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- महासमुंद : पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना अंतर्गत महासमुंद जिले में खरीफ 2019 में बजाज एलायंस जनरल इंश्योरेंस कम्पनी द्वारा अदरक, टमाटर, बैंगन एवं अमरूद आदि उद्यानिकी फसलों के लिए कुल 161 कृषकों के 124.746 हेक्टेयर रकबा के लिए बीमा किया गया था। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि बीमा कम्पनी द्वारा इस सीजन के लिए स्वचलित मौसम स्टेशन से प्राप्त मौसम संबंधी आंकड़ों के आधार पर बीमित पात्र कृषकों को क्षति हुए फसल का बीमा दावा भुगतान कृषकों के बैंक खातें में जमा कर दिया गया है। जिसके अनुसार जिले के कुल 68 कृषकों को कुल 54.98 हेक्टेयर रकबे के लिए कुल 07 लाख 58 हजार 899 रूपए की राशि भुगतान कर दी गई हैं। इनमें महासमुंद विकासखंड के 36 कृषकों को 33.260 हेक्टेयर रकबे के लिए चार लाख 57 हजार 482 रूपए, विकासखंड बागबाहरा के 29 कृषकों को 21.02 हेक्टेयर रकबे के लिए दो लाख 98 हजार 432 रूपए तथा विकासखंड बसना के तीन कृषकों को 0.700 हेक्टेयर के लिए दो हजार 985 रूपए का बीमा दावा राशि का भुगतान किया गया हैं। खरीफ 2019 में उद्यानिकी फसलों के लिए बीमा कराने वाले कृषक अपने संबंधित बैंक शाखा से सम्पर्क स्थापित कर जमा राशि के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- महासमुंद: छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल रायपुर द्वारा पी.ए.टी. एवं पी.व्ही.पी.टी. प्रवेश परीक्षा का आयोजन 28 मई 2020 को आयोजित किया गया हैं। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने परीक्षा के सुचारू, निर्विघ्न रूप से संचालन के लिए डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया हैं।
- महासमुंद : राज्य शासन द्वारा डाॅ. नरेन्द्र देव वर्मा द्वारा रचित छत्तीसगढ़ी गीत ‘‘अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार’’ को राज्य गीत घोषित किया गया हैं। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने बताया कि इस गीत को छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर द्वारा टसर कोसा, सूती सिल्क के साड़ियों में तथा शाॅल, स्टोल, साफा में हाथकरघा के माध्यम से बुनवाया गया हैं। कोसा सिल्क साड़ी में राज्य गीत हाथ की बुनाई के अतिरिक्त हाथ से कढ़ाई, मशीनी कढ़ाई एवं प्रिंट के माध्यम से भी उकेर कर व्यक्त किया गया हैं।सहकारी संघ के इस प्रयास से जहां राज्य गीत का व्यापक प्रचार-प्रसार हुआ हैं, वहीं बुनाई, कढ़ाई के माध्यम से राज्य के कुशल कारीगरों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। इसे प्रतीक चिन्ह के रूप में भेंट देने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। यह उत्पाद बिलासा हैण्डलूम एम्पोरियम जी.ई. रोड रायपुर में विक्रय के लिए उपलब्ध हैं। इन सभी तैयार वस्तुओं के संबंध में समस्त शासकीय विभागों से आग्रह किया गया है कि राज्य गीत के प्रचार-प्रसार एवं कारीगरों को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से शासकीय कार्यक्रमों में ‘‘अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार’’ के उकेरे गए कोसा सिल्क साड़ियों अथवा स्टोल आदि को भी प्रतीक चिन्ह के रूप में भेंट देने के लिए प्रयोग कर सकते हैं। इसे बढ़ावा देने का आग्रह किया गया हैं।
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543 ग्राम पंचायतों में नरेगा के तहत् जल संरक्षण, जल संवर्धन के साथ हितग्राही मूलक कार्य कराया जा रहा है
महासमुंद : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए चल रहे लाॅकडाउन के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे है। ऐसे मे गरीब मजदूर परिवार अपने आजीविका को लेकर चिंतित थे। जिसे ध्यान मे रखते हुए केन्द्र एवं राज्य शासन से निर्देश प्राप्त होने के उपरांत जिले के प्रत्येक गांवो मे महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से हितग्राही मूलक कार्य प्रारंभ कराकर जाॅब कार्डधारियों को प्राथमिकता के साथ उनके गाॅव में ही कार्य उपलब्ध कराएं जा रहे हैं।उल्लेखनीय है कि जिले की 543 ग्राम पंचायतों में एक हजार 743 कार्य प्रारंभ किए गए हैं, जिसमें एक लााख 30 हजार मजदूरों को रोजगार प्रदाय किया गया है। इनमें जनपद पंचायत सरायपाली के 103 ग्राम पंचायतों मंे 28 हजार से अधिक मजदूर कार्य कर रहे है, इसी प्रकार जनपद पंचायत बसना केे 100 ग्राम पंचायत मंेे 20 हजार 777, जनपद पंचायत बागबाहरा के 110 ग्राम पंचायतों में 23 हजार 955, महासमुन्द के 103 ग्राम पंचायत में 23 हजार 260 तथा पिथौरा के 120 ग्राम पंचायत मंे 20 हजार 863 मजदूरों को कार्य प्रदाय किया गया है। महात्मा गांधी नरेगा की योजना गरीब मजदूर परिवारों के लिए लाॅक डाउन में सहारा बना हुआ है।कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने जिले के सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे समस्त जाॅब कार्ड धारियों को प्राथमिकता के आधार पर कार्य प्रदाय करें। मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी श्री प्रथम अग्रवाल ने बताया कि जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के कार्यो के साथ-साथ हितग्राही मूलक कार्यो को प्राथमिकता पर कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में मजदूरों को काम के दौरान पंच सूत्र का पालन करने कि समझाईश अधिकारियों द्वारा दी जा रही हैं। अधिकारियों द्वारा बताया जाता है कि उन्हें घर से बाहर निकलते समय और काम के दौरान मुॅह और नाक को साफ कपड़े या गमछे से ढंककर रखें, कार्य स्थल पर कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें, सार्वजनिक स्थलों पर ना थूंके, बार-बार साबुन से कम से कम 20 सेकण्ड तक हाथ धोएं, पौष्टिक आहार जैसे अदरक, दालचीनी, हल्दी, जीरा, तुलसी, गर्म पानी पीएं, इसके अलावा बुखार, सूखी खाॅसी, श्वाॅस की परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर जाॅच कराने की सलाह दी जा रही हैंउन्होंने बताया कि जिले में लगभग सात हजार 80 विभिन्न कार्यों के लिए 118 करोड़ 73 लाख 80 हजार रूपए की राशि स्वीकृत कर मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने के लिए की गई है। जिनमंे से वर्तमान में चार हजार 676 कार्य प्रगतिरत् है। जिसमें नया तालाब 33, तालाब गहरीकरण 621, डबरी निर्माण 689, भूमि सुधार 418, गौठान निर्माण 116, चारागाह निर्माण 49, बकरी शेड 96, मुर्गी शेड 05, पशु शेड 12, नाला बंधान 286, वर्मी, नाडेप 70 एवं अन्य कार्य 2281 कार्य प्रगतिरत हंै। समस्त तकनीकी सहायक, सचिवों, रोजगार सहायकों के माध्यम से निर्देशो का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। -
प्रशासन द्वारा ऐसे छात्रों के डाटा एकत्र करने की कवायद शुरू अभिभावकों से सहयोग करने की अपील
महासमुंद : कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लाॅकडाउन घोषित हैं। इस कारण ऐसे छात्र जो छत्तीसगढ़ राज्य क बाहर रहकर अन्य राज्यों के शहरों में अध्ययन कर रहें हैं उन्हें भी शासन द्वारा यदि भविष्य में वापस लाने की योजना बनती है तो उन्हें वापस लाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई हैं। इस संबंध में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन एवं निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा जिले के ऐसे छात्रों का डाटा संकलन प्रारम्भ कर दिया गया हैं। डाटा संकलन के लिए शिक्षा विभाग एवं जनपद पंचायतों को जिम्मेदारियाॅ सौंपी गई हैं। शिक्षा विभाग अपने विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं संकुल समन्वयक के माध्यम से तथा जनपद पंचायत अपने सचिवों के माध्यम से डाटा संकलन का कार्य करेंगे। इसके पश्चात् दोनों के समन्वय से सूची तैयार की जाएगी।इस संबंध मेें डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूजा बंसल ने बताया कि लाॅक डाउन के चलते प्रदेश के विभिन्न जिलो के छात्र जो कोटा (राजस्थान)में फँसे थे उन्हें लाया गया है, उसी तरह भविष्य में राज्य के बाहर अन्य राज्यों के बड़े शहरों जैसे बेंगलुरू, कोलकाता आदि में पढ़ रहे हैं और वे वापस आना चाहते हैं, तो भविष्य में शासन द्वारा यदि ऐसे छात्रों को लाने की योजना बनाई जाती है तो उन्हें भविष्य में वापस लाने की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जिले के ऐसे पालकों एवं अभिभावकों से अपील की गई है कि वे इसकी जानकारी अपने जनपद पंचायतों केे मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के कार्यालय एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय को देवें। इन दोनों कार्यालयों द्वारा समन्वित एवं सम्मिलित रूप से छात्रों की सूची तैयार की जाएगी, ताकि छात्रों के नाम में दुहराव या पुनरावृत्ति नहीं होने पाएं। इसके अलावा यदि कोई अभिभावक जानकारी देना चाहता है तो विकासखंड शिक्षा अधिकारी को दे सकता हैं। जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, अभिभावक जिला कार्यालय के कोरोना नियंत्रण कक्ष के दूरभाष क्रमांक 07723-223305 में जानकारी दे सकते हैं। प्रदत्त जानकारी में छात्र का पूरा विवरण, राज्य, शहर सहित पूर्ण पता, सम्पर्क नम्बर आदि की विस्तार से जानकारी देवें। जानकारी के तहत् छात्र का नाम, छात्र का मोबाईल नम्बर, वर्तमान निवास का पूर्ण पता, अध्ययनरत् संस्था का नाम, पिता या पालक का नाम, पिता-पालक का मोबाईल नम्बर एवं पिता-पालक का पूर्ण पता दिया जाना चाहिए। इसमें सभी से सहयोग की अपील की गई हैं। - बलरामपुर : जिले के समस्त मदिरा की दुकानें 03 मई 2020 तक के लिए बंद रहेंगी। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 29 अप्रैल से 03 मई 2020 तक जिले के समस्त देशी-विदेशी मदिरा की दुकानें और जिले में स्थित देशी मदिरा के मद्य भंडारगारों को बंद करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने नोवेल कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए दुकानों को बंद रखने के आदेश दिये हैं। कलेक्टर ने जिले की पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों को जारी आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
- बलरामपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम हेतु राज्य शासन द्वारा विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं।इसी तारतम्य में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्राम पंचायतों में वार्ड/मोहल्ला वार जागरूकता दल का गठन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने निर्देशित किया है कि कोरोना जागरूकता दल में ग्राम पंचायतों के प्रत्येक वार्ड/मोहल्ले के अलग-अलग घरों के पांच लोगों को शामिल करें तथा इन्हें संबंधित अनुविभागीय अधिकारी रा0, तहसीलदार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस तथा थाना प्रभारी का सम्पर्क नम्बर प्रदान करें। इन प्रत्येक सदस्य का कार्य गांव में बाहरी व्यक्तियों को आने से रोकना, बाहरी व्यक्ति के आने पर तत्काल सूचना देना, सामाजिक/शारीरिक दूरी को लागू करना और होम क्वारंटाईन व्यक्तियों की निगरानी करना आदि कार्य होगा। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी।
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कोरिया : इलेक्ट्राॅनिक्स एवं सूचना प्रौद्यौगिकी के अपर मुख्य सचिव ने षासन के समस्त विभाग, संभागीय आयुक्त, विभागाध्यक्ष एवं कलेक्टर को पत्र जारी कर जूम मिटिंग प्लेटफार्म या जूम वीडियो कांफ्रंेसिंग एप्लीकेषन का उपयोग प्रतिबंधित करने की सूचना देते हुए अधीनस्थ कार्यालयों को निर्देषित करने कहा है। उन्होंने जूम मिटिंग प्लेटफार्म या जूम वीडियो कांफ्रंेसिंग एप्लीकेषन के स्थान पर ैॅ।छ ॅम्ठम्ग्ध् डपबतवेवजि ज्मंउध् ेालचम का उपयोग करने के लिए कहा है।
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कोरिया : दिव्यांगजन राज्य आयुक्त ने समस्त कलेक्टरों को पत्र जारी कर कहा है कि भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय दिव्यांगजन सषक्तिकरण विभाग नई दिल्ली के संज्ञान में यह आया है कि वर्तमान में लाकडाउन अवधि में दिव्यांगों को आवष्यक चिकित्सीय सेवाओं का लाभ उठाने में पास जारी न किये जाने के कारण कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण को दृश्टिगत रखते हुए लाकडाउन अवधि में छत्तीसगढ़ षासन द्वारा सीजी कोविड-19 ई-पास जारी करने के लिए प्रावधान किया गया है। अतः प्राप्त निर्देषानुसार रक्त विकार, क्र्रोनिक न्यूरोलोजिकल और विकासात्मक विकार श्रेणी के दिव्यांगजनों को जिन्हें स्वास्थ्य संस्थान में लगातार, अनिवार्य, नियमित उपचार हेतु जाना पडता है उन्हें आवष्यकता अनुसार ई-पास जारी किया जाना सुनिष्चित करें ताकि दिव्यांगजनों को चिकित्सीय लाभ प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की असुविधा, कठिनाईयों का सामना करना ना पड़े।
जारी पत्र के परिपालन में कलेक्टर ने पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी, सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक एवं जिला परिवहन अधिकारी को निर्देषों का अक्षरषः पालन करने के लिए पत्र जारी कर निर्देषित किया है। -
कोरिया : राज्य शासन के राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग ने समस्त संभागायुक्त, कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं पीठासीन अधिकारी राजस्व न्यायालय को पत्र जारी कर राजस्व न्यायालयों में पेशी 04 मई या उसके पश्चात करने कहा है।
जारी परिपत्र के परिपालन में कलेक्टर के निर्देशानुसार कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए एहतियात के तौर पर जिले के समस्त राजस्व प्रकरणों की सुनवाई 03 मई 2020 तक के लिए स्थगित कर दी गई है। जिन प्रकरणों में आगामी पेशी 03 मई 2020 तक निर्धारित है उनमें पेशी तारीख आगे बढ़ाते हुए 04 मई या उससे आगे की तिथि निर्धारित की जायेगी। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। -
क्ुंआरपुर, माथमौर और कोइलरा गांव को किया गया पूरी तरह सील-कलेक्टर
कोरिया : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बताया कि कोरिया जिले के दूरस्तम अंचल भरतपुर विकासखण्ड की सीमा से लगे मध्यप्रदेष के षहडोल जिले में कोरोना पाजिटिव की जानकारी मिलने से सरहदी क्षेत्रों में लाकडाउन का कड़ाई से पालन करने, सभी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने सहित सुरक्षा व्यवस्था संबंधित सभी टीमों को 24ग्7 चैकन्ना रहने के निर्देष दिये।उन्होंने बताया कि षहडोल जिला के गोहपारू थानांतर्गत ग्राम लेदरा की 15 वर्शीय युवती विदिषा से 23 अप्रैल को षहडोल आयी तथा लेदरा, बरेली गा्रम के एक युवक अहमद नगर से धार भोपाल, कटनी होते हुए 24 अप्रैल को षहडोल पहुंचा जिसे कोरोना पाजिटिव होने की जानकारी मिली है। जो कि केल्हारी से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर है। विकासखंड जनकपुर के ग्राम कुंवारपुर के 3 परिवार के 4 लोग 16 अन्य लोगों के साथ पिकअप में साथ बैठकर आये, उन्हें संधोरा बैरियर के पास 10 किलोमीटर पीछे से उतारा गया। वे जंगल के रास्ते कुंवारपुर पहुंचे। आने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दिया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उन्हें होम क्वारेंटाइन में रखा गया।
पिकअप में साथ आये उन्हीं लोगों में से 2 को कोरोना पाजिटिव होने की जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्री डोमन सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री चन्द्रमोहन सिंह द्वारा पूरे सरहदी क्षेत्रों का दौरा किया गया तथा कुंवारपुर, माथमौर एवं कोइलरा गांव के 3 किलोमीटर के दायरे को पूरी तरह से उनके निर्देष पर सील कर दिया गया है। कलेक्टर के निर्देष पर डोर - टू-डोर सर्वे किया गया तथा परीक्षण हेतु उनका सैपल भी भेजा जा चुका है। उनके प्रत्यक्ष संपर्क में आये 28 लोगों को जनकपुर के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। उन्होंने बताया कि एक युवक द्वारा इसी क्षेत्र के अन्य श्रमिकों को अपनी गाड़ी में लिफ्ट दिया गया था। एहतियात के तौर पर उस युवक को भी कोतमा पुलिस द्वारा जांच के लिए ले जाया गया है तथा उसके पूरे परिवार को क्वारेंटाइन सेंटर पर रखा गया है।
कलेक्टर श्री सिंह ने सरहदी इलाकों के सरपंच, सचिवों की बैठक लेकर सभी सड़कें, पग्डंडी आदि सहित संपर्क के सारे रास्ते पर बैरियर लगाकर कड़ी चैकसी करने तथा 24ग्7 निगरानी के निर्देष दिये। उन्होंने टेंट लगाकर षिफ्टवार ड्यूटी करने तथा लोगों को समझाईष देने हेतु संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देषित किया। उन्होंने सील किये गये पूरे गांव को सेनिटाइज करने, सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा मास्क का उपयोग करने कहा। श्री सिंह ने लोगों से अपील किया कि आप लोगों के द्वारा षासन के निर्देषों का कड़ाई से पालन करने से ही कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है। - बेमेतरा : - वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से निपटने के लिए जिले के विभिन्न संघ एवं समितियों के द्वारा लगातार आर्थिक सहयोग किया जा रहा है, ताकि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जिले एवं राज्य मे आर्थिक दिक्कत न हो इसी क्रम मे आज बुधवार को बेमेतरा जिले के कृषि आदान विक्रेता संघ (उर्वरक, कीटनाशक, बीज) द्वारा प्रधानमंत्री राहत कोष 88 हजार 811 रु., मुख्यमंत्री राहत कोष मे 1 लाख 13 हजार 600 रु. एवं जिला राहत कोष मे 62 हजार 500 रु. कुल 2 लाख 64 हजार 911 रु. का चेक कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के हाथों सौंपा।
- बेमेतरा :- छ.ग. राज्य से नीट जेईई एवं अन्य प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी हेतु विभिन्न जिलों के छात्र-छात्राऐं कोटा (राजस्थान) गये थे। नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 मे लाकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार रायपुर संभाग के छात्र-छात्राओं को कल मंगलवार को एलंस पब्लिक स्कूल बीजाभाठ बेमेतरा मे लाया जाकर क्वारेंटाईन किया गया है।कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने कल एलंस स्कूल का निरीक्षण कर आवश्यक तैयारियों के संबंध मे जायजा लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि 189 छात्र-छात्राओं मे से एक 19 वर्षीय छात्र का सेम्पल कलेक्टर के निर्देश पर जाँच हेतु रायपुर भेजा गया था। वहाँ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के कोई लक्षण नही पाया गया है। डाॅ शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया मे आ रही खबरें असत्य एवं भ्रामक है।
- बेमेतरा:- नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से आमजन को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल द्वारा आदेश जारी कर जिले की सभी मदिरा दुकानों को 29 अप्रैल से 03 मइ्र्र 2020 तक शुष्क दिवस घोषित कर उक्त अवधि मे सम्पूर्ण दिवस बंद रखने का आदेश जारी किया गया है।
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- पॉजिटिव 28 में से 24 डिस्चार्ज पर अभी जिले में हुए क्वारेंटाइन
कोरबा 28 अप्रैल, 2020। स्वास्थ्य विभाग कर हर व्यक्ति इस समय कोरोना वायरस से लड़ने में अपनी भूमिका निभा रहा है| फिर चाहे वह लैब तकनीशियन ही क्यों न हो। इस क्रम में कोरबा जिले के स्वास्थ्य विभाग के दो लैब टेक्नीशियन अपनी जान की परवाह किए बगैर कर्मवीर के रूप में सैंपल लेने में जुटे हैं। इनकी मुस्तैदी की वजह से जिला धीरे-धीरे रेड जोन से निकलकर औरेंज जोन की ओर बढ़ रहा है।प्रदेश का कोरबा जिला इन दिनों कोरोना वायरस हॉटस्पॉट के रूप में उभरा हैI परंतु स्वास्थ्य विभाग के कर्मयोद्धाओं और जुझारू स्वास्थ्य अधिकारियों की बदौलत कोरोना की रोकथाम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।दोनों लैब टेक्नीशियन 24 घंटे सेवाएं देते हुए लोगों का सैंपल ले रहे हैं। जिला अस्पताल कोरबा के लैब टेक्नीशियन दिनेश कुमार साहू और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पताड़ी के राजेन्द्र मानसर सैंपल लेने के साथ ही उनकी पैकिंग कर जांच केन्र्द तक भेजने का कार्य भी पूरी मुस्तैदी से कर रहे हैं। दूसरी ओर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के डॉक्टर डॉ. हेमंत पटेल और उनका स्टाफ भी संक्रमित क्षेत्रों में सर्विलेंस सेवाएं देते हुए घर-घर भ्रमण कर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल कर रहे हैं। इनके साथ ही इंटीग्रेटेड जिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) डेटा मैनेजर विमलेश बारी व उनकी टीम दिन रात डेटा अपडेट कर जानकारी देने में जुटी है।अब तक की जांच की स्थिति- पहला केस मिलने के बाद से ही कोरबा जिले व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना जांच शुरू हुई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 26 अप्रैल तक के आंकड़ों के अनुसार विदेश के आए 261 व्यक्तियों की जांच की गई जिसमें 120 व्यक्ति कोरबा जिले से बाहर के शामिल थे। दूसरे राज्यों और जिले के बाहर से आए कुल 9002 व्यक्तियों की स्क्रिनिंग हुई जिसमें से 257 व्यक्तियों को क्वारेन्टाईन किया गया और 4956 को होम आईसोलेशन में रखा गया।जिले के 3896 का लिया सैंपल - जिले के डिस्ट्रिक्ट सर्विलेंस ऑफिसर डॉ. कुमार पुष्पेश एवं जिला एपीडिम्योलॉजिस्ट डॉ. प्रेम प्रकाश आनंद ने बताया सीएमएचओ बी.बी. बोर्डे के नेतृत्व में कोरोना सर्विलेंस का कार्य किया जा रहा है। 26 अप्रैल तक कोरबा में 3896 लोगों के सैंपल लिए गए जिनमें 3713 व्यक्तियों की रिपोर्ट मिली है। इनमें 3683 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 28 व्यक्ति पॉजिटिव मिले तो 183 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। सभी पॉजिटिव मरीजों का इलाज एम्स अस्पताल रायपुर में किया गया। 28 में से 24 लोगों को एम्स रायपुर से डिस्चार्ज कर कोरबा भेज दिया गया है। मगर कोरबा सर्विलेंस स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उन मरीजों को उनके घर ना भेजकर कोरबा के क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा गया है।कोरेन्टाईन और आईसोलेशन सेंटर की स्थिति- कोरबा जिले में कुल 10 कोरेन्टाईन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें रशियन हॉस्टल कोरबा, सीटीआई गेस्ट हाउस गेवरा, होटल टॉप एंड टाउन, एकलव्य आवासीय विद्यालय, होटल ग्रीन पार्क, होटल रीलेक्स इन, आईटी कॉलेज झगरहा, बालाजी हॉस्पीटल, सरस्वती शिशु मंदिर प्रगति नगर, इरेक्टर हॉस्टल आदि शामिल हैं। वहीं तीन आईसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं जिनमें जिला अस्पताल कोरबा, ईएसआईसी हॉस्पिटल तथा एनटीपीसी हॉस्पिटल शामिल हैं। -
महासमुंद 28 अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ राज्य के भीतर नोवेल कोरोना वायरस COVID-19 के संक्रमण के रोकथाम हेतु पंजीयन विभाग द्वारा कई उपाय किये जा रहे हैं। जिला पंजीयक श्री दीपक मंडावी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की संभावना अभी भी बनी हुई है। अतः किसी भी प्रकार के संक्रमण के रोकथाम हेतु एहतियात के तौर पर अब आगामी। 03 मई 2020 तक जिले के सभी पंजीयन कार्यालय बंद रहेंगे। इस दौरान दस्तावेजों का पंजीयन नहीं किया जाएगा।
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महासमुंद 28 अप्रैल 2020 / कोरोना लॉकडाउन के मद्देनजर तथा इसके संक्रमण को रोकने के लिए जिला कलेक्टर महासमुंद के द्वारा गुड़ाखू तंबाकू पाउच आदि पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद शहर बागबाहरा में यह सब सामग्री मिलने की शिकायत आ रही थी।
इस पर त्वरित एक्शन लेते हुए प्रशासन एवं पुलिस की टीम ने आज जर्दा गुटखा गुड़ाखू जैसे वर्जित सामान बड़ी मात्रा में जप्त किए हैं एवं उन दुकान संचालकों पर जुर्माना रोपित किए हैं । उपरोक्त कार्रवाई से आसपास के अन्य दुकानों में यह सामग्री मिलना अब पूरी तरह से बंद हो गया है। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य कलेक्टर महोदय के निर्देशों का कड़ाई से पालन करना और कोरोना संक्रमण की संभावनाओं को रोकना है।
अनुभविभागिय दंडाधिकारी,नगर पालिका व थाना बागबाहरा के संयुक्त टीम द्वारा नगर अंर्तगत दुकानों में बिक रहे गुटखा, गुड़ाखु , तंबाखू, सिगेरट की जप्ती कर 18 हजार रुपए जय दुर्गा पान पैलेस से जुर्माना वसूल किया गया जप्त साम्रग्री की क़ीमत लगभग 25 हजार रुपए की है। आगे भी इस प्रकार की कार्यवाही कर कसावट लायी जाएगी।
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पिछले बारह दिनों से कोरबा में कोरोना का कोई पाजिटिव केस नहीं,
अब तक तीन हजार 922 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव,कोरबा 28 अपे्रल 2020/ कोरोना से संक्रमित कटघोरा के दो और मरीज आज पूरी तरह ठीक होकर एम्स रायपुर से डिस्चार्ज हो गये। इन्हें मिलाकर जिले के 26 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। जिनमें से एक कोरबा शहर और 25 कटघोरा के हैं। अब जिले के दो अन्य संक्रमितों का ईलाज एम्स में चल रहा है। उनके भी जल्द ठीक होने की उम्मीद है। पिछले बारह दिनों में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कालेज रायपुर भेजे गये कोई भी सेम्पल कोरोना की जांच में पाजिटिव नहीं आया है। जांच में कोरबा जिले के तीन हजार 922 सेम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से तीन हजार 950 सेम्पल रायपुर भेजे गये हैं, इन सभी सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। केवल 28 लोग ही इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। -
वीडियो कांफे्रेंसिंग के जरिये धीमें पड़े कामों की समीक्षा की, अधिकारियों को कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए कामों में तेजी लाने दिये निर्देश कोरबा 28 अपे्रल 2020/ कोरबा तथा कटघोरा में कोविड-19 कसंक्रमण के नियंत्रण के बाद अब कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल का फोकस जनता की सहूलियत के अन्य दूसरे विकास कार्यों पर है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पिछले कुछ दिनों से धीमे पड़े विकास कार्यों को तेजी से पूरा कराने के लिए कलेक्टर ने आज अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने वीडियो कांफे्रसिंग के माध्यम से विकासखंड स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की जमीनी हकीकत की जानकारी ली और गहन समीक्षा की। उन्होंने अब कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए गांव-गांव में या शहरी क्षेत्रों में धीमी गति से चल रहे विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विकास कार्यों के लिए जरूरी सामग्री, श्रमिक, अन्य विभागीय समन्वय के साथ-साथ मशीनरी आदि के भी इंतजाम के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। वीडियो कांफे्रंसिंग में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल, जिला पंचायत के सीईओ श्री एस. जयवर्धन, डीएफओ कोरबा श्री एस.गुरूनाथन, डीएफओ कटघोरा सुश्री शमा फारूकी, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे और अपने-अपने विभागों के विकास कार्यों के बारे में कलेक्टर को जानकारी दी। वीडियो कांफेंसिंग के जरिये हुई समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने वनांचल क्षेत्रों में वन अधिकार मान्यता पत्रों के वितरण की जानकारी अधिकारियों से ली। उन्होंने अगले तीन दिनों में पट्टा वितरण के लिए तैयार सूची का सत्यापन खतम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने कटघोरा की कोरोना प्रभावित पंचायतों को छोड़कर अन्य सभी ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार देने के लिए अधिक से अधिक काम शुरू कराने के निर्देश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिये। कलेक्टर ने अगले दो दिनों में सभी ग्राम पंचायतों से मनरेगा के तहत शुरू किये जाने वाले कामों के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग और कामगारों को मास्क आदि लगाकर ही काम कराने के निर्देश रोजगार सहायकों को दिए। श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देशित किया कि मनरेगा के कामों में अधिक से अधिक स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार दिया जाये ताकि लाॅक डाउन के कारण ग्रामीणों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई की जा सके। श्रीमती कौशल ने तहसीलदारों और पटवारियों को मनरेगा के कामों में लगे ग्रामीणों की वास्तविक संख्या का सत्यापन करने के निर्देश भी दिए। श्रीमती कौशल ने सभी विकासखंडों में स्वीकृत नरवा विकास के कामों में तत्काल तेजी लाने के निर्देश दिए। बारिश के मौसम में नालों में बहने वाले पानी की अधिक से अधिक मात्रा को रोककर रखने और संरक्षित करने के लिए कलेक्टर ने नरवा विकास के तहत चेकडेम, बोल्डर चेकडेम, गेवियन और डाईक निर्माण के ज्यादा से ज्यादा काम शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने नरवा विकास के कामों में वन विभाग द्वारा ली जाने वाली अनुमतियों के लिए भी त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने जिले में लघु वनोपजों महुआ, माहुल पत्ता आदि की खरीदी की भी समीक्षा की और ग्रामीणों को सीधे फायदा पहुंचाने के लिये अधिक से अधिक मात्रा में वनोपजों की खरीदी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने राशन कार्ड बनाने से लेकर गरीबी रेखा श्रेणी और अन्य राशनकार्ड धारकों को अगले दो महिने का राशन वितरण की प्रगति भी खाद्य अधिकारी से पूछी। श्रीमती कौशल ने बच्चों की आनलाईन पढ़ाई के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी भी जिला शिक्षा अधिकारी से ली। उन्होंने सभी शिक्षकों को विद्यार्थियों के घर-घर जाकर पढ़ाई के लिए परिजनों के मोबाईल फोनों पर संबंधित एप्प डाउन लोड करने, उन्हें पढ़ने का पूरा तरीका बताने के साथ-साथ होमवर्क आदि गतिविधियों की भी जानकारी लेने के निर्देश दिए।
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कोरबा 28 अपे्रल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण जिले में जारी लाॅॅक डाउन के बावजूद भी खेती-किसानी, मछली पालन, पशु पालन, सब्जी एवं फल उत्पादन जैसी सभी गतिविधियां संचालित होती रहेंगी। किसानों से जुड़ी इन सभी गतिविधियों को लाॅक डाउन के दौरान लगाये गये प्रतिबंध से अलग रखा गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने किसानों को बीज-खाद वितरण, बोआई, कटाई, सिंचाई, कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए मंडियों में जाने आदि सभी प्रकार की गतिविधियों को निरंतर बिना किसी रोक-टोक के जारी रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। श्रीमती कौशल ने खेती-किसानी से लेकर मछली पालन, सब्जी उत्पादन और पशु पालन से जुड़ी सभी गतिविधियों तथा कामों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने अपने चेहरे को अच्छी तरह ढंकने या मास्क लगाने और कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए शासन के दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करने की अपील सभी किसानों से की है। उन्होंने कोरोना प्रोटोकाल का खेती-किसानी की गतिविधियों में पूरी तरह पालन कराने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए हैं। वीडियो कांफें्रसिंग के माध्यम से आज हुई समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्रीमती कौशल ने आगामी खरीफ मौसम के लिए बीज-खाद, दवाई आदि के भंडारण, वितरण की जानकारी कृषि विभाग के अधिकारियों से ली। कलेक्टर ने लाॅक डाउन के दौरान खेती-किसानी के सभी कामों के लिए किसी भी प्रकार का प्रतिबंध नहीं होने की जानकारी विभागीय अमले को दी और किसानों को फील्ड में घूमकर अधिक से अधिक तकनीकी सलाह तथा सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने खेती के लिए सोसायटियों से बीजों का उठाव करने, बीजों की बुआई, फसल कटाई, सब्जी तोड़ाई जैसे सभी काम किसानों को एक-एक मीटर दूर रखकर और मास्क पहनना सुनिश्चित कर ही कराने के निर्देश कृषि विभाग के मैदानी अमले को दिए। उन्होंने एक से अधिक क्षेत्रों के प्रभार वाले कृषि, पशु पालन, मछली पालन और उद्यानिकी विभाग के मैदानी अमले को आसानी से किसानों तक पहुंचने के लिए पास जारी करने के निर्देश सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने किसानों को खेती के लिए जरूरी कृषि आदान सामग्री, कृषि यंत्र, पंप स्पे्रयर आदि का वितरण भी शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने शासकीय अनुदान पर इन सामग्रियों के लिए किसानों से अधिक से अधिक संख्या में आवेदन भी लेने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने जिले के सभी कृषि सामग्रियों की दुकानों और कृषि सेवा केंद्रों का नियमित रूप से निर्धारित समय पर खुलना सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए ताकि किसान अपनी जरूरत का सामान आसानी से इन दुकानों से ले सके। कलेक्टर ने कृषि सामग्रियों से संबंधित सप्लाई वाहनों को भी लाॅक डाउन से छूट की जानकारी अधिकारियों को दी और ऐसे सभी सामानों की पर्याप्त आपूर्ति में सहयोग के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिये जिले की आवश्यकतानुसार सब्जी, मछली, दूध, अनाज आदि का उत्पादन जिले में ही अधिक से अधिक मात्रा में हो सके, इसके लिए जरूरी कार्य योजना तैयार कर तीन दिन के भीतर प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने सब्जी उत्पादन के लिए क्लस्टर चयन करने, मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक मछली पालक किसानों का चयन करने और दूध उत्पादन के लिए किसानों को पशु चारे तथा अन्य जरूरी सामग्रियों की सही दामों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। खेती और उससे जुड़ी इन गतिविधियों को है लाॅक डाउन से छूट-कृकृषि एवं संबंधित गतिविधियां किसानों द्वारा कृषि गतिविधियां तथा कृषि मजदूरों द्वारा खेत में कृषि कार्य, न्युनतम उपार्जन मूल्य पर उपार्जन कृषि उत्पादों के उपार्जन में सम्मलित एजेन्सीयां, मंडी एवं उपमंडी, मंडी से लायसेंस प्राप्त क्रेता-विक्रेता, किसानों से निजी क्षेत्र द्वारा कृषि उत्पाद क्रय प्रक्रिया, ग्राम स्तर से विकेन्द्रीकृत क्रय-विक्रय, कृषि से संबंधित मशीनरी, स्पेयर पार्ट विक्रय एवं मरम्मत की दुकाने (सप्लाई चेन), कृषि मशीनरी कस्टम हायरिंग सेन्टर, खाद, उर्वरक, कीटनाशक एवं बीज विनिर्माण, वितरण एवं विक्रय की अनुमति होगी। वन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजाति एवं अन्य वनवासियों द्वारा लघुवनोपज, गैर-काष्ठ वन उत्पाद का संग्रहण, हार्वेस्टिंग तथा प्रसंस्करण की अनुमति होगी। मछली पालन संबंधी समस्त गतिविधियां, पूरक आहार प्रदाय एवं मरम्मत, मत्स्य उत्पादन, प्रसंस्करण, कोल्डचेन, विक्रय एवं मार्केटिंग, हैचरी, पूरक आहार उत्पादन यूनिट, व्यवसायिक उत्पादन की अनुमति होगी। काजू एवं अनाजों की प्रसंस्करण, पैकेजिंग एवं बिक्री की अनुमति होगी। दुध एव दुध उत्पादों के संग्रहण, प्रसंस्करण, पैकेजिंग से लेकर वितरण, बिक्री तक सप्लाई चेन, पशु फार्म, कुक्कुट पालन एवं पशुपालन गतिविधियां, पशु आहार का परिवहन एवं संग्रहण की अनुमति होगी। गौशालाओं के संचालन की अनुमति होगी
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कोरबा 28 अपे्रल 2020/ कोरोना संक्रमण के बाद के हालातों में भी जिले की खराब हो चुकी सड़कों के निर्माण तथा मरम्मत के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अपने प्रयास कम नहीं किये हैं। उन्होंने आज फिर एनएच पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई, स्टेट पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई सहित राज्य सड़क विकास निगम के अधिकारियों की बैठक लेकर सड़क निर्माण तथा मरम्मत के कामों को जल्द से जल्द शुरू करने पर गहन विचार विमर्श किया। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि पतरापाली-कटघोरा तथा कोरबा-चांपा मार्ग सहित चार सड़कों की मरम्मत के लिए राज्य शासन द्वारा स्वीकृति मिल गई है और इन सड़कों के लिए निविदा भी खोलकर कार्यकारी एजेंसी तय कर दी गई है। कलेक्टर ने इस पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए तत्काल काम शुरू करने के लिए ठेकेदारों से सभी औपचारिकताएं एक सप्ताह के भीतर पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर की इस महत्वपूर्ण बैठक में सड़कों के निर्माण और मरम्मत का काम पाने वाले ठेकेदारों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए और उन्होंने कोरोना संक्रमण के कारण काम शुरू करने में होने वाली व्यवहारिक परेशानी से कलेक्टर को अवगत कराया। कलेक्टर ने इन सभी परेशानियों को दूर कर जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कराने के लिये निर्माण एजेंसियों को सभी जरूरी सहायता और समन्वय करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सड़कों के निर्माण और मरम्मत के काम में लगने वाले टेक्निशियनों, इंजीनियरों, दक्ष एवं अनुभवी श्रमिकों सहित ठेकेदारों के अन्य स्टाफ को कार्य स्थल तक आसानी से पहुंचाने के लिए जरूरी अनुमतियां अगले दो दिनों में जारी कर दी जायें। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि सड़क निर्माण एवं मरम्मत के काम में लगे सभी कामगारों को एक ही स्थान पर शिविर बनाकर रखने की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की होगी। इस दौरान काम करने वाले सभी कामगार कोविड-19 के नियंत्रण के लिये जारी शासकीय दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करेंगे। उनके रहने, खाने-पीने आदि सभी व्यवस्थाएं निर्धारित स्थान पर ठेकेदार को ही करनी होगी। कलेक्टर को ठेकेदारों के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके अधिकांश कामगार मध्य प्रदेश या उत्तर प्रदेश से काम करने आयेंगे। कलेक्टर ने इस पर निर्देशित किया कि ऐसे सभी बाहर से आने वाले कामगारों के लिए सूची तैयार कर आगमन अनुमति प्राप्त करें। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाहर से आने वाले सभी कामगारों का सबसे पहले सूची अनुसार सत्यापन कर कोरोना संक्रमण की जांच कराई जाये। ऐसे सभी कामगारों को स्थानीय लोगों से बिलकुल अलग रखा जाये। सभी की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें सड़क निर्माण के काम में लगाया जाये। कलेक्टर ने मुनगाडीह पुल निर्माण के लिए भी चयनित ठेकेदार को जल्द से जल्द काम शुरू करने के निर्देश दिए। भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस पुल निर्माण के लिए भी बाहर के ठेकेदार को काम मिलने की जानकारी कलेक्टर को दी। कलेक्टर ने पुल निर्माण के लिए सभी जरूरी इंतजाम लेबर आदि की व्यवस्था निर्धारित प्रक्रिया के हिसाब से जल्द से जल्द करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देशित किया कि लाॅक डाउन के कारण जिले के औद्योगिक संस्थानों में सड़क निर्माण से संबंधित दक्ष एवं अनुभवी जिन कामगारों को वर्क आफ में रखा गया है, उन्हें यहां उपयोग किया जा सकता है। श्रीमती कौशल ने ऐसे सभी वर्क आफ कामगारों की जानकारी श्रम पदाधिकारी से दो दिनों में उपलब्ध कराने को कहा। संबंधित ठेकेदार अपनी जरूरत के हिसाब से इन कामगारों में से भी श्रमिक लेकर सड़क निर्माण का काम जल्द शुरू कर सकते हैं। इन सड़कों को मिली मंजूरी- 1.कोरबा-कटघोरा मार्ग पर छुरी में लगभग ढाई किलोमीटर के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत एवं उन्नयन राशि सात करोड़ 24 लाख रूपये, 2. पतरापाली-कटघोरा मार्ग पर पाली शहर में ढाई किलोमीटर सड़क के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत और उन्नयन राशि आठ करोड़ 60 लाख, 3. पतरापाली-कटघोरा मार्ग पर किलोमीटर 46 से 48 और किलोमीटर 51 से 80 के बीच लगभग साढ़े नौ किलोमीटर क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत एवं उन्नयन राशि 16 करोड़ 97 लाख, 4. चांपा-कोरबा मार्ग पर चांपा जिले की सीमा से उरगा रिलेक्स इन होटल तक लगभग 24 किलोमीटर सड़क मरम्मत एवं उन्नयन राशि 14 करोड़ 69 लाख रूपये।
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- कहा अपने प्रदेश पहुंचकर मिला बहुत सुकून
-कोटा से लौटे अंबिकापुर-सूरजपुर के 473 बच्चों को किया गया क्वारंटाइन- छात्राओं के रूकने का विज्ञान केंद्र में किया गया इंतजाम, छात्र ठहराये गए-छात्र-छात्राओं के खाने-पीने के साथ ही मनोरंजन की पूरी सुविधा भी इन केंद्रों में- छात्रों को लेने गये स्टाफ को भी कराया गया क्वारांटाइनदुर्ग 28 अप्रैल 2020/कोटा में पढ़ रहे प्रदेश के छात्र-छात्रा आज लौट आए। उन्होंने विक्ट्री साइन बनाकर अपनी खुशी का इजहार किया। बच्चों ने बताया कि अपने प्रदेश पहुंचकर वे बहुत खुश हैं। लाकडाउन लगने के बाद वे काफी चिंतित थे लेकिन अब अपने प्रदेश आ गए हैं तो बहुत सुकून महसूस कर रहे हैं। दुर्ग जिले में सरगुजा जिले और सूरजपुर जिले के बच्चों को ठहराया गया है। लड़कों को रूंगटा कालेज में और लड़कियों को विज्ञान केंद्र में ठहराया गया है। इनके नाश्ते और लंच पैकेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यह डिस्पोजेबल और हाइजिनिक होगा। इन्हें प्रोटोकाल के मुताबिक डिस्पोज किया जाएगा। इनके मनोरंजन की भी पूरी सुविधा केंद्र में रखी गई है। टेलीविजन के अलावा कैरम, चेस, लूडो जैसे इंडोर गेम हैं ताकि बच्चें क्वारांटाइन की अवधि में बोरियत न महसूस करें।ये थी तैयारी- सुबह दोनों केंद्रों में तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। इसके लिए पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और निगम के अधिकारी मौजूद थे। एनाउंसिंग सिस्टम की व्यवस्था थी ताकि बच्चों के सोशल डिस्टेंसिंग के साथ स्वास्थ्य जांच कराई जा सके। गेट पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था रखी गई थी। अंदर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए चेयर लगाये गये थे। बच्चों के प्रवेश के लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था रखी गई थी। रैपिट टेस्ट के सारे इंतजाम कराये गये थे।फिर इस तरह से हुआ- बच्चे लगभग बारह बजे पहुंचे। उनके सारे सामान सैनिटाइज कराये गए। बच्चे कतारबद्ध हुए। उन्हें सैनिटाइज किया गया। टेम्प्रेचर लिया गया और फिर रैपिट टेस्ट किट से तुरंत बच्चों की जांच की गई। इसके पश्चात बच्चों को रजिस्ट्रेशन के मुताबिक कमरों में ठहराया गया। पूरी प्रक्रिया में संक्रमण से बचाव का पूरा ध्यान रखा गया।एसपी-कलेक्टर खुद मौजूद रहे, देखी व्यवस्था- पूरे समय कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं एसपी श्री अजय यादव मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने व्यवस्था में लगे अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों के रूकने की व्यवस्था एवं लंच आदि की व्यवस्था की पूरी मानिटरिंग की और इस कार्य में लगे अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।टीम के सदस्य भी क्वारांटाइन- इन बच्चों को कोटा लाने गई टीम के अधिकारी-कर्मचारियों को भी अलग-अलग जगहों में क्वारांटाइन किया गया है तथा इनका भी स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। सभी केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई गई है। -
- विभागीय मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने पहल को सराहा, कोविड पीड़ितों के लिए दी गई दान राशि को निगम को प्रदान किया
-विधायक श्री अरुण वोरा और महापौर श्री धीरज बाकलीवाल ने भी की प्रशंसा,कहा जरूरतमंदों की मदद के लिए दुर्ग शहर ने मुक्तहस्त से दी सहयोग राशिदुर्ग 28 अप्रैल 2020/कोविड आपदा के इस वक्त में समाज का हर कोना जरूरतमंदों के सहयोग के लिए उठ खड़ा है। मंगलवार को इस संबंध में विशेष पहल महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने की। उन्होंने चालीस हजार रुपए की राशि जिला प्रशासन के कोविड रिलीफ फंड में जमा कराई। साथ ही लगभग अस्सी हजार रुपए मूल्य की राशन सामग्री भी जरूरतमंदों के लिए उपलब्ध कराई। आज विभाग की मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने जरूरतमंदों के लिए यह राशन निगम प्रशासन को उपलब्ध कराया। इस मौके पर श्रीमती भेड़िया ने कहा कि मुझे खुशी है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने आपदा पीड़ितों के साथ खड़ा होने का यह गौरवपूर्ण काम किया है। विभाग के अधिकारी बच्चों के लिए कार्य करते हैं जो सबसे ज्यादा संवेदनशील काम है। आज जिस मुक्त हस्त से विभाग के लोग सहयोग करने आगे आए हैं उससे पीड़ितों को तो मदद मिलेगी ही, इससे भी बढ़कर यह लगता है कि विभाग का काम संवेदनशील लोगों के हाथों में हैं जो लोगों की पीड़ा समझकर मदद के लिए आगे आते हैं। मुझे जब इस पहल के संबंध में बताया गया तो मैंने खुशी जाहिर की और विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को इस कार्य के लिए बधाई दी। श्रीमती भेड़िया ने कहा कि लाकडाउन की अवधि के दौरान विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर गईं। उन्होंने लाकडाउन की अवधि का रेडी टू ईट फूड घर घर जाकर हितग्राहियों को दिया। लाकडाउन के दौरान वे गृह भेंट भी करती रहीं। काउंसिलिंग करती रहीं। हमने बच्चों के लिए डिजिटल प्लेटफार्म में अनेक कार्यक्रम तैयार किए थे, उन्हें सफलतापूर्वक बच्चों तक पहुंचाया। जिन अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन नहीं थे, उन्हें गृह भेंट के दौरान यह वीडियो दिखाये। उल्लेखनीय है कि पूर्व में विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने एक दिन की वेतन राशि मुख्यमंत्री आपदा कोष में सौंपी थी जो डेढ़ लाख रुपए की सहयोग राशि थी। आज 41 हजार रुपए का चेक जिला प्रशासन के कोविड रिलीफ फंड में सौंपा गया। इसके साथ ही जरूरतमंदों के लिए 700 लंच पैकेट, 15 क्विंटल चावल, 2.5 क्विंटल आटा, 1 क्विंटल दाल तथा 70 लीटर तेल भी सौंपा गया। इस मौके पर विधायक श्री अरुण वोरा ने खुशी जताते हुए कहा कि यह बहुत हर्ष की बात है कि कोविड आपदा की इस घड़ी में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने लाकडाउन की अवधि के दौरान कोरोना संक्रमण को थामने के लिए लोगों को जागरूक करने की दिशा में भी बड़ा काम किया है। पूरी विपदा में दुर्ग शहर के लोगों ने मुक्त हस्त से दान दिया है जो सराहनीय है। महापौर श्री धीरज बाकलीवाल ने कहा कि आपदा के इस वक्त जो इतने सारे लोग मदद के लिए आगे आए हैं उससे आपदा से निपटने का हमारा साहस मजबूत होता है। जब इतने सारे हाथ एक साथ मदद के लिए बढ़ें तो कोई भी आपदा ठहर नहीं सकती। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन, जिला परियोजना अधिकारी सहित विभागीय अमला उपस्थित था। -
दुर्ग 28 अप्रैल 2020/ नगर निगम भिलाई के मुख्य कार्यालय में अत्यावश्यक सेवा के कार्यों में लगे हुए अधिकारी/कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग के उपरांत ही प्रवेश दिया जा रहा है। निगम मुख्यालय में स्वच्छता से संबंधित, पेयजल से संबंधित, खाद्य सामग्री से संबंधित एवं कुछ जरूरी कार्यों में लगे अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा पाली-पाली में काम किया जा रहा है। प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात है जो निगम मुख्य कार्यालय में आने वाले नागरिक एवं अधिकारी/कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग कर रहे है। निगम के सुरक्षाकर्मी अति आवश्यक कार्य से आने वाले लोगों को ही प्रवेश दे रहे हैं और उनकी भी थर्मल स्क्रीनिंग कर रहे हैं। शहर में अत्यावश्यक सेवा के लिए निगम के कर्मचारी मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं, तथा मुख्य कार्यालय सहित जोन के अधिकारी/कर्मचारी लॉक डाउन में अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर रहे है। जहां पर भी कर्मचारी बैठकर कार्य कर रहे हैं उन स्थलों को सैनिटाइजिंग किया जा रहा है। कार्यालयों के खिड़की, दरवाजे, टेबल, कुर्सी में सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया जा रहा है एवं जरूरी कार्य से कार्यालय आने के दौरान अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा सोशल डिस्टेंस का मेंटेन करते हुए मास्क का भी उपयोग किया जा रहा है।
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दुर्ग 28 अप्रैल 2020/ भिलाई निगम द्वारा तालाबों की सफाई कराई जा रही है। ग्रीष्म ऋतु में आमजन को निस्तारी की समस्या न हो तथा आसपास के क्षेत्रों का वाटर लेवल बना रहे इसके लिए निगम क्षेत्र के तालाबों से झिल्ली, पन्नी व कचरे को निकाला जा रहा है एवं बड़े नालों की सफाई की जा रही है ताकि चयनित तालाबों को भरा जा सके। कुछ जोन में कैनाल की सफाई कार्य शुरू हो गया है ताकि जल प्रवाह में रुकावट न हो। जल भराव पश्चात जल शुद्धिकरण के लिए एलम आदि की व्यवस्था की जा चुकी है। भिलाई निगम क्षेत्र के लोगों के निस्तारी की व्यवस्था को बेहतर बनाने निगम प्रशासन द्वारा जोन क्षेत्रों के कैनाल एवं तालाबों के आसपास की सफाई कराई जा रही है। जोन के स्वच्छता अधिकारियों ने बताया कि तालाबों के आसपास फैली गंदगी, झिल्ली, पन्नी व अन्य कचरे को निकाला जा रहा है। इसके अलावा आवागमन के लिए तालाब के समीप के स्थलों सफाई किया जा रहा है। वार्ड 28 के दर्री तालाब, वार्ड 21 श्यामनगर, वार्ड 27 के घासीदास नगर तालाब में जलभराव के लिए जोन द्वारा कार्य कराया जा रहा है। निगम क्षेत्र के तालाबों में जलभराव के लिए केनाल की भी सफाई कराई जा रही है। जोन कं. 01 में वार्ड 01 शीतला तालाब, वार्ड 02 स्मृतिनगर तालाब, वार्ड 03 भेलवा तालाब, वार्ड 04 संजयनगर तालाब, वार्ड 06 शीतला तालाब, वार्ड 07 दाउबाड़ा तालाब, हुडको तालाब, आल्हा बंद तालाब सहित जोन में अन्य और तालाब है। जोन कं. 02 में वार्ड 27 घासीदास नगर तालाब में गहरीकरण का कार्य जारी है, कुरूद बस्ती वार्ड 16 में शीतला तालाब, नकटा तालाब, ढौर तालाब व केम्प तालाब की सफाई जारी है। इसी प्रकार जोन कं. 03 में वार्ड 21 बैकुंठधाम तालाब, श्यामनगर तालाब व सेक्टर 02 तालाब की सफाई कार्य जारी है। जोन कं. 04 में दर्री तालाब व सूर्यकूंड तालाब में सफाई जारी है। जिन तालाबों में पानी भरा जाना है उस क्षेत्र के केनाल की सफाई कराई जा रही है।