जिलों के कलेक्टर को पंजीयन कार्यालयों को 4 मई से चालू किये जाने के लिए के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए है। जारी आदेश में कहा गया है कि पंजीयन की यह अनुमति भारत सरकार के गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के अधीन होगा। पंजीयन कार्यालयों में स्टाफ की क्षमता अनुसार एक तिहाई अधिकारी-कर्मचारियों की डयूटी रोस्टर बनाकर लगायी जाए। कार्यालय के संचालन का समयावधि का कड़ाई से पालन किया जाए। किन्ही कारणवश अंतिम पक्षकार का पंजीयन कार्य समयावधि पर पूर्ण नहीं होने पर उनके पंजीयन कार्य पूर्ण होने तक कार्यालय खुला रखा जाए। इस दौरान पंजीयन कार्यालयों में सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंस का पालन सुनिश्चित किया जाए। किसी भी परिस्थिति में भीड़ एकत्रित नही होनी चाहिए। उपरोक्त बिन्दुआंे की पालन की जिम्मेदारी जिला पंजीयक एवं उप पंजीयक की होगी।
केवल सीमित संख्या में पक्षकारों को पंजीयन कार्यालय में प्रवेश दिया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए आॅनलाइन अपाॅइंटमेंट प्रणाली लागू की गई है। इसके तहत इच्छुक पक्षकार विभाग के पोर्टल में जाकर या मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर दस्तावेज पंजीयन के लिए आॅनलाइन अपाॅइंटमेंट बुक कर सकेंगे। पंजीयन कार्यालय में उन्हीं पक्षकारों और गवाहों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी जिन्होंने पहले से ही आॅनलाइन बुकिंग कराई है। इसके अतिरिक्त अन्य पक्षकार अथवा दस्तावेज लेखक को पंजीयन कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। पंजीयन के दौरान फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन किया जाएगा। सभी कर्मचारियों और पक्षकारों को निर्देशित किया जाए कि वह अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप जरूर इंस्टाॅल कर लंे, ताकि यदि बाद में कोई व्यक्ति संक्रमित पाया गया तो उसके स्त्रोत का पता लगाया जा सके और उन व्यक्तियों को सावधान किया जा सके जो उनके संपर्क में आए है।
पंजीयन कक्ष में एक बार में केवल एक दस्तावेज से संबंधित पक्षकारों-गवाहों को प्रवेश दिया जाए बाद के क्रम से संबंधित पक्षकारों को प्रतीक्षा हाॅल में बैठने की व्यवस्था किया जाए। पंजीयन कार्यालयों में कार्य करने वाले समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों एवं सर्विस प्रोवाईडर मेसर्स आई.टी.साल्यूसन के कम्प्यूटर आपरेटरों एवं डिवीजनल इंजार्च के आने-जाने के लिए पास की व्यवस्था की जाए तथा कर्मचारी न्यूनतम संख्याओं में होने चाहिए। ई-स्टाम्प की व्यवस्था के लिए सभी जिलों में स्टाॅक होल्डिग कापोर्रेशन के ई-स्टाम्प सेंटर खुले रहेंगे, जिनके आने-जाने के लिए पास की व्यवस्था किया जाए। साथ ही ई-स्टाम्प प्रदाय करने वाले ए.सी.सी. (अधिकृत संग्रहण केन्द्र) के लिए भी पास की व्यवस्था की जावे। पंजीयन कार्यालय में कर्मचारियों एवं पक्षकारों को कार्यालय में प्रवेश हेतु सैनिटाइजर का उपयोग करते हुए उनके हाथों को सैनिटाइज किया जाए। पंजीयन के दौरान सिगनेचरपैड और बोयोमेट्रिक डिवाइस का उपयोग करने के पहले इन उपकरणों के साथ-साथ गवाहों एवं पक्षकारों को हैंड सैनिटाइजर से सैनिटाइज किया जाए।
प्रत्येक दिन पंजीयन कार्यालय प्रारंभ होने के पूर्व एवं बंद होने के ठीक पूर्व कार्यालय को सैनीटाइज किया जाए। पंजीयन कार्यालय में पक्षकारों की संख्या को सीमित करने के लिए राज्य के सभी पंजीयक कार्यालयों को तीन वर्गो में विभाजित किया गया है वर्ग ’’अ’’ वे पंजीयन कार्यालय है जहां पंजीयन हेतु प्रस्तुत होने वाले दस्तावेजों की संख्या अधिक है और ऐसे पंजीयन कार्यालय सप्ताह के प्रत्येक कार्य दिवस में खुल रहेंगे। वर्ग ’’ब’’ वे पंजीयन कार्यालय है जहां दस्तावेजों की संख्या अपेक्षाकृत कम है ऐसे पंजीयन कार्यालय सप्ताह की केवल 2 दिन ही खुलें रहेंगे। वर्ग ’’स’’ में उन कार्यालय को शामिल किया गया है जहां पर दस्तावेजों की संख्या कम है, ऐसे पंजीयन कार्यालय सप्ताह में केवल एक दिन खुले रहेंगे।
जिन जिलों में पंजीयन हेतु प्रस्तुत होने वाले दस्तावेजों की संख्या अधिक होती है। इन स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने एवं फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन करने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। इन स्थानों में कार्यालय के बाहर बैरिकेड लगाए जाएगा और उन व्यक्तियों को पंजीयन कार्यालय में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कोविड-19 के संक्रमण फैलने से रोकने के लिए यह प्रावधान किया गया है कि केवल ई-स्टाम्प को ही इस अवधि में विक्रय की अनुमति दी जाएगी। राज्य में (काॅमन सर्विस सेंटर को छोड़कर) अधिकृत ई-स्टांप वेंडर को विक्रय की अनुमति दी जावेगी। लाॅकडाउन अवधि में दस्तावेज लेखक/ अधिवक्ता द्वारा अपने निवास अथवा निजी आॅफिस से ही दस्तावेज तैयार करने का कार्य राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा कोविड-19 संबंधी जारी सुरक्षा मापदंड का पालन करते हुए किया जाना है। अधिवक्ताओं, दस्तावेज लेखकों एवं स्टांप वेंडरों को पंजीयन कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। लाॅकडाउन की अवधि में स्टाम्प वेंडरों एवं दस्तावेज लेखकों को अनुज्ञप्ति में निर्धारित कार्यस्थल जैसे उप पंजीयक कार्यालय, जिला पंजीयक कार्यालय, तहसील परिसर, कलेक्टोरेट परिसर एवं न्यायालय परिसर अथवा अन्य शासकीय कार्यालय परिसर में बैठकर कार्य करने की अनुमति नहीं होगी।
जहां संपत्ति स्थित है उसी से संबंधित पंजीयन कार्यालय में दस्तावेज पंजीयन हेतु स्वीकार किए जाएंगे। आगामी आदेश तक अन्य तहसीलों के दस्तावेजों का पंजीयन जिला मुख्यालय में वर्जित होगा। पंजीयन कार्यालयों में दस्तावेजों के पंजीयन के अलावा सर्च एवं नकल के आवेदन आगामी आदेश तक स्वीकार नहीं किए जाएंगे। पंजीयन प्रक्रिया के दौरान अधिकारिक रूप से आॅनलाइन भुगतान को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए सभी पंजीयन कार्यालय में पीओएस मशीन की स्थापना की जा रही है। साथ ही साथ पंजीयन प्रणाली में आॅनलाइन भुगतान को भी लागू किया जाएगा। इसके अलावा स्टांप खरीदी के दौरान भी पक्षकार ऑनलाइन भुगतान कर ई-स्टाम्प की खरीदी कर सकेंगे। इससे कम से कम नगद राशि के लेनदेन होने पर कोविड-19 संक्रमण का खतरा को न्यूनतम किया जा सकेगा। - जशपुरनगर 06 मई : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर राजस्थान कोटा में लाॅकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ के फसे छात्र-छात्राओं को वापस लाया गया है। इसी कड़ी में जशपुर जिले के बच्चों को भी रायगढ़ एवं अन्य जिले में स्वास्थ्य परीक्षण करके क्वारेंटाईन सेंटर में रखा गया था। सहायक आयुक्त श्री एस.के.वाहने ने जानकारी देते हुए बताया कि रायगढ़ से 8 बच्चों को वापस लाया गया है। दुर्ग से 55 बच्चों की भी वापसी हो रही है। उन्होंने बताया कि बच्चों के पालकों को अवगत कराया गया है कि 14 दिवस के क्वारेंटाईन अवधि पूर्ण के करने के बाद बच्चे अब होमक्वारेंटाईन में रहेंगे। सोशल डिस्टेंश का पालन करते हुए मास्क भी लगाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा है कि घर रवानगी से पहले बच्चों के पालकों से वचन पत्र भी लिया गया है।
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कृषकों द्वारा अब तक 199.़8 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव
बलरामपुर 06 मई : कृषकों के लिए खरीफ वर्ष 2020 में 5577.6 मेट्रिक टन खाद का भण्डारण जिले के 28 समिति केन्द्रों में किया गया है। कृषकों के लिए आगामी खरीफ मौसम में खेतों में उपयोग करने हेतु रासायनिक खाद यूरिया 3050.8 मेट्रिक टन, डीएपी 1073.9 मेट्रिक टन, एस.एस.पी. 99.1 मेट्रिक टन, एम.ओ.पी. 7 मेट्रिक टन, इफ्को 1346.8 मेट्रिक टन का भण्डारण कर लिया गया है। जिले में अब तक कृषकों द्वारा 199.8 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव किया जा चुका है।
विकासखण्ड बलरामपुर के सहकारी समिति बलरामपुर में 84.3 मेट्रिक टन यूरिया, तातापानी में 90.9 मेट्रिक टन यूरिया, 33.0 मेट्रिक टन डीएपी, 22.7 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 25 मेट्रिक टन इफ्को, पस्ता में 31.9 मेट्रिक टन यूरिया, 10 मेट्रिक टन एस.एस.पी., 60.7 मेट्रिक टन इफ्को, कपिलदेवपुर में 120.6 मेट्रिक टन यूरिया, 128 मेट्रिक टन डीएपी रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है। विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के सहकारी समिति के भवंरमाल 167.9 मेट्रिक टन यूरिया, 5 मेट्रिक टन एस.एस.पी, 50 मेट्रिक टन इफ्को, त्रिकुण्डा में 192.3 मेट्रिक टन यूरिया, 15 मेट्रिक टन डीएपी, 1.5 मेट्रिक टन इफ्को, रामचन्द्रपुर में 109.4 मेट्रिक टन यूरिया, 2.5 मेट्रिक टन डीएपी, 15 मेट्रिक टन इफ्को, कामेश्वरनगर में 388.25 मेट्रिक टन यूरिया, 111 मेट्रिक टन डीएपी, 41 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड राजपुर के सहकारी समिति राजपुर में 131.9 मेट्रिक टन यूरिया, 60 मेट्रिक टन डीएपी, 0.2 मेट्रिक टन एसएसपी, 84 मेट्रिक टन इफ्को, बरियों में 91.6 मेट्रिक टन यूरिया, 11.7 मेट्रिक टन डीएपी, धंधापुर में 175.6 मेट्रिक टन यूरिया, 113.6 मेट्रिक टन डीएपी, 57.1 मेट्रिक टन एसएसपी, 5 मेट्रिक टन एमओपी, 106.4 मेट्रिक टन इफ्को, गोपालपुर में 94 मेट्रिक टन यूरिया, 9.3 मेट्रिक टन डीएपी, 32.8 मेट्रिक टन इफ्को तथा सेवारी में 178.5 मेट्रिक टन यूरिया, 137.1 मेट्रिक टन डीएपी, 2 मेट्रिक टन एमओपी, 62 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है। इसी प्रकार विकासखण्ड शंकरगढ़ के सहकारी समिति जमड़ी में 200.8 मेट्रिक टन यूरिया, 142 मेट्रिक टन डीएपी, 139 मेट्रिक टन इफ्को, भरतपुर 57.1 मेट्रिक टन यूरिया, 0.1 मेट्रिक टन डीएपी, 79 मेट्रिक टन इफ्को, डीपाडीह में 195 मेट्रिक टन यूरिया, 65.7 मेट्रिक टन डीएपी, 34.6 मेट्रिक टन इफ्को, रेहड़ा में 92.6 मेट्रिक टन यूरिया, 0.8 मेट्रिक टन डीएपी, 67.7 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड कुसमी के सहकारी समिति कुसमी में 55.4 मेट्रिक टन यूरिया, 70 मेट्रिक टन डीएपी, 66 मेट्रिक टन इफ्को, सामरी में 20 मेट्रिक टन यूरिया, 30 मेट्रिक टन डीएपी, चांदो में 88.1 मेट्रिक टन यूरिया, 5 मेट्रिक टन डीएपी, 59 मेट्रिक टन इफ्को, भुलसीकला में 103.5 मेट्रिक टन यूरिया, 27.5 डीएपी, 2.5 मेट्रिक टन एसएसपी, 60 मेट्रिक टन इफ्को, विकासखण्ड वाड्रफनगर के सहकारी समिति विरेन्द्रनगर में 66.2 मेट्रिक टन यूरिया, 50 मेट्रिक टन इफ्को, वाड्रफनगर में 144.5 मेट्रिक टन यूरिया, 0.6 मेट्रिक टन डीएपी, 54 मेट्रिक टन इफ्को, बरतीकला में 4.9 मेट्रिक टन यूरिया, 31.9 मेट्रिक टन डीएपी, 100 मेट्रिक टन इफ्को, चलगली (डोंगरो) 110.7 मेट्रिक टन यूरिया, 21 मेट्रिक टन डीएपी, रामनगर में 10.3 मेट्रिक टन यूरिया, 4 मेट्रिक टन डीएपी, 64.2 इफ्को, रघुनाथनगर में 54.1 मेट्रिक डीएपी, 21 मेट्रिक टन इफ्को, तथा सहकारी समिति बलंगी में 44.8 मेट्रिक टन यूरिया, 1.6 मेट्रिक टन एसएसपी, 73.9 मेट्रिक टन इफ्को रासायनिक खाद का भण्डारण किया गया है।
कृषकों द्वारा विकासखण्ड बलरामपुर के सहकारी समितियों से 2.5 मेट्रिक टन, रामचन्द्रपुर के सहकारी समितियों से 56 मेट्रिक टन, राजपुर के सहकारी समितियों से 82.8 मेट्रिक टन, कुसमी के सहकारी समितियों से 58.5 मेट्रिक टन रासायनिक खाद का उठाव किया गया है। - रायपुर, 06 मई : राजधानी के आमानाका इलाके के कुकुरबेड़ा मुहल्ले में कोरोना पॉजिटिव 24 वर्षीय युवक के मिलने के बाद आसपास क्षेत्र को कंटेंमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से लगे कंटेंमेंट एरिया जो कि प्रभावित इलाका कुकुरबेडा के 1500 घरों का सर्वे करने एक टीम में एक एएनएम और दो मितानिनों की 20 टीमें बनाई गई हैं। कंटेंमेंट जोन के 12000 लोगों का सर्वे कर कोरोना वायरस के लक्षण जैसे सर्दी, सांस लेने में तकलीफ, खांसी व बुखार के मरीज मिलने स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। सर्वे टीम को मंगलवार के दिन 700 घरों के 6000 लोगों की जांच में सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण वाले संदिग्ध लोगों का भी सेम्पल लिया जाएगा। आज लगातार दूसरे दिन भी 800 घरों का सर्वे किया गया है। कोरोना पाजेटिव युवक के क्लोज कांटेक्ट में आने वाले 38 लोगों का भी स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है। इसमें से सभी का सेम्पल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा गया है। युवक के क्लोज कांटेक्ट में आने वाले 16 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है।
सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने बताया, कुकुरबेड़ा मुहल्ले में कोरोना पॉजेटिव केस मिलने के बाद पूरे इलाके को कलेक्टर क निर्देश पर सील कर दिया गया है। वहीं बाहरी लोगों की आवाजाही बंद कर दिए गए हैं। मुहल्ले के लोगों को सिर्फ इमेंजेंसी सेवा के लिए ही घर से निकलने की इजाजत दी गई है। साथ कंटेंमेंट जोन के किराना दुकानों को भी 14 दिन के लिए बंद कराया गया है। कंटेंमेंट एरिया के अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की पहचान कर सेम्पल लिया जाएगा।
नगर निगम जोन -8 ने कुकुरबेडा एवं उसके आसपास के एरिया सहित कंटेंमेंट जोन के पूरे एरिया को लगातार दूसरे दिन एन्टी कोरोना वायरस स्प्रे करके सेनेटाइज किया। नगर निगम के जोन स्वास्थ्य अधिकारी आत्मानन्द साहू के निर्देश पर कुकुरबेडा में एवं आसपास के स्थानों में कोरोना वायरस संक्रमण से लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कोरोना पॉजिटिव मरीज के पूरे घर सहित पूरे कंटेंमेंट जोन एरिया को सेनेटाइज किया जा रहा है। पूरे कुकुरबेडा सहित कंटेंमेंट जोन के सम्पूर्ण क्षेत्र में नालो व नालियों के किनारे चूना एवं ब्लीचिंग पाउडर का सघन तरीके से छिड़काव भी कराया जा रहा है। -
सब्जी, दूध, चिकित्सा सहित अत्यावश्यक सेवाएं रहेंगी चालू
बेमेतरा 6 मई : कोरोना वायरस (कोविड-19) से बचाव हेतु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के सुझाव को सहमति प्रदान कर दी है। जिसमें उन्होंने प्रदेश में मई महिने के सभी शनिवार और रविवार को प्रदेश में लाॅकडाउन करने का सुझाव दिया है। कोविड-19 से बचाव हेतु राज्य सरकार का यह अहम निर्णय है। चालू मई महिने के सभी शनिवार और रविवार को अब पूरे प्रदेश में लाॅकडाउन रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस लाॅकडाउन में सब्जी, दूध, चिकित्सा सहित अन्य अत्यावश्यक सेवाओं को चालू रखने को कहा है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा यह अहम कदम उठाया गया है। जिसके तहत अब पूरे मई महिने के शनिवार और रविवार के दिन प्रदेश में लाॅकडाउन रहेगा।