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- बेमेतरा 03 मार्च :-कलेक्टर शिव अनंत तायल ने आज मंगलवार को जिले के नांदघाट उप तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया। कार्यालय में नामान्तरण बंटवारा मद में समय सीमा का ध्यान नही रखे जाने निर्णाीत प्रकरणों के उचित रख रखाव नहीं पाये जाने, उप तहसील के स्टाफ का समय पर कार्यालय में उपस्थिति दर्ज न करने पर नाराजगी व्यक्त की गई। इन सब कारणों पर उप तहसील प्रभारी, नायब तहसीलदार रोशन साहू को तीन दिवस के अंदर कारण बताओं नोटिस जारी की गई ।
इसी तरह नांदघाट स्थित धान संग्रहण केन्द्र में सोसाइटी प्रभारी से धान संग्रहण केन्द्र की जानकारी ली। कलेक्टर श्री तायल ने संग्रहण केन्द्र के पास स्वच्छता रखने के लिए आदेश दिये। किसानों के पास बचे टोकनों की जानकारी लेते हुये संग्रहित किये धान को क्षति ना पहुॅचे इसके लिए समिति की जिम्मेदार होना बताया गया। अतः इस दिशा में धान के उठाव में तेजी लाने के निर्देश प्रभारी को दिये गये। परिसर से अनुपयोगी समाग्री को तत्काल हटाया जाकर आदेश का पालन रिपोर्ट देने के निर्देश दिये गये। - बेमेतरा :- राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग-नई दिल्ली के सदस्य (केबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त) श्री सरदार मनजीत सिंह राय बुधवार 04 मार्च को शाम 04 बजे रायपुर होकर बेमेतरा आयेंगे। श्री राय न्यू सर्किट हाउस बेेमेतरा मे सभी समुदायों के साथ सौजन्य मुलाकात करेंगे।
- बेमेतरा 03 मार्च : छ.ग. माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित हाईस्कूल परीक्षा 2020 प्रारम्भ हो चुका है। जिसके अंतर्गत आज दिनांक 03.03.2020 को विषय हिन्दी विशिष्ट की परीक्षा सम्पन्न हुआ। जिसमें जिले के 69 परीक्षा केन्द्रों में दर्ज 14785 परीक्षार्थियों में से कुल 14410 परीक्षार्थी उपस्थित एवं 375 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। श्री शिव अनंत तायल, कलेक्टर बेमेतरा एवं श्री संजय कुमार दीवान, अपर कलेक्टर बेमेतरा द्वारा बेमेतरा, झाल, अंधियारखोर एवं नवागढ़ के परीक्षा केन्द्रों में व्यवस्था की जांच हेतु औचक निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया गया। निरीक्षण के दौरान परीक्षा केन्द्रों में सभी परीक्षार्थियों के लिए बैंच डेस्क की व्यवस्था सहित कक्षों में बैंठक, प्रकाश, पंखें आदि की सुविधा का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश दिये। केन्द्र में बालक व बालिका की संख्या के अनुरूप कक्ष पर्यवेक्षको की अनुपातिक संख्या की जानकारी ली। परीक्षार्थियों के लिए पेयजल व शौचालय की जानकारी लेते हुये पूरे परिसर को स्वच्छ रखने के बारे में निर्देशित किया। केन्द्राध्यक्षों से थाने से गोपनीय सामग्री लाने और सीलबंद उत्तर पुस्तिकाओं के बंडलों को जमा करने के बारे में पूछताछ की। परीक्षा केन्द्रों में अनुपस्थित छात्रों के बारे में कारणों पर भी पूछताछ की गई। सभी केन्द्रों में परीक्षा संचालन की स्थिति संतोषजनक पाई गई किसी भी परीक्षा केन्द्र में नकल प्रकरण नहीं पाया गया।
श्रीमती ज्योति सिंह संयुक्त कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी, सर्व अनुविभागीय दण्डाधिकारी, बेमेतरा सहित श्री सी.एस.ध्रुव जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा द्वारा भी विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। इसके अतिरिक्त सतत् निगरानी हेतु जिला स्तर पर गठित उड़नदस्ता टीमों द्वारा सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण पश्चात् बेमेतरा में नकल प्रकरण निरंक रहा एवं परीक्षा शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित रूप से संचालित हुआ। -
कोरिया 03 मार्च : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज यहां जिला कलेक्ट्रोरेट के सभाकक्ष में आयोजित जनचैपाल के माध्यम से जिले के विभिन्न विकासखंडों से आये आम लोगों की समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को यथाषीघ्र निराकरण करने के निर्देष दिये।
जनचैपाल में विभिन्न जगहों से आये लोगों ने अपनी षिकायतों एवं समस्याओं के संबंध में चर्चा करते हुए आवेदन पत्र कलेक्टर को दिये। जिसमें ग्राम तरगंवा के आंेकार नाथ तिवारी ने खरीफ फसल क्षति की मुआवजा राषि, ग्राम मोगरा के जसमती ने नवीन राषन कार्ड बनाने, ग्राम खरवत चेरवापारा के गुलाब प्रसाद ने निर्माण कार्य पर रोक, थाना पटना क्षेत्र के जगतपाल खैरवार ने मजदूरी भुगतान कराने, ग्राम बुड़ार की षिवकांति ने राषन कार्ड नवीनीकरण, ग्राम लोहारी के कृश्ण कुमार साहू ने भूमि त्रुटि सुधार तथा ग्राम साजापहाड़ के वार्ड क्रमांक 01 के महेन्द्र, राजेष एवं दुलार साय सहित समस्त ग्रामवासियों ने ग्राम में विद्युतीकरण कराने तथा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के संबंध में आवेदन पत्र प्रस्तुत किये।
कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को उचित समय में निराकरण कर जिला कार्यालय को अवगत कराने के निर्देष दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति, अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार सहित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, डिप्टी कलेक्टर, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगरीय निकाय के अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। -
सुभाष गुप्ता
सूरजपुर: सोमवार 02 मार्च 2020 को सखी वन स्टाप सेंटर के द्वारा थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला को सूचना दिए कि जिला चिकित्सालय सूरजपुर में एक 4 वर्षीय बच्ची को सिकलिन की बीमारी है जिसे रक्त की बेहद आवश्यकता है। थाना प्रभारी ने इस बारे में अधिनस्थ कर्मचारियों को अवगत कराया इस पर सीसीटीएनएस शाखा में कार्यरत् आरक्षक विनय दान ने जिला चिकित्सालय जाकर भर्ती मरीज के बारे में उसके परिजनों से चर्चा किया जो जानकारी हुई कि जो रक्त समूह के ब्लड की आवश्यकता है वह ब्लड बैंक उपलब्ध नहीं है, आरक्षक विनय दान व सूरजपुर नगर के रिंकू साहू ने बिना देर किए बेझिझक 04 वर्षीय जयप्रकाश पिता राजेश्वर साहू जो सिकलीन बीमारी से पीड़ित था उसे 1-1 यूनिट रक्त का दान किया। चिकित्सालय पहुंचकर कोतवाली में पदस्थ एसआई रश्मि सिंह ने मरीज के परिजनों को अपनी ओर 01 हजार रूपये की आर्थिक सहायता एवं फल प्रदाय किया एवं बच्चे के स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने पुलिस कर्मचारी के द्वारा किए गए रक्तदान के बारे में कहा कि रक्तदान करके न केवल आप दूसरे की जिदगी बचा सकते है, बल्कि खुद को भी सेहतमंद व बीमारी से दूर रख सकते है। उन्होंने कहा कि सूरजपुर पुलिस को जब भी इस प्रकार की सूचना मिलेगी हम सदैव इस हेतु तत्पर रहेंगे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने भी रक्तदान करने वाले कर्मचारी व नगर के युवक की प्रशंसा की है। पुलिस के इस सेवाभावी कदम की आमजनों ने काफी सराहना की है।
- सुभाष गुप्ता
शासन के कार्यो में मनमानी किये जाने सरपंच एवं सचिव पर कार्यवाही
सूरजपुर 03 मार्च : मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अश्वनी देवांगन से प्राप्त जानकारी अनुसार जनपद पंचायत सूरजपुर के ग्राम पंचायत रामनगर में सरपंच द्वारा 14वें वित्त की राशि व नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी के कार्य में भारी अनियमितता की गई है। जिसकी शिकायत समस्त ग्रामवासियों द्वारा किया गया है शिकायत पत्र में ग्रामवासियों द्वारा सरपंच ग्राम पंचायत रामनगर द्वारा किए गए अनियमितता की बिंदुवार क्रमांक 1 से 7 तक विस्तृत उल्लेख कर शिकायत किया गया है। जिसकी जांच मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सूरजपुर द्वारा कराकर जिला पंचायत को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है।
जांचकर्ता द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन अनुसार सरपंच एवं तत्कालीन सचिव श्री तुलाराम यादव ग्राम पंचायत रामनगर जनपद पंचायत सूरजपुर के द्वारा 14वां वित्त की राषि को, नियमों का अवहेलना करते हुए प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार पीएफएमएस के माध्यम से न करते हुए 14वां वित्त की राशि 1399800 रुपये फर्जी दस्तावेज तैयार कर व्यय किया गया है न कोई प्राक्कलन तैयार किया गया और न ही कोई तकनीकी स्वीकृति ली गई है, के संबंध में जनपद पंचायत सी0ई0ओ द्वारा जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है। प्राप्त जांच प्रतिवेदन का प्रकरण तैयार कर पंचायत राज अधिनियम की धारा 39, 40 एवं 92 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने हेतु एवं एफआईआर दर्ज कराने हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सूरजपुर को एवं जनपद पंचायत सीईओ को निर्देशित किया गया है। -
जशपुरनगर 03 मार्च : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने आज यहां स्वास्थ्य विभाग सहित सभी विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर पड़ोसी देशों में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देश और राज्य में इसके फैलने की आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग को जनसामान्य की जानकारी के लिए एडवाईजरी जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि चीन के बाद कोरोना वायरस का संक्रमण कई देशों में हो चुका है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमें यहां अलर्ट रहने की जरूरत है। कोरोना वायरस के लक्षण एवं इससे बचाव के बारे में जनसामान्य को लगातार जानकारी दी जानी चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस को विश्व के 75 देशों द्वारा संक्रमित बीमारी घोषित किया गया है, एवं कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जनसामान्य के लिए अलर्ट जारी किया गया है। कोरोना वायरस मानव स्वास्थ्य पर गंभीर खतरे के रूप में सामने आया है। चीन के वुहान शहर में इसके शुरूआती मरीज मिले थे और गंभीर बात यह है कि इस वायरस पर किसी भी उपलब्ध दवा से नियंत्रण होता नहीं दिख रहा। पड़ोसी देश होने के कारण इस वायरस के भारत में भी फैलने की आशंका है, इसके मद्देनजर कोरोना वायरस के संक्रमण तथा बचाव के संबंध में जनजागरूकता जरूरी है।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस या नाॅवेल कोरोना वायरस एक नया विषाणु है जो पहली बार चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में पाया गया। इसे नाॅवेल इसलिये कहा गया क्योंकि इसकी पहचान पहले कभी नहीं की गई थी। कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा वंश है जिनमें से कुछ इंसानों को रोग से ग्रस्त करते हैं। कह सकते हैं इस वायरस का स्त्रोत पशु हो सकता है।
एडवाईजरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.रंजीत टोप्पों ने बताया कोरोना वायरस विषाणुओं का समूह है, जो सामान्यतः जानवारों में बीमारी होती है। कभी कभी ये मनुष्य में भी पहुंच जाती है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छीकने से हवा द्वारा दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाता है। छूने व हाथ मिलाने से भी यह वायरस दूसरों में पहुंच जाता है। संक्रमित सामाग्रियों के संपर्क में आने से भी यह वायरस फैलता है। कोरोना वायरस के लक्षण सामान्य सर्दी-खांसी व बुखार, सिरदर्द गले में खरास, सांस लेने में दिक्कत एवं निमोनिया है। सीएमएचओ डाॅ. रंजीत टोप्पो ने अपील की है वे सभी लोग जो 1 जनवरी 2020 के बाद चीन, थाईलैंड, मकाउ, सिंगापुर आस्ट्रेलिया, ताईवान, अमेरिका, जापान, मलेश्यिा, फ्रांस, वियतनाम, कम्बोडिया, कनाडा, नेपाल या श्रीलंका की यात्रा की हो,उनको बुखार, सर्दी, खांसी या सांस लेने में तकलीफ आदि के लक्षण हो या जिनमें कोई लक्षण नहीं है परन्तु यात्रा में वापस आने के 28 दिवस के भीतर बुखार, सर्दी खांसी या संास लेने में तकलीफ इत्यादि लक्षण हो तो नजदीकी जिला अस्पताल या मेडिकल कालेज अस्पताल अथवा टोल फ्री नंबर 104 में संपर्क कर सकते है। राज्य सर्विलेन्स इकाई से दूरभाष क्रमांक 0771-2235091 या मोबाईल नंबर 09713373165 अथवा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मोबाईल नंबर 9406257639 पर संपर्क कर सकते हैं। -
पीएम सम्मान निधि के किसानों को केसीसी जारी करने लग रहे शिविर
जशपुरनगर 03 मार्च : प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि के अंतर्गत सभी पात्र कृषकों को किसान क्र्रेिडट प्रदान करने के लिए जिले में 02 मार्च जिले के सभी आदिम जाति सहकारी समितियों में विशेष शिविर लगाएं जा रहे हैं। इन शिविर में बड़ी संख्या में कृषक केसीसी बनवाने के लिए पहुंच रहे हैं। शिविर को लेकर बैंकर्स की लापरवाही एवं गैरहाजिरी को देखते हुए कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने एलडीएम को केसीसी शिविर में बैंकर्स की अनिवार्य रूप उपस्थिति सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए है। आज यहां जिलापंचायत के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने पीएम सम्मान निधि के किसानों सहित अन्य छुटे हुए पात्र कृषकों को केसीसी के दायरें में लाने हेतु संचालित कार्यक्रम की स्थिति की समीक्षा की। उन्होनंे कहा कि जिले के शत् प्रतिशत् कृषकों को इसका लाभ सुनिश्चित कियाजाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को डोर-टू-डोर संपर्क कर उन्हें इसके लिए प्रेरित करने की भी बात कही।
यहां यह उल्लेखनीय है कि जशपुर जिले में किसानों को केसीसी के दायरे में लाने हेतु विशेष शिविर सभी सोसायटियों में लगाएजा रहे है। यह शिविर 5 मार्च तक चलेगें। इस शिविर के माध्यम से वन भूमि पट्टाधारी कृषकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जा रहा है, ताकि बैंकों से ऋण सुविधा का लाभ उठाकर वन भूमि के पट्टाधारी कृषक भी अपनी खेती किसानी को समृद्ध बनाने के साथ ही कृषि आधारित आय मूलक गतिविधियों को सहजता से अपना सकें।
जिले में पात्र कृषकों को केसीसी के दायरे में लाने के लिए लग रहे शिविर में बैंकर्स, राजस्व, कृषि, उद्यानिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। केसीसी की प्रक्रिया बैंक के माध्यम से होनी है। इसलिए सभी शिविरोें में बैंकर्स की उपस्थिति अनिवार्य है। अधिकारियों की टीम सहकारी समिति में मौजूद रहकर केसीसी कार्ड से वंचित तथा वन भूमि पट्टा धारी किसानों को केसीसी कार्ड उपलब्ध कराने के लिए आवेदन एवं अन्य दस्तावेज प्राप्त कर रही है। शिविर में आवेदन प्राप्त करने के 14 दिवस के भीतर संबंधित किसानों को केसीसी कार्ड जारी किया जाएगा।
उपसंचालक कृषि ने जिले के सभी कृषकों से इस विशेष शिविर का लाभ उठाने तथा अपना केसीसी कार्ड बनवाकर शासन की किसानों के हित में संचालित सभी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की है। केसीसी बनवाने के लिए किसान को अपनी कृषि भूमि का नक्शा, खसरा, बी-01, कोई भी मान्य फोटो पहचान पत्र, बैंक पासबूक तथा दो फोटो लेकर आना होेगा।
केसीसीधारी कृषकों को रियायती दर पर ऋण
किसान क्रेडिट कार्ड से कृषि एवं उद्यानिकी कार्य के लिए 3 लाख रुपए तक का ऋण मात्र एक प्रतिशत् ब्याज, ़गाय पालन, मछली पालन हेतु 2 लाख रुपए तक का ऋण एक प्रतिशत् ब्याज पर तथा मुर्गी पालन, बकरी पालन, सुअर पालन इत्यादि के व्यवसायिक बैंक से तीन प्रतिशत् ब्याज पर ऋण दिए जाने का प्रावधान है। इस विशेष शिविर के माध्यम से प्रधानमंत्री सम्मान निधि में पात्र कृषकों की शत् प्रतिशत् पोर्टल एन्ट्री भी की जानी है। -
जशपुरनगर 03 मार्च : जशपुर जिले में पुरातत्व संग्रहालय की स्थापना का कार्य कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में जारी है। जशपुर में स्थापित हो रहे पुरातत्व संग्रहालय के लिए जिले के लोगों से पुरातात्विक महत्व की मूर्तियों, अवशेषों, टूल्स एवं अन्य सामाग्री के संररक्षण के लिए दान देने की अपील की गई है। पुरातत्व संग्रहालय में कालखंड के अनुसार मूर्तिंयों, अवशेषों, टूल्स एवं प्राचीन सामाग्रियों आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने जिले के लोगों से जिनके पास पुरातात्विक महत्व की,मूर्ति एवं अन्य सामग्री को पुरातत्व संग्रहालय जशपुर को देने की अपील की है। जिसे पुरातत्व सग्राहलय में संरक्षित कर प्रदर्शित किया जाएगा। संग्राहलय को दान देने वाले व्यक्ति का नाम भी उस सामग्री के साथ उल्लेखित किया जाएगा। जिला प्रशासन ने जिले के आदिमजनजाति विशेषकर बिरहोर, पहाड़ी कोरवा, उरांव जनजाति द्वारा प्राचीन समय में उपयोग में लाए जा रहे सामाग्री, वाद्य यंत्र, परिधान आदि को भी जिला पुरातत्व संग्रहालय के लिए आदिमजाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त श्री वाहने को उपलब्ध कराने को कहा है।कलेक्टर ने कहा है कि जिले के ग्रामीण अंचलों में कई जगहों पर पुरातात्विक महत्व की मूर्तियां असुरक्षित रूप से पड़ी हैं। जिसके कारण इन मूर्तियों का क्षरण हो रहा है। इनके चोरी होने का भी अंदेशा है। उनके सुरक्षित रख-रखाव के लिए पुरातत्व संग्रहालय बनाया जा रहा है। प्राचीनकाल की मूर्तियां एवं पुरातात्विक सामग्री का विशेष महत्व होता है। इनका संरक्षण जरूरी है। उन्होंने जिले के नागरिकों से इनके सुरक्षित रख-रखाव के लिए सहयोग देने की अपील की है। - जशपुरनगर : यूथ अगेंस्ट रेप’ की थीम लेकर साइकिलों पर भारत भ्रमण को निकले तीन युवा सायक्लिस्ट कल शाम अम्बिकापुर से बगीचा होते हुए जशपुर पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर से सौजन्य मुलाकात की और अपनी भारत भ्रमण यात्रा के उद्देश्य बारे में जानकारी दी। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने तीनों युवाओं के हौसले की तारीफ की और कहा कि युवाओं में देश के हालात को बदलने की क्षमता होती है। उन्होंने कहा कि बलात्कार की घटनाओं के विरोध में उनकी जनजागरूकता यात्रा देश और समाज के लिए हितकारी है। आज इन तीनों युवाओं ने जनजागरूकता के उद्देश्य से जशपुर जिले के आरा विद्यालय के विद्यार्थियों से मुलाकात की और उन्हें नारी शोषणमुक्त समाज की स्थापना तथा दुष्कर्म जैसे अपराध की रोकथाम के लिए आगे आने का आह्वान किया।
यूथ अगेंस्ट रेप संस्थासे जुड़े इन तीनों युवाओं का मानना है कि ‘जिस दिन आप अपने दोस्तों को लडकी पर आपत्तिजनक व अभद्र टिप्पणी करने से रोक लेंगे, उसी दिन भारत देश रेप मुक्त भारत की ओर कदम बढ़ा लेगा।’ देश में रेप की बढ़ती वारदातों से तीन युवा इतने आहत हुए कि उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई और नौकरी छोडकर रेप मुक्त भारत अभियान पर निकल गए। इनमें पीयूष मोंगा (23) बीटेक इंफो टेक्नोलॉजी फूड एंड क्वालिटी ऑफिसर हिसार हरियाणा से है, जिनका उद्देश्य नारी शोषण मुक्त समाज की स्थापना करना है। योगेश रावल (19) सिरोही राजस्थान से हैं और रेंचो देसाई (21) राजस्थान सिरोही हैं, जो स्नातक हैं और निजी कंपनी में जॉब पहले महीने में ही छोड़ दिया।
तीनों युवा इस अभियान के लिए 50 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर रहे हैं। साइकिल यात्रा में निकलने का प्लान बना तो 17 अक्टूबर 2019 को जंतर-मंतर दिल्ली से निर्भया के माता-पिता ने हरी झंडी दिखाकर उनकी साइकिल यात्रा को रवाना किया। ये पूरे भारत में घूमकर रेप मुक्त भारत बनाने की अपील कर रहे हैं। तीनों सायक्लिस्ट दिल्ली के जंतर-मंतर से अपनी भारत भ्रमण शुरू कर राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से राज्य में प्रवेश कर दुर्ग, भिलाई, रायपुर, बिलासपुर, से अम्बिकापुर, बगीचा होते हुए सोमवार को जशपुर नगर पहुंचे। अब तक यह तीनों युवा सायकल से 120 दिनों में लगभग 8300 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर.चुके हैं। जशपुर जिले के बाद यह युवा झारखण्ड के लिए आज रवाना हुए। - जशपुरनगर : जिला उद्योग एवं व्यापार जशपुर द्वारा 5 मार्च को जिले में छत्तीसगढ़ शासन की नवीन औद्योगिक नीति में उद्यमियों की बेहतरी के लिए किए गए प्रावाधानों की जानकारी देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला जिला पंचायत के सभाकक्ष में पूर्वान्ह 11 बजे से होगी। इस कार्यशाला में रायपुर से आने वाले विशेषज्ञ जिले में उद्यमियों, नए हितग्राहियों, व्यापारियों एवं व्यवसायियों को छत्तीसगढ़ शासन की नवीन औद्योगिक नीति 2019-24 के संबंध में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही कार्यशाला में मौजूद लोगों के प्रश्नों एवं शंकाओं का भी समाधान करेंगे।
महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री सीआर.टेकाम ने बताया कि इस कार्यशाला में संयुक्त संचालक उद्योग श्री संजय सिन्हा, उपसंचालक उद्योग श्री दानी द्वारा छत्तीसगढ़ औद्योगिक नीति सहित उद्योग एवं व्यवसाय के लिए संचालित कार्यक्रमों पर भी चर्चा की जाएगी। इस कार्यशाला में लाईन डिपार्टमेंट जैसे वन, कृषि, उद्यानिकी, रेशम पालन, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। श्री टेकाम ने बताया कि कार्यशाला में खाद्य प्रसंस्करण नीति पर भी चर्चा की जाएगी। जिले में खाद्य प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना की संभावनाओं पर भी गहन चर्चा होगी। -
- जिले के नागरिकों ने सराहा आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट को
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आज प्रस्तुत बजट की जिले के सभी वर्गों के नागरिकों ने प्रशंसा की। नागरिकों ने कहा कि मुख्यमंत्री के बजट के पिटारे में सभी वर्गों के लिए सब कुछ है। ग्राम अकोला के श्री रोशन लाल साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 2500 रुपए में धान खरीदी का वायदा किया था। लोगों ने अपना धान बेचा था और अब समर्थन मूल्य में अंतर की राशि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिल सकेगी। दुर्ग के श्री राजीव यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री के दो साल की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों के 1 जुलाई 2020 के संविलियन के निर्णय से भी लोगों में खुशी है। राजीव ने बताया कि उनके परिवार में एक चचेरा भाई है जो शिक्षाकर्मी है। संविलियन के निर्णय से अब परिवार की आर्थिक हालत सुधर जाएगी। उल्लेखनीय है कि डाक्टर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के लिए भी 550 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है तथा मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के लिए 50 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। कुम्हारी के श्री एम. जगदीश राव ने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बजट का इतना बड़ा हिस्सा देना स्वागतयोग्य है।
गरीब आदमी की पूरी पूंजी ही अस्पतालों में चली जाती है। इन प्रावधानों से आम आदमी निश्चिंत हो सकेगा। धमधा के नागरिक श्री बीरेश साहू ने बताया कि फिशरीज पाॅलिटेक्निक हमारे ब्लाक के राजपुर गांव में खोला जा रहा है। हमने देखा है कि इधर के समय में छोटे-छोटे तालाबों में आधुनिक तरीके से मछली पालकर लोग काफी कमा लेते हैं। अब पाॅलिटेक्निक से लड़के पढ़कर निकलेंगे तो आधुनिक तरीके से मछली पालेंगे। इस तरह के पेशेवर कोर्स को बढ़ावा देने से बड़ा लाभ होता है। खेती के साथ ही सब लोग पशुपालन और मत्स्यपालन में भी बेहतर तरीके से प्रशिक्षित हो सकेंगे। स्वसहायता समूह चलाने वाली अन्नपूर्णा साहू ने बताया कि बजट में मुख्यमंत्री ने कहा कि शासकीय विभागों द्वारा की गई खरीदी में स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित चीजों को प्राथमिकता दें। यह बहुत अच्छा कदम है। इससे हमारे बनाये हुए उत्पादों के लिए बड़ा बाजार सृजित हो सकेगा। - दुर्ग : आदिवासी विकास विभाग के माध्यम से 7 मार्च 2020 को दोपहर 12ः00 बजे कन्या छात्रावास परिसर गौरव पथ कन्या स्कूल दुर्ग मे 6वीं कक्षा मे प्रवेश के लिए जवाहर उत्कर्ष प्रवेश परीक्षा को आयोजन किया जा रहा है। उक्त परीक्षा के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रा-छात्राओं को 5वीं कक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक या समकक्ष होना चाहिए। छत्तीसगढ़ राज्य मे मान्य अनुसूचित जाति व जनजाति का वर्ग होने के साथ सक्षम अधिकारी द्वारा प्राप्त स्थायी जाति प्रमाण-पत्र धारक हो वही छात्र परीक्षा मे बैठने के लिए पात्र होंगे।
अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बगराबो आखर अंजोर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 8 मार्च 2020 को साक्षरता भवन सिविल लाईन दुर्ग मे आयोजन किया जायेगा। इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मंे जिला पंचायत अध्यक्ष माननीय श्रीमती शालिनी यादव उपस्थित रहेगी। इसके अलावा पद्मश्री अर्जुन अवार्डी श्रीमती सबा अंजुम, इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की सेवानिवृत्त श्रीमती प्रतिमा माइती, अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमिटी दुर्ग, श्रीमती तुलसी साहू व उपाध्यक्ष जनपद पंचायत की श्रीमती झमित गायकवाड़ भी उपस्थित रहेंगे। - दुर्ग : राज्य शासन के निर्देशानुसार वाणिज्य एवं उद्योग विभाग छ.ग. शासन, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, दुर्ग द्वारा जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में दुर्ग जिले मेें “जिला स्तरीय औद्योगिक विकास, एम.एस.एम.ई तथा स्टार्टअप प्रचार-प्रसार हेतु एक दिवसीय संगोष्ठी /सेमीनार का आयोजन दिनांक 04.03.2020 (बुधवार) को समय प्रातः 10ः00 बजे से बी.आई.टी. सभागार, दुर्ग में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यशाला के माध्यम से उद्यमियों, नवींन पंजीकृत उद्यमी, व्यापारियों तथा शासन के विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत स्वयं का व्यवसाय एवं उद्यम स्थापित करने वाले हितग्राहियों, विभिन्न तकनीकी व अन्य महाविद्यालयों के छात्र-छा़त्राओं द्वारा किये जा रहे नवाचार पर विषय विशेषज्ञों के द्वारा विस्तार से जानकारी दी जावेगी व उनके प्रश्नों व शंकाओं का भी समाधान किया जावेगा। इस कार्यशाला में राज्यशासन द्वारा सरलीकृत प्रक्रिया के तहत उद्योग स्थापना के पूर्व एवं पश्चात् विभिन्न विभागों द्वारा जारी की जाने वाली आवश्यक अभिस्वीकृतियों हेतु अपनाई जा रही “सिंगल विण्डों सिस्टम“ के बारे में किये जा रहे सुधार व विकास पर केन्द्रित आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में प्रमुख रूप से सुधार व विकास पर केन्द्रित आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में प्रमुख रूप से संबंधित विभाग तथा उद्योग, विद्युत विभाग, श्रम, आद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण मंण्डल, ग्राम एवं नगर निवेश विभाग, नगर निगम , खाद्य, जिला पंजीयक , जिला अग्रणी बैंक इत्यादि।
इसके अतिरिक्त भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, मंत्रालय द्वारा उद्यमियों को एम.एस.एम.ई. के माध्यम से प्रदाय की जा रही सुविधाओं एवं प्रोत्साहन के बारे में क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया जायेगा। इसी प्रकार सिटकाॅन, रायपुर के अधिकारियों द्वारा दुर्ग जिले में संभावित औद्योगिक संभावनाओं व विकास हेतु उपलब्ध संसाधनों एवं प्रशिक्षण संबंधी सुविधाओं के बारे में अवगत कराया जायेगा।
राज्य शासन द्वारा तीव्र व समावेशी औद्योगिक विकास हेतु प्रारंभ की गई नवीन औद्योगिक नीति 2019-24 में प्रावधानित विशेष अनुदान एवं प्रोत्साहन के बारे में उद्योग संचानालय, रायपुर के अधिकारियों द्वारा विस्तृत जानकारी दी जावेगी। इस कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य न केवल शासन द्वारा संचालित योजनाओं एवं नीतियों के बारे में जानकारी देना है, अपितु इससे संबंधित सभी हितधारकों (स्टेक होल्डर) के साथ खुली चर्चा करना है, जिससे कि उद्योग स्थापना व संचालन को अधिक से अधिक सरल आर्थिक विकास को गति प्रदान की जा सके। इसी प्रकार राज्य शासन के मंशानुरूप दुर्ग जिले में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के विकास हेतु विद्यमान संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए तीनों विकासखण्डों में स्थापित किये जा रहे कृषि आधारित उद्योंगों हेतु फूड पार्क के बारे में प्रकाश डाला जाएगा। - दुर्ग : वनमण्डल अधिकारी दुर्ग श्री. के. आर. बढाई व उप वनमण्डल अधिकारी श्री अभय पाण्डेय के निर्देशानुसार धमधा वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री एम. सी. डाहिरे ने कुम्हारी जी.ई. रोड स्थित कुसुम चतुर्वेदी पति स्व श्री प्रदीप कुमार चतुर्वेदी के आरा मशीन में अवैध कहुआ काष्ठ का संग्रहण कर चिरान के शिकायत पर आरा मशीन सील कर दिया है। जांच करने पर 58 नग गीले कहुआ को गोला व चिरान पाया गया जो कि कुल 3.447 घ. मी. व चिरान 15 नग जो कि 0.165 घ.मी. पाया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आरा मशीन के संचालक श्री हरीश शुक्ला ने पूछताछ करने पर किसी भी प्रकार के दस्तावेज प्रस्तुत न कर सके। इस कारण वनमण्डल अधिकारी द्वारा आरा मशीन में ताला लगाकर सील बंद किया गया। वनमण्डल अधिकारी द्वारा आरा मशीन संचालक के विरूद्ध वन अपराध क्रमांक 52/16 को कायम कर छत्तीसगढ़ काष्ठ चिरान अधिनियम 1984 की धारा 8 व 9 के तहत आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
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- चिन्हांकित देशों से आए यात्रियों की होगी स्क्रीनिंग, सैंपल में पाजिटिव पाये जाने पर भेजा जाएगा एम्स- चिन्हांकित देशों में यात्रा न करने के लिए एडवाइजरी भी जारी
दुर्ग : कोरोना वायरस की आशंका को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है। चीन, जापान, साउथ कोरिया, ईरान आदि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिन्हांकित देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी, चाहे उनमें कोरोना वायरस के लक्षण हो या नहीं हो। स्क्रीनिंग के पश्चात सैंपल की जांच की जाएगी। सैंपल पाजिटिव पाये जाने पर इन्हें इलाज के लिए एम्स अथवा मेकाहारा भेजा जाएगा। इसके साथ ही इन देशों से आने वाले यात्रियों को सेल्फ डिक्लेरेशन भी देना होगा, इसमें उन्हें अपनी ट्रैवल हिस्ट्री भी बतानी होगी कि किन देशों से होते हुए वे यहां पहुंचे हैं। जिला प्रशासन ने चीन, नेपाल, वियतनाम, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मकाऊ, साउथ कोरिया, जापान, ईरान तथा थाइलैंड जैसे देशों में ट्रैवल नहीं करने संबंध में एडवाइजरी भी जारी की है। कलेक्टर ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को लेकर समीक्षा भी की। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिला अस्पताल में आईसोलेशन वार्ड बना दिये गए हैं। इस संबंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्य शासन से सामग्री मंगाई गई है। कलेक्टर ने बैठक में केसीसी की समीक्षा भी की और अधिकतम लोगों तक इसका लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम कमिश्नर भिलाई श्री ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार, अपर कलेक्टर श्री गजेंद्र ठाकुर, श्री बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
15 मार्च तक जमा करा दें अवितरित राशन कार्ड- कलेक्टर ने राशन कार्ड वितरण के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने सभी नगरीय निकायों एवं जनपद के अधिकारियों को 15 मार्च तक अवितरित राशन कार्ड जमा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राशन कार्ड के लिए आवेदन की प्रक्रिया सतत प्रक्रिया है। इसके लिए ग्राम पंचायतों में और नगरीय निकायों में वार्ड कार्यालयों अथवा जोन में आवेदन जमा किए जा सकते हैं।
डीएमएफ के लिए सुझाये प्रस्ताव- कलेक्टर ने डीएमएफ मद से किए जाने के लिए प्रस्ताव भी भेजने के निर्देश अधिकारियों को दिए और उनसे सुझाव भी लिये। कलेक्टर ने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, सुपोषण आदि के संबंध में कार्य प्रस्तावित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हेल्थ में सीएचसी में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से संबंधित, चिकित्सकों की भर्ती आदि से संबंधित तथा हेल्थ में नवाचार के संबंध में प्रस्ताव रखे जाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में गूड पेरेंटिंग से संबंधित पहलुओं की कार्ययोजना का प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके माध्यम से अभिभावकों की काउंसिलिंग होगी ताकि वे अपने बच्चों के भविष्य को गढ़ने में और भी प्रभावी भूमिका निभा सके। प्ले कार्ड्स, बुक और अनेक माध्यमों से अभिभावकों को गूड पेरेन्टिंग से संबंधित पहलुओं के बारे में बताया जाएगा। नशामुक्ति केंद्र से संबंधित एक प्रस्ताव भी बैठक में रखा जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि टैंकर मुक्त जिला बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री के निर्देश पर काम किया जा रहा है। इस संबंध में आवश्यकता पड़ने पर डीएमएफ से संबंधित प्रस्ताव भी रखे जा सकते हैं क्योंकि पेयजल आपूर्ति सबसे अहम कार्य है। - सूरजपुर : जिला रोजगार अधिकारी श्री मानिकराम जायसवाल से प्राप्त जानकारी अनुसार कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन पर जिले में युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त हो इस हेतु जिला रोजगार एवं स्वरोगार मार्गदर्षन केन्द्र सूरजपुर के द्वारा नियोजकों को आमंत्रित कर प्लेसमेंट कार्यक्रम नित्य दिन आयोजित किया जा रहा है।
इसी संबंध में 24 फरवरी 2020 को जिला रोजगार एवं स्वरोगार मार्गदर्षन केन्द्र सूरजपुर कार्यालय परिसर में प्लेसमेन्ट कैम्प का आयोजन किया गया जिसमें निजी क्षेत्र के नियोजक ओमदराई मर्चेन्ड़ाइज एन्ड़ कन्सलटेंट एल0एल0पी0 प्राइवेट लिमिटेड रायपुर छ0ग0 के द्वारा सेक्यूरिटी गार्ड के लिए जिले के आवेदकों का साक्षात्कार लिया गया, जिसमें जिले से 32 आवेदको का चयन किया गया हैं। - शासन के कार्यो में मनमानी किये जाने सरपंच एवं सचिव पर कार्यवाही
सूरजपुर : मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अश्वनी देवांगन से प्राप्त जानकारी अनुसार जनपद पंचायत सूरजपुर के ग्राम पंचायत रामनगर में सरपंच द्वारा 14वें वित्त की राशि व नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी के कार्य में भारी अनियमितता की गई है। जिसकी शिकायत समस्त ग्रामवासियों द्वारा किया गया है शिकायत पत्र में ग्रामवासियों द्वारा सरपंच ग्राम पंचायत रामनगर द्वारा किए गए अनियमितता की बिंदुवार क्रमांक 1 से 7 तक विस्तृत उल्लेख कर शिकायत किया गया है।
जिसकी जांच मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सूरजपुर द्वारा कराकर जिला पंचायत को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है। जांचकर्ता द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन अनुसार सरपंच एवं तत्कालीन सचिव श्री तुलाराम यादव ग्राम पंचायत रामनगर जनपद पंचायत सूरजपुर के द्वारा 14वां वित्त की राषि को, नियमों का अवहेलना करते हुए प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार पीएफएमएस के माध्यम से न करते हुए 14वां वित्त की राशि 1399800 रुपये फर्जी दस्तावेज तैयार कर व्यय किया गया है न कोई प्राक्कलन तैयार किया गया और न ही कोई तकनीकी स्वीकृति ली गई है, के संबंध में जनपद पंचायत सी0ई0ओ द्वारा जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है। प्राप्त जांच प्रतिवेदन का प्रकरण तैयार कर पंचायत राज अधिनियम की धारा 39, 40 एवं 92 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने हेतु एवं एफआईआर दर्ज कराने हेतु अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सूरजपुर को एवं जनपद पंचायत सीईओ को निर्देशित किया गया है। -
कलेक्ट्रेट में संपन्न हुई समय-सीमा की बैठक
सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी की अध्यक्षता एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अष्वनी देवांगन, वनमण्डलाधिकारी श्री जे0 आर0 भगत एवं अपर कलेक्टर श्री एस0एन0 मोटवानी की उपस्थिति में आज संयुक्त जिला कार्यालय (कलेक्ट्रेट) के सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में जानकारी ली एवं समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व तहसीलदार को वन अधिकार पत्र हितगा्रहियों की एंट्री कराने एवं सभी किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो इस पर दुरूस्त होकर कार्य करने कहा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री सम्मान निधि से संबंधित एंट्री की समीक्षा करते हुए प्रगति लाने निर्देषित किया। अग्रणी जिला प्रबंधक से किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जाने की स्थिति की जानकारी लेते हुए शत् प्रतिषत के.सी.सी. किसानों का बैंक में एंट्री कर कार्ड जारी करने कहा। किसान सम्मान निधि और के.सी.सी. शासन की पहली प्राथमिकता में है बताते हुए इस ओर विषेष ध्यान देते हुए कार्य करने के निर्देष दिये। समस्त एसडीएम व तहसीलदार को फील्ड विजीट कर राषन दुकान, आंगनबाड़ीयों और स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करने कहा साथ ही स्वप्रेरणा से कार्य करते हुए सूचना तंत्र मजबूत करने और प्राप्त षिकायतों का त्वरित निराकरण के लिए निर्देषित किया गया। उन्होंनंे लोक सेवा गारण्टी के लंबित प्रकरणों पर समीक्षा करते हुए आय, जाति प्रमाण पत्रों के लिए किसी भी हितग्राही को परेषानी न हो इसका विषेष ध्यान रखने को कहा तथा कार्य में गति लाने के निर्देष दिये। इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने ओड़गी क्षेत्र में हुए ओलावृष्टि से फसलों की क्षति की रिपोर्ट ली तथा तहसीलदारों से सीमांकन के प्रकरणों की स्थिति जानी और सिमांकन और ओलावृष्टि से हुई क्षति की रिपोर्ट प्राप्त कर राज्य को भेजने के निर्देष दिये। इसके साथ ही कलेक्टर ने दुर्घटना में मृत शवों का पोस्टमार्टम तत्काल कराये जाने कहा साथ ही जिले में निर्माणाधीन पोस्टमार्टम केन्द्र की स्थिति की जानकारी लेते हुए कार्य में गति लाने को कहा।
कलेक्टर ने शासन की फ्लैगषिप योजना जैस सुपोषण, नजुल पट्टा वितरण, नरवा,गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजना, हाट बाजार क्लिनिक योजना, घर पहुॅच पेंषन योजना कार्यो को दुरूस्त होकर करने को कहा। उन्होनें नवनिर्मित गौठानों को दुरूस्त करने एवं गौठानो में उचित चारागाह, पानी व्यवस्था, सौलर पंप की व्यवस्था करने संबंधित अधिकारियों को निर्देष दिये। इसके अतिरिक्त महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को निर्देषित करते हुए कहा कि सामूहिक कन्या विवाह की तिथि चयन करने कहा। माध्यमिक षिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित दसवीं बारहवीं के परीक्षा के सफल संचालन के लिए एसडीएम, तहसीलदार एवं अन्य अधिकारियों को निरीक्षण करने के निर्देष दिये।
8 मार्च 2020 को महिला दिवस पर जिला प्रषासन द्वारा आयोजित सायकिंलीग प्रतिस्पर्धा के लिए अधिकारियों को कार्य आबंटित किये गये हैं, इस हेतु कलेक्टर ने सभी को अपने दायित्व का सही निर्वहन करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने कहा और आबंटित कार्य अनुरूप विभाग अधिकारियों की समीक्षा करते हुए व्यवस्था दुरूस्त रखने कहा। प्रतिस्पर्धा हेतु चयननित पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी प्रतिभागीयों को कराया जायेगा जिसमें सात स्थलों पर हाईड्रेषन प्वांइट बनाये जायेंगे जिसमें अधिकारियों को टेन्ट सुविधा औीर पर्याप्त पानी व्यवस्था करने कहा।
इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने नगर की साफ-सफाई हेतु मुख्य नगर पालिका अधिकारी, निर्माण कार्याे के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, पेयजल हेतु लोकस्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग व अन्य कार्यो की समीक्षा करते हुए दिषा निर्देष दिये। बैठक में बताया गया कि शासन के निर्देषानुसार बिते समय में कार्यालयों में जमा पुराने अनावष्यक सामग्री व कबाड़ की सूची बनाकर निलामी कराई जानी है जिससे प्राप्त राषि शासन को प्रेषित किया जाना है, इस पर ध्यान देकर पालन करने कहा गया। बैठक में समस्त अनुविभागिय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार एवं समस्त विभागाप्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। - सूरजपुर : जिला बाल संरक्षण अधिकारी सूरजपुर से प्राप्त जानकारी अनुसार जिले के दुरस्त विकास खण्ड के सुदूर ग्रामों में भी लोगों के पास जानकारी पहुंच गई है कि बच्चों के विवाह का उम्र कितना हैं। मगर वे प्रशासन को धोखा देकर विवाह करने के उद्देश्य से सरपंच से जन्म प्रमाण पत्र लिखवाकर विवाह कर रहे थे। चाईल्ड हेल्प लाईन नं0 1098 पर प्राप्त शिकायत पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री मुक्तानंद खुटे के निर्देश पर जिला बाल संरक्षण इकाई के टीम द्वारा ग्राम टमकी विकास खण्ड ओड़गी में जांच करने गई तो पता चला कि बालक पढ़ा लिखा है, जिसके दस्तावेजों में जन्म तिथि 10 सितम्बर 2004 है, अर्थात बालक का उम्र 15 वर्ष 06 माह 22 दिन है। परिजनों द्वारा सरपंच से एक प्रमाण पत्र बनावा लिया गया था जिसमें प्रमाणित किया गया था कि बालक का उम्र विवाह योग्य हो गया है। मौंके पर सरपंच को बुलाने से वे नहीं आये। बहुत मुश्किल से समझाईस पर बालक का विवाह नहीं करने के लिए परिजन राजी हुए। परिजन अपना मण्डप उखाड़ दिये और उम्र हो जाने पर ही शादी करने को राजी हुए।
कार्यवाही के दौरान पता चला कि नाबालिक लड़की का विवाह बेदमी में हो रहा है। टीम द्वारा बेदमी आकर जांच करने पर पता चला कि बालिका के विवाह की जानकारी पर गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बालिका का विवाह ना करने के संबंध में 20 फरवरी 2020 को ही समझाईस दिया गया था एवं उसके संबंध में पंचनामा तैयार किया गया था। इसके बावजूद जिद्द कर बालिका का विवाह जिसकी जन्म तिथि 06 अगस्त 2007 अर्थात मात्र 13 वर्षिय नाबालिक लड़की का विवाह किया जा रहा था। जानकारी पर अधिकारी कार्यवाही के लिए आने वाले है मण्डप उखाड़ कर बालिका को दूसरे घर में छुपा दिया गया और दूसरी लड़की को टीम के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया। शंका होने पर जब लड़की को ले जाने की बात कि गई तो बालिका स्वयं बताने लगी कि वह दुल्हन नहीं है तब जाकर वास्तविक लड़की को प्रस्तुत किया गया।
सभी को समझाईस दिया गया कि यदि बाल विवाह किया गया तो सभी के उपर बाल विवाह प्रतिशेध के तहत् कार्यवाही की जायेगी। जिसके तहत 2 वर्ष की सजा एवं 1 लाख रुपये जुर्माना का प्रावधान है। जिसमें विवाह करने वाले, सहयोग करने वाले, अनुमति देने वाले एवं विवाह में सम्मलित होने वाले सभी को सजा एवं जुर्माना हो सकता है।
अपीलः-
जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने जिले के समस्त परिजनों से अपील की है कि बाल विवाह ना करें, और अपने बच्चों का बचपन ना छीने बच्चों के किसी अधिकारों को ना छिने। बाल विवाह करने से बच्चों को निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिकार का उल्लंघन होता है। साथ ही कम उम्र में विवाह होने से आने वाला भविष्य कुपोषित होता है। बच्चीयां परिपक्व नहीं होने से जिम्मेदारीयों का निर्वहन नहीं कर पाती है। बाल विवाह करने से कानुनी परेशानी में पड़ना पड़ सकता है। विवाह से पूर्व अपने बच्चों का जन्म तिथि जरुर देख लें।
उपरोक्त कार्यवाही में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, परामर्शदाता जैनेन्द्र दुबे आउटरिच वर्कर हर गोविन्द चक्रधारी एवं कुमारी अनिता पैकरा, चाईल्ड लाईन ओड़गी से अनवरी खातुन, श्रीमती राधा यादव, पुलिस थाना रमकोला से थाना प्रभारी निर्मल प्रसाद राजवाड़े, योगेश्वर सिंह कंवर उपस्थित थे। -
सूरजपुर : जिला रोजगार अधिकारी श्री मानिकराम जायसवाल से प्राप्त जानकारी अनुसार कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन पर जिले में युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त हो इस हेतु जिला रोजगार एवं स्वरोगार मार्गदर्षन केन्द्र सूरजपुर के द्वारा नियोजकों को आमंत्रित कर प्लेसमेंट कार्यक्रम नित्य दिन आयोजित किया जा रहा है।
इसी संबंध में 24 फरवरी 2020 को जिला रोजगार एवं स्वरोगार मार्गदर्षन केन्द्र सूरजपुर कार्यालय परिसर में प्लेसमेन्ट कैम्प का आयोजन किया गया जिसमें निजी क्षेत्र के नियोजक ओमदराई मर्चेन्ड़ाइज एन्ड़ कन्सलटेंट एल0एल0पी0 प्राइवेट लिमिटेड रायपुर छ0ग0 के द्वारा सेक्यूरिटी गार्ड के लिए जिले के आवेदकों का साक्षात्कार लिया गया, जिसमें जिले से 32 आवेदको का चयन किया गया हैं। -
बेमेतरा : आज 03 मार्च 2020 से हाईस्कूल परीक्षा 2020 प्रारम्भ हुई। जिसके अंतर्गत विषय-विशिष्ट हिन्दी विशिष्ट अंग्रेजी की परीक्षा संपन्न हुई। जिसमें दर्ज 14785 परीक्षार्थियों में कुल 14410 परीक्षार्थी उपस्थित रहे एवं 375 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जिले में कुल 69 परीक्षा केन्द्र में परीक्षा शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित रूप से संचालित हुई। दूरभाष से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी परीक्षा केन्द्रों से परीक्षोपरांत अमूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं के सील बंद पैकेट संबंधित पुलिस थाने एवं जिला मुख्यालय के केन्द्रों की गोपनीय सामाग्री समन्वय केन्द्र बालक उ.मा.वि. बेमेतरा में सकुशल जमा कर दिया गया है। जिले के कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के द्वारा जिले के परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया गया एवं आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया। जिला स्तर पर गठित उड़नदस्ता के द्वारा भी विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का सघन निरीक्षण किया गया। जिला बेमेतरा के सभी परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा सुव्यवस्थित एवं निर्विघ्न रूप से संपन्न हुई। जानकारी निम्नानुसार हैः-क्र. दल प्रमुख का नाम निरीक्षण किये गये केन्द्र का नाम
1 श्री शिव अनंत तायल(कलेक्टर, जिला-बेमेतरा) बालक बेमेतरा, अंधियारखोर, झाल, बालक नवागढ़, कन्या नवागढ़2 श्री संजय कुमार दीवान( अपर कलेक्टर, जिला-बेमेतरा) बालक बेमेतरा, अंधियारखोर, झाल, बालक नवागढ़, कन्या नवागढ़3 श्रीमती ज्योति सिंह( संयुक्त कलेक्टर, नोडल अधिकारी परीक्षा) पिकरी4 श्री सी.एस.धु्रव(जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा) जेवरा, कठिया, बदनारा, कुरां, चंदनू, नांदघाट5 श्री कुलदीप नारंग(कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन विभाग) बालक साजा, कन्या साजा, ठेलका, बालक थानखम्हरिया, कन्या थानखम्हरिया, बनरांका, स.शि.म.थानखम्हरिया6 श्री मुनेन्द्र जोषी(खनिज अधिकारी, बेमेतरा) बालक बेरला, कन्या बेरला, सोंढ़, लेंजवारा, आनंदगांव7 श्री निर्मल सिंह(कार्यपालन अंभियंता, लोक.निर्माण विभाग) बालक देवकर, कन्या देवकर,8 श्री हरिदास रमन(सहायक अभियंता पीएमजीएसवाई बेमेतरा) मारो, नांदघाट, टेमरी, नवागांव9 श्री रमाकांत चंद्राकर(जिला कार्यक्रम अधिकारी.म.बा.वि. बेमेतरा) अधिंयारखोर, नांदल, बालक नवागढ़ कन्या नवागढ़, मुरता,10 श्री डी.एल.वैद्य(जिला आबकारी अधिकारी बेमेतरा) बदनारा, चंदनू, बाबमोहतरा, बालसमुंद11 श्री गितेष मिश्रा(सहायक खाद्य अधिकारी) देवरबीजा, बीजा, खाती, खैरझिटीकला, कारेसरा, ओड़िया, पदुमसरा, दाढ़ी12 श्री एच.एस.राजपूत(प्र.उप-संचालक, कृषि. बेमेतरा) बालक बेमेतरा कन्या बेमेतरा , कुसमी, बारगांव, तिलईकुड़ा सरदा, जेवरी13 श्री डाहिरे(अनुविभागीय अधिकारी नवागढ़) नांदघाट, कंुरा14 श्री दुर्गेष वर्मा(अनुविभागीय अधिकारी बेरला) कुसमी,टीपः- दूरभाष से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला में नकल प्रकरण निरंक है। - बेमेतरा : जिले मे इस बार सर्वाधिक रिकार्ड धान की खरीदी की गई है। जिले मे पिछले वर्ष 91245 पंजीकृत किसानों द्वारा 466488.76 मीट्रिक टन की खरीदी की तुलना मे इस वर्ष खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में 105286 पंजीकृत किसानों द्वारा 496092.04 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इस प्रकार जिले मे पिछले वर्ष की तुलना मे अधिक धान बेचा गया है। शासन द्वारा बेमेतरा जिला गठन के बाद सर्वाधिक धान खरीदी इस वर्ष हुई है। खाद्य अधिकारी बेमेतरा ने बताया कि धान के अवैध परिवहन और विक्रय को राकने के लिए जिले मे 09 चेक पोस्ट बनाये गये थे, जिनमें खाद्य, राजस्व, मण्डी, पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा सुचारू धान खरीदी के संचालन हेतु जिले के 91 उपार्जन केंद्रांे में जिला स्तरीय अधिकारीयों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था।
किसानो के समस्या के निदान के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया। साथ ही धनहा एप/काॅल सेंटर से प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया गया है। उपार्जन केंद्रों मे रखे धान का सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई। असामयिक वर्षा से धान को किसी प्रकार का कोई नुकसान नही हुआ है। -
आज माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा वर्ष 2020-21 का बजट प्रस्तुत किया गया। यह बजट मुख्य रूप से गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ - स्वस्थ एवं सुपोषित नई युवा पीढ़ी का निर्माण की भावना के साथ सुपोषण, स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी एवं विस्तार तथा युवाओं की ऊर्जा का सकारात्मक एवं उत्पादक रूप में उपयोग कर उनकों राज्य के सशक्त संसाधन के रूप में विकसित करने पर केन्द्रित है।
इसके अतिरिक्त यह बजट सर्वेभवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः की भावना के साथ किसानों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गो की समृद्धि, गांवों की आर्थिक प्रगति, शिक्षा में प्रगति के नये सोपान, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्गों के विकास, युवाओं की ऊर्जा का उत्पादक संसाधन के रूप में अनुप्रयोग, शहरी एवं ग्रामीण अधोसंरचना के सुदृढीकरण तथा संवेदनशील प्रशासन की अवधारणा के साथ छत्तीसगढ़ जनता को समर्पित है।
बजट एक नजर में (राशि रु. करोड़ में)क्र.
मद 2019-20
(बजट अनुमान)
2020-21
(बजट अनुमान)
1. कुल आय 91,542 96,091
2. कुल व्यय 90,910 95,650
3. राजस्व व्यय 78,595 81,400
4. पूंजीगत व्यय 12,110 13,814
5. राजस्व आधिक्य 1,151 2,431
6. सकल वित्तीय घाटा 10,881 11,518
1. आर्थिक स्थिति
1.1 वर्ष 2019-20 के प्रावधिक अनुमान अनुसार स्थिर भाव पर राज्य की जीएसडीपी मंे 6.08 प्रतिशत की तुलना में त्वरित अनुमान अनुसार 7.06 प्रतिशत की वृद्धि संभावित।
1.2 वर्ष 2019-20 में स्थिर भाव पर कृषि क्षेत्र में 3.31 प्रतिशत, औद्योगिक क्षेत्र में 4.94 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र में 6.6 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित। इस प्रकार कृषि एवं औद्योगिक क्षेत्रों में राज्य की अनुमानित वृद्धि दर राष्ट्रीय स्तर पर इन क्षेत्रों में अनुमानित वृद्धि दर क्रमशः 2.8 एवं 2.5 प्रतिशत की तुलना में अधिक है।
1.3 प्रचलित भाव पर राज्य का सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 2018-19 में 3 लाख 04 हजार करोड़ से बढ़कर 2019-20 में 3 लाख 29 हजार करोड़ होना अनुमानित है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 8.26 प्रतिशत अधिक।
1.4 विगत वर्ष अनुमानित प्रति व्यक्ति आय 96 हजार 887 की तुलना में वर्ष 2019-20 में प्रति व्यक्ति आय 98 हजार 281 रूपये का अनुमान है, जो कि गत वर्ष की तुलना में
6.35 प्रतिशत अधिक।
1.5 वर्ष 2019-20 के केन्द्रीय बजट में राज्य के लिये अनुमानित केन्द्रीय करों में कमी। आगामी वर्ष में केन्द्र से प्राप्त होने वाली जीएसटी क्षतिपूर्ति में भी कमी संभावित, किन्तु राज्य सरकार की नीतियों एवं प्रयासों से राज्य के स्वयं के संसाधनों में 11 प्रतिशत की दर से वृद्धि।2. गढ़बो नवा छत्तीसगढ़: स्वस्थ और सुपोषित नयी युवा पीढ़ी का निर्माण
2.1 राज्य के सभी परिवार सार्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत शामिल।
2.2 राज्य में 65 लाख 22 हजार राशन कार्डधारी, लाभान्वित जनसंख्या 2 करोड़ 43 लाख। इन राशन कार्डाें पर चावल प्रदाय हेतु 3 हजार 410 करोड़ का प्रावधान।
2.3 अनुसूचित जनजाति बाहुल्य इलाकों में प्रति परिवार 2 किलो चना वितरण के लिए 171 करोड़ का प्रावधान है। बस्तर संभाग में प्रति परिवार 2 किलो गुड़ वितरण के लिए 50 करोड़ का प्रावधान है।
2.4 कोण्डागांव में आयरन एवं विटामिन युक्त फोर्टिफाईड चावल वितरण की पायलट परियोजना के लिये 5 करोड़ 80 लाख का प्रावधान है।
2.5 महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर से प्रारंभ मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण योजना प्रारंभ की जा रही है। इसके लिए 60 करोड़ का प्रावधान है।
2.6 आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के लिये ऊंचाई, लंबाई एवं भार मापक यंत्रों की व्यवस्था के लिए 25 करोड़ का प्रावधान है।
2.7 विशेष पोषण आहार योजना में 766 करोड़, महतारी जतन योजना में 31 करोड़ का प्रावधान है।
2.8 डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना में प्राथमिकता एवं अंत्योदय राशन कार्डधारी परिवारों को 5 लाख रूपये एवं सामान्य राशन कार्ड वाले परिवारों को 50 हजार तक कैशलेस इलाज की सुविधा। लगभग 65 लाख परिवारों को इलाज की पात्रता व इसके लिए 550 करोड़ का प्रावधान।
2.9 मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गंभीर बीमारियों के उपचार पर 20 लाख तक के व्यय हेतु 50 करोड़ का प्रावधान है।
2.10 मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना में 13 करोड़ का प्रावधान। 5 माह की अल्प अवधि में ही 11 लाख से अधिक मरीज लाभान्वित।
2.11 मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत 13 नगर निगमों के स्लम एरिया में निवासरत परिवारों को निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श, जांच उपचार एवं दवाईयां उपलब्ध कराने की व्यवस्था।
2.12 राज्य सिकलसेल संस्थान में उच्च स्तरीय प्रयोगशाला एवं सभी जिला अस्पतालों में सिकलसेल यूनिट की स्थापना की जायेगी।
2.13 एम.सी.आई. के मापदण्डों के अनुरूप चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सा उपकरण और स्किल लैब की स्थापना हेतु 75 करोड़ का प्रावधान है।3. कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन
3.1 अन्नदाता को उनके श्रम का उचित लाभ देने के लिये राजीव गांधी किसान न्याय योजना प्रारंभ की जायेगी। योजना का लाभ वर्ष 2019-20 के लिये भी दिया जायेगा। इसके लिए 5 हजार 100 करोड़ का प्रावधान है।
3.2 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 366 करोड़, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में 370 करोड़, एकीकृत बागवानी मिशन में 205 करोड़, जैविक खेती मिशन के लिए 20 करोड़, वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम में 200 करोड़ एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में 110 करोड़ का प्रावधान है।
3.3 कृषक जीवन ज्योति योजना के तहत 5 एच.पी. तक के कृषि पंपों को निःशुल्क विद्युत प्रदाय के लिये 2 हजार 300 करोड़ का प्रावधान है।
3.4 गोठानों के संचालन हेतु गौठान समितियों को प्रतिमाह 10 हजार का अनुदान तथा पशुओं के चारे के लिये धान के पैरे की व्यवस्था की जायेगी। पैरा के रख-रखाव को सरल बनाने हेतु चौकोर बेलर क्रय करने के लिए नवीन मद में 6 करोड़ का प्रावधान है।
3.5 बेमेतरा, जशपुर, धमतरी एवं अर्जुन्दा, जिला बालोद में उद्यानिकी महाविद्यालय तथा लोरमी में कृषि महाविद्यालय की स्थापना के लिए नवीन मद में 5 करोड़ का प्रावधान है।
3.6 इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में खाद्य प्रौद्योगिकी की स्थापना की जायेगी।
3.7 बेमेतरा एवं तखतपुर में डेयरी डिप्लोमा महाविद्यालय की स्थापना के लिए 2 करोड़ का प्रावधान है।
3.8 मछली पालन के क्षेत्र में रोजगार की संभावना को देखते हुए युवाओं को डिप्लोमा पाठ्यक्रम के अध्यापन हेतु ग्राम राजपुर (धमधा) में फिशरीज पॉलिटेक्निक की स्थापना की जायेगी।
3.9 9 पशु औषधालयों को पशु चिकित्सालय में उन्नयन, 12 नवीन पशु औषधालय तथा 5 विकास खंडों में मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई स्थापित की जायेगी।4. सिंचाई
4.1 बस्तर संभाग मंे बोधघाट बहुद्देशीय परियोजना से 2 लाख 66 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया है।
4.2 पैरी बांध एवं पैरी-महानदी इंटर लिंकिंग नहर परियोजना के लिए 20 करोड़, डांडपानी वृहत् जलाशय परियोजना, कुनकुरी के लिए 20 करोड़ एवं शेखरपुर वृहत् जलाशय, सरगुजा के लिए 20 करोड़ का नवीन मद में प्रावधान है।
4.3 नाबार्ड सहायित सिंचाई परियोजनाओं हेतु 697 करोड़, महानदी परियोजना हेतु 237 करोड़, लघु सिंचाई परियोजनाओं हेतु 610 करोड़ तथा एनीकट/स्टाप डैम निर्माण के लिए 173 करोड़ का प्रावधान है। कमाण्ड क्षेत्र में सिंचाई की पूर्ति हेतु भी 116 करोड़ का प्रावधान है।5. पंचायत एवं ग्रामीण विकास
5.1 ‘नरवा गरूवा घुरूवा बारी’ कार्यक्रम के तहत 912 नालों पर नरवा उपचार के लिये 20 हजार 810 काम स्वीकृत किये गए हैं। 1 हजार 900 गोठानों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। घुरूवा का उपयोग कर 3 लाख 16 हजार मैट्रिक टन जैविक खाद का उत्पादन किया गया है। 1 लाख 50 हजार बाड़ियों को पुनर्जीवित करने का कार्य हुआ है। इन कार्याें के लिये महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अभिसरण से राशि की स्वीकृतियां दी गई हैं। योजना मंे 1 हजार 603 करोड़ का प्रावधान है।
5.2 राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में 400 करोड का प्रावधान है।
5.3 प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में अब तक 7 लाख 22 हजार आवास पूर्ण हो चुके हैं। आगामी वर्ष में इस हेतु 1 हजार 600 करोड़ का प्रावधान है।
5.4 गोबर.धन योजना अंतर्गत 1 हजार 176 बायोगैस संयंत्र के स्थापना का भी लक्ष्य है। इस हेतु 450 करोड़ का प्रावधान है।
5.5 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हेतु 2 हजार 70 करोड़ का प्रावधान है।6. स्वच्छ पेयजल
6.1 नल कनेक्शन के माध्यम से पेय जल हेतु प्रारंभ की गई जल जीवन मिशन योजना के लिये 225 करोड़ का प्रावधान है।
6.2 ग्रामीण क्षेत्रों में पाईप द्वारा ग्रामीण जल प्रदाय योजना के लिये 185 करोड़ तथा नलकूप खनन के लिये 70 करोड़ का प्रावधान है।
6.3 नगरीय जल प्रदाय योजनाओं के लिये 124 करोड़ का प्रावधान है।
6.4 राज्य में निर्मित हो रहे गोठानों में जल प्रदाय हेतु नलकूप खनन के लिये 5 करोड़ का प्रावधान है।7. शैक्षणिक विकास-स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा
7.1 राज्य के 1 लाख 31 हजार शिक्षाकर्मियों को संविलियन हो चुका है। शेष 16 हजार शिक्षाकर्मियों में से 2 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों का 1 जुलाई 2020 से संविलियन किया जायेगा।
7.2 महान संत गुरू घासीदास की जन्मस्थली ग्राम गिरौदपुरी में गुरूकुल विद्यालय की स्थापना की जायेगी।
7.3 दूरस्थ आदिवासी अंचल के ग्राम तोंगपाल, जिला सुकमा एवं कुआकोंडा, जिला दंतेवाड़ा में छात्रावास की सुविधा सहित नवीन महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा। सुुकमा, कोण्डागांव, नारायणपुर, बीजापुर एवं तखतपुर में कन्या महाविद्यालय खोला जायेगा।
7.4 महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ आगमन की स्मृति में ग्राम कंडेल, जिला धमतरी में महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा।
7.5 स्थानीय उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित मानव संसाधन की पूर्ति हेतु औद्योगिक क्षेत्र सिरगिट्टी, नगरनार एवं तिल्दा में नवीन आई.टी.आई. खोले जाएंगे।
7.6 दंतेवाड़ा में मल्टी स्किल सेंटर की स्थापना के लिए 3.85 करोड़ का प्रावधान है।
7.7 मुख्यमंत्री पॉलीटेक्निक गुणवत्ता विकास योजना के तहत 9 पॉलीटेक्निक कॉलेज के उन्नयन हेतु 5 करोड़ का प्रावधान है।
7.8 राज्य के 3 इंजीनियरिंग कॉलेज एवं 5 पॉलीटेक्निक कॉलेजों में नव विकसित तकनीकों के अध्ययन एवं शोध हेतु इंटरनेट ऑफ थिंग्स एवं रोबोटिक्स की प्रयोगशालाएं स्थापित की जायेगी।8. श्रम एवं समाज कल्याण
8.1 निराश्रितों, बुजुर्गाें, विधवा महिलाओं एवं निःशक्त व्यक्तियों को समय पर सहायता उपलब्ध कराने के लिये सामाजिक सुरक्षा और कल्याण मद में 352 करोड़, वृद्धावस्था पेंशन योजना में 185 करोड़ और मुख्यमंत्री पेंशन योजना मेें 150 करोड़ का प्रावधान है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना में 68 करोड़ तथा सुुखद सहारा योजना में 100 करोड़ का प्रावधान है।
8.2 दिव्यांगजनों के लिये निःशक्तजन पुनर्वास केन्द्र, मादक द्रव्यों एवं पदार्थाें की रोकथाम एवं नशामुक्ति केन्द्र का संचालन तथा तृतीय लिंग समुदाय से संबंधित योजनाओं हेतु 5 करोड़ 30 लाख का प्रावधान है।
8.3 असंगठित श्रमिक सुरक्षा एवं कल्याण मण्डल हेतु 38 करोड़ 50 लाख का प्रावधान है।
8.4 ठेका मजदूर, घरेलू कामकाजी महिला एवं हम्माल कल्याण मण्डल हेतु 15 करोड़ का प्रावधान है।9. युवा कल्याण
9.1 युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी के रायपुर स्थित निवास स्थान डे-भवन को स्वामी विवेकानंद स्मृति संस्थान के रूप में विकसित किया जायेगा।
9.2 राजीव युवा मितान क्लब योजना के लिए नवीन मद में 50 करोड़ का प्रावधान है।
9.3 युवा महोत्सव के लिए नवीन मद में 5 करोड़ का प्रावधान है।
9.4 आईआईटी, आईआईएम एवं एम्स जैसे राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लेने वाले राज्य के युवाओं के शिक्षण शुल्क का भार शासन द्वारा वहन किया जायेगा तथा ऐसे युवाओं की प्रतिभा का राज्य के विकास में उपयोग करने के लिये शासकीय, अर्द्धशासकीय संस्थानों में सीधे चयन की पात्रता दी जायेगी।
9.5 खेल संबंधी नीतिगत निर्णय, विभिन्न विभागों से समन्वय, खेल अधोसंरचनाओं का रख-रखाव तथा आवासीय खेल अकादमी के संचालन हेतु छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है।
9.6 मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के लिए नवीन मद में 10 करोड़ का प्रावधान है।
10. औद्योगिक विकास
10.1 नई औद्योगिक नीति 2019 का मुख्य उद्देश्य समावेशी विकास, आत्मनिर्भरता एवं परिपक्व अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है।
10.2 उद्योगों के लिये आबंटित किये जाने वाले भू-खण्ड की दरों में 30 प्रतिशत तथा लीज रेन्ट की दर में 33 प्रतिशत कमी की गई है।
10.3 अनुसूचित जनजाति बाहुल्य बस्तर क्षेत्र में 20 एकड़ तक के निजी औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की अनुमति देते हुए अधोसंरचनात्मक विकास कार्याें के विरूद्ध 4 करोड़ तक का अनुदान देने का प्रावधान है।
10.4 राज्य में उत्पादित सब्जी, फल एवं मोटे अनाजों को प्रसंस्कृत कर मूल्य संवर्धन की दृष्टि से उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए नये फूड पार्क की स्थापना हेतु नवीन मद में 50 करोड़ का प्रावधान है।
10.5 नये औद्योगिक क्षेत्रों के लिए 15 करोड़ एवं जेम ज्वेलरी पार्क की स्थापना के लिए 1 करोड़ का प्रावधान है।
10.6 उद्योगों की स्थापना पर दी जाने वाली लागत पूंजी अनुदान के लिये 100 करोड़ एवं ब्याज अनुदान के लिये 39 करोड़ का प्रावधान है।11. वन संपदा
11.1 प्राकृतिक पुनरोत्पादन के संरक्षण हेतु 200 करोड़ का प्रावधान है। इससे 60 लाख मानव दिवस रोजगार का सृजन होगा तथा राज्य की सालाना आय में 400 करोड़ की वृद्धि संभावित है।
11.2 लघु वनोपज के प्रसंस्करण हेतु 50 करोड़ का प्रावधान है।12. नगरीय प्रशासन एवं विकास
12.1 शहरी नागरिकों की बुनियादी समस्याओं का निराकरण वार्ड स्तर पर करने के लिये मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय योजना प्रारंभ की गई है। इस हेतु 5 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
12.2 13 नगर निगम क्षेत्र के निवासियों के लिये मुख्यमंत्री मितान योजना प्रारंभ की जा रही है। इस हेतु 10 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
12.3 पौनी-पसारी योजना के लिए 30 करोड़ का प्रावधान है।
12.4 नगरीय क्षेत्र में अधोसंरचना विकास के लिए 489 करोड़, स्मार्ट सिटी योजना के लिए 396 करोड़, अमृत मिशन के लिए 300 करोड़ एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लिए 50 करोड़ का प्रावधान है।13. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्गाें का कल्याण
13.1 अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों के लिये 61 नये छात्रावास खोलने सहित कुल छात्रावास/आश्रमों के संचालन के लिये 378 करोड़ का प्रावधान है।
13.2 नवीन मद में 100 भवन विहीन छात्रावास/आश्रमों के भवन निर्माण सहित कुल छात्रावास/आश्रम निर्माण कार्याें के लिये विवेकानंद गुरूकुल उन्नयन योजना में 303 करोड़ का प्रावधान है।
13.3 जनजाति सलाहकार परिषद् के कामकाज के लिये पृथक सचिवालय की स्थापना की जायेगी।
13.4 दिसंबर 2019 में रायपुर में आयोजित देश के सबसे बड़े आदिवासी नृत्य महोत्सव की सफलता को देखते हुए प्रतिवर्ष राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जायेगा।
13.5 अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के दौरान निःशुल्क आवासीय सुविधा के लिये 10 पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों की स्थापना की जायेगी।
13.6 सरगुजा एवं बस्तर संभाग एवं कोरबा जिले के लिये जिला संवर्ग के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिये विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड का गठन किया गया है।14. शिल्प, कला, संस्कृति एवं पर्यटन
14.1 छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की पहचान का केन्द्र बन चुके रायपुर के गढ़-कलेवा की अन्य 26 जिला मुख्यालयों में स्थापना के लिये स्व-सहायता समूहों को 10 लाख का रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध कराया जायेगा।
14.2 मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना हेतु 25 करोड़ का प्रावधान है।
14.3 नवा रायपुर में अभिलेखागार एवं संग्रहालय का निर्माण तथा जगदलपुर एवं बिलासपुर के संग्रहालयों का उन्नयन किया जायेगा।
14.4 राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विभाग के बजट में 75 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए इस वर्ष 103 करोड़ 50 लाख का प्रावधान किया गया है।
14.5 राम वन गमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत श्रीराम-जानकी द्वारा उपयोग किये गये मार्ग पर चिन्हांकित 9 प्रमुख पर्यटन केन्द्रों पर अधोसंरचना विकास एवं निर्माण के लिये 10 करोड़ का प्रावधान है।
15. एकीकृत ई-शासन परियोजना (IPEG)
15.1 वर्तमान प्रणाली में पृथक-पृथक सेवाओं के लिये नागरिकों को बार-बार पहचान पत्र एवं अन्य दस्तावेज जमा करने पड़ते हैं। उक्त परेशानियांे को दूर करने के लिये आधुनिक सूचना और संचार तकनीक का उपयोग कर सक्रिय एवं कुशल नागरिक सेवा वितरण प्रणाली का निर्माण किया जायेगा।16. राजस्व प्रशासन
16.1 11 नगर निगम क्षेत्रों के लिये 1 अनुपात 500 के बड़े स्केल वाले नक्शे तैयार किये जाएंगे। नगर निगम क्षेत्रों के सर्वेक्षण कार्य हेतु नवीन मद में 25 करोड़ का प्रावधान है।
16.2 5 तहसील कार्यालयों के मॉडल भवन, 25 नये तहसील कार्यालय एवं 4 नये राजस्व अनुविभाग की स्थापना की जायेगी। 10 फरवरी 2020 से अस्तित्व में आ चुके नवीन जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 17 करोड़ की लागत से जिला कार्यालय भवन निर्माण किया जायेगा। इन कार्याें हेतु 11 करोड़ 80 लाख का प्रावधान है।17. पुलिस प्रशासन एवं न्याय व्यवस्था
17.1 समाज में बढ़ते हुए साइबर अपराधों की संख्या को देखते हुए 1 साइबर पुलिस थाना की स्थापना की जायेगी।
17.2 03 स्मार्ट पुलिस थाना, 5 नवीन थाना, 10 चौकी एवं 5 पुलिस अनुविभाग कार्यालय भवन, रायपुर एवं दुर्ग में पुलिस ट्रांजिट भवन तथा बस्तर रेंज में पुलिस कर्मचारियों के लिये 1 हजार आवास गृहों के निर्माण हेतु 22 करोड़ 50 लाख का प्रावधान है।
17.3 5 थाना, 10 चौकी निर्माण, 10 चौकी से थाने में उन्नयन किया जायेगा।
17.4 बेमेतरा, गरियाबंद, संजारी बालोद, बलौदाबाजार, सूरजपूर, मुंगेली, सुकमा एवं पेण्ड्रारोड के उपजेल को जिला जेल में उन्नयन किया जायेगा।
17.5 जेलों की व्यवस्था में सुधार हेतु सुझाव प्रस्तुत करने के लिये जेल सुधार आयोग का गठन किया जायेगा।
17.6 माननीय उच्च न्यायालय एवं सभी सिविल जिलों में लंबित मामलों में पक्षकारों के बीच समझौता कराने के लिये मध्यस्थता केन्द्र खोला जाना प्रस्तावित हैै।18. अधोसंरचना विकास
18.1 एशियन विकास बैंक की सहायता से राज्य में सड़क विकास परियोजना (फेज़-3) के अंतर्गत कुल 3 हजार 535 करोड़ लागत की 25 नवीन सड़कों हेतु 710 करोड़ का प्रावधान है। वर्ष 2020-21 में एडीबी सहायित सड़क विकास योजना की चौथे चरण की स्वीकृति भी प्राप्त की जायेगी।
18.2 नवीन वृहद पुल निर्माण हेतु 240 करोड़ 50 लाख एवं नवीन मध्यम पुल निर्माण की जवाहर सेतु योजना के अंतर्गत 151 करोड़ का प्रावधान है।
18.3 सड़क एवं पुल निर्माण के नवीन कार्यों के लिए 600 करोड़ का नवीन मद में प्रावधान है। इनमें 434 ग्रामीण सड़कें, 88 मुख्य जिला मार्ग, 50 राज्य मार्ग एवं 31 शहरी मार्गों का निर्माण किया जायेगा।
18.4 500 एवं 750 सीट की क्षमता वाले 11 नवीन ऑडिटोरियम का निर्माण किया जायेगा।
18.5 इसके अतिरिक्त संभागीय मुख्यालयों दुर्ग, जगदलपुर एवं अम्बिकापुर में 3 हजार 500 सीटर क्षमता के 3 नवीन इन्डोर स्टेडियम का निर्माण किया जायेगा। इसके लिये नवीन मद में 54 करोड़ 50 लाख का प्रावधान है।
18.6 नवा रायपुर में झीरम घाटी के शहीदों की स्मृति में शहीद स्मारक का निर्माण किया जायेगा।
18.7 जगदलपुर, अंबिकापुर एवं बिलासपुर एयरपोर्ट में आटोमेटेड एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर की स्थापना हेतु 7 करोड़ 20 लाख का प्रावधान है।
18.8 बैकुण्ठपुर (कोरिया) में एयर स्ट्रीप के निर्माण हेतु 1 करोड़ का प्रावधान है।19. परिवहन
19.1 वाहनों में ओवर लोडिंग की जांच के लिये वे-ब्रिज की स्थापना हेतु 9 करोड़ का प्रावधान है।
19.2 सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा के लिये वाहनों में जीपीएस के ट्रैकिंग हेतु व्हीकल टैªकिंग प्लेटफार्म का निर्माण किया जायेगा। इस हेतु 14 करोड़ 40 लाख का प्रावधान है।20. विद्युतीकरण
20.1 मुुख्यमंत्री विद्युत अधोसंरचना विकास योजना के लिये 25 करोड़ का प्रावधान है।
20.2 घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक के बिजली बिल आधा के लिये 850 करोड़ का प्रावधान है।
20.3 मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना में 135 करोड़ का प्रावधान है।
21. वर्ष 2020-21 का बजट अनुमान
21.1 वर्ष 2020-21 हेतु कुल राजस्व प्राप्तियां 83 हजार 831 करोड़ अनुमानित है। इसमें राज्य का राजस्व 35 हजार 370 करोड़ एवं केन्द्र से प्राप्त होने वाली राशि 48 हजार 461 करोड़ है।
21.2 वर्ष 2020-21 के लिए अनुमानित सकल व्यय 1 लाख 2 हजार 907 करोड़ का है। सकल व्यय से ऋणों की अदायगी एवं पुर्न प्राप्तियों को घटाने पर शुद्ध व्यय 95 हजार 650 करोड़ अनुमानित है। राजस्व व्यय 81 हजार 400 करोड़ एवं पूंजीगत व्यय 13 हजार 814 करोड़ है। वर्ष 2020-21 में पूंजीगत व्यय कुल व्यय का 14.44 प्रतिशत है।
21.3 वर्ष 2020-21 के बजट में सामाजिक क्षेत्र के लिए 38 प्रतिशत, आर्थिक क्षेत्र के लिए 40 प्रतिशत एवं सामान्य सेवा क्षेत्र के लिए 22 प्रतिशत का प्रावधान किया गया है।22. राजकोषीय स्थिति
22.1 इस बजट में पूर्व वर्षों की भांति 2 हजार 431 करोड़ का राजस्व आधिक्य अनुमानित किया गया है।
22.2 राज्य का सकल वित्तीय घाटा 11 हजार 518 करोड़ अनुमानित है, जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 3.18 प्रतिशत एवं निर्धारित सीमा के भीतर है।
22.3 वर्ष 2020-21 हेतु कुल प्राप्तियां 96 हजार 91 करोड़ के विरूद्ध शुद्ध व्यय 95 हजार 650 करोड़ अनुमानित है। इन वित्तीय संव्यवहारों के फलस्वरूप 441 करोड़ की बचत अनुमानित है। वर्ष 2019-20 के संभावित घाटा 3 हजार 963 करोड़ को शामिल करते हुए वर्ष 2020-21 के अंत में 3 हजार 522 करोड़ का बजट घाटा अनुमानित है।23. कर प्रस्ताव
2020-21 के लिए कोई नया कर प्रस्ताव नहीं है।
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परिशिष्ट 1
बजट एक नजर मेंस.क्र.
मद राशि (करोड़ में)
1. कुल आय 96,091
2. कुल व्यय 95,650
3. राजकोषीय घाटा 11,518 ( राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 3.18
प्रतिशत)
क्षेत्रवार व्यय1. राजस्व व्यय 81,400 (85.1 प्रतिशत)
2. पूंजीगत व्यय 13,814 (14.9 प्रतिशत)
3. अनुसूचित जनजाति क्षेत्र के लिए व्यय 34 प्रतिशत
4. अनुसूचित जाति क्षेत्र के लिए व्यय 12 प्रतिशत
5. सामाजिक क्षेत्र में व्यय 38 प्रतिशत
6. आर्थिक क्षेत्र में व्यय 40 प्रतिशत
सामाजिक क्षेत्र पर व्यय के मुख्य अवयव
स्कूल शिक्षा
16.2 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास
2.5 प्रतिशत
स्वास्थ्य
5.8 प्रतिशत
महिला एवं बाल विकास
2.4 प्रतिशत
आर्थिक क्षेत्र पर व्यय के मुख्य अवयव
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति
5.3 प्रतिशत
पंचायत एवं ग्रामीण विकास
9.4 प्रतिशत
लोक निर्माण
6.7 प्रतिशत
सिंचाई
3.1 प्रतिशत
परिशिष्ट 2
आर्थिक विकास दर
आर्थिक स्थिति (2019-20) - अग्रिम अनुमान (स्थिर भाव पर)छत्तीसगढ़ भारत
आर्थिक विकास दर
8.26 प्रतिशत 5.0 प्रतिशत
कृषि विकास दर
3.31 प्रतिशत 2.8 प्रतिशत
औद्योगिक विकास दर
4.94 प्रतिशत 2.5 प्रतिशत
सेवा क्षेत्र विकास दर
6.6 प्रतिशत 6.9 प्रतिशत
प्रति व्यक्ति आय
(प्रचलित भाव पर)98,281
(6.35 प्रतिशत की वृद्धि)
- रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि संत कवि पवन दीवान एक कवि, भागवताचार्य और राजनेता के रूप में समूचे छत्तीसगढ़ में सभी वर्ग के लोगों में काफी लोकप्रिय थे। लोग उनके भागवत कथा के सरस प्रवचन, छत्तीसगढ़ की गौरवपूर्ण संस्कृति से ओत-प्रोत कविता और छत्तीसगढ़ की समृद्धि और विकास की परिकल्पना से युक्त भाषण को सुनने के लिए हमेशा लालायित रहते थे।
रायपुर : मुख्यमंत्री बघेल आज राजधानी रायपुर के समता कॉलोनी में स्थित विप्र सांस्कृतिक भवन में संत पवन दीवान के चतुर्थ पुण्य स्मृति पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा एवं सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इसका आयोजन छत्तीसगढ़ी ब्राम्हण समाज के तत्वाधान में विप्र सांस्कृतिक भवन प्रबंध समिति द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में दो कवि तथा साहित्यकारों दानेश्वर शर्मा और रामेश्वर वैष्णव को संत पवन दीवान सम्मान से सम्मानित भी किया गया। इसके अलावा डॉ. परदेशी राम वर्मा द्वारा रचित संत कवि पवन दीवान-साहित्य संचयन का विमोचन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने की। इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि समाज के दलित तथा शोषित वर्गों के उद्धार सहित छत्तीसगढ़ के स्वभिमान तथा प्रतिष्ठा और समृद्धि में संत कवि पवन दीवान के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके काव्य संसार में आदिवासी मजदूर और किसान को सर्वाधिक महत्ता प्राप्त है। उनकी कविताओं में छत्तीसगढ़ के गौरव और माटी की वंदना है। इन कविताओं में समता, एकता के लिए प्रगतिशील जनवादी जीवन मूल्यों और सार्थक राजनीति की जरूरत का रेखांकन भी है। मुख्यमंत्री बघेल ने अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ सरकार इन महान मनीषियों के बताए राह पर चलकर राज्य के चहुंमुखी विकास को निरन्तर गति दी जा रही है। उन्होंने राज्य में उनके महान योगदानों को चिरस्थायी बनाने के लिए नवा रायपुर के विभिन्न चौक-चौराहों में इनकी मूर्तियां स्थापित कर महान विभूतियों के नाम पर नामकरण किए जाने आवश्यक पहल की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री बघेल ने इस तारतम्य में यह भी बताया कि प्रदेश में प्रायमरी से लेकर हायर सेकेण्डरी स्कूल तक के पाठ्यक्रमों में इनकी जीवनी तथा योगदानों को शामिल करने के लिए आवश्यक पहल हो रही है। उन्होंने संत पवन दीवान की मंशा के अनुरूप चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर के जीर्णोद्धार सहित विकास और प्रदेश में राम वन गमन पथ का हो रहे विकास के बारे में भी अवगत कराया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने संत पवन दीवान को छत्तीसगढ़ का सशरीर चिन्हारी बताया। साथ ही छत्तीसगढ़ की माटी के लिए उनके योगदान के बारे में विस्तार से अवगत कराया। इस अवसर पर कृषि तथा जल संसाधन मंत्री श्री चौबे ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और अस्मिता के लिए संत कवि और राजनेता के रूप में उनके योगदान के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उनकी शैली, ठहाके लगाकर हंसना और बड़ी दमदार आवाज में निरंतर कविता पाठ करना आज भी हमारे जेहन में है। इस अवसर पर विधायक विकास उपाध्याय, नगर पालिक निगम रायपुर के सभापित प्रमोद दुबे, नरेन्द्र तिवारी, पार्षद ज्ञानेश शर्मा, पार्षद मृत्युंजय दुबे, व्यास नारायण शुक्ला, एम.डी. दीवान, कमलेश तिवारी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, विनय तिवारी, संजय दीवान सहित गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।