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- बलरामपुर 19 मई : संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम की उपस्थिति में कोविड-19 हेतु फिल्ड ट्रेनर्स का जिला स्तरीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में कोरोना वायरस के एक्टिव सर्विलांस की जानकारी फिल्ड ट्रेनर्स को दी गई। कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं बचाव हेतु जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। ग्राम स्तर पर भी सूचना तंत्र को मजबूत किया जा रहा है, ताकि प्रवासी व्यक्तियों की जानकारी प्राप्त हो पाए। जिले में एक्टिव सर्विलांस हेतु 33 सेंटर बनाये गये हैं। जिसमें जिला, ब्लाक, नगर एवं ग्राम पंचायत क्षेत्र हेतु एक्टिव सर्विलांस दल का गठन किया गया है। प्रशिक्षण में ट्रेनरों को कोरोना संक्रमण के दौरान एक्टिव सर्विलांस त्वरित गति से की जा सके, इसकी जानकारी दी गई। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के सलाहकार श्री दिव्य किशोर गुप्ता, मास्टर ट्रेनर श्री उमेश वर्मा व श्री राजेश कश्यप के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
- महासमुंद 18 मई : शासन के आदेशानुसार कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए 23 मार्च 2020 से 17 मार्च 2020 तक जिले में लाॅक डाउन घोषित किया गया था। इस कारण छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के संचालित कार्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद किया गया था। इस कारण हितग्राहियों द्वारा संभाग प्रक्षेत्र महासमुंद के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के पंजीयन प्राप्त नहींे किया जा रहा था। अब इसे पुनः प्रारम्भ कर विभिन्न श्रेणियों के निर्माणाधीन भवनों के फाॅर्म विक्रय किए जा रहे हैं। उक्त जानकारी छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल महासमुंद संभाग के कार्यपालन अभियंता श्री के. अजय साहू ने दी।
- महासमुंद 18 मई : राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना का प्रतिसाद अब मिलने लगा है। एक तरफ जहां ‘‘गरवा‘‘ योजना के तहत् आदर्श गोठान अंतर्गत जिले में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर ‘‘बाड़ी‘‘ योजना के तहत् उद्यान विभाग द्वारा वर्मी कम्पोस्ट का क्रय कर बाड़ी योजना के तहत् चयनित कृषकों को वितरण कर लाभान्वित किया जा रहा है।
उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि बसना विकासखंड के अंतर्गत ग्राम नवागांव के आदर्श गोठान में भगवती महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा अब तक कुल 60 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा चुका है। जिसको उद्यान विभाग द्वारा निर्धारित दर साढ़े आठ रूपए प्रति किलोग्राम खरीद कर बाड़ी विकास के तहत् कृषकों को वितरण किया गया है। महिला समूह के द्वारा वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के साथ-साथ जैविक सब्जी उत्पादन कर रहे है। जिसका बाजार मूल्य अन्य सब्जियों की तुलना में अधिक मिल रहा है। समूह के सदस्यों का कहना है कि घर के काम काज के साथ-साथ व्यर्थ समय का सदुपयोग वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन तथा बाड़ी में खेती कार्य के रूप में करते है। जिससे हमको अधिक लाभ प्राप्त हो रही है।
इसके साथ ही अब तक जिले के महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए वर्मी कम्पोस्ट विकासखंड महासमुन्द से 27 क्ंिवटल बागबाहरा से 45.20 क्विंटल एवं पिथौरा से 80 क्विंटल एवं बीज निगम से 176 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट क्रय किया गया हैं। इस प्रकार अब तक कुल 380.20 क्विंटल का क्रय कर उद्यान विभाग द्वारा लगभग 1900 बाड़ी कृषकों वितरण किया गया है। विभाग द्वारा वर्मी कम्पोस्ट क्रय करने से आर्थिक लाभ कमाकर जहां महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है। वहीं जिले के बाड़ी कृषक उच्च गुणवत्ता युक्त वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कर पौष्टिक एवं हानिकारक रसायनमुक्त उद्यानिकी फसलों का उत्पादन कर रहे है। - महासमुंद 18 मई : प्रयास आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र वर्ष 2020-21 में कक्षा 9वीं में प्रवेश के प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा। आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त श्री एन.आर. देवांगन ने बताया कि नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए लाॅंक डाउन में वृद्धि के कारण आवेदन जमा करने एवं परीक्षा की तिथियों में संशोधन किया गया हैं। संशोधित तिथि के अनुसार विद्यार्थियों द्वारा आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 मई 2020 के स्थान पर शनिवार 30 मई 2020 तक की गई है। प्रवेश परीक्षा 24 मई 2020 के स्थान पर अब मंगलवार 09 जून 2020 को आयोजित की जाएगी। आवेदन पत्र का प्रारूप जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास कार्यालय महासमुंद से प्राप्त किया जा सकता है।
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महासमुंद 18 मई : कृषि विभाग केन्द्र महासमुंद की डॉ निवेदिता पाठक ने बताया कि कृषक महिलाओं का कृषि कार्य में 70-80 प्रतिशत योगदान रहता है। जिसमें वे खेत की तैयारी नर्सरी तैयार करना, रोपा लगाना, निदाई फसल की कटाई संग्रहण अदि सभी कार्यो में संलग्न रहती हैं। इसके अलावा पशुपालन सब्जी उत्पादन सभी कार्यो को कुशलता एवं दक्षता से कर सकती है। कृषि में महिलाओं के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुंद की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वर्तमान समय जिसमें महिला को यदि घर में रहना है तो ऐसे बहुत से कार्य है जिन्हंे उनके द्वारा करके एक और समय का सदुपयोग किया जा सकता है तथा दूसरी और आर्थिक उपार्जन किया जा सकता है। महिलाओं द्वारा लाॅॅकडाउन के समय में जिन कार्यों को किया जा सकता है। इनमें महिलाएं विभिन्न प्रकार के पापड़ चावल, उड़द, मूंग, आलू के सादे, मसाले वाले पापड़ बना कर उसे संग्रहीत करके बाद में बेच सकती है, जिसमें चावल का सादा पापड, मुरकू, करोरी, झांझी वाला पापड़, आलू का पापड़, मुरकु की चिप्स वेफर्स आदि शामिल है।
इसी प्रकार साबूदाने का पापड़ साबुत वाला, पकाकर, उपवास वाला, मूंग उड़द का सादा, काली मिर्च वाला, मसाले वाला पापड़ बना सकती हैं। इसके अलावा विभिन्न प्रकार की बड़ी सादी बड़ी, छोटी बड़ी, पपीते की बड़ी, रखिये की बड़ी, मूली बड़ी, मशरुम बड़ी, मेथी भाजी बड़ी, लौकी बड़ी, कुम्हड़ा बड़ी आदि बनाकर संग्रहित कर सकती है। विभिन्न प्रकार के अचार के अंतर्गत आम कटवा, भरवा, किसा हुआ, फकिया, मीठा अचार, नींबू कटवा, भरवा, मीठा, मिर्च काट कर, भर कर, नीेंबू के साथ, बनारसी मिर्च आदि। कटहल आम के साथ, सादा लहसुन के साथ, मशरुम सादा, चने के साथ अचार बनाया जा सकता हैं। साथ ही विभिन्न प्रकार के स्क्वेश व मुर्रब्बा के तहत् आम, नींबू, बेल, आवला, जामुन, अमरुद, पपीता जैसे फलांे के मुरब्बा जैम आदि बनाया जा सकता हैं।
उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रकार के मसाले मिर्च पाउडर, पीसी हल्दी, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, सांभर मसाला, जलजीरा पाउडर, पोदीना पाउडर, चना मसाला, गरम मसाला आदि मसाले तैयार किया जा सकता हैं। इसी तरह कलश नारियल, पीपा सजाना, शादी ब्याह के लिए कलश, पीपा नारियल थाली सजाना, लम्बी बाती फुल बाती, लखहर आदि सजाने का कार्य भी किया जा सकता हैं। वर्तमान परिस्थितियों में महिलाएं खाली समय में माॅस्क, सेनेटाइजर तैयार करने का काम कर सकती हैं। कपड़ो में सजावट करना, कपड़ो में कढ़ाई, पेंटिंग, क्रोशिया आदि से सजावट का काम किया जा सकता है। इन सभी कार्यों को करने के दौरान अनिवार्य रूप से मुँह पर मास्क लगाकर करना चाहिए। कार्य की शुरुआत एवं अंत में हाथों को अच्छे से साफ करना चाहिए। -
तृतीय लिंग के ईच्छुक नागरिक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं
महासमुंद 18 मई : राज्य शासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार तृतीय लिंग पुनर्वास केन्द्र का संचालन स्वैच्छिक संस्था के माध्यम से विभागीय अनुदान अंतर्गत निकट भविष्य में राजधानी रायपुर के जिला मुख्यायल में किया जाएगा। सामाज कल्याण विभाग के उपसंचालक श्री धर्मेन्द्र साहू ने बताया कि यह केन्द्र 50 लाभार्थियांे के साथ संचालित किया जाएगा। इसमें टीजीआरसी में मुख्यतः दो प्रकार की सेवाएं प्रस्तावित की गई है। इनमें प्रथम अल्पकालीन में ऐसे तृतीय लिंग वर्ग के व्यक्ति जो शिक्षण-प्रशिक्षण, लोक सेवा आयोग, व्यापम आदि अन्य विभाग, अर्द्धशासकीय/निजी संस्थानों द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं की तैयारी में संलग्न, चिकित्सीय प्रयोजन तथा रोजगार के लिए प्रयासरत है, उन्हे अल्पकालीन सुविधा संस्था द्वारा दी जाएगी।
दूसरा दीर्घकालीन में ऐसे तृतीय लिंग वर्ग के व्यक्ति जो निराश्रित, अनाथ, परित्यक्त, निर्धन होने के कारण उन्हे संरक्षण की आवश्यकता हैं, उन्हंे जिला स्तरीय समिति की अनुशंसा के आधार पर संस्था में 60 वर्ष पूर्ण होने तक संस्था द्वारा दीर्घकालीन सुविधा प्रदान की जाएगी। लेकिन संस्था द्वारा इस अवधि में ऐसे व्यक्तियों को रोजगार-स्वरोजगार में नियोजित करने के उदद्ेश्य से व्यावसायिक प्रशिक्षण उनकी रूचि के अनुरूप दिलाए जाने का प्रयास भी किया जाएगा। जिले के इच्छुक हितग्राही 25 मई 2020 के पूर्व आवेदन समाज कल्याण विभाग महासमुन्द में उपलब्ध कराना सुनिश्चिित करें। इस संबंध में हेल्पलाइन नम्बर 07723-223544 एवं श्रीमती रेखा चैहान के मोबाईल नम्बर 94062-36856 पर संपर्क कर सकते हैं। -
महासमुंद 18 मई : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व ), जिला श्रम पदाधिकारी, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं जिला खाद्य निरीक्षक को पत्र जारी कर कहा है कि अन्य राज्यों से वापस आए छत्तीसगढ़ के प्रवासी व्यक्तियों को प्रति सदस्य 05 किलो खाद्यान्न उपलब्ध कराएं। जारी पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा है कि अन्य राज्यों से वापस आए ऐसे प्रवासी व्यक्तियों जो राज्य एवं केन्द्र की किसी भी योजना के अंतर्गत राशनकार्डधारी नहीं है, उन्हें माह मई एवं जून 2020 में प्रति सदस्य 05 किलो खाद्यान्न निःशुल्क दिया जाएगा।
श्री जैन ने कहा कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व विभाग एवं श्रम विभाग के जिला अधिकारियों के माध्यम से पात्र प्रवासी व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें सूचीबद्ध करने की कार्रवाई की जाएगी, जिसका डेटा एन्ट्री का कार्य जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायों के द्वारा किया जाएगा। डेटा एन्ट्री के पश्चात् प्रवासी व्यक्ति परिवार एवं सदस्य को सर्वर से आई डी प्रदान की जाएगी तथा आई डी के माध्यम से उन्हे संबंधित शासकीय उचित मूल्य की दुकान से पात्रता अनुसार खाद्यान्न प्राप्त होगा। -
खाली जमीनों में लोगों की आवश्यकता वाले पौधरोपण की हो रही तैयारीजिले सामाजिक वानिकी को बढ़ावा देने का प्रयास
जशपुरनगर 19 मई : विश्व पर्यावरण दिवस आगामी 5 जून को जिलेभर में जन सहभागिता से वृक्षारोपण करने की तैयारी है और यह वृक्षारोपण इस पर्यावरण दिवस पर दूसरे स्वरूप में होगा जिसमें हमारा प्रयास होगा की आम लोगों की जंगलों पर निर्भरता कम हो सामुदायिक रूप से वृक्षारोपण कर जंगलों को बचाने जिला प्रशासन ने सार्थक प्रयास करने की योजना बनाई है।
कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने बताया कि आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जशपुर जिले में सामाजिक वानिकी के आधार पर खाली जमीनों में वृक्षारोपण की तैयारी की जा रही है जिसमें वन विभाग, पंचायत विभाग आम नागरिक, जनप्रतिनिधियों के माध्यम से वनों को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में जंगलों पर लोगों की निर्भरता कम करने का दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसका शुभारंभ 5 जून को किया जाएगा।उन्होंने बताया कि हम सबके जीवन में सामाजिक वानिकी का बहुत ही ज्यादा महत्व है। जशपुर जिला खूबसूरत जंगलों से आच्छादित है। हम सबको अपने अपने स्तर पर वृक्षारोपण करना है जंगल बचाना है साथ ही जल संरक्षण एवं संर्वधन की दिशा में भी कार्य करना होगा।
कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने कहा कि हमारी आवश्यकता जंगलों पर आधारित है यदि वह हमारे खेतों में मिल जाए तो जंगलों पर दबाव कम होगा। विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे हैं जैसे सेंधवार ,फुटकल ,बड़ ,पीपल ,बकाइन, गंभार, बेर, करंज ,शीशम, जामुन, आम, सेमल, कटहल इससे सभी किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। हम एक अभियान के रूप में लेकर के नागरिकों ,किसानों, जनप्रतिनिधियों और जिले के अधिकारियों के सहयोग से सफल बनाएंगे। - सूरजपुर 19 मई : पुलिस अधीक्षक श्री रोजष कुकरेजा से प्राप्त जानकारी अनुसार लापता व्यक्ति श्री अमेरिकन पिता सोभनाथ सिंह उम्र 20 वर्ष ग्राम रामनगर, डबरीपारा, थाना विश्रामपुर जिला सूरजपुर रंग सांवला, उंचाई 5 फिट, चेहरा गोर, बाल काला, बोली हिन्दी, सरगुजिहा, सफेद रंग का सर्ट एवं नीला रंग का लूंगी पहना हुआ हैं जो कि 26 अप्रैल 2020 प्रातः 11 बजे सायकल बनवाने के कार्य से धवरापारा में जा रहा हूॅ कहकर घर से निकला है, जो कि आज दिनांक तक घर वापस नहीं आया है। जो किसी व्यक्ति को पता चलने पर थान विश्रामपुर व दूरभाष नम्बर 9479193914 पर एवं पुलिस नियंत्रण कक्ष सूरजपुर में व दूरभाष नम्बर 07775266501 पर एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय सूरजपुर में व दूरभाष नम्बर 07775266579 में संपर्क कर सूचित किया जा सकता है।
इसी प्रकार लापता व्यक्ति श्री गिरधारी पिता जुुड़न उम्र 52 वर्ष ग्राम लांजित, खालपारा, थाना ओड़गी जिला सूरजपुर रंग सांवला, उंचाई 6 फिट, चेहरा लंबा, बाल काला, शरीर इकहरा बदन, बोली हिन्दी, सरगुजिहा, सफेद रंग का जर्सी लाईनदार पहना हुआ हैं जो कि 12 अप्रैल 2020 प्रातः 09 बजे लंाजित महाबीर गोड़ के घर जा रहा हूॅ कहकर घर से निकला है, जो कि आज दिनांक तक घर वापस नहीं आया है। जो किसी व्यक्ति को पता चलने पर थान ओड़गी व दूरभाष नम्बर 9479193921 एवं पुलिस नियंत्रण कक्ष सूरजपुर के दूरभाष नम्बर 07775266501 एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय सूरजपुर में व दूरभाष नम्बर 07775266579 में संपर्क कर सूचित किया जा सकता है। -
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में हर घर नल के जरिए वर्ष 2024 तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए राज्य सरकार मिशन मोड में कार्य करेगी। इसके लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। श्री बघेल ने आज केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत ने कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन (हर घर नल-ग्रामीण) के क्रियान्वयन के संबंध में विचार-विमर्श किया। श्री बघेल ने कहा कि राज्य और केन्द्र सरकार मिलकर यह मिशन समय-सीमा के अंदर पूरा करेंगे। केन्द्रीय मंत्री श्री शेखावत ने इस मिशन के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
छत्तीसगढ़ के कृषि और जलसंसाधन मंत्री श्री रविंद्र चौबे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, जल संसाधन और लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव श्री अविनाश चंपावत भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। जिसके तहत वर्ष 2024 तक ग्रामीण क्षेत्रों मंे हर घर नल के जरिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस मिशन में ग्रामीण क्षेत्र के हर घर में पाईप लाइन के माध्यम से 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन स्वच्छ पानी देने का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत से कहा कि छत्तीसगढ़ की विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखकर जल जीवन मिशन के लिए केन्द्र सरकार के योगदान को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया जाना चाहिए और राज्य का अंश 25 प्रतिशत रखा जाना चाहिए। वर्तमान में इस मिशन में 50 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार द्वारा और 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा देने का प्रावधान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की आबादी आदर्श स्थिति में है लेकिन छत्तीसगढ़ देश का नवां बड़ा राज्य है। छत्तीसगढ़ आदिवासी राज्य है, यहां बड़े क्षेत्र में वन हैं और आबादी विरल है। छत्तीसगढ़ के बस्तर और सरगुजा में कई गांव कई वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हैं। इसलिए यहां हर घर पाईप लाइन के जरिए पेयजल पहुंचाने में ज्यादा राशि खर्च करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के आदिवासी इलाकों में विशेष कर बस्तर में बड़ी वाटर बॉडी नहीं है। यदि हर घर को पानी देना है, तो इसके लिए जल की व्यवस्था भी करनी होगी। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि नरवा योजना के अंतर्गत प्रदेश के 30 हजार नालों को पुनर्जीवित किया जाएगा। वर्तमान में 1100 नालों के लिए कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इसके लिए वैज्ञानिक ढ़ंग से सेटेलाईट नक्शों का उपयोग कर कार्य योजना तैयार की गई है। इस योजना के माध्यम से वाटर रिचार्जिंग कर निस्तार, पीने के पानी, ंिसंचाई और औद्योगिक गतिविधियों के लिए पानी की कमी नहीं होगी।
केन्द्रीय मंत्री श्री शेखावत ने जल जीवन मिशन के लिए हर संभव सहयोग उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हर घर पानी पहुंचाने के कार्य में कैंम्पा, मनरेगा और 15 वें वित्त आयोग से मिलने वाली राशि का उपयोग किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पेयजल के लिए जल स्त्रोत और ठंकी की व्यवस्था है, वहां पाईप लाइन के माध्यम से घरों में पानी देने का कार्य प्रारंभ किया जा सकता है। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में गांवों तक सिंचाई जलाशयों से पानी लाने की व्यवस्था करनी होगी। बस्तर क्षेत्र की बोधघाट सिंचाई परियोजना केन्द्रीय जल आयोग में स्वीकृति के लिए भेजी गई है। इस योजना से नक्सल प्रभावित बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले में सिंचाई होगी और इन क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के लिए जल उपलब्ध हो सकेगा। श्री चौबे ने केन्द्रीय मंत्री श्री शेखावत से बोधाघाट परियोजना को जल्द स्वीकृति दिलाने तथा छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के मध्य जल विवाद हल करने में सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना की जानकारी दी और बताया वन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विभाग तथा वाटर शेड के माध्यम से जल संरक्षण और संवर्धन के काम कराए जा रहे हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने बैठक में कहा कि जल जीवन मिशन के लिए राज्य में सभी जिलों के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। इस मिशन के लिए संसाधनों की कमी नहीं होगी। जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांवों में पाईप लाइन के जरिए पानी सप्लाई में होने वाले खर्च में केन्द्र और राज्य सरकार के योगदान के साथ 10 प्रतिशत भागीदारी स्थानीय समुदाय की होगी। गांवों में जितनी राशि जमा होगी उतनी ही राशि केन्द्र और राज्य सरकार देंगी। इस राशि का उपयोग गांव की नल जल योजना के संधारण में किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में पाईप लाइन के माध्यम से अब तक 11 प्रतिशत घरों में ही पानी सप्लाई की जा रही है। इस मिशन के माध्यम से शतप्रतिशत घरों तक पाईप लाइन से पानी की सप्लाई की जाएगी। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में 43 लाख 17 हजार घरों में से अब तक 4 लाख 82 हजार घरों मंे ही पाईप लाइन से पानी की सप्लाई की जा रही है। जल जीवन मिशन के माध्यम से 38 लाख 34 हजार घरों में पानी सप्लाई की जाएगी। -
- 17 मार्च से घर से हैं दूर, संभाल रहे सैंपलिंग की बागडोर
- कोविड की जांच करने शुरू में लगा डर पर घरवालों ने बढ़ाया हौसला
कोरबा 19 मई : प्रदेश का कोरबा जिला कोरोना वायरस हॉटस्पॉट के रूप में उभरा था, परंतु स्वास्थ्य विभाग के कर्मयोद्धाओं और जुझारू स्वास्थ्य अधिकारियों की बदौलत वर्तमान में जिले में एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं है। डिस्ट्रिक्ट सर्विलेंस टीम की कुशल वायरस रोकथाम रणनीति और धृत गति से कोरोना के लिए टेस्ट की वजह से यह स्थित बन सकी है। इसमें अहम भूमिका मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट का है। कोरोना का पहला केस मिलने के बाद से अभी तक ये स्वास्थ्य कर्मी अपने परिवार और बच्चों से दूर हैं। 24 घंटे ड्यूटी करते हुए अस्पताल ही इनका घर और पूरा जिला इनका कार्यस्थल बन गया है।
जिले के डिस्ट्रिक्ट सर्विलेंस ऑफिसर डॉ. कुमार पुष्पेश एवं जिला एपीडिम्योलॉजिस्ट डॉ. प्रेम प्रकाश आनंद ने बताया सीएमएचओ बी.बी. बोर्डे के नेतृत्व में कोरोना सर्विलेंस का कार्य पूरे प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग कर हर व्यक्ति इस समय कोरोना वायरस से लड़ने में अपनी भूमिका निभा रहा है | जिला अस्पताल कोरबा के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट (एमएलटी) दिनेश कुमार साहू और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पताड़ी के राजेन्द्र मानसर 24 घंटे सेवाएं देते हुए लोगों का सैंपल ले रहे हैं। इनकी मुस्तैदी की वजह से जिला रेड जोन से निकलने में सफल रहा है। हालांकि सैंपल कलेक्शन के साथ-साथ इन्होंने ब्लॉक स्तर पर भी लैब तकनीशियनों को सैंपल कलेक्शन की ट्रेनिंग दी है। जिसकी वजह से जिले के पांच ब्लॉक में अब सैंपल कलेक्शन का कार्य किया जाने लगा है। जान की परवाह किए बगैर ये योद्धा समुदाय और समाज के प्रति अपने अथक कर्तव्यपरायणता का परिचय दे रहे हैं। परंतु 62 दिनों से अपने परिवार और बच्चों से दूर रहने का गम उन्हें हैं, पर कर्तव्य के आगे उनके अपनों का हौसला उन्हें कार्य के लिए प्रेरित कर रहा है।
लगा डर,पत्नी ने किया प्रोत्साहित- मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट (एमएलटी) दिनेश कुमार साहू कहते हैं “मार्च माह में जब जिले में पहला केस सामने आया और उसके बाद पूरे जिले में सैंपलिंग की योजना बनीं। जब संक्रमित क्षेत्र समेत पूरे जिले में टेस्टिंग करने की जानकारी मिली तो कोवि़ड-19 को लेकर बहुत डर लगा। खासकर तब, जब टेस्टिंग के बाद घर नहीं अलग ही रहना होगा यह जानकर।“ उन्होंने बताया पत्नी ने हौसला बढ़ाते हुए कहा “वैश्विक महामारी में आपको अवसर मिला है, समुदाय के लिए कार्य करने का आप अपने कर्तव्य को निभाईए हम सब आपके साथ हैं।“ उसकी बातों ने मेरे मन के डर को भगाया जिसका परिणाम यह हुआ अब तक मैं 1200 के लगभग सैंपल लेने (जिसमें से 24 पॉजिटिव ) में सफल रहा। अकेले रह रहा हूं, बेटों को देखने की इच्छा होती है।
बेटे को देखने की इच्छा- पताड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट (एमटीएल) राजेन्द्र मानसर कहते हैं कोविड-19 संक्रमितों की टेस्टिंग करने की जिम्मेदारी जब उन्हें सौंपी गई तब उन्हें भी बीमारी के बारे में सुनकर बहुत डर लगा। मम्मी-पापा ने उनका हौसला बढ़ाया और सैंपल कलेक्शन से पीछे नहीं हटने की सीख दी। अब तक लगभग 1300 सैंपल लिया है। डर तो खत्म हो गया, इस महामारी के दौर में बस समाज और समुदाय के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना है। उन्होंने बताया बिना किसी छुट्टी के मार्च से सैंपल कलेक्शन में जुटकर 24 घंटे काम कर रहे हैं, घरवालों विशेषकर बेटे को देखने की इच्छा है। - सूरजपुर 19 मई : जिला पंचायत सीईओ श्री अश्वनी देवांगन से प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत सचिवों के रिक्त पदों की पूर्ति हेतु 15 अक्टूबर 2018 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया था, जिसमें कुल 1061 आवेदनों में से पात्र एवं अपात्र की सूची तैयार कर 15 मार्च 2019 तक दावा आपत्ति हेतु आवेदन पत्र मंगाया गया था। प्राप्त दावा आपत्ति का निराकण कर निराकरण सूची 03 मार्च 2020 को प्रकाशन किया गया है। दावा आपत्ति निराकरण कर 60 अभ्यर्थियों को अपात्र कर 1001 अभ्यर्थियों को पात्र करते हुए मैरिट सूची जारी किया गया हैं। उक्त मैरिट सूची का अवलोकन जिले के वेबसाईट www.suraipur.gov.in तथा जिला पंचायत सूरजपुर के सूचना पटल पर देखा जा सकता है।
- सूरजपुर 19 मई : जिला पंचायत सीईओ श्री अश्वनी देवांगन से प्राप्त जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री पंचायत सशक्तिकरण अभियान ( सीएमपीएसवाई ) योजना अंतर्गत जनपद पंचायत संसाधन केन्द्र ( बीपीआरसी) हेतु संकाय सदस्य वर्ग -5 अ.ज.जा. ( महिला ) प्रवर्ग के रिक्त ( संविदा ) पद के पूर्ति हेतु पात्र अभ्यार्थियों का चयन समिति द्वारा मैरिट सूची एवं चयन सूची जारी किया गया है।
उक्त प्रकाशित सूचना की सूची का अवलोकन जिले के वेबसाइट www.suraipur.gov.in के नोटिस बोर्ड एवं कार्यालय जिला पंचायत सूरजपुर के सूचना पटल पर देखा जा सकता है। - सूरजपुर 19 मई : कोरोना महामारी के रोकथाम हेतु कलेक्टर श्री दीपक सोनी निर्देषन एवं जिला आयुर्वेद अधिकारी सरगुजा संभाग के मार्गदर्षन में 18 मई 2020 को प्रतापपुर नगर पंचायत के सामुदायिक भवन के सामने आयुष मंत्रालय के गाइडलाइन के अनुसार रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु रोग प्रतिरोधक काढ़ा बनाने की विधि समझाते हुए योग एवं प्राणायाम करने, मास्क लगाने ,सामाजिक दूरी बनाए रखने एवं स्वच्छता बनाए रखने के लिए नगर पंचायत क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, नगर पंचायत में काम करने वाले अधिकारी कर्मचारी, स्वास्थ्य कर्मचारी, पुलिस विभाग के कर्मचारी एवं शिक्षा विभाग के शिक्षकों व अधिकारी-कर्मचारी सफाई कर्मचारी बाजार प्रांगण में उपस्थित सभी लोगों कूल 150 लोगों को परामर्श देकर त्रिकटु चूर्ण के पैकेट का वितरण किया गया और सभी से अपील किया गया की आयुष मंत्रालय के उक्त औषधियों का प्रचार प्रसार अपने सगे संबंधियों अड़ोस पड़ोस के लोगों के साथ करें।
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अधिकारियों को दिये दूरी बनाकर कार्य करने के निर्देषस्थिति पूर्णतः नियंत्रण में, न घबराए जिले वासी- कलेक्टर श्री दीपक सोनी
सूरजपुर 19 मई : जिले में कोरोना का मरीज सामने आने पर प्रषासन ने अस्थाई क्वारंटाईन सेंटर डिपीआरसी भवन का पहरा सख्त कर दिया है और सुरक्षा के तमाम इंतजाम बढ़ा दिये गये हैं। इसी संबंध में आज कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा डीपीआरसी भवन सूरजपुर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस समय कलेक्टर ने ड्यूटी पर कार्यरत् अधिकारी व कर्मचारियों का हौसला अफजाई करते हुए बाहर से आये व्यक्तियों से फिजीकल डिस्टेंस को सख्ती से पालन करने, सभी को एन-95 मास्क लगाने व दस्ताने पहनने और किसी भी अवस्था में एक दुसरे के संपर्क में न आने कहा है। इसके अलावा भवन के चारों ओर पुलिस विभाग को सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ बाहरी किसी भी व्यक्ति को बाउन्ड्री के अंदर प्रवेष न दिये जाने निर्देषित किया है।
इसके साथ ही वहाॅ भवन में रह रहें लोगों को भी किसी प्रकार की समस्या न हों इसके लिए भी निर्देषित किया है जिसमें सभी को निर्धारित दूरी बनाकर रहने कहा है, भोजन-पानी की व्यवस्था के लिए भी एहतियातन सुरक्षा के साथ दिये जाने कहा है। बतातें चलें की यहाॅ क्वारंटाईन किये गये लोगों के लिए अलग-अलग रूम और शौचालय की व्यवस्था है साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम निरंतर भवन में ठहरें लोगों की जांच में लगी हुई है, भवन में सेनिटाईजेषन नियमित रूप से किया जा रहा है, और कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा आदेष जारी कर क्वारंटाईन सेंटर डी.पी.आर.सी. भवन को कंटेन्टमेंट सेंटर बनाया है जहाॅ स्थिति पूर्ण रूप से जिला प्रषासन के नियंत्रण में है।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने आमजनों से अपील कर कहा है, कि किसी भी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है, पाॅजीटिव पाया गया व्यक्ति जिला प्रषासन के क्वारंटाईन सेंटर में था, जिससे बाहरी जन पूर्ण रूप से महफुज हैं। उन्होनें सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए अनावष्यक घर से न निकलने व लाॅकडाउन का पालन करने कहा है। निरीक्षण समय में अपर कलेक्टर श्री एस.एन.मोटवानी, संयुक्त कलेक्टर श्री षिवकमार बनर्जी, उप पुलिस अधिक्षक श्री हरीष राठौर, सीएमएचओ सूरजपुर डाॅ आर.एस.सिंह, डाॅ0 अजय मरकाम, डाॅ0 प्रियंक पटेल एवं अन्य अधिकारी मौजुद थे। - जशपुरनगर 19 मई : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर को गोंड़ यूथ टीम के द्वारा कलेक्टोरेट कक्ष में कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा एवं बचाव एवं राहत के लिए मुख्यमंत्री कोरोना रिलिफ फंड में 10 हजार रुपए का डिमांड ड्राफ्ट सौंपा गया। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने युवाओं को सराहनीय कार्य के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर गोंड़ यूथ टीम के अध्यक्ष श्री तुफान सिंह, सचिव श्री डेस्की नंदन राम एवं संरक्षक श्री राजकुमार राव उपस्थित थे।
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गन्ने के लिए उनुकूल वातावरण होने से किसानों की बढ़ेगी आमदनी
जशपुरनगर 19 मई : जशपुर जिले में किसानों की आमदनी का मुख्य जरिया खेती बाड़ी है। दूरस्थ अंचल ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी जनजाति निवास करते हैं और अपने खेतों में धान की पैदावार के साथ ही अतिरिक्त आमदनी के लिए बाड़ी में साग-सब्जी का उत्पादन करके भी अतिरिक्त आमदनी अर्जित कर रहे है। किसानों द्वारा अपने खेतों से उत्पादन हुए साग-सब्जी को निकट के हाट-बाजारों में विक्रय करने के साथ ही शहरों में भी भेजा जाता है। जिससे उनको अतिरिक्त आमदनी भी हो जाती है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं से लाभांवित तो किया ही जा रही है। साथ ही उनको ंआधुनिक तकनीकी खेती के बारे में भी बताया जा रहा है ताकि दूरस्थ अंचल में निवास करने वाले किसान आधुनिक तकनीकी की खेती करके कम लागत से अच्छी आमदनी अर्जित सके।
इसी कड़ी में कृषि विभाग द्वारा किसानों की मदद करने एवं खेती से उनकी आमदनी अधिक बढ़ाने के उद्देश्य से किसानों को जोड़कर बगीचा विकासखंड में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत् 71 हैक्टेयर में गन्ना की खेती की जा रही है। कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एम.आर.भगत ने बताया कि पहली बार नगदी फसल गन्ना को विकासखंड बगीचा में माॅडल के तौर पर कुल 71 हैक्टेयर पर पाॅलीबैग गन्ना का उत्पादन किया जा रहा है। पाॅलीबैग गन्ना प्रदर्शन जिला प्रशासन के सहयोग से स्वीकृत कर पौधा रोपण का कार्य किया जा रहा है। अब तक कुल 20 कृषको के यहां 40 हैक्टेयर में पाॅलीबैग गन्ना का रोपण किया जा चुका है।
श्री भगत ने जानकारी दी कि इस वर्ष पाॅलीबैग गन्ना पौधे से कृषकों तक अधिक उत्पादन का लाभ पहुंचाया जा सकता है। आगामी वर्ष में जिले में समस्त आठों विकासखंड में गन्ना की खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पड़ौसी जिला अम्बिकापुर में शक्कर का कारखाना होने से कृषकों को मार्केट की व्यवस्था नहीं करना पड़ेगा। जिससे फसल का उचित दाम किसानों को मिलेगा और कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ उनके आय में बढ़ोतरी होगी। -
समितियों में अब तक 6707 क्विंटल धान बीज एवं 6795 मेट्रिक टन का उर्वरक का किया गया है भण्डारण
जशपुरनगर 19 मई : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में जशपुर जिले में आगामी मौसम की संभावनाओं को देखते हुए किसान भाई-बंधु के लिए जिले में खाद्य-बीज का भण्डारण सोसायटियों में पर्याप्त मात्रा में किया गया है। कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एम.आर भगत ने बताया कि किसानों की मांग के आधार पर 15310 क्विंटल के विरूद्ध धान बीज 6707 क्विंटल सभी समितियों में भण्डारण किया गया था। समितियों के माध्यम से कुल 860 क्विंटल धान बीज का वितरण किया गया है। परियोजना मद से 116 क्विंटल मक्का बीज भण्डारण किया गया है। आगामी खेती किसानी को देखते हुए किसानों को खाद-बीज के वितरण का कार्य तीव्र गति से प्रारंभ है। अन्य दलहन तिलहन बीजों का भण्डारण करने के लिए बीज निगम को मांग पत्र भी दिया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि खरीफ में उर्वरक वितरण मांग कुल 15000 मैट्रिक टन के एवज में 6795 मैट्रिक टन का भण्डारण कर 1325 मैट्रिक टन उर्वरक का वितरण सोसायटी के माध्यम से किसानों को किया जा चुका है। किसान भाई बंधु को सोसायटी के माध्यम से खाद एवं बीज के अग्रिम उठाव के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाकर किसानों को खाद-बीज उठाव के लिए अपील की जा रही है। आगामी दिनों में मानसून को देखते हुए कृषि विभाग द्वारा सभी आदान सामग्री बीज निगम को तत्काल भण्डारण करने के लिए भी निर्देश दिया गया है। - जशपुरनगर 19 मई : कलेक्टर श्री निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशन में जषपुर जिले में विभिन्न विकासखंडों में लगभग 648 क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। क्वारेंटाईन सेंटर में लगभग 1282 श्रमिकों, मजदूरों यात्रियों को रखा गया है। जिसमें पुरूषों की संख्या 975 एवं महिलाओं की संख्या 307 शामिल है। कलेक्टर श्री क्षीरसागर के निर्देश पर एसडीएम, जनपद सीईओ और नगरीय निकाय के अधिकारियों द्वारा क्वारेंटाईन सेंटर में पानी, बिजली, शौचालय, भोजन के साथ बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं स्की्रनिंग कराई जा रही है। इसके बाद 14 दिनों के क्वारेंटाईन अवधि में उन्हें रखा जा रहा है। इस दौरान मेडिकल टीम के द्वारा उनकी सतत् निगरानी की जा रही है।
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बलरामपुर जिले के एक क्वारेंटाइन सेंटर में आज मंगलवार (19 मई) को ड्यूटी में कार्यरत एक उच्च श्रेणी शिक्षक की अचानक हार्ट अटैक से मौत हो गई शिक्षक को हार्ट अटैक आने की सूचना मिलते ही उसे अधिकारी मौके पर अस्पताल ले गए। लेकिन उसकी वहां मौत हो गई शिक्षक के परिजनों को सूचित कर शव मरच्यूरी में रखवाया गया है। मृतक शिक्षक अंबिकापुर के बौरीपारा निवासी सियाराम भगत बलरामपुर मिडिल स्कूल में उच्च श्रेणी शिक्षक के पद पर पदस्थ थे। वर्तमान समय में उसकी ड्यूटी बलरामपुर थाना अंतर्गत ग्राम लेंजुआ के आंगनबाड़ी केंद्र स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में लगाई गई थी। शिक्षक की ड्यूटी सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक रहती थी। शिक्षक की मौत के बाद उनके परिजन को आरकेसी के तहत तात्कालिक सहायता के रूप में 50 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई।
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दुर्ग 18 मई : बैंक आफ बड़ौदा दुर्ग के क्षेत्रीय प्रबंधक डा0 आर.के.मोहंती द्वारा आज नगर निगम महापौर श्री धीरज बाकलीवाल को नगर निगम दुर्ग को जरूरतमंद परिवारों के लिए 500 किलो अनाज के पैकेट सौंपे। उन्होनें कहा कि कोरोना काल में गरीब मजदूरों को सहयोग करने की दिशा में बैंक की ओर से मदद की जा रही है।
उल्लखनीय है कि कोरोना काल में नगर पालिक निगम दुर्ग की ओर से विधायक श्री अरुण वोरा, महापौर श्री धीरज बाकलीवाल, तथा आयुक्त इंद्रजीत बर्मन द्वारा शहर के अनेक सामाजिक संगठनों और अर्द्धशासकीय संस्थाओं से कोरोना प्रभावित गरीब परिवारों का सहयोग करने की अपील की गई थी। बैंक के मुख्य प्रबंधक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि बैंक की ओर से दिये जा रहे पैकेट में पूरे 14 दिन हिसाब से अनाज पैक कर दिया गया है। जिसमें बैंक आफ बड़ौदा दुर्ग द्वारा निगम क्षेत्र के गरीब परिवारों को चावल, दाल, आटा, तेल और मसाला, साबून का पैकेज बनाकर 100 पैकेट महापौर श्री बाकलीवाल को सौंपा गया। महापौर ने बैंक प्रबंधक के इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुये उनका धन्यवाद ज्ञापित किया। महापौर ने अनाज को तत्काल कोरोना राहत केन्द्र विवेकानंद भवन पहुॅचाने अधिकारियों को निर्देश दिये। इस दौरान बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक श्रीकांत तिवारी एवं अन्य उपस्थित थे। -
दुर्ग 18 मई : भिलाई निगम क्षेत्र में डेंगू बीमारी के रोकथाम एवं नियंत्रण के तहत निगम कर्मी घर-घर जाकर टेमिफाॅस बाॅटल वितरण कर रहे है तथा पीलिया की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु निगम द्वारा क्लोरीन टैबलेट घर-घर में वितरण किया जा रहा है। मच्छरों के प्रकोप के रोकथाम हेतु निगम क्षेत्र के वार्डों में लगातार फाॅगिंग कार्य जारी है। निगम भिलाई के क्षेत्रों में डेंगू से बचाव हेतु घरों में टेमिफाॅस घोल की बाॅटल पहुंचाई जा रही है तथा निगम की टीम एवं मितानीनें घरों में जाकर सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेने की सलाह दे रही है।
भिलाई निगम के सभी जोन कार्यालयों के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा पीलिया जैसी जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए वार्डों में घर घर जाकर पानी की शुद्धता के लिए क्लोरीन टैबलेट बांटने के साथ ही बताया जा रहा है कि उबला हुआ या साफ छना हुआ पानी ही पीने हेतु उपयोग करे। पानी जमाव वाले स्थान पर मलेरिया व जला आइल का छिड़काव किया जा रहा है।नालियों में गंदगी साफ करने के बाद चूना व ब्लीचिंग का छिड़काव किया जा रहा है।अपील शहर के नागरिकों से अपील है कि निगम द्वारा वितरण किए जा रहे टेमीफास् को डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए कूलर एवं विभिन्न अनुपयोगी पात्रों में दो बूंद इस्तेमाल करें, बच्चों से इसे दूर रखें और खाने-पीने की चीजों से भी इसे दूर रखें, सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और आसपास जलजमाव न होने दें, डेंगू बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। - दुर्ग 18 मई : प्रवासी मजदूर जो अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं, उनके लिए नगर पालिक निगम भिलाई द्वारा श्रमिक सहायता केंद्र बनाया गया है जहां पर ऐसे मजदूर और श्रमिकों के लिए पानी और सूखा नाश्ता, सत्तु एवं दानदाताओं से प्राप्त फल प्रदान किया जा रहा है। नाश्ता के पश्चात ऐसे प्रवासी मजदूरों को थोड़ी देर आराम करने छांव देने हेतु टेंट व कुर्सी व्यवस्था की गई है ताकि वे कुछ देर आराम करके अपने गंतव्य की ओर पुनः रवाना हो सके। नेहरू नगर गुरुद्वारा के पास श्रमिक सहायता केंद्र की स्थापना प्रवासी मजदूरों के आवागमन के साथ ही कर दी गई है ताकि अपने गंतव्य की ओर रवाना होने वाले श्रमिकों व मजदूरों को राहत प्रदान किया जा सके। आज 4 प्रवासी मजदूरों को सहायता केंद्र में बुलाकर उनके हाथों को सैनिटाइज कर सूखा नाश्ता चना, मुर्रा, मिक्सचर, फल, सत्तु का पैकेट और पानी पिलाया गया तथा जिनके पास मास्क उपलब्ध नहीं था उन्हें मास्क भी उपलब्ध कराया गया। इनके बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है तथा छाया प्रदान करने टेंट लगाया गया है।
नेशनल हाइवे से गुजरने वाले श्रमिक व मजदूर जो अन्य जिलों व राज्यों से अपने घरों की ओर जा रहे हैं, उनकी मदद के लिए सहायता केंद्र को हाईवे के समीप बनाया गया है ताकि मजदूर एवं श्रमिकों को दूर से ही यह केंद्र दिखाई दे इस केंद्र में कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। ऐसे लोगों की मदद करने दानदाता भी आ रहे हैं आज एक दान दाता ने 10 दर्जन केला फल इनको सहायता देने के लिए प्रदान किया। सहायता केंद्र की स्थापना होने से प्रवासी मजदूरों को इस केंद्र में राहत मिल रही है। - दुर्ग 18 मई : भिलाई निगम क्षेत्र में बाहर राज्य से आने वाले लोगों को होम आइसोलेट किया जा रहा है। नोवल कोरोना वायरस के बचाव हेतु निगम क्षेत्र में अब तक 1123 व्यक्तियों को होम आइसोलेट किया जा चुका है। आइसोलेटेड लोगों की निगरानी के लिए सभी जोन कार्यालय के अंतर्गत विशेष टीम गठित की गई है जो दिन में चार बार आइसोलेट होम के लोगों पर निगरानी रख रहे हैं। नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के अंतर्गत लॉक डाउन के दौरान अन्य राज्यों से आए हुए व्यक्तियों की सूची अथवा सूचना के आधार पर होम क्वॉरेंटाइन एवं निगरानी सुनिश्चित करने के लिए जोन आयुक्तों के निर्देशन में टीम गठित की गई है। भिलाई निगम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम बाहर से आए हुए व्यक्तियों के घरों के बाहर होम आइसोलेशन के स्टीकर लगा रहे है।
भिलाई क्षेत्र में अब तक 1098 स्टीकर लगाए जा चुके है, बाहर से आए हुए व्यक्ति व परिवारों को निर्धारित अवधि तक घर पर रहने की हिदायत देने के साथ ही निगरानी भी की जा रही है ताकि ये लोग किसी तरह से दूसरे लोगों के संपर्क में न आए और होम क्वॉरेंटाइन का पूर्णरूप से पालन करें। दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की प्रतिदिन निगरानी करने भिलाई निगम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई जो अलग-अलग जोन क्षेत्रों में शहर के आम नागरिकों से सूचना प्राप्त कर बाहर राज्य से आए हुए हैं उनकी जानकारी एकत्रित कर उन्हें होम आइसोलेट कर रहे है! इसके लिए यह आवश्यक है कि जो लोग बाहर से आ रहे है उन्हें अपनी जागरूकता दिखाते हुए प्रशासन को जानकारी देनी चाहिए, बाहर से आए हुए व्यक्तियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए व्यवसायिक व सार्वजनिक क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है तथा स्टीकर लगाए गए है, इसके अतिरिक्त भिलाई निगम के हेल्पलाइन नं. पर लोग जानकारी दे रहे हैं तथा बताने वाले का नाम गोपनीय रखा जा रहा है।
बाहर से आए हुए लोगों की मिले जानकारी तो इन नंबरों पर करें संपर्क कोरोनावायरस कोविड-19 महामारी के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु ऐसे व्यक्ति जो भिलाई शहर के वार्ड, क्षेत्र, मोहल्ला या आसपास में अन्य शहर, गांव, राज्य से आए हुए हैं उनकी जानकारी इस कार्य के लिए नियुक्त भिलाई निगम के नोडल अधिकारी जोन क्रमांक 1 नेहरू नगर के जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा 7000092136, प्र. सहा. राजस्व अधि. विनोद चंद्राकर 9826685701, जोन क्रमांक 2 वैशाली नगर के जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि 7050344444, प्र. सहा. राजस्व अधि. संजय वर्मा 9669332966, जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर के जोन आयुक्त महेंद्र पाठक 9424227177, प्र. सहा. राजस्व अधि. परमेश्वर चंद्राकर 9826947891, जोन क्रमांक 4 खुर्सीपार की जोन आयुक्त प्रीति सिंह 7697590459, प्र. सहा. राजस्व अधि. बालकृष्ण नायडू 9425245007, सेक्टर क्षेत्र जोन क्रमांक 5 के कार्यपालन अभियंता सुनील जैन 9425555648, प्र. सहा. राजस्व अधि. मलखान सिंह सोरी 9977421330 के मोबाइल नंबर पर संपर्क करके जानकारी दे सकते हैं। -
छत्तीसगढ़ के प्रवासी नागरिकों को राशनकार्ड न होने पर भी मिलेगा 2 महीने का निःशुल्क राशनअन्य राज्यों से लौट रहे श्रमिकों के लिए की गई है यह व्यवस्था
दुर्ग 18 मई : कोविड संकट में बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के प्रवासी नागरिक अपने घरों को वापिस आ रहे हैं।इस संकट में उनको दो वक्त का भोजन मिल सके इसलिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उनके लिए निःशुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था की जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार की कोशिश है कि किसी को भी भूख न रहना पड़े।अन्य राज्यों से वापस आये छ.ग. के प्रवासी व्यक्तियों जो राज्यध्केन्द्र की किसी भी योजना के अंर्तत राशनकार्डधारी नहीं है, उन्हें माह मई एवं जून 2020 में प्रति सदस्य 5 किलो खाद्यान्न निःशुल्क प्रदाय किया जाएगा । श्रम विभाग के समन्वय से प्रवासी श्रमिकों की पहचान की जाएगी। इसके लिए डाटाबेस तैयार किया जा रहा है।
सार्वभौम पीडीएस के तहत एपीएल राशनकार्ड की डाटा एंट्री किये जाने का कार्य जिन अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया है उनको ही प्रवासी व्यक्तियों के परिवार की डाटा एंट्री करवाने की जिम्मेदारी दी गई है। खाद्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार प्रत्येक प्रवासी व्यक्तियों की डाटा एंट्री में उनका नाम, पिताध्पति का नाम, प्रवास से आए सभी सदस्यों का नाम, आधार एवं मोबाईल नंबर की एंट्री कराई जाएगी। यदि एक परिवार में एक से अधिक सदस्य प्रवास से वापस लौटे है तो उन सभी के नामों की एंट्री एक साथ की जाएगी। परिवार के सभी सदस्यों के आधार नंबर की एंट्री अनिवार्यतः की जानी है तथा प्रत्येक परिवार की एंट्री में एक सदस्य के मोबाईल नंबर की एंट्री अनिवार्य रूप से की जाएगी ताकि खाद्यान्न वितरण की पावती संबंधित परिवार को उनके द्वारा दर्ज मोबाईल नंबर पर एसएमएस के द्वारा दी जा सके।