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- कोरिया : कलेक्टर श्री एस एन राठौर ने जिले के विकासखण्ड मनेन्द्रगढ के ग्राम पंचायत लाई के ग्राम अमृतधारा में हसदेव नदी में स्थित प्रसिध्द पर्यटन स्थल अमृतधारा जलप्रपात को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन स्थल अमृतधारा स्थित विश्राम गृह में संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि अमृतधारा जलप्रपात में पर्यटकों के ठहरने के लिए काटेज, कैंटीन, लोगों की आवष्यकता के अनुरूप सेवाएं के साथ साथ सभी अतिआवष्यक सुविधाएं जल्द से जल्द पूरी की जायेगी। काटेज के 3 अपार्टमेंट लगभग पूर्ण होने के कगार पर हैं। यहां ठहरने के लिए षीघ्र ही राषि भी तय कर आनलाईन बुकिंग की सुविधा दी जायेगी।बैठक में कलेक्टर ने केन्टीन भवन को षीघ्र ही प्रारंभ करने संबंधित अधिकारियों को निर्देषित किया और कहा कि कैंटीन में नाष्ता के साथ साथ खाने की भी व्यवस्था हो। बैठक में उन्होंने वाटर सप्लाई, ओपन जिम, फुलवारी तथा प्राथमिक षाला में षेड निर्माण, विद्युत, षौचालय, वाच टावर, जल प्रपात की ओर सीढी निर्माण, पब्लिक की सुविधा के लिए पार्किंग स्थल पर पानी, टायलेट, सोलर पैनल, बेरिकेटिंग, बच्चों के लिए फिसल पट्टी, झूला, नहाने के लिए स्वीमिंग पूल के समान सुविधा, विश्राम गृह के समीप की पुरानी बिल्डिंग को डिस्मेंटल करने, एक तरफ से दूसरे तरफ जाने की व्यवस्था, पर्यटन सूचना केंद्र एवं पुलिस सहायता केंद्र बनाने सहित अन्य विशयों पर चर्चा करते हुए पर्यटकों को आकर्शित करने अधिकारियों से सुझाव लिए।कलेक्टर ने पर्यटन स्थल अमृतधारा में बनाये गये जिला पंचायत संसाधन केंद्र भवन, केंटीन भवन, पार्किंग स्टैंड, मंदिर के पास के सामुदायिक भवन, गार्ड रूम, लोकल हैन्डीक्राफ्ट मार्केट, वाच टावर, काटेज आदि का अधिकारियों के साथ जायजा भी लिया। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी मनेन्द्रगढ श्री वी एन झा, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री आर.पी.चैहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पंकज षुक्ला, लोक निर्माण, जल संसाधन एवं विद्युत विभाग सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
- जशपुर: कलेक्टर श्री महादेव कावरे के निर्देशन में जशपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 699 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 3931 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 3500 एवं महिलाओं की संख्य 431 शामिल है। इनमें जशपुर विकासखंड के 58 क्वारेंटाईन सेंटर में 287 लोगों को रखा गया हैं। इसी प्रकार मनोरा के 57 क्वारेंटाईन सेंटर में 184 लोगों को, दुलदुला विकासखंड के 90 क्वारेंटाईन सेंटर में 483 लोगों को, कुनकुरी विकासखंड के 153 क्वांरेंटाईन सेंटर में 688 लोगों को, फरसाबहार विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 886 लोगों को कासंाबेल विकासखंड के 55 क्वारेंटाईन सेंटर में 383 लोगों को, पत्थलगांव विकासखंड के 128 क्वारेंटाईन सेंटर में 515 लोगों को एवं बगीचा विकासखंड के 103 क्वारेंटाईन सेंटर में 505 लोगों को रखा गया है।कलेक्टर श्री कावरे के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं निंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है।
- जशपुर: प्रदेश में संचालित प्रयास अवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं में प्रवेष हेतु दिनाँक 24 जून 2020 दिन बुधवार को शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जषपुर नगर में समय 10ः30 बजे से परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इसी प्रकार एकलव्य आदर्ष आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेष हेतु दिनाँक 26 जून 2020 दिन शुक्रवार को समय 10ः30 बजे से जिला मुख्यालय में शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जषपुर, म.ल.बा. कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जषपुर, शासकीय नवीन आदर्ष उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जषपुर, शासकीय उच्च.माध्य.विद्यालय गम्हरिया, सरस्वती षिषु मंदिर उच्च.माध्य.विद्यालय जषपुर एवं जषपुरान्चल उच्च.माध्य.विद्यालय (बाधरकोना), जषपुर में आयोजित किया जाना है।उपरोक्त परीक्षा हेतु प्रवेष पत्र संबंधित विकास खण्ड षिक्षा अधिकारी के कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। प्रवेष पत्र प्राप्त नहीं होने की स्थिति में संबंधित परीक्षा केन्द्र में 01 घण्टा पूर्व प्रवेष पत्र प्राप्त कर सकते हैं, इस हेतु परीक्षार्थी अपने पासपोर्ट साईज का फोटोग्राफ्स साथ रखें। परीक्षा केन्द्र में विद्यार्थियों को मास्क लगाना (नाक एवं मुह ढ़का होना) अनिवार्य होगा। परीक्षा केन्द्र में प्रवेष के पूर्व हाथ साबुन से साफ करना/सेनेटाईज करना आवष्यक होगा। परीक्षा केन्द्रों को परीक्षा के 01 दिन पूर्व सेनेटाईज कराया जायेगा।
- जशपुर: अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अधिकारियों कर्मचारियों ने भी अपने-अपने घरों में रहकर योगाभ्यास किया। डिप्टी कलेक्टर श्री आर.एन.पाण्डेय, मनोरा विकासखंड के जनपद सीईओ श्री अनिल तिवारी, उपसंचालक समाज कल्याण के अधिकारी, विद्युत विभाग के अधिकारी, पत्थलगंाव सीएमओ और विभिन्न ग्राम पंचायतों में भी ग्राम वासियों ने योग का अभ्यास किया।
- जशपुर: कुनकुरी एसडीएम श्री रवि राही के मार्गदर्शन में दुलदुला के क्वारेंटाईन सेंटर में मजदूरों ने योग का अभ्यास किया। इसी प्रकार करडेगा क्वारेंटाईन सेंटर के प्रवासी मजदूरों ने योग किया। लोदाम और लवाकेरा क्वारेंटाईन सेंटर में भी योग दिवस पर मजदूरों ने योगाभ्यास किया।
- लोगों को अपने दिनचर्या में योग को शामिल करने की अपील की
जशपुर: जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जशपुर कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने अपने निवास में विभिन्न योग का अभ्यास किया गया उन्होंने सभी अधिकारियों कर्मचारीयों और आम नागरिकों को भी अपने अपने घरों में योग करने की अपील की है। उन्होंने कहा योग करने से मन और शरीर स्वस्थ रहता है। नियमित दिनचर्या में योग को शामिल करने शरीर की बहुत सारी बीमारियो से मुक्ति मिल जाती है। लोगों को अपने घरों में कुछ समय निकालकर योगा का अभ्यास करना चाहिए। कोरोना वायरस के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए इससे बचाव के लिए शासन द्वारा इस वर्ष डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से योगाभ्यास करने का आग्रह किया गया था। लोगों ने योग के महत्व को समझते हुए टीव्ही, लैपटाॅप, मोबाईल के माध्यम से अपने-अपने घरों में योग के विभिन्न अभ्यास - स्कूल खुलने से पूर्व बच्चों के लिए पाठ्य पुस्तकें सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देशकार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर कीविडियो काल से कोरोना मरीजों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लीजशपुर: कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज विश्राम गृह में स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर खनिज न्यास निधि के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री के.एस मंडावी स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे कलेक्टर ने खनिज न्यास निधि से दिए गए कार्यों को गंभीरता से करने के निर्देश दिए हैं।कार्यों के धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रगति लाने सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने ने शिक्षा अधिकारी को स्कूल खुलने से पूर्व बच्चों के लिए पाठ्य सामग्री पुस्तकें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिले के मरीजों के लिए जिला अस्पताल में कोवि-19 अस्पताल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई ताकि कोरोना मरीजों को जिले में ही स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके उन्होंने कहा कि कोरोना के गंभीर मरीजों को रायपुर अस्पताल रिफर किया जाता है उन्होंने जिला अस्पताल में स्थापित कोवि-19 अस्पताल में भर्ती मरीज से विडियो काल के माध्यम से उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली और स्वास्थ्य अधिकारियों को मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। लाईवलीहुड काॅलेज में स्थापित आईशोलेसन सेंटर में भी वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से मरीजों से बातचीत करके उनका हाल चाल जाना। इस आईशोलेसन सेंटर में 18 मरीजों को रखा गया है और डाॅक्टरों की निगरानी में उनका इलाज किया जा रहा है।
- सूरजपुर : आज विकासखंड प्रतापपुर के ग्राम पंचायत सोनगरा के गौठान में कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा , जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा के निर्देशानुसार रोका छेका कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम में समस्त पशुपालको द्वारा शपथ लेकर यह निश्चित किया गया कि पशुओं को खुले में न छोड़ , गौठान में लाकर फसलों की सुरक्षा में योगदान देंगे। कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री अभिषेक सिंह द्वारा गौठान परिसर में ही कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी लगवा किसानों को आधुनिक खेती की तरफ उनका ध्यान आकर्षित किया। इसके पश्चात सभी ग्रामवासियों अधिकारी व कर्मचारी द्वारा सामूहिक रूप से वृक्षारोपण किया गया। इसके अतिरिक्त महिलाओं के द्वारा तैयार किये गए जैविक खाद का अवलोकन, गोचर में कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा लगवाए मक्के की फसल का अवलोकन किया गया, साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के दिये गए लक्ष्य के अनुरूप कृषकों की प्रविष्टि एवं किसानों को कृषि यंत्रो का वितरण किया गया है। इस दौरान कृषक एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे।
- सूरजपुर: कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने आज रिमझिम बारिश के बीच जिले के दूरस्थ क्षेत्र चांदनी बिहारपुर पहुंचकर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर ने डॉक्टरों एवं कर्मचारियों की जानकारी लेते हुए उपस्थिति पंजी , जच्चा बच्चा कार्ड, ओपीडी , टीकाकरण, दवाई वितरण, दवाई संग्रहण कक्ष का भ्रमण कर निरीक्षण किया। कलेक्टर ने बिहारपुर क्षेत्र में पीड़ित मलेरिया, टीबी, टाइफाइड, गर्भवती महिलाओं के डिलीवरी के संबंध में जानकारी ली तथा शत प्रतिशत स्वास्थ्य केंद्र में ही डिलीवरी करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गर्भवती तथा शिशुवती महिलाओं को पौष्टिक आहार प्राप्त हो इसके लिए उन्होंने डॉक्टर और मितानिनों को व्यापक प्रचार प्रसार कर उचित काउंसलिंग करने , अस्पताल एवं अस्पताल परिसर की स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखते हुए साफ सफाई रखने कहा।उन्होंने इस क्षेत्र के मरीजों का सही समय पर इलाज हो सके इसके लिए सभी डॉक्टरों एवं कर्मचारियों को मुख्यालय में ही निवास करने के सख्त निर्देश दिए।बता दे कि कलेक्टर श्री रणवीर शर्मा ने पदभार ग्रहण के बाद कोरोना महामारी से बचाव की व्यवस्थाओं में लग गए और अब जिला कोरोना मुक्त हो चुका है तब उन्होंने जिले के क्षेत्रों का रुख किया है और क्षेत्र की समस्याओं एवं आवश्यकताओं से अवगत होने रिमझिम बारिश के बीच जिले के दूरस्थ क्षेत्र बिहारपुर ग्राम पंचायत पहुंचे जहां की समस्याएं एवं आवश्यकताओं की जानकारी लेते हुए स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्र भवनों की जर्जर स्थिति को सुधार करने कहा तथा सरपंच की मांग पर बिहारपुर पंचायत में राजीव गांधी सेवा केंद्र भवन मनरेगा मद से बनाने त्वरित स्वीकृति दी। इसके लिए उन्होंने स्थल का चयन कर जनपद पंचायत सीईओ एवं रोजगार सहायक को लेआउट तैयार कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए । कलेक्टर ने नवाटोला बॉर्डर पहुंच कर वहां तैनात कर्मचारियों से सुरक्षा व्यवस्था, आने जाने वालों की जानकारी लेते हुए निगरानी रखने कहा। उन्होंने बॉर्डर से लगे मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के ग्राम जोगियानी, मकरोहर आदि गांव का भ्रमण कर क्षेत्र का अवलोकन करते हुए वहां की वास्तविक स्थिति से अवगत हुए। कलेक्टर ने राम वन गमन मार्ग के लक्ष्मण पांव , सीता लेखनी का भी निरीक्षण किया तथा राम वन गमन मार्ग के चिन्हित स्थलों पर स्पष्ट अक्षरों में साइन बोर्ड लगाने अधिकारियों को निर्देश दिए।इस दौरान एसडीएम श्री प्रकाश सिंह राजपूत, उपवनमण्डलाधीकारी श्री उत्तम पैंकरा, तहसीलदार श्री अमित केरकेट्टा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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- सिंचाई योजनाओं के साथ नरवा के माध्यम से भूजल संवर्धन के लिए युद्ध स्तर पर होंगे काम- आजीविकामूलक केंद्र के रूप में विकसित होंगे गौठान- सामूहिक फलोद्यान पर होगा फोकस
दुर्ग 20 जून : धमधा ब्लॉक खेती के मामले में अग्रणी है। भूमिगत जल में बढ़ोत्तरी हो और सिंचाई के और भी बेहतर व्यवस्था विकसित हो तो इस इलाके में खेती और भी संभावनाओं को लेकर आ सकती है। आपको इसी दिशा में अपनी पूरी ऊर्जा लगानी है। खेती के साथ ग्रामीण आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बना सकें तो किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य आसानी से हासिल कर सकते हैं। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने यह बात धमधा में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कही।पहली ब्लॉक स्तरीय बैठक में कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने अधिकारियों को गौठान को आजीविकामूलक गतिविधियों के केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि गौठान ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी होने चाहिए। गौठान के माध्यम से न केवल पशुधन संवर्धन की कवायद की जाए अपितु यहां नवाचारों को भी बढ़ावा दिया जाए। इसके माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तेजी से विकसित किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी इस बात का चिन्हांकन करें कि किस किस तरह के उत्पाद अपने आसपास के परिवेश के लिए बनाए जा सकते हैं और अभी नहीं बनाए जा रहे हैं अथवा जिनकी बाहर से आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम इस संबंध में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।इसके पश्चात उनकी गुणवत्ता तय करना, इनके विपणन करने के तरीके टारगेट ग्रुप तक उन्हें पहुंचाने के रास्ते भी निकालने होंगे। इन सब के लिए महिला समूह को विशेष रूप से प्रशिक्षित करना होगा। कलेक्टर ने कहा कि पाटन में सांकरा स्थित आजीविका केंद्र में अच्छा काम हो रहा है। वहां महिलाएं साबुन बना रही हैं फेंसिंग पोल बना रही है। ट्री गार्ड बना रही है और भी बहुत सारे उत्पाद बाजार की जरूरतों के मुताबिक उन्होंने चिन्हांकित किये हैं। कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्र में पापड़, अचार इन सब के मार्केट में बड़ी कंपनियां कार्य कर रही हैं। अगर महिला समूह इनका उत्पादन करें और अपने हाथों के स्वाद का जादू दें तो काफी गुंजाइश उनके उत्पाद के लिए हो सकती है क्योंकि खाद्य पदार्थों के बाजार में टेस्ट की विशेष अहमियत होती है। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में होने वाले कई उत्पाद शहरों में पसंद किए जाते हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इनका उत्पादन कम होने के कारण से बाजार में इनकी कमी रहती है। इन्हें भी बनाने का काम और शहरी क्षेत्रों में उनके विपणन का कार्य शुरू किया जा सकता है।
कलेक्टर ने कहा कि नरवा, गरुवा, घुरूवा, बाड़ी योजना में बाड़ी का कंपोनेंट भी इस क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। धमधा क्षेत्र में बहुत उन्नत कृषि होती है सब्जी के उत्पादन में भी क्षेत्र अग्रणी है अभी बाड़ी के माध्यम से लॉकडाउन में जो प्रयोग किए गए, वह बहुत सफल रहे हैं। धमधा क्षेत्र में उनके सफल होने की गुंजाइश और अधिक इसलिए है कि क्षेत्र कृषि के मामले में काफी आगे है।महिला समूह को इस क्षेत्र में मदद की जाए तो उनके लिए काफी बेहतर रास्ते तैयार होंगे। कलेक्टर ने नरवा योजना की विशेष रूप से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भूमिगत जल को बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है और नरवा योजना इसलिए ही लाई गई है धमधा क्षेत्र जहां पर पानी की दिक्कत महसूस करते हैं वहां नरवा और सिंचाई योजनाओं के माध्यम से पानी बढ़ाकर किसानों की काफी मदद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में काफी जोर होना चाहिए। कृषि धमधा क्षेत्र की रीढ़ है। कृषि को जितना आगे ले जाएंगे, उतना ही खेती किसानी के लिए बेहतर कार्य कर पाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में नवाचार के लिए बड़ी राशि रखी गई है।
ऐसे प्रगतिशील किसान जो परंपरागत ज्ञान के साथ आधुनिक तकनीक के उपयोग से खेती करना चाहते हैं। उन्हें कृषि अधिकारी विशेष रूप से प्रोत्साहित करें। कृषि विभाग के अधिकारी इस ओर विशेष ध्यान दें। किसानों को तकनीकी रूप से जानकारी उपलब्ध कराएं। सब्जी विशेषकर फलों के रकबे बढ़ाने के संबंध में अधिकतम प्रयास किया जाए। उन्होंने सामूहिक फलोद्यान की ओर विशेष ध्यान देने कहा। उन्होंने कहा कि सामूहिक फलोद्यान कई मायने में उपयोगी होते हैं। एक ही तरह के फलों का उत्पादन एक जगह होने से क्रेता और विक्रेता दोनों को लाभ होता है। -
किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए चाय की खेती करने के लिए किया जा रहा है प्रोत्साहित
जशपुरनगर 20 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने जशपुर जिले के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सार्थक कार्य कर रहे है। इसी कड़ी में उन्होंने जशपुर विकास खंड के बालाछापर में पौध रोपण समकेतिक चाय पौध रोपण के लिए 9.11 हेक्टेयर में 1 करोड़ 77 लाख की राशि एवं गुटरी में 11.9 हेक्टेयर में चाय पौध रोपण के लिए के लिए 2 करोड़ 17 लाख की राशि की स्वीकृति प्रदान की है। कलेक्टर ने कहा कि जिले के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए चाय की खेती के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जशपुर के किसान मिर्च, काजू, लिची चाय काफी की अच्छी खेती करते हैं और दूसरे राज्यों में भी काजू, चाय, काफी की अच्छी मांग है। उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए किसानों को चाय उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वीकृत किए गए राशि में मजदूरों को पौधा लगाने और गड्ढा खोदने के लिए मनरेगा और डीएमेफ फंड से बालाछापर के लिए 32 लाख का मजदूरी भुगतान शामिल है। इसी प्रकार गुटरी के चाय पौधे लगाने एवं गड्ढा खोदने के लिए 43 लाख 35 हजार का मजदूरी भुगतान शामिल है। उक्त कार्यो के लिए डीएमफ और मनरेगा फंड से चाय के पौधे तैयार किए गए है लगाने के लिए। - बलरामपुर 20 जून : छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के चयनित स्कूलों में कक्षा पहली से बारहवीं तक के छात्रों को अंग्रेजी माध्यम से अध्यापन के लिए उत्कृष्ट (अंग्रेजी माध्यम) हायर सेकेण्डरी स्कूल की स्थापना की गई है। जिले में उत्कृष्ट (अंग्रेजी माध्यम) उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर, वाड्रफनगर और रामानुजगंज में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। प्रवेश हेतु आवेदन-पत्र विद्यालय में उपलब्ध है, जिसके अंत में उल्लेखित शर्तों के अधीन कक्षा 1 ली से 12 वीं तक के अंग्रेजी माध्यम की पृष्ठ भूमि वाले छात्रों को प्रवेश दिया जायेगा।
अभिभावकों को सहमति देनी होगी कि वे 01 जुलाई 2020 से प्रारंभ होने वाली ऑनलाइन/वर्चुवल क्लासेस हेतु अपने बच्चों को एन्ड्रायड मोबाईल तथा इन्टरनेट डाटा उपलब्ध कराने के साथ-साथ प्राथमिक स्तर के बच्चों के साथ वर्चुवल अथवा प्रत्यक्ष (नियमित) कक्षा में उपस्थित रहेंगे तथा कक्षा में छात्रों की 75 प्रतिशत उपस्थिति भी अनिवार्य है। समिति द्वारा आहूत नियमित बैठक में भी पालकों को अनिवार्य रूप से सम्मिलित होना होगा। अध्यापन का माध्यम अंग्रेजी होने के कारण पालकों से भी अपेक्षा की जाती है कि वे अपने परिवार के साथ बच्चों से अधिकांश समय अंग्रेजी में व्यवहार करने का प्रयास करेंगे। विद्यालय की प्रत्येक कक्षा में 40 सीटें निर्धारित की गई है तथा पाठ्यक्रम व परीक्षा प्रबंध सी.जी. बोर्ड पैर्टन के अनुरूप आयोजित किया जायेगा। प्रवेश हेतु आवेदन पूर्ण कर सभी दस्तावेजों (टी.सी. छोड़कर) के साथ 25 जून 2020 तक विद्यालयों में जमा करें। -
बलरामपुर 20 जून : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा सीमावर्ती क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने झारखंड से लगने वाले कोरोंधा बाॅर्डर का निरीक्षण किया। कोरोंधा बॉर्डर पहुंचकर उन्होंने बॉर्डर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से बात कर उनका उत्साहवर्धन किया। कलेक्टर ने वाहनों की नियमित जांच तथा नियमानुसार आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीमा पर लगने वाले स्वागत बोर्ड का स्थान बदलकर सीमा निर्धारण रेखा के निकट लगाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कुसमी से लगने वाले जशपुरनगर के अंतरजिला सीमा का निरीक्षण भी किया।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से चर्चा करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चैबंद कर करने के निर्देश दिये।इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी श्री दीपक निकुंज, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री मनोज कुमार सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। - बलरामपुर 20 जून : उत्तरी छत्तीसगढ़ में शेष छत्तीसगढ़ की तुलना में अधिक ठंडी पड़ती है। पाट प्रदेश का भाग होने के कारण जिले में ठण्ड के मौसम तापमान में काफी गिरावट आती है। निकटवर्ती जिले के पाट प्रदेश के भाग में चाय की उत्पादकता को देखते हुए यहां भी चाय के उत्पादन की संभावनाएं देखी जा रही है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री टी.आर. कोसिमा ने चाय बागान के लिए कुछ क्षेत्रों का भ्रमण किया। कुसमी विकसखंड ग्राम घुटराडीह में राजस्व विभाग के आरक्षित भूमियों का अवलोकन किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से चर्चा कर मौसम की अनुकूलता तथा पानी की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में ठंडी को देखते हुए चाय खेती हो सकती है, इस दिशा में कार्य करने के लिए सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है। चाय बागान के लिए बड़ी भूमि की आवश्यकता होती है, इसलिए भूमि का अवलोकन किया जा रहा है।
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बलरामपुर 20 जून : कोरोना के प्रसार को देखते हुए इसके नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु जिले में क्वारेंटीन सेंटर बनाये गये हैं। क्वारेंटीन सेंटरों में रह रहे लोगों को सभी सुविधाएं दी जा रही है। सेंटर में रह रही महिलाएं, बच्चे, बुजुर्गों विशेषकर गर्भवती महिलाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। विकासखण्ड बलरामपुर के महाराजगंज स्थित क्वारेंटीन सेंटर में रह रही गर्भवती महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। डाॅक्टरों की टीम द्वारा सुरक्षित प्रसव कराकर महिला एवं नवजात शिशु को डाॅक्टरों की देखरेख में महाराजगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में विशेष कक्ष में रखा गया है। महिला को कुछ दिन पूर्व ही रांची से लौटने पर उनके पति के साथ क्वारेंटीन किया गया था।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला ने 20 जून की सुबह डाॅक्टरों की देखरेख में स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। महिला क्वारेंटीन सेंटर में रूकी हुई थी इसलिये इस कठिन समय में सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुरक्षित प्रसव कराया। सुरक्षित प्रसव कराने वाले डाॅ. पी.पी. पटेल तथा महिला स्वास्थ्य कर्मी राजकुमारी ने बताया कि मां एवं बच्चे की हालत स्थिर है। बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ है तथा डाॅक्टरों की देखरेख में है। महिला को क्वारेंटीन सेंटर में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई तथा उसकी उचित देखभाल की जा रही थी। डाॅक्टरों ने बताया कि महिला अपने पति के साथ कुछ ही दिन पूर्व रांची से लौटकर क्वारेंटीन सेंटर में रह रही थी। गर्भवती महिला की सूचना प्राप्त होते ही स्वास्थ्य टीम द्वारा उनकी जांच कर जरूरी परामर्श तथा जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थी। उक्त महिला के पति ने प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि क्वारेंटीन सेंटर में उनका विशेष ख्याल रखा गया है।ज्ञात है कि राज्य सरकार द्वारा क्वारेंटीन सेंटर में रह रही गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा देने के साथ ही जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष क्वारेंटीन सेंटर बनाये गये हैं, जहां उनको स्वास्थ्य सुविधाओं के उपलब्धता के साथ ही सभी जरूरी सुविधाएं प्राप्त होगी। -
दुर्ग के ब्लाॅक लेवल ऑफिसर्स मीटिंग में कलेक्टर डाॅक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कहा सबके परफार्मेंस की हो रही लगातार मानिटरिंग, शतप्रतिशत क्षमता से कार्य करें अधिकारी
- बेहतरीन ढंग से हो शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन, अपनी पूरी दक्षता से काम करें अधिकारी, आपके परफार्मेंस की लगातार हो रही मानिटरिंग, परिणाममूलक कार्य नहीं हुए तो तय की जाएगी जिम्मेदारी
दुर्ग 20 जून : जिला मुख्यालय के अधिकारियों के साथ कलेक्टर डाक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने अपनी नजर ब्लाॅक लेवल के ऑफिसर्स के कार्यों की मानिटरिंग पर भी रखी है। उन्होंने आज अपनी तीसरी ब्लाॅक स्तरीय बैठक दुर्ग ब्लाक में ली। इससे पहले वे धमधा और पाटन ब्लाॅक के अधिकारियों के साथ बैठक ले चुके हैं। बैठक में कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया कि वे जिला स्तर के अधिकारियों के कार्यों के साथ ही ब्लाॅक लेवल ऑफिसर के कार्यों की भी नियमित मानिटरिंग करेंगे। परिणाममूलक कार्य नहीं हुए तो जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि शासन की फ्लैगशिप योजनाएं सबसे अहम हैं। इसके क्रियान्वयन पर पूरी बारीकी से कार्य करें। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक भी मौजूद थे।
इस दौरान उन्होंने शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की। चिन्हांकित किये गए 61 गौठानों में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने गौठान की बुनियादी बातों को सबसे पहले बताया। उन्होंने कहा कि गौठान इसलिए निर्मित किए गए हैं कि अधिकतम पशुधन यहां पर रहे। इसलिए पहली आवश्यकता यह है कि पशुधन की अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। पशुओं की संख्या के मुताबिक उनके लिए चारेपानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। गौठान का काम रोजमर्रा का काम है इसलिए आपको नियमित रूप से इसका फीडबैक लेना होगा। इसके साथ ही नस्ल सुधार पर ध्यान देना भी अहम है। नस्लसुधार से पशुपालन लाभप्रद पेशे के रूप में बढ़ेगा और इससे ही कृषि के साथ पशुपालन पर जोर बढ़ेगा और इसके आर्थिक लाभ ग्रामीणों को मिल पाएंगे।
कलेक्टर ने कहा कि गौठान को रोजगार मूलक बनाया जाना है ताकि आर्थिक दृष्टिकोण से ग्रामीणों को मजबूत बनाया जा सके। गौठान में महिला स्वसहायता समूहों को अनेक गतिविधियों से जोड़कर रोजगार की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाने का कार्य करें। गौठान में उत्पादित सामग्रियों की खरीदारी जिला पंचायत के माध्यम से की जाएगी। गौठान के बेहतर क्रियान्वयन व संचालन के लिए सभी गौठान के लिए गौठान समिति के गठन की जानकारी भी उन्होंने ली। उन्होंने कहा कि गौठान समिति को सक्रिय करें, इनके प्रभावी कार्य का बेहतर परिणाम गौठान को मिल सकेगा।
कलेक्टर ने गौठान के क्रियान्वयन से जुड़े विभिन्न विभाग कृषि पशुपालन मत्स्यपालन उद्यानिकी विभाग से कहा कि गौठान में विभागीय गतिविधियों का बेहतर संचालन करें। कृषि विभाग से कहा कि यहां निर्मित कंपोस्ट व वर्मी टैंक को भरने का कार्य करे। मत्स्य विभाग को गौठान में मत्स्य पालन के लिए कार्यक्रम तैयार कर इसके लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। कम से कम दस गौठान में मुर्गी पालन हेतु शेड निर्माण किये जाने के निर्देश दिए। उद्यानिकी विभाग को सामुदायिक फलोद्यान लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आज ब्लॉक स्तरीय विभागीय समीक्षा में विभागों में संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन वित्तीय व भौतिक लक्ष्य को पूर्ण प्राप्ति की दिशा में प्रभावशाली पूर्वक कार्य कहा। विभागीय योजनाओं के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन नही होने की दशा में अधिकारियों पर जवाबदेही तय करते हुए आवश्यक कार्यवाही की चेतावनी भी कलेक्टर ने दी।
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महासमुंद 20 जून : जिले के धान उपार्जन केन्द्र केना में समिति प्रवन्धक, उपार्जन केंद्र प्रभारी एवम ऑपरेटर के खिलाफ एफआईआर का मामला दर्ज किया गया है। इनके खिलाफ प्रथम दृष्टया 831किविंटल से अधिक के धान के गबन का मामला सामने आया है। धान उपार्जन केन्द्र केना तहसील सरायपाली में 16 जून 2020 को खाद्य तथा सहकारिता विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच की गई। जिसमें पाया गया कि खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 के धान उपार्जन केन्द्र केना के कम्प्यूटर में दर्ज रिकार्ड के अनुसार खरीदी केन्द्र केना द्वारा कुल 41203.60 क्विंटल धान की खरीदी की गई। जिसमें से मिलर तथा संग्रहण केन्द्र को 40372.47 क्विंटल धान प्रदान किया गया। इस प्रकार समिति में 831.13 क्विंटल धान उपलब्ध होना चाहिए था लेकिन मौके पर खरीदी केन्द्र में धान का स्टॉक निरंक पाया गया। धान की 831.13 क्विंटल की कमी के बारे में समिति प्रबंधक तथा खरीदी प्रभारी से पूछताछ की गई, जिसमें उनके द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। इसलिए जांच अधिकारियों के द्वारा जांच प्रतिवेदन में प्रथम दृष्टया 831.13 क्विंटल धान का गबन की जाना पाया गया जिसके लिए समिति के उपाध्यक्ष समिति प्रबंधक,खरीदी प्रभारी तथा कम्प्युटर ऑपरेटर को दोषी मानते हुए समिति तथा शासन को लगभग इक्कीस लाख रुपये की क्षति पहुँचाने के आरोप में थाना सरायपाली में एफ.आई.आर. दर्ज कराई गई।
छ.ग.शासन खाद्य विभाग द्वारा जारी धान खरीदी नीति के अनुसार समितियां धान खरीदी करती है, जिसकी कण्डिका क्रमांक 15.9 में स्पष्ट उल्लेंख है कि खरीदी केन्द्रों में संग्रहित धान के लिए कोई सूखत मात्रा मान्य नहीं होगी। इस नीति के तहत् मार्कफेड तथा समिति के बीच अनुबंध पत्र निष्पादित किया जाता है जिसकी कंण्डिका 1.10 में उल्लेख है कि धान उपार्जन केन्द्रों में क्रय किये गये धान पर कोई सूखत मान्य नहीं है। मार्कफेड द्वारा धान खरीदी केन्द्रों में खरीदे गये धान के सुरक्षित रख रखाव के लिए राशि भी प्रदान की जाती है। उप पंजीयक, सहकारी संस्थाएं, जिला महासमुन्द द्वारा बताया गया है कि शासन के निर्देशानुसार इस प्रकार की जाँच कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी तथा जिन खरीदी केन्द्रों में धान की कमी अथवा अनियमितता पायी जाती है तो उस समिति के कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। -
जशपुरनगर 20 जून : जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री पी. सुथार के मार्गदर्षन में जिलेें में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए लगातार स्वास्थ्य अमला प्रयासरत है। श्री सुथार ने बताया जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 104 एवं एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 31 है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले के 73 कोरोना संक्रमित मरीज उपचार के पष्चात स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गए है। -
आज डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से जिले में मनाया जाएगा अंतराष्ट्रीय योग दिवस
जशपुरनगर 20 जून : कोरोना महामारी के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने जिले में आज छठवें अंतराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने के निर्देष दिए है। कलेक्टर श्री कावरे ने जिले के सभी अधिकारी कर्मचारी, आम नागरिक से आज सुबह 7 बजे अपने घरों में रहते हुए डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से योग दिवस में षामिल होकर योग करने को कहा है। -
शासन द्वारा प्रभावितों को यथासंभव दिया जाएगा मुआवजा
जशपुरनगर 20 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे एवं पुलिस अधीक्षक जषुपर श्रीषंकर लाल बघेल ने जषपुर के बाजारडांड के जले जूता-चप्पल दुकानों के प्रभावित हितग्राहियों से मुलाकात करके उनकी छति-पूर्ति की जानकारी ली। उन्होंने यथासंभव मुआवजा देने का आष्वासन दिया है। कलेक्टर ने दुकानों के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की जानकारी ली और बाजार के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देष अधिकारी को दिए है। कलेक्टर ने प्रभावित 7 हितग्राही से मुलाकात की इनमें मकसूद, षकील खान, वकील खान, जलील खान, आलमगिर मलिक, अलाउद्दीन खान के जूता-चप्पल क्षति ग्रस्त हुए है। एजाज रियाज मलिक के दुकानों की क्षति हुई है। इस अवसर पर एसडीएम जषपुर श्री योगेन्द्र श्रीवास, सीएमओ जषपुर श्री बुनकर, तहसीलदार श्री मिरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए चाय की खेती करने के लिए किया जा रहा है प्रोत्साहित
जशपुरनगर 20 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने जशपुर जिले के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सार्थक कार्य कर रहे है। इसी कड़ी में उन्होंने जशपुर विकास खंड के बालाछापर में चाय बगान के लिए 9.11 हेक्टेयर में चाय उत्पादन के लिए 1 करोड़ 77 लाख की राशि एवं गुटरी में 11.9 हेक्टेयर में चाय बगान के लिए के लिए 2 करोड़ 17 लाख की राशि की स्वीकृति प्रदान की है। कलेक्टर ने कहा कि जिले के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए चाय की खेती के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जशपुर के किसान मिर्च, काजू, लिची चाय काफी की अच्छी खेती करते हैं और दूसरे राज्यों में भी काजू, चाय, काफी की अच्छी मांग है। उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए किसानों को चाय उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वीकृत किए गए राशि में मजदूरों को पौधा लगाने और गड्ढा खोदने के लिए भी बालाछापर चाय बागान के लिए 32 लाख का मजदूरी भुगतान षामिल है। इसी प्रकार गुटरी के चाय बगान में पौधे लगाने एवं गड्ढा खोदने के लिए 43 लाख 35 हजार का मजदूरी भुगतान षामिल है। -
सभी पीडीएस विक्रेताओं को हर माह 10 तरीख तक बकाया राषि जमा करेने कलेक्टर ने दिए निर्देषसमय पर बकाया राषि जमा नहीं करने वाले पीडीएस विक्रेता को निरस्तीकरण की कार्रवाही करें- कलेक्टरसभी पीडीएस दुकानों में समय रहते केरोसिन सहित अन्य खाद्यानों का भण्डारण करा लेकलेक्टर ने सभी पीडीएस विक्रेताओं को बारदाने के उठाव के संबंध में दिए निर्देषडिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से आज मनाया जाएगा अंतराष्ट्रीय योग दिवस - कलेक्टर
जशपुरनगर 20 जून : कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज जिले के विकासखंडो के खाद्य अधिकारी, समस्त खाद्य निरीक्षक पंचायत सचिव एवं उचित मूल्य दुकानों के संचालकों की मोबाईल एप्लिकेषन के माध्यम से बैठक लेकर सार्वजनिक खाद्य वितरण के तहत उचित मूल्य की राषन दुकानों में खाद्यान वितरण एवं भण्डारण की जानकारी ली। बैठक मेें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जषपुर श्री के. एस. मण्डावी, जिला खाद्य अधिकारी श्री जी. एस. कंवर, डीएम नान, डीएमओ मार्कफेड, सहित समस्त विकासखंडो के अनुविभागीय अधिकारी, सीईओ जनपद पंचायत, खाद्य निरीक्षक, सचिव, पीडीएस विक्रेता एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से जुडे़ रहे।
बैठक में कलेक्टर श्री कावरे ने जिले के समस्त षहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के उचित मूल्य की राषन दुकानो को सही समय पर खुलने के निर्देष देते हुए कहा कि सभी पीडीएस दुकानों में खाद्यानों की विक्रय दर एवं भण्डारण मात्रा अनिवार्य रूप से प्रदर्षित किया जाए। किसी भी पीडीएस दुकानों में निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर किसी भी खाद्यान का वितरण नहीं किया जाना चाहिए। इस संबंध में उन्होंने पंचायत क्षेत्रों के सचिव सहित पंच-सरपंच को भी निगरानी करने के निर्देष दिए है।श्री कावरे ने पीडीएस दुकानों में खाद्यान भण्डारण की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी पीडीएस संचालक खाद्यान वितरण की बकाया राषि निर्धारित समय पर जमा कराए। उन्होने बताया कि विक्रेता द्वारा समय पर बकाया राषि जमा नहीें किये जाने के कारण पीडीएस दुकानों में खाद्यान भण्डारण में समस्या उत्पन्न होती है। कलेक्टर ने सभी एसडीएम एवं जनपद सीईओ को इस संबंध में निर्देष देते हुए कहा कि सभी पंचायतो में हर माह की 10 तारीख तक राषि जमा कराना सुनिष्चित करें तथा जिस भी पंचायत में पीडीएस दुकान के संचालन एवं राषि जमा करने में विलंब होती है उन पंचायतो के पीडीएस संचालक को निरस्तीकरण की कार्रवाही किया जाए।
बैठक में श्री कावरे ने कहा कि बरसात के समय में जिले के दूरस्थ ग्रामीण पहुंच विहीन क्षेत्रों में समय रहते ही खाद्यान का भण्डारण सुनिष्चित करा ले जिससे इन क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण लोगों को खाद्यान से संबंधित किसी प्रकार समस्या न हो। उन्होंने सभी पीडीएस दुकानों में चावल, गेहूं, नमक, चना के साथ ही केरोसीन तेल एवं अरहर दाल का भी भण्डारण कार्य पूर्ण कराने के निर्देष दिए। बैठक में जिला खाद्य अधिकारी जषपुर श्री कंवर ने बताया कि सभी पीडीएस दुकानों को वित्तीय पोषण की राषि वितरित की जानी है इसके लिए सभी पीडीएस संचालक पीडीएस दुकान का खाता क्रमांक दो दिवस के अंदर अनिवार्य रूप जिला खाद्य अधिकारी कार्यालय में जमा कराना सुनिष्चित करे।
बैठक में कलेक्टर श्री कावरे ने खाली बारदानों को मार्कफेड के संग्रहण केन्द्र में भण्डारित करने के निर्देष दिए। उन्होने कहा कि सभी पीडीएस विक्रेता अपने पास रखे बारदानों का 50-50 नग का बंडल बना कर बारदानो में दुकान एवं स्थान के नाम का टैग लगा कर खाद्यान वितरण के लिए जाने वाले परिवहन गाड़ियों के माध्यम से मार्कफेड संग्रहण केन्द्र में भण्डारित करा लें। इससे धान खरीदी के समय बारदानों के उठाव में आने वाले समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सभी बारदाने संग्रहण केन्द्र में सुरक्षित रखें जाएगें।
बैठक में कलेक्टर श्री कावरे ने 21 जून अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिले के सभी विकासखंडों में सार्वजनिक अथवा सामूहिक कार्यक्रम के आयोजन न करने के निर्देष सभी संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष योग दिवस जिले में डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से मनाया जाएगा। जिले के सभी अधिकारी-कर्मचारी, आम नागरिक सहित क्वारेंटाईन सेंटरों मे रहने वाले सभी श्रमिकों को योग दिवस पर अपने घरों एवं सेंटरों से ही टीवी, लेपटाॅप, मोबाईल इत्यादि डिजिटल उपकरणों के माध्यम से योग करेने एवं योग करते हुए अपने तस्वीर संबंधित व्हाट्सएप्प ग्रुप में साझा करेने के निर्देष दिए। बैठक में 100 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से जुडे रहे। -
रायपुर : प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुुनिश्चित कर छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गांवों में पेयजल योजनाओं के लिए 2 हजार की आबादी के बंधन को समाप्त कर कम आबादी वाले गांवों में भी पेयजल योजनाओं के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था से ग्रामीण अंचल के लोगों को सहजता पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार के मार्गदर्शन में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। भू-जल स्त्रोतों के साथ वर्षा जल के संचयन और भू-जल संवर्धन के साथ सतही जल स्त्रोतों का उपयोग कर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की नीति पर राज्य सरकार कार्य कर रही है।
राज्य सरकार द्वारा बी.पी.एल परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2019 में मिनीमाता अमृत धारा योजना प्रारंभ की गई है। जिसके अंतर्गत बी.पी.एल. परिवारों को मुफ्त नल कनेक्शन देने का प्रावधान किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य की इस महत्वाकांक्षी योजना से अब तक 40 हजार 831 परिवारों को मुफ्त घरेलू नल कनेक्शन दिया जा चुका है। छत्तीसगढ़ में लगभग 20 हजार गांव हैं। जल आवर्धन योजना अंतर्गत 3 हजार गांव में पाइप लाइन के जरिए पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही जल जीवन मिशन में वर्ष 2024 तक राज्य के हर गांव में घर-घर नल के जरिए स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने का लक्ष्य है।
राज्य में पेयजल की आपूर्ति से संबंधित निर्माण एवं संधारण के कार्याें को सहजता से समय-सीमा में पूर्ण कराने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने सबसे पहले अपना नया यूएसओआर रेट लागू कर दिया है। नया यूएसओआर रेट लागू हो जाने से पेयजल संबंधी निर्माण एवं मरम्मत के कार्यों को कराने में आसानी होगी। नया यूएसओआर रेट के कारण अब राज्य शासन के राज्यांश के अतिरिक्त अन्य वित्तीय भार की बचत होगी। इससे राज्य के सुदूर अंचल सहित अन्य इलाकों में विभागीय कामकाज को तेजी से पूरा कराने में मदद मिलेगी।
राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की उन बसाहटों में जहां के पानी में आयरन तत्व की अधिकता है उसे पीने योग्य बनाने के लिए आयरन रिमूवल प्लांट लगाए गए हैं। ऐसी बसाहटें बस्तर क्षेत्र में अधिक है, जहां 40 से 50 हजार लोगों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इसी प्रकार 600 बसाहटों में फ्लोराइड रिमूवल प्लांट स्थापित कर लगभग 30 से 40 हजार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। राजनांदगांव जिले की चौकी नगर पंचायत और आस-पास के 20 गांवों में जहां के भू-जल में आर्सेनिक जैसे विषैले तत्व की अधिकता थी, वहां आर्सेनिक रिमूवल प्लांट लगाकर लगभग 40 हजार लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य के दूरस्थ पहुंचविहीन, विद्युतबाधित और लो वोल्टेज की समस्या वाले इलाकों में सौर ऊर्जा आधारित ड्यूल पम्प के माध्यम से पेयजल की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है। गर्मी के दिनों में पेयजल संबंधी शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए प्रदेश स्तर के साथ-साथ सभी जिला मुख्यालय में कन्ट्रोल रूम स्थापित कर समस्याओं का निराकरण त्वरित रूप से किया गया।
ऐसे क्षेत्र जहां ग्रीष्म काल में भू-जल स्तर गिरने से पेयजल और निस्तार की गंभीर समस्या आती है। वहां ’व्ही वायर इंजेक्शन वेल’ रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का उपयोग करने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। इस तकनीक और इसकी कार्य प्रणाली के माध्यम से 2.5 एकड़ क्षेत्र में होने वाली वर्षा जल से 10 एमएलडी अर्थात एक करोड़ लीटर वर्षा जल को जमीन के अंदर इंजेक्ट कर रिचार्ज किया जा सकता है। दुर्ग जिले के निकुम और अंजोरा ढाबा गांव में इस तकनीक को लगाने का निर्णय लिया गया है। - कोरबा : कोविड-19 महामारी के कारण 21 जून को छठवें अंतर्राष्ट्रीय सामूहिक योग दिवस का आयोजन नहीं किया जाएगा। इस वर्ष 21 जून को सामूहिक योग दिवस डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म पर मनाया जाएगा। इसकी थीम योग एट होम एण्ड योग विद फैमिली है। लोग अपने घरों में 21 जून को सुबह 7 बजे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आयोजित योग दिवस समारोह में शामिल हो सकेंगे। छठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सामान्य प्रोटोकाल की जानकारी के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा जारी विवरण सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दी गई है। कार्यक्रम के अंतर्गत आयुष मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा ‘‘माई लाईफ माई योगा’’ प्रतियोगिता का आयोजन दो चरणों में किया जा रहा है। प्रतिभागियों को तीन यौगिक अभ्यासों (क्रिया, आसन, प्राणायाम-बंध एवं मुद्रा) का 3 मिनट का वीडियों फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम#MylifeMyyoga पर अपलोड करना होगा । आयोजन के संबंध में अद्यतन सूचनाओं के लिए वेबसाइट innovate.mygov.in का अवलोकन किया जा सकता है।
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रोका-छेका अभियान की शुरूआत पर उत्साहित ग्रामवासी
कोरबा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के आवाह्न पर फसलों को चराई से बचाने के लिए पूरे प्रदेश में शुरू हुए रोका-छेका अभियान से कोरबा जिले के ग्रामीण भी उत्साहित हैं। जिले के सभी ग्राम पंचायतों और गौठान गांवों में आज इस अभियान की शुरूआत हुई। स्थानीय विधायकों, जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों ने भी इस अभियान की शुरूआत में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। कोरबा जिले की चिर्रा ग्राम पंचायत के गौठान परिसर में रिमझिम बारिश के बीच मुंह पर मास्क बांधे और सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करते हुए पचास से अधिक संख्या में ग्रामीणों और गौठान समिति के सदस्यों, स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने पूरे उत्साह से इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। गौठान समिति के सदस्य ललिता राठिया ने उत्साह पूर्वक बताया कि सरकार कोई कार्यक्रम शुरू करती है तो लोग जागरूक होते हैं। अपने फायदे के लिए लोग उस कार्यक्रम को अपनाते हैं। रोका-छेका अभियान भी गांव वालों के फायदे का अभियान है। ललिता राठिया ने बताया कि अब गांव के जानवर खुले में नहीं छोड़े जायेंगे। खेतों और बाड़ियों में घुसकर फसलों और सब्जियों को नहीं खायेंगे। बाहर छुटे जानवरों को सीधे गौठान में छेका जायेगा और पचास रूपये जुर्माना वसूलकर ही छोड़ेंगे। ललिता राठिया ने बताया कि इससे धान, सब्जी का उत्पादन ज्यादा होगा और किसानों को ज्यादा फायदा होगा। जुर्माने की राशि से पशुओं और गौठानों को सक्षम बनाया जायेगा। गांव की माली हालत सुधरेगी। ललिता राठिया ने रोका-छेका अभियान के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल का आभार व्यक्त किया।
ग्राम गौठान समिति की सदस्य श्रीमती कुंती राठिया ने कहा कि गौठान बनने से महिलाओं को अच्छा फायदा हुआ है। महिलाएं गौठान में केचुआ खाद बना रहीं है। एक लाख रूपये से अधिक की खाद अभी तक बेच दिये हैं। गौठान की बाड़ी में सब्जी लगा रहे हैं और उसे बेचकर भी फायदा कमा रहें हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि अब आजीविका ठीक से चल रही है। पहले काम नहीं मिल रहा था, अब 10 से ज्यादा महिलाओं को रोज का रोजगार मिल गया है। श्रीमती राठिया ने आशा जताई की गौठानों में अच्छे से काम करने पर एक साल में ही गांव की तस्वीर बदल सकती है।