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कोरिया 28 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने पूरे देश में लॉक डाउन के चलते राजस्थान के कोटा जैसे देश के अन्य शहरों यथा बैंगलोर एवं कलकत्ता आदि तथा राज्य के अन्य जिलों एवं शहरों में अध्ययन कर रहे कोरिया जिले के छात्र-छात्राओं एवं साथ रह रहे अभिभावकों की जानकारी एकत्रित करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी श्री संजय गुप्ता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। वहीं राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला मिशन समन्वयक श्री अजय मिश्रा को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। नोडल अधिकारी श्री गुप्ता का मोबाइल नंबर 94252-57232 तथा सहायक नोडल अधिकारी श्री मिश्रा का मोबाइल नंबर 62649-90636 है। जानकारी एकत्र करने के लिए जिला कलेक्टोरेट के कक्ष क्रमांक 47 कार्यालय राजीव गांधी शिक्षा मिशन में काउंटर बनाया गया है। अभिभावक तत्संबंध में जानकारीएमआईएस कोआर्डिनेटर मोबाईल नंबर 99261-81588 को फोन करके अथवा व्हाट्सअप के माध्यम से कार्यालयीन समय में दे सकते हैं।
कलेक्टर श्री सिंह ने नागरिकों से आग्रह किया है कि यदि ऐसे छात्र-छात्राओं की जानकारी उन्हें हैं, तो उक्त अधिकारियों को उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उनका नाम, पिताजी का नाम, निवासरत वर्तमान शहर का पता, स्थानीय पता तथा मोबाइल नंबर आदि की जानकारी यथाशीघ्र दें। शासन द्वारा दिये जाने वाले निर्देशों का अनुपालन करते हुए उनसे संपर्क स्थापित किया जाएगा। -
सूरजपुर 28 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण पूरे देष में एक महामारी का रुप लिया है जिससे बचने के लिए शासन-प्रशासन से लेकर स्वयं सहायता समूह के महिलाएं के द्वारा अपनी अहम भूमिका मास्क तैयार कर निभा रही है। ऐसे में जिले के अंदर आवष्यक सामानों की पूर्ति करना ऐसी स्थिति से लड़ने में एक कारगर उपाय है। कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिले के महिला ग्राम संगठनों के माध्यम से फेस मास्क का निर्माण कराया जा रहा है, जिसकी आपूर्ति आवष्यकता अनुरूप कराई जा रही है। जिला प्रषासन एवं श्रम विभाग के द्वारा इस कार्य हेतु आवष्यक प्रषिक्षण देकर अपने निगरानी में फेस मास्क निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसके साथ ही फेस मास्क निर्धारित किमतों पर बिक्री किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में श्रम विभाग के द्वारा ग्राम पंचायत शिवनंदनपुर में उजाला महिला ग्राम संगठन के 20 असंगठित क्षेत्र की महिलाओं को सिलाई मशीन प्रदाय कर आजीविका से जोड़ा गया था। आज कोरोना वायरस के रोकथाम एवं बचाव हेतु महिला संगठन के महिलाओं द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। आज तक लगभग 74758 फेस मास्क का निर्माण कर लिया गया है। जिन्हें जिला अस्पताल, सभी स्वास्थ्य केन्द्रों, सभी विभागों एवं ग्राम पंचायतों को वितरण किया जा रहा है जिसे आवष्यक्तानुसार व्यक्तियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। लाॅकडाउन की अवधि में उन्हें घर बैठे रोजगार मिल गया है। संपूर्ण कार्य की निगरानी कर रहे श्रम विभाग के अधिकारी द्वारा बताया गया कि आज 28 अपै्रल 2020 तक जिले के महिला संगठनों के द्वारा 74758 मास्क का निर्माण कर लिया गया है जिससे करीब आठ लाख से उपर की आमदनी प्राप्त हुई है। महिला ग्राम संगठन की महिलाओं का कहना है कि इस लाॅकडाउन की अवधि में घर में रहते हुए भी किसी प्रकार की आर्थिक परेषानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है क्योंकि हमारे संगठन के द्वारा घर बैठे आमदनी हो रही इससे हमारे मूलभूत आवष्यकताओं की पूर्ति भी हो पा रही है।कोरोना वायरस के बचाव के लिए सभी संगठन की महिलाओं के द्वारा नियमों का पालन करते हुए सुरक्षा उपायों को अपनाकर ही कार्य किया जा रहा है, साथ ही ग्राम के अन्य लोंगों को भी नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित कर रही है महिलाओं के द्वारा लोगों को सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा नाक एवं मुह में मास्क व गमछा लगाकर कार्य करने और बार-बार हाथो को साबुन व हेण्डवाॅस से धोने की समझाईस दी जा रही हैै। -
सूरजपुर 28 अप्रैल 2020/कोविड-19 के संक्रमण को वैष्विक महामारी घोषित किया गया है कोविड -19 के संक्रमण एवं फैलाव की रोकथाम हेतु लाॅक-डाउन किया गया है। लाॅक-डाउन होने की स्थिति में जिला सूरजपुर में पूर्व की भाॅति प्रत्येक विकासखण्ड में नियमित टिकाकरण एवं गर्भवती माताओं की जांच का संचालन राज्य एवं जिला कार्यालय के मार्गदर्शन अनुरूप प्रत्येक मंगलवार एवं प्रत्येक शुक्रवार को कोल्ड चैन प्वाईंट सहित समस्त टिकाकरण सत्र आयोजित कार्ययोजना अनुरूप संचालित किया जा रहा है। समस्त टिकाकरण सत्रों में मितानिन ड्यू लिस्ट अनुरूप ग्राम के एक-एक पारे के हितग्राहियों को बारी बारी से समय देकर प्रातः 10.00 बजे से शाम 4.00 बजे के बीच बुलाकर टिकाकरण करवा रहे हैं।
स्थानीय मितानिन एवं आॅगनवाड़ी के सहयोग से टिकाकरण सत्र स्थल पर आने से पूर्व बाहर साबुन पानी से हाथ धुलाया जा रहा है, तत्पश्चात् मास्क या गमछा मुंह में लपेटकर सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर बच्चों एवं माताओं को बैठाकर टिकाकरण कार्य कराया जा रहा है। टिकाकरण के दौरान कोरोना नियंत्रण एवं बचाव के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है तथा ग्राम के क्वारेंटिन किये लोगों की निगरानी करने हेतु मितानिनों को समझाया जा रहा है। समस्त ए.व्ही.डी.एस. को मास्क, सेनिटाईजर एवं ग्लब्स विकासखण्ड स्तर से वितरित किया गया है तथा सत्र स्थल पर वैक्सीन बाक्स छोड़ने एवं लेते समय हाथ एवं बाॅक्स साफ करके सावधानी बरतते हुए कोल्ड चैन तक लाने हेतु समझाईस दी गई है। कोविड-19 के दौरान नियमित टिकाकरण की निगरानी विकासखण्ड स्तर पर विकासखण्ड अधिकारी, ब्लाॅक टिकाकरण नोडल, विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, बी.ई.ई.ओ. द्वारा नियंत्रण किया जा रहा है।कोविड-19 के दौरान शत् प्रतिशत टिकाकरण सत्रों का संचालन तथा इसकी माॅनिटरिंग एवं रिपोर्टिंग की जा रही है। स्थानीय स्तर पर दीवार लेखन के द्वारा लोगों को कोविड-19 से बचाव हेतु जन जागरूकता का कार्य भी किया जा रहा है। टिकाकरण सत्र स्थल पर गर्भवती माताओं की जांच आयरन फोलिक की गोली के साथ कैल्सियम की गोली का भी वितरण किया जा रहा है। स्थानीय मितानिनों को आवश्यकतानुसार दवा उपलब्ध कराया गया है। -
जशपुरनगर 28 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री निलेष कुमार महादेव क्षीरसागर ने जिले में खाद्य नागरिक आपूर्ति के अंतर्गत उचित मूल्य की राषन दुकानों में वितरित किये जाने वाले केरोसिन के एक्स डिपो दर में कमी आने के कारण केरोसिन आॅयल का नवीन थोक एवं फुटकर बिक्री दर जारी किया है। ज्ञातव्य है कि कलेक्टर श्री क्षीरसागर द्वारा केरोसिन आयल के दर निर्धारण का पुराना आदेष निरस्त करते हुए नवीन आदेष पारित किया गया है जिसके अनुसार केरोसीन के फुटकर बिक्री दर मे औसत 10 रुपए की कमी आई है। जिसके अंतर्गत उचित मूल्य दुकानों में जिला मुख्यालय से दुरी अनुसार 26.68 रुपए से लेकर 29.47 रुपए तक होगा। श्री क्षीरसागर ने तत्काल प्रभाव से आदेश का पालन करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि उचित मुल्य दुकानदारों के द्वारा विक्रेताओं से केरोसिन का अधिक मूल्य लिए जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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जशपुरनगर 28 अपै्रल 2020/ जशपुर एसडीएम श्री योगेंद्र श्रीवास ने लाॅकडाउन के दौरान बिना मास्क पहने आवागमन करने के वाले लोगों पर कार्यवाही किया है। जशपुर नगरपालिका अधिकारी, तहसीलदार की संयुक्त टीम द्वारा लगातार बिना मास्क पहने आने जाने वाले लोगों पर चालान काटा जा रहा है।
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लाॅकडाउन के दौरान आंगनबाडी कार्यकर्ता नन्हें बच्चों को अनेक गतिविधियां शामिल करके कर रहे हैं बौद्धिक विकास
मुख्यमंत्री ने शुभांरभ के दौरान जशपुर जिले के नैंसी एवं परिधि के माताओं से वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से की थी बात
जशपुरनगर 28 अपै्रल 2020/ लाॅकडाउन के कारण जिले में नन्हें मुन्हें बच्चों के बौद्धिक क्षमता को बढ़ाने के लिए और उनमें सीखने की प्रक्रिया को विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सार्थक पहल करते हुए महिला बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी के छोटे बच्चों के लिए चकमक अभियान और अभिभावकों के लिए सजग अभियान की शुरूआत 25 अपै्रल 2020 को की गई है। अभियान का उद्देश्य डिजिटल मोड पर आधारित है। इसमें नन्हें बच्चों को वाॅल पेंटिंग, औपचारिक शिक्षा, राज्य शासन दौरा तैयार की गई फिल्म दिखाई जा रही है। बच्चों को छत्तीसगढ़ी बाल गीत आकर्षक कार्टून वाीडियो पर आधारित अध्ययन सामग्री बच्चों को आकर्षित कर रही है। सजग कार्यक्रम के तहत् बच्चों के अभिभावकों को आॅडियो मैसेज दिया जाता है। इसके माध्यम से बच्चों को कहानियां सुनाने और अपने स्वयं के अनुभव से बच्चों को प्रेरित करने के साथ उन्हें आॅडियो भी सुनाया जा रहा है। बच्चों में सीखने के प्रति रूचि बढ़ेगी।
अभियान के शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने पुरानी टोली जशपुर निवासी नैन्सी चैहान, परिधि बड़ाईक की माता बसंती बड़ाईक एवं पुष्पा चैहान से बात करके बच्चों की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। महिला बाल विकास अधिकारी श्री अजय शर्मा ने बताया है कि जशपुर जिले में आंगबनाड़ी केन्द्र के नन्हें मुन्हें बच्चों को इस अभियान से जोड़कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने सेक्टर के 8-10 बच्चों को एकत्रित करके वीडियों के माध्यम से शिक्षा दे रहे हैं और उन्हें अन्य गतिविधियों में शामिल करके उनका बौद्धिक विकास कर रहे है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से अंगांे की जानकारी, फल के नाम, फुलों के नाम, पक्षियों के नाम बताया जा रहा है।
आंगनबाड़ी केन्द्र बांडोेपारा सेक्टर घरजियाबथान परियोजना लूडेग की कार्यकर्ता इन्द्रावती, सरनापारा बटुराबहार की सविता नन्हें बच्चे योगिनी, दामिनी, प्रशांत, गुड्डू, अमरपूरी, प्रितेश आशिष, प्रियांशु को खेल एवं वीडियो के माध्यम से शिक्षा से जोड़ा जा रहा है।
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जशपुरनगर 28 अपै्रल 2020/ कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य जिलों में फसे एवं अन्य राज्य में फसे जशपुर जिले के श्रमिकों की मदद के लिए हेल्पलाईन नंबर 8278222222 जारी किया है। उन्होंने कहा है कि फसे हुए श्रमिक अपने जशपुर जिले के गृह ग्राम आना चाहते हैं तो उनके लिए संपर्क नंबर जारी किया गया है। श्रमिक अपना नाम, श्रमिक का मोबाईल नंबर ,श्रमिक के कार्य कम्पनी, संस्था का नाम, मूल पता यदि हो तो कम्पनी संस्था का संपर्क क्रमांक, श्रमिक का पूर्ण पता जहां श्रमिक वर्तमान निवासरत है। तहसील जिले के नाम के साथ परिवार के सदस्यों की संख्या श्रमिक के पिता पालक का नाम मोबाईल नंबर, श्रमिक के जशपुर जिले का पूर्ण पता, ग्राम पंचायत, वार्ड, तहसील सहित जानकारी हेल्पलाईन नंबर पर दी जा सकती है। कलेक्टर ने कहा है कि श्रमिकों को छत्तीसगढ़ शासन के जारी दिशा निर्देशों का भी भलि भांति पालन करना होगा। लाॅकडाउन के दौरान श्रमिकों अपने जशपुर जिले के गृह ग्राम आने के दौरान शासन के द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिए गए दिशा निर्देशों का भी पालन करना होगा।
- बेमेतरा :- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे है।बेमेतरा जिले के विकासखण्ड नवागढ़ मे आज मंगलवार को श्री डी.आर. डाहिरे अनुविभागीय अधिकारी (रा) नवागढ़ के निर्देशन एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री यमन देवांगन के नेतृत्व में नगर में बिना मास्क लगाए घूम रहे नागरिकों एवं शोसल डिस्टेंसिंग का पालन नही करने वाले के ऊपर कार्यवाही किया गया इसके तहत 22 हजार 400 रुपये का जुर्माना किया गया।जिसमें 34 लोगो के ऊपर बिना मास्क लगाने 3400 रुपये, 36गढ़ जीन्स कार्नर के ऊपर सोशल डिस्टेंस का पालन नही करने पर 1000 रुपये, गुटखा विक्रय जग-जननी जनरल स्टोर्स एवं लखन तम्बोली के ऊपर 5000-5000 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया, निषाद पोल्ट्री फार्म नवागढ़ सोशल डिस्टेन्स व नियमो का पालन न करते हुए मुर्गा- मछली विक्रय करने पर 5000 हजार रुपये, एवं बेमेतरा रोड में बिना अनुमति के भवन निर्माण पर 3000 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है, सभी को शोसल डिस्टेंसिंग का पालन किये जाने एवं मास्क लगाने का अनुरोध किया गया। उक्त में नगर पंचायत के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे।
- आवर्ती चराई क्षेत्र विकास योजना के निर्माण कार्य में लायें तेजी: कलेक्टरबलरामपुर: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत आवर्ती चराई क्षेत्र विकास योजनान्तर्गत स्वीकृत किये गये गोठान, डबरी एवं कूप निर्माण तथा वृक्षारोपण हेतु वन एवं उद्यान विभाग द्वारा तैयार किये गये पौधों की प्रजातिवार जानकारी कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने ली एवं समय-सीमा के भीतर निर्माण कार्यों को पूर्ण करने तथा वृहद वृक्षारोपण हेतु पौध तैयार करने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये।संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित मनरेगा की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने आवर्ती चराई विकास योजनान्तर्गत वन विभाग को स्वीकृत गोठान निर्माण की रेंजवार समीक्षा की। कलेक्टर ने आवर्ती चराई योजनान्तर्गत गोठानों के निर्माण हेतु स्थल का चयन गांव के नजदीक, जहां पानी की पर्याप्त व्यवस्था हो, ऐसी जगह को चयनित कर निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ करते हुये समय-सीमा में पूर्ण करने को कहा। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये तथा सुरक्षा के सभी उपाय कर निर्माण कार्य में अधिक से अधिक मजदूरों को लगाने तथा समय पर मजदूरी का भुगतान करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने वन विभाग के अधिकारियों से वनोपज संग्रहण के संबंध में जानकारी ली।उन्होंने वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर वनोपज संग्रहण हेतु बनाये गये समिति व समूह से सम्पर्क कर उन्हें अधिक से अधिक वनोपज संग्रहण हेतु प्रोत्साहित करें। कलेक्टर ने नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजनान्तर्गत सभी विकासखण्डों में चल रहे नाला ट्रीटमेंट के कार्य को नाला के उद्गम से संगम तक पूर्ण करने को कहा। बैठक में कलेक्टर ने मनरेगा के अन्तर्गत पौधरोपण हेतु वन एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा नर्सरी में तैयार किये गये पौधों की नर्सरीवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी विभाग को 17 लाख फलदार पौधे एवं वन विभाग को 8 लाख 50 हजार छायादार एवं फलदार पौधे तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है। कलेक्टर ने बैठक में नर्सरीवार तैयार किये गये पौध की समीक्षा की और उद्यान विभाग के अधिकारी से मुनगा एवं पपीता के पौधे शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि सीमावर्ती राज्य झारखण्ड के गढ़वा जिले में कोरोना संक्रमण मरीज मिले हैं, अतः अपने सूचना तंत्र में किसी भी प्रकार की चुक नहीं होनी चाहिए। कन्हर से लगे सरहदी क्षेत्र तथा प्रत्येक बाहर से आने वाले व्यक्तियों की सूचना शीघ्र कन्ट्रोल रूम को दें, जिससे तत्काल कार्यवाही की जा सके।बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरीष एस0, वनमण्डलाधिकारी श्री प्रणय मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी वन श्री के0एस0 खुटिया, श्री आर0बी0पटेल, सहायक परियोजना अधिकारी(मनरेगा) डाॅ0 के0एम0पाठक, सर्व वन परिक्षेत्राधिकारी, सर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सहित जनपद एवं वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।
- शेष दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुली रहेगी
बेमेतरा :-कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आवश्यक दुकानें उपरोक्त प्रतिबंधों के अधीन खोले जाने के आदेश जारी किये गये है। बेमेतरा जिला ग्रामीण क्षेत्र में सभी पंजीकृत प्रतिष्ठान (निजी एवं व्यवसायिक) को 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ परिचालन की अनुमति दी जाती है। इन क्षेत्रों में सेलून, पार्लर, तम्बाकू गुटखा, पान की दुकानों, सभी माॅल, सामुदायिक भवन, सामाजिक भवन, वैवाहिक भवन का उपयोग एवं परिचालन प्रतिबंधित होगा। किसी भी धार्मिक संस्था के वर्तमान में खोलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। वैवाहिक समारोह के आयोजन हेतु संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारियों से अनुमति प्राप्त की जा सकती है जिसमें अधिकतम 20 लोगों के साथ निजी स्थान (स्वयं के घर में) विवाह की अनुमति दी जा सकती है। ध्वनि विस्तारक यत्रों का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित होगा। किसी भी तरह का समाजिक भोज आदि भी आयोजित नहीं होगा।बेमेतरा जिले में किसी भी स्थान पर दुकान संचालन व अन्य गतिविधियों के दौरान इस बात का ध्यान रखा जावे कि जिले में धारा- 144 दण्ड प्रक्रिया संहिता प्रभावशील है। महामारी अधिनियम के तहत हर व्यक्ति को मास्क पहनना अनिवार्य होगा व न्यूनतम 01 मीटर की सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंश) के साथ कार्य करना होगा।इसी प्रकार बेमेतरा शहरी क्षेत्र के सभी 21 वार्डो में कम से कम भीड़ रखते हुये तथा एक साथ दुकाने नहीं है ऐसे सभी वार्डो में दुकाने प्रारंभ करने की अनुमति उल्लेखित शर्तो 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति की क्षमता के साथ संचालन की जाने की अनुमति प्रदान की जाती है। शत-प्रतिशत क्रेता विक्रेता को मास्क का उपयोग किया जाना अनिवार्य होगा, प्रत्येक दुकान में हैंड सेनिटाईजर हाथ धोने हेतु आवश्यक रूप से रखी जावेगी। बिना मास्क पहने किसी भी ग्राहक को कोई वस्तु विक्रय नहीं की जायेगी। कार्य सुविधा की दृष्टि से दुकान संचालक मास्क की व्यवस्था भी कर सकते है। दुकानों के सामने एक-एक मीटर की दूरी, सोशल डिस्टेंस हेतु मार्क की जावेगी। सभी दुकानें (अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर) सायं 04ः00 बजे अनिवार्य रूप से बंद हो जायेगी।उपरोक्त मानक प्रक्रिया (एसओपी) के प्रथम उल्लंघन पर 1000 रु. द्वितीय उल्लंघन पर 2000 रु. का जुर्माना अधिरोपित किया जावेगा। उसके पश्चात भी नियमों का उल्लंघन पाये जाने पर दुकान का संचालन सील कर दुकानें बंद कर दी जायेगी। जीवन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए दुकानों के संचालन की अनुमति पूर्ववत बनी रहेगी, परंतु नये दुकानों के संचालन की अनुमति नहीं रहेगी। किसी भी स्थिति में सेलून, पार्लर, तम्बाकू गुटखा, पान विक्रय की दुकान, जिम, स्वीमिंग पूल, सिनेमाघर, वैवाहिक भवन, गार्डन, खेल मैदान, बैठक व्यवस्था के साथ संचालित रेस्टोरेंट का परिचालन प्रतिबंधित होगा। परंतु भोजन सामग्री (ब्ववामक थ्ववक) के विक्रय की दुकाने (ढाबा इत्यादि) ज्ंाम ।ूंल के सिद्धांत पर संचालित होगा। सभी धार्मिक शैक्षणिक संस्थानें पूर्ववतः बंद रहेगी, सार्वजनिक यातायात प्रतिबंधित होगा, कोई व्यक्ति विशेष आवश्यकता की स्थिति में निजी वाहन का उपयोग कर सकता है। जारी आदेशों मे से किन्ही भी अनुदेशों का उल्लंघन भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत अपराध माना जाकर संबंधित के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा सकेगी। - निवास स्थान पहुंचाने तत्काल कराई गाड़ी की व्यवस्थाकलेक्टर की दरियादिली देख मजदूरों ने दिया धन्यवादजशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने जिले के दौरे के दौरान रास्ते में पैदल चलते हुए मजदूरों को देख अपनी गाड़ी वही रोकी। उन्होंने अपनी गाड़ी रोककर तत्परता से मजदूरों का हाल चाल जाना।श्रमिक गौरेलाल, संतोष गुलापी ने बताया कि जसपुर से अपने गांव रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकास खंड पतरातोली जा रहे हैं । कलेक्टर ने उनकी परेशानी को देखते हुए देरी किए बगैर कुनकुरी विकास खंड के एसडीएम से मजदूरों के लिए गाड़ी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए और मजदूरों को सकुशल उनके घर पहुंचाने के लिए कहा। कलेक्टर की दरियादिली को देखकर मजदूरों ने धन्यवाद दिया।
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*प्रभावित व्यक्तियों को प्रशासन द्वारा दिया जाएगा मुआवजा*
*प्रशासन हर संकट की घड़ी में खड़ी है आपके साथ*
*जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीर सागर ने आज जिले में आंधी तूफान एवं ओलावृष्टि के फसलों के नुकसान के संबंध में पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम जामझोर, झिमकी, सुकवासु पारा, गांव का आकस्मिक निरीक्षण करके किसानों और ग्रामीण जनों से फसलक्षति की जानकारी ली।
कलेक्टर ने नगरपंचायत कोतबा में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी की बैठक लेकर आसपास के गाँव में हुए फसलछति और जनहानि के बारे जानकारी ली। कलेक्टर ने पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम जामझोर, झिमकी, सुखवाशुपारा के रामप्रताप सिंह , अशोक पैंकरा, सुलुचना विशेष पिछड़ी जनजाति दिहाड़ी कोरोवा गुरबारी के घरजाकर जनहानि के बारे म जानकारी ली। कलेक्टर ने किशानो और प्रभावित लोगों को संकट की इस घड़ी में प्रशासन आपके साथ खड़ी है। प्रशासन की और से हर सम्भव प्रयास किया जाएगा।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को फसलक्षति पूर्ति एवं अन्य का आकलन तैयार करके आरबीसी 6-4 तहत मुआवजा राशि वितरण करने के निर्देश दिए हैं।कलेक्टर ने बिजली विभाग के अधिकारियों को ओलावृष्टि के कारण खराब हुए बिजली के खम्बों एवं तारों को सुधार कर जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति शुरू करने के निर्देश दिय है। ऐसैप्रभावित हितग्राही जिनके रहने के लिये व्यवस्था नही है। उनके लिये वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सम्बंधित ग्राम पंचायत और स्कूल में रहने की भी व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिये है।उन्होंने अति प्रभावित परिवारों के लिए अल्बेस्टर्ड, सीट की व्यवस्था कराने के निर्देश भी दिये है। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आरती सिंह, एस डी एम दशरथ सिंह राजपूत, कृषि अधिकारी एम आर भगत, सीईओ जनपद - दुर्ग : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 308384 नग क्लोरीन टेबलेट का वितरण किया जा चुका है इसके साथ ही प्रतिदिन पानी की शुद्धता की जांच की जा रही है। विभिन्न जल स्रोत जैसे कुआं, बोर, टंकी, हस्त पंप आदि के पानी का सैंपल जोन द्वारा लेकर 77 एमएलडी जल शोधन संयंत्र के लैब में भेजकर परीक्षण किया जा रहा है परीक्षण उपरांत दूसरे दिन ही परीक्षण की रिपोर्ट जोन को प्रेषित की जा रही है ताकि इसके अनुसार पानी शुद्धिकरण के उपाय अपनाया जा सके। जोन क्रमांक 2 के वार्ड क्रमांक 19 क्षेत्र के एक महिला की पीलिया रिपोर्ट पॉजिटिव आने की खबर प्राप्त हुई है, इस महिला के घर में 5 सदस्य इनके साथ रहते हैं, इनके अन्य सदस्यों की स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा परीक्षण करने उपरांत पीलिया के लक्षण नहीं पाए गए । वार्ड क्रमांक 19 में महिला जहां से पानी का उपयोग करती है वही लगभग 50 परिवार भी इसी पानी का उपयोग पेयजल के लिए करते हैं इसके अतिरिक्त भागीरथी नल जल योजना से प्राप्त नल कनेक्शन भी घरों में लगा हुआ है। परंतु केवल इसी महिला में पीलिया पॉजिटिव पाया गया है जोन 2 के कार्यपालन अभियंता बीके देवांगन ने बताया कि आसपास के अन्य 40-50 परिवारों से भी जानकारी प्राप्त की गई है जिसमें पीलिया से संबंधित लक्षण की किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने की जानकारी मिली है। दिनांक 10 अप्रैल को महिला के यहां क्लोरीन टेबलेट का वितरण किया गया था और आज भी किया गया, इस क्षेत्र में पानी के शुद्धिकरण के लिए क्लोरीन टेबलेट का वितरण भी घर-घर किया जा चुका है। यह परिवार जहां से पानी लेता है उस पानी की सैंपल की जांच 10 अप्रैल को की गई थी और रिपोर्ट में पीने योग्य पानी प्राप्त हुई थी, यहां के आसपास के क्षेत्रों के 20 से अधिक जल स्रोतों के पानी के सैंपल लेकर परीक्षण किए जा रहे हैं। प्रत्येक 15 दिवस में पानी की दोबारा जांच लैब में एवं कीट के माध्यम से की जा रही है और प्राप्त परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर शुद्धीकरण का कार्य किया जा रहा है। पानी टंकियों का भी सैंपल लिया जा रहा है इसके साथ ही जल शोधन संयंत्र के पानी की तीन बार जांच की जाती है। पाइपलाइन लीकेज का निरीक्षण कर संधारण किया जा रहा है। शुद्ध पेयजल प्रदाय करने के लिए निगम भिलाई द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और यह भी बताया जा रहा है कि जल जनित बीमारी पीलिया से बचाव के लिए पानी को छानकर एवं उबालकर उपयोग में लावे, पीलिया से बचाव के लिए जागरूकता संबंधी पंपलेट भी चस्पा किया जा रहा है।
- दुर्ग : वार्ड क्रमांक 7 कोहका सिरसा रोड चैहान बाड़ी में कार्य करने वाले मजदूरों को वहां के मालिक द्वारा निकाल देने की सूचना पर निगम भिलाई ने संवेदनशीलता के साथ उनके रहने एवं भोजन की व्यवस्था आमोद भवन स्थित आश्रय स्थल में की है। राजस्थान के हनुमानगढ़ से आए हुए मजदूर सतनाम सिंह ने बताया कि जनवरी माह से भिलाई में आए हुए हैं और कोहका के चैहान बाड़ी में काफी दिनों से कपास से रुई निकालने का कार्य कर रहे थे परंतु बाड़ी के मालिक ने लॉक डाउन के इस कठिन परिस्थिति में उन्हें काम से निकाल दिया और मजदूरों के सामने रहने एवं खाने की समस्या खड़ी हो गई है मजदूरों के साथ उनके दो बच्चे भी शामिल है। राजस्थान के कुल 17 मजदूर बाड़ी में कार्य कर रहे थे जिसमें महिलाएं भी सम्मिलित है।जैसे ही सूचना मिली की मजदूरों को कार्य से निकाल दिया गया है और अब इनका कोई भी सहारा यहां पर नहीं है तब महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव एवं आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर तत्कालिक रूप से व्यवस्था कराते हुए इनके रहने एवं खाने सहित देखरेख की जिम्मेदारी अधिकारियों को दिया गया है। जहां एक ओर समाजसेवी, विभिन्न संगठन संवेदनशीलता का परिचय दिखाते हुए ऐसे लोगों की मदद कर रहे हैं वहीं बाड़ी मालिक ने इन मजदूरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। वार्ड 12 कॉन्ट्रैक्टर कॉलोनी आमोद भवन के आश्रय स्थल में इन मजदूरों को रखा गया है जिन्हें भोजन के लिए राशन सामग्री प्रदान की गई है तथा इन्हें मास्क भी मुहैया कराई गई है और इनका मेडिकल परीक्षण भी किया गया है।
- दुर्ग: नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत सफाई व्यवस्था की गतिविधियों को संचालित करने के लिए महापौर देवेंद्र यादव के प्रयास से 61 ई रिक्शा निगम भिलाई में पहुंच चुकी है जिसे भिलाई निगम के बस डिपो रखा गया था।ई-रिक्शा को बेहतर तरीके से संचालन करने के लिए लगभग डेढ़ माह स्वच्छता कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है आज महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव एवं स्वच्छता विभाग के प्रभारी लक्ष्मीपति राजू ने हरी झंडी दिखाकर इस रिक्शा को रवाना किया। इस रिक्शा की खासियत यह है कि यह एक बार बैटरी चार्ज करने के पश्चात लगभग 60 से 70 किलोमीटर तक चलाई जा सकती है, बैटरी चार्ज करने के लिए अलग से चार्जर दिया गया है।प्रदाय करने वाली कंपनी ने 1 साल तक इस रिक्शा का वारंटी प्रदाय किया है तथा बैटरी का 3 वर्ष तक। इसमें पेट्रोल एवं डीजल डालने की आवश्यकता नहीं है, यह पूर्णता इको फ्रेंडली रिक्शा है जोकि पूर्णतरू प्रदूषण रहित है। इस रिक्शे में सूखा कचरा एवं गीले कचरे के लिए पृथक पृथक डिब्बा बनाया गया है, सूखे कचरे को अलग एवं गीले कचरे को अलग लिया जाएगा। ई रिक्शा के संचालन से स्वच्छता में एक नई कड़ी जुड़ जाएगी, समय की बचत होगी और अधिक से अधिक कचरा संग्रहण का कार्य होगा। इस रिक्शे में एक लीवर दिया गया है जिसे दबाने पर सूखा एवं गीला कचरा युक्त डिब्बा उपर उठने लगता है जिससे कचरे को आसानी से निकाला जा सकता है। स्वच्छता के आयाम में यह रिक्शा बहुउपयोगी साबित होगा। यह रिक्शा ध्वनि प्रदूषण से रहित है जिसमें किसी प्रकार की आवाज नहीं आती। इसमें रिक्शा को पीछे करने के लिए भी स्विच दिया गया है जिसको दबाने पर यह पीछे की ओर जाता है, सकरी गलियों में इसे आसानी से ले जाया जा सकता है। डोर टू डोर कचरा संग्रहण के कार्य के लिए ई रिक्शा के सफलतापूर्वक संचालन एवं व्यवस्था के लिए आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने समस्त जोन आयुक्तों को जिम्मा दिया हुआ है इसके तहत जोन क्रमांक 1 को 15 ई रिक्शा, जोन क्रमांक 2 को 12 ई रिक्शा, जोन क्रमांक 3 को 8 ई-रिक्शा, जोन क्रमांक 4 को 16 ई रिक्शा प्रदाय किया गया है इसके अलावा रिसाली को भी 10 ई-रिक्शा प्रदान किया जाएगा। ई-रिक्शा को सुरक्षित एवं बेहतर संचालित करने के लिए बैटरी चार्जिंग पॉइंट एवं अन्य व्यवस्था जोन स्तर से की जाएगी। ई रिक्शा के आने से अब स्वच्छता के कार्यों को करने में आसानी होगी। इस दौरान उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं तरुण पाल लहरें, जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, सुनील अग्रहरि, महेंद्र पाठक, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा एवं सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, जोन के स्वच्छता निरीक्षक मौजूद रहे।
- दुर्ग : कोविड विपदा को देखते हुए लोग घर से निकले बगैर आपदा में फंसे लोगों को सहयोग कर सकें। इसके लिए जिला प्रशासन ने डोनेशन आफ व्हील्स के वाहन चलाये थे। इस वाहन से अब तक छप्पन हजार रुपए की सहयोग राशि लोगों ने आपदा पीड़ितों को दी है। साथ ही तीन टन से अधिक अनाज भी ग्रामीणों ने दान किया है। 167 किलोग्राम सब्जी भी लोगों ने आपदा पीड़ितों के लिए दी है।उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायतों में ऐसे लोग जिन्हें दैनिक जीवन में राशन की उपलब्धता में समस्या हो सकती है, को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन दुर्ग द्वारा कलेक्टर श्री अंकित आनंद एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग श्री कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में 16 अप्रैल से जागरूकता एवं दान रथ जिसे ‘‘डोनेशन आन व्हील ‘‘ प्रारंभ किया गया। इस कार्य हेतु जनपद पंचायतवार दुर्ग, धमधा एवं पाटन हेतु कुल 03 वाहनों को ‘‘डोनेशन आन व्हील ‘‘ हेतु दुर्ग जिले की समस्त 388 ग्राम एवं शहरी क्षेत्रों में भी भ्रमण कराया जा रहा है। तीनों दान रथ द्वारा अब-तक कुल 286 ग्रामों का भ्रमण पूर्ण किया जा चुका है। इस कार्य हेतु ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत कार्य कर रही स्वच्छाग्राही स्व-सहायता समूह की महिलाओं एवं ग्राम पंचायत कोटवार द्वारा भरपूर योगदान दिया गया है।दान रथ के ग्राम में पहुंचते ही स्वच्छाग्राहियों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए ग्राम पंचायत के समस्त मार्गों पर दान रथ का भ्रमण कराया जाता है तथा ग्राम पंचायत कोटवार के माध्यम से मुनादी कर जो दानदाता दान करना चाहते हैं, उन्हें रथ में लगे माईक एवं साउण्ड सिस्टम के माध्यम से सूचित करते है। शहरों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों द्वारा दान के लिये आगे आकर मदद करते पाये गये हैं। संकट की इस घड़ी में ग्रामीणों द्वारा स्वयं को लाकडाउन का पालन करने में जो पूरे देश के लिये मिसाल कायम की गई है वहीं दूसरी ओर अन्य जरूरतमंदों की सहायता के लिये भी बढ़चढ़कर आगे आये हैं। दान में प्राप्त दान सामग्री को दान रथ के माध्यम से जरूरतमंदों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
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दुर्ग : लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एवं अहिवारा क्षेत्र से विधायक श्री गुरू रूद्र कुमार ने आज धमधा ब्लाक के ग्राम मुरमुंडा में ग्रामीणों को मास्क और सैनिटाइजर का वितरण किया। उन्होंने इस अवसर पर ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग रखने तथा दिन में अनेक बार साबुन से हाथों को धोने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से अपने गांवों में उपयोगी संरचनाओं का निर्माण कर विकास की गति को बढ़ावा दें। शासन मनरेगा के कार्य युद्धस्तर पर करा रही है। इसके लिए उपयोगी कार्यों का चिन्हांकन कर बड़ी संख्या में ग्रामीणों को रोजगार देने निर्देशित किया गया है।
- दुर्ग : कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुये मूलभूत सेवाओं के क्रियान्वयन हेतु सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार तथा शनिवार को प्रत्येक ग्राम पंचायत सचिव को अपने प्रभार के ग्राम पंचायत कार्यालय मे उपस्थित रहने हेतु निर्देशित किया गया है। जनपद पंचायत सीईओ दुर्ग ने 23 अप्रैल गुरुवार को ग्राम पंचायत महमरा जनपद पंचायत दुर्ग का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दिनांक को श्री अरुण कुमार देशमुख सचिव ग्राम पंचायत महमरा ग्राम पंचायत कार्यालय से अनुपस्थित पाये गये। इस लापरवाही के चलते श्री देशमुख के एक दिन का वेतन काटने का निर्णय लिया गया है।
- कलेक्टर ने की राजस्व विभाग के काम-काज की समीक्षा
बेमेतरा: कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कामकाज की समीक्षा की। बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से रबी फसल के नुकसान के आंकलन करने के निर्देश राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए। गत दिनों संयुक्त जिला कार्यालय के दृष्टि सभाकक्ष में आयोजित बैठक के दौरान उन्होने अधिकारियों से विवादित-अविवादित नामांतरण के प्रकरण बंटवारा, सीमांकन, इसके अलावा भू-अर्जन के प्रकरणों की जानकारी ली। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, संयुक्त कलेक्टर श्रीमति ज्योति सिंह, एस.डी.एम. बेमेतरा -श्री जगन्नाथ वर्मा, बेरला-श्री दुर्गेश वर्मा, साजा-आशुतोष चतुर्वेदी, नवागढ़- श्री डी.आर.डाहिरे, डिप्टी कलेक्टर द्वय, उमाशंकर साहू, श्री संदीप ठाकुर, उप संचालक कृषि श्री एम.डी. मानकर एवं सभी तहसीलदार -नायब तहसीलदार एवं नगरीय निकाय के सी.एम.ओ. उपस्थित थे।बैठक में कलेक्टर ने एसडीएम एवं तहसीलदारों से पटवारियों को उनके निर्धारित मुख्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने भू-अर्जन, न्यायालयीन प्रकरणों, सीमाकंन के प्रकरणों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिले में शासकीय भूमि पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण होने पर उसे हटाने कि कार्यवाही करने के लिए राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में इसके अलावा खसरा, बी-वन नकल प्रदाय की समीक्षा की। कलेक्टर ने अपील संबंधित आवेदनों के निराकरण तथा विवादित मामलों का भी समय पर निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा बैठक में धारा 170 (ख), भू-अर्जन, अभिलेखों का अद्यतीकरण, भू-राजस्व एवं विभिन्न करों की वसूली की स्थिति, भू-भाटक का निर्धारण, पंचायत उपकर, शाला भवन उपकर, डायवर्सन, टैक्स वसूली, आरसीसी की वसूली आदि विषयों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। राजस्व पुस्तक परिपत्र भाग 6-4 के प्राकृतिक आपदा से संबंधित पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि के प्रकरण शीघ्र तैयार करने निर्देश दिए। प्रकरण तैयार करते समय अधिकारी अपनी संवेदनशीलता का परिचय दें। - बेमेतरा :- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से निपटने के लिए बेमेतरा जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने स्वेच्छानुसार मार्च 2020 (महिने का वेतन जो अप्रैल मे देय हुआ) का अपने एक दिन का वेतन कुल 76 लाख 66 हजार 963 रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष मे आॅनलाईन जमा किया। कोषालय अधिकारी ने बताया कि पी.एल. सहारा ने बताया कि जिले के लगभग 6700 अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा अपने एक दिन के वेतन के रुप मे कटौती की गई।
- बेमेतरा :- कोरोना वायरस कोविड-19 के महामारी के संक्रमण से निपटने के लिए दुर्ग संभाग के थ्रो-बाॅल कमेटी के बेमेतरा के छात्रों द्वारा आज सोमवार को 6 हजार 230 रु. का सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष मे जमा करने हेतु कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल को सौंपा।
- बेमेतरा : - बेमेतरा जिला अंतर्गत आदिम जाती तथा अनुसूचित जाती विकास विभाग के तत्वाधान में अनुसूचित जाती उपयोजना की विशेष केन्द्रीय सहायता(एससीए और एससीएसपी) योजना के अंतर्गत क्षेत्रीय अधोसंरचनात्मक विकास कार्याें के लिए विकासखण्ड नवागढ़ के 04 ग्राम (छीतापार, बहरबोड़, खपरी गांगपुर) के लिए 5 लाख रुपये के अनुमान से 20 लाख रुपये एवं विकासखण्ड बेमेतरा के 02 ग्राम (सूखाताल, हेमाबंद) के लिए 5 लाख रुपये के अनुमान से 10 लाख इस प्रकार कुल 06 सी.सी. रोड हेतु 30 लाख रुपये का आबंटन जारी किया गया था। जिसमें से विकासखण्ड नवागढत्र के 02 ग्राम (छीतापार,गांगपुर) की सी.सी. रोड एवंविकासखण्ड बेमेतरा के 02 ग्राम (सूखाताल, हेमाबंद) की सी.सी.रोड इस प्रकार 04 सी.सी.रोड का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया शेष विकासखण्ड नवागढ़ के 02 ग्राम (बहर, खपरी) की सी.सी.रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
- बेमेतरा :- जहां चाह होती है वहां राह खुद-ब-खुद निकल जाती है। हम बात कर रहे हैं ऐसी महिलओं की जिन्होने कभी अपने गांव से बाहर कदम नहीं रखा और न ही बाहर की दुनिया से ज्यादा वाकिफ हैं। लेकिन ये महिलाएं आत्मनिर्भर हैं और अपने पारिवारिक सहारा बनी हुई हैं। हम बात कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ अत्ंार्गत जिला बेमेतरा के साजा ब्लाक की महिलाओं की जिन्होने मिलकर न केवल अपनी गरीबी का हल निकला बल्कि परिवार के लिए अच्छी खासी रकम कमा कर दे रही हैं और यह सबकुछ सांभव हो पाय है। मशरूम की खेती से। मशरूम आज इन महिलाओं के लिए सफेद सोना साबित हो रहा है।छत्तीसगढ़ अत्ंार्गत जिला बेमेतरा के साजा ब्लाॅक के पिपरिया गांव की महिलाओं ने रोज की दिनचर्या के साथ अपने व अपने परिवार के लिए समृद्धि की राह तलाश कर ली है। इसके लिए इन महिलाओं ने पहले कृषि विज्ञान केंद्र से मशरूम की खेती का प्रशिक्षण लिया और जाना कि मशरूम की खेती कैसे की जाती है ? प्रशिक्षण पाने के बाद उन्होंने मशरूम की खेती शुरू कर दी। आज वे इस मशरूम को महंगे दामों में बेच रही हैं।आज से करीब 2 साल पहले पिपरिया गांव की महिलाओं का जीवन भी आम ग्रामवासी महिलाओं की तरह था, वे दिनभर खेतो में काम व रोजी-मजदुरी कर अपने परिवार का पेट पालती थी। यही इन महिलाओं की दिनचर्या थी। इनके जीवन में बदलाव राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) लेकर आया । सबसे पहले राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) अन्तर्गत महिलाओं का समूह बनाये फिर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया इस दौरान जनपद पंचायत सी.ई.ओ, डी.ई.ओ, ए.डी.ई.ओ एवं पी.आर.पी उपस्थित थे। कृषि विज्ञान केन्द्र से प्रशिक्षण देने के साथ शेड निर्माण और बीज इत्यादि की भी सहायता दी गयी।पहले उन्हे सब्जी और फलों की खेती का प्रशिक्षण दिया गया । इससे उन्हें खेती से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी हो सकी। कुछ ही दिनों में जब महिलाओं को खेती के फायदे समझ आ गए तो उन्होने संगठित होकर समूहिक तौर पर खेती करने का फैसला किया । हालांकि मशरूम की खेती के बारे में पहले कोई भी महिला आश्वस्त नहीं थी। इसलिए उन्होंने शुरू में इससे साफ तौर पर इनकार कर दिया। लेकिन कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकरियों ने महिलओं को प्रोत्साहित किया और उन्हें इस खेती से होने वाले फायदों के बारे में बताया ।महिलाओं को जब भरोसा हो गया तो उन्होंने समूह बनाया और सबको एकजुट किया। समूह का नाम रखा गया अन्नपुर्णा महिला स्व-सहायता समूह। स्व-सहायता समूह की सचिव पुष्पा बाई साहू हैं। पुष्पा कहती हैं, कि उनके समूह की महिलायें खेती-किसानी से जुडी हुई हैं। जो घर-परिवार के दैनिक कायों को करने के बाद अतिरिक्त आमदनी के लिए स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियां संचालित करना चाहती थी। इस बीच कृषि विज्ञान केन्द्र मौहाभाठा के वैज्ञनिकों द्वारा गांव के किसानों को किसान संगोष्ठी में खेती-किसानी की जानकारी देने के साथ ही मशरूम उत्पादन के बारे में बताया गया।अब चल रही है विस्तार की तैयारीः- महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष लीला बाई साहू ने बताया कि कृषि केंद्र से मिली सहायता से समूह की महिलाओं ने मशरूम उत्पादन के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता पर भी ध्यान केन्द्रित किया । इससे उत्पादित मशरूम का विक्रय तुरंत होने लगा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनके समूह के मशरूम की मांग अधिक होने के कारण गांव से कई लोग यहां आकर मशरूम खरीद कर ले जाते हैं।मशरूम की खेती करके शुरूवाती 2 महिने मे ही जोडे 35 हजार रुपएः-इन महिलाओं के स्व-सहायता समूह ने सामूहिक रुप से 35 हजार रुपए जोडे। लीला बाई साहू कहती हैं कि इतने रुपए जुड़ने से समूह की महिलाएं बहुत खुश हैं। अब परिवार के सदस्य भी घर-परिवार के कार्याें के साथ इस आय मूलक गतिविधि को संचालित करने के लिए उनका उत्साहवर्धन करते हैं। समूह की महिलाओं ने उक्त आर्थिक गतिविधि के साथ ही बचत को भी बढ़ावा दिया है।इस कारण ही समूह के खाते में अभी करीब 50 हजार रुपए हैं जिसे समूह की महिलाएं आड़े वक्त ऋण लेकर सुविधानुसार वापस जमा करती हैं। समूह की सामूहिक गतिविधियों से प्रभावित पुष्पा बाई साहू कहती हैं, उक्त गतिविधि आय अर्जित करने के साथ ही हम सभी को सशक्त बनने के लिए न सिर्फ सहायक साबित हो रही है बल्कि परिवार की खुशहाली को भी बढ़ा रही है।
- सूरजपुर : कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक-डाउन को 3 मई तक के लिये बढ़ा दिया गया है। यद्यपि लॉकडाउन की अवधि में फल-सब्जी आदि की दुकाने खुली रखने की अनुमति दी गई है फिर भी बाहर अधिक भीड़ न हो और फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिये फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा ऑन-लाइन आर्डर करने पर लोगों को मुहैया कराने के लिए छत्तीसगढ़ शासन की एजेंसी चिप्स द्वारा फल एवं सब्जी घर बैठे ऑन लाइन आर्डर करने और फल तथा सब्जी की घर पहुंच सेवा देने के लिए एक ऑन लाइन वेब पोर्टल बनाया गया है जो ीजजचरूध्ध्बहींजण्पदध् पर उपलब्ध है। इस पोर्टल का शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा किया गया। वेंडरो के लिये यह सुविधा निःशुल्क प्रदाय की जा रही है।कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने बताया है कि जिले में योजना से लाभ लेने वाले लोगों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा दर्ज किया जा रहा है और आमजन माननीय मुख्यमंत्री जी की इस पहल की सराहना करते हुए घर बैठे सब्जी व फल प्राप्त कर रहे हैं। जिले से वर्तमान में सीजीहाट की वेबसाईट पर 140 विक्रेताओं सहित 13 डीलीवरी ब्वाय और 123 ग्राहकों ने पंजीयन कराया है। अबतक ग्राहकों के द्वारा आॅनलाईन 53 आर्डर प्राप्त हो चुके हैं जिसमें 12 ग्राहकों ने सप्लाई प्राप्त कर सुविधा का लाभ भी लिया है। कलेक्टर श्री सोनी ने आमजनों से अपील की है कि पोर्टल में अपना पंजीयन कराकर इस सुविधा का लाभ अधिक से अधिक मात्रा में लें और घर पह सुरक्षित तरिके से सब्जी व फल प्राप्त करें।
- आमजन निःषुल्क सेवा का लाभ उठाकर घर में ही प्राप्त कर रहें है आवष्यक परामर्ष के साथ दवाईयाॅसूरजपुर : कोविड-19 के संक्रमण को वैष्विक महामारी घोषित किया गया है कोविड -19 के संक्रमण एवं फैलाव की रोकथाम हेतु लाॅकडाउन किया गया है। लाॅकडाउन होने की स्थिति में अस्पताल में भीड़ को नियंत्रित करने साथ ही सुगम स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देष्य से कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा सूरजपुर में 18 अप्रैल 2020 को टेलीमेडिसिन की सेवा प्रारंभ की गई।इस सेवा के अन्तर्गत मरीज मोबाईल फोन के माध्यम से आवष्यक चिकित्सा परामर्ष विडियो काॅल, वाईस काॅल और मैसेज चैट करके प्राप्त कर रहे हैं साथ ही दवाईयों को भी रेडक्राॅस सोसायटी के द्वारा घर पहुॅच कर मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इस सुविधा से बुजूर्गो, दिव्यांगो सहित ग्रामीण जनों को बड़ी राहत हुई है और दुरस्थ क्षेत्रों के मरीज सुविधा का लाभ लेते हुए जिला प्रषासन की इस पहल की सराहना भी कर रहें हैं।जिले में टेलीमेडिसिन की सेवा दो पालियों में संचालित है। प्रथम पाली प्रातः 8.00 बजे से अपराह्न 2.00 बजे तक डाॅ. क्षितिज कुमार सिंह मो. 7477039920 एवं डाॅ. सर्वथा पाण्डेय मो. नं. 8319698159 एवं द्वितीय पाली अपराह्न 2.00 बजे से शाम 8.00 बजे तक में डाॅ. कृष्ण कुमार साहू मो. नं. 7828139837 में निरंतर सेवा दे रहे हैं। आज 24 अप्रैल 2020 तक कुल 165 मरीजों ने अपना पंजीयन टेलिमेडिसिन सेवा के वेब पोर्टल में किया है, जिसमें से 99 मरीजों ने डाॅक्टरों से संपर्क कर परामर्ष के साथ घर पहुॅच निःशुल्क दवाई का लाभ लिया तथा 66 मरीजों ने डाॅक्टरों से संपर्क कर परामर्ष लिया। जिला चिकित्सालय सूरजपुर के द्वारा जिले के सभी जनों से अपील किया गया है कि टेलीमेडिसिन की सेवा का लाभ लेने के लिए हेल्प लाईन नम्बर 7879810704 या वेब साईट लिंक बहेनतंरचनतण्ेींदतवीपण्बवध्बहमउमक में जाकर पंजीयन करा इस सेवा का निःशुल्क लाभ ले सकते हैं।