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बेमेतरा 18 मई :कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और सुरक्षा हेतु सम्पूर्ण जिला बेमेतरा में दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत प्रभावशील धारा 144 को 17 अगस्त या आगामी आदेश तक के लिये लागू करने का आदेश जारी किया है। उन्होंने इस सम्बन्ध में समय - समय पर जारी उनके कार्यालय द्वारा अन्य आदेशो के तहत प्रतिबन्धों को भी लागू रखने के आदेश दिए है ।
श्री तायल ने कहा कि कोरोना वायरस से भारत सहित पूरे विश्व के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है और इससे पीड़ित, संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत है। इसी प्रकार इसके प्रसार को रोकने के लिए कड़े सामाजिक अलगाव और शारीरिक दूरी के उपयोग को अपनाना उचित एवं आवश्यक हो गया है। इन आदेशों का किसी भी व्यक्ति, संस्था, संगठन द्वारा उल्लंघन नहीं किया जाएगा। किसी व्यक्ति, संस्था, संगठन द्वारा कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियत्रण हेतु जारी किसी भी निर्देश का उल्लंघन किया जाता है तो वह भारतीय दंड संहिता 1860 कि धारा 188 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी के अंतर्गत आता है । -
कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर शेष नगरीय निकाय में आवश्यक सेवायें प्रदान करने वाले कार्यालय एवं प्रतिष्ठान के अतिरिक्त सभी दुकानें, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, कार्यालय, साप्ताहिक हाट-बजार आदि सम्पूर्ण गतिविधियां प्रतिबंधित
कोरिया 18 मई : कोरिया जिले के नगर निगम क्षेत्र चिरमिरी के हल्दीबाड़ी में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुये कलेक्टर श्री डोमन सिंह के द्वारा नगर निगम क्षेत्र चिरमिरी के हल्दीबाड़ी में मरीज का घर गुप्ता पेट्रोल पंप के पास से 03 कि.मी. के परिधि क्षेत्र को, जिसमें पूर्व दिशा में हल्दीबाड़ी शमशान घाट, पश्चिम दिशा में ईंटा भट्टा, उत्त्तर दिशा में भुरकुंडी घाट तथा दक्षिण दिशा में सीताकुंड को पूर्णतः लॉकडाउन कर कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इस स्थिति में लोगों को अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति होम डिलीवरी के माध्यम से उनके घर तक की जायेगी।
नगर निगम क्षेत्र चिरमिरी के अन्तर्गत कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर शेष नगरीय निकाय में अति आवश्यक सेवायें प्रदान करने वाले कार्यालय एवं प्रतिष्ठान के अतिरिक्त सभी दुकानें, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, कार्यालय, साप्ताहिक हाट-बजार आदि सम्पूर्ण गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। इस दौरान प्रतिबंध से बाहर रखे गए प्रतिष्ठानों एवं सेवाओं की सूची इस प्रकार है - कानून व्यवस्था एवं स्वास्थ्य सेवा से संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी, स्वास्थ्य सेवायें (जिसके अंतर्गत सभी अस्पताल, मेडिकल कालेज, लायसेंस प्राप्त पंजीकृत क्लीनिक भी शामिल हैं), दवा दुकान, चश्में की दुकान एवं दवा उत्पादन की इकाई एवं संबंधित परिवहन, खाद्य आपूर्ति से संबंधित परिवहन सेवायें।
इसी तरह खाद्य पदार्थ, दूध, ब्रेड, फल एवं सब्जी, चिकन, मटन, मछली एवं अंडा के विक्रय, वितरण, भंण्डारण एवं परिवहन की गतिविधियां, दुग्ध संयत्र (मिल्क प्लांट), न्यूज पेपर हॉकर सुबह 7.00 बजे से सुबह 11.00 बजे तक, घर पर जाकर दूध बांटने वाले दूध विक्रेता सुबह 7.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक, मास्क, सेनेटाईजर, दवाईयां, ए.टी.एम. वाहन, एल.पी.जी. गैस सिलेण्डर का वाहन एवं अन्य आवश्यक वस्तुयें तथा सेवायें, जो इस आदेश में उल्लेखित हो, को परिवहन करने वाले वाहन, बिजली, पेयजल पूर्ति एवं नगरपालिका सेवायें, जेल, अग्निशमन सेवायें, ए.टी.एम., टेलीकॉम, इंटरनेट सेवायें, आई.टी. आधारित सेवायें, मोबाईल रिचार्ज एवं सर्विसेस दुकानें, पेट्रोल, डीजल पंप एवं एल.पी.जी., सी.एन.जी. गैस के परिवहन एवं भण्डारण की गतिविधियां, खाद्य, दवा एवं चिकित्सा उपकरण सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की ई-कामर्स आपूर्ति, आवश्यक शासकीय सेवायें, सुरक्षा कार्य में लगी सभी एजेंसियां (निजी एजेंसियों सहित), प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया को इस प्रतिबंध से छूट रहेगी।
इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा विशेष आदेश से निर्धारित कोई सेवा, जिले के अंतर्गत स्थित औद्योगिक संस्था एवं ईकाइयों एवं खान के इस प्रतिबंध से छूट रहेगी। समस्त औद्योगिक संस्था एवं ईकाइयों, जिन्हे उक्त प्रतिबंध से छूट प्रदान की जा रही है, उनके लिए यह आवश्यक होगा कि न्यूनतम अनिवार्य आवश्यकता तक ही कर्मचारियों एवं अधिकारियों का उपयोग करेंगी एवं संक्रमण विस्तार को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार, राज्य शासन तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा महामारी से सुरक्षा हेतु दिए जा रहे निर्देशों का अक्षरश: पालन अनिवार्य रूप से करेंगी। समस्त गतिविधियों के संचालन की अनुमति सुबह 10.00 से सायं 5.00 बजे तक रहेगी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करना होगा।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय तथा राज्य शासन के द्वारा पूर्व में जारी शेष निर्देश यथावत रहेंगे। पूर्व में अप्रभावित क्षेत्र के हॉटस्पाट अथवा कन्टेनमेंट घोषित होने की दशा में गतिविधियों के संचालन की अनुमति स्वत: समाप्त हो जावेगी। पूर्व में जारी शेष आदेश तथा शर्तें यथावत रहेंगी। आदेश का उल्लंघन किये जाने पर विधि के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जायेगी। - कोविड-19 के संक्रमण व फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए हल्दीबाड़ी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित
कोरिया 18 मई : कोरिया जिले के नगर निगम क्षेत्र चिरमिरी के हल्दीबाड़ी में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव की रोकथाम हेतु कलेक्टर श्री डोमन सिंह के द्वारा नगर निगम क्षेत्र चिरमिरी के हल्दीबाड़ी में मरीज के घर गुप्ता पेट्रोल पंप के पास से 03 कि.मी. से निश्चित परिधि क्षेत्र को कन्टेमेंट जोन घोषित किया गया है जिसमें पूर्व दिशा में हल्दीबाड़ी शमशान घाट, पश्चिम दिशा में इंटा भट्टा, उत्तर दिशा में भुरकुंडी घाट एवं दक्षिण दिशा में सीताकुंड शामिल है।
इस स्थिति में किसी भी तरह की आपात सहायता हेतु अनुविभागीय दंडाधिकारी चिरमिरी-खड़गवां श्री पी. व्ही. खेस्स के मोबाइल नंबर 9977875252 पर संपर्क कर सकते हैं। इसी तरह नगर निगम चिरमिरी आयुक्त सुश्री सुमनराज 9981824053, नगर निगम अधीक्षक श्री पी.पी. सिंह 9131115325, सीईओ जनपद पंचायत श्री अनिल अग्निहोत्री 7987131048, तहसीलदार खड़गवां श्री अशोक सिंह 7000623033, 9165087965 तथा थाना प्रभारी चिरमिरी श्री एल.पी. पटेल के मोबाइल नंबर 7999301000 पर संपर्क कर सकते हैं।
कोरोना वायरस के संक्रमण व फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, हल्दीबाड़ी में कंट्रोल रूम बनाया गया है। तहसीलदार चिरमिरी श्री मनोज पैंकरा मोबाइल नंबर 9165822782 को कंट्रोल रूम प्रभारी बनाया गया है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, हल्दीबाड़ी के व्याख्याता श्री चंद्र शेखर पोलाई को सहायक नियुक्त किया गया है जिनके नंबर 7999636254 पर संपर्क कर सकते हैं। कन्टेनमेंट जोन में ग्राहक तक सामग्री की डिलीवरी करने हेतु श्री शैलेंद्र मिश्रा मोबाइल नंबर 9754925184, श्री वीर साय 8224005563 तथा श्री मंगल प्रसाद राजवाड़े के नंबर 8987368116 पर संपर्क कर सकते हैं। - रायपुर : वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में चालू सीजन के दौरान तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य जोरों पर है। अब तक लक्ष्य का एक तिहाई अर्थात् 5 लाख 59 हजार 553 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इसमें संग्राहकों को लगभग 224 करोड़ रूपए के पारिश्रमिक का भुगतान होना है। राज्य में चालू वर्ष 2020 में 16 लाख 71 हजार 700 मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित है।छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक वन मंडलवार बीजापुर में 42 हजार 223 मानक बोरा, सुकमा में 39 हजार 316 मानक बोरा, दंतेवाड़ा में 3 हजार 612 मानक बोरा तथा जगदलपुर में 11 हजार 529 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। वन मंडलवार दक्षिण कोण्डागांव में 11 हजार 484 मानक बोरा, केशकाल में 14 हजार 928 मानक बोरा, नारायणपुर में 11 हजार 565 मानक बोरा, पूर्व भानुप्रतापपुर में 60 हजार 752 मानक बोरा, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 19 हजार 385 मानक बोरा तथा कांकेर में 24 हजार 686 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
इसी तरह वन मंडलवार राजनांदगांव में 32 हजार 698 मानक बोरा, खैरागढ़ में 10 हजार 830 मानक बोरा, बालोद में 12 हजार 960 मानक बोरा तथा कवर्धा में 12 हजार 723 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। वन मंडलवार धमतरी में 11 हजार 439 मानक बोरा, गरियाबंद में 51 हजार 203 मानक बोरा, महासमुंद में 42 हजार 863 मानक बोरा, बलौदाबाजार में 9 हजार 435 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। वन मंडलवार बिलासपुर में 5 हजार 603 मानक बोरा, मरवाही में छह हजार 108 मानक बोरा, जांजगीर-चांपा में 3 हजार 313 मानक बोरा, रायगढ़ में 19 हजार 409 मानक बोरा, धरमजयगढ़ में 38 हजार 840 मानक बोरा, कोरबा में 19 हजार 12 मानक बोरा तथा कटघोरा में 13 हजार 706 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इसके अलावा वन मंडलवार जशपुरनगर में 9 हजार 646 मानक बोरा, मनेन्द्रगढ़ में 8 हजार 217 मानक बोरा, कोरिया में 4 हजार 467 मानक बोरा, सरगुजा में 4 हजार 238 मानक बोरा तथा सूरजपुर में 3 हजार 361 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। - रायपुर : सैकड़ों किलोमीटर दूर से भूखे-प्यासे जैसे-तैसे अपने घर जाने की आस में निकले श्रमिकों को छत्तीसगढ़ पहुंचकर ऐसा लगा मानों मंजिल ही मिल गई। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाले श्रमिक यहां की व्यवस्था से काफी खुश है। ऑखों में आसू और ह्दय में पीड़ा लिए दो-दो, तीन-तीन दिनों से भूखे-प्सासे चलते हुए श्रमिक जब छत्तीसगढ़ पहुंचे तब इन्हें छत्तीसगढ़ सरकार और स्वयं सेवी संस्थाओं से हर प्रकार का सहयोग मिला। इन श्रमिकों ने अपनी सारी पीड़ा बिसार दी और इस मानवीय पहल को सराहते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया।रायपुर शहर के टाटीबंध चौक पर पहुंचे कई श्रमिकों ने बताया कि घर पहुंचने की आस में श्रमिक चिलचिलाती धूप हो या गरजते-चमकते बादल सैकड़ों किलोेमीटर दूर देश के विभिन्न राज्यो से भूखे-प्यासे, चलते, दौड़ते, थकते किसी तरह अपनों के साथ, अपनों के पास पहुंचने सैकड़ों मजदूर अपने छोटे-छोटे बच्चों को कघों अथवा कमर में ढोते आखों में आसू, और दिल में पत्थर लेकर निकल पड़ें थे। उन्हें छत्तीसगढ़ पहुंचकर बहुत राहत महसूस हुई। प्रवासी श्रमिक मुन्ना सिवारे और साथियों ने बताया कि वे दो-तीन दिनों से भूखे-प्यासे जैसे-तैसे अहमदनगर से अपने घर झारखंड जाने के लिए निकले है। उन्हांेने बताया कि वे मिठाई की दुकान में जलेबी बनाने का काम करते हैं। कोरोना संक्रमण के कारण घोषित लॉकडाउन से वहां फंस गए थे। जेब में कुछ पैसे थे, तब तक कुछ खा-पीकर चलते रहे, लेकिन पैसे खत्म हो जाने पर हमारी परेशानी बढ़ गई।
किसी तरह हम रायपुर शहर के टाटीबंध पहुंचे। यहां पहुंचते ही ऐसे लगा मानों सब कुछ मिल गया। यहां प्रशासन और स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा हम सबको खाने के लिए भोजन, केला, बिस्किट पानी, छाछ, पूरी-सब्जी मिली और जाने के लिए बस की व्यवस्था कराई गई। इन लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि अब आसानी से हम सभी अपने गृह राज्य पहुंच जाएंगे।
इसी तरह मोहीसुर, सूरज, अनिसुर और कासीम सहित उनके अन्य साथियों ने बताया कि वे लोग पश्चिम बंगाल जाने के लिए निकले है। नागपुर, महाराष्ट्र के रास्ते में कई प्रकार की कठिनाईयों को छेलते हुए जैसे-तैसे बड़ी मुश्किल से छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। छत्तीसगढ़ पहुंचतंे ही उन्हें बड़ा सकुन मिला। यहां प्रशासन द्वारा नाश्ता-पानी भोजन के इंतजाम से काफी राहत मिली है। इन श्रमिकों ने छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में आकर हमें वास्तव में संवदेनशील सरकार की परख हुई है। सभी सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ की सीमा से होकर गुजरने वाले अन्य राज्य जाने वाले प्रवासी श्रमिकों तथा अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में आने वाले श्रमिकों के खाने-पीने, भोजन, चिकित्सा आदि सहित उनके लिए बसों की भी व्यवस्था की गई है। इन श्रमिकों के लिए मास्क और चरण पादुका भी दी जा रही है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने एक अहम फैसला यह भी लिया है कि राज्य के ऐसे प्रवासी श्रमिक परिवार, जिनके पास राशनकार्ड नहीं है। उन श्रमिक परिवारों को मई और जून माह का प्रति सदस्य की मान से पांच किलो खाद्यान्न निःशुल्क दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ सरकार अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की वापसी के लिए, जहां ट्रेनों और बसों की निःशुल्क व्यवस्था की है, वहीं राज्य के अन्य जिलों में लॉकडाउन के वजह से फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को उनके गृह ग्राम तक सकुशल पहुंचाया जा रहा है। - दुर्ग 17 मई : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत निगम भिलाई की टीम लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराने शहर के विभिन्न स्थलों में निरीक्षण करते हुए आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही कर रही है इसी के तहत आज टीम द्वारा एसीसी चैक से छावनी चैक तक , नेहरू नगर, खुर्सीपार, कैंप क्षेत्र, वैशाली नगर क्षेत्र, रामनगर, लिंक रोड, पावर हाउस के समीप, मॉडल टाउन, स्मृति नगर, राधिका नगर, कुरूद, नंदनी रोड, बापूनगर, सुभाष मार्केट आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया!
उपायुक्त अशोक द्विवेदी निरीक्षण के लिए निकले इस दौरान नंदनी रोड छावनी चैक स्थित कुछ दुकानें खुली हुई पाई गई मौके पर निरीक्षण के दौरान जगदंबा ऑटोमोबाइल्स के संचालक के द्वारा ऑइल ग्रीस का विक्रय किया जा रहा था जिससे 5000 रुपए अर्थदंड वसूला गया, बता दें कि दुकान संचालक द्वारा विरोध प्रकट किया गया जिसके बाद पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई तब जाकर संचालक ने जुर्माना दिया ! इसी क्षेत्र में राजस्थानी भोजनालय एवं बंगाली भोजनालय नंदनी रोड के संचालक द्वारा दुकान खोलकर होटल व्यवसाय संचालित किया जा रहा था टीम के पहुंचने पर होटल संचालक से 10500 रुपए अर्थदंड की वसूली की गई! जोन क्रमांक 4 खुर्सीपार क्षेत्र अंतर्गत नंदनी रोड, छावनी चैक से एससीसी चैक मुख्य मार्ग पर निरीक्षण के तहत बाकी सभी दुकानें बंद पाई गई!
गौरतलब है कि रविवार को संपूर्ण लॉक डाउन के दौरान नियमों का कड़ाई से पालन कराने निगम भिलाई की टीम कार्यवाही कर रही है! दिन रविवार को अत्यावश्यक मेडिकल सेवाओं को छोड़कर व्यवसायियों से भी इस दौरान अपील की गई थी कि घरों पर ही रहे, स्वयं सुरक्षित रहे और दूसरों को भी सुरक्षित रखने में मददगार बने! - दुर्ग 17 मई : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में आवारा कुत्तों के आतंक को नियंत्रित करने धरपकड़ की जा रही है। निदान 1100 में आवारा कुत्तों के घूमने की शिकायत प्राप्त होने के तत्काल बाद निगम द्वारा निर्धारित की गई एजेंसी के माध्यम से कुत्तों को धरपकड़ की कार्यवाही की गई। निगम आयुक्त ने आवारा कुत्तों को पकड़वाने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारी को दिए हैं, जिस पर कार्यवाही करते हुए आज वार्ड क्रं. 55 के सेक्टर-6 एवेन्यू ए मार्केट, सेक्टर-6 बी मार्केट, सेक्टर -6 ब्लाॅक-2, वार्ड कं. 57 के भिलाई होटल के सामने, वार्ड कं. 66 के सेक्टर-7 मार्केट, वार्ड 29 के बापूनगर खुर्सीपार, बालाजी नगर, वार्ड 35 खुर्सीपार तन्नु फैंसी के पास, डाॅ. आर. कुमार बालाजी नगर, बापूनगर, वार्ड 29 के खुर्सीपार मंदिर, नाला के पास बापूनगर स्कूल के आसपास क्षेत्र में विचरण कर रहे आवारा कुत्तों को पकड़ा गया, जिसे डॉग हाउस में बधियाकरण करने हेतु रखा गया है। शिकायत के आधार पर आवारा कुत्तों को पकड़ने का कार्य जारी है।
इसी तरह आज निगम के विभिन्न क्षेत्रों में घूम-घूम कर 16 आवारा कुत्तों को पकड़ा गया। निदान 1100 मे प्राप्त शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है, जिसमें कुत्ते पकड़ने की भी शिकायत आए दिन प्राप्त होती रहती है जिसके लिए एजेंसी नियुक्त किया गया है। आवारा कुत्तों को पकड़ने का कार्य तुलसी महिला स्व सहायता समूह के द्वारा किया जा रहा है, वाहनों के माध्यम से आवारा कुत्तों को पकड़ने का कार्य किया जाता है। कुत्तों को पकड़ने के लिए तुलसी महिला स्व सहायता समूह के द्वारा जालियां तैयार की गई है जिसके माध्यम से कुत्ता पकड़ने का कार्य किया जा रहा है खतरनाक एवं पागल कुत्तों को पकड़ने के लिए इनके पास इंजेक्शन भी उपलब्ध है। एजेंसी के संचालक वर्मा ने बताया कि इन दो-तीन दिनों में मॉडल टाउन क्षेत्र, कांट्रेक्टर कॉलोनी, पावर हाउस, बालाजी फर्नीचर के सामने सुपेला, संग्राम चैक , राधिका नगर, स्मृति नगर, नेहरू नगर आदि क्षेत्रों से कुत्ता पकड़ने का कार्य किया गया है। - दुर्ग 17 मई :जिले के पांच कन्टेंनमेंट जोन (जामुल ,घासीदास पारा ,ई.डब्लू.एस हाउसिंग बोर्ड भिलाई, आनंद विहार, बोरसी वार्ड क्रमांक-10 एवं 11, नगर परिषद, कुम्हारी )में पिछले 14 दिवस में एक भी पॉजिटिव केस नहीं आने के कारण कोरोना संक्रमण से मुक्त मानते हुए जिला प्रशासन ने पूर्व में जारी अधिसूचना को आज समापत कर दिया गया है। कन्टेंनमेंट जोन में जिन व्यक्तियों को होम कोरेन्टाइन किया गया है ,उनकी कोरेन्टाईन अवधि तक यथास्थित बनी रहेंगी। उक्त क्षेत्र में समस्त दूकान एवं वाणिज्यिक संस्थान शासन के नियमानुसार संचालित होंगे। दिनांक 01 मई को एक साथ कुल 08 पॉजिटिव केस आने पर जिला प्रशासन द्वारा तत्काल कुम्हारी, स्टील कॉलोनी भिलाई को कन्टेंनमेंट जोन घोषित किया गया था। उक्त अवधि में स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग, तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त दल द्वारा घर-घर भ्रमण कर लोगांे को कोरोना संभावित केस का सर्वे 02 दिवस में किया गया।
कुल 4971 घरों में 23898 लोगों का सर्वे किया गया जिसमंे मात्र 23 व्यक्तियों को सामान्य सर्दी, खासी अथवा बुखार के लक्षण पाए जाने सैंपल लिया गया था। पॉजिटिव समस्त 08 मरीजों को एम्स रायपुर से उपचार पश्चात् 07 लोगांे को जिला में वापस भेजा गया है। जो वर्तमान में कोरेन्टाईन सेंट्रर में हैं। फरीद नगर क्षेत्र में भी अधिसूचित कटेन्मेन्ट जोन में अब तक कुल 25 लोगो का आरडी किट से जांच किया गया । जिसमें सभी नेगेटिव पाए गए । कन्टेनमेंट जोन में किसी भी व्यक्ति को कोरोना लक्षण होने पर कोरोना कण्ट्रोल रूम 0788-220180 पर संपर्क करेंगे। -
जिला दण्डाधिकारी जैन ने जिला महासमुन्द के समस्त सीमा क्षेत्र को संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए 31 मई 2020 तकतालाबंदी (लाॅकडाउन) करने के दिए आदेश
सार्वजनिक स्थानों पर माॅस्क का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा अनिवार्य
धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल आम जनता के लिए पूर्णतः बंद
निजी वाहन से जिले के बाहर, राज्य से बाहर आने-जाने के लिए बिना अनुमति प्रवास वर्जित
ग्रामीण एवं नगरीय निकाय सीमा क्षेत्र में स्थित ढाबे, होटल खुलेंगे किंतु ढाबा, होटल संचालक ढाबे, होटल में बैठाकर खाना नहीं खिला सकंेगे, केवल पैक्ड फूड ही उपलब्ध कराएंगे
महासमुंद 17 मई : विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस (कोविड-19) एक संक्रामक बीमारी है। इस बीमारी से भारत समेत पूरे विश्व के देशों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह तथ्य परिलक्षित है कि कारोना (कोविड-19) के संपर्क से पीड़ित संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत है। छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा भी यह निर्देशित किया गया है कि इससे बचने के सभी संभावित उपाय अमल में लाया जाए। इसलिए (कोविड-19) के संभाव्य प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिए कड़े सामाजिक अलगाव के उपयोग को अपनाना उचित एवं आवश्यक हो गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 के संदर्भ में शासन द्वारा जारी पत्र के अंतर्गत दिए गए शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिला महासमुन्द के समस्त सीमा क्षेत्र के अंतर्गत संक्रमण से बचाव एवं स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए 17 मई 2020 रात्रि 12ः00 बजे तक पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) तथा कुछ कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं में शर्तों के अधीन छूट प्रदान करने का आदेश जारी किया गया है।
जारी आदेश में कलेक्टर श्री जैन ने कहा है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रामक बीमारी पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका हैं। अभी भी संक्रमण की स्थिति कई स्थानों पर संभावित हैं। उन्होंने संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए सम्पूर्ण जिले में लागू पूर्णतया तालाबंदी (लाॅक डाउन) की समय-सीमा में वृद्धि करते हुए दिनांक 31 मई 2020 रात्रि 12ः00 बजे तक रोक लगाई गई हैं। महासमुंद के ग्रीन जोन में होने के कारण पूर्व में जारी आदेशों के तहत्् कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं पर लगाए गये प्रतिबंध को समाप्त करते हुए निम्नानुसार आदेश जारी किए गए है। जारी आदेशों के तहत इनमें सार्वजनिक यातायात के सभी संसाधन (बस, जीप, ऑटो, सायकल रिक्शा, बस स्टैण्ड आदि) से यातायात प्रतिबंधित रहेगी। निजी वाहन से जिले के बाहर, राज्य से बाहर आने-जाने के लिए बिना अनुमति प्रवास वर्जित हैं। केवल चिकित्सा स्थिति या अन्य अति आवश्यक स्थिति में ही आगमन की अनुमति जिला दण्डाधिकारी कार्यालय से दी जाएगी। अगर किसी व्यक्ति को अपरिहार्य स्थिति में जिले से बाहर जाना आवश्यक हो या बाहर से जिले में प्रवेश करना आवश्यक हो तो संबंधित थाना क्षेत्र से निर्धारित प्रक्रिया के तहत आवेदन जमा करने पर अनुमति दी जा सकेगी। सभी स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक, प्रशिक्षण, कोचिंग संस्थान इत्यादि बंद रहेंगे। सभी सिनेमा हॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स (सेल), मॉल, जिम (व्यायाम शाला), खेलकूद कॉम्प्लेक्स, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, नाट्यशाला बार एवं सभागार एवं इस प्रकार के स्थान पूर्णतः बंद रहेंगे।
सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, खेल-कूद, शैक्षिक, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं अन्य सामूहिक आयोजन प्रतिबंधित रहेंगे। सभी धार्मिक स्थल, पूजा के स्थल, संास्कृतिक एवं पर्यटन स्थल जनसाधारण के लिए पूर्णतः बद रहेंगे। धार्मिक सामाजिक कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे। अंत्येष्ठि, अंतिम संस्कार संबंधित आयोजन मेें 20 व्यक्तियों से अधिक एकत्रित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस संबंध में संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी को इसकी सूचना एवं शामिल होने वाले व्यक्तियों की सूची देनी होगी। वैवाहिक कार्यक्रम करने हेतु अनुमति संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी से लेना अनिवार्य होगा।
विदेश, अन्य राज्य, अन्य जिले से आने वाले सभी नागरिकों को होम क्वारेंटाईन के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। गुटखा, तम्बाकू, गुड़ाखू का विक्रय प्रतिबंधित रहेगा। सार्वजनिक स्थानों पर थूकना प्रतिबंधित होगा। सार्वजनिक स्थल पर थूकते पाए जाने पर जुर्माना किया जाएगा। सार्वजनिक स्थानों पर माॅस्क का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। आवासीय होटल, लाॅज प्रतिबंधित रहेेंगे। होटलिंग प्रतिबंधित रहेगा। ग्रामीण एवं नगरीय निकाय सीमा क्षेत्र में स्थित ढाबे, होटल खुलेंगे किंतु ढाबा, होटल संचालक ढाबे, होटल में बैठाकर खाना नहीं खिला सकंेगे, केवल पैक्ड फूड ही उपलब्ध कराएंगे।
सभी कार्यालय, फैक्ट्री, गोदाम अपने समय पर खुलेंगे। सभी दुकानंे, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, हाट-बाजार आदि प्रातः 09ः00 बजे से शाम 04.00 बजे तक खुली रहेगी एवं मेडिकल स्टोर्स प्रातः 09.00 बजे से रात्रि 09.00 बजे तक खुली रहेंगी। महासमुंद जिला अंतर्गत शाम 07ः00 बजे से प्रातः 07ः00 बजे तक की अवधि के दौरान कोई भी व्यक्ति अनावश्यक परिभ्रमण नहीं करेगा एवं आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। सभी कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं के प्रमुखों की यह जिम्मेदारी होगी, कि लॉकडाउन उपायों में सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग), स्वच्छता एवं इस संबंध में भारत सरकार, राज्य सरकार, स्वास्थ्य विभाग तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का अनिवार्य रूप से अक्षरशः पालन सुनिश्चित करेंगे।
08 मई 2020 के द्वारा जारी आदेश के तहत् जिले के सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र के लिए दिनांक 17 मई 2020 के पश्चात् आने वाले माह मई के प्रत्येक शुक्रवार रात्रि 11ः00 बजे से सोमवार सुबह 06ः00 बजे तक की समयावधि के लिए पूर्णतः लाॅकडाउन का आदेश लागू रहेगा। उक्त आदेश में उल्लेखित प्रतिष्ठान, सेवाएं इस प्रतिबंध से बाहर रहेगी। उक्त दिनों में दवा दुकानें, दूध, ब्रेड, अण्डा, फल एवं सब्जी की दुकानें पूर्व निर्धारित समयानुसार खुलेगी।
उपरोक्त आदेशांे एवं दिशा-निर्देशांे के उल्लंघन करते पाये जाने पर संबंधित व्यक्ति आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 भारतीय दण्ड संहिता 1860 के धारा 188 तथा अन्य सुसंगत विधिक प्रावधानों के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जरूरतमंद श्रमिकों को चरण पादुका उपलब्ध कराने के दिये निर्देश
राजनांदगांव जिले के बागनदी बॉर्डर के कैम्प में श्रमिकों को दी जा रही चरण पादुकारायपुर, 17 मई 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरोना संक्रमण के बीच कोविड-19 के कारण लॉकडाउन में फंसे अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आने वाले प्रदेश के श्रमिकों एवं प्रवासी श्रमिकों को चरण पादुका देने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के संवेदनशील मुखिया ने दूर राज्यों से आने वाले श्रमिकों की पीड़ा को समझकर उन्हें चरण पादुका देने के लिए कहा है। राजनांदगांव जिले के बागनदी बार्डर के कैम्प में जिला प्रशासन राजनांदगांव द्वारा जरूरतमंद श्रमिकों और उनके बच्चों को चरण पादुका दी जा रही है। बेमेतरा जिले के सोनपांढर गांव के श्री मिथलेश ने कहा कि चप्पल मिले के खुशी होईस। हमर सरकार मजदूर मन के हित में काम करथे। मुंगेली की श्रीमती ललिता ने कहा कि बहुत दूर पुणे से आ रहे हैं और चप्पल मिलने पर खुशी हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार अन्य राज्यों से आये प्रवासियों की सुविधा के लिए बनाए गए राजनांदगांव के सभी सीमावर्ती चेक पोस्ट बाघनदी, साल्हेवारा, गातापार, बोरतलाव, कोहका में चरण पादुका का वितरण किया जा रहा है। -
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बस आवागमन से श्रमिकों की चिंता हुई दूर
बस आवागमन के लिए जिला प्रशासन राजनांदगांव ने कीतत्परता एवं सक्रियता से व्यवस्था
श्रमिकों की सहायता के लिए काऊंटर बनाए गएनाश्ते एवं पेयजल के लिए की गई व्यवस्थाअंतर्राज्यीय सीमाओं से लगभग 2 लाख 10 हजार लोगों का हुआ प्रवेश
1443 क्वॉरेंटाईन सेंटर में 4 करोड़ 32 लाख 90 हजार रूपए का हुआ व्ययरायपुर, 17 मई 2020/ धूप और गम के बादल अब छंटने लगे हैं। कोविड-19 संक्रमण के कारण लॉकडाऊन में फंसे प्रदेश एवं अन्य प्रवासी श्रमिकों की पीड़ा को महसूस कर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बागनदी बार्डरसे उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान से बड़ी संख्या में श्रमिक राजनांदगांव जिले के बागनदी बार्डर आ रहे हैं। जिला प्रशासन राजनांदगांव ने तत्परता एवं सक्रियता से श्रमिकों के आवागमन के लिए बागनदी चेक पोस्ट में व्यवस्था की है। राजनांदगांव जिला कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य निरंतर बागनदी चेक पोस्ट का निरीक्षण कर रहे हैं और व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं। श्रमिकों की सहायता के लिए काऊंटर बनाए गए हैं। विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रमिक सहायता केन्द्र में अपने गांव की ओर जाने वाले बसों का पता पूछकर जाने की तैयारी में खुश दिखाई दिए। बागनदी बार्डर में श्रमिकों के लिए सूखे नाश्ते एवं पेयजल की व्यवस्था की गई है। उन्हें ओआरएस घोल एवं शर्बत दिया जा रहा है। चेक पोस्ट में उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए काऊंटर बनाया गया है। समीप ही पुलिस सहायता केन्द्र में श्रमिकों को जानकारी देने के साथ ही मदद की जा रही है। श्रमिकों के पंजीयन के लिए दो काउंटर बनाए गए है। प्रवासी श्रमिकों को उनके राज्य तक एवं छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को उनके जिलों तक पहुंचाने के लिए लगभग 100 बसें लगी हुई है। बसों को रवाना करने के पहले दो बार सेनेटाईज किया जा रहा है। पहले खाली बसों को सेनेटाईज किया जाता है। उसके बाद श्रमिकों के बैठने के बाद एक बार फिर से बसों को सेनेटाईज किया जा रहा है।राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 53 में स्थित बागनदी बार्डर में प्रतिदिन लगभग 10 से 15 हजार श्रमिक सीमा में प्रवेश कर रहे है। महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, मध्यप्रदेश से आने वाले यात्री लगातार आ रहे हैं। महाराष्ट्र एवं गुजरात परिवहन विभाग की बसों एवं उन राज्यों से आने वाले ट्रकों के माध्यम से बढ़ी संख्या में यात्रियों को बागनदी चेक पोस्ट के समीप उतार दिया जाता है। जिससे बागनदी चेक पोस्ट पर हजारों लोगों की भीड़ एकत्र हो रही है। सीमा पर आने वाले यात्री छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओड़ीसा, पश्चिम बंगाल के निवासी है।राजनांदगांव जिले में लाकडाउन की समयावधि में प्रथम चरण (24 मार्च से 13 अप्रैल 2020), द्वितीय चरण (14 अप्रैल से 3 मई 2020) एवं तृतीय चरण (4 मई से 17 मई 2020) को मिलाकर अब तक राजनांदगांव के अंतर्राज्यीय सीमाओं से लगभग 2 लाख 10 हजार लोग प्रवेश कर चुके हैं। प्रवासी मजदूरों के जाने की व्यवस्था अंतर्गत पका हुआ भोजन एवं सूखा राशन लगभग 60 हजार से अधिक लोगों को प्रदान किया गया। क्वारेन्टाईन सेंटर जहां दूसरे राज्य के प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों तक क्वांरेन्टाईन किया गया, सड़क चिरचारी में 800, रैन बसेरा राजनांदगांव में 300 लोगों को तथा दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों के रहने, खाने, कपड़े और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं में लगभग 28 लाख रूपए व्यय किए गए है। जिले में क्वांरेन्टाईन सेंटरों की संख्या 1443 है, जिस पर अब तक 4 करोड़ 32 लाख 90 हजार रूपए व्यय किया जा चुका है। बागनदी से अन्य जिलों एवं अन्तर्राज्यीय सीमाओं तक प्रवासी मजदूरों को भेजने के लिए 100 बसों की व्यवस्था की गई है। राजनांदगांव के रैन बसेरा से 24 अप्रैल 2020 से बसों के माध्यम से जिला कवर्धा, मुंगेली, बेमेतरा एवं बलोद के 12 हजार मजदूरों को अब तक पहुंचाया गया है। दूसरे राज्य से आए प्रवासी मजदूरों का व्यय अस्थायी क्वांरेन्टाईन सेंटर (सड़क चिरचारी एवं अन्य चेक पोस्ट) में 28 लाख रूपए का व्यय हुआ। वही बस एवं डीजल व्यवस्था के लिए प्रतिदिन 15 से 20 लाख रूपए का व्यय हो रहा है। अब तक 30 लाख रूपए का व्यय किया जा चुका है।बागनदी बार्डर पर पश्चिम बंगाल के केस्टो एवं रमेश विश्वास ने बताया कि रोजी-मजदूरी के लिए पुणे गए थे और ऐसी कठिन परिस्थिति में फंस गए थे कि अपने घर नहीं जा पा रहे थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की मदद से हम अपने घर तक पहुंच पाएंगे। छत्तर साहू ने बताया कि पुणे से वापस आया हूं। अब आज बेमेतरा जिले में गांव साजा-बेलगांव चला जाऊंगा। रघुराम साय ने बताया कि झारखंड से हम 20 श्रमिक रोजी-मजदूरी करने के लिए महाराष्ट्र के नासिक शहर चले गए थे और वहां लॉकडाऊन में फंस गए थे। आज हम बस सेवा से अपने गांव गढ़वा चले जाएंगे। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल तथा छत्तीसगढ़ शासन को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। -
सूरजपुर 17 मई 2020/कोरोना वैश्विक वायरस के प्रभाव के कारण विद्यालयों समय से पहले बंद कर दिए गए है ऐसी स्थिति में शासन स्तर पर पढ़ई तुहर द्वार कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा पहली से 12वीं तक के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़े रखने की कवायद पूरे प्रदेश में की जा रही है। ऐसे में जिले का सूरजपुर विकासखंड भी अछूता नहीं है। जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार राय के निर्देशानुसार एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारी के सी साहू के मार्गदर्शन में सूरजपुर विकासखंड के सभी 22 संकुल में संकुल नोडलों एवं विशेष शिक्षकों द्वारा बच्चों को वर्चुअल कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है एवं उनके असाइनमेंट को चेक करने के पश्चात उनके शंकाओं का समाधान किया जा रहा है। सूरजपुर विकासखंड में पढ़ई तुंहर द्वार कार्यक्रम अंतर्गत बहेबीववस.पद में कुल पंजीकृत 1662 शिक्षकों की टीम द्वारा अपने अपने विद्यालयों के बच्चों को इस वर्चुअल कक्षाओं के माध्यम से अध्यापन कार्य कराया जा रहा है। निर्मित वर्चुअल कक्षाओं में विद्यार्थियों को अध्यापन पश्चात विद्यार्थियों द्वारा अपलोड किए गए गृह कार्य को जांचने के पश्चात उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब भी अपलोड किया जा रहा है। कार्य में विकासखंड के शिक्षक श्री गौरी शंकर पांडेय प्राथमिक शाला कन्या शिवनंदनपुर, धर्मानन्द गोजे प्राथमिक शाला सुंदर गंज, दिनेश साहू प्राथमिक शाला सुंदर गंज, सोनाली लश्कर प्राथमिक शाला गिरवर गंज, श्री अनुज नारायण दुबे माध्यमिक शाला परी, नवीन जायसवाल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिलफिली के द्वारा सिस्को वेबैक्स मीटिंग ऐप के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त समय सारणी अनुसार इंटरएक्टिव क्लास का संचालन किया जा रहा है जिसमें विद्यार्थी सीधे-सीधे इन शिक्षकों से जुड़कर रुचिकर तरीके से अध्यापन कार्य कर रहे हैं और अपनी शंकाओं का समाधान भी त्वरित रूप से प्राप्त कर रहे हैं। अब तक विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए 36 सवालों (शंकाओं) से 23 शंकाओं का समाधान अब तक किया जा चुका है। पढ़ाई तुंहर द्वार पोर्टल पर उपलब्ध पीडीएफ फॉरमैट में पाठ्य पुस्तकों, ऑडियो ,वीडियो एवं पाठ्य से संबंधित अन्य संसाधनों का लाभ बच्चों के द्वारा उठाया जा रहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी श्री के सी साहू ने बताया कि विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतों में शिक्षक-शिक्षिकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व मितानिन की संयुक्त दल द्वारा कोरोना वायरस एक्टिव सर्विलांस टीम के रुप मे डोर टू डोर सर्वे कार्य किया जा रहा है, इनके माध्यम से कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु बच्चों एवं उनके पालको को जानकारी देकर उन्हें इस कार्यक्रम से जुड़ने हेतु प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी इस कार्यक्रम से जुड़कर इसका लाभ उठा सकें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी के निर्देशानुसार संकुल स्तर पर जन शिक्षकों के माध्यम से शिक्षकों के साथ बैठको का आयोजन कर इस कार्यक्रम को सफल बनाने एवं इसमें आने वाली तकनीकों की बारीकियों को समझने एवं इस दौरान आने वाली कठिनाइयों का समाधान करने हेतु निर्देशित किया गया है जिसके परिपालन में जयनगर संकुल के शैक्षिक समन्वयक व संकुल प्रभारी द्वारा शिक्षकों की ऑनलाइन मीटिंग लेकर प्रत्येक स्कूल से शिक्षकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त कर पढ़ाई तुंहर द्वार अंतर्गत विषय आधारित वीडियो, ऑडियो व टीएलएम तैयार कर साइट में अपलोड करने हेतु जानकारी दी जा रही है। इन अपलोड की जाने वाली सामग्रियों के अप्रूवल कर्ता के रूप में जिला स्तर पर सीमांचल त्रिपाठी प्रधान पाठक माध्यमिक शाला रूनियाडीह एवं राकेश मिश्र शिक्षक प्राथमिक शाला लाची कार्य कर रहे हैं। पढ़ई तुंहर द्वार वेब पोर्टल के बहेबीववस.पद पर ऑनलाइन पढाई सबके लिए निशुल्क उपलब्ध होने से बच्चे कोरोना संकट के समय भी घर में सुरक्षित रहते हुए अपने समय का सदुपयोग भी कर रहे हैं और पढ़ाई से भी जुड़कर इस नए अनुभव का पूरा पूरा आनंद उठा रहे हैं। उक्त आशय की जानकारी विकासखंड मीडिया प्रभारी श्री गौरी शंकर पांडे ने दी। -
जशपुर नगर 17 मई 2020/ कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में पत्थलगांव विकासखंड के एसडीएम श्री दशरथ सिंह राजपूत के दिशा निर्देश में नगरपंचायत कोतबा में मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केन्द्र स्थापित किया गया है। अन्य राज्य से आनेवाले जरूरतमंद श्रमिकों मजदूरांे यात्रियों को चरण पादुका मुहैया कराया जा रहा है। श्रमिकों ने छत्तीसगढ़ शासन एवं जिला प्रशासन का धन्यवाद देते हुए कहा है कि शासन द्वारा चरण पादुका मिलने से गर्मी से पैरों को राहत मिल रही है। अब सफर करने में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा
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बलरामपुर 17 मई 2020/ कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रभाव तथा जारी लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों का अपने राज्यों की ओर वापसी का सिलसिला लगातार जारी है। छत्तीसगढ़ की सीमाएं विभिन्न राज्यों से जुड़ी है तथा मजदूर इन रास्तों से भी वापस लौट रहें हैं। मजदूरों को लम्बी दूरी की यात्राओं के दौरान कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य शासन द्वारा प्रवासी मजदूरों के हितों के ध्यान में रखते हुए सीमाओं के चेक पोस्ट सहित आवागमन के लिए चिन्हित रास्तों में श्रमिकों की सहायता के लिए उचित प्रबंध किये गये हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज की सीमा भी 03 राज्यों से लगती है, श्रमिक बड़ी संख्या में इन रास्तों से गुजर रहें हैं। जिला प्रशासन द्वारा शुरू से ही श्रमिकों की हर संभव सहायता की जा रही है तथा उन्हें भोजन, पानी, चरण पादुका का वितरण एवं स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।
कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने जिले से गुजर रहे श्रमिकों की सहायता के लिए अधिकारियों को उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने चेकपोस्ट में पहुंच रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए चरण पादुका की अनिवार्य रूप से व्यवस्था करने को कहा है। जिले के सभी चेकपोस्टों में श्रमिकों के लिए भोजन, पानी तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही चरण पादुका वितरित किये जा रहे हैं। प्रवासी श्रमिक कठिनाईयों का सामना करते हुए अपने गंतव्य की ओर जा रहें हैं, गर्मी के मौसम में पांव में चप्पल न होना किसी अभिशाप से कम नहीं है। ऐसे मुश्किल समय में प्रशासन द्वारा की जा रही सहायता से उनकी दिक्कते कम हो रही हैं। वाड्रफनगर के धनवार स्थित चेकपोस्ट पर पहुंचे, प्रवासी श्रमिकों को जब चप्पल वितरित किया गया तो श्रमिकों ने भी हाथ जोड़कर प्रशासन के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया। इसी प्रकार ककना स्थित चेकपोस्ट पर प्रशासन के सहयोग से स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा चिल-चिलाती गर्मी को देखते हुए बचाव हेतु गमछा का वितरण किया गया। गमछा कोरोना वायरस से बचाव हेतु नाक एवं मुंह ढ़ंकने के साथ ही गर्मी से भी बचने में मदद करता है। साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा कोरोना वायरस तथा गर्मी से बचाव की जानकारी दी जा रही है। शरीर में पानी की कमी न हो इसका विशेष ध्यान रखने को कहा जा रहा है। ज्ञातव्य है कि जिले से गुजरते हुए बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक झारखण्ड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश की ओर जा रहे हैं तथा अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ श्रमिक वापस भी आ रहें हैं -
विभागीय समिति बनाकर विविध स्थलों के पथ का किया गया चिन्हांकन
सूरजपुर 17 मई 2020/सरगुजा अंचल का सूरजपुर जिला प्राचीन काल से ही ऋषियो की तपस्थली रही है, जिले की प्राचीन परंपरा, प्राचीन यशोगाथा एवं लोक मान्यताओं के आधार पर सूरजपुर जिले में ऐसे कई स्थल है जो अपनी पुरातन धार्मिक एव सांस्कृतिक परम्पराओ की गाथा गा रहे है, छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजना श्री राम वन गमन पथ के चिन्हांकन के लिए सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि जिले में विभागीय समिति बनाकर विधिवत एक रुट चार्ट अनुरूप स्थलों का निरीक्षण कर परियोजना प्रस्ताव तैयार किया जाए, संबंधित समिति के द्वारा संबंधित स्थलों का अवलोकन कर प्रथम चरण में मैंपिंग का कार्य किया गया है जिसमे राम वन गमन पथ से संबंधित प्राचीन मान्यता के अनुसार विविध स्थलों का चिन्हांकन किया गया है साथ ही पथ में पड़ने वाले पर्यटन केंद्रों को भी विकसित करने एव परियोजना प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, प्रथम चरण में स्थल चिन्हांकन करने के उपरांत समिति सदस्यों की बैठक कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने लेते हुए भगवान राम के सूरजपुर जिले में वनवास काल के दौरान कहां कहां आये थे एवं प्राचीन मान्यता के सम्बंध में समिति सदस्यों के द्वारा प्राप्त की गई जानकारी से अवगत कराया गया। रुट चार्ट की भी जानकारी दी गई जिसपर कलेक्टर ने पर्यटन पथ को जोड़ने वाली सड़को की अद्यतन स्थिति, निर्माण, रिपेरिंग, पेयजल व्यवस्था, बिजली व्यवस्था, सड़क के दोनों किनारे सघन वृक्षारोपण का कार्य, हाइ मास्ट सोलर लाइट, ड्यूल सोलर पंप, सत्संग भवन एव मंच, आवष्यक्तानुसार पर्यटन आधारित भवनों का निर्माण, रेलिंग की व्यवस्था, शेड निर्माण, सहित आवश्यक बुनियादी सुविधा उपलब्धता के साथ साथ बड़े-बड़े साइनेज का निर्माण भगवान राम वन गमन मार्गो में किये जाने हेतु प्रस्ताव स्थलों के आवष्यकतानुसार बनाने का निर्देश दिया गया।कोरिया जिला के सीमा रसौकि से रक्सगण्डा सीतालेखनी, लक्ष्मण पाव, बांक, कुदरगढ़, राम लक्ष्मण पखना, पासल भैयाथान, सारासोर, मरहट्टा, सत्तीपारा कर्क रेखा, शिवपुर तुर्रा, बिलद्वार गुफा खड़गवा कला, राष्ट्रपति भवन, विश्रवा ऋषि आश्रम पहाड़ गांव विश्रामपुर, राम मंदिर सूरजपुर सहित पर्यटन स्थलों को शासन के मार्गदर्शन में विकसित किया जाएगा। राम वन गमन पथ जिला समिति की बैठक में श्री जे.आर.भगत वन मंडलाधिकारी सूरजपुर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अश्वनी देवांगन, अपर कलेक्टर श्री एस.एन.मोटवानी, श्री एस.के.विश्वकर्मा लोकनिर्माण विभाग, एम.एस.राजपूत कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिक सेवा संभाग सूरजपुर ,कार्यपालन अभियंता प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना सूरजपुर, एस.डी.एम भैयाथान प्रकाश सिह राजपूत, मो0 गौस बेग, मोहन लाल सहित संबंधित परियोजना में लगे अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। -
सूरजपुर 17 मई 2020/कोरोना वैश्विक वायरस के प्रभाव के कारण विद्यालयों को समय से पहले बंद कर दिए गए है ऐसी स्थिति में शासन स्तर पर पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा पहली से 12वीं तक के बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़े रखने की कवायद पूरे प्रदेश में की जा रही है। ऐसे में जिले का सूरजपुर विकासखंड भी अछूता नहीं है। कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में एवं जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार राय, विकास खंड शिक्षा अधिकारी के.सी.साहू के मार्गदर्शन में सूरजपुर विकासखंड के सभी 22 संकुल में मास्टर ट्रेनर एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है एवं उनके असाइनमेंट को चेक करने के पश्चात् उनके शंकाओं का समाधान किया जा रहा है। सूरजपुर विकासखंड में पढ़ाई तुहर द्वार कार्यक्रम अंतर्गत कुल पंजीकृत शिक्षकों की संख्या 1662 है। निर्मित वर्चुअल कक्षाओं में विद्यार्थियों को अध्यापन पश्चात् असाइनमेंट अपलोड किए गए हैं जिसमें विधार्थियों द्वारा दिए गए असाइनमेंट को हल कर अपलोड किया जा रहा है, जिसे शिक्षकों द्वारा चेक किया जा रहा है। विकासखंड के शिक्षक धर्मानन्द गोजे, दिनेश साहू, सोनाली लश्कर, नवीन जायसवाल, अनुज नारायण दुबे, गौरी शंकर पांडेय, भुनेश्वर सिंह व सीमांचल त्रिपाठी द्वारा वर्चुअल कक्षा अध्यापन व शंका समाधान का कार्य किया जा रहा है। विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए 36 सवालों (शंकाओं) से 23 शंकाओं का समाधान अब तक कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त जिले स्तर पर समय-सारणी प्रसारित कर सिस्को वेबैक्स मीटिंग ऐप के माध्यम से इंटरएक्टिव कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। इसमें बच्चे सीधे शिक्षक से संपर्क में आते हैं, वे उन्हें न केवल देख सकते हैं अपितु उन्हें सुन सकते हैं और अपनी समस्याओं का तत्काल समाधान भी प्राप्त कर पा रहे हैं। पढ़ई तुंहर दुआर साईट पर उपलब्ध पाठ्य सामग्रियों का अध्ययन भी बच्चों द्वारा किया जा रहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी श्री साहू ने बताया कि विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतों में शिक्षक-शिक्षिकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व मितानिन की संयुक्त दल द्वारा कोरोना वायरस एक्टिव सर्विलांस टीम के रुप मे डोर टू डोर सर्वे कार्य किया जा रहा है, इनके माध्यम से भी कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु बच्चों एवं उनके पालको को कार्यक्रम में जुडकर लाभ लेने हेतु प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है। खंड शिक्षा अधिकारी के निर्देशानुसार संकुल स्तरीय शिक्षकों की बैठको का आयोजन सिस्को वेबेक्स पर किया जा रहा है इस कड़ी में अब तक जयनगर व रामनगर संकुल के शैक्षिक समन्वयक व संकुल प्रभारी द्वारा शिक्षकों की ऑनलाइन मीटिंग लेकर प्रत्येक स्कूल से शिक्षकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त कर पढ़ई तुंहर दुआर अंतर्गत विषय आधारित वीडियो, ऑडियो व टीएलएम तैयार कर साइट में अपलोड करने हेतु जानकारी दी जा रही है। ऑनलाइन पढाई उपलब्ध होने से जहां बच्चों के समय का सदुपयोग हो पा रहा है तो वहीं बच्चों को पढ़ाई करते देख अभिभावकों में भी खुशी देखी जा रही है।
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अन्य राज्य से आने वाले मजदूरों श्रमिकों को सुविधा पहुंचाने की पहल
टेंट पानी, नास्ता, भोजन की व्यवस्था के भी दिए गए निर्देशजशपुरनगर 17 मई 2020/ कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच लाॅकडाउन के कारण अन्य राज्य से जशपुर जिले आने वाले श्रमिक मजदूर और यात्रियों को भीषण गर्मी से राहत देने के लिए कलेक्टर ने आवागमन वाले मुख्य मार्ग में मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केन्द्र स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों दिए हैं। उन्होंने लोदाम, लवाकेरा चराईड़ाड बगीचा सन्ना लोरोघाट के पास कांसाबेल, फरसाबहार, पत्थलगांव, कोतबा मार्ग पर आने वाले श्रमिक यात्रियों की छाया के लिए छोटे टेंट पानी बिस्कीट, भोजन की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सहायता केन्द्र में मजदूरों की सहायता के लिए दो पालियों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के लिए कहा गया।कलेक्टर ने अधिकारियो को निर्देशित किया है कि अन्य राज्य से आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाएं इसका विशेष ध्यान रखें ।साथ ही कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के प्रवासी मजदूरों को राहत देने के आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने निर्देश दिए गए हैं। - बिलासपुर, रायपुर से श्रमिकों जशपुर लाने के लिए 13 बसों की सुविधा उपलब्ध हैप्रत्येक विकासखंड में परिवहन विभाग द्वारा 5-5 छोटे वाहन भी दिया गया हैअब तक लगभग 438 श्रमिकों, मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक सुरक्षित पहंुचाया गया हैजशपुरनगर 17 मई 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य के अंदर प्रवेश करने वाले श्रमिकों-मजदूरों और यात्रियों के लिए भोजन पानी छाया परिवहन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने मुख्य आवागमन मार्ग में श्रमिकों की मदद के लिए सहायता केन्द्र स्थापित करने कहा है। छत्तीसगढ शासन एवं जिला प्रशासन की पहल पर जशपुर से रांची, जशपुर से बिलासपुर, जशपुर से रायपुर के रेल्वे स्टेशन से श्रमिकों यात्रियों को वापस लाने के लिए 13 बसों की व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रत्येक विकासखंडवार 5-5 छोटे वाहन की भी व्यवस्था की गई है।जिला परिवहन अधिकारी श्री प्रकाश रावटे ने बताया कि लगभग 438 श्रमिकों मजदूरों यात्रियों को बस एवं छोटे-बड़े वाहन की सुविधा उपलब्ध कराकर उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया है। एसडीएम श्री राहित व्यास, श्री नानसाय भगत, श्री योगेन्द्र श्रीवास, श्रीदशरथ सिंह राजपूत, श्री रवि राही के मार्गदर्शन में पैदल चलकर जाने वाले श्रमिकों को तत्काल वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। और उन्हें उनके क्षेत्रों तक सहकुशल पहुंचाया जा रहा है।उन्होंने बताया कि जिल प्रशासन की टीम के साथ फ्लाईंग टीम निरंतर यात्रियों को लाने ले जाने के लिए सार्थक कार्य कर रही है। प्रत्येक श्रमिकों को वाहन से रवानगी के समय पानी बिस्कीट भोजन भी दिया जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण की सुरक्षा एवं बचाव के लिए श्रमिकों को सेनेटाईजर भी दिया जा रहा है साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंश एवं मास्क लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वाहन चलाने वाले चालकों को सेनेटाईजर उपयोग करने कहा जा रहा है। इसके अलावा उन्हें कोरोना से बचाव के लिए सेफ्टी कीट भी दिया गया है।
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जशपुरनगर 17 मई 2020/ कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, स्वंयसेवी संस्था और आमनागरिक भी जरूरतमंद की सहयोग के लिए आगे हाथ बढ़ाकर मदद कर रहे हैं। इसी कड़ी में जिले के छोटे-छोटे कर्मचारी, मितानिन, रसोईया, भृत्य, स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी सहयोग देने में पीछे नहीं है वे भी स्वेच्छा से मुख्यमंत्री राहत कोष और कलेक्टर कोविड रिलिव फंड में अपना सहयोग दे रहे हैं। जशपुर के महिला पुरूष मध्यान्ह भोजन रसोईयां संघ ने कोरोना वायरस संक्रमण से राहत के लिए 7 लाख 15 हजार 800 रुपए की सहायता राशि दी गई है। इसी प्रकार दुलदुला ब्लाॅक के मितनिन बहनों द्वारा भी कोविड-19 कलेक्टर रिलिफ फंड में 43 हजार 150 रुपए की सहायता राशि का योगदान दिया गया है।
क्वारेंटाईन सेंटरों में रसोईया, भृत्य ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई है। श्रमिकों के लिए भोजन, पानी, साफ-सफाई की जिम्मेदारी उन्हीं के उपर निर्भर है।
आदिमजाति विभाग के सहायक आयुक्त श्री वाहने ने बताया कि छोटे-छोटे कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव एवं जनप्रतिनिधि आगे आ रहे है। उन्होंने बताया कि क्वारेंटाईन सेंटर प्री-मैट्रिक बालक एवं कन्या छात्रावास सरबकोम्बो में योद्धा सैनिक के रूप में काम करने वाले कर्मठ जुझारू भृत्य एवं रसोईया एवं स्वीपर को ग्राम पंचायत सरबकोम्बो के सचिव ने महिला भृत्य को साड़ी एवं पुरूष भृत्य को लोवर टीसर्ट देकर प्रोत्साहित किया गया है। रसोईया,भृत्य स्वीपर ने धन्यवाद देते हुए कहा कि जरूरत मंद लोगों को सहयोग देने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे और सेवा भावना से निरंतर कार्य करते रहेंगे।
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जषपुरनगर 17 मइ्र्र 2020/कलेक्टर श्री निलेषकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन में अन्य राज्य में फंसे जषपुर जिले के श्रमिक, मजदूर की वापसी के लिए विकासखंडवार, क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 648 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 980 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है कलेक्टर श्री क्षीरसागर के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सेंटर में मजदूर अन्य राज्य से वापस आने के उपरांत संबंधित तहसीलों में उन्हें भेजा जाएगा। जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं स्की्रनिंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है।
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रायपुर :मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को आज यहां उनके निवास कार्यालय में वन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम द्वारा वर्ष 2018-19 के लाभांश की राशि 2 करोड़ 25 लाख रूपए का चेक सौंपा गया। इस अवसर पर वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक राज्य वन विकास निगम श्री आर. गोवर्धन, वन विभाग के सचिव श्री जयसिंह म्हस्के तथा मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव सुश्री सौम्या चौरसिया और वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम को भारत सरकार द्वारा स्वीकृत कार्य आयोजना के अंतर्गत रोपित किए गए सागौन वृक्षारोपण के विरलन से प्राप्त वनोपज के विक्रय तथा अन्य आय से वित्तीय वर्ष 2018-19 में 56 करोड़ 41 लाख रूपए की आय प्राप्त हुई। निगम द्वारा इस दौरान विभिन्न कार्यों पर 30 करोड़ 49 लाख रूपए की राशि व्यय हुई। इस तरह वर्ष 2018-19 के दौरान निगम को 25 करोड़ 92 लाख रूपए की राशि का लाभ प्राप्त हुआ। निगम द्वारा वर्ष 2018-19 में राज्य के 3 हजार 594 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 60 लाख पौधे का रोपण किया गया। इसके अलावा पर्यावरण सुधार के लिए खदानी तथा औद्योगिक क्षेत्रों में मिश्रित प्रजाति के 8 लाख 10 हजार पौधों का वृक्षारोपण किया गया। निगम द्वारा वानिकी वर्ष 2018-19 में 23 हजार 367 घनमीटर ईमारती काष्ठ, 14 हजार 16 नग जलाऊ चट्टा और एक हजार 521 नोशनल टन बांस का उत्पादन किया गया है।
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रायपुर :बेबस प्रवासी श्रमिकों के चाय, नास्ता, भोजन और परिवहन की व्यवस्था कर छत्तीसगढ़ सरकार ने काफी हद तक उनके दुःख दर्द पर मरहम लगाने का काम किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर सभी राज्यों के प्रवासी श्रमिक जो छत्तीसगढ़ राज्य से होकर गुजर रहे हैं उनके भोजन, स्वास्थ्य परीक्षण एवं परिवहन की निःशुल्क व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार ने सुनिश्चित की है। प्रदेश सरकार की इस मुहिम में रायपुर के स्वयं सेवी, समाज सेवी संस्थाएं भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभा रही है। रायपुर के टाटीबंध में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना के विभिन्न जिलों में काम करने वाले बिहार, झारखण्ड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश आदि राज्यों के प्रवासी मजदूर हजारों की संख्या में रोजाना विभिन्न साधनों से पहुंच रहे हैं। इन राज्यों के श्रमिकों को राज्य की सीमा तक सकुशल पहुंचाने की व्यवस्था राज्य सरकार ने अपने जिम्मे उठा रखी है। अन्य राज्यों से आने वाले छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को भी उनके गृह जिले में भेजने की व्यवस्था की गई है।
प्रवासी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच पड़ताल के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टाटीबंध में स्टॉल लगाया गया है। जिला प्रशासन रायपुर की ओर से स्मार्ट सिटी के बैनर तले श्रमिकों को भोजन, नास्ता एवं पेयजल का निःशुल्क प्रबंध किया गया है। प्रवासी श्रमिकों की मदद में रायपुर के कई स्वयंसेवी, समाजसेवी संगठन के पदाधिकारी भी जुटे हुए हैं। टाटीबंध गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी भी इस पुनीत कार्य में जी-जान से जुटी हुई है। गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया है। समर्थ चेरिटेबल ट्रस्ट व्ही द पीपुल और नुकड्ड द कैफे, मदर्स केयर वुमेन्स एण्ड चिल्ड्रन वेलफेयर सोसायटी सहित अनेक संगठन के कार्यकर्ता भी प्रवासी श्रमिकों की सेवा में जुटे हैं। टाटीबंध में पहुंचने वाले श्रमिकों को उनके राज्य एवं गृह जिला भेजने के लिए शासन-प्रशासन द्वारा परिवहन संघ के सहयोग से बड़ी संख्या में बसों की व्यवस्था की गई है, जो श्रमिकों को लगातार उनके गृह जिला एवं राज्यों की सीमा तक पहुंचा रही है। पुणे, हैदराबाद से ट्रकों में जैसे-तैसे सफर कर रायपुर पहुंचने वाले श्रमिकों ने छत्तीसगढ़ सरकार एवं सामाजिक संगठनों द्वारा टाटीबंध में की गई निःशुल्क भोजन की व्यवस्था को सराहा और कहा कि दो-तीन चरणों में दो-तीन दिनों के कष्टकारी सफर के बाद रायपुर पहुंचकर उन्हें राहत मिली है। यहां की व्यवस्था को देखकर मन का भय दूर हो गया है। श्रमिकों का कहना है कि अब अपने गांव और गृह राज्य पहुंच जाने की चिंता लगभग खत्म सी हो गई है। झारखण्ड राज्य के पश्चिमी सिंहभूम जिले के ग्राम आसूरा के रहने वाले आनंद गोप और काटे कुम्भकार ने बताया कि वह दोनों अपने गांव के 5 अन्य साथियों के साथ महाराष्ट्र के नागपुर में टावर लाईन का एंगल बनाने का काम करते थे। लॉकडाउन के चलते ट्रक में लिफ्ट लेकर आज बागनदी बॉर्डर पहुंचे। वहां से बस से रायपुर टाटीबंध पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि बाग नदी से रायपुर लाने के लिए बस का इंतजाम भी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किया गया था। रायपुर से झारखण्ड जाने के लिए बंस का इंतजाम भी छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है। टाटीबंध से झारखण्ड के गढ़वा के लिए भी श्रमिकों को ले जाने का प्रबंध शासन द्वारा किया गया है।
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दुर्ग 16 मई 2020/लाॅकडाउन के दौरान भी निगम क्षेत्र के निराश्रितों को पेंशन प्रदान किया जा रहा है, हितग्राहियों को माह अप्रैल तक का पेंशन प्रदाय कर दिया जा चुका है। 6 योजनाओं के तहत दिए जाने वाले पेंशन को सीधे हितग्राहियों के बैंक खाते में भेजा रहा है पूरी तरह से यह ऑनलाइन सिस्टम है।
विभिन्न पेंशन योजनाओं के तहत हितग्राही निगम भिलाई क्षेत्रों में कुल 6 योजनाओं के तहत पेंशन प्रदान किया जाता है जिसमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 6891 हितग्राही, सुखद सहारा पेंशन के 5647 हितग्राही, इं. गां. रा. वृद्धा पेंशन के 8849 हितग्राही, इं. गां. रा. विधवा पेंशन के 2216 हितग्राही, इं. गां. रा. निरूशक्त पेंशन के 110 हितग्राही तथा मुख्यमंत्री पेंशन के 200 हितग्राही सम्मिलित है। भिलाई निगम में 24176 हितग्राही पंजीकृत है जिन्हें लाॅकडाउन के दौरान भी पेंशन प्रदान किया जा रहा है।निगम मुख्यालय आने की आवश्यकता नहीं हेल्पलाइन नंबर से ले सकते हैं जानकारीपेंशन से संबंधित किसी प्रकार की समस्या आने पर हितग्राहियों को निगम कार्यालय आने के बजाए समाज कल्याण विभाग के प्रभारी अजय शुक्ला के हेल्पलाइन नंबर 9303521947 पर व्हाट्सएप के माध्यम से अपनी समस्या बताने पर इसका निराकरण किया जाएगा। ज्यादातर पेंशनधारी इसलिए निगम का रुख करते हैं कि उनके खाते में राशि पहुंचा या नहीं, पहुंचा है तो कौन से खाते में इस प्रकार की जानकारी के लिए अब मुख्य कार्यालय की जरूरत नहीं होगी!203 गरीब निराश्रित, विधवा एवं परित्यक्ता को लॉक डाउन के दौरान प्रदाय किया गया राशन सामग्री लॉक डाउन के दौरान निगम क्षेत्र के ऐसे बहुत से पेंशनधारियों को भोजन की समस्या से निजात दिलाने के लिए राशन सामान का पैकेट घर जाकर प्रदान किया गया! लाॅकडाउन के दौरान महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव तथा निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर 203 गरीब, विधवा, निराश्रित परित्याक्ता के हितग्राही जिनके पास राशनकार्ड नहीं थे उनके घर जाकर समाज कल्याण विभाग के अधिकारीध्कर्मचारी की टीम राशन सामान का पैकेट प्रदान किए। -
दुर्ग 16 मई 2020/नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आकाशगंगा थोक सब्जी मार्केट मे आज प्रातः सड़क बाधा करने वाले सब्जी व्यवसायियों से जुर्माना वसूला गया। रोजाना प्रातः से निगम के अधिकारी एवं सुरक्षा कर्मी आकाश गंगा सब्जी मार्केट में व्यवस्था बनाने के तहत उपस्थित होते है, इस थोक सब्जी बाजार पर निगम की खासा निगरानी है सोशल डिस्टेंस मेंटेन कराने पूरी तरह से अधिकारीध्कर्मचारी मुस्तैद है आने जाने वाले क्रेता एवं विक्रेताओं पर नजर है, उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा सहित राजस्व विभाग की टीम यहां पर सुबह से निगरानी रखने मौजूद रहती है। आज निरीक्षण के दौरान तीन ऐसे व्यवसायी जिन्होंने ट्रक जैसे वाहनों को बेतरतीब खड़ा कर सड़कबाधा कर रहे थे उनसे 6000 रुपए जुर्माना वसूला गया। इसके अतिरिक्त टीम द्वारा संजय नगर, सर्कस मैदान, स्मृति नगर, राधिका नगर, नेहरु नगर सहित लक्ष्मी मार्केट सुपेला का निरीक्षण किया गया, कुछ व्यवसायी अनावश्यक दुकान खुला करके रखे हुए थे जो टीम को देखते ही भाग खड़े हुए। आकाशगंगा सब्जी मार्केट में रंजीत सिंह से सड़क बाधा के रूप में 2000 रुपए, प्रेम कुमार जायसवाल से सड़क बाधा के रूप में 2000 रुपए तथा अभिषेक जायसवाल से भी सड़क बाधा के रूप में 2000 रुपए जुर्माना वसूला गया तथा सड़क बाधा न करने की समझाइश दी गई। इस सब्जी मंडी में खरीदारी करने आने वाले क्रेताओ के मास्क को भी देखा जा रहा है जो क्रेता मास्क नहीं पहन कर आ रहे हैं उन्हें हिदायत देकर मास्क पहने कहा जा रहा है।
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महासमुंद 16 मई 2020/ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रवि मित्तल ने सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियो को पत्र प्रेषित कर कहा है कि ग्राम पंचायतों के खाते में 14 वें वित्त जिला एवं मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना की राशि जो सीधे ग्राम पंचायतों द्वारा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की अनुमति लिया जाना अनिवार्य है। तथा बिना अनुमति आहरण पर आपके स्तर से प्रतिबद्ध किया गया है।
जारी पत्र में उन्होने इस सम्बंध मे लिखा है कि 14 वें वित्त जिला एवं मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना की राशि जो सीधे ग्राम पंचायतों के खातें में अंतरित की जाती हैं तथा योजनांतर्गत राशि आहरण के लिए जनपद पंचायत से अनुमति प्राप्त करने का प्रावधान नहीं है । अतः ग्राम पंचायतों के लिए बिना अनुमति आहरण पर प्रतिबद्ध लगाना अवैधानिक हैं। आहरण अनुमति की प्रचलित प्रक्रिया को तत्काल समाप्त करने के निर्देश दिये है।